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विशेष आलेख : हिंसा के परतों के बीच “तितली”

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जौहर,चोपड़ा और बड़जात्या की फिल्मों में अमूमन सुखी और संपन्न परिवारों के बारे में बताया जाता है,जहाँ नैतिकता व संस्कारों का ध्यान हद दर्जे तक रखा जाता है.वहां कोई टकराहट नहीं होती है और ये हर तरह से एक आदर्श परिवार होते हैं जहाँ सभी लोग खुश रहते हैं. यह सब दर्शकों को अच्छी फीलिंग देती है लेकिन कनु बहल की फिल्म “तितली” का परिवार वास्तविक है, यह दिल्ली के एक कार लूटने वाले परिवार के बारे में है। यहाँ जिंदगी कठोर है और सब कुछ वास्तविक लगता है,आपका साबका गालियों,हिंसा,क्रूरता से पड़ता है. “तितली” एक डार्क और जागरूक फिल्म है जो आपको समाज के अंधेरे कोनों की तरफ ले जाती है. यह आपको सोचने और विचलित होने के लिए मजबूर करती है. “तितली” की खासियत यह है कि वो हिंसा को महिमामंडित नहीं करती है और ना ही हिंसा दिखाने के लिए इसे हथियारों का सहारा लेना पड़ता है, यह हिंसा को पूरी ईमानदारी से उसके स्वाभाविक रूप में दिखाती है. क्रूरता और हिंसा इसके किरदारों में ही बिखरे हैं. हम अपने फिल्मों में आस-पास के अंधेरे कोनों को परदे पर देखने को आदी नहीं हैं, लेकिन इसमें दहला देने वाले दृश्य हैं.यह महिलाओं की घटती संख्या पर आई फिल्म “मातृभूमि'की याद दिलाती है.

शायद यह हिंदी फिल्मों का संतुलित दौर है, जहाँ एक तरफ घोर अवास्तविक फिल्में बन रही हैं तो दूसरे छोर पर “मसान” और “तितली” जैसी रीयलिस्टिक फिल्में भी बनाई जा रही है, एक भरपूर पैसा कमाती है तो दूसरी पर्याप्त दर्शक और भरपूर तारीफ बटोरती है. इधर तितली जैसी फिल्मों के लिए इंडस्ट्री के बड़े नाम और दिग्गज किस तरह से अपना दरवाजा खोलने के लिए मजबूर हुए हैं उसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि ‘तितली’ के निर्माताओं में दिबाकर बैनर्जी के साथ–साथ यशराज फिल्म्स का नाम भी शामिल है और हाँ ‘तितली’ का टैगलाइन ‘हर फैमिली, फैमिली नहीं होती”आदित्य चोपड़ा ने दिया है.

यह पहले ही कई अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सवों में नाम कमा चुकी है, यह एक महानगर की कहानी है जहाँ कई छोटे शहर, कस्बे और गावं बसते हैं, जिनमें से ज्यादातर विकास की एकतरफा दौर में पीछे रह गये हैं, कहानी इन्हीं में से किसी  ऐसे परिवार है जो अभावों में रह रहा है और अपने आप को जिंदा रखने के लिए हिंसा और लूट का सहारा लेता है. कहानी दिल्ली के एक परिवार की है, जिसमें डैडी (ललित बहल) अपने तीन बेटों विक्रम (रणवीर शौरी), बावला (अमित सयाल) और तितली (शशांक अरोड़ा) के साथ रहते हैं. परिवार मुख्य रूप से लूटमार का काम करता है, इस काम में घर के दोनों बड़े भाई विक्रम और प्रदीप आगे बढ़ चुके हैं जबकि छोटा भाई तितली इन सब से बाहर निकल कर कोई और रास्ता चुनना चाहता है. इस बीच तितली का ध्यान काम पर लगाने के लिए उसकी शादी नीलू (शिवानी रघुवंशी) से कर दी जाती है. लेकिन नीलू की यह शादी जबरदस्ती हुई वह तो प्रिंस को चाहती है।तितली और नीलू दोनों को यहाँ से आजाद होना है, इसलिए  वे साथ मिल कर काम करने का फैसला करते हैं जिससे उन्हें इस अनचाही जिंदगी से आजादी मिल सके।

फिल्म की बड़ी खासियत इसके किरदार हैं,सभी किरदार वास्तविक लगते हैं और कलाकारों के चुनाव में नाक की बनावट की समानता तक का ध्यान रखा गया है जिससे सभी किरदार एक परिवार के सदस्य लगें, कहीं भी कोई अदाकारी करता हुआ नहीं लगता है, रणवीर शौरी को अरसे बाद कुछ मनमाफिक काम मिला है और इस मौके का उन्होंने भरपूर इस्तेमाल किया है. बावला के किरदार में अमित सयाल बेहतरीन हैं इससे पहले वे ‘लव सेक्स और धोखा’ में अपना कमाल दिखा चुके है. लेकिन हैरान तो तितली के किरदार में शशांक अरोड़ा और नीलू के किरदार में शिवानी रघुवंशी करते हैं, दोनों की ही यह पहली फिल्म है और दोनों को ही इस तरह के जीवन का बिलकुल भी अनुभव नहीं है, ये दोनों अपनी ख़ामोशी से भी प्रभावशाली अभिनय का प्रदर्शन करते हैं. शशांक अरोड़ा एक इंटरव्यू में बता चुके हैं कि किस तरह से उन्हें तितली के किरदार की तैयारी के लिए मुंबई के बीच पर शौच करना पड़ा और अपने आप को ह्यूमिलीऐटिड महसूस करने के लिए अपने गालों पर हवाई चप्पल से मार खानी पड़ी थी. 

कनु बहल लम्बे समय तक दिबाकर बैनर्जी के सहायक निर्देशक के रूप में काम कर चुके हैं,बतौर डायरेक्टर यह उनकी पहली फिल्म है, ‘तितली’ के रूप में शुरुवात करते हुए वे अपने इरादों को जाहिर कर चुके हैं. विपरीत धारा के फिल्मकारों के रूप में एक और सशक्त नाम शामिल हो चूका है. कनु बहल और “तितली” दोनों को  नजर अंदाज करना मुश्किल है।



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(जावेद अनीस)

बिहार चुनाव : हारी हुई पार्टी की तरह बिहार में हारी भाजपा

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बिहार विधानसभा चुनाव का परिणाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता की कसौटी नहीं है। यह परिणाम इस बात का भी प्रमाण नहीं है कि मतदाताओं ने प्रधानमंत्री मोदी के विकास के  विज़न को नकार दिया। यह इस बात की भी पुष्टि नहीं है कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह में जीत को सुनिश्चित करने की ‘काबिलियत’ नहीं है। यह इस बात को भी साबित नहीं करता है कि प्रधानमंत्री मोदी और अध्यक्ष शाह की जोड़ी फ्लाॅप हो गई है। बिहार विधानसभा का चुनाव महागठबंधन बनाम एनडीए के बीच का चुनाव था और बिहार के लोगों को चूंकि ‘जंगलराज’ से बाहर निकलने की जल्दबाजी नहीं है, और इसीलिए यह एनडीए के खिलाफ मतदान मात्र है। इसका भाजपा से कोई लेना-देना नहीं है। 

बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की रणनीतिक सूझबूझ का कचड़ा कर दिया। रामविलास पासवान और जीतन राम मांझी ने सत्तर प्रतिशत बेड़ा गर्क कर दिया और तीस प्रतिशत का काम मुलायम सिंह यादव ने तमाम कर दिया। पासवान और मांझी अपना भला तो कर नहीं पाए, भाजपा का कहां से कर पाते? रही बात मुलायम सिंह की तो उन्होंने तो अपने उम्मीदवारों के नाम तय कर बिहार को जो बाय-बाय बोला उसके बाद तो पीछे पलट कर भी नहीं देखा। हिसाब किताब इस तरह से बिठाया गया था कि लालू प्रसाद यादव की यादवों को मुलायम सिंह आधा कर देंगे और दलितोें को पासवान और मांझी अपने साथ ले आएंगे। सवर्णों के वोट बैंक पर भाजपा स्वाभाविक तौर पर अपना अधिकार मानती है और जो थोड़ी बहुत सीटें उसे मिली भी है, वह उन्हीं की बदौलत मिली है। नतीजों का अंकगणित इतने पुख्ते तरीके से तैयार किया गया था कि गड़बड़ी की कहीं कोई गुंजाईश ही नहीं छोड़ी गई थी। अंकगणित में कोई गड़बड़ी नहीं थी, मगर, बिहार के मतदाताओं के मिज़ाज को जांचने परखने वाले को भी अध्यक्ष शाह साथ कर लेते तो शायद, मामला इतना उलटा नहीं पड़ता। 

बिहार विधानसभा चुनाव के इस परिणाम ने बिहार में विकास की गति पर विराम लगा दिया है! प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी साफ कर चुके हैं कि बिहार के विकास के लिए 1 लाख 65 करोड़ रुपये, जो उन्होंने जमा कर रखे थे जिसे वे किसी ‘योग्य व्यक्ति’ के हाथ में सौंपना चाहते थे, वे इसे वापस ले जा रहे हैं। अब जबकि लोगों ने अपना फैसला सुना दिया है कि उनका भविष्य ‘जंगलराज-2’ में ही सुरक्षित है तो फिर मेरे सहयोग और समर्थन की जरूरत रही कहां? बिहार, फिलहाल विकास के बारे में सोचना छोड़े, बल्कि नीतिश-लालू के गठबंधन की सरकार में अपनी जान बचाने का इंतज़ाम खुद करे। प्रधानमंत्री मोदी अपने धुन के पक्के हैं और दिल्ली इसका जीता-जागता उदाहरण है। यहां पर होने को आम आदमी पार्टी की सरकार है मगर, सफाईकर्मियों के बारे तक में भी फैसला लेने के लिए यह सरकार स्वतंत्र नहीं है। 

बाद में जो होगा, देखा जाएगा। फिलहाल, बिहार ने भाजपा को बाहर का रास्ता दिखा दिया है। दिल्ली विधानसभा चुनाव के बाद बिहार के मतदाताओं ने जिस तरह से भाजपा को नकार दिया है, उसके संकेतों को समझना जरूरी है। संकेत यह है कि चुनाव ना तो नारों से जीते जा सकते हैं और ना ही वायदों से। फूट डाल कर तो कतई नहीं। यह बात इसलिए भी ज़्यादा महत्वपूर्ण है क्योंकि बिहार विधानसभा का चुनाव भाजपा जीती हुई थी मगर, उसकी नीतियों, रणनीतियों और अति आत्मविश्वास ने पार्टी की जीत को हार में बदल दिया। नीतिश कुमार का लालू प्रसाद यादव के साथ चुनाव लड़ने के फैसले को बिहार के मतदाता पचा नहीं पा रहे थे और उस वज़ह से वोटों का जो बंटवारा होना था, वह सीधे भाजपा की झोली में आनी चाहिए थी, मगर, आखिरी वक़्त में बाजी पलट गई। 

दरअसल, पार्टी अध्यक्ष शाह के अति आत्मविश्वास ने भाजपा को कहीं का नहीं छोड़ा। पिछले लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में पार्टी को 72 सीटें क्या मिली, शाह का आत्मविश्वास जो सातवें आसमान पर पहुंचा, वह दिल्ली विधानसभा चुनाव में पूरी तरह निपट जाने के बाद भी कमजोर नहीं पड़ा। प्रधानमंत्री मोदी का उन पर अटूट विश्वास बना रहा और अध्यक्ष शाह वही करते रहे तो उन्हें ठीक लगता रहा। बिहार के इतिहास और भूगोल को जानने के लिए स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं की समझ पर भरोसा करने से उन्होंने इंकार कर दिया। पार्टी नेताओं की पार्टी में हैसियत देख कर कार्यकर्ता क्षुब्ध हुए और वेे बेमन से पार्टी दफ्तर और रैली स्थलों का चक्कर लगाते रहे। 



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गिरिजा नंद झा
नई दिल्ली 

वन रैंक वन पेंशन का मुद्दा सुलझा : नरेन्द्र मोदी

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नयी दिल्ली, 11 नवंबर, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज प्रदर्शन कर रहे पूर्व सैनिकों को भरोसा दिलाते हुये कहा कि वन रैंक वन पेंशन का मुद्दा सुलझाया जा चुका है अौर पेंशन से संबंधित सभी शेष मसलों पर सरकार की ओर से गठित न्यायिक समिति विचार करेगी जिसके बाद उन्हें भी सुलझा लिया जायेगा।

श्री मोदी ने कहा कि पूर्व सैनिकों को समिति को अपने सुझाव देने चाहिये ताकि उनका ही लाभ हो सके। प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले काफी समय से अटके हुये वन रैंक वन पेंशन के मुद्दे को सुलझाया जा चुका है और उसे मंजूरी भी दे दी गयी है। 

प्रधानमंत्री मोदी अमृतसर में खासा स्थित डोगराई युद्ध स्मारक गए और पुष्पांजलि अर्पित की। यह स्थान सबसे कठिन युद्ध स्थल के रूप में जाना जाता है जहां भारतीय सैनिकों ने 22 सितंबर 1965 को जीत प्राप्त की थी। उन्होंने कुछ जवानों के साथ भी बातचीत की और सैन्य अधिकारियों से मुलाकात की।

मयंक गांधी ने आप की राष्ट्रीय कार्यकारिणी से दिया इस्तीफा

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नयी दिल्ली, 11 नवंबर, आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता मयंक गांधी ने ‘राजनीति में कम होती दिलचस्पी’ का हवाला देते हुए आज पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी से इस्तीफा दे दिया। श्री गांधी का पार्टी संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ टकराव चल रहा था। महाराष्ट्र में पार्टी के सबसे चर्चित चेहरे श्री गांधी ने श्री केजरीवाल पर आरोप लगाया कि पार्टी संयोजक कुछ ऐसे फैसले ले रहे हैं जिससे महाराष्ट्र में पार्टी को नुकसान हो सकता है।

अपने ब्लॉग में प्रकाशित ‘अरविंद और मेरे अन्य साथी’ नाम से एक खुले पत्र में श्री गांधी ने कहा कि कुछ समय से राजनीति में उनकी दिलचस्पी घटती जा रही है। इससे करीब एक महीने पहले महाराष्ट्र में पार्टी की इकाई भंग कर दी गयी थी।

यदि ज़ालिम मुसलमान तो हिंदुओं का साथ दूंगा : शरीफ

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इस्लामाबाद, 12 नवंबर, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ़ ने पाकिस्तान में रह रहे हिंदुओं को विश्वास दिलाते हुये कहा कि यदि उनके साथ कुछ बुरा होता है और जुल्म करने वाला मुसलमान हो तो वह हिंदुओं के साथ खड़े होंगे। श्री शरीफ ने कराची में कल दीपावली के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि यह उनकी ज़िम्मेदारी है कि अगर कोई ज़ुल्म का शिकार है तो उसका संबंध चाहे किसी भी धर्म या संप्रदाय से हो उसकी सहायता की जाए। 

पाकिस्तानी मीडिया में जारी रिपोर्टों के मुताबिक, पाकिस्तान में पहली बार किसी प्रधानमंत्री ने हिंदुओं के त्योहार में शिरकत की है। श्री शरीफ ने कहा, “हिंदू के ख़िलाफ़ ज़ुल्म होता है और ज़ुल्म करने वाला मुसलमान है, तो मैं मुसलमान के खिलाफ कार्रवाई करुंगा। मेरा मज़हब मुझे यही सिखाता है और सिर्फ़ इस्लाम ही नहीं हर मज़हब यही सिखाता है कि ज़ालिम का नहीं, मज़लूम का साथ दो।” पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा, “हम एक क़ौम और मुल्क हैं, जितना हो सके आपस में एकता पैदा करें। एक दूसरे की मदद करें। मुसलमान हिंदुओं से ख़ुशियां बांटे अौर हिंदू नागरिक मुसलमानों और सिखों से। रब इसमें राज़ी नहीं है कि हम एक दूसरे में फर्क़ करें।”

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ब्रिटेन रवाना

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नयी दिल्ली, 12 नवंबर, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने तीन दिवसीय दौरे पर आज सुबह ब्रिटेन के लिये रवाना हो गये। श्री मोदी सुबह हवाई अड्डे पहुंचे जहां उनके साथ विदेश मंत्री सुषमा स्वराज भी नज़र आयीं। दोनों नेताओं ने काफी देर तक हवाई अड्डे पर ही खड़े होकर आपस में बातचीत की जिसके बाद श्री मोदी एयर इंडिया के विमान से ब्रिटेन के लिये रवाना हो गये। इससे पहले प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा, “ब्रिटेन के लिये रवाना हो रहा हूं। मुझे पूरी उम्मीद है कि इस दौरे से भारत और ब्रिटेन के बीच आर्थिक संबंध अौर मजबूत होंगे तथा भारत में निवेश को बढ़ावा मिलेगा।” श्री मोदी इस दौरान ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय से बकिंघम पैलेस में तथा प्रधानमंत्री डेविड कैमरन से मुलाकात करेंगे। वह ब्रिटिश संसद को भी संबोधित करेंगे।

श्री मोदी के ब्रिटेन दौरे पर चर्चा का मुख्य विषय दोनों देशों के बीच रक्षा और आर्थिक संबंधों को बढ़ावा देना रहेगा। ब्रिटेन दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते जी -7 अर्थव्यवस्थाओं में से एक है और अपने रचनात्मक उद्योगों के लिए जाना जाता है। भारतीय प्रधानमंत्री ने कहा, “इस दौरे से हमारे आर्थिक और व्यापार संबंधों में सुधार होगा जो दोनों ही देशों की अर्थव्यवस्थाओं के लिए लाभप्रद साबित होगा।” ब्रिटेन में श्री मोदी कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। अपने तीन दिवसीय ब्रिटेन दौरे पर वह महारानी क्वीन एलिजाबेथ द्वितीय से बकिंघम पैलेस में मुलाकात करेंगे जहां वह उनके स्वागत में भोज देंगी। इसके अलावा वह ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन के साथ पहले लंदन और फिर चेकर्स में द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। 

श्री मोदी ब्रिटिश संसद के विशेष सत्र को भी संबोधित करेंगे जो किसी भी भारतीय प्रधानमंत्री का ब्रिटेन की संसद में पहला संबोधन होगा। वह लंदन शहर में गिल्डहॉल में भी एक कार्यक्रम को संबोधित करेंगे और वाहन बनाने की कंपनी जैगुआर लैंड रोवर के कारखाने को देखने भी जायेंगे। शुक्रवार को वह वेंबले स्टेडियम में भारतीय समुदाय को संबोधित करेंगे और उम्मीद की जा रही है कि इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में ब्रिटेन में रह रहे भारतीय नागरिक शामिल होंगे।

प्रधानमंत्री मोदी अपनी इस यात्रा के दौरान डाॅ. भीमराव अंबेडकर के एक स्मारक का भी उद्घाटन करेंगे जहां पढ़ाई के दौरान डॉ. अंबेडकर रहा करते थे। उन्होंने कहा, “यह गर्व का क्षण होगा कि मैं उस स्थान पर भी जाउंगा जहां डॉ बाबासाहेब अंबेडकर अपने लंदन आवास के दौरान रहे थे।” डॉ अंबेडकर के आवास को फिलहाल एक स्मारक के तौर पर बदल दिया गया है। प्रधानमंत्री का ब्रिटेन की महत्वपूर्ण कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों से मिलने का भी कार्यक्रम है। इसके बाद वह 12वीं सदी के भारतीय दार्शनिक बसवेश्वर की प्रतिमा का भी अनावरण करेंगे। ब्रिटेन में करीब 15 लाख प्रवासी भारतीय रहते हैं जबकि दस सांसद भारतीय मूल के हैं।
श्री मोदी इसके बाद जी-20 सम्मेलन में भाग लेने के लिये तुर्की रवाना हो जायेंगे। वह अपनी यात्रा के दूसरे पड़ाव में 15 और 16 नवम्बर को तुर्की के अंताल्या में प्रस्तावित समूह-20 की बैठक में भी हिस्सा लेंगे, जहां वह कालाधन, समावेशी विकास, वित्तीय नियमन और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) में शासकीय सुधार जैसे प्रमुख मुद्दे उठाएंगे। भारतीय प्रधानमंत्री इस दौरान कई द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। 

भारतीय निशानेबाजों ने 17 स्वर्ण सहित 44 पदक जीते

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नयी दिल्ली, 12 नवंबर, भारत ने शानदार प्रदर्शन करते हुए कुवैत में संपन्न 13वीं एशियाई निशानेबाजी चैंपियनशिप में 17 स्वर्ण, 14 रजत और 13 कांस्य पदक सहित कुल 44 पदक जीत लिए है। लंदन ओलंपिक के रजत पदक विजेता विजय कुमार ने चैंपियनशिप के अंतिम दिन दो और पदक भारत की झोली में डाले। विजय ने पुरुषों की 25 मीटर सेन्टर फायर पिस्टल स्पर्धा में कांस्य पदक जीता। साथ ही अनुभवी निशानेबाज समरेश जंग और पेंबा तमांग के साथ टीम स्पर्धा में रजत पदक जीता।

विजय को 25 मीटर सेन्टर फायर पिस्टल स्पर्धा के करीबी मुकाबले में थाइलैंड के पोंगपोल कुचईरताना से हारकर कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा। विजय और पोंगपोल ने 584 का स्कोर बनाया। कोरिया के दाई क्यू जांग ने 585 के स्कोर के साथ सोने का तमगा हासिल किया। वहीं टीम स्पर्धा में विजय कुमार, पेंबा तमांग और समरेश जंग ने 1736 के स्कोर के साथ रजत पदक पर कब्जा जमाया। कोरियाई टीम ने 1738 स्कोर के साथ स्वर्ण और वियतनाम ने 1731 स्कोर बनाकर कांस्य पदक जीता।

बिहार : अगर आप अपनी बेटी की शादी का खर्च उठाने में असमर्थ

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कटिहार। अगर आप अपनी बेटी की शादी का खर्च उठाने में असमर्थ हैं। अब आपको बेचैन होने की जरूरत नहीं है। जल्द से जल्द गैर सरकारी संस्था लाडली फाउंडेशन को 9874727415,9873182468 और 9717231663 नम्बर पर संपर्क करें। 

याद रहे कि आप अपनी मर्जी से अपनी बेटी का रिश्ता तय कर लिए हैं। तभी ही लाडली फाउंडेशन को 9874727415,9873182468 और 9717231663 नम्बर पर संपर्क करें। शादी का पूरा खर्च लाडली फाउंडेशन द्वारा किया जाएगा। वहीं नवदम्पति को नया जीवन शुरू करने के लिए लाडली को संस्था की तरफ से 1 लाख रूपए मूल्य का घरेलू सामान उपहार स्वरूप दिया जाएगा। 

सामाजिक कार्यकत्री संजू भावे ने दी है। उनका कहना है कि अब बेटी बोझ नहीं रहेगी। अब बेटी कोख में मारी नहीं जाएगी। अब जन्म लेने के बाद ही बेटी को सड़क के किनारे नहीं फेंकी जाएगी। अब बेटी शीर्षक नहीं बनेगी कि ‘आने वाले को आने नहीं देते और जो आ जाते उसे जीने नहीं देते’। लाडली फाउंडेशन के बारे में जनजन के पास पहुंचाएं। ऐसा करने से किसी जरूरतमंद की मदद हो सकेगी।

कर्नाटक में तनाव के बाद स्थिति शांतिपूर्ण

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मदिकेरी, 12 नवंबर, कर्नाटक के कोडागु जिले में टीपू सुलतान की जयंती समारोह के दौरान हुई हिंसा में एक व्यक्ति की मौत के बाद तनावपूर्ण हुई स्थिति आज सामान्य हो गयी। इस घटना में मरने वालों की संख्या बढकर दो हो गयी है। विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) के जिला सचिव डीएस कुटप्पा की मौत के बाद हिंसा के दौरान 23 वर्षीय सोहेल अहमद को गोली लगी जिसके बाद मैसुरु के एक निजी अस्पताल में कल रात उसकी माैत हो गयी। कुटप्पा की मौत के विरोध में भारतीय जनता पार्टी और अन्य दक्षिणपंथी संगठनाें ने हड़ताल का अाह्वान किया था। 

जिला उपायुक्त प्रभारी कूर्म राव ने कहा कि दो दिन तक व्यवसायिक प्रतिष्ठान बंद रहने के बाद आज फिर से खुल गए और लोग जरूरी सामानों की खरीददारी करते हुए देखे गए। परिवहन सेवाएं भी सुचारु रूप से बहाल हो गयी हैं। उन्होंने कहा कि जिले में निषेधाज्ञा लागू है और शिक्षण संस्थानों में अवकाश की घोषणा कर दी गयी है। पुलिस अधीक्षक वर्तिका कटियार ने कहा कि विहिप नेता कुट्टपा की मौत 10 नवंबर को मदिकेरी में उस वक्त हुई जब वह दो समुदायों के बीच हुई हिंसा में पथराव से बचने की कोशिश कर रहे थे।

किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए मैसुरु, हासन और चामराजनगर से अतिरिक्त सुरक्षाबलों को संवेदनशील इलाके में भेजा गया है। मदिकेरी में सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने के लिए अर्ध सैनिक बलों के जवानों को बुलाये जाने की संभावना है। सुश्री कटियार ने कहा कि जिले में हालात अब शांतिपूर्ण हैं और पुलिस ने हिंसा की जांच शुरू कर दी है। पुलिस हिंसा में शामिल लोगों की पहचान करके जल्द ही उन्हें पकड़ लेगी। स्थिति पर नजर रखने के लिए पुलिस महानिरीक्षक (दक्षिणी रेंज) बी.के. सिंह ने जिले में डेरा डाला हुआ है।

इस बीच हाल ही में नियुक्त हुए जिला प्रभारी मंत्री दिनेश गुंडु राव के हिंसा प्रभावित इलाकों और कुटप्पा के घर का दौरा करने की संभावना है। श्री राव इस घटना के बारे में अधिक जानकारी जुटाने के लिए पुलिस और अन्य अधिकारियों के साथ बैठक भी करेंगे। मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने इस घटना की जांच क्षेत्रीय आयुक्त से कराने की घोषणा की हैं।

बिहार के वरिष्ठ पत्रकार अरुण कुमार निधन

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बेगूसराय (बिहार) 12 नवम्बर, प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया (पीसीआई) के पूर्व सदस्य और टाइम्स ऑफ इंडिया के वरिष्ठ पत्रकार अरुण कुमार का आज निधन हो गया , वह 60 वर्ष के थें । श्री कुमार पिछले कुछ वर्षों से कैंसर से पीड़ित थें और आज उनका बेगूसराय जिले के मदुरापुर गांव स्थित पैतृक आवास पर निधन हो गया । उनके परिवार में पत्नी के अलावा दो पुत्र और एक पुत्री है। पीसीआई के सदस्य रहे श्री कुमार टाइम्स ऑफ इंडिया के पटना संस्करण में विशेष संवाददाता के पद से वर्ष 2013 में अवकाश प्राप्त किया था । 

श्री कुमार बिहार श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के प्रदेश महासचिव के अलावा टाइम्स ऑफा इंडिया पटना कर्मचारी संघ के अध्यक्ष भी थे । उनका अंतिम संस्कार आज जिले के सिमरिया घाट पर गंगा नदी के किनारे होगा। श्री कुमार के निधन पर टाइम्स ऑफ इंडिया पटना कर्मचारी संघ के सचिव लाल रत्नाकर , बिहार श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के पूर्व अध्यक्ष शिवेन्द्र नारायण सिंह और पूर्व महासचिव अमर मोहन प्रसाद ने गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि श्री कुमार कर्मचारियों और पत्रकारों के हित के लिए सदैव तत्पर रहे । 

दिल्ली सरकार करेगी डीडीसीए में भ्रष्टाचार की जांच

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नयी दिल्ली, 12 नवंबर, दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ(डीडीसीए) में व्याप्त भ्रष्टाचार की जांच के लिये दिल्ली सरकार ने दो सदस्यीय समिति गठित की है जो अगले 48 घंटों में अपनी जांच रिपोर्ट पेश करेगी। हालांकि इन सबके बीच एक बार फिर डीडीसीए के फिरोजशाह कोटला मैदान पर होने वाले फ्रीडम सीरीज के अंतिम टेस्ट को लेकर संशय की स्थिति पैदा हो गई है। पूर्व क्रिकेटर बिशन सिंह बेदी ने ‘यूनीवार्ता’ से कहा, “दिल्ली सरकार ने खेल सचिव और शहरी विकास सचिव की दो सदस्यीय समिति का गठन किया है जो हमारी शिकायतों की जांच करेगी और डीडीसीए के अधिकारियों के गलत कार्यों के खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा करेगी।” राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र क्रिकेट संघ के अध्यक्ष बेदी ने कहा, “कई वर्षों के संघर्ष के बाद हम डीडीसीए के कई अधिकारियों के भ्रष्टाचार और वित्तीय अनियमितताओं का खुलासा कर पाए है।” उन्होंने कहा कि वह डीडीसीए के घोटालों के बारे में और खुलासा करेंगे। ऐसी खबरें है कि दिल्ली रणजी टीम के कप्तान गौतम गंभीर ने भी गुरुवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की।

भ्रष्टाचार और आपसी मतभेदों के कारण पिछले काफी समय से विवादों में छाए डीडीसीए में भ्रष्टाचार की जांच के आदेश ऐसे समय दिये गये हैं जब भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड(बीसीसीआई) ने हाल ही में अपनी आम वार्षिक बैठक में जिला क्रिकेट संघ को भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच चौथे टेस्ट मैच के लिये कोटला स्टेडियम को तैयार करने की समयसीमा 17 नवंबर तक दी है। यदि डीडीसीए इस समयसीमा से चूक जाता है तो कोटला से टेस्ट की मेजबानी छीन सकती है। भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच चौथा टेस्ट तीन दिसंबर से यहां खेला जाना प्रस्तावित है। दिल्ली सरकार से अंतरराष्ट्रीय मैच को आयोजित करने के लिये मदद मांग रहे डीडीसीए में दो सदस्यीय जांच समिति भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच कर 48 घंटे में सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। गौरतलब है कि इस वर्ष अक्टूबर में दिल्ली सरकार ने डीडीसीए को 24.45 करोड़ रूपये के मनोरंजन कर का भुगतान करने का भी निर्देश दिया था। दूसरी ओर बीसीसीआई ने भी डीडीसीए को अपनी बैलेंसशीट दिखाने के लिये कहा था। 

खबर है कि डीडीसीए ने अपनी पिछले तीन वर्षों की बैलेंसीशीट बोर्ड के सामने रख दी है और यदि भारतीय बोर्ड इस पर सहमत होता है तो दिल्ली को उसके हिस्से का करीब 30 करोड़ रूपये भुगतान मिल सकता है जो डीडीसीए की वित्तीय स्थिति को सुधारने के लिये आवश्यक है। इससे पहले पूर्व भारतीय क्रिकेटर और डीडीसीए के उपाध्यक्ष चेतन चौहान ने कहा था कि जिला क्रिकेट संघ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात कर मनोरंजन कर की पुन:समीक्षा का आग्रह करेगा। डीडीसीए पर दिल्ली सरकार का करीब 24 करोड़ रूपये का कर बकाया है। चौहान ने दलील दी थी कि कर विभाग ने वर्ष 2008 से 2012 के बीच यह कर लगाया है जबकि इस समयसीमा के बीच डीडीसीए को कर में छूट दी गई थी।

अंतरराष्ट्रीय मैच से पहले डीडीसीए पर अजीब मुश्किल आ पड़ी है और एक तरफ जहां दिल्ली सरकार के कर का पेंच फंसा है तो दूसरी तरफ उसपर बीसीसीआई की डेडलाइन है। माना जा रहा है कि यदि फिरोजशाह कोटला इस मैच के लिये तैयार नहीं होता है तो पुणे को अंतिम टेस्ट की मेजबानी दी जा सकती है। बीसीसीआई एजीएम में भी इस बात के संकेत दिये गये थे कि टेस्ट का दर्जा दिये गये नये स्टेडियमों में से किसी एक को इस मैच की मेजबानी सौंपी जा सकती है।  डीडीसीए के कोषाध्यक्ष मनचंदा ने भी कहा था कि वह दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल से मुलाकात कर इस कर की पुन: समीक्षा का आग्रह करेंगे। जिला क्रिकेट संघ अौर दिल्लीवासियों के लिये यह टेस्ट मैच काफी अहम है और इस तरह के मैचों के आयोजन के लिये सरकार की मदद की जरूरत होती है।

भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच चल रही सीरीज के दौरान यह दूसरा मौका है जब डीडीसीए को मैच कराने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ट्वंटी 20 सीरीज से पहले भी दक्षिण अफ्रीका और बोर्ड अध्यक्ष एकादश के बीच अभ्यास मैच को कोटला मैदान पर कराने को लेकर डीडीसीए ने असमर्थता जताई थी और इस कारण से यह अभ्यास मैच पालम स्टेडियम पर आयोजित करना पड़ा था। 

सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर (12 नवम्बर)

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ऑनलाइन त्रुटियों में सुधार के लिए 15 नवम्बर तक की अनुमति

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माध्यमिक शिक्षा मण्डल द्वारा संचालित सत्र 2015-16 की परीक्षाओं के परीक्षा आवेदन पत्र एवं नामांकन ऑनलाईन भरने के संबंध में अंतिम तिथि के पश्चात भी कतिपय संस्था एवं छात्रों द्वारा परीक्षा व नामांकन पत्र त्रुटि सुधार हेतु आवेदन किए जा रहे है। उक्त त्रुटियों में सुधार के लिए 15 नवम्बर 2015 तक की अनुमति प्रदान की गई है। परीक्षा आवेदन पत्रों व नामांकन फार्म में त्रुटि सुधार उपरांत संस्था प्राचार्य कियोस्क से नामीनल रोल प्राप्त कर इस आशय का प्रमाणिकरण करेगे कि कोई त्रुटि शेष नही है। तत्पश्चात नामीनल रोल की एक प्रति समन्वयक संस्था में 20 नवम्बर 2015 तक जमा करना सुनिश्चित करेगे। समन्वयक संस्था में जमा हुए नामीनल रोल संभागीय अधिकारी एग्जाई कर मण्डल मुख्यालय के परीक्षा कक्षों में 30 नवम्बर 2015 तक भेजना सुनिश्चित करेगे। परीक्षा परिणाम घोषणा उपरांत संशोधन प्रकरणों की संख्या न्यूनतम हो इसे दृष्टिगत रखते हुए निर्णय लिया गया है कि संबंधित संस्था प्राचार्य के माध्यम से पूर्व में भरी गई जानकारियों का सम्पूर्ण डाटा परिवर्तित किए बिना, लिपिकीय त्रुटियों को संस्था में उपलब्ध अभिलेखों के आधार पर संस्था प्राचार्य के प्रमाणिकरण के आधार पर जिस कियोस्क से नामांकन एवं परीक्षा आवेदन पत्र भरे गए है, उसी कियोस्क से त्रुटियों के सुधार के लिए अनुमति प्रदान की गई है। कक्षा 10 वीं एवं 12 वीं में विषय संशोधन, अतिरिक्त विषय जोडने, हटाने की भी सुविधा रहेगी।

शासकीय आवास के अदेय प्रमाण-पत्र की आवश्यकता समाप्त

राज्य शासन द्वारा शासकीय आवास गृह¨ं में रहने वाले अधिकारी अ©र कर्मचारिय¨ं क¨ सेवानिवृत्त ह¨ने पर ल¨क निर्माण विभाग द्वारा दिये जाने वाले आवास गृह के अदेय प्रमाण-पत्र क¨ प्राप्त करने की अनिवार्यता क¨ समाप्त कर दिया गया है। इस संबंध में वित्त विभाग ने आदेश जारी किया है। अब सेवानिवृत्ति की तिथि तक शासकीय अधिकारी/कर्मचारी से आवास किराये की राशि वसूल ह¨ने अ©र उक्त तिथि तक किराया बकाया न ह¨ने का प्रमाण-पत्र जारी करने का उत्तरदायित्व निय¨क्ता विभाग का ह¨गा। इसकी जवाबदारी आहरण एवं संवितरण अधिकारी क¨ स©ंपी गयी है। इसी तरह शासकीय सेवक द्वारा जल-कर, विद्युत शुल्क की अंतिम देयक राशि जमा करने की रसीद क¨ ही अमांग प्रमाण-पत्र के रूप में आहरण एवं संवितरण अधिकारी द्वारा मान्य किया जायेगा। अंतिम देयक का आशय शासकीय सेवक द्वारा शासकीय आवास की आधिपत्य से माना जायेगा।

जनपक्षधर पत्रकारिता के सिपाही अरूण कुमार के निधन पर भाकपा-माले ने जताया शोक

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पटना 12 नवंबर 2015, भाकपा-माले बिहार राज्य कमिटी ने कैंसर से जूझ रहे जनपक्षधर पत्रकार अरूण कुमार के निधन पर गहरा शोक जाहिर किया है. पार्टी की राज्य कमिटी की ओर से माले के राज्य सचिव कुणाल ने कहा है कि उनका निधन न केवल पत्रकारिता जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है, बल्कि वाम व जनवादी आंदोलनों ने भी अपना एक साथी खो दिया है. 

अरूण जी की पत्रकारिता में जनता की पक्षधरता स्पष्ट रूप से जाहिर होती रही है, वे लबंे अर्से तक आज के पत्रकारों के लिए प्रेरणा स्रोत बने रहेंगे. अपने बीमारी के दिनों में भी अरूण जी सामाजिक सरोकारों से लगातार जुड़े रहे. माले सचिव ने उनके परिवार के प्रति संवेदना जाहिर की है. 

सीरिया में एयरबेस पर कब्जे की लड़ाई में 100 लोगों की मौत

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बेरुत 12 नवंबर, उत्तरी सीरिया के अलेप्पो प्रांत में इस्लामिक स्टेट(आईएस) के कब्जे वाले क्वेरिस एयरबेस से उसे खदेड़ने के लिए हुई खूनी लड़ाई में 100 से अधिक आतंकवादी, सीरियाई सैनिक तथा उसकी सहयोगी सेना के जवान मारे गये।

सीरिया में जारी संघर्ष में गत 30 सितंबर को रूस एक सहयोगी देश के रूप में शामिल हुआ और तब से यह सीरियाई सेना की सबसे बड़ी जीत है। सीरिया की सेना गत मंगलवार को एयरबेस के पास पहुंची, जहां पिछले दो साल से सैनिक तथा सैन्य अधिकारी दुबके हुए थे। 

ब्रिटेन स्थित मानवाधिकार संगठन सीरियन आॅब्जर्वेटरी फोर ह्यूमैन राइट ने आज बताया कि सीरिया की सेना और आतंकवादियाें के बीच 24 घंटे तक चली लड़ाई में सबसे अधिक आतंकवादी मारे गये और उसके बाद सीरियाई सैनिक तथा सहयोगी देशों के सैनिकों की संख्या है।

युवराज ने हेजल से की सगाई

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नयी दिल्ली,12 नवंबर, इंग्लैंड के तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्राड के एक ही ओवर में लगातार छह छक्के लगाकर ‘सिक्सर किंग’ बने टीम इंडिया के मध्यक्रम के दिग्गज बल्लेबाज युवराज सिंह आखिरकार इंग्लैंड मूल की अभिनेत्री एवं माडल हेजल कीच को दिल दे बैठे और दीपावली के खास मौके पर जगमगाती रोशनियों के बीच उन्होंने हेजल को अंगूठी पहना दी। सोशल मीडिया पर युवराज और हेजल की सगाई की फोटो हैं जिनमें एक सादे कार्यक्रम के दौरान युवी हेजेल को अंगूठी पहनाते हुये दिख रहे हैं। सगाई में परिवार के सदस्यों के अलावा कुछ खास लोग ही पहुंचे थे। 

गौरतलब है कि इस विस्फोटक बल्लेबाज की शादी की खबरें उनके टीम साथी हरभजन सिंह के विवाह कार्यक्रम के दौरान ही उठने लगी थीं। हालांकि ट्विटर में युवराज ने अभी शादी की संभावनाओं से इंकार करते हुये कहा कि वह अगले वर्ष ही परिणय सूत्र में बंधेगे। रिपोर्टों के अनुसार भी युवराज की योजना अगले वर्ष विवाह करने की है और वह पारंपरिक तरीके से चंडीगढ के निकट फतेहगढ साहिब जिले में हंसलीवाला गुरुद्वारा में विवाह बंधन में बंधेंगे। संभावना यह भी जताई जा रही है कि युवराज फरवरी में विवाह कर सकते हैं। 

बिहार में हार के बाद पहली बार मोदी के संबोधन पर सबकी निगाहें

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लंदन 12 नवंबर (वार्ता) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपनी ब्रिटेन यात्रा के दूसरे दिन लंदन के वेमब्ले स्टेडियम में 60 हजार से अधिक भारतीयों को संबाेधित करेगें। बिहार विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) की करारी शिकस्त के बाद प्रधानमंत्री का यह पहला भाषण होगा, जिस पर देश ही नहीं, दुनिया भर के लोगों और मीडिया की निगाहें लगी हुई हैं। 

श्री मोदी ब्रिटेन और तुर्की की पांच दिन की यात्रा के लिए आज रवाना हो गए। उनकी इस यात्रा के दौरान कई अहम मुद्दों पर बातचीत के साथ ही कई समझौते होने के भी संभावना है लेकिन देश में इस वक्त उनके कामकाज के तरीकों पर प्रश्न उठना और बिहार में हार के बाद पार्टी के कई असंतुष्ट नेताओं द्वारा खुले शब्दों में आलोचना उनके 17 महीनों के कार्यकाल का सबसे चुनौतीपूर्ण वक्त माना जा रहा है। ब्रिटेन की मीडिया भी शुक्रवार को वेमब्ले स्टेडियम में चुनाव पर प्रधानमंत्री की प्रतिक्रिया जानने के लिए आतुर है।

‘द इंडिपेंडेंट’ ने ‘भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र माेदी को ब्रिटेन यात्रा से ठीक पहले गहरा झटका’ नामक एक लेख प्रकाशित किया है जिसमें कहा गया है कि श्री मोदी ब्रिटेन में गर्मजोशी से स्वागत की उम्मीद कर रहे हैं जिसमें वेमब्ले स्टेडियम में उनका भाषण भी शामिल है। वह चुनाव में हार के बाद यहां आ रहे हैं और देश में असहिष्णुता को बढ़ावा देने के आरोपों के कारण भी उनकी सरकार पर काफी दबाव है। द गार्डियन ने भी इसी संबंध में प्रकाशित अपने एक लेख में कहा है कि श्री मोदी ने 30 चुनावी रैलियां करके राज्य चुनाव के पारंपरिक तौर तरीके को बदल किया जो अमूमन स्थानीय मुद्दों और क्षेत्रीय नेताओं पर आधारित होता है।

लेख के मुताबिक,“ यह चुनाव हिन्दू कट्टरपंथियों द्वारा मुसलमानों को निशाना बनाए जाने की घटनाओं की पृष्ठभूमि में हुआ। भारत के प्रमुख बुद्धिजीवी देश में बढ़ रही असहिष्णुता की घटनाआें के विरोध में सामने आए हैं। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि भारत में चिंता कितनी व्यापक है लेकिन बिहार में हार इस ओर इशारा कर सकती है कि राष्ट्रीय स्तर पर विकास और स्थानीय स्तर पर सांप्रदायिकता की भाजपा की रणनीति अब प्रभावहीन हो रही है।” 

बिहार में हार की जिम्मेवारी तय करने से भाग नहीं सकते : शत्रुघ्न

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पटना 11 नवम्बर, भारतीय जनता पार्टी के सांसद और फिल्म अभिनेता शत्रुघ्न सिंहा ने आज एक बार फिर पार्टी नेतृत्व पर हमला करते हुए कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव में मिली अपमानजनक हार के लिए जिम्मेवारी तय होनी चाहिए और इससे कोई भाग नहीं सकता है । भाजपा सांसद ने सोशल नेटवर्किंग साईट ट्वीटर पर लिखा है..अब जनादेश आ चुका है और हम सभी इस अपमानजनक हार से दुखी है, हम हार की जिम्मेवारी तय करने से भाग नहीं सकते..। उन्होंने इससे पहले ट्वीट  कर कहा कि मीडिया ने इस तरह की धारणा बनाने की कोशिश की कि उन्होंने सुझाव दिया था कि यदि उन्हें  मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया जाता तो परिणाम कुछ और होते जबकि उन्होंने कभी ऐसा नहीं कहा । 

श्री सिंहा ने आगे लिखा कि उन्होंने सिर्फ यही कहा था कि यदि उन्हें प्रचार के लिए बुलाया गया होता तो स्थिति बेहतर हो सकती थी । उन्होंने कहा कि उनकी इमानदारी, कोशिशों और नेकनीयती के बावजूद जब उन्हें प्रचार से दूर रखा गया तो उनके दोस्तों, मतदाताओं और समर्थकों को निराशा हुई ।  भाजपा सांसद ने कहा कि वह राज्यसभा के सांसद नहीं है । वह जनता के समर्थन से चुनकर आये हैं और दो बार लोकसभा का चुनाव रिकार्ड वोट के अंतर से जीते हैं । उनका एक जनाधार है । उन्होंने कहा कि यदि उनके दोस्तों, प्रशंसकों, मतदाताओं और समर्थकों की चुनाव में उत्साहपूर्ण भागीदारी होती तो निश्चित तौर पर कुछ सीटों पर इसका फर्क पड़ता । 

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर (12 नवम्बर)

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आपसी विवाद मे महिला की मोत

पारा--- बिती दिपावली की रात को ग्राम पंचायत बावडी मे दो पक्षो मे आपसी विवाद के चलते ग्राम के पुर्व सरपंचे की पुत्रवधु की सीर मे गंभीर चोट लगने से मोत होगई। प्राप्त जानकारी के अनुसार यहा से करिब 8 किलोमिटर दुर ग्राम पंचायत बावडी मे पुर्व सरपंच जोगडीया निनामा के पुत्र रमेश की पत्नि अनकी बाई उम्र 45 वर्ष की सीर मे गंभीर चोट लगने के कारण सामुदायीक स्वास्थ्य केन्द्र पारा मे उपचार के दोरान देर रात मोत होगई।बताया जाता हे कि पुर्व सरपंच व वर्तमान उपसरपंच मीठ्ठु निनामा के बिच कई दिनो से आपसी विवाद चल रहा था बुधवार दिपावली की शाम मे करिब 6 बजे के दरमियान इस विवाद ने तब विकराल रुप लेलिया जब जोगडीया का लडका अकरम अपने खेत मे पानी दे रहा था तब मिठु व छितु दोनो भाईयो ने अकरम से विवाद किया ओर कहा की तेरा नम्बर आ गया हे इसी बिच मिठु व छितु के चार पांच साथी भी वहा आगए थे। मिठु की बात का जवाब अकरम ने दिया व गाली गलोच हुई तो दोनो भाईयो ने अकरम पर लठ्ठ से वार किया जिसका  बचाव करने रमेश व उसकी पत्नि अनकी बाई आई जिससे अनकी बाई के सीर मे गंभीर चोट आई जिसे उपचार के लिए तत्काल पारा स्थित सामुदायीक स्वास्थ्य केन्द्र लाया गया जहा उपचार के दोरान घायल अनकी बाई की मोत को गई।वही रमेश व अकरम पत्थरो की चोट से घायल हे।  स्थिति की गंभीरता को देखते हुए पारा चेाकी प्रभारी बी एस बघेल प्रघान आरक्षक मुनेन्द्र कुशवाह व भुरीया जी दलबल सहीत तत्काल घटना स्थल पहुचे व स्थिति को नियंत्रण मे लेकर मामले की गंभीरता को देखते हुए बावडी मे पुलिस बल तेनात कीया गया हे।साथ ही पुलिस ने धारा 147-148-149-336-294-323-506-307 आईपीसी मे प्रकरण दर्ज कर विवेचना मे ले लीया हे।अरोपी अभी फरार बताए जाते हे। इनके विरुद्ध हुआ मामला दर्ज---छितु पिता कलसिह,मिठु पिता भावसिह,रावजी पिता दल्ला,धनसिह पिता भावसिह,दिल्लु पिता भावसिह,अनिल पिता भावसिह,वालु पिता दल्ला सभी जाति निनामा भील निवासी बावडी पुलिस थाना कोतवाली जिला झाबुआ चोकी पारा।

14 नवंबर को कांग्रेस मनायेगी नेहरूजी की 125 वीं जयंती

झाबुआ---स्वतंत्र भारत के प्रथम प्रधानमंत्री एवं देश के महान स्वतंत्रता संग्राम सैनानी पण्डित जवाहरलाल नेहरू की 125 वीं जन्म जयंती स्थानीय जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय पर 14 नवम्बर शनिवार का प्रातः 10 बजे धुमधाम से मनाई जावेगी। जिला कांग्रेस अध्यक्ष निर्मल मेहता, कार्यवाहक अध्यक्ष सुश्री कलावती भरिया, ब्लाॅक कांग्रेस अध्यक्ष हेमचंद्र डामोर एवं शहर कांग्रेस अध्यक्ष बंटु अग्निहोत्री ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आव्हान पर नेहरू जयन्ती पर कई रचनात्मक कार्यक्रम भी आयोजित किये जावेगें तथा देश की सेवा के लिये संकल्प लिया जावेगा। इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरूण यादव, पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं कांग्रेस प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया सहित प्रादेशिक स्तर, जिला स्तर, शहर एवं ब्लाॅक कांग्रेस पदाधिकारीगण, पूर्व विधायकगण, ब्लाक कांग्रेस, शहर कांग्रेस, महिला कांग्रेस, सेवादल, किसान कांग्रेस, युवक कांग्रेस, एनएसयुआई एवं विभिन्न मोर्चा संगठन के पदाधिकारीगण, जनप्रतिनिधिगण, कांग्रेस कार्यकर्ता, सरपंच, पंच, तडवी एवं नगर के गणमान्य विशेष रूप से पण्डित नेहरू को पुष्पाजंलि अर्पित करेगें।

कांग्रेस प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया ने कल्याणपुरा में गहन जनसंपर्क किया

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झाबुआ---आज कल्याणपुरा नगर में झाबुआ, रतलाम और अलीराजपुर लोकसभा उपचुनाव के कांग्रेस प्रत्याशी माननीय कान्तीलालजी भूरिया ने जनसम्पर्क किया एव बाबा मकना देव् मंदिर के दर्शन किये उनके साथ मकना भाई निनामा, रवि राठोड, नगर अध्यक्ष गोरव शर्मा, ब्लाॅक कांगेस अध्यक्ष हेमचंद डामोर, नरेश घोडावत, हंसराज जी पंचाल, कपिल पंचाल, राकेश घोडावत, विलियम भाबर, सूर्या भाई, भारत भाई सेकड़ो कार्यकर्ता साथ थे।

कल्पना भूरिया आज रानापुर में करेंगी कांग्रेस प्रत्याशी का चुनाव प्रचार

झाबुआ---महिला नेत्री कल्पना भूरिया के नेतृत्व में महिलाएॅ आज रानापुर में कांग्रेस प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया के पक्ष मे अपना चुनाव प्रचार करेंगी। वे प्रातः 11 बजे रानापुर पहुंचेगी तथा वहां पर कांग्रेस पदाधिकारियों एवं महिला कार्यकर्ताओं से मिलेगी तथा एक रेली के रूप में ढोल-ढमाकों के साथ नगर के विभिन्न वार्डों में घर-घर जाकर अपना सघन चुनाव प्रचार करेगी तत्पश्चात वे रानापुर ब्लाॅक में बैठक लेंगी। ब्लाॅक महिला कांग्रेस अध्यक्ष धापू गेहलोद, नगर परिषद अध्यक्ष कैलाश डामोर, जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष चंदू पडियार, कांग्रेस नेता देवल परमार, गोपाल सोनी, मुदित शर्मा, अजहर खाॅन, चंदनसिंह गेहलोद, सिराजुद्दीन शेख, रमेश राठौर, अशोक अग्रवाल, वैभव अग्रवाल, श्रीमती ज्योति जैन, मेहमुद भाई जकरिया, मुजम्मीन लाला, डाॅ. भाटी, हरओम दवे, कनुभाई बसेर, बाबू भाई राठौर, रमेश मेडा आदि ने इस रैली में अधिक से अधिक महिलाओं एवं कार्यकर्ताओं को सम्मिलित कर रैली को सफल बनाने की अपील की है।

व्यय रजिस्टर का निरीक्षण 13,16 एवं 19 नवम्बर को

झाबुआ---लोकसभा उप-निर्वाचन 2015 क्षैत्र रतलाम-24 अभ्यर्थियों द्वारा रखे गये निर्वाचन व्यय रजिस्टर का निरीक्षण 13, 16 एवं 19 नवम्बर को जिलाध्यक्ष के सभा कक्ष में व्यय प्रेक्षक द्वारा किया जावेगा। निरीक्षण का समय प्रातः 10.00 बजे से सायं 5.00 बजे तक रहेगा। निरीक्षण अभ्यर्थी स्यवं अथवा उनके द्वारा नियुक्त अभिकर्ता के द्वारा करवाया जाना होगा। यदि अथ्यर्थी या उनका अभिकत्र्ता अपना निर्वाचन व्यय रजिस्टर मय दस्तावेजो के साथ निर्धारित दिनांक को निरीक्षण के लिए प्रस्तुत नहीं करता है तो यह माना जावेगा कि वह लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धारा 77 के अंतर्गत दैनिक निर्वाचन व्यय लेखे रखने में असफल रहा है एवं उनके विरूद्ध विधि सम्मत कार्यवाही की जावेगी।

अवैध फटाको के विक्रय के चार अपराध पंजीबद्ध 

झाबुआ---फरियादि आरोपी ताहेर पिता कुतुबुद्दीन बोहरा, उम्र 25 वर्ष एवं कुतुबुद्दीन पिता अब्बास उम्र 52 वर्ष निवासीगण काकनवानी, आरोपी नारायण पिता हुक्का अमलियार, उम्र 25 वर्ष निवासी मोरझरी तथा सलीम पिता फखरूद्दीन बोहरा, उम्र 50 वर्ष निवासी हरिनगर अवैध रूप फटाकों का विक्रय करते फटाके जप्त किये गये। प्र्रकरण में थाना काकनवानी में अप0क्र0 222, 223,224,225/15, धारा 1884 भारतीय अधि0 की धारा 9-ख का पंजीबद्व कर विवेचना में लिया गया।

चोरी का अपराध पंजीबद्ध 

झाबुआ---फरियादी लोकेन्द्र सिंह पिता नारायणसिंह सोलंकी, उम्र 37 वर्ष, निवासी झाबुआ ने बताया कि अज्ञात आरोपी शंकुतला डामोर के घर के दरवाजे का नकुचा तोड दिया है व घर के अंदर का सामान बिखरा पडा है। मकान मालिक के आने पर पता चलेगा कि कितना सामान चोरी हुआ है। प्रकरण में थाना कोतवाली झाबुआ में अपराध क्रमांक 693/15, धारा 457 भादवि का कायम कर विवेचना में लिया गया।

छतरपुऱ (मध्यप्रदेश) की खबर (12 नवम्बर)

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सूखा राहत के प्रकरण षीघ्र निराकृत करने के निर्देष 
  • दूसरी किष्त में 149 करोड़ रूपये मिले   

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छतरपुर/12 नवम्बर/कलेक्टर डाॅ. मसूद अख्तर ने राजस्व अधिकारियों को निर्देषित करते हुये कहा है कि किसानों की फसल क्षति के षेष सर्वे कार्य को षीघ्र पूरा कर किसानों को सूखा राहत राषि का वितरण करें। उन्होंने आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित सूखा राहत बैठक के दौरान कहा कि राज्य षासन द्वारा पूर्व में जिले को 66 करोड़ रूपये आवंटित किये गये थे। अब दूसरी किष्त में जिले को 149 करोड़ 9 लाख 76 हजार रूपये उपलब्ध कराये गये हैं। इस प्रकार अब तक षासन द्वारा 215 करोड़ 9 लाख 76 हजार रूपये का आवंटन किया जा चुका है। पहली एवं दूसरी किष्त सहित अब तक छतरपुर तहसील के लिये 32 करोड़ 9 लाख 76 हजार रूपये, बड़ामलहरा के लिये 20 करोड़ 10 लाख रूपये, बक्स्वाहा के लिये 12 करोड़ 40 लाख रूपये, लवकुषनगर के लिये 10 करोड़ 50 लाख रूपये, चंदला के लिये 9 करोड़ 73 लाख रूपये, गौरिहार के लिये 18 करोड़ 30 लाख रूपये, नौगांव के लिये 28 करोड़ रूपये, महाराजपुर के लिये 17 करोड़ 70 लाख रूपये, राजनगर के लिये 33 करोड़ 30 लाख रूपये, बिजावर के लिये 17 करोड़ 35 लाख रूपये तथा घुवारा तहसील के लिये 16 करोड़ 7 लाख रूपये की सूखा राहत स्वीकृत की गई है। कलेक्टर डाॅ. अख्तर ने तहसीलदारों से कहा कि किसानों के बैंक खातों में कोषालय के माध्यम से राहत राषि का ई-पेमेंट द्वारा भुगतान कराने के बाद कलेक्टर कार्यालय को सूचित करें। उन्होंने जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के सहायक प्रबंधक श्री पटेरिया को बिना बैंक खाताधारक किसानों के खाते खोलने की कार्यवाही करने के निर्देष दिये। बैठक में जिपं सीईओ डाॅ. सतेन्द्र सिंह, एसडीएम डी.पी. द्विवेदी, रवीन्द्र चैकसे सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।                     

आर्थिक सहायता राषि स्वीकृत

छतरपुर/12 नवम्बर/कलेक्टर डाॅ. मसूद अख्तर ने अनुसूचित जाति वर्ग के 38 संकटापन्न हितग्राहियों को बीमारी के उपचार एवं भरण-पोषण हेतु 2-2 हजार रूपये की तात्कालिक सहायता राषि स्वीकृत की है। लाभांवित होने वाले हितग्राहियों में हरसेवक अहिरवार, लखन अहिरवार, मलखान अहिरवार, नथुवा अहिरवार, रामप्रसाद अहिरवार, मुन्नी कोरी, फूला अनुरागी, विजय अहिरवार, पाना अहिरवार, अषोक अहिरवार, छलिया अहिरवार, चिर्रा अहिरवार, अषोक अहिरवार, लम्पा अहिरवार, खरगा अहिरवार, कु0 रानी अनुरागी, संपत अहिरवार, खिलईया कोरी, भगोला अहिरवार, कुईया अहिरवार, उमा आदिवासी, लछुआ अहिरवार, प्रेमलाल अहिरवार, षारदा अहिरवार, टंटा अहिरवार, कटुवा अहिरवार, हरदास अहिरवार, कु0 आरती अहिरवार, जमनी बाई अहिरवार, सीताराम गौड़, परम लाल अहिरवार, आषाराम अहिरवार, भुवानी बाई अहिरवार, बृजेष अहिरवार, पप्पू सौर, ललती बाई अहिरवार, राजाराम अहिरवार एवं कालीचरण अहिरवार षामिल हैं।   

निरंकार पाठक प्रभारी अधिकारी नियुक्त

छतरपुर/12 नवम्बर/कलेक्टर एवं जिला रजिस्ट्रार जनगणना डाॅ. मसूद अख्तर ने जिले के नगरीय निकायों में जनगणना संबंधी कार्यों का पर्यवेक्षण करने तथा नगरीय क्षेत्र के उप रजिस्ट्रारों को आवष्यक मार्गदर्षन प्रदान करने एवं समय सीमा में त्रुटिरहित कार्य कराने के उद्देष्य से परियोजना अधिकारी, षहरी विकास अभिकरण निरंकार पाठक को तत्काल प्रभाव से प्रभारी अधिकारी नियुक्त किया है। श्री पाठक नगरीय क्षेत्र के वार्डों में भ्रमण कर जनगणना संबंधी कार्य समय सीमा में पूर्ण करायेंगे एवं कार्य की प्रगति से नोडल अधिकारी जनगणना को अवगत करायेंगे। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर तैयार करने एवं आधार व समग्र आईडी नंबर को अपडेट करने का कार्य आगामी 16 नवम्बर से 15 दिसम्बर तक किया जाना है। इस दौरान समस्त तहसील एवं नगर निकाय क्षेत्र में प्रगणक घर-घर दस्तक देकर वांछित जानकारी संग्रहित करेंगे।  

व्यंग : ऐ शहर-ए-लखनऊ तुझे मेरा सलाम है......

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अमाँ मियाँ वह भी क्या जमाना था। जब हमारा हर छोटा बड़ा सिक्का चला करता था। आज तो चवन्नी, अठन्नी और एक रूपए के सिक्के की वकत ही नहीं रही। हम भी नखलऊ में पले-बढ़े, पढ़े, तहजीब तालीम हासिल किया। चवन्नी की एक कप चाय और तीन पत्ती पान की कीमत भी चवन्नी हुआ करती थी। एक रूपए जेब में फिर क्या था पूरा नखलऊ घूमते थे। चवन्नी में सिटी बस पूरे नउवाबी शहर का सैर करती थी, और एक कप चाय तीन पत्ती पान की गिलौरी मुँह में डाले रॉथमैन्स/ट्रिपलफाइव (555 स्टेट एक्सप्रेस) होंठों से लगाए धूआँ उड़ाने के बाद कुल एक रूपए का ही खर्च बैठता था। वाह क्या जमाना था वह भी।

आज तो चवन्नी/अठन्नी का नाम सुनते ही दुकानदार इस कदर घूरता है जैसे किसी भिखमंगे से सामना पड़ गया हो। कुल मिलाकर यह कहना ही बेहतर होगा कि वह जमाना लद गया जब हमारा हर सिक्का चलता था। लखनऊ शहर को सलाम किए अर्सा बीत गया, सुना है कि अब नउवाबों का शहर नखलऊ काफी तब्दील हो गया है। काश! हमने शहर-ए-लखनऊ से मुहब्बत न की होती यहीं अच्छा होता कम से कम आज यह दर्द भरा गीत तो न गाना पड़ता कि- ऐ मुहब्बत तेरे अंजाम (परिणाम) पे रोना आया।

बहरहाल अब न तो नखलऊ में रहता हूँ और न वह जमाना ही रहा जब चवन्नी की ‘कनकइया’ उड़ाकर हम भी नखलउवा खेल में शामिल हुआ करते थे। कित्ता मजा आता था जब हर शाम हजरतगंज की लवलेन (जो अब नहीं है) में गंजिंग करने के नाम पर मटरगश्ती करते थे। हिन्द काफी हाउस में एक रूपए की काफी और घण्टों बैठकर गप्पबाजी। हम फिदाए लखनऊ और लखनऊ फिदाए हम पर। हमारी जवानी के शुरूआती दिनों में मेरे महबूब, पालकी, मेरे हुजूर, गीत फिल्मों की शूटिंग चारबाग रेलवे स्टेशन, पोलोग्राउण्ड, इमाम बाड़ा, मंकीब्रिज (हनुमान सेतु), मेडिकल कालेज, कैसरबाग, अमीनाबाद, नजीराबाद में हुई थी, जिसे देखकर खूब लुत्फ उठाया था। राजेन्द्र कुमार, जितेन्द्र, राज कुमार, माला सिन्हा, साधना जैसी अदाकाराओं को काफी करीब से देखने का मौका हमें नखलऊ में ही मिला था। उसके लिए मुम्बई की मायानगरी तक का चक्कर नहीं लगाना पड़ा था।

पॉकेट में अधिकतम 5 रूपए हुआ करते थे और हमारे ठाट-बाट नउवाबों जैसे। क्या जमाना था जब हम मुख्यमंत्री निवास और राजभवन में बगैर रोकटोक के प्रवेश पा जाते थे। उस समय आटो/टैम्पो का प्रचलन कम ही था। हम लोग ताँगे या फिर रिक्शे पर बैठकर गंतव्य को आते-जाते थे। पैसे वाले चार पहिया टैक्सियों में और नवाब बग्घियों में, मोहनमीकिन्स के मालिकान इम्पाला, शेवरलेट से चलते थे। यह सब लखनऊ की शान-ओ-शौकत थी। भिखमंगे व टुटपुँजिए कम ही दिखते थे। यहाँ तो ऐसे ही लोग उद्यमी/व्यवसाई होकर हम पर ही रोब गालिब करते हैं।

हमारे जमाने में लखनऊ का ‘वजूद’ मिटा नहीं था, और न ही उसकी ऐतिहासिकता को मिटाने का प्रयास लोकतंत्रीय शासकों द्वारा किया गया था। हमें पता चला है कि अब तो लखनऊ काफी विस्तारित एवं परिवर्तित हो चुका है। शायद यही वजह भी है कि अब पर्यटक और बालीवुड के फिल्मकारों ने लखनऊ से मुँह मोड़ लिया। हुसैनाबाद का घण्टाघर, चारबाग रेलवे स्टेशन, खम्मनपीर बाबा, ऐशबाग की फ्लोर मिल, यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री, मवइया, टेढ़ी पुलिया, आलमबाग का चौराहा, ब्लण्ट स्क्वायर, नत्था होटल, के0के0सी0, हुसैनगंज, बर्लिंग्टन चौराहा, विधान भवन, जी0पी0ओ0, हजरतगंज का इलाहाबाद बैंक, अशोक मार्ग, डी.एस. आफिस, कोतवाली, मैफेयर सिनेमा, रायल कैफे, चौधरी स्वीट्स, लालबाग नावेल्टी सिनेमा, झण्डे वाला पार्क, नजीराबाद के कबाब की दुकानें, यहियागंज के वर्तन भण्डार, राम आसरे की मिठाइयाँ, पान दरीबा, गन्दा नाला, नाका हिन्डोला, गणेशगंज, गड़बड़झाला, दिलकुशा, ला मार्टीनियर, गोमती नदी, लखनऊ यूनिवर्सिटी, आई.टी.आई चौराहा, रेजीडेन्सी-बारादरी, इमाम बाड़े, रूमी दरवाजा की बहुत याद आती है। 

डालीगंज का हनुमान मन्दिर, लखनऊ की छत्तर मंजिल, शहीद स्मारक को भूल नहीं पा रहा हूँ, ग्लोब पार्क, रविन्द्रालय सभी मेरी जेहन में हैं। लखनऊ को वहाँ के वासिन्दे नखलऊ बोलते हैं, अब शायद ऐसा न होता हो, लेकिन बड़ा मजा आता था, जब दो नखलउवा आपस में बातें करते भौकाल मारते और एक से एक धाँसू लन्तरानियाँ मारते। ताँगों से चलने वाले नवाबों के एक हाथ में छड़ी और दूसरे में छाता हुआ करता था। शेरवानी, अचकन वल्लाह क्या खूब जमते थे इन परिधानों में वे लोग। एक जेब में भूने चने, दूसरी में सूखे मेवे और तीसरी जेब में इलायची, लौंग तथा चौथी में कन्नौज का इत्तर रखने वाले ये पुराने नउवाब जब भी किसी से मिलते थे तब बाद दुआ-सलाम खैर सल्लाह के सूखे मेवे रखे पाकेट में हाथ डालकर उसे प्रस्तुत करते थे। यह भी कहते थे कि भाई नवाबी भले ही चली गई, लेकिन हम है तो खानदानी नवाब। और इस तरह अपनी प्रशंसा स्वयं करते थे। फिर इत्र लगाकर अलविदा कहते थे। हमें उनकी यह अदा काफी पसन्द आती थी।

हम लखनऊ शहर के तमाम ऐसे हिस्सों का भ्रमण करते थे, जहाँ अमीर लोग मौज-मस्ती के लिए जाया करते थे। खाला बाजार, चावल वाली गली, नक्खास, नादान महल रोड, पुराना चौक लखनऊ..........आदि। अब तो बस उन्हें याद करके ही सन्तोष करता हूँ। कुल मिलाकर लखनऊ में हमारा हर सिक्का चलता था और हम उस नवाबी श्ज्ञहर को याद करके यह गुन गुनाते हैं- ऐ शहर-ए-लखनऊ तुझे मेरा सलाम है, तेरा ही नाम दूसरा जन्नत का नाम है। फिलहाल बस।




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-डॉ. भूपेन्द्र सिंह गर्गवंशी
अकबरपुर, अम्बेडकरनगर (उ.प्र.)
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