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झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर (15 नवम्बर)

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खेती से अब किसान का पेट नही भरता--मुख्यमंत्री शिवराज सिह चोहान

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पारा---रतलाम-झाबुआ लोकसभा उप चुनाव को लेकर आज रविवार को भाजपा प्रत्याषी सुश्री निर्मला भूरिया को प्रचण्ड मतों से विजयी बना कर संसद में प्रतिनिधित्व करने के लिये नगर के विवादीत खेल मेदान पर मेदान मालीक से अनुमति लेकर जनसभा का आयोजन किया गया ज्ञात हे कि दस साल पहले इसी सरकारी मेदान पर स्व विधायक पवेसीग पारगी के समय श्री चोहान की जनसभा  बिना अनुमति के हुई थी आज यह मेदान भुमाफीया के कब्जे मे हे दस सालो मे इस सरकारी मेदान को कतीपय भ्रश्ट अधिकारीयेा ने यह मेदान भुमाफीयाओ के नाम करदीया। आज इसी मेदान मे प्रदेष के मुख्यमंत्री षिवराजसिंह चैहान ने हजारों की संख्या में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा की पारा क्षेत्र का विकास करने मे कोई कमी नही रखुगा। बिजली की समस्या पर कहा की अब बिजली 15हजार चार सो मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा जिससे इस की कोई समस्या नही रहेगी बिजली गांव गाव फलिए फलिए मे लगेगी बिजली के बिना विकास नही हे। वही पारा ककी जल समस्या पर पारा को षुद्ध पानी देने का वादा किया। कालेज मे पढने वाले सभी भांजे भाजियो केा स्र्माट फोन देने का कहा साथ मेरीट मे आने वालो को लेपटाप देने का वादा किया वही समान्य वर्ग के गरीब बच्चो को भी अब से स्कालरषिप देने की धोशणा की। साथ ही गांव के बच्चो को गांव मे छोटे छोटे उधोग लगानेके लिए  कहा की इससे गांव केही लोगो रोजगार मिलेगा श्री चोहान ने कहा की खेती स ेअब सब का पेट नही भरता हे इसलिए छोटे छोटे उधोग जरुरी हे। कांगेस को आडे हाथे लेते हुए कहा की कांग्रेस कहती हे की झाबुआ जिले की जनता हमारे जेब मे हे इसलिए इसके बहकावे मे मत आना। मे पारा व पेटलावद क्षेत्र का विकस चाहता हु यह चुनाव विकास का चुनाव हे। इसलिए निर्मला भुरीया को अपना मत देकर विजयी बनाना हे।निर्मला की जित क्षेत्र के विकास की जित हे। वही पारा के खेल मेदान की जनता द्वारा मांग को श्री चोहान ने कहा की मंेदान मिल जायेगा अभी अचार संहीता हे मेदान को लेकर नारे लगा रहे लडको आष्वासन देकर षांत किया। इय अवसर पर स्व दिलीप सिह भुरीया व पारा के कद्दावर नेता स्व ठाकुर विजेन्द्र सिह राठोर को याद कर श्रद्धांजली भी दी। इससे पंचायत मंत्री गोपाल भार्गव व निर्मला भुरीया ने भी संबोधित कीया भाजपा के पक्ष मे मतदान करने की अपील की। इससे पुर्व क्षेत्र के सभी नेताओ ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया इस अवसर पर सरदार पुर के विधायक वेलसिह भुरीया विधायक प्रमिला सिह छितुसिह मेडा सोमसिह सोलकी कुवर गजेन्द्र सिह राठोर ओकार सिह डामोर अमृत राठोर आन्द सरतीया दीलीप डावर सरदार डावर प्रकाष छाजेड,सेकुरावत कुजरसिह रावत राजेश पारगी षेलेन्द्र राठोर,मदन भुरा राघुसिह भुरीया चेनसिह बारीया इ्रन्दुबाला डामोर,कमला सेालंकी सावीत्री डावर सहीत क्षेत्र के र्कइ पंच सरपंच व भातपा के कार्यर्ता उपस्थित थे।

कल मुख्यमंत्री की 5 जनसभाऐं होगी ।

झाबुआ । भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याषी सुश्री निर्मला भूरिया को प्रचंड मतों से संसदीय उप चुनाव में विजयी बनाने के लिये प्रदेष के मुख्यमंत्री षिवराजसिंह चैहान  17 नवम्बर को संसदीय क्षेत्र में 5 विषाल जन सभाओं को संबोधित करेगें । प्रातः 11-30 बजे  मुख्यमंत्रीजी छकतला में, 12-30बजे आमखुट में दोपहर 1-30 बजे पिटोल में मतदाताओं को संबोधित करेगें । वही दोपहर 2-30 बजे सरवन  रतलाम, एवं 3-30 बजे मांगरोद रतलाम गा्रमीण में जन सभा को संबोधित करेगें । भारतीय जनता पार्टी ने नागरिकों से अपील की है कि अधिक से अधिक संख्या में मुख्यमंत्री की जनसभा में उपस्थित रह कर सभा को सफल बनावे । उक्त जानकारी मीडिया प्रभारी राजेंद्र सोनी ने दी ।

महिला मोर्चा की बैठक मे निर्मला भूरिया को जीताने का लिया संकल्प ।

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झाबुआ । लोकसभा उप चुनाव में भारतीय जनता पार्टी  प्रत्याषी सुश्री निर्मला भूरिया को रेकार्ड मतों से विजयी बनाने में महिलाओं की भागीदारी सुनिष्चित करने के लिये रविवार को  भाजपा महिला मोर्चा की पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं की  बैठक आयोजित कर उनकी निर्वाचन में सक्रिय भूमिका के बारे में विस्तार से मार्गदर्षन दिया गया । बैठक में पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं अजजा मोर्चे के राष्ट्रीय अध्यक्ष फग्गनसिंह कुलस्ते, इन्दौर नगरनिगम की महापौर श्रीमती मालिनी गौड, भाजपा नेता गोपीकृष्ण नीमा, संगठन मंत्री मोहनगिरी, हुकुमचन्द गुप्ता एवं जिला भाजपा अध्यक्ष शैलेष  दुबे  उपस्थित थे । श्री कुलस्ते एवं श्री नीमा ने महिला मोर्चे की सक्रिय भूमिका के बारे में मार्गदर्षन देते हुए महिला नेत्रियों को घर घर जाकर सुश्री निर्मला भूरिया के चुनाव चिन्ह कमल के फुल पर निषान लगाने के लिये प्रत्येक परिवार में संपर्क कर मोदी सरकार एवं प्रदेष की षिवराजसिंह सरकार के विकास एवं योजनाओं के बारे में जानकारी देकर उन्हे भाजपा प्रत्याषी के पक्ष मे मतदान के लिये प्रेरित करने का आव्हान किया । इन्दौर ननि की महापौर श्रीमती मालिनी गौड ने महिलाओं से आग्रह किया कि वे निर्मला भूरिया के पक्ष में हर घर पर जाकर वातावरण निर्माण करें तथा प्रत्येक परिवार से संपर्क कर भाजपा की कल्याणकारी नीतियों के बारे में बतावे । बैठक का संचालन हुकुमचंद गुप्ता ने किया । र्बैठक मे सभी महिलाओं ने सुश्री भूरिया को प्रचण्ड मतों से विजयी बनाने का संकल्प लिया ।

भाजपा पदाधिकारियों की बैठक में चुनाव रणनीति की व्यूह रचना पर हुई चर्चा ।

झाबुआ । रतलाम- झाबुआ संसदीय उप चुनाव में भाजपा प्रत्याषी सुश्री निर्मला भूरिया की प्रचंड मतो से विजयश्री दिलाने के लिये भाजपानगर मंडल के पदाधिकारियों, विभिन्न मोर्चो के पदाधिकारियों, की आवष्यक बैठक एमटू सभागर में  आयोजित की गई । बैठक में पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं अजजा मोर्चे के राष्ट्रीय अध्यक्ष फग्गनसिंह कुलस्ते, इन्दौर नगरनिगम की महापौर श्रीमती मालिनी गौड, भाजपा नेता गोपीकृष्ण नीमा, संगठन मंत्री मोहनगिरी, हुकुमचन्द गुप्ता, विधायक प्रदीप अग्रवाल, पुष्पेन्द्र पाठक, नगर मंडल अध्यक्ष गोपालसिंह पंवार ने भाजपा पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं से इस चुनाव में योजनाबद्ध तरिकें से सुश्री निर्मला भूरिया के पक्ष में वातावरण निर्माण करने के लिये तथा घर घर जन संपर्क के बारे में रूपरेखा तेयार की गई । श्री फग्गनसिंह कुलस्ते एवं मोहनगिरी ने विस्तार से भाजपा के पक्ष में कार्य करने तथा मतदाताओं को भाजपा के पक्ष में मतदान करने के लिये मार्गदर्षन प्रदान किया ।

प्रदेष की षिवराज  एवं केन्द्र की मोदी हुकुमत ने अल्पसंख्यक मुस्लिमों के लिये ढेरो सौगाते दी - इरफान एहमद
  • कांग्रेसी राज में मुस्लिमों को केवल पाकेट वोट के अलावा कुछ नही माना- हाजी इनायत हुसैन
  • जिलास्तरीय भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चे की बैठक में भाजपा को विजयी बनाने की अपील की ।

झाबुआ । केन्द्र में कांग्रेसी हुकुमत के दौरान राजीव गांधी के वजीरे आजम के कार्यकाल में  नागरिक उड्डयन मंत्री के रूप  में आरीफ मोहम्मद खान एवं गुलाब नबी आजाद  विभाग के वजीर होने के बाद भी मुस्लिमों की हज यात्रा के लिये कई बार ज्ञापन दिये जाने के बाद भी मुस्लिमों को हजयात्रा में माकुल सुविधायें मुहैया नही हो पाई थी । और देष के चार महानगरों में ही हजारों हाजियों को हज यात्रा के लिये परेषान होना पडता था । उन्हे बिदा करने साथ जाने वाले रिष्तेदारों को भगा दिया जाता था । केन्द्र में अटल बिहारी के प्रधानमंत्री बनने के बाद नागरिक उड्डयन विभाग के मंत्री सैयद शाह नवाज हुसैन के मंत्री बनने के बाद ही हाजियों को बेहतर सुविधायें देने के लिये देष भर में 14 पाईंट बनाये गये जिससे हज यात्रियों को बेहतर सुविधायें देने का सिलसिला शुरू हुआ था । मध्यप्रदेष में भी षिवराजसिंह चैहान के मुख्यमंत्री बनने के बाद बेहतर से बेहतर सुविधायें मुस्लिम हज यात्रियों को देने का क्रम प्रारंभ हुआ और मुस्लिमों के हमदर्द मुख्यमंत्री ने भोपाल में हज हाउस बनाने के साथ ही बेहतर से बेहतर सुविधायें देकर तमाम दिक्कतों को दूर करने का काम किया है । कांग्रेस नेतागण भाजपा के बारे में अनर्गल बाते कर भ्रम फैलाने का काम करते रहे है । देष में 20 प्रतिषत मुस्लिम आबादी हमेषा से ही मुस्लिमों को वोट देती रही है और कांग्रेस इसे अपनी पाकेट का वोट समझती रही है । मध्यप्रदेष में षिवराजसिंह चैहान ने प्रदेष के विकास में रोजगारोन्मुखी कार्यो की शुरू की  सडकों का निर्माण करवा कर यातायात सुविधाओं मे बढोत्री की  तथा अल्पसंख्यकों की तमाम समस्याओं का निराकरण प्राथमिकता के आधार पर कर कई योजनायें लागू कर इस समाज के उत्थान के लिये कदम उठाये है। सिर्फ भाजपा ही ऐसी पार्टी है जिसने हाजियों की सुख सुविधाओं के साथ ही भोपाल के बाद अब इन्दौर में भी हज टर्मिनल स्थापित करने का काम षुरू कर दिया है । भाजपा मुस्लिमों एवं अल्पसंख्यकों के सर्वागिण विकास के लिये कोई कसर बाकी नही रख रही है इसलिये हम सबका भी दायित्व है कि भाजपा को इस संसदीय सीट पर प्रचंड मतो से जीताने के लिये घर घर सन्देष पहूंचावे एवं मतदाताओं को प्रेरित करें कि आगामी 21 नवम्बर को इवीएम मषीन में कमल के निषान का बटन दबा कर बहिन निर्मला भूरिया को पार्लियामेंट में पहूंचावे । उक्त उदबोधन भाजपा के राष्ट्रीय अल्प संख्यक मोर्चे के  राष्ट्रीय उपाध्यक्ष  इरफान एहमद ने जिलास्तरीय भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चे की बैठक में जिले भर से आये भाजपा अल्प संख्यक मोर्चे के पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं, गणमान्य जनों की बैठक को संबोधित करते हुए कही । जिला  मुख्यालय पर आयोजित भाजपा जिला अल्पसंख्यक मोर्चे की इस अहम बैठक में  हाजी इनायत हुसैन चेयरमेन प्रदेष हज कमेटी, हिदायतुल्ला शेख प्रदेषाध्यक्ष अल्प संख्यक मोर्चा,इरफान एहमद राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अल्पसंख्यक मोर्चा,गोपीकृष्ण नीमा शकील भाई प्रदेष उपाध्यक्ष, तारीक भाई प्रदेष कार्यकारीणी सदस्य, रियाज सिद्दकी, युसुफ बागवान, राजाजी सिद्दकी तथा जिलाध्यक्ष हज कमेटी सईद मकरानी मंच पर बिराजित थे । राष्ट्रीय उपाध्यक्ष इरफान एहमद ने बैठक को संबोधित करते हुए आगे कहा कि  कांग्रेस के लोग भ्रम जाल फैला कर मुस्लिमों को भ्रमित करने के काम के अलावा कुछ नही कर रहे है । राहूलगांधी विदेषों से बोलने कीट्रेनिंग लेकरआये है ।केन्द्र की  मोदी सरकार न अल्प संख्यकोे के लिये 4-5 योजनायें ऐसी लागू की है जिससे मुस्लिम लोगों के जीवन में बेहतरी आई है  और योजनाओं का लाभ मुस्लिमो को मिल रहा है । उन्होने मोदी सरकार की स्वच्छ भारत अभियान की योजना, जनधन योजना का जिक्र करते हुए इसे जनकल्याणकारी कदम बताया । मुस्लिमों के लिये  कौषल विकास योजना से रोजगारोन्मुखी अवसर प्राप्त होना षुरू हो गये है । प्रधानमंत्री की मेक इन इण्डिया योजना के माध्यम से भी रोजगार के अवसर बढे है । मध्यप्रदेष हज कमेटी के चेयरमेन हाजी इनायत हुसैन कुर्रेषी ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि कौम की भलाई के लिये भाजपा में आये आप सभी को समाज की भलाई के लिये सियासत करना चाहिये । पूरी दुनिया  की आपपर नजर रहे कि जन कल्याण के लिये आप काम कर रहे है । भाजपा में लोग पूरी सिद्दत के साथ ईमानदारी से काम कर रहे है और मुसलमान होने के नाते भाजपा का काम करने से किसी प्रकारकाभय नही रहना चाहिये । सच्चा मुसलमान केवल अल्लाह से डरता है किसी ओर से नही । उन्होने मुस्लिम भाईयो से गुजारिष की कि भाजपा के प्रधानमंत्री एवं प्रदेष के मुख्यमंत्री के समाज उत्थान के कामों को आगे बढाये और लोगों को लाभान्वित करें । उन्होने झाबुआ,आलीराजपुर एवं रतलाम जिले के मुस्लिमक भाईयों से कहा कि कांग्रेस के सांसद ने कभी भी कोई ऐसा काम किया है जिसे गिनाया जासकें । भाजपा आप सभी के विकास एवं तरककी के लिये सदासाथ है और साथ रहेगी ।मुख्यमंत्री की जिरो प्रतिषत ब्याज योजना, मुख्यमंत्री निकाह योजना ,से मुस्लिम समाज में तरक्की के नये अवसर दिखाई देने लगे है । कांग्रेस पार्टी ने आप सभी का काफी नुकसान किया है । वह आपस में भाई चारे की भावना को नही चाहती है और दंगा करवा कर मतभेद पैदा करने का काम कर रही है । श्री  कुर्रेषी ने आगे कहा कि  किसी भी बात को लेकर भाजपा पर आरोपलगा देना बेइंसाफी होगी । आप सभी 21 नवम्बर को सबसे पहले जाकर भाजपा के पक्ष में मतदान करें इसके बाद परिवार, मोहल्ले को भाजपा को वोट देने के लिये प्रेरित करें ।श्री कुर्रेषी ने भापाल के बाद अब इन्दौर में भी हज हाउस निर्माण की बात कहते हुए कहा कि यहा एक ही दिन में हाजियों को बिना परेषानी के काम हो जाता है । मेरा सन्देष है कि अल्लाह के बंदो के लिये पूरे जिले में भाजपा को वोट देने का माहौल फैला दो  कौम की भलाई के लिये आप भाजपा के साथ ही रहो । बैठक को पूर्व विधायक एवं भाजपा नेता गोपी कृष्ण नीमा ने भी संबोधित करते हुए लोक सभा उप चुनाव को जम्बुरियत का जष्न मानते हुए भाजपा को अल्पसंख्यकों के सर्वागिण उत्थान एवं विकास की पार्टी बताया तथा नौजवानों से आग्रह किया  िकवे घर घर जाकर कांग्रेस के भ्रमित करने वाले बयानों से साधान रखे । श्री नीमा ने केन्द्र की मोदी सरकार एवं प्रदेष की षिवराजसिंह सरकार  की विभिन्न योजनाओं, गरीब नवाज यात्रा के लिये तीर्थ दर्षन योजना सहित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी । तथा भाजपा को इस उप चुनाव में प्रचंड बहुमत से विजयश्री दिलानें का आग्रह किया । कार्यक्रम का संचालन हज कमेटी के जिलाध्यक्ष सईद मकरानी ने किया तथा आभार प्रदर्षन इरषाद कुर्रेषी ने माना ।

सेवा  निवृत जिला पंजीयक लक्ष्मणसिंह गामड ने मुख्यमंत्री के समक्ष ली भाजपा की सदस्यता 
  • मुख्यमंत्री ने किया स्वागत

झाबुआ---जिला मुख्यालय पर पदस्थ रहे सेवा निवृत जिला पंजीयक एवं कलेक्टर आफ स्टांप लक्ष्मणसिंह गामड ने रविवार को लोक सभा उप चुनाव में भाजपा प्रत्याषी सुश्री निर्मला भूरिया को प्रचण्ड मतों से विजयी बनाने के लिये करवड में आयोजित विषाल जनसभा के लिये आये प्रदेष के मुख्यमंत्री षिवराजसिंह चैहान के समक्ष भारतीय जनता पार्टी की जनकल्याणकारी नीतियों, प्रदेष एवं देष भर में भाजपा सरकार द्वारा किये जारहे विकासोन्मुखी कार्यो के अलावा पार्टी की रीति नीति से प्रभावित होकर भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की । इस अवसर पर भाजपा प्रत्याषी विधायक निर्मला भूरिया, अनोखीलाल मेहता, विनोद भंडारी सहित हजारों की संख्या में अंचल के दूर दराज से आये गा्रमीण जन उपस्थित थे । मुख्यमंत्री षिवराजसिंह चैहान ने श्री गामड का भाजपा का दुपट्टा डाल कर तथा पुश्पमालाओं से भाजपा प्रवेष करने पर उनका सम्मान किया। श्री लक्ष्मणसिंह गामड के भाजपा प्रवेष करने पर उन्होने कहा कि आदिवासी समाज में लोगों के उत्थान एवं प्रदेष एवं केन्द्र सरकार विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं एवं कार्यक्रमों का लाभ दिलाने के लिये वे एक सच्चे भाजपा कार्यकर्ता के रूप  में अपनी सक्रिय भूमिका का  निर्वाह करेगें तथा भाजपा के लिये सतत कार्य करते रहेगें । स्ेावा निवृति के पूर्व तक अपने मृदु व्यवहार के कारण लक्ष्मणसिंह गामड पूरे अंचल ही नही प्रदेष स्तर पर अपनी पहचान बनाने में सफल रहे है । सेवा ही यज्ञ है, तीर्थ है, तप के ध्येय वाक्य को लेकरा गामड ने ईमानदारी पूर्वक सौपे गये कार्यो का निर्वह किया । 4 मार्च 1975 को कलेक्टर कार्यालय झाबुआ में निम्नश्रेणी लिपिक के पद से उनकी सरकारी सेवा षुरू हुई, जुलाई 82 में वे पंजीयन विभाग के मुख्य लिपिक के पद पर पदोन्नत हुए । लोकसेवा आयोग से अगस्त 1992 में सब रजिस्ट्रार पद के लिये चयन हुआ और इस पद पर वे इन्दौर ,आश्टा, बदनावद, देवास,रतलाम,आलोट 2009 तक रहे । 2009 में उन्हे जिला पंजीयक पद पर पदोन्नत किया गया और षहडोल में उनकी पदस्थी हुई । इसके बाद वे उमरिया,अनुपमुर,खण्डवा,बुरहानपुर मे रहे तथा 2013 से झाबुआ में रजिस्ट्रार के रूप  में कार्य कर रहे थे । वे 1982 में आदिवासी विकास परिशद के जिलाध्यक्ष रहे 1985 में अजाक्स अध्यक्ष के रूप  में उल्लेखनीय कार्य किया । 1987-88 में जाईन्ट्स ग्रुप के चेयरमेन रहे, 1988 में मध्यप्रदेष तृतीय श्रेणी कर्मचारी संघ के अध्यक्ष के रूप  में अपनी भूमिका का सफल निर्वाह कर चुके है । श्री गामड के भाजपा प्रवेष पर विधायक षांतिलाल बिलवाल, कलसिंह भाबर, नागरसिंह चैहान, माधोसिंह डावर, जिला भाजपाध्यक्ष षैलेश दुबे, जिला महामंत्री प्रवीण सुराणा,प्रदेष कार्यकारिणी सदस्य दोलत भावसार, विजय नायर आदि ने उन्हे बधाईया दी है ।

गांव-गांव और घर-घर पहुचा कांग्रेस का चुनाव प्रचार
  • आज कमलनाथ,सचिन पायलट और कल 17 नवम्बर को दिग्विजयसिंह की चुनाव सभाएं

झाबुआ---रतलाम-झाबुआ संसदीय उप चुनाव के कांगे्रस प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया के समर्थन में चुनाव प्रचार जोर पकड चुका है । कल पूर्व केन्द्रीय राज्यमंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने थांदला, पेटलावद और रतलाम में चुनाव सभाओं को संबोधित करते हुए उप चुनाव में कांगे्रस प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया को भारी मतों से विजयी बनाकर वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा की उलटी गिनती शुरू करने का आव्हान किया । चुनाव प्रचार के सघन अभियान के अन्र्तगत 16 नवम्बर को वरिष्ठ नेता पूर्व केन्द्रीय मंत्री कमलनाथ और पूर्व केन्द्रीय राज्यमंत्री सचिन पायलट संसदीय क्षेत्र में तीन विशाल आमसभाओं को संबोधित करेंगे। पूर्व मुख्यमंत्री एवं अखिल भारतीय कांगे्रस कमेटी के महासचिव दिग्विजयसिंह 17 नवम्बर को रतलाम ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र और सैलाना विधानसभा क्षेत्र में कांगे्रस की चुनाव सभाओं को संबोधित करेंगे । 

कमलनाथ आलीराजपुर और भाबरा में लेंगे चुनाव सभाएं
पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं सांसद कमलनाथ 16 नवम्बर को हेलीकाप्टर से दोपहर एक बजे आलीराजपुर पहुंचेगे और वहां कांगे्रस प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया के समर्थन में आयोजित कांगे्रस की विशाल आमसभा को संबोधित करेगे । कांगे्रस के वरिष्ठ नेता की दूसरी आमसभा अपरान्ह 2.30 बजे भाबरा में होगी ।

सचिन पायलट नामली में सभा को संबोधित करेंगे
कांग्रेस के युवा नेता एवं पूर्व केन्द्रीय राज्यमंत्री सचिन पायलट कांगे्रस प्रत्याशी श्री भूरिया के समर्थन में 16 नवम्बर को रतलाम ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के नामली में दोपहर एक बजे कांगे्रस की विशाल आमसभा को संबोधित करेंगे ।

दिग्विजयसिंह 17 नवम्बर को दो चुनाव सभाएं लेंगे
 पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांगे्रस के राष्टीय महासचिव दिग्विजयसिंह भी कांगे्रस प्रत्याशी के चुनाव प्रचार के लिए 17 नवम्बर को हेलीकाप्टर से पहुंच रहे हैं । वे सुबह 11.30 बजे रतलाम ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के पीपलखूंटा में कांगे्रस की विशाल आमसभा को संबोधित करेंगे । श्री सिंह पीपलखूंटा के बाद दूसरी आमसभा दोपहर एक बजे सैलाना विधानसभा क्षेत्र के शिवगढ में लेंगे । आपकी तीसरी चुनाव सभा इसी विधानसभा क्षेत्र के सरवन मे अपरान्ह 2.30 बजे होगी ।

मुख्य मंत्री के एक हफ्ते के पडाव ने लिख दी, भाजपा की पराजय की पटकथा: कांगे्रस

झाबुआ---जिला कांगे्रस कमेटी के अध्यक्ष निर्मल मेहता, कार्यकारी अध्यक्ष कलावती भूरिया, चुनाव संचालक शंातिलाल पडियार और प्रवक्ता द्वय आचार्य नामदेव एवं हर्ष भटट ने आज जारी बयान मे कहा है कि भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेशाध्यक्ष नंदकुमारसिंह चैहान,संगठन महासचिव अरविंद मेनन और इन्दौर के भाजपा विधायक रमेश मेंदोला की तिकडी के दम पर उप चुनाव आसानी से जीत लेने का सपना देखा था, किन्तु कांगे्रस प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया के समर्थन में कांगे्रस के आक्रामक प्रचार ने पिछले एक पखवाडे में उप चुनाव की फिजा इस कदर बदल दी है कि भाजपा नेतृत्व को पार्टी प्रत्याशी की पराजय साफ दिखाई देने लगी है । चुनाव प्रचार के आधार पर जो ताजा हालात बने हैं उन्होेेंने भाजपा के लिए खतरे की घंटी बजा दी है । खुफिया रिपोर्ट भी भाजपा के खिलाफ जा रही बताते है। इसीका नतीजा है कि मुख्यमंत्री को राजधानी भोपाल में अपना सारा राजकाज छोडकर ताबडतोड 13 से 19 नवम्बर तक एक सप्ताह के लिए संसदीय क्षेत्र में अपना पडाव डालने के लिए मजबूर होना पडा है । एक तरह से भाजपा की संभावित हार को जीत में बदलने के लिए पडाव के रूप में भाजपा ने अपनी अंतिम ताकत लगा दी है । कांगे्रस के नेताओं ने कहा है कि भाजपा की तिकडी की आजमाई हुई रणनीतियां आदिवासी जनसंख्या प्रधान रतलाम-झाबुआ संसदीय क्षेत्र में पूरी तरह फेल हो चुकी हैं । पेटलावद में भागवत कथा के समय साडी-बर्तन बाटने की घटना ने इन्दौरी विधायक रमेश मेंदोला की चुनाव लडने की इन्दौरी स्टाइल औधे मुंह गिर चुकी है । भाजपा इस स्टाइल को अपनी जीत की गारंटी मानकर चल रही थी । बयान में आगे कहा गया है कि मुख्ख्यमंत्री जब अपने लाव-लश्कर और आश्वासनों की भारी भरकम पोटली एवं अपने पदेन रूतबे के साथ एक दो दिन नहीं,पूरे एक हफ्ते के लिए संसदीय क्षेत्र को अपना स्थाई निवास बना लें तो यह मध्यप्रदेश के इतिहास की पहली घटना है । शिवराजसिंह अपने मुख्यमंत्रीत्तवकाल में दो लोकसभा चुनाव करा चुके हैं किन्तु किसी भी संसदीय क्षेत्र में उन्होने इतना लम्बा पडाव नहीं डाला था । कांग्रेस नेेेेेेताओं ने कहा है कि मुख्यमंत्री की यह आकस्मिक कोशिश उप चुनाव में भाजपा की हालत स्वयं बयान कर रही है । कांगे्रस नेताओं ने मुख्यमंत्री की इस हडबडाहट का जिक्र करते हुए आगे कहा है कि वे इस एक सप्ताह में संसदीय क्षेत्र में 28 सभाऐं लेकर यह साबित कर रहे हैं कि रतलाम-झाबुआ संसदीय क्षेत्र के इस उप चुनाव में भाजपा की हार की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है 

पेटलावद ब्लास्ट के मुख्य आरोपी भाजपा नेता को बचाने के लिए हुई महिलाओं की गिरफ्तारी
  • कांग्रेस नेत्री कलावती भूरिया ने सरकार पर लगाया निकम्मेपन का आरोप

झाबुआ---जिला कांगे्रस कमेटी की कार्यकारी अध्यक्ष एवं कांगे्रस नेत्री कलावती भूरिया ने आज जारी बयान में भाजपा सरकार पर सीधा आरोप लगाया है कि वह 100 निर्दोष लोगों को मौत घाट उतारने वाले पेटलावद ब्लास्ट के मुख्य आरोपी भाजपा नेेता राजेन्द्र कांसवा को गिरफ्तारी से बचाने की पूरी कोशिश कर रही है । अब यह साबित हो चुका है कि कांसवा जिंदा है और वह इसी म0प्र0 की धरती पर कहीं ऐसी गुप्त जगह पर शरण लिये हुए है, जहां पुलिस तो पहुचने की हिम्मत भी नहीं कर सकती । 21 नवम्बर का मतदान निकट देखकर संसदीय क्षेत्र के मतदाताओं का ध्यान बांटने के लिए राजेन्द्र कांसवा के भाई नरेन्द्र और फूलचंद की पत्नियों को गिरफ्तार करने में अपनी बहादुरी सरकार ने दिखाई है । इन महिलाओं पर यही आरोप है कि कांसवा की विस्फोटक सामग्री का अवैध भण्डारण जिस जमीन पर जब्त हुआ है वह जमीन इन महिलाओं के नाम पर है । पुलिस ने कांसवा परिवार की महिलाओं को ब्लास्ट काण्ड में सह-आरोपी बनाया है । सवाल यह है कि इन दोनो महिलाओं की गिरफ्तारी ऐन मतदान के पहले ही क्यों की गई ? इस मामूली औपचारिकता में आखिर दो महीने क्यों लगाये गये । कलावती भूरिया ने अपने बयान में आगे कहा है कि कोई भी यह स्वीकार नहीं करेगा कि  मध्यप्रदेश की पुलिस इस समय इतनी अक्षम नहीं है कि वह राजेन्द्र कांसवा को जेल के सीखचों के पीछे न कर सके । आपने आरोप लगाया है कि अपने राजनीतिक स्वार्थ को साधने के लिए मुख्यमंत्री 100 परिवारों की खुशियां छीनने वाले भाजपा के अवैध कारोबारी और रसूखदार नेता राजेन्द्र कांसवा को बचाने के लिए हर चंद कोशिश कर रहे हैं । कांगे्रस को मध्यप्रदेश की पुलिस की काबिलियत पर भरोसा है कि यदि सरकार द्वारा उसको छूट दे दी जाय तो वह कुछ ही घंटों में राजेन्द्र कांसवा की गिरफ्तारी कर सकती है । कांगे्रस नेत्री ने आगे कहा है कि भाजपा अपने चुनावी फायदे के लिए मौतों के सौदागर राजेन्द्र कांसवा की गिरफतारी को रूकवाकर मृतकों और घायलों और उनके परिवारों के साथ क्रूर मजाक कर रही है । इस मजाक की कीमत उसे 21 नवम्बर को मतदान के दिन अवश्य चुकाना पडेगी । आपने सरकार से यह भी पूछा है कि कांसवा परिवार के सदस्यों के नार्को टेस्ट एवं उनकी संपत्ति की कुर्की में इतना विलंब क्यों किया जा रहा है ?

निर्मला भूरिया को जिताकर दिलीपसिंह भूरिया के अधूरे सपने को करें पूरा - फग्गनसिंह कुलस्ते

झाबुआ---मेघनगर मंडल के अंतर्गत ग्राम तांदलादरा में भाजपा द्वारा एक विषाल खाटला बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें ग्रामीणजनों एवं जनता का मार्गदर्षन करने के लिये भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के राश्ट्रीय अध्यक्ष एवं सांसद मंडला फग्गनसिंह कुलस्ते, अनुसूचित जनजाति के प्रदेष अध्यक्ष गजेन्द्र पटेल, भाजपा प्रदेष कार्यकारिणी सदस्य दौलत भावसार, अजजा मोर्चे के प्रदेष महामंत्री कल्याणसिंह डामोर, पूर्व महामंत्री ओमप्रकाष षर्मा, आदिवासी नेता एवं पूर्व जिला पंचायत सदस्य रमसू पारगी की उपस्थिति थे। इस अवसर पर उपस्थित ग्रामीणजनों को भाजपा अजजा मोर्चे के राश्ट्रीय अध्यक्ष कुलस्ते ने संबोधित करते हुए कहा कि आप सभी 21 नवंबर को भाजपा के पक्ष में मतदान कर निर्मला भूरिया को विजय बनाकर दिलीपसिंह भूरिया के अधूरे सपनों को पूरा करने का अवसर प्रदान करें। आपने केन्द्र एवं प्रदेष सरकार द्वारा आदिवासी समाज के उत्थान के लिये बनाई गई योजनाओं का विस्तार से वर्णन करते हुए उपस्थित आदिवासी जनता को उसका लाभ लेने का आव्हान किया। कुलस्ते ने कहा कि जब देष में भाजपा की सरकार थी और उसके प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी थे तब देष के आदिवासियों के लिये पृथक आदिवासी मंत्रालय का गठन किया गया और उस मंत्रालय का मंत्री मुझे बनाया गया और हमने प्रधानमंत्री से राय मषविरा कर आपके क्षैत्र के लाडले आदिवासी नेता दिलीपसिंह भूरिया को अजजा आयोग का राश्ट्रीय अध्यक्ष बनाकर आदिवासियों के विकास के लिये उनसे सुझाव मंगवाये गये जिसको भाजपा सरकार ने लागू कर आदिवासी जनता को लाभ पहुंचाने का जतन किया। इस अवसर पर भाजपा अनुसूचित जनजाति के प्रदेष अध्यक्ष पटेल ने संबोधित करते हुए कहा कि रतलाम झाबुआ संसदीय सीट का उपचुनाव हम सब के लिये अग्निपरीक्षा का अवसर है। इस अग्निपरीक्षा में हम सबको निकलकर भाजपा को पुनः इस सीट पर काबिज करने का दायित्व है। कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि 60 साल तक कांग्रेस ने देष व प्रदेष के अंदर राज किया परंतु आम आदिवासी, किसान, मजदूर की माली हालत नही सुधरी। आदिवासी समाज को उत्थान करने के लिये प्रदेष के यषस्वी मुख्यमंत्री षिवराजसिंह चैहान ने बीडा उठाया। आज 135 से भी अधिक योजना लागू कर आदिवासी समाज को लाभ पहुंचाया जा रहा है। भाजपा प्रदेष कार्यकारिणी सदस्य ने भावसार ने भीली भाशा में उदबोधन देते हुए कहा कि कांग्रेस आजादी के बाद से ही आदिवासी जनता को गुमराह करती हुई आई है। कांग्रेस के पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देष में गरीबी हटाने का नारा दिया और आदिवासियों के वोट प्राप्त किये परंतु आज तक आदिवासी समाज की गरीबी नही हटी। कांग्रेस नेताओं की गरीबी जरूर हट गई। भावसार ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ सोनिया गांधी तत्कालीन मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह एवं तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव को बुलाकर तत्कालीन सांसद कांतिलाल भूरिया ने दाहोद से इंदौर रेल लाईन लाने का वादा कर भूमिपूजन करवाया था परंतु आज दिनांक तक झाबुआ में रेल नही आई इसी प्रकार पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने स्वराज पाल जैसे उद्योगपति को लाकर बडा कारखाना खोलने के लिये भूमिपूजन एवं षिलान्यास किया था परंतु दोनों प्रधानमंत्रियों के यह वादे झाबुआ जिले की आदिवासी जनता के लिये झूठे साबित हुए तो दूसरी और भाजपा के प्रधान मंत्री रहे अटल बिहारी वाजपेयी ने आदिवासियों के विकास के लिये मृतप्रायः माही परियोजना को करोडो का बजट आवंटन कर उसे चालू करवाया ही देष के अंदर ग्रामीण क्षैत्रों के समृद्ध विकास के लिये प्रधानमंत्री सडक योजना लागू की है। वर्तमान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जन धन योजना लागू कर आथर््िाक रूप से सक्षमक करने की पहल चालू की। इस अवसर पर भूरिया ने निर्मला भूरिया को जिताने की अपील की। अजजा मोचा प्रदेष महामंत्री कल्याणसिंह डामोर ने इस अवसर पर कहा कि आदिवासी जनता का षोशण लंबे अरसे से कांग्रेस इस जिले में करती आई है। जिले को कांग्रेस मुक्त बनाने के लिये आदिवासी समाज को पुनः कमर कस लेना चाहिये। डामोर ने कहा कि कांग्रेस आदिवासीयों के नाम पर आने वाली विकास की राषि को हडप कर अपना घर भरने में लगी थी। इस सच्चाई को अब आदिवासी जनता ने समझ लिया है। इस अवसर पर उपस्थित ग्रामीण जनता से उन्होनंे आव्हान करते हुए कहा कि स्व. दिलीपसिंह भूरिया को श्रद्धांजलि आदिवासी समाज की और से तभी मानी जायेगी जब आदिवासी समाज की और से आगामी 21 नवंबर को उनकी बिटिया सुश्री निर्मला भूरिया के पक्ष मे कमल बटन दबाकर उसे विजयी बनावें। इस अवसर पर रमसू पारगी द्वारा स्वागत भाशण दिया गया एवं पुश्पमाला से अतिथियों का स्वागत किया। वही पूर्व जिला महामंत्री ने भी भाशण देकर भाजपा को विजयी बनाने की अपील की। कार्यक्रम का संचालन लक्ष्मण नायक ने किया कार्यक्रम में बडी संख्या में पंच - सरपंच एवं अन्य संस्थाओं के जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

श्री वाडी हनुमान मंदिर पर आज होगा मेवाडा माली समाज का अन्न्कूट

झाबुआ---मेवाडा माली समाज के युवा समिति के अध्यक्ष दीपक गेहलोत व नित्यप्रकाष चैहान ने जानकारी देते हुए बताया कि मेवाडा माली समाज द्वारा दीपावली मिलन समारोह का आयोजन श्री वाडी हनुमान मंदिर पर किया जायेगा, जिसमें समाजजनों के सहयोग से विषाल अन्नकुट आज 16 नवंबर ( लाभ पंचम ) को किया जायेगा। अन्नकुट के पूर्व षाम 4 बजे श्री वाडी हनुमान मंदिर में समाजजनों द्वारा सुंदरकांड का पाठ किया जायेगा, तत्पष्चात प्रसादी का भोग लगाकर अन्नकुट का आयोजन किया जायेगा। अन्नकूट के दौरान श्री वाडी हनुमान मंदिर की आकर्शक सज्जा फूलों द्वारा की जायेगी।

19 नवंबर से 26 नवंबर तक जिले में सीमावर्ती राज्यों के व्यक्तियों, का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा

झाबुआ---जिले में निर्वाचन की प्रक्रिया प्रारंभ हो जाने से राजनैतिक पार्टीयो तथा व्यक्तियों द्वारा आमसभाओं एवं नुक्कड सभाओं का आयोजन कर चुनाव-प्रचार किया जा रहा है। चुनाव-प्रचार 19 नवम्बर 2015 को शाम 5.00 बजे बंद हो जायेगा, झाबुआ जिले की सीमा अन्य राज्य की सीमाओं से जुडी होने के कारण अधिक संख्या में बाहरी व्यक्तियों की जिले में आने की संभावना को देखते हुए जिले में असामाजिक तत्वों या बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश से कानून व्यवस्था भंग ना हो। इसलिए 19 नवम्बर को शाम 5 बजे से निर्वाचन प्रक्रिया पूर्ण होने (26 नवंबर) तक झाबुआ जिले की संपूर्ण राजस्व सीमाओं के भीतर सीमावर्ती राज्यों के बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी डाॅ.अरूणा गुप्ता ने प्रतिबंध लगा दिया है। झाबुआ जिले की सीमाओं के भीतर यह प्रतिबन्धात्मक आदेश प्रभावशील रहेगा। प्रतिबंधात्मक आदेशानुसार कोई भी व्यक्ति किसी भी प्रकार के अस्त्र शस्त्र, धारदार हथियार जैसे तलवार, फरसा, बल्लम, भाला, छुरी, कटार,गुप्ती एवं घातक पदार्थो को न तो साथ लेकर चलेगा और न उनका सार्वजनिक प्रदर्शन करेगा और न ही उनका सार्वजनिक रूप से प्रयोग करेगा। आगन्तुको के स्वागत, उत्सव एवं समारोह में किये जाने वाले हवाई फायर भी वर्जित रहेगे। वैध अनुज्ञप्तिधारी को छोडकर कोई भी व्यक्ति न तो बारूद एवं पटाखों का संग्रहण करेगा न उनका निर्माण करेगा न परिवहन करेगा और न ही उनका उपयोग करेगा। कोई भी राजनैतिक दल या व्यक्ति सक्षम अधिकारी से पूर्व अनुमति प्राप्त किये बिना तथा पुलिस को पूर्व सूचना दिये बिना किसी भी सार्वजनिक स्थान पर न तो किसी आमसभा का आयोजन करेगा और न ही इस हेतु टेन्ट, शामियाना इत्यादि ही लगायेगा। इस प्रकार कोई भी व्यक्ति वैध अनुमति के बिना अस्त्र-शस्त्रों का परिवहन नहीं करेगा। इनमें लोहे के सरिया, हाॅकी स्टिक, लोहे की जंजीरें पाईप, एयरगन इत्यादि भी सम्मिलित है।बाहरी राज्य या अन्य जिलो का कोई भी व्यक्ति उक्त समय सीमा के दौरान जिले में प्रवेश नहीं करेगा। परन्तु यह प्रतिबन्धात्मक आदेश सुरक्षा एवं चुनाव व्यवस्था आदि के लिये कर्तव्य पालन के समय लगे सुरक्षा बल, अर्द्धसैनिक बल, पुलिस बल, नगर सैनिक बल आदि पर तथा विशिष्ट व्यक्तियों, अधिकारियों एवं उम्मीदवारो की सुरक्षा हेतु लगाये पुलिस एवं अन्य शासकीय बल पर प्रभावशील नहीं होगा। सिक्ख धर्म के अनुयायियों एवं विवाह समारोह के समय दूल्हे द्वारा धारण की गयी कटार पर प्रभावशील नहीं होगा।

विश्वास पर्ची वितरित की गई:ः

पुलिस अधीक्षक, जिला झाबुआ श्री संजय तिवारी ने बताया कि लोकसभा उप चुनाव निष्पक्ष कराये जाने हेतु मतदाताओं को सेक्टर पुलिस मोबाइल, फ्लाइंग स्कवाॅड, थाना प्रभारी, चैकी प्रभारी एवं अनुविभागीय अधिकारी(पुलिस) के माध्यम से विश्वास पर्ची का वितरण करवाया गया है। विश्वास पर्ची में संबंधित थाना प्रभारी, चैकी प्रभारी, अनुविभागीय अधिकारी(पुलिस) एवं पुलिस कण्ट्रोल रूम के मोबाइल नंबर/दूरभाष क्रमांक दिये गये हैं। विश्वास पर्ची में यह लेख किय गया है कि अगर मतदाता को किसी व्यक्ति के द्वारा किसी प्रकार का प्रलोभन या धमकी दी जाती है तो वे निर्भीक होकर संबंधित थाना प्रभारी, चैकी प्रभारी, अनुविभागीय अधिकारी(पुलिस) एवं पुलिस कण्ट्रोल रूम को सूचित कर सकते हैं। सूचना देने वाले का नाम गोपनीय रखा जावेगा।  

जहरीली दवाई पीने से मोत
      
झाबुआ---फरियादी पांगला पिता वरसिंह पारगी, उम्र 58 वर्ष निवासी गणेशपुरा ने बताया कि हिमा पिता हकरा पारगी, उम्र 25 वर्ष निवासी गणेशपुरा की जहरीली दवाई पीने से मृत्यु हो गयी। प्र्रकरण में थाना काकनवानी में मर्ग क्र0 44/15, धारा 174 जा0फौ0 का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। 

खेत मे पानी देने गए का लाश तालाब मे मिली
      
झाबुआ---फरियादी दिलीप पिता थावरिया पारगी, उम्र 30 वर्ष निवासी पालेडी ने बताया कि गबुरिया पिता मडिया भाबर, उम्र 40 वर्ष निवासी पालेडी घर से खेत में जाने का कहकर गया था, जिसकी लाश तालाब के पानी में पडी मिली। प्र्रकरण में थाना कालीदेवी में मर्ग क्र0 43/15, धारा 174 जा0फौ0 का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। 

सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर (15 नवम्बर)

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आष्टा ने सीहोर को दी पांच विकेट से मात
  • राहुल गुणवान की घातक गेंदबाजी के आगे बीएसआई नतमस्तक

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सीहोर। बीएसआई क्रिकेट मैदान पर तेज गेंदबाज राहुल गुणवान की तूफानी गेंदबाजी की बदौलत ब्ल्यू स्टार आष्टा क्रिकेट टीम ने बीएसआई सीनियर क्रिकेट टीम को पांच रन से हराया। वहीं एक अन्य मैच में बीएसआई जूनियर क्रिकेट टीम ने डायमंड क्रिकेट टीम को पांच से पराजित किया। दोनों ही मुकाबले दिलचस्प रहे। इसको देखने के लिए बड़ी संख्या में खेल प्रेमी जमा थे। इन दिनों शहर के बीएसआई क्रिकेट मैदान पर क्रिकेट का रंग जमा हुआ है। यहां पर बल्लेबाज दीप पर्व के उपरांत चौकों और छक्कों की आतिशबाजी कर रहे है। रविवार को खेल मैदान पर जारी जिला स्तरीय स्वर्गीय सरदार अमरजीत सिंह स्मृति क्रिकेट ट्राफी में बीएसआई सीनियर टीम ने टास जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। आष्टा ब्ल्यू स्टार की ओर से खेल रहे तेज गेंदबाज राहुल गुणवान की तूफानी 6 विकेट की गेंदबाजी और चांद भाई (चार विकेट)की फिरकी के आगे बीएसआई क्रिकेट टीम निर्धारित 20 ओवर में 105 रन के स्कोर पर ढेर हो गई। इसमें मोहनिश त्रिवेदी 34 रन और वीरु वर्मा ने 28 रन बनाए। वहीं आष्टा क्रिकेट टीम की ओर से फिरोज 33 रन और सुनील ने 35 रन बनाए। इसके अलावा एक अन्य मुकाबले में बीएसआई जूनियर क्रिकेट टीम के कप्तान अमित कटारिया ने टास जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया। पहले बल्लेबाजी करते हुए बीएसआई जूनियर टीम ने सात विकेट पर 122 रन बनाए। जिसमें सचिन वर्मा 29 रन, जयदीप 20 रन और सुनील जलोदिया ने 19 रन बनाए। डायमंड क्रिकेट टीम की ओर से गेंदबाजी करते हुए शुभम जायसवाल 4 विकेट और तेज सिंह ने 2 विकेट प्राप्त किए। जवाब में लक्ष्य का पीछा करने उतरी डायमंड क्रिकेट निर्धारित 20 ओवर में 117 रन ही बना सकी। बीएसआई जूनियर क्रिकेट टीम की ओर से गेंदबाजी करते हुए सचिन वर्मा एवं अन्नू ने 2-2 और अमित, इरफान खान, बाबी एवं जयदीप ने 1-1 विकेट प्राप्त किए। 

आज का मुकाबला
डीसीए के मीडिया प्रभारी प्रियांशु दीक्षित ने बताया की सोमवार को नसरुल्लागंज क्रिकेट टीम और आष्टा क्रिकेट टीम के मध्य मुकाबला खेला जाएगा। शहर के बीएसआई क्रिकेट मैदान पर जिला स्तरीय स्वर्गीय सरदार अमरजीत सिंह स्मृति क्रिकेट ट्राफी का आयोजन जिला क्रिकेट एसोसिएशन के तत्वाधान में किया जा रहा है।

नजदीकी मुकाबले में पुलिस प्रशासन की जीत

सीहोर। रविवार को जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के मध्य मैत्री मैच का आयोजन किया गया। इसमें पहले बल्लेबाजी करने उतरी पुलिस प्रशासन क्रिकेट टीम ने निर्धारित 10 ओवर में छह विकेट के नुकसान पर 63 रन बनाए। जिसमें अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एपी सिंह ने 16 रन और अमित चौहान ने 30 रन की धमाकेदार पारी खेली। जिला प्रशासन की ओर से गेंदबाजी करते हुए कप्तान कलेक्टर डॉ.सुदाम खाडे और डिप्टी कलेक्टर राजकुमार खत्री ने 2-2 विकेट एवं दिग्विजय सिंह और मनोज दीक्षित ने 1-1 विकेट प्राप्त किया। जवाब में लक्ष्य का पीछा करने उतरी जिला प्रशासन टीम के कप्तान कलेक्टर डॉ. खाडे और डिप्टी कलेक्टर श्री खत्री नाबाद लौटे। वहीं अन्य बल्लेबाज पुलिस इलेवन की कतिलाना गेंदबाजी पर बेबस नजर आए। इस तरह जिला प्रशासन नजदीकी मुकाबले में 18 रन से पराजित हो गया।

किसानों को राहत राशि में सीएम ने किया भेदभाव- विधायक पटेल

सीहोर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अतिव्रस्टि की राहत राशि आवंटन में इछावर, सीहोर, आष्टा, जावर अदि तहसीलों के किसानो के साथ भेदभाव किया है। वही जो राहत राशि आवंटित की गई है वो भी ऊंट के मुंह में जीरे के सामान है। यह बात कांग्रेस विधायक शैलेन्द्र पटेल ने आज यहाँ जारी प्रेस विज्ञप्ति में कही। श्री पटेल ने कहा कि सीएम में सीहोर जिले के लिए 113 करोड़ रूपए आवंटित किये हैं जिनमे से आधी राशि 55 करोड़ रूपए सिर्फ अपनी विधानसभा की तहसीलों को दिए हैं। बाकी आधी राशि जिले की अन्य तहसीलों को दी गई है जो की बहुत ही कम है। विधायक श्री पटेल ने कहा कि सोयाबीन की फसल ख़राब होने से सर्वाधिक किसानों ने आत्महत्या इछावर छेत्र में की हैं लेकिन सबसे कम राहत राशि इछावर को दी गई है जो किसानों के साथ सीधा अन्याय है। विधायक ने सीएम से इछावर तहसील के लिए अतिरक्त राशि देने की मांग की है। साथ ही सोयाबीन के नुकसान का मुआवजा लागत राशि के हिसाब से आकलित कर मुआवजा निर्धारण की मांग की है। विधायक श्री पटेल ने कहा कि किसानों को वाजिब मुआवजा नहीं मिलने पर प्रदेश की किसान विरोधी बीजेपी सरकार के खिलाफ आंदोलन किया जायेगा।

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर (15 नवम्बर)

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गौ-माता और शुद्ध शाकाहार को संकल्पित संत उमाकांतजी का सत्संग आज

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विदिषा-15 नवम्बर 2015/गौ-माता और शुद्ध शाकाहार को संकल्पित युग महापुरूष दिवंगत प्रख्यात संत बाबा जय गुरूदेव महाराज के आध्यात्मिक उत्तराधिकारी संत उमाकांतजी महाराज विदिषा से सटे मिर्जापुर क्षेत्र में नवनिर्मित कृषि उपज मण्डी प्रांगण में आज सोमवार 16 नवम्बर को अपराह्न 3 बजे सत्संग प्रवचन सहित नामदान कार्यक्रम की शोभा बढ़ाएंगे। अपने दिवंगत पूज्य गुरूदेव की भांति संत उमाकांतजी महाराज भी सभी धर्मो-सम्प्रदायों, संगठनों के अनुयायियों को गौ-माता तथा शाकाहार की महत्ता इस अवसर पर अवगत कराएंगे। परम संत बाबा जय गुरूदेव की विदिषा संगत ने इस अवसर पर सभी को सादर आमंत्रित करते हुए जिज्ञासुओं से अवष्य पधारने का विषेष आग्रह किया है। संगत द्वारा प्रसारित प्रचार साहित्य के अनुसार ‘‘सभी धर्मों के भाई-बहिनों यह संदेष सुनि लीजे, आए हैं सत्गुरू कुछ देने नाम रतन-धन ले लीजे।’’ संतश्री गौ-माता को राष्ट्रीय पषु घोषित कराने की अलख विषेष रूप से जगाएंगे। ’’संत-फकीरों का फरमान, पेट नहीं है कब्रिस्तान’’ के संदेष के साथ शाकाहार की महत्ता पर संतश्री प्रकाष डालेंगे। वे शुद्ध-सात्विक खान-पान, रहन-सहन, चरित्र सुधार तथा नषा मुक्ति को भगवान की सच्ची पूजा निरूपित करेंगे। संगत ने युवा शक्ति से अधिक से अधिक भागीदारी का आह्वान व्यापक राष्ट्रहित में किया है। 

प्रो. घई को सम्मानित करने भोपाल जाएगा विदिषा लेखिका संघ कल

विदिषा-15 नवम्बर 2015/विष्व हिन्दी संस्थान कनाडा के संस्थापक एवं निदेषक प्रो. सरन घई को 17 नवम्बर को भोपाल में म.प्र. लेखिका संघ द्वारा हिन्दी साहित्य रत्न पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। हिन्दी लेखिका संघ विदिषा की सदस्य श्रीमती रेखा दुबे ने बताया कि इस समारोह में विदिषा जिले की हिन्दी लेखिकाएं भी उपस्थित होंगी। उन्होंने बताया कि हाल ही में इन्टरनेट के माध्यम से पूरे विष्व के 135 रचनाकारों में से 65 रचनाकारों ने खट्टे-मीठे रिष्ते नामक उपन्यास की रचना की है, जिसका विमोचन दिल्ली में 29 नवम्बर को होगा। इस उपन्यास में विदिषा की रेखा दुबे द्वारा लिखे गए अंष भी शामिल किए गए हैं। इस उपन्यास का संचालन भी प्रो. सरन घई ने ही किया है। हिन्दी सेवा के लिए विभिन्न अन्तर्राष्ट्रीय सम्मानों से विभूषित अभिनंदित प्रो. सरन घई को विदिषा आने का निमंत्रण भी विदिषा की हिन्दी लेखिकाएं देंगी। उन्होंने बताया कि विष्व हिन्दी संस्थान कनाडा के माध्यम से हिन्दी भाषा को समर्पित विष्व की विभिन्न लेखिकाओं की रचनाओं का संयुक्त प्रकाषन भारतीय हिन्दी लेखन को नई ऊंचाइयां प्रदान कर रहा है। साथ ही प्रदेष के साथ विदिषा की लेखिकाओं को भी अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर लेखन करने एवं उसके प्रकाषन से नई ऊर्जा प्राप्त हो रही है। हिन्दी साहित्य के माध्यम से वसुधैव कुटुम्बकम की संस्कृति भी जीवंत-सार्थक हो रही है। 

2030 तक 4.5 करोड़ भारतीयों के गरीब होने की आशंका : विश्व बैंक

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वाशिंगटन 15 नवंबर, विश्व बैंक का कहना है कि भारत में वर्ष 2030 तक साढ़े चार करोड़ अतिरिक्त लोग गरीबों की श्रेणी में आ सकते हैं जो अभी गरीब नहीं हैं। वैश्विक संस्था ने “शॉक वेब्स : मैनेजिंग द इंपैक्ट्स ऑफ क्लाइमेट चेंज ऑन पोवर्टी” नामक अपनी रिपोर्ट में कहा है कि यदि जलवायु परिवर्तन इसी प्रकार जारी रहा ताे अतिवृष्टि, अनावृष्टि तथा अन्य प्राकृतिक आपदाओं और नई बीमारियों के कारण बड़ी संख्या में लोग गरीबी रेखा से नीचे चले जायेंगे। इसमें कहा गया है “अकेले भारत में साढ़े चार करोड़ अतिरिक्त लोग 2030 तक गरीबी रेखा के नीचे पहुँच सकते हैं। इसका मुख्य कारण कृषि में होने वाला नुकसान और बढ़ती बीमारियों का बढ़ना होगा।” 

इस रिपोर्ट में देश के गरीब इलाकों में किये गये सर्वेक्षण के आधार पर बताया गया है कि गरीबी रेखा से ऊपर रह रहे लोगों के गरीब होने का मुख्य कारण इलाज पर होने वाला खर्च है। इसके बाद दूसरे स्थान पर प्रियजनों के अंतिम संस्कार में होने वाला खर्च है। उल्लेखनीय है कि गरीब लोग इन दोनों जरूरतों के लिए अक्सर कर्ज लेते हैं और ग्रामीण इलाकों में कई किसान अपना खेत बेच कर इन जरूरतों को पूरा करता है या महाजन का कर्ज चुकाते हैं। सर्वेक्षण में हिस्सा लेने वाले गुजरात के 85 प्रतिशत परिवारों ने इलाज और 50 प्रतिशत ने अंतिम संस्कार के खर्च को अपने गरीब होने का कारण बताया। राजस्थान में तकरीबन 60 प्रतिशत परिवारों ने इलाज और लगभग 35 प्रतिशत ने अंतिम संस्कार को अपनी गरीबी का कारण बताया जबकि आँध्र प्रदेश में ऐसा कहने वाले परिवारों की संख्या क्रमश: 75 प्रतिशत तथा 25 प्रतिशत के आसपास रही।

चहेतों के फायदे के लिए नियम तोड़ रही है सरकार : कांग्रेस

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नयी दिल्ली, 15 नवंबर, कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि मोदी सरकार अपने चहेते पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए नियमों और प्रक्रियाओं की अनदेखी कर रही है। पार्टी के मुखपत्र “कांग्रेस संदेश” के ताजा अंक के संपादकीय में मुख्य विपक्षी दल ने मोदी सरकार के न्यूनतम सरकार और अधिकतम प्रशासन के दावे को हास्यास्पद बताते हुए कहा है कि भाजपा के 16 माह के शासनकाल में इस दावे की पोल खुल चुकी है। संपादकीय में कहा गया है कि सरकार निर्धारित नियमों का पालन नहीं कर रही है और अपने चहेते पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए नियमों को बदल रही है। पत्रिका ने ऊर्जा क्षेत्र प्रधानमंत्री के चेहते दो पूंजीपतियों का जिक्र करते हुए कहा है कि उन्हें फायदा पहुंचाने के लिए एनटीपीसी के शीर्ष पद पर नियुक्ति प्रक्रिया के लिए निर्धारित नियमों का पालन नहीं किया गया है। 

कांग्रेस संदेश के संपादकीय में कहा गया है “एनटीपीसी के मुख्य प्रबंध निदेशक पद के लिए एक आईएएस अधिकारी का विशेष पक्ष लिया गया है। यही नहीं कई विश्वविद्यालयों में शीर्ष पद पर नियुक्ति नहीं की गयी है और भारतीय फिल्म संस्थान पुणे का विवाद सबके सामने है। इससे पहले कोई भी सरकार केंद्र में ऐसी नहीं रही जिसने इस तरह से नियमों को ताक पर रखकर काम किया है।” कांग्रेस के मुखपत्र में कहा गया है कि इस तरह से काम करने से नौकरशाहों का मनोबल गिरेगा और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों तथा आम आदमी कमजोर होगा। सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा गया है कि मोदी सरकार को केंद्र में 16 माह हो चुके हैं और अब उसे काम करना चाहिए। आखिर कब तक अपनी कमियों को छिपाने के लिए कांग्रेस शासन को कोसते रहेंगे। संपादकीय में प्रधानमंत्री से सवाल किया गया है कि “अच्छे दिन कहां हैं मोदी जी।”

महँगा हुआ बाहर खाना, रेल और हवाई यात्रा

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नयी दिल्ली 15 नवंबर, रेल और हवाई यात्रा, वातानुकूलित रेस्त्राँ में खाना, बिजली-पानी का बिल सहित सभी सेवाएँ आज से महँगी हो गयी हैं। केंद्र सरकार द्वारा सेवा कर के दायरे में आने वाले हर खर्च पर 0.5 प्रतिशत स्वच्छ भारत अधिभार लगाने से अब सेवाकर की दर 14 प्रतिशत से बढ़कर अधिभार सहित 14.5 प्रतिशत हो गयी है। वित्त मंत्रालय ने कहा है कि यह अधिभार रविवार से प्रभावी हो गया है। उसने स्पष्ट किया है कि सेवा कर के दायरे में आने वाले खर्च की गणना पूर्ववत होगी और उसमें कोई बदलाव नहीं किया गया है। 

मसलन, वातानुकूलित रेस्त्रां में 100 रुपये का खाना खाने पर 14 प्रतिशत सेवा कर सिर्फ 40 रुपये पर ही देना होता था। अब 40 रुपये का 14.5 प्रतिशत सेवा कर एवं स्वच्छ भारत अधिभार के रूप में देना होगा। अधिभार के कारण आज से रेल एवं हवाई टिकट बुक कराना, बिजली-पानी का बिल, होटलों में ठहरना, रेस्त्रां में खाना खाना, मोबाइल रिचार्ज, ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर करने जैसी सभी जरूरी सेवाएँ महँगी हो जायेंगी। सरकार ने स्पष्ट किया है कि यदि कोई बुकिंग 15 नवंबर से पहले की गयी है और इनवॉयस 29 नवंबर से पहले बना है, उस स्थिति में अधिभार नहीं देना होगा। यही नियम अन्य सेवाओं पर भी लागू होगा।

शत्रुघ्न सिन्हा से संघ, भाजपा ने बनायी दूरी

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नागपुर 15 नवंबर, बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान और चुनाव परिणाम घोषित किये जाने के बाद अपने बयानों के कारण सुर्खियों में छाये रहने वाले भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) सांसद शत्रुघ्न सिन्हा से अब उनकी ही पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने दूरी बनानी शुरू कर दी है। एक निजी समारोह में शामिल होने के लिए शुक्रवार देर रात नागपुर आये ‘बिहारी बाबू’ को संघ के नेता और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी सहित पार्टी के कई नेता भी नजरअंदाज कर रहे हैं। श्री गडकरी भी आज शाम होने वाले उसी समारोह में शिरकत करने वाले थे, जिसके लिए श्री सिन्हा यहां पहुंचे हैं लेकिन श्री गडकरी किसी अन्य कार्यक्रम में शरीक होने के लिए यहां से रवाना हो गये। राजनीति विश्लेषकों के अनुसार श्री गडकरी ने श्री सिन्हा को नजरअंदाज करते हुए नागपुर से गये हैं। 

भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि श्री गडकरी का पहले से ही व्यस्त कार्यक्रम था और वह तयशुदा कार्य्रकम में शामिल होने ही नागपुर से बाहर गये हैं। सूत्रों के अनुसार श्री सिन्हा ने श्री गडकरी से मिलने का समय भी नहीं मांगा था इसी कारण दोनों नेताओं के बीच मुलाकात नहीं हुई।  एक संघ प्रचारक ने बताया कि सरसंघचालक मोहन भागवत और संघ के अन्य वरिष्ठ नेता नागपुर में नहीं हैं इसी कारण श्री सिन्हा से उनकी भी मुलाकात नहीं हो पायी। हालांकि श्री सिन्हा को रेशमबाग स्थित संघ के मुख्यालय में बनी स्मृति मंदिर के दर्शन के लिए भी मुख्यालय में जाने की अनुमति नहीं मिली। सूत्रों के अनुसार श्री सिन्हा संघ के नेताओं से मिलकर अपनी स्थिति स्पष्ट भी करना चाहते थे। 

श्री सिन्हा ने यहां संवाददाताओं से कहा कि वह एक समारोह में शामिल होने नागपुर आये हैं और वह दिल्ली में संघ के नेताओं से मुलाकात कर अपना पक्ष रखेंगे। उन्होंने कहा कि श्री भागवत उनके लिए पिता समान हैं और आरक्षण पर उनके बयान को बौद्धिकता से समझना चाहिए। उन्होंने कहा कि श्री भागवत के बयान को लोगों को अच्छी तरह समझाने में भाजपा के नेता नाकाम रहे। बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान पार्टी नेताओं के खिलाफ बोलने वाले श्री सिन्हा ने नागपुर दौरे में अपना सुर पूरी तरह बदल लिया है और वह अब खुलकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह का समर्थन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिहार में जितनी भी सीटें भाजपा को मिली हैं, वे श्री मोदी के आक्रामक तेवर के कारण ही मिली हैं।

उन्होंने चुनावी नतीजे को जातिगत दृष्टि से देखने की सलाह देते हुए कहा कि आधा चुनाव तो उसी दिन हो गया था, जब नीतीश कुमार, लालू प्रसाद यादव और कांग्रेस एक साथ आये, जिसके कारण यादव, मुस्लिम, कुर्मी और कांग्रेस के पारंपरिक मतदाताओं को मिलाकर कुल 45 प्रतिशत उनके खेमे में चला गया। नीतीश कुमार से अपनी मुलाकात को औपचारिक और शिष्टाचार भेंट कहते हुए उन्होंने दलील की कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार के कार्यक्रम में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी शामिल हुए थे।

उन्होंने इसे राजनीतिक परिपक्वता की संज्ञा देते हुए कहा कि पूरे मामले को इस तरह नहीं पेश किया जाना चाहिए कोई नेता अपनी पार्टी छोड़कर दूसरी पार्टी में शामिल हो रहा है। उन्होंने कहा,“भाजपा मेरे लिए पहली और आखिरी पार्टी है। ” उन्होंने एक बार फिर बिहार चुनाव की रणनीति में खुद को नजरअंदाज किये जाने पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री को भी पूरे मामले के दौरान अंधेरे में रखा गया। उन्होंने कहा कि एक स्टार प्रचारक होने और बिहार का होने के बावजूद पार्टी ने उन्हें पूरी चुनावी प्रक्रिया से अलग-थलग रखा और सभी काम बाहरी नेताओं को सौंपे गये।

राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने भगवान बिरसा मुंडा को दी श्रद्धांजलि

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रांची,15 नवम्बर, झारखंड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू और मुख्यमंत्री रघुबर दास ने भगवान बिरसा मुंडा को उनकी जयंती पर आज यहां श्रद्धांजलि दी। सुश्री मुर्मू और श्री दास ने कोकर में भगवान मुंडा की समाधि स्थल पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी।इसके बाद उन्होंने बिरसा चौक पर भगवान मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। राज्यपाल ने इस मौके पर कहा कि भगवान मुंडा ने देश के लिए अपना जीवन कुर्बान कर दिया । उन्होंने कहा,“आज उनके बलिदानों को याद करने और उनके दिखाये मार्ग पर चलने का प्रण लेने की जरुरत है ।”

श्री दास ने कहा कि भगवान मुंडा उत्पीडन मुक्त,भ्रष्टाचार मुक्त और भयमुक्त समाज बनाना चाहते थे ।आज उनके सपनों को पूरा करने की आवश्यकता है ।इस मौके पर राज्य मंत्रिमंडल के सदस्य सी पी सिंह,लुईस मरांडी,आमरे बौरी,रांची के महापौर आशा लाकरा और विधायक चरण राम मौजूद थे ।

बिहार की तर्ज पर महागठबंधन के बारे में अभी निर्णय नहीं : अखिलेश

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संतकबीरनगर 15 नवम्बर, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज कहा कि राज्य में होने वाले अगले विधानसभा चुनाव में बिहार की तर्ज पर महागठबंधन के बारे में कुछ कहना जल्दबाजी होगी । श्री यादव आज यहां एक वैवाहिक कार्यक्रम में शामिल होने आए थे। उन्होंनें पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने में एक साल से भी जयादा का समय बाकी है लिहाजा भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ महागठबंधन के बारे में अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगी ।

उन्होंने कहा कि बिहार विधानसभा के चुनाव में वहां की जनता ने विकास को लेकर जो निर्णय दिया है वही निर्णय पंचायत चुनाव में उत्तर प्रदेश की जनता ने पहले ही दे दिया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में उनकी सरकार ने विकास के ढेर सारे कार्य किये हैं और इसी के बल पर विकास के एजेंडा के साथ आने वाले विधानसभा चुनाव मैदान में उतरेंगे क्योंकि उनके पास विकास की लंबी फेहरिश्त होगी। मुख्यमंत्री यहाँ करीब 15 मिनट रहे।

भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) में उठे अन्तर्कलह तथा 60 वर्ष से अधिक के नेताओं को राजनीति छोड समाज सेवा से जुडने के अमित शाह के बयान पर श्री यादव ने कहा कि यह भाजपा का आंतरिक मामला है। सपा के वरिष्ठ नेता आजम खां की बार बार नाराजगी के सवाल को उन्होंने टाल दिया और कहा कि संतकबीरनगर में समाजवादी पेंशन योजना का कोटा बढाने की सपा सरकार की योजना पर बात करें तो बेहतर है। मुख्यमंत्री ने अपनी सरकार की उपलब्धियों खासकर समाजवादी एम्बुलेंस 102 तथा 108 सहित अन्य योजनाओं की सफलता तथा जनता को राहत मिलने को सरकार की कामयाबी बताया। 

बिहार की जेलों में बंद बड़ी संख्या में कैदी अब भी महरुम हैं कई अधिकारों से

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पटना,15 नवम्बर, बिहार विधिक सेवा प्राधिकार ने राज्य की जेलों में बंद कैदियों के कई तरह के कानूनी और मानवाधिकारों से वंचित होने पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए इन्हें दूर करने के लिए शीघ्र कदम उठाने की सरकार से सिफारिश की है । पटना उच्च न्यायालय के न्यायाधीश एवं प्राधिकार के सह अध्यक्ष न्यायमूर्ति वी एन सिन्हा ने आज यहां संवाददाताओं को बताया कि देश में पहली बार किसी राज्य की जेलों में किये गये इस तरह के निरीक्षण में कैदियों के कई तरह के विधिक और मानवाधिकारों के उल्लंघन के मामले सामने आये हैं ।न्यायमूर्ति सिन्हा ने बताया कि कई कैदियों को वकील की सेवायें नहीं मिल पाती। प्राधिकार के प्रतिनिधि ने पांच माह में राज्य के सभी 38 जिलों की जेलों का भ्रमण किया और 30070 कैदियों से बात की ।इनमें से 2799 कैदियों को वकील की सेवायें उपलब्ध नहीं हो पा रही थीं। महिला कैदियों का तो और बुरा हाल है कई महिला कैदी यह कहकर वकील की सेवायें नहीं लेती कि उनके परिजन इस बारे में फैसला करेंगे ।प्रत्येक कैदी को अधिवक्ता की सेवायें मिलना उसका कानूनी अधिकार है । 

न्यायमूर्ति सिन्हा ने बताया कि जेलों में अस्पतालों की हालत भी बहुत खराब है और चिकित्सकों की उपलब्धता बहुत चिंतनीय स्थिति में है ।कई जेलों में चिकित्सक नहीं हैं और जिला  अस्पताल से चिकित्सक जाने पर ही कैदियों का उपचार हो पाता है ।महिला कैदियों को और परेशानियों का सामना करना पड़ता है ।महिला चिकित्सक न होने से उन्हें कई तरह की दुश्वारियों का सामना करना पड़ता है ।कैदियों को उपचार के लिये जिला अस्पताल ले जाना बड़ा दुष्कर कार्य है ।इस समस्या का तत्काल हल निकालने की आवश्यकता है । प्राधिकार के सह अध्यक्ष ने बताया कि कैदियों से मुलाकात करने में भी परिजनों-रिश्तेदारों को बड़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।कई जेलों में एक खिड़की से ही कई कैदियों को मुलाकातियों से मिलने को कहा जाता है जिससे कोई भी अपनी बात कह या सुन नहीं पाता । इस दिक्कत को दूर करना जरुरी है ।

उन्होंने बताया कि निरीक्षण के दौरान एक महत्वपूर्ण बात भी सामने आयी कि भूकम्प आने की स्थिति में कैदियों को तत्काल खुली जगह पर ले जाने की कोई सुविधा नहीं है । कैदियों को बैरक या जेल कोठरी से आपात स्थिति में तुरंत निकाल पाना आसान नहीं है ।इस ओर भी तत्काल ध्यान देने की जरुरत है । न्यायमूर्ति सिन्हा ने बताया कि इसके अलावा कैदियों को कई और तरह समस्यायें हैं जिनकी ओर जिला प्रशासन और राज्य सरकार का ध्यान आकृष्ट किया गया है और उन्हें दूर  करने की सिफारिश की गयी है ।उन्होंने बताया कि अभियुक्तों को आरोप पत्र की प्रति उपलब्ध कराने में आ रही दिक्कतों को दूर करने के लिए संबंधित पक्षों को निर्देश दे दिये गये हैं ।

उन्होंने बताया कि कैदियों की दिक्कतों के संबंध में जिला प्रशासन और राज्य सरकार के गृह सचिव और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को जेल निरीक्षण रिपोर्ट के साथ ही प्राधिकार की  सिफारिशें भेज दी गयी हैं । जेलों का निरीक्षण और कैदियों से व्यक्तिगत रुप से बातचीत मानवाधिकार कार्यकर्ता सुश्री स्मिता चक्रवर्ती ने की।उन्होंने राज्य के सभी 38 जिलों की 58 जेलों का करीब पांच  माह में भ्रमण किया ।सुश्री चक्रवर्ती ने इस दौरान 30070 कैदियों से बातचीत की और उनकी दिक्कतें सुनीं।

बिहार चुनाव : इस बार भाकपा का सूपड़ा साफ, अबतक का सबसे खराब प्रदर्शन

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पटना 15 नवंबर, नब्बे के दशक के मध्य तक बिहार विधानसभा में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) की दमदार मौजूदगी थी और सदन से लेकर सड़क तक भाकपा का प्रभाव दिखता था लेकिन पिछले दो दशकों में भाकपा का आधार लगातार खिसकता चला गया और इस बार सदन में उसका कोई सदस्य नही पहुंच सका । बिहार विधानसभा में चुनाव के लिये इस बार छह वामपंथी दलों ने मिलकर वाम मोर्चा का गठन किया। वाम मोर्चा में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी(भाकपा), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी लेनिनवादी : भाकपा (माले), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा), सोशलिस्ट यूनिटी सेंटर ऑफ इंडिया (एसयूसीआई), रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (आरएसपी) और फॉरवर्ड ब्लॉक शामिल थी लेकिन इन छह दलों में भाकपा समेत पांच का खाता भी नहीं खुल सका। केवल भाकपा माले को ही तीन सीटों पर कामयाबी मिल सकी। चौंकाने वाली बात यह है कि वर्ष 1952 के चुनाव के बाद से यह पहली बार है जब भाकपा का कोई सदस्य सदन तक नहीं पहुंचा है ।

वर्ष 2010 के चुनाव में भाकपा के 56 प्रत्याशियों ने चुनाव लड़ा था लेकिन एक सीट पर ही उसका प्रत्याशी विजयी बना था । बेगूसराय के बछवाड़ा सीट से अवधेश कुमार राय निर्वाचित हुये थे लेकिन इस बार कांग्रेस के प्रत्याशी और पूर्व मंत्री रामदेव राय ने उन्हें पराजित कर दिया । वर्ष 1972 में भाकपा ने 55 सीटों पर चुनाव लड़ा था और उसके 35 प्रत्याशी सदन में पहुंचे थे । इसके साथ ही भाकपा बिहार विधानसभा में मुख्य विपक्षी दल थी लेकिन पिछले दो दशक में बिहार से वाम दलों का जनाधार खिसकता गया और स्थिति यहां तक पहुंच गयी है कि मौजूदा विधानसभा में भाकपा का कोई सदस्य सदन में नही पहुंच सका है । वर्ष 1952 के पहले विधानसभा चुनाव में भाकपा का प्रदर्शन निराशाजनक रहा था । इस वर्ष भाकपा ने 24 प्रत्याशियों को चुनावी मैदान में उतारा लेकिन उसका कोई सदस्य विधानसभा नहीं पहुंच सका था । वर्ष 1956 के विधानसभा उप चुनाव में चंद्रशेखर सिंह बेगूसराय सीट से जीते और विधानसभा में पहली बार वाम का प्रवेश हुआ।उसके बाद तो बेगूसराय जैसे जिले भाकपा के लिए गढ़ ही बन गया और उसे बिहार का लेनिनग्राद कहा जाने लगा।

1957 के दूसरे विधानसभा चुनाव तक भाकपा ने अपनी स्थिति थोड़ी मजबूत कर ली थी। विधानसभा चुनाव में उसके 60 प्रत्याशियों में से सात प्रत्याशी जीते। वर्ष 1962 के तीसरे चुनाव में भाकपा के टिकट पर 84 प्रत्याशी चुनावी समर मे उतरे और 12 विधायक विधानसभा में पहुंच गये ।वर्ष 1967 के विधानसभा चुनाव में भाकपा के टिकट पर 97 प्रत्याशी उतरे जिसमें से 24 ने सदन में कब्जा जमा लिया । वर्ष 1967 में राजनीतिक परिस्थिति कुछ ऐसी बनी जिसमें मिली जुली सरकार का गठन हुआ जिसमें भाकपा भी शामिल हुई । वर्ष 1969 के मध्यावधि चुनाव में किसी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला। दो विपरीत राजनीतिक धुरी वाले दल जनसंघ और भाकपा के पास विधायकों की संख्या इतनी थी कि वे किसी की सरकार बना सकते थे। इस चुनाव में भाकपा के 162 प्रत्याशी मैदान में उतरे जिसमें से 25 को जीत हासिल हुयी । भाकपा ने मध्यमार्ग अपनाया और भाकपा के समर्थन से दारोगा प्रसाद राय के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार गठित हुई। यह घटना वामपंथी राजनीति के लिए एक नया मोड़ था। इसके बाद तो भाकपा ने कांग्रेस से राजनीतिक रिश्ता बना लिया। वर्ष 1972 के छठे विधानसभा चुनाव में भाकपा ने कांग्रेस से तालमेल कर 55 प्रत्याशी खड़े किये और उसके 35 प्रत्याशी जीत गये। छठे विधानसभा के लिए हुए चुनाव में भाकपा का प्रदर्शन अब तक का सबसे बेहतर रहा है । 

वर्ष 1977 के विधानसभा चुनाव में जब जनता पार्टी की आंधी आई, तब भी 21 सीटों पर भाकपा ने जीत हासिल की। भाकपा के 73 प्रत्याशी चुनावी समर में उतरे थे । वर्ष 1980 में हुए मध्यावधि चुनाव में भी भाकपा ने अपनी मजबूत दावेदारी बरकरार रखी। भाकपा ने 135 प्रत्याशियों को चुनावी समर में उतारा जिसमें 23 को सफलता मिली । हालांकि वर्ष 1985 में हुये विधान सभाा चुनाव में भाकपा की सीट सदन में आधी रह गयी । इस चुनाव में भाकपा के टिकट पर 167 प्रत्याशियों ने चुनाव लड़ा लेकिन सदन तक महज 12 ही पहुंच सके । वर्ष 1990 के चुनाव में भाकपा को एक बार फिर से शानदार सफलता मिली । भाकपा के टिकट पर 109 प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतरे जिसमें 23 ने सदन में पहुंचने में कामयाब रहे । वर्ष 1995 के विधानसभा में भाकपा के टिकट पर 61 प्रत्याशियों ने भाग्य आजमाया जिसमें 26 निर्वाचित हुये । 

बिहार की राजनीति में 20-25 साल पहले तक भाकपा की धमक सदन से सड़क तक सुनाई देती थी लेकिन हाल के सालों में वामपंथी दलों की उपस्थिति कभी-कभार सड़कों पर तो जरूर नजर आती है, परंतु सदन में भाकपा की उपस्थिति बहुत कम हो गई है। भाकपा की जड़ों पर जोरदार प्रहार मंडलवाद के उभार से हुआ। मंडलवादी राजनीति ने जिन सामाजिक आधारों को जातिगत आधार पर लालू प्रसाद यादव के पक्ष में गोलबंद किया, लगभग वही भाकपा का जनाधार थीं। वर्ष 2000 के चुनाव के बाद से विधानसभा में वामपंथ की संख्या में गिरावट आनी शुरू हुई । 

वर्ष 2000 में भाकपा के टिकट पर 153 उम्मीदवारो ने भाग्य आजमाया लेकिन उनमें से 05 को ही सफलता नसीब हुयी ।फरवरी 2005 और अक्तूबर,2005 के चुनाव में भाकपा के सदस्यों की संख्या तीन -तीन तक सिमट गयी । वर्ष 2010 में भाकपा के टिकट पर 56 प्रत्याशी चुनावी समर में उतरे थे लेकिन केवल एक प्रत्याशी चुनाव जीतने में सफल रहा । इस बार के चुनाव में भाकपा का आंकड़ा शून्य पर आ पहुंचा है ।उल्लेखनीय है कि वर्ष 1952 के पहले चुनाव में भाकपा के टिकट पर कोई प्रत्याशी निर्वाचित नही हुआ था ।

अमेरिका में खेलना एक लाजवाब अनुभव : सचिन

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लॉस एंजेलिस, 15 नवंबर, मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने अमेरिका में क्रिकेट को बढ़ावा देने की मुहिम के तहत यहां खेले गये ऑल स्टार्स क्रिकेट टूर्नामेंट को लाजवाब और सफल टूर्नामेंट करार देते हुये इसे एक खास अनुभव बताया। महान दिग्गज और पूर्व लेग स्पिनर शेन वार्न की कप्तानी वाली वार्न वॉरियर्स टीम के हाथों उनकी टीम सचिन ब्लास्टर्स को हार का सामना करना पड़ा और उन्होंने सीरीज 0-3 से गंवा दी। सीरीज के शुरुआती दो मैच पहले ही गंवा चुकी सचिन की टीम को इस मैच में 219 रन का मजबूत स्कोर खड़ा करने के बावजूद रोमांचक हार से रूबरू होना पड़ा। सचिन ने कहा कि नये टूर्नामेंट के दौरान पुराने दिग्गज खिलाड़ियों को एक बार फिर मैदान में पुरानी लय में खेलते देखना वाकई सुखद अहसास रहा। इन शीर्ष खिलाड़ियों को दर्शकों का भी भरपूर समर्थन मिला जो लाजवाब रहा। सीरीज के अंतिम मैच में 47 रन की पारी खेलने वाले दक्षिण अफ्रीका के पूर्व धुरंधर जैक्स कैलिस को ‘मैन आफ द मैच’ मिला वहीं हाल ही में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने वाले श्रीलंकाई दिग्गज विकेटकीपर को टूर्नामेंट में शानदार खेल के लिये ‘मैन आफ द सीरीज’ से नवाजा गया।

सचिन ने मैच के बाद कहा, “यह एक शानदार मुकाबला था। हमने दो सौ से ज्यादा का लक्ष्य दिया था जो निश्चित रूप से एक अच्छा स्कोर कहा जा सकता है पर रिकी, कैलिस और संगकारा ने गजब की जुझारू क्षमता दिखाते हुये इस लक्ष्य को भी आसान बना दिया। इन पूर्व शीर्ष खिलाड़ियों को पुरानी लय में बल्लेबाजी करना वाकई सुखद रहा।” इस मैच में खुद 56 रन की पारी खेलने वाले सचिन ने कहा, “दिग्गज खिलाड़ियों की इन तूफानी पारियों को देखकर लगता है कि लक्ष्य में 15 से 20 रनों की कमी रह गयी। यदि लक्ष्य में कुछ रन और होते तो शायद मैच और रोमांचक रहता। इन सबके बावजूद टूर्नामेंट की सफलता हमारे लिये ज्यादा महत्वपूर्ण थी और मुझे खुशी है कि हम यहां अच्छी यादों के साथ वापस जा रहे हैं। मैं यहां के खेल प्रशंसकों काे उनके अपार समर्थन के लिये धन्यवाद देना चाहूंगा।” सचिन ने कहा,“ मैच के दौरान समर्थकों के उत्साह से साफ दिखता है कि उन्होंने क्रिकेट के इस फटाफट प्रारूप का जमकर लुत्फ उठाया जो यहां क्रिकेट के भविष्य के लिये एक सकारात्मक संकेत है। मैं वार्न और उनकी पूरी टीम को भी सीरीज में जीत हासिल करने के लिये बधाई देता हूं।” 

अशोक सिंघल की हालत में सुधार, राजनाथ ने हाल चाल पूछा

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नई दिल्ली, 15 नवम्बर, विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) के संरक्षक अशोक सिंघल के स्वास्थ्य में मामूली सुधार हुआ है। विहिप के प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि गंभीर हालत में उन्हें कल शाम गुडगांव के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन आज सुबह उनके स्वास्थ्य में मामूली सुधार हुआ है। प्रवक्ता ने बताया कि गृहमंत्री राजनाथ सिंह सुबह उनका हालाचाल जानने के लिए वेदांता अस्पताल पहुंचे। उनके अस्वस्थ होने की खबर मिलते ही बड़ी संख्या में नेता और विहिप के पदाधिकारी वेदांत अस्पातल पहुंच रहे हैं। 

उन्होंने बताया कि विहिप के अंतरराष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रकाश सिंहल, महामंत्री श्री चंपत राय एवं मंत्री राजेन्द्र पंकज सहित अनेक वरिष्ठ पदाधिकारी लगातार मेदांता में पहुंचे हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, संगठन महामंत्री रामलाल सहित अनेक संगठनों के वरिष्ठ पदाधिकारी श्री सिंहल का हालचाल जानने कल शाम मेदांता पहुंचे। 

बिहार की तरह उत्तर प्रदेश में भी महागठबंधन की सुगबुगाहट

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लखनऊ 15 नवम्बर, बिहार विधानसभा चुनाव के बाद अब उत्तर प्रदेश में भी राजनीतिक दलो में महागठबंधन की सुगबुगाहट शुरु हो गयी है।  बिहार में महागठबंधन में शामिल लालू प्रसाद यादव के राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने इस सिलसिले में पहल करनी शुरु कर दी है और इस सिलसिले में श्री यादव इसी महीने समाजवादी पार्टी अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव से मुलाकात कर सकते हैं। राजद उत्तर प्रदेश विधानसभा के 2017 में होने वाले चुनाव से पहले महागठबंधन चाहता है ताकि भारतीय जनता पार्टी को हाशिये पर रखा जा सके। राजद के साथ ही कांग्रेस ने भी कुछ ऐसी ही मंशा जाहिर की है। राजद के प्रदेश अध्यक्ष अशोक सिंह ने आज यहां से कहा कि श्री लालू प्रसाद यादव जल्दी ही यहां आयेंगे और धर्मनिरपेक्ष दलो को एकजुट करने का प्रयास करेंगे ताकि 2017 के चुनाव में साम्प्रदायिक दलो को हराया जा सके। उन्होंने बताया कि राजद अध्यक्ष इस समय श्री नीतिश कुमार के शपथ ग्रहण समारोह और छठ पर्व को लेकर व्यस्त हैं। बीस नवम्बर के बाद वह यहां आयेंगे और इस सम्बन्ध में राजनीतिक दलो से बात करेंगे। 

उन्होने बताया कि लालू प्रसाद यादव परिवार समेत 21 नवम्बर को इटावा के सैफई गांव आयेंगे,जहां वह सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव के 76वें जन्मदिवस पर आयोजित समारोह में शिरकत करेंगे। इस दौरान महागठबंधन पर दोनो नेताओं के बीच बात होने की सम्भावना है।  श्री सिंह ने कहा कि भाजपा के खिलाफ बिहार से चली हवा को पूरे देश में ले जाना है। बिहार के बाद भाजपा के खिलाफ सबसे अच्छा माहौल उत्तर प्रदेश में ही है। दोनों राज्यों के गैरभाजपाई दल एक हो जाये तो केन्द्र में भी भाजपा की चूले हिल जाएंगी। उन्होंने कहा “सपा का सहयोग मिला तो लोकसभा की 71 सीटे जीतने वाले राज्य उत्तर प्रदेश से भाजपा को उखाड फेंका जाएगा।” एक सवाल के जवाब में श्री सिंह ने कहा कि राजद उत्तर प्रदेश में चुनाव लडता है या नहीं लडता है इससे ज्यादा जरुरी है कि गैरभाजपा मतो का विभाजन रोका जाय। बिहार चुनाव जीतने के बाद राजद अध्यक्ष ने घोषणा की थी वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी लालटेन लेकर जाएंगे और देखेंगे कि अपने दावे के मुताबिक श्री मोदी ने कुछ विकास कार्य किया है या नहीं। गौरतलब है कि सपा ने बिहार में महागठबंधन से अलग होकर चुनाव लडा था और 145 सीटो पर उम्मीदवार उतारे थे।

राजद की तरह कांग्रेस भी 2017 में चुनाव के मद्देनजर गैरभाजपा दलो के एकजुट होने की पक्षधर है। कांग्रेस का मानना है कि बिहार में महागठबंधन की वजह से ही भाजपा पराजित हुयी। कांग्रेस ने आगामी 21 नवम्बर को नोएडा में “मिशन 2017” फतह के लिए अपने वरिष्ठ नेताओं की बैठक बुलायी है।  प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष सत्यदेव त्रिपाठी ने कहा कि बैठक में विधानसभा चुनाव पर तो चर्चा होगी लेकिन महागठबंधन के बारे मे फैसला कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी ही लेंगे। इससे पहले कांग्रेस, राष्ट्रीय लोकदल और जनता दल यूनाइटेड तथा कुछ अन्य धर्मनिरपेक्ष दलो के गठबंधन करने की सूचनाएं मिल रही थी। इस बीच, सपा महासचिव और उत्तर प्रदेश के लोक निर्माण विभाग मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने हाल ही में वाराणसी में दिये बयान में यहां गठबंधन बनने के संकेत दिये हैं। श्री यादव ने कहा कि साम्प्रदायिक ताकतो को नेस्तनाबूत करने के लिए सपा किसी से भी समझौता कर सकती है, हालांकि इस पर अंतिम फैसला पार्टी अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ही करेंगे।

लालू प्रसाद यादव और सपा अध्यक्ष रिश्तेदार हैं। राजद अध्यक्ष की बेटी से मुलायम सिंह यादव के पोते से शादी हुई है। इसलिए उत्तर प्रदेश में गठबंधन बनने की सम्भावनाएं प्रबल दिखती हैं। दोनों ही मूलरुप से समाजवादी और भाजपा के धुर विरोधी माने जाते हैं। दूसरी ओर, राजनीतिक विश्लेषकों की माने तो उत्तर प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और समाजवादी पार्टी बडी राजनीतिक ताकत है। बसपा को शामिल किये बगैर महागठबंधन की सफलता निश्चित नहीं मानी जा सकती, लेकिन गैरभाजपाई दल बसपा अध्यक्ष मायावती को गठबंधन में शामिल होने के लिए मना ले गए तो उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव एकतरफा हो जाएगा क्योंकि पिछडों और दलित एक मंच पर होंगे। राजनीतिक समीकरण इनके पक्ष में होगा और मुसलमान मतदाता भी गठबंधन को अपना मत दे सकते हैं।

बिहार चुनाव : चुनावी समर में उतरे सांसद पुत्रों को मिली हार

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पटना 16 नवम्बर, बिहार विधानसभा चुनाव में इस बार कई सांसद और पूर्व सांसदो के पुत्र विधायक बनने के इरादे से चुनावी मैदान में उतरे लेकिन उनमें से अधिकांश का सपना अधूरा रह गया । भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री डा.सी.पी. ठाकुर के पुत्र और विधान पार्षद विवेक ठाकुर को बह्मपुर से भाजपा का टिकट दिया गया। पिछली बार इस सीट से भाजपा के दिग्गज नेता कैलाशपति मिश्र की बहू दिलमणि देवी ने चुनाव जीता था । श्री ठाकुर का मुकाबला राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के शंभू नाथ यादव से था लेकिन विवेक ठाकुर को जीत मयस्सर नही हुयी । इसी तरह भाजपा के वरिष्ठ नेता और सांसद अश्विनी चौबे के पुत्र अर्जित शास्वत को भागलपुर से भाजपा का टिकट मिला। वर्ष 2010 के चुनाव में अश्विनी चौबे ने भाजपा के टिकट पर भागलपुर से चुनाव लड़ा था और विजयी रहे थे । श्री चौबे के बक्सर से सांसद बनने के बाद में इस सीट पर हुये उपचुनाव में कांग्रेस के अजित शर्मा निर्वाचित हुये। अजीत शर्मा से इसी सीट से इस बार भी कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा और पहली बार चुनाव लड़ रहे अर्जित शास्वत को पराजित कर दिया ।

भाजपा सांसद हुकुमदेव नारायाण यादव के पुत्र अशोक यादव केवटी से चुनावी समर में फिर से अपनी किस्मत को आजमाया । केवटी सीट इस मायने में और भी महत्वपूर्ण थी कि जहां एक ओर अशोक यादव भाजपा से चुनाव लड़ रहे थे वहीं इसी सीट से राजद के टिकट पर पूर्व सांसद मोहम्मद अली असरफ फातमी के पुत्र मोहम्मद फराज आजमी चुनाव लड़ रहे थे। फराज फातमी पिछली बार अशोक यादव से 29 वोट के मामूली अंतर से चुनाव हार गये थे । इस बार श्री फातमी ने श्री यादव को पराजित कर दिया । भाजपा सांसद छेदी पासवान के पुत्र रवि पासवान समाजवादी पार्टी  से चेनारी के टिकट पर चुनाव लड़ा। श्री पासवान का मुकाबला कांग्रेस के मंगत राम और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के ललन पासवान से था । ललन पासवान पिछली बार इस सीट से राजद के टिकट पर चुनाव हार गये थे ।इस बार ललन पासवान ने बाजी मार ली ।

लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) सांसद रामचन्द्र पासवान के पुत्र प्रिंस राज कल्याणपुर सुरक्षित सीट से चुनाव लड़ा ।श्री राज का मुकाबला जदयू के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद माहेश्वर हजारी से था ।श्री हजारी और श्री राज रिश्ते में चाचा-भतीजा हैं । श्री हजारी ने श्री राज को पराजित कर दिया । कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और वर्तमान में लोजपा के सांसद चौधरी महबूब अली कैसर के पुत्र मो यूसूफ अली खान को लोजपा ने सिमरी बख्तियारपुर से टिकट दिया । हालांकि पिछले चुनाव में कैसर को इस सीट से हार का सामना करना पड़ा था। श्री खान का मुकाबला पूर्व सांसद और जनता दल यूनाईटेड (जदयू) प्रत्याशी दिनेश चंद यादव से था लेकिन वह उन्हें पराजित नही कर सके ।

पूर्व सांसद जनार्दन यादव के पुत्र मनोज यादव भाजपा के टिकट पर बेलहर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा जिनका मुकाबला जदयू प्रत्याशी और वर्ष 2010 के चुनाव में जीते गिरधारी यादव से था ।मनोज यादव जदयू प्रत्याशी गिरधारी यादव से पराजित हो गये । पूर्व सासंद उमा शंकर सिंह के पुत्र जितेन्द स्वामी दरौंधा से चुनावी मैदान में उतरे। श्री स्वामी का मुकाबला जदयू प्रत्याशी कविता सिंह से था । कविता सिंह पूर्व दिवंगत विधायक जगमातो देवी की बहू है ।कविता सिंह ने श्री स्वामी को पराजित कर दिया । इसी तरह हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) पार्टी से पूर्व सांसद जगदीश शर्मा के पुत्र राहुल शर्मा ने घोसी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा लेकिन उन्हें जदयू के कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा से हार का सामना करना पड़ा ।

राष्ट्रीय पुरस्कार नहीं लौटाएंगी विद्या बालन

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बॉलीवुड अभिनेत्री विद्या बालन ने कहा कि वह अपना राष्ट्रीय पुरस्कार नहीं लौटाएंगी क्योंकि यह सम्मान उन्हें राष्ट्र ने दिया है, सरकार ने नहीं। यह टिप्पणी ऐसे समय सामने आई है जब कुछ प्रसिद्ध फिल्मी हस्तियों ने एफटीआईआई छात्रों के साथ एकजुटता दिखाते हुए और देश में बढ़ती असहिष्णुता के खिलाफ अपने राष्ट्रीय पुरस्कार लौटाए हैं।

विद्या ने एक कनक्लेव में कहा, ‘‘यह सम्मान (पुरस्कार) राष्ट्र द्वारा दिया गया, सरकार द्वारा नहीं। इसलिए मैं इसे लौटाना नहीं चाहतीं।’’ विद्या ने साल 2012 में ‘द डर्टी पिक्चर’ में अपनी भूमिका के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का राष्ट्रीय पुरस्कार जीता था।

फिल्मकार दिबाकर बनर्जी और आनंद पटवर्धन सहित 10 फिल्मी हस्तियों ने अपने राष्ट्रीय पुरस्कार लौटाए हैं। इसके अलावा, विद्या ने कहा कि उनकी राजनीति में शामिल होने में कोई रुचि नहीं है क्योंकि वह इसमें ‘‘बुरी तरह नाकाम’’ होंगी।

हेमा मालिनी ने एल्बम मैं हूँ मीरा रिलीज़ की।

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जयपुर राजस्थान की रहनेवाली मनीषा अग्रवाल और भजन सम्राट अनूप जलोटा की मधुर आवाज़ में गायी एल्बम मैं हूँ मीरा दो साल की मेहनत का कमाल है। इस एल्बम का संगीत दिया है ग्रैमी अवार्ड विजेता पंडित विश्व मोहन भट्ट ने। इस एल्बम में कुल नौ भजन हैं -चल वही देश ,म्हणे चाकर राखो  जी जैसे मोहक मीरा भजन हैं। 

एक्ट्रेस और सांसद हेमा मालिनी ने इस एल्बम को मुंबई में रिलीज़ किया।  तीन गाने के वीडियो दिखाए गए। अनूप जलोटा ने और विश्व भट्ट ने एल्बम से जुडी बातें मीडिया और मेहमानो को बताई। मनीषा अग्रवाल ने सभी लोगों को धन्यवाद किया इस एल्बम को पसंद करने के लिए। टाइम्स म्यूजिक इस एल्बम को बाजार में लेकर आ रही है। 

आलेख : उदात्त गरिमा यश प्रदात्री श्रीलक्ष्मी

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समस्त लोकों की ईश्वरी, अपने कर-कमलों में कमल-युगल धारण करने वाली तथा समस्त सर्वांगींण  कल्याण का विधान करने वाली जगजननी लक्ष्मी की उपासना भारतवर्ष और इसके बाहर के देशों में अति प्राचीन काल से ही प्रचलित रहा है तथा लक्ष्मी की दशांग उपासना की सम्पूर्ण विधि पटल, पद्धति, शतनाम, सहस्त्रनाम आदि स्त्रोतों एवं ऋग्वेद के खिल पर्व श्रीसूक्त के सम्पूर्ण विधान, लक्ष्मी तंत्र आदि का पाठ प्रायः घर-घर में नित्यप्रति होता है । भक्त जनों के अपराधों को क्षमा करके मुस्काराते रहने वाली, जिनके नेत्र कमल दलों के सामान सुन्दर नेत्र वाली है, उन विष्णुप्रिया लक्ष्मी के श्रीविग्रह की उपासना-अराधना से नैरन्तर्य माधुर्य-मंगलमयी आनन्द-प्राप्ति के साथ ही धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष रुपी पुरूषार्थ चतुष्टय की प्राप्ति एवं विविध प्रकार के अभीष्टों की सिद्धि सहज ही हो जाती है ।

 लक्ष दर्शनांकनयोः  इस धातु से ‘लक्ष्मी’ शब्द सिद्ध होता है। महर्षि स्वामी दयानन्द सरस्वती कृत सत्यार्थ प्रकाश के प्रथम समुलास में कहा गया है कि ‘यो लक्षयति पश्यत्यंकते चिह्नयति चराचरं जगदथवा वेदैराप्तैर्योगिभिश्च यो लक्ष्यते स लक्ष्मीः सर्वप्रियेश्वरः’ जो सब चराचर जगत् को देखता, चिह्नित अर्थात् दृश्य बनाता, जैसे शरीर के नेत्र, नासिकादि और वृक्ष के पत्र, पुष्प, फल, मूल, पृथिवी, जल के कृष्ण, रक्त, श्वेत, मृत्तिका, पाषाण, चन्द्र, सूर्यादि चिह्न बनाता तथा सब को देखता, सब शोभाओं की शोभा और जो वेदादिशास्त्र वा धार्मिक विद्वान् योगियों का लक्ष्य अर्थात् देखने योग्य है, इससे उस सर्वज्ञ सर्वशक्तिमान परमेश्वर के अनन्त गुण , कर्म, स्वभावानुसार अनेकों नामों में से एक  नाम ‘लक्ष्मी’ है। इसी प्रकार श्री शब्द की व्युत्पति करते हुए कहा गया कि ‘श्रिञ् सेवायाम्’  इस धातु से ‘श्री’ शब्द सिद्ध होता है। ‘यः श्रीयते सेव्यते सर्वेण जगता विद्वद्भिर्योगिभिश्च स श्रीरीश्वरः’। जिस का सेवन सब जगत्, विद्वान् और योगीजन करते हैं, उस परमात्मा का नाम ‘श्री’ है।

संस्कृत के शब्द कोशों में लक्ष्मी शब्द के अर्थ विष्णु पत्नी, हरिप्रिया, हरिवल्लभा,श्रीस्सागरसुता, कमला, पद्मा, सरस्वती, धन अधिष्ठात्री देवी तथा श्रीसौभाग्य लक्ष्मी के साथ ही सम्पति, समृद्धि,सफलता, शोभा, विभूति, सिद्धि- बुद्धि, कीर्ति, सुगन्धि, सुन्दरी, शक्ति, भार्गवी, दुर्गा, लोकमाता,राजशक्ति, वीरपत्नी,मोती,हल्दी एवं औषधि आदि अनेकार्थक अर्थ मिलते हैं । वैदिक साहित्य में श्रीलक्ष्मी के प्राप्त होने वाले सन्दर्भों में कहीं भी विष्णु के साथ देवी के सम्बन्ध की स्पष्ट प्रमाण नहीं मिलती । वेदों में श्री शब्द तेजस या कान्ति के रूप में प्रयुक्त हुआ है । कृष्ण यजुर्वेद (तैतिरीय संहिता 7/5/14) में अदिति को भी लक्ष्मी कहा गया है । वैसे अदिति कश्यप की पत्नी, मित्र, वरुण, धातादि देवताओं की माता कही गई है तथा प्रकृति के रूप में मन , अहंकारादि आठ पुत्रों की माता कही गई है । अदिति की प्रिय सखी भूदेवी का वर्णन भी उपलब्ध है। ऋग्वेद के परिशिष्ट खिल भाग में श्रीसूक्त में श्रीलक्ष्मी की स्तुति गायी गई है । विद्वान् उस स्तुति को आदि स्तुति मानते हैं । श्रीसूक्त में लक्ष्मी का नाम भी आया है । दोनों नाम विष्णु पत्नी सूचक ही हैं । उन्हें कमल के ऊपर बैठी हुई कहा गया है ।  शुक्ल यजुर्वेद 31/16 व कृष्ण यजुर्वेद के अनुसार भगवान् की दो ह्री (श्री) लक्ष्मी अथवा भूदिव्यलक्ष्मी पत्नियाँ दो शक्तियाँ मानी गई हैं – 
ह्रीश्च (श्रीश्च) ते लक्ष्मीश्च पत्न्यौ ।

वेदों में कहीं-कहीं पृथ्वी भी लक्ष्मी के रूप में प्रयुक्त हुई है । श्रीसूक्त में लक्ष्मी को महीमाता कहकर भी संबोधित किया गया है । अथर्ववेद के पृथ्वी सूक्त में भी धरतीमाता लक्ष्मीरूपा हो गई है ।श्रीसूक्त में लक्ष्मी को यश प्रदायिनी, अपूर्व सौन्दर्य की स्वामिनी, समृद्धि की वर्षा करने वाली, धन – धान्य से युक्त अपने भक्तों को समृद्धि प्रदान करने के साथ ही सुवर्ण, पशुधन, अन्न प्रदान कर उनके जीवन से अपनी बहन अलक्ष्मी को जो दारिद्रय, क्षुद्धा, अभाव की प्रतीक है, हटाकर दूर करने वाली कहा गया है । लक्ष्मी सूर्य सी तेजोमयी, सुवर्ण देह्कान्ति, अग्नि के समान जाज्वल्यमान, दमदमाते आभूषणों से नित्यमंडिता है ।कमले कमलासना, पवित्रता की प्रतीक कमल पर स्थित हरिप्रिया ही कैलाश की पार्वती, श्रीरोद की सिन्धुकन्या है, बैकुण्ठ की महालक्ष्मी है । कमल सृष्टि का प्रतीक है, जल से जीवन का रस ग्रहण कर व्यापक सृष्टि का प्रजननकर्ता, कर्दम से निकला फिर भी परम पवित्र । एक ओर कमल को पवित्रता का मूर्तिमान विग्रह कहा गया है तो दूसरी ओर आध्यात्मिकता का संचार करने में पूर्णतया सक्षम । उस पर विराजमान हरिप्रिया- दोनों ओर सूंड से जलवृष्टि करते हुए हस्तिद्वय । ये ऐरावत हैं, ऐश्वर्य के प्रतीक, साथ ही धन- धान्य की निरन्तर वृष्टि करने वाले । कालान्तर में मिश्र की असुर देवियों के भावना के अनुकरण में श्रीनामी देवी के अंशों को दुर्गा, काली, भवानी,भैरवी,चण्डी , अन्नपूर्णा, चामुण्डा आदि रूप में कल्पित कर लिए गए । मिश्र में भी आदिमाया मिनर्वा, जुनोब्रेनसा, हीआ, हेक्ट्री, डायना और इयर आदि देवी पूजा प्राचीन काल से चन्दन, अक्षत, धूप, मांस- रूधिर से होती रही है । जिस तरह भारत की देवी दुर्गा ने महिषासुर को मारा जिसका मुँह भैंसे के समान था, उसी प्रकार मिश्र की देवी ईसिस मिनर्वा ने हीकस हिपोपोटेमस (दरियाई घोड़े के समान मुँह वाले) राक्षस को मारा था ।

 लक्ष्मी को धन की देवी और विष्णु की पत्नी माना गया है । परन्तु सूर्य विष्णु का नाम था । सूर्य महर्षि कश्यप और दक्षपुत्री अदिति के कनिष्ठ पुत्र थे । इनके पुत्र मनु वैवस्वत ने आर्य जाति की स्थापना की तथा सूर्य वंश चलाया । कहा जाता है कि समुद्र-मंथन में विष्णु को लक्ष्मी प्राप्त हुई थी, परन्तु विद्वान् इस कथा को आलंकारिक मानते हैं तथा कहते हैं कि वास्तव में यह वह एक स्वर्ण खान के मिलने का प्रसंग है जो देव-दैत्य, नाग तीनों ने मिलकर प्राप्त की थी । पीछे सरस्वती नदी को विद्या की देवी मान लेने की भांति धन-लक्ष्मी को धन की देवी मान लिया गया । उसे विष्णु ने प्राप्त किया था  । अतः वह विष्णु की चरणसेविका बन गई । परन्तु श्री नाम से लक्ष्मी, पार्वती तथा दुर्गा तीनों को समावेश किया गया तथा अब तीनों को ही श्री नाम से जाना जाता है ।    

लक्ष्मी का एक नाम पद्मा भी है । ऋग्वेद परिशिष्ट श्रीसूक्त एवं श्रीमद भागवत पुराण 10/47/13 में लक्ष्मी को पद्मा कहा गया है ।श्रीसूक्त में लक्ष्मी के लिए पद्मस्थिता, पद्मवर्णा,पद्मिनी, पद्ममालिनी.पुष्करणी, पद्मानना. मद्मोरू. मद्माक्षि, पद्मसम्भवा , सरसिजनिलया , सरोजहस्ता, पद्मविपद्मपत्रा, पद्मप्रिया, पद्मदलायताक्षी आदि का प्रयोग हुआ है । लक्ष्मी के लिए प्रयुक्त परिशिष्ट श्रीसूक्त के  4/26 में प्रयुक्त इन नामों से कमल के साथ इनके अत्यंत घनिष्ठ सम्बन्ध का पता चलता है। लक्ष्मी सुगन्धित कमल की माला धारण करती है, हाथ में कमल रखती है तथा कमल पर निवास भी करती है । इनका वर्ण पद्म से उत्पन्न पद्म का सा है ।पद्म (कमल) की पंखुड़ियों की भान्ति इनकी लुभावनी बड़ी-बड़ी आँखें हैं । हाथ, चरण, अरू, आदि समस्त अवयव पद्म की भान्ति है । इनके इन्हीं गुणों के कारण इनका नाम पद्मा भी है ।बाल्मिकीय रामायण, महाभारत, पुराणादि संस्कृत साहित्यों में लक्ष्मी का वर्णन विष्णु-पत्नी के रूप में अंकित करते हुए लक्ष्मी को प्रमुख स्थान प्रदान किया गया है । समुद्र से उत्पन्न होने के कारण लक्ष्मी का समुद्रकन्या नाम प्रसिद्ध हुआ ।
महर्षि वेदव्यास रचित महाभारत आदिपर्व 18/35  के अनुसार लक्ष्मी का प्रकटी समुद्रमंथन के अवसर पर हुआ था । श्रीमद्भागवत पुराण  8/8/24 के अनुसार विष्णु भगवान में इनकी परा अनुरक्ति थी । अतः इन्होने पति के रूप में वरन करते हुए उन्हें ही पद्मों की माला पहनाई थीं ।श्रीमद भागवत पुराण 10/47/13 में अंकित है कि लक्ष्मी के अनेक रूप हैं, उनमें पद्माविष्णु की अनुरागरूपिणी (अनुरागिनीरूपा) है । गोपियों ने विष्णु के प्रति पद्मा के प्रेम की इस एकतानता की भूरि-भूरि प्रशंसा की है । पद्मा के अतिरिक्त अन्य रूपों में ये ऐश्वर्य प्रदान करती हैं, सम्पति का अम्बार लगा देती हैं और सर्वत्र शोभा का आध्यान भी करती हैं । इसमें सृष्टि के आदि में कृष्ण के नामांश से महारास के समय लक्ष्मी का प्रादुर्भाव दिखाया गया है  ।

स्कन्द पुराण वेवर खंड भूमि वराह खंड के अनुसार आकाश राज की अयोनिजा कन्या के रूप में अवतीर्ण हुई, तब इनका नाम पद्मावती, पद्मिनी और पद्मालय रखा गया । भगवान् जब कल्कि अवतार ग्रघन करते हैं, तब लक्ष्मी का नाम पद्मा ही होता है ।मार्कंडेय पुराण में लक्ष्मी के स्वरुप का वर्णन करते हुए कहा गया है कि इनका मुखमंडल चन्द्रमा के सदृश है । ये कमललोचना एवं पीनपयोधरा हैं । इनका शरीर सुगन्धित है ।ये मृदुभाषिणी एवं समस्त स्त्रियोचित गुणों से विभूषित हैं ।भक्तमाल में लक्ष्मी को कमला तथा विष्णु की शक्ति के रूप में निरूपित किया गया है।वायुपुराण 9/79/98  में लक्ष्मी की उत्पति का वर्णन करते हुए  कहा गया है- हिरण्यगर्भ से पुरूष तथा प्रकृति की उत्पति हुई । पुरूष ग्यारह भागों में विभक्त हुआ । प्रकृति के दो भाग - प्रज्ञा या सरस्वती तथा श्रीलक्ष्मी हुए। वे दोनों अंश अनेक रूपों में संसार में व्याप्त हुए। विष्णु पुराण 1,8/29 में कहा गया है कि विष्णु भगवान् विश्व के आधार हैं और लक्ष्मी जी उनकी शक्ति हैं
 - अवष्टम्भो गदापाणिः शक्तिर्लक्ष्मीर्द्विजोत्तम् ।।(विष्णु पुराण 1/8/29)

लक्ष्मी आख्यानों के लिए सर्वप्रचलित श्रीमद्भागवत पुराण में लक्ष्मी को धन की अधिष्ठात्री देवी के रूप में प्रतिष्ठा मिली।इसके साथ ही धन की देवी के र्रोप में लक्ष्मी की पूजा आरम्भ हुई ।लक्ष्मी जो सागर मंथन में चौदह रत्नों के साथ प्राप्त हुई थी, भागवत पुराण 8/8/23 के अनुसार जिसको भगवान श्रीविष्णु ने स्वयं वरण किया था, शताब्दियों के पश्चात् उनका पौराणिक दिव्य रूप प्रतिष्ठित हुआ है । लोकमान्यता के अनुसार लक्ष्मी स्वर्णवर्णा हैं और अत्यंत सुन्दरी, नित नवीना सदा युवती रहने वाली चार भुजाओं वाली देवी है तथा जो जल में लाल कमल पर विराजमान है, जिन पर द्विगज स्वर्ण कलश से निरन्तर जलार्पण करते रहते हैं । इन्हीं देवी का दीपावली की सघन रात्रि में दीपों के प्रकाश के साथ पूजा-अर्चना का विधान है । ब्रह्मवैवर्त्त पुराण में भी इनकी पूजा-अर्चना का वृहत वर्णन अंकित  है । इसमें लक्ष्मी सर्वऐश्वर्य और सर्वसम्पत्ति देने वाली है । लक्ष्मी देवी गौरवर्णा, रत्नजटिता, अलंकार विभूषितापीत वस्त्र धारण किये हुए नवयौवना है । नारायण, विष्णु एवं शिव के साथ ही स्वयंभू मनु, ऋषियों एवं गन्धर्वों द्वारा भी ये पूजित हुईं । श्रीमद्भागवत पुराण, ब्रह्मवैवर्त पुराण, नारद,मार्कंडेय आदि विविध पुराणादि ग्रन्थों में लक्ष्मी के स्वरुप व उनकी अभ्यर्थनाओं, प्रार्थनाओं से सम्बंधित साहित्य प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है । वस्तुतः लक्ष्मी युगों-युगों से लोकाराध्या है । 






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अशोक “प्रवृद्ध”
गुमला 
(झारखण्ड)

मोदी सरकार की नीतियों को आम आदमी तक ले जाने में किसी मैकेनिज्म का न होना बिहार चुनाव परिणामों की बड़ी वजह

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शिमला,बिहार के चुनावी नतीज़ों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने कहा है की प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गयी विभिन्न बेहद महत्वपूर्ण योजऩाओं को आम आदमी तक पहुँचाने में किसी मजबूत मैकेनिज्म का न होना बिहार चुनाव के परिणामों की एक बड़ी वजह है ! श्री मोदी द्वारा शुरू की गयी मुद्रा बैंक योजना, स्किल इंडिया एवं डिजिटल इंडिया अभियान और मेक इन इंडिया कार्यक्रम आम आदमी का जीवन बदल सकते हैं लेकिन जिन लोगों के लिए ये योजनाएं शुरू की गयीं उनतक यह योजना प्रभावी तरीके से पहुंची ही नहीं और उन्हें पता ही नहीं लगा की आजादी के बाद पहली बार किसी सरकार ने उनके वित्तीय एवं सामाजिक समावेश के लिए कुछ योजनाएं शुरू की हैं ! यदि यह योजनाएं सही मायनों में नीचे तक आम आदमी तक पहुँचती तो बिहार के चुनाव परिणाम कुछ और ही होते !
 
कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री बी.सी.भरतिया एवं राष्ट्रीय महामंत्री श्री प्रवीन खण्डेलवाल ने कहा की इसमें कोई शक नहीं की मोदी सरकार ने ऐसे अनेक योजनाएं शुरू की जिनके बारे में कभी सोचा तक नहीं गया लेकिन यह भी एक वास्तविकता है की जिन लोगों पर इन योजनाओं को निचले स्तर तक ले जाने की जिम्मेवारी थी उनके पास कोई दूरदृष्टि नहीं थी, कोई ठोस रोडमैप नहीं था यहाँ तक की जिन वर्गों के लिए ये योजनाएं थी उनके संगठनों को कभी भी विश्वास में नहीं लिया गया ! देश में छोटा तबका जिसमें व्यापारी, ट्रांसपोर्टर, ट्रक ऑपरेटर, लघु उद्योग, किसान, स्वयं उद्यमी, महिला उद्यमी, हॉकर्स आदि सही मायने में इन योजनाओं के हकदार हैं और वो वोटर भी हैं ! इन वर्गों को पता ही नहीं चला की सरकार उनके लिए मजबूत योजनाएं बनायीं हैं !
 
उदहारण के रूप में उन्होंने कहा की प्रधानमंत्री ने अप्रैल में मुद्रा योजना शुरू की थी जिसका पूरा फायदा छोटे व्यावसायिओं को मिलना था ! मुद्रा एक रेगुलेटर के रूप में गठित होगा जिसके लिए संसद से बिल पारित करना होगा ! इतना लम्बा समय बीत जाने के बाद भी मुद्रा बिल अभी तक सरकारी फाइलों में ही अटका पड़ा हुआ है ! जितनी गंभीरता प्रधानमंत्री ने दी उस अनुपात में अफसरशाही ने कुछ भी नहीं किया ! बड़ी मात्रा में लोग मुद्रा के द्वारा  कजऱ्ा मिलने से महरूम हो गए हैं !
 
श्री भरतिया एवं श्री खण्डेलवाल ने उम्मीद जताई है की इस मुद्दे पर निश्चित रूप से सरकार के स्तर पर अब चिंतन होना चाहिए और आम आदमी से जुडी साड़ी योजनाओं को समयबध्द सीमा में लोगों तक पहुँचाने के लिए जिम्मेदारी तय हो और उसकी मॉनिटरिंग हो !



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विजयेन्दर शर्मा 
शिमला 

वंचित वर्गों का महासंघ बनाने पर सहमति

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  • डॉ. निरंकुशजी के नेतृत्व में टीम का गठन

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दिनांक : 07.11.15 को गुर्जर भवन चंडीगढ़ में दिन के 2 बजे से रात्री 01 बजे तक आठ राज्यों के मोस्ट/MOST =(Minority+OBC+SC+Tribals) अनार्य वर्गों के प्रमुख बुद्धिजीवियों और दर्जनों संगठनों के प्रमुख प्रतिनिधियों ने देश के वर्तमान हालातों पर गहन-गंभीर चिंतन और विचार-विमर्श किया।

हिमाचल प्रदेश के वयोवृद्ध सामाजिक कार्यकर्ता श्री जगदीश चन्द्र जी के आह्वान पर आयोजित कार्यक्रम में वर्तमान सरकार और संघी विचारधारा तथा अत्याचारों से आहत MOST अनार्य वर्गों के सभी बुद्धिजीवियों ने चिंता और आक्रोश प्रकट किया। न्यायपालिका के मार्फत आरक्षण से की जा रही छेड़छाड़ को कैसे रोका जाए इस विषय पर सभी ने विचार रखे।

वक्ताओं में अजा, अजजा, ओबीसी, माइनॉरिटी, विमुक्त, घुमन्तु अनार्य जाति-वर्गों के वकील, प्रोफेसर, शिक्षाविद, रिटायर्ड जज, पुलिस अधिकारी, सामाजिक कार्यकर्ता और संगठन संचालकों ने खुलकर विचार रखे।

अंत में सभी ने निर्णय लिया कि उक्त सभी अनार्य वर्गों को मिलकर देशभर में संचालित प्रादेशिक और राष्ट्रीय स्तर के संगठनों का एक महासंघ बनाने की शख्त जरूरत है। जो देशभर में जारी आर्य-मनुवादियों के अत्याचारों और मनमानी के खिलाफ संवैधानिक तरीके से संघर्ष करे और संवैधानिक व्यवस्था और अधिकारों को सभी MOST वर्गों के हितों में लागू करवाये।

HRD के राष्ट्रीय प्रमुख डॉ. पुरुषोत्तम मीणा 'निरंकुश'जी नेतृत्व में शामिल टीम के विचारों और तर्कों से प्रभावित होकर HRD टीम के विचारों को सभी द्वारा महत्व प्रदान किया गया। जिसके परिणामस्वरूप डॉ. निरंकुश जी के बार-बार इनकार के बावजूद भी कार्यक्रम के अंत में सर्वसम्मति से डॉ. निरंकुश जी के ही नेतृत्व में 8 राज्यों से 13 सदस्यीय टीम का गठन किया गया। यह टीम सभी उक्त सभी वंचित वर्गों के संगठनों के महासंघ के गठन को अंतिम रूप देगी। टीम इस प्रकार है :-


01. डॉ. पुरुषोत्तम मीणा 'निरंकुश'-राजस्थान-संयोजक।
02. श्री जगदीश चंद्र-सदस्य-हिमाचल प्रदेश।
03. श्री रतनसिंह-सदस्य-पंजाब
04. श्री सुरेन्द्र सिंह धानुक-सदस्य-हरियाणा
05. श्री अशोक कुमार-एडवोकेट-सदस्य-जम्मू एवं कश्मीर।
06. श्री के. के. जाटव-सदस्य-उत्तर प्रदेश
07. श्री के. डी. राही-सदस्य-मध्य प्रदेश
08. मैडम उषा राजोतिया-सदस्य-राजस्थान
09. श्री हुकमचन्द-सदस्य-चंडीगढ़
10. श्री ऋषिपाल पांचाल-सदस्य-हरियाणा
11. श्री जसमेर सिंह-सदस्य-हरियाणा
12. श्री भगवानदास-सदस्य-हिमाचल प्रदेश
13. श्री कुलदीप सिंह-सदस्य-पंजाब।


देशभर के प्रमुख बुद्धिजीवियों, चिंतकों और संगठकों द्वारा के बीच डॉ. निरंकुश जी और HRD टीम के विचारों को मान्यता और सम्मान मिलना समस्त HRD टीम की उपलब्धि है। जिसके लिए HRD टीम बधाई की पात्र है। देशभर में सेवारत HRD टीम की अब जिम्मेदारियाँ बढ़ गयी हैं। उम्मीद है कि HRD के देशभर में सेवारत सभी हक रक्षक इस जिम्मेदारी का निर्वाह करने में अपना सम्पूर्ण योगदान देंगे और राष्ट्रीय स्तर पर MOST =(Minority+OBC+SC+Tribals) अनार्य वर्गों के सभी प्रादेशिक तथा राष्ट्रीय संगठनों के महासंघ के गठन में सक्रिय सहयोग प्रदान करेंगे।
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