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बिहार : महादलित शनिचरी देवी की व्यथा और सरकारी लालफीताशाही !

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पटना। आज शनिचरी देवी ने अंगूठा निशान वाला आवेदन पत्र को राज्य अनुसूचित जाति आयोग,बिहार के कार्यालय में पेश कर दी। सड़क दुर्घटना में शनिचरी देवी के पति सोहन मांझी की मौत हो गयी। 13 अक्टूबर 2015 की काली रात में शनिचरी देवी की मांग उजड़ गयी। 14 अक्टूबर को पाटलिपुत्र थाना में एफआईआर दर्ज किया गया। पोस्टमार्टम किया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट लेने में 6 सौ रूपए खर्च करना पड़ा। पंजी में अंकित क्रम संख्या-1 और दिनांक 24.11.2015 है। 

महादलित मुसहर समुदाय के स्व. राजेन्द्र मांझी का घर नासरीगंज मुसहरी (बिस्कुट फैक्ट्री रोड) में है। उनका पुत्र सोहन मांझी (45 साल)हैं। सोहन मांझी का विवाह शनिचरी देवी के संग हुआ है। दोनों के शरीर से 6 बच्चे हुए। 1 लड़की और 1लड़का की मौत हो गयी है। 2 लड़की और 2 लड़के जीर्वित हैं। पटना सदर प्रखंड के उत्तरी मैनपुरा ग्राम पंचायत में स्थित एल.सी.टी.घाट, गंगस्थली मुसहरी में सोहन मांझी का श्सुराल है। नासरीगंज में रहने वाले भीम सिंह का सोहन मांझी हलवाहा है। शेरपुर में जाकर वह हलवाहा का कार्य करता था। 

बताया गया कि शनिचरी देवी मैयके चली गयी थीं।एल.सी.टी.घाट से पत्नी को लाने के ख्याल से सोहन मांझी 13 अक्टूबर को शेरपुर से नासरीगंज घर पर आया।कुछ देर ठहरने के बाद एल.सी.टी.घाट चला गया। वहां पर पहुंचकर खान-पान किया।तबतक काफी देर शाम हो चुकी।करीब 9 बज गया था। शनिचरी देवी की दीदी तारामुनि देवी ने कहा कि हमलोग सोच रहे थे कि अर्जुन मांझी के घर में जाकर रात्रि विश्राम करेंगे। ऐसा न करके सीधे घर (नासरीगंज) रवाना होने चले गए। इस बाबत सोहन मांझी घर वालों को जानकारी नहीं दी। 

कुछ घंटे के बाद पटना-दीघा-दानापुर मैन रोड के एल.सी.टी.घाट रोड पर शोर होने लगी। एक व्यक्ति की मौत ट्रक से धक्का लग जाने से दर्दनाक मौत हो गयी है। घर से निकलकर आम लोग रोड पर आ गए। व्यक्ति का सिर ही बचा था। बाकी शरीर कुचला गया। घटना स्थल पर ही दम तोड़ दिया था। तबतक लोगों ने पहचान कर लिए कि वह सोहन मांझी ही है। 

इस बाबत पाटलिपुत्र थाना को सूचना दी गयी। मौके पर पहुंचकर थाना पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। 14 अक्टूबर को पोस्टमार्टम करने के बाद सोहन मांझी को मिट्टी के हवाले कर दिया गया। गंगा किनारे शव को दफना दिया गया। गरीबता के कारण हिन्दू होने के बाद भी शव को दफना दिया गया। शनिचरी देवी के पुत्र गनौरी कुमार ने पिताश्री सोहन मांझी को मुखाग्नि दिए। 15 अक्टूबर को सोहन को दूध-भात दिया गया। सोहन मांझी के आदतानुसार दारू,सिगरेट,गांजा,खैनी आदि भी दिया गया। 

उत्तरी मैनपुरा ग्राम पंचायत के सदस्य परमेश्वर मांझी ने राज्य अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष विद्यानंद विकल से आग्रह किए है कि हलवाहा सोहन मांझी को सरकारी मापदंड के अनुसार मुआवजा उपलब्ध कराएं।

सरकार या भाजपा किसी पर अपने विचार नहीं थोपना चाहती : नायडू

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नयी दिल्ली 25 नवम्बर, संसदीय कार्यमंत्री एम वेंकैया नायडू ने आज कहा कि दादरी और साहित्यकार कलबुर्गी की हत्या जैसी घटनायें दुर्भाग्यपूर्ण है और सरकार या भारतीय जनता पार्टी का इनसे कोई लेना-देना नहीं है तथा न ही सरकार किसी पर अपने विचार थोपना चाहती है। श्री नायडू ने कल से शुरु हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र से पहले बुलायी गयी सर्वदलीय बैठक में विभिन्न दलों के नेताओं से कहा कि पिछले कुछ दिनों में हुई घटनायें दुर्भाग्यपूर्ण है और यह चिंता का विषय है लेकिन सरकार या पार्टी का इनसे कोई लेना-देना नहीं है और न ही हम किसी पर कोई विचार थोपना चाहते हैं। 

उन्होंने कहा कि सरकार जानती है कि विकास और प्रगति के लिए शांति तथा भाईचारे का माहौल जरूरी है और वह इसके लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि मीडिया रिपोर्टों में कहा जा रहा है कि देश में असहिष्णुता बढ़ी है। सरकार इसे सही नहीं मानती। लेकिन यदि विपक्ष चाहे तो सरकार उसी परिप्रेक्ष्य में इस मुद्दे पर संसद में चर्चा के लिए तैयार है। उन्होंने सभी दलों के नेताओं से अपील की कि वे राजनीतिक मतभेदों को भुलाकर संसद की कार्यवाही चलाने में सहयोग करें और आर्थिक प्रगति तथा विकास के लिए जरूरी विधेयकों को पारित कराने में सहयोग करें। 

भूले-बिसरे पत्रकारों के नाम से सम्मानित किया जायेगा पत्रकारों को

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भोपाल, 25 नवंबर 2015। एम.पी.वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन की कोर कमेटी की बैठक प्रांतीय कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष राधावल्लभ शारदा की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में निर्णय लिया गया कि 17 दिसंबर को भोपाल में आयोजित पत्रकारों के सम्मान समारोह एवं कार्यशाला में अतिथियों के रूप में सर्वश्री मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान, मध्यप्रदेश के विधानसभा अध्यक्ष श्री सीतासरन शर्मा, भोपाल के महापौर श्री आलोक शर्मा, गृहमंत्री श्री बाबूलाल गौर, जनसम्पर्क मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल, उच्च शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता, श्री आलोक संजर सांसद भोपाल, विधायक श्री सुरेन्द्रनाथ सिंह (मम्मा) को आमंत्रित किया जाये। एम.पी.वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन उसके वार्षिक सम्मेलन में पत्रकारिता की उस पीढ़ी के नाम से पत्रकारों को सम्मानित करेगा, जिन्होंने कफन बांध, भूखे प्यासे, पागल से भिड़े रहकर बहादुरी के साथ जो बोया वह अंकुरित है। जिसे आप हम देख रहे हैं। उनकी नसों में जो प्रवाहमान है, उसकी पहचान कुछ तो हो गई, बहुत कुछ ओझल है। प्राचीन ही उजागर नहीं हुआ तो हमारा वैभव व्यसन की संज्ञा मात्र होगा। 

एम.पी.वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष राधावल्लभ शारदा ने बताया कि कोर कमेटी ने निर्णय लिया है कि प्रांतीय सम्मेलन में भूले-बिसरे पत्रकारों एवं प्रदेश के प्रथम पीढ़ी के अग्रगण्य पत्रकार स्व.श्री द्वारका प्रसाद जी अग्रवाल दैनिक भास्कर भोपाल, श्री रामगोपाल जी माहेश्वरी नवभारत भोपाल, श्री रामनारायण जी शास्त्री संस्थापक दैनिक स्वदेश इंदौर, श्री मायाराम जी सुरजन देशबंधु भोपाल, श्री विशम्भरदयाल जी अग्रवाल दैनिक भास्कर जबलपुर, श्री दामोदर दास जी नागौरी नवप्रभात ग्वालियर, श्री सुरेन्द्र पटेल जी सांध्य प्रकाश भोपाल, श्री ठाकुर शिव प्रताप सिंह जी अग्निपथ उज्जैन, श्री राजमल जी लोढ़ा ध्वज मंदसौर, श्री हुकुमचंद जी नारद लोकमत सतना, श्री युगल बिहारी जी अग्निहोत्री दैनिक जागरण भोपाल, श्री त्रिभुवन जी यादव दैनिक नवभारत भोपाल, श्री के.पी.नारायण जी एम.पी.क्रानिकल भोपाल, श्री श्याम सुन्दर जी व्यौहार दैनिक भास्कर भोपाल, श्री सुरेन्द्र प्रताप सिंह जी आज न्यूज चैनल (रविवार), श्री गोर्वधन दास जी मेहता दैनिक भास्कर भोपाल, श्री तरुण कुमार जी भादुड़ी फ्री प्रेस भोपाल, श्री एन.राजन जी नेशनल मेल भोपाल, श्री प्रेमचंद जी मोदी नई दुनिया भोपाल,श्री मदन मोहन जोशी जी नई दुनिया भोपाल, श्री कमर जमाली जी आफताब-ए-जहीद भोपाल, श्री मानिकचन्द्र जी बोन्द्रिया कृषक जगत भोपाल, श्री अविनाश चन्द्र जी राय दैनिक भास्कर भोपाल, श्री राज भारद्वाज जी देशबंधु भोपाल, श्री भुवन भूषण जी देवलिया यूएनआई सागर के नाम से सम्मानित किया जायेगा।

नेताजी सुभाष चंद्र बोस सम्मान से सम्मानित होंगे जिला अध्यक्ष
कुशल संगठक श्रद्धेय श्री नेताजी सुभाष चंद्र बोस सम्मान से संगठन में उत्तम कार्य करने वाली जिला इकाईयों के जिला अध्यक्षों को भी सम्मानित किया जायेगा। प्रदेश के पत्रकार 1 जनवरी 2015 से 1 नवंबर 2015 तक प्रकाशित समीक्षात्मक आलेख अथवा खोजपूर्ण समाचार की कम से कम बीस कतरनें साथ ही किन संवाद माध्यमों में प्रकाशित हुये उनके नाम एवं प्रकाशन दिनांक एवं स्वयं का फोटो, बायोडाटा अवश्य संलग्न करके एम.पी.वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन कार्यालय एफ-88/19, सेकेण्ड स्टॉप, तुलसी नगर भोपाल के पते पर 30 नवंबर 2015 तक भेज सकते है। चयनित पत्रकारों को यूनियन के प्रांतीय सम्मेलन में सम्मानित किया जायेगा। जिसमें चयन समिति का निर्णय अंतिम होगा।

सेंट जांस स्कूल मढौली, वाराणसी के वार्षिकोत्सव में बच्चों का धमाल

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  • ‘ना काटो मुझे बड़ा दुखता है’ 
  • नन्हें-मुन्नें बच्चों ने गीत-संगीत के माध्यम से दी पर्यावरण व वातावरण को हरा-भरा बनाएं रखने का संदेश 
  • वार्षिकोत्सव में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमो से दर्शकों का मन मोहा 
  • विज्ञान एवं कला प्रदर्शनी में मिसाइल से लेकर हेलीकाप्टर आदि माॅडलों के जरिए छात्रों ने उकेरी अपनी प्रतिभा व आत्मविश्वास 

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वाराणसी। मुझसे है सांसों की तुम पर मेहरवानी, मैं ना रहा तो न रहेगा पानी, मैं तेरा हिस्सा हूं तू मेरा हिस्सा है। मैं दूं तुमकों भरपूर छाया, तू तो मुझे समझ ही न पाया, फिर भी हमें काटा गया, तुझकों नजर भी नहीं आया, ‘ना काटो मुझे बड़ा दुखता है’, गीत पर वृक्ष का रुप धारण किए जब नन्हें-मुन्ने बच्चों ने अपनी प्रस्तुती दी तो दीर्घा में बैठे हर शख्स की आंखे डबडबा गयी। पर्यावरण एवं वातावरण को हरा-भरा बनाने से लेकर पेड़-पौधों की महत्ता, उपयोगिता को छात्रों ने नृत्य के जरिए बताने की कोशिश किया कि किस तरह जन-जन को तैयार करना है और वेद-पुराणों में भी वृक्ष की कितनी अहमियत है। ट्रेडिशनल परिधान हाथों में थामें फयुजन वीट्स पर कदमों की थिरकन का असर दर्शकों पर कुछ यूं चढ़ा कि कब कार्यक्रम के समापन का वक्त का पता ही नहीं चला। यह नजारा था धर्म एवं आस्था की नगरी काशी के सेंट जांस स्कूल, मढौली के दो दिवसीय वाषिकोत्सव समारोह-2015 का। 

इस दौरान बच्चों द्वारा विज्ञान एवं कला पर आधारित तैयार माॅडल में काशी की गौरवशाली परम्परा, भाईचारा, कला-संस्कृति, और धार्मिक महत्व की झलक भी दिखी। खास बात यह रही कि नन्हें-मुन्नों ने विज्ञान, कला, साहित्य संबंधी विभिन्न विषयों पर माॅडल बनाकर अपनी क्रियात्मक क्षमता एवं हूनर का अनूठा संगम प्रस्तुत किया। जिसे देख न सिर्फ अभिभावकों एवं दर्शकों की आंखे खुली की खुली रह गयी बल्कि उनके कला कौशल से वह मंत्रमुग्ध होकर रह गए थे। अतिथियों के स्वागत गीत की जीवंत प्रस्तुति पर दर्शकों की खुशी का ठिकाना न रहा। मोक्षदायिनी गंगा की काशीवासियों को मार्मिक अपील तथा स्वच्छता संदेश देकर बच्चों ने दर्शकों को भावना के सागर में डूबो दिया। दर्शकों से भरा खचाखच दर्शक दीर्घा में स्कूल के बच्चों ने वर्तमान काल की अनेक ज्वलंत समस्याओं और उनके समाधान जैसे माॅडलों द्वारा राष्ट के प्रति अपने दायित्वबोध का भी चीर-परिचिज अंदाज में दिया। बच्चों ने कार्यक्रम की शुरुवात प्रार्थना से की। इसके बाद वेलकम सांग के बीच छोटे-छोटे बच्चों की मनमोहक प्रस्तुति लोगों को खूब भया। 

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कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि वाराणसी कैथोलिक धर्मप्रांत के धर्माचार्य विशप यूजीन ने दीप प्रज्वलित कर किया। अंत में श्री यूजीन ने बच्चों, अभिभावकों व अध्यापकों को संबोधित करते हुए कहा आज के दोर में पर्यावरण को हरा-भरा बनाएं रखने व वातातावरण को शुद्ध करने के लिए स्वच्छता जरुरी है। उन्होंने शिक्षकों की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि शिक्षक वह होते है जो शिक्षा के माध्यम से न सिर्फ बच्चों को हुनरमंद बनाते है बल्कि समाज को एक नई दिशा भी देने में कारगर भूमिका निभाते है। एक वक्त था जब लोग आईएएस आईपीएस बनने से अच्छा शिक्षक बनना पसंद करते थेद्व क्योंकि शिक्षक को समाज से सबसे उच्च स्थान होता था। वह सम्मान आज भी बना रहे इसकी कोशिश करनी होगी। तकनीकी के दौर में व्यवहारिक शिक्षा पर बल देते हुए श्री यूजीन ने कहा  िकइस तरह के कार्यक्रम छात्रों में आत्मबल एवं चरित्रबल को विकसित करते है। साथ ही उन्हें व्यवसायिक शिक्षा से जोड़ते है। स्थिर, चरित्र, एवं दृश्य-श्रव्य तीनों ही प्रकार के माॅडलों में सर्वोत्कृष्ट माॅडल को विशिष्ट अतिथि इमेरिट प्रोफेसर लल्लन मिश्र, रसायन विभाग बीएचयू द्वारा प्रस्तुत किया जायेगा। प्रदर्शनी का उद्देश्य छात्रों में अंतर्निहित योग्यताओं को उभारकर उनके ज्ञान का संवर्धन करना है, जिससे उनका बहुआयामी विकास हो सके। स्वागत स्कूल प्रिसिंपल फादर थाॅमस ने करते हुए कहा कि अपनी क्षमता और रुचि को पहचानने तथा निखारने का यह एक बेहतरीन अवसर है जो भविष्य में छात्रों को दिशा-निर्देशित करेगा। 

मध्य प्रदेश : जैत के लाल तू ने कर दिया कमाल -रखता है हर वर्ग का ख्याल

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जैत के लाल तू ने कर दिया कमाल    बुधनी - मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री माननीय शिवराज सिंह जी चौहान k 10 वर्ष पूर्ण होने पर हार्दिक-हार्दिक शुभकामनाएं एवं ढ़ेरों बधाइयां हम आज आपको ले चलते हैं उस गांव जहां से प्रदेश के मुख्यमंत्री की राजनीति शुरू हुई है उस जिले जहां पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जन्म लिया और उस तहसील जहां से शिवराज जी ने अपना पहला चुनाव लड़ कर राजनीति की सीढ़ी पर अपना वह मजबूत कदम रखा है जिस कदम से आज भारतीय जनता पार्टी गौरव महसूस कर रही है मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी का यह पहला कार्यकर्ता पार्टी को गर्व महसूस करा रहा है जिसने मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री के रूप में 10 वर्ष पूर्ण किए हैं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पूरे प्रदेश में पांव पांव वाले भैया के नाम से जाना जाता है कि यह पांव पांव वाले भैया क्या है अभी तक लोग समझ नहीं पाए हैं 

मैं आपको ले चलता हूं शिवराज जी के कुछ अनछुए पहल के पास मुख्यमंत्री सन 1990 में जब बुदनी तहसील में राजनीति की शुरूआत कर रहे थे उस दौरान उनके पास इतना बजट आर्थिक संपत्ति नहीं थी कि वह किसी वाहन यह गाड़ी से लोगों तक पहुंच सके तो वह इस समय अपने के मित्रों के साथ पैदल ही कई गावों का दौरा किया करते थे उन दिनों के दौरान जब वह किसी गांव में पहुंचते थे तो सुबह से शाम हो जाती थी और  साथी लोगों को मुख्यमंत्री के साथ पहले ही एक गांव से दूसरे गांव तक जाना पड़ता था हां आज वही शिवराज जी हम सब का गौरव है जब से ही प्रदेश के मुखिया को पांव पांव वाले भैया के नाम से जाना जाता है मुख्यमंत्री ने एक माध्यम परिवार में जन्म लिया  की पिताजी का नाम प्रेम सिंह चौहान और माता जी का नाम सुंदर भाई था आज हम देख रहे हैं कि मुख्यमंत्री एक छोटे से गांव से निकल कर देश नहीं बल्कि पूरी दुनिया में अपना परचम लहरा कर आए हैं इसी तरह शिवराज जी के आगे भी और भी अच्छे काम करें और आगे बढ़ते रहें हम सब लोगों की उनके साथ  शुभकामनाएं हैं प्रदेश की मीडिया जगत में शिवराज जी की एक अच्छी पकड़ मानी जाती है मुझे आज भी याद है मध्य प्रदेश में जन आशीर्वाद यात्रा का आगाज मुख्यमंत्री ने बुदनी विधानसभा से किया था 

उस दौरान में शिवराज जी के साथ था व शिवराज जी से बात हुई बातों में जब इस चर्चा हुई तो उन्होंने दो लाइनों में बताया की मैं अकेला ही चला था जानिबे मंजिल की और लोग साथ आते गए और कारवां बढ़ता गया इन 10 वर्षों में प्रदेश के मुखिया ने कई उतार-चढ़ाव देखे  इस समय के दौरान प्रदेश में कई बार ओलावृष्टि अल्प बिष्टि हुई इन सभी समस्याओं का  समाधान मुख्यमंत्री ने बखूबी  प्रदेश में संगठन और सत्ता का बखूबी तालमेल बैठाया इस दौरान प्रदेश में कई बार चुनावों का दौर भी आया जिसमें शिवराज जी ने vvpat प्रयास किए की पार्टी का ही प्रत्याशी हर जगह से विजयश्री हासिल करें उपचुनाव हो लोकसभा चुनाव हो या नगर निगम चुनाव की बात हम करें तो जो भी रिजल्ट निकल कर सामने आएं हैं है शिवराज जी के नेतृत्व में बेवकूफी भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में ही रहे हैं कि इसमें कोई शक की बात नहीं है कि जबसे प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शिवराज जी ने कमाल सवाली है यह प्रदेश जो बीमारी प्रदेश कहा जाता था एवं अग्रणी राज्यों में जानेजाना लगा है मध्य प्रदेश को कृषि क्रमण अवार्ड भी तीन बार हासिल हुआ है यह किसानों के लिए गौरव की बात है कि जब प्रदेश का मुखिया एक किसान पुत्र है उस समय प्रदेश को कृषि क्रमण नवाब भारत की सरकार तीन बार नवाज चुकी है !!!

मध्यप्रदेश के मुख्य मंत्री शिवराज सिंह चौहान की दस वर्ष की सफल महत्वपूर्ण योजनाएं

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मध्यप्रदेश सरकार अपने राज्य के हर एक नागरिक के जीवन में खुशी और कल्याण को सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। इससे राज्य की पहल स्पष्ट होती है। लोक सेवा गारंटी अधिनियम, लाड़ली लक्ष्मी योजना, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना, मुख्यमंत्री की पंचायतें, समाधान ऑन लाइन, बेटी बचाओ अभियान जैसी योजनाएं, राज्य की अपनी प्रतिबद्धता को पूरा करने की दिशा में पहल के सबसे अच्छे उदाहरण हैं। यह योजनाएं विशिष्ट परिणाम प्रदान कर रही हैं और प्रत्यक्ष परिवर्तन ला रही है। इनमें से कुछ इतनी प्रभावशाली है, की अन्य राज्य भी इन्हे अपना रहे है।

लोक सेवाओं के प्रदान की गारंटी अधिनियम 2010
‘मध्यप्रदेश लोक सेवा गारंटी अधिनियम, 2010'देश में पहली बार, अपनी खास तरह का अधिनियम है, जो निर्धारित समय सीमा में नागरिकों को सार्वजनिक सेवाओं के प्रदान की गारंटी देता है। यह "ऐतिहासिक अधिनियम"अच्छे शासन को प्राप्त करने के लिए राज्य की प्रतिबद्धता का एक प्रतिबिंब है। ‘मध्यप्रदेश लोक सेवा गारंटी अधिनियम 2010'नागरिकों को निर्धारित समय के भीतर बुनियादी सार्वजनिक सेवाओं के प्रदान की गारंटी देता है और ऐसा करने में विफलता के लिए जवाबदेही तंत्र की योजना करता है। इस अधिनियम के तहत, जाति, जन्म, विवाह और अधिवास प्रमाण पत्र जारी करना, पीने के पानी के कनेक्शन, राशन कार्ड, भू-अभिलेखों की प्रतियां जैसी 52 महत्वपूर्ण सार्वजनिक सेवाओं को अधिसूचित किया गया है। हर सेवा की डिलीवरी के लिए एक समय अवधि तय किया गया है। जो अधिकारी अपने कर्तव्यों का पालन करने में विफल रहता है और इन सेवाओं को समय पर प्रदान नहीं करता हैं, उसे प्रति दिन 250 रुपये से लेकर अधिकतम 5000 रुपये तक की रकम का भुगतान, जुर्माने के रूप में करना पडता है। यह अधिनियम दो चरण की अपील प्रक्रिया प्रदान करता है। जब नागरिक को समय पर अधिसूचित सेवा प्राप्त नहीं होती, तब वह प्रथम अपीलीय प्राधिकारी के पास अपील कर सकते हैं। यदि प्रथम अपीलीय प्राधिकारी लापरवाह है अथवा नागरिक उसके निर्णय से असंतुष्ट है, तो वह दूसरे अपील प्राधिकारी के पास अपील दायर कर सकते हैं। ऐसे अधिकारियों के खिलाफ दूसरे अपीलीय प्राधिकारी को जुर्माना लगाने के और अनुशासनात्मक कार्रवाई के आदेश देने की शक्ति होती है। जहां अपराधी अधिकारी पर जुर्माना लगाया जाता है, वही आवेदकों को असुविधा झेलने के कारण मुआवजे का भुगतान किया जाता हैं। यह अनोखा कानून सिटीजन चार्टर के उद्देश्यों को साकार करने के लिए एक प्रभावी साधन प्रदान करता है।

मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना
यह ‘मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना'अपने नागरिकों को हर संभव तरीके से सहायता प्रदान करने के लिए राज्य के गंभीर प्रयासों का एक और उदाहरण है। इस अनूठी योजना के तहत किसी भी धर्म के वरिष्ठ नागरिकों के लिए राज्य सरकार के खर्च पर उनके पसंद के धार्मिक स्थानों का दौरा करने के सुविधा प्रदान की गई है।

बेटी बचाओ अभियान
‘बेटी बचाओ अभियान'मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के व्यक्तिगत नेतृत्व के तहत मध्यप्रदेश सरकार द्वारा की गई पहल है। लड़कियों के लिंग अनुपात में जारी गिरावट को रोकना और उससे जुडे सामाजिक असर और लड़कियों के खिलाफ भेदभाव को दूर करना, इस अभियान के उद्देश्य है। मुख्यमंत्री ने कन्या भ्रूणहत्या की निन्दनीय प्रथा को समाप्त करने हेतु स्वयम् लोगों से मिलने और उन्हें प्रेरित करने के लिए कई स्थानों का दौरा किया। इस अभियान के तहत समाज में एक स्वस्थ लिंग संतुलन के लिए कन्या भ्रूण को बचाने के महत्व के बारे में लोगों को शिक्षित करने के लिए कई गतिविधियां चलाई गई।

"पंचायत" - समाज के विभिन्न समूह के साथ सीधी बातचीत
पंचायत के आयोजन के माध्यम से राज्य सरकार ने समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचने का सबसे अच्छा प्रयास किया हैं। मुख्यमंत्री द्वारा एक अनोखी और विशेष पहल में, विकास के मुद्दों पर भावी हितधारकों के विभिन्न समूहों के साथ संवाद आयोजित किया गया। अब तक 24 पंचायतों का आयोजन किया गया है, जिनमें सबसे अधिक मुख्यमंत्री के सरकारी निवास पर रहे है। इनमें - श्रमिक, साइकिल रिक्शा खींचनेवाले, मंडी हमाल, विक्रेता, मछुआरें, शारीरिक रूप से विकलांग, वरिष्ठ नागरिक, नौकर नौकरानी, महिलाएं, किसान, खिलाडी, छात्र, कारीगर और लघु उद्यमी शामील है। इन पंचायतों में बड़ी संख्या में महत्वपूर्ण फैसले और योजनाएं घोषित की गई है। यह एक लोकतांत्रिक प्रयास है, जिसमें समाज के ज्यादातर वंचित समूहों, उनकी चिंताओं, उम्मीदों और अपेक्षाओं को आवाज देकर उसीके आधार पर उनके हित में तत्काल निर्णय किए गए है।
इस पहल के साथ कई कल्याणकारी योजनाओं को प्रारंभ किया गया है – इनमें मुख्यमंत्री मजदूरों के लिए सुरक्षा योजना, मुख्यमंत्री मंडी हमाल सुरक्षा योजना, शहरी महिला नौकरानी कल्याण कोष, वरिष्ठ नागरिक'तीर्थयात्रा योजना, मुख्यमंत्री किसान सुरक्षा योजना, मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास योजना आदी शामील है।

समाधान ऑनलाइन
सभी स्तरों पर प्रशासन को संवेदनशील बनाने के प्रभावी साधन के रूप में, सहानुभूति, संवेदनशीलता और उच्च प्राथमिकता के एक दृष्टिकोण के साथ लोगों की शिकायतों को पता करने तथा उन्हे हल करने के उद्देश्य के साथ ‘समाधान ऑनलाइन'शुरू किया गया है। यह कार्यक्रम हर महीने के पहले मंगलवार को आयोजित किया जाता है। सभी जिला और विभाग के अधिकारियों को किसी भी स्पष्टीकरण के लिए उस दिन कार्यालय में रहने के लिए कहा जाता है। लगभग 20 से 25 आवेदन पत्रों को बेतरतीब ढंग से चयन कर, इस कार्यक्रम के ही दिन वेबसाइट के माध्यम से संबंधित अधिकारियों को रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए भेजे जाते है। संबंधित अधिकारियों द्वारा माननीय मुख्यमंत्री के कार्यालय को यह रिपोर्ट ऑनलाइन प्रस्तुत की जाती है। माननीय मुख्यमंत्री खुद शिकायतकर्ता और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की सुविधा के माध्यम से संबंधित अधिकारियों के साथ रिपोर्ट की समीक्षा करते है। माननीय मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए निर्देशों का वेबसाइट के माध्यम से पालन किया जाता है। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की सुविधा के माध्यम से सभी जिलें इस कार्यक्रम में भाग लेते हैं।

एक दिन का शासन
‘समाधान एक दिन में'एक बहुत ही अभिनव और आवेदकों के लिए लगभग 21 प्रमाण पत्र, मांग के अनुसार उसी दिन उपलब्ध कराने वाला एक कार्यक्रम है। जनता को सुबह 11.00 से दोपहर 1:30 बजे तक आवेदन देना होता है, जिसके बाद दिन की समाप्ती से पहले उन्हे प्रमाण पत्र जारी किए जाते हैं। यदि आवेदन अस्वीकार हो या उसमें देरी हो, तब उसके कारण आवेदकों को बताए जाते है। कलेक्टर प्रत्येक दिन के अंत में आवेदन के निपटारे पर नज़र रखता है। इस कार्यक्रम के कार्यान्वयन के परिणाम स्वरूप, बहुत पैसे और समय खर्च करने के बाद भी हाथ में प्रमाण पत्र प्राप्त करने में अनिश्चितता की नागरिकों की 'अग्नि परीक्षा समाप्त हो गई है। इससे राजस्व उत्पन्न होता है, जनता का विश्वास बढ़ता है और मध्यस्थ की भूमिका समाप्त होकर लंबित मामलों की संख्या भी घटती है।

लाड़ली लक्ष्मी योजना
लड़कियों की शैक्षिक और आर्थिक स्थिति में सुधार कर उसके माध्यम से लड़कियों के भविष्य की मजबूत नींव रखने और समाज में लड़की के जन्म को लेकर एक सकारात्मक बदलाव के लाने के उद्देश्य के साथ, वर्ष 2006 में इस योजना को शुरू किया गया। इस योजना के तहत राज्य सरकार हर लड़की के जन्म के बाद, उसके नाम पर हर साल, 6 हजार रुपए मूल्य के राष्ट्रीय बचत पत्र खरीदी करती हैं, जब तक यह राशि 30,000 रुपये तक पहुँच जाए। इस योजना के तहत लड़की को छठी कक्षा में प्रवेश पर २ हजार रुपये दिये जाते है, नौवीं कक्षा में प्रवेश पर ४ हजार रुपये दिये जाते है और ग्यारहवीं कक्षा में प्रवेश पर ७५०० रुपये दिये जाते है। कक्षा ग्यारहवीं और बारहवीं में पढ़ाई के दौरान उसे प्रति माह 200 रुपये दिये जाते है। जब लड़की की आयु 21 वर्ष हो जाती है और वह उम्र के 18 साल से पहले शादी नही करती, तब उसे एक ही समय में एक लाख रुपये की राशि का भुगतान किया जाता है। दो जीवित बच्चों के बाद परिवार नियोजन अपनाने वाले, आंगनवाड़ी केंद्र में पंजीकृत और आयकर की सीमा से बाहर वाले माता-पिता को इस योजना के लाभ प्रदान किए जाते है।

मुख्यमंत्री कन्यादान योजना
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की पहल पर यह योजना शुरू की गई है। गरीब, जरूरतमंद, बेसहारा परिवारों को उनकी बेटियों/विधवाओं/तलाकशुदाओं की शादी करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करना, इस योजना का उद्देश्य है। इस योजना के तहत, घर की चीजें और सामूहिक विवाह खर्च के लिए 15,000 रुपए की सहायता दी जाती है। जिसको इस बर्ष बढ़ा कर 25 हजार की गई है।  लड़की के 18 वर्ष की आयु प्राप्त करने की शर्त के साथ सामूहिक विवाह में यह सहायता दी जाती है। लेकिन यदि अधिकारी चाहे तो घर से सादी करने बाले गरीब परिवारो को घर पर ही राशि दी जा सकती है। 

पत्रकारों को खुश करने के लिए पत्रकार कल्याण के लिए अनेक योगनाओ को लागू किया गया लेकिन शर्तो का पालन भी करना होगा।  अधिमान्यता समय दो साल का करने की घोषणा की थी , शयद वह  लागू हो सकती है।


---सोनू चौबे बुदनी/संतोष गंगेले --- 

अर्थव्यवस्था के लिए ‘रामबाण’ है जीएसटी

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नयी दिल्ली 29 नवंबर, वैश्विक अर्थव्यवस्था में उथल पुथल और मांग में गिरावट के बीच संसद के मौजूदा शीतकालीन सत्र में वस्तु एवं सेवा कर विधेयक का पारित होना भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए ‘रामबाण’ साबित हो सकता है। एक अनुमान के मुताबिक जीएसटी के लागू होने के बाद भारतीय अर्थव्यवस्था के आकार में लगभग दो प्रतिशत की वृद्धि होने की संभावना है। चालू वित्त वर्ष में अर्थव्यवस्था की विकास दर 7.3 प्रतिशत रहने का अनुमान है। अगर सरकार बुनियादी ढांचे पर जाेर देना जारी रखती है तो वर्ष 2018- 19 यह आंकडा नौ प्रतिशत तक पहुंच सकता है। 

जीएटी के लागू हाेने से केंद्र तथा राज्य के कुल राजस्व में भी भारी इजाफा होगा। संसद के शीतकालीन सत्र में जीएसटी विधेयक के पारित होने से सरकार विदेशी निवेशकों को यह संदेश देने में कामयाब होगी कि आर्थिक सुधारों के प्रति उसकी प्रतिबद्धता बनी हुई है और ये उसकी प्राथमिकता में हैं तथा वह घरेलू स्तर पर आर्थिक चुनौतियों से निपट सकती है। संसद के पिछले सत्र में कोई विधायी कामकाज नहीं होने के कारण सदन का काम सुचारु रुप से चलाने का जिम्मा इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद संभाला है। इसके लिए वह कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी अौर पूर्व प्रधानमंत्री मनमाेहन सिंह से मिले है आैर विपक्षी नेताओं के साथ मेलजोल बढा रहे हैं। जीएसटी लोकसभा में पारित हो चुका है जबकि विपक्ष के विरोध के कारण राज्यसभा में लंबित है।

ब्याज दरों में कटौती के आसार कम

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नयी दिल्ली 29 नवंबर, महँगाई की ऊँची दर, अमेरिकी फेडरल रिजर्व के दिसंबर से ब्याज दरों में बढ़ोतरी शुरू करने की संभावना और पश्चिम एशिया में तेजी से बदल रहे भू-राजनैतिक हालात के मद्देनजर मंगलवार को होने वाली रिजर्व बैंक की पाँचवीं द्विमासिक ऋण एवं मौद्रिक नीति समीक्षा में अल्पकालिक ऋण दरों में कटौती के आसार कम हैं। आधिकारिक आँकड़ों के मुताबिक, दाल-दलहन समेत समस्त खाद्य पदार्थों की कीमतों में भारी वृद्धि के कारण इस वर्ष अक्टूबर में खुदरा मूल्य सूचकांक (सीपीआई) आधारित महँगाई की दर बढकर पाँच प्रतिशत पर पहुँच गई। 

पिछले वर्ष अक्टूबर में यह 4.62 प्रतिशत पर रही थी जबकि सितंबर 2015 में यह 4.41 प्रतिशत रही थी। इसके अलावा आरबीआई की 01 दिसंबर की मौद्रिक नीति समीक्षा के ठीक दो सप्ताह बाद (15-16 दिसंबर) अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक होनी है, जिसमें अमेरिकी अर्थव्यवस्था के पटरी पर लौटने के संकेत से दिसंबर से ब्याज दरों में बढ़ोतरी शुरू करने की प्रबल संभावना है। फेड रिजर्व ने पिछली बैठक के बाद जारी बयान में कहा था कि यदि अर्थव्यवस्था के मुख्य मानक अपेक्षित स्तर पर रहते हैं तो दिसंबर में ब्याज दरों में बढ़ोतरी शुरू की जा सकती है। विशेषज्ञों की मानें तो आंतरिक एवं बाह्य कारकों से उत्पन्न होने वाले जोखिमों से निपटने आैर आर्थिक विकास को गति देने के उद्देश्य से रिजर्व बैंक पाँचवीं ऋण एवं मौद्रिक नीति समीक्षा में ब्याज दरों को यथावत रख सकता है।

बाल मजदूरी की स्थिति भयावह:सरकारी उपायों पर शंका

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नयी दिल्ली,29 नवंबर, सरकारी आंकडों के अनुसार देश में करीब 43 लाख बाल मजदूर है जबकि बाल अधिकारो के लिए काम करने वाली संस्था बचपन बचाओ आंदोलन का कहना है कि ऐसे बच्चों की संख्या 1 करोड 17 लाख है जिनमें काम करने वाले और काम की तलाश करने वाले सभी तरह के बाल मजदूर शामिल हैं। संसद के मौजूदा सत्र में पेश किए जाने वाले बाल श्रम प्रतिबंध से जुडे संशोधन विधेयक पर शंका जाहिर करते हुए संस्था की ओर से जारी सर्वेक्षण में कहा गया है कि वर्ष 2011 के जनसंख्या के अनुसार 6 से 14 वर्ष आयु वर्ग के 3 करोड 39 लाख बच्चे स्कूल की पढाई बीच में ही छोड चुके हैं ऐसे में इनके आसानी से बाल श्रमिक बनने की आशंका है। 

सबसे ज्यादा बाल मजदूर कपडा और जूट उद्योग में हैं और इसके बाद फुटवियर और होटल उद्योगों में है। ऐसे बच्चों को प्रस्तावित कानून से कोई राहत नहीं मिलने वाली। रिपोर्ट के अनुसार बाल श्रम के 21 प्रतिशत मामले घर परिवारों से जुडे उद्योगों में दिखाई देते हैं। इसमें 14 वर्ष से कम आयु के 21 प्रतिशत बच्चे अपने अभिभावकों या रिश्तेदारों के काम में हाथ बटांते हैं जबकि 14 से 17 वर्ष आयु के 19 प्रतिशत बच्चे भी ऐसा ही कर रहे हैं। ऐसे बच्चों को संरक्षण देने का कोई प्रावधान विधेयक में नहीं है ।इसके अलावा विधेयक में खतरनाक उद्योगों की संख्या 86 से घटाकर 3 कर दिए जाने का प्रस्ताव भी बाल श्रमिकों के लिए बेहद घातक साबित हो सकता है।

तमिलनाडु के साथ कंधा से कंधा मिलाकर चलेंगे : मोदी

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नयी दिल्ली, 29 नवंबर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेमौसमी बारिश से तबाह हुए तमिलनाडु के लोगों को भरोसा दिलाया है कि केंद्र उनके संकट के समाधान के लिए राज्य सरकार के साथ कंधा से कंधा मिलाकर चलेगा, श्री मोदी ने रेडियाे पर आज प्रसारित अपने कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 14वें संस्करण में तमिलनाडु में पिछले दिनों हुई अति और बेमौसमी वर्षा का जिक्र करते हुए कहा कि इस बारिश के कारण कई कई राज्य प्रभावित हुए हैं लेकिन तमिलनाडु को इससे बहुत नुकसान हुआ है। इस दौरान कई लोगों की जानें गयीं। राज्य सरकारें ऐसे संकट की स्थिति में राहत और बचाव कार्यों में पूरी शक्ति से जुट जाती हैं और केंद्र भी कंधे से कन्धा मिलाकर काम करता है। 

उन्होंने संकट की इस घड़ी में पीड़ित परिवारों के प्रति शोक-संवेदना प्रकट करते हुए विश्वास दिलाया कि केंद्र सरकार संकट की घड़ी में उनके साथ है। केंद्र ने स्थिति का आकलन करने के लिए नौ सदस्यीय उच्चस्तरीय दल तमिलनाडु भेज दिया है। उन्होंने विश्वास जताया कि तमिलनाडु इस संकट के बावज़ूद फ़िर तेज़ी से आगे बढ़ने लगेगा और देश को आगे बढ़ाने में अपनी अहम भूमिका निभाता रहेगा।

उत्तराखंड की विस्तृत खबर (29 नवम्बर)

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हादसे में बाइक सवार युवक की मौत, दो जख्मी 

देहरादून, 29 नवंबर(निस)। सड़क हादसों में रोकथाम को लेकर की जा रही कवायदें दिन के उजियारे तक ही नजर आती हैं। जबकि रात बिरात वाहनों की तेज रफ्तार पर रोक लगाने के लिए पुलिस कहीं नहीं दिखाई देती। इसका नतीजा देर रात को होने वाली दुर्घटनाओं से मिलता रहा है। रविवार देर रात दो जगह हादसे हुए। बाइक सवार युवकों में एक की मौत हो गई। जबकि गम्भीर रूप से घायल दो युवकों को निजी अस्पताल में उपचार चल रहा है। डालनवाला पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार देर रात दो हादसों में घायल हुए तीन युवकों को अस्पताल पहुंचाया गया। जहां एक युवक की उपचार के दौरान मौत हो गई। जबकि दो अन्य युवकों को गम्भीर चोट आना बताया गया। पुलिस के अनुसार नालापानी रोड निवासी गौरव उम्र 27 वर्ष देर रात बाइक लेकर काम से घर लौट रहे थे। इस दौरान ओल्ड सर्वे रोड पर सामने से आ रही एक कार ने बाइक पर टक्कर मार दी। घायल गौरव को पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से दून अस्पताल में भरती कराया। जबकि हादसे का जिम्मेदार चालक कार लेकर भागने में कामयाब रहा। हालांकि प्रत्यक्षदर्शियों ने पुलिस को दुर्घटना अंजाम देने वाली कार का पंजीयन नम्बर दे दिया है। यह हादसा रविवार रात करीब डेढ़ बजे होना बताया गया। जबकि रविवार देर रात करीब साढ़े बारह बजे एक अन्य हादसे में बाइक सवार अजय व माधव सिंह नाम के युवक गम्भीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने दोनों को सिनर्जी अस्पताल में भरती कराया है। पुलिस के अनुसार दोनों युवक बाइक मंे सवार होकर स्थानीय एक सड़क पर से होकर गुजर रहे थे। इतने में पीछे से आ रही एक कार ने बाइक में टक्कर मार दी। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। 

प्रतिबंधित मादक पदार्थ व शराब पकड़ी, पांच काबू 

देहरादून, 29 नवंबर(निस)। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देशन पर थाना पुलिस ने प्रतिबंधित मादक पदार्थ और शराब तस्करों की धरपकड़ के लिए अभियान छेड़ा हुआ है। देर रात अलग-अलग जगहों पर पुलिस ने चैकिंग के दौरान तीन लोगों को प्रतिबंधित मादक पदार्थ चरस-स्मैक संग गिरफ्तार किया है। जबकि दो अन्य को शराब तस्करी करते दबोचा गया। ऋषिकेश पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार देर रात स्थानीय सड़क पर घूम रहे चमोली, कर्णप्रयाग स्थित बगोली पट्टी थापली निवासी अशोक कुमार पुत्र हयात सिंह को पुलिस ने संदेह के आधार पर हिरासत में लिया। पुलिस का दावा कि तलाशी में युवक से 155 ग्राम चरस बरामद हुई। पूछताछ में उसने बताया कि सहारनपुर और बरेली से यह मादक पदार्थ तस्करी कर लाया गया था। इधर नेहरू कालोनी पुलिस ने भी प्रतिबंधित मादक पदार्थ तस्कर को गिरफ्तार किया है। नेहरू कालोनी चैकी प्रभारी यादवेंद्र सिंह बाजवा ने बताया कि मुखबिर की सूचना के बाद रिंग रोड पर घूम रहे उमेश कुमार निवासी ऋषिनगर को हिरासत में लेकर तलाशी ली गई तो उसे 120 ग्राम चरस बरामद हुई। वहीं डोइवाला पुलिस ने भी नियमावाला निवाीस जाकिर पुत्र मौहम्मद हनीफ को छह ग्राम स्मैक के साथ गिरफ्तार किया है। अलग-अलग जगहों से पुलिस ने खैरी गुर्जर बस्ती निवासी पप्पू और साधू सिंह निवासी फतेहपुर चैक को शराब तस्करी करते पकड़ा।

9 शातिरों पर पुलिस ने लगाया गुंडा एक्ट, चोरी-चकारी की कई घटनाएं दे चुके हैं अंजाम 

देहरादून, 29 नवंबर(निस)। शहरभर में बढ़ रही चोरी चकारी की घटनाओं को विराम देने के लिए पुलिस ने मशक्कत शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारी यह मान चुके हैं कि अक्सर चोरियां अंजाम देने वाले शातिर ही इन चोरियों को अंजाम दे रहे हैं। पुराने कुछ चोरों और शराब तस्करों पर पुलिस ने गुंडा अधिनियम की कार्रवाई अमल में लाई है। अकेले पटेलनगर में सक्रिय रहे पांच शातिरों पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। एचएसओ बीडी उनियाल ने बताया कि चंद्रबनी रोड निवासी राहुल भट्ट, इन्द्रेशनगर निवासी बिस्सू, पथरीबाग निवासी राहुल कुमार और झिवारेड़ी निवासी नरेश व महेंद्र सिंह को गुंडा एक्ट में पाबंद किया गया है। पुलिस के अनुसार ये सभी सक्रिय किस्म के अपराधी हैं। चोरी करने के आदी यह चोर अपने क्रियाकलापों से समाज में भय का माहौल बढ़ाने पर तुले हुए हैं। भय से आम जनता इनके खिलाफ गवाही देने से कतराती है। वहीं रायपुर पुलिस ने भी तरला आमवाला निवासी कपिल ठाकुर, अंबेडकर कालोनी निवासी शाजिद पर गुंडा एक्ट लगाया है। दोनों शराब तस्करी के सौदागर बताए गए। जबकि नगर कोतवाल एसएस बिष्ट के अनुसार लक्ष्मण चैक निवासी किशन पर गुंडा एक्ट की कारवाई की गई है। डालनवाला एचएसओ अनिल कुमार जोशी के अनुसार करनपुर क्षेत्र में चोरी चकारी करते आ रहे रचित निवासी ओल्ड डालनवाला पर गुंडा एक्ट लगाया गया है। 

विवाहिता ने ससुर पर लगाया अश्लील हरकत करने का आरोप 

देहरादून, मुजफ्फरनगर निवासी महिला ने ससुरालियों पर दहेज प्रताड़ना का मुकदमा यहां पटेलनगर कोतवाली में दर्ज कराया है। पुलिस को दी शिकायत में विवाहिता ने ससुर पर अश्लील हरकत करने का गम्भीर आरोप भी लगाया है। पुलिस का कहना कि मामले की जांच की जा रही है। पटेलनगर पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार महिला ने भोपाल में रहने के दौरान वहां इस संबंध में पुलिस को शिकायत दी थी। जबकि घटनास्थल यहां पटेलनगर क्षेत्र का होने पर मामला स्थानांतरित किया गया। पुलिस को दी शिकायत में महिला का कहना कि कारगी चैक निवासी त्रिभुवन से साल 2014 में उसका विवाह हुआ था। महिला का आरोप कि पति और ससुर शादी के बाद से ही उसे दहेज के लिए परेशान करने लगे थे। विरोध पर गाली-गलौज के साथ मारपीट भी की जाती थी। महिला हैल्प लाइन में शिकायत डालने पर काउंसिलिंग में भी ससुराली किसी तरह के समझौते को तैयार नहीं हुए। इसके बाद पुलिस को मामले में कार्रवाई के आदेश दिए गए। 

फिर टूटा बंद मकान का ताला, नगदी व आभूषण ले उड़े चोर 

देहरादून, 29 नवंबर(निस)। चोरियों पर रोकथाम के पुलिस के दावों पर चोरों ने पानी फेरने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। या कहा जाए कि इलाके चुन-चुनकर चोरों ने चोरियां अंजाम देनी जारी रखी है तो गलत नहीं होगा। राजपुर क्षेत्र की बाॅडीगार्ड कालोनी में एक बंद मकान का ताला तोड़कर चोरों ने हजारों की नगदी और लाखों की ज्वैलरी चोरी कर ली है। बाॅडीगार्ड कालोनी निवासी ईश्वर दयाल बती नौ नवंबर को परिवार को साथ लेकर रिश्तेदारी मंे गए थे। देर रात लौटने पर मकान के मुख्य दरवाजे का ताला टूटा मिला। भीतर कमरे मंे प्रवेश करने पर दयाल परिवार के होश उड़ गए। चोरों ने मकान का हर कमरा खंगाला हुआ था। मुख्य कमरे की आलमारी खुली पड़ी थी। लाॅकर तोड़कर चोरों ने उसमें रखी नगदी और जेवर चोरी कर लिए थे। सूचना पर पहुंची पुलिस ने चोरों के छोड़े साक्ष्य एकत्र किए। पुलिस का कहना कि फिंगर प्रिंट उठाए गए हैं। जिन्हें कि उपलब्ध फिंगर प्रिंट से मिलान कराया जा रहा है। पुलिस के अनुसार रेकी के बाद चोरी अंजाम दी गई है। शिकायत के आधार पर पुलिस ने अज्ञात पर चोरी का मुकदमा दर्ज कर लिया है। वहीं एक अन्य चोरी की घटना में गढ़ी कैंट निवासी सुभाष चंद्र की दुपहिया चोरी हुई है। डालनवाला पुलिस को दी शिकायत में सुभाष का कहना कि बीती रोज वह करनपुर स्थित शराब के ठेके के बाहर अपनी बाइक खड़ी कर गया था। काम निपटाकर लौटने तक चोर उसकी दुपहिया लेकर उड़ चुके थे। 

2009 से पहले की पीएचडी अमान्य होना दुर्भाग्यपूर्ण, प्रभावित पीएचडी धारकों ने कहा प्रतिभा का हो रहा पलायन 
  • हक पाने के लिए अब अनशन शुरू करेंगे ’पीएचडी धारक‘

देहरादून, 29 नवंबर(निस)। उत्तराखण्ड पीएचडी होल्डर्स एसोसिएशन ने दिल्ली, हरियाणा आदि राज्यों की तर्ज पर यहां के पीएचडी धारकों को भी गेस्ट टीचर भर्ती में शामिल करने की मांग की है। हरियाणा आदि राज्यों के शासनादेश दिखाते हुए कहा गया कि बड़ी दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है कि 2009 से पहले की पीएचडी यहां के उच्च शिक्षा विभाग ने अमान्य कर दी, जबकि अन्य राज्यों में उस डिग्री पर असिस्टेंट प्रोफेसर की नौकरी मिल रही है। ऐसे में यहां से प्रतिभा का पलायन हो रहा है। रविवार को उत्तरांचल प्रेस क्लब में पत्रकार वार्ता में एसोसिएशन के गढ़वाल मण्डल अध्यक्ष डॉ.देवेन्द्र रावत ने कहा कि यूजीसी का रेगुलेशन 2009 आने के बाद अनेक राज्यों ने अपने पीएचडी धारकों के हित सुरक्षित करते हुए शिथिलीकरण जैसे विकल्प अपनाएं हैं, लेकिन उत्तराखण्ड का उच्च शिक्षित अपने लगभग पांच साल के मेहनत की डिग्री पर यहां नौकरी पाने में असमर्थ है। यहां लगभग आठ हजार लोग इससे प्रभावित हैं, जो भविष्य की चिंता में हताश, निराश, कुंठित और अवसाद में हैं। डॉ.रावत ने कहा कि हम कई बार उच्च शिक्षा मन्त्री इंदिरा हृदयेश से मिल चुके हैं, पर उनका रवैया नकारात्मक रहा। वे कहती हैं कि ’कागज‘ लाइए, मैं कार्रवाई करूंगी, हमारे पास सपोर्टिंग डॉक्युमेंट्स हैं, अब क्यों नहीं कार्रवाई करतीं? मीडिया प्रभारी डॉ. वीरेंद्र बर्त्वाल ने कहा कि इंदिरा हृदयेश यूजीसी के नियमों का हवाला देकर 2009 से पहले की पीएचडी डिग्री वालों को गेस्ट टीचर भर्ती में शामिल नहीं कर रही हैं तो मेरा सवाल है कि जब उक्त रेगुलेशन 2009 में आया तो 2010 में पुरानी पीएचडी वालों को क्यों संविदा प्रवक्ता बनाया गया? यह तो राज्य में एक जैसी डिग्री के साथ भेदभाव है। दूसरी बात यह भी पता चली कि हमारे साथ के जो पीएचडी धारक कुमाऊं विश्वविद्यालय आदि संस्थानों में अस्थायी व्यवस्था पर पढ़ा रहे हैं, उन्हें कभी न हटाने यानी नौकरी पक्की करने का वचन दिया जा चुका है। आखिर यह अन्याय और भेदभाव क्यों? अब भी विभाग या मन्त्री न चेतीं तो हम कुलाधिपति को डिग्रियां सौंप देंगे। संयुक्त सचिव डॉ.प्रीति हांडा ने मांग की कि मुख्यमंत्री हरीश रावत इस मामले में हस्तक्षेप करें। हमें वे चार बार सकारात्मक कार्रवाई का आश्वासन दे चुके हैं और उनकी बात पर हमें भरोसा है। यदि मुख्यमंत्री भी इस अन्याय के मूकदर्शक बने तो यह स्थिति राज्य के लिए दुर्भाग्यपूर्ण होगी। डॉ.नेहा बहुगुणा ने कहा कि असिस्टेंट प्रोफेसर की अर्हता को लेकर भारत सरकार द्वारा गठित निगवेकर कमेटी का फैसला दिसम्बर अंत तक आने वाला है, ऐसे में राज्य सरकार को इन पीएचडी धारकों को सशर्त भर्ती में शामिल करना चाहिए। हम मौका मांग रहे हैं, नौकरी नहीं। हम अपने हक की लड़ाई जारी रखेंगे। अपनी डिग्री का सम्मान बचाने के लिए अनेक हथकण्डे अपनाएंगे। राज्य में कई जीओ रातोंरात बन जाते हैं,कई कानून दो मिनट में बदल जाते हैं,पर पीएचडी वालों को उनका हक देने के लिए झूठ का सहारा लेकर कानून का बहाना बनाया जाता है। हमारे आंदोलन का अगला चरण अनशन होगा। डॉ.पूर्णिमा उनियाल और डॉ.प्रमोद सती ने कहा कि अस्थायी व्यवस्था के तहत गढ़वाल, कुमाऊं आदि देश के अनेक विश्वविद्यालयों में पुरानी पीएचडी डिग्री वाले पढ़ा रहे तो उत्तराखण्ड का उच्च शिक्षा विभाग इन्हें बाहर क्यों कर रहा है? इस मौके पर डॉ.सरिता मलिक, डॉ.उपमा अग्रवाल, डॉ.जयश्री थपलियाल, डॉ.नीलम नेगी आदि मौजूद थे

प्राचीन पाण्डुलिपियों, ग्रन्थों, पुराणांे एवं लोक वाद्य यंत्रों के संरक्षण के लिये राज्य सरकार उठा रही ठोस कदम: हरीश रावत

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देहरादून, 29 नवंबर(निस)। प्राचीन पाण्डुलिपियों, ग्रन्थों, पुराणांे एवं लोक वाद्य यंत्रों के संरक्षण के लिये राज्य सरकार ठोस कदम उठा रही है। यह बात मुख्यमंत्री हरीश रावत ने रविवार को पेटशाल में जुगल किशोर पेटशाली के प्रयासों से बनाये गये लोक वाद्य यंत्र संग्रहालय के निरीक्षण के दौरान कही। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि संस्कृति विभाग को निर्देश दिये गये है कि जुगलकिशोर पेटशाली की साझीदारी में इस संग्रहालय का संचालन किया जाए। इस तरह के अपने आप में व्यक्तिगत प्रयासों से संचालित किये जा रहे इस संग्रहालय को राज्य संग्रहालय के रूप में पहचान दिलाई जायेंगी। उन्होंने कहा कि कुमाॅऊ विश्वविद्यालय एवं गढ़वाल विश्वविद्यालय को निर्देश दिये गये है कि वे अपने यहाॅ इनके संरक्षण एवं सर्वद्धन हेतु पाठ्यक्रम चालू करने के साथ ही एक संग्रहालय को भी विकसित कराये। उन्होंने हस्त लिखित दुर्गा सप्त सती कुमाॅऊनी में लिखित गरूड़ पुराण सहित अन्य ग्रन्थों व प्राचीन लोक वाद्य यंत्रों का अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत प्रयासों से इस तरह के संग्रहालय का संचालन वास्तव में सराहनीय व प्रेरणादायी है। इस अवसर पर उन्होंने अनेक पुराणों, वाद्य यंत्रों के बारे मंे जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि इस तरह के प्रयासों को प्रोत्साहित करने के लिये सरकार हमेशा तैयार है। जो इस तरह के संकलन को आगे बढ़ाने का कार्य करेंगा उसे प्रोत्साहित किया जायेगा। इस अवसर पर जुगलकिशोर पेटशाली ने संग्रहालय में रखी गई सामग्री के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी। इससे पूर्व मुख्यमंत्री श्री रावत ने चितई ग्राम में स्थित एस0ओ0एस0 फैक्ट्री का निरीक्षण किया जहाॅ पर स्थानीय उत्पाद से निर्मित सामग्री तैयार की जा रही है। बिच्छू घास, तुलसी, किलमोड़ा, गैदे के फूल  आदि के द्वारा सामग्राी तैयार की जा रही है। मुख्यमंत्री श्री रावत ने स्थानीय उत्पाद मडुवा, झंगोरा आदि से बनाये जाने वाली सामग्रीयों के बारे में फैक्ट्री की व्यवस्थापिका अमृता चिगप्फा से जानकारी प्राप्त की। उन्होंने चितई में स्थित इस फैक्ट्री का स्थलीय निरीक्षण किया और वहाॅ के संचालकों से कहा कि यहाॅ पर टेªनिंग दिलाये जाने की व्यवस्था की जाय ताकि अधिक से अधिक लोग इससे जुड़ सकें। उन्होंने इस बात पर भी प्रसन्नता व्यक्त की स्थानीय उत्पादों से तैयार किये जा रहे माल का विदेशों में भी निर्यात किया जा रहा है। यदि इसमें स्थानीय लोग अपनी भागीदारी करे तो और अधिक इस तरह के प्रयासों को आगे बढ़ाया जा सकेगा। इस दौरान व्यवस्थापिका अमृता चिगप्फा व सन्तोष ने विस्तृत रूप से वहाॅ पर संचालित किये जा रहे कार्याें बारे मंे बताया। इस सेन्टर में 50 से अधिक महिलायें कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री श्री रावत ने सर्किट हाउस में महान स्वंतत्रता संग्राम सेनानी स्व0 विक्टर मोहन जोशी स्मारिका का विमोचन किया। उन्होंने कहा कि इस स्मारिका के सम्पादक एवं स्वाधीन प्रजा के सम्पादक प्रकाश चन्द्र पाण्डे ने स्व0 विक्टर मोहन जोशी के जीवनवृत पर जो प्रकाश डाला हैं उससे युवा पीढ़ी को प्रेरणा मिलेगी। इस अवसर पर उन्होंने जनसमस्यायें सुनते हुये उनके निराकरण का आश्वासन दिया। इस अवसर पर स्थानीय लोगों द्वारा मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपे गए। इस दौरान अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे। इस दौरान विधान सभा अध्यक्ष गोविन्द सिंह कुंजवाल, संसदीय सचिव मनोज तिवारी, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती पार्वती मेहरा, नगर पालिका अध्यक्ष प्रकाश चन्द्र जोशी, सहित जिलास्तरीय अधिकारी, स्थानीय जनप्रतिनिधि व क्षेत्रिया जनता मौजूद थी। 

न्यायिक सेवा में अनुसूचित जाति- जनजाति को आरक्षण मिले : पासवान

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पटना 29 नवम्बर, केन्द्रीय खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के अध्यक्ष राम विलास पासवान ने लोक सेवा आयोग के तर्ज पर भारतीय न्यायिक सेवा आयोग का गठन किये जाने की मांग की है, श्री पासवान दिल्ली रवाना होने से पूर्व आज यहां पार्टी के प्रदेश कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि लोक सेवा आयोग की तरह न्यायिक सेवा आयोग भी होनी चाहिए जिससे जजों की नियुक्ति में भी आरक्षण का प्रावधान हो सके । इससे लोक सेवा आयोग की तरह ही जजों की नियुक्ति में भी अनुसूचित जाति एवं जनजाति के लोगों को आरक्षण का लाभ न्यायिक सेवा में मिल सकेगा । 

केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि बिहार की नीतीश सरकार दलितों और पिछड़ों की हिमायती बनने में लगी है और यदि वह सही मायने में इन तबकों को आगे देखना चाहती है तो उसे निजी क्षेत्र में भी आरक्षण के प्रावधान को लागू करने की दिशा में पहल करनी चाहिए । उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार ने विधानसभा के चुनाव में लाभ की राजनीति की है और इसी को देखते हुए कई जातियों को पिछड़ी और अति पिछड़ी जातियों में शामिल किया गया था ।

जलवायु परिवर्तन के कारण खेती करना अब लाभप्रद नहीं : सीएसई

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नयी दिल्ली 29 नवंबर (वार्ता) जलवायु परिवर्तन के कारण खेती फायदे का काम नहीं रह गयी है और इसके कारण जीविकोपार्जन के लिए किसान बड़ी संख्या में गांवों से शहरों की ओर पलायन करेंगे जिससे गंभीर रूप से राेजगार से जुड़ी और सामाजिक समस्याओं में बढोतरी होगी। सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट (सीएसई)की निदेशक सुनीता नारायण ने कहा कि यह बेहद जरूरी है कि एेसी अच्छी नीतियां बनायी जाएं कि जिससे खेती किसानों के लिए फायदे का सौदा बन सके और गांवों से बड़े पैमाने पर हाेने वाले पलायन को रोका जा सके। अगर ऐसा नहीं हुआ तो इसके कारण राेजगार और समाज से जुड़ी बडी गंभीर समस्याएं खड़ी होंगी। 

सीएसआई ने जलवायु परिवर्तन के मौसम पर पड़ते बुरे असर से किसानों को बचाने के लिए वैश्विक कार्रवाई करने की अपील की। सीएसआई ने कहा कि पेरिस में जलवायु परिवर्तन को लेकर जो बात हो रही है उसमें मौसम में हो रहे नकारात्मक बदलावों के खेती पर होने वाले असर ,फसल की बरबादी या हाेने वाले नुकसान से किसानों को बचाने के उपायों को शामिल किया जाना चाहिए। सीएसई के उपमहानिदेशक चंद्र भूषण ने कहा कि पेरिस में जलवायु परिवर्तन को लेकर जो बातचीत शुरू होने जा रही है उसमें बदलते मौसम के खेती पर होने वाले असर पर गंभीर चर्चा होनी चाहिए । इस मुद्दे पर गंभीर चर्चा के साथ इससे किसानाें और अंतिम रूप से दुनिया की खाद्य सुरक्षा के लिए उभरने वाले खतरे पर भी चर्चा की जानी चाहिए।

सत्ता में आते ही मुद्दो से भटक गई भाजपा : शिवसेना

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इंदौर 29 नवंबर, शिवसेना प्रवक्ता और राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने राम मंदिर मामले में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर आज आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा सत्ता में आते ही अपने मुद्दों से भटक गई है। यहां पार्टी के एक कार्यक्रम में शामिल होने आये श्री राउत ने पत्रकारों से कहा कि शिवसेना मध्यप्रदेश में होने वाले प्रत्येक चुनाव में पूरी ताकत से शिरकत करेगी। उन्होंने कहा शिवसेना मध्यप्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव में पूरी 230 सीटो पर अपने उम्मीदवार खड़ा करेंगी। उन्होंने कहा कि बिहार चुनाव के नतीजों के बाद शिवसेना ने महाराष्ट्र के बाहर अपना दायरा बड़ाना शुरु कर दिया है। 

उन्होंने कहा हिन्दूत्व के मुद्दे को आगे बढ़ाते हुए..शिवसेना मध्यप्रदेश समेत दूसरे राज्यों में भी चुनाव लड़ने का फैसला लिया है। श्री राउत ने अमीर खान और शाहरुख खान पर निशाना साधते हुए कहा देश की दिशा और दशा अमीर खान और शाहरुख खान तय नहीं कर सकते। श्री राउत ने जम्मू काश्मिर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अबदुल्ला के बयान पर भी पटलवार करते हुए कहा कि..कश्मीर भारत का अभिन्न अंग हैं। श्री राउत महाराष्ट्र में बीजेपी और शिवसेना की बीच चल रही आपसी खीचतान पर कुछ भी बोलने से बचते दिखाई दिए।

भारत के गौरवशाली अतीत को दर्शाता है राजगीर : नीतीश

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पटना 29 नवम्बर, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजगीर को भारत के गौरवशाली अतीत का अभिन्न अंग बताया और कहा कि जरासंघ, बिम्बिसार एवं अजातशत्रु की यह स्थली जहां एक ओर भारत की सामरिक शक्ति का प्रतीक है, वहीं दूसरी ओर हिन्दू , मुस्लिम, सिख, बौद्ध एवं जैन धर्मों के अनुयायियों के लिये भी काफी महत्वपूर्ण है। श्री कुमार ने शनिवार देर शाम राजगीर के किला मैदान में दीप प्रज्ज्वलित कर अन्तर्राष्ट्रीय राजगीर महोत्सव का उद्घाटन करने के बाद आयोजित समारोह को संबोधित करते हुये कहा कि राजगीर एक तरफ जहां अपने में भारतवर्ष के गौरवशाली अतीत को समेटे हुये है, वहीं यह विभिन्न धर्मों का संगम स्थल भी है। पर्यटन के दृष्टिकोण से राजगीर का अन्तर्राष्ट्रीय महत्व है। राजगीर महोत्सव जिसका आयोजन पहले तीन दिनों के लिये होता था, लोगों के मांग पर अब इसे पन्द्रह दिनों का कर दिया गया है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि राजगीर और गया में पर्यटन क्षेत्र की जितनी संभावना है, उसके मद्देनजर बुनियादी ढ़ांचे का विकास करना है। उन्होंने कहा कि राजगीर महोत्सव में स्थानीय कलाकारों को प्रोत्साहन देने के लिये आयोजन के एक माह पूर्व प्रखण्ड स्तर पर कला, संस्कृति विभाग, पर्यटन विभाग, शिक्षा विभाग एवं जिला प्रशासन कला के क्षेत्र में प्रतियोगिताओं का आयोजन करे और चयनित कलाकारों एवं गायकों को अन्तर्राष्ट्रीय राजगीर महोत्सव के मंच पर मौका मिले। मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यटन, विरासत , ऐतिहासिक तथा धार्मिक स्थलें राजगीर, नालंदा, नवादा एवं गया में है, इसे अगर एक जोन मे कर दिया जाये तो आने वाले राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय पर्यटक नालंदा से लेकर गया तक कम से कम सात दिनों तक समय व्यतीत करेंगे। पर्यटकों को देखने एवं सुनने के लिये उनके रूचि के अनुकूल काफी कुछ मिलेगा। उन्होंने कहा कि राजगीर के समीप ही स्थित घोड़ा कटोरा की चर्चा करत हुए कहा कि यह काफी खुबसूरत जगह है। वर्ष 2009 में घोड़ा कटोरा में मैंने अपने प्रवास के दौरान इसे अन्तर्राष्ट्रीय पर्यटक स्थल बनाने का निर्णय लिया था। 

श्री कुमार ने नालंदा विश्वविद्यालय की चर्चा करते हुए कहा कि यह हमारी विरासत रही है, वह फिर से अन्तर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय के रूप में प्रारंभ हो चुकी है। नालंदा विश्वविद्यालय में ज्ञान पर भी काम होगा और अन्तर्राष्ट्रीय विवाद के निपटारे के लिये भी यह ख्याति प्राप्त होगा। नालंदा विश्वविद्यालय के आस-पास के गांव आदर्श गांव बनाये जायेंगे। नालंदा विश्वविद्यालय तेजी से अपना काम बढ़ाये। नालंदा विश्वविद्यालय में पर्यावरण से संबंधित स्कूल भी है, यहाॅ हर क्षेत्र में काम होगा। नालंदा अपने आप में परिपूर्ण है। किसी को अगर इतिहास, पर्यावरण, विज्ञान एवं अध्यात्म में रूचि हो तो यहां आकर अध्ययन करेंगे। इस मौके पर मुख्यमंत्री कुमार के अलावे ऊर्जा मंत्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव, समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, पर्यटन मंत्री अनिता देवी, कला संस्कृति एवं युवा कार्य मंत्री शिवचन्द्र राम समेत अन्य लोगों ने भी अपने विचार व्यक्त किये। 

बिहार में किसी को कानून के साथ खिलवाड़ नहीं करने दिया जायेगा : लालू

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हाजीपुर,29 नवम्बर, राष्ट्रीय जनता दल(राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने आज कहा कि बिहार के विकास के लिए सामाजिक सद्भाव,भाईचारा और शांति आवश्यक है इसलिए महागठबंधन सरकार किसी को भी कानून के साथ खिलवाड़ नहीं करने देगी। श्री यादव ने वैशाली जिले के तेरसिया गांव में एक निजी कार्यक्रम में भाग लेने के बाद संवाददाताओं से कहा कि सभी के सहयोग से बिहार का नवनिर्माण किया जायेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश की तरक्की के बिना देश का विकास संभव नहीं है।

राजद अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार विकास के पथ पर आगे बढ़ता रहेगा और इस कार्य को अब कोई रोक नहीं पायेगा।उन्होंने महागठबंधन के कार्यकर्ताओं से सरकार की विकास योजनाओं में सहयोग करने की अपील की। इससे पूर्व श्री यादव ने राजद कार्यकर्ता खलक राय के निधन पर शोक व्यक्त किया और परिजनों को सांत्वना दी। 

महागठबंधन की जीत बाढ़ का पानी : राम विलास पासवान

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पटना 29 नवम्बर, केन्द्रीय खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के अध्यक्ष राम विलास पासवान ने बिहार विधान सभा के चुनाव में महागठबंध की जीत को ..बाढ़ का पानी..बताया और कहा कि जिस तरह से बाढ़ का पानी छह माह में उतर जाता है उसी तरह से यह सरकार भी छह माह में गद्दी से उतर जायेगी । श्री पासवान ने आज यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उनकी पार्टी ने 16 वर्षों के दौरान कई उतार-चढ़ाव देखा है। उन्होंने कहा कि जबतक जनता को अधिकार और शक्ति नहीं मिलेगी तबतक उनकी पार्टी हक-हुकूक के लिए लड़ती रहेगी । उन्होंने महागठबंधन की जीत को बाढ़ का पानी बताया कि बताया और कहा कि जिस तरह से बाढ़ का पानी छह माह में उतर जाता है उसी तरह से यह सरकार भी छह माह में गद्दी से उतर जायेगी । लोजपा अध्यक्ष ने कहा कि महागठबंधन की सरकार में अल्पसंख्यकों की भागीदारी नहीं के बराबर है। अल्पसंख्यकों का हमेशा से ही इस्तेमाल होता रहा है चाहे वह बिहार हो या उत्तर प्रदेश । उन्होंने कहा कि वर्ष 2005 में उन्होंने बिहार में किसी अल्पसंख्यक को मुख्यमंत्री बनाने की पहल की थी , लेकिन जो आज अल्पसंख्यकों के हितैषी बन रहे हैं उन्होंने ने भी इस पर ध्यान नहीं दिया । उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से उत्तर प्रदेश में अभी तक मुस्लिम मुख्यमंत्री नहीं बनाया गया है। 

श्री पासवान ने कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव के समय राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के पक्ष में माहौल था और ऐसा ही माहौल विधानसभा चुनाव के शुरुआती दौर में था जो बाद में बिगड़ता चला गया । इसी का परिणाम हुआ कि राजग को सफलता नहीं मिली । हालांकि उन्होंने कहा कि राजग का चुनाव में अच्छा वोट प्रतिशत रहा । लोजपा अध्यक्ष ने कहा कि उनकी पार्टी छह माह तक महागठबंधन सरकार के कामकाज को देखेगी और उसके बाद ही आगे की रणनीति तय की जायेगी। उन्होंने कहा कि वर्ष 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर अप्रैल से पार्टी नेताओं का जिले के सघन दौरा का कार्यक्रम बनाया गया है। 

कांग्रेस में एक व्यक्ति एक पद का सिद्धांत रहेगा लागू : अशोक चौधरी

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पटना 29 नवम्बर, बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी ने आज कहा कि उनकी पार्टी में एक व्यक्ति एक पद का सिद्धांत लागू रहेगा और वह आलाकमान के निर्देश पर किसी भी एक पद को छोड़ने को तैयार हैं। श्री चौधरी ने पार्टी मुख्यालय सदाकत आश्रम में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस में एक व्यक्ति एक पद का सिद्धांत अभी भी लागू है और वह मंत्री या प्रदेश अध्यक्ष पद को आलाकमान के निर्देश पर छोड़ने को तैयार है । उन्होंने कहा कि प्रदेश स्तर पर पार्टी में कार्यकारी अध्यक्ष बनाये जाने की संभावना नहीं है । कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि 15 दिसम्बर तक प्रखंड स्तर पर पार्टी कमेटी का गठन कर लिया जायेगा । उन्होंने कहा कि जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष एवं संबंधित क्षेत्र के विधायकों को निर्धारित समय सीमा के अंदर इस संबंध में अनुशंसा भेजने का निर्देश दिया गया है । 

श्री चौधरी ने कहा कि महागठबंधन की सरकार कार्यभार संभालने के तुरंत बाद ही चुनाव के दौरान किये गये वायदों को पूरा करने की दिशा में तेजी से कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि एक अप्रैल 2016 से राज्य में पूर्ण शराबबंदी की घोषणा की गयी है जो स्वागत योग्य है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनाव के दौरान पार्टी या महागठबंधन के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले पार्टी नेताओं के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जायेगी । उन्होंने कहा कि इस संबंध में पार्टी की अनुशासन समिति विस्तार से रिपोर्ट मंगा रही है।  श्री चौधरी ने कहा कि यह भी बात जानकारी में आयी है कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारी एवं जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष एवं अन्य पदाधिकारी चुनाव में निष्क्रिय रहे है । उन्होंने कहा कि ऐसे नेताओं पर भी पार्टी कार्रवाई करेगी। 

बिहार में शराब पीने वालों पर भी आपराधिक मुकदमा होगा : मंत्री

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पटना 29 नवम्बर, बिहार के उत्पाद एवं मद्य निषेध मंत्री अब्दुल जलील मस्तान ने आज चेतावनी देते हुए कहा कि अगले वित्तीय वर्ष से शराबबंदी लागू होने के बाद इसका सेवन करने वालों पर भी आपराधिक मुकदमा दर्ज किया जायेगा। श्री मस्तान ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शराबबंदी को लेकर काफी गंभीर है और उन्होंने चुनाव पूर्व किये गये अपने वादो के अनुसार एक अप्रैल 2016 से राज्य में शराब की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है। 

उत्पाद एवं मद्य निषेध मंत्री ने कहा कि शराबबंदी के लागू होने के बाद इसका सेवन करने वालों पर आपराधिक मुकदमा दर्ज किया जायेगा । इसके साथ ही अवैध रुप से शराब बेचने वालों पर भी कड़ी कार्रवाई की जायेगी । उन्होंने कहा कि शराबबंदी लागू होने से चार हजार करोड़ रुपये का राजस्व नुकसान की भरपायी के लिए वैकल्पिक उपाय किये जायेंगे । 

बिहार : 7, 8, 9 दिसंबर को दिल्ली पहुँचने का आह्वान

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  • शिक्षा को वाणिज्यिक क्षेत्र में डालने से बचाने के लिए खड़ करना होगा मजबूत बैरिकेड, 

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पटना वि॰वि॰: आज पटना वि॰वि॰ गेट पर आॅल इण्डिया स्टूडेन्ट्स फेडरेशन ;।प्ैथ्द्ध के तत्वाधान में ”भारत में शिक्षा का संकट“ विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार में बतौर मुख्य वक्ता जवाहरलाल नेहरू वि॰वि॰ छात्रसंघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने भारत में शिक्षा के संकट को पूरे भारत का संकट बताते हुए कहा कि हमारा देश भारत वैसा नहीं है जिसे मोदी जी अपने चश्मे से देखते हैं या डब्ल्यू॰टी॰ओ॰ अपने चश्मे से देखता है। शिक्षा में 24 प्रतिशत फंड खत्म करने का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार बनाने के लिए चुनाव में वोट बहुसंख्यक अवाम का चाहिए। लेकिन जिनसे चुनावी चंदे सरकार लेती है उनके प्रति वफादारी निभाने के लिए सचेत रहती है। उन्होंने कहा कि इंसान धर्म की रक्षा करेगा या धर्म इंसान की रक्षा करेगा। आज धर्म को लेकर इंसान और इंसान को लड़ाने की कोशिश ठीक उसी समय की जा रही है जिस समय शिक्षा और स्वास्थ्य को बेचने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि जब कण-कण में राम में बसे हैं तो भारतीय संस्कृति के ठेकेदारी करने वालों को बाबरी मस्जिद में ही राम क्यों दिखाई पड़ते हैं।
मौके पर मौजूद पटना वि॰वि॰ के वरीय शिक्षिका प्रो॰ डेजी नारायण ने कहा कि सबको शिक्षा देना राज्य की जवाबदेही है और राज्य इससे मुकर नहीं सकती। ॅज्व् के साथ समझौते का उन्होंने देश की मेहनतकश अवाम से धोखा बताया। बिहार के अंदर में समान स्कूल प्रणाली लागू करने का जोखिम उठाने की मांग नीतीश सरकार से की। संगठन के राज्य सचिव सुशील कुमार ने जो शिक्षा बजट में भारी कटौती तथा ॅज्व् के साथ समझौते के खिलाफ 7, 8, 9 दिसंबर को दिल्ली चलने का आह्वान किया। संगठन के पीयू अध्यक्ष संदीप कुमार की अध्यक्षता में सभा हुई।
सभा को ।प्ैथ् के जिला उपाध्यक्ष पुष्पेन्द्र प्रणय, जिला सचिव मंडल सदस्य राहुल कुमार, पीयू उपाध्यक्ष मुकेश कुमार, परवेज अशरफी, सुशील झा, राजेश कुमार, अमित कुमार सिंह, अदनान इमरान, रिशु कुमारी, इतिशरण, गोपाल कुमार, फुरकान, वीचंद्र, नीतीश, राहुलप्रियदर्शी आदि मौजू थे।
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