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झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर (05 दिसम्बर)

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नरवालिया में 5.80 करोड की लागत के बैराज का विधायक बिलवाल ने किया भूमि पूजन 

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झाबुआ---आदिवासी अंचल का विकास प्रदेष सरकार की प्राथमिकता है, गा्रमीण अंचलों को हरित क्रांति की दिषा में विकसित करने के लिये प्रदेष की षिवराजसिंह सरकार ने इस जिले को करोडो की सौगाते देकर यहां की दषा एवं दिषा बदलने का सराहनीय कार्य किया है । आज जिले का किसान तीन-तीन फसले लेकर अन्नोत्पाद कर खेती को लाभ का धंधा बना रहा है । आज नरवालिया में भी  5 करोड 80 लाख की लागत से  बैराज का निर्माण का काम षुरू हो रहा है । इस बेराज के निर्माण हो जाने से किसानों को पानी की सहुलियत मिलने से वे उन्नत खेती के साधन अपना कर अपना व अपने परिवार का आर्थिक विकास कर सकेगें । उक्त उद्बोधन षनिवार को गा्रम नरवालिया में  5 करोड 80 लाख की लागत से बनने वाले बेराज के भूमि पूजन के अवसर पर विधायक षांतिलाल बिलवाल ने कहीं । बैराज के भूमि पूजन के अवसर पर जिला पंचायत सदस्य मेगजी अमलियार, जनपद उपाध्यक्ष अमीत वसुनिया, रामचंद्र भाबोर, छुनु भगत, पप्पु भाई, भारत बामनिया, मनीश माहेष्वरी के अलावा बडी संख्या में अंचल के सरपंच, पंच एवं गा्रमीण जन उपस्थित थे । श्री बिलवाल ने बताया कि उक्त बैराज 195 लंबा एवं 6ण्50 मीटर होकर इसकी जल क्षमता से नरवालिया,ढेबर झावलिया के गा्रमीण किसानों को लाभ मिलेगा । उन्होने गा्रमीण किसानों से आव्हान किया कि प्रदेष के मुख्यमंत्री षिवराजसिंह चैहान द्वारा आमजनों के विकास के लिये 150 से अधिक योजनाओं को लागू किया गया है, इसका लाभ हर हितग्राही को मिले इसके लिये योजनाओं के बारे में घर घर तक बात पहूंचाना होगी ।

रामा के प्राचार्य सहित पूरे स्टाॅफ को नोटिस जारी

झाबुआ---सहायक आयुक्त आदिवासी विकास श्रीमती शकुन्तला डामोर ने 3 दिसम्बर को शैक्षणिक संस्थाओं का आकस्मिक निरीक्षण कर व्यवस्थाएॅ देखी, आवश्यक निर्देश दिये एवं अव्यवस्था पाये जाने पर संबंधितो को नोटिस जारी किया। निरीक्षण के दौरान शा.उत्कृष्ट उमावि रामा में गंदगी पाई जाने पर एवं कक्षाओं में फर्नीचर अस्त-व्यस्त पाये जाने पर प्राचार्य सहित पूरे स्टाॅफ को कारण-बताओं सूचना पत्र जारी किया। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को कार्य के प्रति उदासीन पाये जाने पर निलंबन किये जाने हेतु व भवन की पुताई पीली मिट्टी से कि जाने के कारण तत्कालीन प्राचार्य श्री आर.पी.बोहरे को नोटीस जारी कर रेकार्ड तलब किया है। निरीक्षण के दौरान लापरवाही पाये जाने पर श्री रकसिंह निनामा, व श्री लेवनार्ड वसुनिया सहा.शिक्षक प्रा.शा. पिथनपुर, श्री राकेश सोनी, संकुल प्राचार्य शा.हाई स्कूल सेमलिया बडा, श्रीमती गायत्री पाटीदार, सहा.अध्यापक संकुल केन्द्र शा.हाई स्कूल खरडूबडी, श्री तेवरसिंह चैहान, सहा.शि. श्रीमती किरणबाला अजनार,श्रीमती प्रीती चैहान, श्रीमती संगीता पचाया, अध्यापक प्रा.वि.एवं मा.वि.झुमका, श्री तिलक वास्केल, अधीक्षक, बालक छात्रावास. पिथनपुर, कन्या आश्रम पिथनपुर में पदस्थ शिक्षक, प्रा.शाला धमोई छोटी बंद पाई जाने पर, श्री रूपसिंह बिलवाल श्री कालूसिंह निनामा, प्रा.शा.चुडेली में श्रीमती शांति डावर, श्री रमेश ढाकिया, मा.शा.बराड के शिक्षकों व श्री बलंवतसिंह निनामा, अधीक्षक, बालक छात्रावास कलमोडा को कारण बताओं सूचना पत्र जारी किया। हाई. स्कूल कलमोडा की शैक्षणिक व्यवस्था गुणवत्ता पूर्ण पाये जाने पर सहायक आयुक्त ने सरहाना की एवं हाई स्कूल कलमोडा के स्टाॅफ की मांग अनुसार स्कूल की बाउण्ड्रीवाल, पेयजल, विद्युत-व्यवस्था, शीघ्र पूर्ण करने का आश्वासन भी दिया।

विधानसभा सत्र के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त

झाबुआ---विधानसभा के नवम सत्र का आयोजन 7 दिसम्बर से 18 दिसम्बर तक किया जाएगा। विधानसभा हेतु प्राप्त प्रश्नों की जानकारी समयावधि में शासन एवं वरिष्ठ कार्यालय को प्रेषित किये जाने हेतु श्री वी.पी.सिंह डिप्टी कलेक्टर को झाबुआ जिले के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।

जिला पंचायत सीईओ श्री चैधरी ने कार्यभार ग्रहण किया

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झाबुआ---शासन द्वारा रायसेन से स्थानांतरित कर झाबुआ में पदस्थ किये गये मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत एवं पदेन अपर कलेक्टर विकास श्री अनुराग चैधरी ने आज 5 दिसम्बर को पूर्वान्ह में झाबुआ में अपना कार्यभार ग्रहण कर लिया है।




सी.एम. हेल्पलाईन वेबसाईट पर प्रतिदिन लागिंन करे

झाबुआ---संचालक सी0एम0 हेल्पलाईन भोपाल द्वारा माह नवम्बर-15 एवं अक्टूबर-15 में लाॅगिन नहीं करने वाले अधिकारियों पर कार्यवाही एवं निर्देश हेतु सूची भेजी गई है। प्राप्त सूची में उल्लेखित है कि जनसेतु के रूप में कार्यरत सी.एम. हेल्पलाईन का विभागीय अधिकारियों द्वारा नियमित अवलोकन नहीं किया जा रहा है ऐसे में प्राप्त शिकायतों का निराकरण अनावश्यक लंबित रहता है। कलेक्टर डाॅ.अरूणा गुप्ता ने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया है कि विभागीय निर्देशानुसार प्राप्त शिकायत का लेवल-1 पर ही निराकरण किया जाना सुनिश्चत करे। यदि शिकायतों पर आपके स्तर ये कार्यवाही लंबित रहती है अथवा वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा शिकायत पर कोई कार्यवाही नहीं की जाती है तो समस्त उत्तरदायित्व आपका रहेगा। अतः प्रतिदिन वेबसाईट का अवलोकन सुनिश्चित करे।

किसान मिट्टी का परीक्षण अवश्य करवाये-- विधायक

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झाबुआ---मृदा स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर आज कृषि विज्ञान केन्द्र एवं कृषि विभाग के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित कार्यक्रम में किसानो को संबोधित करते हुए विधायक झाबुआ श्री शांतिलाल बिलवाल ने कहा कि अच्छी फसल के लिए जमीन का स्वस्थ होना भी जरूरी है। इसलिए किसान भाई अपनी जमीन की मिट्टी का परीक्षण अवश्य करवाये। परीक्षण के बाद जमीन में आवश्यकतानुसार ही उर्वरक का उपयोग करे जमीन में बिना जांच करवाये रासायनिक खाद का अत्याधिक उपयोग करने से जमीन की उर्वर क्षमता भी खराब होती है साथ ही धन का भी अपव्यय होता है। कार्यक्रम में किसानो को कृषि वैज्ञानिकों द्वारा खेती के बारे में वैज्ञानिक तकनीकों की जानकारी दी गई। कार्यक्रम को जिला पंचायत कृषि समिति अध्यक्ष श्री रूपसिंह डामोर, झाबुआ मण्डी अध्यक्ष श्री भंवरसिंह बिलवाल, कृषि महाविद्यालय इन्दौर के वैज्ञानिक डाॅ. हरिसिंह ठाकुर, डाॅ.एम.पी.जैन ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालक श्री सी एस पाटीदार ने किया। थांदला, पेटलावद, मेघनगर एवं झाबुआ में आजएक साथ मृदा दिवस कार्यक्रम आयोजित कर किसानो को मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरित किये गये। किसानो के खेतो की मिट्टी का परीक्षण क्यो अनिवार्य है। इस बारे में भी बताया गया। कार्यक्रम की रूपरेखा उप संचालक कृषि श्री त्रिवेदी ने बताई।

राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर अद्यतन के लिए 15 दिसम्बर तक की डेट लाइन

झाबुआ---दिल्ली एडीशनल सैकेट्री एण्ड रजिस्टार जनरल द्वारा वीडियों कोन्फ्रॅस में सख्त निर्देश दिये गए है कि राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर अद्यतन का कार्य 15 दिसम्बर तक निर्धारित समय सीमा में अनिवार्य रूप से संपन्न किया जाये। इस संबंध में जिला रजिस्टार एवं कलेक्टर द्वारा समस्त ग्रामीण एवं नगरीय क्षैत्र के उप रजिस्टार, तहसीलदार एवं मुख्य नगरपालिका अधिकारी को निर्देश दिये गए है कि उक्त समयावधि में कार्य अनिवार्य रूप से संपन्न कराया जावे यदि आपके द्वारा किसी भी प्रकार का विलम्ब किया जाता है तो आपके विरूद्ध कानूनन कार्यवाही की जावेगी। उक्त कार्य समयावधि में संपन्न कराने की जवाबदारी समस्त अनुविभागीय अधिकारीकी भी होगी।

राज्य स्तरीय वाद-विवाद प्रतियोगिता में सउनि अनीता तोमर को प्रथम स्थान प्राप्त:ः
  • सर्वश्रेष्ठ वक्ता की रनिंग शील्ड एवं कप प्राप्त

झाबुआ---पुलिस अधीक्षक संजय तिवारी ने बताया कि राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग के निर्देशानुसार राज्य स्तरीय वाद-विवाद प्रतियोगिता 2014-15 का आयोजन पी0टी0आर0आई0 हाॅल भोपाल में दिनांक 3-4/12/2015 को किया गया था। इस प्रतियोगिता का वाद-विवाद का विषय प्रताड़ना ;ज्वतजनतमद्ध रखा गया था। वाद-विवाद प्रतियोगिता सर्वप्रथम जिला स्तर पर एवं तदोपरांत जोनल स्तर पर आयोजित हुई। सहायक उप निरीक्षक अनीता तोमर, तैनात थाना मेघनगर द्वारा प्रताड़ना ;ज्वतजनतमद्ध विषय पर पक्ष में अपनी प्रस्तुति दी एवं जिला स्तर पर एवं इंदौर जोन स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त किया। तदोपरांत सहायक उप निरीक्षक अनीता तोमर, तैनात थाना मेघनगर द्वारा इस वाद-विवाद प्रतियोगिता में प्रदेश स्तर पर दिनांक 3-4/12/2015 को आयोजित प्रतियोगिता में भाग लिया गया। प्रदेश स्तर पर पक्ष एवं विपक्ष में 3-3 प्रतियोगियों का चयन किया गया, जिसमें सउनि अनीता तोमर का चयन हुआ। प्रदेश स्तर पर पक्ष में 16 एवं विपक्ष में 16 प्रतिभागियों का चयन किया गया था, सहायक उप निरीक्षक अनीता तोमर ने प्रदेश स्तर पर आयोजित इस वाद-विवाद प्रतियोगिता में प्रताड़ना ;ज्वतजनतमद्ध विषय पर पक्ष में अपनी प्रस्तुति देकर प्रथम स्थान प्राप्त कर सर्वश्रेष्ठ वक्ता की रनिंग शील्ड एवं कप प्राप्त किया। राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग के निर्देशानुसार राज्य स्तरीय वाद-विवाद प्रतियोगिता 2014-15 का आयोजन श्री महान भारत सागर, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, शिकायत/मानव अधिकार, पुलिस मुख्यालय भोपाल द्वारा श्री सुरेन्द्र सिंह, पुलिस महानिदेशक महोदय, म0प्र0भोपाल के मार्गदर्शन में संचालित करवाई गई थी। सउनि अनीता तोमर को श्री व्ही0एम0कंवर, कार्यवाहक अध्यक्ष, मानव अधिकार आयोग भोपाल, श्री सुरेन्द्र सिंह, पुलिस महानिदेशक, म0प्र0, पु0मु0 भोपाल, श्री महान भारत सागर, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, शिकायत/मानव अधिकार, पुलिस मुख्यालय भोपाल द्वारा रनिंग शील्ड एवं कप प्रदाय किया गया। सहायक उप निरीक्षक अनीता तोमर ने उक्त राज्य स्तरीय वाद-विवाद प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त कर जिला झाबुआ पुलिस का नाम रोशन किया है, जिस पर जिला झाबुआ पुलिस को गर्व है। श्री व्ही0एम0कंवर, कार्यवाहक अध्यक्ष, मानव अधिकार आयोग भोपाल, श्री सुरेन्द्र सिंह, पुलिस महानिदेशक महोदय, म0प्र0भोपाल, श्री महान भारत सागर, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, शिकायत/मानव अधिकार, पुलिस मुख्यालय भोपाल, श्री विपिन माहेश्वरी, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक एवं पुलिस महानिरीक्षक, इंदौर जोन, इंदौर, श्री संतोष सिंह, पुलिस उप महानिरीक्षक, इंदौर शहर इंदौर, पुलिस अधीक्षक श्री संजय तिवारी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती सीमा अलावा, अ0अ0पु0 झाबुआ श्री एस0आर0परिहार, अ0अ0पु0 थांदला श्री एन0एस0रावत, अ0अ0पु0 पेटलावद श्री राकेश व्यास, रनि झाबुआ श्री के0एल0मीणा, था0प्र0 मेघनगर निरीक्षक एम0एल0भाबर एवं अन्य समस्त था0प्र0, चै0प्र0, पुलिस अधीक्षक कार्यालय स्टाॅफ, लाईन स्टाॅफ ने बधाई दी है।

बिहार परिणाम देश की एकता और अखंडता का जनादेश : भाकपा

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पटना, 05 दिसम्बर, हाल ही में संपन्न बिहार विधान सभा चुनावों के परिणाम संपूर्ण देष की एकता व अखंडता के लिए स्वागतयोग्य जनादेष है जो बिहार की आम जनता के बीच गहरे बैठी सेक्यूलर सोच को परिबिम्बित करते हैं । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अहंकारी प्रवृति और सांप्रदायिक व जातीय अपील को बिहार की जनता ने निर्णायक रूप से अस्वीकार कर दिया जिसके दूरगामी परिणाम अगले वर्ष पाँच राज्यों:- पं॰ बंगाल, असम, केरल, तमिलनाडु व पुदूचेरी में होने वाले चुनावों में भी देखने को मिलेंगे।

बिहार चुनावोें में जिस प्रकार का सांप्रदायिक व जातीय ध्रुवीकरण हुआ उसने संयुक्त वामपक्ष के लिए पर्याप्त स्पेस (स्थान) नहीं छोड़ा, फिर भी वामदलों की अपील आम जनता में बढ़ी है जिसे और आगे सुदृढ़ व समृद्ध करने के हर संभाव प्रयास किए जाएंगे। जी॰एस॰टी॰ की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि मौजूदा स्वरूप में इसमें प्रोडयूसर राज्यों के हितों की अनदेखी की गयी है, इसलिए इसे युक्ति संगत बनाने के लिए सभी राजनैतिक दलों व पक्षों के साथ चर्चा कर आम सहमति बनाना लाजिमी है। 

केजरीवाल सरकर द्वारा दिल्ली प्रदेष में जनलोकपाल कानून बनाया जाना एक स्वगतयोग्य कदम है जिसके हक में भाकपा पहले से ही रही है। दिल्ली में विधायकों को दी जाने वाली सुविधाओं व वेतनमान में वृद्धि पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि विधायकों के भ्रष्टाचार पर यदि रोक लगाया जाए तभी इसे युक्तिसंगत माना जा सकता है। मनरेगा में की जा रही कटौती को ग्रामीण भारत के श्रमिकों व गरीबों के हितों पर कुठाराघात बताते हुए उन्होंने इसके खिलाफ संघर्ष की जरूरत पर बल दिया।

बिहार के मुख्यमंत्री द्वारा राज्य में शराबबंदी लागू करने की घोषणा का उन्होंने स्वागत किया और अपील की कि सिर्फ दिखावे की कार्रवाइयों से नहीं, बल्कि चुनावी वादों को त्वरित गति से लागू करके ही जनादेष को अर्थपूर्ण बनाया जा सकता है बर्ना जनाक्रोष उभरने में समय नहीं लगेगा। प्रेस वात्र्ता में श्री के॰ नारायणा के अलावे पार्टी के राज्य सचिव सत्य नारायण सिंह और जनसंवाद अभियान विभाग के सचिव रामबाबू कुमार (सचिवमंडल सदस्य) उपस्थित थे। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय सचिव कल पार्टी के प्रत्याषियों की बैठक में हिस्सा लेने के उपरान्त आज और कल भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी राज्य परिषद की बैठक में भाग ले रहे हैं जहाँ विगत विधान सभा चुनाव की गहन समीक्षा की जानी है। 

इंडोनेशिया मास्टर्स बैडमिंटन टूर्नामेंट के फाइनल में श्रीकांत

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मलांग, 05 दिसंबर, शीर्ष वरीयता प्राप्त भारत के किदाम्बी श्रीकांत ने अपने विजयी अभियान को आगे बढ़ाते हुये शनिवार को इंडोनेशिया मास्टर्स बैडमिंटन टूर्नामेंट के खिताबी मुकाबले में प्रवेश कर लिया। शीर्ष वरीय महिला खिलाड़ी पीवी सिंधू के क्वार्टरफाइनल में हारकर बाहर हो जाने के बाद श्रीकांत टूर्नामेंट में अकेले भारतीय खिलाड़ी हैं। लेकिन उन्होंने पुरूष एकल सेमीफाइनल में कमाल का प्रदर्शन करते हुये 11वीं वरीय इंडोनेशिया के गिंटिंग एंथोनी की चुनौती को मात्र 37 मिनट में लगातार गेमों में 21-13 21-19 से निपटाते हुये खिताबी मुकाबले में जगह बना ली। 

विश्व के नौंवें नंबर के खिलाड़ी श्रीकांत इस वर्ष जून में हुये इंडोनेशिया ओपन में भी एंथोनी से भिड़ चुके हैं जहां उन्हें 39वें नंबर के खिलाड़ी से हार झेलनी पड़ी थी। इस जीत से भारतीय खिलाड़ी ने एंथोनी के खिलाफ अपना हार जीत का रिकार्ड 1-1 से बराबर कर लिया है। श्रीकांत का अब फाइनल में इंडोनेशिया के टाॅमी सुगियार्तो और वीसनु यूली प्रास्तेयो के बीच सेमीफाइनल के विजेता से मुकाबला होगा। इससे पहलेे मैच में भारतीय खिलाड़ी ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुये लगातार 11 अंक जीते और चार गेम प्वांइट हासिल किये। उन्होंने कुल 42 अंक जीतकर मैच अपने नाम किया।

धारा 370 में कोई बदलाव नहीं : महबूबा

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नयी दिल्ली, 05 दिसम्बर, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने आज कहा कि जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाली धारा 370 के साथ किसी प्रकार का बदलाव नहीं किया जाएगा। सुश्री महबूबा ने यहां ‘एचटी लीडरशिप समिट’ में कहा कि जहां तक धारा 370 का सवाल है इसके साथ किसी तरह का परिवर्तन नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस धारा के तहत राज्य को विशेष दर्जा मिला हुआ है और वह बना रहेगा। 

उन्होंने कहा कि इस धारा को बनाए रखने का भारत सरकार के साथ समझौता हुआ है और उसमें कोई बदलाव नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा ,“यदि आतंकवाद से निपटना है तो हमे पाकिस्तान, अफगानिस्तान तथा बंगलादेश जैसे पडोसी देशों के साथ समन्वय बनाये रखना पडेगा। युद्ध के समय भी देश में पाकिस्तान से प्याज का आयात किया गया था।” उन्होंने कहा कि भारत तथा पाकिस्तान को आतंकवाद से मिलकर लड़ने की जरूरत है।

मीसा भारती को बिहार राजद अध्यक्ष बनाने की उठी मांग

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पटना 05 दिसम्बर, बिहार में सत्ता संभालने के बाद महागठबंधन के घटक राष्ट्रीय जनता दल की तेज तर्रार एवं युवा नेता मीसा भारती को पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाये जाने की मांग उठने लगी है । राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं विधायक मोहम्मद इलियास हुसैन ने आज यहां कहा कि श्रीमती भारती प्रतिभावान एवं कर्मठ नेता हैं इसलिये पार्टी में उनकी बड़ी भूमिका होनी चाहिए । विधानसभा के चुनाव में पार्टी प्रत्याशियों के साथ ही महागठबंधन के उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित करने के लिये राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की पुत्री श्रीमती भारती ने एड़ी चोटी का जोर लगा दिया था। 

श्री हुसैन ने कहा कि पार्टी की बिहार प्रदेश की जिम्मेदारी अब श्रीमती भारती को मिलनी चाहिए । इस संबंध में वह उचित समय पर अपनी राय पार्टी नेतृत्व के समक्ष रखेंगे । उन्होंने कहा कि पार्टी में युवाओं को जिम्मेदारी देने का अब सही वक्त आ गया है । युवा ही देश के भविष्य हैं । 

बिल गेट्स बिहार में विश्व स्तरीय चिकित्सा सुविधायें उपलब्ध कराने में करेंगे मदद

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पटना,05 दिसम्बर, बिल एण्ड मिलिंडा गेट्स फाउन्डेशन बिहार में विश्व स्तरीय चिकित्सा सुविधायें उपलब्ध कराने के लिये हरसंभव मदद करने को तैयार है। फाउन्डेशन के सह-अध्यक्ष बिल गेट्स ने आज यहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भेंट के दौरान यह प्रस्ताव रखा। श्री गेट्स ने बिहार में स्वास्थ्य एवं पोषण के कार्य को आगे बढ़ाने के तरीकों पर श्री कुमार से विस्तार से चर्चा की और राज्य में विकास के प्रति फाउन्डेशन के सहयोग के संकल्प को दुहराया। 

श्री कुमार ने कहा कि स्वास्थ्य एवं पोषण बिहार के विकास के प्रमुख सूचकांक हैं और राज्य सरकार सभी के लिए स्वास्थ्य एवं पोषण सेवा उपलब्ध कराने की दिशा में कदम उठाने के लिए प्रतिबद्ध है। स्वास्थ्य एवं पोषण के क्षेत्र में बेहतर सुधार की प्राप्ति के लिए स्वास्थ्य में वित्तीय वृद्धि आवश्यक है, जिससे सभी के लिए सार्थक स्वास्थ्य सुधार की दिशा में बढ़ा जा सके। उन्होंने कहा कि राज्य में स्वास्थ्य प्रणाली को और मजबूत करना होगा ताकि हाशिये पर रह गये लोग भी व्यापक स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ ले सकें। उन्होंने कहा कि राज्य में स्वास्थ्य,पोषण और विकास के लक्ष्य प्राप्ति के लिए बिल एण्ड मिलिंडा गेट्स फाउन्डेशन के साथ मिलकर काम करते रहेंगे। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए राज्य सरकार के प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए उनकी सरकार उच्च गुणवत्ता वाले निजी संस्थानों को सरकारी निजी साझेदारी (पी0पी0पी0) के तहत शामिल किये जाने के सुझाव के लिए खुला विचार रखती है। उन्होंने फाउन्डेशन को आश्वस्त किया कि वह राज्य की जन स्वास्थ्य प्रणाली में संरचनात्मक बदलाव के लिए इच्छुक है और इसके लिए स्वास्थ्य विभाग में एक दल का गठन किया जाएगा जो विभिन्न राज्यों में भ्रमण कर वहां की व्यवस्था से वाकिफ होंगे। इस संबंध में फाउन्डेशन के तकनीकी सहयोग की भी आवश्कता है। 

श्री कुमार ने कहा कि बिहार प्रशासनिक सेवा के अधिकारी एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को फाउन्डेशन द्वारा सहायता प्रदत्त तकनीकी सहायता यूनिट (टी0एस0यू0) में पदस्थापित किया जा सकता है, जिससे अधिकारी विश्व स्तरीय ज्ञान एवं अनुभव प्राप्त कर उसे पूरे राज्य में क्रियान्वित कर सकें। स्वास्थ्य प्रणाली में संरचनात्मक सुधार लाने के लिये यह सहमति बनी है कि इन अधिकारियों को विभाग में लम्बे समय के लिए नियुक्त किया जाय। यह भी निर्णय लिया गया कि राज्य स्तरीय टी0एस0यू0 की भाँति जिला स्तर पर जिला एवं प्रखंड स्तरीय अधिकारियों को तकनीकी सहयोग देने के लिए टी0एस0यू0 मॉडल बनाया जाएगा। 

मुख्यमंत्री ने अपनी सरकार के सात निश्चयों के संकल्पों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र हमेशा से उनकी और राज्य सरकार की उच्च प्राथमिकताओं में शामिल रहा है। वह मानव विकास के लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए पूर्णतः प्रतिबद्ध हैं और अधिकारियों को स्पष्ट दिशा-निर्देश दे दिया गया है कि वे गुणवत्ता के साथ ही निर्धारित लक्ष्य समय सीमा में प्राप्त करें। उन्होंने कहा कि सरकार खुले में शौच जैसी समस्या के सुधार के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि राज्य के हर घर में शौचालय निर्माण,स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था,हर गांव में नाला तथा सड़क निर्माण किया जाएगा। बैठक में मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव आर के महाजन,समाज कल्याण विभाग के सचिव एस एम राजू, मुख्यमंत्री के सचिव चंचल कुमार और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। 

ललन सिंह और पी के शाही के खिलाफ मुकदमा रद्द

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पटना 05 दिसम्बर, बिहार में पटना की एक अदालत ने जल संसाधन मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह और पूर्व मंत्री पी के शाही के खिलाफ सरकारी आदेश की अवहेलना के मामले को आज रद्द कर दिया । पटना के अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी पांडेय ऋषिकांत सिंन्हा की अदालत ने यहां दोनों पक्षों की दलीले सुनने और मामले में पुलिस की ओर से धारा 188 भारतीय दंड विधान के तहत दाखिल किये गये आरोप पत्र पर विचार करने के बाद पाया कि दोनों आरोपितों के खिलाफ धारा 144 दंड प्रकिया संहिता की अवहेलना का कोई साक्ष्य नहीं है । 

अदालत ने मामले में दोनों आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई बंद करने का आदेश दिया । मामले की प्राथमिकी 09 जुलाई 2015 को पटना के गांधी मैदान थाना में दर्ज की गयी थी । आरोप के अनुसार विधान परिषद के 2015 के चुनाव में अनुमंडलाधिकारी कार्यलय स्थित मतदान केन्द्र पर दोनों नेता बेकन लाईट :लाल बती: लगे सरकारी वाहन से अपने मत का प्रयोग करने पहुंचे थे । 

बिहार के बारे में गलतबयानी के लिए मोदी राज्य की जनता से मांगे माफी : मीसा

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पटना 05 दिसम्बर, राष्ट्रीय जनता दल(राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की पुत्री एवं पार्टी की वरिष्ठ नेता मीसा भारती ने बिहार के विकास के बारे में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर गलत बयानी का आरोप लगाते हुए उनसे राज्य की जनता से माफी मांगने की मांग की है। श्रीमती भारती ने आज यहां कहा कि नीति आयोग ने अपनी रिपोर्ट में गत वर्ष बिहार की विकास दर 17.6 प्रतिशत रहने की बात कही है जिससे स्पष्ट है कि राज्य की विकास की गति धीमी नहीं पड़ी है। आयोग की रिपोर्ट से यह स्पष्ट होता है कि बिहार की विकास दर गुजरात से 
भी बेहतर है। 

उन्होंने कहा कि आयोग की रिपोर्ट से श्री मोदी और भारतीय जनता पार्टी के उस दावे की पोल खुल गयी है जिनमें कहा जाता रहा है कि राज्य में भाजपा के सरकार से अलग होने के बाद राज्य की विकास दर घट गयी है। राजद नेता ने कहा कि श्री मोदी विधानसभा चुनाव के दौरान बिहार के विकास के बारे में गलत  आंकड़े देकर लोगों को भ्रम में डालते थे लेकिन आयोग की रिपोर्ट से उनकी बातें गलत साबित हुई हैं जिसके लिए उन्हें राज्य की जनता से माफी मांगनी चाहिए।उन्होंने कहा कि बिहार का विकास मॉडल गुजरात मॉडल से बेहतर है और महागठबंधन सरकार राज्य की प्रगति की यह दर बनाये रखने का हरसंभव प्रयास करती रहेगी। 

बिहार : संत माइकल हाई स्कूल का वार्षिक दिवस समारोह-2015

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  • इंटरनेशनल ईयर आफ लाइट सेलिब्रेसन 

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पटना। राजधानी पटना में है संत माइकल हाई स्कूल। इस स्कूल को आयरिश क्रिश्चियन ब्रदरों की मण्डली द्वारा 1858 में स्थापित किया, यह पूर्वी भारत के सबसे पुराने मिशनरी स्कूलों में है। यह पवित्र गंगा नदी के तट पर अवस्थित है। जानने वाली बात है कि इस स्कूल की चहारदीवारी के छोर पर भगवान भास्कर का सूर्य मंदिर स्थित है। जब आयरिश क्रिश्चियन ब्रदर लोग बिहार को छोड़कर अन्य प्रदेश में जाने लगे तो आयरिश क्रिश्चियन ब्रदरों ने ‘येसु समाजी’ भाइयों के हवाले 1968 में स्कूल को कर दिए। येसु समाजी अमेरिकी शिकागों प्रांत के थे। उस समय जेसुइट स्कूल संत जेवियर हाई स्कूल भी संचालित था। स्कूल के प्राचार्य फादर गाॅर्डन एडमंड मर्फी थे। 1972 से कार्यशील थे। इनका निधन 1988 में हो गया। सीबीएसई को आईसीएसई बोर्ड से बदल दिया। तभी से ‘येसु समाजी’ भाइयों ने स्कूल को शिखर पर पहुंचा दिया है। अभी लड़का और लड़की साथ-साथ अध्ययन करते हैं। 

आज शनिवार को शानदार ढंग से वार्षिकोत्वस संत माइकल हाई स्कूल का मनाया गया। मौके पर संत माइकल में अध्ययनरत राजीव प्रताप सिंह रूडी और विधायक संजीव चैरसिया भी उपस्थित थे। दोनांे बीजेपी के हैं। केन्द्र में राजीव प्रताप सिंह रूडी, राज्य कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री एवं ससंदीय कार्य मंत्री हैं। इनके करकमलों से वार्षिक समारोह का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर विशिष्ट अतितिथ श्रीमती नीलम प्रताप रूडी एवं प्रो0 संजय श्रीवास्तव,निदेशक,निफ्ट,पटना एवं श्रीमती अनुपमा श्रीवास्तव सम्मानित अतिथि के रूप में विराजमान थे। संत माइकल हाई स्कूल के प्राचार्य फादर पीटर आरोकियासामी,येसु समाजी ने आगत अतिथियों का भावपूर्ण ढंग से स्वागत किया। मौके पर स्कूल के वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। इस समारोह का उद्देश्य के बारे में फादर प्राचार्य ने कहा कि बच्चों की प्रतिमा को दर्शाना ही नहीं है, अपितु उनकी उपलब्धियों को सम्मानित करना है। 

समारोह का आरंभ प्रार्थना नृत्य द्वारा किया गया। इस नृत्य को देखकर दर्शक मंत्रमुग्ध हो गये। इसके अतिरिक्त समूह-नृत्य,स्किट,‘लाइटिंग द डार्क साइड आॅफ पीपुल्स’ ने दर्शकों के हृदय पर अपनी गहरी छाप छोड़ी। छोटे बच्चों की प्रस्तुति ‘टूर आॅफ द वल्र्ड’ तथा वरिष्ठ छात्र-छात्राओं द्वारा ‘फ्ूयजन डांस’ एवं ‘शास्त्रीय संगीत’भी दर्शकों को कुर्सी पर चिपककर बैठने को मजबूर कर दिया। हल्की बंूदाबांदी भी दर्शकों को हिला नहीं सका। सम्मानित अतिथि श्रीमती अनुपमा श्रीवास्तव ने पुरस्कार वितरित किए। इसमें सर्वश्रेष्ठ माइकलाइट पुरस्कार विवेक कौशल (12 वर्ग) को मिला। मो0 सलमान मोजफ्फर (10 डी वर्ग), अभ्युदय कश्चप (5 बी वर्ग) को शतप्रतिशत उपस्थिति पुरस्कार एवं विशिष्ट उपलब्धि जैसे कई पुरस्कार दिए गए। बेस्ट टीचर (2015-2016) सीनियर सेक्रेडरी मैथ्यू लुकस, सेक्रेडरी सुसन रिचर्ड और प्राइमरी जेनी जौर्ज, बेस्ट कैप्टेन करिश्मा दास(12 सी वर्ग), बेस्ट क्रियेटिव ( सर्जनात्मक) स्टूडेंट रिजवान (11 सी वर्ग) और  प्रियांशु (9 सी), बेस्ट एलोकाॅसन ( वक्तृता) मो0कामरान सिद्दकी (12 डी वर्ग) और आस्था (9 बी वर्ग), बेस्ट एक्टर ऋषभ ( 5 सी वर्ग) और शंकरशरण मुखर्जी पुरस्कृत हुए। 

मौके पर राजीव प्रताप सिंह रूडी, राज्य कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री एवं ससंदीय कार्य मंत्री ने कहा कि संत माइकल हाई स्कूल द्वारा बच्चों को बेहतर से बेहतर निर्माण होने लायक शिक्षा दी जाती है। एक समय था कि आपलोगों की तरह ही हमलोग भी अध्ययन किया करते थे। उन्होंने टीचर-नन टीचरों के साथ बच्चों की कुशल भविष्य की कामना की। संत माइकल प्राइमरी स्कूल की प्रधानाध्यापिका विशाखा सिन्हा ने संत माइकल परिवार की ओर से आगत अतिथियों का धन्यवाद अर्पित की। 

विशेष आलेख : अम्बेडकर पर संसद में चर्चा विचार दरकिनार ,सिर्फ गुणगान !

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भारतीय संसद ने संविधान निर्माण में अम्बेडकर के योगदान पर दो दिन तक काफी सार्थक चर्चा करके एक कृतज्ञ राष्ट्र होने का दायित्व निभाया है .इस चर्चा ने कुछ प्रश्नों के जवाब दिये है तो कुछ नए प्रश्न खड़े भी किये है ,जिन पर आगे विमर्श जारी रहेगा .दो दिन तक सर्वोच्च सदन का चर्चा करना अपने आप में ऐतिहासिक माना जायेगा .यह इसलिये भी महत्वपूर्ण हो गया कि जो पार्टियाँ गाहे बगाहे अब तक डॉ अम्बेडकर के संविधान निर्माता होने पर संदेह प्रकट करती रही , आलोचना करती रही  ,उनके भी सुर बदले है तथा उन्होंने भी माना कि संविधान निर्माण में डॉ अम्बेडकर का योगदान अतुलनीय है ,उसको नकारा नहीं जा सकता है .

जो लोग यह कहकर अम्बेडकर के महत्व को कम करने की कोशिश करते है कि संविधान सभा के अध्यक्ष तो डॉ राजेन्द्र प्रसाद थे .अम्बेडकर तो महज़ ड्राफ्टिंग कमेटी के अध्यक्ष थे .जिसमे उनके समेत कुल 9 सदस्य थे ,जिसमे के एम मुंशी ,गोपाल स्वामी अयंगार और कृष्ण स्वामी अय्यर जैसे विद्वान भी शामिल थे .अकेले अम्बेडकर ने क्या किया .अम्बेडकर के आलोचकों को संविधान सभा की बहस और कार्यवाही का अध्ययन करना चाहिए ताकि अम्बेडकर के योगदान को समझा जा सके .अब यह ऐतिहासिक सत्य है कि जो 9 लोग प्रारूप समिति में थे ,उनमे से एक ने त्यागपत्र दे दिया था .एक अमेरिका चला गया .दो सदस्य अपने स्वास्थ्य कारणों से दिल्ली से दूर रहे .एक राजकीय मामलों में व्यस्तता के चलते समय नहीं दे पाया और शेष लोग भी अपने अपने कारणों से प्रारूप निर्माण में अपनी भागीदारी नहीं निभा सके .इसलिए संविधान का प्रारूप तैयार करने का सारा उत्तरदायित्व अकेले  डॉ अम्बेडकर के कन्धों पर आ पड़ा जिसे उन्होंने बखूबी निभाया .इसीलिए उन्हें भारतीय संविधान का असली निर्माता कहा जाता है .

संसद में पहले दिन की बहस का आगाज़ करते हुए केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथसिंह ने कहा कि अम्बेडकर का इस देश में बहुत अपमान हुआ ,लेकिन उन्होंने कभी देश छोड़ने की बात नहीं सोची .वे सच्चे अर्थों में राष्ट्रऋषि थे .दुसरे दिन बहस का समापन करते हुए प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अम्बेडकर ने जहर खुद पिया और अमृत हमारे लिए छोड़ गए .गृहमंत्री का डॉ अम्बेडकर को राष्ट्रऋषि कहना और प्रधानमंत्री का उन्हें हलाहल पीनेवाला नीलकंठ निरुपित करना कई सवाल खड़े करता है .जब राजनाथसिंह कहते है कि देश में अम्बेडकर का बहुत अपमान हुआ ,तो उन्हें और साफगोई बरतनी चाहिये और देश को यह बताना चाहिये था कि आखिर वो कौन लोग थे ,जिन्होंने अम्बेडकर को अपमानित किया .तत्कालीन व्यवस्था और धार्मिक कारण तो थे ही जिनको अम्बेडकर ने आगे चलकर ठुकरा दिया था ,लेकिन आज़ादी के आन्दोलन के कई चमकते सितारों ने भी अम्बेडकर को अपमानित करने में कोई कसर बाकी नहीं रखी थी .उन पर कालाराम मंदिर प्रवेश आन्दोलन के वक़्त पत्थर बरसाने वाले कौन लोग थे ? उनकी उपस्थिति के बाद उन स्थानों को गंगाजल और गौमूत्र छिडक कर पवित्र करने वाले लोग कौन थे ? वो कोन थे जिन्होंने अछूतों से पृथक निर्वाचन का हक छीन लिया था और डॉ अम्बेडकर को खून के आंसू रोने को विवश किया था .वो कौनसी विचारधारा के लोग थे जिन्होंने अम्बेडकर को हिन्दू कोड बिल नहीं लाने दिया और अंततः उन्हें भारी निराशा के साथ केन्द्रीय मंत्रिमंडल छोड़ना पड़ा था .इससे भी आगे बढ़ कर एक दिन उन्हें देश ना सही बल्कि धर्म को छोड़ना पड़ा .इन बातों पर भी चर्चा होती तो कई कुंठाओं को समाधान मिल सकता था  .जब प्रधानमन्त्री यह स्वीकारते है कि डॉ अम्बेडकर को जहर खुद पीना पड़ा तो वो क्या जहर था ,उससे देश को अवगत होना चाहिये .यह देश को जानने का हक है कि किन परिस्थितियों में अम्बेडकर ने अपना सार्वजनिक जीवन जिया और सब कुछ सहकर भी देश को अपना सर्वश्रेष्ठ देने की महानता दिखाई .

संसद में यह पहली बार हुआ कि एक कांग्रेसी सांसद मल्लिकार्जुन खरगे ने बामसेफ के संस्थापक बहुजन राजनीती के सूत्रधार कांशीराम के केडर केम्पों की भाषा का इस्तेमाल किया .उन्होंने राजनाथसिंह को जोरदार जवाब देते हुए एक नयी बहस को जन्म दिया है .हालाँकि मीडिया ने उसे बहुत खूबसूरती से दबा दिया है .आश्चर्य होता है कि असहिष्णुता पर आमिर खान के बयान को तिल का ताड़ बनाने वाला मीडिया ,हर छोटी छोटी प्रतिक्रिया को विवादित बयान में बदलनेवाला मीडिया मल्लिकार्जुन खरगे के बयान पर कैसे मौन रह गया .देश भर से कोई नहीं उठ खड़ा हुआ कि खरगे ने ऐसा क्यों कहा कि –“आप विदेशी लोग है ,आप आर्य है ,बाहर से आये है .अम्बेडकर और हम लोग तो इस देश के मूलनिवासी है ,पांच हजार साल से मार खा खा कर भी हम यहीं बने हुए है “. खरगे के बयान में इस देश में बर्षों से जारी आर्य- अनार्य ,आर्य -द्रविड़ ,यूरेशियन विदेशी आर्यन्स की अवधारणा पर नए सिरे से विमर्श पैदा कर दिया है ,लेकिन सत्तापक्ष और मीडिया ने बहुत ही चालाकी से खरगे के बयान को उपेक्षित कर दिया है ताकि इस बात पर कहीं कोई बहस खड़ी ना हो जाये और सच्चाई की परतें नहीं उतरने लगे .यह विचारधाराओं के अवश्यम्भावी संघर्ष को टालने की असफल कोशिश लगती है .इस एक बयान से मल्लिकार्जुन खरगे देश के अनार्यों के नए हीरो के रूप में उभरते दिखाई दे रहे है ,हालाँकि वे अपने इस प्रकार के बयान पर कितना मजबूती से टिके रहते है ,यह तो भविष्य में ही पता चल पायेगा मगर खरगे की साफगोई ने दलित बहुजन मूलनिवासी आन्दोलन में नई वैचारिक प्राणवायु संचरित की है .

इस बहस का सबसे बड़ा फलितार्थ आरक्षण और संविधान को बदलने की दक्षिणपंथी बकवास को मिला एक मुकम्मल जवाब माना जा सकता है .लुटियंस के टीले से नागपुर के केशव भवन को मिला यह अब तक का सबसे कड़वा जवाब है ,जिसमें संघ के प्रचारक रह चुके स्वयंसेवक प्रधानमन्त्री ने परमपूज्य सरसंघचालक मोहन राव भागवत को दो टूक शब्दों में कह दिया है कि ना तो आरक्षण की व्यवस्था में कोई बदलाव किया जायेगा और ना ही संविधान बदला जायेगा ,क्योंकि ऐसा करना आत्महत्या करने के समान होगा .इस कड़े जवाब से देश के वंचित समुदाय में एक राहत देखी जा रही है .अभी यह कहना जल्दबाजी ही होगी कि ऐसा कह कर मोदी देश के दलित वंचितों का भरोसा जीत पाने में वे कामयाब हो गए है ,लेकिन जिस तरह से बिहार चुनाव परिणाम से लेकर भारतीय संसद की बहस ने भागवत की किरकिरी की है ,उससे हाशिये का तबका ख़ुशी जरुर महसूस कर रहा है .

संसद में हुयी दो दिवसीय चर्चा और राष्ट्रव्यापी संविधान दिवस का मनाया जाना भारतीय राष्ट्र राज्य के लिए एक ऐतिहासिक आयोजन है ,मगर इन सबके मध्य बाबा साहब डॉ भीमराव अम्बेडकर को अतिमानव बना कर उनके अवतारीकरण की कोशिशों को खतरे के रूप में देखने की जरुरत है  .अम्बेडकर को भगवान बनाना उनके उस विचार की हत्या करना है जिसमे वे सदैव व्यक्तिपूजा के विरोधी रहे .उन्हें मसीहाकरण से सख्त ऐतराज़ रहा ,मगर आज हम देख रहे है कि लन्दन से लेकर मुंबई के इंदु मिल तक स्थापित किये जा रहे स्मारकों के पीछे वही हीरो वर्सिपिंग का ही अलोकतांत्रिक विचार काम कर रहा है .कहीं ऐसा ना हो कि अम्बेडकर के विचारों को पूरी तरह दफन करते हुए कल उनके मंदिर बना दिये जाये ,उन्हें विष्णु का ग्यारहवां अवतार घोषित कर दिया जाये और मंदिरों में पंडित लोग घंटे घड़ियाल बजा कर आरतियाँ उतारने लगे .यह खतरा इसलिये बढ़ता जा रहा है क्योंकि कोई उन्हें आधुनिक मनु तो कोई राष्ट्रऋषि और कोई जहर पीनेवाला नीलकंठ बताने पर उतारू है .

आज सब लोग एक रस्म अदायगी की तरह डॉ अम्बेडकर की प्रशंसा में लगे है ,पर 26 नवम्बर 1949 को संविधान सौंपते हुए उनके द्वारा कही गयी बात पर चर्चा नहीं हो रही है कि आर्थिक एवं सामाजिक गैर बराबरी मिटाये बगैर यह राजनीतिक समानता स्थायी नहीं हो सकती है .काश ,इस विषय पर देश की संसद विचार विमर्श करती ,मगर अफ़सोस कि अम्बेडकर की व्यक्ति पूजा चालू है ,उनका अनथक गुणगान जारी है. बड़ी ही चालाकी से उनके विचारों को दरकिनार किया जा रहा है .एक राष्ट्र के नाते बाबा साहब जो चाहते थे क्या हम वो लक्ष्य प्राप्त करने में सफल रहे है ? इस सवाल पर मेरे देश की संसद मौन है !




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---भंवर मेघवंशी---
( स्वतंत्र पत्रकार )

शोध कार्यों में भारत दुनिया के 13 वें नम्बर पर

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नयी दिल्ली,06 दिसंबर, विज्ञान के क्षेत्र में शोध एवं अनुसंधान के लिए सकल घरेलु उत्पाद का एक प्रतिशत से भी कम खर्च होने के बावजूद भारत शोध कार्यों में दुनिया के 13 वें नम्बर पर है और रसायनशास्त्र के मामले में विश्व के श्रेष्ठ संस्थानों को टक्कर दे रहा है। रसायन शास्त्र के क्षेत्र में शोध की दृष्टि से भारत दुनिया में 9 वें स्थान पर है। भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) द्वारा पांचवे भारतीय उद्योग शिक्षा कांग्रेस में गत दिनों जारी रिपोर्ट से यह तथ्य सामने आया है ।इंडिया साइंस असेंडिंग नेचर इंडेक्स रिपोर्ट के अनुसार 2012 से भारत में वैज्ञानिक शोधपत्रों के प्रकाशन में तेजी आयी है जिसके कारण वह अब दुनिया में 13वें स्थान पर आ गया है जबकि अमेरिका पहले स्थान पर, चीन दूसरे तथा जर्मनी तीसरे स्थान पर है। तीस देशों की सूची में भारत ,रूस, हॉलैंड, सिंगापुर, और स्वीडन जैसे देशों से आगे है । 

रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत विकसित देशों की तुलना में शोध एवं अनुसंधान पर बहुत कम खर्च कर रहा है फिर भी 13वें स्थान पर है जबकि रूस और ब्राज़ील जैसे देश भारत से अधिक खर्च करके भी उस से पीछे हैं । रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में शोध एवं अनुसंधान कार्यों के लिए धन की कमी है और मोदी सरकार ने भी इसमें कुछ ठोस नहीं किया। पिछले दो बजट निराशाजनक रहे हैं । 2014 के बजट में आठ मंत्रालयों में शोध एवं अनुसंधान कार्य के लिए 362,69 अरब की राशि थी वहीं 2015 के बजट में इसके लिए 419 अरब की राशि आवंटित की गई थी । रिपोर्ट के अनुसार सरकार ने शोध एवं अनुसंधान कार्यों को बढ़ाव देने के लिए करों में छूट दी है लेकिन नौकरशाही की उदासीनता, नियुक्तियों में अनियमितताओं और उचित माहौल न होने के कारण हम आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं।

चेन्नई में विमान, बिजली, संचार और रेल सुविधाएं बहाल

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चेन्नई. 06 दिसम्बर, कई दशकों में सबसे भीषण बाढ़ का सामना कर रही तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में विमान, बिजली, संचार और रेल सुविधाएं बहाल होने के बाद जनजीवन धीरे-धीरे पटरी पर लौट रहा है। हालांकि चेन्नई और उसके आसपास के इलाकों में आज सुबह से ही रूक रूककर बारिश हो रही है। जलमग्न वेलाचेरी, माडिपक्कम और अडयार समेत शहर के कई हिस्सों में बिजली सेवाएं बहाल कर दी गई है। साथ ही कुछ भूमिगत मार्गों को भी खोला गया है। 

चेन्नई सेन्ट्रल और चेन्नई एगमोर से रेल सेवाएं फिर से शुरु कर दी गई है। रनवे पर बाढ़ का पानी घुस आने के बाद बंद किए गए चेन्नई हवाईअड्डे से सुबह से ही व्यावसायिक विमान सेवाएं शुरु कर दी गई है। हालांकि रात के समय में भी विमान सेवा संचालित करने पर डीजीसीए बाद में निर्णय लेगा। सूत्रों ने बताया कि हवाईअड्डे से सबसे पहले चाटर्ड विमान ने उड़ान भरी।

विपक्ष के बिना लोकतंत्र अधूरा : राजनाथ

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नयी दिल्ली 06 दिसम्बर, वस्तु एवं सेवा कर जैसे महत्वपूर्ण विधेयक पर विपक्ष विशेष रूप से कांग्रेस को साथ लाने की कोशिशों में लगी सरकार ने आज कहा कि विपक्ष के बिना लोकतंत्र अधूरा है और उसे जीवंत नहीं कहा जा सकता। केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने डा. भीमराव अंबेडकर की पुण्य तिथि के मौके पर आज यहां यहां एक पुस्तक के विमोचन समारोह में कहा कि स्वस्थ लोकतंत्र में सरकार के साथ साथ विपक्ष की भी महत्वपूर्ण भूमिका होती है और विपक्ष के बिना लोकतंत्र अधूरा है और यह जीवंत नहीं बन सकता। लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे की मौजूदगी में कही गयी श्री सिंह की इस टिप्पणी को सरकार की विपक्ष को साथ लेकर चलने की कोशिशों के रूप में देखा जा रहा है। 

उन्होंने इस कार्यक्रम के आयोजक श्रम मंत्रालय को श्री खड़गे को आमंत्रित करने पर बधाई देते हुए इस कदम को डा. अंबेडकर के सिद्धांतों के अनुरूप बताया। विपक्ष ने पिछले दो दिनों से विदेश राज्य मंत्री वी के सिंह के विवादास्पद बयान तथा कांग्रेस नेता कुमारी सैलजा प्रकरण पर राज्यभा में सरकार को घेर रखा है। सदन की कार्यमंत्रणा समिति ने सोमवार से शुरू होने वाले सप्ताह में जीएसटी और रियल एस्टेट जैसे महत्वपूर्ण विधेयकों को राज्यसभा की कामकाज की सूची में शामिल किया है । सरकार के लिए इस विधेयक को पारित कराना बेहद महत्वपूर्ण है और इसलिए वह अपनी तरफ से कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती। दोनों के बीच अभी तक इस मुद्दे पर शह और मात का मामला चल रहा है।

राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने अंबेडकर को श्रद्धांजलि दी

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नयी दिल्ली 06 दिसम्बर, राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी, उप राष्ट्रपति मोहम्मद हामिद अंसारी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने डा. भीमराव अंबेडकर को उनकी 60 वीं पुण्यतिथि पर आज यहां भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। डा.अंबेडकर की पुण्य तिथि को देशभर में महापरिनिर्वाण दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। श्री मुखर्जी , श्री अंसारी और श्री मोदी ने संसद भवन परिसर स्थित बाबा साहेब की प्रतिमा पर आज सुबह पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। 

इस मौके पर केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत और कई अन्य गणमान्य व्यक्ति भी मौजूद थे। प्रधानमंत्री ने बाद में टि्वट किया, “ बाबा साहेब डा अंबेडकर को उनकी पुण्य तिथि पर याद किया तथा उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। ” डा. अंबेडकर को देश में संविधान निर्माता के रूप में जाना जाता है । उनका जन्म 14 अप्रैल 1891 को मध्य प्रदेश के मऊ में हुआ था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज ही उनकी याद में दो सिक्के भी जारी किये ।

असहिष्णुता के मसले पर देशवासियों को डरने की जरूरत नहीं : जस्टिस ठाकुर

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नयी दिल्ली 06 दिसम्बर, उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश टी एस ठाकुर ने आज कहा कि असहिष्णुता राजनीतिक दलों के लिए महत्वपूर्ण विषय हो सकता है, लेकिन लोगों को डरने की जरूरत नहीं है क्योंकि शीर्ष अदालत कानून के शासन के लिए मौजूद है। न्यायमूर्ति ठाकुर ने यहां मीडियाकर्मियों के साथ चाय पर चर्चा के दौरान कहा कि देश में असहिष्णुता को लेकर राजनीतिक बहस छिड़ी हुई है, लेकिन इसे लेकर देशवासियों को तब तक डरने की कोई जरूरत नहीं है, जब तक उच्चतम न्यायालय मौजूद है और कानून के शासन के प्रति उसकी प्रतिबद्धता भी। उन्होंने कहा, “सुप्रीम कोर्ट का काम संवैधानिक मूल्यों की रक्षा करना है और देश में जब तक यह कोर्ट है तब तक कानून का शासन मौजूद रहेगा और देशवासियों को डरने की कोई जरूरत नहीं है।” 

गत तीन दिसम्बर को मुख्य न्यायाधीश पद की शपथ लेने के बाद न्यायमूर्ति ठाकुर की मीडियाकर्मियों से यह पहली बातचीत थी। गौरतलब है कि पिछले कई महीनों से असहिष्णुता को लेकर देशभर में बहस छिड़ी हुई है और इसके मद्देनजर 50 से अधिक साहित्यकारों, कलाकारों, वैज्ञानिकों और फिल्मकारों ने अपने पुरस्कार लौटाये हैं। इन सभी का आरोप है कि केन्द्र सरकार जानबूझकर दक्षिणपंथी ताकतों को बढ़ावा दे रही है। हालांकि केन्द्र सरकार ने इन आरोपों का खंडन किया है। न्यायमूर्ति ठाकुर ने राजधानी में प्रदूषण कम करने के लिए एक-एक दिन के अंतर पर सम और विषम नंबर वाली कारों के चलाने के केजरीवाल सरकार के फैसले का भी समर्थन किया। मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि उन्हें इस फैसले से कोई दिक्कत नहीं है।

दिल्ली सरकार ने वाहन चलाने के लिए दिनों की घोषणा की

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नयी दिल्ली 06,) राजधानी में प्रदूषण कम करने के लिए सम विषम नम्बर के आधार पर निजी वाहनों को चलाने के दिल्ली सरकार के फैसले के तहत मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को सम नंबर की गाड़ियां चलेंगी। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन के मुताबिक सोमवार, बुधवार अौर शुक्रवार को विषम नंबर की गाड़ियां चलेंगी। सरकार ने शुक्रवार को फैसला किया था कि राजधानी में प्रदूषण को कम करने के लिए सम-विषम के निजी वाहन वैकल्पिक दिनों में चलेंगे। श्री जैन ने बताया कि रविवार के बारे में अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है। सरकार का यह फैसला नये साल से लागू होगा। 

इसके मुताबिक जिन गाड़ियाें का आखिरी नंबर 0,2,4,6,8 है ,उन्हें मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को चलाने की अनुमति होगी और जिन कारों का अंतिम नंबर 1,3,5,7,9 है, उन्हें सोम, बुध और शुक्र को चलाने की अनुमति रहेगी। परिवहन मंत्री गोपाल राय के मुताबिक यह व्यवस्था परीक्षण के तौर पर लागू होगी और 15 दिन बाद इसकी समीक्षा की जायेगी। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त बनाने के लिए सात हजार नयी बसें सड़कों पर उतारी जायेगी और लोगों को आनेवाली दिक्कतों का सामाधान सरकार करने के लिए सरकार हर संभव प्रयास करेगी।

बिहार के जमुई से चोरी महावीर की प्राचीन मूर्ति बरामद

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जमुई 06 दिसम्बर, बिहार में जमुई जिले के खैरा थाना क्षेत्र से करीब एक सप्ताह पूर्व चोरी की गई जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर की 2600 साल पुरानी कसौटी पत्थर निर्मित बेशकीमती मूर्ति को पुलिस ने बरामद कर लिया है। पुलिस अधीक्षक जयंतकांत ने आज यहां बताया कि कुछ स्थानीय युवक आज सुबह मार्निंग वॉक के लिए निकले थे और इसी दौरान उनकी नजर मूर्ति पर पड़ी। युवकों से मिली सूचना के बाद जिले के सिकंदरा थाना क्षेत्र के बिछवे गांव के समीप सड़क किनारे से पुलिस ने मूर्ति को बरामद किया है। उन्होंने बताया कि इस सिलसिले में किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है लेकिन घटना में शामिल अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए संदिग्ध ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है। बरामद मूर्ति पूरी तरह सुरक्षित है।

उल्लेखनीय है कि 28 नवंबर की रात को खैरा थाना क्षेत्र अंतर्गत जन्मस्थानम क्षेत्र से भगवान महावीर की कसौटी पत्थर से बनी तीन फीट ऊंची और ढ़ाई फीट चौड़ी मूर्ति को चोरों ने चुरा लिया था। इस मूर्ति की स्थापना भगवान महावीर के भाई नंदीवर्धन ने जन्मस्थानम में 2600 सौ वर्ष पहले कराई थी। कसौटी पत्थर से निर्मित मूर्ति की कीमत करोड़ों रुपए आंकी गयी थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मामले की जांच केन्द्रीय जांच ब्यूरो :सीबीआई : से कराने की अनुशंसा की थी। इस बीच मुख्यमंत्री ने मूर्ति की बरामदगी पर जांच अधिकारियों को बधाई दी है। उन्हों कहा कि मामले की सीबीआई जांच की अनुशंसा की गई थी लेकिन केन्द्रीय एजेंसी ने अभी केस हाथ में नहीं लिया था। उन्होंने कहा कि मामले की जांच में जो भी अधिकारी और बिहार पुलिस के लोग लगे थे वे बधाई के पात्र हैं। 

भाजपा और संघ के लिए भगवान राम पाॅलिटिकल टूल्स : नीतीश

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पटना, 06 दिसम्बर, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राम मंदिर के मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर तीखा हमला करते हुए आज कहा कि भगवान श्रीराम के प्रति इनकी कोई अास्था नहीं है वो केवल इसे ‘पाॅलिटिकल टूल्स’ की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं। श्री कुमार ने यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि भाजपा और संघ को भगवान श्री राम में कोई आस्था नहीं हैै। वे भगवान राम को एक टूल्स की तरह इस्तेमाल करना चाहते है जो लोगों को स्वीकार नहीं होगा। उन्होंने कहा कि भगवान राम के प्रति आस्था सिर्फ भाजपा के सदस्यों को नहीं है, देश में बहुसंख्यक लोगों की आस्था है। लोगों की भगवान राम के प्रति जो श्रद्धा है, उसको उभारकर ही इसका राजनीतिक लाभ भाजपा एवं संघ लेना चाहती है , इसलिए समय-समय पर ये इस मुद्दे को उभारते है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि मंदिर का मुद्दा इनका पाॅलिटिकल लाइन है। धर्म एवं आस्था से उनका कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि अच्छा है कि सब लोग भगवान राम के मंदिर निर्माण की तारीख पूछ रहे है, भाजपा तारीख बता दें। उन्होंने कहा कि राम मंदिर निर्माण का संघ एवं भाजपा के लोग राजनीतिकरण करते रहे हैं और हमेशा इस मुद्दे को जिंदा रखना चाहते है। अब उत्तर प्रदेश का चुनाव नजदीक है इसलिए भाजपा और संघ ने इस मुद्दे को फिर से जिंदा रखने की कोशिश शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री ने तंज कसते हुए कहा कि इनका ये नारा है, ‘राम लला हम आयेंगे, मंदिर वहीं बनायेंगे, तारीख नहीं बतायेंगे‘। अब इस बात को लेकर चारो तरफ से लोग मांग करने लगे है कि तारीख बतायें। उन्होंने कहा कि स्वभाविक है कि भाजपा को इसका जवाब देना चाहिये। उन्होंने कहा कि वैसे मंदिर का निर्माण और स्थल है, तय है। मंदिर का निर्माण या तो अदालत के फैसले से होगा या आपसी रजामंदी से होगा। इस बात को जानते हुये भी भाजपा के लोग इस मुद्दे को बार-बार छेड़ते है। अब चारो तरफ से मांग उठ रही है कि मंदिर बनाइयेगा तो कब बनाइयेगा। उन्होंने कहा कि भाजपा, संघ और इनसे जुड़े हुये सभी संगठनो का मंदिर निर्माण को लेकर असली चेहरा लोगो के सामने आ चुका है। 

राजधानी के जाने माने सर्जन डाॅ0 सुनील कुमार से रंगदारी मांगने को लेकर पत्रकारों द्वारा पूछे गये एक प्रश्न के उत्तर में श्री कुमार ने कहा कि अखबार में खबर पढ़ लीजिये। अपने आप सब बात पता चल जाती है। हमनें भी आज अखबार में पढ़ा है। तत्काल डी0जी0पी0 श्री पी0के0 ठाकुर से बात की है। स्पीड पोस्ट से रंगदारी की मांग की गई है, इसके सभी पहलूओं की जांच हो रही है। कभी कोई मैसेज भेजकर, कभी स्पीड पोस्ट से रंगदारी की मांग की जा रही है। उन्होंने कहा कि सभी पहलूओं की पुलिस जांच कर रही है। तथ्य को पुलिस जरूर उजागर करेगी। वास्तविकता लोगों के सामने लायेगी। सभी पहलूओं पर पुलिस गंभीरतापूर्वक जाॅच कर रही है। पत्रकारों द्वारा मधेश समस्याओं पर पूछे जाने पर श्री कुमार ने कहा कि नेपाल से लोग आकर भारत में मिलते रहते है। इसमें कोई नई बात नहीं है। तराई इलाके के लोग भी आकर देश के विभिन्न दलों के नेताओं से मिल रहे है। उनके मन में जो बात होगी वे कहेंगे। मुलाकात के पहले कुछ कहने से क्या फायदा। उन्होंने कहा कि वे नाै दिसम्बर को दिल्ली जायेंगे। उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री श्री अरूण जेटली की लड़की की शादी के बाद रिसेप्सन का समारोह है, उसमें भाग लेंगे। उसके अलावे क्या-क्या करेंगे, किन लोगों से मिलेंगे, इसके बारे में कार्यक्रम तय नहीं हुआ है। अभी तो कल और परसो विधान मंडल का सत्र है, उसी पर ध्यान है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि जैन मूर्ति जिसकी चोरी हुई थी, वह आज सवेरे बरामद हो गई है। इस घटना के तुरंत बाद से ही पुलिस की सक्रियता थी, उसके चलते चारो तरफ एक वातावरण बना। कई लोगों से पूछताछ भी चल रही थी। हर बिंदु से इसकी जाॅच चल रही थी। अंतिम तौर पर इस मामले को सी0बी0आई0 को सौंपने का भी निर्णय लिया गया और सी0बी0आई0 के लोगों से भी अनौपचारिक सहयोग भी लेना प्रारंभ कर दिया गया था। औपचारिक तौर पर सी0बी0आई0 ने इसे अपने हाथ में नहीं लिया था। उन्होंने कहा कि बिहार पुलिस एवं जांच एजेंसी इस काम में लगी हुई थी और जो वातावरण पैदा हुआ, उसका परिणाम है कि मूर्ति प्राप्त हो गई। 

राजनीति में समुचित भागीदारी बिना दलितों का विकास नहीं : मांझी

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पटना 06 दिसम्बर, हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने आबादी के अनुपात में राजनीतिक हिस्सेदारी देने की वकालत करते हुए आज कहा कि राजनीति में समुचित भागदारी के बिना किसी दलितों का विकास नहीं किया जा सकता है। श्री मांझी ने यहां बाबा साहेब डॉ. भीम राव अंबेडकर की 59वें महापरिनिर्वाण दिवस के मौके पर ‘भारत की समृद्धि का एकमात्र रास्ता संविधान है’ विषय पर आयोजित एक संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि आपको क्या करना है , ये आपको सोचना है। जब तक राजनीति में हमारी भागीदारी नहीं होगी। तब तक हमारा विकास नहीं होगा। हमें आज दबाव में डाला जाता है जो हमारा कत्लेआम करते हैं वहीं आज हमारे पुरोद्धा बने हुए हैं। 

दलितों की जनसँख्या को कम कर के आंका जाता है लेकिन जब यह बात हमने हमने कही तो मीडियावालों ने इसे जनसँख्या वृद्धि से जोड़ दिया। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जिसकी जितनी आबादी उसकी उतनी हिस्सेदारी। उन्होंने बिहार में दलितों की आबादी की चर्चा करते हुए कहा कि राज्य में दलितों की करीब 25 प्रतिशत आबादी है लेकिन उन्हें अबतक समुचित भागदारी नहीं मिली है। बाबा साहेब ने जिन चीजों का इशारा किया था , हम उसे क्यों भूल जाते हैं। पृथक निर्वाचन न होने से अनुसूचित जाति को अपना प्रतिनिधि चुनने में कठिनाई होती है। उन्होंने निजी क्षेत्र और न्यायिक सेवा में आरक्षण की मांग की। 

असम विधानसभा चुनावी संग्राम में अकेले लड़ेगी कांग्रेस : गोगोई

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गुवाहाटी, 06 दिसम्बर, असम के मुख्यमंत्री तरूण गोगोई ने अगले वर्ष होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव के परिप्रेक्ष्य में असम गण परिषद(अगप) से गांठ बांधने के प्रयासों का उपहास उड़ाया और कहा कि कांग्रेस अकेले ही चुनाव लड़ेगी। श्री गोगोई ने यहां जारी एक बयान में कहा कि भाजपा का मिशन 84 उल्टा पुल्टा हाे गया है और यह पार्टी अपनी कमजोर स्थिति के चलते विपरीत विधारधारा वाली अगप से गठबंधन का प्रयास कर रही है। भाजपा ने दावा किया था कि वह विधानसभा चुनाव में 84 सीटें जीतेगी लेकिन अब वह सोचनीय हालत में हैं और इसी कारण वह दूसरी पार्टी से गांठ बांधने के लिये प्रयासरत है। 

उन्होंने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव में बुरी तरह मात खाने के बाद भाजपा, कांग्रेस को हटाने के लिये दूसरी पार्टियों पर डोरे डाल रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार राज्य को विशेष राज्य का दर्जा देने और पूर्वोत्तर औद्योगिक एवं निवेश विस्तार नीति को निलंबित किये जाने में विफल रही है। यह सरकार किसी भी तरह केवल सत्ता हथियाना चाहती है। 
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