फिल्म ‘तीन पत्ती’ और यशराज की फिल्म ‘लव का दि ऐंड’ की असफलता के बाद भी श्रद्धा के काम को दर्शकों ने पंसद किया। और फिल्म ‘आशिकी टू’ ने श्रद्धा को रातोंरात स्टार बना दिया। फिल्म ‘एक विलेन’, ‘हैदर’, ‘एबीसीडी-टू’ ने श्रद्वा के करियर की दशा और दिशा ही बदल दी। इनदिनों श्रद्धा कई अच्छी फिल्मों का हिस्सा हैं। श्रद्वा का मानना है कि फिल्म सफल ही होगीं,अभी तक इसका कोई पैमाना नही है। हाल में उनसे मिलने का मौका मिला प्रस्तुत है,चुनिंदा अंशः-
बागी की शूटिंग पूरी कर ली है?
जी हां, निर्देशक सब्बीर खान की आने वाली फिल्म ‘बागी’ की शूटिंग पूरी हो चुकी है।
फिल्म ‘बागी’ में पहली बार अभिनेता टाइगर श्राफ के साथ काम कर रही है,कैसा अनुभव रहा ?
‘ अभिनेता टाइगर श्राफ गजब के अभिनेता है,उनके साथ काम करते हुए काफी अच्छा लगा। उनके साथ इस फिल्म में मैं पहली बार ऑनस्क्रीन रोमांस करती दिखूंगी, क्योंकि इसमें मैंने उनके लव इंटेरेस्ट का किरदार निभाया है। ‘बागी’ एक रोमांटिक-एक्शन फिल्म है, जिसका निर्माण साजिद नाडियावाला और यूटीवी मोशन पिक्चर्स ने किया है। ‘बागी’ में मैं भी एक अलग तरह के किरदार में नजर आने वाली हूं और इसमें जहां टाइगर एक्शन करते नजर आएंगे, तो उनके अपोजिट मैं एकदम गंभीर किरदार में दिखूंगी। यह फिल्म अगले साल 15
अप्रैल को रिलीज होगी।
आपकी अगली फिल्म ‘रॉक ऑन टू’ की क्या प्रोग्रेस है?
फिलहाल फिल्म ‘रॉक ऑन टू’ की शूटिंग बंद है, क्योंकि फिल्म की शूटिंग के दौरान मेरी आंख में चोट लग गई, जिसके कारण डॉक्टर ने मुझे कुछ दिन काम ना करने की सलाह दी है। इसी कारण मुझे शूटिंग बीच में ही छोड़कर फौरन मुंबई लौटना पड़ा। दरअसल, शिलॉन्ग में शूटिंग के दौरान मेरी आंख के कार्निया में खरोंच आ गई। ऐसे में प्रोड्यूसर रितेश सिधवानी ने मुझे मुंबई भेज दिया। मुंबई पहुंचकर एयरपोर्ट से सीधे अपने आई स्पेशलिस्ट के पास गई। उन्होंने मुझे कुछ दिन आराम करने की सलाह दी है। वैसे, मैं जल्द ही अपनी फिल्म की
टीम को ज्वाइन करूंगी। इस फिल्म में मेरे अलावा एक्टर-डायरेक्टर फरहान अख्तर और अर्जुन रामपाल भी हैं। म्यूजिक पर बेस्ड इस फिल्म में मैं एक म्यूजिशियन का कैरेक्टर प्ले कर रही हूं। इस फिल्म के डायरेक्टर शुजात सौदागर हैं।
आदित्य रॉय कपूर के साथ भी कोई फिल्म कर रही हैं?
हां, फिल्म ‘आशिकी-टू’ फेम आदित्य रॉय कपूर के साथ निर्देशक शाद अली की फिल्म कर रही हूं। दरअसल शाद अली मणि रत्नम की तमिल सुपरहिट फिल्म ‘काढल कंमणि’ का रीमेक बनाने जा रहे हैं और इसी रोमांटिक फिल्म के लिए आदित्य के अपोजिट मुझे कास्ट किया गया है। मुंबई में रह रहे युवा जोड़े पर केंद्रित है इस फिल्म की कहानी। इस फिल्म की कहानी एक युवा जोड़े के ईद-गिर्द घूमेगी, जो मुंबई में शादी के बिना साथ रहता है, यानी लिव इन रिलेशनशिप। ओरिजनल तमिल फिल्म में दुलकेर सलमान और नित्या मेनन ने मुख्य
भूमिका निभाई थी।
‘आशिकी टू’ और ‘एबीसीडी टू’ के बाद अब ‘रॉक ऑन टू’ में आपकी आवाज में गीत सुनने को मिलेंगे?
जी हां, इस फिल्म में अपने अभिनय के रंग दिखाने के साथ ही इसमें गाने भी गा रही हूं। यह काफी मजेदार अनुभव है। हालांकि, इससे थोड़ी थकान तो हो जाती है, लेकिन जब आप अपने बचपन के सपने को जी रहे हों, तो यह सब बहुत अच्छा लगता है। मैं खुद को खुशनसीब समझती हूं कि मुझे एक्टिंग के साथ-साथ सिंगिंग के अवसर भी मिल रहे हैं।
कितने गीतों को आपने आवाज दी है?
‘रॉक ऑन टू ’ के सारे गाने गा रही हूं। सभी गाने एक ही शैली के हैं, लेकिन यह उससे बहुत अलग हैं, जैसा लोगों ने मुझे पहले सुना है। इसमें मैंने फरहान अख्तर के साथ एक डुएट गाना भी गया है। यह बहुत क्रेजी था! उसके साथ गाना गाने में बहुत मजा आया। मैं उन्हें बहुत पसंद करती हूं, क्योंकि वह बहुत टैलेंटेड हैं और फिल्म में उनके अपोजिट काम करके मैं बहुत खुश हूं।
‘आशिकी टू ’ और ‘एबीसीडी टू ’ के बाद अब ‘रॉक ऑन टू ’ आप तो सीक्वल फिल्मों की रानी बनती जा रही हैं?
सच तो यह है कि सफल फिल्मों के सीक्वल में काम करने का निर्णय मैं जानबूझकर नहीं लेती हूं, बल्कि वह फिल्म की केवल अच्छी कहानी और अपने किरदार पर ध्यान देती हूं। हां, यह सच है कि मेरी तीन फिल्में सीक्वल है, लेकिन यह मात्र एक संयोग है। मैं किसी फिल्म में इसलिए काम करती हूं, क्योंकि मुझे उस फिल्म में अपनी भूमिका और कहानी दिलचस्प लगती है। वैसे भी इसके अलावा इन सीक्वल फिल्मों की कहानी मूल फिल्मों से एकदम अलग है, वे पहली फिल्मों से जुडी हुई नहीं हैं। वे नई कहानियां हैं।
‘आशिकी- टू ’ के बाद से ही आपके और आदित्य रॉय कपूर के बीच के रिश्ते को लेकर बात होती रही है। क्या कहेंगी?
इसकी वजह शायद यह है कि ‘आशिकी टू ’ फिल्म की शूटिंग के दौरान ही मेरे और आदित्य के बीच एक खास रिश्ता बन गया था, यानी हम बहुत ही अच्छे दोस्त बन गए थे और हम आगे भी अच्छे दोस्त बने रहेंगे। इस रिश्ते में अगर रोमांस का नाम दिया जा रहा है, तो यह गलत है, क्योंकि हम सिर्फ अच्छे दोस्त हैं और एक बार फिर कह रही हूं कि हम हमेशा से अच्छे दोस्त रहे हैं। हम आगे भी अच्छे दोस्त रहेंगे।
किस तरह की फिल्में आपकी प्राथमिकता में होती हैं?
यह फिल्म की कहानी पर निर्भर करता है। मैं फिल्म के किसी खास दृश्य से रोमांच महसूस नहीं करती हूं। मैं सिर्फ अच्छी कहानियों और अच्छी भूमिकाओं का हिस्सा बनना चाहती हूं। मैं फिल्मों में अच्छी कहानी और अच्छी भूमिकाओं को महत्व देती हूं। यही वजह है कि किसी फिल्म में बोल्ड और अंतरंग दृश्यों को भी मैं फिल्म के अन्य सामान्य दृश्यों की तरह ही देखती हूं।