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मास्को पहुँचे मोदी, रूस में भव्य स्वागत

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मास्को, 23 दिसंबर, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का 16वें भारत रुस वार्षिक शिखर सम्मेलन में भाग लेने अाज शाम मास्को पहुँचने पर भव्य स्वागत किया गया। श्री मोदी का विमान कड़ाके की ठंड एवं हल्की बारिश के बीच स्थानीय समयानुसार शाम पांच बजे (भारतीय समयानुसार साढ़े सात बजे) मास्को हवाई अड्डे पर उतरा। हवाई अड्डे पर उनका भव्य स्वागत किया गया और रूसी सेनाओं की संयुक्त टुकड़ी से सलामी गारद पेश की। हवाई अड्डे पर रूस में भारत के राजदूत पी एस राघवन मौजूद थे। रूस के राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन ने श्री मोदी के सम्मान में आज रात्रिभोज का आयोजन किया है। चंद घंटों बाद दोनों नेताओं की खाने की मेज़ पर मुलाकात होगी। प्रधानमंत्री बनने के बाद श्री मोदी की रूस की यह पहली द्विपक्षीय यात्रा है। हालाँकि डेढ़ साल के दौरान उनकी श्री पुतिन से अनेक अवसरों पर मुलाकात एवं बातचीत हुई है। दोनों की आखिरी मुलाकात तुर्की के अनताल्या में जी-20 की बैठक के दौरान मुलाकात हुई थी। इससे पहले वह जुलाई में ब्रिक्स देशों के शिखर सम्मेलन में भाग लेेने ऊफा गये थे। 

श्री पुतिन पिछले साल दिसंबर में 15वीं भारत रूस वार्षिक शिखर बैठक में भाग लेने नई दिल्ली आये थे। श्री मोदी मास्को में सबसे पहले दस बजे आपदा प्रबंधन क्षेत्र में सहयोग के मकसद से “ एमरकाम“ का दौरा करेंगे। अपराह्न दो बज कर 40 मिनट पर वह अज्ञात सैनिकों के स्मारक पर श्रद्धांजलि देने जाएँगे। वहाँ से लौटकर तीन बजे क्रेमलिन में दोनों शीर्ष नेताओं के बीच शिखर बैठक शुरू होगी। दोनों नेता सवा पांच बजे भारत-रुस सीईओ फोरम को संबोधित करेंगे। शाम सवा छह बजे समझौतों पर हस्ताक्षर किये जाएँगे और साढ़े छह बजे प्रेस वक्तव्य हाेंगे। शाम को करीब साढ़े सात बजे एक्सपो सेंटर में प्रधानमंत्री फ्रेंड्स ऑफ इंडिया कार्यक्रम को संबोधित करेंगे जिसमें तीन हजार से अधिक लोगों के भाग लेने की संभावना है। तत्पश्चात वह स्वदेश रवाना होंगे । श्री मोदी ने भारत से रवाना होने के पहले अपने वक्तव्य में रूस को भारत का सबसे मूल्यवान मित्र एवं सामरिक साझेदार बताते हुए विश्वास जताया कि दोनों देशों के बीच रक्षा, ऊर्जा, आर्थिक एवं सुरक्षा क्षेत्रों में सहयोग और प्रगाढ़ होगा। उन्होंने कहा कि वह अपनी इस यात्रा के परिणामों के प्रति बहुत आशावादी हैं। इस यात्रा से भारत और रूस के बीच आर्थिक, ऊर्जा एवं सुरक्षा क्षेत्रों में सहयोग और गहरा होगा।

उच्च शिक्षण संस्थानों के रिक्त पदों को शीघ्र भरा जायेगा :अशोक चौधरी

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समस्तीपुर 23 दिसम्बर, बिहार के शिक्षा मंत्री डा. अशोक चौधरी ने आज कहा कि राज्य के उच्च शिक्षण संस्थानों में रिक्त पड़े पदों को बिहार लोक सेवा आयोग के माध्यम से जल्द भरा जायेगा और इसके लिए विभाग को कार्रवाई करने का आदेश दे दिया गया है। श्री चौधरी ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि बिहार में शिक्षा के गुणात्मक सुधार के लिए राज्य सरकार कई ठोस कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि कदाचार में लिप्त शिक्षण संस्थानों और अधिकारियों को बख्शा नहीं जायेगा। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष मैट्रिक और इण्टर की हुई परीक्षाओं में लिप्त लोगों को चिन्हित कर कारवाई की जायेगी । 

शिक्षा मंत्री ने कहा कि राज्य में पिछले वर्ष जहाँ-जहाँ कदाचार हुए थें उस मामले में केन्द्राधीक्षक और शिक्षा पदाधिकारियों को चिन्हित कर कारवाई की जायेगी। एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि बिहार में न्यायालय के आदेश पर बहाल 34 हजार 540 शिक्षकों के लिए भी स्थानान्तरण की नई नियमावली बनाई जायेगी ताकि इन शिक्षकों को भी स्थानान्तरण का लाभ मिल सके। 

भूमि विवाद के निष्पादन के लिए नयी कार्य योजना : मदन मोहन झा

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समस्तीपुर 23 दिसम्बर, बिहार के राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री डा. मदन मोहन झा ने कहा है कि राज्य में लंबित भूमि विवाद के मामलों के जल्द निष्पादन के लिए सरकार ने एक नई कार्य योजना तैयार की है। डा. झा ने आज यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि लंबित भूमि विवाद के मामलों के निष्पादन के लिए राज्य के प्रखण्ड स्तर पर प्रत्येक शनिवार को विशेष शिविर का आयोजन किया जायेगा। इस शिविर में क्षेत्र के अंचलाधिकारी और थानाध्यक्ष विवादित भूमि की सुनवाई कर मामले का निष्पादन करेंगे। उन्होने बताया कि इस कार्य में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों को चिन्हित कर सख्त कारवाई की जायेगी। 

भूमि सुधार मंत्री ने कहा कि बिहार में सवर्ण जातियों के गरीब लोगों को भी 3 डिसमील जमीन देने के प्रति सरकार कृत संकल्पित है। उन्होंने बताया कि इसके लिए राज्य में भूदान की भूमि जैसे अन्य सरकारी जमीन को चिन्हित करने की कारवाई शुरू कर दी गई है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा पर्चाधारियों को जमीन पर कब्जा दिलाने के लिए सरकार ने एक महत्वाकांक्षी योजना तैयार की है जिसके तहत पर्चाधारियों की सूची तैयार कर उन्हें जमीन पर कब्जा दिलाया जायेगा। एक प्रश्न के उत्तर में मंत्री ने बताया कि बिहार में राजस्व की वृद्धि करने के उद्देश्य से अधिकारियों को राशि वसूलने के लिए प्रखण्ड एवं पंचायत स्तर पर विशेष शिविर लगाने के भी निर्देश दिया गया है। 

एनपीजीसी परियोजना की प्रधानमंत्री 30 दिसम्बर को करेंगे समीक्षा

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औरंगाबाद 23 दिसम्बर, राष्ट्रीय ताप विद्युत निगम(एनटीपीसी)और बिहार राज्य पावर होल्डिंग कंपनी का संयुक्त उपक्रम नवीनगर पावर जेनरेटिंग कंपनी(एनपीजीसी)के औरंगाबाद जिले में करीब 2000 मेगावाट की क्षमता वाले विद्युत संयंत्र का निर्माण कार्य इन दिनों पूरे जोर पर है और इसके चालू होते ही बिहार विद्युत के क्षेत्र में काफी हद आत्मनिर्भर हो जायेगा। औरंगाबाद जिले के विकास के साथ ही पूरे राज्य को बिजली के मामले में आत्मनिर्भर बनाने वाली इस महत्वाकांक्षी परियोजना पर छाया कोहरा अब छंटने को है। जिले के नवीनगर और बारून प्रखंडों की सीमा पर स्थापित होने वाली यह सुपर थर्मल पावर प्लांट ऐसी परियोजना है जिसके पूरी होने पर यह औरंगाबाद देश के मानचित्र में स्थान पा सकता है। नवीनगर प्रखंड में शिवनपुर गांव के निकट प्लांट का निर्माण कार्य इन दिनों पूरे जोरों पर चल रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 30 दिसम्बर को राज्यों के मुख्य सचिवों के साथ केन्द्रीय परियोजनाओं की समीक्षा के दौरान इस परियोजना की प्रगति की जानकारी ले सकते हैं। परियोजना के पूरी हो जाने के बाद इस संयंत्र से 1980 मेगावाट(660X3)विद्युत उत्पादन होगा। क्षमता के अनुरूप विद्युत उत्पादन के लिए कंपनी को करीब 112.50 लाख टन कोयले की प्रतिवर्ष आवश्यकता होगी जिसके लिए सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (सीसीएल) से समझौता हो चुका है तथा करनपुरा कोलफील्ड्स से प्लांट को कोयले की आपूर्ति होगी। 

एनपीजीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम.पी सिन्हा परियोजना में हुई देरी को लेकर थोड़े सशंकित जरूर हैं लेकिन उन्होंने उम्मीद जताई कि प्रथम चरण का कार्य अगले एक से डेढ़ साल में पूरा कर लिया जायेगा। उन्होंने कहा कि पूरी कोशिश है कि परियोजना के प्रथम चरण का कार्य मई 2017 तक हर सूरत में पूरा कर लिया जाये। जिला प्रशासन से इस दिशा में अच्छा सहयोग मिल रहा है। प्रत्येक सप्ताह में तीन दिन जिलाधिकारी इस संबंध में बैठक कर रहे हैं। महत्वाकांक्षी केंद्रीय योजनाओं में काफी अहम इस परियोजना को पूरा करने के लिए राज्य सरकार और जिला प्रशासन भी काफी सक्रिय है। राज्य के ऊर्जा विभाग के सचिव प्रत्यय अमृत कई बार इस परियोजना स्थल का दौरा कर चुके हैं औरंगाबाद के जिलाधिकारी सप्ताह में तीन दिन इस संबंध में बैठक कर रहे हैं। जिला प्रशासन के अनुसार इस परियोजना के लिए कुल 2832 एकड़ भूमि की आवश्यकता है। इन सक्रियताओं और तथ्यों से अलग श्री मोदी 30 दिसंबर को इस परियोजना की प्रगति की समीक्षा करने वाले हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसके पूर्व भू-अधिग्रहण लक्ष्य को पूरा करने के साथ ही विस्थापित किसानों को त्वरित रूप से लंबित मुआवजे का भुगतान करने का आदेश जिला प्रशासन को दिया है। 

श्री मोदी बिहार विधानसभा चुनाव के बाद पहली बार राज्य के मुख्य सचिवों के साथ 30 दिसंबर को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से केन्द्रीय योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ)ने बिहार के मुख्य सचिव को चर्चा के विषयों को भेजकर 7० शब्दों में जवाब के साथ तय तिथि को मौजूद रहने को कहा है। औरंगाबाद जिले के नवीनगर पावर जेनरेटिंग कंपनी लिमिटेड की नवीनगर पावर प्रोजेक्ट के लिए 1620 एकड़ भूमि का अधिग्रहण शेष है। इसी भूमि पर टाउनशिप (आधारभूत ढांचे के साथ छोटा शहर) का भी निर्माण होना है। इस परियोजना का कुल खर्च 15,132 करोड़ रुपये अनुमानित है। 

नीतीश इन दिनों सारी कवायद प्रधानमंत्री बनने के लिए कर रहे हैं : मांझी

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पटना 23 दिसम्बर, बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सहयोगी हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) ने आज कहा कि मुख्यमंत्री एवं जनता दल यूनाईटेड (जदयू) के वरिष्ठ नेता नीतीश कुमार विधानसभा के चुनाव में मिली जीत से उत्साहित होकर एक बार फिर प्रधानमंत्री बनने की कवायद में लग गये हैं जो पूरी होने वाली नहीं है । हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने यहां अपने सरकारी आवास पर पार्टी पदाधिकारियों की बैठक के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा कि जदयू नेता श्री कुमार इन दिनों जितनी भी कवायद कर रहे हैं वह सब प्रधानमंत्री बनने के लिए है। श्री कुमार का यह सपना कभी पूरा होने वाला नहीं है । उन्होंने कहा कि यदि प्रधानमंत्री बनने की बात आयी तो जदयू के नेतृत्व वाले महागठबंधन के घटक दल राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव इस रेस में सबसे आगे होंगे । श्री मांझी ने कहा कि असहिष्णुता को धर्म से जोड़कर देखना उचित नहीं होगा । भारत विविधताओं का देश है । उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि दलितों के खिलाफ होने वाले भेदभाव और अत्याचार पर असहिष्णुता की बात क्यों नहीं उठायी जाती । उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री कुमार का दलितों के प्रति असहिष्णुता रवैया जग जाहिर है । 

हम के अध्यक्ष ने कहा कि विधानसभा चुनाव के समय कुछ ऐसे बयान आये जिसकी गलत ढ़ंग से व्याख्या की गयी । इसी का परिणाम रहा कि विधानसभा चुनाव में अल्पसंख्यकों के वोट राजग गठबंधन को कम मिले । उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक आज भी हम के साथ हैं। चुनाव के समय प्रदेश के लोगों को आरक्षण के नाम पर भ्रमित करके विरोधी दलों ने फायदा उठाया । श्री मांझी ने कहा कि दलित आंदोलन से जुड़े नेता और दलित बुद्धिजीवियों ने भी उनसे मिलकर कहा था कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ गठबंधन करना गलत हुआ है ,लेकिन ये उनकी व्यक्तिगत राय हैं न कि पार्टी की । उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री कुमार जब भाजपा के साथ थे उस समय उन्हें अल्पसंख्यक के अलावा अन्य लोगों का भी समर्थन मिला था । दल के अंदर जो सार्वजनिक राय बनेगी वही मान्य होगी न कि किसी व्यक्ति विशेष के कहने पर कोई फैसला लिया जायेगा । 

हम के अध्यक्ष ने कहा कि महागठबंधन की सरकार बहरी हो गयी और किसानों के साथ ही बढ़ते अपराधों के प्रति उसे तनिक भी चिंता नहीं है । किसानों की समस्याओं को लेकर दस फरवरी से पहले विभिन्न प्रमंडलों में किसानों को जागरूक किया जायेगा और उन्हें बताया जायेगा की पार्टी उनके साथ पूरी तरह से खड़ी है । इसके बाद बड़ी संख्या में हम के कार्यकर्ता राजधानी पटना में पैदल मार्च कर राजभवन जायेंगे और राज्यपाल को ज्ञापन देंगे । 

सरकार के ही भरोसे शिक्षा क्षेत्र में नहीं हो सकता सुधार : चौधरी

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दरभंगा 23 दिसम्बर, बिहार के शिक्षा एवं प्राैद्योगिकी मंत्री अशोक कुमार चौधरी ने कहा है कि राज्य की शिक्षा व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता है जो सिर्फ सरकार से भरोसे नहीं हो सकती। इसके लिए जनान्दोलन की जरूरत है। ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय से सम्बद्ध डा.नागेन्द्र झा महिला महाविद्यालय में पूर्व शिक्षा मंत्री डा0 नागेन्द्र झा की 13वीं पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में डा.चौधरी ने कहा कि बिहार देश के उन अग्रणी पांच राज्यों में शामिल है जो अपने बजट का 25 प्रतिशत धन शिक्षा क्षेत्र में खर्च करता है। उन्होंने कहा कि इसके बावजूद दुर्भाग्य है कि राष्ट्रीय स्तर पर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने में राज्य का स्थान 25वें पायदान पर है। उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इस स्थिति के लिए जिम्मेदार कारकों को दूर करने की जरूरत है। डा़ चौधरी ने कहा कि पहले बिहार विश्व को दिशा देने का काम करता था। आज भी संघ लोकसेवा आयोग (यूपीएससी) समेत प्रतिष्ठापूर्ण परीक्षाओं में सबसे ज्यादा विद्यार्थी बिहार के ही उत्तीर्ण होते हैं और वे राज्य का परचम लहरा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिहार से बाहर जाने वाले विद्यार्थी तो अच्छा करते हैं लेकिन यहां ग्रामीण परिवेश के विद्यार्थियों को ऐसा मौका विभिन्न कारणों से नहीं मिल पाता है। 

शिक्षा मंंत्री ने कहा कि 21वीं सदी के बिहार का निर्माण हमारे समक्ष चुनौती है। उन्होंने शिक्षाविदों एवं युवाओं का 21वीं सदी का विकसित राज्य बनाने के लिए आगे आने आह्वान किया । उन्होंने कहा कि पूरी व्यवस्था को बदलने के लिए जनान्दोलन में अपनी भागीदारी देकर शिक्षा को पटरी पर लाने एवं बच्चों एवं राष्ट्र को विकसित बनाने में सहयोग करें। डा.चौधरी ने कहा कि जल्द ही शिक्षा परिषद गठित किया जाएगा जिसमें सभी वर्गों के प्रतिनिधियों के साथ विचार करके नीति तय की जायेगी। उन्होेंने कहा कि उच्च शिक्षा में सुधार के लिए भी राज्यपाल सह कुलाधिपति के साथ बैठक की गयी है। आगामी 12 जनवरी को राज्यपाल ने राज्य के विश्वविद्यालयों के कुलपतियों समेत उच्च शिक्षा से जुड़े अधिकारियों के साथ बैठक आहूत की है। उन्होंने कहा कि यह अजीब बात है कि डेढ़ से दो लाख रुपये तक वेतन लेने वाले प्रोफेसर छात्रों का रोना रोते हैं और छात्र शिकायत करते हैं कि शिक्षक पढ़ाते नहीं है। उन्होंने कहा कि छात्रों की उपस्थिति 75 प्रतिशत एवं प्रोफेसरों को छह घंटा अध्यापन कार्य करना जरूरी है। 

समारोह को संबोधित करते हुए विधायक भोला यादव ने राज्य सरकार की प्रत्येक पंचायत में एक उच्च विद्यालय खोलने की घोषणा पर तुरंत कार्य शुरू करने की अपील की। उन्होंने शिक्षा नीति में बदलाव की भी आवश्यकता पर बल दिया। विधायक अमिता भूषण ने शिक्षा की बदहाली दूर करने में आम लोगों से सहयोग की अपील की है। समारोह की अध्यक्षता करते हुए ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति डा0 सैयद मुमताजुद्दीन ने विश्वविद्यालय की उपलब्ध्यिों पर प्रकाश डालते हुए यहां की समस्याओं को दूर करने की भी अपील की। इस मौके पर राज्य के भूमि सुधार एवं राजस्व मंत्री डा़ मदन मोहन झा भी उपस्थित थे। 

आजाद ने पार्टी विरोधी बयान दिया ,निलंबन जरुरी था : बिहार भाजपा

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पटना 23 दिसम्बर, बिहार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आज कहा कि दरभंगा से पार्टी के सांसद कीर्ति आजाद ने दल विरोधी बयान देकर अनुशासनहीनता की है इसलिए उन्हें निलंबित किया जाना जरूरी था । भाजपा के प्रदेश महामंत्री और विधान परिषद सदस्य डा.सूरज नंदन कुशवाहा ने श्री आजाद के पार्टी से निलंबित किये जाने के बाद आज यहां कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं केन्द्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली को दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) में भ्रष्टाचार को लेकर कटघरे में खड़े करने वाले पार्टी के नेता को हरहाल में निलंबित किया जाना ही चाहिए था । श्री आजाद के बयान पार्टी विरोधी रहे हैं । 

श्री कुशवाहा ने कहा कि श्री आजाद का बयान दल के हित में नहीं था इसलिए पार्टी के केन्द्रीय नेतृत्व को यह कदम उठाना पड़ा है । पार्टी सांसद का मामला होने के कारण केन्द्रीय नेतृत्व को हस्तक्षेप करना पड़ा । उन्होंने कहा कि पार्टी के अंदर रहते हुए जो कोई भी अनुशासन तोड़ेगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी। 

शत्रुघ्न सिन्हा ने अप्रत्यक्ष रूप से जेटली से इस्तीफा माँगा

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पटना 23 दिसम्बर, अक्सर ही अपने बयानों और ट्वीट के जरिए पार्टी के लिए मुश्किलें खड़ी करने वाले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने आज एक बार फिर पर ट्वीट बम फोड़ते हुए अप्रत्यक्ष रूप से केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली से इस्तीफा मांग लिया। श्री सिन्हा ने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर लिखा,“वित्त मंत्री होते हुए श्री जेटली को इस मुद्दे से राजनीतिक रूप से लड़ना जाना चाहिए, कानूनी रूप से नहीं। जैसा कि हमारे प्रधानमंत्री जी ने भी कहा कि हमारे वित्त मंत्री को आडवाणी जी का अनुसरण करके खुद को बेदाग साबित करना चाहिए। उन्होंने दूसरे ट्वीट में भाजपा सांसद कीर्ति आजाद को हीरो बताया है। उन्होंने लिखा,“ कीर्ति आजाद आज के हीरो हैं। अपने मित्रों से अनुरोध करता हूं कि उनका साथ दीजिए, जो भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ रहे हैं।” 

श्री सिन्हा ने एक अन्य ट्वीट में लिखा कि बहुत दुख होता है यह कहते हुए कि जिस पार्टी की अपनी अलग पहचान थी, आज वह मतभेदों की पार्टी बन गई है। डीडीसीए विवाद में श्री जेटली पर लगातार हमला कर रहे पार्टी सांसद कीर्ति आजाद को भाजपा ने अाज शाम निलंबित कर दिया । भाजपा ने कहा कि श्री आजाद के खिलाफ यह कार्रवाई पार्टी लाइन से अलग जाकर श्री जेटली पर हमला करने के लिए की गई है। पार्टी ने श्री आजाद को एक कारण बताओ नोटिस जारी करके उनसे उनके 'पार्टी विरोधी व्यवहार'की वजह बताने को कहा है। उल्लेखनीय है कि मंगलवार को डीडीसीए के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा संसदीय दल की बैठक में कहा था कि श्री जेटली उसी तरह बेदाग निकलकर आएंगे, जैसे श्री लाल कृष्ण आडवाणी हवाला मामले में निर्दोष साबित हुए थे। हवाला कांड में नाम सामने आने के बाद श्री आडवाणी ने सांसद पद से इस्तीफा दे दिया था और कहा था कि जब तक वह निर्दोष साबित नहीं हो जायेंगे, संसद में नहीं आयेंगे। 

राजेन्द्र कुमार के मेल से बरामद ऑडियो क्लिप से खुलेंगे कई राज

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नयी दिल्ली 23 दिसम्बर, केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) का शिकंजा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के प्रधान सचिव राजेन्द्र कुमार के खिलाफ कसता जा रहा है और उसने कुछ ऑडियो क्लिप बरामद किये हैं, जो जांच में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं। सीबीआई के सूत्रों ने बताया कि जांच एजेंसी को आईएएस अधिकारी राजेन्द्र कुमार के ईमेल खाते से पांच ऑडियो क्लिप मिले हैं, जिनमें कथित तौर पर वे बातें टेप हैं, जिनके माध्यम से वह सौदे के संबंध में निर्देश दिया करते थे। 

जांच एजेंसी ऑडियो क्लिप में मौजूद आवाज के नमूने का मिलान राजेन्द्र कुमार की आवाज से करेगी। सीबीआई सूत्रों ने बताया कि प्रथम दृष्ट्या ऐसा प्रतीत होता है कि बरामद ऑडियो क्लिप में आईएएस अधिकारी की ही आवाज है। सूत्रों ने बताया कि आरोपी अधिकारी को जल्द ही पूछताछ के लिए फिर से बुलाया जा सकता है। ये ऑडियो क्लिप 2012 से 2013 के बीच की हैं। पूर्व में हुई पूछताछ के दौरान राजेन्द्र कुमार ईमेल पासवर्ड देने में आनाकानी कर रहे थे और गहन प्रयास के बाद ही उन्होंने पासवर्ड दिया था। 

भ्रष्टाचार निवारण कानून में संशोधन की जरूरत : जेटली

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नयी दिल्ली 23 दिसम्बर, वित्त मंत्री अरूण जेटली ने उदार अर्थव्यस्था की जरूरताें के अनुरूप भ्रष्टाचार निवारण कानून की समीक्षा और तुरंत संशोधन की आवश्यकता बतायी है। श्री जेटली ने अाज यहां खुफिया ब्यूरो के एक व्याख्यान में कहा कि यह कानून 1988 में बनाया गया था और उस समय अर्थव्यवस्था का उदारीकरण नहीं हुआ था। यह कानून भ्रष्ट निर्णयों और गलती से लिये गये फैसलों में अंतर करने में सक्षम नहीं है। इसके चलते नौकरशाही अर्थव्यवस्था के हित में कडे और सही निर्णय लेने से हिचकती है। रक्षा खरीद, वाणिज्यिक निर्णय , विनिवेश तथा निजीकरण ऐसे निर्णयों के उदाहरण हैं। 

उन्होंने कहा कि इसे देखते हुए उदार अर्थव्यवस्था के इस दौर में इस कानून की समीक्षा और इसमें संशोधन करने की जरूरत है। श्री जेटली ने कहा कि देश आज जिन चुनौतियों का सामना कर रहा है उनसे निपटने के बारे में गंभीर आत्मचिंतन की जरूरत है । सफेदपोश लोगों के अपराध , साइबर अपराधियों के नये नये तरीके और जटिल आर्थिक अपराधों में वृद्धि जैसी चुनौतियों से निपटने के लिए कडे और उचित कदम उठाने की जरूरत है1 इसे देखते हुए संसद , सरकार और न्यायपालिका को लोगों की आकांक्षाओं की पूर्ति के लिए मिलकर काम करना होगा। देश की अर्थव्यवस्था की मजबूती बनाये रखने तथा सार्वजनिक जीवन में वित्तीय मामलों में उच्च नैतिकता सुनिश्चत करने की भी जरूरत है। 

विशेष : क्रिसमस को समझे, तो खुशहाल होगी दुनिया

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जी हां, इसी मूल मंत्र के साथ इस बार धर्म एवं आस्था की नगरी काशी के गिरजाघरों में पाठ पढ़ाएं जायेंगे। यानी इस बार विश्व शान्ति की कामना संग होगी क्रिसमस की शुरुआत 

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वाराणसी। पोप फ्रांसिस ने इस वर्ष को करुणा जयन्ती वर्ष घोषित किया गया है। इसका मकसद है कि इस वर्ष में विशेष रूप से करुणा के कार्य हों। गुरुवार को घड़ी जैसे ही रात के 12 बजाएगी महागिरजा का घण्टा बज उठेगा। यह संकेत होगा कि प्रभू यीशु का जन्म हो गया है। और इसके साथ ही क्रिसमस काशी क्रिसमस की खुशियों में डूब जाएगी। विधि-विधान से पूजा व मिस्सा जागरण के बाद क्रिसमस की खुशियों की शुरुआत इस बार विश्व के लिये संकट बने चरमपंथी गुट आईएसआईएस के संकट समेत चल रही लड़ाईयों और आतंकी घटनाओं के खात्मे और विश्व शान्ति के साथ होगी। बिशप यूजीन जोसेफ के नेतृत्व में विशेष आराधना से होगी। इसके लिए पूरे जिले से मसीही समुदाय के लोग महागिरजा पहुंचेंगे और हाथ में मोमबत्ती लेकर प्रभु के जन्म की खुशियां मनाएंगे। इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था कड़ी रहेगी। यूपी पुलिस के साथ ही आईबी समेत सेंट्रल एजेंसीज निगहबानी करेंगी। 
वाराणसी कैथोलिक धर्मप्रांत के धर्माचार्य विशप यूजीन ने बुधवार को पत्रकारों को बताया कि गुरुवार की रात क्रिसमस की पूर्व सन्ध्या पर विशेष आराधना महागिरजा में रात 11.45 बजे से शुरू हो जाएगी। सबसे पहले जागरण की मिस्सा (विशेष पूजा) होगी और उसके बाद बाद मसीही गीत गाए जाएंगे। मसीही बन्धु बालक यीशु का दर्शन करेंगे। इसके बाद शोभायात्रा निकालकर बालक यीशु को चरनी में स्थापित कर अभिषेक होगा। लोग केक बांटकर क्रिसमस की खुशियां व एकता व्यक्त करेंगे। शुक्रवार को क्रिसमस के दिन सुबह आठ व नौ बजे दो प्रार्थनाएं होंगी। इस मौके पर 25, 26 व 27 दिसंबर तक चलने वाले तीन दिवसीय मेले का उद्घाटन बिशप दोपहर एक बजे करेंगे। मेले में सौ से अधिक स्टॉल लगाए गए हैं, जिसमें चाट, पकौड़े, गोलगप्पे, आइसक्रीम, फास्ट फूड, कॉफी आदि खाने-पीने के स्टॉल लगेंगे। पारंपरिक चरनी, लाइट एण्ड साउण्ड बाइबिल प्रदर्शनी, कठपुतली का नाच व कैरल सिंगिंग क्रिसमस मेले का खास आकर्षण होंगे। इसके अलावा मेले में दो बड़ी चर्खियां, एडवेंचरस झूले, और डांसिंग झूला आदि कई विशेष प्रकार के झूले और चर्खियां लगाई गई हैं।

क्रिसमस कार्यक्रम का समापन दो जनवरी को सेंट जॉंस स्कूल डीएलडब्ल्यू परिसर में विकलांग दिवस मनाकर होगा। दृष्टिबाधित, मूक बधिर, व शारिरिक विकलांग बच्चों के सांस्कृतिक कार्यक्रमों से इसका उद्घाटन होगा। आयोजन के बाद खेलकूद प्रतियोगिता में विभिन्न प्रकार के विकलांगों के खेल होंगे। बिशप ने बताया कि युद्ध और विश्व में आतंकी घटनाओं के चलते लाखों लोग शरणार्थी जीवन जीने को मजबूर हैं। ऐसे में करुणा जयन्ती वर्ष के तहत ऐसे लोगों की मदद होगी। वाराणसी में भी हम बेघर, शिक्षा से वंचित और गम्भीर रोगों से ग्रसित गरीब लोगों मदद करेंगे। जनवरी के दूसरे सप्ताह में विकलांग बच्चों की सहायता कार्यक्रम होगा। मदर टेरेसा को अब सन्त का दर्जा मिलने वाला है। हम कोलकाता में मदर जनरल से सम्पर्क कर वाराणसी धर्म प्रान्त में उस सिलसिले से एक कार्यक्रम करने का प्रयास करेंगे।





(सुरेश गांधी)

बिहार : विस्थापित होने वाले लोगों को पुनर्वासित करना है।

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पटना। इस जिले के जिलाधिकारी संजय कुमार अग्रवाल है। पूर्व मध्य रेलवे परियोजना से विस्थापित होने वाले लोगों को पुनर्वासित करना है। दानापुर प्रखंड के रूपसपुर थानान्तर्गत टेस लाल वर्मा के लोगों ने माननीय पटना उच्च न्यायालय में जनहित याचिका दायर किए थे। माननीय न्यायालय ने प्रस्ताव पारित कर अधिकारियों को विस्थापितों को पुनर्वासित करने को कहा था। मगर अधिकारियों ने ध्यान ही नहीं दिए। अब न्यायालय में अवमानना का मामला दायर किया जा रहा है। वहीं पटना सदर प्रखंड के दीघा थानान्तर्गत बिन्द टोली के लोगों ने रैयती जमीन का मुआवजा देने और पुनर्वासित करने का आग्रह संबंधित मामला माननीय पटना उच्च न्यायालय के एकल बैंच में दायर किया था। एकल बैंच ने बिन्द टोली के लोगों के पक्ष में निर्णय जारी किया। इस निर्णय को सरकार ने डबल बैंच में चुनौती दी। यहां पर विद्वान न्यायधीशों ने सरकार के पक्ष में निर्णय लेकर बिन्द टोली की याचिका को खारिज कर दी। मगर न्यायालय ने सरकार से पुनर्वासित करने का आदेश भी निर्गत किया। 

क्या है मामला दानापुर प्रखंड के रूपसपुर थानान्तर्गत टेस लाल वर्मा के लोगों का ?
पूर्व मध्य रेलवे परियोजना के तहत दीघा से सोनपुर तक रेल और सड़क सेतु निर्माण किया जा रहा है। दीघा नहर के तटबंध पर वर्ष 1970 से यानी 45 वर्षों से झुग्गी-झोपड़ी में रहते हैं। इस बीच पूर्व मध्य रेलवे के द्वारा गंगा रेल-सह-सड़क सेतु निर्माण किया जा रहा है। अब रेलवे परियोजना का कार्य समाप्त हो गया है। पाटलिपुत्र स्टेशन से गाड़ी का परिचालन शुरू हो गया है। मगर वहां पर रहने वाले टेसलाल वर्मा नगर के लोगों की समस्या अंत नहीं हो सकी है। उनको चहारदीवारी के अंदर कैद कर दी गयी है। 

पूर्व से चहारदीवारी के अंदर कर देने के बाद पश्चिम से भी हमला होने लगा है। एम्स से दीघा तक रोड निर्माण होने से निर्मित स्थानों की दायरा बढ़ायी जा रही है। इसके कारण गरीब लोगों की झोपड़ी को नुकसान पहुंचा जा रहा है। मालूम हो कि इस समय पूस (दिसंबर) की ठंडक बरकरार है। दीघा नहर के किनारे झोपड़ी बनाकर रहने लगे। तब से ही भूमिहीन और गृह विहिन दलित/अति पिछड़ा/ पिछड़ा एवं अल्पसंख्यक समुदाय के गरीब और लाचार लोग मजबूरी में रहते आ रहे हैं। सभी लोग गरीबी रेखा से नीचे जीवन बसर कर रहे हैं। हम लोगों की परिस्थिति को देखते हुए बिहार सरकार ने 2002-2003 में बसाने के लिए जमीन अधिग्रहण करने की कार्रवाई शुरू की थी। पूमरे के द्वारा गंगा रेल-सह-सड़क सेतु निर्माण किया जा रहा है। इस निर्माण से दीघा नहर के किनारे रहने वाले टेस लाल वर्मा नगर के 274 और जलालपुर नहर पर के 78 यानी 352 से अधिक परिवारों के आशियाना उजरने की समस्या बन गयी है। इसके अलावा सड़क चैड़ीकरण परियोजना से 684 से अधिक परिवारों के आशियाना पर वज्रपात होने वाला है. इस तरह रेल सेतु और सड़क चैड़ीकरण की समस्या से 1036 परिवारों पर उजरने की तलवार लटक रही है।  सभी लोग खौफ के साये में जीने को बाध्य हैं। इन लोगों ने प्रखंड कार्यालय,दानापुर में 9 माह सत्याग्रह 2007 में किए थे। इस दौरान तेतरी देवी नामक सत्याग्रही की मौत हो गयी थी। सत्याग्रही की मौत से भी प्रशासन का दिल पिघला नहीं। गरीब लोग आजतक जिल्लत की जिदंगी जीने को बाध्य हैं। 

इस संबंध में जन संगठन एकता परिषद द्वारा माननीय पटना उच्च न्यायालय में सी डब्ल्यू जे सी नं0 - 1350/2010 में एकता परिषद बनाम भारत सरकार व अन्य जनहित याचिका दायर किया। माननीय पटना उच्च न्यायालय के अधिवक्ता महेन्द्र प्रसाद गुप्ता ने जनहित याचिका की पैरवी किए थे। अब महरूम हो गए हैं। माननीय न्यायधीशों ने अपना दावा आपके समक्ष उपस्थित करने का आदेश दिए हैं। पटना में रहने के लिए कोई भूमि मेरा नहीं है। 11 सितम्बर,2015 को दानापुर अनुमंडल पदाधिकारी को मौजा/धनौत थाना नं0 -20 में प्लाॅट संख्या- 321,322 में बसाने हेतु आवेदन दिया गया। पर अबतक कोई कार्रवाई नहीं की गयी। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के प्रधान सचिव से निवेदन किया गया है कि माननीय पटना उच्च न्यायालय के आदेश में हम विस्थापित,भूमिहीन,गृहविहिन परिवारों को पुनर्वास करने के लिए उचित कार्रवाई करने का कष्ट करेंगे। 

आखिर क्या दर्द है पटना सदर प्रखंड के दीघा थानान्तर्गत बिन्द टोली के लोगों का ?
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दीघा में रेल-सह-सड़क पुल निर्माण किया जा रहा है। हालांकि 9 अगस्त 2015 को पूर्व मध्य रेलवे के द्वारा पाटलिपुत्र रेलवे स्टेशन का उद्घाटन कर दिया गया। इस अवसर पर इंजन ट्रायल भी किया गया। अभी पटना की तरफ के गाईड बांध को लेकर अवरोध जारी है। माननीय उच्च न्यायालय, पटना ने  27 जुलाई, 2015 को ही जिला प्रशासन को यह आदेश दिया है कि 15 दिनों दिनों के अंदर बिन्द टोली के 205 परिवारों का पुनर्वास सुनिश्चित किया जाए। जो अभी तक नहीं हो सका। यहां के लोगों ने कहा कि माननीय पटना उच्च न्यायालय के एकल बेंच ने बिन्द टोली को रैयती जमीन करार दी है। वहीं मुख्य न्यायाधीश ने गैर मजरूआ आम भूमि करार दी है। इसी को आधार बनाकर माननीय न्यायालय ने जिला प्रशासन को यह आदेश दिया है कि 15 दिनों के अंदर बिन्द टोली को खाली करा दें। इस आदेश से बिन्द टोली में 100 साल से रहने वाले लोग आक्रोशित हैं। बच्चे और जवानों के साथ 110 साल की बुजुर्ग सहोदरी देवी भी गुस्से में हैं। जब सहोदरी देवी के परिवार के लोगों ने फोटो खिंचवा लेने को कहने लगे तो वह डंडा दिखाने लगीं। इस बाबत परिवार वालों का कहना हैं कि बिन्द टोली को खाली करवाने से परेशान हैं। इस लिए डंडा दिखा रही हैं।  

rehablitation-biharबहरहाल, यहां के लोगों का कहना है कि बिन्द टोली को बचाने का प्रयास जारी है। माननीय पटना उच्च न्यायालय के एकल बेंच के आदेश और अन्य दस्तावेजों के सहारे माननीय न्यायालय के डबल बेंच में अपील की गयी है। एक-दो दिनों में फैसला सामने आने वाला है। राम लगन महतो कहते हैं कि जिला प्रशासन के द्वारा पटना दियारा क्षेत्र के कुर्जी मोहल्ला में बसाया जा रहा है। एक तरफ गंगा नदी है और दूसरी तरफ रोड है। इसके बीच के स्थान पर बसाया जा रहा है। यहां पर पहुंचने के लिए हरेक दिन नाव में सवार होना पड़ेगा। तब जाकर स्थान पर पहुंचा जा सकता है। यहां के लोगों का कहना है कि बिन्द टोली के आसपास गड्ढा है। उक्त गड्ढे को मिट्टी से भरकर 205 परिवारों को पुनर्वास किया जाए। जबतक बिन्द टोली को खाली नहीं करवाया जा रहा है,तबतक गाईड बांध नहीं बन पाएगा। जब गाईड बांध बन जाएगा। बांध बनने के बाद गंगा ब्रिज पर सवारी गाड़ी का परिचालन प्रारंभ कर देगी। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग मन बना लिया है कि दीघा बिन्द टोली के लोगों को खास महाल भूमि पर बसा दें। इस बाबत विभाग ने राज्यादेश संख्या. 524 ;6द्धध्रा० दिनांक.08ण्04ण्13 द्वारा पटना जिला के पटना सदर अंचल में मौजा.दीघाए थाना संख्या.1ध्2 में प्रति परिवार 03 डिसमिल की दर से कुल 205 परिवारों को पुनर्वासित करना है। विभिन्न खाता एवं खेसरा की कुल रकबा.06ण्15 एकड़ खास महाल भूमि पर लाभान्वित परिवारों को लीज डीड के निबंधन शुल्क माफ करने की स्वीकृति दी गयी है। इसके पूर्व मंत्रिपरिषद् की बैठक में 23 एजेंडों पर निर्णय लिया गया।

माननीय पटना उच्च न्यायालय द्वारा याचिका खारिज होने पर प्रशासन बिन्द टोली के लोगों पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। प्रशासन का कहना है कि हमलोग एक परिवार को 3 डिसमिन जमीन दे रहे हैं। इन दिनों 1 डिसमिल जमीन की कीमत 14 लाख रूपये है। इस तरह एक परिवार को 42 लाख रूपये की जमीन दी जा रही है। इसके आलोक में 20 दिसम्बर तक बिन्द टोली खाली करने को कहा गया था। इस तिथि के आधार पर बिन्द टोली के लोग चले नहीं। अब एक हफ्ता का समय दिया गया है। अगर नहीं हटे तो जबरन खाली करवा दिया जाएगा। बिन्द टोली के लोगों का कहना है कि पूर्व मध्य रेलवे के अधिकारियों ने बिहार सरकार को जमीन की कीमत 94 करोड़ रूपये दे रखा है। इसी राशि से 205 परिवारों को 42 लाख रू0की दर से वितरित कर दें। अपनी इच्छा से जमीन खरीदकर घर निर्माण कर लेंगे।

रेलवे ने तत्काल प्रभार बढ़ाये

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नयी दिल्ली 24 दिसंबर, रेलवे ने तत्काल आरक्षण प्रभार में आज मध्यरात्रि से 33 प्रतिशत तक बढ़ोत्तरी कर दी है। रेलवे बोर्ड से प्राप्त जानकारी के अनुसार द्वितीय श्रेणी कुर्सीयान में न्यूनतम एवं अधिकतम तत्काल शुल्क क्रमश: 10 और 15 रुपये ही बना रहेगा स्लीपर श्र्रेणी में न्यूनतम अधिकतम तत्काल प्रभार 90 एवं 175 रुपये की बजाय 100 और 200 रुपये तथा वातानुकूलित कुर्सीयान में 100 एवं रुपये की बजाय 125 और 225 रुपये किया गया है। 

वातानुकूलित 3 टियर में न्यूनतम एवं अधिकतम तत्काल प्रभार 250 और 350 रुपये की बजाय 300 और 400 रुपये , वातानुकूलित 2 टियर एवं एक्जीक्यूटिव श्र्रेणियों में यह राशि 300 और 400 रुपये की बजाय 400 और 500 रुपये कर दी गई है। तत्काल बुकिंग के न्यूनतम दूरी स्लीपर श्र्रेणी के लिए 500 किलोमीटर,एसी चेयरकार के लिए 250 किलोमीटर, एसी 3 टियर एवं एसी 2 टियर के लिए 500 किलोमीटर तथा एक्जीक्यूटिव श्र्रेणी के लिए 250 किलोमीटर रहेगी।

मनमोहन सिंह को गवाह बनाने की याचिका खारिज

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नयी दिल्ली 24 दिसंबर, दिल्ली की एक अदालत ने कोयला घोटाले से जुड़े एक मामले में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को बचाव पक्ष के गवाह के रूप में तलब करने की मांग वाली झारखंड इस्पात प्राइवेट लिमिटेड (जेआईपीएल) के निदेशक आरएस रूंगटा की याचिका आज खारिज कर दी। विशेष सीबीआई न्यायाधीश भरत पराशर ने यह याचिका खारिज की। याचिका में प्रधानमंत्री कार्यालय और कोयला मंत्रालय से लाये गए दस्तावेजों की वास्तविकता के बारे में गवाही के लिए श्री सिंह को तलब करने का अनुरोध किया गया था। 

श्री सिंह के संबंध में आरोपी ने अपनी याचिका में कहा था “वह कोयला मंत्रालय के रिकॉर्ड और स्क्रीनिंग समिति के गठन, इसके कार्य और शक्तियों के बारे में उनके द्वारा किये गये फैसले को साबित करेंगे साथ ही कोयला मंत्रालय के रिकॉर्ड को भी साबित करेंगे।” आरएस रूंगटा के अलावा इस मामले के दो अन्य आरोपी जेआईपीएल और उसके अन्य निदेशक आर सी रूंगटा हैं। यह मामला झारखंड के उत्तरी धाडू कोयला ब्लॉक में कथित रूप से झूठे और फर्जी दस्तावेजों के आधार पर जेआईपीएल को कोल ब्लॉक आवंटित करने से जुड़ा है। अदालत ने 21 नवंबर को इस मामले में आरोपियों के बयान दर्ज करने का काम पूरा किया था। 

उल्फा नेता अनुप चेतिया को जमानत मिली

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गुवाहाटी 24 दिसंबर, उल्फा के महासचिव अनुप चेतिया को आज जमानत मिल गई। जिला सत्र न्यायाधीश ने अनुप चेतिया के रिहाई याचिका पर केंद्रीय जांच ब्यूरो(सीबीआई) द्वारा विरोध नहीं करने उसे जमानत दे दी। चेतिया पर कई मामले दर्ज थे लेकिन उन्हें केवल चार मामले में गिरफ्तार किया गया था। इससे पहले असम पुलिस की विशेष शाखा ने कल के एक मामले में उसे जमानत दी थी। चेतिया फिलहाल गुवाहाटी केंद्रीय जेल में बंद है। 

गौरतलब है कि गत महीने ग्यारह नवंबर को चेतिया को बंगलादेश से प्रत्यर्पित कर भारत लाया गया था । उसे दिल्ली ले जाया गया था जहां उसे सीबीआई की हिरासत भेज दिया गया था। गत 23 नवंबर को उसे यहां न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया 

बोको हराम ने पांच की हत्या की

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नियामे 24 दिसंबर, अफ्रीकी देश नाइजर के दक्षिणी शहर में बोको हराम के आतंकवादियों ने अंधाधुध गोलीबारी कर दो सैनिकों और तीन अन्य नागरिकों की हत्या कर दी। सैन्य सूत्रों ने आज बताया कि बोको हराम के सदस्यों ने दक्षिणी सीमावर्ती शहर अबादम में हमले कर पांच की हत्या कर दी। पिछले चौबीस घंटे के दौरान आतंकवादी संगठन की ओर से यह तीसरा हमला है। 

उन्होंने बताया कि इससे पहले किये गये एक आत्मघाती हमले में तीन लोगों की मौत हो गई थी। गौरतलब है कि नाइजर में इस्लामी सत्ता कायम करने के मकसद से बोको हराम के आतंकवादी वहां पिछले कुछ समय से लगातार हमले कर रहे हैं जिसमें अबतक कई सैनिकों और नागरिकों की मौत हो चुकी है। 

नाइजीरिया में मिले तीन सौ शिया मुस्लिमों के शव

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अबुजा 24 दिसंबर, नाइजीरिया की सेना पर कम से कम तीन सौ शिया मुस्लिमों की हत्या कर उनके शवों को दफना देने का आरोप लगा है। ह्यूमन राइट्स वॉच (एचआरडब्लू) की एक रिपोर्ट के अनुसार नाइजीरिया के उत्तरी शहर जारिया में हुए हमले के दौरान सेना ने शिया मुस्लिमों की हत्या की। हालांकि नाइजीरियाई की सेना के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल राबे अबुबकर ने बताया कि सेना ने किसी की भी हत्या नहीं की है वहीं संस्था ने सेना के बयान को गलत ठहराते हुए कहा कि उनका बयान हमारे संगठन की जांच से मेल नहीं करते । संगठन ने इस मामले में स्वतंत्र न्यायिक जांच की मांग की है। इस घटना का विश्व भर के शिया मुसलमानों ने विरोध किया है वहीं ईरान ने उनकी सुरक्षा की अपील की है। 

एचआरडब्लू के अनुसार मारे गए लोगों की सही संख्या बता पाना काफी मुश्किल है लेकिन वह अस्पताल, सूत्रों और अन्य प्रत्यक्षदर्शियों से आंकड़ें जुटाने में लगे हुए हैं। एचआरडब्लू अफ्रीका के निदेशक डेनियल बेकल ने इसे “ एक क्रूर अनावश्यक प्रतिक्रिया” बताया है। दूसरी तरफ शिया समुदाय ने इस मामले की जांच के लिए सरकार द्वारा गठित समिति को खारिज कर दिया है। उन्होंने आशंका जताई है कि यह समिति सेना के हक में ही फैसला देगी। सेना ने कहा है कि शिया समुदाय सेना प्रमुख जनरल टुकुर बुराताई की हत्या करना चाहते हैं। सेना ने कुछ तस्वीरें भी जारी की हैं जिसमें शिया समुदाय के कुछ लोग हाथों में डंडे लिए हुए हैं और सेना पर पत्थर फेंक रहे हैं। हालांकि समुदाय ने इन आरोपों से इन्कार किया है। संगठन ने भी कहा है कि ऐसा कोई ठोस सबूत नहीं मिला है जिससे यह साबित हो सके कि कोई सैनिक हमलों में घायल हुआ हो या मारा गया हो। 

बुन्देलखण्ड के पशुपालको को मिलेंगे निःशुल्क चारा बीज किट्स

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झांसी, 24 दिसम्बर, उत्तर प्रदेश सरकार ने बुन्देलखण्ड क्षेत्र के समस्त जिलों में अन्ना प्रथा उन्मूलन योजना के तहत अच्छी नस्ल के दुधारू पशुओं के प्रजनन संवर्धन तथा संरक्षण के लिए चैकस व्यवस्था की है। आधिकारिक सूत्रों ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि योजना के तहत उच्च आनुवंशिक गुणवत्ता परक सांड़ों की उपलब्धता तथा छुट्टा घूमने वाले साड़ों का वधियाकरण किया जायेगा जिससे कम गुणवत्ता वाले पशुओं के प्रजनन पर रोक लगेगी। उन्होंने बताया कि अन्ना प्रथा उन्मूलन योजनान्तर्गत निम्न आनुवांशिक गुणवत्ता के पशु जिनका पालन पोषण पशुपालकों के द्वार पर तथा गौशाला में बाँधकर किया जा रहा है इन पशुओं में नस्ल सुधार के लिए कृत्रिम गर्भाधान की व्यवस्था निःशुल्क उपलब्ध करायी जायेगी। हमीरपुर,महोबा,बांदा, जालौन एवं ललितपुर जिलों में ऐसे प्रजनन योग्य स्वदेशी गोवंशीय मादा पशुओं की कुल संख्या का अनुमानतः 20 प्रतिशत कृत्रिम गर्भाधान के लिए लक्ष्य रखा गया है। कृत्रिम गर्भाधान का कार्य विभागीय केन्द्रों पैरा वेट्स एवं बायफ केन्द्रों द्वारा निर्धारित शुल्क पर किया जायेगा। 

सूत्रों ने बताया कि यह कार्यक्रम विशेष रूप से पशुपालकों के द्वार पर तथा स्थापित एवं सक्रिय गौशालाओं में केन्द्रित किया जायेगा जिसके सफल संचालन के लिए शुल्क 80 रूपये प्रति कृत्रिम गर्भाधान रखा गया है। इसमें गुणवत्तायुक्त वीर्य आदि सामग्री पर 40 रूपये प्रति कृत्रिम गर्भाधान व्यय किया जायेगा तथा अवशेष धनराशि 40 रूपये विभीगीय केन्द्रों को लेवी शुल्क तथा पैरा वेट्स एवं बायफ को प्रोत्साहन राशि के रूप में प्रति कृत्रिम गर्भाधान दिया जाना प्रस्तावित है। उन्होंने बताया कि गौशाला एवं पशुपालकों की आर्थिक स्थिति को दृष्टि में रखते हुए कृत्रिम गर्भाधान निर्धारित शुल्क माफ किया जाना अति आवश्यक है जो योजना द्वारा वहन किया जायेगा। इसके अतिरिक्त जो भी व्यय होगा वह पशुपालन विभाग बायफ एवं पैरावेट्स अपने पास उपलब्ध संसाधनों से करेंगें। 

सूत्रों ने बताया कि दुधारू पशुओं के लिए बुंन्देलखंड क्षेत्र में पूरे साल हरे चारे की उपलब्धता सुनिश्चित की जायेगी। इस कार्यक्रम का उद्देश्य उच्चगुणवत्तायुक्त मादायें पैदा कर दुग्ध उत्पादकता में बढ़ोत्तरी करना है। उन्होंने बताया कि इसके लिए पशुओं को संतुलित आहार के रूप में हरे चारे की भी आवश्यकता होगी इस के लिए पशुपालकों को ऐसे हरे चारे को बोने के लिए प्रोत्साहित करना है जिसकी उपलब्धता वर्ष भर बनी रहे तथा हरे चारे से पशुओं को पौष्टिक आहार उपलब्ध हो सके। योजना के तहत पशुपालकों को निःशुल्क चारा बीज किट्स उपलब्ध कराया जायेगा। सूत्रों के अनुसार इस कार्यक्रम को प्रोत्साहित करने के लिए विभिन्न तरीक अपनाये जायेंगे। इनमें गौशाला की खाली भूमि पर चारा उत्पादन के लिए चारा बीज मिनीकिट उपलब्ध कराना पशुपालकों को हरे चारे के लिए चारा बीज मिनीकिट उपलब्ध कराना शामिल होगा। इसके अलावा योजना के तहत चारा बीज निःशुल्क उपलब्ध कराया जाना आवश्यक होगा जिनका क्रय राजकीय कृषि प्रक्षेत्रों अथवा मान्यता प्राप्त पंजीकृत फर्मों से किया जायेगा। पशुपालकों को वितरित चारा बीज से क्षेत्र स्तर पर उत्पादित चारे का प्रदर्शन किया जाना भी आवश्यक होगा। 

शो मस्ट गो ऑन - संभावना सेठ

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शो मस्ट गो ऑन यह एक बहुत ही लोकप्रिय कहावत है और अभिनेत्री संभावना सेठ इसमें पूरी तरह से विश्वास करती हैं। पिछले 20 दिनों से ब्रोंकाइटिस और अस्थमा से पीड़ित होने के बाद वे अस्पताल में भर्ती होने के कगार पर थीं लेकिन उन्होंने एक अवार्ड शो के लिए अपनी रिहर्सल  तथा नागपुर में एक कॉलेज में पर्फॉर्मेंस के कारण इसके लिए मना कर दिया... संभावना के कार्य की हर किसी ने प्रशंसा की तथा उन्हें सोशल मीडिया पर शीघ्र स्वस्थ होने की अनगिनत शुभकामनाएं भी प्राप्त हुईं। संभावना ने भोजपुरी अवार्ड्स कार्यक्रम में पर्फॉर्मेंस करने का प्रबंध किया और इसके बाद सीधे नागपुर के लिए प्रस्थान किया। उन्हें फिल्म लाड़ला...के लिए सर्वश्रेष्ठ आइटम नंबर हेतु अवार्ड दिया गया और उन्होंने शो में पर्फॉर्मेंस भी दी लेकिन जब वे अपनी पर्फॉर्मेंस कर रही थी, बीच में ही, बारिश शुरू हो गयी लेकिन संभावना ने अपने संपूर्ण कार्यक्रम को संपन्न किया। लेकिन एक ही चीज ने उन्हें परेशान कर दिया कि उद्योग में उनके समकालीन कलाकार अपनी ट्रॉफी नहीं प्राप्त कर पाए और न ही अपनी पर्फॉर्मेंस दे पाए क्योंकि भारी बारिश के कारण आयोजकों ने कार्यक्रम को समाप्त करने के निर्णय लिया था ।


मैं काफी पहले से शो को करने के लिए प्रतिबद्ध थी और चाहे मेरा स्वास्थ्य हो या कोई अन्य कारण हो, मैं सदैव अपनी प्रतिबद्धता- चाहे वह पेशेवर हो या निजी हो उसको पूरा करने में विश्वास करती हूं, मैं दृढ़ता से मानती हूं कि यह वह चीज है जो किसी व्यक्ति को आगे उन्नति के मार्ग पर ले जाती है। :संभावना सेठ 

मुग्धा को पसंद है ग्लैमरस रोल करना

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मॉडल से एक्ट्रेस बनीं मुग्धा गोडसे का कहना है कि उन्हें ग्लैमरस भूमिकाएं निभाने से कोई परहेज नहीं है, बल्कि उन्हें अधिक शक्तिशाली भूमिका अदा करना पसंद है। वह अपनी आगामी फिल्म ‘इश्क ने क्रेजी किया रे’ में एक शक्तिशाली बिजनेस वुमन का किरदार निभा रही हैं। मुग्धा ने हाल ही में फिल्म समारोह में शिरकत की, जहां उन्होंने बताया,‘मुझे ग्लैमर से किसी किस्म का परहेज नहीं है। फिल्मों में ग्लैमरस रोल करने में मुझे कोई आपत्ति नजर नहीं आती। हालांकि मुझे भावुक किरदार करना पसंद हैं। अब तक की फिल्मों में किए शक्तिशाली किरदारों को मैंने खूब एंजॉय किया। मुझे इसमें आनंद मिलता है।’ 

मुग्धा की यह फिल्म नरेश मल्होत्रा के डायरेक्शन में बन रही है। उन्होंने इससे पहले लोकप्रिय फिल्मों जैसे ‘ये दिल्लगी’ और ‘दिल का रिश्ता’ को डायरेक्टर किया था। फिल्म के बारे में मुग्धा ने कहा,‘नरेश जी एक अनुभवी डायरेक्टर हैं। उन्होंने पहले कई सफल फिल्में बनाई हैं और अब वह इस फिल्म के साथ वापसी कर रहे हैं। नरेश के साथ काम करने का फायदा यह है कि वह अपने अनुभव का इस्तेमाल करते हैं और फिल्म बनाने के लिए खुद को उसके अनुरूप बना लेते हैं। उन्हें पता है कि आजकल दर्शक क्या देखना चाहते हैं/’ फिल्म में निशांत मलकानी और मधुरिमा बनर्जी भी प्रमुख भूमिका अदा करते दिखेंगे। नए कलाकारों के बारे में मुग्धा ने कहा,‘आजकल नए लोगों को प्रशिक्षण की जरूरत नहीं होती। वे अपना काम जानते हैं। मुझे उम्मीद है कि वो अच्छा करेंगे।’
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