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आरजीआईए ई-बोर्डिंग सेवा देने वाला बना पहला हवाईअड्डा

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हैदराबाद 28 दिसंबर, सरकार के महत्वाकांक्षी कार्यक्रम ‘डिजिटल इंडिया’ की दिशा में एक और कदम आगे बढ़ते हुये हैदराबाद के राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डा (आरजीआईए) पर देश की पहली ई-बोर्डिंग सेवा शुरू की गयी है। इसके तहत यात्रियों को घरेलू यात्रा के लिए अब अलग से बोर्डिंग पास लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी। यह सुविधा देने वाला आरजीआईए देश का पहला हवाईअड्डा बन गया है। नागर विमानन मंत्री अशोक गजपति राजू ने आज यहां इसकी शुरुआत की। इसके तहत यात्री स्मार्टफोन पर अपना बोर्डिंग पास प्राप्त कर सकते हैं। ई-बोर्डिंग कार्ड और आधार संख्या के जरिये यात्री हवाईअड्डे में प्रवेश पा सकते हैं। आधार कार्ड नहीं होने की स्थिति में यात्री अपने मतदाता पहचान पत्र के जरिये भी हवाईअड्डे में प्रवेश कर सकते हैं। 

ई-बोर्डिंग सेवा के जरिये यात्रा करने वाले यात्रियों के विवरण की जांच मुख्य द्वार पर संबद्ध विमान के डिपार्चर कंट्रोल सिस्टम द्वारा ऑनलाइन की जायेगी। उच्चस्तरीय सुरक्षा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से हवाईअड्डे पर हाईडेफिनेशन सीसीटीवी कैमरे लगाये गये हैं। स्मार्टफोन नहीं होने की स्थिति में नियमित यात्री कॉमन यूज सेल्फ सर्विस (सीयूएसएस) मशीन से अपना ई-बोर्डिंग कार्ड ले सकते हैं या परंपरागत तरीके से काउंटर से भी वोर्डिंग कार्ड ले सकते हैं। 

पुन:इस्तेमाल योग्य प्रक्षेपण यान के विकास पर है इसरो का ध्यान

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मैसुरु 28 दिसंबर, भारतीय अंतरिक्ष शोध संस्थान(इसरो) अंतरिक्ष अभियानों के खर्च को कम करने के लिए भारी वजन ले जाने में सक्षम तथा पुन: इस्तेमाल योग्य प्रक्षेपण यान के विकास पर ध्यान केन्द्रित कर रहा है। इसरो अध्यक्ष डॉ.अलुरु सीलिन किरणकुमार ने जे.एस.एस.विद्यापीठ स्वर्ण जयंती व्याख्यान श्रृंखला के तहत आज आयोजित ‘अंतरिक्ष तकनीक एवं सामाजिक अनुप्रयोग’ में कहा कि चक्रवाती तूफानों के पूर्वानुमान और प्राकृतिक आपदाओं की चेतावनी देने में अंतरिक्ष तकनीक के उपयोग ने कई लोगों की जान बचाने और संपत्तियों की रक्षा करने में सहयोग किया है। उन्होंने कहा कि किफायती उपग्रह ‘गगन’ ने भारतीय क्षेत्रीय नैविगेशन उपग्रहों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि भारत ने अंतरिक्ष तकनीक का देश के विकास में प्रभावी उपयोग किया है। उन्होंने कहा कि भारत जैसे देश में, जहाँ की अधिकांश जनता गरीब और अशिक्षित है, वहां सूचना के सुगम प्रवाह के लिए प्रसारण प्रणाली का प्रक्षेपण वक्त की जरूरत है। 

डॉ कुमार ने अंतरिक्ष तकनीक के भारतीय दृष्टिकोण पर प्रकाश डालते हुए कहा कि तकनीक का देशवासियों के फायदे के लिए सशक्त और स्पष्ट दृष्टिकोण के साथ इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अब सही लाभार्थियों तक इसकी पहुँच पर ध्यान केन्द्रित करना चाहिए। मत्स्य पालन के क्षेत्र में तकनीक के अनुप्रयोग से देश के सकल घरेलू उत्पाद(जीडीपी) में इसरो ने 34 हजार करोड़ रुपये का योगदान किया था। डॉ कुमार ने अंतरिक्ष में भारतीय उपग्रहों पर प्रकाश डालते हुए अंतरिक्ष तकनीक के सामाजिक लाभों पर जोर दिया। उन्होंने स्वास्थ्य एवं शिक्षा, राष्ट्रीय विकास के लिए रिमाेट सेंसिंग का अनुप्रयोग, आरएस और सैटकॉम का क्षमता विकास में संयुक्त इस्तेमाल, मौसम पूर्वानुमान में नवाचार तथा जीपीएस सेवाअों में भारतीय राष्ट्रीय उपग्रह तंत्र(इनसैट) के योगदान पर जोर दिया। 

उन्होंने कृषि, रेशम उत्पादन एवं मत्स्य पालन के क्षेत्र में अंतरिक्ष तकनीक के अनुप्रयोग पर भी बोला। उन्होंने बताया कि कैसे यह कुछ फसलों के बोने से एक महीने पहले ही उत्पादन का आंकलन करने, भूमि की उत्पादकता को पुन: हासिल करने, गेहूँ के फसल को पीले कीड़ों के हमले से बचाने के लिए सुरक्षात्मक उपाय करने, फसलों का पूर्वानुमान करने, मृदा एवं जल संरक्षण आदि में सहायक साबित हुआ है। डॉ कुमार ने पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी के संरक्षण में अंतरिक्ष तकनीक के इस्तेमाल पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि इसरो द्वारा विकसित तंत्र से भूतल जल संसाधन का मानचित्र तैयार करने, वनक्षेत्र की सीमा का निर्धारण करने, दावानल का पूर्वानुमान करने, औषधीय इस्तेमाल वाले वनक्षेत्र की पहचान करने, सड़कों का संरेखन करने में मदद मिली है। उन्होंने कहा कि इसरो की अंतरिक्ष तकनीक राष्ट्रीय संसाधन की गणना करने, वर्ष 2006से 2015 के दौरान बेंगलुरु अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को जाने वाली सड़कों पर चट्टानों के उत्खनन की सही मात्रा का पता करने तथा पुरातत्व स्थलों का सीमांकन करने में महत्वपूर्ण रही है। 

दस लाख रुपए से अधिक आय वालों को रसोई गैस सब्सिडी नहीं

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नयी दिल्ली 29 दिसंबर, सरकार ने दस लाख रुपये से अधिक कर योग्य आय वाले उपभोक्ताओं को रसोई गैस की सब्सिडी के दायरे से बाहर करने का फैसला किया है। पेट्रोलियम मंत्रालय की विज्ञप्ति के अनुसार एक जनवरी से दस लाख रुपए से अधिक कर योग्य आय वाले उपभोक्ताओं को रसोई गैस पर सब्सिडी नहीं मिलेगी। मंत्रालय ने कहा है कि वर्तमान में 16.33 करोड़ रसोई गैस उपभोक्ता हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस वर्ष लोगों से एलपीजी की सब्सिडी छोड़ने की अपील की थी। प्रधानमंत्री की इस अपील का खासा असर रहा और अब तक 57.50 लाख उपभोक्ताओं ने स्वेच्छा से सब्सिडी छोड़ी है। सरकार ने सीधे उपभोक्ता के खाते में सब्सिडी हस्तांतरित करने की योजना “पहल” के नाम से शुरू की थी और इसके तहत बाजार मूल्य तथा सब्सिडी कीमत का जो अंतर होता था उसका भुगतान किया जाता था। योजना के तहत 14.78 करोड़ एलपीजी उपभोक्ताओं के खाते में सब्सिडी हस्तांतरित की जा रही है। 

पिछले वित्त वर्ष में एलपीजी सब्सिडी पर 40551 करोड़ रुपये का बोझ पड़ा था। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें 11 वर्ष से अधिक के न्यूनतम स्तर तक गिर जाने से चालू वित्त वर्ष के दौरान सब्सिडी का बोझ काफी कम रह जाने की उम्मीद है। चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही के दौरान एलपीजी सब्सिडी का बोझ 8814 करोड़ रुपये रहा। वर्तमान में रसोई गैस उपभोक्ता को एक वित्त वर्ष के दौरान 14.2 किलोग्राम के 12 सिलेंडर सब्सिडी पर दिए जाते हैं। दिल्ली में सब्सिडी वाले गैस सिलेंडर की कीमत 419 रुपये 25 पैसे है जबकि गैर सब्सिडी वाले सिलेंडर का दाम 608 रुपये है। श्री मोदी ने इस वर्ष अप्रैल में “गिव इट अप” एलपीजी सब्सिडी अभियान की शुरुआत की थी। इस अभियान का मकसद ऐसे गरीब लोगों को लाभ पहुंचाना है जो भोजन पकाने के लिए लकड़ी, मिट्टी का तेल, कोयला, उपला जैसे परम्परागत ईंधन का इस्तेमाल करते हैं। सरकार इस अभियान के तहत इनके स्थान पर स्वच्छ ईंधन उपलब्ध कराने के लिए प्रयासरत है जिससे कि उन्हें स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों से निजात मिल सके। 

वर्तमान में इसका कोई आंकड़ा नहीं है कि दस लाख रुपये या इससे अधिक सालाना कर योग्य वाले कितने उपभोक्ता हैं। सरकार का कहना है कि रसोई गैस के कई उपभोक्ता स्वेच्छा से सब्सिडी छोड रहे हैं। इसे देखते हुए सरकार का मानना है कि उच्च आय वर्ग को बाजार कीमत पर रसोई गैस सिलेंडर लेना चाहिए। इसलिए फैसला किया गया है कि उन उपभोक्ताओं को रसोई गैस सिलेंडर पर सब्सिडी नहीं दी जाएगी जिनकी या जिनके पति पत्नी की कर योग्य अाय 10 लाख रुपए से अधिक है। यह गणना पिछले वित्त वर्ष की आय के आधार पर की जाएगी। फिलहाल यह व्यवस्था जनवरी 2016 से बुक कराए जाने वाले रसोई गैस सिलेंडरों पर उपभोक्ताओं द्वारा स्वत: की गयी घोषणा के आधार पर लागू हाेगी। 

नेहरू-सोनिया की आलोचना के लिये भाजपा की निरूपम को बधाई

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नयी दिल्ली, 28 दिसंबर, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मुंबई कांग्रेस के मुखपत्र ‘कांग्रेस दर्शन’ में छपे लेख पर चुटकी लेते हुये कांग्रेस नेताओं की सच्चाई सामने लाने के लिये संजय निरूपम को बधाई दी है। भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने आज यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाताओं से कहा, “कांग्रेस ने अपने मुखपत्र में कांग्रेस के नेताओं का इतिहास छापा है। इसके लिये हम संजय निरूपम को बधाई देते हैं।” श्री निरूपम इस पत्रिका के संपादक हैं। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस के मुखपत्र में देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू और पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के खिलाफ टिप्पणी की गयी है। पत्रिका के कटेंट एडीटर को बर्खास्त कर दिया गया है और श्री निरूपम ने कहा है कि इस मामले की जांच की जायेगी। 

श्री जावड़ेकर ने कहा कि कांग्रेस सिर्फ एक परिवार की बपौती है और वहां विरोध के स्वरों की कोई अहमियत नहीं है। उन्होंने कहा, “कांग्रेस में लोकतंत्र के लिये कोई जगह नहीं है। जो कोई भी आवाज उठायेगा उसकी आवाज को दबा दिया जायेगा लेकिन सच्चाई को कभी छुपाया नहीं जा सकता है और एक न एक दिन वह उभर कर आती है।” उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सरदार वल्लभभाई पटेल को ही नहीं बल्कि अपने कई दूसरे नेताओं को भी कोई श्रेय नहीं दिया। पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव के शव को तो पार्टी मुख्यालय भी नहीं लाने दिया गया।” भाजपा नेता ने कहा कि देश निर्माण में योगदान के लिये श्री पटेल को श्रेय दिया जाना चाहिये और उनके साथ न्याय होना चाहिये। 

बिहार : भूमिहीनों को अब तक नहीं मिल सका जमीन पर वास्तविक दखल

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  • अदालत में सरकार द्वारा पर्चाधारियों के पक्ष में उचित पैरवी और पर्चाधारियों को पक्षकार नहीं बनाये जाने की वजह से लाखों 
  • सीलिंग एक्ट को और प्रभावी बनाने की जरूरत, ताकि भूस्वामी इसका फायदा न उठा सके.
  • भूस्वामियों द्वारा 45 बी के दुरूपयोग पर सरकार को जारी करना चाहिए श्वेत पत्र.
  • बंद्योपाध्याय आयोग की सिफारिश को संपूर्णता में लागू करे सरकार.

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पटना 28 दिसंबर 2015, भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने भूमि सुधार विभाग के प्रधान सचिव व्यासजी के हवाले से सीलिंग एक्ट पर सरकार के आए बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि अदालत में सरकार द्वारा पर्चाधारियों के पक्ष में उचित पैरवी और पर्चाधारियों को पक्षकार नहीं बनाये जाने की वजह से सीलिंग के कई मामले अब तक उलझे हुए हैं. जबकि उन जमीनों पर अब तक पर्चाधारियों को दखल कब्जा मिल जाना चाहिए था. उन्होंने कहा कि सरकार कह रही है कि भूस्वामी सीलिंग एक्ट की धारा 45 बी का दुरूपयोग कर रहे हैं. अतः राज्य सरकार व भूमि सुधार विभाग को ऐसे मामलों में श्वेत पत्र जारी करना चाहिए और उन मामलों को सार्वजनिक करना चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि हमारी मांग है कि सीलिंग एक्ट को और प्रभावी तरीके से लागू किया जाए ताकि भूस्वामी उसका नाजायज फायदा न उठा सके. जब अदालत में इस तरह का कोई मामला खुलता है तो उसमें पर्चाधारी पक्षकार होते ही नहीं है, उनकी तरफ से सरकार लड़ती है. 

लेकिन सरकार पर्चाधारियों के पक्ष में उचित पैरवी नहीं करती है और अधिकांश मामलों में मुकदमा हार जाती है. उन्होंने आगे कहा कि सरकार ने जिस जमीन को एक बार सीलिंग एक्ट के दायरे की जमीन घोषित कर दी है, उसे इस अदालती पचड़े से बाहर रखा जाए. उन्होंने आगे कहा कि सरकारों में भूमि सुधार की सिफारिशों को लागू करने की इच्छाशक्ति का अभाव रहा है. भूस्वामियों के दबाव में नीतीश सरकार भी अपने ही द्वारा गठित बंद्योपाध्याय आयोग की सिफारिशों को लागू करने से इंकार कर दिया. सरकार लगातार बयान दे रही है कि भूमि सुधार का मामला अप्रसांगिक हो चुका है. भूदान कमिटी को भी सरकार भंग करने का प्रयास कर रही है. यह एक विरोधाभास की स्थिति है.

नीतीश महज बैठक करने लायक ही रह गये हैं : उपेन्द्र कुशवाहा

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पटना,28 दिसम्बर, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी(रालोसपा)के अध्यक्ष एवं केन्द्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा ने आज कहा कि बिहार सरकार अपराधियों के इशारे पर काम कर रही है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार महज बैठक करने लायक ही रह गये हैं। श्री कुशवाहा ने यहां संवाददाताओं से कहा कि बिहार सरकार श्री कुमार के निर्देशों पर नहीं बल्कि अपराधियों के इशारे पर काम कर रही है। बिहार पूरी तरह राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के जंगल राज के आगोश में समा चुका है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों का मनोबल जंगल राज में जिस तरह में गिराया जाता था,ठीक वही परिस्थिति आज फिर कायम हो चुकी है। अधिकारियों को अपराधियों के समक्ष घुटने टेकने पर विवश कर दिया गया है। 

ऐसे में श्री कुमार का अपराध मुक्त बिहार की बात करना ही बेमानी होगी। दरभंगा में दो इंजीनियरों की दिनदहाड़े हुई हत्या की घटना से श्री कुमार के अपराध मुक्त बिहार बनाने के निश्चय की हकीकत जनता के सामने आ गयी है। रालोसपा के अध्यक्ष ने कहा कि राज्य में दिनोंदिन हो रही आपराधिक घटनाओं से बिहार की जनता दहशत में जी रही है। उन्होंने कहा कि इंजीनियर की हत्या, चिकित्सकों से रंगदारी की मांग के कारण जहां अभियंताओं और चिकित्सकों में खौफ व्याप्त है,वहीं बाहर की कम्पनियां भी राज्य में कार्य करना बंद कर देगी। 

दुष्कर्म के कारण गर्भवती नाबालिग को गर्भपात की अनुमति

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अहमदाबाद, 28 दिसंबर, गुजरात हाई कोर्ट ने दुष्कर्म के कारण गर्भवती हो गयी एक नाबालिग लडकी के गर्भपात की आज अनुमति दे दी। न्यायमूर्ति के जे ठाकर की अदालत ने पीडिता के माता पिता की अर्जी पर डाक्टरों की देखरेख में उसका गर्भपात कराने की इजाजत दे दी। आरोप लगाया गया था कि शहर के सोला इलाके के एक युवक ने पिछले दो तीन माह में 16 वर्ष उम्र की इस युवती के साथ तीन बार दुष्कर्म किया था जिससे वह गर्भवती हो गयी थी। गत 12 दिसंबर को उसके गर्भवती होने की पुष्टि हुई थी। मेडिकल जांच में उसके आठ सप्ताह का गर्भ होने की बात सामने आयी है। 

पुलिस ने आरोपी को पहले ही गिरफ्तार कर लिया है। ज्ञातव्य है कि कानूनन 20 सप्ताह से कम तक के भ्रूण का गर्भपात कराया जा सकता है। सुप्रीम कोर्ट रिपीट सुप्रीम कोट ने गत जुलाई में 14 साल की एक अन्य लडकी के 25 सप्ताह से अधिक के भ्रूण के गर्भपात की भी विशेष परिस्थितियों में इजाजत दी थी। गुजरात के साबरकांठा जिले की निवासी उक्त लडकी के माता पिता ने एक स्थानीय चिकित्सक पर उससे दुष्कर्म का आरोप लगाया था हालांकि भ्रूण के पितृत्व जांच में इसकी पुष्टि नहीं हो सकी थी। इससे पहले गुजरात हाई कोर्ट ने उसे गर्भपात की इजाजत देने से इंकार कर दिया था जिस फैसले को सुप्रीम कोर्ट ने पलट दिया था। 

नाइजीरिया की मस्जिद में बम धमाके में 20 मरे, 90 घायल

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मैदुगुरी , नाइजीरिया 28 दिसंबर, नाइजीरिया के उत्तरी शहर मैदुगुरी में आज एक मस्जिद में बम धमाके में लगभग 20 लोग मारे गये और 90 अन्य घायल हो गये। देश की आपात एजेंसी नेमा के एक अधिकारी मोहम्मद कनार ने यह जानकारी दी। मैदुगुरी के पश्चिमी उपनगर में जहां यह धमाका हुआ, कल रविववार को वहीं बोको हराम के संदिग्ध आतंकवादियों के साथ सेना की हिंसक झड़प हुई थी। सेना के मुताबिक ये लड़ाके आत्मघाती हमलों को अंजाम देने के लिए उपनगर के रास्ते मैदुगुरी में आने की कोशिश कर रहे थे। 

इलाके के एक स्थानीय निवासी मूसा अब्दुकादिर ने बताया कि मस्जिद में हुए धमाके के बाद उसने मैदुगुरी के स्टेट स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल में 50 से अधिक शव देखे हैं। उसे डॉक्टरों ने बताया कि वे शव दो अस्पतालों से वहां लाये गये हैं। इन शवों में कल हुई लड़ाई के दौरान मारे गये लोगों के शव भी शामिल हैं। घटनास्थल पर गये एक अन्य स्थानीय निवासी इब्राहिम गोनी ने बताया कि कल जब उनके घरों में आग लगा दी गयी तब वे भाग गये। आज जब वे वापस घरों के अंदर जलकर मरे लोगों को गिन रहे थे तभी दूसरा धमाका हो गया। बोको हराम के कब्जे वाले अधिकतर इलाकों पर इस साल की शुरूआत में सेना ने कब्जा जमा लिया था और तब से बोको हराम आसान लक्ष्यों को निशाना बना रहा है। अक्सर उसके निशाने पर बाजार, बस स्टॉप, मस्जिद आदि रहते हैं। 

अपराधियों को किसी हालत में बख्शा न जाये : नीतीश

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पटना, 28 दिसम्बर, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया है कि प्रत्येक आपराधिक घटना को चुनौती के रुप में स्वीकार कर अपराधों पर हर हाल में रोक लगायें और अपराधियों को किसी हालत में न बख्शें,वे चाहे जितने भी रसूख वाले हों। श्री कुमार ने आज यहां मुख्यमंत्री सचिवालय में गृह विभाग की समीक्षा के दौरान पुलिस अधिकारियों से कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में कानून का राज कायम करने के लिए कृत संकल्प है।उन्होंने कहा कि संगठित अपराध को समूल नष्ट करने के लिए आवश्यक कार्रवाई करें और निर्भय होकर अपराधियों के सपनों को चकनाचूर करें। उन्होंने कहा कि सरकार संसाधनों की कमी नहीं होने देगी और पुलिस विभाग को अत्याधुनिक सुविधायें मुहैया करायी जायेंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि अपराध नियंत्रण के लिये नगर निगम वाले सभी शहरों और अन्य संवेदनशील स्थलों के प्रमुख सार्वजनिक स्थलों पर सीसीटीवी कैमरा लगाये जायें ताकि अपराध नियंत्रण में मदद मिल सके। उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग में नियुक्ति की प्रक्रिया में तेजी लायें तथा रिक्त पदों पर नियुक्ति नियमानुसार पारदर्शी तरीके से करें। बैठक में पुलिस कर्मियों की नियुक्ति के लिये एक अलग नियुक्ति आयोग बनाने का विभाग ने अनुरोध किया जिसके लिए मुख्यमंत्री ने प्रस्ताव लाने का निर्देश दिया। 

श्री कुमार ने दरभंगा में दो अभियंताओं की हत्या की घटना को एक चुनौती के रूप में स्वीकार करने तथा इससे जुड़े अपराधियों के विरूद्ध तुरंत ठोस कार्रवाई करने का निर्देश दिया। उन्होंने ए0टी0एस0 को और अधिक सुदृढ़ बनाने, क्राइम एण्ड क्राइम ट्रैकिंग नेटवर्क सिस्टम को लागू करने की आवश्यकता पर भी बल दिया । मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि विशेष शाखा को और अधिक सुदृढ़ करें जिसके लिए प्रस्ताव सरकार के समक्ष रखें। मुख्यमंत्री ने महिला पुलिस कर्मियों के लिये आवास एवं अन्य मूलभूत सुविधाओं के निर्माण में तेजी लाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि सभी थानों में महिला कर्मियों के लिये शौचालय का निर्माण कराये जायें। उन्होंने निर्माण कार्य विकेन्द्रीकृत कराने का भी सुझाव दिया जिससे कम समय में सभी थानों में महिलाओं के लिये शौचालय का निर्माण हो सके। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार थानों में महिला कर्मियों के लिये बैरक निर्माण का कार्य कराया जाये जिसके लिये विभाग आवयश्क उपाय करे। 

श्री कुमार ने कहा कि ध्वनि प्रदूषण की प्रतिवेदित संवेदनशील स्थिति के मद्देनजर हूटर एवं अत्यधिक हार्न बजाने को नियंत्रित करना आवश्यक है। अतः फायर ब्रिगेड, एम्बुलेंस, राज्यपाल एवं उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को छोड़कर किसी भी वाहन में हूटर नहीं बजेगा। अनावश्यक एवं अत्यधिक हार्न बजाने पर भी प्रभावकारी रोक की व्यवस्था की जाय। उन्होंने कहा कि अनुकम्पा के आधार पर नियुक्ति में तेजी लाई जाये जिससे आश्रितों को लाभ जल्द मिल सके। उन्होंने जेल के आंतरिक मॉनिटरिंग सिस्टम को और अधिक कारगर बनाने की आवश्यकता बताई तथा इसके लिये तकनीकी साधनों का प्रयोग करने का निर्देश दिया जिससे जेल के अंदर आने-जाने वाले व्यक्तियों पर कड़ी निगरानी हो सके और उनके साथ जाने वाले सामानों पर भी नजर रखी जा सके। मुख्यमंत्री ने अग्निशमन विभाग की समीक्षा करते हुये कहा कि छोटे और संकीर्ण जगहों में भी अग्निशमन का काम सुचारू रूप से चल सके,इसके लिये अत्यानुनिक टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जाये । बैठक में मुख्यमंत्री के अलावा मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह,प्रधान सचिव गृह आमिर सुबहानी, पुलिस महानिदेशक पी0के0 ठाकुर, विकास आयुक्त शिशिर सिन्हा और कई अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। 

इंजीनियर हत्याकांड में एसटीएफ ने चार संदिग्ध अपराधियों को हिरासत में लिया

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दरभंगा 28 दिसम्बर, बिहार में दरभंगा जिले के बहेड़ी थाना क्षेत्र के गंगदह मध्य विद्यालय के निकट सड़क निर्माण में लगी निजी कंपनी के दो इंजीनियरों की हत्या करने के मामले में जांच कर रही स्पेशल टॉस्क फोर्स (एसटीएफ) की टीम ने शिवहर जिले से आज चार संदिग्ध अपराधियों को पूछताछ के लिये हिरासत में लिया । एसटीएफ के पुलिस अधीक्षक शिवदीप लांडे ने दूरभाष पर ..यूनीवार्ता.. को बताया कि इंजीनियर हत्याकांड के सिलसिले में एसटीएफ की एक टीम शिवहर गयी थी । टीम ने शिवहर जिले में विभिन्न ठिकानों पर छापामारी की और इस दौरान चार संदिग्ध अपराधियों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ कर रही है । उन्होंने बताया कि इन संदिग्ध अपराधियों में से दो अपराधियों की सांठ-गांठ कुख्यात अपराधी मुकेश पाठक से है । श्री लांडे ने बताया कि इंजीनियर हत्याकांड में मुकेश और बिपिन झा की मुख्य संलिप्तता है । उन्होंने बताया कि इस हत्याकांड में बहेड़ी के प्रखंड प्रमुख मुन्नी देवी के देवर पिंटू को गिरफ्तार किया गया है । उन्होंने बताया कि बहेड़ी प्रखंड प्रमुख मुन्नी देवी के पति संजय लाल देव की गिरफ्तारी के लिये पुलिस सघन छापामारी कर रही है । मुन्नी देवी का पति प्रतिबंधित नक्सली संगठन माओवादी कम्युनिस्ट सेंटर (एमसीसी) का सक्रिय सदस्य रह चुका हैऔर वह वर्ष 2003 में आत्मसमर्पण कर समाज की मुख्य धारा से जुड़ गया था । 

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इससे पूर्व भी पुलिस ने दरभंगा जिले के लहेरिया सराय थाना क्षेत्र के हाऊसिंग कॉलोनी स्थित एक अवकाश प्राप्त पुलिस उपाधीक्षक के घर से पूर्णियां के एक ठेकेदार समेत छह लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था । इस बीच राज्य के पुलिस महानिरीक्षक पी के ठाकुर ने इंजीनियर हत्याकांड में सीधे रूप से राजनीतिक हस्तक्षेप से इंकार किया और कहा कि किसी भी अपराधियों को बख्सा नहीं जायेगा । उन्होंने कहा कि इस हत्याकांड में एसटीएफ की टीम गहन छानबीन कर रही है । इस संबंध में अभी खुलासा करना ठीक नहीं हैं क्योंकि इससे जांच प्रभावित होगा । उल्लेखनीय है कि रंगदारी के रुप में रुपये नहीं देने के विरोध में 26 दिसम्बर को दिनदहाड़े मोटरसाइकिल सवार अपराधियों ने दरभंगा जिले के बहेड़ी थाना क्षेत्र के गंगदह मध्य विद्यालय के निकट अत्याधुनिक हथियार से गोलीबारी कर सड़क निर्माण में लगी हैदराबाद और गुड़गांव की निजी कंपनी के दो इंजीनियरों की हत्या कर दी थी । घटनास्थल से लिब्रेशन आर्मी का एक पर्चा बरामद किया था जिसमें लिखा था कि रंगदारी नहीं देने पर इस घटना का अंजाम दिया गया है तथा यह भी लिखा था कि कहां-कहां भागोगे । हत्या के बाद अपराधी मुकेश पाठक जिंदाबाद के नारे लगाते हुए फरार हो गये थे । 

​सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से की देश में शांति सुख की कामना

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नववर्ष और क्रिसमस के मौके बल्र्ड ब्रदर्सहूड आॅरगाईजेशन की ओर से राजधानी में सांस्कृतिक कार्यक्रम बाहरी दिल्ली के डेरा गांव में आयोजित हुआ। कार्यक्रम एस एस मारवाह द्वारा दीप प्रज्जवलित से शुरू हुआ। कार्यक्रम में पाकिस्तानी अभिनेता जुबैर सनम खान और अभिनेत्री अमिता नागिया ने विशेष तौर पर शामिल हुए। सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरुआत क्रिसमस और आने वाले नये साल पर देश में सुख, शांति और समृद्धि की कामना किये जाने के साथ हुई। समारोह में यूके, यूएएस और कनाडा के राजदूत  विदेशी कलाकार के अलावा इकबाल सिंह जगदेव,संजय मलिक मौजूद थे। 

इस मौके पर बच्चों के लिए फैंसी ड्रेस, पैंटिग तबोला, रस्सा खींच प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। सफल रहे बच्चों को सांता के हाथों पुरस्कृत किया गया। समारोह में एस एस मारवाह ने कहा कि ‘विश्व भाईचारा संगठन गैर राजनीतिक और इसमें सभी समुदाय के लोग जुडे है। इस प्रकार के कार्यक्रम करने का मतलब सभी लोगों को साथ लेकर चलना हैं। 

बालीवुड : 2015 ने स्थापित किये कई कीर्तिमान किये

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  • कई कलाकारों को खोया भी नये कलाकारों की दस्तक, नारी प्रधान फिल्मों का दबदवा

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बालीवुड के लिए साल 2015 काफी लक्की रहा। यह साल जाते-जाते हमारे सिनेमा को ऊंचाइयों की एक नई सौगात दे गया। कमाई की बात की जाए तो, इस साल कई कीर्तिमान भी गढ़े गए। इसके अलावा नारी की प्रधानता, वाद-विवाद, विरोध जैसी कई फिल्में दर्शकों के बीच युगों युगों तक याद रहेंगी। प्रेम रतन धन पायो तथा साल के अंत मे रीलिज हुई फिल्म बाजीराव मस्तानी और दिलवाले ने अच्छा पैसा कमाया। 2015 के इस आखिरी शुक्रवार को बीते साल भर का हिसाब - किताब तो कर लेते हैं। लेकिन साधना,सईद जाफरी,राम मोहन के अभिनय और रवींद्र जैन की स्वर लहरियों को अब हमें उनकी अनुपस्थिति में जीने की आदत डालना जरा मुश्किल होगा।

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इस साल का यह आखिरी शुक्रवार है। अगला शुक्रवार अगले साल 2016 में पहली जनवरी को आएगा। शुक्रवार, यानी हमारे देश में फिल्मों के रिलीज होने का दिन। यह आने के पहले सिनेमा के हर व्यक्ति को नर्वस करता है, मायूस करता है और डराता भी है। अमिताभ बच्चन तक कहते रहे हैं कि वे किसी से नहीं डरते। पर, शुक्रवार उन्हें डराता है। लेकिन जाने के बाद किसी को सफलता की सीढ़ी दे जाता है, तो कुछ की झोली भी भर जाता है और किसी को खुशियां तो किसी को दर्द भी दे जाता है। इसी कारण लोग इसके आने से पहले थोड़ा सा संयत हो जाते हैं। लेकिन, यह तो साल का आखिरी शुक्रवार है, यानी पूरे साल भर के हिसाब - किताब का दिन। काजोल कह रही थीं कि हमारा सिनेमा बहुत बदल गया है। सन 2015 की अपनी आखिरी और बड़ी फिल्म के मामले में अब तक की उनकी सबसे बड़ी उम्मीद वाली फिल्म ‘‘दिलवाले’ की रिलीज पर काजोल ने कहा, पिछले 25 वर्षो के मुकाबले आज भारतीय सिनेमा का स्तर काफी बढ़ गया है। काजोल तो खैर, ढाई दशक की बात कर रही थी, लेकिन सच्चाई यह है कि सिर्फ एक साल में ही हमारा सिनेमा बहुत बड़े किस्म के बदलाव लेकर आया है। 

सन 2015 के शुरू होने से पहले पिछले साल ज्योतिष ने भी कहा था कि यह साल बहुत बड़े बिजनेस देने के साथ-साथ रोमांच व उत्साह भरा रहेगा। जो कि रहा भी। हमेशा की तरह हमारा सिनेमा इस साल भी उल्लास, उमंग, उदासी, पागलपन, थिल्रर व रहस्य से लबरेज कई ऐसी फिल्में लेकर आया, जिनको लेकर कहा जा सकता है कि हम पूरी दुनिया में सिनेमा निर्माण के मामले में सबसे बड़े हैं। 
    
लक्की रहा सलमान 2015
राजश्री फिल्म्स की सलमान खान को लेकर बनाई फिल्म प्रेम रतन धन पायो को पहले-पहले तो फ्लॉप का तमगा मिला। लेकिन जैसे-जैसे दिन निकलते गए, सलमान की इस फिल्म ने रफ्तार पकड़ी और लोगों के दिलों में जाकर बसने के साथ ही लागत से तीन गुना कमाई करने में सफल रही।  सलमान खान के लिए यह साल सुनहरा कहा जा सकता है। बरसों पुराने हिट एंड रन केस से वे बरी हो गए। तो, इस साल उनकी सबसे बड़ी फिल्म बजरंगी भाईजान ने कमाई के मामले में भारतीय सिनेमा को नए आसमान पर खड़ा कर दिया। 

महिला प्रधान फिल्मों का बोलवाला
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इस में हीरो के हिलते वर्चस्व के रूप में भी देखा जाना चाहिए। कंगना राणावत की तनु वेड्स मनु रिटर्न्स, अनुष्का शर्मा की एनएच 10, रिचा चड्ढा की मसान, दीपिका पादुकोण की पीकू की खूब धूम रही। प्रियंका चोपड़ा हमारे सिनेमा की ऐसी पहली हीरोइन बन गई हैं, जिन्होंने इंटरनेशनल लेवल पर भी बहुत अच्छा काम करके काफी नाम कमाया है। इस साल के आखिरी दिनों में यानी सन 2015 के अंत में उनकी फिल्म ‘‘बाजीराव मस्तानी‘‘ ने भी खूब नाम कमाया और 2015 की सफल फिल्मों की कतार में खड़ी हो गई। ‘‘तमाशा‘‘ में भले ही दीपिका पादुकोण को अपने अभिनय का जलवा दिखाने का ज्यादा मौका नहीं मिला, पर उनके अभिनय के लिए उन्हें काफी सराहना मिली। कहा जा सकता है कि देस विदेश में नाम कमाने वाली इस साल की कुछ फिल्मों ने न केवल हीरो के वर्चस्व को हिला दिया बल्कि दर्शकों के दिलों दिमाग में भी हीरोइनों के महज शोपीस होने की सोच को भी बदला है। इसके साथ ही हीरोइनों के मामले में सबसे चैंकाने वाली खबर यह है कि इंटरनेट पर शाश्वत सनातन अवस्था में अपनी उन्मुक्त और अंतरंग अदाओं के लिए विख्यात हीरोइन सनी लियोनी गूगल सर्च में सबको पछाड़कर इस साल नंबर वन बन गई हैं। लोग उनकी लोकलुभावन अंदाज वाली अंतरंग अदाओं को अकेले देखने के लिए कुछ ज्यादा ही बेताब दिखे।

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और बोल्ड हुआ बड़ा परदा
‘‘भाग जॉनी‘‘ में मंदना करीमी के बोल्ड अंदाज, फिल्म ‘‘हंटर‘‘ में राधिका आप्टे के दिलकश अदाकारी, ‘‘कुछ कुछ लोचा है‘‘ के एक गाने ‘‘पानी वाला डांस‘‘ में सनी लियोनी की सांस थामने वाली अदाओं ने पूरे साल दर्शकों को बांधे रखा, तो मधुर भंडारकर की फिल्म कैलेंडर गर्ल्स में आकांक्षा पुरी, अवानी मोदी, कायरा दत्त, रूही सिंह और सतरूपा पेने के बोल्ड किरदार और बोल्ड कंटेंट वाली हेट स्टोरी - 3 जैसी फिल्मों ने इस साल अपनी बोल्डनेस के कारण खूब सुर्खियां बटोरीं।

नवोदित कलाकारों का दस्तक 
इस साल बहुत सारे नए कलाकार सिनेमा के परदे पर आए। जिनसे आनेवाले सालों में कुछ उम्मीदें बांधी जा सकती हैं। आदित्य पंचोली के बेटे सूरज पंचोली और सुनील शेट्टी की बेटी आथिया शेट्टी ने हीरो के जरिए दस्तक दी। कॉमेडियन कपिल शर्मा ने भी फिल्म ‘‘किस किस को प्यार करूं’ से बड़े परदे पर एंट्री की। इसी तरह जो नए कलाकार आए, उनमें दम लगा के हईसा की भूमि पेडणोकर, खामोशियां की सपना पब्बी और गुरमीत चैधरी, डिटेक्टिव ब्योमकेश बख्शी की स्वस्तिका मुखर्जी, शमिताभ की अक्षरा हासन, अलोन के करणसिंह ग्रोवर और सैकेंड हैंड हस्बैंड से अपनी शुरुआत करने वाली गोविंदा की बेटी टीना आहूजा के नाम प्रमुख हैं। आने वाले कुछ सालों में इन्हीं में ही कुछ के कंधों पर हमारा सिनेमा सवार हुआ दिख सकता है। 

बड़ी कमाई का बड़ा मायाजाल
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सलमान खान की बजरंगी भाईजान और साउथ में बनी कई भारतीय भाषाओं वाली फिल्म बाहुबली ने कमाई के सारे रिकार्ड तोड़ डाले। करीब 125 करोड़ की लागत से बनी फिल्म बजरंगी भाईजान ने अकेले भारत में ही कुल 318.14 करोड़ रुपये बटोरे। और कुल कमाई तो छह सौ करोड़ के भी पार है। सलमान की ही फिल्म प्रेम रतन धन पायो ने पूरे 186.23 करोड़ रुपये की कमाई की। कहानी और कमाई दोनों के मामले में फिल्म सुपरहिट साबित हुई। सिर्फ 40 करोड़ की लागत से बनी कंगना राणावत की तनु वेड्स मनु रिटर्न्स फिल्म ने सिर्फ सिनेमाघरों में 148.47 करोड़ रुपये कमाए, बाकी कमाई तो दूर की बात। इस फिल्म ने ब्लॉकबस्टर की सूची में नाम दर्ज करवा लिया। वैसे तो बाहुबली ने सभी भाषाओं और सिनेमा के व्यापार की सारी विधाओं में करीब एक हजार करोड़ से भी ज्यादा की कमाई की। लेकिन सिर्फ हिंदी की बात करें, तो केवल 24 दिन के भीतर 100 करोड़ के क्लब में यह फिल्म शामिल हो गई। सच्ची घटना पर आधारित एबीसीडी-2 ने भी कमाई के मामले में फिल्म ने छलांग लगाई और 105 करोड़ रुपये समेट लिए। लेकिन सलमान खान की इस साल रिलीज दो फिल्मों के मुकाबले अक्षय कुमार की तीन फिल्में रिलीज हुई। कहा जा सकता है कि ‘‘संख्याबल‘‘ के मामले में अक्षय कुमार अव्वल रहे। लेकिन कमाई के मामले में तो ‘‘भाईजान‘‘ ने इस साल सभी को पटखनी दे दी है।

आलेख : गोपालापुर में मेडिकल स्टोर से बट रही मौत

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जब कोई बीमार होता है तो उसे दवा की जरूरत पड़ती है. डॉक्टर की सलाह पर वो कोई दवा खरीदता है तो ये मानकर चलता है कि इससे उसकी सेहत दुरुस्त होगी। लेकिन वही दवा उसे मार सकती है। जी हां, जानलेवा दवाई, जिसका सिर्फ रैपर असली होता है। मतलब साफ है नकली दवाओं का कारोबार तेजी से पल-बढ़ रहा है। खतरनाक नतीजों के बावजूद यह बड़े मुनाफे का कारोबार स्थानीय स्वास्थ्य महकमे सहित संबंधित जांच अधिकारियों की मिलीभगत से मेडिकल स्टोर संचालक मालामाल हो रहे है . 

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ये जानकर आप हैरान रह जाएंगे कि यूपी के जौनपुर जनपद के थाना रामपुर इलाके के गोपालापुर के मेडिकल स्टोरों से नकली दवाएं धड़ल्ले से बिक रही हैं। ताज्जुब इस बात का है कि यहां के विजय मेडिकल सहित कई अन्य मेडिकल स्टोरों से मौत बांटने वाली दवाइयों की सप्लाई एक-दो नहीं बल्कि सैकड़ों गांवों में हो रही है। बगैर डिग्रीधारक वाले झोलाछाप डाक्टर इन दवाओं को गांव के भोलेभाले बीमार मरीजों को देकर उनकी जान ले रहे है। सामाजिक संस्था बाल कल्याण महिला संगठन के ताजा सर्वे रिपोर्टो पर यकीन करें तो तीन साल में इन नकली दवाओं के चलते 300 से अधिक लोग असमय ही कालकलवित हो गए। इनमें ज्यादातर डायरिया, हार्टअटैक, पेट दर्द, वायरल फीवर, कैंसर, टीवी, दमा आदि के मरीज है। देखा जाय तो यह बहुत बड़ा कारोबार बन चुकी है। इस तरह का दूसरा अपराध अगर कोई जानकारी में है तो वह नकली दवाओं का धंधा ही है। इसकी वजह भी बहुत साफ है। इस धंधे में पैसा बहुत है, वास्तव में नकली दवाओं के कारोबार से भी ज्यादा। वियाग्रा जैसी दवा के नकली कारोबार में 25 हजार फीसदी का फायदा होता है। मुनाफे का ये आंकड़ा नकली कोकेन के धंधे से कम से कम 10 गुना ज्यादा है। इन नकली दवाओं का खतरा सबसे ज्यादा गांवों में हैं जहां दवाओं के कारोबार पर नियम कानून का पहरा बहुत मामूली या है ही नहीं। 

यहां जिक्र करना जरुरी है कि मौसम बदलते ही बीमारिया फैलने लगती है तो दवाइयों का बाजार में नकली दवाइयों से भर जाता है। बदलते मौसम में खांसी बुखार के साथ पेट से जुडी बीमारिया भी लोगो को चपेट में ले लेती है। बीटाडीन, कोरेक्स, डाइजीन, आयोडेक्स, और क्रोसिन जैसी जीवन रक्षक दवाई के नाम का प्रयोग कर नकली दवाइया ज्यादा बिक री है। जो बीमारी खत्म करने के बजाये इंसान को सीधे मौत के मुंह में ले जाएंगी। ये नकली दवाइया ग्रामीण इलाको में बेचीं जाती है जो स्वास्थ्य की द्रष्टि से काफी घातक है। यह दवाएं बीमारी खत्म करने के बजाय बीमारी देने का काम करेगी। चारकोल से बनी दर्द निवारक दवाएं, जहरीले आर्सेनिक वाली भूख मिटाने की दवा और नपुंसकता का इलाज करने के लिए दवा के नाम पर नकली दवाएं बेच कर लाखों-करोड़ों रुपये ये मेडिकल स्टोर संचालक कमा रहेा है। यह दवाएं मेडिकल स्टोर संचालक गांव के झोलाछाप डाक्टरों को खूब सप्लाई कर रहे है। इतना ही नहीं सरेराह दुकान खोलकर काउंटर से या फिगर गैर कानूनी तरीके से भी बेच रहे है। आम तौर पर यह दवाएं कोई असर नहीं करतीं लेकिन कई बार घातक होती हैं और जान भी ले लेती है। अनुमान है कि केवल गोपालापुर के आसपास के इलाकों में हर साल करीब 100-150 लोग मलेरिया या टीबी की नकली दवा इस्तेमाल करने के कारण मारे जाते हैं। 

दबी जुबान से स्वास्थ्य महकमें के कुछ अधिकारी भी मान रहे है कि हर साल इसके कारोबारियों तादाद बढ़ रही है। कई जगहों पर हुई छापामारी में लाखों की नकली दवा की गोलियां, पाउडर और एम्पुल जब्त किए जा चुके है। जानकारों की मानें तो ये नकली दवाइयां बनारस के मैदागिन-चैक स्थित मेडिकल मंडी से आती हैं। मेडिकल संचालक इन नकली दवाओं को बगैर बिल पुरजा के बाइक से ढोते है। मलेरिया, दिल की बीमारी, ब्लड प्रेशर यहां तक कि एचआईवी के इलाज के लिए भी ये मेडिकल संचालक अवैध रास्ते से दवा खरीदकर गांवों में सप्लाई कर रहे है। इसके अलावा इन दवाओं को एक साथ बहुत असुरक्षित तरीके से रखा जाता है। नकली दवा बनाने वाले अपने लैब में बहुत कम ध्यान रखते हैं और लैब के नमूने बताते है कि कई बार इनमें चूहे की लेड़ी जैसी चीजें भी मिली होती हैं। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक 1990 के मध्य में कोई 2500 लोग दिमागी बुखार की वैक्सीन लेने के तुरंत बाद मर गए थे। एक ताजा रिसर्च में पता चला है कि अधिकतर डॉक्टर मरीजों को दवा देने के नाम पर बेवकूफ बनाते हैं। वे ऐसी दवाएं देते हैं जिनका शरीर पर कोई असर नहीं होगा, पर मजे की बात यह है कि मरीज फिर भी ठीक हो जाते हैं। इनमें जैक्सीन, जिनकोवेट, हेपेटोग्लोबिन और न्यूरोपैक्टीन दवा शामिल है। 

तो फिर सवाल यही है कि दवाइयों की इस मंडी में रोज हो रहे लाखों-करोड़ों रुपयों के कारोबार को फलने-फूलने से कैसे रोका जा सकता है। मतलब साफ है नकली दवाओं का नासूर कड़े कानून से ही रोका जा सकता है, वरना मौत के सौदागर लोगों के जीवन से इसी तरह का खिलवाड़ करते रहेंगे और जिंदगी के नाम पर बांटी जाती रहेगी मौत। वजह है संशोधनों की कमी, हालांकि सरकारें इस दिशा में हमेशा कुछ न कुछ पहल करती जरूर नजर आती हैं। वर्ष 2003 में भी एनडीए के शासनकाल में नकली दवाओं के कारोबार पर रोक लगाने की पहल की गई थी। आरए माशेलकर समिति का गठन कर मौत का कारोबार करने वालों को मौत की सजा की सिफारिश की थी, लेकिन यह प्रस्ताव संसद में पास नहीं हो पाया। कहा जाता है कि तब इसके खिलाफ कई दवा कंपनियां और राजनेता ही खड़े हो गए थे। वैसे नकली दवाओं के खेल में कई दवा कंपनियां, राजनेताओं, संबंधित सरकारी विभागों के लोगों और पुलिस प्रशासन पर अक्सर आरोप लगते रहे हैं कि वे मोटी कमाई के चलते इस नेटवर्क को तोड़ने की जहमत नहीं करते। कार्रवाई के नाम पर महज खानापूर्ति होती है। कहने को तो नकली दवाओं पर नकेल कसने के लिए केन्द्र सरकार में एक ड्रग कंट्रोलर विभाग और राज्य स्तर पर ड्रग्स कंट्रोलर व ड्रग्स निरीक्षक होते हैं, लेकिन ये भी इस धंधे से काली कमाई में ही जुटे हैं। लिहाजा यह मर्ज बढ़ता ही जा रहा है।

सावधान! अगली बार जब आप अपने निकट के केमिस्ट के पास गैस व बदहजमी के लिए एंटासिड या पेंटोसिड की गोली लेने जाएं, ब्लड प्रेशर की इनालाप्रिल या डोपामाइन खरीदें, सामान्य बुखार की स्थिति में पारासिटामोल की जरूरत हो या फिर रॉनफ्लॉक्स या ऑफ्लोमैक जैसी एंटीबायोटिक लें तो उसकी पक्की रसीद जरूर मांगेें। साथ ही अपनी तरफ से यह सुनिश्चित करने का प्रयास भी करें कि आप जो दवाइयां खरीद रहे हैं, वे असली ही हैं। कारण, प्रसिद्ध कंपनियों की प्रचलित दवाइयों के नाम पर नकली दवाइयां बेची जा रही हैं। इन दवाइयों में या तो उल्लेखित तत्वों की जगह चूना पाउडर, चारकोल या कुछ और मिला होता है या फिर ऐसे नुकसानदेह तत्व भी, जो किसी की मौत का कारण हो सकते हैं। हाल ही में एक जनहित याचिका के जरिए प्राप्त जानकारी से इस बात का खुलासा हुआ है कि बाजारों में बिक रही दवाओं में करीब 40 प्रतिशत तक दवाएं नकली व घटिया हैं। लाखों-करोड़ों लोग हर रोज ऐसी ही दवाइयों का सेवन कर रहे हैं, जिससे या तो उनका मर्ज जस का तस है या और बढ़ रहा है या फिर खतरनाक तत्वों के कारण वे असमय मौत के मुंह में धकेले जा रहे हैं। हालांकि याचिका के जरिए हासिल की गई जानकरी के मुताबिक उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, बिहार, गुजरात, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में नकली दवाएं सबसे ज्यादा बिक रही हैं लेकिन देश के दूसरे सूबों की तस्वीर भी इससे बहुत अलग नहीं है। दिल्ली, गोवा, सिक्किम, राजस्थान, पंजाब-हरियाणा, मध्य प्रदेश, झारखंड जैसे राज्यों में भी पिछले दिनों अभियान के तहत नकली दवाओं का बड़ा जखीरा पकड़ा गया है। इससे पहले इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने भी केन्द्र सरकार को सौंपी अपनी रिपोर्ट में दावा किया था कि देश में नकली व मिलावटी दवाओं का कारोबार कुल दवाओं के कारोबार का करीब 35 प्रतिशत तक पहुंच गया है।





(सुरेश गांधी)

DDCA मामला : गोपाल सुब्रमण्यम ने NSA डोभाल से मांगे अधिकारी

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डीडीसीए घोटाले की जांच के लिए केजरीवाल ने जो जांच आयोग बनाया है उसके अध्यक्ष गोपाल सुब्रमण्यम ने देश के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल को चिट्ठी लिखकर मांग की है कि डीडीसीए घोटाले की जांच के लिए अपनी टीम के लिए खुफिया अफसर दें. सुब्रमण्यम ने आईबी, सीबीआई और दिल्ली पुलिस के अफसर मांगा हैं. इसके साथ ही सुब्रमणयम ने मांग की है जो अधिकारी उपलब्ध कराए जाएं वे ज्वाइंट डायरेक्टर स्तर के हों. सीबीआई तो स्वंतत्र एजेंसी है लेकिन आईबी और दिल्ली पुलिस तो मोदी सरकार को ही रिपोर्ट करती है.

गोपाल सुब्रमणयम की इस मांग के बाद आज अजीत डोभाल गृहमंत्री राजनाथ सिंह और गृह मंत्रालय के उच्च अधिकारियों से मिले. सूत्रों की माने तो इस बैठक में गोपाल सुब्रमणयम की इस मांग पर चर्चा हुई. दिल्ली सरकार डीडीसीए जांच के लिए बनाए अपने आयोग को सही ठहरा रही है. गृह सचिव राजीव महर्षि आज केजरीवाल सरकार को बताने वाले हैं कि उन्होंने जो जांच आयोग बनाया है वो अवैध है. दिल्ली के एलजी नजीब जंग भी आयोग को गैर कानूनी बता चुके हैं.

आम आदमी पार्टी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर गोपाल सुब्रमणयम की चिट्ठी का हवाला देते हुए जांच आयोग को सही बताया था. गोपाल सुब्रमणयम का यह भी कहना है कि विधानसभा में प्रस्ताव पास किया गय़ा है इसलिए इस मामले में जांच करना अनिवार्य हो जाता है। गृह मंत्रालय मंत्रालय से दिल्ली सरकार को डीडीसीए पर चिट्ठी भेजी जा सकती है जिसमें दिल्ली सरकार के द्वारा डीडीसीए घोटाले पर गठित कमीशन ऑफ इंक्वायरी को अवैध करार दिया जा सकता है.

केरल में शराब की बिक्री पर जारी रहेगी रोक: सुप्रीम कोर्ट

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सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को केरल में शराबबंदी लागू करने के तहत केरल सरकार की बनाई नीति पर अपनी मुहर लगा दी है. राज्य में दस सालों के भीतर शराब पर पूरी तरह रोक लगाने के तहत बनाई नीति के अनुसार सिर्फ पांच सितारा होटलों को शराब परोसने की अनुमति दी गई है.

सुप्रीम कोर्ट ने सरकार की इस नीति के तहत केरल के बारों में शराब पर रोक जारी रखी है. सिर्फ पांच सितारा होटलों में शराब परोसी जाएगी जबकि 2, 3 और 4 सितारा बार वालों की याचिका को कोर्ट ने खारिज कर दिया है.




मैने भी सहा है अपमान, आज भी मौजूद है सामंतवादी सोच: प्रधानमंत्री

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को एक दलित सम्मेलन में कहा कि आपकी तरह मैंने भी अपमान सहा है. सामंतशाही मानसिकता आज भी दिखती है. उन्होंने कहा कि दलितों ने हर अपमान झेला है. दलितों को लोन लेने के लिए लोहे के चने जबाने पड़ते हैं. मोदी ने यह बात दलित इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री सम्मेलन में कही.

पीएम मोदी अपना भाषण खत्म कर सारे नियम और प्रोकॉल तोड़कर मंच से उतरकर लोगों के बीच आ गए और फोटो खिंचवाने लगे. सम्मेलन में आए लोगों ने पीएम का यह दोस्ताना व्यवहार देख उनके साथ खूब सेल्फी ली. दलित एक्टिविस्ट चंद्रभान यह दृश्य देखकर इतने भावुक हो उठे कि मोदी शुक्रिया अदायगी का अपना भाषण भी पूरा न कर सके.  

मोदी ने भाषण के दौरान पीएम मुद्रा योजना का जिक्र भी किया. उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत 80 लाख लोग बिना एक रुपये की गारंटी के ही बैंकों से लोन ले चुके हैं. उनमें से ज्यादातर दलित और एन्य पिछड़ा वर्ग के हैं. फाइनेंशियल इन्क्लूजन हमारा सबसे बड़ा मकसद है. उन्होंने कहा कि समाज के निचले तबके के लोगों को मजबूत करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि हमें रोजगार सृजन करने वाले चाहिए, न कि रोजगार तलाश करने वाले.

मोदी ने कहा कि हम सभी बाबा साहेब अंबेड़कर को संविधान निर्माता के तौर पर जानते हैं. बहुत से लोग नहीं जानते कि बाबा साहेब बहुत बड़े अर्थशास्त्री भी थे. बाबा साहेब सही कहते थे कि औद्योगीकरण का सबसे ज्यादा फायदा हमारे दलित भाई-बहनों को होगा. हमारी सरकार आपकी सरकार है. हम आपके सशक्तीकरण के लिए काम कर रहे हैं. देश में औद्योगीकरण होगा तो दलित को रोजगार मिलेगा. अंबेड़कर ने हमें संविधान दिया, पर हम अधिकारों की ज्यादा बात करते हैं और कर्त्तव्यों की कम.

दलित इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री की स्थापना 2005 में हुई थी. यह खास तौर पर दलित उद्यमियों को कारोबार की संभावनाएं बताने और उन्हें बढ़ावा देने का काम करता है. दलित एक्टिविस्ट चंद्रभान इसके सदस्य हैं.

ISI एजेंट को पटियाला हाउस कोर्ट ने चार दिनों की पुलिस हिरासत में भेजा

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बीएसएफ और आर्मी के बाद अब एयरफोर्स में भी साइबर हनी ट्रैप के जरिये आईएसआई ने सेंध लगा दी है। दिल्ली पुलिस ने जासूसी के आरोप में एयरफोर्स के एक कर्मचारी को गिरफ्तार किया है। एयरफोर्स में बतौर लीडिंग एयरक्राफ्ट मैन के पद पर तैनात केके रंजीत को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने पंजाब के बठिंडा से गिरफ्तार किया है। मूलरूप से केरल के रहने वाले रंजीत पर आरोप है कि वो पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी कर रहा था।

पुलिस के मुताबिक रंजीत हनी ट्रैप के जरिये आईएसआई के जाल में फंसा। उस पर 4 महीने से नजर रखी जा रही थी। क्राइम ब्रांच के ज्वाइंट कमिश्नर रविंद्र यादव के मुताबिक रंजीत एयरफोर्स की तैनाती, एयरक्राफ्ट के परिचालन के अलावा कई और खुफिया जानकारियां आईएसआई तक भेज रहा था और इसके जरिये उसके बैंक अकाउंट में पैसे भी भेजे जा रहे थे। पुलिस के अनुसार आईएसआई साइबर हनी ट्रैप के जरिये अपना जाल बिछा रही है। रंजीत पहले दामिनि मेकनॉट नाम की एक महिला के फेसबुक प्रोफाइल से जुड़ा। फेसबुक पर बातचीत के दौरान महिला ने खुद को बिट्रिश पत्रकार बताया और रंजीत से इसी बहाने कई जानकारियां ली। उसके बाद दोनों इटरनेट के जरिये बात करने लगे।

रंजीत को अपने झांसे में फंसाने के लिए महिला बिट्रिश लहजे में बात करती थी। एयरफोर्स में 2010 में भर्ती हुए रंजीत को बर्खास्त कर दिया गया है। पुलिस के मुताबिक आईएसआई हनी ट्रैप के जाल में रंजीत जैसे और भी कई लोग हो सकते हैं, जिसकी जांच चल रही है।

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर (29 दिसम्बर)

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इंडक्शन प्रशिक्षण प्रारंभ

vidisha news
जिले में 2012 के बाद नवनियुक्त शिक्षकों के लिए 12 दिवसीय इंडक्शन प्रशिक्षण कार्यक्रम आज से प्रारंभ हुआ। डाइट परिसर में आयोजित उक्त कार्यक्रम का उद्घाटन नगरपालिका अध्यक्ष श्री मुकेश टण्डन ने किया। इस अवसर पर श्री संदीप सिंह डोंगर, श्री मोहित के अलावा जिला शिक्षा अधिकारी श्री एचएन नेमा, डाइट प्राचार्य श्रीमती शशि सक्सेना समेत अन्य अधिकारी, कर्मचारी और प्रशिक्षणार्थी मौजूद थे। प्रशासनिक अकादमी भोपाल में गुजरात तथा मध्यप्रदेश के पायलेट प्रोजेक्ट के तहत चयनित जिलो से छह-छह डीआरजी प्रशिक्षित किए गए थे जो निर्धारित टाइम टेबिल अनुसार प्रशिक्षित करेंगे। प्रशिक्षणार्थियों को सम्बोधित करते हुए नगरपालिका अध्यक्ष श्री टण्डन ने कहा कि प्रशिक्षण को सदैव गंभीरता से लेना चाहिए। प्रशिक्षण में ऐसी अनेक चीजे बताई जाती है जिनके बारे में हमे कोई जानकारी नही होती है। उन्होंने अपने कर्तव्य स्थलों पर प्रशिक्षण में दी गई जानकारी का ईमानदारी से क्रियान्वयन करने की सलाह दी। 

टीएल बैठक आज

प्रत्येक सोमवार को आयोजित होने वाली टीएल बैठक इस बार अपरिहार्य कारणों से स्थगित की गई थी अब यह बैठक आज बुधवार को आयोजित की गई है।

जिला पंचायत की सामान्य बैठक आज

जिला पंचायत अध्यक्ष श्री तोरण सिंह दांगी की अध्यक्षता में जिपं की सामान्य बैठक 30 दिसम्बर को आयोजित की गई है यह बैठक जिला पंचायत के सभागार कक्ष में दोपहर 12 बजे से प्रारंभ होगी। 

जनसुनवाई में अधिकांश आवेदनों का निराकरण

जिला मुख्यालय पर मंगलवार को आहूत की गई जनसुनवाई कार्यक्रम मंे आज 153 आवेदकों ने अपनी व्यक्तिगत एवं सार्वजनिक समस्यायुक्त आवेदन प्रस्तुत किए। विदिशा एसडीएम श्री आरपी अहिरवार के द्वारा मौके पर 132 आवेदनों का निराकरण किया गया शेष लंबित आवेदनों पर समय सीमा में कार्यवाही करने के निर्देश उनके द्वारा संबंधित विभागों के अधिकारियों को दिए गए है। कलेक्टर न्यायालय कक्ष में सम्पन्न हुई जनसुनवाई कार्यक्रम मेें संयुक्त कलेक्टर श्रीमती माधवी नागेन्द्र, अतिरिक्त तहसीलदार श्रीमती सरोज अग्निवंशी समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।

शिविर का आयोजन आज

विदिशा नगरपालिका क्षेत्र में निवासरत नागरिकों की मूलभूत समस्याओें के निदान हेतु शिविरों का आयोजन सतत जारी है। बुधवार 30 दिसम्बर को ततसंबंधी शिविर का आयोजन हलाली काॅलोनी में स्थित विकलांग पुर्नवास केन्द्र में आयोजित किया गया है। शिविर प्रातः 10.30 बजे से प्रारंभ होगा। विदिशा एसडीएम श्री आरपी अहिरवार ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि शिविर का शुभांरभ शमशाबाद विधायक श्री सूर्यप्रकाश मीणा के द्वारा किया जाएगा। इस अवसर पर नगरपालिका अध्यक्ष श्री मुकेश टण्डन समेत निकाय के पार्षदगण एवं जनप्रतिनिधिगण मौजूद रहेंगे। 

उपचार केम्प
बुधवार को आयोजित होने वाले समस्या निदान शिविर में स्वास्थ्य उपचार केम्प का भी आयोजन किया गया है जिसमें निःशक्तजनों केे लिए मेडीकल बोर्ड के भी प्रबंध सुनिश्चित किए गए है ताकि निःशक्तजनों को त्वरित निःशक्तता प्रमाण पत्र मुहैया कराया जा सकें तथा मरीजोें का चिकित्सकांें द्वारा परीक्षण कर निःशुल्क दवाईयां प्रदाय की जाएगी। 

प्र्रदर्शनी का आयोजन
शिविर स्थल पर विभिन्न विभागों के द्वारा योजनाओं पर आधारित प्रदर्शनी का भी आयोजन किया जाएगा वही शिविर में शामिल होने वाले आमजनों को विभागीय योजनाओं के फोल्डर निःशुल्क वितरित किए जाएंगे। 

अनंतिम चयन सूची जारी

एकीकृत बाल विकास परियोजना विदिशा शहरी के अंतर्गत वार्ड क्रमांक-11 और वार्ड क्रमांक-13 में रिक्त आंगनबाडी कार्यकर्ता नियुक्ति की अनंतिम चयन सूची आज जारी कर दी गई है। विदिशा एसडीएम श्री आरपी अहिरवार की अध्यक्षता में खण्ड स्तरीय चयन समिति की बैठक मंगलवार को आहूत की गई थी जिसमें प्राप्त आवेदनों की समुचित जांच पड़ताल की गई तदोपरांत अनंतिम चयन सूची जारी की गई है। एकीकृत बाल विकास परियोजना विदिशा शहरी के परियोजना अधिकारी द्वारा उपलब्ध कराई गई जानकारी के अनुसार वार्ड-11 हेतु कुल नौ आवेदन प्राप्त हुए थे जिसमें से दो आवेदन अपात्र पाए गए। शेष सात आवेदनों में सर्वोच्च अंक कुमारी हुस्न पिंजारा को 59.60 प्राप्त होने पर उनका अनंतिम चयन किया गया है वही कुमारी भारती मांझी को 52.89 अंक प्राप्त होने पर प्रतीक्षा सूची में शामिल किया गया है। वार्ड-13 में कुल 15 आवेदन प्राप्त हुए थे जिसमें से एक आवेदन अप्राप्त पाया गया। शेष आवेदनों में श्रीमती निधि बैरागी को सर्वाधिक 64.33 अंक प्राप्त होन पर अनंतिम चयन किया गया है वही कुमारी रेखा सूर्यवंशी को नाम प्रतीक्षा सूची में शामिल है। जारी अनंतिम चयन सूची के विरूद्व दावा आपत्तियां पांच जनवरी तक एकीकृत बाल विकास परियोजना विदिशा शहरी कार्यालय में कार्यालयीन दिवसों, अवधि में जमा की जा सकती है। जारी अनंतिम चयन सूची कलेक्टेªट कार्यालय जिला कार्यक्रम अधिकारी, मुख्य नगरपालिका कार्यालय, एसडीएम कार्यालय और परियोजना कार्यालय में चस्पा की गई है जिसका अवलोकन किया जा सकता है।

सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर (29 दिसम्बर)

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पल्स पोलियो अभियान पर जिला टास्क फोर्स की बैठक संपन्न    
                                                       
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आगामी 17 से 19 जनवरी 2016 प्रथम चरण एवं द्वित्तीय चरण 22 से 24 फरवरी 2016 तक आयोजित पल्स पोलियो अभियान को शत प्रतिषत सफल बनाने हेतु कलेक्टर डाॅ.सुदाम खाडे़ की अध्यक्षता में जिला टास्क फोर्स की बैठक गत दिवस संपन्न हुई। बैठक में एस.एम.ओ.विष्व स्वास्थ्य संगठन भोपाल डाॅ.जोषी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास, जिला षिक्षा अधिकारी, जिला समन्वयक नेहरू केन्द्र सहित जिला टीकाकरण अधिकारी, समस्त बीएमओ, सिविल सर्जन, षहरी टीकाकरण अधिकारी,प्राचार्य ए.एन.एम. प्रषिक्षण केन्द्र ,डिप्टी मीडिया अधिकारी, डीपीएम, आइ्र्रईसी सलाहकार उपस्थित थे। बैठक में जिला टीकाकरण अधिकारी तथा समस्त बीएमओ को शत प्रतिषत सफलता के लिए सूक्ष्म कार्ययोजना बनाने तथा स्कूल षिक्षा विभाग तथा महिला एवं बाल विकास विभाग को पल्स पोलियो अभियान में पूर्व सहयोग करने के निर्देष दिए गए। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ.आर.के.गुप्ता ने बताया कि स्कूल षिक्षा विभाग द्वारा पल्स पोलियो अभियान के लिए स्कूली बच्चों की रैली निकालकर 0 से 5 साल तक के बच्चों को बूथ पर लाने के लिए बच्चों के परिजनों को जागरूकता किया जाएगा वहीं स्कूलों में प्रतिदिन होने वाली प्रार्थना में पल्स पोलियों अभियान की जानकारी दी जाएगी वहीं ष्बच्चों की नोट बुक में पल्स अभियान की तिथि एवं स्लोगन लिखवाएं जाएंगे इस हेतु स्कूल षिक्षा विभाग की ओर से पूरा सहयोग किए जाने का भरोसा जिला षिक्षा अधिकारी श्री वैद्य ने दिया है। महिला एवं बाल विकास विभाग अधिकारी डाॅ.राजीव सिंह ने बैठक में कहा कि  आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं तथा सहायिकाओं के माध्यम से बच्चों को बूथ तक लाने में पूरा सहयोग किया जाएगा।  इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास अधिकारी श्री राजीव सिंह ने आमंत्रण पत्र एवं बूथ पर्ची बनवाकर बंटवाने का सुझाव भी रखा। एसएमओ डाॅ.जोषी ने कहा कि जिले का बूथ कव्हरेज जनवरी 2015 में 55 प्रतिषत रहा जिसे बढ़ाकर 80 प्रतिषत किया जाना है जिससे शेष दो दिवसों का लक्ष्य मिलाकर शत प्रतिषत किया जा सकें इसके लिए सूक्ष्म कार्य योजना बनान के निर्देष समस्त बीएमओ को दिए गए। जिला टास्क फोर्स की बैठक में इस बात पर सहमति बनी कि ग्रामीण जनप्रतिनिधियों सरपंच एवं सचिव लक्षित बच्चों को बूथ पर लाने के लिए प्रेरित करें। जिले में हाई रिस्क एरिया ईंट,भट्टे,निर्माण स्थल,मेले स्थल झुग्गी झोपड़ी,मैप तैयार कराएं इस हेतु सर्वश्रेष्ठ टीम एवं सुपरवाईजर्स नियुक्त करें। समस्त बीएमओ को निर्देषित किया गया कि वे 4 जनवरी 2016 तक एसडीएम की अध्यक्षता में ब्लाॅक स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक अनिवार्य रूप से कराएं। पल्स पोलियो प्रथम एवं द्वित्तीय चरण के अभियान को सफल बनाने के लिए पर्याप्त प्रचार-प्रसार किए जाने के निर्देष भी बैठक में दिए गए।

पाकिस्तान में आत्मघाती हमले में 18 की मौत

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 पाकिस्तान के उत्तर पश्चिम हिस्से में एक आत्मघाती हमलावर के अपनी मोटरसाइकिल के भीड़भाड़ वाले एक सरकारी दफ्तर के गेट से टकराने और फिर आत्मघाती विस्फोट करने से कम से कम 22 लोगों की मौत हो गई। यह धमाका खैबर पख्तूनख्वा के मरदान में नेशनल डाटाबेस एंड रजिस्ट्रेशन ऑथोरिटी (नड्रा) के समीप हुआ जिससे इस भवन के दरवाजे और खिड़कियां भी क्षतिग्रस्त हो गईं। नड्रा सरकारी पहचान पत्र जारी करता है।  


एक आपात राहत अधिकारी ने बताया कि इस आत्मघाती विस्फोट में कम से कम 22 लोगों की जान चली गई। विस्फोट इतना जबर्दस्त था कि लोगों के चिथड़े उड़ गए। उस वक्त दफ्तर में भारी भीड़ थी। मरदान डिवीजन के उपमहानिरीक्षक सईद वजीर ने इस बात की पुष्टि की है कि यह आत्मघाती हमला था। हालांकि मरदान जिला अधिकारी ने कहा कि विस्फोट की प्रकृति तय करना फिलहाल जल्दबाजी होगी। 

डॉन अखबार के अनुसार विस्फोट स्थल पर बम निष्क्रिय इकाई के अधिकारियों ने बताया कि इस हमले में 8-10 किलोग्राम विस्फोटक का उपयोग किया गया। तहरीक ए तालिबान पाकिस्तान से अलग हुए धड़े जमायतुल अहरार ने इस विस्फोट की जिम्मेदारी ली है। पिछले साल वाघा सीमा पर हुए विस्फोट के पीछे भी इसी का हाथ था। रिपोर्ट के अनुसार दफ्तर के गेट पर तैनात सुरक्षागार्ड ने जब आत्मघाती हमलावर को रोका तब उसने अपनी मोटरसाइकिल से गेट में जोर से टक्कर मार दी। घायलों केा मरदान मेडिकल परिसर और शहर के अन्य अस्पतालों में भर्ती कराया गया। उनमें से कई की हालत गंभीर है। इन अस्पतालों में आपात स्थिति की घोषणा कर दी गई है। इलाके को सुरक्षा एजेंसियों ने घेर लिया है।
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