Quantcast
Channel: Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)
Viewing all 73727 articles
Browse latest View live

निर्माण कार्यों की गुणवत्ता से समझौता नहीं : रघुवर दास

0
0
no-compromise-in-development-raghubar-das
रांची 30 दिसम्बर, झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने आज कहा कि सरकारी धन से होने वाले निर्माण कार्यों की गुणवत्ता के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा तथा राज्य में अब लूट की छूट किसी को नहीं मिलेगी श्री दास ने सूचना भवन स्थित सभागार में सीधी बात कार्यक्रम में आम लोगों की शिकायतें सुनने के बाद कहा कि सत्ता संभालने के साथ ही उन्होंने जनता से जवाबदेह, पारदर्शी और जिम्मेदार प्रशासन देने का वादा किया था। इन तीनों को जोड़ दिया जाये तो सुशासन सामने आता है। जन संवाद के माध्यम से राज्य की जनता अपनी छोटी छोटी समस्याओं का समाधान चाहती है। ऐसे वक्त में अधिकारियों को बेहद संवेदनशीलता के साथ जन समस्याओं का निबटारा करना होगा। अधिकारी कर्मचारियों शिकायतों को नजरअंदाज न करें। जनता जब 181 पर फोन करती है तो उसकी कुछ उम्मीदें होती हैं। हम एक संवेदनशील प्रशासन के लिए प्रतिबद्ध हैं। जब हम आम लोगों की समस्याएं दूर करेंगे तो जनता का शासन पर विश्वास बढ़ेगा। शासन को समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना ही हमारा लक्ष्य है और वर्ष 2016 में इसे और प्रभावी तरीके से अंजाम भी दिया जायेगा। 

सीधी बात कार्यक्रम में रांची स्थित राजकीय महिला पॉलिटेक्निक में सामुदायिक विकास सलाहकार के पद पर कार्यरत किम्मी प्रसाद कुमारी ने बताया कि प्रभारी प्राचार्य उमेश कुमार ने उन्हें प्रताड़ित किया है। आरोप यह भी था कि इससे पहले भी वह तीन अन्य महिलाओं को प्रताड़ित कर चुके हैंए लेकिन विभाग ने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। इस पर मुख्यमंत्री श्री दास ने उच्च एवं तकनीकी शिक्षा सचिव को गहन जांच कर आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने सचिव से कहा कि जो लोग कार्यस्थल पर महिलाओं के साथ दुर्व्यहार करते हैं, ऐसे लोगों के ही कारण राज्य की छवि खराब होती है। सीधी बात कार्यक्रम में जामताड़ा से राजेश मंडल की शिकायत थी कि उन्हें नेत्रहीन होने के बावजूद विकलांगता पेंशन नहीं दिया जा रहा है। शिकायत के बाद अधिकारियों ने सूचित किया कि श्री मंडल के खाते में पेंशन का पैसा डाल दिया गया है। 

पश्चिमी सिंहभूम से आये अवकाशप्राप्त फौजी लालजी राम तियु ने शिकायत की कि उन्हें बैंकों के द्वारा कर्ज नहीं दिया जा रहा है। इस पर संबंधित बैंक अधिकारी से मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा कि बैंक अपनी सामाजिक जिम्मेवारी का निर्वहन करें। अगर आदिवासियों और गरीबों को ऋण देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनने का मौका नहीं दिया जायेगा तो उनका भरोसा व्यवस्था से उठ जाएगा। श्री दास ने कहा कि लोग व्यवस्था से तंग आकर उग्रवाद के रास्ते पर चल निकलते हैं। उन्होंने बैंकों के साथ एक बैठक आयोजित करने का निर्देश विभागीय सचिव को दिया। मुख्यमंत्री के समक्ष एक पत्रकार और पारा शिक्षक का मामला भी आया। एक गुमनाम शख्स ने शिकायत की थी कि लातेहार जिले के बालूमाथ स्थित चेताग गांव के उत्क्रमित मध्य विद्यालय बरहनिया खांड़ में कार्यरत पारा शिक्षक रमेश पाण्डेय विद्यालय से हमेशा अनुपस्थित रहते हैं। ये प्रखण्ड स्तर पर एक समाचार पत्र के पत्रकार भी हैं। पत्रकार होने के कारण दबंगई भी दिखाते हैं, जिसके डर से इनके विरुद्ध कोई कुछ नहीं बोलता है। इनके घर में दो.पहिया वाहन है। इनका परिवार आर्थिक रूप से सम्पन्न है। इसके बावजूद इनका नाम बीपीएल की सूची में है। 

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि इस शिक्षक और कथित पत्रकार का नाम तत्काल बीपीएल सूची से हटाया जाए। जिले के अधिकारियों ने कहा कि पारा शिक्षक के पद से उन्हें बर्खास्त करने का आदेश निर्गत कर दिया गया है। इस पर मुख्यमंत्री श्री दास ने कहा कि पत्रकार बिरादरी को बदनाम करनेवालों को मीडिया चिह्नित करे। एक.दो लोगों के कारण पूरा पत्रकार जगत बदनाम होता है। मुख्यमंत्री श्री दास ने अपेक्षा की कि ऐसे मामलों को मीडिया को जरूर प्रकाशित करना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कई अन्य मममलों की सुनवाई भी की। 

विपक्षी सहमति लेने को महत्व नहीं देते मोदी : कांग्रेस

0
0
modi-do-not-care-about-opposition-consent-congress
नयी दिल्ली, 30 दिसम्बर, कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अपने 19 माह के शासनकाल में असफल रहने, वादे पूरे नहीं करने और राष्ट्रीय मुद्दों पर विपक्ष की सहमति लेने को महत्व नहीं देने का आरोप लगाते हुए आज कहा कि वह अपने राजनीतिक विरोधियों का अपमान करते हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता आनंद शर्मा ने यहां विशेष संवाददात सम्मेलन में कहा कि मोदी सरकार के कार्यकाल में महंगाई तथा भ्रष्टाचार बढा है और सामाजिक सौहार्द्र का माहौल बिगड़ा है। झूठे वादे और सपने दिखाने की बदौलत मोदी सरकार असंवेदनशील बनकर काम कर रही है और वह पूरी तरह से कृषि क्षेत्र तथा किसानों की अनदेखी में जुटी है। सरकार के आर्थिक विकास के मोर्चे पर विफल रहने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि उसकी अदूरदृष्टिता के कारण देश की अर्थव्यवस्था में अनिश्चितता का माहौल बना हुआ है। देश की अर्थव्यवस्था चिंताजनक है। सरकार गलत आंकड़ दे कर देश को गुमराह कर रही है। उसने साल की शुरुआत में विकास का जो आंकड़ा दिया था उसके आर्थिक सर्वे में इस साल की यह अनुमानित दर पहले से काफी नीचे गिरी है। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था का अनुमान इसी से लगाया जा सकता है कि पिछले 12 महीनों से देश का निर्यात लगातार तेजी से गिर रहा है जिससे निर्माण क्षेत्र में हजारों नौकरियों का नुकसान हुआ है। माेदी सरकार हर साल दो करोड़ लोगों के लिए नौकरियों का वायदा करके सत्ता में आई थी लेकिन उसने आज देश को ऐसी स्थिति में पहुंचा दिया है, जहां नौकरियां तो खत्म हो रही हैं साथ ही सरकार भी आर्थिक विकास को आगे बढ़ाने में असफल हो रही है। 

प्रवक्ता ने सरकार पर सामाजिक सुरक्षा के तानेबाने को कमजोर करने का भी आरोप लगाया और कहा कि कांग्रेस सरकार ने समाज के हर वर्ग को मजबूत बनाने के लिए उसे सामाजिक सुरक्षा प्रदान की थी लेकिन भाजपा सरकार ने इन क्षेत्रों के बजट में कटौती करके इस सुरक्षा तंत्र की धज्जियां उड़ा दीं हैं। उन्होंने कहा कि श्री मोदी सबसे ज्यादा विदेश यात्रा करने वाले प्रधानमंत्री बन गए हैं लेकिन अभी तक उनकी सरकार की विदेश नीति के कोई ठोस परिणाम नहीं मिले हैं। उन्होंने कहा कि श्री मोदी को याद दिलाना जरूरी है कि कूटनीति एवं राजकौशल में अन्य देशों के नेताओं के साथ तालमेल बिठाने के लिए गंभीरता एवं विचारशीलता की आवश्यकता होती है लेकिन मोदी सरकार के शासन में कई देशों के साथ संबंधों में अनपेक्षित प्रतिक्रिया एवं अचानक बदलाव से क्षेत्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय मामलों में भारत की प्रतिक्रिया एवं मुद्दों का महत्व कम हुआ है। श्री शर्मा ने सरकार पर विपक्ष को साथ लेकर नहीं चलने का भी आरोप लगाया और कहा कि कहा कि अब साफ हो गया है कि सरकार की मानसिकता विपक्ष के साथ टकराव की है। राजनीतिक विरोधियों का अपमान करने, चुन चुन कर उन पर हमले करने और बदले की राजनीति करने से स्पष्ट हो गया है कि यह सरकार भारत के राष्ट्रीय हित के विषय में सभी दलों के बीच आम सहमति बनाना ही नहीं चाहती। 

बिहार में चल रहा है ‘जंगलराज पार्ट -2’: भाजपा

0
0
bihar-jangalraj-part-2-bjp
नयी दिल्ली 30 दिसंबर, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)ने बिहार में हाल में बढ़ी अपराधिक घटनाओं पर महागठबंधन सरकार को ‘जंगलराज पार्ट-2’ करार देते हुए आज आरोप लगाया कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद)के प्रमुख लालू प्रसाद यादव ‘सुपर मुख्यमंत्री’ के रुप में काम कर रहे हैं। भाजपा के राष्ट्रीय सचिव सिद्धार्थ नाथ सिंह ने यहां पार्टी की नियमित ब्रीफिंग में कहा कि बिहार में राजद,जनता दल यूनाइटेड(जदयू)अौर कांग्रेस के महागठबंधन की सरकार बनने के बाद से आपराधिक घटनाओं में भारी वृद्धि हुई है। राज्य में अवैध वसूली का गोरखधंधा फिर से शुरु हो गया है। मूल्यवान मूर्तियों की चोरी हो रही है। दरभंगा में एक इंजीनियर की हत्या का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि संबंधित कंपनी के मालिक से 75 करोड़ रुपए की मांग की गयी थी। उन्होेंने कहा कि राज्य में नवंबर के बाद 15 बडी अापराधिक घटनाएं हुए हैं। इनमें अवैध वसूली, डराना -धमकाना और हत्या जैसे मामले शामिल हैं। राज्य में पुलिस और प्रशासन को डराया जा रहा है और भय का माहौल बनाने का प्रयास हो रहा है। बिहार में जंगलराज की वापसी हाे रही है और यह ‘पार्ट-2’ है। उपाधीक्षक स्तर के पुलिस अधिकारी को गंगा में फेंकने तक के प्रयास हो चुके हैं। कई थानों में पुलिसकर्मियों और अधिकारियों के साथ मारपीट की जा रही है।

भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि जदयू और राजद के कार्यकर्ता राज्य में भय का वातावरण बना रहे हैं जिससे उनका ‘धंधा’ चलता रहे। इसके लिए पुलिस, व्यापारी, ठेकेदार और प्रशासनिक अधिकारियों में भय पैदा किया जा रहा है। श्री सिंह ने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को ‘एक ही परिवार’ को बढ़ावा देने की नीति छोडकर जनादेश का सम्मान करना चाहिए। श्री यादव के एक बयान का हवाला देते हुए उन्होंने आराेप लगाया कि वह बिहार के ‘सुपर मुख्यमंत्री’ की तरह व्यवहार कर रहे हैं। भाजपा नेता के अनुसार श्री यादव ने पिछले दिनों एक संवाददाता सम्मेलन में बताया है कि उन्होंने मुख्यमंत्री को समझाया है कि राज्य में अपराधों से किस तरह से निपटना चाहिए। 

आलेख : सृष्टि सम्बत का प्रारम्भिक काल

0
0
काल गणना करने के लिए किसी प्रारम्भिक विन्दु का निश्चय करना पड़ता है, जहाँ से कि गणना आरम्भ की जा सके। उदाहरणतः यूरोपीय ईसाई राज्यों में काल की गणना हजरत ईसा के फाँसी दिये जाने के दिन से आरम्भ होती है, जिसे ईसा सम्बत कहते हैं । इस्लामी राज्यों में हजरत मोहम्मद के मक्का से मदीना जाने के काल से गणना आरम्भ होती है। इसे हिजरी सम्बत नाम दिया गया है । भारत में मुसलमानों के आने से पूर्व दो प्रकार से काल गणना होती थी।एक गणना सार्वभौमिक मानी जाती थी, यह युग गणना के नाम से विख्यात थी, और दूसरे स्थानीय राजे-महाराजे अपने तथा पारम्परिक राज्य की स्थापना से करते थे। सार्वभौमिक गणना एक ही थी, जो सम्पूर्ण देश में प्रचलित थी । यह पुराणादि ग्रन्थों तथा अन्य अनेक ग्रन्थों में मिलती है जो देश की व्यवस्था का वर्णन करने के लिए लिखे गये हैं ।यह सृष्टि जिसमें सूर्यमंडल एक छोटा सा भाग है, इसका बनना जब से आरम्भ हुआ है, तब से ही यह सम्बत आरम्भ किया गया माना गया है। इस सम्बत को सृष्टि सम्बत भी कहते हैं। जब यह सृष्टि बनती है, उसको ब्रह्मदिन कहते हैं, और जब विनष्ट हो जाती है उसे ब्रह्मरात्रि कहते हैं। जिस प्रकार वर्तमान दिनमान नापने के लिए दिन-रात के ठीक मध्य के उपरान्त आरम्भ होता है वैसे ही ब्रह्मदिन, ब्रह्मरात्रि के मध्य के उपरान्त आरम्भ होता है ।यह क्यों होता है, इस विषय में वर्तमान दिनमान वाले क्या युक्ति देते हैं यह तो ज्ञात नहीं, परन्तु सृष्टि सम्बत वाले युक्ति देते हुए कहते हैं कि प्रकाश तो सूर्य बन जाने और सूर्य में आपः कणों के यज्ञ में सामग्री की भाँति पड़कर स्वाहा होने पर होता है। परन्तु सृष्टि-रचना कार्य तो पूर्ण सूर्य बनने और उसमे आपः का हवन होने से बहुत पहले से आरम्भ हो चुकी थी।

प्रलय काल में जब पूर्ण जगत परमाणु रूप में था, तब व्योम में पूर्ण अन्धकार था । सबको निश्चित अप्रज्ञात (न जाना जाने योग्य) ही कहा है । उस समय तीन पदार्थ थे। एक था स्वधा अर्थात प्रकृति परमाणु रूप। परमाणु साम्यावस्था में थे। साम्यावस्था का अभिप्राय है तीन शक्तियों- सत्व, रजस् और तमस् की संतुलित अवस्था। ये शक्तियाँ परस्पर साम्यावस्था में थी। एक अन्य पदार्थ भी था, यह निश्चय ही परमात्मा का तेज था। इसे ऋग्वेद 10-129-2 में आनीत अवात्तम् कहा है। ऋग्वेद 1-162-1,2 के अनुसार ब्रह्मरात्रि के मध्य के तुरन्त उपरान्त आनीत अवात्तम् परमात्मा का तेज जागृत हो उठा और साम्यावस्था में परमाणुओं पर लगाम की भाँति आरूढ़ हो गया। वेद परमाणु को जो त्रितः (साम्यावस्था में परमाणु) कहा है, इसका उल्लेख ऋग्वेद 10-129-3 में भी किया गया है। इस तेज के जागृत होने के काल को काल गणना का प्रारम्भिक विन्दु माना गया है। इस समय से सृष्टि सम्बत आरम्भ होता है। आरम्भ में ही परमात्मा का तेज परमाणु (त्रित) पर लगाम की भाँति आरूढ़ हुआ। परमाणु की साम्यावस्था भंग हुई और असाम्यावस्था आरम्भ हुई। वहाँ कहा है कि पहले परमाणु के भीतर इन्द्र छिपा हुआ था। अब यह प्रकट हुआ और तीन प्रकार की शक्ति की रश्मियाँ बाहर फेंकने लगा ।इससे आस-पास के परमाणु गतिशील हो गये और फिर उनके संयोग बनने लगे। ये निबन्धन कहे जाते हैं । इनको आपः कहा है। ये तीन प्रकार के बनते हैं और फिर ये कारण हो जाते हैं जगत के सब पदार्थ बनाने के लिए। जब परमाणुओं में गति उत्पन्न हुई तो परमाणु और उससे बने पदार्थ वृताकार गति में घूमने लगे, और प्रकृति में वेग से परिवर्तन होने लगे । इस अवस्था को हिरण्यगर्भ कहा है। परमाणुओं की भाग-दौड़ और उनमे आकर्षण-विकर्षण के कारण ऊष्मा और प्रकाश उत्पन्न हुए । इसे उषा का नाम दिया गया। तब तक सूर्य नहीं बना था, यह प्रकाश ऐसा था जैसा दिन आरम्भ होने और सूर्य उदय होने  से पूर्व आकाश में फ़ैल जाता है। यह प्रकाशपूर्ण बादल भी अब व्योम में अनेक घूमते दिखाई देते हैं । वर्तमान वैज्ञानिक  इनको नेबुली कहते हैं, किन्तु वेद की भाषा में इनको हिरण्यगर्भ कहा गया है। ऐसी मान्यता है कि एक देवयुग तक हिरण्यगर्भ पकता रहा। इसमें बनने वाले सूर्य-चन्द्र-तारागण इत्यादि बने तो यह फटा और फिर सूर्यमंडल के आकार-विस्तार का जगत बना। तब तक सूर्य बन गया था। आरम्भ में तो सूर्य और पृथ्वी दोनों ही अन्धकारमय थे, परन्तु जिस ग्रह पर आपः और परमात्मा की शक्ति का संयोग हुआ वह सूर्य की भाँति प्रकाशमान हो गया। इसका महाभारत शान्ति पर्व में एक अलंकार के रूप में वर्णन किया है। वहाँ ब्रह्मा एक घटना विशेष पर परमात्मा से सहायता माँगते हुए कहता है। ध्यातव्य हो कि ब्रह्मा ही परमात्मा की वह प्राणशक्ति है जो सृष्टि-रचना करती है। जब इस रचना-शक्ति का क्रम किसी कारण से अवरूद्ध हुआ तो अलंकार रूप में वह शक्ति अर्थात ब्रह्मा परमात्मा से प्रार्थना करते हुए कहता है- मेरा पहला जन्म हुआ था आपके मन में। ऋग्वेद 10-129-3 के अनुसार परमात्मा के मन में रचना का बीज बन गया। बस यह काल सृष्टि सम्बत का आरम्भ हुआ। ब्रह्मा ने कहा है कि मेरा दूसरा जन्म, अभिप्राय है, कार्य आरम्भ हुआ अब परमात्मा के नेत्र से। इसका अभिप्राय है कि आँख से देखकर मार्ग निश्चय होता है। अतः सृष्टि-रचना शक्तियों का मार्गदर्शन हुआ कि उसे क्या करना है? वेद के अनुसार परमाणुओं पर लगी लगाम ने आँख खोली अर्थात भाँति-भाँति के परमाणुओं को खोल दिया और इसमें से इन्द्र प्रकट हुआ। ब्रह्मा का आगे मेरा जन्म हुआ तो वाक् प्रकट हुई। वेद में यह कहा गया है कि इन्द्र के प्रकट होने से जब निबन्धन होने लगे तो वेद छन्दों में प्रसारित होने लगा। यह आपः के द्वारा होने लगा था। तत्पश्चात ब्रह्मा का चौथा कर्म आरम्भ हुआ। यह कार्य सुनने के लिए कानों का निर्माण था अर्थात वेद छन्दों में प्रसारित होने लगा तो परमाणु ही उसको सुनने लगे। आगे कहा है कि वायु परमात्मा की नासिका से बहने लगी। वायु का अभिप्राय हमारी श्वास लेने वाली वायु नहीं। वेद में वायु का अर्थ गति है। परमात्मा द्वारा पदार्थों में गति हुई तो सूर्य इत्यादि ग्रह और नक्षत्र चलने लगे। इस गति से ब्रह्माण्ड अर्थात सूर्यमंडल बन गया।यह ब्रह्मा का छठा जन्म कार्य था। इस समय पृथ्वी सूर्य के चारों ओर घूमने लगी। तब यह ठण्डी हो गई थी।तब ब्रह्मा का सातवाँ कर्म आरम्भ हुआ । इससे पृथ्वी पर वनस्पतियाँ, कीट, पतंगे,पशु और फिर मानव उत्पन्न हुए। मनुस्मृति में भी इसका वर्णन करते हुए बताया है कि तब ब्रह्मा ने पृथ्वी रुपी कमल पर बैठकर वनस्पतियाँ, कीट, पतंगे, पशु और अन्त में मनुष्य उत्पन्न किये। 

महाभारत में कहा गया है कि जो वेदवाणी पहले कही जा रही थी वह अवरूद्ध हो गई अर्थात उसका कार्य आगे नहीं चल रहा था। तब ब्रह्मा ने परमात्मा की सहायता से ईश्वरीय ज्ञान वेद का मार्ग सुलभ किया। यह मार्ग कैसे सुलभ किया गया इसका वर्णन महाभारत में तो नहीं किया गया है, किन्तु वेद में इसका वर्णन करते हुए कहा गया है कि ऋषि उत्पन्न हुए और वे प्रसारित होने वाले वेद ज्ञान को समझकर मनुष्यों को समझाने लगे। ऋषियों की उत्पत्ति सूर्य के प्रयत्न से हुई। जिस शक्ति ने  ऋषि उत्पन्न किये उसे हयग्रीव कहा गया है, जिसका अर्थ है सूर्य की किरण। तब यह ज्ञान मनुष्य को मिला। यह प्रक्रिया ब्रह्मरात्रि के तुरन्त उपरान्त आरम्भ हुई। उस समय घोर अन्धकार था और जब सूर्य इत्यादि बने तो यह दिन का उदय माना जाता है। दिन आरम्भ होने से तात्पर्य ब्रह्मरात्रि के समाप्त होने से होता है, परन्तु दिन का उदय प्रकाशयुक्त हुआ जब परमात्मा ने नेत्र खोला। अर्थात ब्रह्मा के दूसरे मन्वन्तर के मध्य में। इस समय दिन का सातवाँ मन्वन्तर चल रहा है और ब्रह्मदिन का उदय होकर मध्यदिन व्यतीत हो चुका है और अब दिन अस्त होने की ओर चल रहा है। इसकी सौर वर्ष में गणना की गई है और ब्रह्मरात्रि के मध्य को व्यतीत हुए 1,97,29,40,116 वर्ष हो चुके हैं । यह काल ब्रह्मरात्रि के मध्य से व्यतीत हुआ कहा जाता है। इसमें मनुष्य का सृष्टि में आने का अनुमान 39,00,000 वर्ष माना जाता है। भारतीय परम्परानुसार प्राणी -रचना का आरम्भ वर्तमान युग के सतयुग के आरम्भ में हुआ था, इसे लगभग उनचालीस लाख वर्ष हो चुके हैं। आज के वैज्ञानिक इसे अनुमानतः पाँच अरब वर्ष मानते हैं, जो भारतीय गणना से बहुत अधिक है ।           
   






liveaaryaavart dot com


-अशोक “प्रवृद्ध”-
गुमला
झारखण्ड 

बिहार : इंडिया के लोगों को खाने वाले बिस्कुट को भारत के लोग खाने को विवश

0
0
por-overty-and-hungernesपटना। ऐसे लोगों पर कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए। जो एक्सपाइरी डेथ हो जाने के बाद मुसहरी के पास बिस्कुट फेंक देते है। बिस्कुट को देखकर मुसहरी के लोग टूट पड़े। बाल-बच्चों के साथ सयाने भी चाव से बिस्कुट खाते रहे। जब मन भर गया तो सुअरों के सामने कर दिए। 

यह हाल पटना सदर प्रखंड के उत्तरी मैनपुरा ग्राम पंचायत के एल.सी.टी.घाट का है। कोई कम्पनी वाले भारी संख्या में बिस्कुट फेंक दिए थे। बिस्कुट जून 2015 में एक्सप्राइरी हो गयी थी। एल.सी.टी.घाट के सामने निर्मित पुल के पास फेंक दिए। 7 माह पूर्व एक्सप्राइरी बिस्कुट को उठाकर मुसहर समुदाय के लोग मुसहरी में गए। इसके बाद बाल-बच्चों के साथ मिलकर स्वाद चखे। जो बच गया था वह गाय माता खाने लगी। कायदे से होना था कि कम्पनी वाले बिस्कुट को गड्ढा खोंदकर गाड़ देना चाहिए। ऐसा करने से इंसान और जानवर खाने को बाध्य नहीं होते।

बिहार : स्व0 रघुनाथ दास की विधवा अनरवा देवी को पेंशन नहीं

0
0
  • वह रकम के अभाव में अन्त्योदय अन्न योजना से लाभ नहीं उठा पाती 

pension-less-old-women
पटना। पटना सदर प्रखंड के उत्तरी मैनपुरा ग्राम पंचायत के गंग स्थली में रहती हैं अनरवा देवी। जो कुर्जी होली फैमिली हाॅस्पिटल के सामने झोपड़ी बनाकर 12 साल से रहती हैं। अनरवा देवी और रघुनाथ दास के बीच शादी हुई थी। दोनों के सहयोग से तीन बच्चे हुए। सुलो दास, शंकर दास और सकिन्द्र दास है। रद्दी कागज आदि का कार्य करते हैं। 

अनरवा देवी कहती हैं कि उनके पतिदेव रघुनाथ दास की मृत्यु किडनी खराब हो जाने के कारण हो गयी। वह मैट्रिक उत्र्तीण था। उसका इलाज गरीबी और लाचारी के कारण नहीं हो सका। मृत्यु के 12 साल बीत गयी है। 8 साल से विधवा पेंशन की मांग को लेकर आवेदन पत्र दे रही हूं। जब उत्तरी मैनपुरा ग्राम पंचायत के मुखिया रंजीत सिंह थे। पूर्व मुखिया रंजीत सिंह की हत्या कर दी गयी। उसके बाद पूर्व मुखिया के अनुज सुधीर कुमार सिंह मुखिया बने हैं। दो बार विजयी हुए है। इसके साथ पंचायत समिति के सदस्य उमाशंकर आर्या को भी आवेदन दिया। तीनों के पास आवेदन देकर थक गयी हैं। मगर पेंशन प्राप्त नहीं हो सकता। अब विधवा और बुजुर्ग हो जाने से पेंशन के हकदार हो गए हैं। 

अपनी थैली में अन्त्योदय अन्न योजना के कूपन दिखाती है। अब भी नवम्बर और दिसम्बर 15 का कूपन रखी हैं। कहती हैं कि पैसा के अभाव में अन्न नहीं उठा पायी है। वर्ष 2016 का भी कूपन है। जो जून 2016 तक का है। वह कहती हैं कि अब खाता में ही पैसा आ जाएगा। कुर्जी में स्थित दुकान से राशन उठाती हैं। हर महीने राशन नहीं मिलता है। खाता क्रमांक 111/1025 है। ए0ए04 है। अन्त्योदय अन्न योजना कूपन नम्बर 2 नम्बर 02623030086095 है। 

बिहार : बगैर नम्बर के बाइक, पीए साहब को जुर्माना

0
0
bihar-police-on-duty
पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंत्रियों के अधिकारों को कतरने लगे हैं। अब से केवल सीएम के ही वाहनों में ‘हुटर’ लगाया जा सकता है। शेष मंत्रियों के साथ डिप्टी सीएम तेजस्वी प्रसाद यादव को भी ‘हुटर’लगाने से वंचित कर दिये गए है। इसको लेकर महागठबंधन में तनातनी कायम हो गया है। अब तो विरोधी पक्ष वाले भी तानाबाजी करने पर उतर गए हैं। जब सीएम द्वारा मंत्रियों का अधिकार कम कर दिया गया है। वैसे में स्वतः मंत्रियों के पीए का भी अधिकार कम हो गया है। उल्लेख्य है कि मंत्री के अधिकारों का इस्तेमाल पीए करते हैं। मंत्री के बल पर ही धौंस जमाते रहते हैं। अब मंत्री का धौंस चलने वाला नहीं है। इसका परिणाम देखने को मिला। 

हुआ यह कि कैबिनेट मंत्री के पीए साहब बगैर नम्बर के बाइक चला रहे थे। जब कैबिनेट मंत्री के पीए जितेन्द्र साहब बगैर नम्बर के बाइक चलाकर अगमकुआं के धनुकी मोड़ के पास पहुंचे। तब ड्यूटि में तैनात ट्रैफिक दारोगा,पटना एसएन लाल दास ने पीए साहब को रोका तो पीए साहब आपा खो दिए। बगैर नम्बर के बाइक चलाने के आरोप में पीए साहब को जुर्माना लगाया गया। तब तो पूर्णतः भड़क गए। ठहरे मंत्री के पीए तो उन्होंने धौंस जमाना आरंभ कर दिया। दारोगा साहब को वर्दी उतरवाने की धमकी दे दी। आखिरकार मंत्री के पीए ने जुर्माना देना उचित समझा और जुर्माना देकर नौ दो ग्यारह हो गया। इस बीच सेंट्रल रेंज के डीआईजी शालीन ने कत्र्तव्यनिष्ठ दारोगा साहब को पुरस्कृत करने का ऐलान कर दिया है। जो कत्र्तव्य निर्वाह करने वालों को बुस्टर डोज साबित होगा। 

विशेष आलेख : नए साल में लें वक्त के साथ चलने का ‘संकल्प‘

0
0
कलेंडर बदल गया है। नई उम्मीदों व जज्बातों को साथ लिए एक नया साल सामने है। यह वक्त है आगे बढ़ने के लिए कुछ नया सोचने का। बढ़ना और बढ़ते जाना ब्रह्मांड का मूल स्वभाव है। लोगों की कामनाएं जितनी बढ़ती है संसार भी उतना ही बढ़ता है। इसीलिए तो भारतीय परंपरा में कल्पवृक्ष की कल्पना है! एक ऐसा वृक्ष, जिससे जो मांगों मिलेगा! लेग जब नएं साल का जश्न मनाते है, उम्मीदों की कल्पना करते है, एक सुनहरे का भविष्य का सपना सजोते है, तो अपने लिए वो एक कल्पवृक्ष तो खड़ा करते है। मतलब साफ है नएं संकल्पों के साथ तरक्की का बीज बोते हुए यह कल्पना होनी चाहिए कि पुरानी गलतियों को भूल-भालकर नयी सोच के बीच हम समाज में शांति व सौहार्द का ताना-बाना बनाएं रखेंगे बल्कि सामाजिक-सांस्कृतिक विविधता में एकता को बढ़ाने की कारगर भूमिका भी अदा करेंगे 

new-year-2016
देखते ही देखते एक बार फिर नया साल, नए यश, उल्लास और समृद्धि की कामना के साथ दस्तक दे ही दी। हर बार हम नए साल के मौके पर नए संकल्प के साथ इसकी शुरुवात करते है। यह अलग बात है कि कोई इसकी दृढ़ता से पालन करता है तो कोई उसे टाल देता है। लेकिन इस उहापोह के बीच क्यों न इस नए साल पर एक ऐसी संकल्प ऐसा लें कि जो हम सोचते है उसे वास्तविकता में कैसे बदल सकता हूं। क्योंकि हर किसी की कोशिश होनी चाहिए कि वह अपने जीवन में रुपांतरण लाने और हर तरह के हालात में आगे बढ़ते रहने के लिए आंतरिक खुशहाल रहे। कोशिश होनी चाहिए कि वह तमाम विषम परिस्थितियों में भी कैसे अपने माता-पिता और शिक्षक से आगे बढ़े। कुछ ऐसा करना चाहिए कि समाज उन्हें सदैव याद रखें। इसके लिए अपने भीतर छिपी शख्यिसत को जगाना होगा। कहने का अभिप्राय यह है कि अगर आप बुद्धिमान है, पूरी तरह से जागरुक है तो बेशक आप अपनी शख्सियत व सोच को नया रुप दें सकते है। लेकिन इसके लिए पुरानी आडम्बर व दिखावा को त्यागना होगा। अनजाने में काम करने के बजाय चैकन्ना होकर काम करना होगा। जो आपके लिए सबसे बेहतर हो, जो आपके आसपास सबसे अधिक सामंजस्य और तालमेल पैदा करें, टकराव-ईष्या का दूर-दूर तक वास्ता ना हो और ऐसे काम को तवज्जों दें जो अपनी अंदरुनी सोच के सबसे करीब लगती हो। हमें यह भी देखना होगा कि जो हम सोच रहे है क्या वह हमारी मौजूद सोच से बेहतर है या नहीं। शांत, सरल, एकांत दिमाग से सोचे कि वह जो सोच रहे है या करने जा रहे है उसे दुसरे लोगों पर क्या असर पड़ेगा। कल्पना करें कि आपके सोच को दुसरे लोग कैसा अनुभव करेंगे। यानी अपने सोच में बिल्कुल एक नया इंसान गढ़े, उसे जितना संभव हो बारीकी से देखें कि क्या यह नयी सोच अधिक मानवीय, अधिक निपुण और अधिक प्रेममय है या नहीं। क्योंकि सिर्फ सोचनेभर से बइलाव नहीं होता। अच्छे कर्म कर अपने भविष्य को बदला जा सकता है। अपनी किस्मत लिखी जा सकती है। यह तभी संभव हो पायेगा जब आप अपनी लक्ष्य निर्धारित करें। क्योंकि धैर्य और आत्मविश्वास के साथ अपने को अनुकूल बना लेना ही वास्तविक चुनौती है। 

समय के साथ निरंतर चलना निरंतर गतिशील रहना और बदलावों के लिए खुद को तैयार रहना भी जरुरी है, क्योंकि परिवर्तन ही जिंदगी को आगे ले जाता है। बदलाव इंसान को परिपक्वता से सोचने, प्रतिक्रिया करने और अलग-अलग स्थितियों में संतुलित रहना सिखाते है। समय का सच यह है कि हर दिन बीत जाता है चाहे वह अच्छा हो या बुरा, सुख हो या दुख, सफलता हो या विफलता। सफलता में हम अहम्ग्रस्त हुए बिना और विफलता में निराश हुए बिना जो जीवन में आगे बढ़ता है, सही मायने में वहीं समय का महत्व समझता है। इसके पहले यह तय करें कि नए साल में आपकों करना क्या है? आपका लक्ष्य क्या है? फिर उस लक्ष्य पाने के लिए नए साल यानी एक साल की अपनी रणनीति तय करनी होगी कि किन रास्तों पर चलकर लक्ष्य को पूरा किया जा सकता है। अपनी अंर्तआत्मा से पूछे कि पिछले साल उनसे क्या गलतियां हुई, किसे पीड़ा पहुंचाई, असफलता के कारणों को टटोले और फिर उसे नए साल में दूर करने का प्रयास करें। इस नई सोच की कल्पना आप जितने प्रभावशाली तरीके से कर सकते है, करें। उसे अपने भीतर जीवंत बना दें। अगर आपके सोच खूब शक्तिशाली है, कल्पना प्रभावशाली है तो वह कर्म के बंधनों को भी तोड़ सकती है। आप जो बनना चाहते है, उसकी एक शक्तिशाली कल्पना करते हुए कर्म की सीमाओं को तोड़ा जा सकता है। यह नया साल विचार, भावना और कर्म की सभी सीमाओं से परे जाने का एक मौका है। यह सब तभी संभव हो पायेगा जब आप अपनी मोहमाया, हित त्यागकर अपनी मौजूदा क्षमताओं को आगे बढ़ाने पर ध्यान देंगे, बाकि सभी चीजें तो अपने ऐसे होने लगेंगे, जिसकी आप कल्पना भी नहीं किए होंगे। इन सबके बीच ध्यान देने योग्य बात यह है कि आप मनुष्य है तो गलतियां होंगी ही, लेकिन इन दुर्गुणों पर काबू पाना होगा। क्योंकि दुनिया उसी को याद रखती है, जिसने दुनिया को अच्छी चीजें दी है। जिनकी समाज औद देश के निर्माण व तरक्की में बड़ी भूमिका रही है। इसलिए आप सोंचे कि इस सूची में आप कहां खड़े है? आप इस दुनिया, अपने समाज और अपने देश को क्या दिया है? इस पर भी मनन करें। डर से मनुष्य जल्द पराजित होता है। ऐसे में अपने मन के डर को दूर करें। लक्ष्य पर फोकस करें। सफलता अवश्य मिलेंगी। इसलिए आप अपनी तुच्छ इच्छाओं को जीवन का लक्ष्य मत बनाइये। 

इसे कोई उपलब्धि मत समझिएं कि मैं दो मंजिला भवन बनवाना चाहता था, नए माॅडल की कार खरीदना चाहता था, फ्रिज-कूलर-एसी खरीदना चाहता था और मैंने वह ले ली। दरअसल, यह तो होना ही था, क्योंकि बाजार आपको जीरों फीसदी ब्याज दर पर यह सब करने के लिए कर्ज जो दे रहा है और वह आप से आने वाले दस सालों में वापस वसूल लेगा। तो सोचे कि अब तो कोई भी यह सब खरीद सकता है। यानी यह सब खरीदना कोई बड़ी चींज नहीं है। सवाल यह है कि यह सब भोग-विलासता प्राप्त कर आप करेंगे क्या? हो सकता है आपका यह सब ठाठबांट देखकर कोई ईष्र्या करें, खासकर पड़ोसी, तब तो आपकों अच्छा लगेगा, लेकिन अगर उसके पास आप से भी अधिक भोग-विलासिता वाली चीजें हुई तो फिर आप बुरा महसूस करने लगेंगे। लेकिन एक इंसान के तौर पर एक जीवन  के तौर पर आप खुद को बड़ा बनाते है तो आप चाहे किसी शहर में हो यरा किसी पहाड़ पर अकेले बैठे हो, आप सकून महसूस करेंगे। यानी नए साल में जीवन को आगे ले जाने के लिए आपका यही नजरिया होना चाहिए। कहा जा सकता है इस दुनिया में असली बदलाव तभी आयेगा जब आप खुद को बदलने को तैयार हो। ये आपके भीतरी गुण ही है, जिसे आप देश-दुनियां व समाज में बांटते है। आप इसे मानें या ना मानें पर सच तो यही है कि आप जो है वही सब जगह फैलायेंगे। अगर आप को देश-दुनिया, समाज की चिंता है तो सबसे पहले आपको खुद में बदलाव लाने को तैयार रहना चाहिए। खुद को बदले बिना यदि आप कहतें है कि मैं चाहता हूं कि दुसरे सभी लोग बदलें, तो इस हालत में सिवाय टकराव के कुछ भी नहीं होने वाला। 

जीएं तो ऐसे जैसे वह आखिरी पल हो और सीखें तो ऐसे जैसे बरसों जीना हो, राष्टपिता महात्मा गांधी के ये विचार सिखाते है कि हर एक पल को उसकी सार्थकता में जीना चाहिए, क्योंकि समय किसी का इंतजार नहीं करता। जो लोग इसकी कीमत पहचानते है समय उनकी कद्र करता है। जो नहीं पहचान पाते समय उनके हाथ से रेत की तरह फिसल जाता है और पीछे छोड़ जाता है पछतावा। ठीक उसी तरह जैसे नदी बहती है तो वह लौटकर नहीं आती, दिन-रात बीत जाते है, जुबान से निकली शब्द और कमान से निकले तीर वापस नहीं लौटते, उसी तरह गया वक्त भी कभी नहीं लौटता। अच्छा होता है तो यादों में बसा रहता है, बुरा हो तो दर्द बनकर सीने में सुलगता है। कहते है अतीत कभी लौटता नहीं और भविष्य को किसी ने देखा नहीं, मगर वर्तमान हमारे हाथ में है, जिसे हम जैसा चाहें बना सकते है। अक्सर लोग चिंता में डूबे रहते है कि कल क्या होगा? सच तो यह है कि चिंता से किसी समस्या का हल नहीं होता। वक्त का सही इस्तेमाल करने से ही कुछ हासिल होता है। कल क्या हुआ और कल क्या होगा इसके बजाए यह सोचे कि आज क्या कर रहे है। आत्ममुग्ध होना गलत है मगर खुद को दुसरों के पैमाने से नापना भी गलत है। इसलिए दुसरों की चिंता किए बगैर आप क्या सोचते है और आपकी धारणा क्या है इस पर विचार करें तो बेहतर होगा। सबसे महत्वपूर्ण यह है कि अपने अंतर्मन की आवाज पर चलने का साहस दिखाएं। वहीं से सच्ची सलाह मिल सकती है बाकि तो बात की बाते हैं। इसके लिए प्रकृति सबसे सटीक उदाहरण है। हर दिन नीत समय पर सुबह होती है। दरवाजों-खिड़कियों से आती धूप की लकीर बताती है कि दिन का शुभारंभ हो चुका है। पंछी चहचहाते हुए घोसले से बाहर भोजना का प्रबंध करने निकल पड़ते है। पूरी कायनात अपने इशारों से इंसान को समय का मूल्य समझाती है। यदि समय का तालमेल थोड़ा भी गड़बड़ हो जाएं तो पृथ्वी पर हलचल मच जाती है और लोग अनहोनी की आशंका से डर जाते है। प्रकृति का यह अनुशासन इंसान सीख जाएं तो उसका जीवन सार्थक हो जाय। यानी वक्त का सम्मान तभी हो सकता है जब जीवन में अनुशासन हों। 

युवाओं के लिए नया साल खास उम्मीद लेकर आने वाला है। यानी कैरियर बनाने का वक्त है। अगर छात्र है, युवा है तो आपके पास परीक्षाओं में बेहतर करने व अच्छी नौकरी पाने का साल है। पूर्व की असफलताओं पर गौर करने से बेहतर है नए साल में कड़ी मेहनत और ईमानदारी से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करना। निराश होने से काम नहीं चलने वाला। इस डर से तो कत्तई नहीं कि सीटे कम होती है और नेताओं-अफसरों के बेटो-रिश्तेदारों को वह नौकरी मिलेंगी। अगर आप पारीक्षा में नहीं उतरेंगे तो नुकसान आपका ही होगा, इसलिए परिणाम की चिंता किए बगैर इस नए साल में युद्धस्तार की तैयारी में जुटने की जरुरत है। नए साल के स्वागत में सैकड़ों-हजारों पिकनिक के नाम पर फूंकने के बजाय क्यों न इस बार की पिकनिक ऐसी हो कि कम खर्चे में ही अपने साथ-साथ दुसरे जरुरतमंदों के लिए भी कुछ खुशियां समेट ली जाय? क्या वर्ष के एक दिन के कुछ घंटे भी हम मानवता की खातिर अपने समाज के वंचितों, उपेक्षितों व शोषितों के लिए समर्पित नहीं कर सकते? दुसरे के प्रति द्वेष की भावना का अंत कर शांति-सद्भाव और आगे बढ़ने का एक सकारात्मक माहौल का निर्माण करें। सबसे बड़ी और अच्छी बात यह सभी भारतीय पुरुषों की कोशिश महिलाओं को मानसिक एवं शारीरिक सुरक्षा देने की होनी चाहिए। बीतें कुछ सालों में हमारे समाज की मां-बहनें विभिन्न कारणों से खून के आंसू रोने को मजबूर है। कहीं न कहीं इसके कसूरवार हम भी है। आज आसपास घटित किसी दुर्घटना को देख आंखे बंद करने की हमारी घटिया प्रवृत्ति पर रोक लगाने की दरकार है। सामाजिक व्यवस्था में हाशिएं पर चले गए लोगों को जीवन जीने का उचित आधार मिलें, गरीबों, वंचितों एवं शोषितों की जीवन दशा में सुधार हो और उनकी संख्या घटे, कोई भूखा ना सोए, गरीबी मिटें, उग्रवाद-आतंकवाद का खात्मा हो, सुरक्षा व्यवस्था ऐसी कि युवतियां सड़कों पर विश्वास के साथ आ-जा सके, हम इसकी भी आशा रखते है। देश में ऐसी प्रतिभाएं निकलें, जो दुनिया में राज करें। ये सारे सपने पूरे हो सकते है अगर लोग अपनी जिम्मेदारी को बखूबी समझे और सार्थक भूमिका निभाएं।    

2016 में ग्रह-नक्षत्रों की नहीं पड़ेगी कुदृष्टि 
कन्या लग्न व उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में नए वर्ष की होगी शुरूआत, महिलाओं व युवाओं के लिए फायदेमंद। जी हां, नया वर्ष 2016 कला, धर्म, मीडिया, शिक्षा, बैंकिंग, व्यापार क्षेत्र के साथ ही महिलाओं व युवाओं के लिए फायदेमंद रहेगा। ज्योतिषीय गणना के अनुसार 31 दिसंबर की रात 12 बजे कन्या लग्न व उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में नए वर्ष की शुरूआत होगी। इस लग्न व नक्षत्र का गठजोड़ सौभाग्य योग बनाएगा, जिसका असर वर्ष भर समृद्धि में बढ़ोतरी के रूप में दिखाई देगा। शुक्रवार, एक जनवरी 2016 का सूर्योदय धनु लग्न में होगा। यह दिन शुक्र का है, जो सुख, समृद्धि, वैभव-विलासिता देने वाला ग्रह है। इसकी अधिष्ठात्री देवी लक्ष्मी हैं। ज्योतिषियों के मुताबिक आगामी 31 दिसंबर को रात 12 बजे कन्या लग्न रहेगी। इसका अधिपति बुध है, जबकि दिन गुरुवार रहेगा, जिसका स्वामी बृहस्पति है। बुध, कृषि व पर्यावरण का प्रतिनिधि ग्रह भी है। इन क्षेत्रों के लोगों को अब तक हुए नुकसान की भरपाई होने की संभावना है। दोनों ग्रह कई क्षेत्रों के लोगों के लिए लाभकारी व सफलता दिलाने वाले होंगे। मीडिया से जुड़े लोगों को भी आर्थिक सफलता मिलेगी और यश में बढ़ोतरी होगी। गुरू का शिक्षा, धर्म अध्यात्म और व्यवसायिक क्षेत्र में आधिपत्य है। यही वजह है कि इस पूरे वर्ष इन क्षेत्रों से जुड़े लोगों को तरक्की के अवसर मुहैया होंगे। बेरोजगार युवा नौकरी पा सकेंगे। साहित्य, खेल, कला क्षेत्र व ज्वेलरी, वस्त्र व सौंदर्य प्रसाधनों का व्यवसाय करने वालों की आर्थिक उन्नति होगी। इन क्षेत्रों में महिलाएं काफी प्रसिद्धि प्राप्त करेंगी। 

चंद्र व गुरू की युति सेना के पराक्रम को बढ़ाएगी और राहू राजनीति में पूरे वर्ष उलटफेर कराता रहेगा, जिससे कई राजनेताओं की परेशानी बढ़ेगी। यह भी एक संयोग है कि एक जनवरी को शुक्रवार है, वहीं 8 अप्रैल को चैत्र मास में गुड़ी पड़वा पर विक्रम संवत 2073 का शुभारंभ भी शुक्रवार को होगा। पंडितों की माने तो अंग्रेजी और हिंदी नए वर्ष का शुभारंभ शुक्रवार को होने का प्रभाव वर्ष भर सुख व समृद्धि के रूप में झलकता दिखाई देगा। साल के पहले दिन भगवान विष्णु व लक्ष्मी की पूजा करें। पूजा में पीले, लाल व सफेद रंग के फूल चढ़ाएं व इन्हीं रंगों के वस्त्र पहनें। कमल पुष्प चढ़ाएं तो और बेहतर होगा। ऐसा न कर सकें तो इनमें से किसी एक रंग का रूमाल साथ रखें। जबकि मेष राथ्ष वाले वाहन संभलकर चलाएं, तनाव से बचें। वृषभ राशि वालों को संतान से लाभ, पद-प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। मिथुन राशि वालों को संपति का विस्तार, दुर्घटना से बचें। कर्क राशि वालों की उन्नति, भाई-बंधुओं से लाभ होगा। सिंह राशि वालों को धन लाभ तो होगा, लेकिन खर्च भी बढ़ेगा। कन्या राशि वालों का पदोन्नति, आर्थिक लाभ के बीच तनाव रहेगा। तुला राशि वालों को मानसिक कष्ट, मांगलिक कार्य, खर्च अधिक होंगे। वृश्चिक राशि वालों की आय के स्रोत बढ़ेंगे, विवाद भी होंगे। धनु राशि वालों का भाग्योन्नति के योग, प्रतिष्ठा बढ़ेगी। मकर राशि वालों के परिवार में सुख, रोजगार में सफलता। कुंभ राशि वालों को चोट की संभावना, रूके कार्य पूरे होंगे। मीन राशि वालों के विरोेधी परास्त होंगे, वाणी पर संयम रखें। जबकि सरकारी बाबुओं पर शनि और रवि भारी होंगे। 

कर्मचारियों को होगा छृट्टियों का नकसान 
साल 2016 में त्योहारों, राष्ट्रीय पर्व और दिवसों को मिलाकर कुल 20 दिन छुट्टी के मिलेंगे। जबकि सरकारीकर्मियों पर शनिवार और रविवार भारी पड़ेगा। इन दो दिनों की वजह से अगले साल सचिवालयकर्मी अपनी 11 छुट्टियां गवाएंगे। वहीं जिलों में तैनात कर्मियों को रविवार की वजह से 7 छुट्टियों का नुकसान होगा। हालांकि सरकारी कर्मी सोमवार को पड़ने वाली 7 छुट्टियों की वजह से दो या तीन दिन की लगातार छुट्टी में रहकर अपने घाटे की भरपाई कर सकेंगे। जिलों में तैनात कर्मियों को शनिवार को पड़ने वाली छुट्टियों की वजह से चार बार दो दिनों की लगातार छुट्टी मिलेगी और शुक्रवार को पड़ने वाली छुट्टियों से तीन बार लगातार छुट्टी मिलेगी। नए वर्ष से सम्राट अशोक की जयंती (14 अप्रैल, शुक्ल अष्टमी) पर छुट्टी समेत 29 अवकाश होंगे। इनमें 20 एनआई एक्ट के तहत। अशोक की जयंती पर पहले से अंबेडकर जयंती की छुट्टी रहती है। इसलिए अगले वर्ष इसका लाभ नहीं मिलेगा। होली पर 5-6 मार्च, दुर्गापूजा पर 8-11 अक्टूबर, दीवाली पर 30 अक्टूबर छठ पर 6-7 नवंबर को छुट्टी रहेगी। 
1. 26 जनवरी (मंगलवार) - गणतंत्र दिवस
2. 07 मार्च (सोमवर) - महाशिवरात्रि
3. 24 मार्च (मंगलवार) - होली
4. 25 मार्च (शुक्रवार) - गुड फ्राइडे
5. 15 अप्रैल (शुक्रवार) - राम नवमी
6. 20 अप्रैल (बुधवार) - महावीर जयंती
7. 01 मई (रविवार) - मजदूर दिवस
8. 21 मई (शनिवार) - बुद्ध पूर्णिमा
9. 06 जुलाई (बुधवार) - ईद-उल-फितर
10. 15 अगस्‍त (सोमवार) - स्‍वतंत्रता दिवस
11. 25 अगस्‍त (गुरुवार) - कृष्‍ण जन्‍माष्‍टमी
12. 05 सितंबर (सोमवार) - गणेश चतुर्थी
13. 12 सितंबर (सोमवार) - बकरीद
14. 02 अक्‍टूबर (रविवार) - गांधी जयंती
15. 11 अक्‍टूबर (मंगलवार) - विजयादशमी
16. 12 अक्‍टूबर (बुधवार) - मुर्हरम
17. 30 अक्‍टूबर (रविवार) - दीवाली
18. 14 नवंबर (सोमवार) - गुरु नानक जयंती
19. 13 दिसंबर (मंगलवार) - ईद-ए-मिलाद
20. 25 दिसंबर (रविवार) - क्रिसमस

सोमवार को पड़ने वाली छुट्टी
महाशिवरात्रि (7 मार्च), शब्बे बारात (23 मई), कबीर जयंती (20 जून), स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त), बकरीद (12 सितंबर), दुर्गा पूजा नवमी (10अक्टूबर), छठ द्वितीय अर्घ्य (7 नवंबर)।

शुक्रवारको पड़ने वाली छुट्टी
वसंतपंचमी (12 फरवरी), गुड फ्राइडे (25 मार्च ), रामनवमी (15 अप्रैल)।

शनिवारको पड़ने वाली छुट्टी
गुरुगोविंद सिंह की जयंती (16 जनवरी), वीर कुंअर सिंह जयंती (23 अप्रैल), बुद्ध पूर्णिमा (21 मई), दुर्गा पूजा सप्तमी (8 अक्टूबर)।

रविवारको पड़ने वाली छुट्टी
मई दिवस (1 मई), जानकी नवमी (15 मई), गांधी जयंती (2 अक्टूबर), दुर्गा पूजा अष्टमी (9 अक्टूबर), दीपावली (30 अक्टूबर), छठ प्रथम अर्घ्य (6 नवंबर), क्रिसमस (25 दिसम्बर)।

अन्य छुट्टियां
गणतंत्रदिवस (26 जनवरी), होली (5-6 मार्च), बिहार दिवस (22 मार्च), अंबेडकर जयंती (14 अप्रैल), महावीर जयंती (20 अप्रैल), ईद (6 जुलाई), जन्माष्टमी (25 अगस्त), दुर्गा पूजा दशमी (11अक्टूबर), मुहर्रम (12 अक्टूबर), भाईदूज-चित्रगुप्त पूजा (1 नवंबर), चैहल्लुम (24 नवंबर), मोहम्मद साहब जन्मदिन (13 दिसंबर) 

गोवा में होता है न्यू ईयर का सबसे बड़ा जश्न 
नए साल में यात्रा को यादगार बनाना है तो सबसे बढि़या जगह है गोवा के समुद्र तट। क्रिसमस और न्यू ईयर साल यहां बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जाता है। 31 दिसंबर की रात को एंजाय करने के लिए यहां पूरे देश से लोग आते हैं इसीलिए इस समय यहां की रौनक देखते बनती है। गोवा का नाम आते ही आंखों के सामने खूबसूरत समुद्र तट का मनोरम दृश्य सामने आ जाता है। मगर गोवा को यदि आप पास से जानेंगे तो पता चलेगा कि समुद्र तट ही नहीं यहां प्रकृति का हर मनोरम दृश्य देखने को मिलेगा। नए साल में भारत में गोवा से बेहतर जश्न कहीं नहीं मनाया जाता। यहां न्यू ईयर की पार्टी पूरी रात चलती है। रंगारंग प्रोग्राम और जश्न का जूनून इतना होता है कि लोग नए साल के लिए बुकिंग महीनों पहले ही करवाना शुरू कर देते हैं। गोवा से मुंबई की ओर जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग में महाडेई वाइल्ड लाइफ सेंचुरी है, जिसे टाइगर रिजर्व के रूप में जाना जाता है। वहीं से होते हुए हिल स्टेशन अंबोली भी जाया जा सकता है। पणजी के पास स्थित बर्ड सेंचुरी पक्षी प्रेमी सलेम अली के नाम पर है। गोवा केवल दोस्तों के लिए ही नहीं परिवार के साथ समय बिताने के लिए भी एक बेहतरीन जगह है।






(सुरेश गांधी )

डीडीसीए विवाद में जेटली सरासर झूठ बोल रहे हैं : आशुतोष

0
0
ddca-are-lying-for-ddca-controversyनयी दिल्ली, 31 दिसंबर(वार्ता) आम आदमी पार्टी(आप) ने दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए)में कथित वित्त अनियमित्ताओं को लेकर केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली पर कल झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए फिर से इस्तीफे की मांग की है । आप नेता आशुतोष , दीपक वाजपेयी , दिलीप पांडेय और सौरभ भारद्वाज ने दावा किया कि श्री जेटली का यह कहना कि वह डीडीसीए के कार्यकारी अध्यक्ष थे और उनका संघ के रोजमर्रा के कामों में कोई हस्तक्षेप नही था सरासर झूठ है । नेताओं ने श्री जेटली द्वारा राज्यसभा में विपक्ष के नेता के पद पर रहते हुए 2011 में उस समय के पुलिस आयुक्त और 2012 में विशेष पुलिस आयुक्त रंजीत नारायण को लिखे पत्रों को पेश करते हुए दावा किया कि श्री जेटली डीडीसीए के कार्यों में बराबर दखल देते थे और संवैधानिक पद रहते हुए उन्हें भ्रष्टाचार के मामले को रोकने के लिए हस्तक्षेप का कोई अधिकार नही था । 

आशुतोष ने कहा कि श्री जेटली द्वारा लिखे गये इन दोनों पत्रों से यह स्थापित होता है और उन्हें डीडीसीए में चल रहे हर मामले की पूरी जानकारी थी । उन्होंने कहा कि राज्यसभा में प्रतिपक्ष के नेता होते हुए जब वह भ्रष्टाचार के मामले की जांच को अपने पद का दुरुपयोग कर प्रभावित कर रहे थे तो आज वह सत्ता पक्ष में हैं और दिल्ली पुलिस केन्द्र सरकार के अधीन है । ऐसी स्थिति में वह कुछ भी कर सकते हैं । ऐसे में इस मामले की निष्पक्ष जांच हो इसके लिए जरुरी है कि श्री जेटली इस्तीफा दें । श्री जेटली की डीडीसीए में सक्रिय भूमिका थी और वह लोगों को बचाने में जुटे हुए थे । उन्होंने कहा कि डीडीसीए घोटाले के संदर्भ में आप की तरफ से पहले पूछे गये सवालों का जवाब अभी तक श्री जेटली ने नही दिया है । 

आज हम फिर संघ के करोड़ों रुपये के घोटाले में श्री जेटली के सीधे शामिल होने और भ्रष्टाचार में लिप्त लोगों को बचाने के संदर्भ में फिर पांच सवाल पूछ रहे हैं । आज पूछे गये पांच सवालों में आप नेताओं ने कहा है कि श्री जेटली यह बतायें कि क्या यह सही नही है कि श्री जेटली ने राज्यसभा में विपक्ष के नेता होते हुए अपने पद का दुरुपयोग कर पुलिस पर दबाव नही डाला । जाने माने वकील होते हुए क्या वह इस बात से इन्कार करेंगें कि जारी मामले में पुलिस जांच में उन्होंने सीधे बाधा नही पहुंचायी । किस आधार पर श्री जेटली इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि सिंडीकेट बैंक के मामले में कोई अपराध नही हुआ । वर्तमान में श्री जेटली केन्द्र में एक शक्तिशाली मंत्री हैं और दिल्ली पुलिस सीधे केन्द्र के आधीन आती है । ऐसे में उनका क्या पद पर बने रहना उचित है । डीडीसीए की जांच को भटकाने के प्रयास में उनका क्या हित है ।

बैर दूर करने का सही समय : नवाज शरीफ

0
0
time-to-make-freindship-nawaz-sharif
इस्लामाबाद, 31 दिसंबर, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के गत सप्ताह के लाहौर दौरे को सद्भावनापूर्ण बताते हुये आज कहा कि यह दोनों पड़ोसी देशों के बीच बैर दूर करने का सबसे सही समय है। 

श्री शरीफ ने यहां एक कार्यक्रम में कहा, “भारतीय प्रधानमंत्री लाहौर आए और अपना कुछ समय यहां बिताया। यह उचित समय है कि दोनों पड़ोसी देश अपने बैर को दूर करें।” इससे पहले उन्होंने बलूचिस्तान में संवाददाताओं से कहा कि सद्भावना से कई समस्याओं का समाधान निकाला जा सकता है। 

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री श्री शरीफ पहली बार श्री मोदी के लाहौर दौरे के बारे में मीडिया से बात कर रहे थे। श्री मोदी ने 25 दिसंबर को शरीफ के 66वें जन्म दिन और उनके परिवार में एक शादी समारोह में शिरकत कर लाहौर की अचानक यात्रा की थी। 

तुर्की के लिये राष्ट्रपति शासन सही: दवोतोग्लू

0
0
president-rule-perfect-for-turkey-said-pm
अंकारा, 31 दिसंबर, तुर्की के प्रधानमंत्री अहमद दवोतोग्लू ने देश के लिये राष्ट्रपति शासन को सरकार का सही रूप बताया है लेकिन साथ ही कहा है कि यह तानाशाही नहीं होनी चाहिये। एनटीवी चैनल को दिये साक्षात्कार में श्री दवोतोग्लू ने कहा कि तुर्की में सरकार का सही रूप राष्ट्रपति शासन है लेकिन इसे सही से परिभाषित करना आवश्यक है और यह तानाशाही नहीं होना चाहिये। 

उन्होंने कहा कि गत नवंबर चुनावों में उनकी पार्टी को बहुमत मिला लेकिन पिछले चुनावों में उनकी पार्टी हारी थी और तब तुर्की के नागरिकों ने संदेश दिया था कि वे देश में नया संविधान चाहते हैं। देश की विपक्षी पार्टियां राष्ट्रपति शासन के कड़े विरोध में खड़ी हैं। श्री दवोतोग्लू की पार्टी एके के संस्थापक तुर्की के राष्ट्रपति तैय्यप एर्डोगन हैं। 

बिहार : इंजीनियर हत्याकांड के भय से सभी अभियंताओं ने कामकाज छोड़ा

0
0
engineers-quit-job-in-bihar-darbhanga-murder
दरभंगा,31 दिसम्बर, बिहार के दरभंगा में छह दिन पूर्व सड़क निर्माण कार्य में लगी एक निजी कंपनी के दो अभियंताओं की हत्या के बाद से निर्माण कार्य पूरी तरह ठप है। निर्माण कंपनी के परियोजना प्रबंधक देवेश राठौर ने आज यहां बताया कि दोहरे इंजीनियर हत्याकांड के बाद भय के कारण सभी 18 अभियंता और 330 कर्मचारी कामकाज छोड़कर चले गये हैं,हालांकि अभी भी 70 कर्मचारी कार्यस्थल पर मौजूद हैं। इन कर्मचारियों में भी भय बना हुआ है । श्री राठौर ने बताया कि कंपनी को समस्तीपुर-दरभंगा प्रांतीय राजपथ के निर्माण कार्य का ठेका मिला हुआ था जिसका निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा था। कंपनी के अभियंता और कर्मचारी इस कार्य को पूरा करने के लिए 24 घंटे कार्य में लगे हुए थे। उन्होंने कहा कि इस कार्य में लगे अभियंता मुकेश और ब्रजेश कुमार की पिछले 26 दिसम्बर को दिनदहाड़े कार्यस्थल पर रंगदारी की मांग को लेकर हत्या कर दी गयी थी। इस घटना के बाद से अभियंताओं और कर्मचारियों में भय का माहौल व्याप्त हो गया है। 

प्रबंधक ने बताया कि अभियंताओं और कर्मचारियों में अभी भी इतना ज्यादा भय बना हुआ है कि उन्होंने अपने मोबाइल फोन भी बंद कर रखे हैं । उन्होंने कहा कि अभियंताओं और कर्मचारियों से सम्पर्क करने की कोशिश की जा रही है लेकिन उनसे बातचीत नहीं हो पा रही है। काम को फिर से सुचारु रुप से शुरु किये जाने का प्रयास किया जा रहा है । श्री राठौर ने कहा कि स्थानीय प्रशासन से घटना के बाद ही सुरक्षा की गुहार लगायी गयी थी जिसके बाद कल से बिहार सैन्य पुलिस के 50 जवानों को यहां तैनात किया गया है ।बल की तैनात के बाद से यहां रुके कर्मचारियों में विश्वास जगा है और उम्मीद की जा रही है फिर काम शुरु हो सकेगा । उन्होंने कहा कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ए के सत्यार्थी आज कार्य स्थल पर अतिरिक्त पुलिस बल के साथ जायजा लेने आये थे और उसके बाद कर्मचारियों और स्थानीय लोगों में विश्वास बहाली के उद्देश्य से पुलिस ने फ्लैग मार्च भी किया । उल्लेखनीय है कि गया जेल में बंद उत्तर बिहार का कुख्यात अपराधी संतोष झा गिरोह के शार्प शूटर मुकेश पाठक ने अपने गुर्गों के साथ मिलकर निर्माण कंपनी के दो इंजीनियरों की कार्यस्थल पर ही गोली मारकर हत्या कर दी थी।इस गिरोह ने निर्माण कंपनी से 75 करोड़ रुपये रंगदारी की मांग की थी और नहीं देने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी थी। 

पेट्रोल 63 पैसे और डीजल 1.06 रुपये सस्ता

0
0
petrol-disel-price-slashed
नयी दिल्ली 31 दिसंबर (वार्ता) नव वर्ष के मौके पर तेल विपणन कंपनियों ने पेट्रोल के भाव 63 पैसे और डीजल के दाम 1.06 रुपये प्रति लीटर की कमी कर उपभोक्ताओं को तोहफा दिया है। नयी दरें आज मध्यरात्रि से लागू होंगी। सार्वजनिक क्षेत्र की अग्रणी तेल विपणन कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के मुताबिक इस कटौती के बाद दिल्ली में पेट्रोल 59.35 रुपये और डीजल 45.03 रुपये प्रति लीटर मिलेगा। 

कंपनी ने कहा है कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमताें में जारी नरमी के मद्देनजर पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कमी करने का निर्णय लिया गया है। उल्लेखनीय है कि तेल विपणन कंपनियां हर पखवाडे पेट्रोल और डीजल की कीमतों की समीक्षा करती है जिसमें अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल के भाव और घरेलू स्तर पर मुद्रा विनमय दर को ध्यान में रखा जाता है और उसी आधार पर कीमतों में घटबढ का निर्णय लिया जाता है। 

कटौती के बाद देश के चारों महानगरों में पेट्रोल एवं डीजल के दाम (रुपये प्रति लीटर) इस प्रकार होंगे - 

पेट्रोल 
महानगर--------पुरानी कीमत----नयी कीमत 
दिल्ली-------------59.98-----------59.35 
कोलकाता--------65.53------------65.12 
मुंबई------------67.04--------------66.40 
चेन्नई-----------60.28-------------59.77 

डीजल 
महानगर---------पुरानी कीमत--------नयी कीमत 
दिल्ली-----------46.09------------45.03 
कोलकाता--------49.70------------48.80 
मुंबई------------53.28------------52.16 
चेन्नई-----------47.28------------46.25 

विशेष : साल 2016 का आगाज, जश्‍न में डूबे लोग

0
0
जी हां, कहते हैं नव वर्ष का पहला दिन खुशियों, उम्मीदों और ऊर्जा से भरा हुआ हो तो साल के सारे दिन भी वैसे ही रहते हैं। कुछ इसी मूलमंत्र की भावनाओं के साथ नए साल 2016 का शानदार आगाज हो गया है 

celebration-2016
जिंदगी की चुनौतियों और विपरीत परिस्थितियों के बावजूद हिन्दुस्तानी मौज मस्ती का कोई मौका नहीं छाडते हैं। वैसे तो साल भर जश्न मनाने के अवसर मिलते हैं, लेकिन चाहे वह धर्म एवं आस्था की नगरी काशी हो या तीर्थराज प्रयाग या फिर पूरा देश नववर्ष के स्वागत का यहां अलग ही रंग दिखाई देता है। घड़ी में 12 बजते ही हैप्पी न्यू ईयर की शोर संग आसमान आतिशबाजी से सराबोर हो गया। जश्न व बधाइयों के साथ नए साल का स्वागत किया गया। अलग-अलग शहरों में रातभर होटल और डांस बार जश्न में डूबे रहे। लोगों ने आतिशबाज कर, डांस कर नए साल का स्वागत किया। देश के हर छोटे बड़े शहर में जश्न का माहौल दिखा। हर तरफ पार्टियों का दौर दिखा। दूसरी ओर लोगों की इन खुशियों में कोई व्यवधान ना पड़े, यह सुनिश्चित करने के लिए पुलिस ने सड़कों, रेस्तरां, पब आदि पर कड़ी नजर रखी।

बता दें, नव वर्ष के स्वागत को लेकर गुरुवार को शहर से लेकर देहात तक हर्ष और उल्लास में डूबा रहा। शाम होते ही हर तरफ डीजे बजने लगे और लोग जमकर थिरके। देर शाम से रात तक नए साल के जश्न में लोग थिरकते रहे। फूलों, ग्रीटिंग कार्ड और गिफ्ट आइटम का बाजार भी गर्म रहा। पूरे दिन युवाओं के जत्थे बाजार में नए साल पर तोहफे भेंट करने की तैयारियों के लिए खरीदारी करते नजर आए। चाहे फूलों की मार्केट रही हो या फिर ग्रीटिंग कार्ड एवं गिफ्ट कार्नर की दुकानें। डायरियों के दुकानों पर भी भीड़ दिखी। बाजार दुल्हन की तरह सजे थे। आकर्षक छूट से ग्राहकों को लुभाने की होड लगी हुई है। थर्टी फर्स्ट गुड नाइट को ड्रिंक एंड डांस के साथ फुल मस्ती रही। बीयर बार, होटल्स से अलग कई ऐसे रिसोर्ट्स बुक किए गए थे। कई जगह भजन संध्या, देवी जागरण का भी आयोजन किया गया। जहां बड़ी संख्या में लोग प्रभु आराधना के साथ नए वर्ष का स्वागत करते दिखे। नए साल की पूर्व संध्या पर हर कोई खासकर युवा वर्ग हर्ष और उल्लास में दिखा। दिन ढलने के बाद शाम से ही शहर से लेकर देहात क्षेत्र में डीजे बजने लगे। फिल्मी गीतों की धुनों पर लोगों ने जमकर नृत्य कर किया। पुरुषों के साथ ही महिलाओं ने भी नृत्य करके नए साल को लेकर जश्न मनाया। कई स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित करके नए साल की पूर्व संध्या पर लोगों ने खूब धमाल मचाया। लोग नए साल के पहले दिन भगवान शंकर की पूजा-पाठ की तैयारी में लीन दिखें। वर्ष के पहले दिन वाराणसी के दशाश्वमेध घाट पर नववर्ष की विशेष आरती की व्यवस्था की गई है। इस आरती का मकसद विश्व कल्याण, शान्ति और सौहाद्र्य साथ ही मां गंगा की अविरलता और निर्मलता की कामना है। वहीं, राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, उप-राष्ट्रपति हामिद अंसारी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित देश के प्रमुख नेताओं ने नए साल की पूर्व संध्या पर देशवासियों को यह कहते हुए शुभकामनाएं दी कि एक मजबूत, एकजुट और समृद्ध भारत के निर्माण के लिए यह नयी शुरूआत और नए लक्ष्य तय करने का समय है। 






(सुरेश गांधी)

बिहार में अपराधियों का जाति के आधार पर हुआ बंटवारा : पप्‍पू यादव

0
0
cast-based-criminal-in-bihar-pappu-yadavपटना,31 दिसंबर, जन अधिकार पार्टी (लो) के संरक्षक और सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्‍पू यादव ने कुख्यात अपराधी और के दरभंगा में दोहरे इंजीनियर हत्याकांड के मास्टर माइंड संतोष झा को बिहार सरकार का संरक्षण मिलने का आरोप लगाते हुए आज कहा कि राज्य में जाति के आधार पर अपराधियों का भी बंटवारा हो गया है। श्री यादव ने कहा कि उच्च वर्ग के अपराधियों को जनता दल यूनाईटेड :जदयू : और पिछड़े वर्ग के अपराधियों को राष्ट्रीय जनता दल :राजद: का संरक्षण प्राप्‍त है। उन्‍होंने कहा कि दरभंगा में दो इंजीनियरों की हत्‍या में कुख्‍यात संतोष और मुकेश पाठक का हाथ है। 

सांसद ने आरोप लगाया कि संतोष मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी संजय झा का मित्र है और जेल से भी दोनों के बीच बातचीत होती रही है। उन्‍होंने कहा कि श्री कुमार अपराधियों के खिलाफ सख्‍त कार्रवाई का दावा तो करते रहे हैं लेकिन संतोष के खिलाफ कभी कोई कार्रवाई नहीं हुई। उसे सत्‍ता का संरक्षण मिलता रहा है। उन्‍होंने मांग की कि सरकार संतोष, कुख्यात अपराधी मुकेश के साथ संजय झा की सांठगांठ का भी खुलासा करे। 

सांसद ने कहा कि एक निजी सड़क निर्माण कंपनी के मारे गये दोनों इंजीनियरों के परिजनों को 20-20 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाए। इसके साथ ही उनके परिजनों को नौकरी भी दी जाए। उन्‍होंने कहा कि उनकी पार्टी बिहार में बिगड़ रही कानून-व्‍यवस्‍था के खिलाफ आंदोलन करेगी। इसके लिए संगठन स्‍तर पर रणनीति पर बनायी जा रही है। पार्टी पटना से लेकर प्रखंड मुख्‍यायल तक संघर्ष करेगी। 

बिहार : इंजीनियरिंग के छात्र का अपहरण नहीं बल्कि सिर्फ नाटक था : एसएसपी

0
0
student-kidnaping-was-drama-manu-maharaj
पटना 31 दिसम्बर, इंजीनियरिंग के छात्र शाहिद ने कुछ लोगों को फसाने के लिये खुद के अपहरण का नाटक किया था । वरीय पुलिस अधीक्षक मनु महाराज ने शाहिद अपहरण कांड का आज मीडिया के सामने खुलासा करते हुए बताया कि छात्र शाहिद ने कुछ लोगों को फसाने के लिये अपने अपहरण का नाटक किया था । उन्होंने बताया कि 26 दिसम्बर को शाहिद के अपरहण की सूचना मिली थी और इस सदर्भ में 27 दिसम्बर को बहादुरपुर थाना में मामला दर्ज कराया गया था । छात्र के परिजनों ने आरोप लगाया था कि अपहरणकर्ता मोबाइल फोन से लगातार पांच लाख रूपया फिरौती की मांग कर रहे है । 

श्री महाराज ने बताया कि पुलिस ने मामले की छानबीन के लिये एक टीम का गठन किया था और इसी क्रम में तकनीकी अनुसंधान से पता चला कि छात्र का अपरहण नहीं बल्कि पुलिस को गुमराह करने के लिये अपहरण का नाटक रचा गया है । उन्होंने बताया कि इसी बीच आज अज्ञात वाहन से एक व्यक्ति ने शाहिद को उसके घर पर पहुंचा दिया । 

कीर्ति आजाद को भाजपा का नोटिस

0
0
bjp-issued-showcause-notice-to-kirti-azad
नयी दिल्ली, 31 दिसंबर, भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) ने दरभंगा से सांसद कीर्ति आजाद के खिलाफ कड़ा रूख अपनाते हुए कारण बताओ नोटिस जारी कर पूछा है कि पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल रहने पर उन्हें पार्टी से निष्कासित क्यों न कर दिया जाए। भाजपा ने श्री आजाद को हाल ही में पार्टी से निलंबित कर दिया था। सूत्रों ने बताया कि श्री अाजाद को दस दिन के अंदर जवाब देने के लिए कहा गया है। श्री आजाद से पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ की गई टिप्पणियों पर स्पष्टीकरण मांगा गया है। श्री आजाद को दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ(डीडीसीए) में कथित अनियमितताओं के मामले में वित्त मंत्री अरुण जेटली के खिलाफ मोर्चा खोलने के लिए पार्टी से निलंबित किया गया था।

कारण बताओ नोटिस में डीडीसीए में अनियमितताओं का जिक्र नहीं किया गया है। नोटिस पूर्व क्रिकेटर की पार्टी विरोधी गतिविधियों पर केन्द्रित है। पार्टी से निलंबित किए जाने के बाद श्री आजाद ने सवाल किया था कि किस आधार पर पार्टी ने उनके खिलाफ यह कार्रवाई की जबकि वह वर्ष 2008 से डीडीसीए का मुद्दा उठा रहे है। वरिष्ठ पार्टी नेता मुरली मनोहर जोशी के आवास पर हुई एक बैठक में वरिष्ठ नेताओं ने श्री आजाद के प्रति सहानुभूति जताई थी। श्री आजाद पिछले कई सालों से डीडीसीए में भ्रष्टाचार की बात करते रहे हैं लेकिन हाल में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा श्री जेटली पर इस मामले में आरोप लगाये जाने के बाद उन्होंने फिर से यह मुद्दा उठाया और पार्टी नेतृत्व की मनाही के बावजूद एक संवाददाता सम्मेलन कर वित्त मंत्री से कई सवाल पूछे। 

पहले भाजपा के संगठन मंत्री रामलाल और फिर पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने उन्हें मामले को आगे न बढ़ाने की सलाह दी थी लेकिन वह नहीं माने और संवाददाता सम्मेलन बुलाया। उन्होंने संसद में भी इस मामले की जांच के लिए उच्च न्यायालय की देखरेख में एसआईटी के गठन की मांग की थी। इसके मद्देनजर उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया गया था। निलंबन के बाद भी श्री आजाद चुप नहीं हुए और उन्होंने फिर से प्रेस कांफ्रेंस कर श्री जेटली ओर पार्टी के एक अन्य सांसद अनुराग ठाकुर पर भी सवाल उठाये। 

बिजली का 85 प्रतिशत भाग झारखंड को ही मिलेगा

0
0
85pecent-power-to-jharkhand-piyush-goyal
रांची, 31 दिसम्बर, केन्द्र सरकार ने पतरातू में  उत्पादित होने वाली बिजली का 85 प्रतिशत भाग झार  खंड को देने का निर्णय किया है। केन्द्रीय ऊजा मंत्री श्री पियूष गोयल ने आज यहां मुख्यमंत्री रघुवर दास से वार्ता के क्रम में कहा कि इसके लिए नियमों में जरूरी संशोधन किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि इससे राज्य के लोगों को 24 घंटे सस्ती दर पर बिजली मिल सकेगी। उन्होंने झारखंड सरकार के कामकाज की तारीफ करते हुए कहा कि यह पहला राज्य है, जिसने केंद्र सरकार की उदय योजना में शामिल होने की सारी प्रक्रिया पूरी कर ली है। अगले सप्ताह एमओयू पर हस्ताक्षर किए जाएंगे। श्री गोयल ने कहा कि राज्य में बन रही खेल यूनिवर्सिटी से 10 साल के अंदर कम से कम 100 बच्चों को ओलिंपिक के लिए तैयार किया जायेगा। 1400 बच्चों का इसमें नामांकन होगा, जिसमें 700 बच्चे झारखंड के होंगे। इन्हें बेहतरीन सुविधाएं दी जायेगी। इनके शारीरिक विकास के साथ-साथ कौशल विकास भी होगा। 

केन्द्रीय मंत्री ने सौर ऊर्जा पर झारखंड सरकार के द्वारा उठाये गये कदमों की सराहना की। उन्होंने वार्ता के क्रम में मुख्यमंत्री को जानकारी दी कि केंद्र में श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार आने के बाद बिजली घरों में कोयले की कमी को दूर कर लिया गया है। अब हर बिजली घर में कम से कम 23 दिन का कोयले का स्टॉक उपलब्ध है।
उन्होंने बताया कि कोल इंडिया के उत्पादन में 9.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जो एक रिकार्ड है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव संजय कुमार, वित्त विभाग के प्रधान सचिव अमित कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव सुनील कुमार बर्णवाल सहित कई अधिकारीगण उपस्थित थे। 

नेट निरपेक्षता पर ट्राई को मिली 18 लाख टिप्पणियां

0
0
18-lakhs-reply-for-net-nutrality
नयी दिल्ली 31 दिसंबर, डाटा उपयोग के लिए अलग-अलग मूल्य निर्धारण के उद्देश्य से दूरसंचार नियामक ट्राई द्वारा जारी मशविरा पत्र पर उसे 18 लाख से अधिक टिप्पणियां मिली है और जनवरी के अंत तक नियामक इस पर आदेश जारी करेगा। ट्राई ने इस संबंध में टिप्पणी या राय देने की आखिरी तिथि सात जनवरी तक बढा दी है जिससे इस पर आैर अधिक कमेंट मिलने की संभावना है। सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक की भारत में फ्री बेसिक की पेशकश का भविष्य इन टिप्पणियाें के आधार पर ट्राई के आने वाले आदेश पर निर्भर करेगा। फेसबुक द्वारा फ्री बेसिक के पक्ष में जोर शोर से विज्ञापन शुरू किये जाने एवं मिस्ड काॅल एवं टेंपलेट्स के जरिये इसका समर्थन जुटाने के तहत ट्राई के पास अब तक 5.40 लाख से अधिक टिप्पणियां आ चुकी है। ट्राई इन सभी लोगों को इस संबंध में जारी प्रश्नवाली भेजकर पूरा जबाव मांगेगा । 

ट्राई के अध्यक्ष आर. एस. शर्मा के अनुसार फोन के जरिये करीब नौ लाख टिप्पणियां मिली है। उन्होंने कहा कि 3.8 लाख से अधिक टिप्पणियां नेट निरपेक्षता के पक्ष में मिली है लेकिन उन लोगों को प्रश्नावली भेजकर जबाव नहीं मांगा जायेगा क्योंकि उनका जवाब प्रश्नावली से मिलता जुलता है। हालांकि फेसबुक की पेशकश का प्रबुद्ध लोगोंं और कुछ स्टार्टअप ने पुरजोर विरोध किया है। आॅनलाइन मार्केटप्लेस फ्लिपकार्ट ने नेट निरपेक्षता का समर्थन किया है लेकिन उसने फ्री बेसिक पर कोई टिप्पणी नहीं की है। ट्राई ने कहा कि इस महीने उसे करीब छह लाख टिप्पणियां मिली है जबकि नेट निरपेक्षता पर पहले जारी मशविरा पत्र पर 10 लाख से अधिक टिप्पणियां मिली थी। 

दिल्ली ने ‘16 करोड़ी’ युवराज को किया रिलीज

0
0
ipl-auction-yuvraj-release-from-delhi
नयी दिल्ली,31 दिसंबर, इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के इतिहास में 2015 के आठवें सत्र में दिल्ली डेयरडेविल्स टीम ने धुरंधर आलराउंडर युवराज सिंह को 16 करोड़ रुपये की सबसे महंगी कीमत पर खरीदा था लेकिन दिल्ली ने 2016 के नौवें सत्र के लिये युवराज को अपनी टीम से रिलीज कर दिया है। वीवो आईपीएल 2016 सत्र के लिये फ्रेंचाइजी टीमों के पास खिलाड़ियों को रिटेन करने की विंडो 31 दिसंबर को शाम पांच बजे तक थी और इस समय की समाप्ति के बाद आईपीएल टीमों ने 37 विदेशी खिलाड़ियों सहित कुल 101 खिलाड़ियों को रिटेन कर लिया। ‘सिक्सर किंग’ के नाम से मशहूर युवराज को दिल्ली ने 16 करोड़ रुपये की कीमत पर खरीदा था लेकिन टीम ने युवराज को कप्तान न बनाकर दक्षिण अफ्रीका के आलराउंडर जेपी डुमिनी को टीम का कप्तान बनाया था। युवराज का टूर्नामेंट में प्रदर्शन निराशाजनक रहा था । भारतीय चयनकर्ताओं ने युवराज को हालांकि जनवरी के आस्ट्रेलिया दौरे के लिये ट्वंटी-20 टीम में शामिल कर लिया है लेकिन दिल्ली डेयरडेविल्स ने युवराज को अपनी टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। युवराज के अलावा किंग्स इलेवन पंजाब ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले चुके वीरेंद्र सहवाग को,मुंबई इंडियंस ने प्रज्ञान ओझा और जोश हैजलवुड को, रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू ने दिनेश कार्तिक और डेरेन सैमी को , सनराइजर्स हैदराबाद ने इशांत शर्मा, डेल स्टेन और केविन पीटरसन जैसे धुरंधरों को तथा कोलकाता नाइट राइडर्स ने रेयान टेन डेशकाटे को अपनी टीमों से रिलीज कर दिया। 

दिल्ली डेयरडेविल्स ने युवराज काे रिलीज कर दिया है लेकिन उसने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले चुके जहीर खान, अमित मिश्रा, मोहम्मद शमी, इमरान ताहिर, डुमिनी और एल्बी मोर्कल सहित कुल 20 खिलाड़ियों को रिटेन किया है। किंग्स इलेवन पंजाब ने मुरली विजय ,डेविड मिलर, ग्लेन मैक्सवेल , मिशेल जानसन, शान मार्श और अक्षर पटेल सहित कुल 18 खिलाड़ियों को रिटेन किया है। कोलकाता नाइटराइडर्स ने कप्तान गौतम गंभीर ,उमेश यादव, यूसुफ पठान , माेर्न मार्कल और सुनील नारायण सहित कुल 21 खिलाड़ी रिटेन किये हैं। मुंबई इंडियंस ने कप्तान रोहित शर्मा, हरभजन सिंह, कीरोन पोलार्ड, लसित मलिंगा और उन्मुक्त चंद सहित सर्वाधिक 25 खिलाड़ी रिटेन किये हैं। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू ने कप्तान विराट कोहली, क्रिस गेल , एबी डीविलियर्स, वरुण आरोन सहित कुल 19 खिलाड़ियों को रिटेन किया है। हैदराबाद ने भुवनेश्वर कुमार , शिखर धवन, डेविड वार्नर, केन विलियम्सन और ट्रेंट बोल्ट सहित 20 खिलाड़ियों को रिटेन किया है। आईपीएल की दो नयी टीमों पुणे और राजकोट ने हाल में आईपीएल ड्राफ्ट से पांच-पांच खिलाड़ियों को लिया था। 

दिल्ली ने युवराज के अलावा एंजेलो मैथ्यूज ,मनोज तिवारी ,जयदेव उनादकट और भारतीय मूल के आस्ट्रेलियाई खिलाड़ी गुरिंदर संधू सहित 10 खिलाड़ियों को रिलीज किया है। पंजाब ने सहवाग और आस्ट्रेलिया के जार्ज बेली सहित आठ खिलाड़ियों ,कोलकाता ने 10 खिलाड़ियों , मुंबई ने 10 खिलाड़ियों , बेंगलुरू ने घरेलू क्रिकेट में जबरदस्त प्रदर्शन करने वाले जलज सक्सेना सहित सर्वाधिक 14 खिलाड़ियों और हैदराबाद ने नौ खिलाड़ियों को रिलीज किया है। मुंबई ने अपने कुल पर्स से सर्वाधिक 51.59 करोड़ रुपये खर्च कर दिये हैं और उसके पास अब नीलामी के लिये 14.40 करोड़ रुपये बचे हैं। कोलकाता ने 48.05 करोड़ ,बेंगलुरू ने 44.37 करोड़,पंजाब ने 43 करोड़ , हैदराबाद ने 35.85 करोड़ और दिल्ली ने 29.15 करोड़ रुपये खर्च किये हैं। पुणे और राजकोट की नयी टीमें पांच खिलाड़ियों को लेने पर 39-39 करोड़ रुपये खर्च कर चुकी हैं और उनके पास नीलामी के लिये 27-27 करोड़ रुपये बचे हैं। दिल्ली के पास नीलामी के लिये सर्वाघिक 36.85 करोड़ रुपये बचे हैं1 हैदराबाद के पास 30.15 करोड़, पंजाब के पास 23 करोड़ , बेंगलुरू के पास 21.62 करोड़ और कोलकाता के पास 17.95 करोड़ रुपये बचे हैं। गुरुवार शाम की समयसीमा समाप्त होने के बाद आईपीएल फ्रेंचाइजियों ने 37 विदेशी खिलाड़ियों सहित 101 खिलाड़ियों को रिटेन किया है जबकि 24 विदेशी खिलाड़ी सहित 61 खिलाड़ियों को टीमों ने रिलीज कर दिया है। 
Viewing all 73727 articles
Browse latest View live




Latest Images