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संन्यास के बाद बादशाह की तरह जीना चाहता हूं : रोनाल्डो

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मैड्रिड, 05 जनवरी, रियल मैड्रिड के स्टार खिलाड़ी क्रिस्टियानो रोनाल्‍डो कहा है कि उन्हें जिंदगी में किसी बात का पछतावा नहीं है और कॅरियर की समाप्ति के बाद वह बादशाह जैसा जीवन जीना चाहते हैं। अगले महीने फरवरी में 31 वर्ष के होने जा रहे रोनाल्डो ने कहा “मेरी जिंदगी शीर्ष पर रही है लेकिन फुटबाल के कारण मैं कहीं ना कहीं बंधा हुआ था। मुझे लगता है कि अपना कॅरियर खत्‍म करने के बाद मैं इसका ज्‍यादा आनंद उठाऊंगा। मेरे पास तब समय भी भरपूर रहेगा जिसका लाभ लेना चाहूंगा।” रोनाल्‍डो ने कहा “पैसा, कार, घर और दुनिया की शोहरत होना ही सब कुछ नहीं है। 

उदाहरण के तौर पर मैं लास वेगास में होने वाली बॉक्सिंग बाउट में मैं अपने परिवार और दोस्‍तों के साथ जाना चाहता हूं लेकिन समय की कमी के कारण नहीं जा पाऊंगा। मैं इसका मलाल नहीं मनाऊंगा क्‍योंकि करियर समाप्‍त होने के बाद मैं बादशाह जैसा जीवन जीना चाहता हूं।” उन्होंने कहा “मैंने 11 वर्ष की उम्र में ही घर छोड़ दिया था और एक अलग ही दुनिया में चला गया था। मुश्किल हालात और घर से दूर गुजारे गए समय की वजह से ही मैं आज इस मुकाम तक पहुंचा हूं।” फॉर्ब्‍स के मुताबिक रोनाल्‍डो सर्वाधिक राशि पाने वाले विश्‍व के तीसरे सबसे मंहगे एथलीट हैं जिनकी वार्षिक कमाई करीब 529 करोड़ रुपए है।

आईएस के वीडियो में ब्रिटीश नागरिक के होने का दावा

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लंदन, 05 जनवरी, आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने कल जिन पांच लोगों की हत्या करने वाला वीडियो जारी किया था उसमें एक व्यक्ति ब्रिटेन का नागरिक बताया जा रहा है। मीडिया खबरों के मुताबिक आईएस के ताज़ा प्रोपेगेंडा वीडियो में ब्रिटेन के नागरिक सिद्धार्थ धर है। आईएस ने कल जो वीडियो जारी किया था उसमें पांच लोगों काे कत्ल करते दिखाया गया था। आईएस का कहना था कि ये वह लाेग हैं जो ब्रिटेन के लिए जासूसी कर रहे थे। आज जारी ताजा वीडियाे में ब्रिटेन के नागरिक सिद्धार्थ धर को दिखाया गया है। हालांकि आधिकारिक रुप से अभी इसकी पुष्टि हाेनी बाकी है। सूत्रों के अनुसार धर पूर्वी लंदन के नागरिक है और धर्म परिवर्तन करके अबू रुमायाश के नाम से जाने जाते हैं। 

धर को गत वर्ष 2014 में गिरफ़्तार किया गया था लेकिन वह जेल तोड़ कर भाग निकलने में सफल रहा था। वह मूल रूप से हिंदू हैं लेकिन इस्लाम अपनाकर कट्टरपंथी संगठन अल मुहाजिरून से जुड़ गए थे। इस्लामिक स्टेट के इस ताज़ा वीडियो की अभी स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं की जा सकी है। इस वीडियो में एक नक़ाबपोश बंदूकधारी ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरून को चेतावनी देते हुये कह रहा है,“ हम जिहाद करते रहेंगे, तुम्हारी सीमाओं को तोड़कर एक दिन तुम्हारी ज़मीन पर आक्रमण करेंगे और शरिया के अनुसार शासन करेंगे।” वीडियो पर टिप्पणी करते हुए प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने इसे आतंकी संगठन की हताशा बताया और कहा कि ब्रिटेन इससे कभी भी भयभीत नहीं होगा। 10 मिनट के इस वीडियो में ब्रिटेन की भाषा में बात कर रहा एक बच्चा भी है जो इस्लाम में आस्था न रखने वालों के क़त्ल करने की बात कर रहा है।

ट्रम्प ने फिर दिया मुस्लिम विरोधी बयान

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न्यूयाॅर्क, 05 जनवरी, अमरीकी राष्ट्रपति पद के रिपब्लिकन दावेदार डोनाल्ड ट्रम्प ने एक बार फिर से मुस्लिम विरोधी बयान देकर राष्ट्रपति पद के चुनाव से पहले जुबानी जंग तेज कर दी है। श्री ट्रम्प ने एक बार फिर से न केवल मुस्लिम विरोधी बयान दिया है बल्कि उन्हाेंने आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) के पनपने के लिए राष्ट्रपति बराक ओबामा और पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिटन को भी दोषी ठहराया है। ट्रम्प का कहना है कि वह अपने पहले के बयान पर कायम है और अगर वह राष्ट्रपति बनते हैं तो अमेरिका में मुस्लिमों के प्रवेश पर रोक लगा देंगे। उन्होंने कहा कि उनके इस बयान को कई लोगों ने समर्थन किया है। 

रिपब्लिकन पार्टी के दावेदार टम्प ने कहा,“ लोगों ने मेरे बयान का समर्थन किया और उस समस्या को उठाने के लिये बधाई दी जिसे लोग खारिज कर रहे हैं। मेरा बयान बिल्कुल सही था और मैं राष्ट्रपति बन गया तो अमेरिका में मुसलमानों का प्रवेश बंद कर दूंगा।” अपनी चुनावी प्रचार के बारे में उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले रेडियो और टीवी विज्ञापनों पर कम से कम दो मिलीयन यूएस डॉलर खर्च करने की उनकी योजना है। उधर लंदन में ट्रम्प के मुस्लिम विरोधी बयान पर प्रतिबंध लगाने के लिए एक याचिका पर एक लाख से अधिक हस्ताक्षर किये गये हैं।

ग्रामीण इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश कराना समय की मांग : जेटली

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नयी दिल्ली 05 जनवरी, वित्त मंत्री अरूण जेटली ने ग्रामीण इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र में निवेश बढ़ाने को समय की मांग बताते हुए आज कहा कि तेल की कीमतों में गिरावट से सरकार को हुई बचत को महत्वपूर्ण परियोजनाओं में निवेश करने का असर दिखने लगा है। श्री जेटली ने आज यहां भारत के लिए टिकाऊ इंफ्रास्ट्रक्चर पर आयोजित सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए कहा कि तेल की कीमतों में गिरावट से सरकार को हुई बचत को महत्वपूर्ण इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्रों में निवेश किया जा रहा है और इसका असर दिखने लगा है। राजमार्ग क्षेत्र में लंबित परियोजनाएं आगे बढ़ने लगी हैं तथा पिछले वर्ष रेलवे और हाइवे में किये गये निवेश को इस वर्ष भी जारी रखा जाएगा। 

उन्होंने कहा कि रेलवे के निवेश उत्साहवर्धक है और निजी क्षेत्र अब बंदरगाह परियोजनाओं में रूचि दिखा रहे हैं। श्री जेटली ने कहा कि तेल,कमोडिटी और धातु की किमतों में नरमी से दुनिया के कई देशों के समक्ष चुनौतियां उत्पन्न हुई हैं लेकिन भारत जैसे देशों के लिए बड़ा अवसर है। उन्होंने ग्रीन फील्ड और ब्राउन फील्ड परियोजनाओं में प्रबंधन दक्षता को बढ़ाने की जरूरत बताते हुए कहा कि इस परियोजनाओं की निगरानी की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय इंफ्रास्ट्रक्चर निवेश कोष में निवेश के लिए कई देशों के पेंशन फंड और साेवटिंग फंड संपर्क में है और शीघ्र ही इसके सकारात्मक परिणाम मिलने की उम्मीद है।

श्रीलंकाई नौसेना ने बारह भारतीय मछुआरों को पकड़ा

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रामेश्वरम, 05 जनवरी, श्रीलंका के नौसैनिकों ने कथित जल सीमा के उल्लंघन और अवैध रूप से मछली पकड़ने के आरोप में थलईमनार समुद्र तट से बारह भारतीय मछुआरों को उनकी तीन नाैकाओं के साथ पकड़ लिया। राज्य के मत्स्य विभाग के अधिकारियों ने आज बताया कि विवादास्पद कच्चीतीवू द्वीप के समीप जब मछुआरे बीच समुद्र में मछली पकड़ रहे थे तभी श्रीलंकाई नौसैनिकों ने उन पर धावा बोल दिया आैर उन्हें पकड़ लिया। 

श्रीलंकाई नौसैनिकों ने मछली पकड़ने वाली कम से कम पचास नौकाओं को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किये गये बारह मछुआरों में आठ रामेश्वरम के और चार पुद्दुकोटई के रहने वाले हैं। श्रीलंकाई नौसेना के अाधिकारिक वेबसाइट में आज बताया गया कि गिरफ्तार किये गये मछुआरों पर आगे की कार्रवाई के लिये उन्हें थलईमनार-कनकासनथुरई मत्स्य एवं समुद्री विभाग को सौंप दिया गया है।

दलित - गरीबांे पर बढ़ते हमले के खिलाफ खेमस का राज्यव्यापी प्रदर्शन

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  • दलित - गरीबांे पर बढ़ते हमले के खिलाफ और खेमस राज्य अध्यक्ष व दरौली विधायक सत्यदेव राम सहित अन्य नेताओं की रिहाई के सवाल पर खेमस का राज्यव्यापी प्रदर्शन
  • विभिन्न सवालों पर हजारों खेतमजदूरों व गरीबों ने किया जिला व प्रखंड मुख्यालय पर प्रदर्शन

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पटना 5 जनवरी 2016, अखिल भारतीय खेत व ग्रामीण मजदूर सभा (खेमस) के राष्ट्रीय महासचिव धीरेन्द्र झा ने आज प्रेस बयान जारी करके कहा है कि राज्य के विभिन्न जिला व प्रखंड मुख्यालयों पर पचास हजार खेत मजदूरों व ग्रामीण गरीबों ने बिहार में दलितों-गरीबों के ऊपर बढ़ते हमले के खिलाफ तथा खेमस के राज्य अध्यक्ष व दरौली से माले विधायक सत्यदेव राम सहित अन्य नेताओं की रिहाई के सवाल पर प्रदर्शन किया. उन्होंने कहा कि बिहार के जनादेश से यह बात स्पष्ट है कि जनता न्याय चाहती है, लेकिन आंदोलनकारी नेताओं को झूठे मुकदमे मंे फंसाकर जेल में डाल दिया गया है. गरीबों के लोकप्रिय व उनकी आवाज उठाने वाले नेता जेल की सींखचों के पीछे रहेंगे, तो इसे हम कत्तई बर्दाश्त नहीं करेंगे. उन्होंने आगे कहा कि चुनाव के बाद बिहार में गरीबों-दलितों पर हमले तेज हुए हैं और अपराध का ग्राफ भी तेजी से बढ़ रहा है. हिलसा, अतरी कई जगहों पर दलितों की पीट-पीट कर हत्या कर दी गयी, तो बलात्कार की घटनाओं में भी बढ़ोतरी हुयी है. उन्होंने आगे कहा कि पूरा बिहार सूखा से प्रभावित है, मनरेगा की योजना बंद है, राशन-किरासन में घोर अनियमितता है और आपरेशन बसेरा अभियान के बावजूद वास-आवास की समस्या खटाई में है. इसके खिलाफ आज खेमस ने राज्यव्यापी प्रदर्शन किया और सरकार से मांग की है कि वे बिहार के जनादेश का सम्मान करे और गरीबों-दलितों के अधिकारों की हिफाजत करे.

आज के प्रदर्शन के दौरान पटना ग्रामीण के विभिन्न प्रखंडों में प्रदर्शन किया गया. धनरूआ के प्रदर्शन में स्वंय धीरेन्द्र झा शामिल हुए, वहीं मसौढ़ी में ख्ेामस नेता गोपाल रविदास के नेतृत्व में सैंकड़ों खेतमजदूरों ने धरना दिया. पुनपुन में जयप्रकाश पासवान ने आंदेालन का नेतृत्व किया. पालीगंज, बिहटा, मनेर, फतुहा, विक्रम, नौबतपुर आदि प्रख्ंाड मुख्यालयों पर भी धरना-प्रदर्शन किया गया. इसके अलावा भागलपुर, समस्तीपुर, शेखपुरा, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, भोजपुर, बक्सर, जहानाबाद, सासारमा, गया, बेगूसराय, पूर्णिया, सुपौल, पश्चिम चंपारण, सिवान, अरवल, औरंगाबाद, कैमूर, मधुबनी, लखीसराय, खगडि़या, कटिहार, पूर्वी चंपारण जमुई आदि जिला मुख्यालयों पर भी धरना-प्रदर्शन आयोजित किये गये. खेमस नेताओं ने यह भी कहा कि आज के कार्यक्रम में तमिलनाउु के प्रिकाॅल के आंदोलनरत 8 मजदूरों केा दी गयी डबल आजीवन कारावास के खिलाफ भी था. हम आंदोलनरत मजदूरों के साथ अपनी एकजुटता जाहिर करते हैं. और इस लड़ाई केा आगे जारी रखने का संकल्प लेते हैं. उन्होंने बिहार में होने वाले पंचायत चुनाव को दलीय आधार पर भी करवाने की मांग की है.

बिहार : अबकी बार महिला कामगारों के हित में बने काननू सरकार

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  • न्यूनतम मजदूरी का फल प्राप्त कर रही हैं महिला कामगार

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पटना। बिहार कामगार संगठन के बैनर तले जन सुनवाई आयोजित। इस अवसर पर पटना उच्च न्यायालय के अवकाश प्राप्त न्यायधीश वीएन सिन्हा, पटना उच्च न्यायालय की अधिवक्ता अल्का वर्मा, सिविल कोर्ट की वकील श्रुति सिंह,ओम प्रकाश और मो0गजनफर नवाब उपस्थित रहे।  असंगठित महिला कामगार नीरू देवी कहती हैं कि उनको मकान मालिक द्वारा बकायी राशि नहीं दी जा रही है। 11 माह कार्य की थीं। प्रत्येक माह 8 सौ रू0 मिलता था। केवल 1 हजार रू0 देकर टरका दिया गया। संगठन ने सहयोग दिया। बीमार पढ़ने के बाद काम करने गयी थीं। तो रखा नहीं गया। मालिक द्वारा कहा गया कि दूसरी कामगार को रख ली हैं। शेखपुरा की 12 वर्षीय बाल घरेलू कामगार के साथ रोजाना मारपीट और शारीरिक शोषण की जाती थी। जिसे बर्दाश्त नहीं कर सकी और उसकी मौत हो गयी। एक बाल घरेलू कामगार कहती हैं कि जिल्लत की जिदंगी से निकालने में संगठन सहायक बना।

बिहार कामगार संगठन से जुड़ी असरीता टोप्पों का कहना है कि इन कामगारों पर जर्बदस्त अत्याचार होते रहता है। बावजूद इसके कोई कानून नहीं बनाया जा सका है। जोरदार प्रयास करने के बाद बिहार गजट (असाधारण), के घरेलू कामगार को अनुसूची करवाने में सफल हो सके। अनुसूची-1 (ब) में उल्लेख है। अनुसूचित नियोजन का नाम-घरेलू कामगार, अधिसूचना संख्या-2782,2783 तिथि 28.09.2011,गजट संख्या-560 दिनांक 29.09.2011। बिहार गजट (असाधारण),4 नवम्बर 2015 के अनुसार बरतन धोना (प्रति घंटा) 589.00 प्रतिमाह। कपड़ा धोना/बरतन धोना (प्रति घंटा) 589.00 प्रतिमाह। बरतन धोना/कपड़ा धोना/एक हजार स्काव्यर फीट में पोछा लगाना (प्रति माह)। इन कामगारों को परिवर्तनशील मंहगाई भत्ता दी जाती है। 01.10.2015 से 8.00 रू0 देय है। कपड़ा धोना/बरतन धोना/पोछा लगाना एवं बच्चों की देखभाल करने वाले को 4703.00 रू0 प्रतिमाह देय होगा। उसी तरह कपड़ा धोना/बरतन धोना/पोछा लगाना/बच्चों की देखभाल करना/बच्चों को स्कूल पहुंचाना एवं वापस लाना तथा अन्य घरेलू विविध कार्य करने वालों को 4703.00 रू0 प्रतिमाह देय होगा। इन दोनों श्रेणी के लोगों से 8 घंटा काम लिया जाएगा। इन कामगारों को परिवर्तनशील मंहगाई भत्ता दी जाती है। इनको 01.10.2015 से 68 रू0 देय है। कामगारों की 5 कोटि में विभक्त कर दी गयी है। यह लोग अकुशल श्रेणी में आते हैं। इस राशि से भी कम ही रकम दिया जा रहा है।

परिवर्तनशील मंहगाई भत्ता की दरे अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के उस औसत बिन्दु पर आधारित होगा जिस पर उपर्युक्त अनुसूचित नियोजनों में परिवर्तनशील मंहगाई भत्ता की दरें निर्धारित/पुनरीक्षित की गई है।उपर्युक्त सूचकांक में यथास्थिति वृद्धि अथवा हªास के अनुसार न्यूनतम मजदूरी की दरों में उपर्युक्त अनुसूची के स्तंभ-4 में अंकित दर से वृद्धि या कमी की जायेगी और उसे परिवर्तनशील मंहगाई भत्ता का अंश समझा जायेगा। परन्तु यदि सूचकांक उस बिन्दु से कम हो जाय जिस पर न्यूनतम मजदूरी की दरें निर्धारित/ मंहगाई भत्ता भुगतान उपर्युक्त दर से जनवरी-जून,2015 के औसत के आधार पर अक्टूबर,2015 से देय होगा और इसके बाद प्रत्येक छः महीने के औसत भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के आधार पर परिवर्तनशील मंहगाई भत्ता की राशि में वृद्धि अथवा कमी संबंधित छमाही के तीन महीने बाद से लागू होगा। 

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर (05 जनवरी)

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सेल्समेन की मनमानी से गेस उपभोक्ता परेशान

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पारा--- नगर मे दो सो रे भी ज्यादा घरेलु व व्यवसायीक गेस की टंकीयो का वितरण जिला थोक उपभोक्ता झाबुआ द्वारा सप्ताह मे दो दिन सोमवार व शुक्रवार केा किया जाता हे। गेस टंकीयो का वितरण करने के लिए जिला थोक उपभोक्ता से सेल्समेन सहीत चार से पांच लोगो का दल ट्रक लेकर आता हे व बस स्टेण्ड से कुछ फलाग दुर शंकर मंदिर व शनि मंदिर के समीप वाले मेदान पर नगर व आसपास क्षेत्र के लोगो को वितरण करता हे।वर्तमान गेस टंकियो के वितरण के लिए जिला थोक उपभोक्ता मे सेल्समेन की उपलब्धता नही होने से टंकियो का वितरण एकाउटेंट द्वारा किया जा रहा हे। 99 के फेर मे फंसे एकाउटैंट अपनी मनमानी करने से बाज नही आ रहा हे व उपभोक्ताओ के साथ ठिक ढंग से व्यवहार नही करता। आए दिन किसी न किसें इनकी बहस होना आम बात हे।सरकार द्वारा गेस के दामो मे किजा रही लगातार वृद्धि को लेकर उपभोक्ताओ उचित जवाब नही देने पर बहस होना आम बात होगई ।उपर से उक्त सेल्समेन उर्फ एकाउंटेट का तुर्रा यह की मुझे से जबर जस्ती यह कार्य करवाया जा रहा हे मे इस कार्य करने के लिए नही हु। सरकार द्वारा विगत दिनो गेस के दामो मे वृद्धि कि गई जिससे उपभोगक्ता द्वारा प्रश्न करने के बाद उचित जवाब न देने पर सोमवार को भी इसी तरह की बहस एकाउटेंट व उपभोक्ता बिच हुई ।

नही देते हे रसीद---जिला थोक उपभोक्ता भण्डार से मांग के आधार पर गेस टंकी प्रदाय कि जाती हे सारा कार्य आॅन लाईन होने से टंकी के साथ ही निर्धारीत शुल्क कि रसीद भी इस्यु कि जाती हे लेकिन सेल्स मेन द्वारा उपभोक्ताओ रसीद नही देकर सीधे टंकी देदी जाती हे जिससे उपभोक्ता को यह पता नही चलता हे कि उसे दी गई टंकी का उचित मुल्य कितना हे। रसीद मांगे जाने पर सेल्समेन द्वारा रसीद नही होने कि बात कही जाती हे जो कि नियमानुसार नही हे रसीद न मिलने पर उपभोक्ता को यह लगता हे कि कही वह ठगी का शिकार तो नही हुआ। इस बात कि क्या गांरटी हे उससे वितरण कर्ता द्वारा उचित मुल्य ही लिय गया हे।जिला थोक उपभोक्ता द्वारा गंेस टंकी के साथ रसीद सेल्समेन को दी जाती हे आखीर वह रसीद कहा जाती हे।उन रसीदो का क्या किया जाता हे।सेल्समेन द्वारा रसीद न देना भी कई शंकाओ को जन्म देता हे। यह जांच का विषय हे।

घर पर नही पहुचाते हे भरी टंकी---जिला थोक उपभोक्ता द्वारा पारा नगर मे गेस टंकी प्रदाय करने का भाडा अलग से लिया वही घर पहुच सेवा का भी शुल्क लिया जाता हे बावजुद इसके सेल्समेन द्वारा नगर मे टंकी घर घर पुहचाने कि अपेक्षा एक स्थान पर ही वाहन खडा करके उपभोक्ताओ को टंकीया प्रदाय कि जाती हे।झाबुआ मे एक गेस टंकी का प्रदाय करने का शुल्क घर पहुच सहीत 748 रुपए हे इसी शुल्क मे पारा 16 किलोमिटर पर प्रत्येक टंकी का डेलेवरी भाडा 21 रुपए जोड कर 769 रुपए मे उपभोक्ता को टंकी प्रदाय कि जा रही हे।

नही देते खुल्ले पेसे---जिला थोक उपभेाक्ता भण्डार द्वारा शासन द्वारा निर्धारीत किए मुल्य पर गेस टंकी प्रदया कि जाती हे पर सेल्स मेन द्वारा उपभोक्ता निर्धारीत मुल्य पर न देकर अधिक शुल्क की वसुली कि जाती हे। एक ,दो, पांच रुपए का भुगतान टंकी वितरण कर्ता द्वारा वापीसी नही कि जाती हे व उपभोक्ता पर खुल्ले पेसे लेकर आने का दबाव बनाया जाता हे।उपभोक्ता द्वारा खुल्ले पेसे नही देने पर राउड फिगर मे सारा पेसा हजम कर लिया जाता हे नगर मे करिब दो से उपभोक्ता हे जिन्हे खुल्ले पेसे वापस नही करके पांच सो रुपए से भी ज्यादा की अतिरिक्त ईन्कम वितरण कर्ता द्वारा कि जाती हे यदी कोई विरोध करता हे तो वितरण कर्ता द्वारा विरोध कर्ता के साथ अभद्र व्यवहार किया जाता हे।

यै कहना हे इनका---इस संबंध मे जिला थोक उपभोक्ता के प्रशासक बी एस चोहान से उनके मोबाईल पर कई बार समपर्क करना चाहा लंेकिन श्री चोहान उपलब्ध नही हो सके।

कृषक संगोष्ठि में हुआ मृदा स्वास्थ्य कार्ड का वितरण
  • तुअर और मक्का को रोपा पद्वति से लगाना चाहिए - श्री जी.एस. त्रिवेदी उप संचालक कृषि
  • मुख्यमंत्री सामुदायिक नेतृत्व क्षमता विकास पाठ्यक्रम के छात्रों द्वारा फिल्ड ग्राम में हुआ मृदा स्वास्थ्य कार्ड का वितरण

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झाबुआ----मुख्यमंत्री सामुदायिक नेतृत्व क्षमता विकास पाठ्यक्रम के छात्रों में नेतृत्व का गुण विकसित हो और इसके माध्यम से पाठ्यक्रम में दी जाने वाली योजनाओं की जानकारी को अपने-अपने फिल्ड ग्रामों के किसानों तक पहुंचाकर उन्हें लाभान्वित करते हुए ग्राम विकास के कार्यो में सहयोगी बनाए । इसी क्रम में मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना में ग्राम में 10 किसानों के कार्ड बनवाए गए है जो कि प्रशंसनीय कार्य है उक्त विचार उपसंचालक कृषि जी.एस. त्रिवेदी ने कहे। वही खेती को लाभ का धंधा किस प्रकार बनाना और मृदा स्वास्थ्य कार्ड की उपयोगिता के साथ जैविक खेती के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि सर्वप्रथम किसान जिस मिट्टी का उपयोग कर रहा है उसकी जाॅच करा कर उसमें उपलब्ध उर्वरा शक्ति एवं पोषक तत्वों की जानकारी प्राप्त करें , उसके बाद उसमें जरूरत के आधार पर गोबरखाद , रासायनिक खाद का उपयोग करते हुए खेत की मिट्टी में सुधारकर रोप पद्वति का उपयोग करते हुए मक्का एवं तुअर जैसी फसलों का अधिक उत्पादन कर सकते है। कृषक संगोष्ठि में परिषद् के जिला समन्वयक द्वारा संचालित पाठ्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि पाठ्यक्रम के माध्यम से भी गांव के विद्यार्थि ग्राम विकास कार्यो मे जुडकर नेतृत्व कर रहे है जिसका परिणाम है कि प्रस्फुटन ग्राम खेडी के छात्र जयहिन्द द्वारा प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, स्वच्छ भारत अभियान, विधवा वृद्वा पेंशन, जैसी प्रमुख योजनाओं से ग्रामीणों को लाभान्वित करवाया गया है। किसान संगोष्ठि में ग्राम के उत्कृष्ट किसान जयहिन्द भूरिया, मल्ला मोतिया का शाॅल एवं श्रीफल से सम्मान किया गया। कार्यक्रम में ग्राम के सरपंच जवसिंग बारिया द्वारा भी किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि कृषि सम्बधित प्रमुख योजनाए जिनकी जानकारी आज कार्यक्रम में दी गई है उनका हम सभी किसान भाई लाभ लेकर अपनी खेती को लाभ का धंधा बना सकते है। कृषि संगोष्ठि में कृषको द्वारा कृषि संबधि योजनाओं पर प्रश्न पूछें गए जिसमें सभी प्रश्नों का समाधान किया गया। कार्यक्रम में नवांकुर संस्था सातेर ग्राम विकास समिति की और से उत्कृष्ट कृषको का सम्मान किया गया। कार्यक्रम का संचालन ब्लाक समन्वयक दयाराम मुवेल ने किया एवं आभार प्रदर्शन नवांकुर संस्था के हेमेन्द्र अग्रवाल द्वारा किया गया।

जनसुनवाई में लगी आवेदको की भीड, कलेक्टर एवं सीईओ जिला पंचायत ने सुनी समस्याएॅ

झाबुआ---शासन के निर्देशानुसार मंगलवार को  जनसुनवाई कार्यक्रम आयोजित किया गया। जनसुनवाई में जनसमस्या सें संबंधित आवेदन प्राप्त हुवे। जनसुनवाई में आवेदन कलेक्टर डाॅ. अरूणा गुप्ता सीईओ जिला पंचायत श्री अनुराग चैधरी एवं संबंधित विभागो के जिला अधिकारियों ने लिये। आवेदन निराकरण के लिये संबंधित विभागों को साॅफ्टवेयर के माध्यम से आॅनलाइन भेज दिये गये है। मंगू पिता बदिया निवासी मसुरिया तहसील झाबुआ ने सिलीकोसिंस बीमारी से पीडित होने के कारण उसे एवं उसकी पत्नी किडी को पेंशन स्वीकृत करवाने के लिए आवेदन दिया। वेस्ता पिता खुमान निवासी ग्राम गोमला तहसील झाबुआ ब्लाक रामा ने 3 वर्ष पूर्व स्वीकृत कपिलधारा कूप की शेष राशि का भुगतान करवाने के लिए आवेदन दिया। कमलेश पिता लक्ष्मण निवासी करडावद तहसील पेटलावद ने वर्ष 2011-12 में स्वीकृत कपिलधारा कूप की राशि का भुगतान करवाने के लिए आवेदन दिया। विकलांग श्रीमती गवराबाई पति लक्ष्मण निवासी बैकल्दा तहसील पेटलावद ने बैकल्दा छात्रावास में रसोईयन के पद पर रोजगार दिलवाने के लिए आवेदन दिया। जमना बाई पति मुकेश निवासी बैंगनबर्डी तहसील पेटलावद ने जनसुनवाई में बताया कि वह ग्राम पंचायत बैंगनबर्डी में वार्ड नम्बर 03 से पंच पद का चुनाव लडी थी, विपक्षी बसंती बाई को उससे कम मत प्राप्त होने के बाद भी विजयी घोषित किया गया। उसने इस संबंध में 5 अक्टूबर 14 को आवेदन भी दिया था। आवेदन का निराकरण करवाने के लिए उसने जनसुनवाई में आवेदन दिया तथा सही प्रत्याशी को विजयी होने का प्रमाण-पत्र दिलवाने के लिएनिवेदन किया। ग्राम पंचायत पाडलघाटी के मकवाना फलिया के ग्रामीणों ने खेत सड़क योजना में मेन रोड से माल मकवाना फलिया तक रोड निर्माण करवाने के लिए आवेदन दिया। ग्राम कल्लीपुरा के ग्रामीणों ने गारिया फलिया में तालाब निर्माण करवाने के लिए आवेदन दिया। ग्राम झायडा के शिव मंदिर फलिये में आज ही लगेगी डी.पी. जनसुनवाई में ग्राम झायडा के शिव मंदिर फलिये में रहने वाले ग्रामीणो ने एक वर्ष से बंद पडी विद्युत डी.पी. की जगह नई डी.पी. लगवाने के लिए आवेदन दिया। कलेक्टर डाॅ. अरूणा गुप्ता ने आज ही गांव में डी.पी.लगवाने के लिए एमपीईबी को निर्देश दिये। गुल्लू पिता मल्ला गामड निवासी ग्राम गुलरपाडा विकास खण्ड झाबुआ ने मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास योजना का लाभ दिलवाने के लिए आवेदन दिया। तोलसिंह पिता नरसिह निवासी डूंगरालालू तहसील झाबुआ ने जनरल स्टोर्स खोलने के लिए भारतीय स्टेट बैंक से लोन दिलवाने के लिए आवेदन दिया। ग्रामीणो ने ग्राम सेमलघाटी के प्रा. वि. तथा आंगनवाडी में स्वयं सहायता समूह द्वारा मीनू अनुसार भोजन नहीं दिये जाने की शिकायत की। लाडू पति खुन्ना निवासी आमलीपठार तहसील झाबुआ ने भतीजे के लडके द्वारा धोखा धडी कर कृषि भूमि की रजिस्ट्री करवाने एवं शर्त अनुसार मेरा भरण-पोषण नहीं करने की शिकायत की। लाडू ने भतीजे से कृषि भूमि पुनः दिलवाने के लिये आवेदन दिया। एसडीएम पेटलावद को जनसुनवाई में जवाब नहीं भरने पर नोटिस जारी जनसुनवाई के प्रकरण में एसडीएम पेटलावद द्वारा नियत तिथि तक जनसुनवाई के पोर्टल पर जवाब नहीं भरने के कारण कलेक्टर डाॅ. अरूणा गुप्ता ने नोटिस जारी किया है।

जालमसिंह को मिली ट्रायसिकल

झाबुआ ---निःशक्त जालमसिह पिता नागू निवासी भूराडाबरा विकासखण्ड रामा को कलेक्टर डाॅ. अरूणा गुप्ता ने भारत शासन की सहायक एवं कृत्रिम उपकरण प्रदाय योजनान्तर्गत ट्रायसिकल प्रदान की।

17 जनवरी 22 फरवरी को होगा पल्स पोलियो अभियान, जिला टास्क फोर्स की बैठक संपन्न

झाबुआ----आगामी 17 जनवरी एवं 22 फरवरी को 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों को पल्स पोलियो अभियान के अन्तर्गत पोलियो रोधि दवाई पिलाई जायेगी। पल्स पोलियो अभियान की व्यापक तैयार करवाने के लिये कलेक्टर डाॅ. अरूणा गुप्ता की अध्यक्षता में जिला टास्क फोर्स की बैठक कलेक्टोरेट सभाकक्ष में संपन्न हुई। बैठक में एडीएम श्री दिलीप कपसे, सीईओ जिला पंचायत श्री अनुराग चैधरी, सीएमएचओ डाॅ. अरूण कुमार शर्मा, डब्ल्यू एचओ प्रतिनिधि डाॅ. चारण, जिला टीकाकरण अधिकारी डाॅ. राहुल गणावा, सहित संबंधित विभागों के जिला अधिकारी, एसडीएम, बीएमओ उपस्थित थे।  नेहरू युवा केन्द्र के युवा, द्वारा भी पल्स पोलियो अभियान में सहभागिता की जाएगी। स्कूलों में विद्यार्थियों द्वारा व्यापक प्रचार-प्रसार करवाया जाएगा।

स्वच्छता मिशन पर हुई कार्यशाला

झाबुआ’----रविववार को मंडी परिसर पेटलावद में स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत जनपद स्तरीय कार्यशाला का आयोजन हुआ जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में भोपाल से आई स्वच्छ भारत मिशन की राज्य प्रशिक्षक आस्था अनुरागी ने कहां स्वच्छता के लिए प्रत्येक व्यक्ति को एक साथ में आना होगा, अगर एक गांव का एक व्यक्ति भी इसका पालन नहीं करता है तो इसका नुकसान पूरे गांव को उठाना पड रहा है। आस्था अनुरागी ने खुले में शौेच करने से होने वाली बीमारियों और उससे होने वाली समस्याओं पर विस्तृत रूप से जानकारियां दी। इस अवसर पर जिला समन्वयक सुनील सुमन, जपं सीईओं वीरेन्द्रसिंह रावत सहित महिला बाल, विकास एवं ग्रामीण विकास विभाग के सरपंच सचिव उपस्थित थे।

रोड खराब होने से दुर्घटना होने पर एजेन्सी पर होगी कानूनी कार्यवाही
  • सड़क सुरक्षा समिति की बैठक संपन्न

झाबुआ---विगत दिन कलेक्टोरेट सभाकक्ष में सडक सुरक्षा समिति की बैठक कलेक्टर डाॅ. अरूणा गुप्ता की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री संजय तिवारी जिला परिवहन अधिकारी राजेश गुप्ता सहित समिति के सदस्य उपस्थित थे। बैठक में कलेक्टर डाॅ. अरूणा गुप्ता ने निर्देश दिये कि स्कूली बच्चों के आटों एवं बस के लिए सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार व्यवस्थाएॅ सुनिश्चित करे। ओवहलोडिंग रोकने के लिए अच्छा प्लान बनाकर रूटवाइज टीम बनाकर कार्यवाही की जाये। ओव्हर लोडिंग की मार्गवार कार्ययोजना बनाने के लिए पुलिस, पीडब्ल्यूडी, परिवहन विभाग की संयुक्त कमेटी बनाकर जानाकारी कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक कार्यालय को 2 दिवस में उपलब्घ करवाये। बनी हुई कार्ययोजना के अनुमोदन के लिए पुनः 6 जनवरी को सायं 6 बजे सड़क सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित की जाएगी। सड़क दुर्घटना रोकने के चिन्हित स्थानों पर दुर्घटना रोकने के लिए आवश्यक कार्यवाही संबंधित सड़क निर्माण एजेन्सी से करवाये। बैठक में कलेक्टर डाॅ. अरूणा गुप्ता ने सभी एसडीएम को निर्देशित किया कि जिस रोड पर निर्माण कार्य खराब होने से दुघर्टना होती है। वहाॅ संबंधित निर्माण एजेन्सी पर कानूनी कार्यवाही की जाये। शराब पीकर एवं तेज गति से वाहन चलाने वाले ड्रायवरों के लायसेंस निरस्त किये जाये इस संबंध में सडक सुरक्षा समिति की बैठक में निर्णय लिया गया। सभी एसडीएम पार्किग जोन बनाकर यातायात व्यवस्था सुनिश्चित करे।

सहकारी केन्द्रीय बैंक के संचालक मण्डल के निर्वाचन हेतु कार्यक्रम घोषित

झाबुआ ---मध्यप्रदेश राज्य निर्वाचन प्राधिकारी द्वारा सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित झाबुआ के संचालक मण्डल के सदस्यों पदाधिकारियों एवं अन्य संस्थाओं के प्रतिनिधियों के निर्वाचन हेतु कार्यक्रम घोषित कर दिया गया है। जारी कार्यक्रम अनुसार 11 एवं 12 जनवरी को प्रातः 11 बजे से सायं 4 बजे तक रिटर्निंग अधिकारी द्वारा जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित झाबुआ कार्यालय मंे नामांकन पत्र लिये जायेगे, 13 जनवरी को प्रातः 11 बजे से नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी एवं वैध नामांकन पत्रों की सूची का प्रकाशन किया जाएगा, 14 जनवरी को सायं 4 बजे तक नाम वापसी की तिथि नियत की गई है। नाम वापसी के बाद 14 जनवरी को निर्वाचन लडने वाले अभ्यर्थियों की सूची का प्रकाशन किया जाएगा मतदान 19 जनवरी को प्रातः 11 बजे से सायं 4 बजे तक होगा, मतगणना मतदान समाप्ति के तत्काल बाद की जाएगी। अध्यक्ष,उपाध्यक्ष एवं अन्य संस्थाओं में भेजे जाने वाले प्रतिनिधियों तथा अन्य पदाधिकारियों का निर्वाचन 25 जनवरी 16 को दोपहर 12 बजे से होगा।

डिप्टी कमिश्नर आदिवासी विकास ने प्राचार्यो की ली क्लास

झाबुआ---डिप्टी कमिश्नर आदिवासी विकास श्री सुधीर कुमार जैन झाबुआ जिले के दो दिवसीय भ्रमण पर है। विगत 4 जनवरी को उन्होंने ग्रामीण क्षैत्रो की शैक्षणिक संस्थाओं का निरीक्षण कर शिक्षा गुणवत्ता में सुधार के लिए निर्देश दिये। आज 5 जनवरी को उत्कृष्ट विद्यालय झाबुआ में ऐसे संस्था प्रमुखों की बैठक ली, जिनकी संस्था का विगत वर्ष 2015 में बोर्ड परीक्षा का परिणाम 30 प्रतिशत से कम रहा है। परीक्षा परिणाम इतना कम होने पर संस्था प्रमुखों को लताड लगाई एवं शैक्षणिक स्तर में सुधार के साथ परीक्षा परिणाम सुधारने के लिए निर्देशित किया। स्कूलो में बच्चो की उपस्थिति शत-प्रतिशत सुनिश्चित करने के लिए आवश्यकता पडे तो बोर्ड परिक्षा वाले बच्चे को सीट के अतिरिक्त छात्रावासों में रखकर विशेष अध्यापन करवाने, मोबाईल शिक्षको की व्यवस्था कर परीक्षा परिणाम में सुधार करने के लिए निर्देशित किया। बैठक में सहायक आयुक्त आदिवासी विकास श्रीमती शकुन्तला डामोर सहित स्कूलों के प्राचार्य,संस्था प्रमुख उपस्थित थे।

बाल सुरक्षा माह 5 जनवरी से एक माह तक मनाया जायेगा

झाबुआ---सीएमएचओ डाॅ. अरूण कुमार शर्मा ने बताया कि बाल सुरक्षा माह आज 5 जनवरी से प्रारंभ हो गया है। एक माह के दौरान जिले के 9 माह से 5 वर्ष तक के लक्षित सभी बच्चों को विटामिन ए एवं आयरन फोलिक एसिड का घोल पिलाया जायेगा। एवं छूटे हुवे बच्चो का टीकाकरण भी किया जायेगा।

टेलीफोन पर की अशलील बाते 

झाबुआ---फरियादी ने बताया कि वह घर पर अकेली थी। आरोपी अजय कुमार गांधी निवासी बामनिया ने टेलिफोन नं0 73912-64135 से फोन लगाकर अश्लील बातें की। प्रकरण में थाना पेटलावद में अप0क्र0 10/16, धारा 509 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

अवैध शराब का जब्त आरोपी गीरफ्तार

झाबुआ---पुलिस थाना कालीदेवी के द्वारा अरोपी भीला पिता कालु भाबोर, निवासी बियाडाबरा के कब्जे से 22 क्वाटर देशी प्लेन शराब कीमती 660/-रू0 की जप्त कर गिर0 किया गया। प्रकरण में थाना कालीदेवी में अप0क्र0 02/16, धारा 34 आबकारी एक्ट का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर (05 जनवरी)

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प्रदेश में युवाओं को बेहतर खेल सुविधाएं, 37वीं राष्ट्रीय मास्टर एथेलेटिक्स चेम्पियनशिप प्रतियोगिता का शुभांरभ
  • 1638 मास्टर एथेलेटिक्स 26 प्रतियोगिताओं में जौहर दिखाएंगे

vidisha news
विदिशा जिला मुख्यालय पर 37वीं राष्ट्रीय मास्टर एथेलेटिक्स चैम्पियनशिप प्रतियोगिता का शुभांरभ आज केन्द्रीय विदेश मंत्री और स्थानीय सांसद श्रीमती सुषमा स्वराज ने किया। उन्होंने इस स्टेडियम का नामकरण राजमाता विजयाराजे सिंधिया के नाम से करने की घोषणा की। केन्द्रीय विदेश मंत्री श्रीमती स्वराज ने कहा कि प्रदेश की खेल मंत्री ने विदिशा के स्टेडियम की सूरत ही बदल दी है। उन्हांेंने कहा कि प्रदेश खेलों के नाम से जाना जाए। इसके लिए राज्य सरकार द्वारा हर संभव प्रयास किए जा रहे है। श्रीमती स्वराज ने नपा अध्यक्ष से अपेक्षा जाहिर करते हुए कहा कि प्रतियोगिता में शामिल विभिन्न राज्यों के खिलाडि़योें को बेहतर सुविधाएं मुहैया कराए खासकर ठहरने और भोजन के प्रबंध किए जाए। राजस्व मंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री श्री रामपाल सिंह राजपूत ने कहा कि राज्य सरकार ने खेलो की ओर विशेष ध्यान दिया है। खेलो के बजट में वृद्धि की हैै। ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओें को भी स्थानीय स्तर पर खेल सुविधाएं मुहैया कराए जाने के हर संभव प्रयास किए जा रहे है। प्रभारी मंत्री श्री राजपूत ने कहा कि विदिशा विकास के मामले में जिस प्रकार आगेे बढ़ रहा है ठीक वैसे ही खेल क्षेत्र मंे अपनी अमिट छाप छोडे़। उन्होंने राष्ट्रीय स्तर की इस प्रतियोगिता के आयोजनकर्ताआंे को साधुवाद देते हुए कहा कि प्रतियोगिता से विदिशा भी गौरवान्वित हुआ है। खेल मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा कि मैं स्वंय राष्ट्रीय स्तर की घुडसवारी प्रतियोगिताआंे में भाग लेती रही हूं। खिलाडि़यों का शोषण ना हो इसके लिए राज्य में विशेष प्रयास किए जा रहे है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान की मंशा है कि वर्ष 2016 के ओलंपिक खेलों में प्रदेश के अधिक से अधिक खिलाड़ी शामिल हो इसके लिए प्रदेश में संचालित विभिन्न खेलों की 17 अकादमियों मंे राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय स्तर के कोचो से प्रदेश के खिलाडि़यों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। खेल मंत्री ने कहा कि ओलंपिक में क्वालीफाई महिला हाकी टीम में प्रदेश की हाॅकी अकादमी से कम से कम तीन से पांच महिला खिलाड़ी चयनित होगी। विदिशा स्टेडियम को आधुनिक सुसज्जित करने के लिए 33 करोड़ रूपए शीघ्र मुहैया कराए जाएंगे साथ ही व्हालीबाल और ताईक्वांडो के लिए तमाम प्रबंध सुनिश्चित किए जाएंगे। कार्यक्रम को सांसद श्री लक्ष्मीनारायण यादव, विधायक द्वय श्री कल्याण सिंह ठाकुर, श्री सूर्यप्रकाश मीणा और विदिशा नगरपालिका अध्यक्ष श्री मुकेश टण्डन ने भी सम्बोधित किया।

मार्च पास्ट
केन्द्रीय विदेश मंत्री श्रीमती स्वराज ने खेल ध्वजारोहण कर मशाल प्रज्जवलित की जिसे लेकर श्री ललता तिवारी सहित अन्य ने स्टेडियम की टेªक की परिक्रमा की। प्रतियोगिता में शामिल खिलाडि़यों ने मार्चपास्ट किया। प्रथम प्रतियोगिता आठ सौ मीटर दौड़ की हुई जिसमें पुरूष 65 वर्ष से अधिक आयु खिलाड़ी शामिल हुए। उक्त प्रतियोगिता में प्रथम स्थान आंध्रप्रदेश के श्री कृष्णमूर्ति ने और द्वितीय स्थान पंजाब के श्री मुख्तयार सिंह ने तथा तृतीय स्थान आंध्रप्रदेश के खिलाड़ी ने हासिल किया। विजेताओं को केन्द्रीय विदेश मंत्री श्रीमती सुषमा स्वराज ने मेडल पहनाकर सम्मानित किया। आयोजन स्थल पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्री तोरण सिंह दांगी समेत अन्य जनप्रतिनिधिगण, कलेक्टर श्री एमबी ओझा, पुलिस अधीक्षक श्री धर्मेन्द्र चैधरी समेत विभिन्न विभागों के अधिकारियों के अलावा राष्ट्रीय मास्टर एथेलेटिक्स के पदाधिकारीगण, खिलाड़ी और दर्शकगण मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन आयोजन समिति के सचिव श्री रूद्रप्रताप सिंह ने किया। प्रतियोगिता में 19 राज्यों के एक हजार 638 खिलाड़ी अपना जौहर दिखाएंगे। जिसमंें पुरूष 1319 और महिला खिलाडी 319 शामिल है। प्रतियोगिताओं में सार्वधिक हरियाणा के 218 खिलाड़ी शामिल है। जिसमें पुरूष 198 और महिला 20 शामिल है। सबसे कम झारखंड एवं तमिलनाडू राज्य से एक-एक खिलाड़ी शामिल हुआ है। इसके अलावा तेलंगाना राज्य से 204, मध्यप्रदेश से 180, आंध्रप्रदेश से 172, पंजाब से 168, छत्तीसगढ़ से 163, राजस्थान से 149, मणिपुर से 103, उत्तरप्रदेश से 63, महाराष्ट्र से 61, चंडीगढ़ से 53, हिमाचल प्रदेश 43, जम्मू और कश्मीर के 32, गुजरात के 10, उड़ीसा के सात, दिल्ली एवं केरल के क्रमशः पांच-पांच खिलाड़ी शामिल हुए है। 

इंडक्शन के तहत ग्राम हांसुआ में शिविर का आयोजन हुआ

इंडक्शन टेªनिंग प्रोग्राम के तहत विगत दो दिवसीय शिविर ग्राम हांसुआ में आयोजित किया गया था। जिसे सम्बोधित करते हुए विदिशा विधायक श्री कल्याण सिंह ठाकुर ने कहा कि ग्रामांे में इस प्रकार की चैपाल आयोजित कर ग्रामवासियों के मध्य जनजागृति के प्रयास सराहनीय है। नगरपालिका अध्यक्ष श्री मुकेश टण्डन ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में स्व-रोजगार को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा विशेष पहल की जा रही है। ग्रामीण महिलाएं स्वालम्बी बने इसके लिए राज्य सरकार द्वारा महिलाओं के उत्थान हेतु विशेष योजनाएं संचालित की जा रही है। उन्होंने ग्राम हांसुआ की महिलाओं से आग्रह किया कि वे रूचि अनुसार व्यवसाय का संचालन करे इसके लिए उन्हें योजनाओं के अंतर्गत लाभांवित किया जाएगा। ग्राम में शत प्रतिशत शौचालय निर्माण के लिए की गई कारगर पहल की उन्होंने भूरि-भूरि प्रशंसा की। इंडक्शन टेªनिंग कार्यक्रम में शामिल 34 प्रशिक्षणार्थियों के द्वारा डोर-टू-डोर सम्पर्क किया गया और स्वच्छता मानव जीवन के लिए अतिआवश्यक है से अवगत कराया गया। अस्वच्छता से होने वाली बीमारियों के बचाव के लिए स्वच्छता का उपयोग सतत करते रहने का आग्रह किया गया। प्रशिक्षणार्थियों ने रक्तदान कर नई पहल की है। आयोजित कार्यक्रम का संचालन श्रीमती मंजूला सिंह ने किया। इस अवसर पर डाईट की प्राचार्या श्रीमती शशि सक्सेना, ग्राम की सरपंच श्रीमती प्रवेश लोधी, सचिव श्री सुरेश कुशवाह सहित अन्य जनप्रतिनिधि, ग्रामीणजन मौजूद थे। 

आलेख : अदनान सामी की नागरिकता का मतलब

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गायक कलाकार अदनान सामी का पाकिस्‍तानी से हिन्‍दुस्‍तानी बनने की खबर बाद की घटनाओं के कारण ज्‍़यादा सुर्खीयां नही बटोर सकी और इसी लिये केन्‍द्र सरकार की इस उदारता पर चर्चा भी नही हुयी ।शिवसेना के विरोध को दरकिनार करके के देखा जाये तो पिछले दिनों असहिष्‍णुता के आरोपों और पुरस्‍कार वापसी के लम्‍बे सिलसिले से दो चार होने वाली मोदी सरकार ने उन्‍हें भारत का अधिकृत नागरिक बनाकर सत्‍ता के उदार चरित्र को सामने रखा है ।अदनान पाकिस्‍तानी थे इस लिये उन्‍हें भारत की नागरिकता न दी जाये ये बात देश की साझी संस्‍कृति की पुरातन परम्‍परा से भी मेल नही खाती है । ऐसा राष्ट्र विष्व में कदाचित दूसरा नहीं है, जिसने अभ्यागत से जोखिम की आशंका को दरगुजर करके स्वागत किया। हिन्दुस्तान में मुगल, अंग्रेज, इसाई, पारसी जो भी आये सभी ने भारत को अपना आश्रय स्थल बनाया। शानदार ऐतिहासिक इमारतें, भवन, मस्जिदें, चर्च, गिरिजाघर इसकी मिसालें है।कहा जाता है कि विदेशियों ने भारतीय अस्मिता को भी आहत करके अपना वर्चस्व स्‍थापित किया फिर भी मुल्क के निवासियों ने उन्‍हें अपना बनाया। गायक व संगीतकार अदनान सामी ने भारतीय नागरिकता मिलते ही जय हिंद का नारा यूं ही नही बुलंद किया है ।वह इस खूबसूरत पल का इंतजार पिछले 16 बरस से कर रहे थे ।वह ये जानते हैं कि  उनकी यह इच्छा उस पार्टी की सरकार ने पूरा की है, जो विपक्ष में होने पर उनके वीजा अवधि को बढ़ाये जाने का विरोध करती थी । हालांकि ये सियासत का दस्‍तूर रहा है कि कई बार विपक्ष में रहने पर कोई पार्टी सरकार के जिन फैसलों का विरोध करती है, वही सत्ता में आने पर उन फैसलों को लेकर पुरानी सरकार की राह अपनाती है। ऐसा कई मामलों में देखा गया है और अदनान सामी के मामले में भी यही बात लागू होती है।
                              
अदनान सामी को भारतीय नागरिकता देना एक आईने की तरह भी है, जिसमें सहिष्ष्णुता के सवाल को देखा जा सकता है। इससे यह संदेश भी जाता है कि भारत अब भी दुनिया के दूसरे देशों से अधिक सहिष्णु है, जिसके कारण दुनिया भर के लोगों का आकर्षण इस देश के प्रति बना हुआ है। यहां हर धर्म, संप्रदाय, नस्ल, जाति के लोगों को बराबर स्वतंत्रता हासिल है। भारत में न्यायपालिका सर्वोच्च है और संविधान के शासन में कोई वलात आस्था लादी नहीं जा सकती। कानून की रूह में सब समान है। सबके लिए कानून न्याय सुनिश्च‍ित करनें के लिए मौजूद है।यही भावना पाकिस्तान के मशहूर गायक अदनान सामी ने पिछले दिनों एक जलसे में व्यक्त करते हुए कहा था कि यदि भारत में असहिष्णुता होती तो वे स्वंय भारत में नागरिकता लेने के लिए ऐड़ी-चोटी का ज़ोर नहीं लगाते।सहिष्णुता से जुड़े मुद्दों पर बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान व आमिर खान के बयान पर हंगमा बरपा हुआ था । ऐसे में पाकिस्तानी मूल के अदनान को नागरिकता देकर मोदी सरकार ने एक खामोश संदेश सबों को दे दिया है ।ये एक गलत परिपाटी है कि किसी फैसले को केवल इस लिये कठघरे मे खड़ा किया जाये कि उसे मोदी, भाजपा और संघ के ने लिया है ।अगर कोई बदल रहा है तो उसे उसी बदले हुये स्‍वरूप मे ही स्‍वीकार किया जाना चाहिये। दरअसल सियासत और कला दोनों की राहें अलग – अलग हैं ।यहां अदनान सामी कला की उस परम्‍परा के वाहक जिसका कोई मजहब नही होता है ।उनके जेहन मे ये बात जरूर रही होगी कि जिस देश की मूल संगीत की महान धरोहर को तमाम मुसलमान संगीतकार संभाले बैठे हुए हैं उस देश मे कभी ये नही सोचा जा सकता कि कमसकम यहां का समाज असहिष्‍णु हो सकता है ।इसे समझने के लिये ये मिसाल काफी है कि हमारी प्राचीन विरासत ध्रु्पद गायकी आज भी मुसलमान डागर बंधुओं के हाथ मे महफूज़ है ।यहां तक की भगवान शंकर की रूद्र वीणा को बजाने वाले संगीतज्ञ भी संयोग से मुसलमान ही हैं ।यहां ये कहा जा सकता है कि तमाम मुसलमान संगीतकार भारतीय संस्‍कृति के यकीनी ध्‍वजवाहक हैं।भारत मे संगीत के पुजारी को सम्‍मान मजहब देख कर नही बल्‍कि उसकी कला के लिये मिलता है ।मोहम्‍मद रफी, शमशाद बेगम, उस्‍ताद बिस्‍मिल्‍लाह खां, उस्‍ताद जाकिर हुसैन, अमजद हुसैन जैसे कलाकारें की लम्‍बी फेहरिस्‍त है जिन्‍हें हर वर्ग का एहतराम हासिल है । ये भी काबिलेगौर है कि राजस्‍थान के वह मांगनहार मुसलमान और जोगी भारतीय संस्‍कृति की लोक प्रचलित काव्‍य गाथाओं के गायक हैं जो एक पीढ़ी से दूसरी को इसे विरासत मे देतो रहतें हैं ।यही तो हमारी वह हजारों साल पुरानी ताकत है जिसे विविधा मे एकता के रूप मे आज भी जाना जाता है ।ऐसे देश की आबोहवा पर कौन पाकिस्‍तानी फिदा न हो जायेगा क्‍यों कि साझी संस्‍कृति का इससे बड़ा नमूना दुनियां के किसी दूसरे देश मे मिलना मुश्‍किल है ।फिर वह उस पाकिस्‍तान से आयें हैं जिसका मकसद हमेशा से भारत की मिट्टी की सुगंध को ही मिटाना रहा है।करगिल से लेकर पठानकोट तक ऐसी दर्जनों मिसालें मिल जायेंगी जब भारत के दोस्‍ती के लिये बढ़े कदम को पड़ोसी की ओर से आतंकवाद की घटनओं को अंजाम दे कर रोकने की कोशिश की गयी ।पाकिस्‍तान की सीमा से महज 20 किलो मीटर दूर पंजाब के पठानकोट के एयर फोर्स बेस पर 2 जनवरी 16 को हुये आंतकी हमले मे देश को जवानों की शहादत के हिसाब से हाल के हमलों मे सबसे अधिक जान का नुकसान उठाना पड़ा है ।फिर भी भारत की उदारता से ही पेश आ रहा है ।
                            
दरअसल भारतीय नागरिकता अधिनियम के तहत किसी विदेशी को विज्ञान, दर्शन, कला, साहित्य, विश्व शांति और मानव प्रगति के क्षेत्रों में असाधारण सेवा देने पर नागरिकता दी जा सकती है और अदनान संगीत के क्षेत्र में काफ़ी समय से भारत में रह कर ही काम कर रहे हैं।उनका आख़िरी गाना 'भर दो झोली'फ़िल्म बजरंगी भाईजान में था और काफ़ी लोकप्रिय हुआ था ।अदनान सामी को देश का नागरिक बनाना उस अवधारणा को भी स्‍थापित करता है, जो आजादी की लड़ाई में हमारे महान नेताओं ने स्थापित की थी।इतिहास गवाह है कि पाकिस्‍तान के संसथापक मुहम्मद अली जिन्ना की सोच यह थी कि मुसलमान भारत के साथ सुरक्षित नहीं रह सकते । लेकिन महात्‍मा गांधी और बाकी स्वतंत्रता सेनानियों का सोचना था कि भारत सभी धर्मों, संप्रदायों और समुदायों की साझा संस्कृति वाली राष्ट्रीयता है।बंटवारे के करीब 68 साल बाद आज अदनान सामी, तारिक फतह अली खान , तस्लीमा नसरीन और ऐसे ही कई बड़े नाम नागरिकता के लिए भारत सरकार को अर्जियां दे रहे हैं, तो वे एक तरह से गांधी और देश की पुरानी सोच पर ही मुहर लगा रहे हैं।हो सकता है कि अदनान सामी का भारत प्रेम के पीछे उनका व्‍यवसायिक हित भी जुड़ा हो क्‍यों कि भारत का बाजार गीत – संगीत के मामले मे पाकिस्‍तान से ज्‍़यादा व्‍यापक है ।दरअसल अदनान सामी की मां जम्मू कश्मीर की रही हैं, जबकि उनके पिता पाकिस्तान के एक डिप्लोमेट थे। सामी का जन्म लंदन में हुआ जबकि वह 2001 से भारत में रह रहे हैं। वे यहां के मनोरंजन उद्योग से जुड़े रहे हैं और एक तरफ, उन्होंने भारत में अच्छी व्यावसायिक सफलता पाई है और दूसरी तरफ भारत के मनोरंजन व्यवसाय को भी समृद्ध किया है।
                              
वे आरंभ में यहां एक साल के टूरिस्ट वीजा पर आये थे. उन्होंने गृह राज्य मंत्री किरण रिजेजू से नागरिकता का दस्तावेज हासिल करने के बाद कहा 16 साल से मैं यहां रह रहा हूं, यह मेरा घर है। लेकिन ये भी सच है कि जब भी कोई आर्थिक शक्ति उभरती है, तो वह दुनिया भर की तरह-तरह की प्रतिभाओं को आकर्षिक करती है।जैसे यूरोप, अमेरिका और कनाडा के प्रति भारतीय आकर्षिक होतें हैं ,इसी लिये इनके विकास में प्रवासी भारतीयों की भूमिका को नकारा नही जा सकता है ।आज चाहे क्रिकेट का मैदान हो या फिर दूसरा क्षेत्र इग्‍लैण्‍ड से लेकर आस्‍ट्रेलिया तक मे दूसरे देशों के खिलाड़ी अपने मूल देश के खिलाफ खेल कर सफलता का इतिहास रच रहें हैं ।इसमे मोईन अली, हाशिम अमला , इमरान ताहिर , उसमान ख्‍वाजा और संधू जैसे खिलाड़ियों का नाम लिया जा सकता है ।इन देशों मे जो दशकों पहले से हो रहा है वह देश मे अब शुरू हुआ है ।लेकिन ये तभी सफल होगा जब देश की सरकारें और वह तमाम संगठन जो अक्‍सर अपनी गतिविधियों से परेशानी पैदा करतें हैं , राष्ट्रवादी और गैर राष्‍ट्रवादी आक्रामकता को छोड़कर उदार बने । उन सभी लोगों को समाज का हिस्सा बनाए, जो इसमें सकारात्मक भूमिका निभाने को तैयार हैं। अदनान सामी को देश की नागरिकता देना नरेन्‍द्र मोदी सरकार का इस दिशा मे आगे बढ़ना माना जा सकता है और सरकार के इस कदम का स्‍वागत किया जाना चाहिये । लेकिन इस तस्‍वीर का एक रूख ये भी है कि पाकिस्तान से उत्पीडऩ का शिकार होकर आए हजारों शरणार्थी कई साल  से भारत की नागरिकता पाने के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। वे आए तो बेहतर जिंदगी की तलाश में थे, लेकिन यहां उनकी तकलीफों से किसी को सरोकार नहीं। राजस्थान, एमपी, छत्तीसगढ़, दिल्‍ली, उत्‍तर प्रदेश,पंजाब और हरियाणा मे ऐसे हजारों शरणार्थी भारत की नागरिकता मिलने का इंतजार कर रहें हैं।बरसों बाद भी इनके दर्द को नही  समझा जा सका है। वर्ष 2004, 05 और 2006  में भारत सरकार ने राजस्थान में पाक विस्थापितों के दर्द को समझते हुए जिलाधीशों को नागरिकता देने के लिए विशेष अधिकार दिए थे। करीब तीन साल जिलाधीशों के पास यह अधिकार रहा।जानकारी के मुताबिक इसी विशेषाधिकार के कारण 2007 में राजस्थान में सैकड़ों लोगों को भारत की नागरिकता मिल गई।इस लिये जरूरी है कि देश मे इस तरह से नागरिकता देने के कुछ स्पष्ट नियम-कायदे बनाये जायें ताकि चुनिंदा ढंग से चंद लोगों को नागरिकता देने की गलत परिपाटी न चल पड़े ।तथा विस्थापन का दर्द झेल रहे लोगों को ये एहसास न हो कि वे अदनान की तुलना में अदने से रह गए।
                             






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** शाहिद नकवी **

विशेष : असहिष्णुता और फनकार

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पिछले डेढ़ सालों में इस देश में अभिव्यक्ति की आज़ादी और लोकतंत्र के दायरे कम हुए हैं और बहुसंख्यकवाद का अहंकार सामने आया है,यह सब कुछ बहुत व्यवस्थित और शातिराना तरीके से किया जा रहा है।नरेंद्र मोदी अपने परिवार से ज्यादा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के आंगन में पले,बढ़े और गढ़े गये हैं, वे लम्बे समय तक संघ प्रचारक की भूमिका में रहे हैं, अगर वे बीजेपी में नहीं भेजे जाते तो आज संघ के बड़े नेता होते।नरेंद्र मोदी की जीत को सुनिश्चित करने में आरएसएस की महत्वपूर्ण भूमिका थी,सरकार बनने के बाद अब अकेले मोदी सत्ता में नहीं हैं, राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ भी सत्ता के महत्वपूर्ण केंद के रूप में उभरा है,यह सब कुछ वाजपेयी दौर से बिलकुल उलट है, इस बार का समन्वय जबरदस्त है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के काम करने का तरीका बहुत ही अनौपचारिक है,नियंत्रण और एजेंडा तय करने में भी यही तरीका अपनाया जा रहा है,इसलिए धरातल पर जो कुछ भी खुली आंखों से दिख रहा है उससे ज्यादा अदृश्य है।

पिछले डेढ़ सालों में देखें तो हर छोटे–बड़े चुनाव या उपचुनाव से पहले एक पैटर्न दिखाई देता है, जिसमें संघ परिवार द्वारा नफरत और विभाजन की एक परियोजना चलायी जाती है, जिसमें अल्पसंख्यक समुदाय को निशाना बनाया जाता है, इसका मकसद एक तिहाई राज्यों में भाजपा की सरकार और राज्यसभा में बहुमत लाना है जिससे देश के संविधान और लोकतान्त्रिक ढ़ांचे को अपने हिसाब से बदला जा सके। 2014 में हुए उत्तर प्रदेश में विधानसभा उपचुनावों के दौरान “लवजिहाद” का मुद्दा बहुत ही आक्रमकता से उछाला गया था। इस मामले में कितनी सच्चाई थी यह मेरठ जिले की घटना से समझा जा सकता है जिसमें एक मदरसा में पढ़ाने वाली हिंदू महिला टीचर का अपहरण, उसके साथ गैंगरेप और 'लव जिहाद'के रूप में पेश किया गया था। इसके असलियत की पोल तब खुली जब लड़की ने बयान दिया कि उससे दबाव में केस कराया गया था जबकि वह मदरसा संचालक से प्यार करती है और उसके साथ ही रहना चाहती है। 

इसके बाद “धर्मातरण” और “घर वापसी” को लेकर नफरत का खेल रचा गया, फिर भारत में मुसलमानों और ईसाइयों की आबादी बढ़ने को खतरे के तौर पर पेश किया गया। बिहार चुनाव से पहले गाय को विवाद का विषय बनाया गया इस दौरान हुए दादरी घटना में तो केंद्र सरकार के मंत्री तक इस हत्या को जायज ठहरा रहे थे। आने वाले दिनों में जिन राज्यों में चुनाव होने वाले हैं उनमें से असम में भाजपा अपने लिए संभावना देख रही है इसलिए वहां का एजेंडा अभी से तय किया जा रहा है और इस काम को अंजाम दे रहे हैं खुद वहां के गवर्नर पी.बी.आचार्य. पहले उन्होंने कहा 'हिंदुस्तान हिंदुओं के लिए है।'इसके बाद उनका बयान आया कि 'वे(मुस्लिम) कहीं भी जा सकते हैं,वे चाहे तो भारत में भी रह सकते हैं,अगर वह बांग्लादेश या पाकिस्तान जाना चाहते हैं तो वहां भी जाने के लिए आजाद हैं।

इतना सब होने के बावजूद संगठित राजनीतिक दायरे की तरफ से कोई ठोस प्रतिरोध देखने को नहीं मिला, इस विकल्पहीनता ने निराशा और डर का माहौल पैदा कर दिया। कुछ घटनायें उठ खड़े होने को मजबूर कर देती हैं, कन्नड़ विद्वान कलबुर्गी की हत्या और गाय का मांस खाने के झूठे आरोप में अखलाक की एक संगठित भीड़ द्वारा दर्दनाक हत्या ने पूरे देश को झकझोर दिया और इसके खिलाफ स्वतंत्र आवाजें उठने लगीं जो बाद में मिलकर असहिष्णुता के खिलाफ प्रतिरोध की एक ऐसी मिसाल बनीं जिसके दबाव में राजनीतिक ताकतों को भी सामने आना पड़ा।किसी भी समाज में लेखक,बुद्धिजीवी और कलाकार सबसे ज्यादा जागरूक और संवदनशील वर्ग होते हैं,शायद इसी वजह से प्रतिरोध स्वरूप बड़ी संख्या में लेखकों-बुद्धिजीवियों ने अपने पुरस्कार लौटाने शुरू कर दिये बाद में इस मुहिम में फिल्मी हस्तियाँ भी शामिल हो गयीं। इसी कड़ी में मशहूर शायर मुनव्वर राना ने एक चैनल पर अपना साहित्य अकादमी अवॉर्ड यह कहते हुए लौटा दिया कि"मैं ये एक लाख का ब्लैंक चेक सरकार को देता हूँ वो चाहे तो इसे किसी अख़लाक़ को भिजवा दें, किसी कलबुर्गी, पंसारे को या किसी उस मरीज़ को जो अस्पताल में मौत का इंतेज़ार कर रहा हो।"लेकिन दुर्भाग्य से उनके इस विरोध को एक भारतीय के नहीं बल्कि एक मुसलमान के विरोध पर ही तौर पर देखा गया।सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ अभियान सा चल पड़ा, उनके बारे में बहुत ही अश्लील और असभ्य भाषा में पोस्ट लिखे गये, टी.वी बहसों में भी संघ परिवार के प्रवक्ता यही काम करते रहे। इन सब से बुलंद आवाज में जोश और जज्बातों की शायरी करने वाले इस शायर का दिल टूट गया जिसे हम ने टेलीवजन पर उनके आसुओं के रूप में देखा।

आमिर बॉलीवुड के पहले “खान” नहीं थे  जिन्होंने इन सब पर सवाल उठाया, सब से पहले यह काम सैफ अली खान ने किया था,याद करें लव जिहाद के गरमाए माहौल में विश्व हिन्दू परिषद  की महिला शाखा दुर्गा वाहिनी की मैग्‍जीन “हिमालय ध्‍वनि” के कवर पर करीना कपूर को लव जेहाद का शिकार बताते हुए उनकी एक विवादित तस्‍वीर कवर पेज पर छापी गयी थी जिसमें  करीना का आधा चेहरा साफ दिखाई दे रहा है तो वहीं आधा चेहरा बुर्के से ढका हुआ था और उस पर लिखा हुआ था “धर्मांतरण से राष्‍ट्रांतरण”। इस पर सैफ अली खान ने “हिन्दू-मुस्लिम विवाह जेहाद नहीं, असली भारत है” नाम से एक लेख लिखा था। शाहरुख खान भी अपने 50वां जन्मदिन के मौके पर कहा था कि देश में ‘घोर असहिष्णुता’ है और वे भी ‘प्रतीकात्मक रुख’ के तौर पर अपना पुरस्कार लौटाने में नहीं हिचकेंगे, फिर क्या था इसके बाद बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय उन्हें 'देशद्रोह'बता दिया, आदित्यनाथ ने उनकी तुलना हाफ़िज़ सईद से कर डाली। 

इसके बाद फिल्मी दुनिया के एक और सितारे आमिर ने भी कह दिया कि "मुझे लगता है देश में पिछले छह से आठ महीनों में निराशा की भावना बढ़ी है।"इसी को समझाने के लिए उन्होंने कहा दिया कि ‘उनकी पत्नी (किरण राव) ने इन सब से परेशान होकर एक दिन उनसे कहा कि क्या उन्हें विदेश में जाकर रहना चाहिए। आमिर ने यह भी कहा कि पत्नी ने जो कहा वह भयानक है। आमिर खान के इस बयान को गलत तरीके से पेश करते हुए यह बताया गया कि वे देश छोड़ने की बात कर रहे हैं। इसके बाद तो पूरा संघ परिवार, सरकार में बैठे लोग उन पर  टूट से पड़े,यहाँ तक कि प्रधानमंत्री ने अपरोक्ष रूप से उन पर टिप्पणी की। चैनलों और सोशल मीडिया पर उनके और दूसरे खान सितारों के विरोध में नफरत भरे संदेशों की बाढ़ सी आ गयी, उनकी फिल्मों को बायकाट करने की अपील की गयी। ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट स्नैपडील आमिर खान जिसके ब्रैंड एंबेस्डर हैं को अनइंस्टॉल करने का अभियान चलाया गया और आमिर को ब्रैंड एंबेस्डर से हटाने की मांग की गयी।

खान ब्रिगेड का कई दशकों से बॉलीवुड पर हुकूमत है और वे दर्शकों के चहेते बने हुए हैं, यही वजह है कि नफरत और विभाजन की राजनीति करने वाले हिन्दुत्ववादी संगठनों को खटकते रहे हैं, ये संगठन और उनके अनुयायी खान सितारों को उनके धर्म को लेकर पहले भी निशाने पर लेते रहे हैं। इस बार भी उन्हें बताया जा रहा है कि मुस्लिम होने के बावजूद  जिस भारत ने उन्हें सितारा बनाया है, उसी को वे असहिष्णु कहते हुए अहसानफरोशी कर रहे हैं जो कि देशद्रोह से कम नहीं है, लेकिन क्या मोदी सरकार या संघ परिवार आलोचना भारत की आलोचना हो जाती है?  चाहे साहित्य में मुनव्वर राना हों या फिल्मी दुनिया से आमिर और शाहरुख खान ये अपने क्षेत्रों में अकेले नहीं हैं जिन्होंने देश में बढती हुई असहिष्णुता के खिलाफ आवाज उठायी है, लेकिन जिस तरह की प्रतिक्रिया हो रही है, उनके मजहब को लेकर सवाल उठाये गये और उन्हें देशद्रोह तक कहा जा रहा है वह बहुत चिंताजनक है।यह एक ऐसा दौर है जहाँ फनकारों को उनका मजहब याद दिलाया जा रहा है। मशहूर शायर निदा फाजली ने सही कहा है कि “असहिष्णुता फैलाने वाले लोग मुठ्ठी भर ही है।” शायद यह वजह है कि सारे दायरों को तोड़ते हुए निदा फाजली,मुनव्वर राना की शायरी और  खान सुपर स्टारों की फिल्मों को पूरा देश पसंद करता है। जहाँ हमारी शायरी और फिल्मों की बात आती है वहां सारी रेखायें मिट जाती है, भारतीयता का विचार भी तो यह है जिसे हम वर्षों से जीते आये हैं। आने वाले दिनों में असली लड़ाई इसे बनाये और बचाए रखने की ही है।








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---जावेद अनीस---

विशेष आलेख : तमाशा नहीं शहादत है ये...अब तो जवाब दीजिए मोदी जी

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आज माँ के आँचल का कोई कोना अनाथ हो गया क्योंकि इस दफे मां ने आंचल से बेटे के नहीं बल्कि बेटे के  कफन पर अपना दर्द पोंछा है.... जी हां पठानकोट. जरा महसूस कीजिए उस डर को जो एक मां की छाती में तेज सांसों के तौर पर उभर रहा है, एक बीवी को जिसकी आंखे टकटकी बांधकर न्यूज चैनलों की ओर ताक रही हैं, दोनों हाथों को जोड़कर मन्नतें मांग रही हैं, दुआएं कर रही हैं सुहाग की सलामती की खातिर. एक बहन की भाई के लिए फिक्र के बारे में जरा सोचकर तो देखिए. आंखों में आंसुओं का सैलाब लिए बस अरदास कर रही है कि ताउम्र भाई की कलाई में वो राखी बांधती रहे. उसकी वो राखी असल में भाई की हिफाजत करती रहे. इन सबके बीच हम एक पिता को तो भूल ही गए जो कल तक बड़े गर्व से कहता था कि मेरा बेटा फौज में है. जो अक्सर ये भी बतलाता था कि उसकी आंखें हैं उसका बेटा, उसका कलेजा है उसका लाल. रेडियो को कान से सटाये हुए वो शहीदों के नाम को बड़े आहिस्ते से सुन रहा है. पर, मन ही मन अपने प्रभु से प्रार्थना कर रहा है कि उसका बेटा सुरक्षित हो.

बहरहाल आंखे नम हो गई हैं. क्योंकि इन तमाम शब्दों से टकराते हुए कर्नल निरंजन भी याद आए, संजीव कुमार, जगदीश चंद, मोहित चंद, फतेह सिंह और कुलवंत सिंह समेत गुरसेवक सिंह की तस्वीरों पर लटकते हुए इन हारों ने दिल को हरा दिया है. जरा आंख में भर लो पानी, जो शहीद हुए है उनकी जरा याद करो कुर्बानी में भारत मां के ये लाल भी शरीक हो गए. लेकिन क्यों, कैसे जबकि सुरक्षा के तमाम दावे किए जाते हैं. अधिकारियों की मानें तो बीते शनिवार को कुछ बंदूकधारी वायुसेना के परिसर में दाखिल होने में सफल हो गए थे.

यूजीसी ने ली हमले की जिम्मेदारी
इस बीच पाकिस्तान स्थित संयुक्त जिहादी काउंसिल ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है. यह काउंसिल 15 आतंकी संगठनों से बना है, जिसका प्रमुख हिजबुल मुजाहिद है. बहरहाल पूरे मामले में एक बात और सामने आई कि कहीं न कहीं यूजीसी नामक संगठन पूरे मामले से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहा है.

पाकिस्तान का नापाक हमला
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने पाकिस्तान को वो तमाम सुबूत सौंपे हैं जिनके आधार पर पाकिस्तान को अल्टीमेटम दिया गया है कि वो कार्यवाही करे. दरअसल कहीं न कहीं ये पुष्ट हो चुका है कि हमले की योजना पाकिस्तान के नापाक लोगों ने ही तैयार की थी.

क्या हैं सुबूत
  • ·         पीएमओ या विदेश मंत्रालय की ओर से इस बारे में ऑफिशियली कुछ नहीं कहा गया.
  • ·         पाकिस्तान विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि हम आतंकवाद को खत्म करने के लिए कमिटेड हैं. भारत से मिली लीड्स पर काम कर रहे हैं.
  • ·         एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, डोभाल पाकिस्तान के एनएसए नसीर खान जंजुआ से लगातार कॉन्टैक्ट में हैं.
  • ·         उन्होंने एयरबेस पर हमले में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का हाथ होने, टेररिस्ट्स के कॉल रिकॉर्ड्स, पाकिस्तानी नंबर, जिन पर बात हुई और आतंकियों के बॉर्डर क्रॉस कर आने के सबूत सौंपे हैं.


पहला सबूत
 मारे गए आतंकियों में से एक ने पाकिस्तान में बने एपकोट कंपनी के शूज पहने थे. इस कंपनी का पूरा नाम ‘ईस्ट पाकिस्तान क्रम टैनेरी’ है.

दूसरा सबूत
एक मीडिया रिपोर्ट में गुरदासपुर के पूर्व एसपी सालविंदर सिंह के दोस्त राजेश वर्मा के हवाले से बताया गया है कि एयरबेस में दो आतंकी पहले ही घुस चुके थे. वर्मा के मुताबिक, उनको किडनैप करने के बाद आतंकियों ने फोन पर पाकिस्तानी हैंडलर्स से बात की थी. आतंकी ने हैंडलर्स से कहा कि उनके दो आदमी पहले ही एयरबेस में हैं और वे उन्हें जल्द ही ज्वाइन कर लेंगे.

हालांकि सवाल अब भी वहीं का वहीं है कि हमला आखिर कैसे हो गया. दरअसल जासूस के नाम पर सेना के कुछ लोग महत्वपूर्ण जानकारियों का साझा आतंकी संगठनों से करते रहे. जिनके खिलाफ कार्यवाही का हलकान होना भी एक वजह के तौर पर सामने आता है. अब जानकारी के हवाले से अगर बात की जाए तो पता चलता है कि पठानकोट एयरबेस पर आतंकी हमले की साजिश बीते एक साल से रची जा रही है. पुलिस ने बेस कैंप की जानकारी पाकिस्तान तक पहुंचाने के आरोप में 30 अगस्त 2014 को आर्मी के एक जवान सुनील कुमार को गिरफ्तार किया था. वह राजस्थान के जोधपुर जिला गांव गुटेटी का रहने वाला था. देश की सुरक्षा से जुड़े इस मामले में पुलिस की हीलाहवाली सामने आई. पुलिस ने वक्त पर चालान कोर्ट में पेश नहीं किया, जिस कारण आरोपी को कोर्ट से बेल मिल गई. वहीं मीडिया में आई खबरों के मुताबिक आईएसआई के दो एजेंटो को शक के आधार पर जम्मू कश्मीर के राजौरी से गिरफ्तार किया गया था. बताया जाता है कि इसमें से एक तो कारगिल युद्ध में शामिल रहा भारतीय सेना का जवान भी मिला हुआ है. पुलिस के मुताबिक मुनव्वर अहमद मीर नाम का भारतीय सैनिक कई अहम दस्तावेज आईएसआई को भेज रहा था. कहीं न कहीं इन मामलों से भांप लेना चाहिए था कि साजिश रची जा रही है और उस पर अमल करने की भी पूरी कोशिश की जाएगी. लेकिन लापरवाही बरतते हुए इन्हें अनदेखा कर दिया गया फलस्वरूप सात जवानों की लाशें बिछाने में आतंकी सफल हो गए. हां कोशिश कुछ बड़ा कर गुजरने की जरूर थी लेकिन सेना के जवानों के हौसलों के सामने इनके नापाक इरादे पस्त हो गए.  

क्या था आतंकियों का रास्ता
दरअसल पठानकोट में जो हमला हुआ वो लगभग जुलाई में पंजाब के गुरदासपुर के दीनानगर पुलिस थाने में हुए हमले की तर्ज पर था. आईबी हो या फिर आर्मी इंटेलिजेंस और रॉ को भी पूरा यकीन है कि ये आतंकी पाकिस्तान के बहावलपुर से आए थे. आपको बताते चलें कि गुरदासपुर और पठानकोट के करीब रावी नदी है. इसके करीब कुछ नाले भी हैं . हालांकि इन क्षेत्रों पर पूरी निगरानी रखी जाती है लेकिन ऊंची ऊंची घास का सहारा लेकर आतंकी घुसपैठ करने में कामयाब हो जाते हैं. पूरे मामले में मोदी सरकार को दोषी ठहराया जा रहा है. जिसमें सवाल है कार्यवाही. एक सवाल ये भी है कि लोकसभा चुनाव के दौरान जो मोदी पाकिस्तान को उसी की भाषा में जवाब देने की बात कहकर जनता को लुभा रहे थे, वो वादा आखिर कहां गुम हो गया. सोशल मीडिया में पीएम मोदी की कुछ दिन पूर्व हुई पाकिस्तान यात्रा को लेकर भी सवाल किए जा रहे हैं. जनता चाहती है, शहीद बेटों के परिजन चाहते हैं कि पाकिस्तान को उसी की भाषा में जवाब देना जरूरी है. पाक से बातचीत की दिशा में प्रयास नहीं बल्कि उसे इस बात का एहसास कराना होगा कि सरकार संवेदनशील है भारत पर आतंकी हमलों को लेकर. महज दिखावे से बात नहीं बनने वाली. नया साल तमाम दिलों को गमज़दां कर गया. मनहूस साबित हो गया शहीदों के परिजनों की खातिर. आखिर किसी ने अपना भाई तो किसी ने अपना बेटा तो किसी ने अपना पति और पिता खोया है.

जनता महसूस कर रही है असुरक्षित
पठानकोट में हुआ हमला हो या फिर कानपुर में हमले की धमकी जो खबरों के तौर पर हमारे कानों में पड़ती है. सच कहूं तो इससे असुरक्षित महसूस होता है क्योंकि समाज में लूटपाट, हत्या, किडनैप जैसे मामले कुछ कम नहीं. इसके बाद आतंक की ये खबरें डर को जहन में और गहरा कर देती हैं.
-श्वेता तिवारी, हाउस वाइफ

भीड़भाड़ वाले इलाकों में अब तो जाने से भी डर लगने लगा है. मुंबई धमाकों को ये दिमाग फिर से रिकॉल कर लेता है. असुरक्षित महसूस कर रहा हूं. आर्मी सरीखे समाज में फैली अराजकता को मिटाने की छूट हर आम आदमी को होनी चाहिए.
- शिवेन्द्र प्रताप सिंह, बिजनेसमैन

हमलों की ये खबरें परिवार के लिए फिक्र पैदा कर देती हैं. समझ नहीं आता कि कहां जाएं और कहां नहीं. जहन में लगभग हर जगह असुरक्षित सी लगती है. डर इस बात का रहता है कि कब कोई धमाका हो जाएगा और जिंदगी खत्म. सरकार को आतंकवाद के खिलाफ सख्त कदम उठाना चाहिए. जुमलेबाजी खत्म कर उन्ही की जुबान में जवाब देना चाहिए.
-    महेंद्र कुंवर, बिजनेसमैन

तो ये थी आतंकवाद की तस्वीर को अपनी आँखों के सामने देखते हुए लोगों की प्रतिक्रिया. सवाल है भारत कब सुरक्षित होगा. कब तक सीज फायर उल्लंघन झेलता रहेगा, कब आतंकियों के खिलाफ कार्यवाही को सख्त किया जाएगा ताकि गर्व से कह सकें कि भारत जुल्म सहता नहीं बल्कि आतंकियों को उनकी असली जगह पहुंचाता है.




हिमांशु तिवारी आत्मीय
यूपीहेड, आर्यावर्त

कॉमेडी हिन्दी फीचर फिल्म "भाई का माल"की शूटिंग पंजाबी बाग में

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आरटीएम टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड (आरटीएम समूह का एक प्रभाग) के बैनर तले बनी इस कॉमेडी हिन्दी फीचर फिल्म "भाई का माल"की शूटिंग पंजाबी बाग के मशहूर बार रेस्तरां बटलर हाउस में चल रही है। इस शूटिंग शेड्यूल में वालीवुड अभिनेत्री और सैक्सी गर्ल मॉडल प्रिया पर एक आइटम नंबर फिल्माया जा रहा है। इस आइटम नंबर से  वॉलीवुड अभिनेत्रियों को गाने के फिल्मांकन और उत्तेजक नृत्य संगीत से बड़ी चुनौती मिलेगी वहीँ दर्शकों को भरपूर मनोरंजन मिलेगा। शूटिंग के दौरान अभिनेता और फिल्म के निर्देशक अनिल गोयल ने बताया कि हमने अपनी फिल्म को जीवंत बनाने के लिए ग्रफिक्स का उपयोग बहुत अच्छी तरह किया है। फिल्म की पटकथा,संगीत और कॉमेडी ऐसी है जो दर्शकों को बांध के रखेगी, फिल्म की पृष्ठभूमि गांव पर आधारित है। फिल्म की शूटिंग विभिन्न चरणों में हरियाणा  के बहादुरगढ़,माया नगरी मुंबई और डबलिन शहर अमेरिका में रखी है। 

गांव पृष्ठभूमि से लेकर विदेश झलक साथ बेहतरीन कॉमेडी और मनोरंजक फिल्म और सुमधुर संगीत का आनंद दर्शक  सकेंगे। अनिल गोयल ने बताया कि फिल्म में मिलिंद गुणाजी,अमिता नागिया,सोफिया हयात ,शशि किरण,प्रसिद्ध कॉमेडी आर्टिस्ट एवं अभिनेता सिराज खान,हिमानी शिवपुरी,मुश्ताक़ खान,एहसान खान, द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज के विजेता प्रसिद्ध कॉमेडी आर्टिस्ट सुनील पॉल सरीखे  कलाकार अपने अभिनय से दर्शकों को मनोरंजक फिल्म देंगे। सभी ने बहुत मेहनत काम किया है।  फिल्म का संगीत प्रवेश सिंह ने दिया है जबकि सिनेमाटोग्राफर निर्देशक आदेश शर्मा के कुशल निर्देशन में यह गाना फिल्माया जा रहा है। इस फिल्म को  अपनी आवाज से प्रसिद्ध पार्श्व गायक उदित नारायण,बाबा  सहगल,गायिका कृष्णा बरुआ,सोफिया हयात,ऋतू पाठक,शाली हांडा,अमित शर्मा,नेहा राजपाल ने सजाया है। गोयल के मुताबिक पूरी फिल्म मनोरंजन और प्रेरणा से भरी हुई है। 

इसी वर्ष रिलीज होगी। शूटिंग के दौरान अपने आइटम सांग के फिल्मांकन पर अभिनेत्री और मॉडल प्रिया का  कहना है कि आज वालीवुड में बड़ी स्टार कास्ट आइटम सांग कर रही हैं यह उनके लिए अच्छी बात है क्योंकि उनके अभिनय के बीच अपने अभिनय से सबक प्रभावित करके एक बड़ा मुकाम हासिल करने की चुनौती मिली जरूर है लेकिन मेरा दावा है कि यह आइटम सांग सभी को पसंद ही नहीं आएगा अपितु सर चढ़कर बोलेगा। उन्होंने कहा की मेरे साथी कलाकारों और निर्देशक अनिल गोयल समेत पूरी शूटिंग टीम का बहुत सपोर्ट है।  आज महिलाओं पर जिस कदर अत्याचार और हिंसा,बलात्कार जैसे अपराध हो रहे हैं मेरी भूमिका सब महिलाओं को सशक्त बनाने की है। मारया  ने कहा कि मेरे आइटम सांग से उन महिलाओं को भी हिम्मत मिलेगी जो चुपचाप रहकर अत्याचार सहती रहती हैं।

बालीवुड के पर्दे पर चमचमातें स्टार संतान

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alia bhatt
अमिताभ बच्चन ने ऐश्वर्या राय की बेटी और  शाहरूख खान का बेटा एक साथ फिल्म में काम करेगें। की घोषणा के बाद एक बात तो सामने आ गयी कि बालीवुड में स्टारर्स संतान का सिनेमा में काम करना आसान है। शाहरुख खान ने भविष्य में फिल्मों में आने के बारे में अपने बच्चों के लिए भले ही यह कहा हो कि करियर के बारे में फैसला करना बच्चों पर निर्भर करता है, लेकिन सच्चाई यह भी है कि बिल्कुल आपके और हमारे घर की ही तरह किसी भी स्टार के घर में जब कोई बच्चा पैदा होता है, तभी से वह बड़ा होकर क्या बनेगा, इसके बारे में लोग कयास लगाना शुरू कर देते हैं कि वह बड़ा होकर किसको किस तरह से पीछे छोड़ देगा। लेकिन फिर भी जब भविष्य में अपने बच्चों के सिनेमा में आने के बारे में बिना किसी सवाल के ही शाहरुख सफाई देने लगते हैं तो मन के किसी कोने में सवाल तो खड़ा होता ही है। आखिर जब बिना किसी खास कोशिश के शाहरुख खान की पत्नी गौरी के पास कई सारे विज्ञापनों के असाइनमेंट्स हैं, तो फिर आने वाले समय में बच्चे पिता के नक्शे कदम पर चलेंगे, तो किसी को भी आश्चर्य नहीं होगा। 

हां, शाहरुख खान का बेटा अगर एमबीए करके किसी कंपनी में नौकरी करेगा, या किसी बैंक में मैनेजर होगा या फिर वकील वगैरह बन गया, तो लोग जरूर आश्र्चय करेंगे। उम्मीद भरी दस्तक यही वजह है कि हमारे सिनेमा के संसार में जब हर साल कुछ सितारों की संतानें परदे पर उतरने के लिए अवतरित होती हैं, तो बड़ी चर्चा होती है। फिल्मों में स्टारस का संतान आना कोई नई बात नहीं है। पहले भी आते रहे हैं, आज भी आ रहे हैं और आगे भी यह सिलसिला जारी रहेगा, यह सच्चाई भी है, हालात भी और इतिहास भी। हमारे सिनेमा का आधे से भी अधिक कुनबा सितारों की संतानों से भरा पड़ा है। हमारे सिनेमा के सितारों के बच्चों की नई पौध सिनेमा के परदे पर उतरने वाली है। इस पर एक नजर।  पृथ्वीराज कपूर अपने समय के मंझे अभिनेता थे उनके तीन बेटे राज कपूर,शम्मी कपूर और शशी  कपूर थे उन्होंने भी बालीवुड में अपनी एक अलग पहचान बनायी। इसके बाद में राज कपूर के बेटे रंधीर कपूर,ऋषि कपूर, और राजीव कपूर के बाद उनका परिवार भी फिल्मों उतर आया। करिश्मा कपूर और करीना कपूर ने बालीवुड में धूम मचा दी। जबकि शशी कपूर की पत्नी बेटे और बेटी ने भी अपनी किस्मत को आजमाया। जबकि जुबली स्टार राजेन्द्र कुमार,देवानंद,गायक महेन्द्र कपूर के स्टार पु़त्रों भी फिल्मों काम किया मगर फिल्मी जीवन रास नही आया। 

सुनील दत्त के बेटे संजय दत्त ने राॅकी से अपनी करियर शुरू कर वास्तव,मुन्ना भाई एमबीबीएस जैसी अनेक हिट फिल्में दे क रनाम कमाया। वह आजकल जेल में है,और अपने अच्छे आचरण कारएा जल्द रिहा भी हो जाएगें। ही मैन धर्मेन्द्र ने सत्तर के दशक में हेमा मालिनी के साथ सीता और गीता,चरस,शोले...जैसी हिट फिल्मों में अपनी जोडी बनाई बाद में धर्मेन्द्र के बेटे सन्नी और बाॅबी के काम को भी दर्शकांे ने सराहा लेकिन हेमा की बेटी लाख प्रयास के बाद सफल हीरोईन साबित नही कर पायी। दो रास्ते, अराधना, आनंद, कटी पंतग, मालिक, रोटी, अमर प्रेम, दुश्म, वाबर्ची जैसी सुपरहिट फिल्में देने वाले अभिनेता राजेश खन्ना रोमांटिक हीरो रहे है। उनकी पत्नी डिॅपल ने भी बाॅबी के बाद जाॅबाज, सागर, राम लखन, जख्मी औरत, एतबार, क्रांतिवीर, दिल चाहता है जैसी सुपर हिट फिल्म में काम करके तहलका मचाया था। लेकिन उनकी दो बेटियां टिव्वकल और रिंेकी को पिता और माता की वजह फिल्में तो मिली लेकिन टिव्वकल जुल्म,जान,इतिहास, मेला,बरसात बदशाह,जब प्यार किसी से होता है,और रिंेकी गंगा तेरे देश में,प्यार में कभी कभी,मुझे कुछ कहना है,मंजनू,ये है जलवा जैसी फिल्में तो मिली लेकिन स्वयं को एक सफल हीरोइन साबित नही कर पायी। 

सिनेमा के पहले डिस्को डांसर मिथुन चक्रवर्ती के बेटे मिमोह से लेकर ‘‘जग्गू दादा’ के नाम से मशहूर जैकी श्रॉफ के बेटे टाइगर, पति से तलाक लेने को मजबूर हो रही अभिनेत्री रति अग्निहोत्री के बेटे तनुज वीरवानी से लेकर अकसर मारामारी के लिए मशहूर आदित्य पंचोली के बेटे सूरज पंचोली, सदाबहार अभिनेता अनिल कपूर के बेटे हर्षवर्धन, सुनील शेट्टी की बेटी अथिया जैसे कुछ नामी परिवारों के बच्चे बड़े परदे पर बड़ी उम्मीद से उतरे हैं। तत्काल तो कुछ भी नहीं कहा जा सकता, लेकिन दर्शक उन्हें किस तरह देखते हैं, यह आने वाला समय तय करेगा। सोनी राजदान की बेटी आलिया भट्ट, शक्ति कपूर की बेटी श्रद्धा कपूर, प्रतीक बब्बर वगैरह जैसे बहुत सारे नई पीढ़ी के कलाकारों के बाद सितारों के संसार में यह नई खेप है जिसने एक अलग मुकाम बनाया है। हमारे सिनेमा में अनिल कपूर बहु आयामी प्रतिभा के धनी रहे हैं। उनके पिता, भाई, भाभी, बेटी, भतीजा वगैरह पूरा कुनबा ही जब फिल्मों में है,सोनम कपूर की भले ही शुरू की फिल्म फलाफ रही हो,लेकिन प्रेम धन पायो ने उनको सफलता श्रेणी खडा कर दिया है। अनिल का बेटा हर्षवर्धन कोई और काम कैसे कर सकता था। वह भी फिल्मों में ही आ रहा है। हर्षवर्धन के बारे में खबर है कि वह अपने पापा अनिल कपूर की तरह ही डैशिंग और अपनी बहन सोनम कपूर की तरह स्टाइलिश होने के साथ साथ चाचा संजय कपूर की तरह चूजी और बड़े पापा बोनी कपूर की तरह ही गहराई से विचार करके हर काम करने वाले हैं। हर्षवर्धन आने वाले दिनों में राकेश ओम प्रकाश मेहरा की पंजाबी लोककथा ‘‘मिर्जा साहिबान’ पर बन रही फिल्म ‘‘मिर्जिया’ में नजर आएंगे।

राजस्थान के ऐतिहासिक कस्बे मंडावा में फिलहाल इस फिल्म की शूटिंग चल रही है। अपने जमाने की जानी मानी अभिनेत्री तनवी आजमी की भतीजी संयमी खेर भी इसी फिल्म ‘‘मिर्जिया’ में साहिबा के रोल से हर्षवर्धन के साथ हीरोइन के रूप में हिंदी सिनेमा में अपनी शुरुआत कर रही है। इससे पहले वह तेलुगु फिल्म ‘‘रे’ में लीड रोल कर चुकी है। कड़ी मेहनत और धैर्य जरूरीअपने डांस, अपनी एक्शन और अपनो शरीर शौष्ठव को लेकर बहुत पहले ही बहुत सारी शुभकामनाएं अपनी झोली में भर लेनेसवाले टाइगर श्रॉफ की फिल्म ‘‘हीरोपंती’ आई भी, सफल भी हुई और निर्माता साजिद नाडियाडवाला को कुल 50 करोड़ से भी ज्यादा की कमाई भी दे गई। टाइगर श्रॉफ के पिता जैकी श्रॉफ और सुभाष घई का आपस में बहुत मजबूत रिश्ता है। घई ने ही अपनी फिल्म ‘‘हीरो‘‘ में जैकी को बतौर हीरो पहला मौका दिया था। जैकी के घर सन 1990 में जब बेटे का जन्म हुआ तो सुभाष घई ने पहली बार टाइगर को देखा और उसे एक सौ एक रुपये देते हुए कहा कि यह साइनिंग अमाउंट है और तुम्हें बतौर हीरो मैं ही लांच करूंगा। लेकिन यह मौका साजिद नाडियाडवाला को मिल गया। भारतीय सिनेमा के संसार में अपनी पहली ही फिल्म ‘‘एक दूजे के लिए’ के जरिये धमाकेदार सफलता का इतिहास रचने वाली रति अग्निहोत्री के बेटे तनुज विरवानी ने भी पिछले साल सिनेमा के संसार में दस्तक दी थी। लेकिन उनकी पहली फिल्म ‘‘लव यू सोनियो’ असफल रही थी। तनुज कहते हैं - मेरी मां ने मुझे धैर्य रखना सिखाया है। क्योंकि फिल्म जगत में आगे बढ़ने के लिए यह बेहद जरूरी है। तनुज मानते हैं कि कभी-कभी ऐसा भी वक्त आता है जब लंबे समय तक कुछ अच्छा नहीं हो पाता है।

सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर (06 जनवरी)

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समय पूर्व छात्रवृŸिा प्रस्ताव प्रस्तुत करें

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अनुसूचित जाति जनजाति के लिये वर्ष 2015.16 की छात्रवृŸिा का पोर्टल 31 जनवरी 2016 को बन्द हो जायेगा। इसलिये सभी शासकीय/अशासकीय महाविद्यालयों को निर्देशित किया गया है कि इस तिथि के पूर्व वे अपनी संस्थाओं के शत-प्रतिशत अनुसूचित जाति जनजाति के आवेदन या प्रस्ताव आदिम जाति कल्याण कार्यालय में उपलब्ध करा देवें ताकि स्वीकृति पश्चात राशि का देयक कोषालय में भेजा जा सके। निर्धारित तिथि के बाद छात्रवृŸिा स्वीकृत नहीं होगी और इसके लिये संबंधित संस्था प्रमुख को ही जिम्मेदार माना जायेगा ।

रानी अवंतिबाई वीरता एवं राजमाता विजयाराजे सिंधिया, समाज सेवा पुरस्कार हेतु आवेदन आमंत्रित

समाज में व्यापक सकारात्मक वातावरण बनाने एवं महिलाओं की व्यक्तिगत सेवा और योगदान को प्रोत्साहित करने मान्यता देने एवं प्रतिष्ठा बढाने के उद्देश्य से वर्ष 2006 से राज्य स्तरीय पुरस्कार स्थापित किया गया है । रानी अवंतिबाई वीरता पुरस्कार में साहसिक महिलाओं जिन्होने महिला और बच्चों को उत्पीड़न से बचाने और बाल विवाह दहेज प्रथा जैसी सामाजिक कुरीति को रोकने के प्रमाणित कार्य किये हैं। इसी प्रकार राजमाता विजयाराजे सिंधिया समाज सेवा पुरस्कार में ऐसी समाजसेवी महिलाएं जिन्होने महिलाओं के विकास कल्याण तथा सामाजिक उत्थान के उद्देश्य से प्रतिष्ठा मण्डित करने का प्रमाणिक कार्य किया हो। उक्त दोनों पुरस्कार 8 मार्च 2016 को अंतराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर प्रदान किया जायेंगे।

अस्पताल, नर्सिंग होम से सीधे बच्चा गोद लेना अवैध

किशोर न्याय (बालकों की देखरेख और संरक्षण) अधिनियम 2000 व माननीय सर्वाच्च न्यायालय के आदेशानुसार हाॅस्पिटल नर्सिंग होम, मेटरनिटी होम, फर्टिलिटी क्लीनिक या अनुचित माध्यमों से सीधे बच्चा गोद लेना अवैध है। बच्चा गोद लेने के इच्छुक व्यक्तियों को नियमानुसार बच्चा गोद लेने के लिए मान्यता प्राप्त शिशु गृहों या जिला महिला सशक्तिकरण कार्यालय से सम्पर्क करना चाहिए। नियम विरूद्ध अवैध रूप से हास्पिटल नर्सिंग होम मेटरनिटी होम या फर्टिलिटी क्लीनिक से सीधे बच्चा गोद लेने पर किशोर न्याय अधिनियम के तहत कार्यवाही की जायेगी।

साॅफ्टवेयर के माध्यम से जारी जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र वैध माने जायेंगे

आर्थिक एवं सांख्यिकी संचालनालय द्वारा जन्म-मृत्यु पंजीयन साॅफ्टवेयर के अंतर्गत जारी जन्म एवं मृत्यु प्रमाण पत्र की वैधता के संबंध में निर्देश जारी किये गये हैं। निर्देशों में कहा गया है कि भारत सरकार के द्वारा पूरे देश में जन्म-मृत्यु पंजीयन की घटनाओं के पंजीकरण के लिये कम्प्यूट्रीकृत जन्म-मृत्यु पंजीयन प्रणाली लागू की गयी है। इसके माध्यम से जारी किये जाने वाले जन्म एवं मृत्यु प्रमाण पत्रों का सत्यापन बेवसाइट एवं स्मार्ट के एप के द्वारा भी किया जा सकता है। इसलिये साॅफ्टवेयर के माध्यम से जारी जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र पूर्णतः वैधानिक दस्तावेज हैं जिसे शासकीय अथवा अशासकीय उपयोगों के लिये मान्य किया जाना चाहिये। इस संबंध में जिला रजिस्टार जन्म-मृत्यु एवं जिला योजना अधिकारी द्वारा जिले के सभी कार्यालय प्रमुखों को सूचित किया गया है।

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर (06 जनवरी)

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जिला योजना समिति गठन हेतु कार्यक्रम जारी

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कलेक्टर श्री एमबी ओझा ने जिला योजना समिति विदिशा के गठन हेतु  सदस्यों के निर्वाचन प्रक्रिया सम्पन्न कराने हेतु निर्वाचन कार्यक्रम जारी कर दिया है। जिला योजना समिति के बीस सदस्यों में से 16 सदस्यों का निर्वाचन ग्रामीण एवं नगरीय जनसंख्या के अनुपात में जिला योजना समिति निर्वाचन नियम 1995 के उप नियमों अनुसार किया जाएगा। नगरपालिका परिषदों से दो, नगर पंचायतों से एक तथा जिला पंचायत से 13 सदस्य निर्वाचित होंगे। कलेक्टर द्वारा जारी निर्वाचन प्रक्रिया अनुसार 20 जनवरी की प्रातः 10 बजे से ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्र के सदस्यों के निर्वाचन हेतु प्रक्रिया प्रारंभ होगी। निर्वाचन प्रक्रिया सुव्यवस्थित रूप से सम्पन्न कराए जाने हेतु कलेक्टर श्री ओझा द्वारा पीठासीन अधिकारी नियुक्त किए गए है तदानुसार ग्रामीण क्षेत्र के लिए अपर कलेक्टर श्रीमती अंजू पवन भदौरिया तथा नगरीय क्षेत्र हेतु संयुक्त कलेक्टर श्री माधवी नागेन्द्र को पीठासीन अधिकारी का दायित्व सौंपा गया है।  ग्रामीण क्षेत्र के सदस्यों का निर्वाचन जिला पंचायत के सभागार कक्ष में तथा नगरीय क्षेत्र नगरपालिका विदिशा, बासौदा, सिरोंज एवं नगर पंचायत कुरवाई, लटेरी और शमशाबाद के निर्वाचित सदस्यों के लिए निर्वाचन प्रक्रिया विदिशा नगरपालिका के सभागार कक्ष में पूर्व उल्लेखित तारीख एवं समय पर होगी। 

निर्वाचन कार्यक्रम
कलेक्टर श्री एमबी ओझा द्वारा जिला योजना समिति के सदस्यों हेतु जारी निर्वाचन समय सारणी निम्नानुसार है। 20 जनवरी को सम्पूर्ण निर्वाचन प्रक्रिया सम्पन्न होगी। तदानुसार पीठासीन अधिकारी द्वारा निर्वाचन प्रक्रिया की जानकारी प्रातः 10 बजे से 10.30 बजे तक दी जाएगी । इसके पश्चात नाम निर्देशन पत्र प्राप्ति का कार्य प्रारंभ हो जाएगा जो पूर्वान्ह 11.30 बजे तक जारी रहेगा। प्राप्त नाम निर्देशन पत्रों की जांच कार्य प्रातः 11.30 बजे से 12 बजे तक किया जाएगा। सदस्यता से नाम वापसी के लिए समय दोपहर 12 बजे से 12.30 बजे तक का नियत किया गया है इसके पश्चात् अभ्यर्थियों की सूची का प्रकाशन कार्य दोपहर 12.30 बजे से एक बजे के मध्य किया जाएगा। मतदान का समय दोपहर 2.30 बजे से 4.30 बजे तक का निर्धारित किया गया है। मतदान समाप्ति के उपरांत मतगणना कार्य प्रारंभ होगा और मतगणना समाप्ति के पश्चात परिणाम की घोषणा पीठासीन अधिकारी के द्वारा की जाएगी।

स्थानीय अवकाश घोषित

कलेक्टर श्री एमबी ओझा ने वर्ष 2016 के लिए जिले के लिए तीन स्थानीय अवकाश घोषित करने के आदेश जारी कर दिए है। उक्त अवकाश बैंक, कोषालय एवं उप कोषालयों पर लागू नही होंगे। जिन तिथियोें के लिए स्थानीय अवकाश घोषित किए गए है उनमें 15 जनवरी 2016 शुक्रवार मकर सक्रांति पर्व, 28 मार्च 2016 सोमवार रंगपंचमी के लिए और 31 अक्टूबर 2016 सोमवार दीपावली का दूसरा दिन के लिए स्थानीय अवकाश होगा। 

गुलाब प्रदर्शनी का आयोजन 16 एवं 17 को भोपाल में 

अखिल भारतीय 35वीं गुलाब प्रदर्शनी का आयोजन 16 एवं 17 जनवरी को भोपाल के गुलाब उद्यान तुलसीनगर में आयोजित की गई है। उद्यान विभाग के सहायक संचालक ने बताया है कि अखिल भारतीय गुलाब प्रदर्शनी में व्यक्तिगत, शासकीय, अशासकीय, अद्र्वशासकीय  संस्थान, व्यावसायिक उत्पादकों के लिए प्रतियोगिता आयोजित की गई है उन्होंने जिले के फूलों की व्यवसायिक खेती करने वाले किसानों से आग्रह किया कि वे अधिक से अधिक संख्या में प्रतियोगिता में भाग लें।

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर (06 जनवरी)

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नन्दकुमारसिंह चैहान को भाजपा ने दी बधाई

झाबुआ---प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के पद पर  नन्दकुमारसिंह चैहान के पुनः सर्वसम्मति से अध्यक्ष निर्वाचित घोषित होने पर भारतीय जनता पार्टी ने उन्हे बधाईया दी है । जिला भाजपा अध्यक्ष दौलत भावसार ने श्री नंदकुमारसिंह चैहान को बधाईया देते हुए कहा कि प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी को कुशल नेतृत्वकर्ता के रूप  में नन्दू भैया  भारतीय जनता पार्टी के संगठन में एक जूटता एवं मजबुती को स्थापित करके कांग्रेस पार्टी के इरादों को सफल नही होने देगें । श्री भावसार ने उन्हे झाबुआ जिले की भाजपा की ओर से बधाईया देते हुए कहा कि आगामी 2018 एवं 2019 के निर्वाचनों में फिर से शिवराजसिंह सरकार एवं केन्द्र में मोदी जी की सरकार बनने में अहम भूमिका का मध्यप्रदेश निर्वाह कर सकेगा । विधायक सुश्री निर्मला भूरिया, विधायक शांतिलाल बिलवाल ने भी  नन्दकुमारसिंह चैहान का प्रदेश भाजपाध्यक्ष निर्वाचित होने पर आत्मीय बधाईया दी है । भारतीय जनता पार्टी के पूर्व अध्यक्ष शैलेष दुबे, वरिष्ठ भाजपा नेता लक्ष्मीनारायण पाठक, गौरसिंह वसुनिया, श्रीमती संगीता सोनी, विश्वास सोनी,ओपी राय,जिला महामंत्री प्रवीण सुराणा, राजू डामोर, पुरूषोत्तम प्रजापति, ओमप्रकाश शर्मा, दिलीप कुश्वाह, मनोहर सेठिया, जिला मीडिया प्रभारी राजेन्द्र सोनी, झाबुआ नगर मंडल अध्यक्ष बबलू सकलेचा, झाबुुआ ग्रामीण मंडल हरू भूरिया, पारा मंडल ओंकारसिंह डामोर,ेराणापूर मंडल अध्यक्ष,सूरसिंह हटिला, मेघनगर मंडल अध्यक्ष मुकेश मेहता, थांदला मंडल अध्यक्ष बंटी डामोर, पेटलावद मंडल अध्यक्ष शंकर राठौर,,रायपूरिया मंडल अध्यक्ष अजमेरसिंह भूरिया रामा मंडल अध्यक्ष बापूसिंह भूरिया, खवासा मण्डल अध्यक्ष रमेश बालिया , कल्याणपूरा मंडल अध्यक्ष भूरू , पूर्व नगर मंडल अध्यक्ष गोपालसिंह पंवार आदि ने प्रदेषाध्यक्ष नन्दकुमार सिंह को बधाईया दी है ।

कांगे्रस कार्यकर्ताओं पर दुर्भावनापूर्ण बनाये जा रहे प्रकरणों के खिलाफ यादव-भूरिया मिले डीजीपी से

झाबुआ ---प्रदेश कांगे्रस अध्यक्ष अरूण यादव एवं सांसद कांतिलाल भूरिया प्रदेश भर में कांगे्रस कार्यकर्ताआंे के खिलाफ भाजपा एवं राज्य सरकार के निर्देश पर राजनैतिक दुर्भावनावश बनाये जा रहे झूठे प्रकरणों व उन्हें प्रताडि़त किये जाने के खिलाफ आज डीजीपी सुरेन्द्रसिंह से मिले और ऐसे सभी प्रकरणों की उच्च स्तरीय जांच कराये जाने और दर्ज प्रकरण समाप्त किये जाने का अनुरोध किया। उक्त दोनों कांगे्रस नेताओं ने 5 जनवरी मंगलवार की शाम को भोपाल स्थित डीजीपी से मिलकर बताया कि प्रदेश के धार, झाबुआ, अलीराजपुर, पेटलावद, ग्वालियर, जबलपुर, इंदौर सहित अन्य कई जिलों मंे कांगे्रस नेताओं और कार्यकर्ताओं के विरूद्व चिन्ह-चिन्ह कर झूठे प्रकरण दर्ज किये जा रहे हैं। धार जिले में तो पार्टी के अल्पसंख्यक विभाग के अध्यक्ष मुजीब कुरैशी के विरूद्व देशद्रोह का झूठा प्रकरण दर्ज कर लिया गया है, जबकि कई विभिन्न अपराधों में लिप्त भाजपा नेताओं के आपराधिक कृत्यों को राजनैतिक दबाववश नजरअंदाज किया जा रहा है। ऐसा सब भाजपा संगठन और राज्य सरकार के निर्देश पर किया जा रहा है। जो कानून के राज की परिकल्पनाओं को साकार करने के विरूद्व है। उक्त जानकारी जिला कांग्रेस प्रवक्ता हर्ष भट्ट ने दी।

प्रदेष कांग्रेस कार्यालय में हुआ सांसद भूरिया का सम्मान

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झाबुआ----प्रदेष कांग्रेस मुख्यालय के भोपाल स्थित राजीव गांधी सभागृह में रतलाम-झाबुआ संसदीय क्षेत्र के नवनिर्वाचित सांसद कांतिलाल भूरिया का विजय होने पर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के प्रभारी एवं महासचिव मोहनप्रकाष, प्रदेष कांग्रेस अध्यक्ष अरूण यादवजी सहित प्रदेश कांग्रेस पदाधिकारी, जिला कांग्रेस के अध्यक्षगणों की उपस्थिति में पुष्पमाला पहनाकर एवं शाॅल-श्रीफल भेंट कर उन्हें सम्मानित किया गया। इस अवसर पर हालहीं में संपन्न नगरीय निकायों के चुनावों में कुल 8 स्थानों पर हुए चुनावों में से 5 निर्वाचन क्षेत्र में विजय होने वाले कांग्रेस पक्ष के अध्यक्ष पार्षदों, पंचायत प्रतिनिधियों का भी सम्मान किया गया। इस अवसर पर महासचिव मोहनप्रकाश जी ने उपस्थित पार्टीजनों को जनता के बीच निरंतर जनसंपर्क, उनके सुख-दुःख में सहयोगी बनने और भाजपा के स्पष्ट बहुमत बनने वाली केन्द्र व राज्य सरकार के खिलाफ सीधे संघर्ष का आव्हान करते हुए कहा कि बदलते संदर्भ में हमें वक्त की नजाकत के अनुरूप चलना होगा और इस फासी वादी संगठन के खिलाफ प्रखरता के साथ इसकी कथनी व करनी के अंतर को उजागर करना होगा। उन्होने कहा कि केन्द्र एवं राज्य की सरकारें हर मोर्चे पर पूरी तरह फेल हो चुकी है। निरंतर बड़ती हुई महंगाई, भ्रष्टाचार, सीमाओं की असुरक्षा, कानून व्यवस्था, झुठे और थोथे वादे, असहिष्णुता, हमारे शहिदों, साहित्यकारों, लेखकों का असम्मान जैसे कई महत्वपूर्ण मुद्दे है जिन पर खुली बहस करना चाहिए। श्री मोहन प्रकाश ने कहा कि रूपये की कीमत गिर रही है और प्रधानमंत्री विकास की बात कह रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरूण यादव ने अपने संबोधन में मौजूद विजयी साथियों को बधाई देते हुए कहा कि यह जीत कार्यकर्ताओं की एकजुटता और वास्तविक संघर्ष की जीत है। यदि हम संगठित रहेंगे तो आने वाले दिनों में भी भाजपा के खिलाफ हम अच्छे परिणाम निष्चित रूप से देंगे। उन्होंने आगामी मैहर विधानसभा उपचुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि रतलाम-झाबुआ संसदीय उपचुनाव की रणनीति से ही हम न केवल यहां मैदान में उतरेंगे, बल्कि कार्यकर्ताओं के बल पर जीत भी दर्ज करायेंगे। पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सांसद कांतिलाल भूरिया ने अपने संबोधन में कहा कि हमारी राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी का आषीर्वाद, प्रभारी महासचिव मोहन प्रकाष जी का गुरूमंत्र, प्रदेष कांगे्रस अध्यक्ष अरूण यादव का असीम सहयोग व मेहनत तथा सभी कार्यकर्ताओं की एकजुटता ही मेरी जीत का कारण, जिसके लिए मैं हृदय से इन सभी का आभारी हूं। इस अवसर पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता महेश जोशी, प्रदेश कांग्रेस प्रभारी महामंत्री चंद्रीका प्रसाद द्विवेदी, प्रदेश कांग्रेस के पदाधिकारीगण, विधायकगण, प्रदेश प्रवक्तागण तथा बड़ी संख्या में कांग्रेसगण उपस्थित थे। उक्त जानकरी जिला कांग्रेस प्रवक्ता हर्ष भटट ने दी।

ओव्हरलोडिंग वाहनो पर 16 जनवरी से होगी सख्त कार्यवाही, सड़क सुरक्षा समिति की बैठक संपन्न

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झाबुआ---आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में सडक सुरक्षा समिति की बैठक कलेक्टर डाॅ. अरूणा गुप्ता की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री संजय तिवारी एडीएम श्री दिलीप कपसे,डिप्टी कमाण्डेट होम गार्ड श्री बौरासी, जिला परिवहन अधिकारी राजेश गुप्ता सहित समिति के सदस्य उपस्थित थे। बैठक में कलेक्टर डाॅ. अरूणा गुप्ता ने निर्देश दिये कि स्कूली बच्चों के आटों एवं बस के लिए सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार व्यवस्थाएॅ सुनिश्चित करे। बैठक में कलेक्टर डाॅ. अरूणा गुप्ता ने आरटीओ को निर्देशित किया कि ओव्हर लोडिंग रोकने के लिए चिन्हित मार्ग पर कितने वाहनो को पंजीकृत किया गया है। उनकी सूची ओव्हरलोडिंग रोकने के लिए गठित टीम को दे। जिस मार्ग के लिए वाहन पंजीकृत नहीं है वह उस मार्ग पर ना चले यह सुनिश्चित करे। यदि चलते है, तो चालानी कार्यवाही करे। कार्यवाही करने के पूर्व सभी माध्यमों से प्रचार प्रसार कर सभी वाहन मालिको को बताये कि ओव्हर लोडिंग नहीं करे, वाहन में अतिरिक्त केरियर नहीं लगाये। कार्यवाही के लिए प्रचार-प्रसार के लिए पम्पलेट छपवायें एवं वाहनों तथा सार्वजनिक स्थलो पर चस्पा करे।

ओव्हर लोडिंग रोकने हेतु 8 टीमें होगी गठित
जिले में वाहनो की ओव्हर लोडिंग रोकने के लिए 8 टीम बनेगी। प्रत्येक टीम में एक सब इंसपेक्टर सहित पांच पुलिस जवान, एक परिवहन विभाग का शासकीय सेवक एवं एक तहसीलदार रहेगा। हर टीम के साथ वीडियों ग्राफी के लिए विडियोंग्राफर लगाया जाएगा। कलेक्टर डाॅ. अरूणा गुप्ता ने ओव्हर लोडिंग रोकने के लिए वाहनो पर जीपीएस सिस्टम लगाकर मानीटरिंग करने के लिए जिला परिवहन अधिकारी को निर्देशित किया।

ओव्हरलोंडिंग की तो वाहन होगा जप्त
जिले में 16 जनवरी से सद्यन अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए अलग अलग मार्ग के लिए दिन निर्धारित किये गये है। ओव्हरलोडिंग करने वाले वाहनो पर 500 रू. प्रति सवारी जुर्माना होगा। बिना लायसेंस के वाहन चलाने वाले वाहन चालकों पर लगेगा भारी जुर्माना एवं वाहन जप्त कर लिया जाएगा 16 जनवरी को प्रातः 6 बजे से कार्यवाही प्रारंभ हो जाएगी।

इन मार्गो पर होगी कार्यवाही
रविवार को झाबुआ से राणापुर, झाबुआ से पारा, झाबुआ से कल्याणपुरा, झाबुआ से मेघनगर, झाबुआ से कालीदेवी, झाबुआ से पिटोल, रायपुरिया से पेटलावद, रायपुरिया से कल्याणपुरा एवं काकनवानी से थांदला मार्ग पर सोमवार को पेटलावद से बामनिया, पेटलावद से रायपुरिया मार्ग पर मंगलवार को थांदला से खवासा, थांदला से थांदला रोड, थांदला से परवलिया काकनवानी, पिटोल से कुदनपुर, पिटोल से झाबुआ बुधवार को कल्याणपुरा से झाबुआ, कल्याणपुरा से अंतरवेलिया, कल्याणपुरा से रायपुरिया, गुरूवार को पारा से झाबुआ, पारा से राणापुर, पारा से दत्तीघाटी मार्ग पर शुक्रवार को कालीदेवी से झाबुआ, कालीदेवी से पारा, शनिवार को राणापुर से झाबुआ, राणापुर से पारा, राणापुर से कुन्दनपुर, राणापुर से समोई कंजावानी, बामनिया से खवास, बामनिया से पेटलावद, थांदला से खवासा मार्ग पर प्रशासनिक टीम द्वारा कार्यवाही की जाएगी।

बी.ए.सी. एवं सी.ए.सी. के पदो की द्वितीय काउन्सिलिंग 12 से 14 जनवरी तक

झाबुआ---सर्वशिक्षा अभियान अंतर्गत जिले में संचालित 06 जनपद शिक्षा केन्द्रो में 30 पद खण्ड अकादमिक समन्वयक एवं 65 संकुल केन्द्रो हेतु प्रत्येक 02 प्रति संकुल केन्द्र के लिए 130 जनशिक्षकों की विज्ञान विषय, भाषा, सामान्य विज्ञान विषयों के उच्चश्रेणी शिक्षक एवं अध्यापक संवर्ग जिनकी उम्र 01 जनवरी 2015 को 49 वर्ष से अधिक न हो एवं जो पूर्व में बी.ए.सी. एवं सी.ए.सी. के पद पर 03 वर्ष या उससे अधिक अवधि तक प्रतिनियुक्ति पर रहे हो जिनके विरूद्ध विभाग में कोई आपराधिक प्रकरण, विभागीय जांच व दण्डात्मक कार्यवाही लम्बे समय से अनुपस्थिति की शिकायत प्रचलन में न हो की पदस्थापना प्रतिनियुक्ति से 03 वर्ष की अवधि तक करने हेतु दिनांक 28 दिसम्बर 2015 एवं 29 दिसम्बर 2015 को जिला शिक्षा केन्द्र में कार्यालयीन समय में काउन्सिलिंग आयोजित की गई थी। उक्त काउन्सिलिंग में पात्र 320 अभ्यर्थियों को आमंत्रित किया गया जिसमें 41 अभ्यर्थी उपस्थित हुए जिसमें बी.ए.सी. पद हेतु 22 अभ्यर्थियों एवं 13 जनशिक्षकों की नियुक्ति के संबंध में कार्यवाही की जा रही है। शेष 08 पद बी.ए.सी. एवं 117 पद सी.ए.सी. की पदस्थापना हेतु 12 जनवरी 2016 से 14 जनवरी 2016 तक द्वितीय काउन्सिलिग जिला शिक्षा केन्द्र में आयोजित की गई है। इस हेतु वरिष्ठता सूची क्र0 321 से पद के 02 गुना के मान से सूची जिला शिक्षा केन्द्र झाबुआ एवं जनपद शिक्षा केन्द्रो के सूचना पटल पर चस्पा की गई है।

बच्चों पढाई के लिए मेहनत में कोई कमी मत करना-- कलेक्टर
  • कन्या हायर सेकेण्डरी एवं बालक उत्कृष्ट विद्यालय के स्नेह सम्मेलन में कलेक्टर ने रखे अपने विचार

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झाबुआ---बच्चो सरकार द्वारा आपके विकास के लिए सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही है, जो कि आपके शारीरिक एवं शैक्षणिक विकास के लिए आवश्यक है। प्रशासनिक स्तर सें सुविधाएॅ देने का हम पूरा प्रयास कर रहे। बच्चों आप भी प्रयास करना कि जैसी हमारी भावना है आपके विकास के लिए उससे भी अधिक अच्छा विकास करना। पढाई के लिए मेहनत में कोई कमी मत करना आपके स्कूल के बच्चे मुख्यमंत्री जी से सम्मानित हो चुके है। मेरी आपसे यह अपेक्षा है कि आप राष्ट्रपति जी से सम्मान पाये। अपने स्कूल, जिले एवं प्रदेश का नाम रोशन करे। उक्त वक्तव्य कलेक्टर डाॅ. अरूणा गुप्ता ने राणापुर के कन्या हायर सेकेण्डरी स्कूल एवं बालक उत्कृष्ट विद्यालय के स्नेह सम्मेलन में व्यक्त किये। स्नेह सम्मेलन में सहायक आयुक्त आदिवासी विकास श्रीमती शकुन्तला डामोर ने कहा कि आज शासन द्वारा बहुत सारी सुविधाएॅ दी जाती सुविधाओं के अभाव में मैं जिन कठिनायों से इस स्थान पर पहूॅच पाई हूॅ उनका सामना आप को नहीं करना पडे। इसलिए मैनंे इस विभााग को काम के लिए चुना है। स्नेह सम्मेलन में विद्यार्थियों द्वारा आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तृति दी गई। कलेक्टर डाॅ. अरूणा गुप्ता एवं अतिथियों ने विद्यार्थियों द्वारा बनाये गये विज्ञान माॅडल,रंगोली एवं हस्त कला प्रदर्शनी का अवलोकन कर विद्यार्थियों की सराहना करते हुए कहाॅ कि यहां तो एक से बढकर एक कलाकृति है, यह चयन करना मुश्किल है कि किसे पुरस्कार देने से छोडा जाये। और किसे प्रथम पुरस्कार दिया जाये। कलेक्टर डाॅ. अरूणा गुप्ता ने विद्यालय में गठित छात्र-परिषद के सदस्यों को शपथ दिलाई। कार्यक्रम में विद्यालय के प्राचार्य शिक्षक एवं विद्यार्थियों ने उत्साह पूर्वक भाग लिया। उत्कृष्ट विद्यालय राणापुर की पेयजल समस्या का समाधान करने के लिए कलेक्टर डाॅ. अरूणा गुप्ता ने पीएचई विभाग को निर्देशित किया।

रबी फसलों की निगरानी हेतु कृषि वैज्ञानिक तकनिकी दल ने निरीक्षण किया

झाबुआ---जिले में रबी मौसम की फसलें लगभग दो महिने की हो चूकी है फसलों में कहीं कीटव्याधि का प्रकोप तो नहीं है यह जानने के लिए जिला स्तर से कृषि विज्ञान केन्द्र के कृषि वैज्ञानिक तथा कृषि विभाग के तकनिकी दल, एक साथ जिले के रामा व रानापुर किासखण्ड का भ्रमण किया। दल द्वारा गेहूॅ फसल का अवलोकन किया गया। भ्रमण के दौेरान जिन किसान भाईयों के गेहू फसल की बढवार अपेक्षित नहीं हो रही है ऐसे कृषक बन्धुओं को कृषि विभाग द्वारा सुझाव दिये गये कि अधिक बीज दर के कारण घना बोने से पौघे से पौघे की दूरी कम हो कर आपसी प्रतिस्पर्धा होती है इस लिए पौधो को विरल करे। गेहू फसल बढवार कम होने व फसल में पीलापन आने पर अनुशसिंत उर्वरक 19ः19ः19 या यूरिया जिंक का उचित घोल बनाकर छिडकाव करे। साथ ही फसलों का उचित पौषण भी करने की सलाह दी गई। नियमित सिंचाई औेर फसल पोषण एवं देखभाल की सलाह भी दी गई। फसल पर कीट व्याधि अथवा कोई रोग होने पर कृषि विभाग के मैदानी अमले, विकास खण्ड के वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी, अनुविभागीय कृषि अधिकारी से सम्पर्क करे।

दुकान से हजारो के ईलेक्ट्रानिक सामान की चोरी 

झाबुआ---फरियादी रविन्द्र पिता फौजमल घोती, उम्र 24 वर्ष, निवासी झाडकी टोडी ने बताया कि अज्ञात आरोपी फरि0 की दुकान की दिवार खोदकर अंदर घुस कर किराना सामान व एक फ्रिजर, एक एलजी कंपनी की, टीवी कैमरा, निकोन कंपनी का, छत पंखे, प्रिंटर इस्तेमाली व नगदी 1500/-रूपये का चुराकर ले गये। प्रकरण में थाना मेघनगर में अप0क्र0 02/16, धारा 457,380 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

बलात्कार का अपराध पंजीबद्ध 

झाबुआ--- फरियादिया ने बताया कि आरोपी नानजी पिता भावचन्द्र डामोर, निवासी तलाई हाल मुकाम आमली ने फरि0 उम्र 16 वर्ष को बहला-फुसलाकर उसका हाथ पकडकर खिंचकर उसके घर ले गया व जबरन बलात्कार किया। प्रकरण में थाना काकनवानी में अप0क्र0 03/16, धारा 366,376 भादवि एवं 3/4 लै0अप0बा0संर0अधि0 का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

मर्ग का प्रकरण पंजीबद्ध 

झाबुआ---फरियादि मोहनसिंह पिता रायचन्द्र मेंडा, उम्र 45 वर्ष निवासी सुरडिया ने बताया कि रामचन्द्र पिता हमीर मेंडा, उम्र 70 वर्ष निवासी सुरडिया की आरोपीगण सोभान पिता रायला, नानसिंह पिता रायला व पप्पु ने दिनांक 14.12.2015 को मृतक के साथ लात घुसों से मारपीट की थी, जिसकी आज दिनांक को मृत्यु हो गयी। प्रकरण में थाना रानापुर में मर्ग क्र0 01/16, धारा 174 जा0फौ0 का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

बिहार : मंगलवार बिन्द टोली के लोगों के लिए मंगलमय साबित हुआ।

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पटना। आज मंगलवार बिन्द टोली के लोगों के लिए मंगलमय साबित हुआ। सीएम नीतीश कुमार द्वारा लिए गए निर्णय को करीब 2 साल के अंदर अमल कर दिया गया। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने दीघा बिन्द टोली के लोगों को खास महाल भूमि पर बसा दिया। इस तरह विभाग ने अपने राज्यादेश संख्या- 524 (6)/रा० दिनांक-08.04.13 द्वारा पटना जिला के पटना सदर अंचल में मौजा-दीघा, थाना संख्या-1/2 में प्रति परिवार 03 डिसमिल की दर से कुल 205 परिवारों को पुनर्वासित कर दिया। विभिन्न खाता एवं खेसरा की कुल रकबा-06.15 एकड़ खास महाल भूमि पर लाभान्वित परिवारों को लीज डीड के निबंधन शुल्क माफ करने की स्वीकृति दी गयी। इसके पूर्व मंत्रिपरिषद् की बैठक में 23 एजेंडों पर निर्णय लिया गया।

जिला प्रशासन द्वारा मंगलवार को पूर्व मध्य रेल परियोजना से विस्थापित बिन्द टोली के लोगों को कुर्जी दियारा क्षेत्र में जमीन देकर बसाने के लिए काॅल किया था। काफी संख्या में लोग आए थे। कुछ लोग निराश दिखे कि बाल-बच्चों का नाम नहीं है। इसको लेकर परेशान हो रहे थे। विस्थापितों की सूची बनाने वालों पर भड़क रहे थे। मौके पर उपस्थित उप समाहर्ता भूमि सुधार कुमार मिथिलेश ने कहा कि मंत्रिपरिषद द्वारा पारित 205 परिवारों की सूची है। इसमें पूर्व मध्य रेलवे परियोजना से विस्थापित बिन्द टोली के 186 परिवार और एम्स से दीघा तक निर्मित रोड से दीघा नहर के 19 परिवार विस्थापित हैं। इन परिवारों की सूची के अनुसार बसाया जा रहा है। इस सूची में बिन्द टोली के कई परिवारों का नाम नदारद है। इसके आलोक में बिन्द टोली के लोगों का नेतृत्व करने वाले यदु महतो ने 186 परिवारों की सूची को डीसीएलआर को पेश किया। तब यह समस्या उत्पन्न हो गयी कि प्रथम सूची में नाम है तो द्वितीय सूची में नाम नदारद है। जिला प्रशासन द्वारा सूची को अंतिम रूप नहीं देने से परेशानी होती रही। 

इस बीच दीघा विधान सभा के विधायक संजीव चैरसिया आ गए। इनके साथ विधायक के प्रतिनिधि संजय कुमार भी थे। विधायक संजीव चैरसिया ने डीसीएलआर से जानना चाहा कि आपलोगों ने 8 फीट मिट्टी भरवाने के पश्चात ही विस्थापितों को बसाने वाले थे। तो उनका कहना था कि अब बसाना ही प्राथमिकता है। इसी तरह से विस्थापितों को पुनर्वासित करना है। इनको शौचालय और पेयजल की व्यवस्था कर दी गयी है। जबतक बिजली की व्यवस्था नहीं होती है तबतक जेनेरेटर लगा देंगे। लोगों को पाॅलिथीन की व्यवस्था कर दी गयी है।

कुछ देर के बाद पटना सदर के अनुमंडलाधिकारी रियाज अहमद खान भी आ गए। विस्थापित परिवारों की सूची में छूटे परिवारों को अलग से सूची बनाने का आदेश दिया। छूटे परिवारों को बसाने का वादा किए। इसके बाद अनुमंडलाधिकारी जनबा रियाज ने सी0ओ0 शमीम अख्तर मजहरी को सलाह दिए कि जो परिवारों का नाम सूची में है, उनको सीमांकन जमीन पर बसा दिया जाए। इस सुझाव को सीओ साहब ने अमल किए। आधार कार्ड और परिचय पत्रों की जांच करने के बाद स्व0 रामानंद महतो के पुत्र रामपरीक्षण महतो को जमीन का स्वामीत्व प्रदान किया। इस तरह विस्थापितों को बसाना शुरू कर दिया गया।

विस्थापितों द्वारा बिन्द टोली पर बुलडोजर चलाने के आदेश को आगे बढ़ाने की मांग पर अनुमंडलाधिकारी भड़क गए। कहने लगे कि अतिक्रमण करके रहते आ रहे हैं। सरकार तो आपलोगों को जमीन देकर बसा रही है। हमलोगों ने अतिक्रमणकारियों को खदेड़ कर भगा देने वाले हैं। संत माइकल उच्च विघालय के सामने अतिक्रमणकारियों को जमीन नहीं दी गयी। एनएमसीएच और पीएमसीएच में अतिक्रमणकारी जमीन हासिल करने को लेकर पसीना छलकाते रहे। उनको कुछ भी नहीं मिला। हमलोग बुधवार को बिन्द टोली से अतिक्रमण हटाने जा रहे हैं। आपलोगों से बिन्द टोली में ही समझेंगे। 

 बताते चले कि पूर्व मध्य रेलवे परियोजना के तहत बिन्द टोली में एप्रोच रोड निर्माण होना है। बिन्द टोली अस्तित्व में रहने के कारण एप्रोच रोड नहीं बन पा रहा था। इसी के बहाने पाटलिपुत्र स्टेशन से उत्तर की ओर गंगा सेतु से रेल परिचालन शुरू नहीं किया गया।  करने के नाम पर हटाया जा रहा है। प्रशासन का सिर दर्द बना हुआ है। जो 2016 में भी जारी रहेगा। बिन्द जाति के लोगों का नेतृत्व करने वाले यदु महतो का कहना है कि प्रशासन द्वारा कुर्जी दियारा क्षेत्र में बसाया जा रहा है। वहां पर जाकर स्थिति का जायजा लिए। मूलभूत सुविधाओं को उपलब्ध करवाने में सरकार विफल है। सरकार चाहती है कि किसी तरह से लोगों को बसा दें। यह होने नहीं देंगे। हमलोगों की मांग है कि जिस जमीन को दी जारी है। वहां पर 8 फीट की मिट्टी भराई हो। एक घर,एक बरामदा और एक शौचालय निर्माण कर मकान दिया जाए। आवाजाही करने के लिए पुल का निर्माण हो। रोजगार करने की व्यवस्था हो। स्कूल और आंगनबाड़ी खोला जाए। 

बिहार : लोहे के पाइप में रबड़ का पाइप डालकर खींचना पड़ता है पानी

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  • बांसकोठी के गेट नम्बर -95 के 200 से अधिक परिवार परेशान
  • अबतक आश्वासन का ही पानी पीने को बाध्य हैं लोग

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पटना।पटना सदर प्रखंड के पश्चिमी दीघा ग्राम पंचायत में है बांसकोठी। औघोगिक प्रशिक्षण संस्थान के बगल में दक्षिण तरफ और औघोगिक प्रशिक्षण संस्थान के छात्रावास परिसर में जलापूर्ति केन्द्र है। छात्रावास परिसर वाले जलापूर्ति केन्द्र में जलमिनार भी निर्मित है। यह कहना उचित होगा कि ग्रामीण लोगों को वरदान है। एक ग्राम पंचायत में दो जलापूर्ति केन्द्र रहना। मगर बांसकोठी के गेट नम्बर-95 के लोगों को जलापूर्ति केन्द्र अभिशाप साबित लग रहा है। एक साल जलापूर्ति कर देने का आश्वासन दिया जा रहा है। जो कोरा सिद्ध हो रहा है। यहां के 200 से अधिक परिवार के लोग आश्वासन का ही पानी पीने को बाध्य हैं। 

इस क्षेत्र के जलापूर्ति केन्द्र के आॅपरेटर हैं कृष्णा बाबूः औघोगिक प्रशिक्षण संस्थान के बगल वाले जलापूर्ति केन्द्र के आॅपरेटर हैं कृष्णा बाबू हैं। बात यह है कि पीएचईडी द्वारा गली (राह) में भूगर्भ मुख्य पाइप लगा दिया गया। इस भूगर्भ पाइप से लोगों को खुद के घरों के सामने तक पाइप संयोजन करना था। बतौर नक्शा बनाने और पीएचईडी का शुल्क है एक हजार रू0। वहीं मुख्य राह से घर के सामने तक पाइप संयोजन करने की मजदूरी 12 से 16 सौ है। एक घर पीछे 22 से 26 सौ रू0 पड़ता था। 

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बहुत ही खुशी से जलापूर्ति पाइप का संयोजन कराएंःजबतक बांसकोठी की मिट्टी वाली गली थी तबतक लोग मनमौजी थे। पाॅकेट में मनी आने के बाद ही मुख्य पाइप से घर के सामने तक पाइप संयोजन कराते रहे। जब मिट्टी वाली गली को पक्कीकरण करने की चर्चा होने लगी,तब लोगों ने मुख्य मार्ग से घर के सामने तक पाइप का संयोजन करवाने लगे। 22 से 26 सौ रू0व्यय करके विभागीय और मजदूरी खर्च देकर घर के सामने पाइप का संयोजन आॅपरेटर कृष्णा से करा लिए। 

घर के सामने पाइप संयोजन करवाने से खुशी और पानी नहीं मिलने से मिला गमःमोहम्मद जैयनूल जी का कहना है कि हमलोग घर के सामने पाइप संयोजन करने से खुश हो गए। बस नल खोलकर पानी भरना था। आसानी से झरना में खड़ा होकर स्नान करना था। जो इस तरह हुआ ही नहीं। मुख्य पाइप से घर के सामने संयोजन करने वाले पाइप में पानी आया ही नही। हमलोगों ने पानी की समस्या को लेकर पटना-दीघा- दानापुर मुख्य मार्ग को बांसकोठी के सामने जाम कर दिया। आश्वासन मिला और पूरा नहीं होने के बाद दूसरी बार रोड जाम कर दिए। टायर में आग लगाकर बवाल काटा गया। तब भी समस्या का समाधान न हो सका। हमलोग 1 साल से आश्वासन का पानी पीने को बाध्य हैं।

लोहे के पाइप में रबड़ का पाइप डालकर खींचना पड़ता है पानीःयहां के निवासी है राम ईश्वर चैधरी। श्री चौधरी के पुत्र विक्की कुमार ने घर से रबड़ का पाइप ले आया। घर के सामने लोहे के पाइप में लगी क्री को खोला। लोहे के पाइप में रबड़ का पाइप डालघर मुंह से पानी खींचना शुरू कर दिया। इससे क्षणिक और चुल्लूभर ही पानी आता है। 

घर के अंदर से खिड़की से गुस्से से लाल महिलाओं ने कहाःहमलोग परेशान है। 1 साल से पाइप संयोजन करा रखा है। जो शोभा की वस्तु बन गयी है। वहीं सरकार के द्वारा चापाकल भी गाढ़ा नहीं गया है। इसके चलते पड़ोसी के कुआं और चापाकल से पानी लाते हैं। मांगकर पानी लाने के बाद ही घरेलू कार्य और स्नान किया जाता है। 

जानकार कहते हैं कि औघोगिक प्रशिक्षण संस्थान परिसर से बांसकोठी का मुख्य पाइप का संयोजन किया गया है। जो बिन्द टोली जाने वाली सड़क से पाइप दौड़ाया गया है। एक स्कूल के पास आॅपरेटर कार्य कर रहा था। इस बीच पाइप में बोरा डालकर पानी को रोका। आॅपरेटर ने बिना बंद किए गए बोरा को निकाले ही पाइप से पाइप को जोड़ दिया। इसका खामियाजा भुगत रहे हैं। कई बार आॅपरेटर से कहा गया तो उसका कहना है कि पानी के प्रेशर बढ़ाने से पानी मिलने लगा। जो हो नहीं रहा है। 

बिहार : बिन्द टोली के मासूम बच्चे और बुजुर्ग भी विस्थापित होने से हलकान

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  • एक हफ्ता के बाद ही बिन्द टोली में चलेगा बुलडोजर

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पटना। पटना सदर प्रखंड में है बिन्द टोली। आम लोगों के साथ मासूम बच्चे और बुजुर्ग परेशान हैं। विलाप का गीत गाने लगे हैं बच्चे। वहीं बुजुर्गों का कहना है कि हमलोग शहीद हो रहे हैं। हमारे बलिदान से ही दीघा से दीदारगंज तक आवाजाही लोग कर सकेंगे।वहीं बिन्द टोली के बलिदान से एप्रोच रोड  बन पाएगा। आज बुधवार को भारी संख्या में पुलिसकर्मी पहुंचे थे। मौके पर मौजूद लोगों में अधिकारियों से आग्रह किए कि एक हफ्ता का समय दें ताकि समान निकाला जा सके। इसकी पुष्टि यहां के लोगों का नेतृत्व करने वाले यदु महतो ने की है। उनका कहना है कि कोई चार सौ की संख्या में पुलिसकर्मी और अधिकारी आए थे। बिन्द टोली के लोगों को अतिक्रमणकारी करार करके अतिक्रमण मुक्त बिन्द टोली करने गए थे। 

इस बीच पुलिसकर्मियों ने घर से समान बाहर करवाने का प्रयास करने लगे। मकान तोड़े नहीं गए। केवल लोगों को भयभीत कर घर से बाहर करवाने में सफल होते दिखे। हालांकि लोग स्वेच्छा से समान बाहर करते दिखे। आज भी लोगों के बीच में आक्रोश दिखे। साफ तौर पर कहा गया कि विवाहित दो पुत्र हैं। उनके मां-बाप को जमीन दी गयी। आखिर किधर विवाहित बच्चे जाएंगे? 
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