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पठानकोट मामले में सहयोग के लिए पाकिस्तान प्रतिबद्ध

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इस्लामाबाद, 08 जनवरी, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री और सेना प्रमुख ने आज पठानकोट हमले की जांच में भारत के साथ सहयोग की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई हालांकि दोनों देशाें के बीच विदेश सचिव स्तर की वार्ता पर अनिश्चितता बनी हुई है। पाकिस्तान ने आज यहां अपनी उच्चस्तरीय बैठक में क्षेत्रीय सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की। रेडियाे पाकिस्तान की खबर के अनुसार बैठक की अध्यक्षता प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने की। बैठक में आतंंकवाद की चाहे उसकी अभिव्यक्ति किसी भी रूप में हो,कड़े शब्दों में निंदा की गयी। बैठक में भारत सरकार द्वारा दी गयी सूचनाओं के आधार पर कार्रवाई की प्रगति की समीक्षा की गयी और इस संबंध में भारत से संपर्क बनाये रखने का निश्चय किया गया। बैठक में यह कहा गया कि पाकिस्तान क्षेत्र से आतंकवाद को समाप्त करने के प्रति प्रतिबद्ध है। 

बैठक में विश्वास व्यक्त किया गया कि दोनों देशों के बीच उच्चस्तरीय संपर्क से उत्पन्न सद्भाव कायम रहेगा और दोनों देश सार्थक समग्रवार्ता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता बनाये रखेंगे। बैठक में प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के अलावा सेनाध्यक्ष जनरल राहील शरीफ, वित्तमंत्री इशाक डार,गृहमंत्री निशार अली खाँ, प्रधानमंत्री के विदेशी मामलों के सलाहकार सरताज अजीज,राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार नसीर जंजुआ, आई एस आई के महा निदेशक,विदेश सचिव तथा मिलिट्री आपरेशन के महानिदेशक ने भाग लिया। दोनों देशों के बीच 15 जनवरी को विदेश सचिव स्तर की वार्ता प्रस्तावित है लेकिन इसपर अनिश्चितता बनी हुई है। वार्ता का भविष्य भारत द्वारा दी गई सूचना पर पाकिस्तान की प्रतिक्रिया और सहयोग पर निर्भर करेगा।

धोनी को गैर जमानती वारंट, वकील ने किया इंकार

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अनंतपुर, 08 जनवरी, भारतीय एकदिवसीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के खिलाफ कथित तौर पर धार्मिक भावनाओं को आहत करने के एक मामले में आंध्र प्रदेश के अनंतपुर जिला की एक स्थानीय अदालत ने गैर जमानती वारंट जारी किया है लेकिन धोनी के वकील रजनीश चोपड़ा ने इस तरह का कोई समन मिलने से इंकार किया है। अदालत ने धोनी को 25 फरवरी से पहले अदालत में उपस्थित होने के लिये कहा है। धोनी इस समय आस्ट्रेलिया दौरे पर हैं जहां वह 31 जनवरी तक रहेंगे। धोनी को आस्ट्रेलिया में पांच वनडे और तीन ट्वंटी 20 मैचों की सीरीज खेलनी है। भारत को इसके बाद तीन ट्वंटी 20 मैचों के लिये श्रीलंका की मेजबानी करनी है। इस सीरीज के बाद भारत बंगलादेश में एशिया कप खेलने जाएगा। मार्च में भारत को आईसीसी ट्वंटी 20 विश्वकप की मेजबानी करनी है। टीम इंडिया के वनडे कप्तान धोनी के वकील रजनीश ने शुक्रवार को एक बयान में कहा, “महेन्द्र सिंह धोनी कानून का सम्मान करते हैं लेकिन उन्हें इस मामले से संबंधित किसी भी तरह का समन नहीं मिला है। यह बात पूरी तरह गलत है कि धोनी को इस तरह का कोई समन मिला है। 

इस मामले में बेंगलुरु जिला अदालत में लंबित कार्रवाई पर उच्चतम न्यायालय ने रोक लगा रखी है।” यह मामला अप्रैल 2013 में एक पत्रिका के कवर पर छपी धोनी की तस्वीर को लेकर है। इस तस्वीर में धोनी को एक हिंदू देवता के रूप में दिखाया गया था जिनके हाथों में कई उत्पाद थे जिसमें जूता भी शामिल था। इस तस्वीर पर हैडलाइन दी गई थी ‘गाॅड आफ बिग डील्स’। स्थानीय विश्व हिंदू परिषद के नेता श्याम सुंदर ने इस तस्वीर पर आपत्ति जताते हुये अदालत में याचिका दायर करते हुये कहा था कि ऐसी तस्वीर से हिंदुओं की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं। इस बीच धोनी के प्रबंधन ने कहा कि धोनी का इस तस्वीर से कोई लेना देना नहीं है। धोनी का प्रबंधन देखने वाले रीति स्पोर्ट्स के अरूण पांडे ने क्रिकइंफो से कहा“ धोनी ने ऐसी कोई तस्वीर नहीं खिंचवाई थी और न ही हमें इस बात की जानकारी है कि ऐसी कोई तस्वीर प्रकाशित हुई थी।”

आलेख : यह इनकी असहिष्णुंता नही तो क्या है ?

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वर्ष 2015 के अंतिम सप्ताह व्यतीत होने के साथ कांग्रेस के 31वें स्थापना दिवस पर मुम्बई इकाई से प्रकाशित मुख्य-पत्र ’’कांग्रेस दर्शन’’ मे इसके कंटेन्ट एडीटर सुधीर जोशी के लेख ने ही कांग्रेस की विरासत मे लगे धब्बे को उजागर कर दिया। इस पत्रिका के प्रधान सम्पादक व कांग्रेस के प्रवक्ता संजय निरूपम ने अपराध बोध से ग्रसित हो कर मांफी मांगते हुये कहा है कि उन्हे इस प्रकाशित लेख की जानकारी नही थी और ऐसी गलती के लिये वह स्टाफ के विरूद्ध कार्यवाही करेंगे। उन्होने तत्काल कंटेन्ट एडीटर सुधीर जोशी को उनके पद से बर्खास्त कर दिया। 
विषय का विश्लेषण करने के पूर्व ’’कांग्रेस दर्शन’’ की विषय वस्तु को देखना होगा। इसमे लिखा गया था कि कश्मीर समस्या के लिये यदि तत्समय के गृहमंत्री एवं उप-प्रधानमंत्री सरदार बल्लभ भाई पटेल की सलाह को प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरू मान लेते तो आज कश्मीर को लेकर समस्या नही होती। सरदार पटेल की सलाह से सहमत नही होने के कारण ही भारत को चीन, तिब्बत, नेपाल की समस्याओं का भी सामाना करना पड़ रहा है। सरदार पटेल ने नेहरू को मना किया था कि वे कश्मीर के मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र मे नही ले जायें, लेकिन नेहरू नही माने और प्लेबीसाईट के पेंच को फंसा कर रख दिया। लेख मे आगे उल्लेख किया गया है कि नेहरू और पटेल के आपसी सम्बंधों मे तनाव रहता था और दोनों ही इस्तीफा देने की धमकियां देते थे। सरदार पटेल ने पं. नेहरू को सन् 1950 मे एक पत्र लिखकर आगाह किया था कि तिब्बत के संदर्भ मे उनकी चीन के प्रति नीति त्रुटिपूर्ण है, क्यांेकि चीन विश्वसनीय नही है और भारत के भविष्य का दुश्मन है। लेख मे आगे है श्रीमती सोनिया गांधी के संदर्भ मे उजागर किया गया है कि सोनिया जी के पिता, इटली मे फासिस्ट सिपाही थे। सोनिया गांधी जब सन् 1997 मे कांग्रेस की अध्यक्ष बनी थीं तो उसके भी 62 दिन बाद वह कांग्रेस की प्राथमिक सदस्य बनी थी और उसके बाद वह सरकार बनने मे असफल हुई थी।  

’’कांग्रेस दर्शन’’ मे उक्त लेख के अंश स्वतन्त्रता प्राप्ति के पश्चात कांग्रेस के इतिहास की उस कटु सच्चाई को उजागर कर रहे हैं, जिनके कारण आज देश को भुगतना पड़ रहा है। परिणाम सामने है कि कश्मीरी पंडितों को मार-पिटाई, लूटपाट करके वहां से खदेड़ दिया गया और वे कई वर्षांें से  शरणांर्थी शिविरों मे पड़े हुये हैं और कश्मीर देश के सामने चुनौती बना हुआ है। नेहरू के दिये इस नारे, ’हिन्दी-चीनी भाई-भाई’ की धज्जियां उस समय उड़़ गईं, जब सरदार पटेल की समझायश के 12 वर्ष बाद ही चीन ने भारत पर हमला किया था। श्रीमती सोनिया गांधी के पिता इटली मे सिपाही थे, इसमे शर्म की बात क्या है ? वह इटली मे फासिस्ट बिचारधारा के सिपाही थे, प्रकाशित लेख की इस विषय-वस्तु पर यदि सोनिया जी को आपत्ति हैं तो वह इसका खण्डन कर सकती हैं। सोनिया गांधी की बिफलताओं की कहानी जहां से प्रारम्भ होती है, उसके सुनने और सहन करने की क्षमता यदि नही है तो इसे असहिष्णुंता ही कही जावेगी। 

क्या यह कांग्रेस की असहिष्णुंता नही है कि सच्चाई का बखान करने वाले मुख्य-पत्र ’’कांग्रेस दर्शन’’ मे प्रकाशित उक्त लेख के लेखक को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है। क्या सच बोलने पर भी मुंह बंद कराओगे ? निश्चित ही देश मे असहिष्णुंता ही असहिष्णुंता का माहौल तो सोनिया जी की प्रेरणा से कांग्रेस ने तभी से बना रखा है, जब 26 मई 2014 को प्रधानमंत्री के रूप नरेन्द्र भाई मोदी ने शपथ ली थी। कांग्रेस को नरेन्द्र मोदी किसी भी स्थिति मे सहन नही हो पा रहे हैं। यही तो फासिस्टवादी सोच है जो इटली के पिता से निकलकर भारत मे प्रकट हो रहा है। दिन-प्रतिदिन प्रधानमंत्री मोदी के कार्यों की सफलता और उनकी कर्मशीलता के प्रति लगातार कांग्रेस मे असहिष्णुंता देखी जा रही है। ’’कांग्रेस दर्शन’’ मे प्रकाशित लेख के लेखक व कंटेन्ट एडीटर सुधीर जोशी के बर्खास्त होने पर और सच्चाई का गला घोंटे जाने पर अब कहां चले गये वे बरसाती मेढ़क रूपी सम्मान बापिसकर्ता, जो असहिष्णुंता के नाम पर सम्मान बापिसी की कतार मे पंजों के भर खड़े होकर अपनी शक्लें दिखा रहे थे। किसी न किसी बहाने से संसद के सत्रांे को नही चलने देना, हंगामा, चिल्लाना, नारेबाजी, तख्तियां-हाॅर्डिग्ंस के प्रदर्शन, लोकसभा अध्यक्ष के आसन को घेर कर हू-हल्ला मचाना, असहिष्णुंता का ही तो द्योतक है। लोकसभा का वर्षा-कालीन सत्र दिनांक 21 जुलाई से 13 अगस्त 2015 एवं शीत-कालीन अधिवेशन दिनांक 26 नवम्बर से 23 दिसम्बर 2015 को अधिकांशतः ऐसे ही माहौल मे समाप्त हो गया, जिसका परिणाम यह हुआ कि लोकसभा मे 19 बिल लम्बित ही बने रहे और 14 नये बिल प्रस्तुत होने की राह देखते रहे। राज्यसभा की स्थिति तो और भी गम्भीर व दयनीय रही और आधे से ज्यादा समय हू-हल्ला मे व्यतीत हो गया। सम्पूर्ण देश मे कांग्रेस ने असहिष्णुंता का माहौल बना कर रख दिया है और ऐसा प्रकट होता है कि मोदी सरकार के प्रत्येक कार्य मे व्यवधान कराने का तय राहुल व सोनिया जी ने कर लिया है। 

गत नवम्बर 2015 मे कांग्रेस के पूर्व विदेश मन्त्री सलमान खुर्शीद पाकिस्तान गये थे और इस्लामाबाद मे उन्होने कहा था कि पाकिस्तान के शांन्ति सन्देश का माकूल जवाब देने मे भाजपा सरकार नाकाम रही है और कांग्रेस शासन मे भाजपा लगातार इस बात के लिये दबाव बनाती रहती थी कि पाकिस्तान के साथ रिश्ते सामान्य न रहैं व अभी भी भाजपा पाकिस्तान के साथ सख्त रवैया अपना रही है। सलमान खुर्शीद साहब, क्या आप पाकिस्तान को शान्ति के सन्देश का देश मानते हैं ? 02 जनवरी को पठानकोट मे हुये आतंकवादी हमला के लिये क्या आप पाकिस्तान का शान्ति-सन्देश कहेंगे ? कांग्रेस के नेता मणिशंकर अय्यर ने 6 नवम्बर 2015 को पाकिस्तानी चैनल पर कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी को हटाये बगैर दोनो देशो के बीच बातचीत नही हो सकती है। तज्जुब तो यह है कि जब इंटरव्यू लेने वाले ने अय्यर से पंूछा कि क्या आप मोदी को हटा सकते हैं तो इस पर अय्यर ने जबाव दिया था कि कांग्रेस को हटाने मे देर होगी, आप लोग हटा दीजिये। मंणिशंकर अय्यर का ऐसा वक्तव्य देशद्रोह की सीमा मे आता है, अय्यर पाकिस्तान को इसके लिये उकसा रहे हैं कि वह मोदी को हटा दे। अय्यर साहब इस हटाने के भाव का मतलब क्या है ? मोदी को बने रहना या हटना, इस देश की जनता तय करेगी, इन असहिष्णुओं के कहने से पाकिस्तान तय नही करेगा।

पश्चिम बंगाल के मालदा मे 3 जनवरी को और बिहार के पूर्णिंया मे 8 जनवरी को मुस्लिम अल्प-संखकों ने आॅल इण्डिया इस्लामिक कौंसिल के नेतृत्व मे पुलिस थाना मे तोड़-फोड़, शहर मे आगजनी और तबाही का जो उत्पात मचाया है, वह असहिष्णुंता की उस सीमा को भी पार कर चुका है, जहां से प्रत्येक राष्ट्रवादी और देशभक्त को यह सोचने को मजबूर होना पड़ेगा कि क्या इस देश मे सहिष्णुं होना गुनाह है ?  राहुल-सोनिया गांधी और उनकी टीम के लोगों को मोदी के प्रधानमंत्री बनने से न तो दिन को चैन है और न ही रात को नींद। इनकी यह असहिष्णुंता सिर्फ मोदी सरकार के प्रति ही नही है, बल्कि देश की सवासौ करोड़ जनता के प्रति है, जिसके प्रधानमंत्री नरेन्द्र भाई मोदी हैं और यह असहिष्णुंता देश के उन मतदाताओं के प्रति भी है, जिन्होने अपना पूर्ण बहुमत देकर भाजपा की मोदी सरकार निर्वाचित किया है। पाकिस्तानी गायक कलाकार अदनान् सामी ने पाकिस्तान छोड़कर और भारत मे आकर सम्पूर्ण विश्व मे केवल भारत को ही सुख-शांति का देश माना है, परिणामतः मोदी सरकार ने उन्हे भारत की नागरिकता प्रदान की है। अब फिल्म कलाकार आमिर खांन व उनकी पत्नी अदनान सामी से क्या कहना चाहेंगे ? 

वासुदैव कुटुम्बकम् की धारणा पर आधारित सम्पूर्ण विश्व को अपना परिवार मानने मे भारत की अत्मा निहित है और इसका मुख्य कारण यही है कि यह हिन्दू वाहुल्य देश है। हिन्दू कभी भी असहिष्णुं हो ही नही सकता। 14 नवम्बर 1990 को दिल्ली मे कट्टर पंथियों ने एक रैली मे नारे लगाये थे कि ’बच्चा-बच्चा राम का, बिरयानी के काम का, भारत मे रहना है तो अल्ला-हो-अकबर कहना होगा’ हिन्दू यदि असहिष्णुं होता तो इन नारो पर मार-काट मच जाती। देश मे भगवान श्री राम और माता सीता के चरित्र-चित्रंण पर कुछ बिघटनकारी तत्व उकसाने पर आपत्तिजनक छींटा-कसी करते रहते हैं, हिन्दू यदि असहिष्णुं होता तो अस्था और धर्म के नाम पर आपस मे लड़ जाते। भगवान श्री राम की जन्म-भूमि पर पहले बावरी मस्जिद के परिसर मे मंदिर कैद होकर बना रहा और गत 24 वर्षों से श्री राम की मूर्ति उसी स्थल पर तम्बू ताने एक मिट्टी के ढेर पर बिराजमान है, हिन्दू यदि असहिष्णुं होता तो न्यायालयीन प्रक्रिया का इंतजार न करता। मुलायम सिंह यादव ने सिर्फ वोट-बैंक की खातिर कहा था कि ’अपने को हिन्दू कहने वाले, सब दगावाज हैं’ (जनसत्ता दिनांक 11.10.1990), हिन्दू यदि असहिष्णुं होता मुलायम ंिसंह राजनीति मे कहीं के नही होते। देश मे असहिष्णुंता का माहौल निर्मित करने वाले कदाचित यह नही समझते हैं कि हिन्दू सहिष्णुं है, लेकिन कायर नही है। 






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राजेन्द्र तिवारी, अभिभाषक, दतिया
फोन- 07522-238333, 9425116738
rajendra.rt.tiwari@gmail.com
नोट:- लेखक एक वरिष्ठ अभिभाषक एवं राजनीतिक, सामाजिक, प्रशासनिक विषयों के समालोचक हैं। 

विशेष आलेख : सरकार के 72 घंटे के अल्टीमेटम का पोस्टमार्टम

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पठानकोट में आतंकियों द्वारा एयरबेस पर हमले के दौरान भारत की एक अलग तस्वीर दिख रही थी. हालांकि उस तस्वीर में अभी भी कुछ ज्यादा फेरबदल नहीं हुए हैं. शहीदों के परिवारवालों की तकदीर तो बदल ही गई. उनके हिस्से आंसुओं का सैलाब तो आ ही गया. शहीदों के बच्चे अब अपने पिता को स्वर्गीय के तमगे के साथ जोड़कर देखना भी सीख लेंगे. बहरहाल न्यूज चैनल्स घटना पर अलग अलग नजरिया चिपकाकर टीआरपी पीटने में लगे हैं. जख्म कुरेदने में लगे हैं. सरकार के फैसलों को धता साबित करने की कोशिश कर रहे हैं. हां यह संभव भी है कि कमी हर सिरे से रही. तभी तो सात जवानों को अपना जान गवानी पड़ी.

पहली कमी-
पठानकोट में हमले की खबर ने भारत की जनता के कान खड़े कर दिए. फिर क्या. सवाल उठने लगे कि कब मारे जाएंगे आतंकी. मिशन खत्म करने में इतनी देर क्यों लग रही है. क्या लापरवाही बरत रही है सरकार. क्या आतंकी भारतीय सेना से ज्यादा काबिल हैं. कहीं आतंकी कहें या फिर चरमपंथी सेना को धोखा देकर जनता को तो नहीं नुकसान पहुंचा देंगे. वहीं दूसरी ओर आतंकियों के बारे में सेना को कोई पुख्ता जानकारी भी नहीं थी. दरअसल हम जिस जानकारी की बात कर रहे हैं उसमें आतंकियों की संख्या शामिल है. उनके पास हथियारों का जखीरा कितना है. आईये अब कुछ और जानते हैं.

दूसरी कमी-
इन सारी कमियों के साथ सेना के जवानों के द्वारा आतंकियों को जिंदा पकड़ने का एक अहम टास्क भी था. जिससे वे आतंकियों की सारी गतिविधियों का पता लगा सके. उनकी संख्या जान सकें. पर जल्दबाजी और सारी की सारी हरकतों से अनभिज्ञता के कारण भारत में शहादत पसर गई. जी हां ये एक कयास है अगर कदम सावधानी और सुरक्षा के मद्देनजर उठाया जाता तो कोई भी न शहीद होता और आतंकियों को उनकी असल जगह पहुंचाने की खुशी भी होती.

नीति पर सवाल तो नीयत पर प्रश्नवाचक
बहरहाल आतंकी हमले की नापाक हरकत किसने रची इसके तमाम सबूत भारत के पास हैं. सबूतों से इस बात की पुष्टि होती है कि ये नापाक हरकत फिर से पाक से ही की गई. और साजिश रचने वाला आतंकी संगठन जैश ए मुहम्मद था. इन सबके इतर भारत सरकार के द्वारा पाकिस्तान को वो तमाम सबूत भी सौंपे गए हैं जिनके आधार पर पाकिस्तान कार्यवाही कर सकें. हालांकि अब कार्यवाही की दिशा में सच में प्रयास होंगे या फिर महज खानापूर्ति के तौर पर काम किया जाएगा इस बात के साथ ही जहन में कुछ नए सवाल फिर से खड़े हो जाते हैं.  
खबर है कि मोदी सरकार ने पाकिस्‍तान को जैश के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए 72 घंटे का समय दिया है. वहीं अंग्रेजी अख़बार ‘बिज़नेस स्टैंडर्ड’ की रिपोर्ट के मुताबिक पठानकोट हमले के चलते आगामी 15 जनवरी को होने वाली  भारत-पाक विदेश सचिव वार्ता रद्द की जा सकती है.  अखबार ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि इस्‍लामाबाद को स्‍पष्‍ट संदेश दे दिया गया है कि अगर जल्‍द कार्रवाई नहीं की गई तो वार्ता रद्द होना तय है.

अल्टीमेटम के लिए दायरा क्यों नहीं बढ़ाती सरकार
शनिवार को पठानकोट एयर फोर्स बेस पर आतंकियों ने हमला कर दिया था,  जिसके बाद से उनकी सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ चल रही है. पठानकोट हमले के बाद विदेश मंत्री सुषमा स्‍वराज ने पाकिस्‍तान में उच्‍चायुक्‍त रह चुके कूटनीतिज्ञों की एक बैठक बुलाई थी, जिसमें उनसे ताजा घटनाक्रम पर राय मांगी गई थी. लेकिन सवाल सिर्फ और सिर्फ पठानकोट पर आकर क्यों सिमट जाता है क्योंकि ये हाल ही का मामला है इसलिए. या फिर इसलिए कि इसमें सात जवानों की शहादत के साथ एक लंब डर के साये में गुजर रहा है. पाकिस्तान के साथ वार्ता को रद्द करने के लिए अल्टीमेटम को कुछ और क्यों नहीं बढ़ाया जाता. लगातार सीज फायर का उल्लंघन, अनंतनाग में हुए हमले और श्री नगर में आतंकियों की घुसपैठ का मुद्दा क्यों नहीं शामिल किया जाता. बहरहाल अगर कार्यवाही कर भी दी पाकिस्तान ने तो क्या जैश ए मुहम्मद के मुखिया मौलाना मसूद अजहर को भारत को सौंप देगा. शायद इसका जवाब नहीं मे ही होगा. अगर पाकिस्तान ने जैश ए मुहम्मद के मुखिया को नजरबंद कर भी दिया तो इस बात का क्या सबूत है कि उसे आजाद नहीं किया जाएगा. फिर से अजहर अजगर बन भारत के खिलाफ जहर नहीं उगलेगा.

maulana azhar
कौन है अजहर ‘’अजगर’’
मौलाना मसूद अजहर आतंकी संगठन जैश ए मुहम्मद का प्रमुख है. ये वही अजहर है जिसे 17 साल पहले 1999 में कंधार विमान अपहरण मामले में भारत ने रिहा किया गया था. जसवंत सिंह खुद अजहर को रिहा करने के लिए लेकर गए थे. 24 दिसंबर 1999 को 5 हथियारबंद आतंकियों ने 178 यात्रियों के साथ इंडियन एयरलाइंस के हवाई जहाज आईसी-814 को हाईजैक कर लिया था. हरकत उल मुजाहिद्दीन के आतंकियों ने भारत सरकार के सामने 178 यात्रियों की जान के बदले में अपने तीन साथियों की रिहाई का सौदा किया था. जिसमें से मौलाना मसूद अजहर, जरगर समेत उमर सईद शेख भी शामिल था. रिहाई के बाद पाकिस्तान के कराची में 31 जनवरी 2000 को मौलाना मसूद अजहर ने जैश ए मुहम्मद के साथ आतंक की दुनिया में फिर से कदम रखा. इससे पहले वह हरकत उल मुजाहिद्दीन के साथ आतंक फैला रहा था. दिसंबर 2001 में भारतीय संसद पर हमले के मामले में अजहर को पाकिस्तान में गिरफ्तार कर लिया गया लेकिन लाहौर हाईकोर्ट के आदेश पर उसे 2002 में आजाद भी कर दिया गया.

इन सबके अलावा मौत की चालों को भारत ही क्या अन्य देशों के खिलाफ बिछाकर शांति भंग करने वाला एक खतरनाक आरोपी है अजहर. लेकिन उस पर कार्यवाही को पाकिस्तान के कंधों पर टांगना महज दिखावे के इतर और कुछ नहीं समझ आता. जानकारों के मुताबिक भारत सरकार को पाकिस्तान सरकार के साथ इस बात को उठाना होगा कि दोनों देश मिलकर पाकिस्तान में तमाम आतंकी संगठनों को निश्तनाबूत कर दें. आतंकियों की गिरफ्तारी कांधार कांड को जन्म देती है तो पाकिस्तान पर भरोसा अजहर की रिहाई को. इन विकल्पों को डिक्शनरी से मिटाते हुए सीधे खात्मे के विकल्प पर ही मुहर लगानी होगी. तभी पेशावर को श्मशान बनने का डर नहीं सताएगा, मासूम बच्चों की हिफाजत असल मायने में हो सकेगी. पठानकोट और 26/11 जैसे दिल को हिला देने वाले हमलों का खौफ लोगों के दिलों से खत्म होगा.





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हिमांशु तिवारी आत्मीय
यूपी हेड, आर्यावर्त 
8858250015

ममता के बुलावे पर एक ही मंच नजर आएं जेटली, केजरीवाल

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कोलकाता 08 जनवरी, डीडीसीए में भ्रष्टाचार को लेकर एक दूसरे पर निशाना साधने वाले केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली और दिल्ली की मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आज यहां बंगाल वैश्विक व्यापार शिखर सम्मेलन मंच साझा करते हुए नजर अाए। यह पहली बार है जब श्री केजरीवाल आैर श्री जेटली एक साथ एक ही मंच पर नजर अाए हो।  पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस व्यापार शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए दोनों नेताओं को न्योता दिया था। हालांकि मंच पर भी दोनाें नेताओ ने एक दूसरे से दूरी बनाए रखी अौर एक दूसरे का अभिवादन भी नहीं किया। कल शाम दोनों नेताओ ने सुश्री बनर्जी के यहां रात्रि भोज भी किया था। 

इससे पहले कल ही केन्द्र सरकार ने डीडीसीए में कथित घाेटाले की जांच के लिए गठित की गयी दिल्ली सरकार की समिति काे अवैध करार दिया था जिससे दोनों पक्षों के बीच फिर से टकराव की स्थिति उत्पन्न हो गयी। राज्य में व्यापार आकर्षित करने के लिए सुश्री बनर्जी के इस महत्वाकांक्षी कार्यक्रम में श्री केजरीवाल मुख्य वक्ता के रुप में पहुंचे थे। पिछले महीने दोनों नेताओं के बीच उस समय टकराव की स्थिति पैदा हो गयी जब केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने दिल्ली सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी के कार्यालय में छापा मारा था। श्री केजरीवाल ने आरोप लगाया कि सीबीआई के अधिकारी डीडीसीए में श्री जेटली के 13 साल के उनके कार्यकाल में हुए घोटाले से जुडे फाइल तलाशने आए थे। जिसके जवाब में श्री जेटली ने 22 दिसंबर को केजरीवाल के खिलाफ आपराधिक मानहानि का केस किया था। 

हत्या की साजिश रचने वाले को सिरिसेना ने किया माफ

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कोलंबो 09 जनवरी, श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने अपने कार्यकाल के एक वर्ष पूरा होने के मौके पर उनकी हत्या का साजिश रचने के मामले में दोषी करार दिये गए लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (लिट्टे) लड़ाके को माफी दे दी है। 2005 में जब श्री सिरिसेना देश के सिंचाई मंत्री थे तब लिट्टे से संबंध रखने वाले शिवराजा जेन्नीवन ने उनकी हत्या की काेशिश की थी। पिछले साल जनवरी में इस मामले में दोषी पाए जाने के बाद उसे दस वर्षों की जेल की सजा हुई थी। 

राष्ट्रपति बनने के एक वर्ष पूरा होने के मौके पर अायोजित कार्यक्रम में श्री सिरिसेना ने जेन्नीवन को मंच पर बुला कर उसे हाथ मिलाने के बाद उसे आशिर्वाद भी दिया। पिछले साल जनवरी में सत्ता संभालने के बाद श्री सिरिसेना ने अपने एक साल के कार्यकाल में अल्पसंख्यक तमिलों के हित में कई कदम उठाए हैं। हालांकि विपक्षी दलों का आरोप है कि सिरिसेना के इन फैसलों से देश की सुरक्षा को खतरा है। 

इथोपिया में सरकार विरोधी प्रदर्शनाें में मारे गए 140 लोग

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जोहानसबर्ग 09 जनवरी, अफ्रीकी देश इथोपिया में पिछले दो माह से जारी सरकार विरोधी प्रदर्शन में अब तक 140 लोग मारे गए है। अमेरिका के ह्यूमन राइट्स वाच (एचआरडब्ल्यू) ने दावा किया है कि सरकार विरोधी प्रदर्शनों पर की गई पुलिस कार्रवाई में अब तक 140 लोग मारे जा चुके हैं। यह प्रदर्शन पिछले वर्ष नवंबर में उस वक्त शुरू हुआ था जब सरकार ने देश की राजधानी के विस्तार के लिए ओरमिया क्षेत्र के कृषि योग्य भूमि का अधिग्रहण करना आरंभ किया था। एचआरडब्लू ने पिछले महिने ओरोमो में गिरफ्तार हुए राजनीतिज्ञों को रिहा करने की मांग की है। हालांकि सरकार का कहना है कि ओरोमो के प्रदर्शनकारियों का संबंध आतंकवादी संगठनों से है।

पिछले माह अधिकारियों ने कहा था कि इस विरोध प्रदर्शन में पांच लोगों के साथ कुछ सुरक्षा अधिकारी भी मारे गए है। एचआरएक्स के शोधकर्ता फेलिक्स होर्न ने कहा कि ओरोमो के ऐसे बुद्धिजीवियों को भी सरकार निशाना बना रही है जिनका प्रभाव वहां के लोगों पर है। जिसमें ओरोमो फेड्रलिस्ट कांग्रेस (ओएफसी) के उपाध्यक्ष बेकेले गेरबा भी शामिल है जिन्हें 23 दिसंबर को गिरफ्तार किया गया था। ओरोमिया इथियोपिया का सबसे बड़ा क्षेत्र है और यह राजधानी अदिस अबाबा के बिलकुल पास है। 

मोदी आज पठानकोट जायेंगे

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नयी दिल्ली, 09 जनवरी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज पठानकोट वायुसैनिक हवाई अड्डा जायेंगे जहां पिछले हफ्ते आतंकवादी हमले में सात सैनिक शहीद हो गये थे और मुठभेड में छह आतंकवादी मारे गये थे। प्रधानमंत्री कार्यालय के सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री सवेरे 11 बजे पठानकोट पहुंचेंगे और वहां के हालात और सुरक्षा इंतजाम का जायजा लेंगे। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री के इस दौरे को भारत और पाकिस्तान के बीच विदेश सचिव स्तर की वार्ता के मद्देनजर अहम माना जा रहा है

पठानकोट के आतंकवादी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान पर दबाव बढ़ाते हुये स्पष्ट कर दिया कि वह अब आतंकवाद को बर्दाश्त करने को तैयार नहीं है और द्विपक्षीय बातचीत के लिये आगे बढ़ने के पहले वह पठानकोट में भारतीय वायुसेना के अड्डे पर आतंकवादी हमले को लेकर मुहैया कराये गये सुरागों पर ‘त्वरित और निर्णायक’ कार्रवाई का इंतजार करेगा। भारत ने कहा है कि वह पाकिस्तान सहित सभी पड़ोसी देशों के साथ अच्छे संबंध चाहता है लेकिन उसे सीमा पार से आतंकवाद कतई बर्दाश्त नहीं है। उसने कहा है कि गेंद अब पाकिस्तान के पाले में है। उसे पाकिस्तान की त्वरित और निर्णायक कार्रवाई का इंतजार है। 

भारत ने कहा है कि पाकिस्तान को पठानकोट हमले के सिलसिले में ठोस एवं कार्रवाई योग्य सुराग उपलब्ध कराये गये हैं। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने श्री मोदी को इस हमले के जिम्मेदार तत्वों पर ‘त्वरित एवं निर्णायक’ कार्रवाई का भरोसा दिलाया है। भारत को अब पाकिस्तान की कार्रवाई का इंतजार है।  दोनों देशों के विदेश सचिव स्तर की बातचीत पंद्रह जनवरी को होनी है और इसमें अभी छह दिन का वक्त है। भारत की सुरक्षा एजेंसियों ने पठानकोट हमले में शामिल चार पाकिस्तानी हैंडलर्स की पहचान की है जिसमें जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर और उसका भाई राउफ समेत दो अन्य लोगों के नाम शामिल है। 

ये हैंडलर्स पाकिस्तान से पठानकोट में हमला करने वाले अातंकियों को निर्देश दे रहे थे। मसूद और राउफ के अलावा दो अन्य साजिशकर्ताओं की पहचान अशफाक और कासिम के रूप में हुई हैं। काठमांडू में 1999 में एयर इंडिया के विमान आईसी 814 के अपहरण का मुख्य साजिशकर्ता राउफ ही था जिसमें मसूद के साथ दो अन्य आतंकवादियों काे छोड़ा गया था। खुफिया एजेंसियों को पता चला है की हमले की साजिश सीमा पार मार्काज नामक जगह पर रची गयी थी। भारत ने इस मामले में पाकिस्तान को सारे सबूत मुहैया करा दिये गए है। 

सीपीआईएम व सीटू नेता चंडी प्रसाद को माले ने दी श्रद्धांजलि

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पटना 9 जनवरी 2016, भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल और ऐक्टू के बिहार राज्य महासचिव काॅ. आर एन ठाकुर ने प्रेस बयान जारी करके सीपीआईएम व सीटू नेता चंडी प्रसाद के निधन पर भाकपा-माले व ऐक्टू परिवार की ओर से शोक व्यक्त किया है और काॅ. चंडी प्रसाद को श्रद्धांजलि दी है.

नेताओं ने अपने शोक संदेश में कहा है कि काॅ. चंडी प्रसाद बिहार में मजदूर आंदोलन में अपने योगदान के लिए हमेशा याद किये जाएंगे. मजदूर आंदोलन को उन्होंने नई दिशा दी.

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर (09 जनवरी)

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अध्यापक संघ ने माना सहायक आयुक्त का आभार

पारा--मध्यप्रदेश राज्य अध्यापक संघ के जिला अध्यक्ष मनिष पवांर व महा सचिव दिनेश चोहान नं बताया की झाबुआ जिले के रामा विकास खण्ड के संकूल केन्द्र शासकिय बालक उच्चतर माध्यमिक विधालय व कन्या उच्चतर माध्यमिक विधालय पारा के मदों मे विगत दिनो अलाटमेन्ट नही होने से माह नवम्बर 15 मे अध्यापको,संविदा शिक्षको व अतिथि शिक्षको को वेतन नही दिया गया था जिसको लेकर अध्यापक संध के प्रति निधि मण्डल ने सहायक आयुक्त महोदय झाबुआ को आवेदन देकर शिघ्र वेतन भुगतान की मांग की थी। संघ की मांग को देखते हुए सहायक आयुक्त ने अलाटमेन्ट की व्यवस्था कर दोनो संकुल के शिक्षको को माह नवम्बर व दिसम्बर 15 के भुगतान करने के आदेश दे दिए। दो माह के वेतन का भुगतान करने पर अध्यापक संघ ने सहायक आयुक्त शंकुन्तला डामोर,आहरण वितरण अधिकारी सुरभानसिह वासकेला सहीत कन्या संकूल व बालक संकुल के लेखापाल,स्थापना शाखा प्रभारी का रामा ब्लाक अध्यक्ष दिनेश टाॅक, मकनसिह पचाया,गुलाब सिह डावर,रतनसिह रावत,भुरसिह ढाकिया,अवधेश शर्मा संजय शर्मा, शंकरसिह बामनिया,उडनसिह सेगर ने आभार व्यक्त कर धन्यवाद प्रंेषित किया।

शनिश्चरी अमावस्या पर निकाली शनिदेव की शोभा यात्रा

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पारा--- आज नगर के शनि मंदिर मे पोष माह की शनिश्चारी अमावस्या पर सुबह से ही भगवान शनिदेव के दर्शनार्थ भक्तो का ताता लगा रहा। मदिर व्यवस्था समिति के सदस्यो ने प्रातः भगवान शनिदेव का अभिषेक कर पुजन अर्चन किया।पश्चात बेण्डबाजो के साथ शनिदेव प्रतिमा के चित्र की शोभा यात्रा श्रद्धालुओ ने नगर प्रमुख मार्ग बस स्टेण्ड,नयापुरा सदर बाजार होते हुए निकाली जो कि मंदिर परिसर समाप्त हुई जहा विश्वशांती के लिए हवन पण्डित संजय शर्मा ने करवाया हवन का लाभ संजय दशोरा ने लीया पश्चात कलयुग के न्यायाधिश भगवान शनिदेव की महाआरती की गई आरती की का लाभ अमृत राठोर लीया व प्रसाद वितरण की गई।मंदिर मे सेकडो श्रद्धालुओ ने शनिदेव का तेल,तिल,काला कपडा,पुष्प,दिप,धुप आदी से पुजन कर धर्म लाभ लिया यह क्रम दिन भर चलता रहा।शाम को रामायण मण्डल पारा द्वारा भजन संध्या का आयोजन रखा गया हे जिसमे सुमधुर भजनो की प्रस्तुती दी जावेगी।ं

पेंशनर कार्यालय में आयोजित स्वास्थ्य परीक्षण शिविर में 119 रोगियों की जांच कर दिया गया उपचार 
  • मेडिकल स्पेशलिस्ट डा. राठौर एवं देवेन्द्रषाह ,मनोज राठौर का रहा सराहनीय सहयोग

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झाबुआ---शनिवार को जिला पेंशनर एसोसिएषन एवं वरिष्ठ नागरिक फोरम द्वारा थांदला गेट स्थित एकलव्य भवन स्थित पेंशनर कार्यालय पर वरिष्ठ नागरिको एवं पेंशनरों के लिये निशुल्क डायबिटीज, रक्त चाप, हृदयरोग एवं  अन्य बीमारियों के निदान के लिये स्वास्थ्य एवं उपचार शिविर का आयोजन किया गया । अंचल के प्रसिद्ध मेडिकल स्पेश्यलिस्ट डा. लोकेन्द्रसिंह राठौर द्वारा प्रातः 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक शिविर में  119 मरीजों की जांच की गई एवं उपचार किया गया । शिविर का शुभारंभ करते हुए डा. एलएस राठौर ने कहा कि आम लोगों को अपने स्वास्थ्य के प्रति पूरी तरह सतर्क रहना चाहिये । वृद्धावस्था में वृद्धजन शुगर, हार्ट प्राब्लम, जोडो एवं कमर दर्द के साथ कई व्याधियों से ग्रसित हो जाते है । सभी बीमारियों की जड शुगर होती है इसलिये अपने खानपान एवं आचार व्यवहार मे पूरी सतर्कता के साथ नियमित जीवन के साथ प्रातः एवं सायंकालीन वाॅक के साथ्क हल्का फुलका व्यायाम भी करना चाहिये जिससे शरीर स्वस्थ्य रहे । उन्होने शुगर रोग से बचाव के लिये नियमित जीवन सबसे बडा महामंत्र है । इस अवसर पर एरीस्टो मेडिसीन कंपनी  डायबिहिटक डिव्हीजन के एरीया मेनेजर देवेन्द्रशाह एवं फिल्ड आफीसर मनोज राठौर द्वारा  निशुल्क प्रत्येक मरीज की ब्लड शुगर की जांच की गई तथा मरीजों का सेंसीटोमीटर टेस्ट करके परिणाम बताये गये । तदनुसार डा. लोकेन्द्रसिंह राठौर द्वारा मरीजों को उपचार दिया गया । इस अवसर पर देवेन्द्र शाह एवं मनोज राठौर द्वारा अनुकरणीय सेवा का उदाहरण  प्रस्तुत किया गया तथा 119 से अधिक मरीजों की जांच कार्य में अपनी सक्रिय भूमिका का निर्वाह किया गया । इस अवसर पर पेंशनर कार्यालय में मरीज अपनी बारी का इंतजार करते रहे  तथा डा. राठौर द्वारा बारी बारी से सभी की जांच, रक्त चाप जांच आदि कर उनका निदान लिखा गया । पेंशनर संघ के जिला अध्यक्ष रतनसिंह राठौर, पीडी रायपुरिया, एमसी गुप्ता,भारतसिंह तोमर,आनन्दीलाल भानपुरिया, बालमुकुन्दसिंह चैहान राजेन्द्रकुमार सोनी आदि ने डा. राठौर एवं देवेन्द्रशाह एवं  मनोज राठौर का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए इस सफल आयोजन के लिये उनका साधुवाद व्यक्त किया ।

70 की आयु में एथेलिट्स स्पर्धाओं में 5 पदक प्राप्त करने का गौरव हांसील किया सरदारसिंह चैहान ने 

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झाबुआ---यदि खेल प्रतिभा हो तो आयु बंधन कोई मायना नही रखता है । और इसका जीता जागता उदाहरण झाबुआ नगर के सरदारसिंह  चैहान है जिन्होने अपनी 70 वर्ष की आयु में भी  गुजरात राज्य में ऐथेलिट्स की विभिन्न स्पर्धाओं में भाग लेकर 2 गोल्ड, दो सिल्वर, एवं 1 कांस्य पदक प्राप्त करके झाबुआ नगर का नाम गौरवान्वित किया है । श्री सरदारसिंह चैहान को गुजरात राज्य की और से विभिन्न प्रतियोगिताओं में 70 वर्ष आयु वर्ग की स्पर्धाओं में भाग लेकर प्रमाणपत्र एवं पदक प्राप्त किये है । श्री चैहान द्वारा प्रदत्त जानकारी के अनुसार 35 वी गुजहरात मास्टर खेल कूद मंडल प्रतियोगिता 2015 में उन्होने भाग लिया । द्वारका गुजरात में आयुवर्ग 70 वर्ष में जेवेलियन भाला फैंक में उन्होने 17.70 मीटर की दूरी तक भाला फेंक कर  तृतीय स्थान प्राप्त कर प्रमाणपत्र एवं कांस्य पदक हांसील किया । और शार्ट फुट में 5 किलोगा्रम वजनी गोला 7.90 मीटर तक फेंक कर दूसरा स्थान प्राप्त कर प्रमाणपत्र एवं सिल्वर मेडल हांसील किया । 20 दिसम्बर को नडियाद गुजरात में डिस्क थ्रो में उन्होने 18.10 मीटर की दूरी तक डिस्क फेंक कर प्रथम स्थान प्राप्त कर गोल्ड मेडल हांसील किया । एवं गोला फेंक में भी सर्वाधिक दूरी तय करके दूसरा गोल्ड मैडल एवं प्रमाणपत्र प्राप्त किया । जेवेलियन थ्रो में 70 मीटर भाला फैंककर इन्होने सिल्वर मेडल प्राप्त करके प्रमाणपत्र प्राप्त किया । श्री चैहान को इस 70 वर्ष की आयु में क्रिडागतिविधियों में सक्रिय रहने तथा एक युवा की तरह एथेलिट्स में मुकाम हांसरल करने पर मार्निंग क्लब झाबुआ के जितेन्द्रसिंह सोलंकी, महेन्द्र तिवारी, श्री देशमुख, प्रेम अदीबसिंह पंवार, वीरेन्द्र सिसौदिया, राजेन्द्र सोनी,  भूपेश सिंगोड, कमलेश पटेल, कमलेश शर्मा, महेश शाह, एएस मोरे, कांतिलाल भूरिया, दिनेश जैन नीतिन जैन,आदि ने बधाईया दी है ।

जिला चेस एसोसिएषन द्वारा श्री भंडारी का किया स्वागत
  • राश्ट्रीय स्तर पर प्रतियोगिता जीतने वाले खिलाडियों का किया सम्मान

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झाबुआ---जिला चेस एसोसिएषन झाबुआ द्वारा बुधवार रात्रि को एक नीजि गार्डन में सम्मान एवं स्वागत का कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें प्रदेष स्तरीय चेस एसोसिएषन के हुए चुनाव में उपाध्यक्ष पद पर निर्वाचित श्री यषवंत भंडारी का चेस एसोसिएषन के पदाधिकारियों एवं खिलाडियों द्वारा सम्मान किया गया। सर्वप्रथम कार्यक्रम का संचालन करते हुए षरद षास्त्री ने कहा कि झाबुआ षहर के लिये आज यह गर्व की बात है कि यहां से ऐसा समर्पित व्यक्तित्व को प्रदेष स्तर पर उपाध्यक्ष जैसे महत्वपूर्ण पद पर निर्विरोध निर्वाचित हुए है निष्चित रूप से श्री भंडारी के नेतृत्व में झाबुआ जिला ही नही पूरा आदिवासी अंचल में षतरंज खेल के प्रति खेल की गतिविधियों को प्रोत्साहन प्राप्त होगा। इस अवसर पर भारती सोनी ने कहा कि हमारे लिये अब प्रदेष स्तर तक के रास्ते खुल गये है और हमारे खिलाडियों को प्रदेष स्तर तक की सुविधा प्राप्त होने में श्री भंडारी का सहयोग प्राप्त होता रहेगा। अपने स्वागत के उत्तर में श्री भंडारी ने कहा कि श्री चतुर्वेदी एवं धाकरे जैसे राश्ट्रीय स्तर के खिलाडी झाबुआ नगर में होने के कारण झाबुआ का नाम राश्ट्रीय स्तर पर अंकित हुआ और इन्ही के अच्छे प्रदर्षन के बदौलत झाबुआ जैसे कुषल जिले को प्रदेष एसोसिएषन में उपाध्यक्ष जैसा महत्वपूर्ण पद प्राप्त हुआ। मैं अपनी और से जिले के नवोदित खिलाडियों को प्रोत्साहित करने हेतु विभिन्न प्रतियोगिता एवं प्रषिक्षण षिविर लगाने के प्रयास करूंगा

इन्होंने किया स्वागत
श्री भंडारी के निर्विरोध प्रदेष उपाध्यक्ष बनने पर जिला षतरंज संघ के संरक्षक  प्रतपासिंह सिक्का, नीरतसिंह राठौर, जयेन्द्र बैरागी, सलाहकार मनीश व्यास, मनोज पाठक, संघ के उपाध्यक्ष एजाज कुरेषी, सचिव विवके धाकरे, सहसचिव महेन्द्र गेहलोत, संदीप जैन, कोशाध्यक्ष उमंग सक्सेना, स्पर्धा संयोजक श्रीमती भारती सोनी, कार्यकारिणी सदस्य  हरीष वतनानी, राजेन्द्र चैहान आदि ने पुश्पमाला पहनाकर व षाल श्रीफल भेंटकर स्वागत किया।

प्रतिभावना खिलाडियों का किया सम्मान
इस अवसर पर जिला चेस एसोसिएषन की और से  अखिल भारतीय दूरसंचार विभाग की षतरंज प्र्रतियोगिता में प्रथम स्थान पाने वाले झाबुअ दूरसंचार विभाग के राश्ट्रीय ख्याति प्राप्त नरेन्द्र नाथ चतुर्वेदी एवं भारतीय जीवन बीमा निगम की अखिल भारतीय स्तर की प्रतियोगिता में तीसरा स्थान प्राप्त करने वाले ख्याति प्राप्त खिलाडी विवेकसिंह धाकरे तथा मध्यप्रदेष स्तर पर नवोदित खिलाडी हरीष वतनानी का चयन होने पर उनका सम्मान प्रदेष उपाध्यक्ष यषवंत भंडारी एवं एसोसिएषन के सदस्य द्वारा किया गया। कार्यक्रम में जिला षतरंज संघ के पदाधिकारी सहित कई खिलाडी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन बीएसएनएल यूनियन के षरत षास्ती ने किया।

सकल व्यापारी  संघ के होटल व्यवसायियों की हुई वृहद बैठक, होटल व्यवसायी संघ का होगा गठन

झाबुआ---स्थानीय  पैलेस गार्डन पर सकल व्यापारी संघ ने पंजीकृत सभी होटल व्यवसायियों की वृहद बैठक का आयोजन हुआ जिसमें होटल व्यवसायी से जुडी समस्या एवं विभिन्न पहलुओं पर विचार किया गया। बैठक की षुरूआत में वरिश्ठ समाजसेवी, आईटीआई जोबट के चेयरमेन यषवंत भंडारी का मध्यप्रदेष चेस एसोसिएषन के प्रदेष उपाध्यक्ष निर्वाचित होने पर सकल व्यापारी सघ द्वारा पुश्पमाला व षाल पहनाकर सम्मान किया गया। तत्पष्चात सकल व्यापरी संघ के अध्यक्ष नीरज राठौर ने बताया कि सकल व्यापरी संघ विभिन्न व्यापारियों से जुडा हुआ संघ है जिसमें हौटल, किराना, कपडा, इलेक्ट्रानिक्स, सोना चांदी आदि व्यवसाय जुडे हुए है व्यापारी संघ के इतिहास में प्रथम बार अलग अलग व्यवसाय करने वालों की बैठक का आयोजन होने जा रहा है। राठौर ने अपने वक्तव्य में कहा कि संगठन में षक्ति है रचनात्मक भूमिका निभाकर व्यापारी नगर में का्रंति फैला सकते है आगामी दिनों में कपडा, किराना, इलेक्ट्रानिक एवं अन्य व्यवसायियों की बैठक का भी आयोजन किया जायेगा। होटल व्यवसायी जगदीषचंद्र राठौर ने बताया कि होटल व्यवसायियों का एक अलग से संगठन बनाये जायें जो सकल व्यापारी संघ के अंर्तगत कार्य करें जिससे की होटल व्यवसाय के संचालन में आने वाली समस्याओं से निजात मिलें। अषोक सकलेचा एवं उपस्थित सदस्यों द्वारा उपरोक्त प्रस्ताव पर सहमति प्रदान करते हुए होटल व्यवसायी संघ का गठन करने का सर्वानुमति से निर्णय लिया गया। सकल व्यापारी संघ के सचिव कमलेष पटेल ने बताया कि होटल व्यवसायी संघ का पुर्नगठन हमारे लिये बहुत बडी उपलब्धि होगी जो होटल व्यवसायी अभी तक सकल व्यापारी संघ से जुडे नही है वे भी अब होटल व्यवसायी संघ के माध्यम से सकल व्यापारी संघ में जुडे पायेंगे जिससे सामूहिक रूप से उनकी समस्याओं का समाधान किया जा सकेगा। सकल व्यापारी संघ के मीडिया प्रभारी निखिल भंडारी ने बताया कि होटल व्यवसायी संघ का पुर्नगठन के लिये आगामी बैठक 11 जनवरी को तय की गई है जिसमें नगर के सभी होटल व्यवसायी के साथ साथ भोजनाल, रेस्टोरेंट का व्यवसाय करने वाले व्यवसायियों को जुडाकर होटल व्यवसायी संघ का पुर्नगठन किया जायेगा इसके साथ ही कार्यकारिणी व पदाधिकारियों की भी घोशणा की जायेगी। नगर के समस्त होटल, रेस्टोरेंट एवं भोजनालय व्यवसायियांे को एकजुट कर उनकी लिस्ट बनाने का कार्य अषोक सकलेचा, जगदीष राठौर, अंकित जैन, दीपक जैन, गोविंदलाल बैरागी, विनोद कटकानी द्वारा किया जायेगा। इस अवसर पर होटल व्यवसायी कुलदीप राठौर, राजेन्द्र राठौर, अमित चैरसिया, प्रदीप चैहान, राजकमलजी, दिनेष राठौर, मोहनलाल जैन, दीपक चैधरी, निलेष नागर आदि व्यवसायी के साथ साथ सकल व्यापारी संघ के सहसचिव पंकज मोगरा एवं कोशाध्यक्ष राजेष षाह उपस्थित थे।

पूरे मालवाप्रांत में चमत्कारिक है नगर का 52 जिनालय मंदिर

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झाबुआ---षास्त्रों में उल्लेखित है कि जहां वतन को षांति प्राप्त हो, आत्मा का परमात्मा से तादात्म्य स्थापित हो, जहां देवषक्तियां स्वयं बिराजित होकर सर्वे सुखिनः भवन्तु के आषीश प्रदान करती है, जहां जाने मात्र से ही मन को एक सुकुन मिलता हो ऐसे स्थान को मंदिर की उपमा दी गई है। झाबुआ नगर का सौभाग्य है कि आज से 120 वर्श पूर्व विक्रम संवत 1952 माह सुदी पूर्णिमा को अवतार तुल्य दादा गुरूदेव श्री विजय राजेन्द्र सूरिष्वरजी मसा ने 251 जिनबिंब की प्रतिमा की अंजनषलाका की थी और इतनी अवधि में इस पवित्र तीर्थ स्थल 52 जीनालय का का प्रादुर्भाव होना ही अपने आप मे एक चमत्कार ही कहा जावेगा। आज न सिर्फ समूचा मालवा प्रांत बल्कि देष के कोने कोने से यहां तीर्थयात्रियों का जमावडा होता है और भगवान की मनमोहक प्रतिमा के दर्षन करके अपने आप को धन्य एवं गौरवान्वित महसूस करते है। 52 जिनालय जैन तीर्थ जहां स्वयं साक्षात परमात्मा का वास माना जाता है को देव विमान का स्वरूप माना जाता है। षाष्वत तीर्थ नंदिष्वर द्वीप जहां पर देवता वंदन पूजन करते है उसकी रचना भी हुबहु 52 जिनालय कहलाती है। पूरे प्रदेष ही नही देष में 52 जिनालय के समकक्ष एवं इसकी अनुठी वास्तुकला का उदाहरण अन्यत्र कहीं नही है। झाबुआ नगर का 52 जीनालय मालवांचल का एक मात्र जैन तीर्थ है जिसके मूल नायक प्रथम तीर्थंकर भगवान श्री ऋशभदेवजी  भगवान है। इस जीनालय  को जैन संप्रदाय का महत्वपूर्ण तीर्थस्थल होने का गौरव प्राप्त है। इस तीर्थ में 117 पाषाण की अति प्रचित प्रतिमायें बिराजमान है। इसके साथ ही श्री सिद्धचक्र यंत्र, दादा गुरूदेव की प्रतिमा भी यहां बिराजित है। बावन जीनालय तीर्थ मंदिर में प्रवेष के साथ ही प्रत्येक मानव के आंतरिक भावों की षुद्धि हो जाती है । सांसारित मायाजाल से अलहदा होकर वह यहां अनुपम षांति का अहसास करता है कहते है जहां प्रवेष करते ही मनोविकार दूर हो जावे  वही मंदिर  तीर्थ बन जाता है । यहां प्रतिदिन औसतम 250 से 300 नियमित रूप  से पूजन करने आते है वही प्रतिदिन 500 से अधिक श्रद्धालुजन भगवान के दीव्यदर्शन का लाभ प्राप्त कर अनुग्रहित होते है। इस तीर्थ की प्रसिद्धी इसी बात से होती है कि जैन संप्रदाय के सभी महान मुनियो, आचार्यो एवं संतो ने यहां पधार कर भगवान के दर्शनलाभ लेकर इस धरा को पवित्र करके आध्यात्मिक आनंद का केन्द्र बना दिया है । बावन जीनालय परिसर में श्री गणधर मंदिर, के अलावा नगर में चमत्कारिक  जिनदत्तसूरी, जिन कुषलसूरिा दादावाडी, श्री नाकोडा पाश्र्वनाथ  मंदिर के साथ ही गोडी पाश्र्वनाथ मंदिर एवं श्री महावीर बाग मंदिर भी इस पावन धरा पर स्थापित होकर पूरे नगर, एवं अंचल में अपनी आध्यात्मिक आभा से पूरे वातावरण को धर्ममय बना रहे है । श्री 52 जीनलय को लेकर बाहर से आने वाले यात्रिकों के अनुभवों को यदि सुना जावे तो यहां सर्व मनोरथ पूर्ण होने में देरी नही लगती है। उक्त जानकारी संघ के रिंकु रूनवाल ने दी।

अज्ञात वाहन की टक्कर से मोत

झाबुआ--- फरियादी धमेन्द्र पिता शिवनारायण, उम्र 36 वर्ष, निवासी अंतरवेलिया ने बताया कि अज्ञात फोर व्हीलर वाहन का चालक तेज गति व लापरवाहीपूर्वक अपने वाहन को चलाकर लाया व भुरसिंह पिता रामसिंह, उम्र 37 वर्ष को टक्कर मार दी, जिससे आयी चोंटो के कारण भुरसिंह की मुत्यु हो गयी। प्रकरण में थाना कल्याणपुरा में अप0क्र0 08/16, धारा 304-ए भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

दुकान का ताला तोड कर की हजारो की चोरी 

झाबुआ---फरियादी चंदुलाल पिता गोपालजी पांचाल, उम्र 46 वर्ष, निवासी काकनवानी ने बताया कि अज्ञात 04 व्यक्ति फरि0 की दुकान के शटर का ताला तोडकर अंदर घुसकर किराना सामान एवं चांदी की दो जोड पायल, मोबाईल सेमसंग कंपनी तथा नगदी 25,000/-रूपये चुराकर ले गये। प्रकरण में थाना काकनवानी में अप0क्र0 07/16, धारा 457,380 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

दुघर्टना मे घायल की मोत

झाबुआ---फरियादी राहुल पिता भीमसिंह सोलंकी, उम्र 25 वर्ष तैनात पेटलावद चिकित्सालय ने बताया कि फरीद पिता मोईनुउद्ीन अंसारी, उम्र 45 वर्ष निवासी रतलाम की एक्सीडेंट में आयी चोंटों के कारण ईलाज के दौरान मृत्यु हो गयी। प्र्रकरण में थाना पेटलावद में मर्ग क्र0 47/15, धारा 174 जा0फौ0 का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

मशहूर कथाकार रवीन्द्र कालिया नहीं रहे

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नयी दिल्ली, 09 जनवरी, हिन्दी के सुप्रसिद्ध कथाकार एवं भारतीय ज्ञानपीठ के पूर्व निदेशक रवीन्द्र कालिया का आज यहां गंगाराम सिटी अस्पताल में निधन हो गया। वह 77 वर्ष के थे। श्री कालिया को गत दिनों गुर्दा खराब होने के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां वह गहन चिकित्सा कक्ष में वेंटिलेटर पर थे। उनके स्वास्थ्य में थोड़ा सुधार आने लगा था और डाक्टरों ने उनका वेटिलेंटर हटा भी दिया लेकिन आज दोपहर 3.30 बजे उनका निधन हो गया । 

उनके परिवार में उनकी पत्नी एवं हिन्दी की प्रसिद्ध लेखिका ममता कालिया के अलावा दो बेटे भी हैं। श्री कालिया का अंतिम संस्कार कल यहां लोधी रोड स्थित शवदाह गृह में किया जाएगा। अभी उनका पार्थिव शरीर अस्पताल के शवगृह में रखा गया है। कल सुबह उनके पार्थिव शरीर को उनके आवास पर ले जाया जायेगा।

आमिर को ‘देशद्रोही’ नहीं कहा : मनोज तिवारी

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नयी दिल्ली, 09 जनवरी, भारतीय जनता पार्टी के सांसद मनोज तिवारी ने आज स्पष्ट किया कि उन्होंने अभिनेता आमिर खान के लिए ‘देशद्रोही’ शब्द का इस्तेमाल नहीं किया। श्री तिवारी ने यहां पत्रकारों से कहा कि उन्होंने आमिर के लिए देशद्रोही जैसे शब्द का प्रयोग कभी नहीं किया और यदि अखबारों में उनके लिए यह शब्द (देशद्रोही) छपा है तो उन्हें इस पर नोटिस भेजना चाहिए। श्री तिवार ने कहा कि जिस व्यक्ति को “अतुल्य भारत” जैसे प्रचार अभियान का ब्रांड एम्बेसडर बनाया गया है उन्हें यह नहीं कहना चाहिए कि वह देश रहने के योग्य नहीं है। 

भाजपा सांसद ने कहा कि आमिर खान को अब अतुल्य भारत प्रचार अभियान का चेहरा नहीं होना चाहिए। समाचार पत्रों में प्रकाशित खबरों के अनुसार भाजपा सांसद ने कल संसदीय समिति की बैठक में अभिनेता को देशद्रोही कहा था , जिस पर कांग्रेस तथा आम आदमी पार्टी ने श्री तिवारी को आड़े हाथ लेते हुए उनकी कड़ी आलोचना की है। दोनों दलों ने “अतुल्य भारत” के ब्रांड एम्बेसडर से आमिर की छुट्टी किए जाने संबंधी फैसले पर सरकार की तीखी आलोचना की है। हालांकि सरकार का कहना है कि किसे एम्बेसडर बनाना है यह फैसला संबद्ध कंपनी का होता है और कंपनी को मिले ठेके का नवीकरण नहीं किया गया है।

सशक्त विकल्प की जरुरत : शरद यादव

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जयपुर 09 जनवरी, जनता दल (यूनाईटेड) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने कहा है कि देश में सशक्त विकल्प की जरुरत हैं। श्री यादव ने आज यहां पत्रकारों से कहा कि पहले भी सशक्त विकल्प के प्रयास किए गए लेकिन वे सफल नहीं हो पाये। उन्होंने कहा कि इसके लिए मन में विचार बनाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि बिहार में उनका गठबंधन सफल रहा और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का गुब्बारा फूट गया और वह जमीन पर आ गए। उन्होंने कहा कि बिहार की तर्ज पर आगे भी काम किया जाएगा और एक सशक्त विकल्प बनाने के प्रयास किए जाएंगे। 

उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि बिहार में उनकी पार्टी का सहयोगी दल के साथ कोई टकराव नहीं हैं और बिहार सरकार अच्छा काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि बिहार ही एक ऐसा राज्य है जहां सबसे कम अपराध हुए हैं। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि केन्द्र में भाजपा की मोदी सरकार ने जनता से किए एक भी वायदा पूरा नहीं किया हैं। उन्होंने कहा कि जनता के बीच जाकर उनके मुद्दों पर संघर्ष किया जाएगा। उन्होंने अपनी राजस्थान यात्रा पर कहा कि वह यहां राजनीतिक तापमान देखने आये हैं ताकि उनकी पार्टी को मजबूत करने के प्रयास किए जा सके। उन्होंने कहा कि शहरी एवं ग्रामीण नौजवानों की समस्या के मुद्दों पर संघर्ष किया जाएगा।

भारत पाक वार्ता को विफल नहीं होने दिया जायेगा

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इस्लामाबाद, 09 जनवरी, पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा मुहम्मद आसिफ ने आज कहा कि किसी भी आतंकवादी गुट को भारत तथा पाकिस्तान की शांति प्रक्रिया वार्ता को विफल करने की अनुमति नही दी जाएगी । उन्होंने जियो टी वी को बताया कि आतंकवादी कार्रवाई में शामिल तत्वों के विरुद्ध कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सेना के जर्व ए अज्ब अभियान के अन्तर्गत आतंकवादी तत्वों के विरुद्ध कार्रवाई की जा रही है । उन्होंने कहा कि आतंकवादी घटनाएं मानवता के विरुद्ध कार्रवाई है और पाकिस्तान इसके विरुद्ध लड़ाई के लिए प्रतिबद्ध है । 

श्री आसिफ ने यह टिप्पणी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के कल के इस कथन के बाद की है कि वह पठानकोट हमले के बारे में भारत द्वारा दिए गये सबूतों के आधार पर कार्रवाई के मामले में भारत के साथ सहयोग के लिए प्रतिबद्ध हैं । श्री शरीफ के इस बयान के बावजूद पाकिस्तान के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि भारत से पठानकोट मामले में और अधिक ठोस सबूत की जरुरत है । समाचार पत्र डाॅन के अनुसार अधिकारी ने कहा कि भारत का केवल यह कहना कि पठानकोट हमले की योजना पाकिस्तान में बनी काफी नहीं है ।

सम्मान लौटाने वाले लेखक पुस्तक मेले में आमंत्रित नहीं

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नयी दिल्ली, 09 जनवरी, राजधानी के प्रगति मैदान में आज से शुरू हुए 24वें पुस्तक मेले में असहिष्णुता के मुद्दे पर सम्मान लौटने वाले किसी भी लेखक को राष्ट्रीय पुस्तक न्यास के कार्यक्रम में आमंत्रित नहीं किया गया है। न्यास के सूत्रों के अनुसार न्यास ने मेले के सभी कार्यक्रमों में भाग लेने वाले लेखकों की राजनीतिक प्रतिबद्धताओं का पता लगाने के लिए दो सदस्यों की एक समिति गठित की जिसमें दिल्ली विश्विद्यालय में हिंदी के शिक्षक अवनिजेश अवस्थी और माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय के अरुण भगत शामिल थे। इस समिति ने दो बैठकें कर कार्यक्रम में भाग लेने वाले लेखकों और विषयों की बाकायदा जाँच की ताकि मेले के दौरान सम्मान वापस लौटाने वाले लेखक असहिष्णुता का मुद्दा नहीं उठायें और कोई विवाद न खड़ा करें। समिति जब इस बात से सुनिश्चित हो गयी कि पुस्तक मेले में असहिष्णुता के मुद्दे पर कोई बखेड़ा नहीं खड़ा होगा तब पुस्तक मेले के सरकारी कार्यक्रमों और विषयों को मंजूरी दी। मेले में करीब 500 से अधिक कार्यक्रम हो रहे हैं लेकिन कुछ निजी कार्यक्रमों में अशोक वाजपेयी जैसे लेखकों को आमंत्रित किया गया है । 

न्यास के अध्यक्ष बलदेव भाई शर्मा से जब इस बारे में संपर्क किये जाने की कोशिश की तो वह उपलब्ध नहीं हो सके। श्री शर्मा ने कल पुस्तक मेले की पूर्व संध्या पर आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि न्यास विचारधारा के आधार पर लेखकों के साथ कोई भेदभाव नहीं करता। उन्होेंने यह भी बताया था कि मेले में डा. नामवर सिंह, कमल किशोर गोयनका, चित्रा मुद्गल, नरेंद्र कोहली, चंद्रकांता जैसे कई लेखकों को आमंत्रित किया गया है। गौरतलब है कि डॉ. नामवर सिंह ने कहा था कि पुरस्कार लौटाने वाले लेखक अखबार में सूर्खियां पाने के लिए यह कदम उठा रहे हैं और उन्हें भावकुता में यह काम नहीं करना चाहिए। श्री नरेन्द्र कोहली ,कमल किशोर गोयनका तथा चंद्रकांता जैसे कई लेखकों ने तो सम्मान लौटाने वालों का बाकायदा विरोध किया था। विश्व पुस्तक मेले में सर्वश्री अशोक बाजपेयी, मंगलेश डबराल, उदय प्रकाश जैसे सम्मान लौटाने वाले लेखक पहले आमंत्रित किये जाते रहे हैं। मेले के उद्घाटन समारोह में भी पुरस्कार लौटाने वाले लेखकों में से कोई नजर नहीं आया।

सेंसरबोर्ड के पुराने नियमों में बदलाव जरुरी: सरकार

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मुंबई 09 जनवरी, सरकार ने सेंसर बोर्ड के प्रशासनिक ढांचे और फिल्मों के प्रमाणन के नियमों में बदलाव लाए जाने का समर्थन करते हुए कहा है कि इस प्रक्रिया में यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि कलाकारों की कलात्मकता और सृजनात्मकता तथा उनकी स्वतंत्रता का हनन न हो पाए। बोर्ड के नियमों में बदलाव की संभावनाएं तलाशने के लिए मशहूर फिल्म निर्देशक श्याम बेनेगल की अध्यक्षता में गठित समिति की आज यहां केन्द्रीय सूचना एंव प्रसारण मंत्री अरुण जेटली और राज्य मंत्री राज्यवर्द्धन सिंह राठाैर के साथ बैठक हुई। श्री जेटली ने इस मौके पर कहा कि दुनिया के सभी देशों में फिल्मों के लिए प्रमाणन की व्यवस्था है लेकिन इस दौरान यह सुनिश्चित होना चाहिए कि उनकी कलात्मकता और सृजनात्मकता प्रभावित नहीं होने पाए। इस अवसर पर श्री राठौर ने कहा कि बोर्ड के प्रशासनिक ढांचे और उसके कामकाज से जुड़े नियमों में आमूल चूल बदलाव का समय आ गया है जिसे देखना सरकार की जिम्मेदारी है लेकिन दर्शक क्या देंखे और क्या नहीं देखें इसका फैसला पूरी तरह से सेंसेर बोर्ड के हाथ में ही रहेगा ।

सरकार का इससे कोई लेना देना नहीं है। उन्हाेंने कहा कि इस मामले में किसी को कोई संशय नहीं होना चाहिए। श्री बेनेगल ने मंत्रियों के साथ आज की बैठक को काफी सकारात्मक बताते हुए कहा कि इसमें कई अहम मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई। उन्हाेंने कहा ‘ हम लोग एक ऐसा रोडमैप तैयार करने की कोशिश कर रहे हैं जिसके जरिए सेंसर बोर्ड को भेजी जाने वाली सिफारिशों पर अमल हो सके।’ श्री बेनेगल ने साथ ही यह भी कहा कि फिल्माें के दृश्यों पर कैंची चलाने से बेहतर होगा कि उनकी ग्रेडिंग तय कर दी जाए। यह ज्यादा सहुलियत भरा कदम होगा। बैठक में मौजूद समिति के तकरीबन सभी सदस्यों ने सेंसेर बोर्ड के प्रशासनिक ढ़ांचे और उससे जुड़े नियमों में बदलाव का समर्थन किया और कहा कि बोर्ड को अब नया कलेवर देने का समय आ गया है। श्री बेनेगल के अलावा फिल्म निर्माता राकेश ओमप्रकाश मेहरा, विज्ञापन विशेषज्ञ पियूष पाडें, फिल्म समीक्षक भावना सोमैया,नीला लाठ गुप्ता और राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम की प्रबंध निदेशक नीला लाठ गुप्ता और सूचना एंव प्रसारण मंत्रालय के संयुक्त सचिव सजंय मूर्ति बैठक में मौजूद थे।

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर (09 जनवरी)

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राष्ट्रीय मास्टर्स एथेलेटिक्स चेम्पियनशिप प्रतियोगिता सम्पन्न
  • ओव्हर आल चेम्पियन हरियाणा रहा, युवाओं को दिशा और प्रेरणा देती है-परिवहन मंत्री श्री सिंह 

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37 वीं राष्ट्रीय मास्टर्स चेम्पियनशिप प्रतियोगिता के समापन कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए परिवहन मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि इस प्रकार की प्रतियोगिताएं युवाओं को दिशा और प्रेरणा देने का काम करती है।परिवहन मंत्री श्री सिंह ने कहा कि खेल और योग से अपने आपको हर कोई स्वस्थ रख सकता है। उन्होंने युवाओं से आव्हान किया कि वे योग और खेलों का अधिक से अधिक अपने जीवन में उपयोग करें। विदिशा जिले में सुव्यवस्थित रूप से प्रतियोगिता आयोजित करने पर उन्होंने आयोजकों के प्रति साधुवाद व्यक्त किया। राज्य सरकार प्रदेश में खेलों को बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। प्रदेश के युवा राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेलों के माध्यम से प्रदेश का नाम गौरवान्वित करें इसके लिए खिलाडि़यों को राष्ट्रीय स्तर के कोचो से प्रशिक्षित कराया जा रहा है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे शमशाबाद विधायक श्री सूर्यप्रकाश मीणा ने कहा कि खेल गतिविधियों के माध्यम से प्रदेश ही नही वरन जिला गौरवान्वित हुआ है। उन्होंने भविष्य में इस प्रकार की प्रतियोगिताएं पुनः आयोजित करने की सलाह दी। 37वीं मास्टर्स एथेलेटिक्स चेम्पियनशिप प्रतियोगिता के सफल आयोजन पर उन्होंने टीम भावना से किए गए कार्यो के प्रति आयोजन समिति के प्रति साधुवाद व्यक्त किया। श्री मीणा ने कहा कि विदिशा द्वारा की गई मेजबानी से विदिशा का नाम खिलाडि़यों के माध्यम से देश के हर कोने में पहुंचा है। नगरपालिका अध्यक्ष एवं आयोजन समिति के अध्यक्ष श्री मुकेश टण्डन ने अपने उद्बोधन में कहा कि छोटे से शहर में इतनी बडी प्रतियोगिता आयोजित करना और खिलाडि़यांे को बेहतर सुविधाएं मुहैया कराना चुनौतीपूर्ण कार्य था। यह कार्य टीमवर्क की भावना सुव्यवस्थित रूप से सम्पन्न कराया गया है। उन्होंने कहा कि पुनः इस प्रकार की प्रतियोगिताएं आयोजित करने का अवसर प्रदान करें। कार्यक्रम को माफी के अध्यक्ष कर्नल रामफल शर्मा ने भी सम्बोधित किया। 37वीं राष्ट्रीय मास्टर्स एथेलेटिक्स चेम्पियनशिप प्रतियोगिता में 19 राज्यों के एक हजार 638 खिलाड़ी अपना जौहर दिखाया। प्रतियोगिता में ओवरआल चेम्पियन हरियाणा राज्य रहा। महिला वर्ग में मणिपुर राज्य की टीम प्रथम स्थान पर रही। इस टीम  ने 56 गोल्ड, 31 सिल्वर और 24 कांस्य पदक प्राप्त किए है। द्वितीय स्थान पर आंध्रप्रदेश की टीम रही। इन्होंने 64 गोल्ड, 20 सिल्वर और 14 कांस्य पदक जीते है।पुरूष वर्ग में प्रथम स्थान हरियाणा ने हासिल किया। हरियाणा के खिलाडि़यों ने 58 गोल्ड, 48 सिल्वर और 35 कांस्य पदक जीते है। पुरूष वर्ग में द्वितीय स्थान पंजाब को प्राप्त हुआ। पंजाब की टीम ने 40 गोल्ड, 36 सिल्वर और 34 कांस्य पदक प्राप्त किए है। समापन समारोह में विधायक द्वय श्री कल्याण सिंह ठाकुर, श्री वीर सिंह पवार, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री तोरण सिंह दांगी, काॅ-आपरेटिव बैंक के अध्यक्ष श्री श्यामसुन्दर शर्मा समेत अनेक जनप्रतिनिधिगण, कलेक्टर श्री एमबी ओझा, पुलिस अधीक्षक श्री धर्मेन्द्र चैधरी और अन्य अधिकारियों के अलावा माफी के पदाधिकारी, खिलाड़ीगण और गणमान्य नागरिक मौजूद थे। 

संकल्प महा रैली आज

परिवहन विभाग के तत्वाधान में विदिशा जिले में भी पर्यावरण को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए आज रविवार दस जनवरी को जनजागरण रैली का आयोजन किया गया है। रैली को विधायक श्री कल्याण सिंह ठाकुर हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। जिला परिवहन अधिकारी श्रीमती रंजना भदौरिया ने रैली आयोजन के परिपेक्ष्य में की गई तैयारियों के संबंध में बताया कि जन जागरण रैली प्रातः 10.30 बजे माधवगंज थाना कोतवाली से प्रारंभ होकर शहर के प्रमुख मार्गो से होती हुई। थाना कोतवाली पर सम्पन्न होगी। जिला परिवहन अधिकारी श्रीमती भदौरिया ने जिले के जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिकों से आग्रह किया कि वे पर्यावरण को प्रदूषण से मुक्त बनाने में अपनी सहभागिता निभाते हुए जन जागरण रैली में शामिल होने का कष्ट करें। रैली में काॅलेज, स्कूलों तथा विभिन्न विभागों के अधिकारी और कर्मचारी भी शामिल होेंगे।

कलेक्टर कप क्रिकेट टूर्नामेंट का शुभांरभ

अंतर्राविभागीय कलेक्टर कप क्रिकेट टूर्नामेंट 2016 का आज नगरपालिका अध्यक्ष श्री मुकेश टण्डन ने शुभांरभ किया। कनारा क्रिकेट ग्राउण्ड पर आज दो मैच हुए। आयोजन के शुभांरभ अवसर को सम्बोधित करते हुए विधायक श्री कल्याण सिंह ठाकुर ने कहा कि जिस प्रकार खेलो से टीम भावना को बढावा मिलता है ठीक वैसे ही जिले के विकास में अधिकारीगण टीम भावना से कार्य कर जिले को प्रदेश में अव्वल बनाएं। कलेक्टर श्री एमबी ओझा ने कहा कि खेलों से तनावमुक्त होते है अधिकारी, कर्मचारियों द्वारा प्रारंभ की गई यह परम्परा अनुकरणीय है। उन्होंने खेल को खेल भावना से खेलते हुए जिले के विकास में भी यह भावना परलिक्षित हो। पुलिस अधीक्षक श्री धर्मेन्द्र चैधरी ने कहा कि खेलों से फिटनेस बनी रहती है जो हमारे लिए अतिआवश्यक है। आगंतुक अतिथियों ने खिलाडि़यों से परिचय प्राप्त किया। प्रथम मैच एसपी एकादश और आदिम जाति कल्याण एवं जिला कोषालय एकादश के मध्य हुआ जिसमें एसपी एकादश टीम विजेता रही। इस टीम के कप्तान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री संजीव सिन्हा ने सर्वाधिक 69 रन 46 बाल में बनाए। उन्होंने आठ चैके, दो छक्के भी लगाए इसके बाद आरआई सौरभ सिंह ने नाॅट आउट रहते हुए 12 बाल पर 28 रन बनाए। इस प्रकार पूरी टीम ने 15 ओवर में 144 रन बनाए थे। वही विरोधी टीम 13 ओवर मंे आल आउट हो गई और टीम का स्कोर 67 रहा। दूसरा मैच विदिशा नगरपालिका वर्सेज वाणिज्यिकर एकादश के मध्य हुआ। पहले खेलते हुए वाणिज्यिकर एकादश की टीम ने 110 रन बनाएं। नगरपालिका की टीम ने 11 ओवर में 111 रन आठ विकेट पर बनाकर मैच जीत लिया।रविवार को टूर्नामेंट के तहत तीन मैच होंगे। पहला मैच प्रातः 9.30 बजे एसडीएम सिरोंज वर्सेज महिला बाल विकास विभाग का, दोपहर डेढ बजे से एमपीव्ही वर्सेज ई-गवर्नेंस लोक सेवा केन्द्र के मध्य होगा, तीसरा मैच दोपहर 3.30 बजे से एसडीएम सिरोंज वर्सेज एसडीएम लटेरी टीम के मध्य खेला जाएगा। 

इंजीनियर हत्याकांड में प्रखंड प्रमुख और उसका पति गिरफ्तार

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दरभंगा 09 जनवरी, बिहार के दरभंगा में हुए दोहरे इंजीनियर हत्याकांड मामले में पुलिस ने आज बहेड़ी की प्रखंड प्रमुख मुन्नी देवी और उसके पति संजय लालदेव को गिरफ्तार कर लिया । दरभंगा जिले के बेनीपुर के अनुमंडल पुलिस अधिकारी अंजनी कुमार ने बताया कि पति -पत्नी को इस मामले में लहेरियासराय रेलवे स्टेशन के समीप से गिरफ्तार किया गया । इस सिलसिले में स्थानीय पुलिस ने दरभंगा की एक अदालत से पांच जनवरी को गिरफ्तारी वारंट जारी करने का आग्रह किया था । गिरफ्तारी वांरट निकलने के बाद पति-पत्नी फरार हो गये थे । श्री कुमार ने बताया कि गिरफ्तारी नहीं होने की स्थिति में उनके घर की कुर्की की जानी थी और इसी को लेकर आज उसके घर पर इश्तेहार चस्पा किया जाना था लेकिन इससे पहले ही दोनों गिरफ्तार कर लिये गये । पिछले 26 दिसम्बर को दोहरे इंजीनियर हत्याकांड के बाद से पति -पत्नी भूमिगत हो गये थे । 

अनुमंडल पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस मामले में अभी तक पति-पत्नी समेत 12 आरोपियों की गिरफ्तारी की जा चुकी है । इस मामले का मुख्य आरोपी मुकेश पाठक हालांकि अभी भी पुलिस से बचता फिर रहा है । पुलिस मुकेश की गिरफ्तारी के लिये नेपाल से लगे बिहार के सीमावर्ती जिलों में लगातार छापेमारी कर रही है । श्री कुमार ने बताया कि इस मामले में पहले ही प्रखंड प्रमुख मुन्नी देवी के देवर पिंटू लालदेव को गिरफ्तार किया जा चुका है । गिरफ्तारी के बाद पूछताछ के दौरान पिंटू ने यह स्वीकार किया था कि उसके घर पर शार्प शूटर मुकेश और उसके सहयोगियों का आना -जाना लगा रहता था । कोलकाता से गिरफ्तारी के बाद जेल में बंद उत्तर बिहार का कुख्यात अपराधी सरगना संतोष झा के भी पिंटू तथा उसके परिवार के लोगों के साथ संबंध होने का पता चला है । इस बीच पुलिस ने इस मामले में फरार चल रहे पूर्वी चम्पारण जिले के मेहसी प्रखंड के मरूआबाद गांव के निवासी मुकेश पाठक और चकिया प्रखंड के पिपराखेम के नीतीश दूबे ,सीतामढ़ी जिले के बथनाहा गांव के विकास झा उर्फ कालिया तथा मधुबनी जिले के अभिषेक मिश्रा के खिलाफ कुर्की-जब्ती की कार्रवाई शुरू कर दी है । हत्याकांड के बाद से ये सभी आरोपी फरार हैं । उल्लेखनीय है कि 75 करोड़ रूपये रंगदारी की मांग को लेकर 26 दिसम्बर को दरभंगा जिले में सड़क निर्माण कार्य में लगी एक निजी कम्पनी के इंजीनियर मुकेश कुमार और ब्रजेश कुमार की दिनदहाड़े कार्यस्थल पर ही हत्या कर दी गयी थी । 

बिहार में अपराध घटे हैं,भाजपा मांगे माफी : जदयू

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पटना,09 जनवरी, बिहार जनता दल यूनाइटेड(जदयू) ने पुलिस महानिदेशक के अपराध कम होने के दावे का हवाला देते हुए आज कहा कि भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) राज्य को बदनाम करने और भय का वातावरण निर्मित करने की नीयत से अपराधों को लेकर हो-हल्ला कर रही है। प्रदेश जदयू प्रवक्ता निहोरा प्रसाद यादव ने यहां कहा कि पुलिस महानिदेशक पी के ठाकुर ने कल आंकड़ों का हवाला देकर कहा है कि बिहार में हाल के दिनों में अपराध कम हुए हैं ।इससे स्पष्ट है कि भाजपा राज्य में भय का वातावरण निर्मित करने और प्रदेश को बदनाम करने की गरज से अपराध बढ़ने का ढिंढोरा पीट रही है। 

डॉ यादव ने कहा कि पुलिस महानिदेशक के बयान और आंकड़े सामने आ जाने के बाद भाजपा को अब गलतबयानी के लिए जनता से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जिम्मेदार विपक्षी दल होने के नाते भाजपा को तथ्यों,आंकडों और सच्चाई को जाने बगैर अपनी बात जनता के सामने नहीं रखनी चाहिए।उन्होंने कहा कि इस तरह की राजनीति छोडकर भाजपा को बिहार के विकास के बारे में सकारात्मक सोच और रवैय्या अख्तियार करना चाहिए । गौरतलब है कि श्री ठाकुर ने कल यहां संवाददाता सम्मेलन में दावा किया था कि बिहार में अपराध घटे हैं और पड़ोसी राज्यों की तुलना में बिहार में आपराधिक घटनाओं में काफी कमी हुई है। 

विमान हादसे में बुरी तरह जल गये थे नेताजी

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लंदन, 10 जनवरी, नेताजी सुभाष चंद्र बोस के अंतिम दिनों के बारे में प्रत्यक्षदर्शियों एवं खुफिया सूत्रों का हवाला देते हुए ब्रिटेन स्थित एक वेबसाइट ने यह दावा किया है कि 18 अगस्त 1945 को ताइवान में हुए विमान हादसे में नेताजी बुरी तरह जल गये थे और उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था। नेताजी की मौत के रहस्य से पर्दा हटाने के लिए भारत सरकार ने 1956 में इंडियन नेशनल आर्मी (आईएनए) के मेजर जनरल शाहनवाज खान की अगुवाई में तीन सदस्यीय जांच समिति का गठन किया था। नेताजी के संबंधी द्वारा संचालित इस वेबसाइट ने विमान हादसे के चश्मदीद गवाहों से की गयी समिति की पूछताछ का ब्योरा आज प्रकाशित किया है। वेबसाइट में बताया गया है कि हादसे के शिकार हुए जापानी वायु सेना के बमवर्षक विमान में नेताजी और चालक दल के सदस्यों सहित 12 से 13 लोग सवार थे। विमान ने वियतनाम के तौरेन से 18 अगस्त 1945 की सुबह उड़ान भरी। इस विमान में जापानी सेना के लेफ्टीनेंट जनरल सुनामासा शेदी भी सवार थे। विमान को हेतो, ताइपेई, दायरेन से होते हुए टोक्यो जाना था । 

हवाईअड्डे के रखरखाव के लिए जिम्मेदार ग्राउंड इंजीनियर कैप्टन नाकमुरा उर्फ योमामोता ने बताया कि पायलट और इंजीनियरों ने विमान के इंजन को एकदम सही बताया था लेकिन जैसे ही विमान ने उड़ान भरी, उन्होंने विमान को बांयी तरफ झुका देखा और कुछ विमान से गिरता दिखायी दिया। उन्होंने बाद में पाया कि विमान से प्रोपलर गिरा था। उनके अनुसारी विमान मात्र 30 से 40 मीटर की ऊंचाई पर था और यह हादसा रनवे से लगभग 100 मीटर की दूरी पर हो गया। हादसे के बाद विमान के अगले हिस्से में तत्काल आग लग गयी। नेताजी के साथ विमान में सवार कर्नल हबीब उर रहमान के अनुसार उन्होंने उड़ान भरने के तुरंत बाद तोप का गोला दागने जैसी बेहद तेज धमाके के आवाज सुनी थी।
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