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आज़ाद हिन्द फ़ौज पर फिल्म बनाएंगे तिग्मांशु धूलिया

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भारतीय सिनेमा के इतिहास में पान सिंघ तोमर, हासिल, शाहगिर्द और सहेड बीवी और गैंस्टर जैसी विश्वसनीय फ़िल्में बनाने वाले निर्देशक तिग्मांशु धूलिया  जल्द ही अपनी नई  फिल्म का शुभारंभ करने जा रहे हैं। इस बार राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता निर्देशक तिग्मांशु की फिल्म का विषय आई एन ए यानी आज़ाद हिन्द फ़ौज पर आधारित है।  फिल्म का प्लाट पहले जॉइंट कोर्ट मर्शिअल कर्नल प्रेम सहगल, कर्नल गुरुबख्श सिंघ ढ़िल्लोंन और मेजर जनरल शाहनवाज़ खान के इर्द गिर्द  बुना गया है। 

सूत्रों की माने तो यह फिल्म की शूटिंग की शुरआत जल्द ही की जायेगी और शानदार स्टार कास्ट के साथ इस फिल्म को दर्शकों के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। इस बात की पुष्टि करते हुए तिग्मांशु ने कहा है 'जी है यह फिल्म बनना निश्चित है। इस विषय पर पिछले 6 महीनों से रिसर्च जारी है। यह फिल्म राज्य सभा टीवी के बैनर तले बनेगी। 

चैनल पोगो पर दो नए शो का प्रसारण

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चैनल पोगो इस महीने  अपने  नन्हें दर्शकों  के लिए दो अनोखा  अंतर्राष्ट्रीय सिरीज ‘‘योकाई वाच‘‘ और ‘‘ताशी‘‘ आरंभ कर रहा है । ‘‘योकाई वाच‘‘ यह एक जापानी एनिमेटेड सिरीज है जो  वीडियो गेम पर आधारित है और जिसमें केटा और व्हिसपर के साहसिक कारनामों को  दिखाया गया है। इसका  प्रदर्शन पोगो  चैनल पर 11 जनवरी से  आरंभ होकर सोमवार से शुक्रवार शाम 7.बजे  तक होगा। इस साहसिक कारनामे में यह  दिखाया जाएगा कि किस प्रकार केटा  इस  घडी का उपयोग ऐसे  योकाई को पहचानने में करता है जो उसके शहर के लोगों को सता रहे हैं (अपने शहर को बचाने के लिए) और कई योकाई को अपना दोस्त बनाता है ।

शो के दौरान एक विशेष ‘वाच एंड विन’ प्रतियोगिता भी रखी गई है जिसमें बच्चे को मजा लूटने एवं केवल योकाई माल जीतने का मौका मिलेगा । यह प्रतियोगिता 01 फरवरी  से आरंभ होकर  3 सप्ताह तक चलेगी । ‘‘ताशी‘‘ यह एक आस्ट्रेलियाई सिरीज है जो 23 जनवरी 2016 से शुरू होगी और प्रत्येक शनिवार सुबह 9 बजे दिखाई जाएगी । यह बार्बरा और एन्ना फिनबर्ग की दुनिया में सबसे ज्यादा बिकनेवाली बच्चों की किताबों पर आधारित है। जैक के माता-पिता उसे अपने दूर के चचेरे भाई ताशी के साथ रहने के लिए  भेज देते हैं। यह सिरीज उन दो लडकों के साथ मिलने से शुरू होती है और फिर वे साथ मिलकर दूर  एक विलक्षण देश में रोमांच की खोज में निकल पडते हैं जहों उनके कई साहसिक कारनामे देखने को मिलते हैं जिनमें से एक दुश्मनों एवं खलनायकों से ताशी के गाँव को बचाना भी है ।
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नए लॉन्च के पीछे पोगो का उद्देश्य न केवल भारत, बल्कि दुनिया भर की  सबसे अच्छी  और नई सामग्री प्रदर्शित कर बच्चों की कल्पना को पंख देना है । ये शो दर्शकों को न केवल रोमांचित करेंगे बल्कि कॉमेडी और कल्पना की दुनिया में भी ले जाएंगे जहाँ उन्हें नई बातें सीखने का मौका मिलेगा और नई खोज करने की ओर उनका झुकाव बढेगा ।

तापसी बनी सेलिब्रिटी क्रिकेट लीग 6 की ब्रांड अम्बैसडर

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इनदिनों तापसी पन्नू के समक्ष ब्रांड के प्रचार की भरमार आचुकी है। अब तापसी सेलिब्रिटी क्रिकेट लीग की ब्रांड एम्बेसडर बन चुकी है। आपको बता दे की यह तापसी का पांचवा ब्रांड एंडोर्समनेट है। सेलिब्रिटी क्रिकेट लीग की ब्रांड अम्बैसडर  बनकर तापसी बेहद खुश हैं। असल ज़िन्दगी में भी तापसी वो स्पोर्ट्स बेहद पसंद है। 

इस बारे में बताते हुए तापसी ने कहा है 'स्पोर्ट्स में मुझे हमेशा से ही रूचि रही है।मै सभी स्पोर्ट्स को दिमाग से देखती हूँ लेकिन क्रिकेट मै दिल से देखना पसंद करती हूँ। क्रिकेट और फ़िल्में हमारे देश के दो एहम धरम हैं। इन दोनों धर्मो को एक साथ लाना बेहद ख़ुशी की बात है। मेरे लिए यह जैव की बात है की मुझे सेलिब्रिटी क्रिकेट लीग 6 का ब्रांड एम्बेसडर बनाने का मौका मिला है।  इन सब के अलावा तापसी इस वर्ष ग़ाज़ी, ईव और हुंकार जैसी 3 फिल्मों में नज़र आएंगे। 

विशेष आलेख : वैदिक समाज व्यवस्था का सार है मनुस्मृति

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पुरातन ग्रंथों के अनुसार स्वयंभू मनु संसार के पहले मनुष्य हैं और सम्पूर्ण पृथ्वी पर बसने वाले मनुष्य उसी एक पिता की सन्तान हैं। उस पिता को मनु कहा जाता है। मनुष्य शब्द में मनु का नाम समाहित है। अर्थात मनु के नाम से ही मनुष्य शब्द बना है । संस्कृत में मनुस्मृति के नाम से मनु की शिक्षाओं का एक संकलन वर्तमान में मिलता है , जिसके स्मृतिकार मनु ही हैं । भारत में वेदों के उपरान्त सर्वाधिक मान्यता प्राप्त ग्रंथों में मनुस्मृति का ही नाम सर्वप्रथम आता है। मनु महाराज के मनुस्मृति में चारों वर्णों, चारों आश्रमों, सोलह संस्कारों तथा सृष्टि उत्पत्ति के अतिरिक्त राज्य की व्यवस्था, राजा के कर्तव्य, भांति-भांति के विवादों, सेना का प्रबन्ध आदि उन सभी विषयों पर धर्मसम्मत परामर्श दिये गये हैं जो मानव मात्र के जीवन से सम्बंधित हैं और यह सब पूर्णतः धर्म-व्यवस्था वेद पर आधारित है। मनु प्राचीन समय के एक महान समाज-व्यवस्थापक थे, जिनकी बनायी व्यवस्था आज सहस्त्राब्दियों वर्ष बीत जाने पर भी भारतीयों, वेदानुयायियों के लिए सर्वमान्य व सम्मानीय है। भारतीय समाज को आदर्श रूप देने के लिए मनु ने एक शास्त्र अर्थात धर्मशास्त्र तत्कालीन सूत्रशैली में बनाया था,जिसका एक संस्करण मानव-धर्मसूत्र के नाम से अब भी प्रचलित है। उसी सूत्रराशि के उपदेश को भृगु ने और नारद-स्मृति के अनुसार सुमति भार्गव ने लगभग ढाई हजार अनुष्टुप् छन्दों का रूप देकर बारह अध्यायों में विभक्त कर दिया था, जो कि आज-कल मनुस्मृति के नाम से विदित है। मनु की व्यवस्था में सहस्त्रों मानवीय व माननीय विषय शामिल हैं, तथापि इसमें वर्णित वर्ण-व्यवस्था और आश्रम-व्यवस्था अद्वितीय हैं। इनकी व्यवस्था में धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष नामक चारों पुरुषार्थों को समुचित स्थान प्राप्त है। मानव-जीवन को परिष्कृत करने के उद्देश्य से उन्होंने सोलह संस्कारों का विधान किया, और गृहस्थ के लिए पञ्चमहायज्ञों यथा, स्वाध्याय, पितृतर्पण, हवन, प्राणि-सेवा और अतिथि-सेवा, का विधान  बनाया जो संसार में सर्वत्र शान्ति प्रसार का मूलमंत्र ही माना जाता है।

पुरातन ग्रंथों के अध्ययन से इस सत्य का सत्यापन होता है कि महर्षि बाल्मीकि रचित बाल्मीकि रामायण और महर्षि कृष्णद्वैपायन वेदव्यास रचित महाभारत में मनुस्मृति के श्लोक व मनु महाराज की प्रतिष्ठा का वर्णन अनेकों स्थानों पर किया गया है, किन्तु मनुस्मृति में रामायण , महाभारत ग्रंथों व बाल्मीकि , व्यास जी का नाम तक नही है । हाँ ! मनुस्मृति में मनु महाराज ने वेदों का जिक्र अवश्य किया है और वेदों की महिमा का गान अनेक श्लोकों में किया है । इससे स्पष्ट है कि मनुस्मृति वेदों के रचना के बाद की लेकिन रामायण व महाभारत के रचना के पूर्व की रचित ग्रन्थ है।  मनु ने आचार (सदाचार) पर बहुत जोर देते हुए कहा कि आचार ही परम धर्म है और यही आचार वाल्मीकि के महाकाव्य रामायण का चरित्र बन गया है तो दूसरी ओर व्यास के इतिहास महाभारत का धर्म है। उन्होंने कहा है-  
आचार: परमो धर्म: श्रुत्युक्त: स्मार्त एव च। 
-मनुस्मृति  1/108

वेद के सन्दर्भ में अनेक वचन मनुस्मृति में आये है बल्कि यह कहना उचित होगा कि मनुस्मृति वेद का सार ही है । अतः वेद मनु से प्राचीन है। मनुस्मृति में कहा है-  
अग्निवायुरविभ्यस्तु त्र्यं ब्रह्म सनातनम । 
दुदोह यज्ञसिध्यर्थमृगयु : समलक्षणम् ॥ -मनुस्मृति 1/13 

अर्थात - जिस परमात्मा ने आदि सृष्टि में मनुष्यों को उत्पन्न कर अग्नि आदि चारों ऋषियों के द्वारा चारों वेद ब्रह्मा को प्राप्त कराये उस ब्रह्मा ने अग्नि , वायु, आदित्य और  तु अर्थात अंगिरा से ऋग , यजुः , साम और अथर्ववेद का ग्रहण किया ।
मनुस्मृति में ही वेद को सम्पूर्ण धर्म का मूल कहा है -
वेदोSखिलो धर्ममूलम् । -मनुस्मृति 2/6

अर्थात- वेद सम्पूर्ण धर्म अर्थात कानून का मूल है ।
मनुस्मृति से यह ज्ञात होता है कि मनु ने जो कुछ कहा है , वह वेद के आधार पर ही कहा है -
यः कश्चित्कस्य चिद्धर्मो मनुना परिकीर्तितः ।
स सर्वोऽभिहितो वेदे सर्वज्ञानमयो हि सः ।। -मनुस्मृति 2/7

अर्थात- मनु ने जिस किसी के सन्दर्भ में जो कुछ भी धर्म कहा है वह सब वेद के अनुकूल ही है , क्योकि वेद सर्वमान्य है ।
इस प्रकार विश्व में वैदिक सभ्यता का प्रकाश-विस्तार करने वालों में मनु का स्थान अत्यन्त महत्वपूर्ण है। मनु ने वेद की निंदा करने वालों को नास्तिक कहा है -
नास्तिको वेदनिंदकः । मनुस्मृति 2/11

वेद की निंदा करने वाले नास्तिक (अनीश्वरवादी) है।
प्रश्न उत्पन्न होता है कि मनु की शिक्षा अर्थात स्मृति का रचनाकाल अथवा उनकी शिक्षाओं के संकलन के रचनाकाल क्या हैं? महर्षि स्वामी दयानन्द सरस्वती ने वेद की भांति ही मनुस्मृति को भी सृष्टि के आदि में हुआ माना है। सृष्टि के आदि विषय में स्वामी दयानन्द ने मनु के सन्दर्भ में लिखा है और मनुस्मृति को एक अरब छियानवे करोड़ आठ लाख बावन हज़ार नौ सौ छहत्तर वर्ष पुराना माना है। महर्षि दयानन्द सरस्वती ने सत्यार्थ प्रकाश के एकादशसमुल्लास,पृ.187 में मनुस्मृति के विषय में कहा है कि यह मनुस्मृति जो सृष्टि के आदि में हुई है । स्वामी दयानन्द ने ऋग्वेदादिभाष्यभूमिका, अथ वेदोत्पत्ति, पृष्ठ 17 में कहा है -यह जो वर्त्तमान सृष्टि है, इसमें सातवें वैवस्त मनु का वर्त्तमान है, इससे पूर्व छः मन्वन्तर हो चुके हैं। स्वायम्भव , स्वारोचिष , औत्तमि , तामस , रैवत , चाक्षुष , ये छः तो बीत गए हैं और सातवां वैवस्वत मन्वन्तर चल रहा है ।

स्वामी दयानन्द सरस्वती के अनुसार एक मन्वन्तर में 71 चतुर्युगियाँ होती हैं। एक चतुर्युग में सतयुग, त्रेता, द्वापर और कलियुग होते हैं। सतयुग में 1728000 वर्ष, त्रेता में 1296000 वर्ष, द्वापर में 864000 वर्ष और कलियुग में 432000 वर्ष होते हैं। इन चारों युगों में कुल 4320000 वर्ष होते हैं। 71 चतुर्युगियों में कुल 306720000 वर्ष होते हैं। छः मन्वन्तर अर्थात 1840320000 वर्ष पूरे बीत चुके हैं और अब सातवें मन्वन्तर की 28वीं चतुर्युगी चल रही है। ऋग्वेदादिभाष्यभूमिका लिखे जाते समय तक सातवें मन्वन्तर के भी 120532976 वर्ष बीत चुके थे। इस तरह स्वामी दयानन्द के अनुसार उस समय तक स्वयंभू मनु को हुए कुल 1960852976 वर्ष, एक अरब छियानवे करोड़ आठ लाख बावन हज़ार नौ सौ छहत्तर वर्ष बीत चुके थे। स्वामी दयानन्द सरस्वती ने यही काल स्वयंभू मनु का बताया है, और उस काल के स्वयंभू मनु को मनुस्मृति का स्मृतिकार बतलाया है । उसमें जो श्लोक मनु के नाम से कहे गए हैं, वास्तव में उन्हें गुरू - शिष्य परम्परा में श्रुति - वाचिक परम्परा अर्थात प्रक्रिया के अंतर्गत पीढ़ी दर पीढ़ी स्मरण करते हुए संरक्षित किया जा रहा था , जिसे बाद में लिपिबद्ध कर लिया गया । मनुस्मृति का स्वयंभू मनु से ही संबंध है। हालाँकि स्वामी दयानन्द ने मनुस्मृति को प्रक्षिप्त मानकर उसके कुछ श्लोकों को नहीं माना है । उन्होंने कहा है कि मनुस्मृति के कुछ श्लोक प्रक्षिप्त हैं और उनका कुछ पता नहीं है कि उन्हें कब और किसने लिखा है? वस्तुतः मनुस्मृति में वेदों का सार है । मनुस्मृति को बिना समझें उसकी निंदा करने वाले और उसे जलाने वाले धर्मद्रोहियों के लिए मनुस्मृति का यह श्लोक पठनीय है -
निषेकादिश्मशानान्तो मंत्रैर्यस्योदितों विधि: । 
तस्य शास्त्रेsधिकारोsस्मिन्यज्ञेयो नान्यस्य कस्यचित ।।– मनुस्मृति 

अर्थात - मनुष्य के जन्म से लेकर मृत्यु तक के संस्कारों का वर्णन, वेद के जिस प्रकरण में है उसी को मनुस्मृति में लिया गया है , हमने उसके अतिरिक्त अपनी ओर से अन्य कुछ भी नहीं कहा है । मनुस्मृति में श्लोक 11/6 के माध्यम से कहा गया है कि वेद ही सर्वोच्च और प्रथम प्राधिकृत है। वेद किसी भी प्रकार के ऊँच-नीच, जात-पात, महिला-पुरुष आदि के भेद को नहीं मानते। इत्यादि अनेक वचन है जो वेद के सन्दर्भ में मनुस्मृति में कहे गये है । इस प्रकार यह स्पष्ट है कि मनुस्मृति वेद सार ही है और वेद मनु से प्राचीन है इसमें लेशमात्र भी संदेह नही ।वैदिक विद्वानों व भारतीय पुरातन ग्रंथों के जानकारों का कहना है कि मनुस्मृति में जहाँ कहीं भी वेद विरुद्ध आचरण दिखे वो प्रक्षेप (मिलावट ) है, अतः त्याज्य है ।





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-अशोक “प्रवृद्ध”-
गुमला
झारखण्ड 

तारकेश कुमार ओझा को मटुकधारी सिंह हिंदी पत्रकारिता सम्मान

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पश्चिम बंगाल के वरिष्ठ हिंदी पत्रकारों में शामिल तारकेश कुमार ओझा को मटुकधारी सिंह हिंदी पत्रकारिता सम्मान से सम्मानित किया गया। साहित्यिक संस्था साहित्य विकास मंच की ओर से विगत 10 जनवरी को खड़गपुर के रेलवे स्कूल में आयोजित समारोह में उन्हें यह सम्मान दिया गया। ओझा के साथ ही सलुवा से निकलने वाली साहित्यिक पत्रिका नई दिशा के संपादक द्वय श्याम कुमार राई और गोपाल नेवार को भी संयुक्त रूप से यह सम्मान दिया गया। समारोह में कुल 10 कलमकारों को सम्मानित किया गया। 

वहीं साहित्यिक छमाही पत्रकि पनसाखा के अंक - 4 का लोकार्पण भी किया गया। इस अवसर पर लब्ध - प्रतिष्ठित साहित्यकार डॉ. किशोरी शरण शर्मा , योगेन्द्र शुक्ला तथा पनसाखा पत्रिका के संपादक और साहित्य विकास मंच के संयोजक तारकेश्वर शर्मा विकास समेत बड़ी संख्या में साहित्य प्रेमी उपस्थित थे। समारोह में काव्य - गोष्ठी भी आयोजित की गई। वहीं वयोवृद्ध साहित्यकारों ने अपने अनुभव साझा किए। बताते चलें कि तारकेश कुमार ओझा को गत वर्ष मथुरा से प्रकाशित होने वाले साप्ताहिक समाचार पत्र विषबाण की ओर से स्व . लीलावती स्मृति  सम्मान प्रदान किया जा चुका हैं। वहीं बेस्ट ब्लॉगर के कई अवार्ड भी उन्हें मिल चुके हैं।

विशेष : सुनंदा की मौत से जुड़े सारे कहे-अनकहे तथ्य जल्दी ही सामने आयेंगे

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सुनंदा पुष्कर के केस ने नई करवट ले ली है.सूत्रों के मुताबिक अब यह माना जा रहा है कि सुनंदा की मौत स्वाभाविक नहीं अस्वाभाविक थी और पूरी सम्भावना है कि विष देकर उसकी इहलीला समाप्त कर दी गयी हो.आशा की जानी चाहिए कि सुनंदा की मौत से जुड़े सारे कहे-अनकहे तथ्य जल्दी ही सामने आयेंगे.

जनवरी १९६२ में जन्मी सुनंदा मूलत:कश्मीर के सोपोर जिले की रहने वाली थीं. वहीँ पली-बढ़ी और वहीँ की आबोहवा में उसका रंग-रूप निखरा. कश्मीर में  बढ़ते आतंकवाद की वजह से १९९० में  कश्मीर से विस्थापित होकर  उसका पूरा परिवार जम्मू आकर बस गया था. सुनंदा के पिता श्री पी०एन० दास सेना में अफसर रह चुके हैं.१९८६-१९८८ में श्रीनगर के गवर्नमेंट वीमेंस कॉलेज से स्नातक की डिग्री लेने वाली सुनंदा पुष्कर का पहला विवाह दिल्ली में काम करने वाले एक युवक संजय रैना से हुआ था लेकिन एक साल बाद ही यह शादी टूट गई थी. बाद में सुनंदा ने सुजित मेनन से शादी की. केरल के इस व्यवसायी का कारोबार दुबई में था, लिहाजा सुनंदा भी दुबई जा पहुंची. एक दुर्घटना में सुजित मेनन का निधन हो गया.बाद में सुनंदा ने दुबई में जीविकोपार्जन के लिए कई तरह की छोटी-बड़ी नौकरियां कीं. दुबई में ही सुनंदा ने अपने पिता पुष्करनाथ दास से “पुष्कर” शब्द लेकर अपना नाम सुनंदा पुष्कर रखा था. सुजित से सुनंदा का लगभग एक २२-२३ साल का बेटा भी है.कहते हैं, थरूर की मुलाकात सुनंदा से दुबई की एक हाई प्रोफाइल पार्टी में हुयी थी.२२ अगस्त २०१० को हुयी शशि थरूर के साथ उसकी यह तीसरी शादी थी.इधर, शशि थरूर की भी यह तीसरी शादी थी.

माना जा रहा है कि सुनंदा अगरचे एक निहायत ही भावुक,सेवाभावी और  संवेदनशील किस्म की महिला थी, उतनी ही बुलंद हौसले और जीवट वाली महिला भी थी.मेरे एक मित्र ने सुनंदा के इस ‘बुलंद हौसले”वाले पक्ष पर मुझे एक घटना बहुत पहले मेल की थी जिसे मैं साझा कर रहा हूँ: “सुनंदा का एक वाकया मुझे याद है.तब वह कश्मीर में छानपुरा इलाके में रहती थी और वीमेन्स कॉलेज, श्रीनगर में पढ़ती थी .एक दिन रोज़मर्रा की तरह मैं अपने कार्यालय अपनी बाइक पर जा रहा था और मुझे ‘नुमाईश चौक’ पर भीड़-सी दिखाई दी. भीड़ में मैंने एक परिचित लड़की को भी देखा. बाइक रोक कर मैं ने  उस लड़की से कारण पूछा तो पता चला कि छानपुरा में मिनी-बस/ मेटाडोर में कई लडकियां सवार हुयीं थीं जिसमें सुनंदा भी बैठी थी.रास्ते में किसी मनचले ने मेटाडोर में बैठी किसी लड़की के साथ छेड़खानी करी थी जिसपर सुनंदा ने उस लड़के को मिनी बस से उतार कर उसकी धुनाई की थी! शिबनजी, मैं आपसे सहमत हूँ कि वह एक निर्भय व बहादुर औरत थी. आत्महत्या करने की बात उसके खून में नहीं हो सकती थी, आखिर वह एक बहादुर सैनिक की बेटी भी तो थी !”

कश्मीरी होने के नाते सुनंदा को कश्मीर में हो रहे राजनीतिक और सामाजिक भेदभाव की चिंता हमेशा सताती रहती थी. कश्मीर मुद्दे ख़ास तौर पर धारा ३७० पर उसने तत्कालीन मुख्यमंत्री  उमर अब्दुल्ला का विरोध किया था।एक टेलिविज़न चैनल को दिए इंटरव्यू में उसने कहा था, "संविधान के अनुच्छेद 370 पर फिर से विचार करने की ज़रूरत है क्योंकि इस धारा से महिलाओं के खिलाफ़ भेदभाव होता है.” तब सुनंदा का यह बयान विवाद का मुद्दा बना था और बाद में थरूर को सुनंदा की तरफ से इस बयान के लिए अपनी पार्टी से माफ़ी मंगनी पड़ी थी. सुनंदा कश्मीर की बेटी थी इसलिए वहां के दुःख-दर्द से वह बखूबी वाकिफ थी.कहते हैं कि जब वह दुबई में थी तो उसने ऐसे कई विस्थापित कश्मीरी नवयुवकों की वहां पर हर तरीके से मदद की जो उसके पास नौकरी पाने या अन्य तरह की सहायता मांगने के लिए जाते थे.

सुनंदा और शशि थरूर दोनों की यह  तीसरी शादी थी.दोनों की पहले से संताने थीं, पढ़े-लिखे दोनों थे और दोनों ने सोच-समझकर प्रणय-सूत्र में बंधना स्वीकार किया होगा. दरअसल, इस में कोई शक नहीं कि ढलती आयु के पडाव पर  इस तरह के वैवाहिक रिश्तों को बनाने में प्रायः  ‘रूप-यौवन’ अथवा “शारीरिक आकर्षण” की प्रधानता अधिक रहती है और पति-पत्नी के पवित्र रिश्ते की परम्परागत  शुचिता गौण हो जाती है. तीसरी शादी तक आते-आते रूप-यौवन की खुमारी का सोता जब सूखने लग जाता है तो फिर ज़मीनी हकाकीकते नमूदार होने लगती हैं.पुरुष की दृष्टि से बात करें तो जो पुरुष पहली स्त्री के रहते दूसरी के रूप-लावण्य पर मुग्ध हो सकता है,कालान्तर में  वह दूसरी के रहते तीसरी पर भी आसक्त हो सकता है और इस तरह तीसरी के रहते हुए चौथी पर भी आसक्त न हो, इसकी क्या गारंटी? नारी की दृष्टि से बात करें तो ऐसी स्थितियों में नारी की अपनी मजबूरियों रहती हैं. खास तौर पर ऐसी  नारी की जो विस्थापित हो चुकी हो,जिसने अपने दो-दो पति गवां दिए हों और सहारा पाने के लिए जद्दोजहद कर रही हो.पुरुष की तरफ से बढ़ाया गया प्रेम से भरा ‘निश्छल’ सहारे का हाथ उसको रोमांचित ही नहीं करता बल्कि अपने जीवन से जुड़े किसी बड़े निर्णय को लेने के लिए उत्प्रेरित भी करता है.सुनंदा की पूरी कहानी उसके “रूप-लावण्य” की कहानी कम,उसकी मजबूरियों की कहानी अधिक लगती है.





शिबन कृष्ण रैणा
अलवर

विशेष : मौत ने राजेश विवेक से ‘लगान’ ले लिया

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सुना है वीराना का कोई खतरनाक किरदार आज दुनिया को अलविदा कह गया है, हां कानों के पास से ये भी खबर गुजरी है कि लगान का वो बाबा हमेशा हमेशा के लिए चला गया. ओह्ह क्या हुआ. दरअसल हम यहां बात कर रहे हैं राजेश विवेक की. जिन्होंने तांत्रिक और बाबा के रोल में अपनी एक अलग पहचान बना ली थी. राजेश विवेक अब यादों में शरीक हो गए हैं..

तो कैसे हुई शुरूआत
उत्तर प्रदेश में 31 जनवरी 1949 को जन्मे राजेश विवेक ने जौनपुर से एमए किया. राजेश ने दिल्ली के नेशनल स्कूल आफ ड्रामा में थिएटर की पढ़ाई पूरी की. राजेश की रूचि का पता उनके किरदारों के प्रति प्रेम से लगाया जा सकता है. 

शूटिंग के दौरान आया हार्ट अटैक 
राजेश विवेक साउथ इंडियन फिल्म की शूटिंग कर रहे थे कि अचानक उन्हें हार्ट अटैक आया और झटपट उन्हें हैदराबाद अस्पताल में भर्ती कराया गया.

आमिर ने दी श्रद्धांजलि 
आमिर खान के फेसबुक पेज पर राजेश विवेक की आसमयिक मृत्यु पर शोक जताते हुए लिखा गया कि कल हमने लगान परिवार का एक सदस्य खो दिया. बाबा आप हमेशा हमारे दिल में रहोगे. आपकी ऊर्जा, प्यार और इंसानियत हमें हमेशा प्रेरित करती रहेगी. 

दूजा न होगा तेरे जैसा
बॉलीवुड एक्टर यशपाल शर्मा ने ट्विटर के जरिए श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि जीवन में उन्हें राजेश जैसा जमीन से जुड़ा इंसान नहीं मिला. 

किरदारों में अमर हो गए विवेक
राजेश विवेक ने प्रसिद्ध धारावाहिक महाभारत, अघोरी, भारत एक खोज में काम करके जहां छोटे पर्दे पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है. वहीं बड़े पर्दे पर त्रिदेव, अग्निपथ, राम तेरी गंगा मैली और कच्चे धागे जैसी 30 से भी अधिक फिल्मों में नजर आए और अपने अभिनय से सबको अपना दीवाना बना लिया. टीवी धारावाहिक ‘महाभारत’, ‘भारत एक खोज’ और ‘अघोरी’ के उनके किरदार यादगार हैं.

‘जुनून’ ने फिल्मों का जुनून भर दिया
विवेक ने पहली बार श्याम बेनेगल की फिल्म जुनून में सन् 1978 में काम किया. या कहें कि विवेक जुनून फिल्म से किरदार बन गए. पर, विवेक ने कभी भी किरदार को किरदार की तरह नहीं बल्कि जिंदगी की हकीकत की तरह निभाया. 

वीराना अब असल में वीराना हो गई. एक जमाना खो गया है. एक अघोरी, एक बाबा अपने किरदार के श्मशाम में कहीं खो गया. लेकिन आप हमारी आंखों में जीवित रहेंगे. सदा सदा के लिए. आप जब भी किरदारों से हमारी यादों को खटखटाएंगे तब हम यही कहेंगे कि ये हैं हमारे राजेश विवेक जी, जो किरदारों को किरदारों की तरह नहीं बल्कि असल जिंदगी की तरह निभाते थे. 




हिमांशु तिवारी आत्मीय
आर्यावर्त, यूपी हेड    

विशेष आलेख : “क्या मौत या छात्र भी दलित होता है?”

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भारत आजादी के बाद से जिस नेहरूवियन शिक्षा पद्यति में जकड़ा है उसका खामियाजा देश के युवा वर्ग उठा रहे है.भारत का युवा दिग्भ्रमित हो इस देश के नेताओं के गुलाम बनते गये क्योंकि अंग्रेजो की विरासत को आगे बढाने वाली नेहरु-गांधी परिवारों ने मार्क्स –मैकाले और मुल्लो के सहयोग से वैसी शिक्षण प्रणाली को ही विकसित किया.कभी भी नेहरुवियनो ने देशप्रेम को प्रश्रय नही दिया उसके स्थान पर समाज को बाटने बाले सूचकों को प्राथमिकता देकर समाज में सतत विद्वेष की भाव को भरा ताकि वोटो के लोकतंत्र में अपनी राजनीति सुरक्षित रहे.

आज जब विश्व एक परिवार की तरह होता जा रहा जहाँ शिक्षा ही सर्वोपरी है. वैसे में भारत के शिक्ष्ण संस्थानों में भारतीय मूल्यों से दूर ऐसी शिक्षा को, ऐसे विचारों को तरजीह दी गयी जो स्वतंत्र मन में गुलाम मानसिकता को बनाए रखे. देश और समाज भाव से कोसो दूर की शिक्षा देकर विद्यार्थी के स्थान पर उत्पाद का निर्माण कर हम गौरवान्वित होते गये . जब हमने अपने युवा को उत्पाद के रूप में चुना तो उसकी स्थिति कितनी भयावह होगी इसका अंदाजा आप खुद लगा सकते है?क्या भारत जैसे विश्व गुरु रहे नैतिक मूल्यों को संजोने बाले देश में गुरु शिष्य की परम्परा के स्थान पर उत्पाद और उत्पादक की सोच कल्याणकारी है?

जिस तरह की विचारधारा देश के अधिकाँश शैक्षिक संस्थानों में भरे पड़े है वहां हम सिर्फ उत्पाद को वैश्विक बाज़ार में बेचने को विवश है जिससे ना तो विश्व का कल्याण होगा ना समाज का और ना ही उस उत्पाद रूपी छात्र का?बगैर सांस्कृतिक और राष्ट्रीय मूल्यों से रहित शिक्षा समाज में विषमता का जनक होती है जिसका अंत दुखदाई होता है.जो विचारधारा यह मानती है की साम्प्रदाईकता सांस्कृतिक खोल में छिपकर आती है वह राष्ट्र या समाज के लिए घातक है क्योंकि साम्प्रदाईकता समाज का विध्वंसक है और संस्कृति उस देश के स्वाभिमान से जुडी समाज और राष्ट्र को सुदृढ़ करने वाली संजीवनी होती है.किसी भी देश की संस्कृति से खासकर वह तबका हमेशा चिढा रहता है जिसने उस देश की संस्कृति के साथ विश्वासघात किया है ? 

भारत के संस्कृति के साथ जिन तबको और विचारधाराओं ने अवसरवादिता के चोंगे के सहारे देश की सत्ता पर काविज हुए वैसे तथाकथित सेकुलर गिरोहों के कुनवो ने भारत के स्वर्णिम इतिहास को तोड़-मरोड़ कर सिर्फ लिखा ही नही बल्कि इस देश की सांस्कृतिक मूल्यों को कलंकित करने का दुस्साहस भी किया .किन्तु सत्य को कुछ समय के लिए छुपाया जा सकता है. जैसे जैसे शोध हो रहे है इन कलमपिपासुओ की काली करतुत की कलई खुलती जा रही है. अपने स्याह पुते चेहरे को समाज के सामने लाने से बचने के लिए अब यही गिरोह कभी असहिष्णुता का स्यापा करते कुछ युवाओं और अपने कठपुतलियो के सहारे देश की छवि को धूमिल करने का दुस्साहस कर रहे है.

उच्तर शैक्षणिक संस्थानों में कुंडली मारे इन मदारिओं ने कुछ छात्रों को साप बना नचा रहे है जिसका भोंडे प्रदर्शन देश के बिकाऊ मिडिया करती रहती है.भारत के मिडिया में इन मदारिओं से दीक्षित ज़मुरे जो है वे इनकी कलाबाजियां दिखा देश की जनता को कुछ देर के लिए दिग्भ्रमित करने का भी प्रयास करती है. हैदराबाद विश्वविद्यालय में इन मदारियो के जमूरों के इंद्रजाल में फंसकर एक होनहार विद्यार्थी जिससे देश और समाज एक नयी दिशा पाता उसने अपनी जीवन समाप्त कर ली.इन ज़मुरों के दबाव में हमारा एक नौज़वान जो देश के लिए कुछ कर सकता था उसने आत्महत्या कर ली.

रोहित वेमुला नामक होनहार छात्र ने जिस परिस्थिति में आत्महत्या करना उचित समझा उसका मूल कारण देश में नेहरु-गांधी परिवारों की नीति और मार्क्स –मैकाले-मुल्लो द्वारा नियंत्रित शिक्षा पद्यति है.पीएचडी स्कालर रोहित पिछले दो वर्षो से शोध कर रहा था.एक होनहार छात्र के रूप में वह आरम्भिक दिनों में प्रवेश किया किन्तु इस होनहार शोधार्थी पर मार्क्स –मैकाले और मुल्लो के ज़मुरों की नजर पड़ी और इन ज़मुरों ने रोहित को इस मुकाम पर ला खड़ा किया की वह आत्महत्या करने को विवश हुआ.विश्वविद्यालय में इन जमूरों के इंद्रजाल में फंसा रोहित ऐसा कदम उठाता गया जो उसके जीवन को लील कर ही रुका.

किसी भी देश का एक होनहार युवा का असमय निधन देश के लिए अपूर्णीय क्षति है.वह इस देश का हीरा था जिसके असमय निधन से हम सब मर्माहत हैं किन्तु इसे दलित छात्र शब्द से जोड़ना देश के लिए घातक है.आज भी यह तथाकथित बुद्धिजीवी जिस मानसिकता में जी रहे है वह भारत की एकता और संप्रभुता के लिए घातक है.आखिर कब तक भारत के समाज को इन शब्दों से बाँटकर समाज के हर तबकों में अलगाव की भाव को बनाए रखोगे. छात्र छात्र होता है उसकी मौत मौत होती है वह ना तो दलित होता है ना सवर्ण, ना अल्पसंख्यक होता है और ना बहुसंख्यक. देश को ऐसे शब्दों में बाटने का घृणित प्रयास करने बाले इस देश के गद्दार ही है जिसका असली मंशा देश और समाज को खंडित करने का है . 

देश में आतंक का मूल मार्क्स –मैकाले और मुल्लो की विचारधारा है. एक पढ़ा लिखा विद्यार्थी इन विध्वंसकों के नज़र में आते ही आतंक का या आत्महत्या का रास्ता चुनता है आखिर क्यों? आज विश्व इस्लामी आतंक से त्रस्त है, भारत के अनेक भागो में नक्सली आतंकवाद है तो इन्ही विध्वंसक विचारधाराओ के कारण .भारत के अधिकाँश उच्चतर शिक्ष्ण संस्थानों में इन विध्वंसक विचारधारा के आतंकियो का कव्जा है जिसके कारण रोहित वेमुला जैसे युवा या तो आत्महत्या के लिए मज़बूर होते है या नक्सली या आतंकवादी बनते है. 




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---संजय कुमार आज़ाद ---
शीतल अपार्टमेंट ; 
निवारणपुर ;रांची -834002
Email-azad4sk@gmail.com, 
CELL-09431162589

बगदाद से अगवा अमेरिकी नागरिकों की तलाशी जारी

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बगदाद, 19 जनवरी, इराक की राजधानी बगदाद से अगवा किये गये तीन अमेरिकी नागरिकों के लिए सुरक्षा बलों ने तलाशी शुरू कर दी है। स्थानीय लोगों के अनुसार इराकी सुरक्षा बलों ने अगवा किये गये लोगों की तलाशी के लिए दक्षिणी बगदाद के दोरा इलाके में कल अतिरिक्त जांच चौकियां बनायी। इस इलाके के ऊपर से निगरानी के लिए दो हेलीकाॅप्टरों को तैनात किया गया तथा गलियों में पुलिस की चौकसी बढ़ा दी गयी है। अरब के समाचार चैनल 'अल अरबिया'ने रविवार को बगदाद में तीन अमेरिकी नागरिकों के अपहरण की खबर दी थी, लेकिन इन लोगों के बारे में कोई विस्तृत जानकारी नहीं दी गई। 

अमेरिकी विदेश विभाग का कहना है कि वह अपने नागरिकों के अपहरण की खबर से अवगत हैं और उनका पता लगाने के लिए इराक प्रशासन के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। हालांकि उन्होंने अपहरण की पुष्टि नहीं की लेकिन कहा कि लापता लोगों की तलाश की जा रही है। विदेश विभाग के एक प्रवक्ता ने गोपनीयता बरकरार रखने को लेकर इस मामले में विस्तृत जानकारी नहीं दी। अगवा किये गये लोग जनरल डायनामिक्स कार्पोरेशन के कर्मचारी थे। कंपनी के प्रवक्ता मार्क मेउदत ने कहा कि इस संबंध में सारी जानकारी अमेरिकी विदेश विभाग को भेज दी गयी है। उल्लेखनीय है कि हाल के महीनों में इराक में विदेशी नागरिकों को अगवा करने के कई मामले सामने आये हैं। पिछले महीने 26 कतारी शिकारियों को अगवा किया गया जिनका अब तक पता नहीं चल सका है।

हैती में राष्ट्रपति चुनाव का व्यापक विरोध

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पोर्ट-अॉ-प्रिंस 19 जनवरी, कैरेबियाई देश हैती में 24 जनवरी को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव का देश में व्यापक विरोध शुरू हो गया है। जनता इन चुनावों को रद्द कराने की मांग के साथ सडकों पर उतर आई है वहीं ग्रामीण इलाकों में भी कई चुनाव कार्यालयों को आग के हवाले कर दिया गया है। हैती में चुनावों से पहले उस वक्त तनाव बढ़ गया जब विपक्षी उम्मीदवार जूड क्लिस्टन ने पिछले सप्ताह अधिकारियाें पर सत्ताधारी पार्टी को फायदा पहुंचाने का आरोप लगाते हुए कहा था कि वह अपनी उम्मीदवारी वापस ले सकते हैं । 

पेशे से इंजीनियर 53 वर्षीय क्लिस्टन अक्टूबर में हुए पहले दौर के चुनावों में सत्ताधारी दल के जेवीनेल मोइसे से पिछड़कर दूसरे स्थान पर रहे थे। हजारों प्रदर्शनकारी तुरही बजाते हुए पोर्ट-अॉ-प्रिंस के मुख्य व्यावसायिक इलाके में पहुंच गए। कुछ प्रदर्शनकारियाें ने वाहनों को आग के हवाले कर दिया और पेट्रोल पंपो पर पथराव भी किया। अक्टूबर में हुए पहले दौर के चुनावों के बाद राष्ट्रपति पद के लिए 54 उम्मीदवारोें में से कुछ ने सरकार पर नतीजोें के साथ छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया था। प्रदर्शनकारियों ने अंतरिम सरकार के गठन की मांग करते हुए राष्ट्रपति माइकल मारटिले के फरवरी में कार्यकाल पूरा होने पर नए चुनाव कराने की मांग की है। विपक्षी पार्टी से संबंधित एक प्रदर्शनकारी ने बताया “24 जनवरी को होने वाले चुनावों को रोकने के लिए हम इस सप्ताह को विद्रोह सप्ताह के रूप में मनाएंगे। हम हर मतदात केन्द्र पर विरोध प्रदर्शन करेगे।” वहीं चुनाव अधिकारियों ने इस हिंसा की निंदा करते हुए रविवार को चुनाव करवाने की अपनी प्रतिबधता दुहराई है।

प्रतिबंध हटने से पहले ईरान ने अमेरिकी नौसेना को किया था रिहा

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वाशिंगटन,19 जनवरी, ईरानी सेना की ओर से पिछले सप्ताह अमेरिका के दस नौसैनिकों की गिरफ्तारी की गयी लेकिन एक दिन बाद सभी को रिहा कर दिया गया। अमेरिकी सेना की ओर से कल जारी बयान में कहा कि समुद्र में गश्त कर रहे दस नौसैनिकों को सीमा उल्लंघन के मामले में 12 जनवरी को ईरान के इस्लामिक रिवल्यूशनरी गार्ड ने गिरफ्तार किया था लेकिन दूसरे दिन करीब 15 घंटे बाद सभी को रिहा कर दिया गया। इस दौरान ईरानी गार्ड तथा अमेरिकी नाविकों के बीच तीखी बहस भी हुई। 

उन्होंने कहा कि नौसैनिकों को सुरक्षित रिहा किया गया। हालांकि उन्होंने ईरानी सेना के साथ हुई बहस के बारे में कोई विस्तृत जानकारी नहीं दी। विश्व के छह शक्तिशाली देशों की ओर से ईरान के खिलाफ लगे प्रतिबंधों को हटाने से कुछ दिन पहले नौसेना की रिहाई की गयी जिसे राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भी कूटनीति की शक्ति करार दिया था। विदेश मंत्री जॉन केरी ने एक समचार चैनल से कहा कि नौसेना की गिरफ्तारी के बारे में पता चला तब उन्हें काफी निराशा तथा गुस्सा आया और इस मामले को तत्काल ईरान के समक्ष उठाया था। हालांकि इस मामले में ईरान के साथ हुई बातचीत के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गयी।

सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर (19 जनवरी)

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सांसद आदर्श ग्राम मे 1.62 करोड के कार्यो का हुआ शिलान्यास एवं लोकार्पण 
  • मनरेगा मद के 11.62 लाख से बनेंगे आदर्श ग्राम मे 83 आवास

sehore news
सीहोर, 19 जनवरी,2016, गत सोमवार को जनपद पंचायत बुदनी की सांसद आदर्श ग्राम के लिए चयनित ग्राम पंचायत जहांनपुर मे राज्य सभा सांसद श्री अनिल माधव दवे ने 35 लाख के कार्यो का शिलान्यास, 28 लाख के कार्यो का लोकार्पण एवं इंदिरा आवास के 83 हितग्राहियो को 73.87 लाख का स्वीकृत पत्र वितरित किया। इस दौरान ग्रामवासियो, हितग्राहियो की उपस्थिति मे आयोजित कार्यक्रम मे कलेक्टर डाॅ. सुदाम खाडे, मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत डाॅ. आर.आर. भोसले, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत बुदनी श्री नवल मीणा, अध्यक्ष मार्कफेट श्री रमाकांत भार्गव, जनपद सदस्य श्रीमति डाली मालवीय, सरपंच श्री हरि सिंह मीना  के साथ समस्त जिला एवं खण्डस्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे। 

मनरेगा जाबकार्डधारी बनाऐंगे आवास हीनो के घर
श्री दवे ने आयोजित कार्यक्रम मे संबोधित करते हुये कहां कि ग्राम पंचायत जहानपुर के समस्त 83 आवास हीनो को इंदिरा आवास का लाभ एक सथ देकर ग्राम पंचायत को लाभान्वित किया जा रहा है। साथ ही महात्मागांधी नरेगा से आवास निर्माण के लिए 11.62 लाख का व्यय मजदूरी पर किया जावेगा। उन्होने 02 माह के अन्दर मापदण्डानुसार आवास बनाऐं। आवास की राशि का अन्यत्र उपयोग न करे। उन्होने कहां कि आदर्श ग्राम पंचायत जहानपुर मे होने वाले कार्यो का सामाजिक अंकेक्षण कराने के लिए ग्राम स्तरीय सत्यापन समति बनाई जावेगी जो कि ग्राम पंचायत के ग्रामो मे सत्यापन का कार्य करेगी, वही ग्राम स्तरीय शिक्षा समिति शिक्षा व्यवस्था पर नजर रखेंगी। श्री दवे ने शालाअेा के उन्नयन के साथ युवाओ एवं ग्रामवासियो के लिए पुस्तकालय का निर्माण किया जावेगा। दिनांक 28.01.2016 को ग्राम पंचायत क्षेत्र की शालाओ मे श्री दवे विद्यार्थियो के साथ परस्पर संवाद करेंगे। ग्राम पंचायत मुख्यालय मे आयोजित कार्यक्रम मे कलेक्टर डाॅ. सुदाम खाडे ने बताया कि ग्रामीण यांत्रिकी सेवा द्वारा निर्मित किये जा रहे मार्केटिंग सह प्रशिक्षण केन्द्र मे ग्राम पंचायत के युवाओ को रोजगार उन्मुखी प्रशिक्षण की व्यवस्था की जावेगी। ग्राम पंचायत जहानपुर राज्य मे पहला ग्राम है जहां ग्रामवासियो के लिए 12.00 लाख की लागत से शुद्धपेय जल का सयंत्र स्थापित किया जा रहा है। ग्राम पंचायत मे पोलियो बीमारी की जागरूकता के लिए कलेक्टर डाॅ. खाडे ने रामनगर मे आयोजित कार्यक्रम मे कु. रागनी राजपूत को पोलियो का ड्राप पिलाया। डाॅ. भोसले ने बताया कि खुले मे शौच मुक्त ग्राम पंचायत जहानपुर के चारो ग्रामो को ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के लिए राशि रू0 10.00 लाख की राशि स्वीकृत कर कार्य प्रारंभ किया जा रहा है। जिसमे जहानपुर को 2.54 लाख, हिनानी को 5.4 लाख चाचमउ को 1.21 लाख एवं रामनगर को 2.36 लाख स्वीकृत किये गये है। ग्राम पंचायत जहानपुर से ही प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के सर्वे का कार्य प्रारंभ किया जा रहा है। 

इन कार्यो का हुआ लोकार्पण, शिलान्यास
आदर्श ग्राम पंचायत जहानपुर मे आयोजित कार्यक्रम के दौरान सांसद श्री दवे ने 09-09 लाख की लागत से रामनगर एवं चाचमउ मे सामुदायिक भवन निर्माण, बांद्राभान मे 05 लाख की लागत के शुलभ शौचालय तथा 06-06 लाख की लागत से ग्राम रामनगर एवं जहानपुर मे जलशुद्धी सयंत्र का शिलान्यास किया वहीं जहानपुर पंचायत के चारो ग्रामो मे 25.58 लाख की लागत से लगी 85 सोलर लाईट, बांद्राभान के 13 लाख की लागत से बने मंगल भवन ओर 15 लाख की लागत से सामुदायिक भवन जहानपुर का लोकार्पण किया गया।  

स्याही फेंकने वाली महिला चौदह दिन की न्यायिक हिरासत में

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नयी दिल्ली, 19 जनवरी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर स्याही फेंकने वाली महिला भावना अरोड़ा को आज चौदह दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। 

यह घटना उस समय हुई जब श्री केजरीवाल दिल्ली सरकार की सम-विषम योजना को सफल बनाने में राजधानी के लोगों का आभार व्यक्त करने के लिए छत्रसाल स्टेडियम में आयोजित समारोह में लोगों को संबोधित कर रहे थे। 

भावना को कल रोहिणी स्थित अदालत में मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया था जिसके बाद उसे एक दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया था । दिल्ली पुलिस ने भावना पर भारतीय दंड संहिता की धारा 186 , 353, 355 और 504 के तहत मामले दर्ज किये हैं। ये मामले सार्वजनिक कामकाज में बाधा पहुंचाने से जुड़े हैं और जमानती हैं । 

सीबीआई ने छोटा राजन से पूछताछ की इजाजत दी

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मुंबई, 19 जनवरी पत्रकार ज्योतिर्मय डे की हत्या के मामले में विशेष मकोका अदालत ने केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को प्रत्यर्पित माफिया सरगना छोटा राजन से आज पूछताछ की इजाजत दे दी। विशेष अदालत के न्यायाधीश ए एल पंसारे ने जांच कर रही एजेंसी को 54 वर्षीय छोटा राजन से 27 जनवरी से 10 दिन तक पूछताछ की इजाजत दी है। 

हालांकि अदालत ने छाेटा राजन की पांच फरवरी तक के लिए न्यायिक हिरासत अवधि आज बढ़ा दी। आरोपी को दिल्ली के तिहाड़ जेल से वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए पेश किया गया था। राजन ने अदालत को बताया कि उसे आरोप पत्र की प्रति मिल गयी है और उसे इसे पढ़ने के लिए समय चाहिए। उसने अदालत को सूचित किया कि सुरक्षा कारणों से उसे सप्ताह में एक बार ही बाहर निकाला जाता है । इसलिए मुझे 15 दिन से एक माह का समय आरोप पत्र को पढ़ने के लिए चाहिए। 

आरोपी ने अदालत को बताया कि वह मुंबई में वकील की व्यवस्था कर रहा है। अदालत ने राजन को बताया कि दिल्ली के उसके वकील अंशुमान सिन्हा अदालत में मौजूद थे। अदालत ने सात जनवरी को मुंबई पुलिस को पूछा था कि आरोप पत्र की प्रति राजन को क्यों नहीं दी गयी और आप किस आदेश का इंतजार कर रहे हैं। इसके बाद अदालत ने राजन को आरोप पत्र देने के लिए पुलिस को आदेश दिया। छोटा राजन को इंडोनेशिया के बाली हवाई अड्डे से 25 अक्टूबर को गिरफ्तार भारत लाया गया था। राजन के खिलाफ महाराष्ट्र में डे हत्या मामले समेत 70 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं। महाराष्ट्र सरकार ने राजन से संबंधित सभी मामलों को सीबीआई के हवाले कर दिया। श्री डे अपराध के वरिष्ठ संवाददाता थे। पवई में 11 जून 2011 को राजन के सहयोगियों ने कथित रूप से गोली मार कर उनकी हत्या कर दी थी। 

दलित छात्र की आत्महत्या के लिए बंडारू जिम्मेवार-शिवानंद

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पटना 19 जनवरी बिहार के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा के पूर्व सदस्य शिवानंद तिवारी ने हैदराबाद विश्वविद्यालय के शोधरत दलित छात्र रोहित वेमुला की आत्महत्या के लिए केन्द्रीय मंत्री बंडारू दत्तात्रेय को जिम्मेवार ठहराते हुए उन्हें मंत्रिमंडल से निष्कासित करने की मांग की । श्री तिवारी ने आज यहां कहा कि छात्र रोहित वेमुला से जुड़ा घटनाक्रम साफ-साफ बता रहा है कि उसे 

आत्महत्या के लिए मजबूर किया गया और इसकी जवाबदेही केंद्रीय मंत्री और सिकंदराबाद के सांसद बंडारू दत्तात्रेय पर बनती है। इसलिए श्री दत्तात्रेय को तुरंत मंत्रिमंडल से निष्कासित किया जाना चाहिए । उन्होंने कहा कि केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी को लिखे गये श्री दत्तात्रेय के पत्र के बाद ही रोहित समेत पांच दलित छात्रों को विश्वविद्यालय से निकाल दिया गया था। जिसके बाद वह असहनीय मानसिक तनाव में जी रहा था। 

चुनावी राजनीति से सन्यास ले चुके श्री तिवारी ने कहा कि रोहित का कसूर बस इतना था कि वह अंबेडकर स्टूडेंट्स एसोसिएशन का सक्रिय कार्यकर्ता था । यह एसोसिएशन दलित, अल्पसंख्यक, महिला और समाज के 
कमज़ोर तबक़ों के विरूद्ध होनेवाले अन्याय के विरोध में बहुत जागरूक और सक्रिय था । उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ :आरएसएस: से जुड़े विद्यार्थी परिषद ने एसोसिएशन के लोगों पर जातिवादी, उग्रवादी और राष्ट्रविरोधी होने का आरोप लगाया था । 

श्री तिवारी ने कहा कि पंद्रह दिनों से रोहित और उनके साथी सड़क पर ही दिन-रात धरना दे रहे थे । अंत में असहनीय तनाव में रोहित ने आत्महत्या कर ली । उन्होंने कहा कि रोहित वेमुला प्रकरण साबित करता है कि आज़ादी के इतने वर्षों बाद आज भी भारतीय समाज में दलित, महिला या मुसलमान होना अपराध जैसा है। 

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर (19 जनवरी)

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जनसुनवाई में अधिकांश आवेदनों का निराकरण

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जिला मुख्यालय पर मंगलवार को आहूत की गई जनसुनवाई कार्यक्रम मंे आज कलेक्टर श्री एमबी ओझा को 70 आवेदकों ने अपनी व्यक्तिगत एवं सार्वजनिक समस्यायुक्त आवेदन प्रस्तुत किए। कलेक्टर श्री ओझा के द्वारा मौके पर 65 आवेदनों का निराकरण किया गया शेष लंबित आवेदनों पर समय सीमा में कार्यवाही करने के निर्देश उनके द्वारा संबंधित विभागों के अधिकारियों को दिए गए है।  कलेक्टर न्यायालय कक्ष में सम्पन्न हुई जनसुनवाई कार्यक्रम मेें अतिरिक्त तहसीलदार श्रीमती सरोज अग्निवंशी समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।

प्रायमरी स्कूलांे के लिए एक दिन का अवकाश घोषित

कलेक्टर श्री एमबी ओझा ने जिले में जारी शीत लहर को ध्यानगत रखते हुए 20 जनवरी बुधवार को जिले के सभी नर्सरी से लेकर प्रायमरी तक के स्कूलों के लिए एक दिन का अवकाश घोषित करने के आदेश जारी कर दिए है। उक्त आदेश शासकीय, अशासकीय विद्यालयों पर प्रभावशील होगा।

बैठक का स्थल परिवर्तित

जिला स्तरीय सतर्कता एवं निगरानी समिति की बैठक 21 जनवरी को आयोजित की गई है पूर्व में यह बैठक कलेक्टेªट के सभाकक्ष में होनी थी। किन्तु अब यह बैठक जिला पंचायत के सभागार कक्ष में प्रातः 11 बजे से प्रारंभ होगी। कलेक्टर श्री ओझा ने जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि बैठक में विभागीय योजनाओं, कार्यक्रम के अलावा निर्माण कार्यो की अद्यतन जानकारी सहित उपस्थित हो।

परीक्षा केन्द्र में परिवर्तन

मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा जो 24 जनवरी को आयोजित की गई है। पूर्व में जिले में एक ही परीक्षा केन्द्र में आयोजित होने थी किन्तु प्रशासनिक कार्य सुविधा के दृष्टिकोण से अब यह परीक्षा एक साथ दो केन्द्रों पर आयोजित की गई है। राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा केन्द्र क्रमांक 33/01 सम्राट अशोक टेक्नोलाॅजिकल इंस्टीट्यूट इंजीनियरिंग काॅलेज में रोल नम्बर 298783 से 299382 तक के परीक्षार्थी शामिल होगे। प्रशासनिक कार्यो की सुविधाओं को ध्यानगत रखते हुए सेन्टमेरी स्नातकोत्तर महाविद्यालय को भी परीक्षा केन्द्र बनाया गया है। उक्त केन्द्र क्रमांक 33/05 में रोल नम्बर 299383 से 299782 तक रोल नम्बर के कुल चार सौ परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल होगे। मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा परीक्षार्थियों के प्रवेश पत्र भी संशोधित किए गए है। अभ्यर्थी संशोधित प्रवेश पत्र आयोग की बेवसाइट से डाउनलोड कर सकते है। संबंधित अभ्यर्थियों को आयोग द्वारा एसएमएस के माध्यम से भी अवगत कराया गया है। 

जानकारियों से अवगत हुए ग्रामीणजन

जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के द्वारा संचालित किए जा रहे इंडक्शन प्रोग्राम के तहत प्रशिक्षित हो रहे संविदा शिक्षक वर्ग-एक, दो और तीन के प्रशिक्षणार्थियों को दो दिवसीय फील्ड विजिट कराया गया। ग्राम पंचायत हांसुआ में प्रशिक्षणार्थियों ने भ्रमण कर स्थानीय ग्रामवासियों को शिक्षा, स्वास्थ्य, कानून और समग्र स्वच्छता की निहित बिन्दुआंे से अवगत कराया गया। ग्राम भ्रमण प्रशिक्षण के दूसरे दिन रक्तदान भी किया गया। 

निर्वाचन प्रक्रिया स्थगित

जिला योजना समिति के ग्रामीण एवं नगरीय सदस्यों की निर्वाचन हेतु 20 जनवरी को प्रक्रिया क्रियान्वित की जानी थी। जिसे कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री एमबी ओझा के द्वारा अपरिहार्य कारणों से स्थगित करने के आदेश जारी किए गए है। समिति के निर्वाचन की नवीन तिथि पृथक से जारी की जाएगी। 

9.9 मिमी औसत वर्षा दर्ज

18 जनवरी 2016 को जिले में 9.9 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है। अधीक्षक भू-अभिलेख से प्राप्त जानकारी के अनुसार सर्वाधिक वर्षा लटेरी में 23 मिमी और सबसे कम नटेरन में 3 मिमी दर्ज की गई है। इसके अलावा अन्य तहसीलों में भी वर्षा की जानकारी इस प्रकार से है। विदिशा में 11 मिमी, बासौदा में 10 मिमी, कुरवाई में 8.2 मिमी, सिरोंज में 15 मिमी, ग्यारसपुर में 4 मिमी और गुलाबगंज में 5 मिमी दर्ज की गई है। इस प्रकार जिले में अब तक 882.9 मिमी औसत वर्षा दर्ज की जा चुकी है। 

दो प्रकरणों में आर्थिक मदद जारी

कलेक्टर श्री एमबी ओझा ने हिट एण्ड रन के दो प्रकरणों में आर्थिक मदद के आदेश जारी कर दिए है। अज्ञात वाहन से सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो जाने पर मृतक के परिजन को क्रमशः 25-25 हजार रूपए जारी किए गए है।विदिशा तहसील के ग्राम खरी निवासी श्री निकलेश की मृत्यु सड़क दुर्घटना में हो जाने के कारण मृतक के पिता श्री हीरालाल अहिरवार को तथा लटेरी में रविदास मोहल्ला के श्री गोपीलाल की मृत्यु अज्ञात वाहन से सड़क दुर्घटना में होने के कारण मृतक की पत्नि श्रीमती कलाबाई अहिरवार को 25 हजार रूपए की आर्थिक मदद जारी की गई है।

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर (19 जनवरी)

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जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्या. झाबुआ के संचालक मण्डल हेतु 12 संचालक  निर्विरोध निर्वाचित घोषित

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झाबुआ---जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्या. झाबुआ के संचालक मण्डल के सदस्य पद हेतु विषेष साधारण सम्मिलन का आयोजन 19 जनवरी 2016 को बैंक भवन पीलीकोठी झाबुआ पर रिटर्निंग अधिकारी बी.एल.मकवाना की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ ।  संयुक्त आयुक्त सहकारिता एवं रिटर्निंग अधिकारी बी.एल.मकवाना द्वारा संचालक मण्डल के 12 संचालको को निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया,सम्मिलन मे मुख्य रूप से गौरसिंह वसुनिया, भूपेन्द्रसिंह राठौर, श्रीमती धापू वसुनिया,, संजय श्रीवास, गणेष प्रजापत, भारचन्द्र भूरिया, हेमचन्द्र डामोर, षांतिलाल बाबेल, श्रीमती रीता श्रीवास, श्रीमती सविता प्रजापत, श्रीमती भूराबाई भूरिया सहित विभिन्न संस्थाओ के बैंक प्रतिनिधि उपस्थित हुए एवं बैंक के प्रभारी वरिष्ठ महाप्रबधक एच.ए.के.पाण्डेय भी उपस्थित रहे ।

किसान फसलो को शीत लहर से बचाये

झाबुआ---वर्तमान समय में जिले में तापमान कम हो गया है। तापमान में कमी होने की स्थिति में रबी फसलों की सुरक्षा आवश्यक है। तापमान में अधिक कमी होने की स्थिति में किसान फसल को ठण्डी हवाओं, लहरों से बचाने के लिए 100 लीटर पानी, 50 ग्राम थायो यूरिया का घोल बनाकर फसलों पर स्प्रे करे। तापमान निरंतर कम रहने की स्थिति में 15 दिनों के अन्तराल में पुनः स्प्रे करे। हल्की सिंचाई करे। व्यर्थ खपतवार या फसलों के सूखे अवशेष शाम के समय खेत के उत्तर पश्चिम कोने में जलाकर खेत के आस-पास धुआं करे। फसल को खरपतवार से मुक्त रखें ताकि सूर्य की गर्मी से जमीन दिन रात अनुकूल रहे।

जनसुनवाई में लगी आवेदको की भीड, पास्केल ने मांगा रोजगार एवं विद्यार्थियो ने खेल मैदान

झाबुआ ---आज मंगलवार को शासन के निर्देशानुसार कलेक्टर सभा कक्ष मे  जनसुनवाई कार्यक्रम आयोजित किया गया। जनसुनवाई में जनसमस्या सें संबंधित आवेदन प्राप्त हुवे। जनसुनवाई में आवेदन कलेक्टर डाॅ. अरूणा गुप्ता सीईओ जिला पंचायत श्री अनुराग चैधरी एवं संबंधित विभागो के जिला अधिकारियों ने लिये। आवेदन निराकरण के लिये संबंधित विभागों को साॅफ्टवेयर के माध्यम से आॅनलाइन भेज दिये गये है। जनसुनवाई में पास्केल भाबोर निवासी पंचकुई तहसील मेघनगर ने रोजगार के लिए आवेदन दिया। कलेक्टर डाॅ. अरूणा गुप्ता ने अंग्रेजी माध्यम आश्रम मेघनगर में पढाने के लिए पास्केल को अतिथि शिक्षक के रूप में रोजगार देने के निर्देश सहायक आयुक्त आदिवासी विकास को दिये। श्रीमती सबुडी पति दलसिंह निवासी डूंडका तहसील मेघनगर ने पुनः भृत्य के पद पर नियुक्ति देने के लिए आवेदन दिया। जनसुनवाई में सबुडी बाई ने बताया कि पूर्व में उसने मार्च 08 से मई 09 तक तहसील मेघनगर में भृत्य का कार्य किया है। एवं उसे तहसील से बिना पूर्व सूचना के सेवा से पृथक कर दिया गया। श्रीमती चन्द्रबाई पति मांगी लाला रसोईयन सांझा चूल्हा राजीव स्व सहायता समूह रूपगढ ने रसोईयन के मानदेय का भुगतान करवाने के लिए आवेदन दिया। हेण्ड्री पिता तोलिया निवासी ग्राम मिण्डल झाबुआ ने गांव के चमना एवं बाबू द्वारा तालाब का पानी नहीं देने की शिकायत की एवं बताया कि पानी के अभाव में उसकी फसल पूरी तरह सूखगई है। रमेश पिता खुमसिंह निवासी आमलीपाडा विकासखण्ड रामा ने ग्राम पंचायत आमलीपाडा में किये गये मजदूरी कार्य ट्रेक्टर भाडा एवं अन्य कार्य का भुगतान करवाने के लिए आवेदन दिया। सुनिल पिता क्लेमेन्ट निवासी गडवाडा तहसील मेघनगर ने रोजगार के लिए ऋण उपलब्ध करवाने के लिए आवेदन दिया। बबलू पिता गोपाल निवासी परवट एवं परवट स्कूल के विद्यार्थियों ने खेल ग्राउण्ड के लिए शासकीय भूमि आवंटित करवाने के लिए आवेदन दिया। आशीष कारा निवासी आजाद मार्ग थांदला ने बैंक द्वारा फसल बीमा के नाम पर किसानों के खाते से जबरन राशि काटने की शिकायत की। ग्राम पंचायत सरदारपुरा के ग्रामीणो ने अधूरे पडे निर्माण कार्यो की जांच करवाकर पूर्ण करवाने के लिए आवेदन दिया। मांगलिया पिता मडि़या निवासी पिपलोदाबडा तहसील मेघनगर ने उसके नाम पर दर्ज फारेस्ट विभाग के कब्जे की जमीन पर कब्जा दिलवाने के लिए आवेदन दिया। खेमचंद खराडी निवासी ग्राम रंगपुरा ने तालाब निर्माण में डूब में गई भूमि का मुआवजा दिलवाने के लिए आवेदन दिया। पूनमचंद पिता लक्ष्मण निवासी उमरकोट ब्लाक रामा ने  रोजगार के लिए बैंक से लोन स्वीकृत करवाने के लिए आवेदन दिया।

जिला सतर्कता एवं मूल्यांकन समिति पुर्नगठित

झाबुआ---ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार सतर्कता एवं मूल्यांकन सेल कृषि भवन नईदिल्ली एवं स्थानीय सांसद से प्राप्त सदस्यों के नाम सम्मिलित करते हुए कलेक्टर डाॅ. अरूणा गुप्ता ने ‘‘जिला सतर्कता एवं मूल्यांकन समिति‘‘ का पुर्नगठन कर दिया है। जारी आदेशानुसार श्री कांतिलाल भूरिया सांसद रतलाम संसदीय क्षेत्र समिति में अध्यक्ष, सुश्री निर्मला भूरिया विधायक पेटलावद सदस्य, श्री कलसिंह भाबर विधायक थांदला सदस्य, श्री शांतिलाल बिलवाल विधायक झाबुआ सदस्य, सुश्री कलावती भूरिया अध्यक्ष जिला पंचायत झाबुआ सदस्य, डाॅ. अरूणा गुप्ता कलेक्टर झाबुआ सदस्य संचिव, श्री अनुराग चैधरी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सदस्य,  श्री देवल परमार कंजावानी रानापुर नामांकित प्रतिनिधि सदस्य, श्रीमती कलावती मेडा नामांकित प्रतिनिधि सदस्य, श्रीमती कमला केसू राम चोैहान सारंगी नामांकित प्रतिनिधि सदस्य, श्री प्रकाश रांका झाबुआ नामांकित प्रतिनिधि सदस्य, श्री एम.एल.फूलपगारे झाबुआ नामांकित प्रतिनिधि सदस्य, श्री प्रितेश पाण्डे लीड बैंक अधिकारी सदस्य, वरिष्ठ अधीक्षक डाक विभाग झाबुआ सदस्य, श्रीमती गीता शंकरसिंह भूरिया अध्यक्ष जनपद पंचायत झाबुआ सदस्य, श्रीमती माना पति पांगला अध्यक्ष जनपद पंचायत रानापुर सदस्य, श्री राधुसिंह रालिया भूरिया अध्यक्ष जनपद पंचायत रामा, सदस्य, श्रीमती सुशीला प्रेमसिंह भाभर अध्यक्ष जनपद पंचायत मेघनगर सदस्य, श्री गेंदाल सेवला डामोर अध्यक्ष जनपद पंचायत थांदला सदस्य, श्रीमती मथुरीबाई मूलचंद निनामा अध्यक्ष जनपद पंचायत पेटलावद को समिति में सदस्य बनाया गया है।

समिति की बैठक 29 जनवरी को
श्री कांतिलाल भूरिया,सांसद लोकसभा रतलाम म.प्र. की अध्यक्षता में 29 जनवरी को दोपहर 12.00 बजे जिला सतर्कता एवं मूल्याकंन समिति की बैठक का आयोजन कलेक्टर कार्यालय सभाकक्ष झाबुआ में किया गया है। उक्त बैठक में संबंधित विभागों के अधिकारियों को जानकारी लेकर उपस्थित रहने एवं विभाग से संबंधित जानकारी का फोल्डर 21 जनवरी तक जिला पंचायत झाबुआ को निर्धारित प्रारूप में प्रेषित करने के लिए आदेशित किया गया है। बैठक में ग्रामीण विकास विभाग की महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका परियोजना, इंदिरा आवास योजना,समेकित वाटरशेड प्रबंधक कार्यक्रम(आय.डब्ल्यू.एम.पी.), राष्ट्रीय भू-रिकार्ड आधुनिकीकरण कार्यक्रम(एन.आर.एल.एम.पी.), राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम, निर्मल भारत अभियान,स्वच्छ भारत अभियान,राष्ट्रीय सामाजिक सहायता कार्यक्रम(एन.एस.ए.पी.), डी.आर.डी.ए.प्रशासन एवं अन्य विभागों की समीक्षा की जाएगी।

जप्त घरेलू गैस सिलेण्डर राजसात

झाबुआ---कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी डाॅ. अरूणा गुप्ता ने घरेलू गैस सिलेण्डर के व्यावसायिक उपयोग करते हुए पाये गये व्यावसायियों के जिला आपूर्ति अधिकारी द्वारा जप्त गैस सिलेण्डर राजसात करने के लिए आदेश पारित किया है। व्यावसायी दिलीप पिता गरू डामोर, प्रोपा, गुरू ढाबा, औद्योगिक क्षेत्र मेघनगर निवासी पिपलीपाडा तहसील मेघनगर, नरवर पिता अमरसिंह कठौठा प्रोपा, लक्ष टी स्टाल बस स्टेण्ड मेघनगर, श्रीमती शारदा पति करण परमार,प्रोपा मारूती किराना एवं टी स्टाल फुटतालाब तहसील मेघनगर एवं प्रवीण पिता खातुसिंह चैहान, प्रोपा, प्रवीण चाट सेंटर ग्राम थांदला रोड, नौगांवा तहसील मेघनगर द्वारा अनाधिकृत रूप से घरेलू गैस सिलेण्डर का व्यावसायिक उपयोग करने पर जप्त घरेलू गैस सिलेण्डर राजसात करने की कार्यवाही करने का आदेश पारित किया है।

तेल एवं गैस संरक्षण पखवाडा 16 से 31 जनवरी तक

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झाबुआ---तेल एवं गैस संरक्षण के लिए पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा तेल एवं गैस संरक्षण पखवाडा का आयोजन 16 से 31 जनवरी तक सभी तेल एवं गैस कंपनियों द्वारा किया जा रहा है। गेल झाबुआ द्वारा प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी श्री असीम प्रसाद, उप महाप्रबंधक ओ एंड एम प्रभारी अधिकारी गेल झाबुआ के नेतृत्व में 16-31 जनवरी 2016 तक तेल एवं गैस संरक्षण पखवाडा का आयोजन किया जा रहा है। इस पखवाडे के आयोजन का मुख्य उद्देश्य तेल एवं गैस संरक्षण को बढावा देने के लिए इस संदेश को जनता तक पहुंचाना है ताकि भविष्य के लिए तेल एवं गैस का संरक्षण किया जा सके जो सीमित मात्रा में प्रकृति की गोद में उपलब्घ है। तेल एवं गैस संरक्षण पखवाडा 2016 के दौरान गेल झाबुआ द्वारा तेल एवं गैस संरक्षण के प्रचार-प्रसार हेतु विभिन्न प्रकार की गतिविधियों आयोजित की जा रही है। प्रचार-प्रसार के लिए मास रैली, मैराथन दौड, मानव-श्रृंखला, निबंध प्रतियोगिता, पेटिंग प्रतियोगिता, वाद-विवाद प्रतियोगिता, तकनीकी सत्र, क्विज, प्रदर्शनी, बैनर एवं होर्डिंग आदि का प्रदर्शन किया जा रहा है। इस वर्ष इस पखवाडे का थीम है-‘‘ईंधन हो स्वच्छ, जन गण रहें स्वस्थ‘‘। शपथ ग्रहण समारोह के साथ 16 जनवरी को इस पखवाडे का शुभारंभ हुआ। श्री असीम प्रसाद, उप महाप्रबंधक प्रभारी अधिकारी, गेल झाबुआ ने तेल एवं गैस के संरक्षण एवं इसके प्रचार-प्रसार के लिए सभी कार्मिको को शपथ दिलाई। इस अवसर पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि यह प्रत्येक व्यक्ति की नैतिक जिम्मेदारी है कि वह मानव-जाति तथा भावी पीढी के विकास हेतु वर्तमान पीढी की आवश्यकता की गुणवत्ता से समझौता किए बिना उर्जा के प्रत्येक कण का संरक्षण करे। 18 जनवरी को गेल टाउनशिप स्थित केन्द्रीय विद्यालय के विद्यार्थियों एवं शिक्षकों द्वारा तथा गेल कार्मिको द्वारा मास रैली तथा मानव श्रृखला का आयोजन किया गया। यह रैली गेल टाउनशिप के कालोनी गेट से आरंभ होकर जेल चैराहा होते हुए इंडियन आॅयल के पेट्रोल पंप तक निकाली गई। इस रैली में तेल बचाओं, देश बचाओं का नारा लगाकर तेल एवं गैस संरक्षण के संदेश का बडे पैमान पर जनता में प्रचार-प्रसार किया गया। तेल एवं गैस के सरंक्षण संबंधी विभिन्न प्रकार के पम्पलेट का वितरण भी किया एवं सार्वजनिक स्थानो सभी पेट्रोल पम्पों पर पोस्टर लगाए गए।

26 जनवरी को शुष्क दिवस घोषित

झाबुआ---शासन द्वारा 26 जनवरी 2016 को गणतंत्र दिवस को शुष्क दिवस घोषित होने के कारण जिले की समस्त देशी,विदिेशी मदिरा की दुकाने तथा झाबुआ स्थित टूरिस्ट मोटल एफ.एल.-3 रेस्टोरेन्ट बार 26 जनवरी 2016 को बन्द रहेगी। शुष्क दिवस के कारण जिले में मदिरा का विक्रय पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा।

धोखाधडी का अपराध पंजीबद्ध 
       
झाबुआ--- फरियादिया श्रीमती मधु पति हरिसिंह राठौर, उम्र 58 वर्ष निवासी झाबुआ ने बताया कि अज्ञात बदमाश के द्वारा फरि0 के साथ छलकपट करते हुए, धोखे में लेकर फरि0 की सोने की चेन व कान के टाप्स ले गये। प्रकरण में थाना कोतवाली झाबुआ में अप0क्र0 35/16, धारा 420 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

जहरीली दवाई पीने से मोत

झाबुआ---नरेश पिता मावजी मेडा, उम्र 22 वर्ष निवासी मेघनगर की जहरीली दवाई पीने से ईलाज के दौरान मृत्यु हो गयी। प्रकरण में थाना मेघनगर में मर्ग क्र0 01/16, धारा 174 जा0फौ0 का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

पटना में छात्र-युवा-संस्कृतिकर्मी, वाम-लोकतांत्रिक व नागरिकों ने प्रतिवाद मार्च

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  • हैदराबाद में दलित शोध छात्र रोहित वेमुला की मौत के जिम्मेवार केंद्रीय मंत्रियों को हटाने के सवाल पर पटना में नागरिक प्रतिवाद मार्च

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पटना 19 जनवरी 2016, हैदराबाद विश्वविद्यालय में दलित शोध छात्र रोहित वेमुला को आत्महत्या के लिए मजबूर करने वाले भाजपा-एबीवीपी के नेताओं पर कार्रवाई और इसमें संलिप्त केंद्रीय मंत्रियों के हटाने के सवाल पर आज पटना में छात्र-युवा-संस्कृतिकर्मी, वाम-लोकतांत्रिक व नागरिकों ने प्रतिवाद मार्च निकाला. मार्च रेडियो स्टेशन से आरंभ होकर कारगिल चैक तक गया, जहां पर एक प्रतिरोध सभा का भी आयोजन किया गया.

प्रतिवाद मार्च में मुख्य रूप से भाकपा-माले के महासचिव काॅ. दीपंकर भट्टाचार्य, राज्य सचिव कुणाल, सीपीआईएम के नेता काॅ. अरूण कुमार मिश्रा, पटना विश्वविद्यालय में अर्थशास्त्र के शिक्षक प्रो. नवल किशोर चैधरी, पटना के जाने माने चिकित्सक डाॅ. पीएनपी पाल, अखिल भारतीय किसान महासभा के महासचिव काॅ. राजाराम सिंह, अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएशन (ऐपवा) की महासचिव काॅ. मीना तिवारी, रसोइया संघ की अध्यक्ष सरोज चैबे, शशि यादव, एआइपीएफ के संतोष सहर, माले के राज्य कमिटी सदस्य अभ्युदय, ऐक्टू नेता रणविजय कुमार, हिरावल के संतोष झा व अभिनव, कोरस की समता, प्रीति के अलावा विनीत आदि ने भाग लिया.

माले महासचिव ने कहा कि भाजपा, संघ परिवार व एबीवीपी न केवल सामाजिक विभेद को बढ़ा रहे हैं बल्कि राजनीतिक गुंडागर्दी पर उतारू हो गये हैं. पूरे देश में लगातार साहित्यकारों, शिक्षकों, अल्पसंख्यकों-दलितों पर हमले हो रहे हैं, उनकी हत्या हो रही है, विरोध की हर आवाज को राष्ट्रद्रोही कहकर प्रताडि़त किया जा रहा है. अभी कुछ दिन पहले चेन्नई में अंबेडकर-पेरियार स्टडी सर्किल को राष्ट्रद्रोही घोषित करके भंग कर दिया गया, इस बार हैदराबाद विश्वविद्यालय में ‘मुजफ्फरनगर बाकी है’ फिल्म का दिखलाने वाले दलित छात्रों पर भाजपा के छात्र संगठन एबीभीपी द्वारा हमला किया गया. इस हमले के बाद एबीभीपी के दबाव में सिकंदराबाद के भाजपा एमपी व केंद्रीय मंत्री बंडारू दत्तात्रेय और एमएचआरडी मंत्रालय के दबाव में विश्वविद्यालय के कुलपति ने इन 5 छात्रों को न केवल वि.वि. से सस्पेंड किया, बल्कि हाॅस्टल व मेस से उनका सामाजिक बहिष्कार कर दिया. इसमें दो केंद्रीय मंत्रियों की प्रत्यक्ष संलिप्तता है. इन मंत्रियों को केंद्रीय मंत्रिमंडल से हटाने के सवाल पर पूरे देश में प्रतिवाद मार्च आयोजित किये जा रहे हैं. देश के संविधान, लोकतंत्र पर बढ़ते हमले के खिलाफ आज व्यापक वाम-लोकतांत्रिक एकता की जरूरत है.

प्रो. नवल किशोर चैधरी ने कहा कि लोकतंत्र, हमारे अधिकारों पर यह जो भाजपाइयों द्वारा सुनियोजित हमला है, इसके खिलाफ पूरे देश में व्यापक आंदेालन चल रहा है. हम इस आंदोलन से अपनी पूरी एकजुटता जाहिर करते हैं. सीपीआईएम के नेता अरूण कुमार मिश्रा ने कहा कि हम रोहित वेमुला को श्रद्धांजलि देते हैं. रोहित के लिए न्याय मांग रहे छात्र आंदेालन पर दिल्ली में की गयी बर्बर कार्रवाई शर्मनाक है. भाजपा सरकार पूरी तरह से फासीवादी रास्ते पर है और न्याय की हर आवाज को कुचल देना चाहती है. उनकी यह कोशिश पूरी तरह नाकामयाब रहेगी. प्रतिरोध सभा को डाॅ. पीएनपी पाल और राजाराम सिंह ने भी संबोधित किया, जबकि इसका संचालन मीना तिवारी ने किया.

कच्चे तेल में चार महीने की सबसे बड़ी तेजी

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लंदन 19 जनवरी, चीन में माँग बढ़ने के आँकड़े से आज अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल में चार महीने की सबसे बड़ी तेजी दर्ज की गयी और यह पाँच प्रतिशत से ज्यादा की बढ़त बनाने में कामयाब रहा। लंदन में ब्रेंट क्रूड का वायदा 1.55 डॉलर (5.4 प्रतिशत) बढ़कर 30.10 डॉलर प्रति बैरल पर पहुँच गया। यह प्रतिशत के लिहाज से चार महीने की सबसे बड़ी तेजी है। 

अमेरिकी क्रूड वायदा भी 66 सेंट ऊपर 30.08 डॉलर प्रति बैरल बोला गया। कारोबारियों ने बताया कि चीन में माँग मजबूत होने के आँकड़े आने के बाद कच्चे तेल में तेजी लौटी है। वहाँ आज जारी सरकारी आँकड़ों के विश्लेषण से पता चला है कि 2015 में कच्चे तेल का उपभोग वर्ष 2014 की तुलना में 2.5 प्रतिशत बढ़कर एक करोड़ तीन लाख बैरल प्रतिदिन के अब तक के रिकॉर्ड स्तर पर पहुँच गया है। हालाँकि, अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी के इस बयान से कि इस साल भी बाजार में अतिआपूर्ति की स्थिति बनी रहेगी, इसमें तेजी कुछ सीमित रही।

शिक्षण संस्थानों में राजनीति नहीं करें भाजपा : लालू

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पटना 19 जनवरी, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष और पूर्व केन्द्रीय मंत्री लालू प्रसाद यादव ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को शिक्षण संस्थानों में राजनीति से बाज आने की नसीहत देते हुए आज कहा कि हैदराबाद विश्वविद्यालय में भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के घोर जातिवादी एजेंडे ने ही दलित छात्र की जान ली है। 

श्री यादव ने माइक्रो ब्लॉगिंग साईट ट्विटर पर लिखा , “ भाजपा से करबद्ध प्रार्थना है कि कृप्या छात्रों के साथ खतरनाक सियासी खेल मत खेलो। उत्पीड़ित वर्गों के लोग जग गये तो ढूँढे नहीं मिलोगे। उन्होंने कहा , आरएसएस और भाजपा के घोर जातिवादी एजेंडे ने ही दलित छात्र की जान ली है। शिक्षा संस्थानों में भाजपा वंचित वर्गों के खिलाफ खतरनाक साजिश रच रही है। ” वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी ट्वीट कर हैदराबाद में दलित छात्र रोहित वेमूला की मौत पर अफसोस जताया है ।
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