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मोदी ने दी शाह को बधाई, कांग्रेस ने कहा हार के लिए रहें तैयार

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नयी दिल्ली, 24 जनवरी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्री अमित शाह को फिर से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का अध्यक्ष बनने पर बधाई दी है। श्री मोदी ने ट्वीट किया, “श्री शाह को भाजपा अध्यक्ष बनने पर बधाई। मुझे उम्मीद है कि उनके नेतृत्व में पार्टी नयी ऊंचाइयां हासिल करेगी। जमीनी और सांगठनिक स्तर पर काम करने के उनके अनुभव से पार्टी को लाभ मिलेगा।” गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि उन्हें श्री शाह के नेतृत्व पर पूरा भरोसा है। उनके मार्गदर्शन में पार्टी नयी सफलतायें हासिल करेगी। 

संसदीय कार्य मंत्री एम वेंकैया नायडू ने कहा कि पार्टी ने श्री शाह को सर्वसम्मति से दोबारा अध्यक्ष चुना है। वह सबसे सक्षम व्यक्ति हैं। उनके पास सांगठनिक क्षमता और अच्छी रणनीति है तथा वह विचाराधारा के प्रति समर्पित हैं। इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने श्री शाह के भाजपा अध्यक्ष बनने पर कहा, “उन्हें भाजपा अध्यक्ष बनने पर मुबारक और आने वाले चुनावों में हार की भी मुबारक। जिस तरह से वह अपनी मनमानी चला रहे हैं उससे जो नतीजे उन्हें बिहार में मिले वैसे ही पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश और बिहार में भी मिलेंगे।”

आतंकवाद मानवता के लिए चुनौती : मोदी

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चंडीगढ़ 24 जनवरी, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आतंकवाद को मानवता के लिए चुनौती बताते हुये आज कहा कि इसके विरुद्ध मानवतावादी मानसिकता से लड़ाई लड़नी होगी और इस लड़ाई में भारत फ्रांस के साथ है। श्री मोदी ने यहां फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांसुुआ ओलंद की मौजूदगी में भारत फ्रांस बिजनेस सम्मेलन को संबोधित करते हुये कहा कि पेरिस में हमले के बाद जिस तरह से वहां की सरकार , जनता और मीडिया ने काम किया वह काबिले तारीफ है। 

इस हमले के तुरंत बाद जलवायु सम्मेलन का आयोजन करना चुनौतीपूर्ण था लेकिन फ्रांस ने यह कर दिखाया। उन्होंने कहा कि जिस तरह से जलवायु परिवर्तन मानवता के लिए चुनौती है उसी तरह आतंकवाद भी चुनौती है। इससे लड़ने में भारत फ्रांस के साथ है। भारत आतंकवाद के विरुद्ध लड़ाई को मानवता के लिए लड़ाई मानता है।

जन नायक स्व. कर्पूरी ठाकुर गरीबों के मसीहा थे : मुख्यमंत्री

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समस्तीपुर 24 जनवरी, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज कहा कि जन नायक स्व. कर्पूरी ठाकुर गरीबों और शोषितों के मसीहा थें । श्री कुमार ने समस्तीपुर जिले के कर्पूरी ग्राम में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जन नायक कर्पूरी ठाकुर की 92 वी राजकीय जयंती समारोह में भाग लेने के बाद यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि स्व. ठाकुर समाजवादी विचारधारा को हमेशाआगे बढ़ाते रहे । उन्होंने कहा कि जन नायक कर्पूरी ठाकुर के सिद्धांतों पर चलकर बिहार की सरकार राज्य में न्याय के साथ विकास के लिए काम कर रही है । 

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्व. ठाकुर के सादगी भरे जीवन से हम सभी को प्रेरणा लेनी चाहिए और उनके बताये मार्गों पर चलकर कमजोर वर्गो, शोषितों एवं पिछड़ों के सामाजिक उत्थान के लिए काम करना चाहिए । उन्होंने कहा कि कर्पूरी जी ने अपने राजनीतिक जीवन में समरस समाज की स्थापना करने में अग्रणी भूमिका निभायी थी । 
इससे पूर्व श्री कुमार ने जन नायक कर्पूरी ठाकुर के पैतृक गांव कर्पूरी ग्राम स्थित कर्पूरी स्मृति भवन में उनके तैल चित्र और गोकूल कर्पूरी फुलेश्वरी महाविद्यालय में उनकी प्रतिमा पर माल्यापर्ण कर उन्हे श्रद्धांजलि दी। उन्होंने इस अवसर पर आयोजित सर्वधर्म प्रार्थना सभा में भी भाग लिया।

इस समारोह में जद यू के सांसद एवं स्व. ठाकुर के पुत्र रामनाथ ठाकुर , नगर विकास एवं आवास मंत्री महेश्वर हजारी , समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा , राष्ट्रीय जनता दल के विधायक अख्तरुल इस्लाम शाहीन , जनता दल यूनाइटेड के विधायक विद्या सागर निषाद , जद यू की पूर्व सांसद अश्वमेघ देवी और पूर्व मंत्री रामाश्रय सहनी समेत कई नेताओं ने स्व. ठाकुर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हे श्रद्धांजलि दी । इस मौके पर जिलाधिकारी प्रणव कुमार एवं पुलिस अधीक्षक सुरेश प्रसाद चौधरी भी मौजूद थें । 

दरभंगा इंजीनियर हत्याकांड के मुख्य आरोपियों की कुर्की जब्ती

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मोतिहारी 24 जनवरी, करीब एक माह पूर्व दरभंगा में एक सड़क निर्माण कंपनी के दो अभियंताओं की हत्या के मामले में दो अभियुक्तों की आज यहां कुर्की जब्ती की गयी । पूर्वी चंपारण के पुलिस अधीक्षक जीतेन्द्र राणा ने यहां बताया कि दरभंगा की एक विशेष पुलिस टीम आज अदालत के आदेश की प्रति के साथ यहां पहुंची और मामले केअभियुक्त मुकेश पाठक और नीकेश दुबे की जिले के मेहदी थाना के मरूआबाद स्थित संपत्ति की कुर्की जब्ती की । उन्होंने बताया कि चकिया के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी मुद्रिका प्रसाद के नेतृत्व में कुर्की जब्ती की प्रक्रिया पूरी की गयी । 

इससे पूर्व दरभंगा की एक अदालत ने मुकेश पाठक और नीकेश दुबे की संपत्ति की कुर्की जब्ती का आदेश निर्गत किया था । पुलिस को संदेह है कि घटना के बाद से मुकेश पाठक नेपाल फरार हो गया है वहीं नीकेश दुबे घटना के बाद से ही भूमिगत हो गया है। इस मामले में दरभंगा जिले के बहेड़ी प्रखंड प्रमुख मुन्नी देवी और उसके पति संजय लाल देव को पूर्व में ही गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है । मामले में तीन अन्य आरोपियोंको 31 दिसंबर को सीतामढ़ी के रून्नीसैदपुर से गिरफ्तार किया जा चुका है । उल्लेखनीय है कि 26 दिसंबर को सशस्त्र अपराधियों ने निजी सड़क निर्माण कंपनी के दो अभियंता मुकेश कुमार और ब्रजेश कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी थी । 

छेड़खानी के आरोप में जदयू विधायक गिरफ्तार

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पटना 24 जनवरी, बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल यूनाईटेड (जदयू) से निलंबित विधायक सरफराज आलम को राजधानी एक्सप्रेस में एक महिला के साथ कथित छेड़खानी और दुव्यर्वहार के आरोप में आज गिरफ्तार कर लिया गया। राजकीय रेल पुलिस ने विधायक श्री आलम को आज लगातार दूसरे दिन पूछताछ के लिए पटना जंक्शन स्थित रेल थाने में बुलाया था। पूछताछ के बाद श्री आलम को गिरफ्तार कर लिया गया। रेल पुलिस सूत्रों ने बताया कि इससे पूर्व विधायक सरफराज आलम से रेल पुलिस ने कल देर शाम तक पूछताछ की थी। इस दौरान उन्होंने ट्रेन से बेटिकट यात्रा की बात को स्वीकार किया था। इस दौरान उन्होंने ट्रेन में मोबाइल पर एक दोस्त से लूज टॉक (गंदी बात) करने की बात भी स्वीकार कर ली लेकिन, ट्रेन में छेड़खानी और दुर्व्यवहार के आरोपों को गलत बताया । विधायक श्री आलम पर भारतीय दंड विधान की धारा 341, 323, 290, 504 और 554 ए के तहत पीड़ित ने गत दिनों एक मामला दर्ज कराया था। 

उल्लेखनीय है कि जदयू विधायक पर पिछले रविवार को डिब्रूगढ़-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस में दिल्ली के एक दंपत्ति (इंद्रपाल सिंह बेदी और उनकी पत्नी) के साथ नशे में धुत्त होकर दुव्यर्वहार करने और महिला यात्री से छेड़खानी के आरोप लगे थे। विधायक पर यह भी आरोप लगाया गया था कि इस दौरान वह मोबाइल पर किसी से अश्लील भाषा में बात कर रहे थे। हालांकि मामले के प्रकाश में आने के बाद विधायक ने ट्रेन से यात्रा करने से इंकार कर दिया था। बाद में पुलिस अनुसंधान के दौरान सीसीटीवी फुटेज और रेलकर्मियों के बयान से जब उनकी ट्रेन यात्रा के सबूत मिल गए तो उन्होंने इसे स्वीकार कर लिया। 

हथियार के साथ छह अपराधी गिरफ्तार

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बिहारशरीफ 25 जनवरी (वार्ता) बिहार में नालंदा जिले के खुदागंज थाना क्षेत्र से कल देर रात पुलिस ने हथियार के साथ छह अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया । 


पुलिस सूत्रों ने आज यहां बताया कि सूचना मिली थी कि एक वाहन पर सवार कुछ अपराधी किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के उद्देश्य से महमूदा मोड़ के निकट इकट्ठा हुये है। इसी आधार पर घेराबंदी कर छह अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया गया । अपराधियों के पास से दो पिस्तौल , कुछ कारतूस , एक वाहन और एक मोटरसाइकिल बरामद हुये है।  सूत्रों ने बताया कि गिरफ्तार अपराधी खिजरसराय, इस्लामपुर , खुदागंज और हुलासगंज थाना क्षेत्र के रहने वाले है । पुलिस इनसे पूछताछ कर रही है। 

किसानों को गुमराह करने का काम कर रहे हैं समाजवाद के मंत्री जी : रामबाबू द्विवेदी

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किसानों की खातिर केंद्र की तमाम योजनाओं पर खुद की पीठ थपथपा रही सूबे की कथित समाजवादी सरकार पता नहीं किसानों के किस दर्द को बखूबी समझने का दावा कर रही है. दरअसल विकासखंड रामनगर के ग्राम बेरिया में उत्तर प्रदेश सरकार के ग्राम विकास मंत्री अरविंद सिंह गोप ने दो दिवसीय किसान मेला और संगोष्ठी का उद्घाटन किया. जिसके बाद गोप ने कहा कि सरकार में किसानों के लिए राज्य के संसाधन से ऐतिहासिक कार्य किया गया है. इस बात पर चुटकी लेते हुए भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के प्रवक्ता रामबाबू द्विवेदी ने कहा कि 23 रूपये से लेकर 28 रूपये की चेक बांटकर सच में समाजवादी सरकार ने ऐतिहासिक कार्य ही किया है. इन सबके इतर प्रवक्ता रामबाबू द्विवेदी ने यह भी कहा कि सूबे की सरकार किसानों का मजाक बना रही है. जिस उत्तम प्रदेश का दावा अक्सर अखिलेश किया करते हैं उस बात पर अगर सच में अमल किया गया होता तो शायद स्थिति इस तरह से न होती. बुंदेलखंड में किसानों की मौतों पर सियासत के पत्ते सेट कर रही समाजवादी सरकार किसानों के साथ खुद को जोड़ते हुए महज दिखावा कर रही है.

मुआव्जा या मजाक
23 से 28 रूपये की चेक का उदाहरण देते हुए बीजेपी किसान मोर्चा के प्रवक्ता रामबाबू द्विवेदी ने कहा कि बांदा के सर्वाधिक बदहाल क्षेत्र नरैनी के तबाह किसान अपने चेकों को हाथ में लेकर जिला प्रशासन की संवेदनहीनता और सरकारी मशीनरी की हक़ीक़त बयान कर रहे हैं, क्योकि किसानो को 28-28 रुपए के चेक दिए गए हैं, जिन्‍हें कैश कराने के लिए नरैनी जाने में 30 रुपए किराया लगेगा.

केंद्र की योजना पर खुद की पीठ थपथपा रहे सपा के मंत्री
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने गन्ना किसानों को बकाया भुगतान के लिए चीनी मिलों को छह हजार करोड़ रुपए ब्याज मुक्त कर्ज की मंजूरी दी. ब्याज मुक्त कर्ज की अवधि एक साल की होगी. किसानों को सरकार धन सीधे उनके बैंक खातों में भेजेगी. लेकिन ग्राम विकास मंत्री अरविंद सिंह गोप का कहना है कि प्रदेश सरकार ने खेती को लाभदायक बनाने पर विशेष ध्यान दिया है. जिस पर पलटवार करते हुए बीजेपी किसान मोर्चा के प्रवक्ता ने कहा कि जरा मंत्री जी जमीनी हकीकत को समझ कर देखें, असल में किसान सूबे की सरकार के रवैये से इस कदर आजिज आ चुका है कि अब वो प्रदेश सरकार की किसी भी योजना का मतलब धांधली ही समझता है.

बातों से किसानों को न बहलाएं, काम करके दिखाएं गोप
प्रदेश में किसानों का हिमायती बनने वाली सपा सरकार पर हमला बोलते हुए बीजेपी किसान मोर्चा के प्रवक्ता रामबाबू द्विवेदी ने कहा कि जरा मंत्री जी अपनी ही विधानसभा की ओर गौर कर लें. आज भी लोग झुग्गी झोपड़ियों में रहने को मजबूर हैं. न जाने कितने किसान तो भुखमरी तक का शिकार हो रहे हैं. पर समाजवाद के मंत्री को सबकुछ हरा-हरा नजर आ रहा है. आज भी बुंदेलखंड जैसे क्षेत्रों में लोगों को घास की रोटियां खानी पड़ती हैं. क्या यही विकास किया है समाजवादी सरकार ने. इन सभी बातों का जवाब दें गोप. इन सबके इतर रामबाबू द्विवेदी ने यह कहा कि अगर जनता बीजेपी को मौका देती है तो केंद्र सरकार के साथ सामंजस्य बिठाते हुए प्रदेश की पूरी तरह से तस्वीर बदल दी जाएगी.

रामबाबू द्विवेदी ने सैफई महोत्सव पर सूबे की सरकार को घसीटते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जी कहते हैं महोत्सव निजी फंड से कराया जा रहा है पर वे ये भी तो बताएं कि कार्यक्रम की व्यवस्थाओं में जो प्रशासनिक अमला लगा है क्या उसका खर्च भी वह निजी फंड से करेंगे. अब शायद जवाब देना मुनासिब न समझें क्योंकि इन्हें तमाशों पर तालियां बजाना पसंद है, लेकिन उत्तर प्रदेश की जनता की सुध लेना नहीं. हां बयानबाजी याद रहती है. आजम कारगिल के शहीदों को धर्म में लपेटकर एक नया प्रयोग करने की कोशिशें करते हैं तो दूसरी ओर सपा के मुखिया रेप पर पीड़ित का पक्ष नहीं बल्कि मुजरिमों का पक्ष लेते हुए कहते हैं कि लड़के हैं गल्तियां हो जाती है. अब आप खुद ही तय कीजिए कि सूबे की ऐसी सरकार से कैसे विकास की अपेक्षा की जाए. बलात्कार, भृष्टाचार, हत्यारों से कैसे निजात पाने की सोच को कैसे जहन में लाया जाए.




हिमांशु तिवारी आत्मीय 
आर्यावर्त, यूपी हेड 

विशेष आलेख : पुरातन भारतवर्ष में कैसी थी गणतन्त्र की अवधरणा

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छब्बीस जनवरी अर्थात गणतन्त्र दिवस का दिन इस बात का स्मरण और इस पर गर्व करने का दिन भी है कि सम्पूर्ण विश्व को गणतन्त्र का पाठ सर्वप्रथम इसी धरा अर्थात भारतवर्ष से ही पढ़ाया गया था। हमारे ही देश में सर्वप्रथम गणतन्त्र स्थापित हुआ जिसकी सफलता ने सम्पूर्ण विश्व का ध्यान आकर्षित किया। भारतवर्ष में आज गणतांत्रिक व्यवस्था है, जिसे असंख्य बलिदानों के बाद भारतवर्ष विभाजन के पश्चात हासिल करके स्थापित किया गया है। लेकिन भारतवर्ष में गणराज्य की अवधारणा कोई नई बात नहीं है, क्योंकि यह व्यवस्था भारतवर्ष विभाजन के बाद भले ही हमारे देश के कर्ता-धर्त्ताओं ने लागू की हो, लेकिन सच्चाई यह है कि संविधान निर्माताओं ने भी इस व्यवस्था की प्रेरणा ईश्वर वाणी परम पवित्र वेदों से ही ली है। वर्तमान में हमारे देश में गणतन्त्र दिवस प्रत्येक वर्ष 26 जनवरी को मनाया जाता है, क्योंकि 26 जनवरी 1950 को भारतवर्ष का संविधान लागू हुआ। कहा गया कि तभी से देश गणतन्त्र हुआ और उसी उपलक्ष्य मे गणतन्त्र दिवस हर वर्ष मनाया जाने लगा, लेकिन इस गणतन्त्र की अवधारणा के पीछे भारतवर्ष की पुरातन सांस्कृतिक विरासत वेदों की अवधारणा ही छिपी हुई थी। कुछ पाश्चात्य विद्वानों का मत है  कि गणराज्यों की परम्परा यूनान के नगर राज्यों से प्रारम्भ हुई थी। लेकिन इन नगर राज्यों से भी हजारों-लाखों वर्ष पूर्व भारतवर्ष में वेदों के आधार पर अनेक गणराज्य स्थापित हो चुके थे। 


पुरातन ग्रन्थों के अध्ययन से  इस सत्य का सत्यापन होता है कि सहस्त्राब्दियों पूर्व भी भारतवर्ष में गणतन्त्र व्यवस्था थी और देश में अनेक गणराज्य थे, जहाँ शासन व्यवस्था अत्यन्त दृढ़ थी और जनता सुखी-सम्पन्न थी। गण शब्द का अर्थ संख्या या समूह से है। गणराज्य या गणतन्त्र का शाब्दिक अर्थ संख्या अर्थात बहुसंख्यक का शासन है। इस शब्द का प्रयोग ऋग्वेद में चालीस बार, अथर्व वेद में नौ बार और ब्राह्माण ग्रंथों में अनेक बार किया गया है।इन ग्रन्थों में यह प्रयोग जनतंत्र तथा गणराज्य के आधुनिक अर्थों में ही किया गया है। वैदिक साहित्य के अध्ययन से भी इस सत्य का सत्यापन व अधिष्ठापन ही होता है कि पुरातन काल में अधिकांश स्थानों पर भारतवर्ष में गणतंत्रीय व्यवस्था ही थी। कालान्तर में, उनमें कुछ दोष उत्पन्न हुए और राजनीतिक व्यवस्था का झुकाव राजतंत्र की तरफ होने लगा। ऋग्वेद के एक सूक्त में प्रार्थना की गई है कि समिति की मंत्रणा एकमुख हो, सदस्यों के मत परंपरानुकूल हों और निर्णय भी सर्वसम्मत हों। वैदिक ग्रन्थों में समिति को शाश्वत कहा गया है। उसे प्रजापति (ब्रह्मा) की पुत्री कहकर पुकारा गया है। इसीलिए वह अमर है। इस समिति की छोटी बहन को सभा कहा गया है। अथर्ववेद में राज्य-प्रमुख की प्रार्थना है- समिति और सभा-प्रजापति की दोनों पुत्रियाँ मिलकर मेरी सहायता करें। जिनसे भी मेरी भेंट हो, मुझसे सहयोग करें। हे पितृगण ! मैं तथा यहाँ एकत्रित सभी सहमति के शब्द बोलें। सभा में प्रौढ़ या विशेषज्ञ (पितृगण) रहते थे। इसे नरिष्टा कहा, अर्थात जिसके निर्णय का उल्लंघन नहीं किया जा सकता, और न उपेक्षा। सभा का शाब्दिक अर्थ है वह निकाय जिसके लोग आभायुक्त हों।यह राष्ट्रीय न्यायाधिकरण (सर्वोच्च न्यायालय ) के रूप में भी कार्य करती थी। पाणिनि ने गणराज्यों के लिए गण अथवा संघ दोनों शब्दों का प्रयोग किया है। गण का शाब्दिक अर्थ है गिनना। भगवान बुद्घ ने बौद्घ भिक्षुओं की संख्या के बारे में कहा, उन्हें गिनो, जैसे गण में मत गिने जाते हैं। अथवा शलाका (मतपत्र) लेकर गिनो।

उस समय राज्य की सर्वोच्च सभा या संसद् को भी गण कहकर पुकारने लगे। इसी से गणपूरक हुआ,वह व्यक्ति जिसका उत्तरदायित्व गण की बैठक में कोरम (quorum)  पूरा करवाना था और देखना। वह समिति का सचेतक भी था। इन गणों के विधान का विवरण जैन सूत्रों और  महाभारत में अंकित मिलता है कि किन नियमों के द्वारा यहाँ विचार-विमर्श होता था और कैसे निर्णय लिये जाते थे? इसी प्रकार नागरिकता तथा मताधिकार के भी नियम थे।पाणिनि ने अनेक गणराज्यों का वर्णन किया है-वृक, दामनि, त्रिगर्त्त-षट् (छह त्रिगर्त्त, अर्थात कौंडोपरथ, दांडकी, कौटकि, जालमानि, ब्रह्मगुप्त तथा जानकी का संघ), यौधेय, पर्श्व आदि। इनके अतिरिक्त मद्र, वृज्जि, राजन्य तथा अंधक-वृष्णि आदि अनेक गणराज्यों अथवा उनके संघों का नाम महाभारत में अंकित मिलता है। उनमें से कुछ का संविधान गणराज्यों का संघीय रूप था।कुछ स्थानों पर मूलतः राजतन्त्र था, जो बाद में गणतन्त्र में परिवर्तित हुआ।। कुरु और पांचाल जनों में भी पहले राजतंत्रीय व्यवस्था थी जिन्होंने ईसा से लगभग चार या पांच शताब्दी पूर्व उन्होंने गणतंत्रीय व्यवस्था अपनाई।

महाभारत के सभा पर्व में अर्जुन द्वारा अनेक गणराज्यों को जीतकर उन्हें कर देने वाले राज्य बनाने की बात अंकित है। हालांकि यह गणतन्त्र पर राजतन्त्र की जीत थी, लेकिन इस घटना के बाद भी गणतन्त्र कमजोर नहीं कहे जा सकते, क्योंकि महाभारत के युद्ध में ही अनेक गणराज्यों ने धर्म के पक्ष में युद्ध कर रहे पाण्डवों का साथ दिया था। महाभारत में इन गणराज्यों की व्यवस्था की भी विशद विवेचना है। उसके अनुसार गणराज्य में एक जनसभा होती थी, जिसमें सभी सदस्यों को वैचारिक स्वतंत्रता प्राप्त थी। गणराज्य के अध्यक्ष पद पर जनता ही किसी नागरिक का निर्वाचन करती थी। कभी-कभी निर्णयों को गुप्त रखने के लिए मंत्रणा को, केवल मंत्रिपरिषद तक ही सीमित रखा जाता था। शान्ति पर्व में गणतन्त्र की कुछ त्रुटियों की ओर भी इंगित किया गया है। यथा, गणतन्त्र में प्रत्येक व्यक्ति अपनी-अपनी बात कहता है और उसी को सत्य मानता है। इससे पारस्परिक विवाद में वृद्धि होती है और समय से पूर्व ही बात के फूट जाने की आशंका बनी रहती है। कौटिल्य के अर्थशास्त्र में भी लिच्छवी, बृजक, मल्लक, मदक और कम्बोज आदि जैसे गणराज्यों का उल्लेख मिलता है। उनसे भी पहले पाणिनी ने कुछ गणराज्यों का वर्णन अपने व्याकरण में किया है। पाणिनी की अष्टाध्यायी में जनपद शब्द का उल्लेख अनेक स्थानों पर आया है, जिनकी शासनव्यवस्था जनता द्वारा चुने हुए प्रतिनिधियों के हाथों में रहती थी।
महाभारत के बाद महात्मा बुद्ध के काल में भी देश में गणराज्य प्रणाली जीवन्त अवस्था में थी। लिच्छवी और वैशाली जैसे गणतांत्रिक राज्य विश्व के लिए उन दिनों अनुकरणीय हुआ करते थे। वैशाली में तो उन दिनों विश्व की पहली संसद भी बैठती थी और वहां पर विशाल संसद भवन भी था, जिसके अवशेष वर्तमान में भी पाए जाते हैं। वैशाली की संसद में ७७०७ सांसदों के बैठने की व्यवस्था थी, जो अपने-अपने क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करते थे। इतना ही नहीं यहां ७७०७ बहुमंजिला इमारतें, ७७०७ अट्टालिकाएं, ७७०७ ही उपवन तथा कमलसरोवर भी शोभायमान थे। भारतीय इतिहास में ऐसे ही अनेक गणराज्यों के बारे में विस्तृत उल्लेख प्राप्त होते हैं, इससे यह स्पष्ट होता है कि गणराज्य व्यवस्था निश्चित रूप में विश्व को भारतवर्ष की ही देन है। ४५० ई.पू. के आस-पास पिप्पली वन के मौर्य, कुशीनगर और काशी के मल्ल, कपिलवस्तु के शाक्य, मिथिला के विदेह और वैशाली के लिच्छवी आदि के गणराज्य वैभवशाली थे, तो ३०० ई.पू.के आस-पास गणराज्यों में अटल, अराट, मालव और मिसोई अपने आपमें बेहद जनजांत्रिक प्रणाली पर आधारित थे एवं ३५० ई. के आस-पास पँजाब, राजपूताना और मालवा में अनेक गणराज्यों की चर्चा हमें इतिहास में पढऩे को मिलती है, जिनमें यौद्धेय, मालव और वृष्णि संघ आदि विशेष उल्लेखनीय हैं। आगरा और जयपुर के क्षेत्र में विशाल अर्जुनायन गणतन्त्र था, जिसकी मुद्राएँ भी खुदाई में मिली हैं। यह गणराज्य सहारनपुर -भागलपुर-लुधियाना और दिल्ली के बीच फैला था। इसमें तीन छोटे गणराज्य और शामिल थे, जिससे इसका रूप संघात्मक बन गया था। गोरखपुर और उत्तर बिहार में भी अनेक गणतन्त्र थे। इन गणराज्यों में राष्ट्रीय भावना अत्यन्त प्रबल हुआ करती थी और किसी भी राजतंत्रीय राज्य से युद्घ होने पर, ये मिलकर संयुक्त रूप से उसका सामना करते थे।

यूनानी राजदूत मेगास्थनीज ने भी क्षुदक, मालव और शिवि आदि गणराज्यों का वर्णन किया सिकन्दर के भारतवर्ष अभियान के समय भारत के सोमबस्ती नामक स्थान का उल्लेख करते हुए लिखा है कि वहां पर शासन की गणतांत्रिक प्रणाली थी, न कि राजशाही।डायडोरस सिक्युलस ने अपने ग्रंथ में भारत के उत्तर-पश्चिमी प्रांतों में अनेक गणतंत्रों की उपस्थिति का उल्लेख किया है। एक अन्य स्थान पर वह लिखता है कि अधिकांश नगरों (राज्यों) ने गणतांत्रिक शासन-व्यवस्था को अपना लिया था, और उसको बहुत वर्ष बीच चुके थे, यद्यपि कुछ राज्यों में भारत पर सिकंदर के आक्रमण के समय भी राजशाही कायम थी। लेकिन कालांतर में राजशाही तो विश्वभर से ही इतिहास के पन्नों में सिमट गई। भारतवर्ष में वर्तमान में सहस्त्राब्दियों पुरानी उसी गणराज्य की व्यवस्था है, जिसके बारे में जानकर गर्व के साथ हर भारतीय का सीना चौड़ा हो जाता है। दरअसल हम बौद्ध और जैन धर्म के आविर्भाव के पश्चात से सत्य और अहिंसा के पुजारी बनकर रहे हैं और हमारी इसी अवधारणा को विदेशियों ने कमजोरी समझकर सदियों पहले हमें परतंत्र बनाया अर्थात परवश किया, लेकिन सदियों तक परतंत्रता में रहने के बाद भी स्वाधीनता हेतु असंख्य बलिदानियों के बलिवेदी पर न्योछावर हो जाने के पश्चात विभाजित भारतवर्ष के कर्त्ता-धर्ताओं ने पुरातन गौरवमयी भारतवर्ष की प्राचीन गणतांत्रिक प्रणाली को ही सर्वोपरि मानते हुए एक संविधान की रचना की एवं 26 जनवरी 1950 को संविधान को लागू कर देश को सदियों बाद एक बार फिर से गणतन्त्र घोषित कर दिया, ताकि हम नित नूतन उन्नति करते हुए देश और मानवमात्र के कल्याण मार्ग के पथिक बनकर नित्य नवीन कृतियाँ गढते हमेशा-हमेशा के लिए आगे बढ़ते रहें 




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-अशोक “प्रवृद्ध”-
गुमला 
झारखण्ड 

रोहित के लिए न्याय की मांग को लेकर ‘चलो यूओएच’ रैली

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हैदराबाद,25 जनवरी  हैदराबाद केन्द्रीय विश्वविद्यालय के शोधार्थी रोहित वेमुला की आत्महत्या से आक्रोशित देश भर के सैकड़ो छात्रों ने ‘चलो हैदराबाद विश्वविद्यालय (यूओएच)’ रैली में आज भाग लिया। 

‘चलो यूओएच’ रैली का आयोजन करने वाली छात्र संघ संयुक्त कार्य समिति ने बताया कि रोहित आत्महत्या मामले में केन्द्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री बंडारू दत्तात्रेय, कुलपति पी अप्पा राव, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नेता सुशील कुमार और भारतीय जनता पार्टी के विधायक एन रामचंद्र राव के खिलाफ कार्रवाई और रोहित के परिजनों को अनुग्रह राशि देने की मांग को लेकर यह रैली निकाली गई थी। 

रैली को देखते हुए पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे। पहचान पत्र देखने के बाद ही छात्रों को विश्वविद्यालय परिसर में घुसने दिया जा रहा था। इसके अलावा नेताओं और पार्टी कार्यकर्ताओं को भी वहां प्रवेश की इजाजत नहीं दी गई। विश्वविद्यालय की ओर जाने वाले सभी वाहनों की जांच की गई। 

तूफान के बाद न्यूयार्क संभला ,वाशिंगटन आज भी ठप

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न्यूयार्क/वाशिंगटन 25 जनवरी, अमेरिका के पूर्वी तट पर आये शताब्दी के सबसे बड़े तूफान के बाद न्यूयार्क की स्थिति में आज सुधार हुआ है और वहां पहले के आम दिनों की तरह आज से कामकाज शुरू होने की स्थिति बन रही है किन्तु वाशिंगटन आज भी ठप है और वाशिंगटन कार्यालय तथा स्कूल पिछले कई दिनों की तरह बंद है। वाशिंगटन की सड़कों से बर्फ हटायी जा रही है और उसके पिघलने के लिए नमक का छिड़काव किया जा रहा है। सड़कों से बर्फ हटाने के लिए भारी मशीनों काे उपयोग में लाया जा रहा है। अमेरिका के पूर्वी मध्य के तूफान प्रभावित दूसरे शहरों की सड़कों से भी बर्फ हटाने के लिए नमक के छिड़काव के साथ भारी मशीनों को उपयोग में लाया जा रहा है। मैनहट्टन में स्थिति सामान्य हो गयी है। 

वहां कल सूरज निकलने से स्थानीय लोगों तथा पर्यटकों के चेहरों पर खुशियां फैल गयी और कई दिनों तक अपने घरों में दुबक के रहने के बाद लोग बाहर धूप का आनंद लेेते देखे गये। अमेरिका के दूसरे बड़े शहर न्यूयार्क में यह इतिहास का दूसरा सबसे बड़ा तूफान था। यहां शनिवार की रात तक 68 सेंटीमीटर बर्फ गिरी जबकि 2006 में यहां 68.3 सेंटीमीटर बर्फ गिरी थी। वाशिंगटन में स्थिति कल की अपेक्षा आज सुधरी है। कार्मिक प्रबंधन तथा संघीय सरकार के कार्यालय अभी बंद है। इनके साथ ही स्थानीय सरकार के कार्यालय तथा स्कूल भी बंद हैं। अमेरिका के पूर्वी क्षेत्र के मध्यवर्ती भाग में लोगों ने आज थोड़ी राहत की सांस ली है। तूफान से विभिन्न प्रान्तों में 20 व्यक्तियों की मौत हुई है।

एचडीएफसी बैंक का मुनाफा 20 प्रतिशत बढ़ा

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नयी दिल्ली 25 जनवरी निजी क्षेत्र के एचडीएफसी बैंक को चालू वित्त वर्ष की 31 दिसंबर को समाप्त तीसरी तिमाही में एकल आधार पर 3356.84 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ जाे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के 2794.51 करोड़ रुपये से 20.12 प्रतिशत अधिक है। 

बैंक ने आज बीएसई को बताया कि आलोच्य अवधि में उसकी एकल आय पिछले वित्त वर्ष की 14930.74 करोड़ रुपये की तुलना में 22.45 प्रतिशत बढ़कर 18283.31 करोड़ रुपये हो गयी है। इस दौरान उसकी सकल गैर निष्पादित संपत्ति (एनपीए) 0.99 फीसदी से कम होकर 0.97 फीसदी हो गयी। वहीं, उसके शुद्ध एनपीए में वृद्धि हुई है और यह 0.26 फीसदी से बढ़कर 0.29 फीसदी हो गया। 


विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर (25 जनवरी)

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\\\\वन मंत्री का दौरा कार्यक्रम

वन मंत्री डाॅ गौरीशंकर शेजवार का प्राप्त दौरा कार्यक्रम अनुसार 25 जनवरी सोमवार की रात्रि 7.30 बजे भोपाल से प्रस्थान कर रात्रि 8.30 बजे विदिशा आएंगे और क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों, कार्यकर्ताओं एवं आमजनों से भेंट कर सर्किट हाउस में ही रात्रि विश्राम करेंगे। वन मंत्री डाॅ शेजवार गणतंत्र दिवस 26 जनवरी के पावन पर्व पर आयोजित मुख्य समारोह में शामिल होंगे। कार्यक्रम उपरांत दोपहर एक बजे विदिशा से बारला के लिए प्रस्थान करेंगे।

वन मंत्री डाॅ शेजवार ध्वजारोहण कर परेड की सलामी लेंगे

गणतंत्र दिवस 26 जनवरी के पावन पर्व पर विदिशा जिला मुख्यालय पर आयोजित होने वाले समारोह में वन, जैव विविधता एवं जैव प्रौद्योगिकी मंत्री डाॅ गौरीशंकर शेजवार ध्वजारोहण कर परेड़ की सलामी लेंगे। पुलिस परेड ग्राउण्ड पर आयोजित होने वाले समारोह कार्यक्रम की मिनिट टू मिनिट जानकारी इस प्रकार से है। प्रातः 8.59 बजे मुख्य अतिथि का आगमन, प्रातः 9 बजे ध्वजारोहण एवं राष्ट्र गान, प्रातः 9.05 बजे परेड का निरीक्षण, प्रातः 9.10 बजे मुख्यमंत्री महोदय के संदेश का वाचन, प्रातः 9.25 बजे मध्यप्रदेश गान, प्रातः 9.30 बजे मार्च पास्ट, प्रातः 9.40 बजे झांकियों का प्रदर्शन, प्रातः 10 बजे छात्र-छात्राओं द्वारा सांस्कृृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां और प्रातः 10.40 बजे मुख्य अतिथि द्वारा पुरस्कार वितरण किया जायेगा।

मध्यान्ह भोजन
गणतंत्र दिवस के पावन पर्व पर आयोजित टीलाखेडी के स्कूल में विशेष मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम में वन मंत्री डाॅ शेजवार शामिल होगे।

भारत पर्व का आयोजन आज, सिंहस्थ पर आधारित रहेगी प्रदर्शनी

vidisha news
प्रति वर्ष की भाँति इस वर्ष भी गणतंत्र दिवस 26 जनवरी की संध्या पर भारत पर्व का आयोजन किया गया है। जालोरी गार्डन में विदिशा में सायं छह बजे से प्रारंभ होगा। कार्यक्रम स्थल पर जनसम्पर्क विभाग के द्वारा सिंहस्थ पर आधारित प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी। भारत पर्व पर जिन कलाकारो के द्वारा प्रस्तुतियां प्रस्तुत की जाएगी उनमें राष्ट्रीय गीत एवं भजन गायन श्री अशुतोष ठाकुर एवं अन्य सहयोगियों के द्वारा, आजादी के तराने भोपाल के श्री मुकेश तिवारी एवं उनके सहयोगियों के द्वारा, कौमी एकता एवं राष्ट्रीय गीत भजन, कव्वाली का गायन श्री कपूर नागर एवं सहयोगियों के द्वारा, इसके अलावा प्रतिभा खोज में चयनित स्थानीय कलाकारों के द्वारा भी प्रस्तुतियों प्रस्तुत की जाएगी जिसमें लोकगीत सिरोंज के मोहित सुमन एवं साथियों द्वारा, गायन कुरवाई के श्री सुरेन्द्र राजपूत और अन्य सहयोगियों के द्वारा तथा लोकगीत श्री मोतीलाल प्रजापति एवं उनके साथियों के द्वारा प्रस्तुत किए जाएंगे।

मतदाता जागरूकता क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले पुरस्कृत हुए


राष्ट्रीय मतदाता दिवस 25 जनवरी को जिले में मतदाता जागरूकता कार्य करने वालो को पुरस्कृत किया गया। एसएटीआई के पाॅलिटेक्निक सभागार कक्ष में आयोजित कार्यक्रम में कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री एमबी ओझा ने कहा कि जिले में मतदाता जागरूकता कार्यक्रमों से आशातीत सफलताएं मिली है। जिला निर्वाचन अधिकारी श्री ओझा ने बताया कि जिले में मतदाता जागरूकता कार्यक्रम के तहत मतदाता सूची में नाम जोडे़ जाने के कार्य में विदिशा जिला प्रदेश के प्रथम पांच जिलों में शामिल है। उन्होंने इसे सतत क्रियान्वित करने की अपेक्षाएं संबंधितों से व्यक्त की। कलेक्टर श्री ओझा ने कहा कि लोकतंत्र में सभी मतदाताओं को अपने मताधिकार का उपयोग करना चाहिए। ऐसे व्यक्ति जिन्होंने अब तक निर्वाचक नामावली में अपना नाम नही जुडवाया है वे अविलम्ब संबंधित बीएलओ से सम्पर्क कर अपना नाम अनिवार्य रूप से जुड़वाए। कलेक्टर श्री ओझा ने कार्यक्रम में मौजूद युवा मतदाताओं से आग्रह करते हुए कहा कि वे प्रजातंत्र की भावी पीढ़ी है। उन्होंने स्वंय मतदान में भाग लेने और अन्य को प्रेरित करने की अपेक्षा जाहिर की। उन्होंने कहा कि आयोग की मंशा है कि शत प्रतिशत मतदान हो। जिसमें युवाओं की महती भूमिका है। इससे पहले कलेक्टर श्री ओझा ने मतदाता दिवस पर दिलाई जाने वाली शपथ का वाचन किया जिसे अन्य सभी ने दोहराया। जिला पंचायत के सीईओ श्री दीपक आर्य ने प्रजातंत्र में मतदान को अति महत्वपूर्ण बताते हुए मतदान सभी मतदाताओं को करना चाहिए का आग्रह किया। अपर कलेक्टर श्रीमती अंजू पवन भदौरिया ने वोटर आईडी कार्ड के बहुलाभकारी उपयोगो को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देशानुसार वोटर आईडी कार्ड निःशुल्क मुहैया कराया जा रहा है अतः हम सबका नैतिक दायित्व है कि हम अपना नाम निर्वाचक नामावली में अनिवार्य रूप से जुडवाए और अपने मताधिकार का ईमानदारी से उपयोग करें। विदिशा एसडीएम श्री आर पी अहिरवार ने कहा कि संविधान के द्वारा जो मताधिकार मतदाताओं को मिला है वह प्रजातंत्र का आधार है। हम स्वेच्छा से निर्भीक होकर अपने मत का उपयोग करना चाहिए कार्यक्रम को एसएटीआई के संचालक श्री जेएस चैहान ने भी सम्बोधित किया। मतदाता जागरूकता के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वालो को इस दौरान पुरस्कृत भी किया गया वही राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर आयोजित विभिन्न स्तरीय प्रतियोगिताओं के विजेताओं को नगद राशि और प्रशंसा पत्र से अतिथियों ने पुरस्कृत किया। जिले में लोकसभा एवं विधानसभा निर्वाचन के दौरान सर्वाधिक वोटर टर्नआउट तथा महिला मतदाताओं को जागरूक करने और मतदान प्रतिशत को बढ़ाने के क्षेत्र मंे उल्लेखनीय कार्य करने वाले स्वीप कार्यक्रम क्षेत्र में एवं बीएलओ को भी पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम स्थल पर विभिन्न विभागोें के अधिकारी मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन दीप्ति शुक्ला ने किया और आभार डीपीसी श्री विनोद चैधरी ने व्यक्त किया।

टूर डायरी की प्रति उपलब्ध कराएं-कलेक्टर श्री ओझा

कलेक्टर श्री एमबी ओझा ने आज टीएल बैठक में समस्त विभागों के अधिकारियों से कहा कि वे भ्रमण टूर-डायरी की प्रति जिला कार्यालय को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने अनुकम्पा नियुक्ति के प्रकरणांे में शीघ्र कार्यवाही करने के भी निर्देश दिए। कलेक्टर श्री ओझा ने बताया कि नौ या दस फरवरी को नगरीय निकायों के कार्यो की समीक्षा मुख्यमंत्री द्वारा की जाएगी। उन्होंने जिला शहरी विकास अभिकरण के अधिकारी को निर्देश दिए कि जिले की तमाम निकायों के निर्माण कार्यो, योजनाओं से लाभांवित होने वाले हितग्राही, अद्योसंरचना के कार्य सहित अन्य की अद्यतन जानकारियां शीघ्र संकलित करें। कलेक्टर श्री ओझा ने छात्रवृत्ति वितरण, आधार कार्ड, जाति प्रमाण पत्र, राहत राशि वितरण और रबी बोनी एवं उपार्जन केन्द्रों की अद्यतन स्थिति का भी जायजा लिया। बैठक में मुख्यमंत्री हेल्प लाइन, मानव अधिकार आयोग, पीजी सेल, समाधान आॅन लाइन और जन शिकायत निवारण के प्राप्त आवेदनों पर अब तक संबंधित विभागों के अधिकारियों द्वारा की गई कार्यवाहियों की बिन्दुवार जानकारियां प्रस्तुत की गई। बैठक के दौरान जिले में आवेदनों की अद्यतन स्थिति से अवगत कराने के उद्धेश्य से तैयार किया गया जनसुनवाई साफ्टवेयर के संबंध में लोक सेवा गारंटी के जिला प्रबंधक श्री अमित अग्रवाल ने एलसीडी प्रोजेक्टर के माध्यम से जानकारियां प्रस्तुत की। कलेक्टेªट के सभाकक्ष में सम्पन्न हुई उक्त बैठक मेें जिला पंचायत सीईओ श्री दीपक आर्य, अपर कलेक्टर श्रीमती अंजू पवन भदौरिया, एसडीएम श्री आरपी अहिरवार समेत समस्त विभागों के जिलाधिकारी मौजूद थे। 

सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर (25 जनवरी)

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सायबर क्राइम के प्रति बालिकाओं को किया जागरूक

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कार्यालय जिला महिला सषक्तिकरण सीहोर द्वारा शासकीय महारानी लक्ष्मीबाई कन्या महाविद्यालय सीहोर में सायबर क्राइम के प्रति बालिकाओं को जागरूक करने के लिये कार्यषाला का आयोजन किया गया। कार्यषाला में सायबर क्राइम के विषेष सायबर सेल के श्री शैलेन्द्र सिंह तोमर, श्री सुषील साल्वे, श्री शैलेन्द्र सिंह राजपूत द्वारा बालिकाओं को सायबर क्राइम के प्रति जागरूक किया गया साथ सोषल साइट्स को सतर्कता पूर्वक उपयोग करने के प्रति महत्वपूर्ण टिप्स दिये गये। कार्यषाला में महिला सषक्तिकरण विभाग से बाल संरक्षण अधिकारी श्री अमित दुबे एवं सामाजिक कार्यकर्ता श्रीमती शषि राठौर एवं विद्यालय की प्राचार्या श्रीमती सरिता राठौर, बाल कल्याण समिति जिला सीहोर के अध्यक्ष श्री बृजेष चैहान एवं सदस्या श्रीमती चंदा बोहरा ने भी छात्राओं को इस संबंध में जानकारी दी। इस अवसर पर विद्यालय के षिक्षक गण एवं छात्राएं उपस्थित रही। मेधावी छात्राओं का सम्मान भी अतिथि गणों द्वारा किया गया।

गणतंत्र दिवस 26 जनवरी शुष्क दिवस घोषित

मध्यप्रदेश राजपत्र (असाधारण) वाणिज्यिक कर विभाग राज्य शासन द्वारा 26 जनवरी गणतंत्र दिवस को शुष्क दिवस घोषित किया गया है। 26 जनवरी  गणतंत्र दिवस के अवसर पर जिले की समस्त देशी विदेशी मदिरा दुकानों को बंद रखा जाना एवं जिले में मदिरा का क्रय, विक्रय एवं परिवहन पूर्णतः बंद रखे जाने का आदेश जारी किया जा चुका है ।

बेतिया (बिहार) की खबर (25 जनवरी)

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राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर नये मतदाताओं को ईपिक दिया गया
  • अधिक संख्या में वोटर बनने हेतु प्रेरित करने का आह्वान

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बेतिया/नरकटियागंज (पष्चिम चम्पारण) उप विकास आयुक्त्त, पष्चिम चम्पारण श्री राजेष मीणा ने कहा कि देष का संविधान व्यस्क नागरिकों को मतदान करने का अधिकार प्रदान किया है। 18 वर्ष की उम्र पूरा करने वाला देष के हर नागरिक को निर्वाचक सूची में नाम निबंधित कर उन्हें ईपिक प्रदान किया जाना है। इसी के तहत आज नये मतदाताओं को ईपिक प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नये बने मतदाता समाज को नया संदेष देंगे और निर्वाचक होने के हक का सही उपयोग करेंगे। उप विकास आयुक्त्त श्री मीणा राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर विकास भवन सभा कक्ष में आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने आषा व्यक्त किया कि सभी निर्वाचक समाज  एवं देषहित के लिए कार्य करेंगे एवं चुनाव के अवसर पर प्रगतिषील समाज एवं देष के निर्माण हेतु मतदान करेंगे। उन्होंने मतदाताओं का आह्वान किया कि वे अधिक से अधिक संख्या में अपने परिवार के सदस्य, मित्रों, ग्रामीणों को निर्वाचक बनने हेतु प्रेरित करें। इसके साथ ही उप विकास आयुक्त श्री राजेष मीणा द्वारा सभा में उपस्थित सभी पदाधिकारियों, कर्मियों, मतदाताओं को स्वच्छ एवं निर्भिक होकर मतदान की प्रक्रिया में भाग लेने हेतु संकल्प दिलाया गया। सभा में उपस्थित अपर समाहत्र्ता श्री अंसार अहमद ने कहा कि हर एक मतदाता महत्वपूर्ण है। उसके द्वारा डाले गये हर वोट की कीमत होती है। इसलिए नये वोटर से अत्यधिक अपेक्षा है कि वे अपने अधिकार का प्रयोग सही दिषा में करेंगे। सभा को संबोधित करते हुए डीपीआरओ श्री सुषील कुमार शर्मा ने कहा कि पष्चिम चम्पारण जिला के लोगों ने विगत विधान सभा आम चुनाव में बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। इसी के चलते पष्चिम चम्पारण जिला को स्वीप का बेस्ट राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त हुआ है। उप निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि मतदाता सूची में नाम जुड़वाने हेतु आॅन लाईन आवेदन भी किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि आॅन लाईन आवेदन करने वाले आवेदकों का निर्वाचक सूची में नाम जोड़कर उन्हें ईपिक प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने बीएलओ से अनुरोध किया कि निर्वाचक सूची में नये मतदाता का नाम जुड़वाने हेतु तत्परता एवं पूर्ण निष्ठा से काम करें। 

उप निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि काॅमन सर्विस सेन्टर के माध्यम से ईपिक प्राप्त किया जा सकता है। जिला में तत्काल 12 स्थानों पर काॅमन सर्विव सेन्टर कार्यरत है जहां 30 रू0 देकर कोई भी निर्वाचक अपना रंगीन ईपिक प्राप्त कर सकता है। राष्ट्रीय मतदाता दिवस समारोह में डीडीसी एवं अपर समाहत्र्ता द्वारा नये मतदाताओं को ईपिक एवं निर्वाचन मार्गदर्षिका प्रदान किया गया। ईपिक प्राप्त करने वालो में नवीला इमाम, फरहान परवीन, राजेष प्रकाष श्रीवास्तव, गुंजा श्रीवास्तव, रूपेष कुमार, सतीष कुमार गुप्ता सहित 77 नये मतदाताओं को ईपिक प्रदान किया गया। इस समारोह में डीडीसी, अपर समहत्र्ता सहित निदेषक, लेखा, श्री रंजीत कुमार सिंह, एसडीओ सदर, श्री सुनील कुमार, उप निर्वाचन पदाधिकारी श्री सुबोध कुमार, डीएसओ श्री संजय कुमार, डीपीआरओ श्री सुषील कुमार शर्मा, ओएसडी-सह-टीओ श्री नंदकिषोर सिंह, वरीय उप समाहत्र्ता श्री राजमोहन झा, राजीव कुमार/अनिल झा, सत्येन्द्र यादव, नुरूल हक षिवानी, पीएमआरडीएफ श्री चंदन कुमार, प्रखंड विकास पदाधिकारी, बेतिया, बीएलओ, गणमान्य व्यक्ति एवं निर्वाचन शाखा के पदाधिकारी एवं कर्मी आदि उपस्थित थे। इसके पूर्व समाहरणालय से उप निर्वाचन पदाधिकारी एवं एसडीओ सदर की अगुवाई में मतदाता जागरूकता रैली/प्रभातफेरी निकाली गयी। इस रैली को डीडीसी श्री मीणा ने झंडी दिखाकर रवाना किया।

मुलायम का बयान चुनावी स्टंट या कम्युनल कार्ड?

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मुलायम सिंह यादव इस तरह के बयान देकर किसे खुश रखना चाहते है। क्या यह बयान आगामी विधानसभा चुनाव के लिए कम्युनल कार्ड है और अफसोस जताना चाहते है या फिर धमका रहे है? अगर अफसोस है तो इसे जताने में 25 साल क्यों लग गए? प्रस्तुत है सुरेश गांधी की जांच-पड़ताल पर आधारित एक रिपोर्ट  

babri maszid
यूपी में साल 2017 के चुनाव को लेकर सरगरमी तेज है। बसपा सुप्रीमों मायावती ने अपने जन्मदिन के मौके पर चुनावी शंखनाद पहले ही कर चुकी है। ऐसे में सपा सुप्रीमों भला कैसे पीछे रह जाते। मुलायम सिंह यादव ने 25 साल पूर्व 1990 में अयोध्या में रामजन्म भूमि आंदोलन से जुड़े कारसेवकों की मौत पर दुख जताते हुए कहा है, अगर धर्मस्थल को बचाने के लिए ज्यादा कारसेवकों की जान जाती तो भी पीछे नहीं हटते। मुलायम के इस बयान के बाद कर राजनीतिक गलियारे में भूचाल मच गया है। लेकिन बड़ा सवाल तो यह है कि मुलायम सिंह यादव इस तरह के बयान देकर किसे खुश रखना चाहते है। क्या यह बयान आगामी विधानसभा चुनाव के लिए कम्युनल कार्ड है और अफसोस जताना चाहते है या फिर धमका रहे है? अगर अफसोस है तो इसे जताने में 25 साल क्यों लग गए? मतलब साफ है भाजपा को अगर यूपी चुनाव को देखते हुए भाजपा को राम मंदिर निर्माण याद आया है तो फिर मुलायम को बाबरी मस्जिद का याद आना स्वाभाविक है। शायद यही वजह है कि मुलायम को 25 साल बाद मारे गए कारसेवकों की याद आ ही गयी। अब सपा-भाजपा इसी मुद्दे को लेकर अपने-अपने तरीके शहर-शहर, गांव-गांव राग अलापेंगे। हो जो भी बसपा सुप्रीमों ने भी भाजपा व सपा को एक ही चट्टे-बट्टे का खिलाड़ी बताकर मतों के ध्रुवीकरण में लग गयी है। इन बयानों का फायदा किसे होगा यह तो 2017 के विधानसभा चुनाव में पता लगेगा, लेकिन चट्टी-चैराहों व चाहखानों पर बहस अभी से गरमा गयी है। 

ram mandir
वैसे भी मुलायम सिंह यादवइ से तरह के बयानों से हमेसा सुर्खियों में रहे है। बच्चे है, बच्चों से गलती हो जाती है। अगर किसी अधिकारी या पुलिस या गुंडे-माफिया, बाहुबलि या विधायकों व मंत्रियों ने आपकों लूटा है-मारा है या कुछ भी किया है उसके लिए मुलायम या अखिलेश को सजा क्यों दोगे भाई। हमनें तो अपनी कमी बताते हुए बयान दिया है कि थानों व तहसीलों में लूट मची है, अब अधिकारी नहीं सुधरे तो हम क्या करेंगे। हमारे विधायक व मंत्री पैसा बनाने में लगे है, अब इसमें मेरी क्या गलती है। हम तो बराबर मीडिया में इस तरह के बयान दे रहे हैं, मंत्री-विधायक नहीं सुधर रहे तो हम तो क्या करें। ऐसी गलतियों की सजा हमें दोंगे तो साम्प्रदायिक शक्तियां या मायावती सत्ता में काबिज हो जायेंगी। वोट देते समय खुद तय करना लेना कौन अच्छा है। इसलिए लुटेरे, माफिया या बाहुबलियों या विधायक-मंत्री व अफसरों के गलतियों की सजा मुझे मत देना। अगर फिर से आपने सत्ता में हमें बैठा देंगे तो लूटेरे, हत्यारे, डकैतों व माफियाओं पर दर्ज मुकदमें वापस ले लेंगे। इसलिए भूल से भी दुसरों को वोट देने की गलती मत करना। ऐसे बयान देना मुलायम सिंह यादव की पुरानी आदत है। कुछ इसी अंदाज में एकबार फिर साल 2017 के चुनाव को देखते हुए मुलायम सिंह यादव ने सबसे ज्वलंत मुद्दा राम मंदिर यानी कारसेवकों पर गोली चलाए जाने पर अफसोस जताया है। कहा, अयोध्या में कारसेवकों पर फायरिंग करवाने का मुझे दुख है। लेकिन, धर्मस्थल को बचाना भी जरूरी था। इसलिए गोली चलवा दी। जरुरत पड़ती और लोगों पर भी गोली चलवा देता। 

अब इस बयान को लेकर पूरे सूबे में लोग अपने-अपने तरीके से राजनीतिक पार्टिया भुनाने में लग गयी है। लेकिन बड़ा सवाल तो यही है कि इस तरह के बयान से मुलायम क्या संदेश देना चाहते है। बता दें, 1990 में कारसेवकों पर हुई फायरिंग में 16 लोग मारे गए थे। उसी घटना को लेकर मुलायम को 25 साल बाद कारसेवकों की याद आई है। उन्होंने कहा कि पार्लियामेंट में तब के अपोजिशन लीडर अटल बिहारी वाजपेयी ने इस घटना का जिक्र किया था। मैंने उन्हें यह जवाब दिया था कि धर्मस्थल बचाने के लिए गोली चलाई गई थी। अगर धर्मस्थल को बचाने में और भी जान जातीं, तब भी मैं पीछे नहीं हटता। इसीलिए बाद में मैंने नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे दिया था। यहां ज्रिक करना जरुरी है कि बीते माहभर से यूपी में अयोध्या का मुद्दा गरमाया हुआ है। अयोध्या में राम मंदिर के लिए नई शिलाओं की राम जन्मभूमि न्यास के प्रेसिडेंट नृत्य गोपालदास पूजा की थी। गुजरात और राजस्थान से पत्थर अयोध्या पहुंचे थे। पत्थरों को बाहर से मंगाने की प्रशासन से इजाजत नहीं ली गई थी। पूजने के बाद पत्थर रामसेवकपुरम में रखे गए हैं। यहीं से इन शिलाओं को निर्माण स्थल पर भेजा गया। बीते जून में मंदिर निर्माण के लिए पत्थरों को दान दिए जाने की घोषणा की गई थी। इसके बाद बाबरी मस्जिद को लेकर भी हलचल तेज हो गई। कुछ मुस्लिम संगठनों और बाबरी मस्जिद के पैरोकारों ने इसका एक मॉडल बनाया। बारावफात के दिन इस मॉडल को विवादित स्थल से महज 200 मीटर दूर रखा गया। 





(सुरेश गांधी)

कर कानूनों का सरलीकरण हो : जेटली

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नयी दिल्ली 25 जनवरी, वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कर कानूनों के सरलीकरण पर जोर देते हुये आज कहा कि ये कानून ऐसे होने चाहिये ताकि कम से कम मामले अदालती कार्रवाई में आयें। श्री जेटली ने आयकर अपीलीय न्यायाधिकरण की प्लेटिनम जयंती समारोह के समापन सत्र में कहा कि देश की आबादी को देखते हुये करदाताओं की संख्या अधिक होनी चाहिये; लेकिन गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वालों और कृषि पर आश्रित 55 फीसदी आबादी को इससे बाहर रखा गया है। इसके बावजूद अर्थव्यवस्था में बढोतरी होने पर करदाताओं की संख्या बढेगी। उन्होंने कर कानूनों का सरलीकरण किये जाने की आवश्यकता बताते हुये कहा कि आयकर कानून को हर वर्ष वित्त में विधेयक के जरिये संशोधित किया जाता है, लेकिन अब समय आ गया है कि इस तरह की प्रवृत्ति पर रोक लगायी जाये। कर कानून सरल होने चाहिये ताकि कम से कम मामले अदालतों तक पहुँचें। इस दिशा में मोदी सरकार ने कुछ उपाय किये हैं। 

उन्होंने कहा कि न्यायमूर्ति ईश्वर समिति भी आयकर कानून में संशाेधनों को हटाने पर गंभीरता से विचार कर रही है। वित्त मंत्री ने कहा कि सोम आयोग की सिफारिशों पर सरकार गंभीरता से विचार कर रही है। केन्द्र की पूर्ववर्ती संप्रग सरकार ने वर्ष 2013 में पार्थसारथी सोम की अध्यक्षता में कर प्रशासन सुधार आयोग का गठन किया था। श्री जेटली ने कहा कि अमेरिका और यूराेप में अदालतों में मामलों पर सुनवाई के दौरान जिरह की समयावधि निर्धारित होती है, जबकि भारत में यह राजनीतिक बहस की तरह चलती रहती है। उन्होंने कहा कि विशेषज्ञता वाले क्षेत्रों को संहितागत अदालती प्रक्रिया से अलग रखा जाना चाहिये क्योंकि इसके कानून की विशेष व्याख्या की जरूरत नहीं है तथा व्याख्या भी सावधानी पूर्वक की जानी चाहिये। अपराध और कर दोनों कानूनों में सिर्फ यह तय करना होता है कि अपराध हुआ है या नहीं तथा कर चुकाने योग्य है या नहीं। उन्होंने कहा कि कराधान बहुत महत्वपूर्ण सरकारी प्रक्रिया है। सरकारी राजस्व से ही सब कुछ होता है और ऐसे में राजस्व संग्रह का महत्व बढ जाता है। आयकर कानून के तहत प्रारंभिक अपील अधिकारियों के समक्ष की जाती है और आंतरिक अपील भी अधिकारी स्तर पर ही निपटा दी जाती है। लेकिन, कुछ मामले न्यायाधीकरण और दूसरी अदालतों में जाते हैं।

सानिया-सायना को पद्म भूषण, सुशील नजरअंदाज

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नयी दिल्ली, 25 जनवरी, भारत की शीर्ष महिला खिलाड़ी टेनिस स्टार सानिया मिर्जा और बैडमिंटन खिलाड़ी सायना नेहवाल को खेलों में उनके अभूतपूर्व योगदान के लिये तीसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म भूषण से सम्मानित किया जाएगा। लेकिन लगातार दो अोलंपिक में पदक जीतने वाले एकमात्र भारतीय खिलाड़ी पहलवान सुशील कुमार को इस सम्मान के लिये नजरअंदाज कर दिया गया। सानिया मिर्जा को गत वर्ष सर्वोच्च खेल पुरस्कार ‘राजीव गांधी खेल रत्न’ से भी सम्मानित किया गया था। 

इसके अलावा सानिया और सायना दोनों ही अर्जुन अवार्ड भी जीत चुकीं हैं। विश्व की नंबर एक महिला युगल टेनिस खिलाड़ी सानिया को पद्मश्री से सम्मानित किया जा चुका है। फिलहाल सानिया वर्ष के पहले ग्रैंड स्लेम आस्ट्रेलियन ओपन में खेल रही हैं। लंदन ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता हैदराबाद की सायना को वर्ष 2009 में खेल रत्न और वर्ष 2010 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था। सायना गत वर्ष महिला एकल में विश्व की नंबर एक खिलाड़ी बनी थीं और यह उपलब्धि दर्ज करने वाली वह पहली भारतीय खिलाड़ी भी बनीं। फिलहाल वह विश्व की दूसरे नंबर की खिलाड़ी हैं।

आतंकवादियों को अपनी सरजमीं का इस्तेमान नहीं करने देंगे अफगान पाक

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लंदन, 25 जनवरी, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कल यहां कहा कि उनके देश और अफगानिस्तान के बीच इस बात का समझौता है कि वह आतंकवादी गुटों को अपनी भूमि का इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं देंगे । श्री नवाज शरीफ ने जेनेवा से लंदन आने के बाद संवाददाताओं से कहा कि अफगानिस्तान में कुछ ऐसे आतंकवादी तत्व हैं,जो पेशावर के सैनिक स्कूल और चारसाद्दा यूनिवर्सिटी सहित अन्य स्थानों पर हमले में शामिल रहे हैं । 

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान इस समझौते का पूरी तरह पालन कर रहा है । अफगानिस्तान में निर्वाचित सरकार है, जिसके पास सेना तथा गुप्तचर एजेन्सियां हैं । उनका दायित्व है कि वह आतंकवादी तत्वों के विरुद्ध कार्रवाई करें।

राष्ट्रपति शासन लगाने को चुनौती देगी कांग्रेस

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नयी दिल्ली, 25 जनवरी, कांग्रेस ने मोदी सरकार पर राज्यपालों के जरिए संघ के एजेंडे को आगे बढाने का अारोप लगाते हुए आज कहा कि अरुणाचल प्रदेश में जिस तरह से राष्ट्रपति शासन लगाया जा रहा है वह संविधान का उल्लंघन है और कांग्रेस इसे उच्चतम न्यायालय में चुनौती देगी। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तथा पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने यहां कांग्रेस मुख्यालय में विशेष संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सरकार ने राज्यपालों का इस्तेमाल संघ प्रचारक के रूप में शुरू कर दिया है और वह उनके जरिए संघ के एजेंडे को आगे बढाने के लिए काम कर रही है। 

उन्होंने अरुणाचल प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश को इसी एजेंडे का हिस्सा बताया और कहा कि राज्यपाल ने खुद विधानसभा का सत्र बुलाकर असंवेधानिक कार्य किया है। संविधान के अनुसार खुद सत्र को नहीं बुला सकते। राज्यपाल को सत्र बुलाने का अधिकार है लेकिन वह मुख्यमंत्री और मंत्रिपरिषद की सिफारिश के बाद ही सत्र बुला सकते हैं। कांग्रेस नेता ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश में विधानसभा अध्यक्ष की अवहेलना करके उपाध्यक्ष ने सरकार की मर्जी के अनुरूप काम किया है जबकि खुद उपाध्यक्ष को विधानसभा अध्यक्ष ने पहले ही अयोग्य घोषित किया हुआ है। 

अंबानी , श्री श्री रविशंकर को पद्म विभूषण, अनुपम खेरको पद्म भूषण्

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नयी दिल्ली, 25 जनवरी, दिवंगत उद्योगपति धीरूभाई अंबानी, आर्ट आफ लाइफ के गुरु श्री श्री रविंशंकर, भरतनाट्यम की प्रख्यात नृत्यांगना यामिनी कृष्णमूर्ति , एक्शन हीरो रजनीकांत और जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल जगमोहन समेत 10 हस्तियों को पद्म विभूषण तथा मशहूर फिल्म अभिनेता अनुपम खेर, पूर्व सीएजी विनोद राय, टेनिस स्टार सानिया मिर्जा और बैडमिंटन की मशहूर खिलाड़ी सायना नेहवाल समेत 19 हस्तियों को पद्म भूषण से नवाजा जायेगा। इस बार पद्म पुरस्कारों में किसी को भारत रत्न देने की घोषणा नहीं की गयी है। गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर 112 पद्म पुरस्कारों के लिए की गई घोषणा में 83 हस्तियों को पद्म श्री के लिए चुना गया है जिनमें पिछले दिनों दिवंगत हुए प्रसिद्ध चरित्र अभिनेता सईद जाफरी , हाल ही में अतुल्य भारत की ब्रांड एम्बेसडर बनी अभिनेत्री प्रियंका चोपडा, अभिनेता अजय देवगण, गायिका मालिनी अवस्थी, फिल्म निर्देशक मधुर भंडारकर , नृत्यांगना प्रतिभा प्रह्लाद , राजनीति शास्त्री प्रो. पुष्पेश पंत, मुंबई आतंकवादी हमले में सरकारी वकील रहे उज्ज्वल निकम, जाने माने कमेंटेटर सुशील दोषी और विज्ञापन गुरु पीयुष पांडे प्रमुख हैं। इस बार पद्म पुरस्कार पाने वालों में 19 महिलाएं, 10 विदेशी नागरिक तथा प्रवासी हैं जबकि पांच को मरणोपरांत ये पुरस्कार दिये गये हैं। 

पद्म विभूषण पाने वाली अन्य हस्तियों में मशहूर शास्त्रीय गायिका गिरिजा देवी, मीडिया मुगल रामोजी राव , कैंसर विशेषज्ञ डाक्टर विश्वनाथ शांता, वैज्ञानिक डाॅ. वसुदेव कलकुंटे आत्रे तथा अमेरिका में बसे शिक्षाविद् लेखक अविनाश दीक्षित शामिल हैं। पद्म भूषण पाने वालों में मशहूर शिल्पकार राम वी सुतार, गायक उदित नारायण, पूर्व सांसद एवं तेलुगु लेखक डाॅ. वाई लक्ष्मी प्रसाद, टाइम्स परिवार की उद्योगपति इन्दू जैन, रंगमंच कलाकार एच कन्हैया लाल, मराठी लेखक एवं शिक्षाविद् प्रो एन एस रामानुज तताचार्य , पत्रकार डाॅ. ब्रजिन्द्रर सिंह हमदर्द, डाॅ. प्रो डी नागेश्वररेड्डी, आध्यात्मिक गुरु स्वामी तेजमयनंद, वास्तुशिल्पकार हफीज कांट्रेक्टर, लोक प्रशासक रवीन्द्र चंद्र भार्गव, वैज्ञानिक डाॅ. वेंकटरामाराव अल्ला, अध्यात्मिक गुरु स्वामी दयानंद सरस्वती (मरणोपरांत)तथा अमेरिका के लोक प्रशासक राबर्ट ब्लैकविल एवं आयरलैंड में रहने वाले भारतवंशी उद्योगपति पल्लौनजी शापूरजी मिस्त्री शामिल हैं। पद्म श्री से सम्मानित किये जाने वालों में पत्रकार जवाहर लाल कौल, शिक्षाविद् अशोक मलिक, दिल्ली के रोग विशेषज्ञ डाॅ. प्रवीण चन्द्रा और एम्स की न्यूरोलॉजी विशेषज्ञ डाॅ. एम वी पद्मा श्रीवास्तव प्रमुख हैं। पद्म श्री पाने वाले विदेशी नागरिकों में फ्रांस के पुरातत्वेत्ता माइकल पोस्टल , चीन की योग विशेषज्ञ हुई लान झांग , सब्रिया के योग विशेषज्ञ प्रेड्राग के निकिक शामिल हैं।
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