स्वच्छता समारोह दशहरा मैदान में हुआ आयोजित, करोडों़ के कार्यों का शिलान्यास एवं लोकार्पण
बुदनी विकास खण्ड की 62 ग्रामपंचायतों के खुले में शौचमुक्त होने की घोषण को दशहरा मैदान में स्वच्छता समारोह आयोजित कर मनाया गया जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में पंचायत एवं ग्रामीण मंत्री श्री गोपाल भार्गव ने भाग लिया एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदेश के लोकनिर्माण मंत्री श्री सरताज सिंह ने की। कार्यक्रम में बुदनी विकास खण्ड की 138 गांवों की 62 ग्राम पंचायतों में माननीय नरेन्द्र मोदी के स्वच्छता अभियान को लेकर प्रत्येक गांवों में शतप्रतिशत शौचालय निर्माण करने पर खुले में शौचमुक्त विकासखण्ड की घोषणा की गई । इस दौरान सात करोड़ की लागत से बने रेल्वे ओवर ब्रिज की तीसरी भुजा जो कि होशंगाबाद एवं बुदनी से नसरूल्लागंज को जोड़ेगी का लोकार्पण माननीय मंत्री जी ने किया । वहीं शासकीय महाविद्यालय 3 करोड़ 15 लाख, शासकीय हाई स्कूल टीटीसी बुदनी 56 लाख,शासकीय बालक शाला बुदनी घाट से नर्मदा घाट का सड़क निर्माण 37.56 लाख, जनपद तिराहे से शासकीय माध्यमिक शाला बुदनी घाट तक सड़क निर्माण 3.65 करोड़, वार्डों में नाली निर्माण के 79.30 लाख सहित अन्य विकास कार्यों का लोकार्पण किया गया। वहीं 23.43 करोड की लागत के कार्य जिनमें आईटीआई, बालक छात्रावास, बुदनी जलप्रदाय योजना, दशहरा मैदान में नवीन सामुदायिक भवन, मछवाई से जैत मार्ग तथा जैत से नारायण पुर मार्ग का चैड़ीकरण कार्य का शिलान्यास किया गया । दशहरा मेैदान में आयोजित स्वच्छता कार्यक्रम में मुख्य अतिथि श्री गोपाल भार्गव ने दिव्यांग जनों को सम्मानित किया। संबोधित करते हुए कलेक्टर डा़ सुदाम खाड़े ने कहा कि 10 दिसंबर को विकास खण्ड के 62 ग्राम पंचायतों के जनप्रतिनिधियों, सरपंच, सचिव एवं निगरानी के कार्यकर्ताओं ने एक जुट प्रयास कर विकास खण्ड को प्रदेश में नामांकित किया । प्रशासन से ज्यादा जनप्रतिनिधियों ने आगे आकर काम किया जो कि सराहनीय है ।कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रदेष के लोकनिर्माण मंत्री श्री सरताज सिंह ने कहा कि नीति, नेता एवं नियत सही हो तो विकास को कोई नहीं रोक सकता, प्रदेष के मुखिया एवं बुदनी की लाड़ले श्री शिवराज सिंह चैहान प्रदेश को कृषि राज्य का दर्जा दिलाया बीमारू राज्य से मुक्ति दिलाकर मध्यप्रदेष को उभरते हुंए अग्रणी राज्य के रूप में स्थापित किया । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री गोपाल भार्गव ने अपने संबोधन में कहा कि बुदनी विकास खण्ड प्रदेश में इंदौर के ग्रामीण क्षेत्र के बाद दूसरा स्थान है जो खुले में शौच से मुक्त होकर प्रदेष में अपनी पहचान बनाने में सफल रहा है सीहोर जिले के युवा कलेक्टर डाॅ सुदाम खाड़े एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ आर आर भोंसले के निरंतर मार्गदर्शन में विकास खण्ड खुले में शौचमुक्त होने में सफल हुआ है । कार्यक्रम में बुदनी विकास खण्ड को खुले में शौच मुक्त करने के प्रयास में अग्रणी भूमिका निभाने वाले उपायुक्त एवं पूर्व मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत बुदनी श्री अजीत तिवारी, वर्तमान मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री नवल मीणा एवं जनपद समन्वयक श्री योगेश राठौर को सम्मानित किया गया । स्वच्छता महोत्सव कार्यक्रम में उपस्थित मुख्य अतिथि एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रदेष के मंत्री ने स्वच्छता गाथा का विमोचन किया, वहीं कार्यक्रम में उपस्थित ग्राम पंचायतों के सरपंच एवं सचिवों का सम्मान करने के बाद उपस्थित जनप्रतिनिधियों एवं नागरिकों को स्वच्छता की शपथ दिलाई । इस अवसर मध्यप्रदेश वेयर हाउस कार्पोरेषन के अध्यक्ष श्री राजेन्द्र सिंह राजपूत, मार्कफैड अध्यक्ष श्री रमाकांत भार्गव, वनविकास निगम अध्यक्ष गुरूप्रसाद शर्मा, भाजपा जिलाध्यक्ष श्री रघुनाथ भाटी, जिला पंचायत अध्यक्ष उर्मिला मरेठा, जनपद अध्यक्ष श्रीमति विमला साहू, नगर परिषद बुदनी अध्यक्ष श्रीमति पुष्पा राजपूत, सोहागपुर विधायक विजय पाल सिंह सहित अन्य अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे ।
10 फरवरी को आयोजित होगा राष्ट्रीय कृमिमुक्ति दिवस
10 फरवरी 2016 को आयोजित राष्ट्रीय कृमिमुक्ति दिवस पर जिले के लगभग 3 लाख 39 बच्चांे को कृमिनाषन एलबेंडाॅजोल की गोली खिलाई जाएगी। जिला स्तर पर कार्यक्रम का शुभारंभ जिला कलेक्टर डाॅ.सुदाम खाडे़ द्वारा दोपहर 12 बजे शासकीय जिला उत्कृष्ट वि़द्यालय सीहोर में किया जाएगा। लक्ष्य अनुरूप गोली खिलाने के निर्देष जिला स्तर से समस्त बीएमओ को जारी किए गए है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ.आर.के.गुप्ता ने बताया कि 10 फरवरी 2016 को आयोजित राष्ट्रीय कृमिनाषक दिवस पर 1 से 2 वर्ष तक के बच्चों को एलबेंडाजाॅल की 400 मिलीग्राम की आधी गोली चूरा करके तथा 2 से 19 वर्षीय बच्चों को यह गोली चबाकर खानी है। ज्ञात हो कि कृमिनाषन कार्यक्रम के अंतर्गत शरीर में होेने वाली खून की कमी को दूर किया जा सकता है वहीं शरीर के पोषक तत्वों का भी उचित उपयोग होता है तथा शालाओं व आंगनबाड़ी केन्द्रों पर बच्चों की उपस्थिति में वृद्धि होती है। यह कार्यक्रम 10 फरवरी 2016 को जिले के समस्त आंगनबाड़ी तथा समस्त शासकीय शालाओं में आयोजित किया जाएगा जिसमें बच्चों को गोली का सेवन करना है। उन्होंने बताया कि इस संबंध में आवष्यक कार्यवाही किए जाने के निर्देष समस्त बीएमओ को दिए गए हैं। डाॅ.गुप्ता ने बताया कि जो बच्चे 10 फरवरी को गोली खाने से वंचित रह जाएंगे उन्हें 15 फरवरी 2016 को माॅपअॅप दिवस पर गोली खिलाई जाएगी। कार्यक्रम की सफलता के लिए शासकीय विद्यालयों के षिक्षकों तथा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रषिक्षित कर एलबेंडाजाॅल की गोली का वितरण किया जा चुका है। इस संबंध में लक्ष्यअनुरूप बच्चों की सफलता के लिए जिला षिक्षा अधिकारी तथा जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी द्वारा अधीनस्थ समस्त अधिकारियों को अपने स्तर पर निर्देषित किया है।
संचालक उद्यानिकी ने किया फसल निरीक्षण
आज श्री महेन्द्र सिंह धाकड़ आयुक्त सह संचालक उद्यानिकी एवं प्रक्षेत्र वानिकी मध्यप्रदेश शासन द्वारा जिले में संचालित योजनाओ की समीक्षा की गई एवं कृषकों के खेतो पर जाकर निरीक्षण किया गया, ग्राम सारंगाखेडी विकासखण्ड सीहोर के कृषक श्री आनंद कुशवाह के खेत पर मल्चिंग तकनीक पर सब्जी उत्पादन एवं ड्रिप/स्प्रिंकलर का निरीक्षण किया एवं निर्माणाधीन पाॅलीहाउस का भी निरीक्षण किया। ग्राम किलेरामा विकासखण्ड आष्टा के कृषक श्री इन्दरसिंह परमार द्वारा मल्चिंग एवं उच्च तकनीक पर संधारित मिर्च की खेती का अवलोकन किया कृषक द्वारा चर्चा करते हुए यह अवगत हुआ कि कम पानी होते भी प्रति इकाई से क्षेत्रफल से बेहतर लाभ प्राप्त किया जा सकता है। इन्दर सिंह परमार ने अवगत कराया कि प्रति एकड मिर्च से लगभग 2-3 लाख की मिर्च का विक्रय संभावित है। जबकि लागत मान 60-70 हजार रूपये प्रति एकड है। ग्राम जगन्नाथपुरा में स्ट्रावरी की खेती उद्यानिकी विभाग की सलाह एवं ड्रिप पद्वति का अवलोकन किया गया जहाॅ कृषक श्री अजय भाद्रावज जी द्वारा स्ट्रावेरी की खेती की संपूर्ण जानकारी दी गई एवं बेहतर लाभ से भी अवगत कराया गया। संचालक द्वारा विभागीय योजनाओं के क्रियान्वयन पर प्रसन्नता व्यक्त की गई। इस अवसर पर संयुक्त संचालक उद्यान संभाग भोपाल श्री आई.बी.पटेल सहायक संचालक उद्यान जिला सीहोर श्री पुरूषोत्तम जोशी एवं श्रीमति भारती पाटिल ग्रा.उ.वि.अ. विकासखण्ड सीहोर, श्री दिलीप ंिसह परमार ग्रा.उ.वि.अ. एवं श्री ज्ञानंिसह बर्डे ग्रा.उ.वि.अ. विकासखण्ड आष्टा भी उपस्थित थे।
हाईस्कूल एवं हायर सेकेण्डरी परीक्षा 2016 की तैयारियां पूर्ण
माध्यमिक शिक्षा मण्डल द्वारा आयोजित हाईस्कूल एवं हायर सेकेण्डरी परीक्षा वर्ष 2016 की तैयारियां पूर्ण हो चुकी है।
परीक्षा केन्द्रों का निर्धारण
जिला शिक्षा अघिकारी सीहोर माध्यमिक शिक्षा मण्डल द्वारा आयोजित हाईस्कूल एवं हायर सेकेण्डरी परीक्षा2016 के लिये कुल 95 परीक्षा केन्द्र निर्धारित किये गये है। जिनमें दो अशासकीय विद्यालयों को परीक्षा केन्द्र बनाया गया है। (अ) अशासकीय सरस्वती विद्या मंदिर अदालत के पीछे सीहोर तथा (ब) अशासकीय भारती विद्या मंदिर बुदनी ।
अतिसंवेदनशील परीक्षा केन्द्र
जिले में अतिसंवेदनशील परीक्षा केन्द्रों की संख्या कुल 8 है। इन परीक्षा केन्द्रों पर स्वाध्यायी छात्र होने के कारण इन्हंें अतिसंवेदनशील घोषित किया गया है,जिनके नाम निम्नानुसार है-
(1) शा.उत्कृष्ट विद्यालय सीहोर क्र1 सीहोर। (2) शा.आवासीय खेलकूद संस्था सीहोर।
(3) शा. उत्कृष्ट उ.मा.वि. बुदनी। (4) शा. कन्या उ.मा.वि. बुदनी।
(5) शा. हाईस्कूल टी.टी.सी. बुदनी। (6) शा. उ.मा.वि. कन्या आष्टा।
(7) शा. उ.मा.वि. कन्या नसरूल्लागंज। (8) शा. उ.मा.वि. कन्या इछावर।
जिले के समस्त परीक्षा केन्द्राध्यक्षों को कलेक्टर द्वारा परीक्षा की विश्वसनीयता एवं पारदर्शिता के साथ आयोजन किये जाने हेतु विशेष निर्देश जारी किये गये । म.प्र. मान्यता प्राप्त परीक्षा अधिनियम 1937 के प्रावधान लागू किये जाने के निर्देश दिये गये है जिसमें परीक्षा केन्द्र पर अनुचित साधन का प्रयोग करना 100 मीटर की परिधि में आवछित व्यक्तियों का प्रवेश प्रतिवंधित रहेगा । यदि केन्द्र पर नकल सामग्री या अनुचित साधनों का प्रयोग होते पाया जाता है एवं इस कार्य में सलग्न व्यक्ति / कर्मचारियो के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की जावेगी । अधिनियम के प्रावधान के अन्तर्गत परीक्षा केन्द्र के 100 मीटर की परिधि के अन्दर अनावश्यक व्यक्ति प्रवेश करने की चेष्टा करते है एवं अनुचित साधनों का प्रयोग करने या कराने में सहयोग करते हेै तो उनके विरूद्ध एफ.आई.आर दर्ज करायी जावेगी । अनुचित साधनों का प्रयोग एवं इस कार्य में सहयोग करने या कराने वाले दोषी व्यक्तियों के विरूद्ध अधिनियम के अन्तर्गत तीन वर्ष के कारावास एवं 5000/- रूपये की सजा का प्रावधान है । जिले के संवेदनशील परीक्षा केन्द्रो पर प्रथम /दितीय श्रेणी के अधिकारी आब्जर्वर नियुक्त किये गये है। सभी एस.डी.एम. के निर्देशन में परीक्षा केन्द्रो पर निरीक्षण हेतु उडनदस्ते गठित किये गये है, इसके साथ ही जिला स्तर पर उडनदस्तो का गठन किया गया है । परीक्षा अवधि में सभी परीक्षा केन्द्रो का सतत् एवं सघन निरीक्षण करने के निर्देश जारी किये गये। परीक्षा अनिवार्य सेवा घोषित की गई है। जिसमें परीक्षा में नियुक्त सभी अधिकारी कर्मचारी केन्द्राध्यक्ष/सहायक केन्द्राध्यक्ष/पर्यवेक्षक/लिपिक आदि परीक्षा कार्य से इन्कार करता है,तो उसके विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही प्रस्तावित की जावेगी।