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कश्मीर में सेना का कैप्टन शहीद

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श्रीनगर 21 फरवरी, दक्षिणी कश्मीर के पमपोर में आतंकवादियों और सुरक्षाबलों के बीच गोलीबारी में सेना के एक कैप्टन शहीद हो गये हैं। रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल एन एन जोशी ने बताया कि इमारत में कल से आतंकवादी छिपे हुए थे। सुबह होने के साथ ही आतंकवादियों के खिलाफ सुरक्षाबलों ने अभियान शुरू किया। 

जवानों ने जब इमारत में घुसने की कोशिश की तभी आतंकवादियों ने अंधाधुंध गोलियां चलानी शुरू कर दीं जिसमें सेना के एक कैप्टन गंभीर रूप से घायल हो गये और अस्पताल ले जाने से पहले ही उनकी मौत हो गई। कर्नल जोशी ने बताया कि आतंकवादियों के खिलाफ अभियान जारी है।

दक्षिणी कैरोलिना में ट्रंप जीते,नेवादा में क्लिंटन

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लाॅस वेगास.कोलंबिया 21 फरवरी, अमेरिका में राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी के लिये हो रहे चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के डोनाल्ड ट्रंप ने आज दक्षिणी कैरोलिना क्षेत्र में जीत दर्ज की वहीं डेमाेक्रेटिक उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन ने बर्नी सैंडर्स को हराकर नेवादा में जीत हासिल की। 

69 वर्षीय श्री ट्रंप ने फ्लोरिडा के सीनेटर मार्को रुबियो को आसानी से पराजित कर जीत दर्ज की। वहीं टेक्सास के सीनेटर टेड क्रूज तीसरे स्थान पर रहे। श्री ट्रंप को कुल 34.1 फीसदी मत मिले जबकि श्री रुबियो को 21.6 और श्री क्रूज को 21.5 फीसदी मत प्राप्त हुये। 

श्री ट्रंप की यह लगातार दूसरी जीत है। इससे पहले वह गत नौ फरवरी को न्यू हैंपशायर प्रांत में चुनाव जीत चुके हैं। दूसरी तरफ डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार श्रीमती क्लिंटन ने नेवादा में श्री सैंडर्स को हराकर जीत दर्ज की । श्रीमती क्लिंटन को कुल 52.5 वोट प्राप्त हुये जबकि श्री सैंडर्स को 47.4 फीसदी वोट मिले। 

स्वास्थ : कैंसर पीडित के लिए जागरूकता की सवारी

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दिल्लीः स्काॅट स्पोर्ट्स इंडिया, प्रीमियम स्विस साइकिल ब्राण्ड ने वुर्ली 545 और सेंट जूड के एनजीओ के साथ हाथ मिलाते हुए वुर्ली 545, विभिन्न व्यक्तियों ने एक साइकिल अभियान लिया है। वरिष्ठ प्रबंधन अधिकारियों और डाॅक्टरों ने कैंसर से लड़ रहे वंचित बच्चों के लिए 1.5 करोड़ जुटाने के लिए 60 घंटे की इंडिया गेट, दिल्ली से गेटवे आॅफ इंडिया, मुंबई तक 1492 किमी0 दूरी की साइकिल मैराथन चुनौती स्वीकार की। स्विस साइकिल ब्राण्ड, स्काॅट स्पोर्ट्स इंडिया, इस परोपकार की सवारी बाइक समर्थन चैरिटी ने साइकिल चालकों को उनकी सवारी के लिए प्रीमियम साइकिल के साथ मदद की, । वुर्ली 545 द्वारा इस्तेमाल साइकिलें बाद में नीलाम करने के बाद प्राप्त धन राशि, कैंसर प्रभावित बच्चों की देखभाल के एनजीओ को दान किया जाएगा। टीम ने पहले से ही 1.20 करोड़ रुपये जुटा लिए है!!

जयमिन शाह, कंट्री मैनेजर, स्काॅट स्पोर्ट्स इंडिया ने प्रेमबाबू शर्मा को बताया, ’’स्काॅट की विचारधारा का कोई शाॅर्टकट नहीं है। इस सवारी के साथ हम कैंसर प्रभावित वंचित बच्चों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए अपना छोटा सा योगदान कर रहे हैं। अगले साल हमारे स्काॅट ओनर क्लब के दौरान बाइक सवारी से सेंट जूड के लिए धन जुटाने में मदद मिलेगी। हम वुर्ली 545 टीम का बेहद समर्थन कर रहे हैं जिसने हमें इस शानदार पहल के लिए सहभागी बनने का अवसर प्रदान किया है।

परोपकार की सवारी रिले प्रारूप में सवार के 3 सेट हैं, प्रत्येक सवार 3 दिन में 200 किमी0/दिन के समान करीब 500 किमी0 की दूरी तय करेगा, सवारों का प्रत्येक सेट एक बार में 4 घंटे (100 किमी0) की सवारी करेगा। साइकिल चालक नीचे दिए गए मार्ग इण्डिया गेट, दिल्ली से गेटवे आॅफ इंडिया, मुंबई का अनुसरण करेगा।

विद्यावाचस्पति की मानद उपाधि से वरिष्ठ पत्रकार राजीव रंजन सम्मानित

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एक दैनिक अखबार के ब्यूरो चीफ व वरिष्ठ पत्रकार राजीव रंजन को विक्रमशीला हिंदी विद्यापीठ भागलपुर के द्वारा विद्यावाचस्पति की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया। इन्हें यह उपाधि उनकी सुदीर्घ हिंदी सेवा, सारस्वत साघना, कला के क्षेत्र में महत्वपूर्ण उपलब्धियां, शैक्षिक प्रदेयों, महनीय शोधकार्य एवं राष्ट्रीय प्रतिष्ठा के आधार पर विद्यापीठ की अकादमिक परिषद की अनुशंसा पर दी गई है। 

राजीव रंजन को उज्जैन से आए विद्यापीठ के कुलाधिपति डॉ.सुमन भाई एवं विक्रमशीला हिंदी विद्यापीठ के कुलपति डॉ. तेजनारायण कुशवाहा के द्वारा भागलपुर में आयोजित २० वां महाधिवेशन सह सम्मान समारोह में दिया गया। इस मौके पर देश के विभिन्न राज्यों के साहित्य जगत से जुड़े गणमान्य साहित्यकार व कला प्रेमी मौजूद थे। कार्यक्रम में झारखंड से संयोजक बनाए गए पंडित अनूप कुमार वाजपेयी भी मौजूद थे। बता दे कि इससे पूर्व राजीव रंजन को राष्ट्रीय व राज्य स्तर पर मीडिया फेलोशिप समेत पत्रकारिता के क्षेत्र में विशिष्ट कार्यों के लिए सम्मानित किया जा चुका है।

प्रोग्रसिव एडवोकेट एसोसिएशन की संयोजन समिति का गठन, कमलेश शर्मा चुने गये संयोजक

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  • 22-28 फरवरी तक लोकतंत्र व न्याय बचाओ सप्ताह मनाने का निर्णय लिया गया

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पटना 21 फरवरी 2016, आज भाकपा-माले कार्यालय में बिहार के विभिन्न कोनों से आए वकीलों को लेकर प्रागेसिव एडवोकेट एसोसिएशन की संयोजन समिति का गठन हुआ. बैठक में सर्वसम्मति से कमलेश शर्मा को संयोजक चुना गया. संयोजन समिति में धीरज सागर, आनंद कुमार, पवन कुमार वर्मा (पटना), राघव शाह (मोतिहारी), अमित कुमार बंटी, सुरेन्द्र राय व वृन्दा सिंह (भेाजपुर), अनिल पटेल (नालंदा) और अरूणाभ शेखर (भागलपुर) चुने गये. बैठक में भाकपा-माले के राज्य सचिव काॅ. कुणाल और पोलित ब्यूरो सदस्य काॅ. धीरेन्द्र झा भी शामिल थे. 

संयोजक कमलेश शर्मा ने कहा कि लोकतंत्र, न्याय व मानवाधिकार पर बढ़ते हमले के खिलाफ मुखर प्रतिरोध को सामने लाने के लिए प्राग्रेसिव एडवोकेट का गठन किया गया है. बैठक में यह तय हुआ कि जिलों में सांगठनिक ढांचा खड़ा करते हुए राज्यस्तरीय सम्मेलन की ओर बढ़ने का फैसला लिया गया. बैठक में प्रस्ताव लिया गया कि जेएनयू के छात्रों की अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला हो रहा है, यह बेहद निंदनीय है. पटियाला कोर्ट कांड में आरएसएस समर्थित वकीलों द्वारा छात्र नेताओं पर हमला और कानून को अपने हाथ में लेने की घटना लोकतंत्र के लिए खतरनाक है. हमारा संगठन पूरे देश में न्याय के संघर्ष का समर्थन करती है.

उन्होंने कहा कि रोहित वेमुला के न्याय व उसकी मौत के जिम्मेवार दोनों केंद्रीय मंत्रियों स्मृति ईरानी और बंडारू दत्तात्रेय को बर्खास्त किया जाना चाहिए. कन्हैया कुमार, जेएनयूएसयू अध्यक्ष (एआइएसएफ), रामा नागा, जेएनयूएसयू उपाध्यक्ष (आइसा), आशुतोष, जेएनयूएसयू पूर्व अध्यक्ष (आइसा), अनंत प्रकाश, पूर्व उपाध्यक्ष, जेएनयूएसयू (आइसा), श्वेता राज, काउंसिलर, जेएनयूएसयू (आइसा), और उमर खालिद, अनिर्बण भट्टाचार्य व ऐश्वर्या (छात्र, जेएनयू) पर से देशद्रोह का मुकदमा और जेएनयू से निलंबन अविलंब वापस लेने की भी मांग करते हैं. चिंटू कुमारी, पूर्व महासचिव, जेएनयूएसयू (आइसा) सहित अन्य छात्र नेताओं को फंसाने की साजिश बंद होनी चाहिए. बैठक में यह भ्ीा तय किया गया कि लोकतंत्र व न्याय के सवाल पर आगामी 22-28 फरवरी तक पूरे बिहार में लोकतंत्र व न्याय बचाओ सप्ताह मनाया जाएगा.

भाकपा ने सजा पर चिंता जताया

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पटना, 21 फरवरी। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिवमंडल ने पार्टी के राज्य सचिव कामरेड सत्य नारायण सिंह को खगडि़या की एक अदालत द्वारा जनआंदोलन से संबंधित एक मामले में दो साल की सजा सुनाये जाने पर चिंता जताते हुए कहा कि ऐसा इसलिए होता है क्योंकि देष की अपराध प्रक्रिया संहिता और दण्ड विधान प्रक्रिया के ऐसे सभी प्रावधान ब्रिटिष उपनिवेषनवादी शासन से विरासत के रूप में मिले हैं और आजादी के प्रायः सात दषक पूरे होने के  दौर में भी उन्हें उसी स्वरूप में ढोया जा रहा है। 
स्मरणीय है कि 16 अक्टूबर, 2000 ई॰ को जन समस्याओं व मांगों के लेकर चलाये गये जनआंदोलन का नेतृत्व करने को कारण बनाकर  भाकपा नेता पर मुकदमा चलाया गया और अब 16 वर्ष बीत जाने पर सजा भी सुना दी गयी है, भले ही कोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी हैं और आगे ऊपरी न्यायालय में अपील का दरवाजा खुला हुआ है।भाकपा के राज्य सचिवमंडल की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि पार्टी न्यायपालिका का पूरा सम्मान करती है, इसलिए उक्त फैसले के विरूद्ध विहित न्यायिक प्रक्रिया के अन्तर्गत ऊपरी न्यायालय में चुनौती दी जाएगी जहाँ से न्याय मिलने का पार्टी को पूरा भरोसा है। 
चूँकि मामला किसी वैयक्तिक लाभ अथवा अपराध का न होकर संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति ओर संगठन के मौलिक अधिकारों (देखे धारा 19) से संबंधित है, इसलिए ऐसे मामलों के संबंध में ढोये जा रहे औपनिवेषिक कानूनों को बदला जाना जरूरी हैं क्योंकि इसका सहारा लेकर जनता की आवाज को दबाने का काम हुक्मरानों और प्रषासन तंत्र के द्वारा किया जाता रहा है जो कि लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए गंभीर चुनौती बनता चला गया है। सचिवमंडल का निष्चित मत है कि सरकारों को और न्यायपालिका को भी ऐसे लोकतंत्र विरोधी कानूनों को समाप्त करने की पहल करनी चाहिए जो व्यक्ति और समूह के मौलिक अधिकारों को ही चुनौती देता है। 

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर (21 फ़रवरी)

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भाजपा ने जेयूएन के खिलाफ दिया प्रभावी धरना

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झाबुआ---भारतीय जनता पार्टी नगर मडल झाबुआ एवं गा्रमीण मंडल द्वारा जिला मुख्यालय पर फव्वारा चैक बस स्टेंड पर जेएनयू में राष्ट्र विरोधी नारे लगाने  तथा कांग्रेस पार्टी अन्य साम्यवादी दलों द्वारा जेयूएन के छात्रों द्वारा अफजलगुरू की बरसी के अवसर पर लगाये गये देशविरोधी नारों के विरोध में प्रभावी घरने का आयोजन किया गया । इस अवसर पर जिला भाजपा अध्यक्ष दौलत भावसार, विधायक शांतिलाल बिलवाल, पूर्व जिलाध्यक्ष शैलेष दुबे, प्रदेश अजजा मोर्चा के महामंत्री कल्याणसिंह डामोर, नगरपालिका अध्यक्ष धनसिंह बारिया, नगर मंडल अध्यक्ष बबलू सकलेचा, गा्रमीण मंडल अध्यक्ष हरू भूरिया,पण्डित महेन्द्र तिवारी, महामंत्री कीर्ति भावसार,  भूपेश सिंगाड अल्संख्यक मोर्चा अध्यक्ष इरशाद कुरेशी, गोपालसिंह पंवार, पूनम कोठारी, मेजिया कटारा, लाला गुण्डिया, विनोद मेडा, प्रतिभा, निर्मला अजनार, जमुनावाखला, ओमप्रकाश शर्मा, रोशन आरा,मस्साबाई, विवके वसुनिया,बाजलाबाई गुण्डिया ओ पी राय, दिलीप कुश्वाह,रमेश शर्मा, पार्षद नंदलाल रेड्डी, सईदुल्लाखान,  सहित बडी संख्या में नगर मंडल एवं ग्रामीण मंडल के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे । धरने को सबंाधित करते हुए जिला भाजपाध्यक्ष  दौलत भावसार ने संसद हमले के मुख्य आरोपी अफजलगुरू को कांग्रेस सरकार के समय दी गई मांसी की सजा मिली थी वही कांग्रेसी लोग अब जेयूएन में इसी देशद्रोही  की फांसी की वर्षगांठ पर  जेयूएन मे देश विरोधी नारे लगाये जारहे है और भारत को चुनौति दे रहे है । भावसार ने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहूल गांधी के द्वारा जेयूएन मे जाकर इन देशद्रोहियों का समर्थन करना शर्मनाक है । श्री भावसार ने ऐेसे तत्वों के खिलाफ प्रभावी कार्यवाही तथा तथा राहूलगांधी पर भी देशद्रोह का मुकदमा चला कर सजा दिलाने की मांग की । विधायक शांतिलाल बिलवाल ने अपने उदबोधन में  जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी मेे चल रही राष्ट्रविरोधी गतिविधियो का जिक्र करते हुए कहा कि यहां की शिक्षा व्यवस्था में आईएएस आदि देश के लिये घातक सिद्ध हो रहे है । देश के प्रथम प्रधानमंत्री के नाम से स्थापित इस विश्वविद्यालय में देश के खिलाफ गतिविधियों के चलते इसे बंद करने की  मांग की है । पूर्व जिला भाजपाध्यक्ष शैलेष दुबे ने भी धिक्कार दिवस पर संबोधित करते हुए देशद्रोहियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की । अफजलगुरू के समर्थन मे देशद्रोहियों द्वारा की गई नारेबाजी करने वालों के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाही करने की मांग की । उन्होने कांग्रेस पार्टी के उपाध्यक्ष राहूल गांधी के कृत्यों की निंदा करते हुए कडी कार्यवाही करने की मांग की । नपा  अध्यक्ष धनसिंह बारिया ने भी संबोधित करते हुए  देशद्रोहियों की फांसी की मांग की । ओपी राय ने  इस दिवस को धिक्कार दिवस के रूप मे मनाने की बात की । पण्डित महेन्द्र तिवारी ने अपने संबोधन में जेयूएन के बारे में जिक्र करते हुए कहा कि 1019 हेक्टेयर जमीन मे बना है  यहा के छात्र केवल 300 रूपये वार्षिक फिस जमा करते है मात्र 11 रूपये प्रतिमाह में इन्हे होस्टल सुविधा मिलती है । इन्हे भोजन निशुल्क मिलता है तथा यहां देशद्रोही पैदा हो रहे है ।  3 घंटे तक चले इस कार्यक्रम का सफल संचालन कीर्ति भावसार ने किया अन्त में राष्ट्रगीत के साथ धरने का समापन हुआ । आभार प्रदर्शन के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ ।

कल्याणपुरा में भी आयोजित हुआ विरोध धरना 

कल्याणपुर---भाजपा मंडल कल्याणपुरा द्वारा आज कल्याणपुरा में पुराने बस स्टेण्ड पर रदन में चल रहे देश विरोधी गतिविधि व उसके समर्थन में आये तमाम पार्टी और काग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के कृत्य की घोर नींद की एव धरना प्रदर्शन किया साथ ही कहा की धिक्कार है जो देश में रहते हुए भी देश द्रोहीयो का साथ देने वाले भी देश द्रोही हे कार्यक्रम को जिला पंचायत सदस्य मेगजी अमलियार प्रवीण सुराणा ने भी अपने विचार रखे व आभार मंडल महामंत्री प्रकाश राठौर ने माना उक्त धरना प्रदर्शन में रामचंद्र भाबर राजेश भटेवरा धीरज बुंदेला गगन पांचाल नेमा भाबर नयन जैन सहित अन्य कार्यकर्ता भी थे कार्यक्रम को धिक्कार दिवस कहा गया ।

पंचतत्व संरक्षण यात्रा में नाटक के माध्यम से दिलवाया पंचतत्व के संरक्षण का  संकल्प
  • जल को बचाना है पेड़ को लगाना है जैसे नारों से किया रैली आयोजन
  • गंाव -गांव जाकर किया जा रहा है पंचतत्व संरक्षण हेतु जागरूक

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झाबुआ ---म.प्र.जन अभियान परिषद् द्वारा पंचतत्व के संरक्षण पर दिनांक 16 से 22 फरवरी तक यात्रा का आयोजन जिले के विभिन्न ब्लाकों में किया जा रहा है जिसमें पंचतत्व संरक्षण पर आधारित नुक्कड नाटक, रैली एवं संगोष्ठि चैपाल आदि के माध्यम से लोगो को जागरूक किया जा रहा है । पांचवे दिन की यात्रा का प्रारंभा थांदला ब्लाक से हुआ । जिसमें स्थानीय नवांकुर संस्था ‘‘आव्हान सो’यल वेलफेयर आर्गनाईजे’ान‘‘ के सहयोग से ब्लाक के 5 ग्रामों में भ्रमण किया एवं पंचतत्व संरक्षण पर आधारित नुक्कड नाटक, रैली एवं रात्रि चैपाल जैसे कार्यक्रमों का आयोजन किया गया । पांचवे दिन की यात्रा का प्रारंभ थांदला विकासखण्ड के खवासा ग्राम से किया गया जहाॅ पर कन्या विद्यालय में नाटक का मंचन एवं जागरूकता रैली का आयोजन किया गया जिसमें स्कूली छात्रों द्वारा जल संरक्षण , वायु संरक्षण, पर्यावरण संरक्षण, भूमि संरक्षण आदि पर आधारित नारों के साथ रैली निकाली गई जिसमें छात्रों के साथ-साथ स्कूल स्टाॅफ की भागीदारी रही। इसके प’चात् यात्रा दल द्वारा मकोडिया ग्राम, रन्नी, में कार्यक्रम का आयोजन किया। इसके प’चात् कसाडिया ग्राम संगोष्ठि का आयोजन किया जिसमें जिला समन्वयक वीरेन्द्रसिंह ठाकुर द्वारा प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए इस यात्रा आयोजन का उद्दे’य बताया वही स्थानीय ग्राम कसाडिया के उत्कृष्ट कार्यो पर आधारित फिल्म भी ग्रामीणों को दिखाई । इसके बाद ग्राम सुजापुरा में नुक्कड नाटक का मंचन किया गया ।

बुरी नियत से हाथ पकडा 

     झाबुआ--- फरियादि ने बताया कि आश्रम में थी की आरोपी रमण पिता सकना पारगी निवासी बालवासा का आया व बुरी नीयत से हाथ पकडा व बोला कि तेरा आदमी कहां है। उसने मुझे अधीक्षक के पद पर से हटाया है कहकर छीनाछपटी की बाद चिल्लाने पर भाग गया। प्रकरण में थाना काकनवानी में अप0क्र0 24/16, धारा 354,506 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

बलात्कार कर जानसे मारने कि घमकी दी

झाबुआ--- फरियादिया ने बताया कि वह अपने बाबा के घर कविता के साथ घर के बहार ढालिये में सोई थी। आरोपी राकेश पिता धन्ना देवदा निवासी महुडी का आया व मुह दबाकर अंदर ले गया व जबरन बलात्कार किया, बात किसी को बताने पर जाने मारने की धमकी दी। प्रकरण में थाना कालीदेवी में अप0क्र0 24/16, धारा 376,506 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

अपहरण कर दो दिन तक किया बलात्कार

झाबुआ---   फरियादिया ने बताया कि वह अपने घर जाने के लिये कल्याणपुरा के पास पुलिये पर खडी थी। आरोपी रमेश पिता रायसिंह पटलिया एवं अन्य एक निवासीगण धावडिया के मोटर सायकल लेकर आये व जबरन फरियादी का मुंह दबा दिया व चिल्लाने पर जान से मारने की धमकी देकर मोटर सायकल पर बिठा कर गेहु के खेत में ले जाकर आरोपी रमेश ने दो दिन तक बलात्कार किया व बाद छोडकर चला गया। प्रकरण में थाना कल्याणपुरा में अप0क्र0 41/16, धारा 376-डी, 506 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

संताल परगना का संपूर्ण विकास सरकार की प्राथमिकता : रघुवर दास

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कीसी भी राज्य के समग्र विकास की ठोस बुनियाद आधारभूत संरचनाएँ होती है। सुगम यातायात व दुरस्त सड़कों का जाल इसकीं पहली प्राथमिकता है। राज्य के अंदर ही नहीं बल्कि देश के दूसरे क्षेत्रों से भी सुगम आवागमन बहाल कर विकास का मार्ग प्रश्स्त करना राज्य सरकार की प्राथमिकता है। दुमका के गाँधी मैदान में 310 करोड़ रुपये की लागत से 10 पथ परियोजनाओं के लोकार्पण सहित 600 करोड़ रुपये की लागत से 6 पथ परियोजनाओं के शिलान्यास कार्यक्रम में अपार जनसमूह को सम्बोधित करते हुए दिन रविवार (21 फरवरी 2016) को उपरोक्त बातें सूबे के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कही। झारखण्ड सरकार में समाज कल्याण व अल्पसंख्यक मामलों की मंत्री डा0 लुईस मरांडी, गोड्डा के भाजपा सांसद निशिकांत दूबे, जरमुण्डी के काॅग्रेसी विधायक बादल पत्रलेख, नगर परिषद अध्यक्षा अमिता रक्षित, अपर सचिव पथ निर्माण विभाग झारखण्ड राजबाला वर्मा, मुख्य अभियंता रासबिहारी सिंह, आयुक्त संताल परगना प्रमण्डल, दुमका एन के मिश्र, डीआईजी देव बिहारी शर्मा, उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा व पुलिस अधीक्षक दुमका, विपुल शुक्ला की उपस्थिति में मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि उप राजधानी दुमका व संताल परगना  प्रमंडल में संपूर्ण विकास सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री ने कहा राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के सपनों को यह सरकार पूरा करेगी। राष्ट्रपिता की सोंच थी कि शहरों की सुविधाएँ ग्रामों को प्राप्त हो। उन्होनें कहा सूबे की सवा तीन करोड़ की आबादी की आशाओं-आकांक्षाओं को पूरा करना सरकार का दायित्व है। अभी तक की सरकारें जनता से दूर थी। दलित, पिछड़ी जातियों सहित अल्पसंख्यकों व अन्य पिछड़े तबकों के नाम पर अभी तक राजनीति ही की जा रही थी। 

श्री दास ने कहा आदिवासी युवक-युवतियों से अपील है कि वे अपने-अपने अधिकारों के लिये आवाज उठाएँ। संकीर्ण सोंच वाले नेताओं के फूट डालो-शासन करो की नीति से उपर उठें। युवा अपने क्षेत्र से संबंधित विकास का सुझाव दें सरकार उसे अवश्य पूरा करेगी। उन्होनें कहा आदिवासी समाज की महिलाएँ काफी मेहनती होती हैं। नारी अबला नहीं रही, वह सबला हो चुकी है। उनमें काफी सहनशीलता है। विपरित परिस्थितियों में भी घर-परिवार चलाने की उनमें दक्षता होती है। महिलाओं के उत्थान के लिये बजट में 43 प्रतिशत का प्रावधान किया गया है। एसएचजी ग्रुप के तहत एक लाख रुपये तक देने का प्रावधान इसमें शामिल है। युवक-युवतियों के स्वरोजगार के लिये 2-2 लाख रुपये देने का प्रावधान रखा गया है। आदिवासी विकास परिसद की बैठक का ब्लू प्रिंट सभी डीसी को बनाने का आदेश दिया जा चुका है। उन्होनें कहा विस चुनाव के समय संताल परगना भ्रमण का अवसर प्राप्त हुआ था। उसी समय संताल परगना के विकास का प्रण लिया था। विकास में कोई भेदभाव नहीं होगा। तमाम दलों के लोगों को इसी वजह से इस कार्यक्रम में आमंत्रित भी किया गया था। उन्होनें कहा लोकतंत्र में जो जागता है वही पाता है। सत्ता, शासन की मनमानी नहीं चलती। अवाम सरकार को जगाने का काम करती है। उन्होनें कहा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने महात्मा गाँधी के सपनों को साकार करने की प्रतिज्ञा ठानी है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत लोगों को स्वच्छता के साथ रहने का पैगाम दिया जा रहा है। उन्होनें कहा स्वच्छता का संबंध आर्थिक पक्ष से भी है। योजना बनाओ अभियान के तहत सरकार ग्रामीण सचिवालय की पक्षधर है। 14 वें वित्त आयोग के तहत तमाम पंचायतों को सौ-सवा सौ करोड़ रुपये देने का काम केन्द्र सरकार कर रही है। गाँव के लोग ही योजना बनाऐगें सरकार उसे पूरा करेगी। उन्होनें कहा एक वर्ष के अन्दर 17 हजार शिक्षकों की नियुक्तियाँ की गई। आगामी छः महीनें के अन्दर 18 हजार शिक्षकों की नियुक्तियों का लक्ष्य रखा गया है। जनता की भागीदारी के बिना देश व राज्य का विकास नहीं हो सकता। उन्होनें कहा अभी तक 4 सौ डाॅक्टरों की बहाली कर ली गई है। झोला छाप डाॅक्टरों की जगह पर बीएससी पास छात्रों को स्कील डवलपमेंट के तहत डिप्लोमा की ट्रेनिंग दी जाऐगी। मुख्यमंत्री ने कहा कुपोषण एक बड़ी समस्या है राज्य में। एनिमिया रोग से पीडि़त काफी लोग हैं। नशा समाज का एक कोढ़ है। स्वयंसेवी संस्थाओं सहित एसएचजी गु्रप की यह जिम्मेवारी है कि वे आगे आकर लोगों के बीच जागरुकता का कार्यक्रम चलावें। 

उन्होनें कहा अब तक 880 कुपोषण सखी की नियुक्ति कर ली गई है। झारखण्ड को कुपोषण मुक्त राज्य बनाना है। 2015-16 के तहत 11900 में से 5 हजार से अधिक कुपोषण सखी की नियुक्ति की गई है। श्री दास ने कहा स्टार्ट अप इंडिया के लिेये 50 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। बोधगया से भद्रकाली मन्दिर तक टूरिज्म के लिये 150 करोड़ रुपये की घोषणा की जा चुकी है। उन्होनें कहा आँगनबाड़ी केन्द्र एक मन्दिर है। कमउम्र बच्चों के सही विकास के लिये इस मंदिर की व्यवस्था ठीक होनी चाहिए। गणतंत्र दिवस के अवसर पर दुमका प्रक्षेत्र में 1179 करोड़  की लागत से 481 कि.मी. पथ के विकास की घोषणा की गई थी, सरकार की मंशा विकास को गति देने की है। इसी मंशा को धरातल पर उतारने के लिए 600 करोड़  की  लागत  से  बनने  वाली  6 अति  महत्त्वपूर्ण  सड़कों  का  शिलान्यास व  310 करोड़ की लागत से बनी 10 सड़कों का लोकार्पण किया गया। इस अवसर पर सूबे की समाज कल्याण मंत्री डा0 लुईस मराण्डी ने कहा कि यह क्षण ऐतिहासिक है। दुमका में 22 से 23 घंटे तक बिजली की निर्बाध आपूर्ति जारी है। 60 वर्षों में लोगों ने जो कुछ नहीं देखा, आज लोग उसे देख रहे हैं। मेडिकल काॅलेज के लिये जमीन की तलाश पूरी की जा चुकी है। झारखण्ड बने हुए 15 वर्ष बीत गए। अब लोग उप राजधानी का विकास देख रहे हैं। जनजातीय विकास परिषद के तहत एक हजार ग्रामों के मैट्रिक पास युवक-युवतियों को कौशल विकास के तहत ट्रेनिंग दी जाऐगी। गोड्डा के भाजपा सांसद निशिकांत दूबे ने कहा सरकार बनने के बाद से अबतक मुख्यमंत्री ने दुमका का जितना दौरा किया कोई एमएलए-एमपी ने आज तक नहीं किया होगा। उन्होनें कहा एम्स की घोषणा 29 फरवरी को होगा। साहेबगंज पुल व बन्दरगाह का निर्माण भी होना है। उन्होनें कहा कृषि व कृषि महाविद्यालयों को दुरुस्त करने की जरुरत है। कई कृषि महाविद्यालय ऐसे है जहाँ पढ़ाई की कोई व्यवस्था नहीं है। मुख्यमंत्री को ऐसे महाविद्यालयों के विकास के प्रति भी चिन्तित रहने की जरुरत है। 


झारखण्ड : 310 करोड़ की लागत से तैयार पथों का हुआ लोकार्पण

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  • जबकि 600 करोड़ की लागत से बनने वाली सड़कों का शिलान्यास कार्यक्रम हुआ संपन्न। 

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गाँधी मैदान, दुमका में दिन रविवार (21 फरवरी 2016) को मुख्यमंत्री, झारखण्ड रघुवर दास के कर कमलों से जिन योजनाओं का लोकार्पण हुआ उनमें पत्ताबाड़ी-मसानजोर पथ (पथ की लम्बाई 14.70 कि.मी.) यह पथ राष्ट्रीय  उच्च  पथ  संख्या  114 ए  के  15वें  कि.मी.  से प्रारंभ  होकर  पथ  के 15 वें  कि.मी. में मसानजोर  डैम, जो पर्यटन की दृष्टिकोण से दर्शनीय स्थल हैै, तक जाती है तथा  रानीबहाल-महेशखाला (पश्चिम  बंगाल  राज्य  सीमा) तक जानेवाली  पथ  को संपर्क  प्रदान करती  है। यह पथ पत्ताबाड़ी, इंदरबनी, चकलता, पहरूडीह, कीताडीह, बाघनल, बसमत्ता, जीतपुर, दरबारपुर, झाझापाड़ा आदि गाँँवों होकर मसानजोर  तक जाती है। यह पथ  व्यवसायिक दृष्किोण से भी काफी महत्त्वपूर्ण हैं क्योंकि सघन खनन क्षेत्र से गुजरने वाली  दुमका-रामपुरहाट पथ के विकल्प के तैार पर इसका उपयोग होता है। यह पथ आदिवासी एवं अत्यन्त पिछड़े वर्ग बाहुुल्य क्षेत्र के लोगों के लिए जिला मुख्यालय आने के  लिए महत्त्वपूर्ण पथ है। इस मार्ग में पहाडि़या आदिम जनजाति की भी पर्याप्त आबादी हैै। इस पथ की चैड़ाई 7 मीटर है। शिवपहाड़ चैक-गिधनी पहाड़ी-सगरभंगा-गोबरधना-चाँदनीचैक-धनबाड़ी-झिलीमिली-शहरजोरी हटिया पथ (पथ की लम्बाई 25.90 कि.मी.) शिवपहाड़ चैक-शहरजोरी  हटिया  पथ दुमका-साहेबगंज पथ के दूसरे कि.मी. से प्रारंभ होकर काठीकुण्ड - शिकारीपाड़ा पथ के 5वें कि.मी. में शहरजोरी हटिया के पास अंत होती है। 

यह गधनीपहाड़ी, सगरभंगा, धोबना, चाँदनीचैक धनबाड़ी, झिलीमिली एवं शहरजोरी आदि गाँवों  से गुुजरती है। इस पथ का अधिकांश भाग नक्सल प्रभावित क्षेत्र से गुजरने के कारण प्रशासनिक दृष्टिकोण तथा पत्थर, बालू आदि खनन सामग्रियों के परिवहन की दृष्टिकोण से भी यह पथ काफी महत्वपूर्ण है। यह पथ सुदूर ग्रामीणों के लिए आवागमन के दृष्टिकोण तथा आदिवासी एवं अत्यन्त पिछड़े वर्ग बाहुुल्य क्षेत्र के लोगों के लिए जिला मुख्यालय आने के लिए काफी महत्त्वपूर्ण पथ है। इस मार्ग में पहाडि़या आदिम जनजाति की पर्याप्त आबादी हैै। सूदूर गाँवों से कृषि उत्पाद को दुमका शहर तक लाने के लिए  यह पथ  काफी मितव्ययी  साबित हो  रहा  है। इस पथ की चैड़ाई 5.5  मीटर  है। दोंदिया-गुजिसेमल  पथ (पथ की लम्बाई 17.365 कि.मी.) यह पथ दुमका-साहेबगंज पथ के 12वें कि.मी. से प्रारंभ होकर दुमका-रामपुरहाट पथ के 12वें कि.मी. में गुजीसीमल के पास अंत होती है। यह दोंदिया,  लेटो,  राजबाँध,  आसनमनी,  बड़तल्ली,  गांदो,  शहरघाटी, लकडा एवं गुुजीसीमल आदि गाँवों से गुुजरती है। इस पथ का अधिकांश भाग नक्सल प्रभावित क्षेत्र से गुजरने के कारण प्रशासनिक दृष्टिकोण एवं पत्थर,  बालू आदि खनन सामग्रियों के परिवहन की दृष्टिकोण से भी यह पथ काफी महत्वपूर्ण है। यह पथ सुदूर ग्रामीणों के लिए आवागमन की दृष्किोण से एवं आदिवासी एवं  अत्यन्त पिछड़े वर्ग  बाहुुल्य क्षेत्र के लोगों के लिए जिला मुख्यालय आने के लिए काफी महत्त्वपूर्ण पथ है।  इस मार्ग में पहाडि़या आदिम जनजाति की पर्याप्त आबादी हैै। सुदूर गाँवों से कृषि उत्पाद को दुमका शहर तक लाने के लिए  यह पथ  काफी मितव्ययी  साबित हो  रहा  है। इस पथ की चैड़ाई 5.5  मीटर  है। रानीबहाल - महेशखाला पथ (पथ की लम्बाई 19.137 कि.मी.) यह पथ मसानजोर डैम (रानीबहाल) से प्रारंभ होकर महेशखाला (पश्चिम बंगाल राज्य सीमा) तक संपर्क प्रदान करती है। यह अंतर्राज्यीय पथ है। यह पथ व्यवसायिक दृष्टिकोण से भी काफी महत्त्वपूर्ण हैं क्योंकि सघन खनन क्षेत्र से गुजरने वाली दुमका-रामपुरहाट पथ के विकल्प के तैार पर इसका उपयोग होता है। 

यह पथ बंदरकोदा, रानीबहाल, मुड़जोड़ा, शादीपुर, तकीपुर, रघुनाथपुर, रानेश्वर, सुखजोड़ा, कुमीरदाहा, महेशबथान, पथरा, महेशखाला आदि गाँवों होकर गुजरती है। यह पथ आदिवासी एवं अत्यन्त पिछड़े वर्ग बाहुुल्य क्षेत्र के लोगों के लिए जिला मुख्यालय आने के लिए भी  महत्त्वपूर्ण पथ है। सूदूर गाँवों से कृषि उत्पाद को दुमका शहर एवं पश्चिम बंगाल राज्य के सिउड़ी जिला मुख्यालय तक परिवहन के लिए यह पथ काफी मितव्ययी साबित हो रहा है। कोलकत्ता पोर्ट तक सड़क मार्ग से माल परिवहन के लिए भी यह मार्ग सर्वोत्तम साबित हो रहा है। इस पथ की चैड़ाई 7 मीटर है। सुड़ीचुआँ से मलूटी  पथ (पथ की लम्बाई 6.35 कि.मी.) यह पथ राष्ट्रीय उच्च पथ संख्या 114ए के 49वें कि.मी. से प्रारंभ होकर धार्मिक आस्था का प्रसिद्ध मलूटी स्थित माँ मौलिक्ष्या देवी की मंदिर से होते हुए पश्चिम बंगाल राज्य सीमा तक जाकर अंत होती हैै। माँ मौलिक्ष्या देवी को तारापीठ स्थित सिद्धपीठ माँ तारा देवी की बड़ी बहन कही जाती है। यह पथ सुड़ीचुआँ, सिजुआ, चाँदपुर, घटकपुर एवं मलूटी आदि गाँवो से होकर गुजरती है। टेराकोटा टाइल्स से निर्मित अति प्राचीन 108 मंदिरों का गाँव मलुटी होकर यह पथ गुजरती है, जो पर्यटन की दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण है।  यह पथ व्यवसायिक दृष्टिकोण से भी महत्त्वपूर्ण है क्यांेकि यह सघन खनन क्षेत्र से गुजरने वाली पथ भी है। गाँवों केे कृषि उत्पाद को दुमका शहर एवं पड़ोसी राज्य के हाट-बाजार तक आवागमन के लिए यह पथ काफी मितव्ययी साबित हो रहा है। यह पथ आदिवासी एवं अत्यन्त पिछड़े वर्ग बाहुुल्य क्षेत्र के लोगों के लिए जिला मुख्यालय आने के लिए भी  महत्त्वपूर्ण है। इस पथ की चैड़ाई 7 मीटर है। काठीकुण्ड -  शिकारीपाड़ा पथ (पथ की लम्बाई 16.45 कि.मी.) यह पथ दुमका - साहेबगंज पथ के 25वें कि.मी. से प्रारंभ होकर दुमका - रामपुरहाट पथ के 27वें कि.मी. के पास अंत होती है, काठीकुण्ड, शहरजोरी, आमगाछी, भुगतानडीह एवं शिकारीपाड़ा आदि गाँवों से गुुजरती है। 

यह पथ नक्सल प्रभावित क्षेत्र से गुजरने के कारण प्रशासनिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है।  खनन माल परिवहन के दृष्टिकोण से यह पथ महत्त्वपूर्ण है, क्योंकि इसे दुमका - रामपुरहाट पथ एवं दुमका - काठीकुण्ड पथ के वैकल्पिक मार्ग के रूप में भी उपयोग किया जाता है। यह पथ सुदूर ग्रामीणों के लिए आवागमन की दृष्टिकोण से भी महत्त्वपूर्ण हैं। यह पथ आदिवासी एवं अत्यन्त पिछड़े वर्ग बाहुुल्य क्षेत्र के लोगों के लिए जिला मुख्यालय, शिकारीपाड़ा प्रखंड एवं काठीकुंड प्रखंड आने-जाने केे लिए काफी महत्त्वपूर्ण पथ है। इस मार्ग में पहाडि़या आदिम जनजाति की पर्याप्त आबादी हैै। इस पथ की चैड़ाई 7.0 मीटर है। बुटबेरिया - मुर्गाबनी  - पष्चिम बंगाल की सीमा पथ (पथ की लम्बाई 18.95 कि.मी.) यह पथ रघुनाथपुर - बरमसिया पथ के 19वें कि.मी. से प्रारंभ होकर कुलकुलीडंगाल स्थित पश्चिम बंगाल राज्य सीमा पर अंत होती है तथा बुटबेरिया, सरसाजोल, कोलपाड़ा, पलासी, दलदली, कुलकुलीडंगाल आदि गाँवों से गुुजरती है।  यह पथ नक्सल प्रभावित क्षेत्र से गुजरने के कारण प्रशासनिक दृष्टिकोण से भी महत्त्वपूर्ण हैं। खनन माल परिवहन की दृष्टिकोण से भी यह पथ काफी महत्त्वपूर्ण हैं। गाँवों केे कृषि उत्पाद को दुमका शहर एवं पड़ोसी राज्य के हाट-बाजार तक आवागमन के लिए यह पथ मितव्ययी साबित हो रहा है। यह पथ सुदूर ग्रामीणों के लिए आवागमन की दृष्टिकोण से भी काफी महत्त्वपूर्ण हैं। यह पथ आदिवासी एवं अत्यन्त पिछड़े वर्ग बाहुुल्य क्षेत्र के लोगों के लिए जिला मुख्यालय आने का काफी महत्त्वपूर्ण पथ है। इस पथ की चैड़ाई 5.5 मीटर है। 

ठाढ़ीमोड़ - कनहेरा - बन्दरजोरी - सिन्दुरिया पथ (पथ की लम्बाई 12.620 कि.मी.) यह पथ ठाढ़ीहाट से प्रारंभ होकर चन्द्रदीप-मोहनपुर पथ के 11वें कि.मी. के पास अंत होती है तथा कनहेरा, बन्दरजोरा, नौखेता, सिंदुरिया आदि गाँवों से गुुजरती है। यह पथ नक्सल प्रभावित क्षेत्र से गुजरने के कारण प्रशासनिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है। गाँवों केे कृषि उत्पाद को दुमका शहर एवं नजदीकी हाट-बाजार तक आवागमन के लिए यह पथ काफी मितव्ययी साबित हो रहा है।  यह पथ सुदूर ग्रामीणों के लिए आवागमन की दृष्टिकोण से भी  महत्त्वपूर्ण हैं। यह पथ आदिवासी एवं अत्यन्त पिछड़े वर्ग बाहुुल्य क्षेत्र के लोगों के लिए जिला मुख्यालय आने-जाने का महत्त्वपूर्ण पथ है। बड़ा पलासी से ठाढ़ी मोड़ पथ में पड़ने वाले तातलोई गर्म कुंड का झरना तथा बासलोई नदी के तट पर पिकनिक स्पाॅट तक आवागमन के लिए यह पथ काफी सुविधाजनक साबित हो रहा है। बड़ा पलासी से ठाढ़ी मोड़ पथ को भी ग्रामीण कार्य विभाग से अधिग्रहण कर इसके चैड़ीकरण एवं मजबूतीकरण की दिशा में सरकार द्वारा कारवाई की जा रही है। इस पथ की चैड़ाई 5.5 मीटर है। रामगढ़़  से  हँसडीहा पथ (पथ की लम्बाई 19.80 कि.मी.) यह पथ गोड्डा - रामगढ ़- गुुहियाजोरी पथ के 36वें कि.मी. से प्रारंभ होकर पथ के दुमका - हँसडीहा पथ के 41वें कि.मी. के पास अंत होती है तथा रामगढ़, सारमी, मोहनपुर, राजबाँध, केनखपरा, पिंडारी, हाटगम्हरिया, सेजापहाड़ी, सतरला, परमा, सिलठा आदि गाँवों से गुुजरती है। यह पथ नक्सल प्रभावित क्षेत्र से गुजरने के कारण प्रशासनिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है। यह पथ सुदूर ग्रामीणों के लिए आवागमन की दृष्टिकोण से भी महत्त्वपूर्ण हैं। गाँवों केे कृषि उत्पाद को दुमका शहर एवं नजदीकी हाट-बाजार तक आवागमन के लिए यह पथ काफी मितव्ययी साबित हो रहा है। यह दो अतिमहत्वपूर्ण एवं लंबे पथ गोड्डा-रामगढ़-गुहियाजोरी पथ एवं रामपुरहाट-दुमका-हँसडीहा- भागलपुर पथ को जोड़ने वाली पथ होने के कारण काफी जनोपयोगी साबित हो रहा है। यह पथ आदिवासी एवं अत्यन्त पिछड़े वर्ग बाहुुल्य क्षेत्र के लोगों के लिए दुमका जिला मुख्यालय, बाबा बासुकीनाथ धाम, बाबा बैद्यनाथ धाम, जसीडीह रेलवे स्टेशन, रामगढ़ प्रखंड एवं हँसडीहा थाना आने-जाने के लिए काफी महत्त्वपूर्ण पथ है। इस पथ की चैड़ाई 5.5 मीटर है। 

अम्बाझरी - मंगलपुर - झीलमीली - ढाका - करमाटांड पथ (पथ की लम्बाई 16.25 कि.मी.) यह पथ दुमका-साहेबगंज पथ के 19वें कि.मी. से प्रारंभ होकर दुमका - रामपुरहाट पथ के 22वें कि.मी. के पास अंत होती है तथा आमझरी, मंगलपुर, करनपुरा, बाघाशोला, कोलहा, झिलीमिली, ढाका, सिमरा, करमाटाँड़ आदि गाँवों से गुुजरती है। यह पथ नक्सल प्रभावित क्षेत्र से गुजरने के कारण प्रशासनिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है। खनन माल परिवहन के दृष्टिकोण से भी यह पथ काफी महत्त्वपूर्ण है, क्योंकि इसे दुमका - रामपुरहाट पथ एवं दुमका - काठीकुण्ड पथ के वैकल्पिक मार्ग के रूप में भी उपयोग किया जाता है। यह पथ सुदूर ग्रामीणों के लिए आवागमन की दृष्टिकोण से भी काफी महत्त्वपूर्ण हैं। गाँवों केे कृषि उत्पाद को दुमका शहर एवं नजदीकी हाट-बाजार तक आवागमन के लिए यह पथ काफी मितव्ययी साबित हो रहा है। यह पथ आदिवासी एवं अत्यन्त पिछड़े वर्ग बाहुुल्य क्षेत्र के लोगों के लिए जिला मुख्यालय, काठीकुंड प्रखंड एवं शिकारीपाड़ा प्रखंड आने-जाने का काफी महत्त्वपूर्ण पथ है। इस पथ की चैड़ाई 5.5 मीटर है। सड़कें जिसका शिलान्यास किया गया है उसकी विशेषतायें निम्न हैं:- दुमका रिंग रोड  पथ (पथ की लम्बाई 7.35 कि.मी.) यह पथ दुमका - साहेबगंज पथ के 3रें कि.मी. से प्रारंभ होकर दुमका - रामपुरहाट पथ के 6ठें कि.मी. के पास अंत होती है तथा श्रीअमड़ा, जोगीडीह, कोदोखीचा, बाघडुब्बी, आंदीपुर, खेरबनी, कुरूवा-रामपुर आदि गाँवों से गुुजरती है। यह पथ दुमका शहर का बाईपास पथ है। वर्तमान में दुमका शहर से होकर हजारों की संख्या में व्यवसायिक वाहनों के आवागमन से जान-माल की हानि की आशंका बनी रहती है। खनन माल परिवहन के दृष्टिकोण से यह पथ काफी महत्त्वपूर्ण है, क्योंकि इसे दुमका-रामपुरहाट पथ एवं दुमका-काठीकुण्ड पथ के वैकल्पिक एवं संपर्क मार्ग के रूप में भी उपयोग किया जायगा। यह पथ सुदूर ग्रामीणों के लिए आवागमन की दृष्टिकोण से भी महत्त्वपूर्ण हैं। गाँवों केे कृषि उत्पाद को दुमका शहर एवं नजदीकी हाट-बाजार तक आवागमन के लिए यह पथ काफी मितव्ययी साबित होगा। यह पथ आदिवासी एवं अत्यन्त पिछड़े वर्ग बाहुुल्य क्षेत्र के लोगों के लिए जिला मुख्यालय आने का महत्त्वपूर्ण पथ है। इस पथ की प्रस्तावित चैड़ाई 7.0 होगी। आसनसोल - चकलता पथ का चैड़ीकरण एवं मजबूतीकरण कार्य (पथ की लम्बाई 13.800 कि.मी.) यह पथ दुमका - हवाईअड्डा पथ के 4थें कि.मी. से प्रारंभ होकर पत्ताबाड़ी - मसानजोर पथ के 3रें कि. मी. के पास अंत होती है तथा आसनसोल, मुड़ाबहाल, धधकिया, बासजोरा, गमरा, गंदरकपुर, चकलता आदि गाँवों से गुुजरती है। यह पथ मसानजोर डैम जैसे पर्यटन स्थल एवं पश्चिम बंगाल स्थित सिउड़ी जाने के लिए दुमका-रामपुरहाट पथ एवं पत्ताबाड़ी - मसानजोर पथ का वैकल्पिक मार्ग होगा। 

इस पथ के निर्माण से मयुराक्षी नदी के जल-ग्रहण क्षेत्र एवं मसानजोर जलाषय क्षेत्र में बसने वाले ग्रामीणों के लिए जीवन-रेखा साबित होगा। यह पथ सुदूर ग्रामीणों के लिए आवागमन की दृष्टिकोण से भी काफी महत्त्वपूर्ण हैं। गाँवों केे कृषि उत्पाद को दुमका शहर एवं नजदीकी हाट-बाजार तक आवागमन के लिए यह पथ काफी मितव्ययी साबित होगा। यह पथ आदिवासी एवं अत्यन्त पिछड़े वर्ग बाहुुल्य क्षेत्र के लोगों के लिए जिला मुख्यालय आने का काफी महत्त्वपूर्ण पथ है। इस मार्ग में पहाडि़या आदिम जनजाति की भी पर्याप्त आबादी हैै। इस पथ की प्रस्तावित चैड़ाई 7.0 होगी। मुड़ाबहाल -  मकरपुर पथ का निर्माण कार्य (पथ की लम्बाई 6.35 कि.मी.) यह पथ आसनसोल - चकलता पथ के 5वें कि.मी. से प्रारंभ होकर सितपहाड़ी - सिगड़ीहड़को पथ के 12वें कि.मी़ के पास अंत होती है तथा मुड़ाबहाल, केन्द्रपानी, नयाडीह, जामदली, कुमड़ाबाद, मकरमपुर आदि गाँवों से गुुजरती है। यह पथ सुदूर ग्रामीणों के लिए आवागमन की दृष्टिकोण से भी महत्त्वपूर्ण हैं। गाँवों केे कृषि उत्पाद को दुमका शहर एवं नजदीकी हाट-बाजार तक आवागमन के लिए यह पथ काफी मितव्ययी साबित होगा। यह पथ आदिवासी एवं अत्यन्त पिछड़े वर्ग के बाहुुल्य क्षेत्र के लोगों के लिए जिला मुख्यालय आने का महत्त्वपूर्ण पथ साबित होगा। यह पथ मसानजोर डैम जैसे पर्यटन स्थल एवं पश्चिम बंगाल स्थित सिउड़ी जाने के लिए आसनसोल-चकलता पथ से मुड़ाबहाल में धधकिया चैक के पास मिलती है। मसलिया प्रखंड अंतर्गत सितपहाड़ी-सिग्रीहरको पथ को आसनसोल - चकलता पथ से जोड़ने वाली एक महत्वपूर्ण पथ है। मरकरमपुर एवं गिर्द-गिर्द के नक्सल प्रभावित क्षेत्र तक प्रशासन की शीघ्र पहुँच के लिए भी यह पथ काफी सुविधाजनक एवं नजदीक साबित होगी। इस पथ की प्रस्तावित चैड़ाई 5.5 मीटर होगी। श्रीअमड़ा - गोलपुर एंव सिद्धो कान्हू विष्वविधालय के लिंक पथ का निर्माण कार्य (पथ की लम्बाई 11.30 कि.मी.) यह पथ दुमका - साहेबगंज पथ के 3रें कि.मी. से प्रारंभ होकर शिवपहाड़ -शहरजोरी पथ के 7वें कि.मी. के पास अंत होती है तथा श्रीअमड़ा, दिग्घी, चाँदोपानी, उपरमुर्गाथली, हेटमुर्गाथली, गोलपुर, सागबैहरी आदि गाँवों से गुुजरती है। इसमें सिद्धो कान्हू मुर्मूू विश्वविद्यालय का लिंक पथ भी समाहित है। संथाल परगना प्रमंडल के एक मात्र विश्वविद्यालय एवं मेडिकल काॅलेज के लिए दोहरी लेन पथ की सुविधा प्राप्त होगी। यह पथ आदिवासी एवं अत्यन्त पिछड़े वर्ग बाहुुल्य क्षेत्र के लोगों के लिए जिला मुख्यालय आने का महत्त्वपूर्ण पथ है। गाँवों केे कृषि उत्पाद को दुमका शहर एवं नजदीकी हाट-बाजार तक आवागमन के लिए यह पथ मितव्ययी साबित होगा। यह पथ नक्सल प्रभावित क्षेत्र से गुजरने के कारण प्रशासनिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है। इस मार्ग में पहाडि़या आदिम जनजाति की बहुलता हैै। 

पहाडि़या जनजाति के छात्र-छात्राओं को दुमका शहर आकर समुचित शिक्षा प्राप्त करने में यह पथ काफी सहायक होगा। वर्तमान सरकार के शपथ ग्रहण के बाद माननीय मुख्यमंत्री द्वारा हेटमुर्गाथली गाँव में पहाडि़या समुदाय के ग्रामीणों के बीच जाकर विकास एवं स्वालंबन की ज्योंति जलाने के प्रयास क्रम में इस पथ के निर्माण की घोषणा वर्ष 2015 में की गई थी, जो अब मूर्तरुप लेने जा रहा है। यह सरकार के स्तर से गरीब, उपेक्षित एवं आदिम जनजातीय समुदाय के प्रति कल्याणकारी कदम का सार्थक प्रयास है। इस पथ की प्रस्तावित चैड़ाई 7.0 मीटर होगी। दुमका - मसालिया - कुंडहित - नाला पथ (पथ की लम्बाई 53.355 कि.मी.) यह पथांष दुमका-मसालिया -कुंडहित-नाला पथ के 13वें कि.मी. से प्रारम्भ होकर  67वें कि.मी. पर समाप्त होता है। इस पथ का प्रारंभिक 13 कि.मी. पथांष ए.डी.बी. फेज-1  (गोविदन्दपुर-साहेबगंज पथ) परियोजना का अंष है तथा यह भाग निर्माणाधीन है। पथ की कुल लंबाई 53.355 कि.मी. में से 20 कि.मी. दुमका जिला तथा षेष जामताड़ा जिला में स्थित है। यह पथ आदिवासी एवं अत्यन्त पिछड़े वर्ग बाहुुल्य क्षेत्र के लोगों के लिए जिला मुख्यालय आने का महत्त्वपूर्ण पथ है। इस पथ के निर्माण से भागलपुर, रामपुरहाट से आसनसोल तक दुमका जिला होते हुए आवागमन बेहतर होगा। इस पथ की प्रस्तावित चैड़ाई 10 मीटर है दुमका - हंसडीहा तक बिहार सीमा पथ (पथ की लम्बाई 44.200 कि.मी.) विषयगत परियोजना एस एच-17 पथ का अंष है। यह पथ दुमका के पास महारो मोड़ के 7वें कि.मी. से शुरू होता है एवं बिहार सीमा के 52वें कि.मी. तक बारापलासी, नोनीहाट और हॅसडीहा के अन्य क्षेत्रों से होते हुए जाती है।  यह पथ हॅसडीहा से बांका का सम्पन्न पथ है। यह पथ बिहार में एस एच-19 के रूप में आरंभ होकर झारखंड में एस एच-17 में परिवर्तित हो जाती है।  यह पथ 4 किमी० को छोड़कर दुमका जिले में पूरी तरह से निहित है। एस एच-17 पथ दुमका, जामा, जरमुण्डी, रामगढ़ ओैर सरैया के पांच ब्लाकों और गोड्डा के एक ब्लाकों से होकर जाती है । इस तरह पथ की कुल लंबाई 44.2 किमी है। यह झारखंड के दुमका और बिहार के भागलपुर का एक महत्वपूर्ण पथ माना जाता है। दुमका-भागलपुर ही नहीं अपितु पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर तक के रास्ते को सुगम बनाता है। इस पथ की प्रस्तावित चैड़ाई 10 मीटर है। इन सड़कों  के  माध्यम  से  यहाँ  के  आवागमन  के  साथ  पर्यटन  एवं  औद्योगिक  विकास  को बल मिलेगा।  क्षेत्र  के  आर्थिक व समाजिक  परिवेष  में  आमूलचूल  बदलाव  होगा। पथ  निर्माण  विभाग  के  माध्यम  से  बनने  वाली  सड़कें  अच्छी  एवं  उच्च  गुणवत्ता  की  हो, इसके  लिए  जन  सहयोग  अत्यंत  जरूरी  पहलू  है।  तीव्र  विकास  की  प्रक्रिया  में  जन  सहयोग अपेक्षित है। आने  वाले  दिनों  में  पथ  निर्माण  विभाग  की  कई  महती  परियोजनाएँ  धरातल  पर उतरेगंी जो संतालपरगना  को  अलग  पहचान  देगी। 

जाट आंदोलन से हजारों ट्रेनों का संचालन प्रभावित

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नयी दिल्ली 21 फरवरी, जाट आंदोलन के दौरान तोड़फोड़ से रेलवे परिसंपत्ति काे भारी पैमाने पर नुकसान हुआ है और साथ ही अब तक करीब 1000 ट्रेनों के संचालन पर व्यापक असर पड़ा है। उत्तर रेलवे के प्रवक्ता ने आज बताया कि जाट आंदोलन की वजह से आज लंबी दूरी की 736 मेल एक्सप्रेस ट्रेनें और 128 पैसेंजर ट्रेनें पूरी तरह या बीच के स्टेशनों तक रद्द कर दी गयी हैं । 

इसके अलावा 105 ट्रेनों को परिवर्तित मार्ग से चलाया गया। उन्होंने बताया कि दिल्ली-पानीपत-अंबाला-जम्मू तवी , दिल्ली-रोहतक-बठिंडा और दिल्ली-रेवाडी-जयपुर मार्ग पर रेल यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है। दिल्ली-रेवाड़ी-जयपुर मार्ग पर रेल यातायात कल से ही बंद है। आंदाेलनकारियों ने 10 रेलवे स्टेशनों में आग लगा दी तथा दो ईंजनों को क्षतिग्रस्त करने के साथ दो ट्रैक मशीनों को नष्ट कर दिया है। इसके अलावा बहुत से स्थानों पर रेल पटरियों को उखाड़ दिया गया।

चुनौतीपूर्ण होगा मोदी सरकार के लिए बजट सत्र

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नयी दिल्ली 21 फरवरी, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय प्रकरण, हैदराबाद विश्वविद्यालय के छात्र रोहित वेमुला की आत्महत्या और जाट समुदाय के आंदोलन जैसे मुद्दों पर विपक्ष के कडे तेवरों को देखते हुए संसद के बजट सत्र के भी पिछले दो सत्रों की तरह हंगामेदार रहने की संभावना है। सरकार 23 फरवरी से शुरू होने वाले बजट सत्र में काफी समय से लंबित वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी)विधेयक समते कई विधेयकों को पारित कराने और अधिक से अधिक विधायी कामकाज निपटाना चाहती है। लेकिन विभिन्न मुद्दों पर विपक्ष और सत्तारुढ़ भारतीय जनता पार्टी के आक्रामक रुख को देखते हुये सरकार के लिए यह आसान नहीं लगता। स्थिति को भांपते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गत मंगलवार को दोनों सदनों के राजनीतिक दलों के नेताओं की बैठक बुलाई थी और उनसे संसद को सुचारू रूप से चलाने की अपील की थी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सरकार सभी मुद्दों पर नियमों के अनुसार चर्चा कराने के लिए तैयार है। प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस समेत सभी राजनीतिक दलों ने इस बात पर सहमति जताई कि संसद में सुचारू ढंग से कामकाज होना चाहिए लेकिन साथ ही उनका कहना था कि यह सरकार के रवैये पर निर्भर करेगा। 

हाल के वर्षों में यह पहला मौका है जब प्रधानमंत्री ने खुद पहल करते हुए विपक्षी दलों की बैठक बुलाई थी । आम तौर पर सरकार की ओर से संसदीय कार्यमंत्री ही किसी भी संसद सत्र से पूर्व सभी दलों के साथ बैठक आयोजित करते हैं। राज्यसभा के सभापति मोहम्मद हामिद अंसारी ने भी सदन का कामकाज बिना किसी बाधा के चलाने के उद्देश्य से शनिवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई थी जबकि लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सत्र शुरू होने से एक दिन पहले 22 तारीख को सभी दलों के नेताओं की बैठक बुलाई है। कांग्रेस, वाम दलों , जनता दल यू, राष्ट्रीय जनता दल तथा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी जेएनयू विवाद तथा रोहित वेमुला की आत्महत्या के मुद्दे पर पहले ही सरकार को घेरने में लग गये हैं। इन दलों के नेताओं ने प्रधानमंत्री तथा राज्यसभा के सभापति द्वारा बुलाई गयी बैठकों में भी इन मुद्दों को उठाया है। उन्होंने यह घोषणा भी की है कि वे संसद में इन मुद्दों को जोर शोर से उठायेंगे। इन दलों का आरोप है कि मोदी सरकार के संरक्षण में भारतीय जनता पार्टी तथा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ विश्वविद्यालयों में अपनी विचारधारा थोपने की कोशिश कर रहे हैं।

पर्रिकर ने उपद्रवियों से कडाई से निटपने के लिए कहा

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नयी दिल्ली 21 फरवरी, रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने आज सेना को हरियाणा में जाट आंदोलन के दौरान उपद्रव करने वालोंं से कड़ाई से निपटने के लिए कहा। आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन से राज्य में स्थिति हिंसक हो चुकी है और इससे सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है तथा बड़े पैमाने पर संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया गया है। आंदोलन के दौरान कई लोगों की मौत हो चुकी है। 

आधे घंटे की बैठक में सेना प्रमुख जनरल दलबीर सिंह सुहाग और सैन्य परिचालन महानिदेशक ने रक्षा मंत्री को हरियाणा की स्थति से अवगत कराया। सूत्रों ने कहा कि दोनों सैन्य अधिकारियों ने सेना तैनाती और स्थिति को काबू में करने के लिए उठाये जा रहे कदमों से अवगत कराया। सूत्रों के अनुसार सेना को हिंसा को काबू में करने के लिए स्थिति को देखते हुये पहल करने के लिए कहा गया है। सेना को लूटपाट और आगजनी से निटपने के लिए संभावित कार्रवाई करने के लिए भी कहा गया है। 

हरियाणा की स्थिति से चिंतित हुड्डा अनिश्चितकालीन उपवास पर

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नयी दिल्ली 21 फरवरी, हरियाणा में जाट समुदाय की अन्य पिछडा वर्ग में आरक्षण की मांग को लेकर किए जा रहे आंदाेलन से कानून और व्यवस्था की बिगडती स्थिति को देखते हुए राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने आज यहां अनिश्चित कालीन उपवास शुरु कर दिया और लोगों से शांति और भाईचारा बनाए रखने की अपील की। श्री हुडडा ने उपवास शुरु करते हुए कहा कि राज्य में शांति और भाईचारा बहाल होने तक उनका उपवास जारी रहेगा। उन्होंने आंदोलनकारियों से शांति और सदभाव बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि हरियाणा में सभी वर्गो, जातियों और धर्मों के लोग आपसी भाईचारे और सदभाव के साथ रहते हैं। 

यह वातावरण बनाए रखने की जिम्मेदारी सबकी है और इसमें सभी को सहयोग करना चाहिए। श्री हुड्डा ने कहा, “इस आंदोलन ने ऐसा रूप ले लिया है जिससेे किसी की भी भलाई नहीं होने वाली है। कुछ लोग इस आंदोलन में मारे गये हैं जिन्हें मैं श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। इस आंदोलन ने ऐसा रूप अख्तियार कर लिया है जिससे संपत्ति की भी भारी क्षति हुयी है।” राज्य में आंदाेलन से अराजक स्थिति होने के कारण सेना और अर्ध सैन्य बलों की तैनाती की गयी है। कई जिलों में कर्फ्यू् लगा हुआ है। आंदोलनकारियों और सुरक्षा बलों के साथ संघर्ष में तीन लोग मारे गए और करीब 100 लोग घायल हो गये। इस आंदोलन में जाटों के लिए नौकरी और शिक्षा में आरक्षण की मांग की जा रही है। 

जाट आरक्षण, दिल्ली के स्कूल सोमवार को बंद

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नयी दिल्ली, 21 फरवरी, जाट समुदाय के लिए आरक्षण की मांग को लेकर चल रहे आंदाेलन से उत्पन्न जल संकट को देखते हुए दिल्ली सरकार ने शहर के सभी स्कूलों को कल बंद रखने की निर्देश दिए हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज यहां अपने मंत्रिमंडल की आपात बैठक के बाद ये निर्देश दिए। बैठक में शहर के लिए पानी की आपूर्ति बंद करने से उत्पन्न स्थिति पर भी विचार विमर्श किया गया। 

हरियाणा में जाट समुदाय के लिए आरक्षण की मांग करते हुए आंदोलनकारियों ने दिल्ली के लिए मुनक नहर से पानी की आपूर्ति बंद कर दी है। बैठक में दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, जल मंत्री कपिल मिश्रा और दिल्ली जल बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी भी मौजूद थे। बैठक के बाद श्री सिसोदिया ने बताया कि जल संकट को देखते हुए दिल्ली के सभी स्कूलों को कल बंद करने के अादेश दिए गए हैं। उन्होंने बताया, ‘ हमारे पास पानी नहीं बचा है। आज सुबह पानी की आखिरी बार आपूर्ति कर दी गयी। जल संकट को देखते हुए उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटाया गया है।’

उम्मीदों पर खरा उतरने का भरोसा दिलाया मोदी ने

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रायपुर/डोगरगढ़ 21 फरवरी, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सरकार को दिल्ली से बाहर निकालने और लोगो को उनकी उम्मीदों पर खरा उतरने का भरोसा दिलाते हुए कहा कि गरीबों,वंचितों आदिवासियों के जीवन में बदलाव लाने के लिए वह कृत संकल्प है। श्री मोदी ने आज छत्तीसगढ़ में राजधानी रायपुर एवं डोगरगढ़ में आयोजित कार्यक्रमों में प्रधानमंत्री आवास योजना, इलेक्ट्रॉनिक मेन्यूफेक्चरिंग क्लस्टर का शिलान्यास, रूर्बन मिशन एवं जन औषधि केन्द्र का शुभारंभ तथा राज्य की नवाचार एवं उद्यमिता विकास नीति का लोकार्पण करने के बाद लोगो को सम्बोधित करते हुए कहा कि दिल्ली के बन्द कमरों से वह सरकार को योजनाओं के निर्माण एवं उन्हे क्रियान्वित करने के लिए बाहर निकालने में सफल रहे है।बन्द कमरों की बजाय अब योजनाओं का निर्माण जमीनी आधार पर शुरू हो चुका है। 

उन्होने नवाचार पर जोर देते हुए कहा कि उनकी सरकार ने सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्र के साथ ही पर्सनल क्षेत्र में विकास पर ज्यादा फोकस किया है।नवाचार के बगैर ठहराव आ जाता है।उन्होने कहा कि पिछले 50 वर्षों में जिन देशों ने प्रगति की है,उन्होने नई सोच एवं कल्पना के साथ यह मुकाम हासिल किया है।उन्होने कहा कि केवल यह कहने से काम नही चलने वाला है कि देश में 65 प्रतिशत आबादी युवा है बल्कि उनके हाथो में हुनर होना चाहिए,नए नए आविष्कारों को करना चाहिए और उन्हे डिग्रियां लेकर नौकरी मांगने के लिए घूमने की बजाय नौकरी देने वाला और सपनों को पूरा करने वाला बनना चाहिए। पर्सनल क्षेत्र के विकास की अपनी सरकार की अवधारणा को इसी लक्ष्य को हासिल करने को संकल्पित बताते हुए उन्होने कहा कि कौशल विकास के साथ प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के जरिए नए लोगो को कारोबार के लिए प्रोत्साहित करने का काम शुरू किया गया है। उन्होने कहा कि योजना को लोगो का अच्छा समर्थन मिल रहा है।अब तक दो करोड लोगो को एक लाख करोड रूपए योजना के तहत बगैर गारन्टी के वितरित किए जा चुके है।

कन्हैया के गांव मसलनपुर में हो रहा है लोगों का जमघट

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बीहट (बिहार) 21 फरवरी, लेनिनग्राद के रुप में चर्चित रहे बिहार के बेगूसराय जिले के बीहट क्षेत्र का मसलनपुर गांव इन दिनों जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय (जेएनयू) छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार की गिरफ्तारी के बाद से चर्चा में है । मसलनपुर गांव में आने के लिए जहां से रास्ता मुड़ता है,वहीं राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की प्रतिमा है और यहीं से इस गांव की सीमा समाप्त होती है तथा सिमरिया गांव शुरु होता है । इसी सिमरिया गांव में राष्ट्रकवि दिनकर का जन्म हुआ था । मसलनपुर गांव निवासी जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया इसी आबोहवा में पले-बढ़े हैं । उनके रग-रग में लोगों की सेवाभावना है । कन्हैया वामपंथी विचारधारा के हैं । उनकी गिरफ्तारी की सूचना के बाद से मसलनपुर गांव स्थित उनके घर पर आये दिन लोगों का जमघट लग 

मसलनपुर गांव स्थित कन्हैया के घर पर पिता जयशंकर सिंह और मां मीना देवी के अलावा उनके चाचा सुबोध सिंह भी रहते हैं । पिता जय शंकर सिंह पिछले कुछ वर्षों से लकवा से ग्रसित हैं और बिस्तर पर हैं । मां मीना देवी कन्हैया की गिरफ्तारी के बाद से काफी आहत हैं और अपने बेटे को निर्दोष बताती हैं । परिजनों के साथ ही गांव के लोग पूरी एकजुटता के साथ कन्हैया के साथ हैं और गिरफ्तारी को एक राजनीतिक साजिश बताते हैं। कन्हैया के घर पर आये दिन बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं और अपना समर्थन देने की बात कहते हैं । कन्हैया के स्कूल और कॉलेज में मिले मेडल की भी चर्चा गांव में खूब हो रही है । स्कूल और कॉलेज में उसकी प्रखर योग्यता के कारण मिले मेडल की लोग बात-बात में जिक्र करने से नहीं चूकते हैं । कन्हैया की गिरफ्तारी के बाद से एहतियात के तौर पर मसलनपुर गांव स्थित उनके घर के निकट पुलिस की तैनाती की गयी है। 

कन्हैया निर्दोष है उसे रिहा करे सरकार : पप्पू यादव

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सीवान 21 फरवरी, जन अधिकार पार्टी (जाप) के संरक्षक और सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने जवाहरलाल नेहरू विश्ववविद्यालय (जेएनयू) छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार को निर्दोष बताते हुए केन्द्र सरकार से उसकी जल्द रिहाई की मांग की है। श्री यादव ने आज यहां पत्रकारों से कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार सभी को है। जेएनयू नेता कन्हैया निर्दोष है और उसे बेवजह फंसाया जा रहा है। उन्होंने केन्द्र की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की अगुवाई वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार से कन्हैया को शीघ्र रिहा करने की मांग की और कहा कि पूरे प्रकरण को लेकर सरकार को देश की जनता से मांफी मांगनी चाहिए। 

जाप संरक्षक ने बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई महागठबंधन सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि इस सरकार में एक नहीं बल्कि तीन-तीन मुख्यमंत्री हैं। एक तो श्री नीतीश कुमार जबकि दूसरे और तीसरे मुख्यमंत्री महागठबंधन के सबसे बड़े दल से हैं। उन्होंने राज्य में कानून व्यवस्था की खराब हो रही स्थिति को लेकर नीतीश सरकार को आड़े हाथों लिया और कहा कि राज्य में सत्ता संरक्षित अपराध होने के कारण सरकार अपराध पर काबू कर पाने में विफल है। 

बलात्कार आरोपी विधायक की गिरफ्तारी के लिये छापेमारी तेज

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नवादा 21 फरवरी, नाबालिग छात्रा से दुष्कर्म के आरोप में भूमिगत बिहार के नवादा से राष्ट्रीय जनता दल  के विधायक राजबल्लभ यादव की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने आज कुछ ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की । पुलिस सूत्रों ने यहां बताया कि विधायक की गिरफ्तारी के लिये नालंदा और स्थानीय जिला पुलिस की टीम ने संयुक्त रूप से नवादा जिला परिषद अध्यक्ष के आवास पर छापेमारी की। हालांकि विधायक की गिरफ्तारी नही हो सकी है। पुलिस को ऐसी सूचना मिली थी कि विधायक नवादा जिला परिषद अध्यक्ष के आवास पर शरण लिये हुए हैं । 

सूत्रों ने बताया कि इसके अलावा श्री यादव की गिरफ्तारी के लिये कुछ अन्य ठिकानों पर भी छापेमारी की गयी । पुलिस छापेमारी के संबंध में विस्तृत ब्योरा देने से परहेज कर रही है । स्थानीय और नालंदा पुलिस विधायक की गिरफ्तारी के लिये लगातार छापेमारी कर रही है । उल्लेखनीय है कि नौ फरवरी को नालंदा जिले के महिला थाना में एक नाबालिग छात्रा ने विधायक के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज करायी थी । इस संबंध में विधायक के अग्रिम जमानत की याचिका को कल बिहारशरीफ की एक अदालत ने खारिज कर दी थी । 

मधुबनी : नवनिर्वाचित वैश्य जनप्रतिनिधियों का अभिनन्दन समारोह

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मधुबनी। रविवार को राष्ट्रीय वैश्य महासभा के बैनर तले मधुबनी नगर परिषद के विवाह भवन में नवनिर्वाचित वैश्य जनप्रतिनिधियों का अभिनन्दन समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्धघाटन बिहार सरकार के पूर्व मंत्री राजकुमार महासेठ ने दीप जलाकर किया उसके बाद सभी अतिथियों ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित किया।

इस मौके पर पटना के विधान पार्षद और वैश्य नेता ललल सर्राफ ने कहा कि पूरे प्रदेश में वैश्य जनप्रतिनिधियों के सम्मान के लिए ये अभियान चल रहा जो की प्रशंसनीय है और राजनीति में वैश्यों की भागीदारी के लिए संगठन हमेशा से तत्पर है। उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार के शराबबंदी अभियान का वैश्य महासभा स्वागत करती है और सरकार के राजस्व में इससे जो क्षति होगी उसकी भरपाई वैश्य वर्ग के लोग अन्य कर चुकाकर करेंगे। समारोह में वैश्य समाज के प्रतिनिधियों से सराकर में प्रतिनिधित्व के लिए भी मांग रखी गई !

आरक्षण को लेकर वेंकैया नायडू के नेतृत्व में बनी उच्च स्तरीय समिति

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नयी दिल्ली, 21 फरवरी, हरियाणा में जाट आंदोलन को लेकर केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने आज घोषणा करते हुये कहा कि केन्द्र सरकार जाट समुदाय को आरक्षण देने के लिये प्रतिबद्ध है अौर इसके लिये संसदीय कार्य मंत्री वेंकैया नायडू के नेतृत्व में एक उच्च स्तरीय समिति गठित की गयी है। श्री सिंह ने कहा कि आरक्षण को लेकर केन्द्र सरकार ने एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है जिसकी अध्यक्षता श्री नायडू करेंगे। इससे पहले श्री सिंह के घर अाज शाम जाट पंचायतों के नेताओं की बैठक भी हुयी। गृह मंत्री ने बताया कि समिति को अपनी रिपोर्ट जल्द से जल्द सौंपने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि श्री नायडू के नेतृत्व में गठित यह उच्च स्तरीय समिति जाट समुदाय की मांगों पर विचार करेगी। इसके साथ ही उन्होंने प्रदर्शन कर रहे जाट समुदाय से शांति बनाये रखने की अपील की।

गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, “एक उच्च स्तरीय समिति गठित की गयी है जिसकी अध्यक्षता मेरे सहयोगी वेंकैया नायडू करेंगे।। केन्द्र सरकार आरक्षण को लेकर तैयार है। इस समिति को अपनी रिपोर्ट जल्द से जल्द सौंपने के लिये कहा गया है। मैं प्रदर्शन कर रहे लोगों से अपील करता हूं कि वे शांति बनाए रखें।” हरियाणा में जाट समुदाय के आंदोलन के हिंसक रूप को देखने के बाद दबाव में आयी केन्द्र सरकार ने कहा कि राज्य के आगामी विधानसभा सत्र में एक विधेयक पेश किया जायेगा जिसमें जाटों को केन्द्र सरकार की नौकरियों में आरक्षण देने की बात होगी। इस मसले पर काम करने के लिये एक उच्च स्तरीय समिति बनायी जायेगी। 

श्री सिंह के आवास पर जाट समुदाय के नेताओं के साथ हुई बैठक से बाहर आने के बाद केन्द्रीय कृषि और किसान कल्याण राज्य मंत्री संजीव बालियान ने कहा, “हरियाणा के आगामी विधानसभा सत्र में आरक्षण के मसले पर एक बिल पेश किया जायेगा और केन्द्र में इस मामले पर एक समिति का गठन किया जाएगा।” इससे पहले झज्जर से विधायक और हरियाणा के कृषि मंत्री ओम प्रकाश धनखड़ ने जाट नेताओं को भरोसा दिलाते हुये कहा कि विरोध प्रदर्शन के खिलाफ टिप्पणी के लिए भारतीय जनता पार्टी के सांसद राज कुमार सैनी को कारण बताओ नोटिस जारी किया जा चुका है। झज्जर में प्रदर्शन के कारण स्थिति काफी खराब है अौर प्रदर्शनकारियों ने कल श्री धनखड़ के घर पर पथराव भी किया था। गौरतलब है कि बीते एक सप्ताह से हरियाणा में जारी जाट आंदोलन हिंसक रूप ले चुका है और 10 लोगों के मारे जाने की खबर है जबकि 150 से अधिक लोग घायल हुये हैं। 
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