Quantcast
Channel: Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)
Viewing all 74203 articles
Browse latest View live

बिहार : 25 वर्षों से बिना कैंपस के चल रहा विश्वविद्यालय

$
0
0
bra-arah-university-campus
नयी दिल्ली, 06 मार्च, आजादी की पहली लड़ाई 1857 के महासंग्राम के महासेनानी बाबू वीर कुंवर सिंह के नाम पर करीब 25 साल पहले आरा में बना विश्वविद्यालय बिहार सरकार की घोर उपेक्षा का शिकार है हाल ये है कि विश्वविद्यालय का न तो कोई कैंपस है और न ही प्रशासनिक भवन। यह संस्थान आउटसोर्सिंग के सहारे ही चल रहा है। विश्विद्यालय के कुलपति प्रोफसर लीला चंद साहा ने यूनीवार्ता को बताया कि अक्टूबर 92 में स्थापित वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय का उद्घाटन तत्कालीन मुख्य मंत्री लालू प्रसाद ने किया था लेकिन कैंपस बनाने के लिए आज तक उसे राज्य सरकार से एक फूटी कौड़ी भी नहीं मिली । उन्होंने कहा कि बिहार सरकार ने तीन नए विश्वविद्यालयों बी पी मंडल विश्वविद्यालय, जयप्रकाश विश्वविद्यालय और वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय की स्थापना की थी और उसने दो विश्वविद्यालयों को 100 करोड़ रुपए से 200 करोड़ रुपए दिए थे लेकिन वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय को आज तक सरकार ने इस तरह का कोई अनुदान नहीं दिया जिसके कारण करीब 25 साल में एसका कोई कैंपस ही नहीं बन सका। इतना ही नहीं शिक्षकों और कर्मचारियों की सौ से अधिक पोस्ट खाली हैं लेकिन सरकार ने नियुक्तिओं पर रोक लगा रखी है। 

उन्होंने कहा कि जब राज्य सरकार ने उच्च शिक्षा की बेहतरी के लिए इस विश्वविद्यालय को खोला तो उसकी यह जिम्मेदारी बनती है कि वह इसकी मदद करे लेकिन सरकार ने आज तक अपनी भूमिका नहीं निभायी। प्राे साहा ने कहा कि न केवल लालू जी के ज़माने में बल्कि नीतीश जी के कार्यकाल में भी इस विश्विद्यालय पर ध्यान नहीं दिया गया, ऐसे में शिक्षा की गुणवत्ता कैसे सुधरेगी । उन्होंने कहा,“ इस विश्वविद्यालय को 400 करोड़ रुपए से अधिक की मदद चाहिए तब ही यह संस्थान चल पायेगा हमने राज्य सरकार को इस सम्बन्ध में 487 करोड़ रुपए की एक योजना बना कर भेजी है। प्रशासनिक भवन के लिए 23 करोड़ रुपये चाहिए लेकिन हमें इस भवन के लिए सरकार द्वारा पौने पांच करोड़ रुपये मंज़ूर करने की खबर मिली है महंगाई के ज़माने में इतनी कम राशि में कोई विश्वविद्यालय अपना प्रशासनिक भवन कैसे बना सकता है। 

इस से बेहतर कि सरकार खुद ही हमें प्रशासनिक भवन बना कर दे दे।” यह विश्वविद्यालय मगध विश्वविद्यालय से अलग होकर बना था इसलिए आरा शहर में मगध विश्वविद्यालय के कालेज के कुछ पुराने भवन थे जो 60 -70 साल पुराने हैं और उनके सहारे ही यह विश्विद्यालय चल रहा है। श्री साहा ने कहा,“ हमें आरा में विश्वविद्यालय चलाने के लिए 154 टीचर चाहिए क्योंकि इसमें 22 विभाग है और हर विभाग में 7 शिक्षक होने चाहियें लेकिन अभी मात्र 78 टीचर हैं। इसी तरह तृतीय श्रेणी के 88 पद मंजूर हैं लेकिन धीरे धीरे कर्मचारी रिटायर होते गए और नयी नियुक्तियां नहीं हुईं इसलिए अभी मात्र 35 कर्मचारी ही हैं।” विश्वविद्यालय के 17 कन्श्चुवेंट कालेज हैं और 58 संबंद्ध कालेज हैं,12 बीएड, एक मेडिकल और एक आर्ट कालेज सभी कालेजों को मिलकर करीब चार लाख छात्र होंगे। उन्होंने कहा कि काॅलेज आर्थिक संकट के साथ साथ शिक्षकों की अनुपस्थिति की समस्या से भी जूझ रहे हैं। 

गुजरात में समु्द्री रास्ते से आतंकवादियों के घुसने की सूचना

$
0
0
  • हाई अलर्ट, एनएसजी की टीम भी पहुंची

after-reports-of-militants-infiltration-high-alert-issued-nsg-reached
अहमदाबाद/गांधीनगर, 06 मार्च, गुजरात में समुद्र के रास्ते पाकिस्तान से अातंकवादियों के घुस आने की खुफिया सूचना के बाद पूरे राज्य में सतर्कता चौकसी बढा दी गयी है तथा राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) के कमांडों की दो टीम भी यहां पहुंच गयी है। गृह विभाग के सूत्रों ने बताया कि आईबी ने इस तरह की खुफिया सूचना दी है कि लश्करे तैयबा और जैशे मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों के आठ से 10 आतंकी समुद्र के रास्ते गुजरात में घुस आये हैं। वह किसी बडे हमले की नीयत से आये हैं। इसके बाद से ही पूरे राज्य में हाई अलर्ट कर दिया गया है और रेलवे स्टेशनों, मॉल समेत सभी भीडभाड वाले स्थानों पर विशेष नजर रखी जा रही है। अहमदाबाद के अलावा वडोदरा, सूरत, राजकोट, भुज तथा समुद्र तटीय इलाकों समेत पूरे राज्य में चौकसी बढा दी गयी है। आने वाले सात मार्च को महाशिवरात्रि का पर्व होने के कारण वेरावल के निकट स्थित विश्वविख्यात सोमनाथ मंदिर तथा उत्तर गुजरात के अंबाजी मंदिर और एक बार आतंकी हमले का शिकार हो चुके गांधीनगर के अक्षरधाम मंदिर समेत सभी प्रमुख मंदिरों की सुरक्षा भी बढा दी गयी है। 

ज्ञातव्य है कि पाकिस्तान की सीमा से लगे गुजरात के कच्छ जिले में पिछले कुछ समय में कई लावारिस पाकिस्तानी नौकाएं मिली हैं। कल भी ऐसी एक नौका क्रीक इलाके में मिली थी जबकि पिछले माह दो नौकाएं मिली थी। खुफिया अलर्ट के बाद इनके आतंकवादियों की ओर से इस्तेमाल किये जाने की आशंका भी जतायी जा रही है।  पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां विभिन्न होटलों, गेस्ट हाऊस और अन्य संदिग्ध स्थानों पर छापेमारी कर रही है। संवदेनशील सरकारी और गैर सरकारी संस्थानों की सुरक्षा भी बढायी जा रही है।  सूत्रों ने बताया कि पठानकोठ में भारतीय वायु सेना के कैंप पर हुए हमले को ध्यान में रखते हुए राज्य में स्थित सैन्य प्रतिष्ठानों की सुरक्षा को भी और पुख्ता कर दिया गया है। गृह विभाग ने मौजूदा परिस्थिति में सभी पुलिसकर्मियों और अन्य संबंधित विभागों के कर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी है। गुजरात पुलिस के आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) को भी खास तौर पर अलर्ट किया गया है। इस बीच, अपुष्ट सूचना के अनुसार पुलिस ने खेडा जिले के मुख्यालय नदियाड में कुछ अज्ञात लोगों को आतंकवादी समझ कर फायरिंग कर दी जिसमें एक व्यक्ति के घायल होने की बात कही गयी है। बताया जाता है कि पाकिस्तानी एजेंसियों ने ही भारतीय खुफिया तंत्र को अातंकी घुसपैठ के बारे में अलर्ट किया है। 

बेनकाब हो मोदी के खिलाफ साजिश: मीनाक्षी लेखी

$
0
0
minakshi-lekhi
नयी दिल्ली, 06 मार्च, इशरत जहां मुद्दे पर चल रहे आरोप-प्रत्यारोपों के बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की वरिष्ठ नेता एवं सांसद मीनाक्षी लेखी ने इस मामले में ‘साजिश’ को बेनकाब करने पर जोर देते हुए पिछली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) पर राजनीतिक स्वार्थ की पूर्ति के लिए देश की सुरक्षा को खतरे में डालने और जान पर खेलने वाले आईबी के जांबाज अधिकारियों को अपमानित करने का आरोप लगाया है। श्रीमती लेखी ने अपने ब्लॉग में लिखा है कि मुंबई हमले के आरोपी पाकिस्तानी मूल के अमेरिकी आतंकवादी डेविड कोलमैन हेडली की ओर से इशरत के लश्कर ए तैयबा की सदस्य होने की तस्दीक कर मामले में अंतिम कील ठोक देेने के बाद अब यह सवाल उठता है कि एक दशक तक श्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ जहरीले दुष्प्रचार को किसने हवा दी। उन्होंने कहा कि अब इस साजिश से पर्दा उठाने का समय आ गया है। संप्रग सरकार तो इस स्तर तक चली गयी कि उसने इस मामले में शामिल आईबी अधिकारियों के खिलाफ सीबीआई जांच शुरू कर दी। खुफिया अधिकारी रोज अपनी जान जोखिम में डालते हैं और उन्हें अपने राजनीतिक स्वार्थों की पूर्ति के लिये इस्तेमाल करने तथा किसी राजनीतिक शक्ति को उभरने से रोकने के लिए उसे अपमानित करने से घिनौना कोई काम नहीं हो सकता। भाजपा नेता ने कहा कि इशरत जहां मामले को जनता की याददाश्त से मिटने नहीं देना चाहिए। यह एक ऐसे उदाहरण के रूप में रहना चाहिए कि कुछ दल अपने राजनीतिक फायदे के लिए किस तरह राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ समझौता करने की हद तक गिर सकते हैं। उन्होंने कहा कि जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में जो कुछ हो रहा है और जिस तरह कुछ दल राष्ट्रविरोधी नारे लगाने वालों का साथ दे रहे हैं, यह भी इसी का एक और उदाहरण है।

श्रीमती लेखी ने कहा कि 15 जून 2004 को लश्कर ए तैयबा के चार आतंकवादी इशरत जहां, जावेद शेख, जीशान जौहर और अमजद अली राणा अहमदाबाद के बाहरी इलाके में गुजरात पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारे गए थे। गुप्तचर ब्यूरो के मुताबिक वे गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या करने आये थे। लेकिन विडंबना है कि भारत के सबसे सफल आंतकवाद निरोधक अभियानों में से एक इस घटना को वाहवाही नहीं मिली बल्कि इस मामले में गुजरात सरकार और उसके अधिकारियों को आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा कि पिछले एक दशक से भी अधिक समय से मोदी विरोधी और भाजपा विरोधी ‘गिरोह’ जिसमें कई राजनीतिक दल, गैर सरकारी संस्थायें, सरकारी मशीनरी और मीडिया का एक वर्ग शामिल है, ने इस अभियान को श्री मोदी और गुजरात के तत्कालीन गृह मंत्री अमित शाह की शह पर हुई फर्जी मुठभेड़ ठहराने के लिए जबर्दस्त दुष्प्रचार किया। लेकिन श्री मोदी और श्री शाह को फंसाने की कांग्रेस नीत संप्रग की चालें नाकाम रहीं। यहां तक कि हेडली की वर्ष 2010 में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के समक्ष दी गयी इस गवाही को भी दबाने का प्रयास किया गया कि इशरत जहां लश्कर की सदस्य थी। खुफिया अधिकारियों को सीबीआई जांच का डर भी दिखाया गया लेकिन संप्रग सरकार के सारे पैंतरे बेकार गए। भाजपा नेता ने कहा कि वैसे तो कोई इस बात पर भी गंभीर सवाल उठा सकता है कि इशरत जहां मामले में न्यायमूर्ति अभिलाषा सिंह को गुजरात उच्च न्यायालय में क्यों नियुक्ति किया गया। वह कांग्रेस के दिग्गज नेता और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पुत्री हैं। अगर यह कहा जाये कि संप्रग ने किसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए उन्हें नियुक्त किया था तो गलत नहीं होगा। श्रीमती लेखी ने कहा कि आईबी के इस अभियान की शुरुआत फरवरी 2004 में हुई जब जम्मू-कश्मीर पुलिस ने पुंछ से अपनी गतिविधियां चला रहे लश्कर के सदस्य एहसान इलाही को मारा। उसके शव से मिले पत्रों के आधार पर अधिकारी अहमदाबाद के एक वकील तक पहुंचे। वहां से फिर अभियान आगे बढ़ा। 

उन्होंने कहा कि इस बात को मानने के कई वैध कारण हैं कि आईबी लश्कर की साजिश का पर्दाफाश करने में कामयाब हो गयी थी और उसके पास इस बात की पुख्ता जानकारी थी कि आतंकवादी कब और कहां हमला करेंगे। मुठभेड़ के बाद अहमदाबाद पुलिस की अपराध शाखा द्वारा दाखिल प्राथमिकी में कहा गया था कि अधिकारी जानते थे कि संदिग्ध नीले रंग की टाटा इंडिका में आ रहे हैं जिसका नंबर एमएच02जेए4786 है। भाजपा नेता ने कहा कि क्या यह मानना ठीक नहीं होगा कि आईबी निदेशक, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, केंद्रीय गृह मंत्री और यहां तक कि प्रधानमंत्री जानते थे कि श्री मोदी को खतरा है। अगर ऐसा है तो फिर क्या इस बात पर यह सवाल उठना वाजिब नहीं है कि आतंकवादियों को गुजरात से महाराष्ट्र क्यों जाने दिया गया। उन्हें महाराष्ट्र में ठिकाने क्यों नहीं लगाया गया। उन्होंने कहा कि अब यह स्पष्ट है कि इशरत जहां फर्जी मुठभेड़ में नहीं मारी गयी थी जबकि 2014 के चुनावों में मिली करारी हार से अभी तक उबर नहीं पाये लोग एक दशक से भी अधिक समय तक फर्जी मुठभेड़ का आरोप लगाते रहे। इस मामले की जांच करने वाले विशेष जांच दल को फर्जी मुठभेड़ के आरोपों को साबित करने के लिए कोई भी ठोस सबूत नहीं मिला। 

रिकार्ड 943 मेगावॉट पवन ऊर्जा ग्रिड से जुड़ेगी

$
0
0
943-megawatt-air-power-bhopalभोपाल 06 मार्च, मध्यप्रदेश पावर मेनेजमेंट कंपनी लिमिटेड द्वारा प्रदेश में घरेलू उपभोक्ताओं को 24 घंटे और सिंचाई के लिए 10 घंटे बिजली उपलब्ध करवाने में पारम्परिक बिजली के साथ पवन ऊर्जा (विंड एनर्जी) का चालू वित्तीय वर्ष में महत्वपूर्ण योगदान है। इस वर्ष रिकार्ड 943 मेगावॉट पवन ऊर्जा ग्रिड से जुड़ेगी। 

अाधिकारिक जानकारी के अनुसार प्रदेश में चालू वित्तीय वर्ष 2015-16 के प्रारंभ में पवन ऊर्जा का कुल अंश 698.55 मेगावॉट था। वित्तीय वर्ष के जनवरी माह तक इसमें 399.4 मेगावॉट का अंश और जुड़ा तथा 31 मार्च 2016 तक 543.9 मेगावॉट पवन ऊर्जा ग्रिड से और जुड़ जाएगी। इस प्रकार वित्तीय वर्ष 2015-16 में 943.3 मेगावॉट क्षमता की पवन ऊर्जा ग्रिड से जुड़ रही है, जो कि एक कीर्तिमान है। 

वर्तमान में मध्यप्रदेश के सभी श्रेणी के बिजली उपभोक्ताओं को बिजली की सप्लाई की जा रही है। इसमें मार्च 2016 के आंकड़ों के अनुसार, नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा का अंश 2211.475 मेगावॉट है। नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा में पवन, सोलर, स्माल हाइड्रो एवं बॉयोमास-बॉयो गैस के माध्यम से उत्पादित होने वाली बिजली शामिल है। 

एम.पी. पावर मेनेजमेंट कम्पनी प्रदेश में बिजली उपलब्धता के मापदंड के अनुरूप नवीन तथा नवकरणीय ऊर्जा की हिस्सेदारी को अनुपातिक रखने के लिए ठोस प्रयास किए जा रहे हैं। मध्यप्रदेश द्वारा सोलर बिजली की उपलब्धता में किए गए सार्थक कार्यों को देखते हुए रिनेवल एनर्जी प्रमोशन एसोसिएशन (आरइपीए-रेपा) द्वारा 9 मार्च को नई दिल्ली में बेस्ट सोलर स्टेट ऑफ इंडिया 2015-16 का पुरस्कार प्रदान किया जा रहा है। 

अस्थायी मजदूरों के लिए भी ईएसआई सुविधा लागू होंगी : उच्चतम न्यायालय

$
0
0
esi-for-tempororay-employe-sc
नयी दिल्ली 06 मार्च ,  ‘कर्मचारी’ शब्द की व्यापक व्याख्या करने वाले अपने महत्वपूर्ण फैसले में उच्चतम न्यायालय ने व्यवस्था दी है कि कर्मचारी राज्य बीमा (ईएसआई) अधिनियम के तहत स्वास्थ्य बीमा और सामाजिक सुरक्षा से जुड़ी कल्याणकारी योजनाएं अस्थायी मजदूरों के लिए भी लागू होंगी। असंगठित क्षेत्र के मजदूरों के लिए आशा की किरण बनकर इस फैसले में कहा गया है कि अस्थायी मजदूर भी ईएसआई कानून के प्रावधानों के तहत ईएसआई सुविधा के हकदार हैं। अस्थायी रूप से काम करने वाले कर्मचारी भी ईएसआई कानून के तहत कर्मचारी हैं और उनके हिस्से का ईएसआई फंड नियोक्ता को कटवाना होगा। न्यायमूर्ति वी गोपाल गौड़ा और न्यायमूर्ति अरुण मिश्रा की पीठ ने कर्मचारी शब्द की व्याख्या करते हुए कहा कि यह शब्द बहुत व्यापक है और जो व्यक्ति किसी फैक्टरी या संस्थान में मजदूरी या कोई अन्य कार्य कर रहा है, वह भी इसके दायरे में आएगा। 

शीर्ष अदालत ने कहा कि ईएसआई एक्ट, 1948 कल्याणकारी कानून है और इसकी व्याख्या इस तरह से करने की जरूरत है, ताकि इसके फायदे कर्मचारियों तक पहुंचाये जा सकें। ऐसा नहीं कि उन्हें कानून के तहत मिलने वाले लाभों से ही वंचित कर दिया जाए। न्यायालय का कहना है कि ईएसआई कानून की धारा 39 से स्पष्ट है कि कर्मचारी की परिभाषा में अस्थायी कर्मचारी के अलावा वैसे कर्मचारी भी शामिल हैं जो एक निश्चित अवधि के लिए नियुक्त किए जाते हैं। न्यायालय के अनुसार, ऐसे मजदूर भी ईएसआई में अपना अंशदान करने के लिए कर्मचारी की परिभाषा के दायरे में आएंगे। 

पीठ की ओर से फैसला लिखते हुए न्यायमूर्ति मिश्रा ने कहा है, “इन प्रावधानों को पढ़ने भर से स्पष्ट है कि इनमें वे अस्थायी कर्मचारी भी शामिल हैं जो कुछ दिनों के लिए ऐसे काम पर रखे जाते हैं जो अस्थायी प्रकृति के है। वही धारा 2(22) में परिभाषित की गई मजदूरी तथा धारा 2(23) में परिभाषित दिहाड़ी काल के अस्थायी कर्मचारियों को ईएसआई के लाभों से बाहर नहीं किया जा सकता। ” 

उच्चतम न्यायालय ने मुंबई के एक रेसकोर्स में रेस के दौरान ट्रैक की देखभाल करने तथा टिकटों की बिक्री करने वाले कर्मचारियों के हिस्से का ईएसआई फंड काटने का आदेश दिया है। न्यायालय ने कहा कि यह राशि पिछले तीन माह से काटी जाए। साथ ही मुकदमे को शीर्ष अदालत में लाने के लिए रायल वेस्टर्न इंडिया टर्फ क्लब लि. पर दो लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है। क्लब की दलील थी कि रेस ट्रैक के लिए रखे गए अस्थायी मजदूर ईएसआई अधिनियम 1948 के तहत कवर नहीं हैं। 

संघ की कठपुतली के अलावा कुछ नहीं हैं मोदी : कांग्रेस

$
0
0
modi-rss-puppet-congress
नयी दिल्ली, 06 मार्च, कांग्रेस ने मोदी सरकार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की कठपुतली करार देते हुए कहा है कि उनके इशारे पर ही विश्वविद्यालय परिसरों में असहमति संबंधी आवाज लगाने वालों का मुंह बंद किया जा रहा है और संघ की विचारधारा के लोगों को विश्वविद्यालयों में शीर्ष पदों पर बिठाया जा रहा है। पार्टी ने अपने मुख पत्र ‘कांग्रेस संदेश’ के ताजा अंक में प्रकाशित एक लेख में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन के सम्मेलन में दिये गये एक भाषण काे उद्धृत करते हुए सरकार पर तीखा हमला किया और कहा कि मोदी सरकार का एक मात्र एजेंडा संघ की विचारधारा को फैलाना है। संघ चाहता है कि देश के सभी विश्वविद्यालयों में उसके लोगों को बिठाए जाए और इसी योजना के तहत श्री मोदी कठपुतली बनकर विश्वविद्यालयों में उभर रही असहमति की आवाज को कुचलने का प्रयास कर रहे हैं। 

कांग्रेस संदेश के संपादकीय में विश्वविद्यालयों की स्वायत्तता में हस्तक्षेप पर सवाल उठाया गया और सरकार पर आरोप लगाया कि वह संघ के इशारे पर छात्रों की आवाज दबा रही है। संपादकीय में सबको खुलकर बोलने की वकालत करते हुए लिखा गया है “यह सरकार काम की नहीं है। बर्बर कदम उठाकर हमारे विश्विविद्यालय परिसरों में असहमति संबंधी आवाज लगाने वालों का मुंह बंद करने की बजाए उसे हमारे जीवंत जनतंत्र में अपना मत व्यक्त करने की इजाजत देनी चाहिए।” मुख पत्र में जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में छात्र आंदोलन के दौरान श्री गांधी के छात्रों के साथ खड़े होने को सही ठहराते हुए कहा गया है कि राष्ट्रवाद को लेकर श्री गांधी को भारतीय जनता पार्टी तथा आरएसएस से ज्ञान लेने की जरूरत नहीं है। राष्ट्रवाद श्री गांधी के खून में रचा बसा है। पत्र में कहा गया है कि श्री गांधी निर्दोष छात्रों के साथ हैं और इसी भावना से वह जेएनयू भी गए थे। 

पार्टी ने गांधी नेहरू परिवार की देशभक्ति की परंपरा का उल्लेख करते हुए कहा, “आजादी की लड़ाई में नेहरू गांधी परिवार का योगदान उल्लेखनीय है। परिवार के दो सदस्यों इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की हत्या की जानकारी सबको है। जिस पार्टी ने आजादी की लड़ाई लड़ी, अनेक बलिदान दिए और आजादी के बाद करीब छह दशकों तक देश की सत्ता संभाली, इस एेतिहासिक पार्टी के उपाध्यक्ष के प्रति ऐसी टिप्पणी करना अत्यंत आपत्तिजनक है।” राष्ट्रवाद और देशभक्ति को लेकर केंद्र सरकार पर नयी परिभाषा गढ़ने का आरोप लगाते हुए कहा गया है कि मोदी सरकार का मानना है कि जो संस्थान अथवा व्यक्ति संघ, भाजपा और मोदी सरकार की विचारधारा से असहमत है वे सब राष्ट्रविरोधी, देशद्रोही और असहिष्णु हैं तथा उन्हें देश छोड़कर पड़ोसी देश में शरण लेनी चाहिए। संघ परिवार की इस कठपुतली सरकार की शांतिपूर्ण जीवन जीने वालों के लिए शर्त है कि वे सरकार और संघ परिवार के वफादार बनकर रहे। 

राष्ट्र निर्माण में महिलाओं का योगदान अप्रतिम: मोदी

$
0
0
women-contribution-in-nation-modi
नयी दिल्ली,06मार्च, प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्र निर्माण में महिलाओं के योगदान को अप्रतिम बताते हुए आज कहा कि महिलाओं के सशक्तिकरण की बात अब पुरानी हो चुकी है। महिलाएं खुद ही शक्तिरूपा हैं, ऐसे में उनके विकास की जगह उनके नेतृत्व में देश के विकास की बात होनी चाहिए। श्री मोदी आज यहां महिला जनप्रतिनिधियों के पहले राष्ट्रीय सम्मेलन के समापन माैके पर बोल रहे थे। उन्होंने इस अवसर पर महिला जनप्रतिनियों का अाह्वान करते हुए कहा कि उन्हें समाज के उस तबके के लोगों को सशक्त बनाने में अपनी अहम भूमिका निभानी है, जो अशक्त है। प्रधानमंत्री ने महिलाओं के प्रकृतिप्रदत्त गुणों का उल्लेख करते हुए कहा कि आज कल प्रबंधन के क्षेत्र में “मल्टी टास्क गतिविधियों” का जुमला बहुत प्रचलित है, जिसका अर्थ है कि एक इन्सान में कितने तरह के काम करने की खूबियां हो सकती है। इस मल्टी टास्क के संदर्भ में देखा जाए तो महिलाएं पुरुषों से अधिक सामर्थ्यवान है। चाहे घर हो या बाहर हर मोर्चे पर महिलाओं ने अपने कौशल का प्रमाण दिया है। समय आ गया है कि दलगत राजनीति से ऊपर उठकर महिलाओं के इस सामर्थ्य और कौशल को पूरी तवज्जो दी जाए अौर राष्ट्र निर्माण में उन्हें वे अवसर प्रदान किए जाएं, जिनकी वह हकदार हैं। श्री मोदी ने कहा कि कोई भी राष्ट्र तभी सशक्त बन सकता है, जब उसका हर नागरिक सशक्त हो। इसमें भी महिलाओं की भूमिका ही सबसे आगे है। परिवार में एक मां के रुप में वह अपनी यह भूमिका अदा करती है। राष्ट्र निर्माण में उसके इस योगदान का लंबा इतिहास रहा है। 

प्रधानमंत्री ने महिला जनप्रतिनिधियों से अपनी प्रतिभा को और निखारने का अनुरोध करते हुए कहा ‘जिन सपनों को लेकर अाप लोग सार्वजनिक जीवन में आयी हैं ,उसके लिए अपने आपको सक्षम कैस बनाएं यही आपका लक्ष्य होना चाहिए। व्यवस्थागत बदलाव तो होते रहेंगे इसके पहले बड़ी जरूरत यह है कि आप लोग अपने निर्वाचन क्षेत्रों में अपनी जनता खासतौर से उन महिलाओं से मिलें और उनकी समस्याआें को दूर करने के उपाय करें, जिन्होंने भरोसा कर आपको यहां तक पहुंचाया है।” उन्होंने कहा कि आपसी मेल जोल से जो अनुभव साझा होते हैं। वह सदनों में बैठकर कभी नहीं हो सकते। जनता की आवाज सुनने के लिए उसके करीब जाना पड़ता है। श्री मोदी ने आधुनिक युग में प्रौद्योगिकी की महत्ता को रेखांकित करते हुए कहा कि वह चाहते हैं महिला जनप्रतिनिधिति अपने लोगों की आवाज सुनने और उन तक अपनी बात पहुंचाने के लिए इस प्रभावी तकनीक का इस्तेमाल अवश्य करें । उन्होंने कहा कि वह मानते हैं कि इसमें भी महिला जनप्रतिनिधि अपने सहयोगी पुरूष जनप्रतिनिधियों से आगे रहेंगी क्योंकि किसी भी चीज को सहजता से अपनाने का जो अद्भुत कौशल महिलाओं में है वैसा पुरुषों में नहीं होता। श्री मोदी ने इस अवसर पर लोकसभा और राज्यसभा की महिला सांसदों के लिए एक ई-प्लेटफार्म शुरू करने का अनुरोध किया। उन्होंने महिलाओं के वात्सल्य और भावनात्मक ताकत की प्रशंसा करते हुए कहा कि राष्ट्र के ढ़ांचागत विकास को महिलाओं की यह उूर्जा ही प्राणवान बना सकती है। श्री मोदी ने महिला प्रतिनिधियों से अपने इस प्रकृति प्रदत्त गुणों को पहचानने और निखारने की अपील करते हुए कहा कि जब तक चुनौतियों का सामना नहीं किया जाता तब तक अपने अंदर छुपी प्रतिभा की पहचान नहीं होती इसलिए वह चाहते हैं कि महिला जनप्रतिनिधि रास्ते में आने वाली चुनौतियों से डटकर मुकाबला करते हुए राष्ट्र निर्माण के पथ पर अग्रसर हाें। पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा सिंह पाटिल ने इस अवसर पर कहा कि महिलाओं को कितने अधिकार मिले कितने नहीं यह सवाल नहीं है सवाल यह है कि उन्हें अपनी सोच और अपनी बात रखने के लिए पर्याप्त अवसर और मंच दिए जाए। उन्होंने महिलाओं के सशक्तिकरण के साथ आत्म रक्षा की अहमियत काे भी जोड़ते हुए कहा कि हर महिला को आत्मरक्षा के गुर जरूर सीखने चाहिए।

लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन की ओर से अायोजित जनप्रतिनिधियों के इस दो दिवसीय सम्मेलन का उद्घाटन कल राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने किया था।  उद्घाटन अवसर पर राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति मोहम्मद हामिद अंसारी ने विधायिका में महिलाओं के प्रतिनिधित्व काे अपर्याप्त बताते हुए विभिन्न राजनीतिक दलों से आह्वान किया कि वे लोकसभा एवं विधानसभाओं में महिलाओं को एक तिहाई आरक्षण देने संबंधी विधेयक को पारित कराने का प्रयास करें। राष्ट्रपति ने इस मौके पर संविधान के 73वें एवं 74वें संशोधन का जिक्र भी किया और कहा कि इसके माध्यम से स्थानीय निकायों में महिलाआें को 33 प्रतिशत आरक्षण देने का फैसला किया गया , जिससे आज 12.7 लाख महिला जनप्रतिनिधि पंचायतों और नगर निकायों में उनकी प्रभावी भूमिका निभा रही हैं । कई राज्यों ने महिला आरक्षण 50 प्रतिशत भी किया है, जिससे आज स्थानीय निकायों में महिलाओं की भागीदारी 43.56 प्रतिशत हो गयी है। इसका बहुत अच्छा असर हुआ है। उन्होंने संसद, विधानसभाओं, विधानपरिषदों और संसदीय समितियों में महिला प्रतिनिधियों के अनुपात पर उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी की टिप्पणी का समर्थन करते हुए कहा कि राजनीतिक दलों को अपनी मानसिकता में बदलाव लाना होगा। उपराष्ट्रपति ने राष्ट्रीय स्तर एवं प्रांतीय स्तर पर महिला प्रतिनिधित्व की स्थिति पर रोशनी डालते हुए कहा कि स्थानीय निकायों में महिलाओं की उल्लेखनीय उपलब्धियों के बावजूद संसद एवं विधानमंडलों में महिलाओं का अनुपात नहीं बढ़ पाया। महिलाआें का संसद में 12 प्रतिशत, विधानसभाओं में नौ प्रतिशत और विधानपरिषदों में छह प्रतिशत प्रतिनिधित्व है। संसदीय समितियों में भी यही हाल है। वित्तीय मामलों की तीन समितियों के कुल 74 सदस्यों में से केवल दो महिलायें हैं। लोक लेखा समिति एवं लोक उपक्रम संबंधी समिति में कोई महिला नहीं है। उन्होंने कई अन्य समितियों में भी ऐसी ही स्थिति का उल्लेख किया। 

कार्ति के बहाने मुझ पर है निशाना : चिदम्बरम

$
0
0
government-targeting-me-chidambaram
नयी दिल्ली 06 मार्च, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तथा पूर्व वित्त मंत्री पी चिदम्बरम ने अपने बेटे कार्ति की अकूत संपत्ति के बारे में हुए कथित खुलासे को गलत, निराधार और दुर्भावनापूर्ण साजिश करार देते हुए आज आरोप लगाया कि बेटे के बहाने उन्हें निशाना बनाया जा रहा है। 

श्री चिदम्बरम ने यहां जारी एक बयान में कहा कि उन्हें जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा “मैं इस बयान को अपने परिवार के सदस्यों की तरफ से जारी कर रहा हूं। हम जानते हैं कि कार्ति को इसलिए निशाना बनाया जा रहा है क्योंकि वह मेरा बेटा है। मैं इस आरोप में छिपी राजनीति और इस मामले को उछालने के लिए समय को समझता हूं। एक दिन जरूर झूठ का पर्दाफाश होगा।” 

उन्होंने कहा कि उनका बेटा वैध तरीके से कारोबार कर रहा है। उसके पास अपनी और परंपरागत संपत्ति है। वह वर्षों से बराबर आयकर भर रहा है। इसका विवरण आयकर विभाग के पास है। कांग्रेस नेता ने कहा कि कुछ दिन पहले उनके पुत्र के खिलाफ दुनिया के कई देशों में अवैध संपत्ति होने के बारे में खबरें छपीं थीं, जिनमें मेरी तरफ भी इशारा किया जा रहा था। सब जानते हैं कि यह खबरें गलत थी और हमारे खिलाफ इन खबरों को तैयार किया गया था।” 

जलकर खाक हुआ नरैनापुर, मंत्री जी सोते रहे : रामबाबू द्विवेदी

$
0
0
faire-in-narainapur-minister-sleep
बाराबंकी में घाघरा नदी के किनारे बसा हुआ नरैनापुर बीते मंगलवार को आधी रात में लगी आग के चलते खाक हो गया था। लपटें भड़कने पर किसी तरह से लोगों ने अपनी जान बचाई। लेकिन भीषण आग के चलते स्थानीय लोगों का करीबन सारा सामान राख हो गया। जिसकी जानकारी मिलते ही रविवार को भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के प्रदेश प्रवक्ता रामबाबू द्विवेदी ने उस क्षेत्र का दौरा किया। 

रामनगर विधानसभा के बेहद कद्दावर नेता और भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के प्रवक्ता रामबाबू द्विवेदी ने नरैनापुरा में पीड़ित लोगों को वस्त्र वितरण किया। साथ ही एसडीएम से घटना के संदर्भ में बात करते हुए उसे गंभीरता से लेने की बात की। हालांकि एसडीएम आशुतोष दूबे ने बताया कि पीड़ित लोगों को मुआव्जे के चेक उपलब्ध करा दिए गए हैं। जिला मुख्यालय में इमरजेंसी मीटिंग के चलते वे घटनास्थल पर नहीं पहुंच सके थे। 

सपा पर साधा निशाना 
नरैनापुरा में मीडिया से बात करते हुए प्रदेश प्रवक्ता रामबाबू द्विवेदी ने सपा पर निशाना साधते हुए कहा कि इसी क्षेत्र की बदौलत ग्राम्यविकास मंत्रालय लोगों को मिला। लेकिन गांवों के विकास की बात ही छोड़ दीजिए मंत्री जी तो यहां झांकने तक नहीं आए कि क्या नुकसान हुआ, कितना नुकसान हुआ। आज लोग कच्चे मकानों में रहने को मजबूर हैं। परिणामस्वरूप आग के चलते पूरा का पूरा गांव तबाह हो गया। लोगों के खाने का गेंहूं, सरसों राख हो गई। लेकिन जिन मंत्री जी को, जिस सपा सरकार को विकास की जिम्मेवारी दी गई वे तो सोते ही रहे। दरअसल बीजेपी किसान मोर्चा के प्रवक्ता रामबाबू द्विवेदी सपा के साथ ही अरविंद सिंह गोप जो कि रामनगर क्षेत्र से विधायक हैं उनका घिराव कर रहे थे। साथ ही उन्होंने सरकार की नाकामी के कई अन्य भी उदाहरण लोगों के सामने रखे।

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर (06 मार्च)

$
0
0
जिला भाजपा के नेतृत्व में किसान व महिला मोर्चे ने मुख्यमंत्री का जन्मदिन सेवा प्रकल्प दिवस के रूप में मनाया

jhabua news
झाबुआ---स्थानीय षगुन गार्डन सभागृह में षनिवार को भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व में किसान मोर्चा एवं महिला मोर्चा व नगर मंडल के संयुक्त प्रयासों से प्रदेष के जन जन के नायक एवं विकास पुरूश किसानों के मसीहा यषस्वी मुख्यमंत्री षिवराजसिंह चैहान का 57 वां जन्मदिन सेवा प्रकल्प दिवस के रूप में मनाकर किसान गोश्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर भाजपा किसान मोर्चा एवं महिला मोर्चे की बडी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित रहे। किसान गोश्ठी के आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में किसान मोर्चे के प्रदेष उपाध्यक्ष नरेष राजपुरोहित धार, कार्यक्रम की अध्यक्षता भाजपा जिलाध्यक्ष दौलत भावसार व विषेश अतिथि के रूप में झाबुआ विधायक षांतिलाल बिलवाल, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक अध्यक्ष गौरसिंह वसुनिया, किसान मोर्चे के जिलाध्यक्ष विजय बहादुरसिंह, अजजा मोर्चे के प्रदेष महामंत्री कल्याणसिंह डामोर, महिला मोर्चे के जिलाध्यक्ष श्रीमती दुर्गाबेन पडियार, किसान मोर्चे के प्रदेष कार्यकारिणी सदस्य मूलचंद्र बामनिया, नगर अध्यक्ष बबलू सकलेचा, पेटलावद मंडी अध्यक्ष भरत पाटीदार, प्रदेष कार्यकारिणी सदस्य युवा मोर्चा दिलीप कुषवाह, युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष भानु भूरिया आदि थे। इस अवसर पर गोश्ठी को संबोधित करते हुए किसान मोर्चे के प्रदेष उपाध्यक्ष नरेष राजपुरोहित ने कहा कि मध्यप्रदेष की सरकार 150 से भी अधिक योजनाएं किसान, मजदूरों एवं जनता के लिए चला रही है किसानों का सर्वाधिक हित किसान पुत्र मुख्यमंत्री षिवराजसिंह चैहान कर रहे है उन्होंने कहा कि आज किसान प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से लगाकर 0 प्रतिषत ब्याज आदि का लाभ किसानों को दिया जा रहा है अटल ज्योति के रूप में किसानों को 24 घंटे बिजली उपलब्ध हो रही है उन्होंने उपस्थित सभी कार्यकर्ताओं से इस अवसर पर आव्हान किया कि भाजपा सरकार एवं षिवराजसिंह चैहान को बार बार मुख्यमंत्री बनाने के लिये कार्यकर्ता मैदान में सक्रिय हो जायें। इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे भाजपा जिलाध्यक्ष दौलत भावसार ने संबोधित करते हुए कहा कि जिले में भाजपा के लिए कांग्रेस कोई चुनौती नही है भाजपा के लिए भाजपा के अंदर जयचंदी लोग ही चुनौती बने हुए है। उन्होंने इस अवसर पर कार्यकर्ताओं को मुख्यमंत्री के जन्मदिन की बधाई देते हुए सेवा संकल्प दिवस के अवसर पर संकल्प दिलाते हुए हाथ उठाकर षपथ दिलवाई कि हम मुख्यमंत्री षिवराजसिंह के पदचिन्हों पर चलते हुए राजनैतिक जीवन में सादगी, अनुषासन एवं जनसेवा का व्रत धारण कर जिले में भाजपा को सुदृढ बनाते हुए कांग्रेस मुक्त करने का संकल्प लेते है। उन्होंने कहा कि आज हम भाजपा के कार्यकर्ता के रूप में या पदाधिकारी या जनप्रतिनिधि के रूप में जो सम्मान पा रहे है वह असंख्य कार्यकर्ताओं की बदौलत सें मिला है परंतु इन पदो की प्राप्ति के बाद हमें अपने राजनैतिक जीवन में इन बातो का अहंकार नही पालना चाहिये। पं. दीनदयाल उपाध्याय, ष्यामापं्रसाद मुखजी तथा मुख्यमंत्री की सादगी भरी कार्यषैली को अपने जीवन में उतारना चाहिये उससे ही जिले में भाजपा का भला होगा। वही भावसार ने कहा कि कार्यकर्ताओं को आपस में भिडने के बजाय अर्जुन के भांति कांग्रेस से भिडने का लक्ष्य सामने रखना चाहिये। इस अवसर पर विधायक षांतिलाल बिलवाल ने संबोधित करते हुए कहा कि आज जिले में भाजपा सरकार की जनमुखी नीतियों का लाभ जिले में आदिवासी समाज को मिल रहा है परंतु हमारे द्वारा सही मौके व सही स्थान पर उसका प्रचार नही करने से कांग्रेस उसका लाभ  लेकर भाजपा के खिलाफ दुश्प्रचार करती हुई नजर आ रही है हर कार्यकर्ता को कांग्रेस के दुश्प्रचार का मुंहतोड जवाब देने के लिए तैयार रहना चाहिये। इस अवसर पर सीसीबी बैंक के अध्यक्ष गौरसिंह वसुनिया ने संबोधित करते हुए कहा कि हम बैंक के माध्यम से आदिवासी किसानो का चहुमंुखी विकास करने के लिए प्रतिबद्ध है बैंक द्वारा मध्यप्रदेष षासन के यषस्वी मुख्यमंत्री षिवराजसिंह चैहान के निर्देष पर जिन किसानों की फसल बर्बाद हो गई है उनको करोडो का मुआवजा बांटकर आर्थिक लाभ पहुंचा रहे है परंतु कांग्रेस सांसद कांतिलाल भूरिया व कांग्रेस के नेतागण इसको अपने द्वारा मुआवजा बंटवा कर झूठी वाहवाही लूट रहे है इसके लिए भी कार्यकर्ता को नीचे तक सही जानकारी पहुंचाने की महती आवष्यकता है। गोश्ठी के अवसर पर किसान मोर्चे के जिलाध्यक्ष ने स्वागत भाशण देते हुए मुख्यमंत्री के जन्मदिन की बधाईयां देते हुए मुख्यमंत्री को किसान हितैशी मुख्यमंत्री निरूपित किया। मध्यप्रदेष की भाजपा सरकार चैतरफा किसानों के लिए कार्य कर रही है। प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से लगाकर नरेन्द्र मोदी तक का भी जिक्र किया। इस अवसर पर महिला मोर्चे की अध्यक्ष दुर्गा बेन ने अपना ओजस्वी भाशण दिया। कार्यक्रम का सफल संचालन भाजयुमो के प्रदेष कार्यकारिणी सदस्य दिलीप कुषवाह न तथा आभार किसान मोर्चे के महामंत्री जवसिंह परमार द्वारा माना गया। कार्यक्रम का षुभारंभ वंदे मातरम गीत के साथ तथा समापन राश्ट्रगान के साथ हुआ। इसके पूर्व राणापुर विकासखंड के ग्राम लंबेला में तेंदुए के हमले से घायल झीतरा परमार की असामयिक मृत्यु पर जिला भाजपा व उपस्थित कार्यकर्ता द्वारा श्रद्धांजलि दी गई। कार्यक्रम की समाप्ति पर भाजपा नेता व पदाधिकारियों ने एक दूसरे को मिठाई खिलाकर मुख्यमंत्री के जन्मदिन की बधाई दी। उक्त जानकारी जिला मीडिया प्रभारी राजेन्द्र सोनी ने दी। इस अवसर पर मार्केटिग अध्यक्ष फकीरचंद्र राठौर, झाबुआ मंडी उपाध्यक्ष बहादुर हटीला, नगर पंचायत थांदला उपाध्यक्ष श्रीमती संगीता सोनी, प्रवीण सुराणा, जमुना वाखला, निर्मला अजनार, अजमेरसिंह, बापू भूरिया, लाल गुंडिया, प्रतिभा षर्मा, सुनिता भूरिया, श्रीमती रूनवाल, श्रीमती षांति सोलंकी, छीतुसिंह मेडा, मदन भूरा, ओमप्रकाष षर्मा, ओ पी राय, अजय पोरवाल सहित बडी संख्या में पार्टी पदाधिकारी व जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

शिवरात्री के महापर्व पर रूद्रावतार बालाजी का महाभिषेक होगा

झाबुआ---राजगढ नाके के समीप कृषि विज्ञान केन्द्र स्थित सिद्ध पीठ हनुमान मंदिर में प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी शिवरात्री के पावन अवसर पर आज  सोमवार को प्रातः 5 बजे से पारे से निर्मित शिवलिंग का दुग्धाभिषेक किया जावेगा । प्रातः 7 बजे से लघुरूद्रप्रारंभ होगा जिसका आयोजन अजय बैरगाी, दीपक बैरागी एवं जेमिनी शुक्ला द्वारा किया जावेगा । तथा प्रातः से  ही दिन भर दुध,दही,गन्ने का रस,घी आदि द्रव्य पदार्थो से अभिषेक एवं पूजन किया जावेगा । साथ ही रात्रि जागरण किया जाकर प्रत्येक प्रहर में पूजा एवं अभिषेक मंगलवार प्रातः 5 बजे तक जारी रहेगा । तत्पश्चात महाआरती एवं प्रसादी का आयोजन किया जावेगा । समिति के राकेश त्रिवेदी एवं हर्ष भट्ट के अनुसार इस वर्ष विशेष रूप  से रुद्रावतार श्री बालाजी मंदिर पर अखण्ड रामायण का पाठ भी सोमवार प्रातः 7 बजे से मंगलवार को प्रातः 8 बजे तक रहेगा । इस अवसर पर सतत बालाजी का अभिषेक चमेली के तैल से किया जावेगा । समिति के सदस्यों ने झाबुआ की धर्मप्राण जनता से अपील की है शिवरात्री पर आयोजित अनुठे आयोजन पर धर्मलाभ प्राप्त करें ।

सांसद भूरिया ने की तेंदुए हमले में घायल एवं मृत को मुआवजे की मांग

झाबुआ---गुरूवार को रानापुर क्षेत्र के ग्राम लंबेला के जंगल में तेंदुए ने एक महिला सहित पांच अन्य पर हमला कर बूरी तरह घायल कर दिया। मौके पर पहुंचा वनविभाग का स्थानीय अमला तेंदुए पर काबू पाने में पूरी तरह नाकाम रहा। बाद में इंदौर व अन्य जगहों की टीम भी तेंदुए को पकडने में समाचार लिखे जाने तक पूरी तरह नाकाम रही। इस कारण लंबेला के आसपास के क्षेत्रों में ग्रामीणों में भय व्याप्त हो गया है। सांसद कांतिलाल भूरिया ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए वन विभाग के आला अधिकारियों से चर्चा कर तेंदुए को तत्काल पकडने की बात कही। 48 घंटे बीत जाने के बाद भी तेंदुए को न पकड पाने को लेकर गहरी नाराजगी भी व्यक्त की। आज शनिवार को एक घायल की मृत्यु भी हो गई है। श्री कांतिलाल भूरिया, जिला पंचायत सुश्री कलावती भूरिया, युवा नेता डाॅ. विक्रांत भूरिया, रानापुर नगर पालिका अध्यक्ष कैलाष डामोर, बाबू सरपंच, जनपद उपाध्यक्ष श्रीमती कसु पति उदा आदि ने जिला प्रषासन एवं वन विभाग द्वारा घोर लापरवाही किए जाने पर कडे शब्दों में निंदा की है तथा सांसद कांतिलाल भूरिया एवं सुश्री कलावती भूरिया ने जिला प्रषासन एवं वन विभाग से मृतक के परिवार को दस लाख रूपये देने का तथा गंभीर रूप से घायलों को पांच लाख रूपये का मुआवजा देने एवं उनके उचित ईलाज की मांग की है। श्री भूरिया ने यह भी मांग की है कि इस आदिवासी बहुल जिले में ऐसी घटनाओं की पुनरार्वती न हो इसके लिए प्रषासन द्वारा उचित कदम उठाए जाए। सुश्री कलावती भूरिया ने रानापुर ब्लाक के कांग्रेस के पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं एवं स्थानीय प्रषासन से इस ओर पूरी नजर रखने की बात कही तथा क्षेत्र के भयग्रस्त ग्रामीणों को सुरक्षा देने की भी बात कही। उक्त जानकारी जिला कांग्रेस प्रवक्ता हर्ष भट्ट ने दी।

आंगनवाड़ी कार्यकर्ता संघ 15 मार्च को करेगा विधानसभा का घेराव

पारा - मध्यप्रदेष आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका संघ जिला इकाई झाबुआ की जिला अध्यक्ष श्रीमती गंगा गोयल ने बताया कि दिनंाक 15 मार्च 2016 को प्रदेष की समस्त आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका ,उप आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओ द्वारा अपनी मांगो को लेकर भोपाल मे विधानसभा पर विराट प्रदर्षन करने के साथ ही विधानसभा का घेराव भी किया जावेगा । इस पं्रर्दषन का आयोजन भारतीय मजदूर संघ मध्यप्रदेष के आव्हान पर किया जा रहा हे इस प्रदर्षन कार्यक्रम में झाबुआ जिले की समस्त कार्यकर्ता,सहायिका, उप आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को जिले से दिनंाक 15 मार्च 2016 मंगलवार का सामूहिक अवकाष संगठन द्वारा स्वीकृत करवाया जा रहा है जिससे की इस कार्यक्रम में जिले की समस्त कार्यकर्ता षामिल हो सके । जिलाध्यक्ष श्रीमती गंगा गोयल ने जिले की समस्त कार्यकर्ताओं से अपील की है कि सभी कार्यकर्ता,सहायिका,उप आंगनवाड़ी कार्यकर्ता इस कार्यक्रम में षामिल हो व सेक्टर वाईज सूची बनाकर वाहन व्यवस्था सुविधानुसार स्वयं करें तथा जानकारी जिलाध्यक्ष को देवें ।

बलात्कार का अपराध पंजीबद्ध 

झाबुआ---- फरियादिया ने बताया कि वह अपने पति को बताकर आरोपी कपिल की बर्थडे पार्टी में झाबुआ गयी थी। जहां आरोपीगण कपिल पिता अरूण देराश्री, अरूण देराश्री, मंजुलाबाई पति अरूण देराश्री, दिलीप शर्मा निवासीगण झाबुआ मोनु श्रीवास्तव निवासी बडौदा राहुल पंचाल निवासी मेघनगर ने कोलड्रिंग में शराब मिलाकर पिलाकर अश्लील फोटो दिखाकर सोशल मिडिया पर डालने की धमकी देकर राहुल पंचाल के घर ले  जाकर जबरन बलात्कार किया व लगातार डरा धमका कर ब्लेक मेलिंग कर बलात्कार करता रहा उसके बाद बडौदा मामा के घर ले गया फरि0 की तबियत खराब होने पर झाबुआ अस्पताल छोडकर चले गया। उसके बाद फरि0 द्वारा आरोपी के घर जाने पर आरोपी के परिजन ने पुलिस को बताने पर जान से मारने की धमकी दी। प्रकरण में थाना मेघनगर में अप0क्र0 34/16, धारा 376,368,506,34 भादवि सूचना तकनीकी अधि0 2000 की धारा 63 का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

फालिया मार कर किया हत्या का प्रयास  

झाबुआ--- फरियादि महजबी पिता इतजार खान, उम्र 17 वर्ष निवासी झाबुआ ने बताया कि  आरोपी हुमा पति रज्जु खान, अरबाज पिता अनीस खान, निवासीगण झाबुआ ने फरि0 की माॅ सायरा पति सलीम को यह मकान खाली करो कहकर घर में घुसकर आरोपिया हुमा ने फरि0 की माॅ सायरा को पकड लिया व आरोपी अरबाज ने जान से मारने की नीयत से सायरा को फालिया मारा, जो सायरा के चेहरे पर लगा व जान से मारने की धमकी दी। प्रकरण में थाना कोतवाली झाबुआ में अप0क्र0 141/16, धारा 307,453,341,506,34 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

शासकीय कार्य में बाधा का अपराध पंजीबद्ध 

झाबुआ---- फरियादि महेन्द्र पिता पेमाजी सोलंकी(पटवारी), उम्र 27 वर्ष, निवासी झाबुआ ने बताया कि तहसीलदार महोदय के आदेश पर जमीन बटवारें करने ग्राम महुडीडुगरी गया था। जहां गाजु तथा गलिया दोनों भाईयों को बुलाकर नपती कर रहा था, तो दोनों भाई आपस में विवाद करने लगे व आरोपी गाजु पिता दीपा भूरिया एवं रामा पिता केरू भूरिया, निवासीगण महुडी डुंगरी ने फरि0 को पत्थर से मारपीट कर शासकीय कार्य में बाधा पहुचायी व फरि0 की मो0सा0 को पत्थर मारकर नुकसान पहुॅचाया। प्रकरण में थाना कोतवाली झाबुआ में अप0क्र0 137/16, धारा 353,332,186,427 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

पशु क्रुरता का अपराध पंजीबद्ध 

झाबुआ---  पुलिस थाना पेटलावद को मुखबिर के द्वारा सूचना प्राप्त हुई कि महेन्द्रा पिकअप क्रमांक एम0पी0-43-जी-1364 का चालक अपने पिकअप वाहन में ठुंस-ठुंस कर 04 गाय गुजरात की और वध करने हेतु परिवहन करते ले जाते हुए वाहन को जप्त किया गया। आरोपी वाहन चालक वाहन को छोडकर भाग गया। प्रकरण में थाना पेटलावद में अप0क्र0 74/16, धारा 4,6,9 म0प्र0गौवंश प्रतिषेध अधिनियम का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

जलने से मोत

झाबुआ--- मृतिका प्रियंका पति संजय जाटव, उम्र 22 वर्ष निवासी भगोर की जलने के कारण ईलाज हेतु संगम हास्पीटल बडौदा गुजरात भर्ती किया गया था। ईलाज के दौरान मृत्यु हो गयी। प्र्रकरण में थाना कल्याणपुरा में मर्ग क्र0 08/16, धारा 174 जा0फौ0 का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

गुजरात में आतंकवादियों के घुसने पर दिल्ली में अलर्ट

$
0
0
militants-entering-in-gujarat-delhi-on-alerts
नयी दिल्ली 06 मार्च, गुप्तचर ब्यूरो(आईबी) की ओर से आतंकवादी संगठनाेें लश्कर ए तैयबा और जैश ए मोहम्मद के दस संदिग्ध आतंकवादियों के घुसने की खुफिया जानकारी दिये जाने के बाद गुजरात पुलिस ने इन आतंकवादियों में से कुछ के दिल्ली में घुसपैठ करने की आशंका जतायी है। दिल्ली पुलिस को भेजी जानकारी में गुजरात पुलिस ने राजधानी के भीड़भाड़ वाले स्थानों, बाजारों और धार्मिक स्थलों पर सुरक्षा बढ़ाने की हिदायत दी है। 

उसने कहा है कि कल महाशिवरात्रि का पर्व होने के कारण आतंकवादी खास तौर से धार्मिक स्थलों काे निशाना बना सकते हैं। गुजरात में आतंकवादियों के घुसने की खबर मिलते ही राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) की दो टीमें वहां भेज दी गयी हैं। दिल्ली पुलिस की ओर से आतंकवादियों के राजधानी में घुसने की कोई पुष्टि नहीं की गयी है लेकिन सूत्रों से खबर मिली है कि राजधानी में हाई अलर्ट घोषित करने की तैयारी हो रही है।

बगदाद में आईएस के आत्मघाती हमले में 60 मरे

$
0
0
60-killed-in-is-suicide-attack-in-baghdad
बगदाद 06 मार्च , इराक की राजधानी बगदाद के दक्षिण में स्थित एक पुलिस जांच चौकी पर आज किये गये कुख्यात आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) के आत्मघाती हमले में कम से कम 60 लोग मारे गये और 70 से अधिक घायल हो गये। मेडिकल एवं सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटक से लदे ईंधन के टैंकर को बेबीलोन के खंडहरों के पास हिल्ला शहर के प्रवेश मार्ग पर बनी जांच चौकी पर विस्फोट करके उड़ा दिया था। 

शिया बहुल हिल्ला शहर बेबीलोन प्रांत की राजधानी है। प्रांत की सुरक्षा समिति के प्रमुख फलाह अल-राधी ने रायटर को कहा कि प्रांत में अब तक का यह सबसे बड़ा हमला है। धमाके की वजह से पूरी जांच चौकी तथा पास का थाना , कई घर और कारें भी ध्वस्त हो गयीं। प्रांत के अस्पताल के अधिकारी ने मृतकों की संख्या की पुष्टि की है।

बजटीय प्रस्तावों से शेयर बाजार एक महीने के उच्चतम स्तर पर

$
0
0
stock-market-is-up-at-month-high-on-budgtary-proposals
मुंबई 06 मार्च , राजकोषीय घाटे को सकल घरेलू उत्पाद के 3.5 प्रतिशत पर रखने के बजटीय लक्ष्य के साथ ही इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र में निवेश बढ़ाने और दीर्घकालिक पूंजीगत लाभ पर कर में बदलाव नहीं किये जाने से उत्साहित विदेशी निवेशकों की लिवाली के बल पर बीते सप्ताह शेयर बाजार एक महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गये। समीक्षाधीन अवधि में बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 1492.18 अंक अर्थात 6.44 प्रतिशत उछलकर चार सप्ताह के उच्चतम स्तर 24646.48 अंक पर पहुंच गया। इसी तरह से नेशनल स्टाक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 6.48 प्रतिशत अर्थात 455.60 अंक चढकर 7485.35 अंक पर जा टिका। पांच सत्रों में चार सत्र बाजार में तेजी दर्ज की गयी। सोमवार को वित्त मंत्री अरूण जेटली के बजट पेश करते ही शेयर बाजार में भारी बिकवाली शुरू हो गयी और आखिर में यह 152.30 अंक लुढकर कर 23002 अंक पर रहा। 

वर्ष 2016-17 के बजट में दीर्घकालिक पूंजीगत लाभ कर में कोई बदलाव नहीं किये जाने के साथ ही इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र और ग्रामीण अर्थव्यवस्था की मजबूती के उपाय किये जाने तथा बैंकिंग तंत्र को सशक्त बनाने के बजटीय घोषणाओं से उत्साहित निवेशकों की इन समूहों की कंपनियों में हुयी लिवाली के बल पर मंगलवार से बाजार में लौटी तेजी शुक्रवार तक बनी रही। सप्ताहांत पर यह चार महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंचने में सफल रहा। इस तेजी के दौरान बड़ी कंपनियों के साथ छोटी और मझौली कंपनियों में भी लिवाली का जोर रहा। बीएसई का मिडकैप 6.81 प्रतिशत अर्थात 652.16 अंक उठकर 10224.48 अंक पर रहा। स्मालकैप में 7.65 प्रतिशत बढत दर्ज की गयी और यह 730.52 अंक बढ़कर 10285.75 अंक पर रहा।

केरल में कांग्रेस व माकपा का पर्दाफाश करेंगी ममता

$
0
0
mamta-will-expose-congress-and-cpi-m-in-kerala
नयी दिल्ली, 06 मार्च, पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के साथ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के संभावित गठबंधन की खबरों के बीच राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ऐलान किया है कि वह केरल में कांग्रेस और वामदलों की नैतिकता का पर्दाफाश करेंगी। पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, केरल, असम और पुड्डुचेरी विधानसभा चुनाव की घोषणा के तत्काल बाद अपनी पार्टी के उम्मीदवारों की पहली सूची जारी करके सबको चौंकाने वाली सुश्री बनर्जी ने कहा कि वह केरल में चुनाव प्रचार करेंगी और वहां कांग्रेस तथा वामदलों की असलियत सबके सामने रखेंगी। 

उन्होंने कहा,“मैं निश्चितरूप से केरल जाऊंगी और माकपा तथा कांग्रेस की नैतिकता का पर्दाफाश करूंगी। मैं केरल के लोगों तक संदेश पहुंचाना चाहती हूं कि इन दोनों दलों में नैतिकता किस कदर अभाव है।” लोकसभा में तृणमूल कांग्रेस के नेता सुदीप वंद्योपाध्याय ने सुश्री बनर्जी की योजना को सही बताते हुए कहा है कि कांग्रेस तथा वाम दल दोहरे मापदंड अपना रहे हैं। उनके इस दोहने चरित्र का पर्दाफाश होना जरूरी है। उनका कहना था कि पश्चिम बंगाल में यह दोनों दल एक साथ आ रहे हैं लेकिन केरल में कांग्रेस वाम दलों के खिलाफ लड़ेंगी।

ओलंपिक क्वालिफायर के लिये 17 सदस्यीय भारतीय टीम घोषित

$
0
0
indian-17-member-team-announced-for-olympic-qualifiers
नयी दिल्ली, 06 मार्च, कजाखस्तान के अस्ताना में 18 से 20 मार्च तक होने वाले एशियाई ओलंपिक क्वालिफाइंग टूर्नामेंट के लिये भारतीय कुश्ती महासंघ ने 17 सदस्यीय भारतीय पुुरुष और महिला कुश्ती टीमों की घोषणा कर दी है। टीमों के चयन के लिये राजधानी दिल्ली के आईजी स्टेडियम में तथा लखनऊ में क्रमश: चार और पांच मार्च को चयन ट्रायल आयोजित किया गया था। पुरुष फ्री स्टाइल में ओलंपिक पदक विजेता योगेश्वर दत्त सहित पांच पहलवान शामिल हैं जबकि ग्रीको रोमन में छह पहलवान और महिला फ्री स्टाइल में छह पहलवान शामिल हैं। ओलंपिक पदक विजेता योगेश्वर ने चयन ट्रायल में एशियाई चैंपियनशिप के स्वर्ण विजेता अमित धनखड़ को पटखनी देकर ओलंपिक क्वालिफायर टीम में जगह बनायी। 

कजाखिस्तान की राजधानी अस्ताना में 18 से 20 मार्च तक ओलंपिक क्वालिफायर होगा जिसमें भारत के पास रियो ओलंपिक के लिये सर्वाधिक कोटा पाने का सुनहरा मौका रहेगा। भारत अब तक रियो के लिये एक ही कोटा हासिल कर पाया है। गत वर्ष सितंबर में हुयी विश्व चैंपियनशिप में नरसिंह यादव ने 74 किग्रा वर्ग में कांस्य पदक जीतने के साथ ओलंपिक कोटा हासिल किया था। यह वजन वर्ग ओलंपिक रजत विजेता सुशील कुमार का भी है। सुशील और नरसिंह के बीच बाद में ट्रायल से यह फैसला होगा कि इनमें से कौन पहलवान रियो में भारत का प्रतिनिधित्व करेगा।

कायदा कानून बिना सतत विकास असंभव : राजनाथ

$
0
0
sustainable-development-is-impossible-without-law-in-orders-rajnath
नयी दिल्ली, 06 मार्च , गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने संयुक्त राष्ट्र के 2030 के विकास एजेंडा तथा सतत विकास के लक्ष्य काे बहुत बडा और जटिल बताते हुए आज कहा कि इसके लिए कायदा कानून पर बल देना जरूरी है। श्री सिंह ने यहां 2030 के विकास एजेंडा के समर्थन के लिए विधि-शासन पर आयोजित अंतर्राष्‍ट्रीय सम्‍मेलन के समापन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि 2030 बिना कायदा कानून के सतत विकास संभव नहीं है और इसके शांति एवं सद्भाव का माहौल अनिवार्य है। वैश्विक समुदाय ने हिंसा में कमी लाने तथा कानून व्यवस्था को बढ़ावा देने की जरूरत पर पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष सितंबर में 190 से अधिक देशों द्वारा अंगीकृत संयुक्‍त राष्‍ट्र के 2030 का एजेंडा एवं सतत विकास लक्ष्‍य अर्जित करने के लिहाज से जटिल और बृहत हैं। 

उनका कहना था कि इसके लिए संपन्‍न वर्गों एवं निर्धनों के बीच की खाई को कम करने पर अधिक ध्‍यान देने की जरूरत है। इस मौके पर पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन राज्‍य मंत्री प्रकाश जावडेकर ने पर्यावरण शासन मुहैया कराने के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता दोहराते हुए नीति आधारित निर्णय लेने और भेदभाव न करने की जरूरत पर बल दिया और कहा कि प्रक्रियाएं पारदर्शी होंगी और उनका लक्ष्‍य अनुपालन सुनिश्चित किया जाना जरूरी है। बिजली मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि सरकार सतत तरीके से देश को ऊर्जा कुशल बनाने के लिए प्रतिबद्ध है और पर्यावरण की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए स्‍वच्‍छ कोयले पर 400 रुपये प्रति टन के अधिभार का उपयोग ‘नमामी गंगे’ तथा नवीकरणीय ऊर्जा के उपयोग को प्रोत्‍साहित करने पर किया जाएगा।

विधान परिषद चुनाव में सपा की बही बयार, 28 में से 23 पर जीत

$
0
0
legislative-council-election-in-sp-winds-28-in-to-23-victory
लखनऊ 06 मार्च , उत्तर प्रदेश विधान परिषद स्थानीय प्राधिकारी क्षेत्र की 28 सीटों के लिए हुए चुनाव के आज आये नतीजो में सत्तारुढ समाजवादी पार्टी (सपा) 23 पर जीत हासिल कर उच्च सदन में सबसे बडी पार्टी बन गयी। 100 सीटों वाले राज्य विधान परिषद में स्थानीय प्राधिकारी क्षेत्र की 36 सीटें हैं। आठ पर सपा उम्मीदवार पहले ही निर्विरोध चुन लिए गये हैं। जिन सीटों पर सपा उम्मीदवारों का निर्विरोध निर्वाचन हुआ है उनमें सीतापुर, लखनऊ-उन्नाव, प्रतापगढ, बांदा-हमीरपुर, आगरा-फिरोजाबाद, मथुरा-एटा-मैनपुरी, मथुरा-एटा-मैनपुरी और मेरठ-गाजियाबाद निर्वाचन क्षेत्र शामिल हैं। इस चुनाव में दिलचस्प पहलू यह है कि गोरखपुर-महराजगंज से विजयी घोषित किये गये सीपी चन्द को निर्वाचन आयोग सपा उम्मीरवार बता रहा है जबकि सपा ने बयान जारी कर कहा है कि उसके 30 ही उम्मीदवार विजयी रहे हैं। सपा ने पहले सीपी चन्द को चुनाव लडाने की घोषणा की थी। बाद में सीपी चन्द के स्थान पर जयप्रकाश यादव को उम्मीदवार घोषित कर दिया गया। मतदान के दो दिन पहले सीपी चन्द को पार्टी से निष्कासित भी कर दिया गया था।

अठ्ठाइस सीटों के लिए गत तीन मार्च को मतदान कराया गया था। आज आये नतीजों में 23 पर सपा, दो पर बहुजन समाज पार्टी(बसपा), दो निर्दलीय और एक सीट पर कांग्रेस जीतने में सफल हुई है। भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) का खाता भी नहीं खुल सका। अठ्ठाइस सीटों में से 23 पर जीत हासिल करने के साथ ही विधान परिषद में अब सपा की सीटें बढकर 58 हो गयीं। स्थानीय प्राधिकारी क्षेत्रों की 36 सीटों में से 34 बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के पास थी। एक-एक सीट कांग्रेस और सपा के पास थी। गत 15 जनवरी को इनका कार्यकाल पूरा हो जाने के बाद सदन में बसपा सदस्यों की संख्या घटकर 14 हो गयी थी। इन सदस्यों का कार्यकाल समाप्त होने के बाद ही सपा 27 सीटों के साथ सबसे बडी पार्टी बन गयी थी, लेकिन नये नतीजों से उच्च सदन में उसके सदस्यों की संख्या एकदम से बढकर 58 हो गयी। 

विधानसभा में उसका बहुमत है ही अब परिषद में भी सदस्य संख्या काफी हो गयी। विधेयकों को उच्च सदन में पारित कराने में अब उसे कोई दिक्कत नहीं आयेगी। स्थानीय प्राधिकारी क्षेत्रों की सभी 36 सीटों के लिए निम्नलिखित उम्मीदवार निर्वाचित हुए हैं।-- ----- 
निर्वाचन क्षेत्र विजयी प्रत्याशी पार्टी 
1- बाराबंकी राजेश कुमार यादव सपा 
2- बहराइच मोहम्मद इकलाख खान सपा 
3- गोण्डा मेहफुजूरहमान सपा 
4- फैजाबाद हीरालाल यादव सपा 
5- बस्ती-सिद्धार्थनगर संतोष यादव उर्फ सनी सपा 
6- गोरखपुर-महराजगंज सीपी चन्द सपा 
7- देवरिया राम अवध यादव सपा 
8- आजमगढ-मऊ राकेश कुमार यादव सपा 
9- बलिया रविशंकर सिंह सपा 
10- गाजीपुर विशाल सिंह चंचल निर्दलीय 
11- जौनपुर बृजेश कुमार सिंह उर्फ प्रिंशू बसपा 
12- वाराणसी बृजेश कुमार सिंह निर्दलीय 
13- मिर्जापुर-सोनभद्र रामलली सपा 
14- इलाहाबाद बासुदेव यादव सपा 
15- बांदा-हमीरपुर रमेश सपा 
16- झांसी-जालौन-ललितपुर रमानिरंजन सपा 
17- कानपुर-फतेहपुर दिलीप सिंह उर्फ कल्लू यादव सपा 
18- इटावा-फर्रुखाबाद पुष्पराज जैन उर्फ पम्पी सपा 
19- आगरा-फिरोजाबाद दिलीप यादव सपा 
20- मथुरा-एटा-मैनपुरी उदयवीर सिंह सपा 
21- मथुरा-एटा-मैनपुरी अरविन्द प्रताप सपा 
22- अलीगढ जसवंत सिंह सपा 
23- बुलन्दशहर नरेन्द्र सिंह भाटी सपा 
24- मेरठ-गाजियाबाद राकेश यादव सपा 
25- मुजफ्फरनगर-सहारनपुर मोहम्मद अली बसपा 
26- मुरादाबाद-बिजनौर परवेज अली सपा 
27- रामपुर-बरेली घनश्याम सिंह लोधी सपा 
28- बदायूं बनवारी सिंह यादव सपा 
29-पीलीभीत-शाहजहांपुर अमित यादव सपा 
30- हरदोई मिस्बाहुद्दीन सपा 
31- खीरी शशांक यादव सपा 
32- सीतापुर आनंद भदौरिया सपा 
33- लखनऊ-उन्नाव सुनील कुमार सपा 
34- रायबरेली दिनेश प्रताप सिंह कांग्रेस 
35- प्रतापगढ अक्षय प्रताप सिंह सपा 
36- सुलतानपुर शैलेन्द्र प्रताप सिंह सपा 

उत्तर प्रदेश : विनय भारती व उनके साथियों को जल्द रिहा करे पुलिस

$
0
0
  • यूपी में फामासिस्ट आंदोलन कुचलने की कोशिश

farasist-strike-up
पिछले 6 दिनों से लगातार फार्मासिस्टों के अनशन को देख रहा हूं। शांतिपूर्विक तरीके से वो अनशन कर रहे थे...आज सांकेतिक रूप से विधानसभा घेरकर अपनी मांगो की ओर सरकार का ध्यान आकृष्ठ कराना चाह रहे थे। बदले में लक्ष्ममेला मैदान, लखनऊ में यूपी पुलिस ने उनपर लाठियां बरसाई...कई फार्मासिस्टों के हाथ टूट गए , कइयों के पैर में चोट आई हैं...विनय कुमार भारती सहित उनके तीन सााथियों को हजरतगंज थाने में पिछले 4 घंटे से बिठा कर रखा गया है...कितना जुल्म करेगी यूपी पुलिस। सरकार को याद रखना चाहिए जिनपर वो लाठिया भांज रहें हैं वो स्वास्थ्य के रक्षक हैं। उनको अस्वस्थ कर के आप राज्य को स्वस्थ रखने का सपना नहीं देख सकते हैं...

मेरी बात जब हजरतगंज के थाना प्रभारी से हुई तो उनका कहना था कि अनशनकारियों को न्यायालय में पेश करना है। कोई बतायेगा कि आखिर उनकी गलती क्या है...वे यहीं न चाह रहे हैं कि राज्य को स्वस्थ रखा जाए...वे यह ही चाह रहे हैं न राज्य दवा देने का अधिकार फार्मासिस्ट को जो है, उसका अनुपालन हो...इसमें बुराई क्या है... अगर इसी तरह स्वास्थ्य के रक्षकों पर पुलिस का डंडा चलता रहा तो क्या यूपी अपने स्वास्थ्य की रक्षा कर पायेगा। #अखिलेशयादव जी आपको इस मामले का संज्ञान लेना चाहिए। गिरफ्तार फार्मासिस्टों को जल्द से जल्द रिहा करने की मांग स्वस्थ भारत अभियान करता है।



आशुतोष कुमार सिंह
संयोेजक, स्वस्थ भारत अभियान

छात्रों के वामपंथी रूझान के कारण सरकार के निशाने पर है जेएनयू : प्रो अजय पटनायक

$
0
0
why-jnu-on-target
पटना। जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) शिक्षक संघ के अध्यक्ष प्रोण् अजय पटनायक ने आज कहा कि छात्रों के वामपंथी रूझान के कारण जेएनयू केन्द्र सरकार के निषाने पर है। प्रो. पटनायक आज राजधानी के जनषक्ति भवन में एआईएसएफ द्वारा क्यों निषाने पर है जेएनयू विषय पर आयोजित सेमिनार में मुख्य वक्ता के रूप में बोल रहे थे। प्रो. पटनायक ने कहा कि समाज में अवसर की समानता नहीं होने के कारण जिन लोगों को मुख्यधारा में आने का अवसर नहीं मिल पाता है। जेएनयू के द्वार समाज के दबे-कुचले लोगों को प्राथमिकता देने के कारण जेएनयू में पहुंचने पर वे सत्ता के द्वारा थोपे जाने की कोषिष को बर्दास्त नहीं करते हैं। वर्तमान केन्द्र सरकार जिसे देषद्रोही की संज्ञा दे रही है। 

सही मायने में वह सत्ता के खिलाफ अवाज है। ऐसा नहीं कि वह वर्तमान सरकार के खिलाफ उठ रही अवाज है। पूर्ववर्ती सरकारों के खिलाफ भी उठती रही है। उन्होंने कहा कि रोहित बेमुला की संस्थागत हत्या, आॅक्यूपाई यूजीजी आंदोलन, एफजीआईआई पूणे एवं अंबेडकर-पेरियार स्टडी सर्किल पर दमन के खिलाफ जेएनयू के छात्रों को उतरने का गुस्सा निकालते हुए सरकार जेएनयू के छात्रों को देषद्रोही करार दे रही है। प्रो. पटनायक ने कहा कि जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार को सरकार ने टारगेट किया है। कन्हैया एवं अन्य छात्रों पर देषद्रोह का मुकदमा कर जेएनयू की स्वायतता पर हमला करना चाहती है। जेएनयू में अगर सरकार यह करने में कामयाब हो जाती तो अन्य विष्वविद्यालयों में और आसनी बढ़ जाती। 

जेएनयू की पूरी घटना प्रायोजित बताते हुए उन्होंने आरएसएस के मुख्यपत्र आर्गनाइजर एवं पांचजन्य तथा बीजेपी नेता सुब्रह्मन्यम स्वामी द्वारा पृष्ठभूमि काफी पहले से तैयार करने की तरफ भी ध्यान आकृष्ट किया। सेमिनार का संचालन एआईएसएफ के अमित कुमार ने किया। मौके पर वरिष्ठ आलोचक खगेन्द्र ठाकुर, सीपीआई के रामबाबू कुमार, अखिलेष कुमार, सीपीएम के अरूण कुमार मिश्रा, प्रो. एसपी वर्मा, प्रो. केएन पासवान, प्रो. नवीन चंद्र, एटक के महासचिव चक्रधर प्रसाद सिंह, सीपीआई के जिला सचिव रामलला सिंह, साहित्यकार अनीष अंकुर, एआईएसएफ के राज्य सचिव सुषील कुमार, एसएफआई के प्रदेष अध्यक्ष दीपक वर्मा, अभिषेक आनंद, परवेज अषरफी, संदीप कुमार, सुषील उमाराज, अखिल गौरव, डीपी यादव, इमरान खान, अर्जुन राम, कुमार विनीत, सम्राट जीत, ज्ञानचंद्र भारद्वाज आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे। 

बिहार के लिये घोषित विशेष पैकेज दिया जायेगा : पासवान

$
0
0
center-will-pay-spaicial-package-ram-vilas-pawan
हाजीपुर 06 मार्च, केन्द्रीय खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री रामविलास पासवान ने आज स्पष्ट किया और कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिहार के लिये एक लाख 25 हजार करोड़ रूपये की विशेष पैकेज की जो घोषणा की थी उसे हर हाल में दिया जायेगा । श्री पासवान ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि प्रधानमंत्री ने एक लाख 25 हजार करोड़ रूपये की विशेष पैकेज की घोषणा की थी जिसे निश्चित रूप से बिहार को दिया जायेगा । उन्होंने कहा कि इस पैकेज के तहत घोषित की गयी परियोजनाओं को समय सीमा के अंदर पूरा कराया जायेगा । केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी 12 मार्च को बिहार आ रहे है और इस दौरान वह गंगा नदी पर बने दीघा रेल सह सड़क पुल का उद्घाटन करेंगे । उन्होंने कहा कि इस अवसर पर वह कई अन्य परियोजनाओं के लिये आधारशिला भी रखेंगे । 

श्री पासवान ने कहा कि पूर्व पधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने बिहार को एक विकसित और मजबूत राज्य बनाने का सपना देखा था और उनके सपने को साकार करने के लिये नरेन्द्र मोदी सरकार प्रदेश को हर संभव सहायता उपलब्ध कराने को कटिबद्ध है । उन्होंने कहा कि महागठबंधन की ओर से केन्द्र सरकार पर बिहार के साथ भेदभाव की नीति अपनाये जाने का बेबुनियाद आरोप लगाया जा रहा है । केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि बिहार में आपराधिक घटनाएं तेजी से बढ़ी है लेकिन नीतीश सरकार में इसे रोक पाने की इच्छा शक्ति नही है । उन्होंने कहा कि महागठबंधन की सरकार बनने के बाद से बिहार में न केवल आपराधिक घटनाएं बढ़ रही है बल्कि राजनीतिक हत्यायें भी बढ़ी है । श्री पासवान ने कहा कि लोक जनशक्ति पार्टी:लोजपा: के नेता बृजनाथी सिंह समेत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन :राजग : के घटक दलों के कई नेताओं और कार्यकर्ताओं की भी हत्या हुयी है । राजनीतिक हत्याओं के दोषियों को अब तक नहीं पकड़ा गया है । उन्होंने सरकार से अपराधियों को अविलम्ब गिरफ्तार किये जाने की मांग की । 
Viewing all 74203 articles
Browse latest View live




Latest Images