अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वाली महिलाएं पुरस्कृत हुई
- महिला उत्थान के बिना समाज का सर्वागणी विकास संभव नही
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर कार्यक्रमों का आयोजन किया गया था। उक्त आयोजन में जिले की ऐसी महिलाएं जिनके द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय ख्याति अर्जित की गई है। उन्हें अतिथियों द्वारा सम्मानित किया गया।महिला सशक्तिकरण ससम्मान समारोह जालोरी गार्डन में आयोजित किया गया था कार्यक्रम की मुख्य अतिथि सेवानिवृत आईएएस श्रीमती सुधा चैधरी ने कहा कि महिलाओं के उत्थान के बिना समाज का सर्वागणी विकास संभव नही है। उन्होंने गिरते लिंगानुपात पर खेद जाहिर करते हुए कहा कि इस ओर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि महिला और पुरूष दोनो ही विकास के द्योतक है। एक पक्ष कमजोर होने से विकास प्रभावित होने लगता है। श्रीमती सुधा चैधरी ने महिलाओं से आग्रह किया कि वे किसी भी प्रकार का अन्याय सहन ना करें और ना ही किसी के ऊपर अन्याय करें। यदि किसी महिला पर अन्याय होने की जानकारी प्राप्त होती है तो महिलाएं समूह में उसका विरोध प्रकट करें। कार्यक्रम को जिला पंचायत की महिला एवं बाल विकास विभाग एवं स्वास्थ्य समिति की सभापति श्रीमती माधवी माथुर, जनपद पंचायत ग्यारसपुर की अध्यक्ष श्रीमती ममता कटारे, जनपद पंचायत अध्यक्ष विदिशा श्रीमती रमादेवी ठाकुर और नगरपालिका बासौदा की अध्यक्ष श्रीमती मधुलिका अग्रवाल, सीडब्ल्यूसी की अध्यक्ष श्रीमती मंजरी जैन ने भी सम्बोधित किया। अपर कलेक्टर श्रीमती अंजू पवन भदौरिया ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर आयोजित कार्यक्रम की रूपरेखा को रेखंाकित किया वही महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री देवेन्द्र्र सुंदरियाल ने महिला सशक्तिकरण पर अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम स्थल पर कलेक्टर श्री एमबी ओझा, पुलिस अधीक्षक श्री धर्मेन्द्र चैधरी समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी, कर्मचारी, जनप्रतिनिधि, स्वंयसेवी संगठनों के सदस्य और गणमान्य नागरिक मौजूद थे।
सम्मान
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर विभिन्न क्षेत्रों में ख्याति अर्जित करने वाली महिलाओं को सम्मानित किया गया जिसमें पुलिस विभाग की चार, पशु चिकित्सा सेवाएं की एक, शासकीय कन्या महाविद्यालय की नौ, स्कूल शिक्षा विभाग की 14, राजस्व अनुविभाग ग्यारसपुर की 13, विदिशा नगरपालिका की तीन, बासौदा नगरपालिका की एक, राजस्व विभाग विदिशा की एक, तहसील शमशाबाद की एक, जिला बाल कल्याण समिति विदिशा की एक, लायंस क्लब की छह, राजस्व अनुविभाग बासौदा की एक, जिला पंचायत के दो सदस्य, स्वास्थ्य विभाग की एक, सामाजिक संस्था की तीन, सशक्त महिला तीन, निजी विद्यालयो के दो प्राचार्य, निर्विरोध निर्वाचित सात महिला सरपंच, तीन प्रशासनिक महिला अधिकारी, सूरज निकेतन विशेष स्कूल की एक, जिला पंचायत विदिशा की पांच, एक महिला पत्रकार, राजस्व अनुविभाग कुरवाई की दो, खेल एवं युवा कल्याण विभाग की 11, समाजसेवी तीन महिलाएं, डाइट की प्राचार्य, वन विभाग की एक, खनिज शाखा की दो खनिज निरीक्षक, राजस्व अनुविभाग शमशाबाद की एक, एनएसएस की पांच, राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की पंाच, स्वास्थ्य विभाग की छह और जनपद पंचायत ग्यारसपुर की तीन महिलाओं को उल्लेखनीय ख्याति अर्जित करने पर सम्मानित किया गया।
उत्पादकों का प्रदर्शन
आयोजन स्थल पर महिला स्व-सहायता समूहो के माध्यम से तैयार की जाने वाली सामग्री का प्रदर्शन कर विक्रय किया जा रहा है। उक्त स्टाल जालोरी गार्डन में दस मार्च तक लगे रहेंगे।
लघु मैराथन का आयोजन हुआ
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर जागरूकता के मद्देनजर मंगलवार की प्रातः नौ बजे महिलाओं की रैली, लघु मैराथन का आयोजन सम्पन्न हुआ। कांच मंदिर के समीप आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए विधायक श्री कल्याण सिंह ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान ने महिलाओं के उत्थान हेतु योजनाओं को मूर्तरूप देने से पहले महिलाओं की पंचायत बुलाई और वहां प्राप्त हुए उत्थान संबंधी 14 सुझावों पर अमल करते हुए योजनाओं के रूप में क्रियान्वयन किया जा रहा है। उन्होंने लिंगानुपात को बढ़ावा देने के लिए विशेष बल, प्रचार करने की बात कही। कलेक्टर श्री एमबी ओझा ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा महिलाओं और बालिकाओं के विकास हेतु जो योजनाएं प्रारंभ कराई है उनका अन्य राज्यों के द्वारा अनुसरण कर क्रियान्वयन किया जा रहा है उन्होंने गिरते लिंगानुपात पर अंकुश लगाने के लिए परोक्ष रूप से संचालित लाड़ली लक्ष्मी योजना को रेखांकित किया। कलेक्टर श्री ओझा ने कहा कि वैदिक काल से ही महिलाओं का समाज में विशेष सम्मान होता आ रहा है।जिला पंचायत अध्यक्ष श्री तोरण सिंह दांगी ने कहा कि महिलाओं को बढावा देने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान ने पंचायत एवं निकायों के निर्वाचन में उनके आरक्षण की व्यवस्था की है। उन्होंने बेटियों को शिक्षावान बनाने में हर संभव योगदान देने के उद्धेश्य से क्रियान्वित योजनाओं पर भी प्रकाश डाला। कार्यक्रम को अपर कलेक्टर श्रीमती अंजू पवन भदौरिया, सीडब्ल्यूसी की अध्यक्ष श्रीमती मंजरी जैन ने भी सम्बोधित किया।अतिथियों द्वारा हरी झंडी दिखाकर महिला रैली, मैराथन दौड़ को रवाना किया जो शहर के मुख्य मार्ग से होते हुए तिलक चैक पर सम्पन्न हुई।
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना पर हुई कार्यशाला
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना की निहित बिन्दुओं और क्रियान्वयन से अवगत कराने के उद्धेश्य से एक दिवसीय जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन मंगलवार को कलेक्टेªट के सभाकक्ष में किया गया था। कलेक्टर श्री एमबी ओझा ने कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा जिले के प्रस्तावों के संबंध में जो डेट लाइन निर्धारित की है उसका अनुपालन किया जाए। उन्होंने इस प्रकार के आयोजन खण्ड स्तर पर कर स्थानीय जनप्रतिनिधियों, किसानों की राय को कार्यशाला में शामिल करने की समझाईंश दी। जिला पंचायत सीईओ श्री दीपक आर्य ने कहा कि हर खेत में पानी पहुंचे, पानी का सदुपयोग हो। पानी की उपलब्धता के अनुरूप किसानों के द्वारा फसली बीजो का चयन किया जाए। पुराने जलस्त्रोतो का जीर्णोद्वार के अलावा नए जलाश्य, नहरे और नदी नालो पर डेम बनाने के कार्यो को योजना में प्रमुखता से शामिल किया जाना है। जिला पंचायत अध्यक्ष श्री तोरण सिंह दांगी ने कहा कि सरकार का उद्धेश्य है कि हर किसान के खेत में पानी पहुंचे इसके लिए किए जाने वाले प्रबंध, तैयार की जाने वाली योजनाओं का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार स्थानीय स्तर पर किया जाए ताकि ऐसी कोई संरचना छूट ना जाए जिसकी स्थानीय स्तर पर महत्वता प्रतिपादित हो। कार्यशाला में एलसीडी प्रोजेक्टर के माध्यम से बताया गया कि हर खेत को पानी पहंुचाने के उद्धेश्य की प्राप्ति हेतु समय सीमा 2020 तय की गई है जिले की कार्ययोजना 20 मार्च तक तैयार की जानी है। पुराने जलीय संरचनाओं का जीर्णोद्वार, गहरीकरण, भू-जल दोहन, नए जल स्त्रोत बनाना, उपलब्ध जल स्त्रोतो का प्रबंधन, वितरण इत्यादि पर कार्य किया जा चुका है। जिले के जल संसाधनों की बिन्दुवार जानकारी, स्थलों का ब्यौरा भी प्रस्तुत किया गया। उक्त बैठक में जल संसाधन, उद्यानिकी, कृषि, आत्मा और निकायों के अधिकारी मौजूद थे।
खण्ड स्तरीय समीक्षा बैठक
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना एवं अन्य योजनाओं की जनपद स्तरीय समीक्षा बैठके भी आयोजित की जाएगी। उक्त आयोजन के लिए जिला पंचायत सीईओ श्री दीपक आर्य द्वारा कार्यक्रम जारी किया जा चुका है। जारी कार्यक्रम अनुसार लटेरी में दस मार्च की प्रातः 10.30 बजे से और दस मार्च को ही सिरोंज में दोपहर दो बजे से आयोजित की गई है। इसी प्रकार 14 मार्च को बासौदा में 10.30 बजे से और कुरवाई में दोपहर दो बजे से तथा 16 मार्च को विदिशा में 10.30 बजे से एवं नटेरन जनपद पंचायत में दोपहर दो बजे से ततसंबंधी बैठक आयोजित की जाएगी। ग्यारसपुर में उक्त बैठक आज सम्पन्न हुई है। बैठकों में आरइएस, सिंचाई विभाग, कृषि विभाग, ग्रामीण विकास विभाग, उद्यानिकी, राजस्व सहित अन्य विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहेंगे।
साफ्टवेयर प्रविष्टियां हेतु प्रशिक्षण
केन्द्रीय सांख्यिकी संगठन के द्वारा निर्धारित प्रपत्र में ग्रामीण एवं नगरीय निकायों के आय-व्यय बजट को संकलित कर निर्धारित साफ्टवेयर में अपडेट करने के लिए सूचीबद्ध सर्वेक्षण सहायको के लिए प्रशिक्षण आयोजित किया जा रहा है। जिला योजना अधिकारी श्री प्रशांत मिश्रा ने प्रशिक्षण हेतु जारी कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया है कि विदिशा जनपद पंचायत में दस मार्च को 12 बजे से आयोजित प्रशिक्षण में विदिशा, ग्यारसपुर एवं नटेरन के सर्वेक्षण सहायक शामिल होंगे। गंजबासौदा के जनपद पंचायत कार्यालय में 14 मार्च को दोपहर 12 बजे से आयोजित होने वाले प्रशिक्षण में गंजबासौदा एवं कुरवाई के तथा 16 मार्च को दोपहर 12 बजे से सिरोंज के जनपद पंचायत कार्यालय में आयोजित ततसंबंधी प्रशिक्षण में सिरोंज एवं लटेरी के सर्वेक्षण सहायक सम्मिलित होंगे।
वाहनो चालकों के लिए नेत्र परीक्षण
विभिन्न विभागों के कार्यरत वाहन चालको के नेत्र परीक्षण हेतु जिला चिकित्सालय में विशेष व्यवस्था की गई है कि जानकारी देते हुए सिविल सर्जन सह अधीक्षक डाॅ शेखर जालवणकर ने बताया कि 14 मार्च को वाहन चालकों के नेत्रों का परीक्षण जिला चिकित्सालय के ओपीडी कक्ष-19 में प्रातः 9.30 बजे से किया जाएगा। उन्होंने वाहन चालकों से आग्रह किया कि वे इस सुविधा का लाभ उठाएं।
निविदाएं आज खुलेंगी
राज्य लोक सेवा प्राधिकरण के द्वारा जिला स्तर पर निविदाएं आमंत्रित की गई थी। निविदा जमा करने की अंतिम तिथि नौ मार्च की दोपहर तीन बजे तक का समय नियत किया गया है। इसके पश्चात् तकनीकी निविदा खोले जाने की कार्यवाही की जाएगी। अपर कलेक्टर श्रीमती अंजू पवन भदौरिया ने बताया कि वित्तीय निविदाएं 11 मार्च को खोली जाएगी।
बिजली बकाया राशि समाधान योजना 2016 लागू, उपभोक्ता लाभ उठाकर करें घर रोशन
मध्यप्रदेश मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के द्वारा कार्य क्षेत्र में 25 फरवरी से बकाया राशि समाधान योजना 2016 प्रारंभ की है। प्रदेश के बिजली कनेक्शन से विच्छेदित आर्थिक रूप से कमजोर शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के गरीब उपभोक्ताओं से अनुरोध किया गया है कि वे इस योजना में शामिल होकर अपने घर को रोशन करें। इस योजना का लाभ प्रदेश के गरीबी रेखा के नीचे जीवनयापन करने वाले और शहरी क्षेत्रों में अधिसूचित झुग्गी झोपड़ी बस्तियों में निवास करने वाले निम्नदाब घरेलू उपभोक्ता उठा सकेंगे। यह योजना 31 मई 2016 तक लागू रहेगी। उपभोक्ताओं की दो श्रेणियां ‘‘बकाया राशि समाधान योजना-2016’’ से लाभांवित होने वाले उपभोक्ताओं को दो श्रेणियों में बांटा गया है। प्रथम श्रेणी में गरीबी रेखा के नीचे जीवनयापन करने वाले व शहरी क्षेत्रों में अधिूसूचित झुग्गी झोपड़ी बस्तियों में निवास करने वाले निम्नदाब घरेलू उपभोक्ता एवं द्वितीय श्रेणी में अन्य घरेलू उपभोक्ता। घरेलू उपभोक्ताओ के लिए उदार शर्ते प्रदेश की तीनों विद्युत वितरण कंपनियों के द्वारा ‘‘बकाया राशि समाधान योजना-2016’’ में घरेलू उपभोक्ताओं के हित को दृष्टिगत रखते हुए कुछ उदार नियम व शर्ते निर्धारित की गई है। घरेलू उपभोक्ता इन शर्तो को पूर्ण करने के पश्चात् इस योजना का लाभ उठा सकेंगे। बकाया राशि व न्यायालयीन प्रकरण दर्ज होने पर ‘‘बकाया राशि समाधान योजना-2016’’ में ऐसे उपभोक्ता भी शामिल हो सकते है जिन पर सामान्य बिजली बिल की राशि बकाया है एवं उन्होंने विद्युत वितरण कंपनी के विरूद्व बकाया राशि हेतु न्यायालयीन प्रकरण दर्ज किया है और उनके प्रकरण लंबित हैं। ऐसे उपभोक्ता न्यायालय से अपने प्रकरण वापस लेकर इस योजना का लाभ ले सकते हैं। धारा 138 प्रकरण की स्थिति में ऐसे उपभोक्ता जिन पर विद्युत बिल बकाया होने से विद्युत कनेक्शन विच्छेदित किया गया था व जिनके द्वारा कनेक्शन की धारा 138 में प्रकरण दर्ज किया गया हो। ऐसे उपभोक्ताओं को निर्धारण अधिकारी द्वारा जारी निर्धारण आदेश (असेसमेंट आर्डर) की सम्पूर्ण राशि के साथ यदि कंपाउडिंग फीस व देय ब्याज इत्यादि यदि कोई लागू हो तो ऐसी सम्पूर्ण राशि जमा करना होगी। धारा 135 या 126 प्रकरण की स्थिति में ऐसे उपभोक्ता जिनके विद्युत कनेक्शन की जांच में विद्युत चोरी अथवा विद्युत का अनाधिकृत उपयोग पाया गया हो व भारतीय विद्युत अधिनियम की धारा 135 या 126 के तहत प्रकरण दर्ज किया गया हो एवं उनके सामान्य विद्युत बिल की राशि भी बकाया हो। ऐसे उपभोक्ताओं को निर्धारण अधिकारी द्वारा जारी निर्धारण आदेश (असेसमेंट आर्डर) की सम्पूर्ण राशि के साथ यदि कंपाउडिंग फीस व देय ब्याज इत्यादि यदि कोई लागू हो तो ऐसी सम्पूर्ण राशि जमा करना होगी। स्थाई रूप से विच्छेदित कनेक्शन की स्थिति में स्थाई रूप से विच्छेदित उपभोक्ता को कनेक्शन पुनः जुड़वाने के पूर्व बकाया राशि की प्रथम किश्त के साथ 45 दिनों की अनुमानित विद्युत खपत के समतुल्य सुरक्षा निधि का तथा रि-कनेक्शन चार्जेंस का भुगतान करना होगा। यदि ऐसे स्थाई रूप से विच्छेदित उपभोक्ता की विच्छेदन की अवधि मध्यप्रदेश विद्युत संहिता 2013 में निर्धारित अवधि से अधिक है तो उन्हें इस संहिता के प्रावधानों के अनुरूप नवीन कनेक्शन हेतु वांछनीय औपचारिकताएं पूर्ण कर आने वाले आगामी माहो के बिलों के साथ तय की गई किश्तों का भुगतान करना होगा। एक माह में भुगतान छूटने पर भी उपभोक्ता योजना में सम्मिकलित रह सकता है ‘‘बकाया राशि समाधान योजना-2016’’ में शामिल उपभोक्ता द्वारा योजना की अवधि में किसी एक माह में भुगतान छूट जाता है तो भी वह इस योजना का लाभ अगले माह बकाया किश्त की राशि को अगली किश्तों के साथ जमा कर योजना में शामिल रह सकेगा। यदि उपभोक्ता योजना की अवधि में दो बार से अधिक भुगतान में चूक करता है, तो वह योजना से बाहर हो जाएगा और उसे इस योजना के तहत दी जा रही सुविधाओं का लाभ नहीं मिलेगा। जिन महीनों में उपभोक्ता द्वारा भुगतान में चूक की जाती है उन महीनों का सरचार्ज भी उपभोक्ता द्वारा देय होगा।
मतदाता सूची का पुर्नरीक्षण कार्य प्रेक्षक की उपस्थिति में दस को
नगरीय निकाय एवं त्रि-स्तरीय पंचायतों की फोटोयुक्त मतदाता सूची एक जनवरी 2016 की स्थिति का पुर्नरीक्षण कार्य हेतु नियुक्त प्रेक्षक द्वारा दस मार्च को जायजा लिया जाएगा। कि जानकारी देते हुए उप जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि दोपहर 12 बजे कलेक्टेªट कार्यालय के सभाकक्ष में प्रेक्षक द्वारा बैठक आयोजित की गई है। प्रेक्षक द्वारा आहूत बैठक में लिंगानुपात के आधार पर श्रेणीकरण, आयु समूहवार का विश्लेषण, लिंगानुपात में वृद्धि के लिए निकाय एवं विकासखण्डो के लिए लक्ष्यों का निर्धारण, मतदान केन्द्रों की संख्या का विश्लेषण एवं श्रेणीकरण तथा लक्ष्य प्राप्ति के लिए मतदाता जागरूकता एवं प्रचार-प्रसार कार्ययोजना की जानकारी और ईव्हीएम के चतुर्मासिक भौतिक सत्यापन एवं अन्तर्जिला भौतिक सत्यापन की प्रगति तथा विनिष्टीकरण हेतु डीएमएम को ईसीआईएल में भेजने की प्रगति के अलावा पूर्वाद्ध में संभावित नगरीय, पंचायत के आम निर्वाचन और 31 मार्च 2016 की स्थिति में रिक्त पदो के लिए उप निर्वाचन तैयारियों की समीक्षा मुख्यतः की जाएगी। बैठक में मास्टर टेªनर्सो के मानदेय एवं यात्रा भत्ता भुगतान की भी समीक्षा की जाएगी।