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आईआरएनएसएस-1एफ भू-स्थैतिक कक्षा में स्थापित

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चेन्नई ,31 मार्च, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा प्रक्षेपित देश के छठे दिशासूचक उपग्रह आईआरएनएसएस 1 एफ को आज सफलतापूर्वक भू-स्थैतिक कक्षा में स्थापित कर दिया गया। इसरो ने प्रक्षेपण यान पीसएसएवी सी-32 के जरिये 1425 किलोग्राम वजन के आईआरएनएसएस 1 एफ उपग्रह का श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केन्द्र से 10 मार्च को प्रक्षेपण किया था। इस वर्ष इसरो का यह दूसरा प्रक्षेपण था। यह उपग्रह भारतीय क्षेत्रीय दिशासूचक उपग्रह प्रणाली (आईआरएनएसएस) का छठा उपग्रह है। इसरो द्वारा आज यहां जारी विज्ञप्ति के अनुसार उपग्रह को भू-स्थैतिक कक्षा में भेजने के लिए कक्षा परिवर्तन का काम सफलतापूर्वक किया गया। उपग्रह के प्रक्षेपण के मात्र 20 मिनट बाद कक्षा में उपग्रह के स्थापित होते ही उपग्रह के दो स्वचालित सोलर पैनलों ने काम करना शुरू कर दिया था और कर्नाटक में हासन स्थित मास्टर कंट्रोल फैसिलिटी ने उपग्रह को अपनेे नियंत्रण में ले लिया था। 

मास्टर कंट्रोल फैसिलिटी ने तरल एपोगी मोटर (एलएएम) के जरिए एक कक्षा परिवर्तन पेरिगी ( पृथ्वी से निकटतम दूरी) और तीन एपोगी (पृथ्वी से अधिकतम दूरी) में किया । इस तरह से कुल चार कक्षा परिवर्तन के बाद उपग्रह भू-स्थैतिक कक्षा में स्थापित किया गया। पीएसएलवी -सी32 का यह 34वां सफल अभियान साबित हुआ है। आईआरएनएसएस-1 ए, 1 बी, 1 सी, 1 डी और 1 ई, इस शृंखला के पहले पांच उपग्रह थे , जिनका क्रमशः दो जुलाई 2013, चार अप्रैल 2014, 16 अक्टूबर 2014 , 28 मार्च, 2015 और 20 जनवरी 2016 को सफलतापूर्वक प्रक्षेपण किया गया है। आईआरएनएसएस-1एफ की जीवन अवधि 12 साल है।

अमेरिका का सच्चा साथी है ‘भारत’: केरी

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वाशिंगटन 31 मार्च, अमेरिका ने भारत की नेतृत्व क्षमता और जिम्मेदारपूर्ण रवैये की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए आज कहा कि परमाणु हथियार और परमाणु सामग्री के जिम्मेदार प्रबंधन में भारत को अतिमहत्वपूर्ण भूमिका निभानी है। वाशिंगटन में आज शुरू होने वाले दो दिवसीय परमाणु सुरक्षा शिखर सम्मेलन से पहले भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल के साथ हुई मुलाकात के दौरान विदेश मंत्री जॉन केरी ने कहा,“ नेता के रूप में ,एक जिम्मेदार देश के रूप में भारत का लंबा इतिहास रहा है । मौजूदा परिदृश्य में,जहां हम देखते हैं कि कुछ ऐसे निर्णय लिये जा रहे हैं , जिससे हथियारों की होड़ को तेज गति मिल सकती है , तो ऐसे में भारत की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है। हमने इस मसले को अन्य साझीदारों के समक्ष भी उठाया है।” उन्होंने स्वच्छ ऊर्जा और कार्बन उत्सर्जन कम करने में भारत की भूमिका की तारीफ की । 

श्री केरी ने उम्मीद जतायी कि शिखर सम्मेलन सभी देशों को विश्व के प्रति उनकी जिम्मेदारी और उनके द्वारा उठाये गये कदमों के परिणाम की बेहतर समझ पैदा करेगा। उन्होंने कहा,“ राष्ट्रपति ओबामा ने भारत-अमेरिका संबंधों को इस सदी का सबसे महत्वपूर्ण रिश्ता कहा है और इसके कई कारण हैं। भारत, दुनिया का सबसे सशक्त और बड़ा लोकतंत्र है और वह प्रौद्योगिकी तथा ऊर्जा के मुद्दे पर अमेरिका का सच्चा साथी रहा है। श्री डोभाल ने उम्मीद जतायी कि आने वाले वर्षों में भारत- अमेरिका का संबंध नयी ऊंचाइयों को छुएगा और इसे और मजबूती मिलेगी। भारत और अमेरिका के सामने कई समस्यायें एक जैसी हैं जैसे आतंकवाद, साइबर हमले और दोनों देश इससे निपटने के लिए साथ मिलकर काम कर रहे हैं।

अातंकवादियों को परमाणु हथियार पाने से रोकने के लिए तकनीक मौजूद : मोदी

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वाशिंगटन, 02 अप्रैल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत ‘परमाणु आतंकवाद’ के खतरे से निपटने के लिए प्रतिबद्ध है और परमाणु हथियारों को आतंकवादियों के हाथों में जाने से रोकने के लिए उच्च तकनीक का विकास किया जा रहा है। श्री मोदी ने यहां परमाणु सुरक्षा सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि परमाणु हथियारों को आतंकवादियों में हाथों में जाने से रोकने के लिए भारत उच्चस्तरीय तकनीक विकसित कर रहा है और इसकी तैनाती कर रहा है। परंपरागत सुरक्षा के अलावा साइबर और तकनीकी सुरक्षा को मजबूत किया गया है। रेडियोधर्मी पदार्थों को ठिकाने लगाने की व्यवस्था की गयी है। उन्होंने कहा कि भारत परमाणु सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है। 

इसके लिए संस्थागत ढांचा और स्वतंत्र नियामक संस्था बनायी गयी है तथा विशेष प्रशिक्षित लोगों को परमाणु सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गयी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि परमाणु सामग्री की तस्करी रोकने के लिए एक विशेष टीम गठित की गयी है। श्री मोदी ने परमाणु सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) की भूमिका का समर्थन करते हुए परमाणु सुरक्षा कोष में दस लाख डॉलर का योगदान देने की भी घोषणा की। इंटरनेशनल फिजिकल प्रोटेक्शन एसेसमेंट सर्विस के बारे में भारत आईएईए के विशेषज्ञों के साथ एक कार्यशाला भी आयोजित करेगा।

भारत ने चीन के वीटो उपयोग पर जतायी कड़ी आपत्ति

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वाशिंगटन, 02 अप्रैल, भारत ने अपने एयरबेस पर घातक हमले के बाद जैश ए मुहम्मद के सरगना मसूद अजहर का नाम आतंकवादियों की संयुक्त राष्ट्र की सूची में शामिल करने के भारत के प्रस्ताव पर चीन के वीटो अधिकार के इस्तेमाल का कड़ा विरोध किया है और उसके साथ अपनी आपत्ति दर्ज की है। भारत की मांग थी कि अल कायदा इस्लामिक स्टेट तथा अन्य आतंकवादी संगठनों के विरूद्ध प्रतिबंध की निगरानी करने वाली सुरक्षा परिषद जैश ए मुहम्मद के सरगना मसूद अजहर का नाम आतंकवादियों की सूची में शामिल करें। सुरक्षा परिषद जैश ए मुहम्मद को पहले ही काली सूची में शामिल कर चुकी है। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा कि मसूद अजहर का नाम आतंकवादियों की सूची में शामिल नहीं करने का यह अर्थ है कि आतंकवाद का सामना करने के मामले में चयनित रूख अपनाया जा रहा है। विकास स्वरूप वाशिंगटन में परमाणु सुरक्षा सम्मेलन से इतर संवाददाताओं से बात कर रहे थे। 

भारत ने दो जनवरी को पाकिस्तान की सीमा के निकट अपने पठानकोट एयरबेस पर हमले के बाद मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र की आतंकवादियों की सूची में शामिल करने की मांग की थी। उन्होंने कहा कि इस हमले से साफ है कि भारत आतंकवाद का सामना कर रहा है और मसूद अजहर का नाम आतंकवादियों की सूची में शामिल नहीं किया जाना खतरनाक सिद्ध हो सकता है। एक भारतीय राजनयिक ने कहा है कि चीन ने मसूद अजहर मामले में अपने वीटो अधिकार का उपयोग करने के लिये तकनीकी आधार का सहारा लिया है। प्रतिबंध समिति में सुरक्षा परिषद के 15 सदस्य शामिल है जो आतंकवादियों की काली सूची में किसी आतंकवादी का नाम शामिल करने का फैसला करते है। चीन सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य है और उसके पास वीटो अधिकार है। वह लम्बे समय से पाकिस्तान का साथ दे रहा है। चीन के राजदूत ने कहा है कि मसूद अजहर का नाम सूची में शामिल करने के लिये आवश्यक आधार पूरा नहीं होता।

मोदी पहुंचे सऊदी अरब, गर्मजोशी से हुआ स्वागत

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रियाद, 02 अप्रैल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सऊदी अरब की पहली यात्रा पर आज यहां पहुंचने पर गर्मजोशी से स्वागत किया गया, श्री मोदी वाशिंगटन से यहां पहुंचे और हवाई अड्डे पर रियाद के गवर्नर शाहजादा फैसल बिन बंदर बिन अब्दुलअजीज ने उनकी अगवानी की। उनकी दो दिन की यात्रा का मकसद सऊदी अरब के साथ भारत के द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढाना और आतंकवाद विरोधी अभियान में आपसी सहयोग पर बात करना है। श्री मोदी सऊदी अरब के नेताओं से द्विपक्षीय महत्व के सभी मुद्दों के साथ-साथ क्षेत्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय महत्व के मुद्दे पर भी विचार विमर्श करेंगे। भारतीय प्रधानमंत्री की इस यात्रा से पहले गुरुवार को सऊदी अरब और अमेरिका ने पाकिस्तानी आतंकवादियों तथा उनके गुटों पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की थी। 

श्री मोदी साल 2010 के बाद सऊदी अरब आने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं। तब श्री मनमोहन सिंह सऊदी अरब की यात्रा पर आये थे। अपनी इस यात्रा में श्री मोदी सबसे पहले ऐतिहासिक महत्व के मसमक किला जायेंगे। इसके बाद वह भारतीय समुदाय के लोगों से मिलेंगे। श्री मोदी लार्सेन एंड टूब्रो काम्प्लेक्स के अलावा रियाद की मेट्रो परियोजना देखने भी जायेंगे। वह टाटा कंसलटेन्सी भी जायंगे जहां कर्मचारियों में 80 प्रतिशत सऊदी महिलाएं हैं। भारत प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता में भारतीय कंपनियों की सऊदी अरब के ढांचागत निर्माण में अधिक भागीदारी पर जोर देगा। प्रधानमंत्री सऊदी अरब के शाह सलमान के निमंत्रण पर यहां आये हैं। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच पहली बार द्विपक्षीय वार्ता होगी। हालांकि इससे पहले वह 2014 और 2015 में जी-20 देशों की शिखर बैठकों के दौरान मिल चुके हैं।

पंजाबी फिल्म "कैनडा दी फ्लाइट"एक मनोरंजक एवं अर्थपूर्ण फिल्म है।

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लगभग ३५० विज्ञापन फिल्में, और २५० म्यूजिक वीडियो बनने के बाद निर्देशक रूपेश राय सिकंद, की पंजाबी फिल्म "कैनडा दी फ्लाइट"मनोरंजन से भरपूर फिल्म होने के साथ एक महत्वपूर्ण सन्देश भी देती है। फिल्म "कैनडा दी फ्लाइट"की कहानी तीन युवको (युवराज हंस, नवराज हंस व राणा रणबीर) की कहानी है जो हर पंजाबियों की तरह कैनडा जाना चाहते हैं, पर कैसे जाना है ये नहीं जानते, एक एजेंट चावला उन्हें मिलता है, फिर आगे की कहानी हास्य की घटनाओं से भरपूर है। फिल्म का संगीत लोगो को झूमने और थिरकने पर मजबूर कर देंगे, निर्देशक के रूप में रूपेश राय सिकंद ने जबरदस्त फिल्म बनाई है, इस फिल्म के जरिये उन्होंने ये भी कहने की कोशिश की है 'कहीं भी जाओ, पर अपने घर से बेहतर कोई नहीं', रूपेश ने फिल्म के साथ पूर्ण न्याय किया है, इसके लिए वे बधाई के पात्र हैं। सारे कलाकारों ने बेहतरीन अभिनय भी किया है, छायांकन भी बेहतरीन है।  फिल्म अवश्य देखने लायक है। .

फिल्म में युवराज हंस, नवराज हंस, तरुण मेहता, राणा रणबीर, निर्मल ऋषि, आकृति भर्ती, शोभिता राणा, अनुष्का रमेश, मिंटू, संजीव अत्री एवं राजेन्दर गिल जैसे कलाकार हैं। "कैनाडा दी फ्लाइट"'मैक्सवेल एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड एवं कृष्ण चौधरी'की प्रस्तुति है, निर्माण ए एम फिल्म्स और सृष्टि सिने एंटरटेनमेंट के बैनर तले हुआ है, फिल्म के निर्माता सुनील पठारे, अजय मक्कड़, दिपक चौधरी और तेजस परमार हैं। फिल्म "कैनाडा दी फ्लाइट"की कथा व पटकथा रुपेश राय सिकन्द और मनोज सभरवाल  अंदाज़ में पिरोया है की यह दर्शको  भरपूर मनोरंजन देगा। 

सैमसंग ने नई मोबाइल अभिनवता पेश कीः मेड फार इंडिया बाइक मोड

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स्मार्टफोन कंपनी सैमसंग ने 2016 सैमसंग गैलेक्सी जे 3(Samsung Galaxy J3)लॉन्च किया है। इसमें मोटरसाइकिल सवारों के लिए एक खास फीचर बाइक एस मोड दिया गया है। इसमें मोटरसाइकिल सवारों के लिए एक खास फीचर बाइक एस मोड दिया गया है। जिसमें एनएफसी इंटिग्रेटेड है। गैलेक्सी जे3 पांच इंच एचडी (720 x 1280 पिक्सल) सुपर एमोलेड डिस्प्ले है। यह एंड्रॉयड 5.1 लॉलीपॉप पर आधारित है।

श्री असीम वारसी, वाइस प्रेसिडेंट, सैमसंग इंडिया इलेक्ट्राॅनिक्स ने कहा, ”सैम्संग लगातार ऐसी अर्थपूर्ण अभिनवताएँ प्रस्तुत करने की दिशा में काम करता है जिससे लोगों का जीवन बेहतर बन सके। ै बाइक कोड इसी सोच का एक परिणाम है। उपभोक्ताओं के फोन उपयोग व्यवहारों का अध्ययन करते हुए हमने अनुभव किया कि दुपहिया वाहन चालकों के लिए इनकमिंग काॅल्स ध्यान भटकाने का एक प्रमुख कारण हैं। हम इस बात से प्रसन्न हैं कि हम ऐसा कुछ लेकर आए हैं जिससे लाखों दुपहिया उपभोक्ताओं को लाभ पहुंचेगा और वे जिम्मेदारी भरे तरीके से वाहन चला पाएंगे।“

महिन्द्रा मोजो लांच

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नई दिल्ली। महिन्द्रा टूव्हीलर्स ने महिन्द्रा मोजो 11 राज्यों की 23 डीलरशिप्स पर लांच की इसका मूल्य 1,63,000 (एक्स शोरूम गुड़गांव) निर्धारित किया गया है, यह फ्लैगशिप मोटरबाइक ने गत वर्ष अक्टूबर में भारतीय सड़कों पर उतरने के बाद स्टाइल, प्रदर्शन और सवारी गुणवत्ता में एक नया बैंचमार्क स्थापित किया है। इस अवसर पर महिन्द्रा टूव्हीलर्स के मुख्य परिचालन अधिकारी श्री विनोद सहाय ने कहा ‘‘ मोजो महिन्द्रा टू व्हीलर्स द्वारा पेश एक अति रोमांचक उत्पाद है। इन भावनाओं को ध्यान में रखते हुए यह बाइक अब 14 राज्यों की 34 डीलरशिप्स पर उपलब्ध करवाई जा रही है, ताकि अधिकाधिक ग्राहक इस सुपीरियर टर्निंग बाइक का आनन्द उठा सकें।‘‘

सहाय ने आगेे बताया कि मोजो मालिकों को व्यस्त रखने के लिए हमने उन शहरों में समुदायों का निर्माण किया है जहां-जहां मोजो लांच की जा रही है। द मोजो ट्राइब मोजो मालिकों को एक प्लेटफाॅर्म उपलब्ध करवाएगी जहां वे अपनी मोजो सवारी के अनुभवों को साझा कर सकेंगे तथा नए सदस्यों को भी उसका अनुसरण करने को कहेंगे। मोजो मालिक अपने लाइव अपडेट्स मोजो ट्राइब मोबाइल एप्प द्वारा भी शेयर कर सकते हैं।‘‘ 

अरविंद स्वामी 15 साल बाद बॉलीवुड में करेंगे वापसी

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डायरेक्टर मणी रत्नम की फिल्म 'रोजा'के जरिए बॉलीवुड में डेब्यू करने वाले एक्टर अरविंद स्वामी अब 15 साल बाद बॉलीवुड में वापसी कर रहे हैं. अरविंद जल्द डेब्यू डायरेक्टर तनुज भ्रामार की फिल्म डियर डैड(Dear Dad) में नजर आएंगे.

अरविंद ने 15 साल बाद इस फिल्म के जरिए बॉलीवुड में वापसी करने का फैसला इसलिए किया क्योंकि उन्हें इस फिल्म की स्‍क्र‍िप्ट काफी मजेदार लगी. फिल्म 'डियर डैड'एक 14 साल के बेटे शिवम और उसके पिता नितिन स्वामीनाथन की है. फिल्म की कहानी बाप बेटे के एक ऐसे रोड ट्रिप पर बेस्ड है जो वह अपने घर दिल्ली से मसूरी तक का सफर तय करते हैं. इसी सफर के दौरान वह किन घटनाओं का और कई अजीबो गरीब चीजों का अनुभव करते हैं उसी पर बेस्ड है यह फिल्म.

इस फिल्म में अरविंद पिता के किरदार को अदा करते नजर आएंगे. अरविंद ने इस फिल्म के बारे में बाद करते हुए कहा कि इस तरह की कहानियां बहुत कम पर्दे पर उतारने की जरूरत है क्योंकि इस तरह की कहा‍नियां को कम बयां किया गया है.

यश और रानी की फिल्म ''इच्छाधारी''के संगीत की लॉन्चिंग मुम्बई में!

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तन्वी मल्टीमीडिया प्रस्तुत भोजपुरी फिल्म ''इच्छाधारी''के संगीत की शानदार लॉन्चिंग आज दिनाँक 02 अप्रैल 2016 को मुम्बई में की गयी । फिल्म ''इच्छाधारी''में भोजपुरी फिल्मों के युथ आईकन अभिनेता यश मिश्रा के साथ भोजपुरी क्वीन रानी चटर्जी  ने अपनी अदाकारी से शमाँ बाँधा है । मौके पर फिल्म इच्छाधारी से जुड़े कलाकार और तकनीशियन के साथ साथ भोजपुरी जगत से भी कई जाने माने लोगों ने अपनी उपस्थिति दर्ज़ कराई । जिनमें रानी चटर्जी, यश मिश्रा, विनय बिहारी, देव पाण्डेय प्रमुख थे । 

फिल्म ''इच्छाधारी''के निर्माता हैं दीपक शाह वहीँ फिल्म का निर्देशन किया है देव पाण्डेय ने जबकि फिल्म का संगीत भोजपुरी के जाने माने संगीत निर्देशक छोटे बाबा ने दिया है । अब तक के अपने फिल्मी कैरियर में गिने चुने फिल्मों में छोटे बाबा ने संगीत दिया है , लेकिन इनका इतिहास रहा है की जिन फिल्मों में भी छोटे बाबा का संगीत रहा है उस फिल्म का गीत संगीत लोगों के सर चढ़कर बोला है । फिल्म ''इच्छाधारी''शीघ्र ही सिनेमाघरों में प्रदर्शन के लिए तैयार है । तन्वी मल्टीमिडिया की फिल्म ''इच्छाधारी''में यश कुमार ,रानी चटजी और प्रियंका पंडित के साथ अवधेश मिश्रा, ब्रिजेश त्रिपाठी, मनोज टाईगर, विष्णू शंकर वेलू, गौरी शंकर ,सीपी भट्ट, आशुतोष खरे, करण पांडे, राधे मिश्रा, शाहिल शेख  और नीलम पांडे का भी अहम किरदार है ।

विशेष आलेख : सही हैं बॉस

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विज्ञानियों ने पेट्रोल को सबसे ज्वलनशील पदार्थ माना हैं लेकिन अगर प्राणीमात्र की बात करे तो "बॉस"नाम का प्राणी सबसे ज़्यादा ज्वलनशील माना जाता हैं । "दूध के जले" , भले छाछ फूंक-फूंक कर पीते हैं लेकिन "बॉस के जले"तो ऑफिस की कैंटीन में "कोल्ड -कॉफी"भी फूंक- फूंक कर पीते हुए देखे जाते हैं। पेट्रोल के भाव तो फिर भी रोहित शर्मा या शिखर धवन के द्वारा बनाए गए रनो जितने कम भी होते रहते हैं लेकिन बॉस के भाव तो मोदी जी के  विदेशी दौरों की तरह बढ़ते ही रहते हैं। कोई भी बॉस भले कितना भी शुद्ध शाकाहारी क्यों ना हो पर जब बात अपने अधीनस्थ कर्मचारियों का दिमाग खाने की हो तो वो शाकाहार की अवधारणा को "ताक"में रख बस दिमाग खाने की "ताक"में रहता हैं। तकनीकी दृष्टिकोण से देखा जाये तो "बॉसगिरी"और "भाईगिरी"में बस  केवल इतना ही फर्क होता हैं की भाईलोग आम जनता से 7 दिन में केवल एक बार हफ्ता वसूल करते हैं जबकि बॉस अपने कर्मचारियों से सोमवार से  लेकर शुक्रवार/शनिवार तक हर रोज़ कई बार (मानसिक प्रताड़ना रूपी) हफ्ता वसूलते हैं। मोदी जी की तरह, हर बॉस का बचपन से यहीं सपना होता हैं  की वो अपने स्टाफ की हर आस  का  हास करके ,उन्हें  निराश करके , उनके जीवन से परिहास करता रहे। 

स्वयं द्वारा की  गयी गलतियां बॉस को "कोयला-घोटाले"के "जीरो लॉस"की  तरह  लगती हैं जबकि  अपने कर्मचारियों की गलतियां "घर वापसी "कार्यक्रम की तरह अक्षम्य और खतरनाक लगती हैं।  ज़्यादातर बॉस अपने कर्मचारियों को शान से परेशान करते हैं और उनका इतना खून चूस लेते हैं की अगर गलती से कोई बॉस का सताया कर्मचारी, प्रभु  की माया से,  अपनी काया से रक्तदान करने  किसी रक्तदान  शिविर में पहुँच जाता हैं तो शिविर आयोजक मेडिकल जाँच करने के  बाद  पूछ  लेते हैं,  "भाईसाहब आप खून देने आये हैं या लेने"। बॉस खुद  भले ही कितना भी  "आराम  पसंद"क्यों ना हो लेकिन "कमला पसंद"खाते हुए  अपने  स्टाफ को हमेशा  "काम पसंद"ही   देखना  चाहता हैं।  "बॉसगिरी"का पहला सिद्धांत ही हैं की जैसे "विमल"पान मसाले के "दाने-दाने"में "केसर"का दम होता हैं ठीक उसी प्रकार से   स्टाफ को कंपनी से मिलने वाले "आने -आने"में उनके काम का दम होना चाहिए। बॉस को अपना "देर आए"भी "दुरुस्त आए"लगता हैं लेकिन कर्मचारी का "देर आया ", "अंधेर आया"जैसा  लगता हैं।  कुछ बॉस तो इतने  उदारमना होते हैं की अपने कर्मचारियों की भौतिक उन्नति  के  साथ - साथ आध्यात्मिक उन्नति  भी देखना चाहते हैं इसीलिए वो ऑफिस में नरक  जैसा वातावरण बना कर रखते हैं ताकि मरने के बाद अगर किसी कर्मचारी को नरक  में जाना पड़े तो उसे कुछ  भी  नया नहीं लगे। 

अपनी छुट्टियों का वार्षिक  कार्यक्रम (लीव प्लानर ) बॉस  सालभर पहले से ही अपने स्टाफ को बता देता हैं लेकिन जब कोई स्टाफ मेंबर बॉस से   छुट्टी मांगने जाये तो उसका रिएक्शन ऐसा होता हैं मानो  छुट्टी ना माँगकर स्टाफ मेंबर ने  उसका  ए.टी. एम. पिन मांग लिया हो।  हर बॉस को लगता हैं की सारे पारिवारिक कार्य / मजबूरिया , रिश्तेदारों की शादिया , बच्चों की पढाई  और एडमिशन सम्बन्धी कार्य केवल उसी को आ सकते हैं क्योंकि वो मानव मात्र  को, मोदी जी  के बाद,  ईश्वर का दिया हुआ दूसरा उपहार हैं और बाकि सभी कर्मचारी तो ऑफिस के  ई. आर. पी.  सॉफ्टवेयर से  डाउनलोड कर  नियुक्त किये गए हैं इसीलिए इनको छुट्टी की ज़रूरत  पड़ ही नहीं  सकती और मान लो आपातकालीन परिस्थियों में "छुट्टी"देनी भी पड़े तो उससे पहले कर्मचारी से "कट्टी"होना ज़रूरी हैं। आजकल कामकाजी लोगो के स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता इसीलिए भी  ज़रूरी हैं क्योंकि बाज़ारू जंक फ़ूड के  साथ साथ  समय -बेसमय  बॉस की  डांट भी उनके स्वास्थ्य के लिए  चुनौतियां खड़ी  कर  रही हैं ।  लेकिन ज़ुल्म की इंतिहा तो तब हो जाती हैं जब सुबह  से शाम तक बॉस की डांट  खाने वाले इंसान को , घर के लिए निकलते समय  केवल  ये  कहने के लिए  बीवी का  कॉल आता हैं की, "मेरी  तबियत ठीक नहीं हैं, रात का  खाना बाहर से लेते हुए आना"। 

प्राचीनकाल से ही हमारे यहाँ मान्यता रहीं हैं की "जाकी रही भावना जैसी ,प्रभु मूरत देखी तिन तैसी"इसीलिए ऐसी बात नहीं की बॉस केवल ज्वलनशील या खूनचूसक ही दिखाई देता हैं। कुछ लोगो को बॉस गुड जैसा मीठा भी लगता हैं इसीलिए वो "पेस्ट कंट्रोल"किये हुए ऑफिस में भी बॉस के इर्द-गिर्द की मक्खियो की तरह भिनभिनाते रहते हैं। सामान्य लोग भले ही इसे चापलूसी समझे लेकिन असल में प्रोफेशनल लोग इससे बिना "वर्क"के बॉस से "नेटवर्क"जोड़ने का काम करते हैं और ये नेटवर्क इतना मजबूत होता हैं की बिना किसी "टावर"के ही इंसान को सफलता का "वर"करवा देता हैं। "बॉस  इज़ ऑलवेज राइट"कहते  कहते ये लोग ऑफिस के भीड़ भाड़ भरे ट्रैफिक में से अपनी  गाड़ी, रॉंग (राइट) साईड से भी मंज़िल तक  पहुँचा देते हैं। 

विशेष : ये हैं सियासत के रीयल ''दबंग''

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अरे नहीं भई। हमारा इशारा सल्लू मियां की ओर बिलकुल भी नहीं। दरअसल हम बात कर रहे हैं राजनीति के उन चेहरों की जिन्हें जनता दबंग नेता के तौर पर जानती, पहचानती है। घर में घड़ियाल पाले हुए उन फलां फलां को जानते हो, या फिर उनको जिन्होंने विधायक को मरवा दिया था, दरअसल आज हम जिन दबंगों के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं उनके जिक्र के साथ ही ये किस्से भी काफी मशहूर हैं। बहरहाल कई बार इनकी एंट्री होते ही, इनका लाव-लश्कर देखकर लोगों के जहन में खुद ब खुद गाने की लिरिक्स आने लगती हैं कि....हुड़...हुड़ दबंग, दबंग, दबंग। ये दबंग असल में खौफ का दूसरा नाम हैं। पर राजनीति ने सब पवित्तर कर देंगे टाइप के डायलॉग से इनके तमाम कारनामों को दबा, छिपा रखा है। आईये जानने की कोशिश करते हैं कि आखिर कौन हैं वो ''दबंग''


बृजेश सिंह 
होनहार लड़के के तौर पर अपना सफर शुरू करने वाले बृजेश सिंह अपने पिता के कत्ल का बदला लेने के इरादे से जरायम की दुनिया में दाखिल हो गए। अपने पिता के कत्ल में शामिल सभी लोगों को मौत के घाट उतार कर गिरफ्तार हो गए। माना जाता है कि बृजेश सिंह और मुख्तार अंसारी के बीच भी काफी तगड़ी अदावत चलती है। भाजपा विधायक कृष्णानंद राय की शरण में बृजेश सिंह के जाने के पीछे वजह भी कहीं न कहीं मुख्तार अंसारी ही थे। बाद में कृष्णानंद राय की हत्या करा दी गई। जिसका आरोप मुख्तार पर लगा। बृजेश सिंह ने राजनीति को अपने आगे के रास्ते के तौर पर चुन लिया। फिलवक्त वे एमएलसी हैं। 

रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया
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उत्तर प्रदेश में पुलिस उपाधीक्षक ज़िया उल-हक़ की हत्या के बाद राज्य के खाद्य आपूर्ति मंत्री रघुराज प्रताप सिंह उर्फ़ राजा भैया को अखिलेश मंत्रिमंडल से इस्तीफ़ा देना पड़ा। हालांकि राजा भैया सभी आरोपों से इंकार करते हैं। राजा भैया को अखिलेश यादव ने अपने मंत्रिमंडल में जगह दी। पुलिस रिकॉर्ड पर यदि गौर किया जाए तो पता चलता है कि उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ ज़िले में कुंडा क़स्बे के निवासी राजा भैया का अपराध की दुनिया से पुराना संबंध है। भारतीय जनता पार्टी के एक असंतुष्ट विधायक पूरन सिंह बुंदेला ने उनके ख़िलाफ़ अपहरण के साथ यातनाएं देने की शिकायत दर्ज की। तब उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती थीं। सरकार के आदेश पर पुलिस अधिकारी आर एस पांडेय के नेतृत्व में राजा भैया को तड़के गिरफ़्तार कर लिया गया और उन पर आतंकवाद विरोधी क़ानून (पोटा) लगाया गया। लेकिन 2003 में मुलायम सिंह यादव के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी ने राज्य विधानसभा चुनाव जीत लिया और सरकार में आते ही राजा भैया के ख़िलाफ़ पोटा के तहत लगाए गए आरोप वापिस ले लिए। हालाँकि सुप्रीम कोर्ट ने फिर भी राजा भैया को रिहा करने से इंकार कर दिया। लेकिन राजा भैया को गिरफ़्तार करने वाले पुलिस अधिकारी आरएस पांडेय ने शिकायत दर्ज करवाई कि राजा भैया उन्हें परेशान कर रहे हैं। कुछ समय बाद आर एस पांडेय एक सड़क दुर्घटना में मारे गए।

मोहम्मद शहाबुद्दीन
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बिहार के सिवान ज़िले में मोहम्मद शहाबुद्दीन ने अपना दबदबा बना रखा सिवान लोकसभा क्षेत्र से चार बार राष्ट्रीय जनता दल के सांसद रह चुके शहाबुद्दीन को भाकपा-माले कार्यकर्ता छोटेलाल गुप्ता की हत्या के इरादे से अपहरण करने के एक मामले में सज़ा हुई। शहाबुद्दीन के खिलाफ पहली बार 1986 में हुसैनगंज थाने में आपराधिक केस दायर हुआ, जिसके बाद उनके खिलाफ लगातार मामले दर्ज होते चले गए। इस वजह से वे देश की क्रिमिनल हिस्ट्रीशीटर की लिस्ट में शामिल हो गए। 1990 में शहाबुद्दीन लालू प्रसाद की राष्ट्रीय जनता दल के युवा मोर्चा में शामिल हो गए। इसके बाद वे लालू के करीब आते गए। मुसलमान वोटरों पर प्रभाव की वजह से राजद में उनकी तूती बोलती थी। सीवान विधानसभा सीट से 1990 और 1995 में जीत हासिल कर वे विधायक बने।16 मार्च 2001 की तारीख टर्निंग प्वाइंट रहा जब शहाबुद्दीन ने राजद नेता मनोज कुमार की गिरफ्तारी के दौरान गई पुलिस अफसर को थप्पड़ मारा था। इस घटना से बिहार पुलिस आक्रोशित हो उठी, पुलिस ने तुरंत राज्य टास्क फोर्स और यूपी पुलिस के साथ मिलकर शहाबुद्दीन के गांव और घर को घेर लिया। जमकर झड़प हुई। गोलियां चलीं, जिसमें पुलिस वाले सहित कई लोग मारे गए। बाद में आपराधिक मामले बढ़ते देख लालू प्रसाद यादव ने उनसे किनारा कर लिया।

मुख़्तार अंसारी
उत्तर प्रदेश के माफ़िया राजनेताओं में मुख़्तार अंसारी सिरमौर माने जाते हैं। माफिया बृजेश सिंह और मुख्तार अंसारी की अदावत बेहद मशहूर है। अंसारी के खिलाफ हत्या, अपहरण, फिरौती सहित कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। भारतीय जनता पार्टी विधायक कृष्णानंद राय की हत्या के सिलसिले में उन्हें दिसंबर 2005 में उन्हें जेल में डाला गया था, तब से वो बाहर नहीं आए हैं। जेल में रहते हुए ही उन्होंने पूर्वी उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन से विधानसभा चुनाव लड़ा और जीते। मुख़्तार अंसारी पर आरोप है कि वो ग़ाज़ीपुर और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई ज़िलों में सैकड़ों करोड़ रुपए के सरकारी ठेके नियंत्रित करते हैं। एक दौर में वो बहुजन समाज पार्टी की नेता मायावती के बहुत क़रीब रहे और बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर चुनाव भी जीते पर 2010 में मायावती ने उन्हें पार्टी से निकाल दिया। इसके बाद मुख्तार ने कौमी एकता पार्टी बनाई और 2012 का चुनाव जेल में रहते हुए जीत लिया।

अतीक़ अहमद
समाजवादी पार्टी से जुड़े अतीक अहमद 2004 से 2009 तक फूलपुर (इलाहाबाद) से लोकसभा सदस्य रहे। उन पर हत्या से लेकर फिरौती और मारपीट के लगभग 35 मुक़दमें चल रहे हैं। समाजवादी पार्टी ने उन्हें 2008 में निकाल दिया थी, जिसके बाद उन्होंने 2009 का चुनाव ‘अपना दल’ के टिकट से लड़ा पर हार गए। इलाहाबाद में उन्हें माफ़िया सरगना के तौर पर जाना जाता है। बीते कुछ दिनों पहले अतीक अहमद समेत 14 लोगों पर धूमनगंज इलाके में मां-बेटे पर गोलाबारी करने के संदर्भ में शिकायत दर्ज कराई गई। जानकारी की मानें तो यह विवाद काफी लंबे वक्त से चल रहा है। 

डीपी यादव
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दो बार उत्तर प्रदेश विधानसभा और एक बार सांसद रह चुके डीपी यादव को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के डॉन के नाम से जाना जाता है। पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक़ डीपी यादव ने शराब बेचने के धंधे से अपराध की दुनिया में क़दम रखा। उन्होंने समाजवादी पार्टी नेता मुलायम सिंह यादव के साथ नज़दीकियाँ बढ़ाईं और 1989 में विधानसभा के लिए चुन लिए गए। सन 2004 में वो पाला बदल कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए।  अटल बिहारी वाजपेयी उस दौर में प्रधानमंत्री थे और उन्होंने डीपी यादव को राज्यसभा में मनोनीत कर लिया, पर विवाद पैदा हो जाने के बाद पार्टी ने उन्हें निकाल बाहर किया। डीपी यादव ने 2007 में राष्ट्रीय परिवर्तन पार्टी बनाई, जिसकी ओर से वो और उनकी पत्नी विधायक चुन ली गईं। बाद में वो बहुजन समाज पार्टी में शामिल हो गए परंतु विधानसभा चुनाव हार गए। उत्तर प्रदेश में 2012 के चुनाव से पहले डीपी यादव ने बहुजन समाज पार्टी से संबंध तोड़ लिए और उनकी अपनी पार्टी का कोई उम्मीदवार चुनाव नहीं जीत पाया।

परीक्षा में धांधली के खिलाफ आयोग कार्यालय तक धिक्कार मार्च 5 अप्रैल को

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  • प्रारंभिक परीक्षा के बाद मुख्य परीक्षा में धांधली पर बढ़ा आक्रोष ।

परीक्षा में धांधली के खिलाफ आयोग कार्यालय तक धिक्कार मार्च 5 अप्रैल को
पटना:- बिहार कर्मचारी चयन आयोग की द्वितीय स्नातक परीक्षा में धांधली जारी रहने पर छात्रों का आक्रोष भी बढ़ते जा रहा है। प्रारंभिक परीक्षा के बाद अब मुख्य परीक्षा में धांधली के बाद छात्रों ने पटना काॅलेज में बैठक कर 5 अप्रैल को धिक्कार मार्च निकालने का फैसला किया है। 

ए.आई.एस.एफ. और आइसा के तत्वावधान में हुई बैठक में छात्रों ने एक स्वर में कहा कि बेरोजगार नौजवानों के साथ मजाक करने पर आयोग आमदा है। जिस तरह से पहले गत प्रष्न पूछे गए, सरसेन्राइल के आधार पर परीक्षाफल जारी किया गया। गलतियों को सुधारने की बजाए मात्र 18 फरवरी, 2015 के परीक्षा में मात्र संषोधित कर 858 छात्रों का मनमाने तरीके से फेल कर दिया गया। अब हडबड़ी में मूल्य परीक्षा लेकर वहाट्सएप पर प्रष्न आउट किया गया तथा कोई कार्रवाई करने की बजाए आयोग बचना चाह रही है। जबकि पूरे मामले पर सरकार तमाषाबीन बनी हुई है।
बैठक में ए.आई.एस.एफ. के सुभाष पासवान, शंकर पंडित, राकेष कुमार, विलेन्दुषेखर, आइसा के रामजी यादव, धमेन्द्र कुमार सिंह, मिथिलेष कुमार सहित दर्जनों छात्र मौजूद थे।  

चंदौली (उत्तरप्रदेश) की खबर (03 अप्रैल)

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बच्चों के विवाद को लेकर दो पक्षों में खूनी संघर्ष 

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चंदौली। कुछ दिन पूर्व मुगलसराय थाना क्षेत्र में क्रिकेट खेलने के दौरान बच्चों में हुई विवाद ने एक बार फिर तूल पकड़ लिया और शनिवार की रात एक पख ने दूसरे पक्ष पर हमला बोल दिया। इस दौरान जम कर लाठी-डंडे चले। इस खूनी संघर्ष में करीव आधा दर्जन लोग घायल हो गए। आनन-फानन में घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। वहीं पुलिस ने पीड़ित पक्ष से तहरीर लेकर आगे की कार्यवाही में जुटी हुई है। जानकारी के अनुसार कुछ दिनों पहले क्रिकेट खेलने के दौरान मुगलसराय कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत हनुमानपुर और पराहुपुर  के बच्चों के बीच विवाद हो गया था। धीरे-धीरे इस विवाद मे बड़े भी शामिल हो गए। हालाकी उस समय कुछ बड़े-बुजुर्ग की हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हो गया था पर सूत्रों की माने तो बीते तीन -चार दिनों से ही मामला सुलग रहा था जिसका भयानक मंजर शनिवार की रात को देखने को मिला।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार शनिवार की रात लाठी, डंडे, गड़ासे से लैस होकर  एक पक्ष के दर्जनों  हमलावर पराहुपुर में घुस गये और एक युवक को ललकारते हुए उसके घर में पथराव करने लगे। इस दौरान घर के लोग समेत आस-पास के जो भी लोग बीच बचाव के लिए आया, दवंगों ने सबको मारपीट कर लहूलुहान कर दिया। करीव आधा घंटा चले इस खूनी संघर्ष में आधा दर्जन लोग घायल हो गए वहीं हमलावर भी मौके से फरार हो गए।इसी बीच किसिके सूचना पर पहुंची पुलिस ने सभी घायलों को राजकीय अस्पताल में भर्ती कराया जहां सभि का उपचार किया गया। वहीं पीड़ितों ने छह नामजद समेत दर्जनों अज्ञात लोगों के विरुद्ध कोतवाली पर मामला दर्ज कराया है। इस बाबत पुलिस ने बताया की मामला दर्ज कर छानबीन किया जा रहा है तथा अभियुक्तों की तलाश जारी है।

विदेशी मुद्रा भंडार 38.75 अरब डॉलर घटा

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मुंबई 03 अप्रैल, देश का विदेशी मुद्रा भंडार 25 मार्च को समाप्त सप्ताह में 38.75 करोड़ डॉलर घटकर 355.56 अरब डॉलर रह गया। इससे पहले 18 मार्च को समाप्त सप्ताह में यह 355.95 अरब डॉलर के अब तक के रिकॉर्ड स्तर पर रहा था। रिजर्व बैंक द्वारा जारी आँकड़ों के अनुसार, 25 मार्च को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार का सबसे बड़ा घटक विदेशी मुद्रा परिसंपत्ति 35.81 करोड़ डॉलर की गिरावट के साथ 332.15 अरब डॉलर रह गया। स्वर्ण भंडार में कोई बदलाव नहीं हुआ और यह 19.33 अरब डॉलर पर स्थिर रहा। 

अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के पास सुरक्षित निधि 1.87 करोड़ डॉलर घटकर 2.60 अरब डॉलर तथा विशेष आहरण अधिकार 1.07 करोड़ डॉलर घटकर 1.49 अरब डॉलर रह गया।

विकास यात्रा में साथी बनें महिलाएं तो मिलती है नयी ऊर्जा : मोदी

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रियाद 03 अप्रैल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि जब महिलाशक्ति विकास यात्रा का हिस्सा बनती हैं तो विकास की पूरी प्रक्रिया काे नयी ऊर्जा मिलती है। टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज के पूर्ण महिला आईटी एवं आईटीईएस केंद्रों के दौरे पर पहुंचे श्री मोदी ने यहां कहा ,“आज की प्रतिस्पर्धा भरी दुनिया में विकास के लिए लोगों काे अप्राकृतिक और मानवीय दोनों ताकतों को एकजुट करने की जरूरत है।” प्रधानमंत्री ने केंद्र की महिला कर्मचारियों से बातचीत की और उन्हें केंद्र के कामकाज की जानकारी दी गयी। श्री मोदी ने महिला कर्मचारियों को‘ सऊदी अरब का गर्व’ की संज्ञा देते हुए कहा कि यह पूरी दुनिया के एक लिए बड़ा संदेश है कि वह ऐसी महिलाओं से मुलाकात कर रहे हैं। 

केंद्र के माहौल को दुनिया भर की सकारात्मक ऊर्जा का अग्रदूत कहते हुए श्री मोदी ने महिला आईटी पेशेवरों को भारत आने का न्योता दिया और कहा कि उनकी यात्रा का भारत पर गहरा असर होगा। शासन में प्रौद्योगिक की भूमिका पर श्री मोदी ने कहा कि ई-गवर्नेस का मतलब है कि आसान शासन, प्रभावी शासन और आर्थिक शासन। श्री मोदी ने केंद्र के मैसेज बोर्ड पर लिखा,“ वंदे मातरम्, मातृ देवाे भव”। 

कौशल विकास के नाम पर मूर्ख बना रहे हैं मोदी : कांग्रेस

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नयी दिल्ली, 03 मार्च, कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रोजगार और कौशल विकास के बारे में किए गए वादों को लेकर कटघरे में खड़ा करते हुए आज आरोप लगाया कि वह इस कार्यक्रम के नाम पर लोगों को सिर्फ मूर्ख बनाने का काम रहे हैं। कांग्रेस ने अपने आधिकारिक पेज पर ट्वीट करके कहा “गुजरात में मुख्यमंत्री रहते हुए श्री मोदी ने कौशल विकास के नाम पर लोगों से बड़े-बड़े वादे किए थे। तब उन्होंने राज्य की जनता को मूर्ख बनाया था और अब प्रधानमंत्री बनकर फिर वह उसी तरह का काम कर रहे हैं।” पार्टी ने कहा “श्री मोदी ने वर्ष 2009 में गुजरात में कौशल विकास कार्यक्रम की शुरुआत की थी और 4.75 लाख युवाओं को इस कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षित करके रोजगार देने का वादा किया था लेकिन हकीकत यह है कि 2015 तक इस कार्यक्रम के तहत सिर्फ 1185 लोगों को ही नौकरी दी जा सकी है। 

इस सूची में भी कई लोगों के नाम दो बार छपे हुए हैं। पार्टी ने ट्वीट पेज पर श्री मोदी का चित्र भी पोस्ट करके उनसे सवाल किया है कि क्यों श्री मोदी कौशल विकास को लेकर अब भी गंभीर हैं।

विंडीज महिलाएं पहली बार बनीं विश्व चैंपियन

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कोलकाता ,03 अप्रैल, ओपनर हैली मैथ्यूज (66) और कप्तान स्टेफनी टेलर (59) के शानदार अर्धशतकों तथा उनके बीच 120 रन की ओपनिंग साझेदारी की बदौलत वेस्टइंडीज ने गत तीन बार की चैंपियन आस्ट्रेलिया को रविवार को एकतरफा अंदाज में आठ विकेट से पीटकर पहली बार आईसीसी ट्वंटी-20 महिला विश्वकप का चैंपियन बनने का गौरव हासिल कर लिया।

ओपनर हैली मैथ्यूज (66) और कप्तान स्टेफनी टेलर (59) के शानदार अर्धशतकों तथा उनके बीच 120 रन की ओपनिंग साझेदारी की बदौलत वेस्टइंडीज ने गत तीन बार की चैंपियन आस्ट्रेलिया को रविवार को एकतरफा अंदाज में आठ विकेट से पीटकर पहली बार आईसीसी ट्वंटी-20 महिला विश्वकप का चैंपियन बनने का गौरव हासिल कर लिया। वेस्टइंडीज ने आस्ट्रेलिया को पांच विकेट पर 148 के चुनौतीपूर्ण स्कोर पर रोकने के बाद 19.3 ओवर में दो विकेट पर 149 रन बनाकर ऐतिहासिक खिताबी जीत हासिल कर ली और आस्ट्रेलियाई टीम का चौथी बार चैंपियन बनने का सपना तोड़ दिया। 

मैथ्यूज और टेलर ने पहले विकेट के लिये 15.4 ओवर में 120 रन की बेहतरीन साझेदारी कर वेस्टइंडीज की जीत का मार्ग प्रशस्त कर दिया। आस्ट्रेलियाई गेंदबाज इस साझेदारी को तोड़ने में नाकाम रहीं। मैथ्यूज ने 45 गेंदों पर 66 रन में छह चौके और तीन छक्के उड़ाये जबकि टेलर ने 57 गेंदों पर 59 रन में छह चौके मारे। मैथ्यूज का विकेट 120 के स्कोर पर गिरा और टेलर जब 144 के स्कोर पर आउट हुयीं तो जीत महज पांच रन दूर थी। वेस्टइंडीज ने तीन गेंद शेष रहते जीत हासिल कर ली और टीम के जीतते ही कैरेबियाई खिलाड़ियों ने जश्न मनाना शुरू कर दिया।

मोदी की सऊदी यात्रा में ऊर्जा और स्वास्थ्य पर जोर

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रियाद, 03 मार्च, सऊदी अरब की यात्रा के दूसरे दिन आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सऊदी अरब के विदेश मंत्री आदिल बिन अहमद अल-जुबैर तथा स्वास्थ्य मंत्री खालिद अल-फालिह के बीच ऊर्जा तथा स्वास्थ्य क्षेत्र के विभिन्न मुद्दों पर विशेष बातचीत हुई। विदेश मंत्री श्री जुबैर ने श्री मोदी से उनके स्वागत के लिए आयोजित कार्यक्रम से पहले ही मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच यह दूसरी मुलाकात है। श्री जुबैर तथा श्री मोदी के बीच इससे पहले पिछले माह नयी दिल्ली में मुलाकात हुई थी। श्री जुबैर ने भारत को पर्याप्त मात्रा में ईंधन की आपूर्ति का आश्वासन दिया है और कहा है कि सरकारी क्षेत्र की तेल सऊदी कंपनी आरामको के लिए भारत प्राथमिकता में है। इसी तरह से स्वास्थ्य मंत्री श्री फलिह ने कहा कि दोनों पक्षों के बीच आज हुई बैठक के दौरान स्वास्थ्य और ऊर्जा प्रमुख एजेंडा रहा है। 

इससे पहले श्री मोदी ने भारत में चिकित्सा पर्यटन की संभावनाओं पर शीर्ष अधिकारी के एक दल के साथ बातचीत में कहा कि भारत में चिकित्सा उपकरणों के निर्माण में निवेश की जबरदस्त संभावना है। इस दौरान श्री मोदी ने सऊदी अरब के व्यापारियों से भी मुलाकात की और उनसे अपनी विशेषज्ञता तथा तकनीक का विशेषकर सौर ऊर्जा उपकरण निर्माण क्षेत्र में भारत में निवेश करके सहयोग देने का आह्वान किया। इसके साथ ही उन्होंने रेलवे, रक्षा तथा साइबर सुरक्षा क्षेत्र में भी भारत में निवेश के लिए लोगों का आह्वान किया।

पर्ल्स समूह के खिलाफ निवेशकों की याचिका पर सोमवार को सुनवाई

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नयी दिल्ली, 03 अप्रैल, पोंजी बचत योजना के जरिये निवेशकों का पैसा हड़पने वाले पर्ल्स समूह के प्रमुख निर्मल सिंह भंगू के खिलाफ शिकंजा कसता जा रहा है। केरल के निवेशकों ने उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है, जिस पर सोमवार को सुनवाई होगी। केरल के कुछ निवेशकों और पर्ल्स समूह के कर्मचारियों की याचिका पांच अप्रैल को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध की गयी है। याचिकाकर्ताओं की ओर से सर्वश्री पी बी सुरेश, विपिन नायर और टी. सेन ने गत शुक्रवार को न्यायमूर्ति अनिल आर दवे, न्यायमूर्ति शिवकीर्ति सिंह और न्यायमूर्ति आदर्श कुमार गोयल की खंडपीठ के समक्ष मामले का विशेष उल्लेख किया था और उससे त्वरित सुनवाई का आग्रह किया था। न्यायालय ने मामले की सुनवाई के लिए पांच अप्रैल की तारीख मुकर्रर की है। 

इस बीच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने पर्ल्स समूह से जब्त 5000 करोड़ रुपये की परिसम्पत्तियों से जुड़े दस्तावेज बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमेय बोर्ड (सेबी) को सौंपने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। सीबीआई ने सेबी को दस्तावेज सौंपना शुरू कर दिया है, ताकि उसके निपटारे से प्राप्त राशि निवेशकों को वापस की जा सके। जांच एजेंसी पर्ल्स समूह से जब्त 79 लक्जरी कारों से संबंधित दस्तावेज भी सेबी को सौंपेगी। जांच एजेंसी ने पर्ल्स के जब्त खाते की 108 करोड़ रुपये की रकम भी सेबी को सौंपने का निर्णय लिया है। भंगू फिलहाल जेल में हैं।
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