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जनादेश से विश्वासघात करने वाली नीतीश सरकार को पंचायत चुनाव में मिलेगा सबक: दीपंकर

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  • पंचायतों में सामंतों-दबंगों और उन्माद-उत्पात की ताकतों को शिकस्त देने तथा वामपंथी, जनपक्षीय व प्रगतिशील उम्मीदवारों को विजयी बनाने की माले ने की अपील
  • ताड़ी के पेशे पर जीवनयापन कर रहे लोगों के वैकल्पिक रोजागर की अविलंब व्यवस्था करे सरकार.
  • आइसा-इनौस द्वारा चलाये गये ‘भगत सिंह-अंबेडकर’ संदेश यात्रा को मिला जनता का अपार समर्थन
  • भाकपा-माले की दो दिवसीय बैठक संपन्न, लिये गये कई प्रस्ताव

dipankar bhattacharya
पटना 13 अप्रैल 2016, भाकपा-माले की दो दिवसीय राज्य स्थायी समिति की बैठक आज भाकपा-माले राज्य कार्यालय में संपन्न हो गयी है. बैठक से कई फैसले व प्रस्ताव लिये गये, जिसपर आने वाले दिनों में पूरे राज्य में आंदोलन किया जाएगा. माले महासचिव काॅ. दीपंकर भट्टाचार्य ने बैठक की समाप्ति के उपरांत कहा है कि विधानसभा चुनाव में सामंती-सांप्रदायिक-फासीवादी भाजपा को पराजित कर बिहार के दलित-गरीबों, मजदूर-किसानों-नौजवानों ने नीतीश कुमार को बिहार की गद्दी सौंपी थी. लोगों ने नीतीश सरकार को मोहलत दी थी और सोचा था कि इस बार सामंतों-दबंगों-अपराधियों पर नीतीश कुमार लगाम लगायेंगे. लेकिन उनके न्याय व सुशासन की पोल रोज खुल रही है. गरीबों के लिए लड़ने वाले माले नेताओं की हत्या और दलित-गरीबों पर सामंतों-अपराधियों के हमले का नया सिलसिला शुरू हो गया है. 

उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव के समय भोजपुर में सतीश यादव की हत्या कर दी गयी, तो चुनाव बाद सहार में राजेन्द्र महतो व सिवान में संजय चैरसिया की हत्या कर दी गयी. अभी हाल ही में बेगूसराय में हाईकोर्ट के फैसले के आलोक में प्रशासन से सीलिंग की जमीन कब्जा कराने की लड़ाई लड़ रहे माले नेता महेश राम व रामप्रवेश राम की हत्या स्थानीय डीएसपी की मिलीभगत से भाजपा संरक्षित सामंती-अपराधियों ने कर दी. रोहित वेमुला से लेकर महेश राम तक दलित नेताओं की हत्यायें की जा रही हैं. दोनों के हत्यारे एक ही हैं. भाजपाइयों द्वारा लोकतंत्र का गला घोंटने व फासीवाद थोपने की कोशिश लगातार जारी है. पंचायत चुनाव में जनता नीतीश सरकार के इस विश्वासघात का सबक सिखायेगी.

उन्होंने कहा कि कहा जाता है कि पंचायत एक ऐसी संस्था है, जहां निर्णय की प्रक्रिया में जनता की सीधी भागीदारी का प्रावधन है, लेकिन ग्राम सभाएं कागजों पर हैं और सामंतों-दबंगों-अफसरों का पंचायतों पर बोलबाला है. जनसमस्याओं पर यहां कोई बात नहीं होती. जरूरत इस चीज की है कि भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे पंचायतों को पारदर्शी बनाया जाए और योजनाओं के चयन व क्रियान्वयन में जनता की भागीदारी व उनकी निगरानी स्थापित हो और पंचायतें जनता के प्रति सीधे तौर पर जवाबदेह बने. माले की राज्य स्थायी समिति ने इसी तरह का पंचायत के निर्माण का आह्वान बिहार की जनता से किया है.

उन्होंने यह भी कहा कि बिहार में शराबबंदी बिहार की जनता की लंबी लड़ाई का नतीजा है. ताड़ी पर भी प्रतिबंध लग गया है, लेकिन इसकी वजह से जिन लोगों का रोजी-रोजगार छिन गया है, उस पर सरकार को गंभीरता से विचार करना चाहिए. ऐसे तमाम लोगों के लिए वैकल्पिक रोजगार की सुविधा उपलब्ध कराई जानी चाहिए और जब तक वैकल्पिक रोजगार उपलब्ध नहीं होते, उन्हें इसका उचित मुआवजा मिलना चाहिए. बैठक के हवाले यह भी कहा गया कि देश में छात्र उभार का नया दौर दिख रहा है.ं इस उभार में कारपोरेट-सांप्रदायिक राज के फासीवादी हमले को चुनौती देने तथा उसे नाकाम करने की भारी संभावना मौजूद है. इसी को ध्यान में रखकर आइसा-इनौस द्वारा पूरे देश में भगत सिंह-अंबेदकर संदेश यात्रा निकाला गया था. संदेश यात्रा शानदार ढंग से सफल रही. संघ व भाजपा परिवार द्वारा वामंपथियों व असहमति की आवाज के खिलाफ फैलाये गये दुष्प्रचार का मुंहतोड़ जबाव दिया गया. जनता ने भगवा राष्ट्रवाद को पूरी तरह खारिज कर दिया और भगत सिंह-अंबेडकर के रास्ते देश के निर्माण के इस संकल्प अभियान में छात्र-युवा लगातार जुड़ते जा रहे हैं. 

संदेश यात्रा के समापन के मौके पर कल 14 अप्रील को डाॅ. अंबेदकर की 125 वीं जयंती पर जगह-जगह संकल्प सभा का आयोजन किया जाएगा. आरा में आयोजित सभा में माले महासचिव काॅ. दीपंकर भट्टाचार्य भाग लेंगे, वहीं पटना सिटी में आयोजित संकल्प सभा को अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय महासचिव काॅ. राजाराम सिंह संबोधित करेंगे.

चंदौली (उत्तरप्रदेश) की खबर (13 अप्रैल)

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ट्रेनों में लूट करने वाले गिरोह का मुगलसराय जीआरपी पुलिस ने किया पर्दाफांस  

chandauli news
चंदौली। मुगलसराय जीआरपी पुलिस ने बुधवार की अलसुबह चेकिंग के दौरान चार युवकों को गिरफ्तार किया है। तलाशी के दौरान पुलिस ने अभियुक्तों के पास से नशीला पाउडर व नगद समेत लगभग नौ लाख का सामान बरामद किया है। जीआरपी पुलिस ने आवश्यक कार्यवाही करने के बाद अभियुक्तों को विभिन्न धाराओं में जेल भेज दिया। जानकारी के अनुसार एडीजी रेलवे द्वारा चलाये जा रहे अभियान के तहत मुगलसराय जीआरपी प्रभारी त्रिपुरारी पाण्डेय  की टीम बुधवार को जंक्शन के विभिन्न प्लेटफार्मों तथा सर्कुलटिंग एरिया में संदिग्ध व्यक्ति तथा वस्तुओं की जांच कर रही थी। इस दौरान जीआरपी पुलिस ने प्लेटफार्म संख्या 2 पर से संदेह के आधार पर चार युवकों को गिरफ्तार किया। तलाशी लेने पर युवकों के पास से 1 लैपटाप, 2 मोबाइल, 3 ब्रेसलेट, 4 चूड़ी, 4 कंगन, 2 जंजीर, 2 पायल, 3 अंगूठी, कपड़ों से भरा हुआ सूटकेस, जेवरात तथा 42100 रूपया बरामद हुआ। जिसके बाद पुलिस ने चारों अभियुक्तों को पकड़ कर थाने लाई और पूछताछ किया। पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया की है वे सभी दिल्ली, बिहार तथा जीआरपी इलाहाबाद, बक्सर, आरा, जौनपुर, साहगंज वाराणसी, मुगलसराय, चुनार, वाराणसी सिटी तक चोरी और नोट की झूठी गद्दी बनाकर लोगो को लुटने का अपराध करते है और आऊटर पर ट्रेन धीमी-धीमी चलते ही उतर जाते है। बताया की वे कभी-कभी दिल्ली से बिहार तक चलकर चोरी व लूट और अपराध को भी अंजाम देते है। मामले का खुलासा करते हुए मुगलसराय जीआरपी प्रभारी त्रिपुरारी पाण्डेय ने बताया की अभियुक्तों की पहचान 1.विनोद डोम, निवासी गाजीपुर 2. बुधन उर्फ गोरकी, निवासी गाजीपुर 3. मंटू, निवासी बिहार 4. मंशुर, निवासी चंदौली के रूप में हुआ है। बताया की पकड़े गए अभियुक्त इससे पहले भी जेल जा चुके है। बताया अभियुक्तों को विभिन्न धाराओं में जेल भेजा जा रहा है। वहीं अभियुक्तों को पकड़ने वाली टीम को पुलिस अधीक्षक रेलवे की तरफ से 5000 और एडीजी रेलवे की तरफ से 20,000 रु0 नगद पुरुस्कार दिया गया है।

रेलवे सर्कुलटिंग एरिया में आटो चालकों से अवैध वसूली- विरोध पर पड़े डंडे 

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चंदौली। एसिया के सबसे बड़े जंक्शनों में शुमार मुगलसराय जंक्शन के सर्कुलटिंग एरिया में आटो चालकों से अवैध वसूली का मामला प्रकाश में आया है और यह अवैध धंधा कई साल से फल-फूल रहा हा। इसी क्रम में बुधवार को अवैध वसूली करने वालों ने, न सिर्फ आटो चालकों से अभद्रता की बल्कि विरोध करने पर दवंगों ने एक आटो चालक की बुरी तरह से पिटाई कर दिया।  दरअसल मुगलसराय जंक्शन के बाहर सकुलटिंग एरिया में आटो तथा प्राइवेट गाड़ियों की स्टैंड संचालित है। रेलवे द्वारा पार्किंग का किसी भी प्रकार की ठेका न होने के कारण कुछ दवंग प्रकार के लोग अवैध रसीद बना कर आटो चालकों से मोती रकम वसूलते है। आटो चालकों के अनुसार बुधवार की सुबह मनोज नामक एक व्यक्ति जो अपने आप को ठेकेदार बता रहा है उसने अपने साथियों के साथ मिल कर  आटो चालक संजय अग्रहरी को बुरी तरह से मारपीट कर घायल कर दिया। इस घटना से नाराज आटो चालकों का गुसा फूंट पड़ा और सभी आटो चालकों ने हड़ताल कर दिया। आटो चालकों ने आरोप लगाया की सुबह शाम मिलाकर यह अवैध ठेकेदार उनसे कुल 20 से 25 रुपया वसूलते है जिससे उनके रोजी रोटी खतरे में है। इस दौरान सूचना पर भाजपा किसान मोर्चा के नेता राणा प्रताप सिंह ने मौके पर पहुँच कर मुगलसराय जीआरपी तथा डीआरएम मुगलसराय से फोन पर बात की और आटो चालकों को शांत कराया। तत्पश्चात सूचना पर पहुंची जीआरपी पुलिस ने मौके से दो लोगों को गिरफ्तार कर आगे की कार्यवाही में जुट गयी। वहीं आटो चालकों ने चेतावनी दिया है की रेलवे अधिकारी मामले को सज्ञान में लेकर अगर आवश्यक कार्यवाही नहीं करते तो वे आंदोलन करने को बाध्य होंगे।

लूट की योजना बना रहे छह युवकों को जीआरपी पुलिस ने किया गिरफ्तार 

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चंदौली। मुगलसराय जीआरपी पुलिस ने मंगलवार की देर रात चेकिंग के दौरान छह संदिग्ध युवकों को गिरफ्तार किया है। तलाशी लेने पर अभियुक्तों के पास से चोरी करने का उपकरण बरामद हुआ है। पुलिस ने आवाहयक कार्यवाही करने के बाद अभियुक्तों को विभिन्न धाराओं में जेल भेज दिया। दरअसल एडीजी रेलवे द्वारा चलाये जा रहे अभियान के तहत मुगलसराय जीआरपी प्रभारी त्रिपुरारी पाण्डेय की टीम मुगलसराय जंखन के विभिन्न प्लेटफार्म तथा सर्कुलटिंग एरिया में संदिग्ध व्यक्ति तथा वस्तुओं की जांच कर रही थी। इस दौरान जीआरपी पुलिस ने पश्चमी केबिन के पास से लूट की योजना बना रहे छह संदिग्ध युवकों को गिरफ्तार किया। तलाशी लेने पर अभियुक्तों के पास से पुलिस ने 3 चाकू, चोरी करने के उपकरण, 3 पेंचकस, 3 पिलास,  तथा कतर बरामद किया। जिसके बाद पुलीस ने सभी अभियुक्तों को पकड़ कर थाने लाई और पूछताछ किया। पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया की वे चाकू से डरा कर आने-जाने वाले यात्रियों का सामान लूट लेते है और सोते हुए यात्रियों का सामान चोरी कर लेते है। मामले का खुलासा करते हुए मुगलसराय जीआरपी प्रभारी त्रिपुरारी पाण्डेय ने बताया की पकड़े गए अभियुक्तों की पहचान 1. राम दुलारे 2. जीतेन्दर 3. साजन 4.शहरी डोम 5.मुख्तार तथा 6.बदन के रूप में हुआ है तथा सभी अभियुक्त जनपद गाजिपूर के निवासी है। बताया सभी अभियुक्त इससे पहले भी जेल जा चुके है। तथा अभियुक्तों को विभिन्न धाराओं में जेल भेजा जा रहा है।

यात्रियों से भरी जीप को ट्रक ने मारी टक्कर - दो की मौत 

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चंदौली। बुधवार की शाम सैयदराजा थाना क्षेत्र अंतर्गत जमानिया मार्ग पर यात्रियों से भरी एक जीप को तेज रफ्तार ट्रक ने जोरदार टक्कर मार दिया जिसमें करीव आधा दर्जन यात्री घायल हो गए। आनन-फानन में सभी घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया जहां एक महिला की मौत हो गयी तथा चिकित्सकों ने तीन यात्रियों का हालत गंभीर होता देख उन्हे वाराणसी के लिए रेफर कर दिया। जानकारी के अनुसार यात्रियों से भरी एक जीप सैयदराजा क्षेत्र से जमानिया की ओर जा रही थी। जेवरी गावँ के समीप पहुँचते ही पीछे से आ रही एक तेज रफ्तार ट्रक ने जीप को टक्कर मार दिया, जिससे जीप सड़क किनारे गड्ढे में पलट गयी। यात्रियों की चीख पुकार सुन आस-पास के लोगों ने सभी घायलों को जिला अस्पताल पहुंचाया जहां एक महिला की मौत हो गयी वहीं अन्य तीन लोगों की हालत गंभीर होता देख चिकित्सकों ने उन्हे वाराणसी रेफर कर दिया। दूसरी ओर घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने पटरी चैड़ा करने की मांग को लेकर सड़क जाम कर दिया। इस दौरान सड़क पर वाहनों की लंबी कतारे लग गयी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह समझा बुझा कर मामला शांत कराया तथा मामले की छानबीन में जुट गयी। वहीं आखरी समाचार मिलने तक वाराणसी में इलाज के दौरान एक और महिला की मौत हो गयी थी।

गरीब जोड़ों का स्वागत सत्कार, वर्ल्ड ब्रदरहुड संस्था ने दिए अनमोल तोहफे

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नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली की जानी-मानी वल्र्ड ब्रदरहुड संस्था ने राजेन्द्र पार्क, पूसा रोड़ में आयोजित एक भव्य समारोह में विभिन्न धर्मो के आर्थिक रूप से कमजोर 51 शादीशुदा जोड़े का स्वागत सत्कार किया। जोड़ों को आयोजकों द्वारा सभी जोड़ों को घर गृहस्थी का आवश्यक सामान उपहार स्वरूप भेंट किया। 

इस विवाह सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में दिल्ली सरकार में समाज कल्याण मंत्री संदीप कुमार, विधायक विजेन्द्र गर्ग, हांस्य कवि सुरेन्द्र शर्मा, जिला पुलिस आयुक्त परमादित्य,एसीपी अभिषेक दहिया और संस्था महासचिव एस एस मारवाह,अनिल कुमार जैन,संजय मलिक और इकबाल सिंह जगदेवा प्रमुख रूप से उपस्थि थे।  इस अवसर पर भजन संध्या का आयोजन किया गया। मथुरा से आये हरे रामा हरे कृष्णा मंडली, मशहूर सूफी गायक निजामी ब्रदर्स और मोहित चोपड़ा ने सांई भजन से शमां बांधी। 

विशेष : पिछड़ों की सियासत में अपनों को बिसरा बैठी ''भाजपा''

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जी हां सिक्के को चाहे जिस ओर से उछालिए या तो केशव पर आकर ठहर जाएगा या फिर जातिवाद पर। हालांकि जातिवाद को केशव और केशव को जातिवादी के तौर भी देखा जा रहा है। मायने एक ही हैं, मतलब भी एक जैसे ही। कहीं न कहीं इस दांव से ये देख पाना संभव हो पा रहा है कि भाजपा पूरी तरह से आगामी चुनावों में दलों से दो-दो हाथ करने को तैयार नहीं थी। क्योंकि विकास के जिस मुद्दे के सहारे लोकसभा में अप्रत्याशित जीत दर्ज की उसी मुद्दे को जनता ने बार बार अपने माथे पर चुपड़ने से साफ इंकार कर दिया। फलस्वरूप दिल्ली हाथ से फिसल गई और बिहार भाजपा से काफी दूरी बनाए रहा। जिसके बाद नेतृत्व पर सवाल उठना लाजमी था। और नेतृत्व यानि की ''शाह''। हालांकि गुजरे हुए जमाने पर आखिर क्या माथापच्ची करना.....है न। आगामी 2017 में यूपी, विधानसभा चुनाव से मुखातिब होने वाला है। लेकिन भाजपा के भीतर फिलहाल महज पिछड़े वर्ग को बढ़ावा देने की बात पर एक खेमे का नाराज होना तय है। जी हां ब्राह्म्मण वर्ग का। क्योंकि पिछड़े वर्ग की फिक्र में भाजपा अपने तय वोटबैंक को नजरंदाज करने लगी है। अब ये किस तरह हो रहा है...पढ़िए ये रिपोर्ट। 

हाशिए पर ब्राह्म्मण ''नेता''और ''मतदाता''
2014 में लोकसभा चुनावों के दौरान भारतीय जनता पार्टी को प्रदेश से 71 सीटें हासिल हुईं, जिसमें दो अन्य सहयोगी दलों को भी मिलीं। किसी ने इसका श्रेय तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष डॉ0 लक्ष्मीकांत वाजपेयी को दिया तो कोई इन अप्रत्याशित सीटों का कारण अमित शाह को बताने लगा। हालांकि जीत है तो निश्चित तौर पर हिस्सा भी सबका है, साथ भी सभी का है। हां विकास किसका है इसकी सच्चाई पार्टी ने कुछ अलग तरीके से दिखा दी। केशव मौर्या को प्रदेश अध्यक्ष बनाकर। वहीं भाजपा के वरिष्ठ नेता शिव प्रताप शुक्ला समेत पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ0 रमापति राम त्रिपाठी, आगरा से कद्दावर एवं पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के सानिध्य में रहे हरद्वार दुबे को पार्टी लगातार दरकिनार करती दिखाई दे रही है। पार्टी के ही अंदरूनी सूत्रों की मानें तो नवंबर 1999 में सूबे में कलराज मिश्र को मुख्यमंत्री बनाने की पूरी तरह से तैयारियां कर ली गईं लेकिन जातिगत राजनीति के तमाम पहलुओं को समझने के बाद राम प्रकाश गुप्ता के हाथों में सूबे की कमान सौंप दी गई।  

किसका ''साथ''किसका ''विकास'' ? 
लोकसभा चुनावों के दौरान भाजपा की रैलियों से उस नारे की गूंज अभी लोगों के दिलों से नहीं मिट पाई है कि सबका साथ, सबका विकास। हालांकि मौजूदा परिस्थितियों को देखकर सवाल खड़े होने लगे हैं कि वास्तव में किसका साथ और किसके विकास की बात हो रही है। जबकि पार्टी महज एक खेमे पर ही अपना पूरा ध्यान केंद्रित किए हुए है। हां गर बात की जाए अन्य छोटे बड़े सियासी दलों की तो जातीय समीकरणों को समान तौर पर साधने की लिए सभी ने जुगत लगाना शुरू कर दिया है। बसपा हरिजन वोट को अपना पारंपरिक वोट मानती है। जिसमें सेंध लगाने की कोशिश भाजपा ने केशव के जरिए की है। वहीं बसपा सुप्रीमों ने ब्राह्म्मणों के मद्देनजर भी सियासत शुरू कर दी है। इसका शंखनाद 2014 में लोकसभा चुनावों के दौरान ही कर दिया था। पर, ये बात अलग है कि उस वक्त मायावती अपना खाता भी नहीं खोल पाईं थीं। 2009 में भी मायावती ने एक चौथाई टिकट ब्राहम्मणों को ही दिया था। लेकिन बात जब विधानसभा चुनावों की हो तो सर्वधर्म हिताय, सर्वजन सुखाय के नारे के साथ चलना ही बुद्धिमानी है। 2007 चुनावों की गर बात की जाए तो मायावती ने ब्राहम्मण वोटों को साधते हुए सत्ता हासिल की थी। क्योंकि माना जाता है कि ब्राह्म्मण ही एक वर्ग है जो एक मुश्त किसी भी पार्टी के साथ नहीं जाता। जहां पर वो दमदार चेहरा देखता है, उसी की ओर झुकाव ले लेता है। जिसके साथ ही बनी बनाई जीत का रूख भी बदल जाता है। 

हाथी नहीं गणेश हैं, ब्रह्मा, विष्णु, महेश हैं...
जी हां जबरदस्त रहा यह नारा। और कामयाब भी। दरअसल इस नारे की उत्तपत्ति ने मायावती को कई संकटों से उबार दिया। लखनऊ में हाथी की मूर्तियां लगवाए जाने पर जब अलग अलग दल बसपा का घिराव करने लगे तो बहुजन समाजवादी पार्टी से बयान आया कि हाथी नहीं गणेश हैं, ब्रह्मा विष्णु महेश हैं। इस बयान के कई सारे मतलब निकाले गए। हां सबका अर्थ सियासी फायदा ही था। पर इस फायदे में बसपा से ब्राह्मणों का जुड़ाव भी एक रहा। बसपा ब्राहम्ण मतों का मतलब सीधे तौर पर एक बड़े उटलफेर के रूप में समझती है। फलस्वरूप वर्ष 2013 में लोकसभा चुनाव के लिहाज से एक और बड़ा बयान ब्राह्म्मणों के लिए दिया गया। और बयान था कि ब्राह्म्मण शंख बजाएगा, तभी हाथी दिल्ली जाएगा। लेकिन इस बार ब्राह्म्मण वर्ग मोदी की कथित लहर में बहकर भारतीय जनता पार्टी के खेमे में फिर से एक जुट हो गया। 

फिर से ये भूल कर रही है भाजपा 
1- बीते साल बिहार में मंडल राजनीति का हश्र देख लेने के बावजूद पार्टी एक बार फिर जाति विशेष की राजनीति में फंसकर खुद को गफलत में डाल रही है। 

2- केशव प्रसाद मौर्या भाजपा के द्वारा एक सियासी दांव हैं। वो कुछ इस तरह कि मौर्य एक कुशवाहा है, एक निचली पिछड़ी जाति, जिसे बीजेपी यूपी और बिहार दोनों राज्यों में लुभाने की कोशिश कर रही है।

3- फिलहाल ब्राह्म्मण वर्ग को नजरंदाज कर पार्टी अपने तय वोटों पर ही ध्रुवीकरण होने का अवसर दे रही है। 

भाजपा कार्यकर्ताओं के मन में ही उठ रहे हैं ''सवाल''
बीते महीनों की बात की जाए या फिर हालिया पीएम मोदी रैलियों की, एक बात मुख्यधारा में रही। जिसे बक्सर में पीएम मोदी न कहा कि भाईयों और बहनों मैं एक अतिपिछड़े वर्ग से आया हूं। इस बात से ही भाजपा खेमे में शामिल ब्राह्म्मण वर्ग में सुगबुगाहट पैदा होना लाजमी था कि आखिर ब्राहम्मण वर्ग ही हाशिए पर क्यों है, जिसे सूबे में भाजपा दल में खंगालकर देखा भी जा सकता है।  सपा हो या फिर बसपा ब्राह्म्मण वोटबैंक का मतलब भली भांति जानती है। लेकिन भाजपा पूर्णतया पिछड़े वर्ग पर ही अपना ध्यान केंद्रित कर रही है। जिसके साथ ही पार्टी के ही कई चेहरों ने दबी आवाज में हाईकमान पर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं। देखना दिलचस्प होगा कि आखिर भाजपा का राष्ट्रीय नेतृत्व यूपी 2017 विधानसभा चुनाव के लिहाज से किस नीति का पालन करते हुए आगे बढ़ता है। 





हिमांशु तिवारी आत्मीय
आर्यावर्त न्यूज पोर्टल, स्टेट हेड 

पठानकोट हमले के दोषियों पर कार्रवाई करे पाकिस्तान: सरकोजी

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फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता की दावेदारी का समर्थन करते हुए कहा कि यह कल्पना करना ‘बेतुका’ है कि विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र विश्व निकाय की इस शक्तिशाली इकाई का अभी तक स्थायी सदस्य नहीं बना है।


सरकोजी ने यहां एक उद्योग निकाय द्वारा आयोजित सम्मेलन में कहा कि भारत जल्द ही विश्व का सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश होगा और ‘यह वास्तव में कल्पना करना बेतुका है’ कि ‘वह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य नहीं है।’ फ्रांस में वर्तमान में विपक्ष के नेता सरकोजी ने कहा, ‘हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि भारत के पास सुरक्षा परिषद की स्थायी सदस्यता हो। आप एक अरब भारतीयों को नजरंदाज कैसे कर सकते हैं?’ 


उन्होंने स्वयं को ‘भारत का मित्र’ बताते हुए कहा कि भारत के बारे में कुछ ‘बहुत विशेष’ है और उनमें उसके लिए ‘गहरा आकर्षण’ है। उन्होंने कहा कि भारत और फ्रांस के बीच एक रणनीतिक साझेदारी होनी चाहिए। उन्होंने जी20 और डब्ल्यूटीओ जैसे वैश्विक निकायों के ढांचे एवं कामकाज में सुधारों की वकालत की। उन्होंने कहा कि वह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में कुछ देशों को वीटो पावर जैसे दोहरे दर्जे के खिलाफ हैं।


सरकोजी ने कहा कि यदि भारत सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य बन जाए तो भारत के साथ फ्रांस की साझेदारी और मजबूत हो सकती है। उन्होंने करीब 60 करोड़ रूपये के उस राफेल जेट सौदे का उल्लेख किया जिसे अभी अंतिम रूप नहीं दिया जा सका है, उन्होंने साथ ही परमाणु समझौते का भी उल्लेख किया। उन्होंने एक ‘प्रतिबद्धता’ दी कि फ्रांस में अगले वर्ष होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में उनकी पार्टी या जो भी सत्ता में आयेगा वह फ्रांस के साथ भारत के समझौतों का सम्मान करेगी।


फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात की और समझा जाता है कि उन्होंने भारत-फ्रांस संबंधों से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की। मोदी ने ट्वीट किया, ‘फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी से मुलाकात की।’ उन्होंने सरकोजी से हाथ मिलाते हुए एक तस्वीर भी पोस्ट की। इससे पहले उन्होंने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात की और आतंकवाद से मुकाबले की चुनौती तथा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सुधार पर चर्चा की। उन्होंने सुषमा से कहा कि भारत को सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य नहीं बनाना ‘एक गलती’ होगी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने ट्वीट किया कि विदेश मंत्री ने हैदराबाद हाउस में सरकोजी से मुलाकात की। सरकोजी 2007 से 2012 के बीच फ्रांस के राष्ट्रपति थे और उस दौरान दोनों देशों के संबंधों में काफी प्रगाढ़ता आयी।

व्यंग : चिंतन बढ़े तो चिंता घटे ...!!

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  • चिंता और चिंतन की दुनिया भी अजीब है !

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हर इंसान की चिंता अलग - अलग होती है। जैसे कुछ लोगों की चिंता का विषय होता है कि फलां अभिनेता या अभिनेत्री अभी तक शादी क्यों नहीं कर रहा या रही। या फिर अमुक जोड़े के बीच अब पहले जैसा कुछ है या नहीं। एक समूह की चिंता आइपीएल और क्रिकेट मैचों की इर्द - गिर्द ही घूमा करती है। अक्सर क्रिकेट के खेल में मिली जीत या हार के बाद चैनलों के लिए समय मानो ठहर सा जाता है। घंटों बस क्रिकेट पर बहस। जीत गए तो बल्ले - बल्ले , हार गए तो लगे पराजय का पोस्ट मार्टम करने। अच्छी बात है कि तमाम तनाव के बावजूद इस पोस्टमार्टम में अब पड़ोसी देश पाकिस्तान के विशेषज्ञ औऱ पूर्व खिलाड़ी भी शामिल होने लगे हैं। खैर जो हो क्रिकेट व आइपीएल मैचों को लेकर घंटों चिंतन और चिंता का दौर चलता रहता है। दूसरे सारे काम या यूं कहें कि खबरें रोक दी जाती है।

कुछ लोगों की चिंता तो और भी विचित्र होती है। समाज के एक व र्ग की चिंता जब - तब इस रूप में सामने आती रहती है कि फलां अरबपति खिलाड़ी इस बार कमाई के मामले मेें पीछे कैसे रह गया। क्या उसे अब पहले की तरह विज्ञापन नहीं मिल रहे । या फिर नवोदित खिलाड़ी उसे पीछे छोड़ रहे हैं।कुछ राजनेता इस चिंता में दुबले हुए जाते हैं कि समाज के एक वर्ग को देशभक्ति साबित करने के लिए मजबूर नहीं किया जा सकता। कंगाली के कगार पर पहुंच चुके एक जमींदार देनदारी की चिंता में डूबे थे, जबकि उनके सामने सेविंग कर रहे उनके छोटे भाई की चिंता थी कि उसकी मुंछे करीने से बन पाई है या नहीं। 

गांव में बड़े - बुर्जुर्गों  की चिंताएं विडंबना से कम नहीं होती। कुनबे के सदस्य दुनियावी चिंताओं से ग्रस्त हैं।लेकिन बुजुर्गों को इस बात की चिंता है कि उनके मरने के बाद नई पीढ़ी उनका कायदे से श्राद्ध और ब्रह्म भोज करेगी या नहीं। ज्यादातर बड़े - बुजुर्ग इसी चिंता में दुबले हुए जाते हैं। अनेक बुजु र्गों को घर की तंग माली हालत के बावजूद परिवार में कोई बड़ा और खर्चीला आयोजन कराने की चिंता होती है। इस चिंता को दूर करने के लिए अपने स्तर पर वे मनोवैज्ञानिक प्रयास करते रहते हैं। भले ही इसमें परिवार आ र्थिक दृष्टि सं पंगु ही क्यों न हो जाए। देश के मामले में भी अक्सर तरह - तरह की चिंताएं सामने आती रहती है। अभी चैनलों पर लातूर समेत देश के कई भागों मेें उत्पन्न हो रही पेयजल की भयंकर समस्या पर दिखाई जा रही रिपोर्टिंग से मेरी चिंता बढ़ रही थी। तभी एक बाबा का बयान आया कि फलां भगवान नहीं बल्कि ग्रह है। इससे पहले भी यह बाबा घोर संकट के दौर में ऐसे बयान देते रहते हैं। जिसका सार यही होता है कि फलां कोई भगवान नहीं। अमुक की पूजा नहीं की जानी चाहिए। उसकी पूजा करना गलत है। 

फिर शुरू होता है चैनलों पर बहस का दौर। ... क्या फलां बाबा का यह कहना सही है। क्या आप इससे सहमत हैं। सहमत हैं या एस और यदि असहमत हैं तो ए लिख कर हमें एसएमएस करें। बहस करने वालों में भी गजब का संतुलन है। चार में दो लोग बाबा का विरोध करते हैं वहीं दो घुमा - फिरा कर यह साबित करना चाहते हैं कि बाबा के कहने का मतलब यह नहीं था। यह बहस तब तक चलती रहती है जब तक कि नए विवाद का कोई मुद्दा हाथ न लग जाए। बेशक अपने पल्ले भले कुछ न पड़े। लेकिन चिंतन बढ़ा कर कुछ चालाक लोग अपनी चिंता जरूर कम करने में कामयाब होते रहे हैं।  





तारकेश कुमार ओझा, 
खड़गपुर (पशिचम बंगाल) 
संपर्कः 09434453934, 9635221463
लेखक पश्चिम बंगाल के खड़गपुर में रहते हैं और वरिष्ठ पत्रकार हैं।

विशेष आलेख : कांग्रेस में “कमल” का शोर

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रतलाम-झाबुआ लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव और निकाय चुनाव में मिली  हार ने तो प्रदेश भाजपा खेमे कि बैचनी पैदा दी थी और करीब एक दशक से पस्त पड़ी कांग्रेस वापसी के लिये अपने आप को संभाल कर मैदान में दिखाई देने लगी थी। लेकिन अपनी मात से सबक हासिल करना शिवराज सिंह की हमेशा से ही बड़ी खासियत रही है, और मैहर में एक बार फिर यही साबित हुआ है,  इस जीत के सहारे वे अपनी विश्वसनीयता को वापस हासिल करने में कामयाब रहे हैं,उधर मैहर में हार के बाद कांग्रेस एक बार फिर अपने पुराने गुटबाजी में फंसती हुई दिखाई पड़ रही है ।

ऐसा प्रतीत होता है मध्यप्रदेश में कांग्रेस ने अपनी गलतियों से कोई सीख ना लेकर उसे लगातार दोहराने की आदत सी बना ली है । अगर दस साल बीत जाने के बावजूद वह अभी तक खुद को जनता के सामने भाजपा के  विकल्प के रूप में पेश करने में नाकाम रही है तो इसके पीछे शिवराजसिंह चौहान और भाजपा नहीं बल्कि खुद कांग्रेस के नेता हैं । वह लगातार  तीन विधानसभा चुनाव हार चुकी है पिछले  लोकसभा चुनाव में उसे प्रदेश की कुल 29 सीटों में से मात्र दो सीटें ही मिलीं थीं । मध्यप्रदेश में कांग्रेस नहीं बल्कि इसके नेताओं के गुट ही काम करते हुए दिखाई देते हैं, हर चुनाव में यह गुट भाजपा से ज्यादा एक दुसरे के खिलाफ संघर्ष करते हुए ही नजर आते हैं। झाबुआ की तरह जब कभी भी ये सभी गुट एकसाथ मिलकर लड़े हैं तो इसका फायदा भी देखने को मिला है, पिछले 12 सालों से मध्यप्रदेश की राजनीति में भाजपा कांग्रेस को एक प्रभावविहीन विपक्ष के रूप में बनाये हुए थी लेकिन पिछले दिनों कुछ समय के लिए इस स्थिति में बदलाव देखने को मिला और दस सालों में पहली बार शिवराजसिंह चौहान कमजोर नजर आये थे, पहले झाबुआ-रतलाम लोकसभा सीट और उसके बाद नगरीय निकाय चुनावों में कांग्रेस अपनी हारने की आदत को बदलते हुए भाजपा को शिकस्त देने में कामयाब रही थी । उसके कार्यकर्ताओं में उत्साह देखने को मिल रहा था और नेतृत्व की तरफ से भी यह सन्देश देने की कोशिश की गयी थी कि नेताओं ने आपसी विवाद और मतभेदों को भुलाकर साथ काम करना शुरू कर दिया है। मध्यप्रदेश कांग्रेस अपने इस सफलता को पूरे प्रदेश में भुनाने का सपना पाले थी ।

लेकिन मैहर में हार के बाद प्रदेश कांग्रेस एक बार फिर पुराने ढ़र्रे पर वापस जाती हुई दिखाई पड़ रही है, उसके  क्षत्रप एक बार फिर आपस में उलझते हुए हैं और पार्टी में गुटबाजी चरम पर पहुंचती दिखाई दे रही है।  इस बार निशाने पर अरुण यादव है । यादव जबसे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष  बने हैं वे पार्टी की मजबूती के लिए  अपनी तरफ से लगातार प्रयास कर रहे हैं लेकिन पार्टी के दुसरे दिग्गजों की तरह से उन्हें अपेक्षित सहयोग नहीं मिला है, इन दिनों वे प्रदेशव्यापी जन विश्वास यात्राएं कर रहे हैं और हर जिले में घूम रहे हैं।  इधर पिछले कई महीनों से प्रदेश कांग्रेस में  नेतृत्व परिवर्तन को लेकर अंदरूनी तौर पर सुगबुगाहट देखने को मिल रही है, मैहर उपचुनाव में हार के बाद इसे और बल मिला है और एक सोची समझी रणनीति के तहत पार्टी के कई विधायकों द्वारा  राज्य की कमान पूर्व केंद्रीय मंत्री कमलनाथ को सौंपने की मांग करते हुए माहौल बनाया जा रहा है। कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक विधानसभा में प्रभारी नेता प्रतिपक्ष बाला बच्चन कमलनाथ को पार्टी की कमान सौंपने की वकालत  खुले तौर पर कर चुके हैं, उनका कहना है कि “कमलनाथ बड़े नेता हैं, वे दस बार के सांसद हैं, उन्हें कमान सौंपी जाती है तो राज्य में पार्टी को सौ फीसदी फायदा होगा”। बच्चन के इस बयान के बाद निशंक जैन और हिना कांवरे जैसे कई विधायक भी सामने आकर कह रहे है कि  कमलनाथ को न सिर्फ प्रदेशाध्यक्ष बनाया जाना चाहिए, बल्कि अगले चुनाव के लिए कांग्रेस की ओर से उन्हें सीएम प्रोजेक्ट किया जाना चाहिए। इसी तरह से युवा विधायक और दिग्विजय सिंह के पुत्र जयवर्धन सिंह का बयान भी आया  है जिसमें उन्होंने कहा है कि, "पार्टी का प्रदेशाध्यक्ष बनाने का फैसला सोनिया गांधी और राहुल गांधी ही करेंगे, जहां तक कमलनाथ की बात है, वह मेरे पिता तुल्य हैं। अभी अरुण यादव हमारे नेता हैं, मैं भी उनके साथ पदयात्रा करता हूं।" इससे पहले दिग्विजय सिंह भी  कमलनाथ का साथ देने का संकेत दे चुके  हैं। इन सबके बीच यह ख़बरें भी आ रही हैं कि अरुण यादव को राज्यसभा भेजने की तैयारी की जा रही है। 

केंद्र में कांग्रेस की सत्ता जाने के बाद से  कमलनाथ अब मध्यप्रदेश में अपनी भूमिका देख रहे हैं, वे खुद भी  कह चुके है कि यदि पार्टी हाईकमान राज्य में उन्हें कोई जिम्मेदारी देती है तो उसे वे सहर्ष स्वीकार करेंगे। पिछले चार-पांच महीनों से कमलनाथ और उनके समर्थकों की सक्रियता प्रदेश में बढ़ी है। उनके समर्थक यह इशारा भी कर रहे हैं कि आलाकमान ने कमलनाथ को प्रदेश कांग्रेस की कमान सौंपे जाने के संकेत देते हुए कहा है कि अगले विधानसभा चुनाव उन्हीं के नेतृत्व में लड़ा जाएगा, इसमें  कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की सहमति भी बताई जा रही है । इस तरह से कमलनाथ को सर्वमान्य चेहरा बनाने की कवायद महीनों पहले ही शुरू हो चुकी है। प्रदेश कांग्रेस के नए अध्यक्ष के लिए नवंबर-दिसंबर में चुनाव होना है लेकिन अगर इससे पहले कमलनाथ को प्रदेश की कमान दे दी जाती है तो यह बड़ा बदलाव होगा । उनके पास मिशन 2018 के लिए पर्याप्त समय होगा, उनके नाम पर दुसरे बड़े नेताओं की सहमति बनाने में आसानी होगी, दिग्विजय सिंह पहले ही अपने समर्थन का संकेत दे चुके हैं ,ज्योतिरादित्य सिंधिया की भूमिका भी इन दिनों  राष्ट्रीय राजनीति में में ज्यादा दिखाई दे रही है । पार्टी की माली हालत भी खस्ता है, कमलनाथ आर्थिक रूप से मजबूत हैं, अगर उन्हें जिम्मेदारी मिलती है तो इस मामले में हाईकमान बेफिक्र हो सकता है । 

 लेकिन ढ़लती उम्र कमलनाथ के लिए चुनौती साबित हो सकती है इस साल  नवम्बर में वे  70 साल के हो जायेंगें, जाहिर है जमीन से उखड़ी कांग्रेस को फिर पटरी पर लाने के लिए पूरे प्रदेश में गहन जनसंपर्क की जरूरत है , इस उम्र में वे यह काम कितना कर सकेंगें इस पर सवाल है, इसके आलावा उन्हें कभी भी पूरे प्रदेश का नेता नहीं मना गया है ,हमेशा से ही वे अपने आप को छिंदवाड़ा तक ही सीमित किये रहे हैं, और फिर  उम्र के इस पड़ाव में अगर कमलनाथ मुख्यमंत्री की कुर्सी के लिए पूरी जोर लगा भी दें क्या पार्टी के दुसरे नेता उन्हें यह काम आसानी से करने देंगें ? विडंबना देखिये लगातार सत्ता से बाहररहने के बावजूद  बदलाव कांग्रेस में संगठन की जगह किसी एक व्यक्ति को मजबूत करने की कवायद चल रही है. 2018 के लिए कांग्रेस का सेनापति कमलनाथ, अरुण यादव हों या कोई और दिग्गज पार्टी की नावं तब तक पार नहीं हो सकती है जब तक नीचे से ऊपर तक कुंद हो चुके  संगठन को सुधरा ना जाये, और यह काम मिलजुल ही हो सकता है ।

परन्तु इन सबसे पहले   अगर पार्टी ने अपने नेताओं सावर्जनिक रूप से चलाये जा रहे शह और मात के इस खेल पर लगाम नहीं लगाया तो इसका खामियाजा एक बार फिर उसे भुगतना पड़ सकता है ,अभी कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की दिलचस्पी कांग्रेस मजबूत बनाने से ज्यादा अपना हित साधने में है और मध्यप्रदेश कांग्रेस  टुकड़ों में बंटी नजर आ रही है और वह भारतीय जनता पार्टी से कम और आपस में ज़्यादा लड़ती हुई दिखाई पड़ती है, दिग्विजय सिंह के बाद फिलहाल पार्टी के पास कोई एक ऐसा नेता  भी नहीं है जिसकी  अपील पूरे प्रदेश में हो, सभी अपने-अपने इलाक़ों के क्षत्रप हैं । इसका अंदाजा भाजपा को भी है तभी तो 2018 का चुनाव कमलनाथ के नेतृत्व में लड़े जाने की सुगबुगाहट के बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के खास माने जाने वाले लालसिंह आर्य ने बयान दिया है कि कोई भी आ जाये शिवराज सिंह में मध्यप्रदेश की जनता का अटूट विश्वास है और उनके सामने कोई टिक नहीं सकेगा ।  

मैहर में  भाजपा एक बार फिर कांग्रेस को साधने में  कामयाबी  रही  है. यह शिवराज सिंह के लिये एक मरहम है जिसके सहारे वे यह संदेश देने में सफल हुए है कि तमाम अवरोधों के बीच  उनका जादू अभी भी कायम है, पिछले 5 मार्च शिवराजसिंह चौहान ने अपना आज 57वीं जन्मदिन मनाया है,अगर  2018 में 70 पार कर चुके  कमलनाथ के साथ उनका मुकाबला होता है तो यह काफी दिलचस्प रहेगा  । 


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जावेद अनीस 
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javed4media@gmail.com

मधुबनी : गर्भाशय कांड की 16 को होगी जांच: डीएम

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  • राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना में गर्भाशय निकालने की जांच होगी 
  • लाभार्थी महिला जांच केंद्र पहुंच कर करें शिकायत

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 मधुबनी : राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना में वर्ष 2010-11  एवं 11-12 में महिलाओं के गर्भाशय निकालने की घटना बड़ी संख्या में हुई थी. इस बात का संज्ञान लेते हुए बिहार मानवधिकार आयोग ने सभी जिलों में महिला लाभार्थियों जिनका गर्भाशय निकालकर ऑपरेशन किया गया था, उनकी जांच कराने का निर्देश दिया. राज्य मानवाधिकार आयोग के निर्देश के आलोक में जिला प्रशासन ने तीन सदस्यीय  जांच दल का गठन किया है. जो महिला लाभार्थियों के गर्भाशय निकालने से संबंधित शिकायतों की जांच करेगी. यह जांच सभी प्राथमिक केंद्र में एवं फुलपरास एवं झंझारपुर में रेफरल अस्पताल में 16 अप्रैल को होगा. उक्त जानकारी जिला पदाधिकारी गिरिवर दयाल सिंह ने बुधवार को समाहरणालय के सभागार में प्रेस वार्ता के दौरान कहा.

उन्होंने कहा कि जिले में उस दौरान 14 नर्सिंग होम राष्ट्रीय स्वास्थ्य जीवन बीमा के लिए सूचीबद्ध थे. इनमें से 7 नर्सिंग होम द्वारा किए गए गर्भाशय से संबंधित ऑपरेशन की सूची जिला प्रशासन को दी है. जबकि 7 नर्सिंग होम द्वारा किए गर्भाशय ऑपेरशन की सूची अब तक जिला को नहीं सौंपा गया है. डीएम ने कहा कि ऐसी महिलाएं जिनका राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत गर्भाशय निकाल दिया गया था और  उन्हें कोई शिकायत है , वे महिलायें   16 अप्रैल को अपने स्वास्थ्य केंद्र पहुंचकर जांच करा सकती हैं. ताकि फर्जीवाड़े का भंडाफोड़ हो सके एवं ऐसे जांच केंद्रों पर कार्रवाई की जा सके. डीएम ने कहा कि महिलाओं की  किसी प्रकार की जांच नहीं होगी ,उनसे नर्सिंग होम व चिकित्सक के संबंध पूछताछ की जायेगी.

जांच दल में प्रखंड के प्रभारी उपसमाहर्ता, बीडीओ व सीडीपीओ रहेेंगे. साथ ही थानाध्यक्ष भी वहां मौजूद रहेंगें. डीएम ने बताया कि जांच में गलत ढ़ंग अथवा नियम से गर्भाशय निकालने की घटना यदि प्रकाश में आता है तो डॉक्टर के निबंधन रद्द करने के लिए मेडिकल कांउसिल ऑफ इंडिया को लिखा जायेगा. एवं संबंधित नर्सिंग होम का निबंधन रद्द किया जाएगा. डीएम ने कहा कि जांच की तिथि को जन जन तक पहुंचाने के लिए सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को 14 अप्रैल को माइकिंग कराने की व्यवस्था करने का निर्देश दिया है.  इन नर्सिंग होम ने नहीं दी सूची : डीएम श्री सिंह ने कहा कि जिले के सात नर्सिंग होम ने वर्ष 2010-11 व 11-12 में गर्भाशय निकालने वाले मरीज की सूची अब तक नहीं दी है. इनमें डा. उमाकांत झा नर्सिंग होम , जीवन दीप चैरिटेबल  ट्रस्ट, मां भवानी नर्सिंग होम, सीटी हॉस्पिटल, माधुरी हेल्थ केयर , मिथिलांचल नर्सिंग होम, सर्जिकल क्लीनिक शामिल है. इन नर्सिंग होम द्वारा प्रतिवेदन नहीं देने पर इसका लाइसेंस रद्द किया जाएगा. प्रेस वार्ता में वरीय उपसमाहर्ता, नवीन कुमार, एसीएमओ डा. अर्जुन प्रसाद शामिल थे.

मधुबनी : नन बैंकिंग कंपनी जेसीएसएसएसएस लिमिटेड को किया सील

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  • बिहार आर्थिक अपराध इकाई के निर्देश पर जिला प्रशासन ने की कार्रवाई  

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मधुबनी : जेसीएसएसएसएस लिमिटेड  नन बैंकिग कंपनी के मधुबनी शाखा को ग्राहकों से कथित तौर पर अवैध तरीके से राशि लेने के आरोप में सील कर दिया गया है. हालांकि इस दौरान कंपनी के किसी  भी कर्मचारी पुलिस के पकड़ में नहीं आ सके. यह कार्रवाई बिहार आर्थिक अपराध इकाइ से मिले निर्देश के बाद किया गया है. दोपहर एसडीओ शाहिद परवेज व नगर थानाध्यक्ष युगेश चंद्रा के साथ पुलिस बल पहुंच कर जेसीएसएसएसएस लिमिटेड कंपनी के शाखा में छापेमारी किया. हालांकि इस दौरान ना तो कार्यालय में कोई कर्मी थे और ना ही कार्यालय ही खुला था.  

अधिकारियों ने तत्काल ही कार्यालय को सील कर दिया.  एसडीओ मो. शाहिद परवेज ने बताया है कि बिहार आर्थिक अपराध इकाई से जानकारी दी गयी है कि इस शाखा के द्वारा  व्यापक पैमाने पर ग्राहकों से कथित तौर पर अवैध तरीके से राशि की उगाही की जा रही है. जिसके लिये आरबीआई से इस शाखा को कोई आदेश या अधिकार नहीं दिया गया है. यह चिटिंग का मामला बन रहा है. एक बार फिर सैकड़ों उपभोक्ताओं में कंपनी के सील कर दिये जाने से अपनी जमा राशि डूबती हुुई नजर आ रही है. 

नमामि गंगे कार्यक्रम के लिए भारत-जर्मनी में समझौता

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नई दिल्‍ली,13 अप्रैल, जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्रालय और जर्मनी के जर्मन इंटरनेशनल कोआपरेशन (जीआईजेड) के बीच गंगा को स्वच्छ बनाकर इसके संरक्षण के लिए आज यहां ‘नमामि गंगे’ कार्यक्रम के तहत एक समझौते पर हस्‍ताक्षर किए गए। समझौते के तहत गंगा संरक्षण के लिए नदी बेसिन प्रबंधन पर जाेर दिया जाएगा और बेसिन प्रबंधन को डाटा प्रणाली तथा जन भागीदारी पर आधारित बनाया जाएगा। इसके लिए द्विपक्षीय परियोजनाएं बनायी जाएगी और इन पर वर्ष 2018 तक काम किया जाएगा। परियोजना में जर्मनी का अंशदान 22.5 करोड़ रुपये का होगा। परियोजना के तहत पहले गंगा की सफाई के लिए उत्‍तराखंड में विशेष ध्‍यान दिया जाएगा और फिर इसका दायरा दूसरे राज्‍यों तक बढ़ाया जाएगा। परियोजना का मुख्‍य उद्देश्‍य राइन और दान्‍यूब नदी के लिए इस्‍तेमाल की गई सफल नदी बेसिन प्रबंधन नीति को अपनाना है। 

समझौते पर भारत में जर्मनी के राजदूत डॉ. मार्टिन ने और जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्रालय में सचिव शशि शेखर की मौजूदगी में हस्‍ताक्षर किए गए। इस मौके पर जर्मन के राजदूत ने कहा कि उनका देश गंगा का सांस्‍कृतिक महत्‍व समझता है। जर्मन सरकार को राइन, एल्‍ब और दान्‍यूब जैसी यूरोपीय नदियों के निर्मलीकरण और संरक्षण का व्‍यापक अनुभव है और वह भारत सरकार के साथ मिलकर इस काम को करने के लिए उत्‍सुक है। गंगा संरक्षण सचिव ने कहा कि ‘नमामि गंगे’ सरकार का फ्लैगशिप कार्यक्रम है औ इसका मकसद गंगा को प्रदूषण मुक्‍त करना है। इसके लिए कई देशों से सहायता ली जा रही है।

सेना ने छेड़छाड़ से इनकार करती लड़की का किया वीडियो जारी

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श्रीनगर 13 अप्रैल, जम्मू कश्मीर में सेना ने आज उस लड़की एक वीडियो जारी किया , जिसमें उसने अपने साथ जवानों द्वारा छेड़छाड़ किये जाने की घटना से इनकार किया है। राज्य के सीमावर्ती जिले कुपवाड़ा के हंदवाड़ा में लड़की के साथ सेना के जवानों द्वारा कथित छेड़छाड़ की खबर फैल जाने के बाद बवाल मचा , जिसमें अब तक तीन लोगों की मौत हुई है। रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने आज यह वीडियो जारी किया, जिसमें उक्त लड़की हंदवाड़ा के स्थानीय पत्रकारों के साथ बातचीत करती दिख रही है। प्रवक्ता ने बताया कि सेना ने वीडियो और लड़की की प्रमाणिकता जांच ली है । मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए लड़की की पहचान को गुप्त रखने के लिए वीडियो में लड़की के चेहरे को धुंधला कर दिया गया है। वीडियाे में लड़की को कहते दिखाया गया है कि वह एक वाशरूम में अपनी सहेली के साथ गयी, जहां अचानक एक युवक आ गया और उसका बैग ले लिया। उस युवक ने लड़की को पास के थाने में भी नहीं जाने दिया। 

हंदवाड़ा में सेना के एक जवान पर छेड़छाड़ का आरोप लगाकर उसके खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर महिलाओं और बच्चों समेत सभी ग्रामीण सड़कों पर उतर आये थे। प्रदर्शनकारी विरोध-प्रदर्शन के दौरान अचानक हिंसक हो गये और सुरक्षा बलों पर पथराव करने लगे। उन्होंने सेना के एक बंकर में आग भी लगा दी थी। गुस्सायी भीड़ को तितर-बितर करने के लिए सेना के जवानों ने पहले लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे। इसके बावजूद भी जब अनियंत्रित प्रदर्शनकारी हिंसक प्रदर्शन करते रहे तो सेना को गोलियां चलानी पड़ी जिसमें दो युवकों नईम अहमद और मोहम्मद इकबाल की मौत हो गयी। इस घटना में घायल एक महिला राजा बेगम की आज सुबह उपचार के दौरान मौत हो गयी। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज करके विस्तृत जांच का आश्वासन दिया है। हुर्रियत कांफ्रेंस के दोनों धड़ों और जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट समेत अलगाववादी संगठनाें ने इस घटना के विरोध में आज आम हड़ताल का आह्वान किया है।

तंजील हत्याकाण्ड: पत्नी की मृत्यु, दो आरोपी गिरफ्तार

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लखनऊ, 13 अप्रैल, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के अधिकारी तंजील अहमद की हत्या के दो आरोपियों को पुलिस ने आज गिरफ्तार किया, जबकि मुख्य आरोपी मुनीर की गिरफ्तारी के लिये जांच एजेन्सियां उसके ठिकानों पर ताबडतोड छापे मार रही हैं। श्री अहमद की हत्या के आरोप में दोपहर में बिजनौर के सहसपुर से रिज़वान और तंज़ीम को उनके घर से गिरफ्तार किया है । उनके भांजे समेत दो लोगों को कल ही गिरफ्तार कर लिया गया था। इस बीच, श्री अहमद की पत्नी फरजाना की आज दिल्ली के एम्स में मृत्यु हो गयी। श्रीमती फरजाना हत्यारों की गोली से गंभीर रूप से घायल हो गयी थी। उनकी नाजुक हालत को देखते हुये उन्हें नोएडा के एक निजी अस्पताल से एम्स रेफर किया गया था,जहां सुबह उन्होंने अन्तिम सांस ली। बिजनौर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुभाष सिंह बघेल ने श्रीमती फरजाना की मृत्यु की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि मुनीर की गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे हैं। 

उसके ठिकानों पर छापे मारे जा रहे हैं। उसके खिलाफ लुक आऊट नोटिस जारी कर दिया गया है ताकि वह विदेश न भाग सके। उसकी गिरफ्तारी पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित है। उनका कहना है कि मुनीर 91 लाख की बैंक लूट में वांछित है। मुनीर को शक था कि एनआईए अधिकारी ने ही स्थानीय पुलिस को बैंक लूट में उसके शामिल होने की जानकारी दी थी जबकि उनके भांजे का कहना है कि श्री अहमद अक्सर उसे अपमानित करते रहते थे। गिरफ्तार रिज़वान ने पुलिस को बताया की वह अपने खास दोस्त मुनीर को फ़र्ज़ी आई डी के ज़रिये सिम मुहैय्या कराया करता था। पिछले 28 दिसंबर को बिजनौर के धामपुर में पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) की कैश वैन से 91 लाख की लूट में मुनीर के साथ भी शामिल था जबकि तंज़ीम 120 बी मर्डर का अभियुक्त है । कुछ माह पहले सहसपुर में हुए झगड़े में 307 की धारा में पुलिस ने जेल भेज दिया है।

भविष्य निधि चूककर्ताओं के 569 बैंक खातों पर रोक

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नयी दिल्ली 13 अप्रैल, कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के दिल्ली (उत्तर) कार्यालय ने बीते वित्त वर्ष में भविष्य निधि के चूककर्ता नियोक्ताओं के खिलाफ कुल 12 प्राथमिकी दर्ज कराई और 06 मामलों में गिरफ्तारी की तथा 569 बैंक खातों पर रोक लगाई है। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के दिल्ली (उत्तर) के क्षेत्रीय आयुक्त अभय रंजन ने आज यहां एक संवाददाता सम्मेलन में वित्त वर्ष 2015-16 की उपलब्धियों की ब्योरा देते हुए बताया कि इस अवधि में 80 प्रतिशत दावों का निपटारा तीन दिन के भीतर कर दिया गया। बीते वर्ष में कार्यालय को कुल 16 हजार 518 शिकायतें प्राप्त हुई और इन सभी का निपटारा 31 मार्च से पहले संतोषप्रद ढंग से कर दिया गया। उन्हाेंने बताया कि भविष्य निधि जमा को रोकने के लिए कुल 5723 जांच काे पूरा किया गया और 4209.15 लाख रुपए का अाकलन किया गया और 83 प्रतिशत राशि वसूल ली गयी। 

इसके अलावा चूककर्ताओं के खिलाफ कुल 12 प्राथमिकी दर्ज कराई गयी और 06 लोगों को गिरफ्तार किया गया तथा 569 बैंक खातों पर रोक लगाई गयी। श्री रंजन ने कहा कि दिल्ली (उत्तर) के कार्यक्षेत्र में कुल 15 हजार 135 नियोक्ता प्रतिष्ठान शामिल हैं। इनमें अंशदाताओं की सदस्यों की संख्या 11 लाख 54 हजार 242 है। दिल्ली में भविष्य निधि संगठन के दो क्षेत्रीय कार्यालय हैं।

भारत करेगा किरपाल का शव स्वदेश लाने की मांग

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नयी दिल्ली, 13 अप्रैल, विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान के लाहाैर जेल में संदिग्ध परिस्थितियों में मृत पाए गए भारतीय नागरिक किरपाल सिंह का पार्थिव शरीर स्वदेश लाने की मांग करने के लिए पाकिस्तान में भारत के कार्यवाहक उच्चायुक्त से शीर्ष स्तर पर तत्काल बातचीत करने को कहा है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने आज यहां कहा कि पाकिस्तान में भारत के कार्यवाहक उच्चायुक्त को विदेश कार्यालय के उच्च अधिकारियों से मुलाकाल करके किरपाल सिंह के शव को भारत लाने की मांग करने के लिए कहा गया है साथ ही कार्यवाहक उच्चायुक्त किरपाल की मौत के कारणों और पोस्ट मॉर्टम रिपाेर्ट की भी आधिकारिक जानकारी मागेंगे। मीडिया में आई रिपोर्टों के अनुसार कोट लखपत जेल में बंद किरपाल सिंह साेमवार तडके अपनी कोठरी में मृत पाए गए थे। 

उनके शव को पोस्टमार्टम के लिए जिन्ना अस्पताल भेजा गया है। गौरतलब है कि 1992 में किरपाल वाघा सामा पार करके पाकिस्तान चले गए थे जहां से पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया और इसके बाद पंजाब प्रांत में हुए सिलसिलेवार बम धमाके में उसे दोषी ठहराते हुए मौत की सजा सुनाई गई थी। वह 20 वर्ष से भी अधिक समय से सलाखों के पीछे बंद थे।

अंबेडकर की 125वीं जयंती पर संरा का विशेष आयोजन

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न्यूयार्क 13 अप्रैल, संयुक्त राष्ट्र के न्यूयार्क स्थित मुख्यालय पर भारत रत्न भीमराव अंबेडकर की 125वीं जयंती के असवर पर आज विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। कल्पना सरोज फांउडेशन और फांउडेशन ऑफ ह्यूमैन होराइजन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम में संयुक्त राष्ट्र विकास समूह की अध्यक्ष हेलेन क्लार्क और संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम के प्रशासक मुख्य वक्ता होंगे। सतत विकास के महत्वाकांक्षी 2030 एजेंडे का मूल संदेश बाबा साहेब के सामाजिक न्याय और सामाजिक समानता पाने के दृष्टिकोण से मेल खाता है। इस एजेंडे के अनुसार देश के अंदर और देशों के बीच की असमानता को हटाकर स्थिर और सतत विकास किया जा सकता है । 

भारतीय संविधान के जनक कहे जाने वाले बाबा साहेब की जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में पैनल चर्चा होगी। ‘सतत विकास लक्ष्य की पूर्ति के लिए असमानता का सामना’ की थीम पर आयोजित पैनल चर्चा में सभी तरह की समानताओं पर विस्तृत चर्चा की जाएगी। पैनल चर्चा में रॉयल सोसाइटी ऑफ मेडिसिन के फेलो प्रोफेसर स्टैन काशनोस्की , कोलंबिया विश्वविद्यालय की एसोसिएट प्रोफेसर अनुपमा राव , हार्वर्ड विश्वविद्यालय में वक्ता क्रिस्टोफर क्वीन अपने अपने विचार रखेंगी। आयोजन में संरा के वरिष्ठ अधिकारियों और भारत, अमेरिका तथा दुनिया भर के कई देशों के कूटनीतिज्ञों, अकादमी क्षेत्र से जुड़े विद्वानों, सिविल सोसाइटी से जुड़े लोगों के शामिल होने का अनुमान है।

विनाशकारी साबित होगा अमेरिका के साथ सैन्य समझौता : एंटनी

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नयी दिल्ली, 13 अप्रैल, भारत और अमेरिका द्वारा सैन्य साजो सामान के समझौते पर सैद्धांतिक सहमति की घोषणा के एक दिन बाद विपक्षी दलों ने इसके खिलाफ पुरजोर आवाज बुलंद की और मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने यहां तक कह दिया कि यह समझौता देश के लिए विनाशकारी साबित होगा। अपने पूरे कार्यकाल के दौरान इस समझौते के प्रयास को नाकाम करते रहे पूर्व रक्षा मंत्री ए के एंटनी ने बेहद कड़े शब्दों में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार के इस प्रस्तावित कदम की निंदा की और कहा कि यह देश की स्वतंत्र विदेश नीति और सामरिक स्वायत्तता के अंत की शुरुआत है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तथा पूर्व रक्षा मंत्री ए के एंटनी ने आज यूनीवार्ता से कहा कि यह फैसला देश की सामरिक नीति से समझौता है और इस तरह के निर्णय से भारत धीरे-धीरे उस नीति की तरफ बढ रहा है जिसका हमेशा उसने विरोध किया है। संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन(संप्रग) सरकार के दोनों कार्यकाल में करीब नौ साल तक रक्षा मंत्री रहे श्री एंटनी ने कहा कि इस तरह के हर प्रयास उनके कार्यकाल में हुए हैं और उन्होंने हर बार उसे रोका है। उन्होंने इस समझौते को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि यह समझौता देश की सामरिक नीति के विरुद्ध है। 

गौरतलब है कि भारत और अमेरिका ने परस्पर रक्षा संबंधों को मजबूत बनाने का हवाला देते हुए मंगलवार को एक-दूसरे के सैन्य अड्डों पर रक्षा साजो-सामान संबंधी समझौते को सैद्धांतिक मंजूरी दी थी। इस समझौते के बाद दोनों देशों के विमान, नौसैनिक पोत और सैनिक एक दूसरे के सैन्य अड्डों पर तैनात किये जा सकेंगे। कांग्रेस के अलावा जनता दल यूनाइटेड और कम्युनिस्ट पार्टियों ने भी इस समझौते के खिलाफ विरोध का झंडा बुलंद कर दिया। जनता दल (यू) के महासचिव के सी त्यागी ने सभी विपक्षी दलों से इस समझौते का एक स्वर में विरोध करने का आह्वान करते हुए कहा कि उनकी पार्टी इस मुद्दे को संसद में भी उठाएगी। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने समझौते की तीखी आलोचना करते हुए कहा कि मोदी सरकार ने ऐसा करके देश की राष्ट्रीय संप्रभुता और सामरिक स्वायत्तता को ताक पर रख दिया है। माकपा पोलित ब्यूरो द्वारा आज यहाँ जारी बयान में देश के सभी राष्ट्रप्रेमी नागरिकों और सभी राजनीतिक दलों से इस कदम का कड़ा विरोध करने की अपील की गयी है और इसे मोदी सरकार का राष्ट्र विरोधी कदम बताया है।

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर (13 अप्रैल)

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वंजिया डुंगर पर तिन दिवसीय मेले का आयोजन, प्रथम दिन निकाली विशाल चुनरी यात्रा

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पारा---यहा से करिब चार किलोमीटर दुर ग्राम वंजिया डुगंर छापरी स्थित चमत्कारीक अंम्बेमाता मंदिर पर तिन दिवसीय मेले का शुभारंभ किया गया। मेला आयोजन समिति व मंदिर के प्रमुख केमता भाई डामोर ने बताया कि दिनांक 13 अप्रेल से 15 अप्रेल 2016 तक वंजिय डुगर छापरी माता मंदिर पर प्रति वर्षानुसार इस वर्ष भी तिन दिवसीय मेले का आयोजन किया जा रहा हे । मेले बच्चो के मनोरंजन के साधन झुले चकरी आदी विशेष आकृषण का केन्द्र रहेगे। बुधवार 13 अप्रेल को वाकड घाटी से करिब तिन किलो मिटर  दुर लम्बी विशाल चुनरी यात्रा ढोल मांदल व डीजे के साथ नाचते गाते हुए माता के भक्तो ने निकाली व मां अम्बे को अर्पित की। चुनरी  यात्रा मे अधिकांश युवक व महिलाए एक जेसे परीधान मे थे। गुरुवार 14 अप्रेल को भजन संध्या का आयोजन रखा गया हे जिसमे माता कं जगराता गाए जाएगे साथ ही आकृषक भजनो की प्रस्तुति भी दी जावेगी। 15 अप्रेल शुक्रवार को हवन पुजन की पुर्णाहुती के साथ विशाल भण्डारे का आयोजन व भजन एंव सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन मेला समिति द्वारा किया गया हे।गुरुवार शाम को भण्डारे के समापन के साथ तिन दिवसीया मेले का समापन भी होगा। समिति ने श्रद्धालुओ से अधिक से संख्या मे पहुच कर धर्म लाभ लेने की अपील की हे।

सासंद निधि से मात्र 25 प्रतिशत ही राशि व्यय की गई - विधायक शांतिलाल बिलवाल ने सांसद भूरिया पर लगाया सांसद निधि खर्च नही करने का आरोप

झाबुआ---केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार एवं प्रदेश की शिवराज सिंह सरकार को हमेशा ही बालने वाली सरकार का जुमला वापरने वाली तथा आये दिन मजाक उडाने वाली कांग्रेस पार्टी  स्वयं अपने ही गिरेबान में झांकर कर देखे कि अपने सांसद को केन्द्र सरकार द्वारा क्षेत्रीय विकास के लिये दी गई संासद निधि का उपयोग उन्होने क्षेत्रीय विकास में कितना किया है ? क्षेत्रीय विधायक शांतिलाल बिलवाल ने बताया कि कांग्रेस सांसद कांतिलाल भूरिया द्वारा अपनी विकास निधि राशि रूपये 5.00 करोड मे से क्षैत्र में मात्र 2.52 करोड के ही कार्य स्वीकृत करवाये जाकर राशि रूपये 1.26 करोड ही व्यय करवाये गये है जो प्रदेश केे 29 सांसदो द्वारा व्यय की गई सांसद निधि की तुलना में अपने विकास कार्यो की राशि खर्च करने में प्रदेश में वे अन्तिम 29 वे नम्बर पर रहे है । क्षैत्रीय विधायक शांतिलाल बिलवाल ने बुधवार  को जारी अपने वक्तव्य में बताया कि क्षैत्रीय सांसद श्री भूरिया बस गरीबो के हित में बाते करते ह,ै परन्तु खुद ही अपने विकास कार्यो की राशि से जनता के कार्य नही करवा पाये है और उनकी सांसद निधि की बची उक्त राशि का समर्पण हो गया जिससे क्षैत्र के विकास कार्य ही नही हो सकें । श्री भूरिया ने चुनाव के समय हमेशा गरीब भोले भाले वनवासी भाईयो को बडे-बडे वादे किये थे कि हम क्षैत्र में विकास करवायेगे किन्तिु वास्तविकता के धरातल पर वे बुरी तरह असफल रहे है। श्री बिलवाल ने कहा कि सिर्फ क्षैत्र में बोलने से, एवं लच्छेदार भाषणों ने नही होता यदि वे जनता के हितैषी है कि कुछ काम कर के भी बताना पडता है कि हमने क्षैत्र में इस कार्य हेतु इतनी राशि व्यय की है और राशि का समर्पण नही हुआ है ।

जिला पत्रकार संघ का वर्ष प्रतिपदा मिलन समारोह रविवार को

झाबुआ---जिला पत्रकार संघ जिलेभर के पत्रकारों का वर्ष प्रपिदा (गुड़ी पड़वा) मिलन समारोह का आयोजित कर रहा है। जिला पत्रकार संघ के अध्यक्ष संजय भटेवरा ने जानकारी देते हुए बताया कि जिला पत्रकार संघ के भीष्म पितामाह स्व. श्री यषवंत घोड़ावत के विचारो से ओतप्रोत उक्त आयोजन 17 अप्रैल रविवार को प्रातः 11 बजे उक्त कार्यक्रम मेघनगर स्थित एम 4 हाॅटल में सम्पन्न होगा, जिसमें अतिथि के रूप में संपादक अर्जुनसिंह चंदेल, धार जिला पत्रकार संघ के अध्यक्ष पंडित छोटु शास्त्री, पिटोल के वरिष्ठ पत्रकार ठाकुर जोरावरसिंह, भारतीय पत्रकार संघ के राष्ट्रीय अअध्यक्ष विक्रम सेन, शहीद चन्द्रषेखर आजाद नगर के वरिष्ठ पत्रकार विरेन्द्र जैन आदि उपस्थित होंगे। जिला पत्रकार संघ के वर्ष प्रपिदा मिलन समारोह में जिला मुख्यालय सहित, रानापुर, कुंदनपुर, पिटोल, पारा, कालीदेवी, मेघनगर, अंतरवेलिया, कल्याणपुरा, रायपुरिया, थांदला, थांदलारोड़, पेटलावद, झकनावदा, बरवेट, बनी सहित जिले के विभिन्न नगरों, कस्बों के साथ ही आलिराजपुर जिले के पत्रकार भी शामिल होंगे। मिलन समारोह में जिला पत्रकार संघ अध्यक्ष द्वारा जिला कार्यकारिणी की घोषणा तथा शपथ विधि कार्यक्रम भी सम्पन्न होगा।

स्ंाकेतको के नही होने से कार चढी डीवायडर पर मामला अधुरे पडे एनएच 59 का

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पिटोल---अल्लाह की कृपा से मेरे बीबी बच्चे तो बच गऐ पर किसी ओरके साथ यह दुर्घटना न हो । यह गुहार लगाई पीडीत फजल हुसैन ने। कहां ईतना छोटा सा काम नहीं करवा पा रहा झाबुआ प्रषासन । मंगलवार रात फिर एन. एच. 59 पर पिटोल के उसी जानलेवा डायवर्सन एवं गड्ढे के कारण इन्दौर का एक बोहरा परिवार दुर्घटना का षिकार हुआ । एक सप्ताह में इसी स्थल पर यह तीसरी घटना हैं। जहां वाहन क्षतिग्रस्त हुवे एवं अलग - अलग घटनाओं में 10 से अधिक लोग घायल हुवे । रात बारह बजे इन्दौर निवासी डाॅ. फजल हुसैन पिता सब्बीर हुसैन (सैफी नगर) का परिवार अहमदाबाद से इन्दौर जा रहा था कि पिटोल के पूरव आर.टी.ओ. चेक पोस्ट पर एक लेन पर मूरम गिट्टी से मार्ग को रोक डायवर्सन दिया गया है । वहां सकेतक नहीं होने से कार असंतूलित होकर डीवायडर पर चढ गयी । डीवायडर पर तकरीबन 40 फिट दूर तक कार घीसती हुई गई जिसमें कार ही क्षतिग्रस्त नहीं हुई अपितू पूरा परिवार हताहत हुआ एवं फसल हुसैन को चांेट लगी ।
    
संकेतको की नितांत जरूरत..........................
उक्त स्थल पर शीघ्र संकेतक लगाकर वाहनों की गति को नियंत्रित करनें की जरूरत है अन्यथा उज्जैन सिंहस्थ में गुजरात से प्रदेष की ओर बढते वाहनो के दबाव के बीच यहां दुर्घटनाऐं बढ जायेगी जिसमें लोगों की जानें भी जा सकती है।

डाॅ. भीमराव अम्बेडकर की जयंती के अवसर पर जिला स्तरीय संगोष्ठी

झाबुआ ---भारत रत्न बाबा साहेब डाॅ. भीमराव अम्बेडकर जी की 125 वी जयन्ती के अवसर पर प्रातः 10ः30 बजे कलेक्टोरेट के सभाकक्ष में संगोष्ठी आयोजित गई है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कलेक्टर करेगी। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता के रूप में वरिष्ठ अभिभाषक श्री सुधीर जैन सदन को संबोधित करेग।

ग्राम उदय से भारत उदय अभियान 15 अप्रैल से 31 मई तक

झाबुआ---ग्राम उदय से भारत उदय अभियानके दौरान ग्राम पंचायातो में 15 अप्रैल से 31 मई तक निरंतर प्रातः 9 बजे से ग्राम संसदो का आयोजन किया जाएगा। एक ग्राम पंचायत में निरंतर तीन दिन ग्राम संसद आयोजित की जाएगी ग्राम संसद में नोडल अधिकारी एवं सेक्टर अधिकारी अनिवार्य रूप से उपस्थित रहेगे। प्रथम दिन 15 अप्रैल को मेघनगर ब्लाक के ग्राम तोरनिया में, पेटलावद ब्लाक के ग्राम रूपगढ में, थांदला ब्लाक के ग्राम बालवासा में, रामा ब्लाक के ग्राम डोकरवानी में, झाबुआ ब्लाक के ग्राम कल्याणपुरा में, रानापुर ब्लाक के ग्राम कंजावानी में 15 से 17 अप्रैल 2016 तक ग्राम संसद का आयोजन प्रातः 9 बजे से किया जाएगा। 16 अप्रैल से मेघनगर ब्लाक के ग्राम आमलीयामाल में, पेटलावद ब्लाक के ग्राम उन्नई में, थांदला ब्लाक के ग्राम झारणी में, रामा ब्लाक के ग्राम कांकडकुआ में, झाबुआ ब्लाक के ग्राम बरखेडा में, रानापुर ब्लाक के ग्राम रूपाखेडा में 16 से 18 अप्रैल 2016 तक ग्राम संसद का आयोजन किया जाएगा। 17 अप्रैल से मेघनगर ब्लाक के ग्राम अगासिया में, पेटलावद ब्लाक के ग्राम झोसर में, थांदला ब्लाक के ग्राम वट्ठा में, रामा ब्लाक के ग्राम खेडा में, झाबुआ ब्लाक के ग्राम बिसोली में, रानापुर ब्लाक के ग्राम मांडलीनाथु में 17 से 19 अप्रैल 2016 तक ग्राम संसद का आयोजन किया जाएगा।  18 अप्रैल से मेघनगर ब्लाक के ग्राम चैखवाडा में, पेटलावद ब्लाक के ग्राम गोपालपुरा में, थांदला ब्लाक के ग्राम छायन में, रामा ब्लाक के ग्राम मुण्डत में, झाबुआ ब्लाक के ग्राम आमलीपठार में, रानापुर ब्लाक के ग्राम कुशलपुरा में 18 से 20 अप्रैल 2016 तक ग्राम संसद का आयोजन किया जाएगा।   19 अप्रैल से मेघनगर ब्लाक के ग्राम मदरानी में, पेटलावद ब्लाक के ग्राम मोईवागेली में, थांदला ब्लाक के ग्राम छापरी में, रामा ब्लाक के ग्राम पाडलघाटी  में, झाबुआ ब्लाक के ग्राम लोहारिया में, रानापुर ब्लाक के ग्राम समोई में 19 से 21 अप्रैल 2016 तक ग्राम संसद का आयोजन किया जाएगा। 20 अप्रैल को मेघनगर ब्लाक के ग्राम चरेल में, पेटलावद ब्लाक के ग्राम नाहरपुरा में, थांदला ब्लाक के ग्राम हरीनगर में, रामा ब्लाक के ग्राम रसोडी में, झाबुआ ब्लाक के ग्राम संदला में, रानापुर ब्लाक के ग्राम छागोला में 20 से 22 अप्रैल 2016 तक ग्राम संसद का आयोजन किया जाएगा।

अपहरण के तीन प्रकरण पंजीबद्ध 

झाबुआ---फरियादी कौषल्याबाई पति स्व0 प्रकाषचन्द्र प्रजापत उम्र 40 वर्ष ने बताया कि फरियादी की लड़की उम्र 17 वर्ष कक्षा 9वीं की परीक्षा देने के लिये कन्या स्कूल सारंगी गई थी जो वापस नहीं आयी। शंका है कि आरोपी डूंगरसिंह फरिायादी की लड़की का अपहरण कर ले गया। प्रकरण में थाना पेटलावद में अप0क्र0126/16, धारा 363 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। फरियादी भागीरथ पिता बाबू रावल उम्र 38 वर्ष निवासी रायपुरिया ने बताया कि फरियादी की लड़की उम्र 14 वर्ष अपने घर से रायपुरिया बाजार करने गई थी जो वापस नहीं आई। शंका है कि अज्ञात आरोपी अपहरण कर ले गया। प्रकरण में थाना रायपुरिया में अप0क्र0 113/16, धारा 363 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। फरियादी हिमता पिता हरसिंह उम्र 35 वर्ष निवासी कागलखे ने बताया कि फरियादी की लड़की उम्र 11 वर्ष प्रकाष की शादी की बारात में मोकमपुरा गयी थी जहां आरोपी कनेष पिता कमला डामोर, दरू पिता पारू डामोर निवासीगण दूधी परवट, फरियादी की लड़की को बहला-फुसलाकर भगाकर ले गये। प्रकरण में थाना कालीदेवी में अप0क्र0 71/16, धारा 363,34 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

धोखाधड़ी का अपराध पंजीबद्ध 
     
झाबुआ---  फरियादी शैलेन्द्र पिता नरसिंह पाटीदार उम्र 34 वर्ष, निवासी जामली ने बताया कि आरोपी भगवती पिता आनंदीलाल पाटीादर निवासी जामली ने सनसाईन इन्फ्राबिल्ड लिमिटेड का एजेन्ट बताकर फरियादी व उसकी पत्नी प्रभावती व लड़के अप्रति कुमार के नाम से आर0डी0 खाता खुलावाकर प्रतिमाह 800-800 रूपये जमा करवाये थे। इस प्रकार तीनों खातों में 1,44,000/- रूपये जमा हुये थे। अवधि पूर्ण होने पर आरोपी ने बेईमानी से छल कपट कर धोखाधड़ी की गई। प्रकरण में थाना रायपुरिया में अप0क्र0 112/16, धारा 420,34 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

बिहार : शराब निर्माताओं के खिलाफ कार्रवाई न करने का निर्देश

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पटना,13 अप्रैल, पटना उच्च न्यायालय ने विदेशी शराब निर्माताओं को अंतरिम राहत प्रदान करते हुए बिहार सरकार को निर्देश दिया कि अंतिम आदेश पारित किये जाने तक बिहार स्टेट बेजरेज कारपोरेशन(बीएसबीसी) को निर्माताओं की ओर से बेची गयी शराब को लेकर उनके विरुद्ध कोई कार्रवाई न करे। न्यायमूर्ति चक्रधारी शरण सिंह और न्यायमूर्ति नवनीति प्रसाद सिंह ने इस बारे में दाखिल याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए निर्देश दिया कि विदेशी शराब निर्माताओं को राज्य बेवरेज कारपोरेशन को बेच दी गयी गयी शराब के निर्माताओं पर कोई दंडात्मक कार्रवाई न करे। न्यायालय ने मामले की अगली सुनवाई की तिथि 19 अप्रैल निर्धारित की। न्यायालय ने कहा कि याचिकाओं के अधिवक्ताओं के दलीलें सुनने के बाद प्रथम दृष्टया उसका ऐसा मानना है कि बीएसबीसी को बेच दी गयी शराब अब उसकी सम्पत्ति है ।उस शराब का क्या किया जाये ,यह बीएसबीसी को तय करना होगा। शराब निर्मातओं को इस मामले में परेशान नहीं किया जा सकता। 

याचिकाओं के वकीलों ने कहा कि बीएसबीसी को भारी मात्रा में शराब बेच दी गयी है।यह मदिरा नयी शराब नीति के तहत बीएसबीसी के आउटलेट से बेची जानी थी।एक अप्रैल 2016 से नयी उत्पाद नीति के तहत शराब बेचे जाने के लिए निर्माताओं ने बीएसबीसी को शराब आपूर्ति की थी । गौरतलब है कि पांच अप्रैल को बिहार सरकार द्वारा अचानक राज्य में शराबबंदी लागू कर दिये जाने से देशी और विदेशी शराब की बिक्री पूर्ण रुप से प्रतिबंधित कर दी गयी है। सरकार का पक्ष रखते हुए वकीलों ने कहा कि बिहार सरकार को प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी लागू करने का संवैधानिक अधिकार प्राप्त है । 

उत्तर कोरियाई मिसाइलों की क्षमता कम है अमेरिका तक पहुंचने की

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वाशिंगटन 14 अप्रैल, अमेरिका का मानना है कि उत्तर कोरिया की ओर से परीक्षण किये गये बैलिस्टिक मिसाइलों का अमेरिका तक पहुंचने की क्षमता कम है लेकिन इसकी क्षमता बढ़ाई जा सकती है। अमेरिका के मुख्य उप रक्षा सलाहकार ब्रायन मैकेन ने कहा कि उत्तर कोरिया की ओर से मिसाइल और परमाणु परीक्षण किया जाना अमेरिका और पूर्वी एशिया के उसके सहयोगी देशों के लिये एक गंभीर चुनौती है। श्री मैकेन ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों के बावजूद उत्तर कोरिया अमेरिका तक मार कर सकने वाले बैलिस्टिक मिसाइलों को विकसित करने में जुटा हुआ है। हालांकि उसके मिसाइलों की क्षमता अमेरिका तक पहुंचने की कम हैं लेकिन इसे बढ़ाया जा सकता है। अमेरिकी अधिकारियों ने बताया कि उत्तर कोरिया रक्षा क्षेत्र में लगातार निवेश बढ़ा रहा है।

आईएस ने फिलीपींस हमले की जिम्मेदारी ली

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काहिरा 14 अप्रैल, फिलीपींस में इस सप्ताह आतंकवादियों से जुड़े समूह और सैनिकों के बीच हुई लडाई में मारे गये 23 लोगों की घटना की जिम्मेवारी आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने ली है। आईएस की ओर से जारी बयान में बताया गया कि “फिलीपींस में संगठन सैनिकाें पर हमले करने में सफल रहा। सैनिकों को लेकर जा रहे सात वाहनों पर हमला किया गया।” गौरतलब है कि इस सप्ताह फिलीपींस में सैनिकों और आतंकवादी समूह से जुड़े समूह के बीच हुई लडाई में 23 लोग मारे गये थे।
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