Quantcast
Channel: Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)
Viewing all 74226 articles
Browse latest View live

फिक्की के ऑडोटोरियम में आज तड़के लगी आग

$
0
0

नयी दिल्ली 26 अप्रैल उद्योग एवं वाणिज्य संगठन फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) के ऑडोटोरियम में आज तड़के आग लग गयी। 


अग्निशमन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि यह आग इमारत की ऊपरी मंजिल में लगी और जल्दी ही अन्य मंजिलों में फैल गयी। उन्होंने बताया कि घटनास्थल पर अग्निशमन विभाग के 40 वाहन मौजूद हैं। आग पर हालाँकि अभी तक काबू नहीं पाया जा सका है। उन्होंने कहा कि आग के कारण का पता नहीं चल सका है।

सीने में दर्द की शिकायत के बाद एम्स में भर्ती हुईं सुषमा

$
0
0

नयी दिल्ली 26 अप्रैल विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को सीने में दर्द की शिकायत के बाद अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती कराया गया। 


एम्स के चिकित्सकों ने बताया कि श्रीमती स्वराज की जाँच कर ली गयी है। जाँच की रिपोर्ट कल तक आएगी। चिकित्सकों ने बताया कि उनकी स्थिति स्थिर बनी हुई है। उल्लेखनीय है कि उन्हें आज यहाँ हर्ट ऑफ एशिया सम्मेलन को संबोधित करना है।

‘सिया के राम’ में रामायण बिल्कुल अलग दृष्टिकोण से दिखाया गया : मदिराक्षी

$
0
0
madirakshi-in-siya-ke-ram
छोटे परदे पर अब तक रामायण कई बार दिखाया जा चुका है। लेकिन स्टार प्लस पर प्रसारित होने वाले शो ​"​सिया के राम​ ​में रामायण बिल्कुल अलग दृष्टिकोण से दिखाया जाएगा। इस बार माता सीता के नजरिये को उजागर किया जाएगा। सिया के राम में सीता की महत्वपूर्ण भूमिका में बिल्कुल नया चेहरा मदिराक्षी नजर आने वाली हैं। उन्होंने अब तक केवल एक दक्षिण की फिल्म की है। मदिराक्षी ने इस शो के बारे में प्रेमबाबू शर्मा से की बातचीत

‘सिया के राम’ टीवी पर आये रामायण के दूसरे संस्करणों से कितना अलग है?
सीता और राम की कहानी हमारी संस्कृति का अभिन्न हिस्सा रहे हैं। पूरी दुनिया की सभ्यताओं को इसने प्रभावित किया है। कर्त्तव्यए सम्मान और पारिवारिक जिम्मेदारियों का इस शो का संदेश आज के समय में भी उतना ही प्रासंगिक है। हालांकि इस कहानी के सारे संस्करण राम के नजरिये से हैं और राम सीता की इस कहानी में सीता के दृष्टिकोण को शायद ही कहीं जगह मिली हो। लेकिन पहली बार कहानी सीता के नजरिये से कही गयी है जो इसके पहले सुनी नहीं गयी। कहानी सीता को एक मजबूत और स्वतंत्र महिला के रूप में दिखायेगी। सीता समानता और शिक्षा में विास रखती है और उनका अपना विचार है। 

क्या शो का फोकस सिर्फ सीता के किरदार पर रहेगा?
सीता यहां राम की सच्ची अर्धागिनी और एक मजबूत इरादों व सोच वाली महिला के रूप में दिखायी देंगी। उनका किरदार आज की हर महिला के लिये प्रासंगिक होगा। यह शो सीता के दृष्टिकोण से कही जा रही एक आदर्श दम्पति सीता और राम के रिश्ते की कहानी है। कहानी जितनी राम की है उतनी ही सीता की भी है। सबसे जरूरी कि शो में ऐसे बहुत से उदाहरण आएंगे जो आज के समाज में भी प्रासंगिक हैं।

सीता की भूमिका के लिये तैयारी किस तरह की ?
हम रामोजी फिल्मसिटी हैदराबाद में शूटिंग कर रहे हैं जो लंबे समय से मेरा अपना शहर है। सीता की भूमिका निभाना आसान नहीं है।

टीवी पर लौटा धार्मिक सीरियलों का दौर

$
0
0
ramayan
एक दौर जब टीवी पर सास भी कभी बहू थी,कहानी घर घर की, जैसे शो की लोकप्रियता के आगे कोई भी शो नही टिक पा रहा था,लेकिन बदलते समय के साथ टीवी ने भी करबट और अब एक बार फिर से धर्मिक सीरियलों का दौर रहा है। दूरदर्शन पर सबसे पहले रामायण, श्रीकृष्णा और फिर महाभारत ने रंग जमाया। साल 2011 में एकबार फिर रामायण का जबरदस्त दौर चला और इस बार चैबीस घंटे का माध्यम होने के कारण इसका प्रभाव दूरदर्शन के जमाने से भी ज्यादा मजबूत रहा। दरअसल धर्म के जरिए टीवी रह रहकर समाज में अपने ताकतवर होने का अहसास कराता रहा है। अब एक बार फिर से अचानक बहुत सारे धार्मिक सीरियल फिर से टीवी पर धूम मचाने आ गए हैं। वजह यही है कि इसकी जडंे सिनेमा के मुकाबले ज्यादा मजबूत 

‘‘सिया के राम’ सीरियल स्टार प्लस चैनल पर खूब देखा जा रहा है। इसमें सीता के जीवन की कहानी है। सोनी टीवी पर ‘‘संकट मोचन महाबली हनुमान‘‘ और ‘‘सूर्य पुत्र कर्ण‘‘ बैक टू बैक टेलीकास्ट होने का बावजूद दिन ब दिन अपनी दर्शक संख्या बढ़ा रहे हैं। एंड टीवी चैनल पर ‘‘जय संतोषी मां‘‘ की टीआरपी लगातार परवान चढ़ रही है। स्टार गोल्ड पर पुरानी वाली महाभारत की महिमा का देश के ग्रामीण इलाकों में अब भी कोई तोड़ नहीं है। एपिक चैनल पर रामायण ने एक खास दर्शक वर्ग बना लिया है। 

krishna
डिस्कवरी किड्स पर लिटिल कृष्णा का एनिमेशन अवतार बच्चों में जबरदस्त धूम मचा रहा है। इसी चैनल पर किसना भी बच्चों को आकर्षित कर रहा है। तो, कार्टुन नेटवर्क पर रिटर्न्स ऑफ हनुमान जब बच्चे देखते हैं, तो उठने का नाम ही नहीं लेते। बच्चों के एक और चैनल पोगो पर दिख रहे छोटा भीम ने तो घर-घर में जगह बना ली है।

माना जा सकता है कि परंपरा और संस्कृति की कहानियों को अगर ताजा अंदाज में कहा जाए, तो किसी भी काल में दर्शक वर्ग बन ही जाता है। बात सही भी है कि हमारी जो परंपरा हजारों साल से चली आ रही है, दर्शकों पर उसका असर तो होता ही है। हमारे टीवी के परदे पर यह उसी असर का परिदृश्य है, जिसमें सीता, राम, हनुमान, संतोषी मां, कर्ण, कृष्ण और भीम फिर से बहुत चाव के साथ देखे जा रहे हैं। 

devon ke dev
यह हमारे टेलीविजन का नया चेहरा है। जो सास बहू और रिश्तों के रंग से आजाद होकर एक बार फिर से धर्म के रंग में रंगता दिख रहा है। टीवी के धर्म के रंग में रंगने का यह तीसरा दौर है। सबसे पहले कोई 25 साल पहले रामायण,श्रीकृष्णा ने धूम मचाई थी। उसके तत्काल बाद टीवी पर महाभारत आई। वह पहला दौर था। दूसरा दौर आया सन 2009 के आखिर में शनिदेव की माहिमा,फिर 2011 में जब लाइफ ओके चैनल पर भगवान शिव पर आधारित ‘‘देवों के देव..महादेव‘‘ की शुरुआत हुई। जबरदस्त टीआरपी मिलने से लाइफ ओके के हौसले बुलंद हुए, तो तत्काल बाद लाइफ ओके पर कथा महादेव पुत्र बाल गणोश की भी आ गई थी।अभी कुछ दिन पहले ही रतन राजपूत और ग्रेसी सिंह मुंबई के एक मंदिर में संतोषी माता की महाआरती करती दिखीं। दोनों वहां माता का आशीर्वाद लेने आई थीं। रतन ने कहा -‘‘मैं अपने हाल ही मैं प्रसारित हुए शो को लेकर कुछ नर्वस हूं। धर्म और भगवान में मेरा विास है। इसलिए उम्मीद है कि हमारा यह सीरियल अच्छा चलेगा।‘‘ सन् 2001 की सुपरहिट फिल्म ‘‘लगान‘‘ में गौरी के किरदार से अचानक बहुत विख्यात हुई और बाद में पंद्रह साल तक लुप्त हो गई। ग्रेसी सिंह भी ‘‘संतोषी मां‘‘ में नजर आ रही हैं। ग्रेसी इसमें संतोषी माता के किरदार में हैं। रतन राजपूत भी अहम रोल में हैं। 

siya ke ramस्टार प्लस पर प्रसारित होने वाले सीरियल ‘‘सिया के राम’ के सेट की खूब र्चचा है। रावण के साम्राज्य के बाहरी हिस्सों की शूटिंग के लिए जल्द ही इस प्रोडक्शन की टीम श्रीलंका जाएगी। ट्रैंगल प्रोडक्शन्स की तरफ से बताया गया कि सीरियल की शूटिंग फिलहाल भारत में की जा रही है। कुछ हिस्सों की शूटिंग भुज में की गई है और जल्द ही इस टीम के लोग भूटान जाएंगे। इस सीरियल में जब रावण का घर दिखाया जाएगा, तो उसे प्रामाणिक लुक देने के लिए एक टीम श्रीलंका में शूटिंग करेगी। इस कथा को पहली बार मिथिला कुमारी सीता के दृष्टिकोण से दिखाया जा रहा है। इसमें मदिराक्षी सीता की भूमिका में है। लाइफ ओके पर देवों के देव महादेव लगातार तीन साल तक अपना रंग जमाए रहा। उस दौरान महादेव का किरदार निभाने वाले कलाकार मोहित रैना के दर्शन करने लोग उनके घर के बाहर जमा होते थे वे जहां भी जाते, लोग उनके पांव छूने लग जाते थे।टीवी पर धर्म के इस तीसरे दौर के बारे में समाजशास्त्री डॉ. विजय शर्मा कहते हैं कि ‘‘बहुत सालों से लोग टीवी पर सास बहू के सीरियल देखकर ऊब गए थे। अब एक बार फिर से हमारी संस्कृति की पारंपरिक कथाएं नए स्वरूप में आ रही हैं, तो लोग तो देखेंगे ही। यही कारण है कि गीता, रामायण और महाभारत के किरदार अलग-अलग कहानियों के साथ फिर से पूरी धमक के साथ लौट आए हैं।‘‘ सफलता के सुर जब सिर चढ़कर बोलने लगते हैं, तो सुनने वाले भी मिल ही जाते हैं। यही कारण है कि सीता, राम, हनुमान, कर्ण और कृष्ण, सारे के सारे टीआरपी के मैदान में बाजी मारने को बेताब हैं। सही मायने में कहा जाए तो दुनिया में किसी भी देश के मुकाबले भारत में टीवी बहुत देर से आया है। हमारे देश में टीवी का वास्तविक विकास तो सिर्फ बीस-पच्चीस साल ही पुराना है। यह अभी-अभी जवान हुआ है। टेलीविजन के असली विकास की शुरुआत को अभी लगभग ढाई दशक का समय भी नहीं बीता लेकिन टीवी आज सबसे ज्यादा और गहरे असरकारक माध्यम के रूप में हमारे सामने है। आज किसी को भी अपनी बात कहनी हो, तो टीवी सबसे व्यापक, सबसे तेज और सबसे असरकारक माध्यम है। तब, जब हमारे देश में सिर्फ दूरदर्शन ही हुआ करता था, तब से ही रामायण और महाभारत के दौर में इसकी भनक मिल गई थी। इसी कारण धार्मिक सीरियल रह रहकर मजबूती के साथ सामने आते रहे हैं।पच्चीस साल पहले जब दूरदर्शन पर रामायण सीरियल आया था तो लोग उस समय टीवी के सामने दिया जलाकर, फूल चढ़ाने के साथ जूते-चप्पल उतारकर सीरियल देखते थे और सीरियल की समाप्ति पर आरती के बाद प्रसाद भी बांटा करते थे। बी.आर. चोपड़ा के महाभारत के कृष्ण नीतीश भारद्वाज को तो गांवों में लोग भगवान का अवतार ही मानते थे। टीवी धारावाहिक निर्माता धीरज कुमार की बात बिल्कुल सही लगती है कि ‘‘आज के पेरेंट्स चाहते हैं कि उनके बच्चे धार्मिक धारावाहिक देखें और उनसे संस्कार लेने के साथ अच्छी बातें भी सीखें। इसलिए धार्मिक धारावाहिक कुछ-कुछ अंतराल के बाद अलग-अलग रूप में अवतरित होते रहे हैं।‘‘ सोनी, कलर्स, जी, स्टार प्लस और ऐसे ही मुख्यधारा के चैनलों की तो छोड़िये, काटरून नेटवर्क, पोगो, सोनिक, डिज्नी, डिस्कवरी किड्स, जैसे चैनल भी इसी धारा में बह रहे हैं, क्योंकि बच्चों को तो संस्कार और परंपरा की सीख वहीं से मिलेगी। जहां तक आम दर्शक की बात है तो वह आधुनिकता की दौड़ में सहभागी होने के साथ-साथ अपनी जड़ों से जुड़े रहना ज्यादा पसंद करता है। यही देखकर टीवी के परदे का ताजा परिदृश्य देखें, तो सच्चाई यही है कि ज्यादातर चैनल धर्म के रंग की ऐसी कहानियां रच रहे हैं जिनसे समाज को प्रेरणा मिले और बच्चे, बड़े और बूढ़े हर किसी के जीवन में कुछ न कुछ बदलाव आए। टीवी धारावाहिकों की फैक्टरी के नाम से मशहूर एकता कपूर की इस बात में दम है कि व्यक्ति चाहे कितना भी आधुनिक क्यों न हो जाए, वह उस आधुनिकता को भी धर्म के अनुसार ही जीता है। क्योंकि संस्कार हमारे जीवन की जड़ें हैं और आपसी लड़ाई झगड़े हमारी दिनर्चया का हिस्सा। ये सारी चीजें साथ-साथ चलती हैं। यही वजह है कि टीवी के परदे पर अचानक बहुत रंग भर गई जिंदगी की कहानियों के बीच धर्म ने भी अपनी धमक फिर से बना ली है

‘चक्रवर्ती सम्राट अशोक’ में नए अशोक

$
0
0
samrat-ashoka
कलर्स पर प्रसारित होने वाले धारावाहिक ‘चक्रवर्ती सम्राट अशोक’ अब कई सालों का लीप ले रहा है और खास बात यह है कि इसमें लोगों के चहीते अशोक यानी कि सिद्धार्थ निगम की जगह मोहित रैना दिखने वाले हैं। पिछले कई दिनों से यह चर्चा चल रही थी कि सालों के लीप के बाद अशोक का किरदार कौन करेगा। अब खुद चैनल ने मोहित के नाम की आधिकारिक घोषणा कर दी है।

मोहित इससे पहले देवों के देव महादेव में काम कर चुके हैं और इसमें मोहित को काफी पसंद किया गया था। चक्रवर्ती सम्राट अशोक में बदलाव को लेकर कई दिनों से बातें हो रही हैं। खुद चैनल की ओर से जारी किए गए एक टीजर में दिखाया जा चुका है कि अशोक अब बड़े हो चुके हैं। हालांकि उसमें बदले गए अशोक का चेहरा नहीं गुप्त रखा गया था।

भजन रत्‍न’’ रिएलिटी शो का ऑडिशन होगा 24 शहरों में

$
0
0
  • अनूप जलोटा, मालिनी अवस्‍थी और पंडित बिरजू महराज करेंगे इस शो को जज

anoop-jalota
नई दिल्‍ली। एक बार फिर देश में रिएलिटी शो की धूम मची है। डांस इंडिया डांस, यू थिंक यू कैन डांस, के बीच एक नये रिएलिटी शो का आगाज होने जा रहा हैा लेकिन यह रिएलिटी शो बिलकुल अनूठा है। जो भजन पर बेस्‍ड हैा अथ इंटरटेनमेंट के बैनर तले शुरू होने जा रहे इस रिएलिटी शो क नाम रखा गया है भजन रत्‍न । इस रिएलिटी शो के डायरेक्‍टर पंकज नारायण कहते हैं, ‘’ हम पूरे देश से भजन रत्‍न ढूंढ रहे हैं और यह अपनी तरह का पहला रीयालिटी शो है जिसमें नामी गिरामी बॉलीवुड हस्तियों का  समर्थन मिल रहा है। इस रिएलिटी शो का ऑडिशन 28 मई से शुरू होगा जो 9 जुलाई तक चलेगा। मुंबई, दिल्‍ली, चंडीगढ, देहरादून, गुडगांव, नोएडा, पटना, रांची, हैदराबाद आदि 24 शहरों में इसका ऑडिशन होगा। आस्‍था चैनल पर प्रसारित होने वाले भजन रत्‍न रिएलिटी शो को दर्शक 15 जुलाई से देख सकेंगे।
      
यह अपने आप में पहली तरह का अनूठा रियालिटी शो है जिसमें सभी धर्म के लोग गाएंगे जिसमें सूफी भी शामिल होगा। जो जीतेगा उसे ‘’भजन रत्‍न‘’ के सम्‍मान से नवाजा जाएगा। एक समय था जब लोग हरिओम शरण और अनूप जलोटा के भजनों को सुनकर अपने दिन की शुरुआत करते थे, समाचार में सुनाई पडता था कि सचिन तेंदुलकर क्रीज पर जाने से पहले हरिओम शरण की भजन सुनते थे जिससे उनकी एकाग्रता बनी रहे। लेकिन नई पीढी बदलते परिवेश में इस परंपरा से दूर सी होती जा रही थी। इसी को ध्‍यान में रखते हुए इस कांसेप्‍ट के जरिए लोगों को उनके जडों से जोडना इसका मकसद है जिससे सर्वधर्म समभाव स्‍थापित किया जा सके।

भजन सिंगर अनूप जलोटा, लोकगायक मालिनी अवस्‍थी और कथक डांसर बिरजू महराज इस शो को जज करेंगे। इसका प्रसारण आस्‍था चैनल पर 15 जुलाई से हर शुक्रवार और शनिवार को किया जाएगा। इस शो में बॉलीवुड गायक एश्‍वर्य निगम, टीवी कलाकार रिचा सोनी तथा कथक डांसर आरूषि निशंक भी दिखाई देंगे। गौरतलब है कि देश के इस पहले भजन पर आधारित रियालिटी शो को सफल बनाने के लिए बॉलीवुड के जाने-माने म्‍युजिक डायरेक्‍टर और सिंगर अपना समर्थन देने जुटेंगे।

नाटकों के माध्यम से बुर्जुगों का सम्मान

$
0
0
seniors-respect-by-drama
परिवार में पीढ़ी का अंतर और उससे पनपते मतभेद और बुर्जुगों की मनोदशा और इसके के लिए जिम्मेदार कौन ? कथानक पर आधारित नाटक ‘बाप का बाप दादा होता है’ का मंचन 7 मई, एल टी जी सभाघर, मंडी हॉउस में होगा। इसके लेखक विपिन के सेठी है। इसके अलावा विपिन सेठी परिवारिक समास्याओं और उसके निवारण पर अनेक नाटकों की रचना कर चुके है.... जैसे गौधुली, वृद्वावस्था की रंगकथा, 100 ग्राम जिंदगी, बाप का बाप दादा होता है, चित्त मैं जीता पट तू हारा....मुख्य है। 

विपिन कहते है कि‘ इन नाटको के माध्यम से मैंने समाज में फैली बुराई को दर्शाने और उसका निवारण खोजने का प्रयास के साथ साथ समाज को संदेश देने का प्रयास किया है।’ विपिन बुद्विजीवी है, रंगकर्मी है, और समाजसेवा करने का भी बीडा उठाया है। संस्था श्री साईं आशीर्वाद कृति के माध्यम से विपिन सेठी एक वृद्वाश्रम का निर्माण करने जा रहे है। उन्होंने बताया कि ‘अगर सब पर्याप्त लोग एक-एक असहाय व्यक्ति का बोझ उठा ले तो हमारे देश में ही क्या इस धरती पर कोई दुखी न हो। ’

विपिन सेठी ने बताया कि‘ मेरा एक ही सपना ह ैकि  मैं एक ऐसा वृद्वाश्रम का निर्माण करूँ जो किसी विशेष कौम का ना होकर सबके लिए होगा। संस्था वृद्वाश्रम का संचालन किसी से अनुदान या आर्थिक मदद ना लेकर इसका सारा खर्च स्वयं ही वहन करेगी। 

विशेष सन्दर्भ : फ्लॉप किरदार ''कन्हैया कुमार''

$
0
0
kanhaiya-reality-in-flight
कभी आजादी की खातिर गुहार तो कभी सेना के साथ बलात्कार का तमगा चिपकाने वाले कन्हैया कुमार का वो किरदार...जी हां आसमां की ओर निहारते हुए, आजादी की बुलंद आवाजों के साथ जेएनयू के टाइटल तले रास्ते तलाशने वाले, किसी को हिमायती तो किसी की मुखालिफत करने वाले...पूंजीवाद, मनुवाद की ऊंची बोलियों के साथ इंसान नहीं अपितु जाति विशेष की खातिर न्याय की गुहार लगाने वाले कथित अभिनेता की भूमिका पर सवाल उठने लगे हैं। सवाल है कि आखिर कन्हैया कुमार कितने सच्चे और कितने झूठे हैं ? सवाल ये भी है कि आरएसएस, बीजेपी पर लगातार हमले करके क्या वे राजनीति में पलायन या कहें संभावनाओं की तलाश में नहीं जुटे ? राहुल गांधी से भेंटवार्ता का मतलब क्या निकाला जाए ? सेना को बलात्कारी बताने पर उन्हें राष्ट्रवाद का कौन सा खिताब दिया जाए ? दरअसल ये सवाल हमारे नहीं बल्कि भारत की एक बड़ी आबादी के हैं। जी हां सवा सौ करोड़ लोगों में से ही ये सवाल कन्हैया के किरदार पर जड़े गए हैं। हाल ही में एक और मामले ने कन्हैया कुमार की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। जिसमें सवाल भी बाया कन्हैया कुमार आया और जवाब में कहीं न कहीं कन्हैया कुमार फंसते हुए नजर आ रहे हैं। लोगों की मानें तो कन्हैया कुमार एक फ्लॉप किरदार सरीखे ही हैं। हां अभी भी वे तमाम तरीकों से उठने की कोशिश कर रहे हैं। इसी श्रंखला में हाल ही में उपजा विवाद भी बताया जा रहा है। 

तो ये था मामला !
जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने रविवार को कथित तौर पर मुंबई में एक प्लेन में यात्रा के दौरान एक व्यक्ति पर गला दबाने का आरोप लगाया। कन्हैया ने दावा किया कि मुंबई से पुणे की एक फ्लाईट में एक व्यक्ति ने उसे जान से मारने की कोशिश की। 

''सस्ती लोकप्रियता के भूखे हैं कन्हैया''
जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार पर फ्लाइट में हमला करने और गला घोंटने की कोशिश के मामले में हिरासत में लिए गए शख्स ने सभी आरोपों को खारिज किया है। कन्हैया के आरोपों के बाद 33 साल के टीसीएस कर्मचारी मानस ज्योति देका (33) को मुंबई में हिरासत में लिया गया था। देका ने कहा, ”मेरा हाथ बस उनकी गर्दन पर पड़ गया था दरअसल उस दौरान मैं पैर में दर्द की वजह से मैं खुद को संतुलित करने की कोशिश कर रहा था। देका ने यह भी कहा कि उन्होंने कन्हैया की तस्वीरें जरूर देखी हैं पर निजी तौर पर उसे नहीं जानते। कन्हैया सब कुछ सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए कर रहे हैं। 

मामले की असलियत की ओर इशारा करते कुछ महत्वपूर्ण बिंदु :

1- मुंबई पुलिस ने कन्हैया के आरोपों को खारिज किया है। ज्वाइंट कमिश्नर ऑफ पुलिस देवेन भारती ने कहा, ”कन्हैया के दोस्त ने जो भी आरोप लगाए हैं, वे हमारी जांच में गलत पाए गए हैं।” 

2- भारती ने यह भी कहा कि एक सीनियर इंस्पेक्टर के बार-बार कहने के बावजूद कन्हैया ने पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं कराई। 

3- शनिवार को वाम संगठनों की ओर से आयोजित कार्यक्रम में कन्हैया ने मोदी सरकार पर निशाना साधा था। 

4- एक तरफ लोगों का जहां ये कहना है कि भाजपा के विरोध में खड़े करने का सबसे आसान तरीका यही हो सकता था। तो दूसरी ओर ये भी कहा जा रहा है कि कोई तीसरा दल भी विरोध के नाम पर एक तीर से दो निशाने करने का प्रयास कर सकता है। हालांकि ये सारी बातें जांच का विषय हैं। 

5-  इस पूरे मामले में लोगों ने एक पक्ष यह भी रखा कि कन्हैया कुमार द्वारा किसी व्यक्ति को बिना जाने बिना समझे किसी पार्टी का सपोर्टर बताना निश्चित तौर पर राजनीतिक फायदे की मंशा के उफान की बात को उजागर करती है। 



---हिमांशु तिवारी आत्मीय---
लखनऊ 

अन्नाद्रमुक वोट खरीदने के प्रयास में लगी है : करूणानिधि

$
0
0
aiadmk-is-effort-to-buy-votes--karunanidhi
तिरूवरूर (तमिलनाडु) 26 अप्रैल, द्रविड़ मुनेत्र कषगम के अध्यक्ष एम.करूणानिधि ने आज आरोप लगाया कि तमिलनाडु में सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक लोगों काे पैसों का लालच देकर उनके वोट खरीदने का प्रयास कर रही है और उन्होंने हाल में विभिन्न स्थानों से जब्त हुई बडी धनराशि के मामले की सीबीआई जांच की मांग की। हाल में करूर में अन्नाद्रमुक के एक कार्यकर्ता के पास से पांच करोड़ की नकदी और नोट गिनने की 12 मशीनें मिली थी। इसके अलावा विभिन्न स्थानों से बडी धनराशि बरामद की गई है। श्री करूणानिधि ने कल रात एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जे जयललिता राज्य के लोगों के वोट खरीदने के लिए जमकर पैसों का इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य में कानून का शासन नहीं रह गया है। कुछ अधिकारी चुनावी धांधली और भ्रष्ट कृत्यों को अंजाम देने में सत्तारूढ़ पार्टी की मदद कर रहे है। उन्होंने केन्द्र से इस मामले में हस्तक्षेप करने का आग्रह करते हुए कहा कि राज्य के विभिन्न हिस्सों से जब्त हो रही धनराशि के संबंध में सीबीआई जांच कराई जाये।

राज्यसभा में दूसरे दिन भी कामकाज बाधित

$
0
0
disrupt-the-functioning-of-the-rajya-sabha-for-second-day
नयी दिल्ली 26 अप्रैल, उत्तराखंड में राष्ट्रपति शासन लगाने के विरोध में कांग्रेस के हंगामे के कारण आज लगातार दूसरे दिन राज्यसभा में कामकाज बाधित रहा और भाेजनावकाश के पहले सदन की कार्यवाही तीन बार स्थगित करनी पडी। सभापति हामिद अंसारी ने सदन में प्रश्नकाल शुरू करते हुए प्रश्न पूछने के लिए सदस्य का नाम पुकारा तो कांग्रेस के सदस्य नारे लगाते हुए आसन के समक्ष आ गए। ये सदस्य मोदी तेरी तानाशाही नहीं चलेगी, हल्लाबोल - हल्लाबोल के नारे लगा रहे थे। इस बीच सदन में कांग्रेस के उप नेता आनंद शर्मा ने कुछ कहने का प्रयास किया तो सभापति ने उन्हें अनुमति नहीं दी और कांगेसी सदस्यों से अपनी सीटों पर लौटने का अनुरोध किया। लेकिन सदस्यों ने उनकी अपील काे अनसुना करते हुए नारेबाजी जारी रखी। उन्होंने स्थिति को देखते हुए प्रश्नकाल शुरू होने के पांच मिनट बाद ही सदन की कार्य 30 मिनट के लिए स्थगित कर दी। यह दूसरा स्थगन था। इससे पहले शून्यकाल में भी कांग्रेस के हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही एक बार स्थगित की गयी थी। श्री अंसारी ने स्थगन के बाद कार्यवाही फिर से चलानी चाही तो कांग्रेस के आनंद शर्मा ने कुछ करने का प्रयास किया लेकिन शोर शराबे के कारण कुछ नहीं सुना जा सका। कांग्रेस के सदस्य फिर आसन के समक्ष आ गए और नारेबाजी करने लगे। समाजवादी पार्टी के नरेश अग्रवाल ने पूरक प्रश्न पूछने के लिए सदन में व्यवस्था बनाने की मांग की। सभापति ने कांग्रेस के सदस्यों से शांत होने की अपील की लेकिन कोई असर नहीं होता देख उन्हाेंने सदन की कार्यवाही तीन मिनट के भीतर तीसरी बार भोजनावकाश तक स्थगित कर दी।

पाकिस्तान ने विदेश सचिव स्तर वार्ता में कश्मीर मुद्दा उठाया

$
0
0
foreign-secretary-level-talks-pakistan-raised-kashmir-issue
नयी दिल्ली.26 अप्रैल, पाकिस्तान ने आज यहां भारत के साथ विदेश सचिव स्तर वार्ता में कश्मीर मुद्दा उठाया। पाकिस्तान के विदेश सचिव एजाज अहमद चौधरी की उनके भारतीय समकक्ष एस.जयशंकर के साथ वार्ता के दौरान यह मुद्दा उठाया गया। द्विपक्षीय वार्ता के तत्काल बाद पाकिस्तान उच्चायोग ने यहां एक प्रेस विज्ञप्ति में दावा किया कि दोनों देशों के विदेश सचिव स्तर की वार्ता में जम्मू कश्मीर समेत सभी महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार विमर्श किया गया। विज्ञप्ति में कहा गया कि विदेश सचिव ने जोर दिया कि कश्मीर महत्वपूर्ण मुद्दा है और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों और कश्मीर के लोगों की इच्छाओं के अनुसार इसका संयुक्त समाधान निकाला जाना चाहिए। भारत की तरफ से अभी वार्ता के बारे में विवरण नहीं मिल सका है।

एनआईटी श्रीनगर में 26 मई से फिर होगी परीक्षाएं : राजनाथ

$
0
0
nit-srinagar-may-26-will-be-exams-again--rajnath
नयी दिल्ली, 26 अप्रैल, जम्मू कश्मीर के श्रीनगर में स्थित राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) में स्थिति अब सामान्य हो गयी है और जिन छात्रों ने पिछले दिनों संस्थान में उत्पन्न तनाव के कारण परिक्षाएं नहीं दी थीं उनके लिए 26 मई से फिर परीक्षा देने की व्यवस्था की गयी है। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने आज लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान एक पूरक प्रश्न के जवाब में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि संस्थान में अब तनावपूर्ण माहौल नहीं है और वहां स्थिति पूरी तरह से सामान्य हो चुकी है। तनावपूर्ण माहौल के कारण जिन बच्चों ने परीक्षा नहीं दी थी उनके लिए फिर से परीक्षा कराने का इंतजाम कर दिया गया है और यह परीक्षा अब 26 से 29 मई के बीच करायी जाएगी। उन्होंने कहा कि तनावपूर्ण माहौल के कारण जिन बच्चों ने पहले अपने घर लौटने की इच्छा व्यक्त की थी स्थानीय प्रशासन ने उन्हें सुरक्षित उनके घर तक पहुंचाने की व्यवस्था की थी लेकिन अब सुखद स्थिति यह है कि अपने घर गए सभी बच्चे अब फिर से संस्थान लौटने लगे हैं। 

गृह राज्यमंत्री किरन रिजिजू कहा कि एनआईटी में एक अप्रैल को जो घटना घटी थी उसके कारण माहौल तनावपूर्ण हो गया था। उसके बाद सरकार ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कई कदम उठाए और अब स्थिति एकदम शांत है। उनका कहना था कि संस्थान में स्थानीय पुलिस बल के साथ ही केंद्रीय बलों के जवान तैनात किए गए हैं और स्थिति पर लगातार पैनी नजर रखी जा रही है। घटना की मजिस्ट्रेट से जांच कराने के आदेश दिए गए हैं और इसकी रिपोर्ट जल्द आने वाली है। श्री रिजिजू ने प्राथमिकी वापस लेने संबंधी एक अन्य सवाल के जवाब में कहा कि प्राथमिकी में किसी का नाम नहीं है इसलिए प्राथमिकी वापस लेने का मामला हीं नहीं बनता है।

चिदंबरम ने किया राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता : प्रसाद

$
0
0
chidambaram-compromised-on-national-security-prasad
नयी दिल्ली 26 अप्रैल, संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने आज आरोप लगाया कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व गृह मंत्री पी. चिदंबरम ने इसरत जहां मामले में राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता किया है। श्री प्रसाद ने संसद भवन परिसर में संवाददाताओं के सवालों के जवाब में कहा कि श्री चिंदबरम इसरत जहां मामले में महत्वपूर्ण मुद्दों से बच रहे हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व गृहमंत्री ने राजनीतिक लाभ लेने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता किया है। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता का यह बयान कांग्रेस के इस आराेप के एक दिन बाद अाया है कि वास्तविक मुद्दों से बचने के लिए भाजपा हलफनामा बदलने का मामला उठा रही है। श्री प्रसाद ने कहा, ‘ वास्तविक मुद्दा यह है कि श्री चिदंबरम महत्वपूर्ण सवालों से क्यों भाग रहे हैं। उन्होंने उस हलफनामे को बदलने का आदेश क्यों दिया जिसमें साफ कहा गया था कि इसरत जहां आतंकवादी संगठन लश्कर ए तैयबा की आतंकवादी थी।’ उधर श्री चिदंबरम ने कहा है कि उन्होंने यह हलफनामा नहीं देखा है। हलफनामे पर गृहमंत्री हस्ताक्षर नहीं करते हैं। इस पर अवर सचिव ने हस्ताक्षर किए हैं।

हाईकोर्ट ने ख़ारिज की संदीप पाण्डेय की बर्खास्तगी, IIT BHU प्रशासन को झटका

$
0
0
allahabad-hc-dismisal-sandip-pandey-discharge
इलाहाबाद. कई कोर्ट ने एक अहम् फैसले में मैग्सेसे पुरस्कार विजेता डा. संदीप पाण्डेय के IIT BHU प्रशासन द्वारा किए गए समय पूर्व बर्खास्तगी को ख़ारिज कर दिया है. कोर्ट ने प्रशासन पर कड़ी टिप्पणी करते हुए कहा कि प्रसाशन का यह फैसला पूर्वाग्रही है और संदीप की अलग विचारधारा का होने के कारण किया गया है.

कोर्ट ने यह भी कहा कि बोर्ड का यह निर्णय अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के बुनियादी अधिकार का उल्लंघन है. और BHU के संस्थापक का मत भी यह था कि भारत महज हिन्दुओं का देश नहीं है. बल्कि मुस्लिमो, ईसाईयों और पारसियों का देश भी है. कोर्ट ने कहा कि सरकार की नीतियों की आलोचना करना अपराध नहीं है.

लखनऊ में आज एक सम्मान समारोह में डा. संदीप पाण्डेय की मौजूदगी में बोलते हुए प्रसिद्द मानवाधिकार कार्यकर्ता डा. लेनिन ने भी IIT BHU प्रशासन के इस फैसले का पुरजोर विरोध किया था और इसे मानवाधिकारों का उल्लंघन बताया था.

सलमान नहीं खिलाड़ी होना चाहिये गुडविल एम्बेसेडर : गंभीर

$
0
0
player-should-be-a-goodwill-ambassador-gambhir
मुंबई, 26 अप्रैल, रियो ओलंपिक में गुडविल एम्बेसेडर को लेकर मचे बवाल के बीच कोलकाता नाइटराइडर्स के कप्तान गौतम गंभीर ने भी माना है कि बालीवुड अभिनेता सलमान खान के बजाय किसी खिलाड़ी को यदि इस काम के लिये चुना जाता तो बेहतर होता। गुडविल एम्बेसेडर के सवाल पर गंभीर ने साफ शब्दों में अपनी बात रखते हुये पत्रकारों से कहा कि भारतीय ओलंपिक संघ(आईओए) यदि किसी खिलाड़ी को चुनता तो बेहतर होता। उन्होंने कहा“ इस देश में खिलाड़ियों की कोई कमी नहीं है। मुझे खुशी होती कि यदि अभिनव बिंद्रा या किसी ऐसे ही व्यक्ति को गुडविल एम्बेसेडर बनाया जाता जिसने खेलों के लिये अपना याेगदान दिया है।” कोलकाता नाइटराइडर्स के कप्तान ने कहा“ मैं व्यक्तिगत तौर पर बिंद्रा को इस पद के लिये चुनता क्योंकि वह देश के एकमात्र ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता हैं। मैंने सुना है कि किसी ने कहा है कि खिलाड़ियों को प्रचार की जरूरत होती है या उन्हें लोकप्रिय बनाने के लिये बाॅलीवुड की जरूरत होती है लेकिन मुझे ऐसा नहीं लगता कि खिलाड़ियों को लोकप्रियता के लिये बालीवुड की जरूरत है।”

ऑगस्‍टा वेस्‍टलैंड डील में इटली की कोर्ट ने माना- घोटाला हुआ और रिश्‍वत दी गई

$
0
0
agusta-westland-chopper-deal-italy-court-says-corruption-took-place-ex-iaf-chief-sp-tyagi-was-involved
अगस्टा वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर डील मामले में इटली की अदालत के फैसले के बाद सरकार की नींद खुली है. सरकार ने अब रोम में भारतीय दूतावास से कोर्ट के फैसले की जानकारी मांगी है. अगस्टा वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर डील मामले में रक्षा मंत्रालय ने रोम में भारतीय दूतावास से इटली के कोर्ट के फैसले की जानकारी तलब की है. कोर्ट के फैसले के जानकारी मिलने के बाद रक्षा मंत्रालय पूर्व वायुसेना प्रमुख एसपी त्यागी के आधिकारिक सरकारी समारोहों में शामिल होने को लेकर एडवाइजरी जारी कर सकता है.

इटली के मिलान कोर्ट ऑफ अपील्स के फैसले के मुताबिक, 2010 में हुई वीवीआईपी हेलीकॉप्टर डील में भ्रष्टाचार हुआ. इतना ही नहीं इटली की अदालत ने इस मामले में पूर्व वायुसेना प्रमुख एसपी त्यागी को भी शामिल बताया है. कोर्ट ने कहा कि इस सौदे के दौरान एक से डेढ़ करोड़ डॉलर का अवैध फंड भारतीय अफसरों तक पहुंचा. अदालत के 225 पन्नों के फैसले में अलग से 17 पेज सिर्फ पूर्व वायुसेना प्रमुख त्यागी के बारे में हैं. इनमें जिक्र है कि किस आधार पर अदालत इस फैसले पर पहुंची कि भारतीय सरकारी अफसरों ने भ्रष्टाचार किया.

प्रभु के पास क्रियान्वयन की ठोस योजना नहीं : विपक्ष

$
0
0
prabhu-does-not-have-proper-plans-for-implementation-opposition
नयी दिल्ली, 26 अप्रैल, विपक्ष ने रेल मंत्री सुरेश प्रभु पर महज ताली बजवाने की खातिर लोकलुभावनी घोषणाएं करने और उनके क्रियान्वयन के लिए संसाधन जुटाने की व्यवस्था नहीं करने का आरोप लगाते हुए आज उन्हें सलाह दी कि बुलेट ट्रेन चलाने की बजाए लोगों को पहले बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध करायी जानी चाहिए। लोकसभा में वर्ष 2016-17 के लिए रेलवे की अनुदान मांगों पर चर्चा की शुरुआत करते हुए कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खडगे ने मोदी सरकार पर लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाया और कहा कि इस सरकार के मंत्री सोच समझकर मंत्रालय से जुड़ी योजनाओं को लेकर आश्वासन नहीं देते हैं। रेल मंत्री ने पिछले दो साल में जो भी घोषणाएं की हैं उसके परिणाम देखने को नहीं मिल रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि श्री प्रभु ने रेल मंत्री बनने के बाद सिर्फ मेजें थपथपाने और ताली बजाने के लिए बडे बडे वादे किए हैं लेकिन यह नहीं बताया है कि इन योजनाओं के लिए पैसा कहां से आएगा। निधि जुटाने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की है। उन्होंने कहा कि पैसे के बिना विकास कार्य नहीं हो सकते हैं। लोगों को खुश करने के लिए लोकलुभावनी बातें करके विकास कार्य नहीं किए जा सकते, इसलिए योजना बनाने से पहले रेल मंत्री को उन परियोजनाओं को पूरा करने के लिए संसाधन जुटाने पर भी विचार करना चाहिए था। कांग्रेस नेता ने कहा कि संसाधन जुटाने की बजाए रेल मंत्री ने रेलवे विकास निधि तथा राष्ट्रीय रेल सरंक्षण कोष जैसी कई योजनाओं के लिए आवंटन में भारी कटौती की है। रेलवे विकास निधि के लिए 2015-16 में 2500 करोड रुपए दिए गए थे लेकिन इस बार उसमें 50 प्रतिशत की कटौती की गयी है।

तीन बार तलाक की समाप्ति के लिए मुसलमान महिलाएं तैयार : संघ

$
0
0
muslim-women-ready-to-end-up-divorced-three-times--rss
नागपुर, 26 अप्रैल, देश की लगभग 78 प्रतिशत मुसलमान महिलाएं पति की ओर से एकतरफा तलाक का शिकार होती हैं। इनमें 65़ 9 प्रतिशत मौखिक रूप से तलाक बोला जाता है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मुखपत्र ऑर्गनाइजर में हाल में एक लेख में कहा कि 90 प्रतिशत मुसलमान महिलाएं चाहती हैं कि काजियों की पहचान के लिए कोई कानूनी प्रणाली हो। मुसलमान महिलाओं ने स्वयं तीन बार तलाक बोल कर विवाह तोड़ने को उच्चतम न्यायालय में चुनौती दी है। मुसलमान महिलाएं मुसलमान समाज में महिलाओं की दयनीय हालत के खिलाफ अावाज उठा रही हैं। उत्तराखंड की सायरा बानो नामक महिला ने ’तीन बार तलाक’ प्रथा को बंद करने के लिए उच्चतम न्यायालय में याचिका दाखिल की है। सायरा को 13 वर्ष के वैवाहिक जीवन के बाद ऐसे ही तलाक का सामना करना पड़ा था। इसके बाद सायरा ने उच्चतम न्यायालय में गुहार लगाई कि तीन तलाक की इस एकतरफा प्रथा पर पुनर्विचार किया जाए। 

न्यायालय ने सायरा की याचिका पर संज्ञान लिया है। अखिल भारतीय मुसलिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने सायरा की याचिका को चुनौती दी है। उनकी याचिका में कहा गया है कि तीन तलाक की प्रथा घृणित है और संविधान की धारा 51ए के तहत इससे बतौर भारतीय नागरिक मुस्लिम महिलाओं के मूलभूत अधिकारों का हनन होता है। सच यह है कि मुस्लिम महिलाएं हमेशा ही इस बात को लेकर मानसिक दबाव में रहती हैं कि उन्हें कभी भी किसी थोथी बुनियाद पर तलाक दे दिया जाता है जिसके बाद उनका जीवन नरक हो जाता है। सायरा (42 ) के अपनी माँ के घर जाने से नाराज पति ने उसे तीन बार तलाक बोल कर विवाह तोड़ दिया इसलिए उन्होंने याचिका दाखिल कर अदालत से जानना चाहा कि तीन बार तलाक बोलने की कानूनी वैधता क्या है। साथ ही मुस्लिम पर्सनल लॉ -शरीयत- की कानूनी वैधता क्या है। इसके तहत बहुविवाह, तीन तलाक, निकाल और हलाला की क्या वैधता है। सायरा ने याचिका में कहा कि यह प्रथा महिला और मानवाधिकार विरोधी है उन्होंने अपने तर्क में कई मुसलमान देशों में मुसलमानों में बहु विवाह प्रथा पर प्रतिबंध लगाने का उदाहरण दिया।

लोकसभा ने रेल बजट को दी मंजूरी, एक लाख करोड़ का संरक्षा कोष बनेगा

$
0
0
parliament-approved-rail-budget-fund-will-be-setup-with-one-lakh-carore
नयी दिल्ली 26 अप्रैल, लोकसभा ने 2016-17 के रेल बजट को आज ध्वनिमत से पारित कर दिया। रेलवे ने संरक्षा की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए एक लाख करोड़ रूपये के विशेष संरक्षा कोष के गठन का प्रस्ताव वित्त मंत्रालय को भेजने की घोषणा की। रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने लोकसभा में करीब साढ़े तीन घंटे तक चली चर्चा का उत्तर देते हुए यह घोषणा की। उन्होंने कहा कि रेलवे में जीरो एक्सीडेंट मिशन को लाया गया है। चूंकि रेलवे मे सबसे अधिक दुर्घटनायें चौकीदार रहित लेवल क्रासिंग पर होतीं हैं। इसके लिये रोड ओवरब्रिज एवं रेल अंडरपास बनाने तथा अन्य संरक्षा उपायों के लिये एक अलग दीर्घावधि वाले संरक्षा कोष के गठन की माँग उठ रही थी। 

श्री प्रभु ने कहा कि रेल मंत्रालय ने एक लाख करोड़ रुपये के नॉन लैप्सेबल विशेष सरंक्षा कोष का प्रस्ताव वित्त मंत्रालय को भेज दिया है। उन्होंने मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना को लेकर विपक्ष की आलोचना पर कहा कि देश में जापान के सहयोग से बनने वाली बुलेट ट्रेन परियोजना का लाभ पूरे देश और पूरी भारतीय रेल को मिलेगा। विपक्षी सदस्यों की बुलेट ट्रेन परियोजना को खर्चीली और आम आदमी के हितों से परे बताये जाने का जवाब देते हुए रेल मंत्री ने कहा कि बुलेट ट्रेन परियोजना से जापान से आने वाली आधुनिक तकनीक का उपयोग भारतीय रेलवे के आधुनिकीकरण के लिए किया जायेगा। जापान के रेल अनुसंधान संगठन भारतीय रेलवे के अनुसंधान एवं मानक संगठन के साथ काम करेंगे। उन्होंने बताया कि बुलेट ट्रेन परियोजना में केवल 13 प्रतिशत आयात किया जायेगा, बाकी का निर्माण मेक इन इंडिया के तहत भारत में किया जायेगा। रेल बजट को मंजूरी देने से पूर्व सदन ने कुछ सदस्यों द्वारा पेश किये गये कटौती प्रस्तावों को नामंजूर कर दिया।

कांग्रेस के बागी विधायकों की सदस्यता पर सुनवाई 28 को

$
0
0
hearing-on-28-april-on-membership-of-rebel-congress-mlas
नैनीताल/देहरादून, 26 अप्रैल, कांग्रेस के नौ बागी विधायकों को विधानसभा की सदस्यता से अयोग्य घोषित करने के मामले में अब उच्च न्यायालय नैनीताल में 28 अप्रैल को सुनवाई होगी। बागी विधायकों की सदस्यता के मामले में आज न्यायमूर्ति यूसी ध्यानी की एकल पीठ में बहस हुई। विधानसभा के अध्यक्ष की ओर से अधिवक्ता अमित सिब्बल ने दलील देते हुए कहा कि सत्ताधारी दल के साथ ही बाहर से समर्थन देने वाले भी मनी बिल का विरोध नहीं करते। विधानसभ अध्यक्ष ने लोकतंत्र की मजबूती के लिए सही कार्रवाई की। बागियों ने राज्यपाल से मिलकर सत्ताधारी दल का होने के बावजूद कहा कि सरकार गिर चुकी है। श्री सिब्बल ने अदालत के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि सदन में मनी बिल ध्वनिमत से पारित हुआ। विधानसभा अध्यक्ष के फैसले पर बाहरी समीक्षा प्रतिबंधित है। श्री सिब्बल ने कहा कि बागी विधायकों ने भाजपा के साथ मिलकर नई सरकार बनाने का बयान दिया। साथ ही मुख्यमंत्री की सार्वजानिक आलोचना की। 

उन्होंने दलील दी कि भाजपा के 26 विधायकों के साथ कांग्रेस के नौ बागी विधायक राजभवन गए। उन्होंने संयुक्त ज्ञापन देकर दल बदल कानून को तोड़ा है और असंवैधानिक तरीके से सरकार को अल्पमत में बताया। सरकार को 18 की सुबह ही बर्खास्त करने की मांग कर दी। उन्होंने सवाल किया कि राज्यपाल से मिलकर मत विभाजन की मांग क्यों की गयी। इन विधायकों द्वारा 44 हजार करोड़ के विनियोग विधेयक का विरोध किया गया जिसमें सरकार की महत्वपूर्ण योजनाएं शामिल थीं। अमित सिब्बल ने कहा कि उत्तराखंड का मामला कर्नाटक के येद्दियुरप्पा मामले से अलग है। वहां विधायकों ने मुख्यमंत्री पर भ्रष्ट, तानाशाह होने तथा भाई-ंभतीजावाद का आरोप लगाया तथा विधायक श्री येद्दियुरप्पा के खिलाफ थे जबकि यहां विधायक सरकार के खिलाफ हैं। बागी विधायकों ने राज्यपाल से अपनी सरकार को बर्खास्त करने की मांग की। सदन में क्या हुआ, उसका पता नहीं और उस पर बहस नहीं हो सकती। श्री सिब्बल ने दलील दी कि राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन ऐसा दस्तावेज है, जिसके बाद बागी विधायकों पर कार्रवाई जायज थी। बागी सिर्फ अपनी सरकार गिराने का काम कर रहे थे, इसलिये मनी बिल का विरोध किया गया। बागी विधायकों ने भाजपा विधायकों के साथ मिलकर अपनी सरकार को बर्खास्त करने की मांग की। ज्ञापन में दस्तखत भी किये। इसका मतलब कांग्रेस की सदस्यता का स्वेच्छा से परित्याग किया गया जो दसवीं अनुसूची के 2(1)क के तहत दलबदल कानून की श्रेणी में आता है।
Viewing all 74226 articles
Browse latest View live




Latest Images