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उत्तराखंड : बागी विधायकों की याचिका पर अगली सुनवाई नौ मई को

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देहरादून, 28 अप्रैल, नैनीताल उच्च न्यायालय में कांग्रेस के नौ बागी विधायकों की विधानसभा अध्यक्ष के फैसले काे चुनौती देने वाली याचिका पर अगली सुनवाई नौ मई को होगी। विधायकों के मुख्य अधिवक्ता के नहीं पहुंचने के कारण आज दूसरी बार न्यायालय को सुनवायी की तिथि आगे बढ़ानी पड़ी है । सूत्रों के अनुसार मामले की सुनवाई शुरू हुयी तो विधायकों की और से पेश अधिवक्ताआें ने न्यायालय को बताया कि पैरवी करने वाले मुख्य अधिवक्ता सी.ए. सुन्दरम पैरवी के लिए नही पहुंच पाए है जिसके बाद एकलपीठ के न्यायाधीश यू सी ध्यानी ने विधानसभा अध्यक्ष की और से मौजूद अधिवक्ता अमित सिब्बल को अपना पक्ष रखने के लिए कहा। 

अधिवक्ता अमित सिब्बल ने दलील दी कि सत्तारूढ दल को साथ ही बाहर से समर्थन देने वाले भी धन विधेयक का विरोध नहीं करते। अध्यक्ष ने लोकतंत्र की मजबूती के लिए सही कार्रवाई की। बागियों ने राज्यपाल से मिलकर सत्तारूढ दल का होने के बावजूद कहा कि सरकार गिर चुकी है। उन्होंने दलील दी कि भाजपा के 26 विधायकों के साथ कांग्रेस के नौ बागी विधायक राजभवन गए, उन्होंने संयुक्त ज्ञापन देकर दल बदल कानून को तोड़ा है और असंवैधानिक तरीके से सरकार को अल्पमत में बताया। सरकार को 18 की सुबह ही बर्खास्त करने की मांग कर दी। इन विधायकों द्वारा 44 हजार करोड़ के विनियोग विधेयक का विरोध किया गया, जिसमें सरकार की महत्वपूर्ण योजनाएं शामिल थीं। बाद में श्री सुन्दरम के सहयोगियों ने बताया कि आज की बहस में वह नहीं आ पाएंगे अतः उन्हें अगली तारीख दी जाए जिस पर न्यायालय ने अगली सुनवाई के लिए नौ मई की तारीख तय की। विधानसभा अध्यक्ष की ओर से पेश वकीलों का कहना है कि विधायकों के वकील बहस से बचने के लिए बहाने बना रहे हैं । 

रांची को जल्द जीरो कट बिजली: रघुवर दास

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रांची, 28 अप्रैल, झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि राजधानी के लोगों को जल्द ही जीरो कट बिजली मिलेगी और इसके लिए सरकार ने सार्थक पहल शुरु कर दी है। मुख्यमंत्री ने आज यहां राजभवन विद्युत शक्ति उपकेंद्र में अंडरग्राउंड केबलिंग तथा मोबाइल एप का उद्घाटन करते हुए कहा कि राजधानी रांची अौर जमशेदपुर में अंडरग्राउंड केबलिंग की जा रही है। रांची में बिजली के तारों को अंडरग्राउंड करने की शुरुआत हो रही है जिस कार्य को दो साल में पूरा करने का लक्ष्य है। साथ ही लोगों को बिजली बिल के भुगतान सहित अन्य सुविधाओं देने के लिए मोबाइल एप की शुरुआत भी की जा रही है। श्री दास ने कहा कि नए पाॅवर सबस्टेशन का निर्माण, पुराने सब स्टेशन एवं पुरानी लाईन की क्षमता का विस्तार इत्यादि किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार लगातार अपने वादे पूरे कर रही है लेकिन राज्य के समग्र विकास के लिए जनता का सहयोग भी अपेक्षित है। उन्होंने कहा कि राज्य के सामाजिक और आर्थिक विकास के लिए चैबीसों घंटे निर्बाध बिजली जरुरी है और सरकार इस काम को चरणबद्ध तरीके से समय सीमा के अंदर कर रही है। इस साल सरकार का लक्ष्य बिजली और पानी हर व्यक्ति तक पहुंचाना है। 

श्री दास ने कहा कि दीन दयाल ग्रामीण ज्योति योजना के तहत वर्ष 2018 तक झारखंड के सभी शहरों और गांवों तक बिजली पहुंचाने का लक्ष्य तय किया गया है जिसे समय सीमा से पहले पूरा कर लिया जायेगा। उन्होंने कहा कि आज ग्रामीण क्षेत्र में भी तकनीक को अपनाया जा रहा है और तकनीक भ्रष्टाचार को कम करने का एक महत्वपूर्ण साधन है। उन्होंने लोगों से ज्यादा से ज्यादा इस तकनीक को अपनाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि मोबाइल एप के जरिये बिल भुगतान, शिकायत, नये कनेक्शन, भार परिवर्तन जैसी सुविधायें दी जा रही हैं। इससे लोगों को बिल भुगतान में होने वाली समस्या से भी निजात मिल सकेगी। उन्होंने जल संकट पर चिंता जताते हुए कहा कि सरकार वर्ष 2017 की गर्मी से पहले तक राज्य में ज्यादा से ज्यादा डोभा और तालाब खुदवाने की योजना पर काम कर रही है। साथ ही राज्य के जलाशयों को भी गहरा करने का काम दो महीने के अंदर कर लिया जायेगा ताकि वर्षा जल को संचित कर आने वाले समय में उपयोग में लाया जा सके। उन्होंने पांच जून को मनाये जाने वाले पर्यावरण दिवस पर सभी लोगों से एक-एक पेड़ लगाने का आग्रह किया। कार्यक्रम में विधायक जीतूचरण राम, ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव एसकेजी रहाटे, झारखंड विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक राहुल पुरवार, अंडरग्राउंड केबलिंग के लिए चयनित कंपनी पोली केब वायर्स लिमिटेड के प्रतिनिधि समेत अन्य लोग उपस्थित थे। 

बैंक ऑफ बड़ौदा में क्षेत्रीय भाषाओं को दिया बढावा

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बैंक ऑफ बड़ौदा ने उत्कृष्ट ग्राहक सेवा तथा ग्राहकों से सहज संवाद करने की दिशा में बैक कर्मियों को क्षेत्रीय भाषाओं के प्रशिक्षण की शुरुआत कर एक अनूठी पहल की है। कुछ अन्य केन्द्रों पर भी यह प्रशिक्षण माह मई 2016 से प्रारंभ किया जाएगा।     

अब बैंक हिन्दीतर भाषी क्षेत्रों में अपने स्टाफ सदस्यों को हिन्दी भाषा के साथ-साथ उन प्रान्तों की क्षेत्रीय भाषाओं का प्रशिक्षण भी दे रहा है जिन्हें वहां की स्थानीय भाषा का ज्ञान नहीं हैं। बैंकिंग क्षेत्र में कर्मचारियों के लिए भाषा प्रशिक्षण की ऐसी अनूठी पहल करने वाला बैंक ऑफ बड़ौदा देश का पहला सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक है। बैंक के कार्पोरेट कार्यालय, मुंबई में मराठी भाषा प्रशिक्षण का शुभारम्भ महाप्रबंधक (मानव संसाधन प्रबंधन) श्रीमती विन्ध्या जे. रमेश ने किया.

इस प्रशिक्षण को दो चरणों में प्रारंभ किया गया है। पहले चरण में नए भर्ती किए गए अधिकारियों को बैंक के प्रशिक्षण केन्द्रों में प्रारम्भिक प्रशिक्षण के साथ ही स्थानीय भाषा का प्रशिक्षण दिया जा रहा है तथा दूसरे चरण में हिन्दीतर भाषी क्षेत्रों में पदस्थ मौजूदा स्टाफ सदस्यों को अपने प्रशासनिक कार्यालयों में स्थानीय भाषा का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस प्रशिक्षण हेतु प्रत्येक क्षेत्रीय भाषा पढ़ने एवं बोलने हेतु 20 घंटे का पाठयक्रम तैयार किया गया है। शुरुआती दौर में यह प्रशिक्षण मुंबई एवं पुणे (मराठी), हैदराबाद एवं विशाखापट्टनम (तेलुगु), बेंगलुरू (कन्नड़), बड़ौदा (गुजराती), कोलकाता (बांग्ला), चण्डीगढ़ (पंजाबी)  में प्रारंभ किया गया है।

व्यंग : चने के पेड़ पे...!!

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दुनिया  में कई चीजें दिखाई पहले पड़ती है , लेकिन समझ बाद में आती है। बचपन में गांव जाने पर चने के पेड़ तो खूब देखे। लेकिन इस पर चढ़ने या चढ़ाने का मतलब बड़ी देर से समझ आया।इसी तरह हेलीकाप्टर से घूम - घूम कर जनसभा को संबोधित करने , राजप्रसाद जैसे महलों में रहने और दुनिया की हर - प्रकार की सुख - सुविधा का उपभोग करते हुए कोई कैसे त्याग और जनसेवा कर सकता है, इसका मतलब  भी समझने में अरसा लग गया। खैर पहले बात करते हैं चने के पेड़ की।  चने के पेड़ पर केवल नासमझ ही नहीं चढ़ते , महाज्ञानियों को भी इस पर चढ़ने की कोशिश करते और  धड़ाम से जमीन पर गिरते देखा है।और तो और लोगों को हमेशा प्रवचन की घुट्टी पिलाते रहने  वाले देश के अनेक बाबा भी इस चने के पेड़ पर चढ़ने की कोशिश में अपनी फजीहत करा चुके हैं। गांव - देहात का कल्लन कड़ी  मेहनत मजदूरी करके जीवन - यापन कर रहा है। कुछ लोग उसे शादी को प्ररित कर चने के पेड़ पर चढ़ा देते हैं कि इससे उसे सुख मिलेगा। लेकिन होता बिल्कुल उलटा है। एक ऐसे ही मेहनती मजदूर को आंसू बहाते देखा जो शादी के बाद अफसोस व्यक्त कर रहा था कि जिस सुख की तलाश में वह गृहस्थी के जुए में जुता, वह उसके लिए मृगतृष्णा साबित हो रही है। 

जिंदगी का आलम यह कि उसके जीवन के 12 घंटे कारखाने में पसीना बहाते बीतता है और दो घंटे घर से कारखाना आने - जाने में। इसके बाद रोज दो घंटे उसके परिवार के लिए पानी की जुगाड़ में खर्च हो जाते हैं।  जब भी किसी को चने के पेड़ पर चढ़ा देखता हूं मेरे जेहन में उस डुप्लीकेट का  चेहरा बार - बार उभर आता है जिसे आगे रहने की होड़ में कुछ चैनल वालों ने एक माननीय का हमशक्ल बना कर पार्लियामेंट भेज दिया। अपने इस कारनामे की वजह से वह बेचारा कुछ दिनों तक तो चर्चा में रहा, लेकिन जब संसद  में अनाधिकृत प्रवेश के लिए पकड़ा गया तो दहाड़े मार कर रोने लगा कि आज फंस गया हूं तो कोई बचाने नहीं आ रहा है। इससे पहले और बाद में भी अनेक लोगों को चने के पेड़ पर चढ़ने की कोशिश करते और इस प्रयास में धड़ाम से नीचे गिरते देखा है। अभी हाल में एक और आजादी पसंद को चने के पेड़ पर चढ़ने की कोशिश करते देखा। हमेशा की तरह एक वर्ग ने उसे खूब चढ़ाने की कोशिश की। इतना प्रचार दिया मानो कोई अवतारी - दिव्य पुरुष का दुनिया को बदलने वाला प्रवचन चल रहा हो। लेकिन उसे चने के पेड़ पर चढ़ा कर किनाराकसी करने में भी ज्यादा वक्त नहीं लगा। अब बेचारे की खबर तभी दिखाई जाती है जब वह कहीं पिट जाता है या फिर इसकी शिकायत करता है। शिकायत की भी पोस्टमार्टम होती है कि सही कह रहा है या झूठ। जबकि कल तक उसे अवतारी पुरुष की तरह रात - दिन दिखाया जा रहा था। इस दौरान यह देखने - समझने की जरूरत भी महसूस नहीं की गई कि वह जो कह रहा है वह सही भी है या नहीं। या बस भौंकाल ही भरे जा रहा है। चने के पेड़ पर चढ़ने की कोशिश करने वाले की हालत अब यह है कि उसकी हवाई यात्रा पर भी सवाल खड़े किए जा रहे हैं क्योंकि अभी हाल में तो उसने खुद को महागरीब बताया था। लेकिन इस मुद्दे पर अपनी दलील यह है कि ऐसे लोगों से भला कभी ऐसा सवाल पूछा  जाता है क्या। ऐसे तो देश में असंख्य नामचीन सवालों के घेरे में आ जाएंगे जिनकी पहचान त्याग और देशसेवा के लिए है। हमने अनेक गरीब प्रेमी नेता देखे हैं जो आजीवन अपनी पुरानी चिरकुट वाली पहचान के साथ चिपके रहे। समय के साथ गरीब प्रेमी नेता की धन संपति लगातार बढ़ती रही। लोग हैरत जताते। तहकीकात से पता लगा कि जनाब ने राजनीति में रहते धर्मपत्नी को सरकारी नौकरी से लगवा दिया। फिर बेटा बड़ा हुआ तो बाप की बदौलत वह भी कहीं एडजस्ट हो गया। बहू आई तो वह भी नौकरी वाली। रूतबा बढ़ा तो सलाहकारों की सलाह पर जनाब ने दर्जनों डंपर किराए पर चला दिए। साझे पर ठेकेदारी का कारोबार फलने - फूलने लगा।  अब लाखों की आमदनी वाले शख्स को क्या जरूरत है इधर - उधर हाथ गंदे करने की। ऐसे ही सक्षम लोग सब कुछ एडजस्ट करते जाते हैं। 






तारकेश कुमार ओझा,
खड़गपुर (पशिचम बंगाल) 
संपर्कः 09434453934, 9635221463
लेखक पश्चिम बंगाल के खड़गपुर में रहते हैं और वरिष्ठ पत्रकार हैं।

अमेरिकी कांग्रेस ने पाकिस्तान की नीतियों पर उठाये सवाल

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वाशिंगटन. 29 अप्रैल, अमेरिकी कांग्रेस के कई सदस्यों ने पाकिस्तान की नीतियों तथा प्राथमिकताओं पर सवाल उठाया है और उसे अगले वित्तीय वर्ष के लिए 74 करोड 20 लाख डाॅलर की रकम देने के ओबामा प्रशासन के फैसले पर आपत्ति की है। कांग्रेस के सदस्यों का कहना है कि पाकिस्तान यह रकम दूसरी जगह खर्च कर सकता है। ओबामा प्रशासन के दो अधिकारियों अफगानिस्तान तथा पाकिस्तान के लिये विशेष प्रतिनिधि रिचर्ड ओल्सन तथा अंतरराष्ट्रीय विकास की अमेरिकी एजेन्सी के डोनाल्ड सैम्पलर ने पाकिस्तान को वित्तीय सहायता देने का हल्का बचाव किया किन्तु कांग्रेस के सदस्य इससे संतुष्ट नहीं हो सके । कांग्रेस के सदस्यों ने पाकिस्तान को वित्तीय सहायता दिये जाने पर अपनी गहरी नाराजगी जतायी और अधिकारी उनका जवाब नहीं दे सके । कांग्रेस की विदेशी मामलों की समिति की अध्यक्ष इलेना रोस लेहतिनेन ने पाकिस्तान को वित्तीय सहायता दिये जाने के मामले की सुनवाई के दौरान पाकिस्तान पर तीखा प्रहार किया और कहा कि पाकिसतान अपनी भूमि पर तालिबान के विरूद्ध कार्रवाई न कर उसकी सफलता में सहायक बन रहा है। उन्होंने कहा कि तालिबान पाकिस्तान की भूमि से खुली कार्रवाई कर रहा है। उन्होंने कहा कि इस स्थिति में पाकिस्तान को अरबों डाॅलर की रकम देने का कोई औचित्य नहीं है । उन्होंने कहा ,“हमें अपनी सहायता इस शर्त के साथ देनी चाहिये कि पाकिस्तान अफगानिस्तान का बेहतर क्षेत्रीय साझीदार बन सके।” 

दो साल बाद सोना हुआ 30 हजारी

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नयी दिल्ली 29 अप्रैल, वैश्विक स्तर पर सोने के सात सप्ताह के उच्चतम स्तर पर पहुँचने से आज दिल्ली सर्राफा बाजार में भी पीली धातु 350 रुपये चढ़कर दो साल बाद 30 हजार से ऊपर 30250 रुपये प्रति दस ग्राम पर पहुँच गई। स्थानीय स्तर पर आभूषण निर्माताओं की मजबूत माँग आने से भी इसमें बढ़त देखी गई। सर्राफा कारोबारियों की हड़ताल समाप्त होने के बाद यह लगातार तीसरा दिन है, जब सोने में तेजी देखी गई है। वैश्विक स्तर पर चाँदी भी 15 महीने के उच्चतम स्तर पर रही। इससे स्थानीय बाजार में सफेद धातु 600 रुपये की छलांग लगाकर सितंबर 2014 के बाद के उच्चतम स्तर 41600 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुँच गई। लंदन में आज सोना हाजिर 10.5 डाॅलर चढ़कर 1276.3 डॉलर प्रति औंस बोला गया। जून का अमेरिकी सोना वायदा भी 11.9 डॉलर की बढ़त के साथ 1278.3 डॉलर प्रति औंस रहा। कारोबारियों ने बताया कि डॉलर के टूटने से अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सोने में तेजी लौटी है। गुरुवार को डॉलर और यूरो दोनों में पाँच साल से ज्यादा की सबसे बड़ी एकदिनी गिरावट देखी गई थी। बुधवार को समाप्त मौद्रिक नीति बैठक में अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दर नहीं बढ़ाने के बाद ब्याज दर के प्रति संवेदनशील पीली धातु में मजबूती देखी जा रही है। इस बीच लंदन में चाँदी हाजिर भी 0.2 डॉलर चमककर 17.76 डॉलर प्रति औंस पर पहुँच गई। 

एक साल में 8.6 प्रतिशत महँगा हुआ आवास

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वाशिंगटन, 29 अप्रैल, देश में आवास के दाम एक साल में 8.6 प्रतिशत बढ़ गये हैं, जबकि वैश्विक स्तर पर चार साल बाद किसी तिमाही में इसमें गिरावट दर्ज की गई है। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) द्वारा जारी आँकड़ों के अनुसार, लगातार 16 तिमाहियों में बढ़ने के बाद पिछले साल की अंतिम तिमाही में आवास की कीमतों में 0.33 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। इसका सूचकांक सितंबर 2015 में समाप्त तिमाही के 151.6 से घटकर दिसंबर 2015 में समाप्त तिमाही में 151.1 पर आ गया। सूचकांक में सबसे ज्यादा 33.36 प्रतिशत की गिरावट यूक्रेन में दर्ज की गई। इसके बाद संयुक्त अरब अमीरात में 14.29 प्रतिशत, रूस में 13.41 प्रतिशत, ब्राजील में 9.18 प्रतिशत तथा लातविया में 7.39 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। ग्लोबल हाउसिंग वॉच नामक इस रिपोर्ट के अनुसार भारत उन देशों में है जहाँ वैश्विक रुख के विपरीत रिहाइश महंगी हुई है। हालाँकि, भारत के लिए ताजा आँकड़े 2015 की 30 सितंबर को समाप्त तिमाही के हैं। इस तिमाही में साल दर साल आधार पर आवास की कीमत 8.61 फीसदी बढ़ी है। कीमत में सबसे तेज बढ़ोतरी कतर में दर्ज की गई जहाँ दाम 15.50 प्रतिशत बढ़े हैं। न्यूजीलैंड में दाम 14.59 प्रतिशत, हांगकांग में 14.18 प्रतिशत, स्वीडन में 13.74 प्रतिशत तथा हंगरी में 10.92 प्रतिशत बढ़े।

माल्या ने कहा “उचित” सुलह के लिए तैयार

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लंदन 29 अप्रैल, सरकारी बैंकों का 9000 करोड़ रुपये का ऋण चुकता किये बिना भारत छोड़कर भागे कारोबारी विजय माल्या ने कहा है कि वह ऋण मुद्दे पर “उचित” सुलह के लिए तैयार हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वह “निर्वासन के लिए मजबूर हैं” और फिलहाल ब्रिटेन छोड़ने का उनका कोई इरादा नहीं है। ब्रितानी अखबार फाइनेंशल टाइम्स के शुक्रवार के अंक में प्रकाशित एक साक्षात्कार में माल्या ने कहा, “हम हमेशा बैंकों के साथ बातचीत करते रहे हैं और दुहराते रहे हैं कि ‘हम सुलह करना चाहते हैं।’ लेकिन, हम उचित राशि पर सुलह करना चाहते हैं, ऐसी राशि जो हम चुका सकें और जिसे बैंक पहले किये गये सुलहों के आधार पर न्यायोचित ठहरा सकें।” वह गत 02 मार्च को उस समय देश छोड़कर दिल्ली से लंदन आ गये थे जब सरकार तथा सार्वजनिक बैंक दिवालिया घोषित हो चुकी उनकी कंपनी किंगफिशर एयरलाइंस को तथा उन्हें दिये गये ऋण की वसूली के उपाय कर रहे थे। माल्या ने कहा, “मेरा पासपोर्ट जब्त कर या मुझे गिरफ्तार कर उन्हें मुझसे एक पैसा भी नहीं मिलेगा।” उन्होंने कहा कि वे “निर्वासन के लिए मजबूर” हैं और ब्रिटेन छोड़ने का उनका कोई इरादा नहीं है।

पनामा पेपर्स में नामित हरेक भारतीय को नोटिस भेजा

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नयी दिल्ली 29 अप्रैल, सरकार ने पनामा पेपर्स लीक में प्रकाश में आये सभी भारतीय नागरिकों को नोटिस भेजे हैं लेकिन आयकर कानून का हवाला देते हुए उनके नाम सार्वजिनक करने से आज इन्कार कर दिया। वित्त मंत्री अरूण जेटली ने लोकसभा में प्रश्नकाल में पनामा पेपर्स लीक में नामित लोगों के विरूद्ध कार्रवाई के बारे में पूछे जाने पर कहा कि टैक्स चोरी कर धन को विदेशों में रखे जाने के जितने भी मामले आये हैं। सबको नोटिस देकर कार्रवाई की जा रही है लेकिन आयकर कानून की घरा 138 के अंतर्गत इस कार्यवाही को सार्वजनिक नहीं किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि पनामा पेपर्स में भी नामित हरेक भारतीय को नोटिस भेजा गया है तथा उन पर समुचित कार्रवाई हो रही है।

कृषि आय दिखाकर काले धन को सफेद करने की बड़े कारोबारियों एवं राजनेताओं की प्रवृत्ति से जुड़े एक सवाल के जवाब में वित्त राज्यमंत्री जयंत सिन्हा ने बताया कि आयकर विवरणियों की जांच में पाया गया है कि गत वर्ष कृषि आय के रूप में कुल 15 हजार करोड की राशि घोषित की गयी है। यह राशि 18 लाख करोड़ के कुल बजट में बहुत मामूली है। सरकार इसकी जांच कर रही है, पर हमें लग नहीं रहा है कि इसमें कुछ खास सफलता मिलेगी। एक अन्य प्रश्न के उत्तर में उन्होंने बताया कि सरकार ने कर चोरी को रोकने के लिए सघन कार्रवाई की है। प्रत्यक्ष कर के मामले में अपवंचन में मामलों में 30 प्रतिशत, उत्पाद शुल्क एवं सेवाकर अपवचंन मामलों में 66 प्रतिशत तथा सीमा शुल्क अपवंचन मामलों में 600 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। देश के कर ढांचे का उल्लेख करते हुए श्री सिन्हा ने बताया कि देश में करदाताओं की संख्या 5.8 करोड़ हो गयी है।

श्रीनगर में और अलगाववादी नेता नजरबंद

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श्रीनगर.29 अप्रैल, जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में शुक्रवार की नमाज के बाद प्रदर्शन को रोकने के लिए प्रशासन ने अलगाववादी संगठन हुर्रियत कांफ्रेंस के कट्टरपंथी धड़े के और नेताओं को नजरबंद कर दिया है। संगठन के अध्यक्ष सैयद अली शाह गिलानी और महासचिव शबीर अहमद शाह अब भी नजरबंद है। गिलानी ने कथित राज्य प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ घाटी में लोगों से शांतिपूर्ण प्रदर्शन की अपील की थी। हुर्रियत कांफ्रेंस के प्रवक्ता एयाज अकबर ने कहा कि प्रशासन ने मोहम्मद अशरफ सेहराई, राजा मेहराजुद्दीन, मोहम्मद अशरफ सेहराई और नईम अहमद खान समेत संगठन के कई वरिष्ठ नेताओं को नजरबंद कर दिया है। प्रवक्ता ने बताया कि मालरू स्थित उसके घर के बाहर बड़ी संख्या में सुरक्षाबलों और पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है और उसे बाहर निकलने नहीं दिया जा रहा। गिलानी छह अप्रैल को दिल्ली से लौटने के बाद से हैदरपुरा स्थित अपने घर में नजरबंद है। शबीर शाह को गत सप्ताह राजबाग पुलिस थाने से रिहा करने के बाद से ही नजरबंद कर दिया गया।

राजस्थान में खरीदे गये अगस्टा की जांच भी होनी चाहिए : पायलट

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जयपुर 29 अप्रैल, राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट ने अगस्टा हेलीकाप्टर के मामले में की जा रही केन्द्रीय जांच ब्यूरो की जांच का दायरा बढाने की मांग करते हुये कहा है कि राजस्थान सरकार द्वारा खरीदे गये अगस्टा हेलीकाप्टर की खरीद के मामले की भी जांच की जानी चाहिए। श्री पायलट ने आज यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि वर्ष 2005 में तत्कालीन भाजपा सरकार ने अगस्टा हेलीकाप्टर खरीदा था जिसकी भी जांच की जानी चाहिए क्योंकि जिस कंपनी पर गडबडी की जांच केन्द्रीय जांच ब्यूरो कर रहा उसी ने राजस्थान में भी सरकार को हेलीकाप्टर बेचा था। उन्होंने कहा कि तत्कालीन भाजपा सरकार ने वर्ष 2008 में दूसरा अगस्टा हेलीकाप्टर भी खरीदने के लिए प्रक्रिया शुरू की थी जिसमें सात करोड रूपये ज्यादा देने का प्रस्ताव था लेकिन भाजपा की चुनाव में हार के कारण इस पर अमल नहीं हो पाया। 

उन्होंने कहा कि इस बात की जांच की जानी चाहिए कि आंध्रप्रदेश सरकार ने जिस हेलीकाप्टर की लागत 52 करोड रूपये लगाई थी उससे बढकर यहां की भाजपा सरकार ने 59 करोड रूपये की लागत क्यों लगाई। राजस्थान विधानसभा की जन लेखा समिति द्वारा इस प्रकरण में एक करोड 14 लाख रूपये के दुरूपयोग के आरोपों को खारिज करने के मामले में पूछे गये सवाल पर श्री पायलट ने कहा कि जन लेखा समिति के पास कोई जांच एजेंसी नहीं है लिहाजा उसकी रिपोर्ट सही नहीं मानी जा सकती । उन्होंने कहा कि अतिविशिष्ट व्यक्तियों के लिए हेलीकाप्टर खरीदने का मामला वाजपेयी सरकार के समय 1999 में शुरू हुआ था तथा 2005 में इसकी कार्यवाही पूरी हुई। संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार ने सौदे पर सवाल खडे होने के कारण उसे रद्द किया तथा कंपनी को काली सूची में डाला गया। इसी कंपनी को मोदी सरकार ने काली सूची से हटा दिया तथा मेक इन इंडिया कार्यक्रम से जोडा। आखिर ऐसा क्यों किया गया।

आदर्श हाउसिंग सोसायटी को गिराने का आदेश

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मुंबई, 29 अप्रैल, बम्बई उच्च न्यायालय ने विवादित आदर्श हाउसिंग सोसायटी को गिराने का आज आदेश दिया। न्यायालय ने पर्यावरण मंत्रालय और केन्द्र सरकार को इस इस घोटाले में शामिल राजनेताओं, मंत्रियों एवं अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने भी निर्देश दिया है। उच्च न्यायालय ने राज्य सरकार को उच्चतम न्यायालय में अपील करने के लिए 12 सप्ताह का समय दिया है। तब तक इस हाउसिंग सोसायटी को गिराने पर रोक रहेगी। गौरतलब है कि नियमों को ताक पर रखकर बनाई गई इस हाउसिंग सोसायटी में बिना अनुमति के ही 31 मंजिलों का निर्माण करा दिया गया।इस मामले में वर्ष 1999 से ही विवाद है। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण भी आरोपी हैं और उन्हें इसी मामले में अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था। राज्यपाल चिरंजीवी विद्यासागर राव ने इस वर्ष फरवरी में श्री चव्हाण के खिलाफ केन्द्रीय जांच ब्यूरो को मुकदमा चलाने की दी थी।

बिहार में अगलगी की घटनाओं में 79 मरे

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पटना 29 अप्रैल, बिहार में अगलगी की अलग-अलग घटनाओं में इस मौसम में अब तक 79 लोगों की जहां झुलस कर मौत हुयी है ,वहीं लगभग सात करोड़ 60 लाख रूपये मूल्य के फसल जलकर नष्ट हो गये । आपदा प्रबंधन मंत्री प्रो0 चंद्रशेखर ने आज यहां बताया कि चालू मौसम के दौरान पिछले कुछ दिनों में अगलगी की अलग -अलग घटनाओं में अब तक 79 लोगों की मौत हुयी है । औरंगाबाद में 12 , मुजफ्फरपुर में 07 , वैशाली में 06, सारण 06 एवं पूर्वी चम्पारण में 06 , पश्चिम चम्पारण में 05 , पूर्णियां 03 एवं गोपालगंज में 03 ,पटना में 04, दरभंगा 04, भोजपुर 04और लखीसराय 04 नवादा में 02, बक्सर 02,कैमूर 02और सीतामढ़ी में 02 तथा सीवान में 01 , रोहतास01 , जहानाबाद01 , जमुई 01, खगड़िया 01, कटिहार 01और सुपौल जिले में 01 लोगों की अगलगी की घटनाओं में झुलस कर मौत हुयी है । श्री चंद्रशेखर ने बताया कि अगलगी की घटना में जहां 17 हजार 533 घर क्षतिग्रस्त हुए वहीं 12 हजार 664 एकड़ में लगा फसल जलकर बर्बाद हो गया जिसका मूल्य लगभग सात करोड़ 60 लाख है । 

बिहार में शराब पीने के मामले में सात व्यापारियों की जमानत अर्जी खारिज

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पटना 29 अप्रैल, बिहार में पटना की एक अदालत ने होटल के कमरे में शराब पीने के मामले में आज गुजरात और उत्तरप्रदेश के सात कपड़ा व्यापारियों की जमानत अर्जी खारिज कर दी । पटना व्यवहार न्यायालय के प्रथम श्रेणी की न्यायिक दंडाधिकारी किरण चतुर्वेदी ने गुजरात के कपड़ा व्यवसायी प्रदीप कुमार लोहिया ,अशोक अग्रवाल ,संजय टेकरीवाल , सचिन अग्रवाल , शैलेश सर्राफ , संजय अग्रवाल तथा उत्तरप्रदेश के राजीव अग्रवाल की ओर से दाखिल की गयी नियमित जमानत अर्जी पर दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद उन्हें जमानत पर मुक्त करने से इंकार कर दिया । आरोप के अनुसार 26 अप्रैल 2016 को सभी अभियुक्त पटना के गांधी मैदान थाना क्षेत्र में स्थित एक होटल के कमरे में शराब पी रहे थे । सभी अभियुक्त 27 अप्रैल 2016 से न्यायिक हिरासत में जेल में बंद है । गौरतलब है कि बिहार में पांच अप्रैल से पूर्ण शराबबंदी लागू है । 

एशिया बैडमिंटन चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में सायना

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वुहान(चीन), 29अप्रैल, विश्व की आठवें नंबर की खिलाड़ी भारत की सायना नेहवाल ने अकेले दम पर एशिया बैडमिंटन चैंपियनशिप में भारतीय चुनौती को संभालते हुये शुक्रवार को महिला एकल के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया। टूर्नामेंट में पांचवीं सीड सायना ने तीसरी सीड चीन की वांग शिजियान की मुश्किल चुनौती को 56 मिनट में 21-16 21-19 से लगातार गेमों में पार कर अंतिम चार में प्रवेश कर लिया। भारतीय खिलाड़ी को अब अगले दौर में छठी सीड चीन की वांग यिहान और दूसरी सीड जापान की नोजोमी ओकुहारा के बीच मैच की विजेता से भिड़ना होगा। टखने की चोट के बाद वापसी कर रही सायना ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुये अपने से शीर्ष वरीय चीनी खिलाड़ी को उलटफेर का शिकार बनाया और साथ ही विश्व की पांचवें नंबर की खिलाड़ी के खिलाफ करियर रिकार्ड को 7-7 की बराबरी पर पहुंचा दिया। दोनों खिलाड़ियों के बीच करियर में यह 14वीं भिड़ंत थी। सायना की वांग पर यह वर्ष 2014 दुबई सुपर सीरीज के बाद पहली जीत है जबकि वांग गत वर्ष सायना को दो बार इंडोनेशिया और आस्ट्रेलिया ओपन में हरा चुकी हैं।

रियो ओलंपिक क्वालिफिकेशन के लिये आखिरी इस प्रतियोगिता का महत्व अंकों के लिहाज से काफी अहम है और लंदन ओलंपिक कांस्य पदक विजेता और रियो में भी भारत की पदक उम्मीद सायना ने मैच में जीत के लिये कोई कसर नहीं छोड़ी। मैच के पहले गेम में सायना ने बढ़त से शुरूआत की और 4-4 की बराबरी के बाद लगातार सात अंक लेकर वांग को 15-10 से पीछे छोड़ा। पहले गेम को आसानी से जीतने के बाद दूसरे गेम में चीनी खिलाड़ी ने काफी अच्छा खेल दिखाया और लगातार नौ अंक लेकर सायना को 15-9 से पीछे छोड़ दबाव में ला दिया। लेकिन भारतीय खिलाड़ी ने फिर लगातार पांच अंक बटोरे और 17-17 पर वांग से बराबरी की। दोनों खिलाड़ियों ने अाखिरी में एक एक अंक के लिये संघर्ष किया और सायना ने 21-19 से गेम और मैच जीत बाजी मार ली। दूसरे दौर के मुकाबले में पी वी सिंधू हार के साथ बाहर हो गई थीं जबकि ज्वाला गुट्टा ,अश्विनी पोनप्पा , किदाम्बी श्रीकांत, मनु अत्री, बी सुमित रेड्डी, अक्षय देवालकर और प्रणव चोपड़ा के पहले ही दौर में हारकर बाहर हो जाने से टूर्नामेंट में सायना अकेली भारतीय खिलाड़ी बचीं हैं। 

सलमान संग अब बिंद्रा भी होंगे रियो में गुडविल एम्बेसेडर

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नयी दिल्ली, 29 अप्रैल, देश के एकमात्र ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता,निशानेबाज अभिनव बिंद्रा बाॅलीवुड अभिनेता सलमान खान के साथ रियो ओलंपिक खेलों में भारतीय दल के गुडविल एम्बेसेडर होंगे। बिंद्रा ने एक बयान जारी कर इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा“ मुझे भारतीय ओलंपिक संघ के महासचिव का पत्र मिला जिसमें मुझे गुडविल एम्बेसेडर बनाये जाने का निमंत्रण दिया गया है। मैं इस बात से बहुत सम्मानित महसूस कर रहा हूं कि मुझे इसके लायक समझा गया है।” देश के स्टार निशानेबाज ने कहा“ मैं पूरे सम्मान के साथ आईओए के इस प्रस्ताव को स्वीकार करता हूं। मैंने अोलंपिक खेलों के लिये ही अपना जीवन जिया है और ओलंपिक में भारत के विकास के लिये हमेशा अपनी ओर से सर्वश्रेष्ठ करने का प्रयास किया है और आगे भी करता रहूंगा।”

बिंद्रा ने कहा“ मेरा पूरा ध्यान फिलहाल तो खेलों पर लगा है ताकि मैं अच्छा प्रदर्शन कर सकूं। लेकिन फिर भी मैं ओलंपिक टीम के सभी खिलाड़ियों को पत्र लिखूंगा और उन्हें किसी भी तरह की मदद का प्रस्ताव दूंगा।” इस बीच आईओए ने सचिन तेंदुलकर अौर संगीतकार ए आर रहमान को भी गुडविल एम्बेसेडर बनाने के लिये संपर्क साधा है। आईओए के उपाध्यक्ष तरलोचन सिंह ने कहा“ हमने सचिन और रहमान से संपर्क साधा है लेकिन अभी तक उनका कोई जवाब हमें नहीं मिला है। हम और लोगों को इन खेलों से जोड़ रहे हैं और उम्मीद करते हैं कि सलमान खान भी इन खेलों से जुड़े रहें।” गौरतलब है कि आईओए ने रियो के लिये बालीवुड स्टार सलमान को गुडविल एम्बेसेडर बनाया है लेकिन इसका काफी विरोध हो रहा है। शीर्ष एथलीट मिल्खा सिंह और आलंपिक रजत पदक विजेता पहलवान योगेश्वर दत्त ने आईओए के इस कदम का विरोध किया था। 

आयु और कार्यकाल सीमा लागू करे बीसीसीआई : सुप्रीम कोर्ट

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नयी दिल्ली, 29 अप्रैल, देश की सर्वोच्च अदालत उच्चतम न्यायालय ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को शुक्रवार को फटकार लगाते हुये कहा कि वह आयु और कार्यकाल सीमा संबंधी जस्टिस लोढा समिति की सिफारिशों काे लागू करे। जस्टिस लोढा समिति की रिपोर्ट पर सुनवाई करते हुये उच्चतम न्यायालय ने बीसीसीआई से कहा कि आयु और कार्यकाल सीमा संबंधी सिफारिशों को लागू करना अनिवार्य है। सर्वोच्च अदालत ने कहा,“आयु सीमा 70 वर्ष क्यों हो । बीसीसीआई के पदाधिाकारियों को 60 वर्ष के उम्र में ही सेवानिवृत्त हाे जाना चाहिए। उम्र के लिए एक सीमा होनी चाहिये।” सर्वोच्च अदालत ने साथ ही कहा कि ऐसे किसी व्यक्ति (जगमोहन डालमिया) को बीसीसीआई का अध्यक्ष क्यों चुना जाता है जबकि वह बात ही नहीं कर सकते। उन्हें चुनने वालों को क्या यह बात दिखाई नहीं दी। बीसीसीआई अध्यक्ष को उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीशों से पांच साल ज्यादा दे दिए गए। डालमिया का गत वर्ष सितंबर में निधन हो गया था। वह 75 वर्ष के थे। उनकी जगह विदर्भ क्रिकेट संघ के शशांक मनोहर को बीसीसीआई का अध्यक्ष बनाया गया था।

गीता,बबीता, सुमित आैर अवारे का ओलंपिक सपना चकनाचूर

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नयी दिल्ली 29 अप्रैल, भारतीय कुश्ती महासंघ ने अनुशासनहीनता के अारोप में स्टार महिला पहलवान बहनों गीता और बबीता फोगाट के साथ साथ राहुल अवारे और सुपर हैवीवेट पहलवान सुमित को कारण बताओ नाेटिस जारी कर 15 मई तक जवाब देने को कहा है जबकि विनेश को चेतावनी देकर छोड़ दिया गया है। महासंघ के इस नोटिस के साथ गीता, बबीता,अवारे और सुमित का ओलंपिक का सपना चकनाचूर हो गया है। कुश्ती महासंघ ने इन पहलवानों को तुर्की के इस्तांबुल में छह से आठ मई तक होने वाले आखिरी विश्व क्वालीफाइंग टूर्नामेंट से भी बाहर कर दिया है और गीता (58) , बबीता (53) तथा सुमित (125) की जगह तीन पहलवानों का चयन कर लिया गया है। इन पहलवानों को 15 मई तक अपना जवाब देना है जिसके बाद एक अनुशासन समिति का गठन किया जाएगा जो इनके खिलाफ प्रतिबंध का फैसला करेगी। मंगोलिया की राजधानी उलानबातोर में ओलंपिक क्वालिफ़ाइंग टूर्नामेंट में गीता और बबीता दोनों बहनों ने अपने- अपने कांस्य पदक मुक़ाबलों में हिस्सा नहीं लिया था जबकि सुमित भी रेपचेज राउंड में चोट का हवाला देते हुये मुकाबले में नहीं उतरे थे ,जो नियमों के ख़िलाफ़ है। विनेश को उनका वजन 400 ग्राम अधिक होने के कारण अयोग्य करार दिया गया था। राहुल अवारे (57 किग्रा) टीम के जार्जिया जाने के समय दिल्ली हवाई अड्डे से ही घर लौट गये थे जब उन्हें यह पता चला कि मंगोलिया टूर्नामेंट में उनके वजन वर्ग में संदीप तोमर को भाग लेना है। महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने कहा,“विश्व कुश्ती में भारत की पहचान अच्छे प्रदर्शन और अनुशासन से है। हम अनुशासनहीनता को कतई बर्दाश्त नहीं कर सकते। यही कारण है कि तीनों पहलवानों को कारण बताओ नोटिस जारी कर 15 मई तक जवाब देने को कहा गया है।

आखिरी क्वालीफाइंग टूर्नामेंट के लिये गीता की जगह साक्षी मलिक, बबीता की जगह ललिता सहरावत और सुमित की जगह हितेन्द्र को चुना गया है। विनेश को चेतावनी देकर छोड़ दिया गया है। सूत्रों का कहना है कि विनेश का मामला सिर्फ वजन का था और उनके क्वालीफाई करने की संभावना है, इसलिये उन्हें चेतावनी देकर छोड़ दिया गया है। लंदन ओलिंपिक में हिस्सा ले चुकीं 27 वर्षीय गीता को 58 किग्रा वर्ग में चीन की झाऊझैंगटिंग से मुकाबला करना था जबकि 26 वर्षीय बबीता को 53 किग्रा वर्ग में मेक्सिको की आल्मा जेन वालेंसिया से टक्कर लेनी थी। लेकिन ये दोनों खिलाड़ी इन मुक़ाबलों से नदारद रहीं। बार बार घोषणा के बावजूद ये अपने मुकाबलों में नहीं आई और न ही इन्होंने अपने कोचों की बात मानी। दोनों महिला पहलवानों का तर्क था कि पुरुषों के वर्ग में दोनों फाइनलिस्ट और कांस्य पदक विजेता को ओलंपिक टिकट मिलना था जबकि महिला वर्ग में केवल फाइनलिस्ट को ही ओलंपिक टिकट मिलना था। इसलिये इनके कांस्य पदक के मैच में उतरने का कोई औचित्य नहीं था। यह भी कहा जा रहा है कि इन बहनों ने चोट का हवाला देते हुए कांस्य पदक के मैच में उतरने से मना कर दिया था। इन बहनों को अनुशासनहीनता का खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग इस अनुशासनहीनता की वजह से इन दोनों काे आजीवन प्रतिबंधित कर सकता है। 

सुधा को 3000 मी.स्टीपलचेज में रियो का टिकट

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नयी दिल्ली, 29 अप्रैल, लंबी दूरी की धाविका ललिता बाबर ने 20वीं फेडरेशन कप एथलेटिक्स चैंपियनशिप में शुक्रवार को यहां जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में 3000 मीटर स्टीपलचेज स्पर्धा में नये राष्ट्रीय रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण पदक जीत लिया जबकि सुधा सिंह ने नौ मिनट 31.86 सेकेंड का समय लेकर रियो ओलंपिक के लिये क्वालीफाई कर लिया। 26 वर्षीय ललिता ने नौ मिनट 27.09 सेकेंड का समय लेकर 2015 विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में हीट में बनाए अपने ही रिकाॅर्ड को तोड़ दिया। 29 वर्षीय सुधा ने नौ मिनट 31.86 सेकेंड का समय लेकर रजत जीता और रियो ओलंपिक के लिये क्वालीफाई कर लिया। सुधा पहले ही ओलंपिक मैराथन के लिये क्वालीफाई कर चुकी है। इस स्पर्धा में ओलंपिक मार्क नौ मिनट 45.00 सेकेंड था। पारूल चौधरी ने दस मिनट 47.49 सेकेंड का समय लेकर कांस्य पदक जीता। ललिता भी रियो ओलंपिक की महिला मैराथन स्पर्धा के लिए क्वालीफाई कर चुकी है। इस बीच आे पी जैशा 1500 मीटर दौड़ में रियो का टिकट हासिल नहीं कर पायीं। उनका समय चार मिनट 18.69 सेकेंड रहा जबकि ओलंपिक मार्क चार मिनट 07.00 सेकेंड है। जैशा भी मैराथन के लिये क्वालीफाई कर चुकी हैं। 

राजधानी में बनेगा नेताजी का स्मारक

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नयी दिल्ली 29 अप्रैल, केन्द्र सरकार राजधानी में नेताजी सुभाष चंद्र बोस का एक शानदार स्मारक बनायेगी और उनकी मृत्यु की असलियत का पता लगाने के लिए जापान के रेंकोजी मंदिर में रखी गयी अस्थियों का डीएनए टेस्ट कराने के बारे में विचार करेगी। संस्कृति मंत्री महेश शर्मा ने नेताजी से जुड़ी 25 और फाइलें सार्वजनिक करते हुए आज यहां कहा कि लंबे समय से नेताजी का एक स्मारक बनाने की मांग होती रही है और सरकार उस महान देशभक्त की स्मृति में राजधानी में एक शानदार स्मारक बनायेगी। उन्होंने कहा कि जापान के रेंकोजी मंदिर में नेताजी की अस्थियां रखे होने की बात कही जाती है। सरकार इस बात का पता लगायेगी कि इनका डीएनए परीक्षण हो सकता है या नहीं ताकि इस बात का पता चल सके कि यह अस्थियां वास्तव में नेताजी की ही हैं या नहीं। उन्होंने बताया कि विशेषज्ञों के अनुसार अस्थि भस्म से डीएनए नमूना नहीं निकाला जा सकता, लेकिन हम इस बात का पता लगायेंगे कि दुनिया में इसकी कोई तकनीक है या नहीं है। श्री शर्मा ने कहा कि देश की जनता विशेष रूप से युवा वर्ग यह जानने को उत्सुक है कि नेताजी की ताइवान में विमान दुर्घटना में मृत्यु हुई थी या नहीं। इसी के मद्देनजर सरकार ने उनसे जुड़ी फाइलों को सार्वजनिक करना शुरू किया है। संस्कृति मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश से तथा नेताजी के परिजनों उनसे जुड़ी फाइलें सार्वजनिक करने का वादा किया था और उसी के अनुरूप यह किया जा रहा है। 

श्री शर्मा ने कहा कि 1977 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मुरारजी देसाई ने भी इस बात को स्वीकार नहीं किया था कि नेताजी की विमान दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी और उनका मानना था कि किसी निष्कर्ष पर पहुंचने के लिए इस मामले की विस्तृत जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जापान सरकार के पास नेताजी से जुड़ी पांच फाइलें है और वह फिलहाल दो फाइलें सार्वजनिक पर सहमत हो गई है। रूस के कथितरूप से नेताजी से जुड़ी जानकारी और फाइलें छुपाने के संबंध में उन्होंने कहा कि रूस सरकार ने यद्यपि उसके पास ऐसी कोई फाइल होने से इंकार किया है लेकिन सरकार देखेगी कि इस मामले में क्या किया जा सकता है। संस्कृति मंत्री ने कहा कि लोगों को यह जानने का हक है कि अब तक नेताजी का कोई स्मारक क्यों नहीं बनाया गया और जिन्होंने ऐसा नहीं किया उन्हें इस बारे में स्पष्टीकरण देना चाहिए। नेताजी से जुड़ी 25 फाइलों को आज आनलाइन जारी किया है। सरकार ने इससे पहले 23 जनवरी को नेताजी की जयंती पर 100 फाइलें ऑनलाइन जारी की थी और उसके बाद गत 29 मार्च को 50 और फाइलें जारी की गई थी। 
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