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बेगुसराय (बिहार) की खबर (26 मई)

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लूट का जरिया है रेलकर्मीयों के लिए भारतीय रेल 

begusarai news
प्रद्योत कुमार,बेगूसराय।भारतीय रेल का विशाल जाल पूरे भारत  वर्ष में बिछा हुआ है एवं इसमें आरमदेह,सस्ती और लम्बी दूरी की यात्रा सबसे सुखद होती है,उतना ही नहीं इसके माध्यम से कम क़ीमत पे वस्तु का आवागमन भी सुलभ तरीके से हो पता है और करोड़ों लोग रोज़ रेल में यात्रा भी करते हैं फिर भी ये विभाग बजट के बाद घाटे में चलने का रोना रोता है ये आश्चर्य की बात है और हो भी क्यों नहीं सच भी यही है लेकिन इस सच के पीछे का कारण जानने के बाद आप और हम नहीं रेल मंत्रालय या मोदी जी की इमानदार सरकार ज़रूर दंग रह जायेगी।
               
बात बहुत छोटी है लेकिन नुकसान मोटा है क्योंकि ये रेलकर्मियों द्वारा प्रक्रिया में शामिल हो चुका है।बात बिहार के खगड़िया से सहरसा जंक्शन की है,उक्त रेल खंड पर एक दो गाड़ियों को छोड़ कर बाक़ी सभी ट्रेनों में,जी आर पी, आर पी एफ एवं टी टी ई की मिली भगत से ट्रेनों में यात्रियों से,व्यापारियों से खुले आम रुपये वसूल कर बिना टिकट,व्यापारियों से 10रु से ऊपर जैसा सौदा वैसा रु लेकर रेलवे को देने के बजाय अपना जेब गर्म करते हैं।इस रेल खंड पर लोग अवैध तरीके साइकल और कई सामान ले जाते हैं,सिर्फ उक्त कर्मियों को मैनेज कर लेना है बाक़ी सब ठीक है,ये है दास्ताने रेल।जनाब ऐसी स्थिति रही तो सच में रेल गरीब और रेलकर्मी अमीर होते चले जाएंगे या होते जा रहे हैं और आंकड़े घाटे का आएगा एवं महंगाई का अतिरिक्त भार जनता को उठाना पड़ता है या पड़ेगा।

मोदी ने की यूपी में ‘मिशन 265‘ का शंखनाद

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  • कहा, गरीबों की है मेरी सरकार, दो साल में सरकार पर नहीं लगा भ्रष्टाचार का एक भी आरोप 
  • 2022 तक किसानों की आय होगी दोगुनी, अब 65 की उम्र में ही रिटायर होंगे डॉक्टर

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सहारनपुर (सुरेश गांधी )।केंद्र की मोदी सरकार के दो साल पूरे हो गए हैं। सरकार अपनी उपलब्धियों को लोगों तक पहुंचाने के लिए कई बड़ी रैलियों और कार्यक्रमों का आयोजन करेंगी। उसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को सहारनपुर की रैली में चुनावी सुगबुहाट के बीच ‘यूपी मिशन 265‘ का आगाज किया है। इसके लिए कार्यक्रम की ब्लू प्रिंट तैयार है। इसमें न सिर्फ मोदी की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाया जायेगा, बल्कि लोगों को पार्टी से जोड़ा भी जायेगा। उसी अभियान के तहत चिकित्सा के क्षेत्र में बड़ा ऐलान करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि अब देश के हर राज्य में डॉक्टर 62 की बजाय 65 की उम्र में रिटायर होंगे। लगे हाथ उन्होंने देशभर के डॉक्टरों से अपील भी किया कि वह हर महीने की 9 तारीख को मुफ्त में गरीब गर्भवती महिलाओं का इलाज करें। लोग देश में माहौल बनाएं कि सरकार देश के लिए काम करे और देश सरकार के लिए काम करे। 

खास बात यह है कि मोदी ने रैली में भाषण शुरु करते ही कहा, मैं उत्तर प्रदेश वाला हूं। यहीं से सांसद हूं। मतलब साफ है उपलब्धियां गिनाते-गिनाते मोदी ने 2017 में होने वाले यूपी चुनाव का बिगुल फूंक दिया। कहा, मैं ठीक इसी समय यूपी की जनता को अपने देश को कामकाज का हिसाब देने आया हूं। आज के दिन दो साल पहले इसी समय मैं और हमारे साथी राष्ट्रपति भवन में शपथ ले रहे थे। यहां का होने के नाते मेरा स्वाभाविक मन करता है आपका आशीर्वाद प्राप्त करने का। कहा, शपथ वाले दिन ही बोल दिया था कि मेरी सरकार इस देश के गरीबों को समर्पित है। एक के बाद एक उन कामों को हाथ में लिया है जो गरीबों को गरीबी के खिलाफ लड़ाई लड़ने की ताकत दें। उसी कड़ी में उन्होंने स्वास्थ्य, शिक्षा, पानी, सफाई, सड़क, बिजली आदि का काम पूरा करने की ओर अग्रसर है। मोदी ने कहा, देश में डॉक्टरों की भारी कमी है। अगर पूर्व की सरकारों ने अधि‍क मेडिकल कॉलेज बनाए होते तो हमें आज डॉक्टरों की कमी नहीं झेलनी पड़ती। इससे निपटने के लिए सरकार रिटायरमेंट की उम्र बढ़ाने जा रही है। केंद्र सरकार अगले हफ्ते इस और बैठक करेगी और जरूरी कार्रवाई की जाएगी। जिसमें तय हो जायेगा कि अब देश के हर राज्य के डॉक्टर 62 के बजाय 65 साल में रिटायर होंगे। उन्होंने डाक्टरों का आह्वान करते हुए कि अगर देश के 1 करोड़ लोग गैस की सब्सि‍डी छोड़ सकते हैं तो देश के डॉक्टर भी 12 महीनों में 12 दिन गरीब गर्भवती माताओं को दे सकते हैं। मैं डॉक्टर मित्रों से चाहता हूं कि हर महीने की नौ तारीख को कोई गरीब गर्भवती माता आती है, तो मुफ्त में जांच करेंगे, दवा देंगे। कहा, यह स्वच्छता अभि‍यान किसके लिए है, अमीरों के लिए नहीं है। गरीबों के लिए है। गरीब बीमार होते हैं तो उनका रोजगार छिन जाता है। लोगों ने स्वच्छता अभि‍यान को अपना लिया है। लोग अब एक-दूसरे को टोकते हैं कि मोदी जी ने कहा है कचड़ा मत फेंकिए। 

कहा, जहां तक मेरी सरकार के कामकाज का सवाल है तो दो साल में हमारी सरकार पर भ्रष्टाचार का एक भी आरोप नहीं लगा हैं। पिछले साल 3 करोड़ गरीब परिवारों को गैस कनेक्शन दिया। पिछली सरकार को नहीं पता था कि पैसे कहां जाते हैं, सिर्फ योजनाएं कागज पर थीं। जबकि यह देश सिर्फ विकास के बल पर आगे बढ़ सकता है। कहा, बैंक गरीबों के काम आएं, इसलिए जनधन योजना की शुरुवात की। अब छोटे-छोटे कारोबारी को पैसे चाहिए तो साहूकार के पास जाने बजाएं बैंक पहुंचने लगा है। हम प्रधानमंत्री मुद्रा योजना लेकर आए। हम चाहते हैं कि जो लोग छोटा-छोटा काम करते हैं वह बैंकों से पैसे ले सके। देश के हर नौजवान को काम मिलना चाहिए। इसके लिए सरकार लगातार प्रयासरत है। कहा, मेरा टारगेट है यूपी के सभी गांवों में बिजली पहुंचाने का, इसे हरहाल में पूरा कर के रहूंगा। दुःख होता है कि आजादी को 70 साल होने वाले हैं, लेकिन गांवों में बिजली नहीं है। पक्की सड़क नहीं है। लेकिन हमने तय किया है हिंदुस्तान के हर गांव को पक्की सड़क से जोड़ने का। हमारी सरकार में पिछली सरकार के मुकाबले दोगुनी तेजी से सड़क का निर्माण हो रहा है। कहा, जब तक देश की हर बेटी नहीं पढ़ेगी, नहीं बढ़ेगी, देश का कर्ज रहेगा। इसीलिए मैं जब बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ की बात करता हूं तो सवा सौ करोड़ के परिवार की हर बेटी की बात करता हूं। मेरे लिए सवा सौ करोड़ लोग मेरा परिवार है। फैशन चल गया है कि योजनाओं को जाति, संप्रदाय से जोड़ दिया जाए। कहा, आने वाले में तीन सालों में 5 करोड़ गरीब परिवारों को जहां लकड़ी का चूल्हा जलता है, गैस कनेक्शन दिया जाएगा। हमने तीन करोड़ गरीब परिवारों को मुफ्त रसोई गैस का कनेक्शन दिया। मैंने देशवासियों से कहा कि अगर आप आर्थि‍क रूप से रसोई गैस की सब्सि‍डी छोड़ सकते हैं, एक करोड़ से ज्यादा लोगों ने सब्सि‍डी छोड़ दी। 

मोदी ने कहा, क्या कभी दो साल में आपने कोई खबर ऐसी सुनी है, जिसमें मोदी सरकार ने एक रुपया भी खाया हो। मैं चैंक जाता हूं कि क्या लोगों को कुर्सी पर जनता जनार्दन के पैसों की लूट के लिए बिठाया जाता है। आप दो साल पहले की खबरों को याद कर लीजिए। आए दिन एक नए भ्रष्टाचार की खबर आती थी। बड़े-बड़े लोग भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं। कहा, हम ऐसी फसल बीमा योजना लाए हैं कि किसान खेत के अंदर अपनी फसल काटकर रखे और ऐसे समय भी आपदा आ गई तो उसको बीमा मिलेगा। पहली बार हमने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना शुरू की। हमने प्राकृतिक आपदा को लेकर किसानों को मुआवजा का नियम बदला। हम चाहते हैं कि गांव का पानी गांव में रहे। अगर किसानों को समय से पानी मिले तो वह आत्मनिर्भर बनता है। हम धरती मां की चिंता करते हैं। वैज्ञानिक तरीके से जमीन का रखरखाव करना जरूरी है। इसलिए हमने स्वायल हेल्थ कार्ड शुरू किया। हम उन नीतियों को आगे बढ़ाना चाहते हैं, ताकि 2022 तक किसान भाइयों की आय दोगुनी हो जाए। मैं राज्य सरकार से आग्रह करता हूं और शुगर मिलों को चेतावनी देता हूं- इतने साल आपने किसानों के साथ जो किया है, अब वो नहीं करने दिया जाएगा। आज बहुत बड़ी मात्रा में हमने पुराने भुगतान का काम अलग-अलग योजनाओं से करवाया। हमने कोशि‍श की कि गन्ना किसानों को उनके भुगतान के पैसे समय से मिले। 

बगैर किसी का नाम लिए कटाक्ष करते हुए कहा, देश बदल रहा है, लेकिन कुछ लोगों का दिमाग नहीं बदल रहा है। हमने उन योजनाओं को हाथ लगाया, जिससे देश के गरीबों के जीवन में बदलाव आए। गांव के जीवन में बदलाव लाने, सुख सुविधा के लिए हमने लाखों-करोड़ो रुपये दिए। हमने नगर पालिका, नगर निगम को, गांव पंचायतों को अधि‍क से अधि‍क धन पहुंचाने का काम किया। मैंने प्रधानमंत्री बनते ही फैसला किया कि अब राज्यों के खजाने में 65 प्रतिशत धन रहेगा, 35 फीसदी ही दिल्ली के खाते में। मैं सीएम रह चुका हूं। राज्यों का दर्द जानता हूं। पहले दिल्ली सरकार के पास जो खजाना होता था, उसमें 65 प्रतिशत धन दिल्ली के खजाने में था, 35 फीसदी राज्यों के खजाने में। कहा, कोई गरीब मां-बाप यह नहीं चाहता कि उसके संतान को विरासत में गरीबी मिले। हमने दो साल में उन कामों को हाथ में लिया है, जो गरीबों को गरीबी की लड़ाई लड़ने की ताकत दे। मैंने अपने पहले भाषण में कहा था कि मेरी सरकार इस देश के गरीबों को समर्पित है। बीते दो सालों में देश ने हमारे काम को देखा है, परखा है। 

यूपी में खत्म हो बीजेपी का वनवास: राजनाथ
प्रधानमंत्री से पहले अपने संबोधन में राजनाथ सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार जनता के प्रति अपनी जवाबदेही को समझती है और इस ओर अपने कर्तव्यों का पालन करने से कभी पीछे नहीं हटेगी। यूपी में बीजेपी का वनवास समाप्त होना चाहिए। जब कभी भी राज्य में हमारी सरकार बनी, हमने कानून व्यवस्था का पूरा खयाल रखा। मैं यूपी सरकार से अनुरोध करता हूं कि राज्य में कानून व्यवस्था में सुधार लाएं। कानून और व्यवस्था की स्थि‍ति यूपी में बद से बदतर हो चुकी है। इंटरनेट की मदद से आठ राज्यों में राष्ट्रीय कृषि‍ मंडी शुरू की। हमने स्वायल हेल्थ कार्ड की योजना जैसी कई योजनाएं शुरू की। अगर यूपी में हमारी सरकार बनती है, तो एक भी पैसा बकाया नहीं रहेगा। आज किसान पॉपुलर की खेती कर रहे हैं। अगर जरूरत पड़ी तो हम इसके लिए फैक्ट्री लगाएंगे। गन्ना किसानों के बकाया का भुगतान करना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है। देश की खुशहाली के लिए गांवों का विकास जरूरी है। हमारी सरकार किसानों के दर्द को समझती है। प्राकृतिक आपदा के तहत जो मुआवजा मिलता था उसे हमने बढ़ाकर 4 लाख किया। हम देश की जनता के प्रति अपनी जवाबदेही को अच्छी तरह जानते हैं। दो साल में हमारे पीएम ने देश का मस्तक दुनिया में ऊंचा किया है। देश की जनता में बीजेपी की स्वीकार्यता बढ़ती जा रही है। कांग्रेस सिमटती जा रही है। मैदानी क्षेत्रों से साफ, पहाड़ी क्षेत्रों में दुबकी हुई है। 

काम ही नहीं किया,तो जश्न क्यों : कांग्रेस

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नयी दिल्ली, 26 मई, कांग्रेस ने मोदी सरकार पर दो साल के कार्यकाल के दौरान सिर्फ पुरानी योजनाओं को नया नाम देकर अपनी उपलब्धि बताने और जनता से किए वादे पूरा नहीं करने का आरेाप लगाते हए आज सवाल किया कि जब कुछ काम ही नहीं हुआ तो जश्न किस बात का मनाया जा रहा है। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा हमला किया और कहा कि उनकी सरकार ने दो साल में नया कुछ नहीं किया है, सिर्फ नाम बदलने का काम हुआ है। सरकार किसानों की आत्महत्या की घटनाएं, भ्रष्टाचार तथा अपराध रोकने में नाकामयाब रही है और किसानों, मजदूरों तथा गरीब के हित के लिए इस अवधि में नयी सोच के साथ कोई भी योजना शुरू नहीं की गयी है। 

मोदी सरकार के दो साल के कामकाज पर राज्यसभा में कांग्रेस के नेता गुलाम नबी आजाद, लोकसभा में पार्टी के नेता मल्लिकार्जुन खडगे, वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल तथा पार्टी के संचार विभाग के प्रमुख रणदीपसिंह सुरजेवाला ने यहां आयोजित संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि यह सरकार अपने दो साल के कार्यकाल में हर मोर्चे पर असफल साबित हुई है और उसने देश की जनता को निराश किया है। कांग्रेस मोदी सरकार के दो साल के कामकाज पर उसकी नाकामयाबी का खुलासा करने के लिए आज दिल्ली सहित देश के 27 शहरों में इसी तरह का संवाददाता सम्मेलन आयोजित कर रही है। इन संवाददाता सम्मेलनों को पार्टी के नेता दिग्विजय सिंह, मनीष तिवारी, शकील अहमद, रीता जोशी बहुगुणा सहित कई वरिष्ठ नेताओं ने संबोधित किया।

दो साल में सबसे तेज रफ्तार वाली अर्थव्यवस्था बना भारत : जेटली

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नयी दिल्ली 26 मई, वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि नरेन्द्र मोदी सरकार के दो वर्ष के कार्यकाल में कई ढाँचागत और आर्थिक बदलाव किये गये हैं जिससे देश नीति निर्णय शिथिलता के दौर से निकलकर विश्व की सबसे तेज रफ्तार वाली अर्थव्यवस्था बनने में सफल हुआ है। श्री मोदी की सरकार के दो साल पूरा करने के मौके पर एक टेलीविजन चैनल को दिये साक्षात्कार में श्री जेटली ने कहा कि 2014 से 2016 का समय बहुत ही महत्वपूर्ण रहा है। इस दौरान कई ढाँचागत और आर्थिक बदलाव किये गये। 

वर्ष 2014 में जब श्री मोदी ने सत्ता सँभाली थी, उस समय विश्व के नक्शे में भारत कहीं नजर नहीं आ रहा था। निवेशक हमसे दूर जा रहे थे। देश के बारे में कहा जा रहा था कि यहाँ कोई निर्णय नहीं लिया जा रहा। दो वर्ष के कार्यकाल के दौरान किये गये बदलावों का नतीजा है कि हम विश्व में सबसे तेजी से विकास करने वाली अर्थव्यवस्था के रूप में उभरे हैं। वित्त मंत्री ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय वैश्विक हालात काफी चिंताजनक हैं। पूरी दुनिया के देशों की विकास दर दो प्रतिशत ऋणात्मक से दो प्रतिशत सकारात्मक के बीच है। इससे वैश्विक व्यापार घटा है। इसका असर हमारे निर्यात और घरेलू विनिर्माण पर पड़ा है। वैश्विक माँग घटने से घरेलू निजी क्षेत्र पर असर पड़ा।

भारत को अब नजर अंदाज नहीं किया जा सकता : मोदी

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नयी दिल्ली, 26 मई, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पिछले दो साल में अार्थिक सुधारों को सबसे ज्यादा बढ़ावा देने का उल्लेख करते हुए कहा है कि भारत एक बड़ी ताकत बन चुका है जिसे नजरअंदाज करना अब दुनिया के लिए मुमकिन नहीं है। अपनी सरकार के दो वर्ष पूरे होने के मौके पर अमेरिकी समाचार पत्र वालस्ट्रीट जर्नल के साथ साक्षात्कार में श्री मोदी ने आलोचकों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि वह नहीं जानते कि ये लोग किस ‘बिग बैंग ’सुधारों की बात कर रहे हैं वह सिर्फ यह जानते हैं कि जितने आर्थिक सुधार पिछले दो साल में हुए उतने पूर्ववर्ती सरकार की सोच से भी बाहर थे। हालांकि उन्होंने साथ में यह भी माना कि कई चुनौतियां अभी बाकी हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने विदेशी निवेश के लिए और रास्ते खोले हैं। भ्रष्टाचार को काबू करने के उपाय किए हैं। 

ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी ढ़ाचे की कमी को पाटने की कोशिश की है और इन सबके साथ काराेबार के लिए देश में अनुकूल माहौल बनाया है। उन्हाेंने उम्मीद जताई कि वस्तु एवं सेवा कर विधेयक भी संसद में जल्दी ही पारित हो जाएगा। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार की कोशिश होगी कि राज्य देश के सख्त और जटिल श्रम कानूनों को उदार बनाने में मदद करें। लेकिन श्रम कानूनों में यह सुधार सिर्फ उद्योगों के हित में नहीं होने चाहिए बल्कि इसका लाभ श्रमिकों तक भी पहुंचना चाहिए। सार्वजनिक और निजी क्षेत्र की भूमिका के सवाल पर उन्होंने कहा कि दुनिया के किसी भी विकासशील देश के लिए इन दोनों क्षेत्रों की अहमियत बराबर है किसी एक को नजर अंदाज कर दूसरे को प्रश्रय नहीं दिया जा सकता।

पूँजीगत वस्तु नीति से बाजार को लगा पंख

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मुंबई 26 मई, राष्ट्रीय पूँजीगत वस्तु नीति की घोषणा से उत्साहित निवेशकों की लिवाली से कैपिटल गुड्स समूह में 8.78 प्रतिशत की दमदार तेजी दर्ज की गई। अन्य समूहों के प्रति भी निवेशकों की धारणा सकारात्मक रहने से सेंसेक्स एक महीने बाद 26 हजार और निफ्टी सात महीने बाद आठ हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर के पार पहुँच गया। बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 1.88 प्रतिशत अर्थात् 485.51 अंक की छलाँग लगाकर 27 अप्रैल के बाद पहली बार 26 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर के पार 26,366.68 अंक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 1.70 फीसदी यानी 134.75 अंक उछलकर 04 नवंबर 2015 के बाद पहली बार आठ हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर के पार 8,069.65 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स की 23 कंपनियों में तेजी और शेष सात में मंदी रही। 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की बुधवार को हुई बैठक में देश की पहली राष्ट्रीय पूँजीगत वस्तु नीति को मंजूरी दी गई। इससे उत्साहित निवेशकों की लिवाली से अकेले कैपिटल गुड्स समूह में 8.78 फीसदी की तेजी दर्ज की गई। इस नीति में देश को कैपिटल गुड्स का वैश्विक केंद्र बनाने के साथ ही वर्ष 2025 तक रोजगार के 2.1 करोड़ अतिरिक्त अवसर सृजित करने का लक्ष्य है। साथ ही 2025 तक पूँजीगत वस्तुओं का उत्पादन 2014-15 के 2.3 लाख करोड़ से बढ़ाकर 7.5 लाख करोड़ रुपये करने और निर्यात वर्तमान के कुल उत्पादन का 27 प्रतिशत से बढ़ाकर 40 प्रतिशत करने का लक्ष्य रखा गया है। कंपनियों के मजबूत तिमाही परिणाम और अच्छे मानसून की उम्मीद से भी बाजार को समर्थन मिला। वित्त वर्ष 2015-16 की अंतिम तिमाही में निर्माण एवं इंजीनियरिंग क्षेत्र की कंपनी एलएंडटी के मुनाफे और आय में क्रमश: 23 और 12 फीसदी की तेजी रही। इसके शेयर आज 14 फीसदी से अधिक उछल गये। इसके अलावा छोटी और मझौली कंपनियों में हुई लिवाली से भी बाजार को बल मिला। बीएसई का मिडकैप एक प्रतिशत चढ़कर 11,191.27 अंक और स्मॉलकैप 0.86 फीसदी ऊपर 11,048.11 अंक पर बंद हुआ। इस दौरान बीएसई के 19 समूहों में मजबूती रही जबकि हेल्थकेयर समूह के शेयर भाव अपरिवर्तित रहे। कैपिटल गुड्स के अलावा एफएमसीजी, वित्त, आईटी, टेक, ऑटो, बैंकिंग, पावर रियल्टी और इंडस्ट्रियल्स समूह में 3.97 फीसदी तक की तेजी रही। बीएसई में कुल 2747 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ। इनमें 1,411 में लिवाली और 1,141 में बिकवाली देखी गई जबकि 195 के भाव में कोई बदलाव नहीं हुआ।

अगस्ता सौदे में सोनिया का नाम नहीं लिया : पर्रिकर

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नयी दिल्ली 26 मई, अगस्ता वेस्टलैंड सौदे में सौ फीसदी राजनीतिक हस्तक्षेप का दावा करते हुए रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने आज दो टूक शब्दों में कहा कि उन्होंने इस मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का नाम नहीं लिया। मोदी सरकार के दो वर्ष पूरे होने के मौके पर श्री पर्रिकर ने यूनीवार्ता के साथ विशेष बातचीत में कहा कि उन्होंने संसद के बाहर सवालों के जवाब में कहा था कि इटली की अदालत के फैसले में श्रीमती सोनिया गांधी और बडे बडे नेताओं के नाम आये हैं। उन्होंने कहा ,“ मैंने उन्हें (सोनिया) न तो आरोपी कहा और न ही भ्रष्ट बताया। ” संसद में हुई बहस में भी श्रीमती गांधी का जिक्र मैंने नहीं किया। उन्होंने कहा ,“ गोवा के मुख्यमंत्री के समय से ही मेरा सिद्धांत है कि जब तक प्रमाण न मिले मैं किसी का दोषी के तौर पर नाम नहीं लेता। जिस दिन नाम मेरे पास आ जायेगा उस दिन साफ हाे जाएगा। ” उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच चल रही है और इस मामले में शामिल नामों तथा अदृश्य हाथ का पता लगाने के काम केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई)का है ,“ मैं इस जांच की निगरानी नहीं कर रहा लेकिन मैं उनसे मामले में प्रगति के बारे में पूछता रहता हूं।

सरकार दे रही हैं पाई पाई का हिसाब : मोदी

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सहारनपुर 26 मई, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपनी सरकार के दो साल पूरे होने के साथ उत्तर प्रदेश में आज चुनावी बिगुल फूंकते हुये कहा कि उनकी सरकार विकास कार्यों में लगी हुयी है और पाई-पाई, पल-पल का हिसाब दे रही है और इससे इतर बात करने वाले सिर्फ चुनावी नफे-नुकसान तक ही सोचते हैं। अपनी सरकार के दो साल पूरे होने पर यहां आयोजित ‘विकास पर्व’ रैली को संबोधित करते हुये श्री मोदी ने कहा “दो साल पहले भ्रष्टाचार की खबरें आती रहती थीं। देश का रुपया लूट लिया गया। अब उन्हें नजदीक से देखने का मौका मिला है। कभी-कभी तो मैं चौंक जाता हूं कि क्या जनता जनार्दन के पैसे की लूट के लिए जनप्रतिनिधियों को कुर्सी पर बिठाया जाता है।” 

अगले वर्ष उत्तर प्रदेश में होनेवाले विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखकर आयोजित की गई इस रैली में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने राज्य में भाजपा को चौदह साल के वनवास से मुक्ति दिलाने की अपील की। उन्होंने कहा कि “वनवास के 14 साल पूरे कर भगवान श्रीराम की अयोध्या वापसी हुई थी। वर्ष 2002 में मुझे समर्थन देने के 14 साल बाद अब सूबे में भाजपा सरकार की सत्ता में वापसी होगी।“ प्रधानमंत्री ने रैली में देश में सरकारी डाक्टरों की सेवानिवृत्ति की आयु 62 से बढ़ाकर 65 साल करने का एलान किया। श्री मोदी ने कहा कि देश में डाक्टरों की कमी है। अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग नियम हैं। अवकाश ग्रहण करने की उम्र कहीं 60 वर्ष और कहीं 62 वर्ष है। वह आज इस रैली में पूरे देश में सरकारी अस्पताल में काम कर रहे डाक्टरों के अवकाश ग्रहण करने की उम्र 65 वर्ष करने की घोषणा करते हैं। अपनी सरकार के कामकाज का लेखाजोख देते हुये श्री मोदी ने कहा, “ मैं सिर झुकाकर हिसाब देने के लिए खडा हूं, क्या आपने कोई खबर सुनी कि मोदी सरकार ने एक रुपया भी खाया। दो साल पहले किसी की हिम्मत नहीं थी कि लाखों लोगों के सामने इस तरह अपना हिसाब दे सके। ऐसी सरकारें आईं जिन्होंने अमीरों के लिए काम किया।” उन्होंने विकास यात्रा में सभी से भागीदार बनने की अपील की और कहा, “सरकार हमारे लिए क्या करेगी, क्या कर रही है, यह जानना आपका हक है लेकिन देश के लिए हम क्या कर रहे हैं, यह भी हमारी जिम्मेवारी है, यह सभी को सोचना होगा।” उन्होंने कहा कि उनके कामों को बारीकी से देखा जाता है। इसे वह अच्छा मानते हैं। सरकार पाई-पाई और पल-पल का हिसाब दे रही है।

निलंबित शारापोवा रूस की रियो टीम में शामिल

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माॅस्को, 26 मई, दुनिया की पूर्व नंबर एक टेनिस खिलाड़ी और फिलहाल डोप के आरोप में अस्थायी निलंबन झेल रही मारिया शारापोवा को रूसी टेनिस संघ(आरटीएएफ) ने अगस्त में होने वाले रियो ओलंपिक खेलों के लिये टीम में शामिल किया है। रूसी संघ ने महिला एकल के लिये रियो की टीम में जिन चार खिलाड़ियों को शामिल किया है उनमें शारापोवा का नाम शामिल है जो काफी चौंकाने वाला फैसला है। उनके अलावा स्वेत्लाना कुज्नेत्सोवा, अनास्तासिया पैवेलिचेनकोवा और डारिया कसात्किना को जगह दी गई है। नियमों के अनुसार कोई भी देश ओलंपिक खेलों के लिये उन खिलाड़ियों को शामिल कर सकता है जिनके अंतरराष्ट्रीय रेटिंग में सर्वाधिक अंक होते हैं। 

हालांकि शारापोवा के खेलने पर अनिश्चितता बरकरार है। शारापोवा को 12 मार्च के बाद से अस्थायी तौर पर निलंबित किया गया है। उन्हें अंतरराष्ट्रीय टेनिस महासंघ ने मेलडोनियम नामक ड्रग के सेवन का दोषी पाया था। शारापोवा निलंबन के कारण दूसरे ग्रैंड स्लेम फ्रेंच ओपन में भी नहीं खेल रही हैं। रूसी टेनिस संघ के प्रमुख शामिल टार्पीसचेव ने कहा था कि रियो में शारापोवा को शामिल करने का निर्णय फ्रेंच ओपन के दौरान लिया जाएगा। रूस ब्राजील के रियो में शारापोवा के खेलने की अनुमति दिये जाने के लिये छह जून से पहले अावेदन दे सकता है। यदि शारापोवा को खेलने की अनुमति नहीं मिलती है तो किसी अन्य खिलाड़ी को रूसी टीम में शामिल किया जाएगा। संभवत: उनकी जगह येकाटेरिना माकसिमोवा को जगह मिल सकती है। 

नडाल की ग्रैंड स्लेम में 200वीं जीत, जोकोविच तीसरे दौर में

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पेरिस, 26 मई, नौ बार के चैंपियन और पूर्व नंबर एक स्पेन के राफेल नडाल ने विस्फोटक प्रदर्शन करते हुये अर्जेंटीना के फाकुंडो बागनिस को लगातार सेटों में 6-3, 6-0, 6-3 से रौंदकर फ्रेंच ओपन टेनिस टूर्नामेंट के तीसरे दौर में जगह बना ली और इसके साथ ही उन्होंने ग्रैंड स्लेम में 200वीं जीत हासिल करने का कीर्तिमान भी बना लिया जबकि विश्व के नंबर एक खिलाड़ी सर्बिया के नोवाक जोकोविच ने तीसरे दौर में जगह बना ली। पुरुष टेनिस इतिहास में नडाल यह उपलब्धि हासिल करने वाले दुनिया के आठवें खिलाड़ी हैं। रौलां गैरो की लाल बजरी के बादशाह नडाल ने बागनिस को पूरे मैच में मात्र छह गेम जीतने का मौका दिया। दूसरा सेट तो नडाल ने बिना कोई गेम गंवाये 6-0 से जीत लिया। चौथी वरीयता प्राप्त नडाल ने मैच में 10 में से आठ ब्रेक अंकों को भुनाया और 25 विनर्स लगाये। अपना छठा ग्रैंड स्लेम मैच खेल रहे बागनिस के लिये मैच में एकमात्र उपलब्धि यह रही कि उन्होंने पहले सेट के ओपनिंग गेम में नडाल की सर्विस तोड़ी लेकिन इसके बाद वह लगातार संघर्ष ही करते रह गये। नडाल का तीसरे दौर में फ्रांस के निकोलस माहुत और स्पेन के मार्सेल ग्रेनोलर्स के बीच मैच के विजेता से मुकाबला होगा। टॉप सीड जोकोविच ने दूसरे दौर के मुकाबले में बेल्जियम के स्टीव डार्सिस को लगातार सेटों में 7-5, 6-3, 6-4 से हराया। पुरुष वर्ग के एक अन्य मुकाबलों में सातवीं सीड चेक गणराज्य के टॉमस बेर्दिच ने ट्यूनीशिया के मालेक जाजिरी को 6-1, 2-6, 6-2, 6-4 से तथा आस्ट्रिया के डाॅमिनिक थिएम ने स्पेन के गुइलेर्माे गार्सिया लोपेज़ को 7-5, 6-4, 7-6 से हराकर तीसरे दौर में स्थान बनाया। 

आस्ट्रेलिया के बर्नार्ड टॉमिक को क्रोएशिया के बोर्ना कोरिच के हाथों 6-3, 2-6, 6-7, 6-7 से हारकर बाहर हो जाना पड़ा जबकि 14वीं सीड स्पेन के रोबर्टाे बतिस्ता ने फ्रांस के पॉल हेनरी मथेयू को 7-6, 6-4, 6-1 से हराकर तीसरे दौर में जगह बना ली। महिला वर्ग में 14वीं सीड सर्बिया की एना इवानोविच ने जापान की कुरुमी नारा को 7-5, 6-1 से और 12वीं सीड स्पेन की कार्ला सुआरेज़ नवारो ने चीन की वांग कियांग को 6-1, 6-3 से पीटकर तीसरे दौर में प्रवेश कर लिया। इससे पहले विश्व के दूसरे नंबर के खिलाड़ी ब्रिटेन के एंडी मरे और गत चैंपियन स्विटजरलैंड के स्टेनिसलास वावरिंका ने भी तीसरे दौर में जगह बना ली। मरे को जीत के लिये पांच सेट तक संघर्ष करना पड़ा। उन्होंने 164वीं रैंकिंग के स्थानीय वाइल्डकार्ड मथायस बोर्ग्यू के खिलाफ 6-2, 2-6, 4-6, 6-2, 6-3 से जीत दर्ज की। यह उनका लगातार दूसरा पांच सेट का मैच है। मरे ने कहा, “मथायस ने कमाल का खेल दिखाया अौर मेरे लिये अंक जीतना मुश्किल हो रहा था।” ब्रिटिश खिलाड़ी इस जीत के साथ न सिर्फ ग्रैंड स्लेम में 2008 के बाद शुरूआती दौर में हारने की शर्मिंदगी को दोहराने से बच गये बल्कि ग्रैंड स्लेम में शीर्ष 100 खिलाड़ियों से कभी न हारने के रिकाॅर्ड को भी बरकरार रखा। राैलां गैरो में तीन बार के सेमीफाइनलिस्ट मरे का अंतिम 16 में जगह बनाने के लिये अगला मैच अब 27वीं वरीय इवो कार्लोविच से होगा जिन्होंने आस्ट्रेलिया के जाॅर्डन थाॅमसन को पांच सेटों के ही मुकाबले में 6-7 6-3 7-6 6-7 12-10 से हराया। 

तीसरी वरीय स्विस खिलाड़ी वावरिंका ने जापान के टारो डेनियल को लगातार सेटाें में 7-6, 6-3, 6-4 से पराजित किया। उनके सामने अब 30वीं वरीय जेरेमी चार्डी होंगे। इसके अलावा 15वीं वरीय जाॅन इस्नर और नौंवीं सीड रिचर्ड गास्के ने भी अपने अपने मुकाबले आसानी से जीते। इस्नर ने काइल एडमंड को लगातार सेटों में 6-4, 6-4, 6-4 से और गास्के ने बोजोर्न फ्रैंटेग्लो को 6-1, 7-6, 6-3 से हराया। आस्ट्रेलिया के ‘बैड ब्वाॅय’ कहे जाने वाले 17वीं वरीय खिलाड़ी निक किर्गियोस ने हालैंड के इगोर सिसलिंग को 6-3 6-2 6-1 से पराजित किया। उनका अगले दौर में फ्रांसीसी खिलाड़ी गास्के से मुकाबला होगा। आठवीं सीड कनाडा के मिलोस राअोनिक ने एड्रियन मिनारियो को 6-1, 7-6, 6-1 से हराकर तीसरे दौर का टिकट कटाया। विक्टोरिया अजारेंका जैसी दिग्गज खिलाड़ी को हराने वाली इटली की केरीन नैप ने अपना शानदार अभियान जारी रखते हुये आस्ट्रिया की एनस्तासिया सेवात्सोवा को 6-3, 6-4 से हराया। 

शरद और आरसीपी को मिला जदयू से दोबारा राज्यसभा का टिकट, त्यागी और वर्मा का पत्ता कटा

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पटना 26 मई, बिहार से राज्यसभा की पांच सीटों के लिए हो रहे द्विवार्षिक चुनाव में सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड, की ओर से पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी माने जाने वाले भारतीय प्रशासनिक सेवा के पूर्व अधिकारी आर सी पी सिन्हा को फिर से उम्मीदवार बनाया गया है । जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने आज राज्यसभा और विधान परिषद चुनाव के लिए प्रत्याशियों की सूची जारी करते हुए बताया कि श्री शरद यादव और श्री आर सी पी सिन्हा फिर से राज्यसभा जायेंगे । 

पार्टी ने राज्यसभा चुनाव के लिए दोनों को प्रत्याशी बनाया है । उन्होंने बताया कि दोनों उम्मीदवार 30 मई को नामांकन पत्र दाखिल करेंगे। बिहार विधानसभा में 71 विधायकों की ताकत रखने वाला जदयू इस बार अपने दो ही उम्मीदवार को राज्यसभा भेज सकता है । जुलाई में रिक्त हो रही राज्यसभा की जिन पांच सीटों के लिए चुनाव हो रहा है उनमें सभी सीटों पर जदयू का ही कब्जा था । निवर्तमान सांसदों में से श्री यादव और श्री सिन्हा को दोबारा मौका मिल गया लेकिन पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता के.सी.त्यागी और मुख्यमंत्री के सांस्कृतिक सलाहकार रहे पवन वर्मा को दोबारा राज्यसभा जाने का मौका नहीं मिला । वहीं राज्यसभा के निवर्तमान सदस्य गुलाम रसूल बलियावी को विधान परिषद चुनाव के लिए प्रत्याशी बनाया गया है । एक अन्य वरिष्ठ नेता सी पी सिन्हा को भी जदयू ने विधान परिषद चुनाव के लिए प्रत्याशी बनाया है । 

वैज्ञानिकों ने नीतीश को नीरा से संबंधित जानकारियां दीं

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पटना,26 मई, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को तमिलनाडु कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने आज यहां नीरा से संबंधित जानकारियां दीं । तमिलनाडु कृषि विश्वविद्यालय के पूर्व डीन(हॉर्टीकल्चर)डॉ वी पुन्नूस्वामी ने श्री कुमार को नीरा तथा ताड़ के उत्पादों से संबंधित विस्तृत जानकारियां दीं ।इस मौके पर एक प्रस्तुतीकरण दिया गया जिसमें प्रत्येक बिन्दु पर विस्तार से चर्चा की गयी । मुख्यमंत्री के साथ बैठक में बताया कि तमिलनाडु कृषि विश्वविद्यालय और कृषि विश्वविद्यालय सबौर,भागलपुर के बीच एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किये जायेंगे जिसके तहत दोनों विश्वविद्यालय तकनीक का हस्तांतरण करेंगे। दोनों विश्वविद्यालयों के वैज्ञानिक मिलकर काम करेंगे । 

बैठक में नीरा से गुड़,कैंडी,हनी तथा ताड़ पेड़ से प्राप्त होने वाले अन्य उत्पादों पर विस्तृत चर्चा की गयी । मुख्यमंत्री ने सभी बातों को ध्यान से सुना और समझा।उन्होंने नीरा उद्योग से संबंधित विस्तृत कार्ययोजना तैयार करने का अधिकारियों को निर्देश दिया ।उन्होंने प्रदेश के सभी ताड़ के पेड़ों की गिनती के भी आदेश दिये ।उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में नीरा और ताड़ से प्राप्त होने वाले उत्पादों से संबंधित उद्योग लगाये जायेंगे। बैठक में उद्योग मंत्री जयकुमार सिंह,मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, विकास आयुक्त शिशिर सिन्हा, कृषि उत्पादन आयुक्त विजय प्रकाश, प्रधान सचिव उद्योग डॉ एस सिद्धार्थ, प्रधान सचिव वित्त रवि मितल, प्रधान सचिव वन एवं पर्यावरण विवेक कुमार सिंह,प्रधान सचिव सहकारिता अमृत लाल मीणा,प्रधान सचिव निबंधन,उत्पाद एवं मद्य निषेध के के पाठक,प्रधान सचिव पशु एवं मत्स्य संसाधन एन.विजयलक्ष्मी,सचिव ग्रामीण विकास अरविन्द चौधरी, सचिव कृषि नर्मदेश्वर लाल,मुख्यमंत्री के सचिव चंचल कुमार,अतीश चन्द्रा और मनीष कुमार वर्मा तथा बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर के कुलपति भी शामिल हुए। बैठक से पूर्व श्री कुमार ने ताड़ पेड़ के उत्पादों से संबंधित प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया।

बिहार में आपातकाल से भी बदतर स्थिति : भाजपा

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पटना 26 मई, बिहार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी पर आज हुए हमले को सरकार प्रायोजित बताया और कहा कि प्रदेश में स्थिति आपातकाल से भी बदतर हो गयी है । भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और विधान पार्षद मंगल पांडेय ने यहां कहा कि गया जिले के डुमरिया में बाहर से आये अपराधियों की जमात को बुलाकर पूर्व मुख्यमंत्री एवं हम के अध्यक्ष श्री मांझी पर जानलेवा हमला कराया गया । राज्य सरकार प्रायोजित इस हमले की जितनी भी निंदा की जाये वह कम है । श्री पांडेय ने कहा कि श्री मांझी गया जिले के डुमरिया में दलित समाज के दो लोगों की हत्या की सूचना मिलने के बाद उनके परिजनों से मिलने जा रहे थे तभी सरकार प्रायोजित अपराधी तत्वों ने उन पर हमला कर दिया जिससे कि वे मृतकों के परिजनों से नहीं मिल पायें । राज्य में सुशासन के दावे की पोल खुल गयी है । उन्होंने कहा कि हत्या ,लूट,अपहरण और रंगदारी की घटनाओं से राज्य में एकबार से फिर से भय एवं आतंक का माहौल बन गया है । 

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि पिछले छह माह के दौरान प्रदेश में विभिन्न बैंकों की 10 शाखाओं से 1.66 करोड़ रूपये लूट लिये गये है । राज्य में पिछले 48 घंटे के दौरान हुई घटनाओं कानून -व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी है । गया जिले में लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) और उनके भाई की गोली मारकर हत्या कर दी गयी वहीं जाने-माने चिकित्सक हेमंत कुमार वर्मा से एक करोड़ रूपये ,मोतिहारी में कार्यरत एक निजी निर्माण कंपनी से 15 लाख और पटना जिले के बख्तियारपुर स्थित एक व्यवसायी से पांच लाख रूपये की रंगदारी मांगी गयी है । श्री पांडेय ने कहा कि रंगदारी की राशि नहीं देने पर मोतिहारी में जहां कपड़ा व्यवसायी की हत्या कर दी गयी वहीं पटना जिले के मेहदीगंज में पिता-पुत्र की गोलीमार कर हत्या कर दी गयी । इसी तरह जमुई में घर से जबरन बाहर निकाल कर तीन लोगों की तेज हथियार से हत्या कर दी गयी । उन्होंने कहा कि अपहरण की कोशिश और रंगदारी की मांग से राज्य के चिकित्सक दहशत में है । प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि पिछले सात माह में चिकित्सकों पर हमले और रंगदारी मांगने के 23 मामले प्रकाश में आये है । दो दिन पूर्व ही पटना जिले के पालीगंज से लौट रहे चिकित्सक को ही अगवा करने की कोशिश की गयी । फारविसगंज के चिकित्सक से दो लाख रूपये की रंगदारी मांगी गयी है । उन्होंने कहा कि अपराधियों के भय से 160 चिकित्सकों ने आत्मरक्षार्थ हथियार के लाइसेंस के लिए आवेदन दिया है । उन्होंने कहा कि आपातकाल में तो सरकार आवाज दबाती थी और अब सरकार और अपराधी मिलकर आवाज दबाने का प्रयास कर रहे है । 

अच्छे दिनों की बात करने वाले मोदी लाये बुरे दिन : लालू

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पटना,26 मई, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने आज कहा कि‘अच्छे दिनों’ का ख्वाब दिखाने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने महंगाई पर नियंत्रण न करके लोगों का जीवन दुष्कर बना दिया है । श्री यादव ने मोदी सरकार के दो वर्ष पूरे होने के मौके पर यहां जारी एक बयान में कहा कि ढाई-तीन साल पहले देश में ऐसा माहौल बनाया गया कि मानों देश निराशा के दलदल में धंसता जा रहा है और इस मन्ज़र में केवल गुजरात ही है जो आशा और सकारात्मक ऊर्जा से ओत-प्रोत है। उन्होंने कहा कि पहली बार किसी प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार ने अपनी जाति और चाय बेचने का प्रपंच करके उसे चुनावों में भुनाया । राजद अध्यक्ष ने कहा कि गरीबों की अच्छा जीवन जीने की आस का मज़ाक बनाते हुए सबको 15-15 लाख रूपये देने का सपना दिखाया गया था। उन्होंने कहा कि भाजपा के कार्यकर्ताओं ने घर-घर जा-जाकर 15-15 लाख रुपये सबके खाते में आने का भरोसा दिलाया था। श्री मोदी चुनावी सभाओं में सौ दिनों में विदेशों से काला धन लाने की गगनचुम्बी बातें करते थे लेकिन अब उल्टा हो रहा है, देश के मेहनतकशों की गाढ़ी कमाई विदेश जा रही है।

श्री यादव ने कहा कि महंगाई तो रत्ती भर भी कम नहीं हुई,उलटे दालें सचमुच मुर्गी की कीमत के बराबर महंगी हो गई। उन्होंने कहा कि युवाओं को सालाना दो करोड़ नौकरियां देने के सपने चुनावों में दिखाये गये । अखबारों और टेलीविजन पर भ्रामक विज्ञापन दिखाकर लोगों को ठगा गया। झूठे और अनर्गल प्रचार की सभी सीमाएं तोड़कर युवाओं को भरमाया गया। राजद अध्यक्ष ने कहा कि आर्थिक विकास के नाम पर किसानों के साथ छलावा किया जा रहा है। विकास के नाम पर पूंजीपतियों की जोरदार तरफदारी हो रही है जबकि कर्ज के तले दबे किसान आत्महत्या कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार किसानों की हालत के बारे में बिल्कुल भी गंभीर दिखाई नहीं देती। विदेशी कंपनियों के लिए रेड कार्पेट बिछाये जा रहे हैं जबकि अन्नदाताओं के लिए यह सरकार बिजली,पानी,बीज और खाद का उचित भी प्रबंध नहीं कर पा रही है। श्री यादव ने कहा कि कृषि,स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण विभागों के लिए धन आवंटन कम किया जा रहा है जिससे गरीब और वंचित वर्ग के लोग न तो ढंग से अपना इलाज करवा पा रहे हैं और न ही ढंग की शिक्षा ग्रहण कर पा रहे हैं । राजग सरकार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की विचारधारा को शिक्षण संस्थानों पर थोपने की ज़िद पर अड़ी है। सरकार छात्र राजनीति में कूद गई है और विश्वविद्यालयों को अखाड़ा बनाया जा रहा है। 

श्री यादव ने कहा कि गत दो वर्ष में दलितों के ख़िलाफ़ अत्याचार में बढ़ोत्तरी हुई है। भुखमरी,गरीबी और कुपोषण से ज्यादा अहमियत छद्म राष्ट्रवाद जैसे नारे को दी जा रही है। उन्होंने कहा कि देशद्रोही और देशप्रेमी के प्रमाणपत्र बांटे जाने लगे हैं । कई भाजपा नेता यदा-कदा साम्प्रदायिक ज़हर उगलते हैं और कभी लव जिहाद,कभी घर वापसी तो कभी निर्धारित बच्चे पैदा करने के फरमान जारी होते रहते हैं । राजद अध्यक्ष ने कहा कि मेक इन इंडिया का नारा दिया गया,पर एक भी बड़ा प्रोजेक्ट नहीं लगा। संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद“कॉल ड्राप मंत्री” कहे जाने लगे हैं। डिजिटल इंडिया का आलम यह है कि भारतीय उपमहाद्वीप तक में भी इंटरनेट के दाम और गति दोनों में देश फिसड्डी रहा है। उन्होंने कहा कि विदेश नीति का यह आलम है कि न पाकिस्तान काबू में है और न ही चीन। नेपाल के साथ कैसे रिश्ते बन गये हैं,यह किसी से छिपा नहीं है । श्री यादव ने कहा कि श्री मोदी आईएनएस विक्रमादित्य और मंगलयान के संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार की परियोजनाओं का उद्घाटन करते रहे पर लगातार यह भी कहते रहे कि 60 साल में भारत ने कुछ हासिल नहीं किया । 

राजद अध्यक्ष ने बयान साथ ही आज कई ट्वीट भी किये,वे हैं - “महंगाई रत्तीभर भी कम नहीं हुई। दाल सचमुच मुर्गी के बराबर महंगी हो गई। युवाओं को सालाना दो करोड़ नौकरियां देने के ताबड़-तोड़ सपने बेचे गए। “100 दिनों में विदेशों से काला धन लाने की गगनचुम्बी बातें करते थे,अब उल्टा हो रहा है देश के मेहनतकशों की गाढ़ी कमाई का सफेद धन विदेश जा रहा है।” “गरीबों के अच्छा जीवन जी पाने की लालसा का मजाक बनाते हुए 15-15 लाख रूपये देने का सपना दिखाया। सोचिए,गरीबों की गरीबी का कितना बेहूदा मजाक बनाया गया।” “संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की परियोजनाओं में अपना झूठा महिमामंडन व प्रायोजित कार्यक्रमों में पैसों और प्रोपेगेंडा के दम पर झूठा मंत्रोच्चार करना।” “मोदी सरकार अब विकास की नहीं विनाश की बात कर रही है।किसान कर्ज और वादों के गम के मारे आत्महत्या कर रहे हैं.यह एक गहरे कृषि संकट का लक्षण है ।” “दो साल में कहीं कोई ठोस उपलब्धि नहीं। केंद्र सरकार चुनावी वायदों के साथ-साथ भारतीय संविधान के मूल्यों की रक्षा करने में पूरी तरह असमर्थ रही। ” 

मोदी गोद लिये गांव का विकास नहीं कर सके तो देश की उन्नति क्या करेंगे : कांग्रेस

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पटना,26 मई, कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ‘प्रभावहीन’ नेता करार देते हुए आज कहा कि वह अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में गोद लिये गांव जयापुर में अब तक कोई विकास कार्य नहीं करा सके तो देश का क्या विकास करेंगे । वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं मुम्बई महानगर कांग्रेस अध्यक्ष संजय निरुपम ने यहां संवाददाताओं से कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन(राजग) सरकार अपने दो वर्ष के कार्यकाल में सभी मोर्चों पर विफल रही है ।राजग सरकार के कामकाज से स्पष्ट है कि यह सरकार ‘गेम चेन्जर नहीं नेम चेन्जर’है । श्री निरुपम ने कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार की आठ फ्लैगशिप योजनाओं के नाम बदलकर उन्हें लागू कर रही है और उसने ऐसा साबित करने की कोशिश की है कि जैसे उसने देश की स्थिति में आमूल-चूल परिवर्तन कर दिया है। उन्होंने कहा कि राजग सरकार ने देश की विकास दर के जो आंकड़े पेश किये हैं, उनकी प्रामाणिकता पर भारतीय रिजर्व बैंक के गर्वनर और मुख्य आर्थिक सलाहकार ने संदेह जाहिर किया है । कांग्रेस नेता ने कहा कि श्री मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए वहां समाज को साम्प्रदायिक आधार पर बांटने का काम किया था और वह यही काम केन्द्र की सत्ता पाने के बाद भी कर रहे हैं ।उन्होंने कहा कि साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण के बिना श्री मोदी राजनीति ही नहीं कर सकते ।

श्री निरुपम ने कहा कि मोदी सरकार के कार्यकाल में खाद्यान्न उत्पादन घटा है । उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में किसानों के आत्महत्या की संख्या काफी बढ़ गयी है ।महाराष्ट्र में ही वर्ष 2014 में 2568 किसानों ने आत्महत्या की है । कांग्रेस नेता ने कहा कि मोदी सरकार किसानों को उनकी उपज का समर्थन मूल्य लागत से डेढ़ गुना देने के वादे को पूरा नहीं कर सकी है । इस सरकार के कार्यकाल में डालर की तुलना में रूपये की कीमत बहुत घट गयी है।रोजगार के अवसर पैदा करने में भी मोदी सरकार फिसड्डी साबित हुई है ।वर्ष 2015-16 में बहुत कम रोजगार के अवसर ही पैदा किये जा सके । श्री निरुपम ने कहा कि मोदी सरकार का मेक इन इंडिया कार्यक्रम भी कोई नतीजा नहीं दे सका है ।अपेक्षित विदेशी मुद्रा अर्जित करने में यह सरकार असफल रही है ।उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के कार्यकाल में कम से कम 9000 उद्यमी देश छोड़कर अपना कारोबार विदेश चले गये हैं । बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ‘राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ मुक्त भारत’ के नारे के बारे में उनकी प्रतिक्रिया पूछे जाने पर कांग्रेस नेता ने कहा कि सच बात तो यह है कि वह अभी तक संघ मुक्त भारत या कांग्रेस मुक्त भारत का मतलब ही नहीं समझ पाये हैं । 

आतंक से लड़ने में सेना की भूमिका रहने तक अफस्पा जरूरी

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नयी दिल्ली 26 मई, जम्मू कश्मीर से सशस्त्र बल विशेषाधिकार अधिनियम (अफस्पा) को हटाये जाने को लेकर चल रही बहस के बीच रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने आज साफ कहा कि आतंकवाद से लड़ने में सेना की भूमिका के मद्देनजर इस अधिनियम को नहीं हटाया जा सकता , वैसे इस बारे में अंतिम निर्णय लेना गृह मंत्रालय का अधिकार है। श्री पर्रिकर ने आज यहां यूनीवार्ता के साथ विशेष बातचीत में कहा कि सेना नागरिक क्षेत्र में कार्रवाई के लिए अनुरोध किये जाने पर ही जाती है और उसे वहां कार्रवाई करने के लिए अधिकारों की जरूरत होती है। सेना को ये अधिकार कई कानूनाें से मिलते हैं और अफस्पा इनमें से प्रमुख हैं। उन्होंने कहा कि यदि सेना के पास अधिकार नहीं होगा तो वह कार्रवाई नहीं कर पायेगी। उन्होंने स्पष्ट कहा कि सेना को भी संरक्षण चाहिए उसके जवानों को कुछ मामलों में स्थापित कानूनों का सामना करने के लिए नहीं छोड़ा जा सकता। उन्होंने कहा,“आर्मी की जरूरत है तो एक्ट भी चाहिए। इसके बिना सेना कार्रवाई नहीं कर सकेगी। ” रक्षा मंत्री ने कहा कि वह अफस्पा के बारे में गृह मंत्रालय के साथ सलाह मश्विरा कर सकते हैं और गृह मंत्रालय भी उनसे सलाह ले सकता है लेकिन इसे हटाने या कितने क्षेत्रों से और कितनी मात्रा में हटाने का निर्णय गृह मंत्रालय को ही लेना है। 

सीमा पार से घुसपैठ की घटनाओं में कमी का दावा करते हुए श्री पर्रिकर ने कहा कि सेना को इस तरह की हरकतों का मुंहतोड जवाब देने को कहा गया है। उन्होंने कहा सेना को सीधे और स्पष्ट आदेश हैं,“ तुम अपनी ओर से कुछ नहीं करो लेकिन दूसरे कोशिश भी करे तो छोड़ो मत। ” उन्होंने कहा यह सही है कि मोदी सरकार के सत्ता में आने के समय अक्टूबर 2014 से लेकर फरवरी 2015 तक घुसपैठ की घटनाओं में इजाफा हुआ था, लेकिन जब से हमने सख्त कार्रवाई की तब से इसमें कमी आई है। घुसपैठ की घटनाएं बढने संबंधी कांग्रेस के आरोपों को खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार में घुसपैठ के दौरान एक साल में 67 जवान शहीद हुए और 98 घुसपैठिये मारे गये जबकि मोदी सरकार के शासन में केवल नौ सैनिक शहीद हुए और 98 घुसपैठिये मारे गये। श्री पर्रिकर ने कहा कि वैसे भी फायरिंग और घुसपैठ की घटना सीमा सुरक्षा बल के नियंण वाली अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर अधिक होती है , सेना के नियंत्रण वाली नियंत्रण रेखा पर नहीं । 

जनता से किये गये वादों पर अमल नहीं हुआ : सहाय

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रांची, 26 मई, पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सरकार के दो साल के कार्यकाल को बदहाल कार्यकाल करार देते हुए कहा कि सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है। श्री सहाय ने आज यहां कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा चुनाव के पूर्व जनता के साथ किए गए वादो पर अमल नहीं किया। जनता के साथ वादाखिलाफी किया। चुनाव के दौरान भाजपा ने किसानों से उनके फसलों का लाभकारी मूल्य देने का वादा किया था। विदशों से काला धन हर हाल में वापस लाने की बात कही थी। प्रत्येक साल एक करोड़ युवाओं को रोजगार देने की घोषणा की थी।। लेकिन सत्ता पर काबिज होते ही भाजपा ने जनता के साथ किए गए वादों को दरकिनार कर दिया। जनता के साथ वादाखिलाफी किया। यही नहीं मोदी सरकार के दो साल के कार्यकाल के दौरान देश में सामाजिक समरसता का माहौल भी खराब हुआ। समाज का सामाजिक ताना-बाना भी कमजोर हुआ। 

उन्होंने कहा कि केन्द्र की भाजपा सरकार के दो साल के कार्यकाल के दौरान देश की संवैधानिक संस्थाओं को भी कमजोर करने की कोशिश की गई। कुल मिलाकर कहा जाय तो भाजपा सरकार के दो साल का कार्यकाल बदहाल रहा है। सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है। भाजपा सरकार की विदेश नीति भी देशहित में नहीं कही जा सकती। पडोसी देश पाकिस्तान, नेपाल, चीन आदि के साथ संबंध सुधारने के प्रयास करने का ढिढोरा पीटा गया लेकिन हकीकत जगजाहिर है। भारत का सबसे विश्वनीय सहयोगी देश नेपाल केन्द्र सरकार की गलत नीतियों के कारण हमसे दूर होता जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने कार्यकाल में विदेश दौरों का कीर्तिमान बनाया, लेकिन विदेश दौरों से क्या हासिल हुआ, यह बताने में सरकार सक्षम नहीं है। 

उन्होंने कहा कि देश में किसानों की हालत खस्ताहाल है। देश में गत दो साल से सूखे की मार से किसानों की स्थिति दयनीय है। सरकार इस महत्वपूर्ण मसले पर संवेदनशील नहीं है। उन्होंने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था विकसित करने की ओर सरकार का ध्यान नहीं है। देश के शैक्षणिक संस्थानों में एक खास विचारधारा को थोपने का कोशिश की जा रही है। कई राज्यों में आरक्षण को लेकर लोग आंदोलनरत हैं। लब्बोलुआब यह कि देश की जनता ने जिस आशा और विश्वास के साथ भाजपा को समर्थन दिया, उस पर सरकार खरी नहीं उतरी। जनता अब समझने लगी है कि भाजपा ने उन्हें छला है।

सात पीएलएफआई नक्सली गिरफ्तार

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रांची 26 मई, झारखंड में रांची पुलिस ने प्रतिबंधित नक्सली संगठन पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएलएफआई) के सात सदस्यों को गिरफ्तार करने में सफलता पायी है। पुलिस अधीक्षक कुलदीप द्विवेदी ने आज यहां बताया कि मांडर थाना क्षेत्र के मलसी गांव से नक्सली एरिया कमांडर वीरेंद्र बैठा समेत सात नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार नक्सलियों के पास से पांच पिस्तौल, आठ मोबाइल और छह कारतूस भी बरामद किये गये है। श्री द्विवेदी ने बताया कि गिरफ्तार नक्सलियों ने स्वीकार किया है कि 21 मई को इन सभी ने बुढ़मू के उमेडंडा में एक ठेकेदार की जेसीबी जला दी थी। वहीं वीरेंद्र बैठा पहले भी रंगदारी मांगने और दहेज हत्याकांड के मामले में जेल जा चुका है। वीरेंद्र बैठा के अलावा सुरेंद्र भगत, कुलदीप यादव, विजय गोप, प्रकाश कुमार, मेघनाथ यादव और टिंकू लोहरा को भी गिरफ्तार किया गया है। 

भारत, चीन को सीमा विवाद हल करना चाहिए : प्रणव

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बीजिंग, 26 मई, राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने आज कहा कि भारत और चीन को बुद्धिमत्ता तथा राजनीतिक कौशल के माध्यम से सीमा विवाद समेत तमाम मुद्दों को हल करना चाहिए। श्री मुखर्जी ने पीकिंग विश्वविद्यालय में कुलपतियों और उच्चतर शिक्षा के प्रमुखों के गोलमेज कार्यक्रम में कहा कि दोनों देशों के बीच सीमा विवाद के साथ कई मुद्दे हैं जिसे व्यापक रूप से सुलझाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा ''पड़ोसियों में समय-समय पर कुछ मुद्दों पर विचारों में अंतर होना स्वाभाविक है। मैं इसे अपने राजनीतिक कौशल का एक परीक्षण मानता हूं कि इन मतभेदों को हल करने के लिए अपने बौधिकता का इस्तेमाल करना चाहिए।'' 

राष्ट्रपति ने कहा ''दोनों देशों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आने वाली पीढियों पर अनसुलझे सवालों का बोझ न हो। मैं उम्मीद करता हूं कि दोनों देश यह सुनिश्चित करेंगे कि आपसी मतभेदों को कम करने तथा आपसी मिलाप को बढाने का प्रयास करेंगे।''उन्होंने कहा कि साझेदारी विकास के लिए दोनों देशों के बीच राजनीतिक समझ की काफी आवश्यकता है। राजनीतिक संचार के माध्यम से इसे हासिल किया जा सकता है। भारत चीन के साथ अपनी भागीदारी को मजबूत बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। 

विवादित पोस्ट डालने पर बडवानी कलेक्टर को हटाया गया

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भोपाल 26 मई, मध्यप्रदेश के बडवानी जिला कलेक्टर अजय गंगवार काे सोशल साइट फेसबुक पर उनके विवादित पोस्ट डालने की घटना के बाद आज स्थानांतरित कर दिया गया। उन्हें राज्य मंत्रालय में उप सचिव पद पर पदस्थ किया गया है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार वर्ष 2005 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी श्री गंगवार को बडवानी कलेक्टर पद से हटा दिया गया है। फिलहाल उन्हें राज्य मंत्रालय भोपाल में उप सचिव बनाया गया है। 

श्री गंगवार कल अचानक उस समय सुर्खियों में आ गए जब फेसबुक पर उन्होंने नेहरू और गांधी परिवार की एक तरह से प्रशंसा करते हुए मौजूदा नरेंद्र मोदी सरकार पर परोक्ष रूप से प्रहार किए थे। उच्च स्तर पर कल तीखी प्रतिक्रिया के बाद हालाकि श्री गंगवार ने अपनी विवादित पोस्ट को फेसबुक से हटा लिया था। श्री गंगवार ने देश में मंदिर और गौशाला के स्थान पर यूनिवर्सिटी खोलने और बाबा रामदेव और आसाराम के स्थानों पर पूर्ववर्ती सरकारों द्वारा बौद्धिक प्रतिभाओं को तवज्जो दिए जाने का जिक्र करते हुए मौजूदा सरकार पर व्यंग्य किया था। इसके पहले हाल ही में नरसिंहपुर कलेक्टर सिबी चक्रवर्ती ने भी तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे जयललिता की तारीफ करते हुए टिप्पणियां सोशल साइट पर लिखी थीं। 
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