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स्वास्थ : झड़ते बालों को गंभीरता से ले

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थोड़े बहुत बालों का झड़ना तो प्राकृतिक है लेकिन जब बालों का झड़ना लंबे समय तक जारी रहे और झड़ने वाले बालों की मात्रा भी बढ़ जाए तो यह चिंता की बात है और यह समस्या वंशानुगत हो सकती है और जिससे पहले कि गंजापन दिखने लगे तो आपको चिकित्सीय मदद की जरूरत है तो इसमें विशेषज्ञ चिकित्सा सहायता की मदद लें। पुरुषों और महिलाओं में बालों का छडना अनेक पोषक तत्वों की कमी, हेयरकेयर उत्पादों का अत्यधिक उपयोग, वंशानुगत समस्या, चल रही दवाओं का साइड इफेक्ट, प्रोटीन की कमी, हार्मोन का असंतुलन, तनाव, एनीमिया, खोपड़ी का संक्रमण और कई अन्य कारण शामिल हैं। कुछ मरीजों का कहना है कि लंबे समय तक होम्योपैथिक इलाज लेने से भी उनको फायदा हुआ है। मरीज की भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक स्थित के विश्लेषण के जरिए एक होम्योपैथ शारीरिक लक्षणों का उपचार करने के बजाय किसी ‘व्यक्ति‘ को ठीक करने को ध्यान में रखकर ही दवाएं सुझाता है। कुछ मामलों मंे, उपचार करने वाला चिकित्सक बालों की अच्छी ग्रोथ के लिए कुछ उत्पादों का इस्तेमाल सिर पर करने का सुझाव दे देता है। जो व्यक्ति ज्यादा विश्वसनीय, सुरक्षित और दीर्घावधि समाधान चाहते हैं उनके लिए हेयर ट्रांसप्लांट सबसे अच्छा विकल्प है। अत्याधुनिक तकनीकों के इस्तेमाल, अत्याधुनिक क्लीनिक्स की आसान उलब्धता और कुशल सर्जनों की विशेषज्ञता के चलते अब सिर पर बालों को फिर से उगाना संभव है जो असली बालों जितने ही अच्छे दिखते हैं। आमतौर पर, हेयर ट्रांसप्लांट की यह प्रक्रिया जनरल एनस्थीसिया के अंतर्गत की जाती है और अस्पताल में रुकने की जरूरत नहीं होती। इससे कोई भी व्यक्ति बिना किसी दर्द के अपना युवा लुक फिर से हासिल कर सकता है।
  
हेयर ट्रांसप्लांट की आसान प्रक्रिया और संतोषजनक परिणाम देने की क्षमता ने इसे मनोरंजन उद्योग और क्रिकेट जगत में भी लोकप्रिय बना दिया है। कई जानी-मानी शख्सियतों अभिनेता गोविंदा, परमीत सेठी और क्रिकेटर यूसुफ पठान, निखिल चोपड़ा, वीवीएस लक्ष्माण, रोजर बिन्नी, दिलीप वेंगस्कर, सौरव गांगुली, कमेंटेटर हर्षा भोगले, चारू शर्मा और अरुण लाल आदि ने भी इस प्रक्रिया को अपनाया है और कैमरे के सामने अपना सर्वश्रेष्ठ चेहरा रखने का आत्मविश्वास पाया। हेयर ट्रांसप्लांट की दो तरह की प्रक्रियाएं फिलहाल लोकप्रिय हैं-फोलिक्यूलर यूनिट ट्रांसप्लांट (एफयूटी) पद्धति या स्ट्रिप मैथड और फोलीक्यूलर यूनिट एक्सट्रैक्शन (एफयूई) या पंच मैथड। एफयूटी या स्ट्रिप पद्धति को दुनियाभर में 90 फीसदी सर्जन इस्तेमाल करते हैं। इस प्रक्रिया मंे सिर के बालों को सावधानीपूर्वक फिर से उगाया जाता है। इसमें मरीज को लोकल एनेस्थेसिया दिया जाता है और खोपड़ी के पिछले हिस्से और साइडों से त्वचा की एक पट्टी बालों एवं बालों के रोम सहित हटाई जाती है। इस पट्टी को सिर के उन हिस्सों पर ग्राफ्ट (लगाया) किया जाता है जहां बाल नहीं हैं और उसे ‘‘ट्रिकोपैथिक क्लोजर‘‘ से सील कर दिया जाता है। इस पूरी प्रक्रिया में 6-8 घंटे का समय लगता है और उसी समय 8-10 डाॅक्टरों की टीम आॅपरेशन पर काम करती है। मरीज उसी दिन घर जा सकता है और अगले दिन से अपना काम शुरू कर सकता है। इसी सहूलियत की वजह से ज्यादातर मामलों मंे यह पद्धति काम करती है।    

बोटुलिनम टोक्सिनः झड़ते बालों के लिए रामबाण
बालों का झड़ना इन दिनों हर उम्र के लोगों मंे लगातार रहने वाली समस्या बन गई है। युवा हो, वयस्क हो या फिर बुजुर्ग कोई भी इस अनचाही स्थिति से नहीं बच सकता। रोजाना 100 बालों का झड़ना तो सामान्य है, लेकिन जब झड़ते बालों की संख्या इस आंकड़े को पार कर जाए तो यह चिंता का विषय है। बालों के झड़ने के पीछे कई तरह के कारण हो सकते हैं, जैसे पौष्टिक एवं विटामिन की कमी, संक्रमण, दवाइयां, आनुवंशिकता और वह वातावरण जिसमें व्यक्ति रहता है। विज्ञान ने काफी तरक्की कर ली है, ऐसे में बालों का अत्यधिक झड़ना एक प्रोटीन बोटुलिनम टोक्सिन की मदद से रोका जा सकता है जिसको संक्षेत्र मंे बोटोक्स भी कहते हैं। बोटुलिनम टोक्सिन काॅस्मेटिक इंडस्ट्री में लोकप्रिय नाम है और दुनियाभर के एस्थेटिक (सौंदर्य) क्नीनिक्स में बड़े पैमाने पर इस्तेमाल होने वाला उत्पाद है। यह चेहरे के हाव-भाव व्यक्त करते समय पड़ने वाली झुर्रियों को अस्थायी रूप से कम कर देता है। इसके अलावा, यह मांसपेशियों में होने वाले दर्द, पुराने माइग्रेन, यूरिनरी इनकंटीनेंस (मूत्र असंयम), ब्लैफेरोस्पाज्म (पलकों का उद्वेष्ट) और अंडरआर्म से अत्यधिक पसीने जैसी बीमारियों के इलाज में भी उपयोग किया जाता है। इन सबके अलावा, हाल ही के अध्ययन बताते हैं कि बोटुलिनम टोक्सिन झड़ते बालों के इलाज मंे भी बहुत ही मदद कर सकते हैं। दरअसल, यह आधुनिकतम पद्धति है जिसका इस्तेमाल सर्जन उन महिलाओं और पुरुषों के इलाज में करते हैं जो बाल झड़ने या कमजोर होने की समस्या से जूझ रहे हैं। अनुसंधान इस बात को साबित कर चुके हैं कि सिर के उन हिस्सों पर बाल उड़ने की संभावना ज्यादा रहती है जहां रक्त ंएवं आॅक्सीजन की आपूर्ति कम रहती है और डीहाइड्रोटेस्टोस्टीरोन (डीएचटी) का स्तर ज्यादा होता है। बोटुलिनम टोक्सिन का इंजेक्शन लगाकर बालों के रोमों में खून और आॅक्सीजन की आपूर्ति बढ़ाई जा सकती है, जिसके चलते नए बालों के विकास और मौजूदा बालों को मजबूती मिलती है। इसके अलावा, यह बालों की जड़ों को पौष्टिक तत्वों की आपूर्ति भी बढ़ाती है और किसी भी क्षेत्र में आॅक्सीजन का स्तर ऊंचा होने से बनने वाले डीएचटी को रोकता है।

बटला मुठभेड़ पर कांग्रेसी नेताओं के विरोधाभासी बयान-सोनिया के घर भाजपा का प्रदर्शन

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नयी दिल्ली, 30 मई, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ताओं ने बटला हाउस मुठभेड़ मामले में कांग्रेसी नेताओं के बयानों के विरोध में आज कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी के आवास 10 जनपथ पर जोरदार प्रदर्शन किया। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष सतीश उपाध्याय की अगुआई में बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस अध्यक्ष के अावास पर प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की । कार्यकर्ताओं का आरोप था कि बटला हाऊस मुठभेड़ मामले में कांग्रेस नेता झूठा प्रचार करने में जुटे हुये हैं। कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने पिछले सप्ताह कहा था कि 2008 में हुई बटला हाऊस मुठभेड़ फर्जी थी। उन्होंने इसके लिए भाजपा को न्यायिक जांच की चुनौती भी दी थी । श्री उपाध्याय ने कहा कि कांग्रेस और विशेषकर श्रीमती गाँधी आतंकवाद को लेकर दोहरा चरित्र दिखाते हैं। उनका कहना था कि जब बटला हाऊस मुठभेड हुई थी तो कांग्रेस नेता ने इसे फर्जी मुठभेड़ बताया था। 

ओखला के जामिया नगर में सितम्बर 2008 में हुई मुठभेड़ में इंडियन मुजाहिदीन के दो संदिग्ध आतंकवादी और एक पुलिस अधिकारी की मौत हुई थी । बटला हाऊस का मुख्य आरोपी आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट की एक वीडियो में नजर आया है। उसने कहा है कि वह बटला हाऊस से आया है और हिन्दुस्तान को तबाह कर देगा । भाजपा कार्यकर्ताओं का कहना था कि इस मुठभेड़ को न केवल गलत तथ्यों के साथ पेश किया जा रहा है, बल्कि इसमें मारे गये दिल्ली पुलिस के निरीक्षक मोहन चंद शर्मा का अपमान भी किया जा रहा है। कांग्रेस को झूठा प्रचार करने पर शर्म आनी चाहिये। कांग्रेस शहीदों का अपमान कर रही है और आतंकवादियों की सराहना। इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। कांग्रेस महासचिव के बयान के एक दिन बाद ही पूर्व केन्द्रीय गृह मंत्री शिवराज पाटिल ने इस दावे को खारिज कर दिया था और कहा था कि यह मुठभेड फर्जी नहीं थी। उन्होंने कहा, “ मैं पहले भी कह चुका हूं कि यह मुठभेड़ फर्जी नहीं थी और अगर कोई ऐसा दावा करता है तो उसे साबित करना उसकी जिम्मेदारी है। ” 

स्टार्टअप के लिए कर छूट अवधि बढ़ाने की माँग

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नयी दिल्ली 30 मई, केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज कहा कि नए उद्यमियों को स्टार्टअप के लिए मिल रही तीन साल की कर छूट की अवधि बढ़ाने के मकसद से वित्त मंत्रालय से बात की जा रही है। श्रीमती सीतारमण ने नरेंद्र मोदी सरकार के दो साल पूरा होने पर यहाँ अपने मंत्रालय की उपलब्धियों का ब्यौरा देने के बाद संवाददाताओं से कहा कि स्टार्टअप को तीन वर्ष की कर छूट दी गयी है और इसे बढ़ाने के लिए वित्त मंत्रालय को प्रस्ताव भेजा गया है। इससे नए उद्यमियों को बढ़ावा मिलेगा। नए उद्यमियों का कहना है कि स्टार्टअप के लिए कम से कम सात वर्ष के लिए कर छूट मिलनी चाहिए। इससे नए कारोबारियों को प्रोत्साहन मिलेगा और वे कारोबार बेहतर ढंग से बढा सकेंगे। एक सवाल के जवाब में श्रीमती सीतारमण ने कहा कि विदेशी प्रत्यक्ष निवेश के लिए अमेरिका की दिग्गज कंपनी एेपल के आवेदन पर विचार किया जा रहा है। एेपल ने 30 प्रतिशत स्थानीय खरीद करने के प्रावधान से छूट माँगी है। हालांकि उन्होंने कहा कि वह भारत में एेपल के पुराने देश में बेचने के पक्ष में नहीं है।

चीन की वस्तुओं पर एंटी डंपिंग शुल्क लगाने पर विचार

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नयी दिल्ली 30 मई, केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री निर्मला सीतारमण ने चीन की वस्तुओं के भारी आयात पर उद्योग जगत की चिंताओं से सहमति जताते हुए आज कहा कि सरकार इस संबंध में एंटी डंपिंग शुल्क लगाने की संभावनाओं पर विचार कर रही है। श्रीमती सीतारमण ने मोदी सरकार के दो वर्ष पूरे होने पर आज यहां अपने मंत्रालय की उपलब्धियों का ब्योरा देने के बाद एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि चीन से देश में आने वाली वस्तुओं और उनकी मात्रा की जाँच की जा रही है और इस संबंध में आँकडे एकत्र किए जा रहे हैं। संबधित उद्योगों का भी इसमें सहयोग लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि चीन से आने वाली वस्तुओं के बारे में संबंधित उद्योगों से जानकारी माँगी गयी है और इस संबंध में उचित कदम उठाए जाएंगे। ये कदम विश्व व्यापार संगठन के अनुरूप होंगे। उन्होंने कहा कि भारतीय कंपनियों को चीन के बाजार में पहुँच देने के लिए संबंधित अधिकारियों के साथ कई दौर की बातचीत की गयी है। चीन के साथ भारत के व्यापार में जबरदस्त असंतुलन है जिसको दूर करने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। वर्ष 2014- 15 में चीन के साथ व्यापार घाटा 49 अरब डाॅलर रहा है।

सुशील ट्रायल मामले की सुनवाई बुधवार तक स्थगित

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नयी दिल्ली, 30 मई, दो बार के ओलंपिक पदक विजेता पहलवान सुशील कुमार की ओलंपिक कोटा हासिल कर चुके नरसिंह यादव के साथ 74 किग्रा फ्री स्टाइल वर्ग में ट्रायल कराने के मामले की सुनवाई दिल्ली उच्च न्यायालय में बुधवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। दिल्ली उच्च न्यायालय में गत शनिवार को सुनवाई दोनों पक्षों की बहस के बाद सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गई थी और इस मामले में आज भी कोई फैसला नहीं हो पाया। अब इस मामले में बुधवार को आगे की सुनवाई होगी। अदालत में नरसिंह के पक्ष ने अपनी बहस पूरी की जबकि सुशील के वकील बुधवार को नरसिंह और भारतीय कुश्ती महासंघ के खिलाफ अपना जवाब रखेंगे। सुशील के वकील अमित सिब्बल ने अदालत परिसर के बाहर संवाददाताओं से कहा,“ नरसिंह के वकील ने अपनी बहस पूरी कर ली है। हमें अपना जवाब देने के लिये बुधवार का समय दिया गया है। अदालत इस मामले में तमाम पहलुओं को देख रही है। मामला अदालत के विचाराधीन है। इसलिए मैं इस मामले पर ज्यादा कुछ नहीं कह सकता हूूं। हम अगली सुनवाई में अपना पक्ष रखेंगे।” ओलंपिक पदक विजेता पहलवान सुशील के गुरु महाबली सतपाल ने भी कहा,“ सुशील सिर्फ ट्रायल की ही मांग कर रहा है। आप निशानेबाज संजीव राजपूत का मामला देखिए, जिन्हाेंने ओलंपिक कोटा हासिल किया था लेकिन अब उनकी जगह दूसरा निशानेबाज रियो अोलंपिक में हिस्सा लेगा।

पद्म भूषण से सम्मानित सतपाल ने कहा,“ नरसिंह ने जब ओलंपिक कोटा हासिल किया था तब कुश्ती महासंघ को उसी समय स्पष्ट कर देना चाहिये था कि नरसिंह ही रियो जाएगा। लेकिन सुशील की ट्रनिंग पर पैसा खर्च किया गया और उन्हें ट्रेनिंग के लिये विदेश भी भेजा गया। अमेरिका और रूस जैसे देशों में रियो ओलंपिक के लिये कोटा हासिल करने वाले पहलवानों के भी ट्रायल हो रहे हैं लेकिन यहां ऐसा करने से फेडरेशन क्यों मना कर रहा है।” सतपाल ने साथ ही कहा,“ सुशील का लक्ष्य ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतना है। यही कारण था कि उसने एशियाई खेलों में हिस्सा नहीं लिया। सुशील यही मांग कर रहा है कि उसकी फिटनेस देखो और वह पहले भी नरसिंह को हरा चुका है। जब ओलंपिक की बात होती है तो सर्वश्रेष्ठ को ही जाना चाहिये और इस बात का फैसला ट्रायल से ही हो सकता है।” उन्होंने साथ ही बताया कि अदालत ने नरसिंह के पक्ष को इस बात को लेकर फटकार लगायी कि फेडरेशन शीर्ष पहलवानों काे लेकर राजनीति कर रहा है। उल्लेखनीय है कि फेडरेशन इस बात पर अड़ा है कि जिस पहलवान ने ओलंपिक कोटा हासिल किया है वही रियो जाएगा। उच्च न्यायालय में नरसिंह का पक्ष रख रहे सीनियर वकील निधेश गुप्ता ने संवाददाताओं से कहा,“ जुलाई 2014 के बाद से नरसिंह ने तमाम टूर्नामेंटों में हिस्सा लिया है जबकि सुशील ने पिछले दो साल में किसी भी टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं लिया है। सुशील ने फिट नहीं हाेने का जो चिकित्सा प्रमाण पत्र दिया था वह 35 दिनों के लिए ही वैध था। बाकी समय सुशील क्या कर रहे थे।”

नरसिंह के वकील ने कहा,“ ट्रायल कराने की कोई वजह नहीं है। अंतिम समय में ट्रायल नहीं हो सकता है। पहलवानों को दो जून को ट्रेनिंग के लिये पोलैंड जाना है और ऐसे आखिरी समय में ट्रायल का कोई औचित्य नहीं बनता है। हमने अदालत से अाग्रह किया है कि सुशील की याचिका को खारिज कर दिया जाना चाहिये।” निधेश गुप्ता ने कहा,“ नरसिंह ने विश्व चैंपियनशिप में पदक और ओलंपिक कोटा हासिल किया और परंपरा यही कहती है कि जिस पहलवान ने कोटा हासिल किया वही ओलंपिक जाएगा। सुशील ने जार्जिया में जो ट्रेनिंग की थी वह भारतीय दल से बाहर रह कर की थी।” उन्होंने कहा,“सुशील ने पिछले दो साल में एक भी टूर्नामेंट में भागीदारी नहीं की और अब वह कैसे मांग कर सकते हैं कि ट्रायल कराओ। हमने अपना पक्ष रख दिया है और अब विपक्षी पक्ष को बुधवार को अपनी बहस पूरी करनी है।” सुशील के ट्रायल की मांग में अदालत में तीन बार सुनवाई हो चुकी है और इस पर फैसला नहीं हो सका है। बुधवार को जो भी फैसला निकले एक बात तय है कि हारने वाला पक्ष फैसले के खिलाफ सर्वाेच्च अदालत में जाएगा। 

दिल्ली को बड़े भूकंप के लिए तैयार रहना चाहिये

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नयी दिल्ली 30 मई, वैज्ञानिकों का कहना है कि हिमालय के क्षेत्र में रिक्टर स्केल पर आठ से ज्यादा की तीव्रता का भूकंप कभी भी आ सकता है और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली भी इससे सुरक्षित नहीं रहेगी। वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद् (सीएसआईआर) के नेशनल जियोफिजिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट (एनजीआरआई) में सिसमोलॉजी के मुख्य वैज्ञानिक एवं प्रोफेसर डाॅ. एनपी राव ने यहाँ एक कार्यक्रम के दौरान बताया कि हिमालय क्षेत्र में कभी भी रिक्टर पैमाने पर आठ या इससे अधिक तीव्रता का भूकंप आ सकता है। उन्होंने कहा “हमारी गणना के हिसाब से यह अपेक्षा से ज्यादा लंबित है। इसलिए हमें इसके लिए तैयार रहना होगा।” सीएसआईआर द्वारा उसके प्रमुख संस्थानों के वैज्ञानिकों और मीडिया के बीच आयोजित एक अनौपचारिक बातचीत में डाॅ. राव ने कहा कि यदि इस तीव्रता से भूकंप आता है तो इससे 200 किलोमीटर के दायरे में बड़ी तबाही हो सकती है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि भूकंप की तीव्रता 8.5 या इससे अधिक रहती है तो दिल्ली भी सुरक्षित नहीं रहेगी। 

दिल्ली सिसमिक जोन चार में आता है जिसका मतलब है कि यहाँ भूकंप का खतरा काफी ज्यादा है। इसके अलावा यहाँ की घनी आबादी तथा अधिकतर पुराने मकानों का निर्माण भूकंपरोधी तकनीक से नहीं होने के कारण यहाँ बड़े भूकंप की स्थिति में जानमाल का खतरा भी बहुत ज्यादा है। सीएसआईआर के सेंट्रल साइंटिफिक इंस्ट्रूमेंट ऑर्गेनाइजेशन के निदेशक प्रो. आर.के. सिन्हा ने कहा कि भूकंप की अग्रिम चेतावनी देने की तकनीक अभी नहीं है, लेकिन भूकंपीय तरंगों की तुलना में विद्युत चुम्बकीय तरंगों की रफ्तार अधिक होने का लाभ जरूर उठाया जा सकता है। जहाँ भूकंप आया है वहाँ पहले से इसकी सूचना भले नहीं दी जा सकती हो, लेकिन दूरस्थ क्षेत्रों तक इसकी चेतावनी मोबाइल संदेशों के जरिये पहुँचाई जा सकती है। प्रो. सिन्हा ने बताया कि पिछली बार हिंदुकूश इलाके में आये भूकंप के झटकों को दिल्ली तक पहुँचने में 83 सेकेंड का समय लगा था। बड़े नुकसान तथा जानहानि रोकने के लिए इतना समय काफी महत्वपूर्ण होता है। उन्होंने बताया कि पिछले साल 26 अक्टूबर को आये भूकंप के झटके राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के ही दो शहरों नोएडा और गुड़गाँव में 10 सेकेंड के अंतर पर महसूस किये गये थे। यदि लोगों के मोबाइल पर सीधे संदेश भेजने का तरीका विकसित किया जा सके तो इससे नुकसान काफी किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि वैज्ञानिक इस दिशा में काम कर रहे हैं।

71 हजार करोड़ रुपये की कर चोरी : जेटली

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नयी दिल्ली 30 मई, वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज कहा कि वर्ष 2015-16 में 71 हजार करोड़ रुपये के प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष कर की चोरी हुई है। श्री जेटली ने जापान के टोक्यो से एक निजी भारतीय चैनल से चर्चा में कहा कि वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) से पूरे देश में वस्तुओं की आवाजाही निर्बाध सुनिश्चित हो सकेगी और इससे कर पर दुबारा कर लगाने का तंत्र भी समाप्त होगा। उन्होंने कहा कि भारत की छवि अव्यावहारिक कराधान वाले देश की है, लेकिन अब इसमें बदलाव आ रहा है। उन्होंने कहा कि जीएसटी से देश के विकास में एक से डेढ़ फीसदी की बढ़ोतरी होने का अनुमान है। यह केन्द्र और राज्य दोनों के लिए यह लाभदायक है और इससे राजस्व बढ़ेगा। वित्त मंत्री ने स्पष्ट किया कि कर तंत्र में व्यापक बदलाव से अधिक कर नहीं लगेगा। इससे हमें कर को तर्कसंगत बनाने में मदद मिलेगी।

दिल के ‘अरमां’, सलमा को मिला प्रवासी भारतीय का दर्जा

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नयी दिल्ली, 30 मई, भारत ने पाकिस्तानी मूल की अभिनेत्री और गायिका सलमा आगा को प्रवासी भारतीय नागरिक (ओसीआई) का दर्जा दिया है जिससे उन्हें यहां आने के लिए आजीवन वीजा मिल गया है। सलमा आगा ने आज यहां एक कार्यक्रम में यूनीवार्ता के साथ बातचीत में खुद इसकी पुष्टि की। उन्होंने कहा, “मैं भारतीय मूल की हूं और मेरे पास पहले से ही अोसीआई का दर्जा है। यह बात अलग है कि मीडिया को इसकी जानकारी अब मिली है।” सलमा आगा ने आज यहां गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की थी। इसके बारे में उन्होंने कहा कि वह ओसीआई के बारे में बात करने नहीं गयी थी बल्कि उनके परिवार के श्री सिंह के परिवार के साथ पुराने संबंध हैं। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार अच्छा काम कर रही है और उन्हें भारत में कहीं असहिष्णुता नजर नहीं आती। 

सलमा आगा अभी ब्रिटेन की नागरिक हैं और आजीवन वीजा मिलने के बाद वह कितनी ही बार भारत आ जा सकेंगी और इसके लिए उन्हें आैपचारिक प्रक्रिया पूरी करने की जरूरत नहीं होगी। सलमा आगा 1982 में बाॅलीवुड फिल्म निकाह में अपने अभिनय और गीत “दिल के अरमां आंसुओं में बह गये” से प्रसिद्ध हुई थी। इस गीत के लिए उन्हें फिल्मफेयर पुरस्कार से नवाजा गया था। सूत्रों के अनुसार सलमा आगा के पूर्वज भारत के हैं और इसी आधार पर वह प्रवासी भारतीय नागरिक कार्ड दिये जाने की मांग करती रही हैं। भारत सरकार ने इस वर्ष जनवरी में पाकिस्तानी गायक अदनान सामी को भी भारत की नागरिकता दी थी।

विदेशी या भारतीय कोई कानून हाथ में नहीं ले सकता : रिजिजू

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नयी दिल्ली 30 मई, अफ्रीकी नागरिकों के साथ राजधानी में पिछले दिनों हुई मारपीट तथा अफ्रीकी नागरिकों द्वारा एक कैब ड्राईवर की पिटाई की घटनाओं के बीच केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने कहा है कि किसी को भी कानून हाथ में लेने का अधिकार नहीं है चाहे वह विदेशी नागरिक हो या भारतीय। श्री रिजिजू ने कहा कि कानून व्यवस्था बनाये रखना सरकार की जिम्मेदारी है और यदि कोई भी कानून हाथ में लेता है चाहे वह विदेशी नागरिक हो या भारतीय नागरिक उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाओं को गंभीरता से लिया गया है और कुछ लोगों को गिरफ्तार कर कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि यदि इन घटनाओं में नस्लभेद की बात सामने आती है तो दोषियों के खिलाफ कडी कार्रवाई की जायेगी। उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों राजधानी में कुछ अफ्रीकी नागरिकों के साथ मारपीट की घटना के मद्देनजर अफ्रीकी नागरिकों ने यहां जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इस बीच दक्षिण दिल्ली में अफ्रीकी नागरिकों द्वारा एक कैब ड्राईवर की बेरहमी से पिटाई का भी मामला सामने आया है । इस घटना की शिकायत के बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया है।

अफ्रीकी विद्यार्थियों को डरने की जरूरत नहीं : प्रणव

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नयी दिल्ली 30 मई, राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने भारत में अध्ययनरत अफ्रीकी विद्यार्थियों को आज आश्वस्त किया कि उन्हें अपनी सुरक्षा एवं संरक्षा को लेकर डरने की कोई जरूरत नहीं है। श्री मुखर्जी ने विभिन्न देशों के मिशन प्रमुखों के सातवें वार्षिक सम्मेलन में अपने उद्बोधन में कहा कि अफ्रीकी विद्यार्थियों पर हाल के हमलों से वह निजी तौर पर काफी आहत हैं, क्योंकि यह छात्र, राजनीतिक कार्यकर्ता और एक सांसद के तौर पर यह देखते और महसूस करते आए हैं कि भारत और अफ्रीका कितने निकट सहयोगी रहे हैं। उन्होंने कहा कि यहां के नागरिकों द्वारा अफ्रीका के लोगों के साथ अपने लंबे दोस्ताना संबंधों पर कुठाराघात करना अत्यधिक दुर्भाग्यपूर्ण होगा, क्योंकि भारतवासियों ने अफ्रीकी लोगों के लिए हमेशा से स्वागत के हाथ बढाये हैं। राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘अफ्रीकी विद्यार्थियों को अपनी सुरक्षा एवं संरक्षा को लेकर डरने की कोई जरूरत नहीं है।’’ उन्होंने इस तरह की कुछेक घटनाओं के मद्देनजर विदेश मंत्रालय एवं गृह मंत्रालय के मिलकर किये जा रहे प्रयासों की भूरि-भूरि सराहना भी की।

राज्यसभा के लिए भाजपा, कांग्रेस के उम्मीदवारों ने पर्चे भरे

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नयी दिल्ली, 30 मई, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राज्यसभा के लिए आज रेल मंत्री सुरेश प्रभु सहित पांच उम्मीदवारों की घोषणा की और उसके तथा कांग्रेस के कई उम्मीदवारों ने अपने पर्चे दाखिल किए। भाजपा ने श्री प्रभु को हरियाणा की बजाय अब आंध्र प्रदेश से राज्यसभा उम्मीदवार बनाया है, जिन्हें तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) ने समर्थन देने का फैसला किया है। पूर्व पत्रकार एवं प्रवक्ता एम.जे. अकबर को मध्यप्रदेश, पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विनय सहस्रबुद्धे आैर डॉ. विकास महात्मे को महाराष्ट्र, श्री शिव प्रताप शुक्ला को उत्तर प्रदेश और श्री महेश पोद्दार को झारखंड से उम्मीदवार बनाया है। श्री प्रभु को नवंबर 2014 में मोदी सरकार में शामिल किये जाने पर हरियाणा से राज्यसभा में लाया गया था। इस सीट का कार्यकाल 30 जून को समाप्त हो रहा है तथा 11 जून को रिक्त सीटों के लिये द्विवार्षिक चुनाव होने जा रहे हैं। केन्द्रीय शहरी विकास एवं संसदीय कार्य मंत्री एम़ वेंकैया नायडू ने आज यहां ट्विटर पर यह जानकारी दी। भाजपा तथा कांग्रेस के कई उम्मीदवारों ने राज्यसभा सीट के लिए अपने नामांकन दाखिल किए तथा कुछ उम्मीदवार कल अपना नामांकन पत्र भरेंगे। भाजपा की ओर केन्द्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने अपने पर्चे दाखिल किए। केन्द्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण कर्नाटक से कल अपना नामांकन पत्र दाखिल करेगी जबकि कांग्रेस की ओर से पूर्व केन्द्रीय मंत्री कपिल सिब्बल, ऑस्कर फर्नांडीस और जयराम रमेश तथा शिक्षाविद् एवं पूर्व पुलिस महानिरीक्षक के सी राममूर्ति ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया।

सुश्री सीतारमण को आंध्र प्रदेश के स्थान पर कर्नाटक से उम्मीदवार बनाया गया है। तीन बार राज्यसभा सदस्य रह चुके एम. वैंकेया नायडू के नाम पर मतभेद होने के बाद उन्हें राजस्थान स्थानांतरित करने तथा सुश्री सीतारामण को उम्मीदवार बनाने का निर्णय लिया गया। भाजपा ने कल ही 12 उम्मीदवारों की घोषणा की थी, जिनमें आंध्र प्रदेश के निवासी श्री नायडू को राजस्थान से उम्मीदवार बनाया गया है। अन्य उम्मीदवारों में राजस्थान से भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ओमप्रकाश माथुर एवं डॉ. हर्षवर्द्धन सिंह, हरियाणा से चौधरी बीरेन्द्र सिंह, महाराष्ट्र से श्री गोयल, कर्नाटक से श्रीमती सीतारमण, झारखंड से श्री नकवी, गुजरात से श्री रूपाला, मध्यप्रदेश से निवर्तमान सदस्य श्री अनिल माधव दवे, छत्तीसगढ़ के पूर्व गृह मंत्री रामविचार नेताम तथा बिहार से पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गोपाल नारायण सिंह शामिल हैं। श्री नकवी ने झारखंड की राज्यसभा सीट के चुनाव के लिए आज अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। बिहार से राज्यसभा की पांच सीटों के द्विवार्षिक चुनाव के लिए आज जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के वरिष्ठ नेता शरद यादव, जाने-माने अधिवक्ता राम जेठमलानी, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की पुत्री मीसा भारती और भारतीय प्रशासनिक सेवा के पूर्व अधिकारी आर.सी.पी.सिंह ने नामांकन पत्र दाखिल किये । राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिले की कल अंतिम तिथि है। भाजपा की ओर से बिहार में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गोपाल नारायण सिंह को उम्मीदवार बनाया गया है, जो कल नामांकन पत्र दाखिल करेंगे।

पूर्व केन्द्रीय मंत्री और उच्चतम न्यायालय के जाने माने वकील कपिल सिब्बल ने उत्तर प्रदेश से कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में राज्यसभा की सदस्यता के लिए आज नामांकन पत्र दाखिल किया। उत्तर प्रदेश से राज्य सभा के लिए 11 सदस्यों का चुनाव होना है। श्री सिब्बल से पहले नौ उम्मीदवार राज्यसभा के लिए अपने पर्चे दाखिल कर चुके हैं।
राज्यसभा चुनाव को लेकर जदयू,राजद और कांग्रेस के महागठबंधन की ओर से चारों उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र दाखिल किये । जदयू की ओर से निवर्तमान राज्यसभा सदस्य शरद यादव और आर.सी.पी.सिंह ने नामांकन दाखिल किये जबकि राजद की ओर से पूर्व केन्द्रीय मंत्री और जाने-माने अधिवक्ता राम जेठमलानी तथा श्री यादव की बड़ी पुत्री मीसा भारती ने नामांकन पत्र दाखिल किये । गौरतलब है कि राज्यसभा में जदयू के पांच सदस्यों शरद यादव,के सी त्यागी,आरसीपी सिंह,पवन कुमार वर्मा और गुलाम रसूल बलियावी का कार्यकाल सात जुलाई को समाप्त हो रहा है। इन रिक्त हो रही सीटों के लिए चुनाव कराया जा रहा है । कांग्रेस की तरफ से पूर्व केन्द्रीय मंत्रियों ऑस्कर फर्नांडीस और जयराम रमेश तथा शिक्षाविद् एवं पूर्व पुलिस महानिरीक्षक के सी राममूर्ति ने कर्नाटक विधानसभा से 11 जून को होने वाले राज्यसभा चुनाव के लिए आज नामांकन पत्र दाखिल किया। 

विशेष : आंकड़े और प्रत्यारोपों के बीच खेलती है सरकार

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प्रद्योत कुमार,बेगूसराय।किसी भी पार्टी के नेता जब चुनावी मैदान में आते हैं तो अपना एक खूबसूरत चुनावी मेनिफेस्टो लेकर आते हैं जिसमें सिर्फ जनता के और देश की भलाई की ही बात होती है,जिसको सुनकर मतदाता,जनता,देश के नागरिक और देश के लोग(ये समय के हिसाब से बदलते हुए नाम हैं)को ऐसा लगता है कि इस पार्टी को वोट देना चाहिए,पिछली पार्टी को काफी समय देख लिया,अब परिवर्तन का वक़्त है,जनता आविष्कार करती है लेकिन मतदाता को ये मालूम नहीं है कि प्रयोग से सिर्फ परिवर्तन होता है ना कि प्रगति लेकिन मतदाता शुरू से ही प्रयोगधर्मी रहे हैं,खैर।ये परिवर्तन का प्रयोग करना भी इन नेताओं की मानसिकता की ही उपज है चुनाव से पहले ही स्थानीय नेताओं के द्वारा ये परिवर्तन का भूत लगाया जाता है ज़मीन तैयार रहती है बड़े नेता सिर्फ बोनेऔर काटने का काम करते हैं।इतना ही नहीं औकात और स्तर के हिसाब से नेताओं के द्वारा मूल्य भी तय किया जाता है जो परिवतर्न का मार्केटिंग करेगा।यहाँ से शुरू होते हैं आंकड़ों के खेल।हलांकि ये बात भी उतना ही सच है कि प्रत्येक चुनाव के वोटिंग और वोटर का अलग अंदाज़ और स्ट्रेटिजी होता है,इसकी चर्चा आगे करना ज़्यादा मुनासिब होगा।
         
नेता सत्ता से लेकर चुनाव तक सिर्फ आंकड़ों और आरोप प्रत्यारोपों से खेलते हैं।सभी नेता सरकार के द्वारा दिए गए जातिगत गणना,साक्षरता गणना,एपीएल, बीपीएल गणना,विकास रिपोर्ट,कृषि रिपोर्ट,ऋण रिपोर्ट,ऋण माफ रिपोर्ट और किस योजना के तहत क्या-क्या किया गया उसका रिपोर्ट अपने अपने हिसाब से पेश करते हैं,जबकि इन रिपोर्टों को ज़मीनी हक़ीक़त से कोई वास्ता नहीं रहता है।वो आये अपनी बातों को आपके सामने रखा और चलते बने,उनको सुनना आपकी मजबूरी है और हैरत की बात तो ये है कि सभी की बात आपको न्याय संगत लगती है,सभी के दावे भी भी सच प्रतीत होते हैं आखिर ऐसी क्या बात है?एक जादूगर की तरह वो आते हैं,जादू दिखाया चले गए वहां तर्क नहीं होता है,यही आपकी मजबूरी है।सबसे खास बात है कि वहां एक मजबूत चैनल है जिसके आप शिकार होते हैं।चुनाव के दरम्यान इतने आरोप लगते हैं,मुकदमा होता है,छीछालेदर होता है और नेता के चेहरे पर सिकन तक नहीं रहता है क्यों?इसी वजह को समझने की और उसको सुधारने की ज़रूरत है और साथ ही ये भी तय है कि इसमें किसी प्रकार की कोई सुधार की गुंजाइश है ही नहीं क्योंकि उनका सिस्टम बहुत मजबूत है जनाब।

ब्रैडमैन का रिकाॅर्ड तोड़ने से चूक गये विराट

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नयी दिल्ली, 30 मई, भारतीय रनमशीन विराट कोहली खेल के किसी फार्मेट में किसी एक सीरीज में सर्वाधिक रन बनाने का महानतम बल्लेबाज आस्ट्रेलिया के सर डान ब्रैडमैन का रिकाॅर्ड तोड़ने से मामूली अंंतर से चूक गये। विराट ने आईपीएल-9 में रिकाॅर्डतोड़ बल्लेबाजी करते हुये 973 रन बनाये और मैन आॅफ द टूर्नामेंट का खिताब जीता लेकिन यह उनका थोड़ा दुर्भाग्य रहा कि उनकी रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु टीम खिताब नहीं जीत पायी और वह एक सीरीज में 1000 रन बनाने का जादुई आंकड़ा भी पूरा नहीं कर पाये। विराट दो रन के मामूली अंतर से महानतम बल्लेबाज ब्रैडमैन का रिकॉर्ड तोड़ने से भी चूक गये। 27 वर्षीय विराट ने फाइनल में 54 रन की पारी खेली लेकिन उनका आउट होना मैच का टर्निंग प्वाइंट साबित हुआ और सनराइजर्स हैदराबाद की टीम खिताब ले उड़ी। ब्रैडमैन ने 1930 की एशेज सीरीज में 974 रन बनाकर रिकाॅर्ड कायम किया था जो किसी एक सीरीज में आज तक सर्वाधिक रनों का रिकॉर्ड है। ब्रैडमैन ने उस एशेज सीरीज में पांच मैचों में 139.14 के औसत और चार शतकों की मदद से 974 रन बनाये थे। यदि एकदिवसीय सीरीज की बात की जाये तो आस्ट्रेलिया के ग्रेग चैपल ने 1981-82 की बेंसन एंड हेजेस वर्ल्ड सीरीज में 14 मैचों में 68.60 के औसत से 686 रन बनाये थे जिसमें एक शतक और पांच अर्धशतक शामिल हैं। ट्वंटी-20 की एक सीरीज में वेस्टइंडीज में क्रिस गेल के नाम 733 रनों का रिकॉर्ड विराट पहले ही काफी पीछे छोड़ चुके थे। 

विराट ने आईपीएल-9 में 81.03 के औसत और 152.03 के शानदार स्ट्राइक रेट से 973 रन बनाये जिसमें चार शतक और सात अर्धशतक शामिल हैं। विराट ने 2016 में अब तक ट्वंटी-20 मैचों में 50 से अधिक के कुल 18 स्कोर बना दिये हैं जो एक नया विश्व रिकॉर्ड है। इससे पहले यह रिकॉर्ड क्रिस गेल के नाम दर्ज था जिन्होंने 2012 में पचास से अधिक के 16 स्कोर बनाये थे। विराट ने इसके साथ ही आईपीएल में 4000 रन पूरे कर लिये और यह उपलब्धि हासिल करने वाले पहले बल्लेबाज बने। हालांकि बाद में सुरेश रैना भी 4000 रन पूरे कर उनकी कतार में शामिल हो गये। विराट ने आईपीएल-9 के 16 मैचों में 75, 79, 33, 80, नाबाद 100, 14, 52, नाबाद 108, 20, सात, 109, नाबाद 75, 113, नाबाद 54, शून्य और 54 के स्कोर बनाये। इस टूर्नामेंट में विराट के चार शतक किसी ट्वंटी-20 टूर्नामेंट में सर्वाधिक शतक हैं। माइकल क्लिंगर ने 2015 के नेटवेस्ट ब्लास्ट टी-20 में तीन शतक बनाये थे। आईपीएल में कुल शतक बनाने के मामले में विराट से आगे उनके टीम साथी क्रिस गेल हैं जिनके नाम पांच शतक हैं। दिलचस्प बात है कि विराट ने अपनी पहली 180 ट्वंटी-20 पारियों में कोई शतक नहीं बनाया था लेकिन उसके बाद उन्होंने नौ पारियों में चार शतक ठोक डाले। 

कुक बने दस हजारी तोडा सचिन का रिकार्ड, इंग्लैंड ने जीती सीरीज

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चेस्टर ली स्ट्रीट, 30 मई, इंग्लैंड ने अपने कप्तान एलेस्टेयर कुक के टेस्ट क्रिकेट में दस हजारी बनने का जश्न श्रीलंका के खिलाफ दूसरे क्रिकेट टेस्ट के चौथे दिन ही सोमवार को नौ विकेट की शानदार जीत के साथ मनाया। इंग्लैंड ने पहला टेस्ट तीन दिनों के अंदर पारी से जीत लिया था और दूसरा टेस्ट उसने चार दिनों के अंदर निपटाकर तीन मैचों की सीरीज में 2-0 की अपराजेय बढ़त बना ली। इंग्लैंड को मैच जीतने के लिए 79 रन का लक्ष्य मिला और उसने 23.2 ओवर में एक विकेट पर 80 रन बनाकर लक्ष्य हासिल कर लिया। कुक ने नाबाद 47 और निक कॉम्पटन ने नाबाद 22 रन बनाये। एलेक्स हेल्स 11 रन बनाकर आउट हुए। कुक ने अपनी पारी का 20वां रन बनाने के साथ ही टेस्ट क्रिकेट में दस हजार रन पूरे कर लिये। कुक यह उपलब्धि हासिल करने वाले इंग्लैंड के पहले और दुनिया के 12वें बल्लेबाज बने। 

इससे पहले श्रीलंका ने अपने कल के पांच विकेट पर 309 रन से आगे खेलना शुरु किया और उसकी पहली पारी 475 रन पर समाप्त हुई। दिनेश चांडीमल ने 54 रन से आगे खेलते हुए 126 रन बनाये जो उनके कॅरियर का छठा शतक था। चांडीमल ने 207 गेदों में 13 चौके और एक छक्का लगाया। रंगना हेरात ने 61 रन का योगदान दिया। 
तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन ने 58 रन देकर पांच विकेट लिए। एंडरसन ने इस मैच में कुल आठ विकेट हासिल किये और दो टेस्टों में अपने विकेटों की संख्या 18 पहुंचा दी। सीरीज का तीसरा और आखिरी मैच नौ जून से लार्ड्स में खेला जायेगा। 

दुष्कर्म मामले में राजबल्लभ यादव की जमानत याचिका खारिज

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बिहारशरीफ,30 मई (वार्ता) बिहार में नालंदा जिले की एक अदालत ने नाबालिग छात्रा के साथ दुष्कर्म के मामले में राष्ट्रीय जनता दल (राजद)विधायक राजबल्लभ यादव की जमानत याचिका आज खारिज कर दी । प्रथम अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश शशिभूषण प्रसाद सिंह ने यहां राजबल्लभ की जमानत याचिका पर सुनवाई के बाद उनकी अर्जी खारिज कर दी । गौरतलब है कि नवादा क्षेत्र से निर्वाचित राजबल्लभ पर नालंदा जिले के एक गांव की नाबालिग छात्रा के साथ दुष्कर्म करने की प्राथमिकी नौ फरवरी 2016 को बिहारशरीफ के महिला थाना में दर्ज की गयी थी।इसके बाद राजबल्लभ ने 10 मार्च 2016 को बिहारशरीफ की एक अदालत में आत्मसमर्पण किया था।

राज्यसभा के लिए शरद,जेठमलानी,मीसा और आरसीपी सिंह नामांकन पत्र दाखिल किये

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पटना,30 मई, बिहार से राज्यसभा की पांच सीटों के द्विवार्षिक चुनाव के लिए आज जनता दल यूनाइटेड :जदयू: के वरिष्ठ नेता शरद यादव,जाने-माने अधिवक्ता राम जेठमलानी,राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की पुत्री मीसा भारती और भारतीय प्रशासनिक सेवा के पूर्व अधिकारी आर.सी.पी.सिंह ने नामांकन पत्र दाखिल किये । राज्यसभा चुनाव को लेकर जदयू,राजद और कांग्रेस के महागठबंधन की ओर से चारों उम्मीदवारों ने विधान सभा के सचिव आर.एस.राय के कार्यालय जाकर नामांकन पत्र दाखिल किये । जदयू की ओर से निवर्तमान राज्यसभा सदस्य शरद यादव और आर.सी.पी.सिंह ने नामांकन दाखिल किये जबकि राजद की ओर से पूर्व केन्द्रीय मंत्री और जाने-माने अधिवक्ता राम जेठमलानी तथा श्री यादव की बड़ी पुत्री मीसा भारती ने नामांकन पत्र दाखिल किये । इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार,राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव,पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी,उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव,स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव,जदयू प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और राज्य के शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी, वरिष्ठ नेता सदानंद सिंह और जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता के सी त्यागी उपस्थित थे। 

भाजपा ने अपने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गोपाल नारायण सिंह को उम्मीदवार बनाया है । श्री सिंह कल नामांकन पत्र दाखिल करेंगे । कल नामांकन पत्र दाखिल करने का अंतिम दिन है और यदि श्री सिंह के अलावा किसी अन्य उम्मीदवार ने नामांकन पत्र दाखिल नहीं किया और नामांकन पत्र भरने वाले उम्मीदवारों के नामजदगी के पर्चे सही पाये गये तो सभी उम्मीदवारों का निर्विरोध चुनाव जाना तय हो जायेगा । गौरतलब है कि राज्यसभा में जदयू के पांच सदस्यों शरद यादव,के सी त्यागी,आरसीपी सिंह,पवन कुमार वर्मा और गुलाम रसूल बलियावी का कार्यकाल सात जुलाई को समाप्त हो रहा है। इन रिक्त हो रही सीटों के लिए ही चुनाव कराया जा रहा है ।

बिहार विधान परिषद चुनाव के लिए महागठबंधन के पांच प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किया

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पटना 30 मई, बिहार विधान परिषद की सात सीटों के चुनाव के लिए राज्य में सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड  राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कांग्रेस महागठबंधन की ओर से आज पांच प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र दाखिल किया । महागठबंधन की ओर से राजद के रणविजय सिंह, एस.एम. कमर आलम, जदयू की ओर से सी पी सिन्हा, मौजूदा राज्यसभा सदस्य गुलाम रसूल बलियावी और कांग्रेस की ओर से तनवीर अख्तर ने विधानसभा सचिव सह निर्वाची पदाधिकारी राम श्रेष्ठ राय के समक्ष नामांकन पत्र दाखिल किये । इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव, उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, राजद के राज्यसभा सदस्य प्रेम गुप्ता, जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और राज्य के शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी तथा वरिष्ठ नेता सदानंद सिंह उपस्थित थे। भाजपा ने श्री अर्जुन सहनी को अपना उम्मीदवार बनाया है । श्री सहनी कल नामांकन पत्र दाखिल करेंगे। कल नामांकन पत्र दाखिल करने का अंतिम दिन है। संभावना जतायी जा रही है कि भाजपा मौजूदा विधान पार्षद हरेन्द्र प्रताप दूसरे उम्मीदवार के तौर पर मैदान में उतार सकती है। 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा में संख्या बल के आधार पर महागठबंधन :जदयू-राजद-कांग्रेस: को पांच सीटें और भाजपा को एक सीट आसानी से मिल सकती है । एक सीट के लिए राजद और भाजपा की ओर से एक-एक और उम्मीदवार दिए जाने पर इस सीट के लिए चुनाव होना निश्चित हो जायेगा । 

243 सदस्यीय विधानसभा में सत्ताधारी महागठबंधन में शामिल जदयू के 71, राजद के 80 और कांग्रेस के 27 जबकि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन :राजग: में शामिल भाजपा के 53, लोक जनशक्ति पार्टी :लोजपा: और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी :रालोसपा: के दो-दो तथा हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के एक सदस्य हैं । इसके अलावा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी-लेनिनवादी (भाकपा माले) के तीन और चार निर्दलीय सदस्य हैं। विधान परिषद चुनाव में एक उम्मीदवार की जीत के लिए प्रथम वरीयता के 31 मत की आवश्यकता होगी । इस लिहाज से महागठबंधन के छठे उम्मीदवार की जीत के लिए प्रथम वरीयता के आठ मतों की, वहीं भाजपा के दूसरे उम्मीदवार की जीत के लिए राजग के मतों के अतिरिक्त चार अन्य मतों की जरूरत होगी । 

पत्रकार की हत्या के मुख्य आरोपी की सम्पत्ति की कुर्की के लिए इश्तेहार चस्पा

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सीवान,30 मई, पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड मामले के मुख्य आरोपी अजहरूद्दीन बेग उर्फ लड्डन मियां के घर की कुर्की-जब्ती के लिये आज उसके घर पर इश्तेहार चस्पा किया गया । पुलिस सूत्रों ने यहां बताया कि पत्रकार की हत्या के मामले में स्थानीय अदालत से आदेश मिलने के बाद कुख्यात लड्डन मियां के घर पर कुर्की-जब्ती का इश्तेहार चस्पा किया गया । निर्धारित समय में लड्डन मियां के हाजिर न होने पर घर की कुर्की-जब्ती की जायेगी । इश्तेहार चस्पा किये जाने के समय लड्डन के घर पर कोई सदस्य मौजूद नहीं था । पत्रकार की हत्या में शामिल कुख्यात लड्डन मियां की गिरफ्तारी के लिये 27 मई को स्थानीय अदालत ने वारंट जारी किया था । अदालत से वारंट जारी होने के बाद पुलिस ने लड्डन मियां की गिरफ्तारी के लिये छापेमारी तेज कर दी है । पत्रकार राजदेव की हत्या की सुपारी लड्डन मियां ने ही दी थी और उसी के कहने पर 13 मई की रात अपराधियों ने पत्रकार की हत्या कर दी थी । 

पत्रकार राजदेव की हत्या के दो घंटे बाद ही लड्डन मियां अपने परिवार के साथ फरार हो गया था । इसके बाद से ही पुलिस उसकी तलाश में है । हत्या में शामिल पांच अपराधियों की गिरफ्तारी के बाद ही लड्डन मियां की संलिप्तता स्पष्ट हो गयी थी । गिरफ्तार अपराधियों ने पुलिस के समक्ष स्वीकार किया था कि लड्डन मियां ने ही हत्या के लिये सुपारी दी थी । पुलिस की बढ़ती दबिश को देखते हुए कुख्यात लड्डन मियां ने पटना उच्च न्यायालय में 26 मई को एक याचिका दायर की थी । हालांकि न्यायालय ने इस मामले में लड्डन मियां को राहत देने से इन्कार कर दिया था । अदालत ने लड्डन मियां की पत्नी रेहाना बेग को हिरासत में लिये जाने को लेकर राज्य के पुलिस महानिदेशक और सीवान के पुलिस अधीक्षक से सूचना लेकर न्यायालय को सूचित करने का आदेश दिया है ।इस मामले की सुनवाई दो जून को होगी । उल्लेखनीय है कि बिहार सरकार ने 13 मई की रात एक प्रमुख हिन्दी दैनिक के सीवान ब्यूरो प्रभारी राजदेव रंजन की केन्द्रीय जांच ब्यूरो(सीबीआई ) से जांच कराये जाने की अनुशंसा की थी । हालांकि अभी तक सीबीआई की ओर से बिहार सरकार को सहमति पत्र नहीं मिल सका है । 

उद्योग संगठनों के सुझावों पर अमल किया जायेगा : नीतीश

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पटना,30 मई, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज कहा कि उद्योग संगठनों के सुझावों पर अमल किया जायेगा । श्री कुमार ने आज यहां उद्यमी पंचायत के बाद कहा कि शिक्षा,खाद्य प्रसंस्करण उद्योग,हेल्थ केयर इन्डस्ट्रीज, प्लास्टिक उद्योग,निजी औद्योगिक क्षेत्र,एग्रीकल्चर इक्यूपमेंट एंड अपॉरच्यूनिटी ,होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसियेशन ऑफ बिहार,एसोसियेशन ऑफ बुद्धिस्ट ट्रेवल एंड टूरिज्म और गारमेंट एंड टेक्सटाइल सेक्टर के लोगों ने अपनी बातें रखीं और सुझाव दिये। उद्योग संगठनों के सुझावों पर अमल किया जायेगा ।उन्होंने कहा कि औद्योगिक प्रोत्साहन नीति जून 2016 में समाप्त हो रही है। तीस जून 2016 से नई औद्योगिक प्रोत्साहन नीति की आवश्यकता है। वर्ष 2006 से 2016 तक औद्योगिक प्रोत्साहन नीति के लाभ एवं परिणाम को देखते हुये नई औद्योगिक प्रोत्साहन नीति 2016 बनेगी । मुख्यमंत्री ने कहा कि उद्यमियों के सुझाव पर उद्योग विभाग संबंधित विभागों से मिलकर तेजी से काम करेगा। उद्योग विभाग को उद्यमियों से काफी जानकारियां मिली हैं। उन्होंने कहा कि उद्यमियों की बात सुनने से यदि महसूस होता है कि कोई निर्णय होना चाहिये तो तुरंत निर्णय लिया जाता है। श्री कुमार ने कहा कि माह के पांचवें सोमवार को उद्यमी पंचायत नियमित रूप से लगेगी ।मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2006 से अब तक बिहार में उद्यमियों को सब्सिडी के तौर पर तीन हजार करोड़ रूपये दिये गये हैं। उन्होंने कहा कि नीति ऐसी होनी चाहिये जो दिखे। 

प्रधान सचिव उद्योग डॉ.एस.सिद्धार्थ ने बताया कि बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके यहां इनवेस्टमेंट प्रमोशन के लिये सिंगल विण्डो सिस्टम अपनायी गयी है। उन्होंने कहा कि यदि इसमें समीक्षा करने की आवश्यकता महसूस हुयी तो सिंगल विण्डो सिस्टम में समीक्षा की जायेगी । वह चाहते हैं कि इफेक्टिव सिंगल विण्डो सिस्टम कार्यरत हो जिससे उद्यमियों को किसी तरह की कठिनाई नहीं हो। श्री सिद्धार्थ ने कहा कि मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह के स्तर पर विचार मंथन चल रहा है। औद्योगिक प्रोत्साहन नीति में संशोधन की आवश्यकता होगी तो कानून में संशोधन किया जायेगा ताकि उद्यमियों को तकलीफ न हो। उन्होंने कहा कि प्रस्ताव आने के काफी समय के बाद प्रस्ताव उनके पास पहुंच पाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2006 से अब तक बिहार में उद्यमियों को सबसिडी के तौर पर तीन हजार करोड़ रूपये दिये गये हैं। उन्होंने कहा कि नीति ऐसी होनी चाहिये जो दिखे। 

भारत-पाकिस्तान के लिए युद्ध कोई विकल्प नहीं है : बासित

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नयी दिल्ली, 30 मई, भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने पठानकोट आतंकवादी हमले को द्विपक्षीय शांति वार्ता के बीच रुकावट नहीं बनने देने की अपील करते हुये आज कहा कि युद्ध दोनों देशों के लिये कोई विकल्प नहीं है। हालांकि श्री बासित ने गत दो जनवरी को पठानकोट वायुसैनिक अड्डे पर हुये आतंकवादी हमले की जांच के सिलसिले में भारत की राष्ट्रीय जांच एजेंसी के प्रस्तावित पाकिस्तान दाैरे को लेकर कोई प्रतिबद्धता नहीं जताई। गौरतलब है कि पठानकोट हमले की जांच के लिए पाकिस्तान का संयुक्त जांच दल भारत आया था। दिल्ली स्टडी ग्रुप द्वारा आयोजित एक कार्यक्रत से इतर श्री बासित ने एक सवाल के जवाब में कहा, “हम पठानकोट मामले पर सहयोग कर रहे है और जल्द ही इसकी तह तक पहुंच जाएंगे।” इससे पहले कार्यक्रम में अपने संबोधन में श्री बासित ने कहा कि दोनों देशों के लिए युद्ध कोई विकल्प नहीं है और सबसे पहले उन्हें अपने बीच की समस्याओं को पहचानना चाहिये। श्री बासित की यह टिप्पणी पाकिस्तान के परमाणु कार्यक्रम के जनक माने जाने वाले अब्दुल कादिर के उस बयान के बाद आई है जिसमें उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान के पास नयी दिल्ली को पांच मिनट के अंदर निशाना बनाने की क्षमता है। 

श्री बासित ने कहा, “भारत के साथ हमारे कुछ जरुरी मुद्दे है। हम सभी शांतिपूर्ण संबंध चाहते हैं लेकिन सिर्फ बातचीत से कोई उद्देश्य पूरा नहीं होगा। हमें वास्तविकता देखनी होगी और विवादों को सुलझाना होगा चाहे वह कश्मीर हो, सर क्रीक, पानी का मुद्दा या आतंकवाद का मसला हो।” पाकिस्तानी उच्चायुक्त ने कहा कि उनका देश सभी पड़ोसी देशों के साथ शांति और स्थिरता चाहता है। साथ ही उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में कोई बाहरी दखल नहीं होना चाहिये। उन्होंने कहा, “अफगानिस्तान बहुत गंभीर मसला है। हम शांति चाहते है और चाहते हैं कि शरणार्थी अपने-अपने देशों में लौट जाए लेकिन अफगानिस्तान के सभी पड़ोसियों को यह सुनिश्चित करना चाहिये की वहां पर विदेशी हस्तक्षेप न हो। इसी तरह भारत के साथ हमारे संबंध बहुत महत्वपूर्ण है।” उन्होंने कहा कि दक्षिण एशिया से केवल पांच प्रतिशत उद्योग हो रहा है जबकि यूरोपीय संघ जैसे क्षेत्रों में 35 प्रतिशत उद्योग की क्षमता है। अब इस ओर ध्यान केन्द्रित करने का समय आ गया है। 
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