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मोदी ने राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन योजना जारी की

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नयी दिल्ली 01 जून, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज देश की पहली राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन योजना जारी की जिसमें विभिन्न अापदाओं के कारण जान-माल के नुकसान को कम से कम करने का खाका तैयार किया गया है। श्री मोदी ने गृह मंत्री राजनाथ सिंह और गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू की मौजूदगी में यह योजना जारी की। इस मौके पर प्रधानमंत्री कार्यालय, गृह मंत्रालय तथा राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। देश में अभी तक कोई राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन योजना नहीं थी। इस योजना का उद्देश्य देश को आपदाओं से निपटने , उन्हें सहने तथा जोखिमों को कम करने में सक्षम बनाना है । इसका मकसद सरकार के साथ -साथ सामुदायिक स्तर पर आपदाओं से जान माल के नुकसान को कम से कम करना , आजीविकाओं को प्रभावित होने से बचाना है। 

इस योजना के प्रावधान आपदाओं से होने वाले नुकसान में कमी लाने से संबंधित सेन्डेई फ्रेमवर्क के अनुरूप बनाये गये हैं। इन आपदाओं से निपटने के उपायों को मुख्य रूप से 18 श्रेणियों में रखा गया है। इनमें पूर्व चेतावनी, उपग्रह से मिले आंकडों का अध्ययन , जानकारी का प्रचार, लोगों और पशुधन को सुरक्षित स्थानों पर ले जाना, चिकित्सा देखभाल, आपदा के बाद पेयजल और स्वच्छ सुविधा उपलब्ध कराना, खाद्य और अावश्यक वस्तुओं की आपूर्ति , संचार व्यवस्था की बहाली, प्रभावित लोगों के लिए अस्थायी आवास , बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करना , परिवहन के साधन उपलब्ध कराना, राहत और आपूर्ति प्रबंधन, मृत पशुओं के अवशेषों का निपटान, प्रभावित क्षेत्रों में पशुधन के लिए चारे की सुविधा, प्रभावित लोगों का पुनर्वास, राहत के तहत रोजगार , संबंधित अांकडे जुटाना और मीडिया के माध्यम से जरूरी जानकारी का प्रचार प्रसार करना । इसके साथ -साथ विभिन्न सरकारी एजेन्सियों और गैर सरकारी संगठनों के बीच तालमेल पर भी जोर दिया गया है।

दलहन की कीमतों में भारी वृद्धि धान और मक्का का मूल्य भी बढा

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नयी दिल्ली एक जून, दालों की कमी की समस्या से जूझ रही सरकार ने दलहनों की पैदावार बढाने के लिये अरहर के खरीद मूल्य में कुल 425 रूपये प्रति क्विंटल , मूंग और उडद में 375 रूपये प्रति क्विंटल की भारी वृद्धि की है जबकि धान का मूल्य 60 रूपये तथा मक्का का मूल्य 40 रूपये प्रति क्विंटल बढाया गया है । खरीफ फसलों में दलहन के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में वृद्धि तथा बोनस को मिलाकर अरहर का मूल्य 5050 रूपये ,मूंग का 5250 रूपये और उडद का मूल्य 5250 रूपये प्रति क्विंटल निधारित किया गया है । धान तथा मोटे अनाज का न्यूनतम समर्थन मूल्य भी बढाया गया है । इसके तहत धान (सामान्य) का मूल्य 1470 रूपये , ज्वार संकर 1625 , बाजरा 1330 , मक्का 1365 और रागी का मूल्य 1725 रूपये प्रति क्विंटल होगा । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति की आज यहां हुई बैठक में 2016..17 की खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य तथा बोनस को मंजूरी दी गई । दलहन का बोनस 425 रूपये प्रति क्विंटल किया गया है । कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने बैठक के बाद संवाददाताओं को बताया कि नये मूल्य एक अक्टूबर से प्रभावी होंगे । उल्लेखनीय है कि हाल में बाजार में दालों की कीमतें तेजी से बढी है । देश में दालों के उत्पादन और मांग में भारी अंतर है और प्रति वर्ष सात से आठ लाख टन दालों की मांग बढ रही है । विदेश से दालों का आयात भी किया जाता है इसके बावजूद मांग और आपूर्ति का अंतर नहीं समाप्त हो रहा है और यह सरकार के लिये एक चुनौती बनी हुई है ।

यूरो कप पर आतंकी हमले की आशंका : अमेरिका

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वॉशिंगटन, 01 जून, अमेरिका ने चेतावनी देते हुये कहा है कि फ्रांस में होने जा रहे यूरो फुटबॉल कप पर आतंकवादी हमले होने की आशंका है। अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा,“ गर्मियों के महीनों में काफी संख्या में पर्यटक यूरोप जा रहे हैं। ऐसे समय टूर्नामेंट आतंकवादियों के निशाने पर हो सकता है।” यूरो कप आयोजन इस बार 10 जून से 10 जुलाई तक फ्रांस के अलग-अलग स्थानों पर हाेना है। यूरो कप के दौरान पेरिस में दस लाख से अधिक विदेशी दर्शकों के आने की संभावना है। अमेरिकी नागरिकों के लिए जारी किए गए ट्रैवल अलर्ट में यूरोप पर आतंकी हमले की आशंका जताई गई है। पिछले वर्ष फ्रांस पर कई आतंकवादी हमले हो चुके हैं। कथित तौर पर इस्लामिक स्टेट के हमले के बाद से ही फ्रांस में आपातकालीन जैसे हालात हैं। ऐसे हमलों की आशंका केवल यूरो कप के दौरान ही नहीं बल्कि फ्रांस की विश्व प्रसिद्ध साइकल रेस टूर डी फ्रांस और पोलैंड में होने वाले कैथोलिक चर्च के यूथ डे क्राको पर भी हमले की आशंका जताई गई है। फ्रांस में एक साथ स्टेडियम, कॉन्सर्ट हॉल, बार और रेस्तरां पर हुए हमले में 130 लोग मारे गए थे, जबकि सैकड़ों लोग घायल हुए थे। इसके बाद मई में एक और यूरोपीय देश और फ्रांस के पड़ोसी बेल्जियम पर भी आतंकी हमला हुआ था। ब्रसेल्स के एयरपोर्ट और मेट्रो स्टेशन पर भी आत्मघाती हमला किया गया था।

प्रणव का चयन न होना बड़ी बात नहीं : काेच

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मुंबई, 01 जून, पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन को मुंबई की अंडर-16 क्रिकेट टीम में तरजीह दिये जाने के विवाद को प्रणव धनावड़े के कोच मुबीन शेख ने बेवजह बताते हुये कहा है कि उन्हें प्रणव के चुने नहीं जाने पर चिंता नहीं है। स्कूली क्रिकेट में रिकार्ड 1009 रन बनाकर सुर्खियों में आए प्रणव को मुंबई की अंडर 16 क्रिकेट टीम में चुना नहीं गया था। वहीं सचिन के बेटे अर्जुन का चयन हुआ था जो बल्ले और गेंद दोनों से फ्लाप रहे थे। ऐसे में चयन प्रक्रिया काफी विवादों में आ गई थी और लगातार सोशल मीडिया पर भी इसे लेकर बहस छिड़ी हुई है। हालांकि प्रणव के कोच मुबीन को इसे लेकर चिंता नहीं है। शेख ने कहा,“ वेस्ट जोन अंडर-16 में प्रणव का चयन नहीं होने को लेकर काफी कुछ सुनने को मिल रहा है। लेकिन हम इसके बारे में कुछ ज्यादा नहीं सोच रहे हैं और न ही इसको लेकर परेशान है। क्रिकेट में सब कुछ आपके बस में नहीं होता।” उन्होंने कहा,“ 1000 रन बनाना उसके भाग्य में लिखा था। पारी की शुरुअात करने से पहले वह काफी उत्साहित था लेकिन शानदार पारी खेलने के बाद उसने खुद पर नियंत्रण रखा। हो सकता है कि अगले दो सालों में वह अंडर-19 टीम में जगह बनाने में कामयाब हो। हम उस पर दबाव नहीं बनाना चाहते। अभी उन्हें अपने खेल का आनंद लेने दीजिए।” 

कोच शेख ने अर्जुन और प्रणव के बारे में कहा,“ दोनों के बीच तुलना करना उचित नहीं होगा। प्रणव और अुर्जन अच्छे दोस्त है और एक साथ क्रिकेट भी खेल चुके हैं। अर्जुन एक अच्छा क्रिकेटर है। उनके पिता ने क्रिकेट के लिये काफी कुछ किया है जिस पर हम सब को गर्व करना चाहिये।” क्वार्टरफाइनल में एेतिहासिक 1009 रन की पारी खेलने के बाद प्रणव ने सेमीफाइनल में भी शानदार 150 रन बनाए थे। हालांकि वह फाइनल में नहीं खेल पाये थे क्योंकि उस समय उनकी 10वीं कक्षा की परीक्षा थी। शेख ने कहा,“ मैं उनके खेल पर काफी मेहनत कर रहा हूं। मुझे विश्वास है कि वह एक दिन मजबूती से वापसी करेगा क्योंकि उनमें काफी प्रतिभा है और वह काफी आक्रामक बल्लेबाज है।” मुंबई क्रिकेट संघ (एमसीए) के सह-सचिव पीवी शेट्टी ने कहा,“ हम जोनल चयन के बारे में कुछ नहीं कह सकते हैं। वैसे भी हमने प्रणव के रिकार्ड 1000 रन बनाने के बाद से उनके बारे में कुछ नहीं सुना है। उनके प्रदर्शन में निरंतरता की कमी है। यदि वह लगातार रन बनाएं तो हम उन्हें जरूर टीम में चुनेंगे।” प्रणव की ऐतिहासिक 1000 रन की पारी के बाद एमसीए उन्हें प्रत्येक माह 10000 रुपये की स्कालरशिप प्रदान करता है। वहीं उनके इस खेल से खुश होकर खुद सचिन तेंदुलकर ने भी उन्‍हें अपने हस्‍ताक्षर वाला बल्‍ला उन्हें भेंट किया था। 

रियो में मिल सकता है पेशेवर मुक्केबाजों काे मौका

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नयी दिल्ली, 01 जून, ब्राजील के रियो डी जेनेरो में अगस्त में होने वाले ओलंपिक खेलों में पेशेवर मुक्केबाजों को भी मौका मिल सकता है। अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ(आईबा) ने बुधवार को इसके लिये अपने संविधान में बदलाव को मंजूरी दी है जिसके बाद यह संभव हो सका है। आईबा के अध्यक्ष सीके वू ने बताया कि संघ ने विशेष कांग्रेस में यह ऐतिहासिक प्रस्ताव पास किया है। दुनिया भर के 88 प्रतिनिधियों में से 84 ने इसके समर्थन में वोट किया। वू ने कहा कि रियो में पेशेवर मुक्केबाजों के खेलने का रास्ता साफ हो गया है और इसका अर्थ है कि ओलंपिक खेलों में पेशेवर एथलीटों के भाग लेने पर किसी तरह का प्रतिबंध नहीं होगा। वू ने कहा, “यह मेरी योजना का ‘मास्टरप्लान’ है और एक बड़ा कदम है। हालांकि अभी यह कहना मुश्किल होगा कि कितने पेशेवर मुक्केबाज रियो में खेलेंगे लेकिन कुछ मुक्केबाज जरूर इसमें हिस्सा लेंगे। इसके लिये सभी को क्वालिफिकेशन प्रणाली से गुज़रना होगा।” विश्व मुक्केबाजी परिषद (डब्ल्यूबीसी) समेत कई प्रमुख संगठनों और खिलाड़ियों ने इस कदम की कड़ी आलोचना की है। डब्ल्यूबीसी ने ओलंपिक मुक्केबाजी की योजना को ‘शर्मनाक निचला स्तर’ करार दिया है लेकिन वू ने कहा कि उनका मानना है कि हर एथलीट को ओलंपिक में जाने का हक है।

आईबा प्रमुख चिंग क्यो वू ने कहा कि आईबा के संविधान में यह 95 फीसदी बदलाव है और ऐसा पहली बार होगा जब ओलंपिक खेलों में पेशेवर मुक्केबाज भी पदकों के लिये अपनी दावेदारी पेश कर सकेंगे। गौरतलब है कि पांच अगस्त से शुरू होने जा रहे रियो ओलंपिक खेलों से पहले अगले महीने वेनेजुएला में मुक्केबाजी के क्वालिफाइंग टूर्नामेंट में 26 कोटा दांव पर होंगे। ऐसे में पेशेवर मुक्केबाजों के लिये क्वालिफाइंग टूर्नामेंट काफी चुनौतीपूर्ण हो सकता है। आईबा के इस कदम की अभी से निंदा भी शुरू हो गई है क्योंकि एमेच्योर मुक्केबाज जो पिछले कई वर्षों से ओलंपिक के लिये तैयारी में जुटे हैं उन्हें पेशेवर मुक्केबाजों से भी चुनौती झेलनी होगी। इस बीच पूर्व हैवीवेट चैंपियन माइक टाइसन ने भी वैश्विक संस्था के इस कदम को बेवकूफाना बताया है। पूर्व मुक्केबाज ने 1981 और 1982 जूनियर ओलंपिक खेलों में स्वर्ण पदक जीते थे। टाइसन ने कहा“ यह हास्यास्पद और बेवकूफाना कदम है। वैसे कई पेशेवर मुक्केबाजों को एमेच्योर मुक्केबाजों से पिटना पड़ेगा। यह तो पक्का होने वाला है और मुझे इसका विश्वास है।” 49 वर्षीय टाइसन ने कहा“ एमेच्योर मुक्केबाजों को ओलंपिक में होने वाले तीन राउंड का फायदा मिलेगा जबकि पेशेवर मुक्केबाजों को कम से कम 12 राउंड खेलने होंगे।” 

उत्तरी आयरलैंड से पूर्व एमेच्योर मुक्केबाज तथा डब्ल्यूबीए और आईबीएफ खिताब जीत चुके कार्ल फ्रैंम्पटन ने भी माना कि पेशेवर मुक्केबाजों को ओलंपिक में शामिल करना एक गलत कदम है। कार्ल बैंटमवेट में खेलते थे। उन्होंने कहा“ यह तो दो बिल्कुल अलग ही खेल हैं। यह तो ऐसा है कि बैडमिंटन खिलाड़ी को आप टेनिस खेलने के लिये कहें।” वू के नेतृत्व में आईबा ने वर्ष 2011 में सेमी प्रोफेशनल वर्ल्ड सीरीज बाक्सिंग (डब्ल्यूएसबी) का गठन किया था जिसके जरिये शहर आधारित मुक्केबाजों को पैसा कमाने का मौका मिलता था। उन्होंने वर्ष 2012 के लंदन ओलंपिक में भी महिला मुक्केबाजी को शामिल किया था। उल्लेखनीय है कि अगस्त में शुरू होने जा रहे ओलंपिक खेलों के लिये कुछ डब्ल्यूएसबी मुक्केबाजों ने पहले ही क्वालीफाई कर लिया है। वैसे कई ओलंपिक चैंपियन आगे चलकर दुनिया के शीर्ष पेशेवर मुक्केबाज बने हैं जिनमें मोहम्मद अली, जो फ्रेजियर, जार्ज फोरमैन, लिनोक्स लुईस, आस्कर डी ला होया और व्लादिमीर क्लिशेंको शामिल है। 

आईबा का निर्णय स्वागतयोग्य : विजेन्दर

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नयी दिल्ली, 01 जून, अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ(आईबा) के रियो ओलंपिक में पेशेवर मुक्केबाजों को मौका देने के निर्णय का भारतीय मुक्केबाज विजेन्दर सिंह ने स्वागत किया है। ओलंपिक खेलों के कांस्य पदक विजेता विजेन्दर गत वर्ष ही पेशेवर मुक्केबाजी का हिस्सा बने थे। पेशेवर मुक्केबाजी में शामिल होने के बाद उनके ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करने की उम्मीदें समाप्त हो गई थीं। लेकिन आईबा के बुधवार को लिये गये निर्णय से पेशेवर मुक्केबाज भी अब ओलंपिक में उतर सकेंगे। ऐसे में विजेन्दर के भी भारत का प्रतिनिधित्व करने की उम्मीद वापिस पैदा हो गई है। 30 वर्षीय विजेन्दर ने कहा“ मैं आईबा के रियो ओलंपिक 2016 में पेशेवर मुक्केबाजों को खेलने की अनुमति देने के निर्णय का स्वागत करता हूं। मुझे इस पूरी प्रक्रिया की औपचारिकताओं की जानकारी फिलहाल नहीं है।” वर्ष 2015 में पेशेवर मुक्केबाजी का हिस्सा बनने के बाद से लगातार छह नाकआउट जीत चुके विजेन्दर ने कहा“ फिलहाल देश में तो कोई मुक्केबाजी संघ ही नहीं है। ऐसे में मुझे नहीं पता कि कौन मुझे इस पूरी प्रक्रिया के लिये मार्गदर्शन करेगा। वैसे फिलहाल मेरा पूरा ध्यान 16 जुलाई को नयी दिल्ली में होने वाले मेरे अगले नाकआउट पर लगा हुआ है।”

सुशील को जार्जिया फेडरेशन और सरकार ने भेजा था

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नयी दिल्ली, 01 जून, दो बार के ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार की ओलंपिक कोटा हासिल कर चुके नरसिंह यादव के साथ ट्रायल कराने की याचिका पर दिल्ली उच्च न्यायालय में बुधवार को सुनवाई पूरी नहीं हो पाई और यह गुरूवार को भी जारी रहेगी। दिल्ली उच्च न्यायालय में फेडरेशन की ओर से उपस्थित वकील अपनी बहस गत सोमवार को पूरी कर चुके थे और सुशील की तरफ से पेश वकील अमित सिब्बल को आज अपनी बहस पूरी करनी थी। लेकिन यह बहस पूरी नहीं हो पाई अौर यह गुरूवार को जारी रहेगी। वरिष्ठ अधिवक्ता सिब्बल ने सुशील का पक्ष रखते हुये कहा कि लंदन ओलंपिक के रजत पदक विजेता पहलवान को जार्जिया में ट्रेनिंग के लिये फेडरेशन और सरकार ने ही भेजा था। सिब्बल ने सवाल उठाया कि जब सुशील को फेडरेशन और सरकार के खर्चे पर जार्जिया ट्रेनिंग के लिये भेजा गया तो अब उनकी ट्रायल की मांग को स्वीकार क्यों नहीं किया जा रहा। 

सिब्बल ने विरोधी पक्ष के इस तथ्य कि जार्जिया में सुशील ने अलग से ट्रेनिंग की, पर कहा, “सुशील 10 दिन पहले जार्जिया चले गये थे इसलिये वह अलग से ट्रेनिंग कर रहे थे। फेडरेशन ने सुशील के साथ अपना कोच भी भेजा था जो लगातार उनके साथ रहा तो ऐसे में सुशील की ट्रेनिंग पर सवाल कैसे उठाया जा सकता है।” उन्होंने अमेरिका, रूस और ईरान में ट्रायल का उदाहरण देते हुये बताया कि वहां ओलंपिक कोटा हासिल कर चुके पहलवानाें का ट्रायल हुआ जिसमें वे हार गये और उनकी जगह दूसरे पहलवान जा रहे हैं जिन्होंने ट्रायल जीता है। सिब्बल ने साथ ही कहा कि जब विश्व चैंपियनशिप के लिये गत वर्ष देश में ट्रायल होना था तो उस समय सुशील चोटिल थे और उन्होंने अपना मेडिकल भी फेडरेशन को दिया था। सिब्बल ने साथ ही कहा“ उसके बाद छोटे-मोटे टूर्नामेंट हो रहे थे जिसमें युवा खिलाड़ियों को मौका दिया गया था। अाप भारतीय क्रिकेट टीम की जिम्बाब्वे सीरीज को देखें तो उसमें युवा खिलाड़ियों को ही मौका दिया जा रहा है। सुशील खुद को ओलंपिक भेजने की मांग नहीं कर रहे बल्कि वह सिर्फ ट्रायल की मांग कर रहे हैं। ट्रायल के लिये सरकारी नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है।” सुशील के वकील गुरूवार को अपनी बहस पूरी करेंगे जिसके बाद ही इस मामले में कोई फैसला आने की संभावना है।

10 करोड़ डॉलर के शिखर पर जोकोविच

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पेरिस, 01 जून, विश्व के नंबर एक टेनिस खिलाड़ी सर्बिया के नाेवाक जोकोविच फ्रेंच ओपन के क्वार्टरफाइनल में पहुंचने के साथ ही दस कराेड़ डॉलर की कमाई करने वाले पहले खिलाड़ी बन गये हैं। जोकोविच ने स्पेन के राबर्टाे बतिस्ता अगुत को बुधवार को 3-6, 6-4, 6-1, 7-5 से हराकर क्वार्टरफाइनल में जगह बनायी। 11 बार के ग्रैंड स्लेम विजेता जोकोविच को अपने चौथे दौर का मैच पूरा करने के लिये दो दिन का इंतजार करना पड़ा। बारिश के कारण फ्रेंच ओपन में पिछले दो दिन खलल पड़ा और जोकोविच ने आज अपना मैच पूरा किया। जोकोविच दस करोड़ डॉलर की कमाई करने वाले पहले खिलाड़ी तो बन गये हैं लेकिन उनकी नज़रे फ्रेंच ओपन के खिताब पर टिकी हुयी हैं जो वह अभी तक हासिल नहीं कर पाये हैं। जोकोविच यदि इस बार फ्रेंच ओपन जीतते हैं तो वह कॅरियर ग्रैंड स्लेम पूरा कर लेंगे। जोकोविच को क्वार्टरफाइनल में पहुंचने पर तीन लाख 26 हजार 722 डॉलर मिलेंगे जिससे वह दस करोड़ डॉलर का आंकड़ा पार कर गये हैं। 29 वर्षीय जोकोविच का 14वीं सीड राबर्टो बतिस्ता के खिलाफ 4-0 का कॅरियर रिकार्ड था जो अब 5-0 पहुंच गया है। बतिस्ता ने हालांकि जोकोविच से पहला सेट जीत लिया लेकिन शीर्ष वरीय जोकोविच ने इसके बाद अगले तीन सेट जीतकर बतिस्ता को कोई उलटफेर नहीं करने दिया। इस बीच महिलाओं में विश्व की नंबर एक खिलाड़ी अमेरिका की सेरेना विलियम्स ने 18वीं सीड यूक्रेन की एलिना स्वीतोलिना को 6-1, 6-1 से रौंदकर क्वार्टरफाइनल में जगह बना ली लेकिन उनकी बड़ी बहन वीनस को चौथे दौर में हार का सामना करना पड़ा। स्विटजरलैंड की तिमिया बासिंस्ज्की ने नौवीं सीड वीनस को 6-2, 6-4 से हराकर अंतिम आठ में जगह बना ली।

पुरुष वर्ग के अन्य मैचों में सातवीं वरीयता प्राप्त चेक गणराज्य के टॉमस बेर्दिच ने 11वीं सीड स्पेन के डेविड फेरर को 6-3, 7-5, 6-3 से, 12वीं वरीयता प्राप्त बेल्जियम के डेविड गॉफिन ने लात्विया के अर्नेस्ट गुल्बिस को 4-6, 6-2, 6-2, 6-3 से और 13वीं सीड आस्ट्रिया के डॉमिनिक थिएम ने स्पेन के मार्सेल ग्रेनोलर्स को 6-2, 6-7, 6-1, 6-4 से हराकर क्वार्टरफाइनल में जगह बना ली। जोकोविच का क्वार्टरफाइनल में बेर्दिच के साथ मुकाबला होगा जबकि थिएम के सामने गॉफिन की चुनौती रहेगी। अपने 22वें ग्रैंड स्लेम खिताब की तलाश में लगीं सेरेना का क्वार्टरफाइनल में कजाखस्तान की की यूलिया पुतिनसेवा के साथ मुकाबला होगा। गैर वरीयता प्राप्त यूलिया ने 12वीं सीड स्पेन की कार्ला सुआरेज नवारो को 7-5, 7-5 से हराकर बाहर का रास्ता दिखा दिया। एक अन्य मैच में हॉलैंड की किकी बर्टेंस ने अमेरिका की मेडिसन कीज़ को 7-6, 6-3 से पराजित किया। क्वार्टरफाइनल में बर्टेंस का मुकाबला आठवीं सीड बासिंस्ज्की से होगा। 

नीतीश ने बिहार की परियोजनाओं के लिए केन्द्र से जल्द मांगे 13600 करोड़ रूपये

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nitish kumar
पटना 01 जून, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ऊर्जा और सड़क समेत राज्य की विभिन्न लंबित परियोजनाओं के लिए केन्द्र सरकार से 13 हजार 600 करोड़ रूपये से अधिक की राशि जल्द देने का आग्रह किया है। श्री कुमार ने केन्द्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली को लिखे पत्र की प्रति आज यहां मीडिया में जारी की जिसमें केन्द्र से बारहवीं पंचवर्षीय योजना की अवधि के लिए ऊर्जा और सड़क प्रक्षेत्र से संबंधित नौ स्वीकृत परियोजनाओं को पूरा कराने के लिए 4998.75 करोड़ रूपये तथा 10 वीं और 11 वीं पंचवर्षीय योजना की लंबित परियोजनाओं को पूरा करने के लिए शेष 92.74 करोड़ रूपये शीघ्र जारी करने का आग्रह किया है । इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय वित्त मंत्री से नीति आयोग के समक्ष ऊर्जा प्रक्षेत्र से संबंधित 856.81 करोड़ रूपये, पटना में भूमिगत मार्ग बनाने के लिए 391 करोड़ रूपये और 12 वीं पंचवर्षीय परियोजना में विशेष योजना के तहत नयी योजना के लिए कर्णांकित 10500 करोड़ रूपये में से शेष 902.08 करोड़ रूपये निर्गत करने से संबंधित लंबित प्रस्तावों को शीघ्र स्वीकृत करने का भी आग्रह किया है। मुख्यमंत्री ने पत्र में केन्द्रीय वित्त मंत्री से पिछड़ा क्षेत्र अनुदान कोष :बीआरजीएफ: के तहत ..विशेष सहायता.. मद की शेष राशि 6359.19 करोड़ रूपये वित्तीय वर्ष 2016-17 में जारी करने का आग्रह करते हुए कहा कि 12 वीं पंचवर्षीय योजना का यह अंतिम वित्तीय वर्ष है,इसलिए परियोजनाओं को समय पर पूरा कराना जरूरी है । उन्होंने कहा कि राशि निर्गत करने में किसी भी तरह का विलंब न सिर्फ बिहार के विकास की जरूरतों के लिए हानिकारक साबित होगा बल्कि समय बढ़ने के कारण परियोजना की लागत भी बढ़ जायेगी ।

कौन है तन्मय भट्ट: लता मंगेशकर

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नयी दिल्ली, 01 जून, भारत रत्न लता मंगेशकर और सचिन तेंदुलकर की खिल्ली उड़ाने वाले वीडियो को लेकर जहां एआईबी कलाकार तन्मय भट्ट की चौतरफा आलोचना हो रही है, वहीं स्वर कोकिला लता मंगेशकर ने इस पर बेहद शालीन और चौंकाने वाली प्रतिक्रिया दी है। सुश्री मंगेशकर ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा, “मैंने वीडियो नहीं देखी है और ना ही देखना चाहती हूं। मैं इस बारे में कोई टिप्पणी नहीं करुंगी। वैसे मैं नहीं जानती कि तन्मय भट्ट कौन है।” तन्मय की इस वीडियो में सचिन तेंदुलकर बनाम विराट कोहली की बात की गई है जिस पर सचिन और लता मंगेशकर बहस कर रहे हैं। तन्मय ने इन दोनों दिग्गजों की नकल करते हुये कई अभद्र शब्दों का इस्तेमाल किया है। बॉलीवुड कलाकारों समेत कई नेताओं ने इस वीडियो को लेकर तन्मय की आलोचना की है। 

बेड़ी मुक्त होगी भगवान बिरसा की प्रतिमा

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राँची, 01 जून, झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने बंधन के प्रतीक से भगवान बिरसा को आजाद करने का निर्देश दिया है। श्री दास ने आज यहां भगवान बिरसा मुंडा की ऐसी तस्वीर और मूर्ति जिनके हाथों में बेड़ी लगी दिखाई गई हो, उन्हें बेड़ी रहित भंगिमा वाली मूर्ति एवं तस्वीर में तत्काल प्रभाव से बदल देने का निर्देश दिया। ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ विद्रोह का बिगुल फूंकने वाले भगवान बिरसा मुंडा आजाद भारत में बेड़ी मुक्त दिखेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि बेड़ीयुक्त भगवान बिरसा की तस्वीर एवं प्रतिमा बंधन का प्रतीक है और इससे युवा पीढ़ी के मन पर बुरा प्रभाव पड़ता है। उन्होंने निर्देश दिया है कि जिस विभाग, प्राधिकार अथवा संस्था द्वारा पूर्व में बेड़ी लगे हाथ की मूर्ति और तस्वीर स्थापित की गई है वहां उन्हें तत्काल प्रभाव से बेड़ी रहित भंगिमा वाली मूर्ति एवं तस्वीर के रूप में बदल दी जाए। 

गुलबर्ग सोसायटी नरसंहार में विशेष अदालत ने 24 को ठहराया दोषी, 36 दोषमुक्त

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अहमदाबाद, 02 जून, गुजरात में अहमदाबाद की एक विशेष अदालत ने वर्ष 2002 के गुजरात दंगों से जुडे गुलबर्ग सोसायटी केस, जिसमें भीड ने कांग्रेस के पूर्व सांसद एहसान जाफरी समेत 69 लोगों को मार डाला था, में अपना आज फैसला सुनाते हुए 24 आरोपियों को दोषी करार दिया तथा 36 अन्य को दोषमुक्त कर दिया। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) की विशेष अदालत के जज पी बी देसाई ने 24 दोषियों में से 11 को हत्या और अन्य आरोपों तथा 13 को दंगा करने का दोषी ठहराया है। अदालत छह जून को दोषियों की सजा की अवधि के बारे में फैसला सुनायेगी। दोषमुक्त होने वालों में भाजपा के तत्कालीन पार्षद विपिन पटेल तथा मेघाणीनगर के पुलिस इंस्पेक्टर के जी एरडा भी शामिल हैं। ज्ञातव्य है कि यहां मेघाणीनगर में स्थित उक्त सोसायटी में यह घटना गोधरा में साबरमती एक्सप्रेेस के एक डिब्बे में आग लगाये जाने के एक दिन बाद यानी 28 फरवरी 2002 को हुई थी। यह मामला गुजरात दंगों से जुडे उन नौ मामलों में शामिल है जिसकी जांच उच्चतम न्यायालय के निर्देश पर गठित विशेष जांच दल यानी एसआईटी ने की थी। एसआईटी के वकील आर सी कोडकर ने आज यूनीवार्ता को बताया कि इस मामले में 66 आरोपी थे जिनमें से नौ पिछले लगभग 14 साल से जेल में हैं। जबकि छह की मौत हो चुकी है। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए आज अदालत परिसर के आसपास सुरक्षा के कडे प्रबंध किये गये थे।

संयुक्त राष्ट्र ने उत्तर कोरिया को और अधिक कार्रवाई की चेतावनी दी

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न्यूयार्क, 02 जून, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने उत्तर कोरिया की हाल की तीन बैलिस्टिक मिसाइलों के परीक्षण की निंदा की है तथा उसके विरूद्ध और अधिक कार्रवाई किये जाने की चेतावनी दी है। उत्तर कोरिया के चार परमाणु परीक्षणों और एक के बाद दूसरी बैलिस्टिक मिसाइलों के उसके परीक्षण से जनवरी से कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव बढ़ गया है। सुरक्षा परिषद ने उत्तर कोरिया की मिसाइलों के दो विफल प्रक्षेपणों के बाद अप्रैल में एक वक्तव्य जारी कर उसकी कड़े शब्दों में निंदा तथा अन्य देशों ने उसके ताजे परीक्षण की अस्वीकार्य बताया है और इसे ध्यान में रखकर बुधवार को सुरक्षा परिषद ने उत्तर कोरिया के विरूद्ध दूसरा वक्तव्य जारी किया। सुरक्षा परिषद ने कहा है कि उसकी बैलिस्टिक मिसाइल के ताजा विपक्ष प्रक्षेपण से तनाव और बढ़ेगी।

आतंकवाद से जुडी जानकारी साझा करेंगे भारत : अमेरिका

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नयी दिल्ली 02 जून, भारत और अमेरिका ने आतंकवाद का मिलकर मुकाबला करने के उद्देश्य से एक दूसरे के साथ आतंकवाद संबंधी आंकडों और सरकारी खुफिया एजेन्सियों की जानकारियों को साझा करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किये हैं। केन्द्रीय गृह सचिव राजीव महर्षि और भारत में अमेरिका के राजदूत रिजर्ड वर्मा ने आज इस समझौते पर हस्ताक्षर किये। समझौते के तहत दोनों देश एक-दूसरे को घरेलू कानूनों तथा नियमों के अनुरूप उनकी सरकारी एजेन्सियों द्वारा आतंकवाद से संबंधित जानकारी और आंकडों का आदान-प्रदान करेंगे। इससे कुछ दुर्दांत आतंकवादियों के बारे में भी जानकारी साझा की जा सकेगी। इससे दोनों पक्षों के बीच आतंकवाद के क्षेत्र में सहयोग पहले की तुलना में अधिक मजबूत होगा। 

इस समझौते को कई दौर की बातचीत के बाद अंतिम रूप दिया जा सका है। भारत के लिए समझौता विशेष रूप से फायदेमंद है क्योंकि उसे अब दुनिया के सबसे विश्वसनीय माने जाने वाले अमेरिकी खुफिया तंत्र की जानकारियां उपलब्ध हो सकेंगी। इस जानकारी के आधार पर आतंकवादी साजिशों और हमलों को रोकने के लिए पुख्ता रणनीति बनायी जा सकेगी । इस समझौते को भारत के लिए बडी कामयाबी माना जा रहा है क्योंकि पहले अमेरिका इस समझौते के तहत अपनी आेर से जानकारी नहीं देने पर अडा था और वह चाहता था कि भारतीय खुफिया एजेन्सी उसे अपनी ओर से जानकारी मुहैया कराती रहें लेकिन भारत के अडे रहने पर दोनों पक्षों ने समझौते की अड़चनों को दूर किया और अंतत अमेरिका अपनी एजेन्सियों की आतंकवाद संबंधी जानकारी साझा करने पर राजी हो गया।

जाकिया ने गुलबर्ग सोसायटी नरसंहार मामले के फैसले को कहा अधूरा न्याय

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अहमदाबाद, 02 जून, गुजरात में 2002 के दंगों से जुडे गुलबर्ग सोसायटी नरसंहार मामले में अन्य 68 लोगों के साथ मारे गये कांग्रेस के पूर्व सांसद एहसान जाफरी की विधवा जाकिया जाफरी ने इस मामले में आज आये विशेष अदालत के फैसले को अधूरा न्याय करार देते हुए कहा कि उन्हें अपनी कानूनी लडाई आगे भी जारी रखनी पडेगी। उधर, इस हत्याकांड के दौरान बचे लोगों का पक्ष रखने वाले वकील एस एम वोरा ने इसे श्रीमती जाफरी की निजी राय बताते हुए कहा कि वह फैसले से संतुष्ट हैं। 

श्रीमती जाफरी, जिन्होंने लंबी कानूनी लडाई लडी थी और उसके बाद वर्ष 2009 में उच्चतम न्यायालय ने विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया था, ने आज के फैसले जिसमें एसआईटी की विशेष अदालत के जज पी बी देसाई ने 60 जीवित आरोपियों में से 24 को दोषी तथा 36 को निर्दोष जाहिर किया था, पर असंतोष जताया। उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘इस फैसले से संतोष कैसे हो सकता है। 15 साल बीतने के बाद भी यह फैसला मिला तो कैसे संतोष होगा। मेरी लडाई खत्म हुई नहीं हुई। अब वकीलों से राय लेनी पडेगी और फिर मुझे लडाई शुरू करनी पडेगी जब तक जान में जान है तब तक लडेंगे।’ उन्होंने कहा कि यह आधा अधूरा फैसला है। आधे से अधिक लोग छूट गये। मुझे लगता है कि एसआईटी ने सही तरीके से जांच नहीं की। उधर श्री वोरा ने कहा कि यह श्रीमती जाफरी की निजी राय है। वह अदालत के फैसले से संतुष्ट हैं। हालांकि वह उन लोगों जिनके प्रति अदालत ने नरम रूख दिखाया है को भी कडी सजा देने के लिए अदालत से दरखास्त करेंगे पर वह यह नहीं कह सकते कि वह असंतुष्ट हैं।

गुलबर्ग सोसायटी के पीड़ितों को पूरा इंसाफ नहीं मिला : कांग्रेस

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नयी दिल्ली, 02 जून, कांग्रेस ने गुजरात दंगों से जुड़े गुलबर्ग सोसायटी मामले में आज आए फैसले को अधूरा न्याय करार देते हुए कहा है कि गुजरात दंगों के पीड़ितों को 14 साल बाद भी पूरा इंसाफ नहीं मिला। कांग्रेस प्रवक्ता शोभा ओझा ने कहा कि 2002 में गुजरात की गुलबर्ग सोसायटी में भीड़ ने कांग्रेस के पूर्व सांसद एहसान जाफरी समेत 69 लोगों की हत्या कर दी थी। इस मामले में न्याय पाने के लिए पीड़ित 14 साल से संघर्ष कर रहे हैं और उच्चतम न्यायालय के आदेश पर गठित विशेष जांच दल (एसआईटी)की विशेष अदालत ने आज 24 आरोपियों को दोषी करार दिया तथा 36 अन्य को दोषमुक्त कर दिया। उन्होंने कहा कि यह पूरा इंसाफ नहीं है। पीड़ित इस मामले में बड़ी अदालत में अपील करेंगे। उनका कहना था कि दोषी कितने ही प्रभावशाली हो ,उनको बख्शा नहीं जाना चाहिए। 

कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि इस साेसायटी में दंगाइयों ने 70 लोगों की हत्या कर दी थी। लोगों को सुरक्षा देना सरकार की जवाबदेही होती है लेकिन तत्कालीन गुजरात सरकार इस जवाबदेही काे निभाने में असफल रही है लेकिन करीब डेढ़ दशक की लड़ाई के बाद भी उन्हें पूरा न्याय नहीं मिला है। उनका कहना था कि इस लड़ाई को लड़ रहे लोग फैसले से संतुष्ट नहीं हैं और उनका कहना है कि इसे बड़ी अदालत में चुनौती दी जाएगी। इन दंगों में मारे गए कांग्रेस नेता एहसान जाफरी की पत्नी ज़किया ज़ाफरी ने कहा है, ‘मैं इस फैसले बहुत नाखुश हूं। मैं इस लड़ाई को आगे ले जाऊंगी।’ पीड़ितों की लड़ाई लड़ रही सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ का कहना है कि दोषमुक्त लोगों को सजा दिलाने की लड़ाई थमेगी नहीं।” गौरतलब है कि विशेष अदालत के न्यायाधीश पी बी देसाई ने 24 दोषियों में से 11 को हत्या और 13 को दंगे करने का दोषी करार दिया है। छह जून को सजा का एेलान किया जाएगा। एसआईटी के वकील आर सी कोडकर ने यूनीवार्ता को बताया कि इस मामले में 66 आरोपी थे जिनमें से नौ लगभग 14 साल से जेल की सजा काट रहे है जबकि छह की मौत हो चुकी है। जिन 36 लोगों को दोषमुक्त किया गया है उनमें भाजपा के तत्कालीन पार्षद विपिन पटेल तथा मेघाणीनगर के पुलिस इंस्पेक्टर के जी एरडा भी शामिल हैं। 

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर (02 जून)

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जनआन्दोलन की सफलता के लिये जिला कांग्रेस ने किया आभार व्यक्त

झाबुआ । नेशनल हाई-वे की दुर्दशा एवं केन्द्र एवं प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा इस आदिवासी अंचल की सतत उपेक्षा को लेकर सांसद कांतिलाल भूरिया द्वारा किये आव्हान अनुसार 1 जून बुधवार को फुलमाल तिराहे पर किये गये जन प्रखर आन्दोलन में जनहित के इस मुद्दे को लेकर व्यापक जन समर्थन देने के लिये जिला कांग्रेस कमेटी झाबुआ द्वारा सभी आगन्तुक सहभागियों एवं विभिन्न समजसेवी संगठनों द्वारा दिये गये सहयोग एवं सहभागिता के लिये धन्यवाद ज्ञापित किया गया है । जिला पंचायत अध्यक्षा सुश्री कलावती भूरिया, जिला कांग्रेस अध्यक्ष निर्मल मेहता, प्रकाश रांका, डा. विक्रांत भूरिया एवं जिला प्रवक्ता हर्ष भट्ट, आचार्य नामदेव ने  अपने संयुक्त वक्तव्य में बताया कि सांसद कांतिलाल भूरिया द्वारा पिछले 5 बरसों से नेशनल हाई वे निर्माण  कंपनि के अनदेखेपन के चलते आम लोगांे को होने वाले परेशानियों के मद्दे नजर विशाल जन आन्दोलन में हजारों की संख्या में जिलेवासियों, समग्र मीडिया एवं प्रशासन द्वारा  ने प्रखर समर्थन देकर आन्दोलन को सफल बनाने में अपनी महती भूमिका का निर्वाह किया इसके लिये जिला कांग्रेस सभी जिलेवासियों एवं बाहर से पधारे जनप्रतिनिधियों एवं नेतागणों का भी धन्यवाद ज्ञापित करते हुए भविष्य में इस प्रकार के कदमों मे सभी का जनहित मे सहयोग प्राप्त होता रहेगा । जिला कांग्रेस ने आशा व्यक्त की है कि सांसद भूरिया के जन्म दिन पर आयोजित इस आन्दोलन जिसने जिले में एक नई दिशा दी है, से निकट भविष्य में प्रशासनस्तर से दिये गये आश्वासनानुसार समस्या का स्थाई निराकरण हो सकेगा ।

सांसद आज करेगें टेंकरों का वितरण

झाबुआ । जिला कांग्रेस कार्यवाहक अध्यक्ष एवं जिला पंचायत अध्यक्षा सुश्री कलावती भूरिया एवं प्रवक्ता हर्ष भट्ट ने जानकारी देते हुए बताया कि सांसद निधि से प्रदत्त टेंकरों का वितरण आज शुक्रवार को दोपहर 11-30 बजे सांसद कांतिलाल भूरिया द्वारा  जिला पंचायत परिसर में किया जावेगा । जिला पंचायत अध्यक्ष सुश्री कलावती भूरिया के बताया कि गा्रमीण क्षेत्रों में पेयजल संकट के निवारण को देखते हुए सांसद कांतिलाल भूरिया द्वारा गा्रमीण क्षेत्रों में गा्रम पंचायतों के द्वारा दिये गये प्रस्ताव के अनुसार टेंकर स्वीकृत किये गये है जिन्हे वितरण कर इनका जनहित में उपयोग के लिये गा्रमीण अचलों में भेजे जावेगें । श्री भट्ट ने बताया कि जिला कांग्रेस के पदाधिकारी, जन प्रतिनिधिगण विशेषरूप से उपस्थित रहेगें ।

धर्मगुरूओं का ही नहीं, उनसे जुड़े हर व्यक्ति, चीज का सम्मान जरूरी - मुफ्ती हबीबुर्रहमान साहब

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झाबुआ ।  शहर के हुसैनी चैक मे बीती रात्रि प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी निजामी कान्फ्रेंस सम्पन्न हुई। निजामी कान्फ्रेंस मे शैखे तरीकत, हबीबुल उलमा, शहजादए खतीबुल बराहीन, हजरत अल्लामा मौलाना अल्हाज अश्शह मुफ्ती मुहम्मद हबीबुर्रहमान साहब किबला सज्जादा नशीन खानकाहे आलिया कादिया, रजविया, बरकातिया अ$गया शरी$फ व सरबराहे आला जामिया बरकातिया हजरत सूफी निजामुद्दीन लोहरोली बाजार, जिला संत करीब नगर (यूपी) ने उपस्थित धर्मालंबियों को कुरआन व हदीस के हवाले से कई बातें बताई। सूफी हजरत निजामुद्दीन साहब के जीवन पर प्रकाश डालते हुए उनके जीवन छोटी-मोटी घटनाओं से आपके भक्तों को रूबरू कराया। उन्होने बताया कि शैतान सबसे बड़ा ब्रेकर है। जब कभी हम अच्छा काम करते है तो शैतान बीच में आ जाता है। यही कारण है कि कभी-कभार हमारे मन मे धर्म से आगे के विचार आ जाते है, जो ईमान का खतरा पैदा करते है। उन्होने उपस्थितजनों को संबोधित करते हुए कहा कि धर्मगुरूओं का ही नही अपितु उनसे जुड़े हर व्यक्ति हर चीज का सम्मान आवश्यक है। पूर्वजों का उदाहरण देते हुए उन्होने कई किस्से धर्मालंबियों के समक्ष रखे।

बताये कानून व तौर तरीके
कान्फ्रेंस मे बोलते हुए मो. ताहिरूल कादरी मिस्बाही साहब ने कहा कि पैगम्बर हजरत मोहम्मद स.अ.स. की पैदाईश के पूर्व की जिन्दगी आज से भी ज्यादा अपराध हुआ करते थे। हत्यारों को समाज ऊंचा ओहदा दिया करता था तथा उनसे लोग खौफ खाया करते थे। विधवा मां को उसकी ही औलाद बाजार में ले जाकर बेच आया करती थी। आज का माहौल उस वक्त से काफी अच्छा है, परंतु धीरे-धीरे हम लोग उसी ओर बढ़ते जा रहे है। अरब में सबसे ज्यादा अपराध हुआ करते थे, परंतु आप स.अ.स. के आने के पश्चात अपराध कम हुए। लोगों ने इस्लामी कानूनी का पालन किया जो आज भी पूरे आलम मे जारी है। इस्लाम के कानून तथा तौर-तरीको का पालन करने की हिदायत देते हुए कहा कि ऐसा करने से आप दुनिया व आखिरत दोनों सफल होंगे।  

मोबाईल क्रांति बनी जहन्नुम की राह
निजामी कांफ्रेस मे ताहिरूल कादरी मिस्बाही साहब के बाद संत कबीर नगर (यूपी) से पधारे अल्लामा मौलाना जियाउल मुस्तफा साहब निजामी ने बयान करते हुए बताया कि वर्तमान में मोबाईल मनोरंजन का सबसे बड़ा जरिया बन चुका है, जिस पर तमाम मनोरंजन की चीजे आसानी से उपलब्ध हो जाती है। इंटरनेट के माध्यम से युवा पीढ़ी ने तरक्की तो की है, परंतु बुरी चीजों का आदी युवा वर्ग हो चुका है। इंटरनेट के माध्यम से नाजायत बातें करना आजकल ज्यादा चलन में है। कुल मिलाकर आधुनिक जीवन जीते हुए युवा वर्ग मरने के बाद जहन्नम का हकदार बनता जा रहा है। हर शख्स को अपने परिवार को आग से बचाने की जरूरत की है। अल्लाह तआला ने आग से बचाने का जिक्र कुरआन शरीफ में भी किया है। आग से तो सभी बचना चाहते है, परंतु यहां आग से मतलब जहन्नम की आग से है। वर्तमान के आधुनिक चकाचैंध में युवा पीढ़ी अच्छे-बूरे में का मतलब नहीं समझती है। थोड़े से मनोरंजन के लिये वह अपनी मौत के बाद आखिरत खराब कर रही है।  आपने उपस्थितजनों से अपील करते हुए कहा कि अपने घरों में आधुनिकता का उपयोग आवश्यकतानुसार करें तथा दोजख की आग से खुद को व अपने परिवार को बचाने की हर संभव कोशिश करें। कार्यक्रम की शुरूआत तिलावते कुरआन से किया गया। तत्पश्चात आलिराजपुर के पेश ईमान मौलाना हाफिज व कारी अख्तर रजा निजामी ने नातियां कलाम पेश कर आमजन का ईमान ताजा किया। तत्पश्चात मो.वसीम निजामी और मौलाना शाने आलम साहब खतिबो ईमाम जामा मस्जिद झाबुआ ने भी एक से बढ़कर एक नातिया कलाम पेश किये। कार्यक्रम के अंत में सलातो सलाम के पढ़ा गया तथा फातेहा खानी व प्रसादी वितरण के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। कार्यक्रम पश्चात उपस्थित मुरीदों ने मुफ्ती मुहम्मद हबीबुर्रहमान साहब किबला के हाथ चूमकर आशीवर्चन प्राप्त किया। यह पूरा कार्यक्रम ऑल इंडिया बज़्मे निजामी कमेटी की जानीब से खलिफए हबीबुल औलमा मौलाना खुर्शीद अहमद खान निजामी साहब के संरक्षण मे किया गया। कार्यक्रम मे क्षेत्र के औलमाए किराम के साथ पारा, बोरी, राणापुर, थांदला आदि जगहों के मुस्मिल धर्मावलंबियों ने उपस्थित होकर धर्मलाभ लियज्ञं

निःषुल्क कोचिंग क्लासेस व केरियर मार्गदर्षन प्रारंभ

झाबुआ। जय आदिवासी युवा शक्ति के तत्वाधान में गुरूवार 2 जुन को क्रांतिवीर शहीद ट्ंटया भील की स्मृति टं्टया भील निःषुल्क कोचिंग क्लासेस का शुभारंभ राजवाडा चैक विरेन्द्र टावर द्वितीय तल स्थित जयस कार्यालय में किया गया। इस अवसर समाज के बुद्धिजीव, प्रषासनिक सेवकों द्वारा अपने ज्ञान और अनुभव से बेरोजगार युवा एवं विद्यार्थियों प्रोत्साहित एवं मार्ग दर्षित किया गया।। षिक्षा संगठन और संघर्ष के द्वारा निरंतर परिश्रम करते रहने व आगे बढने की प्रेरणा दी। उक्त कोचिंग क्लास का उददेष्य आदिवासी समाज के उन होनहार षिक्षित, बेरोजगार युवक युवतियों को आगे बढाने की प्रेरणा के साथ व्यक्तित्व निर्माण एवं प्रतियोगी परीक्षाओं के माध्यम से सफलता प्राप्त करें। एमपीपीएससी, पीएमटी, पीएटी, बैंकिग आदि की तैयारी करवाने का निर्णय लिया गया। साथ ही गरीब वर्ग के बच्चों को रोजगार और केरियर मार्गदर्षन किया जायेगा। इस प्रकार समाज के बच्चों को निःषुल्क एवं अनिवार्य षिक्षा का उददेष्य जय आदिवासी युवा शक्ति के माध्यम से सफल कराने का सामुहिक निर्णय लिया गया। साथ ही कोंचिंग क्लास में सामाज की कुरितियों एवं नैतिक षिक्षा पर बुद्धिजीवी वर्ग ने बच्चों को मार्गदर्षित किया। जयस प्रभारी महेष भाबर ने आदिवासी समाज के गरीब बेसहारा बच्चों को अधिक स अधिक षिक्षा के माध्यम से जागरूक करने एवं आदिवासी समाज के षिक्षित युवाओं को रोजगार उन्मुखी अभियान में भागीदारी करने का आव्हान किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि  के रूप में अमरसिंह मोर्य, लक्ष्मणसिंह डिण्डोर, सोमसिंह भूरिया, रकसिंह वास्कले, एमएल फुलपगारे, गगन बघेल, सागर डामोर, कैलाष डामोर, बबलु महुनिया, हिरालाल डावर आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन सोमसिंह भूरिया एवं अंत में आभार अनिल कटारा व्यक्त किया।

जिले के चयनित मलेरिया प्रभावित ग्रामों में 16 जून से होगा कीटनाशक छिडकाव

झाबुआ । जिले में मलेरिया रोग के नियंत्रण के अन्तर्गत प्रभावी रोग प्रतिरोधक कार्यवाही सुनिश्चित करने के उद्देश्य से एवं बढते मलेरिया रोगी की संख्या को देखते हुए शासन के निर्देशानुसार 16 जून 2016 से जिले के चिन्हित 169 उप स्वा.केन्द्र के 588 ग्रामों में कीटनाशक एस.पी.5 प्रतिशत के दो चक्र छिडकाव कर मलेरिया रोग से संरक्षित करने का कार्य किया जाएगा। चयनित मलेरिया प्रभावित ग्रामों में प्रथम चक्र 16 जून 2016 से प्रारंभ किया जाकर 31 जुलाई 2016 तक संपन्न किया जावेगा। वही दूसरा चक्र 1 सितम्बर 2016 से 15 अक्टूबर 2016 तक चलाया जावेगा। प्रभावित ग्रामों में घर-घर जाकर कीटनाशक दवाई का छिडकाव किया जावेगा। इस वर्ष झाबुआ जिले के कल्याणपुरा ब्लाक के 118 ग्राम मेघनगर के 86, पेटलावद के 119, रामा के 98, रानापुर 76, तथा थांदला ब्लाक के चयनित 92 ग्रामो को कीटनाशक छिडकाव में शामिल किया गया है। चयनित ग्रामो में मलेरिया रोग में कमी लाने हेतु जन समुदाय से अपील है कि अपने घरों के समस्त कमरों में कीटनाशक का छिडकाव करावें। छिडकाव उपरंात रंगाई पुताई न करावे। रंगाई पुताई से कीटनाशक का असर समाप्त हो जाता है। छिडकाव तिथयों की जानकारी संबंधित ग्राम की आशा/पंच, सरपंच/को छिडकाव कार्य के पूर्व पृथक से दी जावेगी। छिडकाव दिनांक पर ग्राम में उपस्थित रहकर कीटनाशक छिडकाव करावें। ताकि अपने क्षैत्र में मच्छर जनित रोग मलेरिया को नियंत्रित किया जा सके।

विक्रमसिंह को मिला बीपीएल राशनकार्ड, जनसुनवाई ने दिलाया विक्रमसिंह को हक

झाबुआ । पेटलावद कस्बे का निवासी विक्रमसिंह पिता नानुराम विगत 31 मई को आयोजित जनसुनवाई में आकर कलेक्टर डाॅ.अरूणा गुप्ता से मिला एवं अपनी गरीबी हालत की पूरी कहानी कलेक्टर डाॅ. अरूणा गुप्ता को सुनाई। कलेक्टर डाॅ.अरूणा गुप्ता ने तत्काल एसडीएम पेटलावद को पात्र व्यक्ति विक्रमसिंह को बीपीएल सूची में नाम दर्ज कर राशन कार्ड तत्काल उपलब्ध करवाने के लिए आदेशित किया। कलेक्टर डाॅ. अरूणा गुप्ता के आदेश पर तत्काल कार्यवाही करते हुए एसडीएम पेटलावद श्री सोलंकी ने विक्रमसिंह पिता नानुराम का नाम बीपीएल सूची में दर्ज कर नगरपंचायत सीएमओ को राशन कार्ड बनाकर उपलब्ध करवाने के लिये निर्देशित किया। दीन-हीन स्थिति में गुजर बसर कर रहे विक्रमसिंह ने बीपीएल सूची में नाम दर्ज होने पर जनसुनवाई कार्यक्रम की सराहना की।

मारपीट के पांच अपराध पंजीबद्ध 
    
झाबुआ । आरोपी नागु ने राजेश के साथ, नंदु ने बालु के साथ, बालु ने नंदु के साथ, मोहन ने कमल के साथ, मनीष ने हुरचन्द्र के साथ सरपंच चुनाव, लडकी भगाने, उधारी के पैसे, औरत की शंका की बात को लेकर अश्लील गालियां देकर मारपीट कर जान से मारने की धमकी दी। इन प्र्रकरणों में थाना रानापुर, पेटलावद, कालीदेवी, थांदला में अप0क्र0 212,185,186,108,226/16 धारा 294,323,506,34 भादवि के अपराध  पंजीबद्ध कर विवेचना में लिये गये।

अन्वेक्षण अभिकरण के साथ छल का अपराध पंजीबद्ध 
    
झाबुआ । आरोपी मेसू पिता सुकीया , बस्सु पिता मडिया भूरिया, खुशाल, शामा पिता मानसिंह, पप्प, नाहरंिसह, जोगी पिता सुकीया निवासीगण कडवापाडा ने अपराध क्र. 86/16 धारा 376(2) 506 34 भादवि में अन्य आरोपियों के साथ आपस में षडयंत्र कर चलपूर्वक मंगु निनामा ने स्वयं को जोगी निनामा बताकर गिरफ्तारी दी थी व जेल दाखिल किया गया था दौरान विवेचना मुखविर की सुचना से ज्ञात हुआ कि गिरफ्तार कर जेल भेजा गया आरोपी जोगी, जोगी न होकर उसका छोटा भाई मेसू निनामा है। आरोपीगणों के द्वारा अन्वेषण अभीकरण के साथ छल किया गया।  प्र्रकरण में थाना थांदला में अपराध क्रमांक 224/16, धारा 420,177,120-बी,419 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

अवैध डिग्री का अपराध पंजीबद्ध 
    
झाबुआ ।  फरियादी रमेश पिता जोखा डामोर 35 साल नि. सीएचसी- रानापुर ने बताया कि आरोपी सुरेन्द्र पिता जुवानसिंह नायक 31 साल नि. कुन्दनपुर के कब्जे से अवैध रूप से बिना डिग्री के ऐलोपैथिक दवाईयां जप्त की गई। प्र्रकरण में थाना रानापुर में अपराध क्रमांक 211/16, धारा म0प्र0राज्य आर्यु विज्ञान परिषद की धारा 24 का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

सर्प दंश संे मोत

झाबुआ । फरियादी बालु पिता मगन डामोर 28 साल नि. गुलाबपुरा ने बताया कि मृतिका सुनिता पिता बालु 07 साल नि. गुलाबपुरा की सांप काटने से मृत्यु हो गयी।  प्रकरण में थाना रानापुर में मर्ग क्र0 37/16 धारा 174 जा0फौ0 का कायम कर विवेचना में लिया गया।

पटना : आर्ट काॅलेज का अनिश्चितकालीन अनशन 22वें दिन भी जारी

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  • हाई टीपार्टी के दौरान कुलपति के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया। 

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पटना, 2 जून।, आर्ट काॅलेज के छात्रों का अनिष्चितकालीन अनषन आज 22वें दिन भी जारी रहा। पटना आर्ट काॅलेज के प्रभारी प्राचार्य चंद्रभूषण श्रीवास्तव की बर्खास्तगी आठ छात्रों के पूर्णतः निलंबन वापसी की मांग को लेकर काॅलेज के छात्र विगत 31  दिनों से आन्दोलन पर हैं। आर्ट एण्ड कल्चर स्टूडेन्ट्स फेडरेषन ;।ण्ब्ण्ैण्थ्द्ध के बैनर तले आन्दोलनरत छात्रों ने मांगों की पूत्र्ति तथा आन्दोलन जारी रखने का ऐलान किया है। अनषन के 22वें दिन आज ए.आई.एस.एफ. के राज्य सचिव सुषील कुमार भी अनषन में शामिल हो गए। वहीं काॅलेज के छात्र नीतीष कुमार, विनोद कुमार एवं कृष्णा कुमार भी अनषन पर बैठे हुए है। अनषकारी छात्रों ने पढ़ाई करवा कर ही परीक्षा लेने की मांग करते हुए कहा कि पटना वि.वि. कुलानुषासक ने परीक्षा जुलाई में कराने एवं पहले प्रायोजिक तथा बाद में सैद्धांतिक परीक्षा लेने का आवष्वासन दिया था। कुलानुषासक ने परीक्षा से पूर्व 20 दिन कक्षाएं चलवाने का भरोसा दिलाया । 

पटना वि.वि. कुलपति वाई.सी. सिम्हाद्री के बुधवार को हाई टी पार्टी के दौरान दिए गए बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए ए.आई.एस.एफ. के राज्य सचिव सुषील कुमार, आइसा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य निखिल एवंज न अधिकार छात्र परिषद के प्रदेष अध्यक्ष गौतम आन्द ने कहा कि अपनी सुरक्षा के नाम पर कुलपत छः लाख प्रतिमाह प्राईवेट सिक्यूरिटी एजेंसी को देते हैं और बदले में बाउंसर एवं गार्ड को रखे हुए है। कुलपति न तो छात्रों से मिलते है और कर्मचारियों व षिक्षकों से कुलपति की बससे बड़ी समस्या अलोकतांत्रिक होना और वि.वि. चलाने में सबकी भागीदारी नहीं लेना हैं विगत दिन आर्ट काॅलेज के छात्र कुलपति पर हमला करने नहीं गए थे। कुलपति ने 19 मई को जिला प्रषासन से वादा कर छात्रों के प्रतिनिधिमंडल से मिलने से इंकार कर दिया था। जिसके बाद छात्र कुलपति से मिलने गए थे। छात्र नेताओं ने कहा कि वि.वित्र प्रषासन के साथ-साथ राजभवन एवं राज्य सरकार संवेदनहीन बने हुई है, जो कि छात्रों के उग्र आन्दोलन हेतु प्रेरित कर रही है। 

मौके पर ए.आई.एस.एफ. के राज्य परिषद सदस्य आदित्य कुमार, राकेष कुमार, आइसा की प्राची राज, ए.सी.एस.एफ. के अध्यक्ष गौरव कुमार, सचिव मुकेष कुमार, अमित कुमार चंदन, संजय लवली कुमारी, नीतेष सहित दर्जनों छात्र मौजूद थे।

चार-पाँच दिन में आ जायेगा मानसून

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monsoon-will-come-in-four-or-five-daysनयी दिल्ली 02 जून, दक्षिण-पश्चिम मानसून अगले चार-पाँच दिन में केरल पहुँच जायेगा। मौसम विभाग ने आज मानसून के दूसरे चरण का पूर्वानुमान जारी करते हुये बताया कि हवा का प्रवाह अब तक अनुकूल नहीं होने से इस साल मानसून में देरी हुई है, लेकिन अब प्रवाह अनुकूल बनता दिख रहा है और अगले चार-पाँच दिन में मानसून के केरल के तट पर दस्तक देने की उम्मीद है। आम तौर पर केरल में मानसून 01 जून को आ जाता है। भारतीय मौसम विभाग के महानिदेशक डाॅ. एल.एस. राठौर ने आज दूसरे चरण का पूर्वानुमान जारी करते हुये बताया कि इस बार ला-नीना प्रभाव के कारण मानसून के दौरान बारिश दीर्घावधि औसत से अधिक होगी। इसके औसत का 106 प्रतिशत रहने का अनुमान है। उत्तर-पूर्व में बारिश औसत से कम (94 प्रतिशत) होगी। उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र में यह औसत से अधिक (108 प्रतिशत) रहेगी। वहीं, दक्षिणी प्रायद्वीप तथा मध्य भारत में इस बार अतिवृष्टि (113 प्रतिशत) होगी।

डॉ. राठौर ने बताया कि एक बार केरल तट पर आने के बाद मानसून तेजी से आगे बढ़ेगा। केंद्रीय तथा पूर्वी भारत में इसके समय से पहले पहुँचने की उम्मीद है। जुलाई में देश भर में मानसूनी बारिश दीर्घावधि औसत का 107 प्रतिशत तथा अगस्त में 104 प्रतिशत रहने का अनुमान है। उन्होंने बताया कि पिछले साल दिसंबर के बाद से प्रशांत महासागर तथा हिंद महासागर में अल-नीनो प्रभाव कमजोर पड़ने लगा था। अब यह पूरी तरह समाप्त हो चुका है। वहीं, मानसून के दौरान बाद में ला-नीना प्रभाव जोर पकड़ेगा। इससे ज्यादा बारिश होगी। अल-नीनो के कारण पिछले दो साल के दौरान मानसून में औसत से कम बारिश हुई है। वर्ष 1901 से 2015 तक कुल 24 बार मानसून के दौरान ला-नीना प्रभाव रहा है। इसमें 16 साल सामान्य से अधिक तथा सात साल सामान्य बारिश हुई है। सिर्फ एक साल ऐसा रहा जब ला-नीना के बावजूद बारिश सामान्य से कम हुई है। पिछले 10 साल के दौरान 2007 और 2010 में ला-नीना प्रभाव था और दोनों साल क्रमश: 105.7 प्रतिशत तथा 102 प्रतिशत बारिश हुई थी। डॉ. राठौर के मुताबिक केरल समेत लगभग पूरे भारत में मानसून पूर्व बारिश शुरू हो गई है। दक्षिण बंगाल की खाड़ी तथा पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी में अगले 48 घंटे में मानसूनी बारिश शुरू हो जायेगी। इससे पहले 12 मई को जारी पहले चरण के पूर्वानुमान में कहा गया था कि मानसून 07 जून को केरल पहुँचेगा। लेकिन, पूर्वानुमान में चार दिन की रियायत रखी गयी थी। उस समय भी मानसूनी बारिश के दीर्घावधि औसत का 106 प्रतिशत ही रहने का अनुमान जाहिर किया गया था।

केजरीवाल का मोदी और जंग पर ताजा हमला

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नयी दिल्ली 02 जून, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उपराज्यपाल नजीब जंग पर ताजा हमला करते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार के कामकाज में “बाधाएं” खड़ी की जा रही हैं। दिल्ली सरकार की एप आधारित प्रीमियम बस सेवा पर भ्रष्टाचार निरोध शाखा (एसीबी) की जांच शुरू होने के बाद श्री केजरीवाल ने यह हमला बोला है। दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता विजेन्द्र गुप्ता ने कल संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया था कि केजरीवाल सरकार यह बस सेवा गुरूग्राम की एक निजी बस कंपनी को फायदा पहुंचाने के लिए चलाना चाहती है। यह बस सेवा कल से शुरू की जानी थी किन्तु श्री जंग ने यह कहकर इस पर रोक लगा दी थी बस सेवा शुरू करने से पहले इसकी अनुमति नहीं ली गई। श्री केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, “उपराज्यपाल और मोदी सरकार ने दिल्ली सरकार के कामकाज में आक्रामक रूप से अड़चनें शुरू कर दी है। सभी फाइलों पर अडंगा लगाया जा रहा है। मोदी जी उपराज्यपाल के कंधे पर बंदूक रखकर चलाते हैं।”
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