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केन्द्र सरकार देश में विकास का पर्याय बनी : वैंकेया नायडू

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मुजफ्फरनगर, 19 जून (वार्ता) केन्द्रीय शहरी विकास मंत्री वैंकेया नायडू ने अाज दावा किया कि सुशासन और पारदर्शिता की बदौलत केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार देश में विकास की नयी इबारत लिख रही है। श्री नायडू ने भारतीय किसान यूनियन (भाकियू )मुख्यालय सिसौली में आयोजित किसान सम्मेलन को संबोधित करते हुये कहा कि श्री नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री का पदभार सम्भालते ही मंत्रिमंडल की पहली बैठक में कहा था कि हम सबको पारदर्शी रूप से शासन चलाना है। कोई भी मंत्री अपने आप को जनता से ऊपर समझे की गलती न/न करे तथा जनसेवक बनकर काम करे। 

कांग्रेस पर वंशवाद को बढावा देने का आरोप लगाते हुये केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि दशकों तक देश में वंशवाद का बोलबाला रहा केवल एक परिवार के लोगों की जय-जयकार होती रही। महापुरूषों को दरकिनार कर दिया गया। कांग्रेस के शासनकाल में व्यापम घोटाला, अगस्ता हैलीकाप्टर घोटाला, गूगल घोटाला, काॅमन वैल्थ घोटाला, टू जी घोटाला आदि होते रहे हैं। कांग्रेस केवल घोटालो की सरकार बनकर रह गयी थी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने “गरीबी हटाओ” नारा दिया था लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि आज भी देश में 25 प्रतिशत लोग गरीबी की सीमा रेखा से नीचे रह रहे है। इस देश में अभी भी चालीस प्रतिशत लोग अशिक्षित है। सात हजार गांवों में सड़क नहीं है। 18 हजार गांवों में आज भी बिजली नहीं है। ये सब पूर्ववर्ती सरकार के कुशासन की देन है।

अकाली भाजपा गठबंधन लगायेगा हैट्रिक : जेटली

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बठिंडा /अमृतसर .19 जून, केन्द्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली नेे कहा है कि विकास के आधार पर पंजाब की अकाली भाजपा सरकार तीसरी बार सरकार बनायेगी । उन्होंने आज बठिंडा तथा अमृतसर मेें राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार की दो साल की उपलब्धियोें को गिनाते हुये कहा कि सरकार ने 579 योजनायें तैयार कीं जिनमें से 542 को क्रियान्वित किया गया। सबसे बड़़ी उपलब्धि भ्रष्टाचार पर लगाम कसना रहा। कांग्रेस के शासनकाल मेें सड़क से सदन तक घोटाले तथा भ्रष्टाचार का बोलबाला था लेकिन मोेदी सरकार में अब तक भी भ्रष्टाचार का मामला सामने नहीं आया । 

उन्होंने कहा कि पंजाब में अकाली सरकार अच्छा काम कर रही है तथा विकास के सहारे यह फिर सत्ता में वापसी करेेगी। वैसे भी कांग्रेंस का पंजाब ही नहीं बल्कि पूरे देश मेें सफाया हो रहा है । कांग्रेस का यहां भी नामोनिशान नहीं रहेेगा ,रही बात आम आदमी पार्टी की तो वह लोगों को गुमराह करके सत्ता में तो आ गयी लेकिन शासन करने का उसके पास तर्जुबा नहीं है। श्री जेटली नेे कहा कि आप से दिल्ली में लोग तंग आ गये हैं । नगर निगम के चुनाव मेेें आप का वोट बैंक घटा है। पंजाब मेें भी लोग दिल्ली से सबक लेकर उसे वोेट नहीं देंगे । लोग अकाली सरकार के काम से संतुष्ट हैं तथा अकाली गठबंधन की वापसी तय है । उन्होंने बताया कि केन्द्र ने देश मेें हवाई को दुरूस्त करने के लिये 35 नये हवायी अड्डे बनानेे का फैसला किया है ताकि उड़़ाने जल्द शुरू की जा सके । इसके अलावा रेलवे का विस्तार तथा सड़कोें का राष्ट्रीय राजमार्गों पर जाल एक बिछाने की तैयारी की है। दस हजार किलोमीटर लंबे हाइवे एक साल मेें तैयार किये जायेंगे । उन्होंने कहा कि अगले दो सालोें मेेेें हर गांव में बिजली तथा सड़कें होंगी ताकि लोगोें को सुविधा मिल सके । इस मौके पर मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल .उप मुख्यमंत्री सुखबीर बादल .केन्द्रीय मंत्री हरसिमरत कौर .भाजपा के प्र्रदेश अध्यक्ष विजय सांपला , केंद्रीय मंंत्री श्रीमती स्मृति ईरानी सहित बड़ी संख्या मेें भाजपा तथा अकाली नेता मौजूद थे।

राजन एक साल से निशाने पर : राहुल गांधी

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नयी दिल्ली 19 जून, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर रघुराम राजन द्वारा दूसरे कार्यकाल के लिए मना करने पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कांग्रेस ने आज नरेंद्र माेदी सरकार की कड़ी आलोचना की और कहा कि उन्हें एक साल से निशाना बनाया जा रहा है। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि माेदी सरकार ने डा.राजन जैसे विशेषज्ञ नहीं चाहिए। श्री गांधी ने ट्विटर पर डा. राजन को शुक्रिया भी कहा है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि डा. राजन को पिछले एक साल से निशाना बनाया जा रहा है। श्री आजाद ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी(भाजपा)के नेता और सांसद पिछले एक साल से डाॅ. राजन को निशाना बना रहे हैं। 

उन्होंने कहा कि जिस तरह से भाजपा सरकार ने आरबीआई गवर्नर के साथ बर्ताव किया है, वह दुखदायी है। पार्टी के वरिष्ठ नेता पी. चिंदबरम ने डा. राजन के फैसले पर कहा है कि यह निराशाजनक आैर दुखदायी है। लेकिन यह आश्चर्यजनक नहीं है। डा. राजन पर आधारहीन आरोप लगाए जा रहे हैं। डाॅ. राजन ने कल आरबीआई के गवर्नर के रूप में दूसरा कार्यकाल लेने से मना कर दिया और कहा कि वह अपने शिक्षण के पेशे में लौट जाएंगे। इससे पहले उनके आरबीआई के गवर्नर के रूप में लगातार अटकलें लगाई जा रही थीं। भाजपा के नेता और राज्यसभा सदस्य सुब्रमण्यम स्वामी का आरोप है कि डाॅ. राजन के निर्णय से भारतीय अर्थव्यवस्था को क्षति पहुंच रही है। डाॅ. राजन की आरबीआई के गवर्नर के रूप में नियुक्ति कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त प्रतिशील गठबंधन की सरकार के शासनकाल में की गयी थी और उनका कार्यकाल सितंबर के पहले सप्ताह में समाप्त हो रहा है।

एनएसजी पर समर्थन के लिये विदेश सचिव की चीन की गुप्त यात्रा

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नयी दिल्ली, 19 जून, आगामी 24 जून को परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) की सोल में होने वाली पूर्ण सत्र की बैठक से पहले भारत की सदस्यता के दावे पर चीन का समर्थन जुटाने के मकसद से विदेश सचिव एस. जयशंकर ने बीजिंग की दो दिन की यात्रा की है। विदेश मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार श्री जयशंकर ने चीन के साथ द्विपक्षीय मुद्दों पर बातचीत के लिये 16 एवं 17 जून को बीजिंग की यात्रा की। चीनी विदेश सचिव से उनकी बातचीत में सभी प्रमुख मुद्दों पर चर्चा हुई जिनमें भारत की एनएसजी की सदस्यता का मुद्दा शामिल है। विदेश सचिव की चीन यात्रा को उनके लौटने तक गोपनीय रखा गया। 

श्री जयशंकर की एक माह में चीन की यह दूसरी यात्रा थी। वह राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के साथ बीजिंग गये थे। दक्षिण काेरिया की राजधानी सोल में 24 जून को होने वाली एनएसजी के पूर्ण सत्र की बैठक में भारत के आवेदन पर विचार किया जाना है। भारत की सदस्यता के विरोध की अगुवाई चीन कर रहा है और उसका कहना है कि अगर परमाणु अप्रसार संधि (एनपीटी) पर हस्ताक्षर नहीं करने के बावजूद भारत को इस समूह में जगह दी जाती है तो पाकिस्तान को भी एनएसजी में जगह दी जानी चाहिये। चीन का यह भी कहना है कि भारत की एनएसजी में सदस्यता से दक्षिण एशिया में शक्ति संतुलन बिगड़ेगा और टकराव के हालात बन सकते हैं। चीन का यह भी मानना है कि इस समूह में भारत की सदस्यता को अमेरिका एवं अन्य देशों का समर्थन चीन को नियंत्रित करने के एजेंडे का हिस्सा है।

भारत को एनएसजी में चीन के समर्थन का भरोसा

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नयी दिल्ली, 19 जून। परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) मेें भारत को सदस्यता हासिल होने का विश्वास जताते हुए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने आज कहा कि चीन ने भारत की सदस्यता का विरोध नहीं किया है बल्कि उसने प्रक्रियागत सवालों को ही उठाया है। उन्होंने यह भी साफ किया कि भारत एनएसजी का सदस्य बनने के बाद इस समूह में पाकिस्तान की सदस्यता का विरोध नहीं करेगा। श्रीमती स्वराज ने यहां मोदी सरकार के दो साल पूरा होने के मौके पर कूटनीतिक उपलब्धियों को साझा करने के लिये आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि चीन ने भारत की सदस्यता का विरोध नहीं किया है। वह तो केवल दायरों का सवाल उठा रहा है। जहां तक चीन द्वारा पाकिस्तान की सदस्यता की मांग उठाये जाने का सवाल है तो भारत एनएसजी का सदस्य बनने के बाद पाकिस्तान को भी सदस्यता देने के किसी प्रस्ताव का विरोध नहीं करेगा। वह सिर्फ खुद को प्रक्रियाओं की सुनिश्चितता तक ही सीमित रखेगा। विदेश सचिव एस जयशंकर की हाल ही में हुई चीन यात्रा के दौरान चीनी नेतृत्व से हुई बातचीत के बारे में पूछे जाने पर श्रीमती स्वराज ने बताया कि चीन इस समय जिन प्रक्रियागत सवालों को उठा रहा है, उन्हें तो 2008 में ही भारत को रियायतों के माध्यम से हल कर लिया गया था। भारत ने चीन से कहा है कि उसे अब प्रक्रियागत सवाल उठाने की बजाय भारत के वादों की विश्वसनीयता को देखना चाहिये। भारत ने अपने वादों से कहीं अधिक बढ़कर प्रदर्शन किया है। 

वनडे क्रिकेट में नये बदलाव की तैयारी में आईसीसी

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दुबई, 19 जून, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) 50 ओवर फार्मेट क्रिकेट से दूर होते दर्शकों को ध्यान में रखते हुए वनडे क्रिकेट में नये बदलाव करने की तैयारी में है तथा उम्मीद है कि परिषद दुनिया की 13 टीमों के साथ नई लीग का आयोजन करेगी। रिपोर्टों के मुताबिक, आईसीसी दुनिया की शीर्ष 13 टीमों के साथ 50 ओवर फाॅर्मेट की लीग का आयोजन करने की योजना बना रहा है। उम्मीद है कि 2019 से इस नए लीग को वनडे क्रिकेट में आजमाया जाएगा। इस नए नियम के तहत वनडे की 13 टीमें आपस में तीन मैचों की सीरीज खेलेगी जो कोई भी टीम अपने घर में या बाहर खेल सकती है। 

माना जा रहा है कि इस लीग में दस टेस्ट टीमें होंगी तथा अफगानिस्तान, आयरलैंड और एक एसोसिएट टीम को इस लीग का हिस्सा बनाया जायेगा। नेपाल भी इस लीग का हिस्सा बनाया जा सकता है। उम्मीद है कि इससे वनडे क्रिकेट को एक नया संदर्भ और अायाम हासिल होगा तथा नये दर्शक भी मिलेंगे। ट्वंटी-20 क्रिकेट के प्रति दर्शकों की दिलचस्पी बढ़ने के बाद यह माना जाने लगा है कि वनडे क्रिकेट को बढ़ावा देने की आवश्यकता है। आईसीसी की योजना के मुताबिक, तीन साल की इस वनडे क्रिकेट लीग में हर टीम 36 मैच खेलेगी और इन 36 मैचों के बाद शीर्ष की दो टीमों के बीच फाइनल खेला जाएगा। यदि इस योजना को अपनाया जाता है तो विश्वकप पर भी इसका असर पड़ेगा। लीग में नीचे की तीन टीमें वनडे विश्वकप से बाहर हो जाएंगी क्योंकि आईसीसी 10 टीमों के साथ विश्वकप आयोजित करने के बारे में भी विचार कर रहा है।

भारत को मां मानने वाला ही असल मायने में शिक्षित: स्मृति ईरानी

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लखनऊ: केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने यहां शुक्रवार को कहा कि कि भारत को मां मानने वाला ही शिक्षित कहा जाएगा। टुकड़े करने की बात करने वाला कतई नहीं। भारतीय शिक्षा पद्धति मनुष्य का निर्माण करती है और ऐसा नागरिक तैयार करती है, जिसमें राष्ट्र के प्रति समर्पण भाव होता है। स्मृति ने ये बातें लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित एक संगोष्ठी में कही। उन्होंने कहा, "कुछ अंग्रेजी पढ़े बुद्धिजीवी भारतीय शिक्षा पद्धति को संस्कृत का गुणगान कहते हैं तो कुछ पत्रकार इसे भगवाकरण, पर इससे शिक्षा में संस्कार भरने के लिए उठे कदम रुकने वाले नहीं हैं।"स्मृति ने यूथ इन एक्शन द्वारा आयोजित इस संगोष्ठी में राष्ट्रीय और भारतीय शिक्षा पद्धति पर व्याख्यान दिया। संगोष्ठी के दौरान स्मृति ईरानी ने कहा कि केंद्र की योजनाएं यूपी में जमीन पर नहीं उतर रहीं। साथ ही उन्होंने यूपी में महिला सुरक्षा पर भी चिंता जताई।

इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में शुक्रवार को ईरानी ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) प्रकरण की ओर इशारा करते हुए लोगों से पूछा, "आप ही बताइए, भारत के टुकड़े करने वाला शिक्षित है या जननी जन्मभूमिश्च की अवधारणा मानने वाला। क्या ऐसा करने वाले भारतीय शिक्षा पद्धति से परिचित होंगे या जो भारत को माता के रूप में पूजते हैं।"स्मृति ने भारतीय शिक्षा पद्धति को समाज को एकजुट करने वाला बताते हुए कहा, "ऐसे उद्देश्य को लेकर दी जाने वाली शिक्षा ही समाज को एकसूत्र में बांधती है। देश को विकास पथ पर अग्रसर करती है।"अपने विरोधियों व पत्रकारों पर चुटकी लेते हुए उन्होंने कहा, "समाज के कुछ बौद्धिक लोग मुझे संस्कृत का गुणगान करने वाला कहते हैं। इसमें पत्रकारों का एक गुट शिक्षा के भगवाकरण करने का आरोप लगाता है। शायद इन्हें भारतीय शिक्षा पद्धति का ज्ञान ही नहीं है। अब आप ही बताइए, शिक्षित कौन? डिग्रीधारी, भौतिक जीवन जीने वाला या फिर समाज की एकता के लिए मानवीय रूप अख्तियार करने वाला।"

टीम इंडिया से कोई शामिल नहीं : ठाकुर

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नयी दिल्ली, 19 जून, जिम्बाब्वे की राजधानी हरारे में भारत-जिम्बाब्वे ट्वंटी-20 क्रिकेट सीरीज के दौरान एक भारतीय नागरिक को बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार किये जाने के मामले में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष अनुराग ठाकुर ने रविवार को कहा कि टीम इंडिया का कोई खिलाड़ी इसमें शामिल नहीं है। ठाकुर ने कहा,“ इस आरोप में कोई सच्चाई नहीं है कि कोई भारतीय क्रिकेटर इस मामले में शामिल है। मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि भारतीय टीम से कोई भी इस घटना में शामिल नहीं है।” इस बीच जिम्बाब्वे में भारतीय राजदूत आर. मसाकुई ने भी कथित बलात्कार मामले में भारतीय क्रिकेटर के शामिल हाेने की रिपोर्टों पर कहा,“ टीम इंडिया का कोई भी सदस्य इस घटना में शामिल नहीं है।” इससे पहले विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्टाें को लेकर सफाई दी कि गिरफ्तार भारतीय नागरिक क्रिकेट खिलाड़ी नहीं है बल्कि प्रायोजकों में से एक के साथ जुड़ा हुआ है। सूत्राें ने बताया कि गिरफ्तार भारतीय ने उस पर लगे आरोपों का खंडन किया है और कहा है कि वह खुद को निर्दोष साबित करने के लिये डीएनए परीक्षण के लिये तैयार है। जिम्बाब्वे में भारत के राजदूत आर. मसाकुई आरोपी के संपर्क में हैं और इस पूरे मामले को देख रहे हैं।

बेगूसराय (बिहार) की खबर (19 जून)

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लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ असुरक्षा के दायरे में

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प्रद्योत कुमार,बेगूसराय।आज खगड़िया ज़िला के चौथम प्रखंड में श्रमजीवि पत्रकार संघ की एक अहम बैठक हुई जिसमें पत्रकारों पर हो रहे लगातार हमले एवं अमानविय व्यवहार पर गहरी चिंता व्यक्त की गई और पत्रकारों की सुरक्षा की दृष्टिकोण से विभिन्न मागों पर निर्णय लिया गया।यह मांग एक प्रतिवेदन के रूप में भारत सरकार के सामने दी गई है।लोकतंत्र का चौथे स्तम्भ ही अगर खौफ के साये में कार्य करेगा तो फिर सही और निष्पक्ष कार्य बेमानी हो जाएगा इसीलिए सरकार को चाहिए कि निश्चित रूप से इन मांगों पर विचार कर लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ को निडर और निष्पक्ष कार्य करने के लिए संबल प्रदान करें।लोकतंत्र का तीन स्तम्भ अगर सुरक्षा के दायरे में है तो चौथे को क्यूं नहीं सुरक्षा मिलना चाहिए। दुनिया के कई देशों में पत्रकार सुरक्षा कानून बने हैं, जो पत्रकारों को सही और सच्ची खबर लाने के लिये प्रोत्साहित करते हैं। लेकिन भारत आज भी पत्रकार सुरक्षा कानून से वंचित है। अत:सरकार भारत में तुरंत प्रभावि रूप से  “पत्रकार सुरक्षा कानून” निर्माण कर लागू करें क्योंकि पत्रकार ही है जो गली मोहल्लों से लगा कर गांव, तहसील, जिले, संभाग, प्रदेश, देश की खबर शासन तथा प्रशासन तक पहुंचाता है एक प्रकार से सरकार यदि शरीर है तो पत्रकार उनकी आँखें और यदि सरकार अपनी आँखों  को पोषित नहीं करेगी तो सूचना तंत्र समाप्त हो जाएगा और भ्रष्ट तंत्र अपनी मन मानी कर सरकार की छवि धूमिल करने का काम करेगा ।

“कानूनी सुरक्षा” हेतु

1-      “पत्रकार सुरक्षा कानून” अविलम्ब लागू हो।

2-      पत्रकार/मीडियाकर्मी पर कवरेज के दौरान हमले को विषेश कानून के तहत दर्ज किया जाए।

3-      पत्रकार/मीडियाकर्मी को कवरेज करने से रोकने को सरकारी काम में बाधा की तरह देखा जाए।

4-      पत्रकार/मीडियाकर्मी पर दर्ज हुए मामलों की पहले स्पेशल सेल के तहत जांच की जाए, मामले की पुष्टि होने पर ही केस दर्ज किया जाए।

5-      पत्रकार/मीडियाकर्मी पर दर्ज हुए मामले की जांच के लिये कम से कम पीसीएस या आईपीएस अधिकारी द्वारा जांच हो।

6-      यदि पत्रकार/मीडियाकर्मी पर झूठा मामला दर्ज किया जाता है और उसकी पुष्टि होती है तो झूठा मुकदमा करने वालों के खिलाफ आजीवन कारावास और अधिकतम जुर्माने का प्रावधान हो।

7-      पत्रकार/मीडियाकर्मी की हत्या को रेयरेस्ट क्राइम के अंतर्गत रखा जाए।

8-      पत्रकार/मीडियाकर्मी की कवरेज के दौरान दुर्घटना या मृत्यू होने पर नि:शुल्क बीमा प्रदान किया जाए।

9-      कवरेज के दौरान घायल हुए पत्रकार/मीडियाकर्मी का इलाज सरकारी अथवा निजि अस्पताल में नि:शुल्क किया जाए।

10-   यदि पत्रकार/मीडियाकर्मी के परिजनो पर रंजिशन हमला किया जाता है तो उनका इलाज सरकारी अथवा निजि अस्पताल में नि:शुल्क किया जाए।

11-   कवरेज के दौरान अथवा किसी मिशन पर काम करते हुए पत्रकार/मीडियाकर्मी की मृत्यु होने पर उसके परिजन को सरकारी नौकरी दी जाए।

12-   पत्रकार/मीडियाकर्मी को आत्म सुरक्षा हेतु बंदूक 🔫 का  लाइसेंस निर्गत किया जाए।

13-   सभी पत्रकार/मीडियाकर्मी को कवरेज के लिये राज्य तथा केन्द्र की ओर से आई-कार्ड जारी किया जाए।

14-   प्रशासनिक व विभागीय बैठकों में पत्रकारों की उपस्थिति अनिवार्य हो।

15-   पत्रकार/मीडियाकर्मी को कवरेज हेतु आवागमन के लिये आधे किराये का प्रावधान हो, तथा रेलवे में यात्रा के लिये शीघ्र आरक्षण का प्रावधान हो।

16-   पत्रकार/मीडियाकर्मी के लिये टोल टैक्स में छूट प्रदान की जाए।

17-   यदि पत्रकार/मीडियाकर्मी को धमकियां मिले तो उसकी सुनवाई शीघ्र हो तथा उन्हें सुरक्षा प्रदान की जाए।

सामाजिक सुरक्षा हेतु संस्तुतियां

1-      राज्य एवं केन्द्र के स्तर पर “पत्रकार आर्थिक सुरक्षा निधि” योजना का संचालन हो।

2-      10,00000 
का नि:शुल्क बीमा सुनिश्चित हो।

3-      गम्भीर बीमारी की स्थिति में अच्छे अस्पताल में नि:शुल्क इलाज की व्यवस्था हो।

4-      पत्रकार/मीडियाकर्मी के लिये स्वास्थ्य बीमा योजना हो।

5-      जिस तरह किसान ऋण योजना है उसी प्रकार पत्रकार/मीडियाकर्मियो हेतु ऋण योजना बैंको द्वारा संचालित हो।

6-      पत्रकार/मीडियाकर्मियों हेतु कार्यालय योजना हो जिसमें सस्ते व आसान किश्तों पर कार्यालय उपलब्ध हों।

7-      प्रिंटिंग प्रेस लगाने हेतु विषेश पैकेज व्यवस्था हो तथा प्रिंटिंग प्रेस पर आयत शुल्क में रियायत हो।

8-      पत्रकार/मीडियाकर्मियों के बच्चों के लिये अच्छे शिक्षण संस्थानों में कोटा हो अथवा उनकी फीस में रियायत हो।

9-      पत्रकार/मीडियाकर्मी हेतु आवास योजना हो, जिसमें सस्ते व आसान किश्तों पर आवास उपलब्ध हों।

जब तक लोकतंत्र के प्रहरी पत्रकार/मीडियाकर्मी की आर्थिक और सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित नहीं हो जाती तब तक किस तरह एक स्वस्थ लोकतंत्र की कल्पना की जा सकती है और किस तरह भारत विश्व में निष्पक्ष भयहीन और स्वतंत्र मीडिया होने का दम्भ भर सकता है। जल्द से जल्द पत्रकार सुरक्षा कानून लागू किया जाये।

टॉपर्स घोटाले में विवादास्पद विशुन राय कॉलेज की व्याख्याता हिरासत में

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पटना 18 जून, बिहार के बहुचर्चित टॉपर्स घोटाले की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) ने विवादास्पद विशुन राय कॉलेज की व्याख्याता वीणा सिंह को आज तड़के हिरासत में ले लिया। एसआईटी में शामिल पटना के नगर पुलिस अधीक्षक चंदन कुशवाहा ने यहां बताया कि टॉपर्स घोटाला के मुख्य आरोपी और विशुन राय कॉलेज के प्रधानाचार्य बच्चा राय से पुलिस रिमांड में की गयी पूछताछ के दौरान मिली जानकारी के आधार पर एसआईटी ने पटना के कुर्जी इलाके से वीणा सिंह को हिरासत में लिया है । श्री कुशवाहा ने बताया कि श्रीमती सिंह को हिरासत में लेकर टॉपर्स घोटाले के संबंध में पूछताछ की जा रही है । उन्होंने बताया कि इस घोटाले में शामिल अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कई ठिकानों पर छापेमारी जारी है । 

इसबीच हाजीपुर से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार वैशाली जिले के भगवानपुर थाना क्षेत्र के हरवंशपुर गांव स्थित श्रीमती वीणा सिंह के आवास पर कल देर रात एसआईटी की टीम ने छापेमारी की । श्रीमती सिंह के वहां नहीं मिलने पर एसआईटी की टीम उनके पति को अपने साथ लेकर पटना चली गयी । एसआईटी ने जब श्रीमती सिंह के पति से कड़ाई से पूछताछ की तब उन्होंने उनका (श्रीमती सिंह) ठिकाना बता दिया। गौरतलब है कि टॉपर्स घोटाले को लेकर छह जून को पटना के कोतवाली थाना में वैशाली जिले के भगवानपुर थाना के किरतपुर स्थित विशुन राय कॉलेज के प्राचार्य डा.अमित कुमार उर्फ बच्चा राय और बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के तत्कालीन अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद समेत अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी । श्री प्रसाद ने आठ जून को अपने पद से इस्तीफा दे दिया और तब से वह फरार है । वहीं विशुन राय कॉलेज के प्राचार्य बच्चा राय को पुलिस ने नाटकीय ढंग से 11 जून को किरतपुर में गिरफ्तार किया था । इस घोटाले के अन्य अभियुक्त बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के पूर्व अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद और उनकी पत्नी पूर्व विधायक डा.ऊषा सिन्हा के खिलाफ अदालत से गिरफ्तारी वारंट जारी है और वे इससे बचने के लिए भूमिगत हो गये हैं । एसआईटी ने श्री प्रसाद और उनकी पत्नी तथा पूर्व विधायक डा0 ऊषा सिन्हा के विदेश भागने की सम्भावना के मद्देनजर सभी एयर पोर्ट को ..लुक आउट नोटिस.. जारी किया है । 

थाइलैंड के प्रधानमंत्री ने विश्व धरोहर महाबोधि मंदिर में की पूजा अर्चना

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गया 18 जून, थाइलैंड के प्रधानमंत्री जनरल प्रायूत चान ओण्चा आज अपने एक दिवसीय दौरे पर भगवान बुद्ध की ज्ञानस्थली बोधगया पहुंच कर महाबोधि मंदिर में पूजा की। श्री चान ओण्चा के साथ उनकी सरकार के नौ मंत्री सहित 54 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल आज सुबह यहां पहुंचा। बोधगया पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री समेत सभी लोग महोबाधि मंदिर के गर्भगृह जाकर विशेष पूजा अर्चना की तथा पवित्र बोधि वृक्ष के नीचे सूत्रपाठ किया। इस दौरान सभी ने बोधिवृक्ष के नीचे बैठकर कुछ समय के लिए ध्यान भी लगाया। इससे पूर्व थाईलैंड के प्रधानमंत्री का गया एयरपोर्ट पहुंचने पर उनका राज्य के लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण मंत्री कृष्ण नंदन प्रसाद वर्मा ने स्वागत किया। बोधगया पहुंचने पर थाई प्रधानमंत्री का महाबोधि मंदिर प्रबंधकारिणी समिति के सदस्यों ने पारम्परिक खादा वस्त्र देकर विधिवत स्वागत किया। 

इस दौरान मगध प्रमंडल के आयुक्त लियान कुंगाए, गया के जिलाधिकारी कुमार रवि , वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गरिमा मलिक के अलावा पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थें । महाबोधि मंदिर में पूजा अर्चना करने के बाद थाइलैंड के प्रधानमंत्री बोधगया स्थित रॉयल थाई मौनेस्ट्री भी गये। उनके साथ उनकी पत्नी भी आयी हुयी हैं । इस मौके पर थाइलैंड के प्रधानमंत्री ने कहा ,“ हम पहली बार बोधगया आए है और यहां आकर बहुत अच्छा लगा तथा शांति मिली । बोधगया भगवान बुद्ध की धरती है और यहां आकर एक अलग अनुभूति हुई है। खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहा हॅूं।”

नीतीश का संघमुक्त भारत और शराब मुक्त समाज का आह्वान अब देश में रंग लाने लगा

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पटना 18 जून, बिहार प्रदेश जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने आज दावा किया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ..संघमुक्त भारत और शराब मुक्त समाज.. का आह्वान अब देश में रंग लाने लगा है । जदयू के प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने यहां कहा कि देश में भारतीय जनता पार्टी :भाजपा: विरोधी धाराओं की श्री नीतीश कुमार की ओर बढ़ती गोलबंदी और शराबबंदी के पक्ष में देशभर से उन्हें मिल रहे आमंत्रण ,उनके प्रति आकर्षण के सबूत है । उन्होंने कहा कि अब सबको लगने लगा है कि भाजपा को धूल चटाने के लिए बिहार मॉडल ही कारगर हो सकता है । श्री प्रसाद ने कहा कि केन्द्र में नरेन्द्र मोदी सरकार की दो साल की विफलता ,वादाखिलाफी, कॉरपोरेट पक्षधरता, अलगाववाद को प्रोत्साहन और जन विरोधी रवैये के कारण एक और जहां देशभर में व्यापक जनविरोध पनप रहा है वहीं दूसरी ओर गैर भाजपाई धाराओं का श्री नीतीश कुमार के प्रति आकर्षण बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि श्री कुमार के प्रति यह आकर्षण आधारहीन नहीं है । 

जदयू प्रवक्ता ने कहा कि बिगड़े हुए बिहार को दस साल में पटरी पर लाना , 2015 के बिहार चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कांग्रेस के साथ महागठबंधन करके भाजपा को धूल चटाना, सात निश्चय के वादे पर तेजी से अमल और महिलाओं की व्यापक मांग पर समाज परिवर्तनकारी पूर्ण शराबबंदी जैसे श्री कुमार के कदम उन्हें 
देश की गैर भाजपाई राजनीतिक धारा का सिरमौर बनाते है । श्री प्रसाद ने कहा कि पटना में समाजवादियों का सम्मेलन ,दिल्ली में समाजवादी नेताओं से मुलाकात , दिल्ली विश्वविद्यालय और जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय :जेएनयू: के शिक्षकों से चर्चा और शराबबंदी पर कई राज्यों में कार्यक्रम जैसे सारे घटनाक्रम बिहार के लोकप्रिय मुख्यमंत्री के कार्य, विचार और आह्वान की राष्ट्रव्यापी स्वीकार्यता के सबूत है । उन्होंने कहा कि केन्द्र की भाजपा सरकार जिस प्रकार देश को अपने कॉरपोरेट मित्रों के हाथों बेच देने और सदियों की गंगा -जमुना संस्कृति को तहस-नहस करने पर आमाद है उससे देश को बचाने के लिए सभी गैर भाजपा दलों और विचारधाराओं को मिलकर काम करने की जरूरत है । जदयू प्रवक्ता ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने इसी एकजुटता का आह्वान किया है । उन्होंने कहा कि सम विचारी गैर भाजपाई धाराओं की बढ़ रही गोलबंदी से भाजपा और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) परिवार में बेचैनी है लेकिन यही समय की मांग और यही देश की जरूरत भी है । 

विकास में शिक्षा से बड़ा कोई कारगर उपकरण नहीं : कोविंद

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पटना, 18 जून, बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविन्द ने शिक्षा के महत्व को रेखांकित करते हुए इसे विकास से जोड़ने वाला सर्वाधिक कारगर उपकरण बताया और कहा कि बढ़ती आबादी को सुशिक्षित करने के साथ ही उनका कौशल विकास देश के लिए बड़ी चुनौती है। श्री कोविन्द ने आज यहां अनुग्रह नारायण महाविद्यालय में आयोजित बिहार विभूति डॉ. अनुग्रह नारायण सिन्हा की 129 वीं जयन्ती समारोह-सह-महाविद्यालय के ‘हीरक जयंती समारोह’ को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए कहा कि बढ़ती आबादी को सुशिक्षित बनाना अैर उनके कौशल का विकास करना देश के लिए एक बड़ी चुनौती है। यह कार्य केवल सरकार के भरोसे छोड़ देना उचित नहीं है। राष्ट्र-निर्माण में अपने सामाजिक दायित्वों को निभाने के लिए सबको तत्पर रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि जनता को विकास से जोड़ने के लिए शिक्षा से बड़ा कोई कारगर उपकरण नहीं है। राज्यपाल ने बिहार में उच्च शिक्षा की स्थिति की चर्चा करते हुए कहा कि बिहार में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में हमें अभी लम्बी दूरी तय करनी है। बिहार के विश्वविद्यालयों के कुलपतियों की दो महत्वपूर्ण बैठकें इस वर्ष हुई हैं और उच्च शिक्षा में गुणात्मक सुधार के सार्थक प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि ..हाल की कुछ घटनाओं ने हमें चिंतित जरूर किया है लेकिन मुझे विश्वास है कि सरकार और समाज दोनों मिलकर शिक्षा-जगत के ऐसे आपराधिक कृत्यों से निबटने में सक्षम साबित हो सकते हैं। देश में कानून की मर्यादा सदा रही है और कठोर कानूनी कार्रवाइयों के जरिये हमने बड़ी-से-बड़ी समस्याओं से मुक्ति पाई है..।

श्री कोविंद ने बिहार विभूति अनुग्रह नारायण सिंह को याद करते हुए उन्हें देश के स्वाधीनता-संग्राम के महान नायकों में एक बताया और कहा कि वे बिहार के गाँव-गाँव में स्वतंत्रता का अलख जगाने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के पद चिह्नों पर चलने वाले उनके प्रिय अनुयायी थे। उन्होंने कहा कि अनुग्रह बाबू का सरल स्वभाव, उन्मुक्त शैली, सीधी-सादी भाषा, व्यवहार-कुशलता और सहज आत्मीयता-सबके लिए अनुकरणीय है। राज्यपाल ने जाने माने कवि लांगफेलो की पंक्तियाँ उद्धृत करते हुए कहा कि..महापुरूषों के जीवन हमारे लिए बराबर प्रेरणादायी होते हैं, उनका अनुकरण कर हम भी अपने जीवन को उदात्त बना सकते हैं तथा यह दुनियाँ से विदा लेते वक्त, समय की रेत पर अपने पैरों के निशान छोड़ सकते हैं..। उन्होंने कहा कि अनुग्रह बाबू भी वैसे ही महापुरूषों में से एक थे, जिन्होंने समय की रेत पर अपने पद-चिह्नों की अमिट छाप छोड़ी। कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री डॉ0 अशोक चौधरी ने कहा कि अनुग्रह बाबू जन-जन के प्रिय नेता थे, जिन्होंने बिहार के नवनिर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी। उन्होंने कहा कि राज्य में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए सरकार कृत-संकल्पित है। वहीं कार्यक्रम में अपने विचार रखते हुए नागालैण्ड एवं केरल के पूर्व राज्यपाल निखिल कुमार ने अनुग्रह बाबू को समाज के अभिवंचित वर्ग का हितैषी बताया। उन्होंने कहा कि आज भी गरीब तबके के बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए वित्तपोषित करने की आवश्यकता है। कार्यक्रम में मगध विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ0 मो0 इश्तियाक ने भी अपने विचार रखे। 

बिहार-उत्तर प्रदेश का आतंक शंभू सिंह ने आत्समर्पण किया

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पटना 18 जून, बिहार और पड़ोसी राज्य उत्तरप्रदेश में आतंक का पर्याय कुख्यात शंभू सिंह ने आज पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया । वरीय पुलिस अधीक्षक मनु महाराज ने यहां बताया कि वर्ष 1992 से ही अपराध जगत में सक्रिय शंभू सिंह ने आज उनके समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया । शंभू सिंह पर पटना और मुजफ्फरपुर के अलावा अन्य राज्यों तथा आर्थिक अपराध इकाई में हत्या, रंगदारी एवं आर्म्स एक्ट के 24 से अधिक मामले दर्ज हैं ।पुलिस को लंबे समय से शंभू की तलाश थी । श्री महाराज ने बताया कि शंभू सिंह से पूछताछ के क्रम में कई अहम जानकारियां मिली है जिसके आधार पर तहकीकात जारी है । उन्होंने उम्मीद जाहिर की कि उसके गिरोह के अन्य साथी पुलिस के दबाव के कारण जल्द ही या तो आत्मसमर्पण कर देंगे या गिरफ्तार किये जायेंगे । उल्लेखनीय है कि पिछले माह पटना पुलिस की विशेष टीम ने इसी गिरोह के कुख्यात मंटू को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से गिरफ्तार किया था । कुख्यात मंटू का लखनऊ के गोमती नगर में आलिशान मकान है। शंभू सिंह के खिलाफ गोमतीनगर थाना में कई मामले दर्ज हैं । 

‘उडता पंजाब’ ने की दो दिनों में 21 करोड़ की कमायी

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नयी दिल्ली 19 जून, रिलीज से पहले विवादों में रहने का फायदा ‘उडता पंजाब’ को मिल रहा है और फिल्म ने पहले दो दिनों में 21 करोड़ से ज्यादा की कमायी कर ली है। पंजाब में ड्रग की समस्या पर इस फिल्म में आलिया और शाहीद के अभिनय की खूब तारीफ हुई है। फिल्म व्यपार से जुडें तरण आदर्श ने ट्वीट किया “ ‘उडता पंजाब ने शुक्रवार को 10.05 करोड़ अौर शनिवार को 11.25 करोड़ की कमायी की है। इस तरह रिलीज के पहले दो दिनों में फिल्म ने 21.30 करोड़ की कमायी कर ली है।” उन्होंने कहा “ अगर रविवार को भी कमायी का यह ट्रेड जारी रहा तो पहले वीकेन्ड में फिल्म की कमायी शानदार रहेगी।” अभिषेक चौबे के निर्देशन में बनीं इस फिल्म में शाहीद और आलिया के अलवा करीना कपूर खान और दिलजीत दोसांझ भी मुख्य भूमिका में है। रिलीज से पहले केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) यानी सेंसर बोर्ड ने फिल्म के दृश्यों अौर संवादो पर आपत्ति जताते हुए कहा लगभग 89 कट लगाने को कहा था लेकिन बंबई उच्च न्यायालय ने फिल्म को एक कट और ‘ए’ प्रमाण के साथ रिलीज करने की अनुमति दी थी। 

मुख्य रूटों पर मँहगा हो सकता है हवाई सफर

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नयी दिल्ली, 19 जून, नयी उड्डयन नीति तथा नागर विमानन नियमों में किये गये बदलावों के कारण मौजूदा मुख्य मार्गों पर हवाई सफर मँहगा हाे सकता है। नागर विमानन महानिदेशालय ने नागर विमानन नियमन (सीएआर) में बदलाव कर अधिकतम कैंसिलेशन शुल्क मूल किराये के बराबर करने तथा टिकट होने के बावजूद ओवर बुकिंग के कारण यात्रियों को बोर्डिंग से मना करने पर हर्जाना बढ़ाकर 20 हजार रुपये तक करने का प्रस्ताव किया है। बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि इन बदलावों से कंपनियाँ मूल किराया बढ़ाने पर विवश होंगी। बाजार सलाह कंपनी केपीएमजी के एयरोस्पेस और रक्षा के भारत प्रमुख अंबर दूबे का कहना है कि कंपनियाँ मूल किराये में बढ़ोतरी करके संभावित नुकसान की भरपाई करेंगी। कैंसिलेशन शुल्क कम होने से ऑफ सीजन के दौरान यात्रियों को आकर्षित करने के लिए सस्ते टिकटों के ऑफरों से नुकसान हो सकता है। क्षेत्रीय रूटों पर बेस फेयर कम रखना उनकी मजबूरी होगी, लेकिन मुख्य रूटों पर बेस फेयर बढ़ाकर वे इसकी भरपाई कर सकती हैं। श्री दूबे ने कहा “इससे 499 रुपये और 999 रुपये जैसे बहुत ज्यादा रियायती ऑफरों के तहत टिकट खरीदने वाले यात्रियों को फायदा होगा। यदि वे टिकट रद्द भी कराते हैं तो उन्हें मामूली शुल्क देना होगा। एयरलाइंस परिचालन राजस्व में होने वाले इस घाटे की क्षतिपूर्ति के लिए रियायती और गैर-रियायती सभी टिकटों के लिए मूल किराया बढ़ा सकती हैं।” हालाँकि, उन्होंने कहा कि इससे ऑफरों का दौर समाप्त नहीं हाेगा क्योंकि यह ऑफ सीजन में खाली जा रही सीटों का भरने का एक अच्छा माध्यम है। 

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 15 जून को राष्ट्रीय नागर उड्डयन नीति, 2016 को मंजूरी दे दी। इसके तहत अन्य प्रावधानों के साथ क्षेत्रीय संपर्क योजना के तहत मेट्रो तथा बड़े शहरों से मझौले तथा छोटे शहरों की एक घंटे तक की उड़ान का अधिकतम किराया 2500 रुपये तय किया गया है। इससे एयरलाइंसों को होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए क्षेत्रीय हवाई अड्डों पर हवाई अड्डा शुल्क पूरी तरह माफ किया गया है। साथ ही यहाँ विमान ईंधन पर अधिकतम दो प्रतिशत उत्पाद शुल्क लगेगा। इसके अलावा क्षेत्रीय हवाई अड्डों की सूची में शामिल हाेने के लिए जरूरी है कि राज्य सरकार पुलिस और अग्निशमन सेवा नि:शुल्क उपलब्ध कराये तथा विमान ईंधन पर वैट एक प्रतिशत से अधिक न/न हो। इसके अलावा मौजूदा मुख्य रूटों पर टिकटों की खरीद पर अतिरिक्त शुल्क भी लगाया जायेगा। बाजार शोध कंपनी क्रिसिल रिसर्च ने क्षेत्रीय संपर्क योजना के तहत अधिकतम किराया एक घंटे तक की उड़ान के लिए अधिकतम किराया 2500 रुपये करने की आलोचना करते हुये कहा “क्रिसिल रिसर्च का मानना है कि इससे क्षेत्रीय रूटों पर टिकटों की अधिकतम कीमत तय हो जायेगी जो सरकारी हस्तक्षेप और मूल्य नियंत्रण को देखते हुये एयलाइंसों के लिए नकारात्मक है।” उसका भी मानना है कि इससे अन्य मार्गों पर यात्रा महंगी होगी। हालाँकि, उसका कहना है कि सस्ते ईंधन के मद्देनजर साल दर साल आधार पर चालू वित्त वर्ष में किराया कम रह सकता है, लेकिन बाद में इसका बढ़ना तय है। 

अधिकतर विमान सेवा कंपनियों ने अभी इन बदलावों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। एयर एशिया ने कहा है कि क्षेत्रीय संपर्क योजना के तहत नये रूटों पर संचालन के लिए वह अपने बेड़े का आकार मौजूदा छह से बढ़ाकर जल्द ही 20 विमानों का करेगी। क्रिसिल और श्री दूबे दोनों ने ही विमान ईंधन (एटीएफ) पर अत्यधिक बिक्री कर के मसले पर नयी नीति की खामोशी को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। क्रिसिल रिसर्च ने कहा कि एयरलाइंसों के परिचालन खर्च में एटीएफ का योगदान 30 प्रतिशत के करीब है। अलग-अलग राज्यों में एटीएफ पर बिक्री कर चार से 30 प्रतिशत के बीच है। इससे अधिकतर अन्य देशों की तुलना में देश में एटीएफ 30 से 35 प्रतिशत मँहगा है। उसने इसे क्षेत्र के लिए एक बड़ी चुनौती बताया। श्री दूबे ने एटीएफ के अलावा स्वतंत्र नागर विमानन प्राधिकरण के गठन, एयर इंडिया के निजीकरण, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण को सूचीबद्ध कराने जैसे मुद्दों पर नयी नीति की चुप्पी पर भी चिंता जतायी। 

सोमवार को शुरू होगी पीएसएलवी-सी34 की उल्टी गिनती

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श्रीहरिकोटा, आंध्र प्रदेश 19 जून, अंतरिक्ष में भारत के सफर में एक नया अध्याय जोड़ने वाले अंतरिक्ष यान पीएसएलवी-सी34 के प्रक्षेपण के लिए 48 घंटे की उल्टी गिनती कल सुबह यहां शुरू हो जायेगी। इसरो के एक प्रवक्ता ने यूनीवार्ता को बताया कि पीएसएलवी-सी34 के प्रक्षेपण के लिए उल्टी गिनती सोमवार सुबह 9.26 बजे शुरु होगी। उन्होंने बताया कि मिशन तैयारी समीक्षा समिति और लांच अाथोराइजेशन बोर्ड ने सोमवार सुबह 9.26 बजे से उल्टी गिनती शुरु करने तथा 22 जून सुबह 9 26 बजे प्रक्षेपण के लिये अनुमति दे दी है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) 22 जून को पीएसएलवी-सी34 का प्रक्षेपण करेगा जो अपने साथ रिकॉर्ड 20 उपग्रह लेकर जा रहा है। इनमें तीन स्वदेशी तथा 17 विदेशी उपग्रह हैं जिनका कुल वजन 1288 किलोग्राम के करीब है। सबसे प्रमुख कार्टोसैट-2 है जिसका वजन 727.5 किलोग्राम है। यह पृथ्वी के निरीक्षण में इस्तेमाल किया जाने वाला उपग्रह है। 

इसरो के अनुसार, कार्टोसैट-2 के अलावा 19 अन्य उपग्रहों का कुल वजन 560 किलोग्राम है। इनमें दो उपग्रह भारतीय विश्वविद्यालयों/शिक्षण संस्थानों के है जबकि 17 अन्य अमेरिका, कनाडा, जर्मनी तथा इंडोनेशिया के हैं। इन उपग्रहों को 505 किलोमीटर की ऊँचाई वाले सूर्य के साथ समचालित (सिंक्रोनस) कक्षा में स्थापित किया जायेगा। प्रक्षेपण 22 मई को सुबह 9.26 बजे यहाँ स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के दूसरे लांच पैड से होना है। इसरो ने इससे पहले वर्ष 2008 में 10 उपग्रह एक साथ अंतरिक्ष में छोड़े थे। कई उपग्रह एक साथ छोड़ने में सबसे बड़ी सावधानी यह रखनी होती है कि सभी उपग्रहों को यथेष्ट कक्षा में समुचित समयांतराल पर इस प्रकार छोड़ा जाये कि वे एक-दूसरे से टकरायें नहीं। 20 उपग्रह एक साथ छोड़कर इसरो अंतरिक्षण प्रक्षेपण में अपनी दक्षता का एक और प्रमाण देने के काफी करीब है। 

सरकार का काम धरातल पर दिखने लगा है : दास

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दुमका 19 जून,  झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा है भाजपा के डेढ़ साल की सरकार का काम अब धरातल पर दिखने लगा है। श्री दास आज दुमका के बांसकनाली गांव में एक करोड़ की लागते से बननेवाले मांझी थान भवन का शिलान्यास किया। इस मौके पर उपस्थित जनसमुह को संबोधित करते हुए श्री दास ने दावा किया कि राज्य की जनता ने अब तक सिर्फ नामदार पार्टी और नेताओं को देखा है लेकिन इस बार राज्य की जनता को नेताओं का काम देखने का मौका मिला है। भाजपा की ढेड़ साल की सरकार का काम अब जमीन पर दिखने लगा है। श्री दास ने किसी दल का नाम लिये बगैर कहा कि झारखंड नामधारी दलों के नेता हमेशा जल जंगल और जमीन की बात करते रहे जबकि वे स्वयं आलीशान भवनों में रहते है । आम लोगों को जंगलों में रहने की नसीहतें देते है। मुख्यमंत्री ने झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन का नाम लिये बगैर आरोप लगाया कि झारखंड नामधारी दलों द्वारा लोगों केा खासकर आदिवसियों को मुर्गा, मुर्गी ,बकरी सुअर आदि पालने को कहा जाता है लेकिन उन्हें शिक्षित बनने के लिए नहीं कहा जाता। अगर वे शिक्षित बन जायेगें तो उनका वोट बैंक कहीं खिसक जायेगा। करीब एक करोड़ की लागत से बनने वाले इस जाहेर थान भवन का निर्माण कार्य इस वर्ष के अंत तक मुख्यमंत्री द्वारा पूरा करने का निर्देश दिया गया। उन्होंने कहा कि निर्माण में गुणवता से किसी प्रकार का समझौता नहीं किया जायेगा। 

शराब पर पूर्ण प्रतिबंध से ही देश का विकास : नीतीश

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डाल्टनगंज 19 जून, बिहार में शराबबंदी की लगातार हो रही सराहना और मिल रही सफलता के बाद बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल यूनाइटेड के केन्द्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने झारखंड में भी शराबबंदी अभियान छेड़ दिया है। शराबबंदी को लेकर रविवार को डाल्टनगंज के शिवाजी मैदान में महिलाओं का सम्मेलन आयोजित किया गया। इसमें बतौर मुख्य अतिथि बिहार के मुख्यमंत्री श्री कुमार और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने भाग लिया। श्री कुमार ने कहा कि शराब पर पूर्णतः प्रतिबंध से ही देश का समुचित विकास संभव है। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री पूरे देश में 21 जून को योग दिवस मना रहे हैं लेकिन यह तभी संभव है जब शराबबंदी होगी। योग दिखावे की नहीं अपनाने की जरूरत है। 

योग साधना का विषय है। उन्होंने कहा कि उनके अभियान का इतना असर होगा कि बिहार की तरह झारखंड में भी शराबबंदी करनी पड़ेगी। इसके लिए खासकर महिलाओं का सहयोग जरूरी है। उन्होंने बताया कि शराबबंदी से बिहार को चार हजार करोड़ का नुकसान हो रहा है लेकिन नुकसान की चिंता नहीं है बल्कि राज्य के लोग इस नुकसान से खुश है। शराबबंदी से बिहार में युवा और महिलाएं खुशहाल हैं। पिछले दिनों झारखंड के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर बिहार के पड़ोसी जिले में शराबबंदी की मांग की तो रघुवर दास ने खासकर पलामू जिले में शराब का कोटा 50 प्रतिशत जबकि बीयर का कोटा 30 प्रतिशत बढ़ा दिया। उन्होंने कहा कि उत्तरप्रदेश और झारखंड के क्षेत्रों में शराबबंदी को लेकर महिलाओं का आन्दोलन काफी आगे बढ़ चुका है। जल्द ही यह आन्दोलन और तेज पकड़ेगा और मजबूरन यूपी और झारखंड में सरकार को शराबबंदी कानून लागू करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि झारखंड में आदिवासिययों को शराब के नाम पर बदनाम किया जा रहा है जबकि इस राज्य में शराबबंदी आन्दोलन दिशोम गुरू शिबू सोरेन ने छेड़ा था। मौके पर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा कि बिहार की तरह झारखंड में शराबबंदी करा कर ही दम लेंगे। उन्होंने शराब के कारण राज्य के युवा व मजदूर वर्ग के लोगों का भविष्य बर्बाद हो रहा है। प्रदेश की रघुवर सरकार रिमार्ट के सहारे चल रही है। उसे इस तरह की परेशानी नजर नहीं आती। इस सरकार ने अभी तक मंत्रीपरिषद भी पूरी नहीं कर पायी है। उन्होंने कहा कि शराब के कारण खासकर महिलाएं काफी परेशान हैं। 

घायल वंन्स अगेन का वल्र्ड प्रीमियर से खुश सनी देओल

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कहते हैं एक कामयाबी कई रास्ते खोल देती है और इंसान को जोश से भर देती है। ऐसा ही कुछ सनी देओल के बारे में भी कहा जा सकता है. घायल वंस अगेन की बॉक्स ऑफिस पर सफलता से उत्साहित एक्शन स्टार सनी देओल अब अपनी बाकी फिल्मों पर फोकस कर रहे हैं। सनी देओल की फिल्म ‘घायल वन्स अगेन’ ने रिलीज के दो दिनों में ही लगभग 14.85 करोड़ की कलेक्शन दर्ज की।  फिल्म को मिल रहे अच्छे रिस्पॉन्स से सनी देओल बहुत खुश है। अब इसके टीवी प्रीमियर को लेकर खास उत्साहित है।  घायल वंन्स अगेन का वल्र्ड प्रीमियर के प्रमोशन के मौके पर अभिनेता सनी देओल दिल्ली के एक पंाच सितारा होटल में आये। बातचीत के दौरान उन्होेंने बताया कि ‘बदलते समय की माॅग है कि अब कलाकार टीवी पर प्रीमियर होने वाली फिल्मों के प्रमोशन के के लिए आने लगे हैं। जबकि पहले  सिर्फ नई फिल्म के प्रमोशन के लिए ही आते थे। सनी इसे बदलते समय की माॅग या मार्किटिंग का फंडा कहते हैं। ‘घायल वन्स अगेन’ 1990 की सुपर हिट फिल्म घायल का सिक्कल है,जिसमें अभिनय के साथ निर्देशन भी किया है। इस एक्शन ड्रामा में अमीर एंव पूंजीपति लोगों द्वारा सत्ता के दुरूपयोग पर प्रकाश डाला गया है। साथ ही भ्रष्टाचार से जुझते आज के युवाओं की कहानी हैं। फिल्म में सनी देओल के अलावा ओमपुरी,सोहा अली खान, और टिस्का चोपड़ा भी है। इसमें शिवम पाटिल,रिषभ अरोड़ा,डायना खान,और आंचल मुंजाल ने चार ऐसे युवाओं की भूमिका निभाई है,जो अपराध,भ्रष्टाचार और अराजकजा के चक्रव्यूह में फंस जाते हैं।

सनी ने बताया कि‘फिल्म घायल के फ्लैश बैक से शुरू होती है। जिसमें अजय मेहरा अपने भाई के हत्यारे बलवंत राय की गोली मार कर हत्या कर देता है।इसके बाद अजय एक ईमारदार अफसर से डिसूजा के समाने समर्पण कर देता हैं।  जेल से रिहा होने के बाद में वह एक अखबार में स्वतंत्र रिर्पोटर के रूप में काम करता हैं,और पेचिदा मामले जो  मशहूर और अमीर लोगों से जुडे होते में पुलिस की मदद करता है। बालीवुड में कई अभिनेताओं की संतान काम कर रही है, आप अपने बेटे को कब लांच कर रहे है ? सनी देओल ने अपने बेटे को जल्द ही लॉन्च करने की बात कही। सनी का कहना था कि ‘बस मेरी फिल्म रिलीज हो गई है, अब मेरी जिम्मेदारी है बेटे को लॉन्च करने की। उसे जल्द लॉन्च करूंगा और फिल्म भी रोमांटिक ही होगी लेकिन अभी तक कोई एक्ट्रेस फाइनल नहीं हुई है, जल्द ही उसके बारे में भी बात करेंगे।’फिल्म का प्रीमियर जी सिनेमा पर 26 जून रात 8ः30 पर होगा।
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