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बेगूसराय (बिहार) की खबर (02 जुलाई)

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बिजली की आपूर्ति नहीं होने से समस्या

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संतोष कुमार,बलिया,बेगूसराय।बिहार के मुखिया नितीश कुमार ने अपने चुनावी भाषण में कहा था कि बिजली नहीं तो वोट नहीं उनकी बातें बेमानी साबित हो गई है जबकि बेगूसराय की जनता ने अपने वादे को पूरा करते हुए सात सीटों में सातों सीट महागठबंधन को दे दिया फिर भी बिजली की हालत बद से बदत्तर है।आज साहेबपुर कमाल प्रखण्ड में बिजली की विभिन्न समस्याओं को लेकर प्रखण्ड कार्यालय पर अधिवक्ता सह युवा राजद प्रदेश महासचिव,बिहार डॉ शरद चन्द्र राय उर्फ़ बमबम यादव ने एक दिवसीय धरना देते हुए ज़िलापदाधिकारी,बेगूसराय के नाम से तेरह सूत्रीय मांग पत्र प्रखंड विकास पदाधिकारी,साहेबपुर कमाल को सौंपा।उस मांग पत्र में 18 से 20 घंटे बिजली की आपूर्ति की जाय,जर्जर बिजली के तार को अविलंब बदला जाय,46000 रु की राशि जो प्रत्येक छः माह पर पेड़ कटाई एवं मेंटेनेंस के लिए दिया जाता है उसका उपयोग सही तरीके से करवाया जाय एवं मीटर के हिसाब से बिजली बिल का भुगतान लिया जाय,वैगेरह।अगर इन समस्याओं का शीघ्र निष्पादन नहीं किया गया तो आगे होने वाले धरना में ग्रीड में ताला बन्दी किया जाएगा।इस समस्या के समाधान हेतु धरना स्थल पर पहुँच कर एस डी ओ,बलिया एवं डी डी सी,बेगूसराय ने आश्वासन दिया कि शीघ्र ही उक्त बिजली सम्बंधित समस्याओं को निष्पादित किया जाएगा।हैरत की बात तो ये है कि साहेबपुर कमाल विधान सभा क्षेत्र के विधायक राजद के ही क़द्दावर नेता श्री नारायण यादव हैं फिर भी स्थिति इतनी दैयनीय है कि उसी पार्टी के युवा नेता ने जनता के हक़ के लिए ऐसे क़दम उठाये जिसका स्वागत यहां की जनता ने किया।सूत्रों की जानें तो बिजली विभाग बिहार सरकार का एक ऐसा विभाग है जहां कोई किसी की नहीं सुनता है हर एक व्यक्ति अपनी मर्जी का मालिक है लेकिन जब तक डॉ शरद चन्द्र राय उर्फ़ बमबम यादव ऐसा युवा नेता रहेंगे जिन्हें जनता की भलाई के लिए पार्टी की नीतियों का विरोध करने में भी गुरेज नहीं है वहां जनता की आवाज़ बनकर वो सदैव खडा होने का हौसला रखते हैं।

बरसो रे मेघा मेघा,बरसो रे मेघा बरसो


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प्रद्योत कुमार,बेगूसराय।आज कई दिनों से या यूँ कह सकते हैं कि इस वर्ष मौनसून ने मौन धारण कर लिया है खासकर बेगूसराय के लिये जिसका प्रतिकूल प्रभाव सीधा हमारे स्वास्थ्य पर पड़ रहा है।प्रकृति की नाराज़गी इस क़दर है कि बेगूसराय शहर अनावृष्टि के चपेट में आ गया है,आज सिमरिया से लेकर चकिया तक मौनसून ने अपना मौन तोड़ा है या अक्सर ज़िला के अन्य हिस्सों में बारिश होती है ज़िला मुख्यालय को छोड़ कर।लोगों को गर्मी की तपिश ने जला कर रख छोड़ा है जबकि अक्सर बादल उमड़-घुमड़ कर आशा की बून्द दिखा कर लोगों को मायूस कर जाती है।इस मौसम में सिर्फ शहर के डॉक्टरों की ही चांदी है बाक़ी तो बरसो रे मेघा बरसो के इंतज़ार में हैं।सच पूछिए तो रमजान के इस तक़्क़द्दुस महीने में रोज़ा रखने वालों के लिए ये गर्मी परेशानी का सबब बन गया है पर ख़ुदा का शुक्र है कि अब ईद नज़दीक आ चुका है।ग़रीबी और गरीबों के लिए तो बारिश बहुत ही ज़रूरी है।प्रकृति की नाराज़गी क्यों है इसका तो अनुमान सहज ही लगाया जा सकता है।मनुष्य का प्रकृति विरोधी होना मनुष्य के परेशानियों का मुख्य कारण है।आधुनिकता हमारे लिए जान का जंजाल बनता जा रहा है और प्रकृति का क़हर हमारे लिये रोज़ नई नई समस्या उतपन्न कर रही है फिर भी हम रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं।ऐसे में मेघा कैसे बरसेगा,कैसे कवि अपनी कल्पना में बारिश को पिरोयेगा,कैसे सावन की अँधेरी रातों में एक प्रियसी अपने प्रीतम का इंतज़ार करेगी।आकाश में काले बादल उम्मीद की नहीं निराशा के मंडराते हैं,पता नहीं कब मेघा बरसेगा..........???

दिल्ली के छात्रों को दी जाए पांच प्रतिशत की रियायत

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नयी दिल्ली,02 जुलाई, दिल्ली सरकार ने केन्द्र से दिल्ली विश्वविद्यालय में दाखिले के लिए स्थानीय छात्रों को कट आफ सूची में पांच प्रतिशत की रियायत देने का अनुरोध किया है। दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी को आज लिखे पत्र में कहा कि दिल्ली के छात्रों को दिल्ली विश्वविद्यालय के कालेजों मेें दाखिले के लिए कट आॅफ सूची में पांच प्रतिशत की छूट दी जाए। उन्होंने कहा कि दिल्ली के कालेजों में दाखिला प्रक्रिया में विसंगतियों के कारण अन्य स्थानों के छात्र कट आफ सूची के आधार पर दाखिला ले लेते हैं क्योंकि उन्हें किसी तरह अपने राज्यों में अधिक अंक मिल जाते हैं। 

इस संबंध में उन्होंने खास तौर पर बिहार और गुजरात में टॉपर घोटाले का उल्लेख करते हुए कहा कि ऐसे घोटालों से दिल्ली के छात्रों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय में दाखिला प्रक्रिया में बदलाव लाने का आग्रह किया और सुझाव दिया कि इस विश्वविद्यालय में दाखिले के लिए अलग प्रवेश परीक्षा होनी चाहिए। इससे अन्य राज्यों के सभी प्रतिभाशाली छात्रों के लिए भी दाखिले में आसानी होगी। श्री सिसोदिया ने बताया कि दिल्ली सरकार 28 कॉलेजों को सालाना तीन अरब रुपए उपलब्ध करा रही है। 

मौलवियों से नहीं डरता : इरफान

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नयी दिल्ली,02 जुलाई, धर्म के बारे में व्यक्तिगत विचार जाहिर करने पर मौलवियों के निशाने पर आए प्रसिद्ध अभिनेता इरफान खान ने कहा कि वह उनसे भयभीत नहीं हैं । इरफान ने हाल में जयपुर में अपनी फिल्म‘मदारी’के प्रचार अभियान के दौरान मजहबी प्रथाओं के तहत जानवरों की कुर्बानी देने और धर्म के मायनों पर फिर विचार करने की जरूरत बल दिया था। उन्होंने आतंकवाद के मुद्दे पर मुसलमानों की खामोशी और रमजान के महीने के दौरान रोजा रखने की सच्ची भावना के बारे में भी सवाल उठाए थे। धर्म के बारे में उनके इन विचारों से भड़के मौलवियों ने उन्हें मजहब की व्याख्या करने के बजाय अपने काम पर ध्यान देने को कहा था। इस पर इरफान ने अपने बचाव में ट्विटर पर कहा कि मौलवी उन्हें भयभीत नहीं कर सकते। अल्लाह का शुक्र है कि वह ऐसे देश में नहीं रहते जहां मजहबी ठेकेदारों की हुकूमत चलती है। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनके लिए मजहब व्यक्तिगत आत्मावलोकन,करुणा और दया का विषय है। यह कोई दोहराव या कट्टरता नहीं है। एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा,“भाइयो,जो लोग मेरे बयान से बुरा महसूस कर रहे हैं, वे या तो आत्मावलोकन के लिए तैयार नहीं हैं या किसी निष्कर्ष पर पहुंचने की जल्दी में हैं। मेरे लिए धर्म व्यक्तिगत आत्मावलोकन है। यह दया, बुद्धिमत्ता और संयम का एक स्रोत है,दोहराव और कट्टरता नहीं है। 

उत्तराखंड में मृतकों की संख्या 39 पहुंची

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देहरादून,02 जुलाई, उत्तराखंड में आपदा में मरने वालों की संख्या 39 पहुंच गयी है। सूत्रों के अनुसार पिथौरागढ़ में अभी तक 26 लोगों के मारे जाने की सूचना है और चार लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। ग्रामीणों की मदद से 15 शव निकाले गये हैं। जिले का बस्तड़ी गांव भूस्खलन से तबाह हो गया है। इस गांव में ही कई लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है। उधर चमोली जिले में भूस्खलन में नौ लोगों के मरने की खबर है। दो मृतकों का विवरण अभी प्राप्त नहीं हो सका है। अभी तक कुछ ही शव निकाले जा सके हैं। पिथौरागढ़ जिले में इस आपदा में मारे गये लोगों की प्राप्त सूची इस प्रकार हैं,माधवानंद भट्ट (72) पुत्र मोती राम भट्ट,चंद्रबल्लभ(60) पुत्र जय दत्त, गिरीश चंद्र(35) पुत्र गोपाल दत्त भट्ट, रेवाधर भट्ट (45) पुत्र कृष्णानंद, रवींद्र भट्ट (45) पुत्र चंद्रबल्लभ, जहद सिंह(72) पुत्र मदन सिंह, बच्ची राम (45), पार्वती देवी (42) पत्नी बच्ची राम, मनोज कुमार (22) पुत्र बच्ची राम गंभीर रूप से घायल मंजू (50) पत्नी मोहन चंद्र, विनोद (21) पुत्र मोहन चंद्र, मोहन चंद्र (55) पुत्र हरी दत्त भट्ट, सुनीता (23) पुत्री मोहन चंद्र, नीलम (26) पत्नी कृष्णानंद है । अन्य मृतकों की पहचान के प्रयास किये जा रहे हैं ।लापता लोगों की सूची में रमुली देवी(80) पत्नी हरि दत्त, सरस्वती देवी (60) पुत्री हरिदत्त, दीपा (40) पत्नी चंद्रबल्लभ भट्ट, रिया (10) पुत्री चंद्रबल्लभ, कृष्णानंद भट्ट (42) पुत्र डिगरदेव, खुशी (10) पुत्री कृष्णानंद, आर्यन (8) पुत्र कृष्णानंद, माया दत्त भट्ट (45) पुत्र मुरलीधर, जीवन (31) पुत्र चंद्रबल्लभ, शेखर भट्ट (35) पुत्र दामोदर, चंद्रकला (26) पत्नी शेखर भट्ट, गिरीश चंद्र (28) पुत्र राम दत्त, जगदीश चंद्र (50) पुत्र नारायण दत्त, इंदु देवी (43) पत्नी जगदीश चंद्र और गौरव (17) पुत्र मोहन चंद्र आदि शामिल हैं। 

चमोली प्रशासन ने छह लोगों के मरने की पुष्टि की है। तीन लोग अभी भी लापता हैं। मृतकों का विवरण अभी तक नहीं मिल सका है । इस घटना से अधिकतम क्षति बस्तडी गांव में हुई है,जहां 30 लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है। क्षेत्र में लगातार बारिश के बाद बादल फटने से 60 से अधिक घर क्षतिग्रस्त हो गये हैं। गांवों में 200 मवेशियों की मौत हो गई है । अधिकारियों का कहना है कि सिर्फ दो घंटे में 100 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गयी,जिससे अधिकांश नदियों में बाढ़ आ गई है। आपदा प्रबंधन दल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि खराब मौसम की वजह से बचाव कार्य बाधित हुए हैं। राज्य आपदा बचाव बल,अर्धसैनिक बल और सेना बचाव दल की कई टीम आपदा प्रभावित क्षेत्रों में फंसी हुई हैं। संचार के सभी साधन क्षतिग्रस्त हो गए हैं जिससे संपर्क में कठिनाई आ रही है । 

झारखंड में आवासहीनों के लिये बनेंगे आवास

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रांची 02 जुलाई, झारखंड के ग्रामीण विकास एवं ग्रामीण कार्य पंचायती राज मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा ने कहा कि राज्य सरकार ने 2019 तक प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत एक लाख 75 हजार आवासों के निर्माण की योजना बनाई है। श्री मुंडा ने आज यहां श्री कृष्ण लोक प्रशासन संस्थान में ग्रामीण विकास विभाग द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना के क्रियान्वयन, उचित और सस्ते ग्रामीण आवास डिजाईन के विकास पर आयोजित कार्यशाला में कहा कि सरकार की मंशा है कि 2022 तक राज्य के सभी आवास विहीन गरीब लोगों को उनकी इच्छा के अनुरूप आवास उपलब्ध हो। इस कार्यशाला का उद्देश्य भी यही है कि हम राज्य में रहने वाले आवास विहीनों को कैसे मजबूत और उनकी इच्छा के अनुरूप मकान तैयार कर सौंपे। 

श्री मुंडा ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना का शुभारम्भ हो चुका है। उसे मजबूत आधार देने हेतु हमें कोई कसर नहीं छोड़नी चाहिए। राज्य सरकार का मानना है कि ग्रामीण क्षेत्रों में मूलभूत सुविधाओं यथा आवास,रहनसहन, शिक्षा आैर आर्थिक स्थिति को बेहतर किए बगैर विकास संभव नहीं है। प्रधानमंत्री आवास योजना हमारे लिए चुनौती है। हमें इस योजना को तय सीमा के अंदर पूरा कर टिकाउ आवास बनाने हैं। उन्होंने कहा कि राज्य की भौगोलिक स्थिति और लोगों की इच्छा के अनुरूप मकानों का निर्माण होगा। लोगों को मकान का डिजाईन चुनने और मकान बनाने की पूर्ण स्वतंत्रता मिलेगी। 

मध्यप्रदेश : मंत्रियों को विभाग का बंटवारा, भूपेंद्र सिंह बने गृह मंत्री

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भोपाल, 2 जुलाई, मध्यप्रदेश में दो दिन पहले हुए मंत्रिमंडल विस्तार के बाद आज देर रात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा कर दिया। भूपेंद्र सिंह को मंत्रिमंडल विस्तार में हटाए गए बाबूलाल गौर के स्थान पर गृह मंत्री बनाया गया है। उनके पास परिवहन विभाग भी रहेगा। डॉ नरोत्तम मिश्रा नए जनसंपर्क मंत्री होंगे। उन्हें संसदीय कार्य के साथ जल संसाधन विभाग भी सौंपा गया है। विभागों के बंटवारे में गोपाल भार्गव, यशोधरा राज सिंधिया और कुसुम महदेले का नुकसान हुआ है। श्री भार्गव से सहकारिता विभाग लेकर उनका कद घटाया गया है। यशोधरा राजे सिंधिया से भी वाणिज्य एवं उद्योग विभाग ले लिया गया है। अब उनके पास केवल खेल एवं युवा कल्याण और धार्मिक न्यास एवं धर्मस्य रहेगा। महदेले से पशुपालन सहित चार विभाग लेकर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी के साथ जेल विभाग दिया गया है। जयंत मलैया वित्त एवं वाणिज्यिक कर मंत्री बने रहेंगे, हालांकि उनसे जल संसाधन और योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग लेकर उनके भार को हल्का किया गया है। डॉ गौरीशंकर शेजवार को वन के साथ योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग दिया गया है। 

गोपाल भार्गव से सहकारिता विभाग लेकर राज्य मंत्री विश्वास सारंग को उसका स्वतंत्र प्रभार दिया गया है। अब श्री भार्गव के पास पंचायत एवं ग्रामीण विकास, सामाजिक न्याय और निशक्तजन कल्याण मंत्रालय रहेगा। श्री सारंग को भोपाल गैस त्रासदी एवं पुनर्वास के स्वतंत्र प्रभार के साथ पंचायत एवं ग्रामीण विभाग भी मिला है। रामपाल सिंह को हटाए गए सरताज सिंह के स्थान पर लोक निर्माण विभाग सौंपा गया है। उनके पास विधि एवं विधायी कार्य विभाग भी होगा। माया सिंह के स्थान पर अर्चना चिटनीस महिला एवं बाल विकास मंत्री होंगी। माया सिंह को नगरीय विकास एवं आवास विभाग दिया गया है। अन्य मंत्रियों के विभाग इस प्रकार हैं - केबीनेट मंत्री गौरीशंकर बिसेन किसान कल्याण एवं कृषि विकास उमाशंकर गुप्ता राजस्व, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राजेंद्र शुक्ल खनिज साधन, वाणिज्य, उद्योग एवं रोजगार, प्रवासी भारतीय पारस जैन ऊर्जा विजय शाह स्कूल शिक्षा ज्ञानसिंह आदिम जाति कल्याण, अनुसूचित जाति कल्याण अंतर सिंह आर्य पशुपालन, मछुआ कल्याण एवं मत्स्य विकास, कुटीर एवं ग्रामोद्योग, पर्यावरण रुस्तम सिंह लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण जयभान सिंह पवैया उच्च शिक्षा, लोक सेवा प्रबंधन, जन शिकायत निवारण ओमप्रकाश धुर्वे खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण, श्रम राज्यमंत्रियों के विभाग इस प्रकार हैं - शरद जैन चिकित्सा शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार), लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, संसदीय कार्य दीपक जोशी तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास (स्वतंत्र प्रभार), श्रम, स्कूल शिक्षा सुरेंद्र पटवा संस्कृति और पर्यटन (स्वतंत्र प्रभार), किसान कल्याण तथा कृषि विकास लालसिंह आर्य नर्मदा घाटी विकास (स्वतंत्र प्रभार), सामान्य प्रशासन, विमानन संजय पाठक सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (स्वतंत्र प्रभार), उच्च शिक्षा, सामाजिक न्याय एवं निशक्तजन कल्याण हर्ष सिंह आयुष और नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा (स्वतंत्र प्रभार), जल संसाधन सूर्यप्रकाश मीणा उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण (स्वतंत्र प्रभार), वन ललिता यादव पिछड़ा वर्ग तथा अल्पसंख्यक कल्याण और विमुक्त, घुमक्कड़ एवं अर्द्धघुमक्कड़ कल्याण (स्वतंत्र प्रभार), महिला एव बाल विकास विभागों के बंटवारे के पहले मुख्यमंत्री श्री चौहान ने दिन में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान और प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत के साथ लंबी चर्चा की। मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव अंटोनी डिसा के साथ भी लंबी बैठक की। रात तक इसको लेकर कवायद चलती रही। वर्तमान मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री को मिलाकर 21 केबीनेट और नौ राज्यमंत्री हैं। दो दिन पहले ही चार केबीनेट और पांच राज्यमंत्रियों को शपथ दिलाई गई थी। मंत्रिमंडल पुनर्गठन में दो दिग्गज मंत्री बाबूलाल गौर (तत्कालीन गृहमंत्री) और सरताज सिंह (तत्कालीन लोक निर्माण मंत्री) से इस्तीफा ले लिया गया था। 

भाकपा-माले की स्थायी समिति की एक दिवसीय बैठक कल 4 जुलाई को पटना में.

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  • टाॅपर्स घोटाला की उच्चस्तरीय न्यायिक जांच, दलित-ओबीसी-अल्पसंख्यक छात्रों की छात्रवृत्ति में कटौती आदि विषयों पर होगी चर्चा, बड़े आंदोलन की तैयारी

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पटना 3 जुलाई 2016, भाकपा-माले राज्य स्थायी समिति की एक दिवसीय बैठक कल 4 जुलाई को पटना स्थित राज्य कार्यालय में होगी. बैठक में पार्टी के राज्य सचिव कुणाल, पोलित ब्यूरो सदस्य अमर व धीरेन्द्र झा, केंद्रीय कमिटी सदस्य रामजतन शर्मा, नंदकिशोर प्रसाद, पूर्व सांसद रामेश्वर प्रसाद, केडी यादव, सरोज चैबे, मीना तिवारी, शशि यादव, विधायक महबूब आलम, पूर्व विधायक अरूण सिंह आदि नेताओं के भाग लेने की संभावना है. बैठक में शिक्षा के क्षेत्र में हुए टाॅपर्स घोटाले और बिहार सरकार द्वारा दलित-ओबीसी व अल्पसंख्यक छात्रों की छात्रवृत्ति में हुई कटौती पर बातचीत की जाएगी और इस सवाल पर बड़े आंदोलन का निर्णय भी लिया जा सकता है. टाॅपर्स घोटाले में जदयू-राजद व भाजपा इन सभी पार्टियों के नेताओं की संलिप्तता के प्रमाण मिल रहे हैं. बच्चा राय के साथ इन पार्टियों के नेताओं के नाम जुड़े हुए हैं. इसलिए इस घोटाले की उच्चस्तरीय न्यायिक जांच करानी चाहिए और इसके राजनीतिक संरक्षण का पता लगाना चाहिए.

बैठक में दलित-ओबीसी व अल्पसंख्यक छात्रों की छात्रवृत्ति में कटौती, वित्तरहित शिक्षा नीति वापस लेने, समान स्कूल प्रणाली आयोग लागू करने, सभी पदों पर अविलंब बहालियां करने आदि सवालों पर भी बात की जाएगी. यह बेहद विडंबनापूर्ण है कि बिहार सरकार अपने ही वादे ‘सामाजिक न्याय’ के साथ विश्वासघात कर रही है और सामाजिक तौर पर पिछड़े समुदाय के छात्रों को ही शिक्षा से वंचित करने की साजिश रच रही है. दूसरी ओर, बिहार में शिक्षा का ऐसा माखौल बना दिया गया है कि आज लोग सरकारी स्कूल से दूर भागने लगे हैं. वहां शिक्षक नहीं होते और न ही पढ़ाई की बेहतर व्यवस्था है. इस तरह छात्रों को निजी स्कूलों की ओर जबरन धकेला जा रहा है. आज शिक्षा को बचाने की लड़ाई बिहारी समाज का एक प्रमुख कार्यभार बन गया है. इन सभी विषयों पर बैठक में वार्ता होगी.

शहीद भगत सिंह वार्ड के ओमनगर, तकरोही की बदहाली

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लखनऊ, 3 जुलाई। भगत सिंह वार्ड के ओमनगर तकरोही अपने बदहाली पर आसू बहा रहा है। यहां पर रहने वाले लोगो के लिए न तो पक्की सडक है ओर ना ही नाली सीवर लाइन विछे सालो वित गये किन्तु अब तक चालू नही हो पाया है।हल्की वर्शात में भी सड़को पर पानी भर जाता है सड़को पर गडृढे आने जाने वालेा के लिए मुसीबत है। ओमनगर में नाली की ब्यवस्था न होने के कारण आसपास के खाली जगहो पर लोग पानी बहाते है जिसक चलते संक्रमण फैलने की प्रबल संभावना है।गन्दे पानी के इक्कठा होने के चलते यहां मच्छरों का फैलाव ज्यादा है जिससे लोगो की नीद हराम हो गयी है ।यहां की समस्या को ले कर क्षेत्रीय पार्शद को अवगत करा दिया गया किन्तु अब तक उस पर कोई पहल नही हुआ। इस क्षेत्र के सपा विधायक एवं भाजपा सांसद ने भी आज तक यहां की समस्याओं पर गौर नही किया। यहां के रहने वाले लोग नारकीय जीवन जीने को मजबूर है जबकि सरकार विकास की बड़ी बडी दावे कर रही है। मायावती कालोनी से निकलने वाले लगभग एक तिहाई लोगो को ओनगर से गुजरना पड़ता है ।जिसमें स्कूली बच्चों को काफी दिक्कतो का सामना करना पड़ता है। वर्शात के बाद आये दिन बच्चे गिर जाते है जिससे उनका पोषाक खराब हो जाता है और वे उस दिन स्कूल से बंचित रह जाते है। यहां के लोगों ने सरकार तथा नगर निगम से मांग किया है कि यहां की समस्या का तत्काल निराकरण किया जाय जिससे यहां के लोगों को सकून मिल सके।

बगदाद में विस्फोट, 82 मरे, 200 घायल

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बगदाद, 03 जुलाई, इराक की राजधानी बगदाद में भीड़भाड़ वाले बाजार के इलाके में कल हुए दो बम धमाकों से कम से कम 82 लोगों की मौत हो गयी है तथा 200 लोग घायल हो गये हैं। पुलिस तथा मेडिकल सूत्रों ने आज बताया कि कल मध्य रात बगदाद के कर्राडा में विस्फोटकों से भरे एक ट्रक से विस्फोट किया गया जिसमें करीब 80 लोगों की मौत हो गयी तथा कम से कम 200 सौ लोग घायल हो गये। इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने हमले की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि यह एक अात्मघाती बम विस्फोट था। पुलिस ने कहा कि रमजान के इस पवित्र महीने में लोग कर्राडा की बाजार में खानपान में व्यस्त थे तभी यह विस्फोट हुआ। उन्होंने कहा कि इसमें मृतकों की संख्या बढ़ सकती है क्योंकि कुछ लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है। पुलिस के अनुसार उत्तरी बगदाद के अल-शाब बाजार में कल रात सड़क के किनारे एक विस्फोट हुआ जिसमें दो लोगों की मौत हो गयी। इराकी सेना की ओर से पिछले महीने आईएस के आतंकवादियों को फालुजा से खदेड़ने के बाद यह सबसे बड़ा हमला है। फालुजा आतंकवादियों का मजबूत गढ था यहां से आतंकवादी हमलों को अंजाम देते थे। इराकी सेना ने 26 जून को फालुजा से आईएस को मुक्त करने की घोषणा की थी।

ओलंपिक एथलीटों से मिलेंगे मोदी

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नयी दिल्ली 03 जुलाई, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रियो आेलंपिक में हिस्सा लेने वाले भारतीय एथलीटों से मिलकर उन्हें देशवासियों की ओर से शुभकामनाएं देंगे तथा अच्छे प्रदर्शन के लिए उनका हौसला बढ़ायेंगे। श्री मोदी ओलंपिक खेलों में देश का प्रतिनिधित्व करने वाले इन एथलीटों से सोमवार को यहां छावनी स्थित मानेकशॉ सेंटर में मिलेंगे। प्रधानमंत्री एथलीटों के साथ अनौपचारिक बातचीत में उन्हें दुनिया के सबसे बड़े खेल महोत्सव में अच्छे प्रदर्शन के लिए शुभकामनाएं देंगे और देश का नाम रोशन करने के लिए उनकी हौसला अफजाई करेंगे।

ओलंपिक खेल रियो डी जेनेरो में पांच से 21 अगस्त तक होंगे। भारत के लगभग 100 एथलीट 13 विभिन्न खेलों में रियो के लिए अब तक क्वालीफाई कर चुके हैं और कुछ अन्य के आने वाले दिनों में क्वालीफाई कर लेने की संभावना है। भारत की ओर से ओलंपिक में हिस्सा लेने वाला यह अब तक का सबसे बड़ा दल है। आधिकारिक बयान के अनुसार“ प्रधानमंत्री रियो में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले भारतीय एथलीटों से मुलाकात करेंगे। वह एथलीटों से मानेकशा सेंटर में सोमवार को मुलाकात करेंगे। श्री मोदी अनौपचारिक रूप से इन खिलाड़ियों से मिलेंगे और उनकी हौसला अफजाई करेंगे।” हालांकि कई एथलीट विदेशों में ट्रेनिंग कर रहे हैं और ऐसे में कितने खिलाड़ी श्री मोदी से मिलेंगे यह साफ नहीं है। भारत पहली बार ओलंपिक खेलों में 100 से अधिक एथलीटों का दल उतारने जा रहा है। इससे पहले 2012 के लंदन ओलंपिक खेलों में 83 एथलीटाें ने भारत का प्रतिनिधित्व किया था। खेल मंत्रालय और भारतीय ओलंपिक संघ के अनुसार ओलंपिक के लिये अभी और एथलीट क्वालीफाई कर सकते हैं और करीब 110 खिलाड़ियों के रियो जाने की उम्मीद है।

केंद्र से सैटलाइट फोन और स्पेक्ट्रम तत्काल उपलब्ध कराने की मांग

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देहरादून 03 जुलाई, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखकर आपदा प्रबंधन के लिए राज्य को 22 नए सैटलाइट फोन के लाईसेंस की स्वीकृति जल्द से जल्द देने का अनुरोध किया है। श्री हरीश रावत ने अपने पत्र में प्रति वर्ष राज्य में अतिवृष्टि से आपदा जैसी स्थिति हो जाने का जिक्र करते हुए कहा कि भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए यहां एक से अधिक संचार माध्यमों की उपलब्धता जरूरी है। उन्होंने राज्य पुलिस व एसडीआरएफ व अन्य राहत बचाव बलों के प्रयोग के लिए उपयोग में लाए जा रहे नेटवर्क के स्पैक्ट्रम चार्जेज पर देय विलम्ब शुल्क से भी राज्य को छूट दिए जाने का अनुरोध किया। मुख्यमंत्री ने कहा है कि उक्त स्पैक्ट्रम व सैटेलाइट फोन का उपयोग जनसामान्य की सुरक्षा, सीमावर्ती इलाकों में चौकसी व पुलिस कार्यों के लिए ही किया जाता है। उन्होंने केंद्रीय मंत्री संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी रवि शंकर प्रसाद को भी पत्र लिखकर एचएफ/बीएचएफ नेटवर्क की तीन स्पेक्ट्रम तत्काल आवंटित किए जाने का अनुरोध किया।

उत्तर प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाने के वायदे से मुकर रही है मोदी सरकार : मायावती

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लखनऊ, 03 जुलाई, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने आज आराेप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 2014 में हुये लोकसभा चुनाव के दाैरान ध्वस्त कानून व्यवस्था को लेकर उत्तर प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाने का जो वायदा यहां की जनता से किया था। सत्ता में आने के बाद वह बेतुकी बयानबाजी कर उस वायदे से मुकर रही है। सुश्री मायावती ने आज यहां पत्रकारों से कहा “ उत्तर प्रदेश में ध्वस्त कानून व्यवस्था को लेकर भाजपा अध्यक्ष अपनी सभाओं में बेतुकी बयानबाजी कर रहे हैं। वह कहते हैं कि उत्तर प्रदेश में जंगलराज है और कानून व्यवस्था संभालने का काम राज्य सरकार का है। इसे संभालने के लिये ओबामा नही आयेंगे।” उन्होने कहा “ ऐसी बयानबाजी की बजाय भाजपा अध्यक्ष को केन्द्र में बैठी अपनी सरकार को कहना चाहिये कि उत्तर प्रदेश में राष्ट्रपति शासन की सिफारिश करें। ऐसा कुछ दिन पहले वह उत्तराखंड में कर चुके हैं। ” सुश्री मायावती ने पत्रकारों के सामने अपने करीब 20 मिनट के संबोधन में केवल भाजपा को निशाने पर रखा। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था के मसले पर मौन क्यों धारण किये है जबकि पार्टी अध्यक्ष अमित शाह इस गंभीर मसले पर अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं। 

सोनिया, राहुल ने उत्तराखंड आपदा पर जताया दुख

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देहरादून 03 जुलाई, उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में अतिवृष्टि से हुए जानमाल के नुकसान पर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष सोनिया गांधी एवं उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने चिन्ता एवं दुःख प्रकट किया है। मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार सुरेन्द्र कुमार ने बताया कि कांग्रेस की श्रीमती सोनिया गांधी ने आज मुख्यमंत्री हरीश रावत को फोन कर राज्य में अतिवृष्टि व भूस्खलन से हुई जन हानि पर गहरा दुख जताया। श्रीमती गांधी ने राहत कार्यों की जानकारी लेते हुए हर सम्भव उपाय करने के निर्देश दिए। इसके अलावा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुख्य प्रवक्ता मथुरादत्त जोशी ने बताया कि श्रीमती गांधी एवं राहुल गांधी ने प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय से दूरभाष पर वार्ता कर अतिवृष्टि से हुए नुकसान पर दुःख व्यक्त किया तथा आपदा में मारे गये लोगों के प्रति शोक प्रकट करते हुए कांग्रेस पार्टी की ओर से पीड़ितों की हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है। वहीं प्रदेश प्रभारी अम्बिका सोनी एवं सहप्रभारी संजय कपूर ने भी दैवीय आपदा पर दुःख प्रकट किया। मुख्य प्रवक्त मथुरादत्त जोशी ने भाजपा पर आपदा के नाम पर राजनीति का आरोप लगाते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी राज्य में आई आपदा पर भी राजनीति करने से बाज नहीं आ रही है। उन्होंने कहा कि आपदा पीड़ितों के प्रति संवेदना व्यक्त करने तथा उनकी सहायता करने के बजाय भाजपा अपनी राजनैतिक रोटियां सेक रही है।

मोदी ने बंदा बहादुर पर लिखी पुस्तक का किया विमोचन

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नयी दिल्ली, 03जुलाई, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सिख योद्धा बाबा बंदा सिंह बहादुर के 300वें शहादत दिवस के अवसर पर उनकी जीवनी पर आधारित एक पुस्तक और स्मारिका का आज विमोचन किया। बाबा बंदा बहादुर के शहादत दिवस के उपलक्ष्य में राजधानी में एक भव्य कार्यक्रम का अायोजन किया गया था, जिसमें प्रधानमंत्री मुख्य अतिथि थे। इस अवसर पर उन्हें और पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल को बंदा बहादुर की स्मृति में जारी किया गया एक सिक्का भेंट किया गया। यह सिक्का हाल ही में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने जारी किया था। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर बाबा बंदा सिंह की विलक्षण प्रतिभा का उल्लेख करते हुए उनकी शहादत और साहस काे नमन किया । उन्होंने कहा कि एक वीर योद्धा होने के बावजूद बाबा बंदा सिंह को समाज के वंचित और गरीब तबकों का ख्याल था और वे उनके अधिकाराें तथा सशक्तिकरण के लिए आजीवन प्रयास करते रहे। यह उन्हीं के प्रयासों का फल था कि पंजाब से जमींदारी प्रथा खत्म हुई और गरीब किसानों को अपनी जमीन का हक मिल सका। 

प्रधानमंत्री ने बंदा बहादुर की संगठन क्षमता को अद्वितीय बताते हुए कहा कि ऐसी मिसाल पूरे इतिहास में कहीं नहीं मिलती। एक सशक्त प्रशासक होते हुए भी उन्होंने कभी भी सत्ता के अधिकार अपने पास नहीं रखे। यहां तक जो सिक्के भी जारी किए, वे खुद के नाम से नहीं बल्कि गुरु नानक और गुरु गोविंद सिंह के नाम से किए। सरकार इस वर्ष बाबा बंदा बहादुर के निधन की ३०० वीं पुण्यतिथि देश भर में मना रही है। बाबा बंदा सिंह ने पंजाब में सिख शासन को स्थापित किया था। उन्हें एक ऐसे शख्स के रूप में याद किया जाता है ,जिसने अपने लोगों के सम्मान और संस्कृति की रक्षा के लिए पूरा जीवन न्योछावर कर दिया। मुगलों ने 1716 में उन्हें गिरफ्तार कर लिया था और दिल्ली लाकर मौत के घाट उतार दिया था।

शूटआउट में इटली का भ्रम तोड़ जर्मनी सेमीफाइनल में

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बोरडियोक्स (फ्रांस), 03 जुलाई, सांसे रोक देने वाले बेहद ही रोमांचक मुकाबले में खिताब की प्रबल दावेदार जर्मनी ने शनिवार को चिर प्रतिद्वंद्वी इटली को पेनल्टी शूटआउट में 6-5 से परास्त करते हुए यूरो कप के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया। जबरदस्त क्वार्टरफाइनल मुकाबले में स्टार खिलाड़ियों से सजी हुई जर्मनी तथा इटली की टीम ने मैच में अपना सबकुछ झोंक दिया और निर्धारित समय पर मैच 1-1 से ड्रा समाप्त हुआ। अतिरिक्त समय में भी नतीजा नहीं निकल सका जिसके बाद विजेता का फैसला शूटआउट के जरिए हुआ। कुल 18 पेनल्टी तक खिंचे मैराथन शूटआउट में जर्मनी के खिलाड़ियों का पलड़ा आखिरकार भारी साबित हुआ जिसमें उन्होंने कुल छह सटीक निशाने दागे जबकि इटली की टीम पांच अवसरों को ही भुना सकी। यूरोप की दो शीर्ष टीमों की इस टक्कर में उम्मीद के मुताबिक रोमांच देखने को मिला जिसमें जर्मनी ने बाजी मारते हुए अपनी श्रेष्ठता साबित की। इस जीत के साथ ही जर्मनी ने बड़े टूर्नामेंट में मिली हार का बदला लेते हुए इटली के भ्रम को भी तोड़ दिया। इससे पहले विश्व चैंपियन जर्मनी का इटली के खिलाफ पिछला रिकार्ड काफी खराब रहा और उसने हर टूर्नामेंट के नाकआउट में इटली से शिकस्त झेलनी पड़ी। इसमें 1970 का विश्वकप फाइनल, दो सेमीफाइनल तथा यूरो कप 2012 के अंतिम चार का मुकाबला शामिल है। जर्मनी सेमीफाइनल में पहुंचने वाली तीसरी टीम बन गई है। अंतिम चार में टीम का सामना मेजबान फ्रांस और आइसलैंड के बीच होने वाले चौथे क्वार्टरफाइनल की विजेता से होगा। 

इससे पहले निर्धारित समय का मुकाबला भी दोनों टीमों के बीच किसी जंग से कम नहीं था। जर्मनी और इटली दोनों ही टीमों के खिलाड़ियों ने बेहद ही दबाव से भरे मैच में आक्रामक खेल का प्रदर्शन किया। दोनों ही टीम के खिलाड़ियों ने एक दूसरे के पोस्ट पर हमले किए लेकिन हाफ टाइम तक किसी भी टीम को सफलता नहीं मिली। 
जर्मनी के लिए मेसुत ओजिल ने 65वें मिनट में पहला गोल किया। उन्होंने मारियो गोमेज के शानदार पास पर बेहतरीन गोल कर मैच को रोमांचक बना दिया। इसके बाद इटली की टीम कुछ दबाव में दिखी लेकिन लियोनार्डो बाेनुची ने 78वें मिनट में पेनल्टी के सुनहरे मौके को भुनाते हुए मुकाबले को बराबरी पर ला दिया। इसके बाद निर्धारित 90 मिनट तक कोई भी गोल नहीं हो सकने से मुकाबला अतिरिक्त समय में चला गया। अतिरिक्त समय में भी दोनों टीमों के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली। खिलाड़ियों ने एक दूसरे पर हावी होने की कोशिश की लेकिन सफलता किसी के हाथ नहीं लगी। शूटआउट में जर्मनी के बड़े नाम चूक गए और युवाओं ने टीम के लिए सेमीफाइनल सीट पक्की कर दी। जर्मनी की तरफ से टोनी क्रूस, ड्रैक्सलर, हमेल्स, किमिच, बोआटेंग और हेक्टर ने स्कोर किया। वहीं दूसरी तरफ इटली के इन्सिग्ने, बारजाग्ली, गियाचेरिनी, पारोलो, डी सिम्लियो ने गोल करने में सफलता हासिल की। 

पहले पांच पेनल्टी में दोनों टीमें 2-2 से बराबरी पर रहीं। जर्मनी की तरफ से जहां क्रूस और ड्रैक्सलर स्कोर करने में सफल रहेतो वहीं स्टार खिलाड़ी थॉमस मुलर, मेसुत आेजिल और श्वेन्सटाइगर अप्रत्याशित रुप से गेंद को पोस्ट से बाहर मार बैठे। इसके बाद दोनों टीमों के खिलाड़ियों ने अगले तीन- तीन मौकों को भुना लिया जिससे शूटआउट स्कोर 5-5 का हो गया। इटली के डारमियान की अगली पेनल्टी को जर्मन गोलकीपर मैनुएल नुएर ने रोक लिया। जर्मनी के जोनास हेक्टर ने विजयी गोल दाग इटली को बाहर का रास्ता दिखा दिया। इस मैराथन जीत के साथ ही जर्मनी के खिलाड़ी तथा स्टेडियम में मौजूद समर्थक जश्न में सराबोर हो गए। इस जीत के बाद जर्मनी के कोच जोआशिम लिओ ने टीम के युवा खिलाड़ियों की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा “हमारी टीम में शानदार पेनल्टी विशेषज्ञ खिलाड़ी मौजूद हैं लेकिन आज वे चूक गए। युवाओं ने अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभाई। हेक्टर और किमिच का यह पहला बड़ा टूर्नामेंट था लेकिन उन्होंने कर दिखाया।” वहीं जर्मनी के गोलकीपर मैनुएल नुएर ने कहा “मैंने अपने कॅरियर में इस तरह की पेनल्टी का अनुभव नहीं किया है। मुझे नहीं पता कि वे कितने थे लेकिन अधिकतर ने बीच में ही शॉट लगाया। भाग्य से मैंने अंतिम शॉट को राेक लिया।” अब जर्मनी अगले सप्ताह होने वाले दूसरे सेमीफाइनल में फ्रांस और आइसलैंड के बीच होने वाले मुकाबले की विजेता टीम से टकराएगी। 

कनाडा ओपन बैडमिंटन : प्रणीत फाइनल में,जयराम का सपना टूटा

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कैलगरी, 03 जुलाई, विश्व के 37वें नंबर के खिलाड़ी भारत के बी साई प्रणीत ने कमाल का प्रदर्शन करते हुये कनाडा ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट के पुरूष एकल फाइनल में जगह बना ली है। लेकिन शीर्ष वरीय खिलाड़ी अजय जयराम हारकर बाहर हो गये हैं। चौथी वरीय प्रणीत ने पुरूष एकल के सेमीफाइनल में फ्रांसीसी खिलाड़ी और सातवीं वरीय ब्राइस लेवेरडेज के खिलाफ अपराजेय रहते हुये एक घंटे आठ मिनट तक चले मैराथन मुकाबले में 22-20 19-21 21-12 से जीत अपने नाम की। प्रणीत वर्ष 2012 में लेवेरडेज को थाईलैंड ओपन में हरा चुके हैं और फ्रांसीसी खिलाड़ी के खिलाफ उनका रिकार्ड अब 2-0 का हो गया है। खिताब हासिल करने के लिये भारतीय खिलाड़ी को अब कोरिया के तीसरी वरीय ली ह्युन की चुनौती का सामना करना होगा। ह्युन ने एक अन्य सेमीफाइनल में शीर्ष वरीय जयराम काे एकतरफा अंदाज में केवल 28 मिनट में 21-9 21-8 से हराकर बाहर कर दिया। विश्व में 44वीं रैंकिंग के कोरियाई खिलाड़ी से प्रणीत को सतर्क रहना होगा क्योंकि दोनों के बीच पिछली भिड़ंत गत वर्ष मलेशिया मास्टर्स में हुई थी जहां ह्युन ने जीत दर्ज की थी। 

पुरूष युगल फाइनल में भारत का प्रतिनिधित्व मनु अत्री और बी सुमित रेड्डी की शीर्ष वरीय जोड़ी करेगी। अंतिम चार के मुकाबले में मनु और सुमित ने इंडोनेशिया के आंद्रेई आदिस्तिया और कनाडा के डोंग एडम की जोड़ी को 31 मिनट में 21-15 21-19 से पराजित किया। भारतीय जोड़ी ने वाकओवर से सेमीफाइनल में जगह बनाई थी। खिताबी मुकाबले में शीर्ष वरीय भारतीय जोड़ी के सामने मेजबान कनाडा के एड्रियन लू और टोबी एनजी की गैर वरीय जोड़ी की चुनौती रहेगी। भारतीय और कनाडाई जोड़ियों पहली बार आमने सामने होंगे। 

‘मैसी वापसी’ के नारे के साथ् भारी बारिश में जुटे प्रशंसक

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ब्युनस आयर्स, 03 जुलाई, अर्जेंटीना के सैंकड़ो फुटबाल प्रेमियों ने भारी बारिश के बीच अपने स्टार खिलाड़ी और राष्ट्रीय हीरो लियोनल मैसी की वापसी के नारे लगाये और उनसे संन्यास वापिस लेने की अपील की। कोपा अमेरिका फाइनल में चिली से हारने के बाद मैसी ने हार की जिम्मेदारी लेते हुये राष्ट्रीय टीम से संन्यास ले लिया था। पांच बार के विश्व के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का पुरस्कार जीत चुके मैसी के नेतृत्व में उनकी टीम 2007, 2015 और 2016 में तीन बार कोपा अमेरिका फाइनल हार चुकी है तथा 2014 विश्वकप फाइनल में भी वह अर्जेटीना को चैंपियन नहीं बना सके थे। 

मैसी के संन्यास के बाद से ही अर्जेंटीना के फुटबाल प्रेमी, राष्ट्रपति माेरिसियो मार्की, अर्जेंटीना के दिग्गज डिएगो माराडोना और ब्राजील के दिग्गज फुटबाल पेले सहित दुनियाभर में मैसी से संन्यास वापिस लेने के लिये अपील की जा रही है। फुटबाल प्रेमियों ने ब्युनस आयर्स के स्थित स्मारक ओबेलिस्को के निकट एकत्रित होकर मैसी से संन्यास वापिस लेने के लिये भारी वर्षा के बीच अपील की। मैसी के प्रशंसकाें ने हाथों में पोस्टर और बैनर लिये हुये थे और कई लोगों ने राष्ट्रीय टीम की जर्सी पहनी थी। एक प्रशंसक सैंटियागो बोरडेरो ने कहा“ ऐसा कहा जाता है कि मैसी जैसा व्यक्ति 50 करोड़ वर्ष बाद पैदा होता है तो हम इस मैसी युग में उपस्थित होकर सौभाग्यशाली हैं और चाहते हैं कि मैसी वापिस टीम से जुड़ जाएं।” चिली के खिलाफ हार के बाद मैसी वापिस अर्जेंटीना लौट गये थे जहां उन्होंने अपने शहर रोसारियो में कुछ समय बिताया और वहां से वह परिवार के साथ छुट्टियां बिताने बहामास चले गये थे। अर्जेंटीना की टीम सितंबर में 2018 विश्वकप के ग्रुप चरण में उरूग्वे के खिलाफ खेलेगी।

एल बी डब्ल्यू नियमों में बदलाव को मंजूरी, गेंदबाजों को मिलेगा फायदा

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एडिनबर्ग, 03 जुलाई, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद(आईसीसी) ने अंपायरों के पगबाधा निर्णयों में बदलाव को अपनी सहमति दे दी है जिससे गेंदबाजों को फायदा मिलेगा। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पगबाधा निर्णय हमेशा से विवाद का विषय रहे हैं और अंपायर फैसला समीक्षा प्रणाली(डीआरएस) होने के बावजूद बल्लेबाज पगबाधा निर्णयों से कभी संतुष्ट नजर नहीं आते हैं। आईसीसी ने पगबाधा से जुड़े अंपायरों के फैसले पर डीआरएस से संबंधित नियमों में बदलाव को मंजूरी दे दी है जिसके बाद गेंदबाजों को फायदा होने की संभावना जताई जा रही है। पगबाधा को लेकर अंपायर के फैसले से संबंधित डीआरएस की परिस्थितियों के बारे में आईसीसी ने कहा“ यदि पगबाधा से संबंधित मैदानी अंपायर का फैसला बदला जाता है तो नये नियमों में गेंद का आधा हिस्सा स्टंप के जोन में होना चाहिए जो ऑफ और लेग स्टंप का किनारा भी होगा। इससे पहले तक यह स्थिति थी कि गेंद का आधा हिस्सा ऑफ और लेग स्टंप के बीच के जोन में होना जरूरी होता था।” आईसीसी ने कहा कि पगबाधा निर्णयों को लेकर यह संशोधन एक अक्तूबर या फिर इस तिथि से ठीक पहले शुरू होने वाली किसी सीरीज से प्रभावी होगा जिसमें डीआरएस का इस्तेमाल होता हो। इस परिवर्तन के बाद यह माना जा रहा है कि इस बदलाव से गेंदबाजों को अधिक फायदा मिलेगा तथा मैदानी अंपायर का फैसला तीसरे अंपायर को भेजे जाने पर अधिक बल्लेबाजों को आउट दिया जाएगा। अभी तक यह होता था कि जिस जोन में गेंद हिट होनी चाहिए थी उस पर दिए जाने वाले फैसले अधिकतर पलट दिए जाते थे।

विश्व क्रिकेट संस्था ने शनिवार रात समाप्त हुयी अपनी वार्षिक बैठक में पगबाधा मामले पर महत्वपूर्ण फैसला लेने के अलावा कई अहम निर्णय भी किये गये। आईसीसी ने टेस्ट क्रिकेट में दो डिवीजन बनाने और नई वनडे लीग सहित अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में आमूलचूल परिवर्तन करने की योजना को फिलहाल स्थगित कर दिया है। बैठक में आईसीसी, आईडीआई और आईबीसी बोर्डों ने पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष और मौजूदा आईसीसी चेयरमैन शशांक मनोहर की अध्यक्षता में कई मसलों पर चर्चा की। आईसीसी ने कहा क्रिकेट को ओलंपिक खेल बनाने की अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट समिति की योजना पर आगे बातचीत हुई है। विवाद का एक अन्य विषय नो बॉल से संबंधित फैसलों पर आईसीसी ने कहा कि मैदानी अंपायरों के बजाय तीसरे अंपायर को नोबाल कहने की अनुमति देने का ट्रायल अगले कुछ महीनों में किया जाएगा ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या तीसरा अंपायर तुरंत रीप्ले का उपयोग करके सही नोबाल दे सकता है। आईसीसी ने कहा, ‘यह ट्रायल आगामी एकदिवसीय सीरीज के दौरान किया जा सकता है। तीसरा अंपायर गेंद पड़ने के कुछ सेकंड के अंदर नोबॉल देगा और उसे मैदानी अंपायर को बताएगा। ट्रायल से संबंधित विस्तृत जानकारी इसे अंतिम रूप दिये जाने पर घोषित की जाएगी।” 

महिला रिले टीम12 वें, पुरुष रिले टीम16 वें स्थान पर

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हैदराबाद,03 जुलाई, भारतीय महिला और पुरुष रिले टीमों ने रियो ओलंपिक में उतरने के लिये अपनी संभावनाएं मजबूत कर ली हैं। यहां 56 वीं राष्ट्रीय अंतरराज्यीय सीनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप के अंतिम दिन शनिवार शाम को अनिल्दा थामस , टिंटू लूका ,एम आर पूवम्मा और निर्मला श्योरण की महिला ए टीम ने चार गुणा 400 मीटर रिले में तीन मिनट 29.04 सेकंड का समय निकाला और ओलंपिक क्वालिफिकेशन के लिये रिले रैंकिंग में एक स्थान के सुधार के साथ 12 वें नंबर पर पहुंच गयीं। कुन्हीमोहम्मद , मोहम्मद अनस,अय्यास्वामी धरुण और अरोकिया राजीव की पुरुष ए टीम ने तीन मिनट 03.71 सेकंड का समय निकाला और 21 वें नंबर से 16 वें नंबर पर पहुंच गये। 11 जुलाई की अंतिम समय सीमा तक चोटी की 16 पुरुष और महिला टीमें रियो ओलंपिक के लिये क्वालिफाई कर पायेंगी। 

पटना पायरेट्स की तेलुगू पर रोमांचक जीत

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हैदराबाद ,03 जुलाई, शायद इसी को चैंपियनों का खेल कहते हैं। गत चैंपियन पटना पायरेट्स ने प्रदीप नरवाल की अगुवाई में शानदार खेल दिखाते हुये स्टार स्पोर्ट्स प्रो कबड्डी लीग के चौथे संस्करण में रविवार को सासों को रोक देने वाले मुकाबले में तेलुगू टाइटंस को 35-33 से शिकस्त देते हुये टूर्नामेंट में अपना अपराजेय सफर जारी रखा। मुकाबले की शुरुआत में पटना ने काफी कमजोर खेल दिखाया और पहले हाफ तक 13-18 के स्कोर के साथ तेलुगू से पांच अंक पीछे रही। पटना 39 वें मिनट तक 32-33 के स्कोर के साथ पीछे रही और शायद तब किसी ने सोचा भी न होगा कि वह तेलुगू को हरा पायेगी लेकिन अंतिम मिनट में संयमित खेल और न हारने के जज्बे के बलबूते पटना ने दो अंक बटोरते हुये रोमांचक जीत अपने नाम की। 

पटना की इस जीत में प्रदीप नरवाल के 11 अंको के अलावा राजेश मोंडाल के सात और कुलदीप सिंह के पांच अंकों का उपयोगी योगदान रहा। मुकाबले में तेलुगू के कप्तान राहुल चौधरी ने भी जोरदार खेल दिखाते हुये 11 अंक बटोरे लेकिन अंतत: यह नाकाफी साबित हुआ। पटना इस जीत के साथ तीन मैचों में 15 अंकों के साथ दूसरे स्थान पर आ गयी है जबकि इस हार के बाद तेलुगू टूर्नामेंट में तीन मैचों में तीन अंक लेकर अंतिम पायदान पर काबिज है। 
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