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इतिहास बनाने उतरेंगे विराट और टीम इंडिया

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नयी दिल्ली, 19 जुलाई, शानदार फार्म में खेल रहे विराट कोहली की कप्तानी और नये कोच अनिल कुंबले के विशाल अनुभव और मार्गदर्शन में टीम इंडिया गुरूवार से वेस्टइंडीज में शुरू हो रही चार टेस्टों की सीरीज में अनूठा इतिहास बनाने के इरादे से उतरेगी। भारत का आमतौर पर विदेशी जमीन पर रिकार्ड कोई बहुत अच्छा नहीं रहा है लेकिन इस सीरीज में भारत के पास कैरेबियाई जमीन पर सीरीज जीत की हैट्रिक बनाने का मौका रहेगा। भारत ने वेस्टइंडीज में पिछले दो दौरों में सीरीज जीत हासिल की है। वर्ष 1953 से अब तक भारत ने वेस्टइंडीज में कुल 45 टेस्ट खेले हैं जिनमें से उसने पांच जीते हैं, 16 हारे हैं और 24 ड्रा खेले हैं। ओवरऑल भारत ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 1948 से अब तक 90 टेस्ट खेले हैं जिनमें से उसने 16 जीते हैं, 30 हारे हैं और 44 ड्रा खेले हैं। भारत इस सीरीज में चार टेस्ट खेलने के साथ ही अपने कुल टेस्टों की संख्या 499 पहुंचा देगा। भारत ने पहली बार 1952-53 में वेस्टइंडीज का दौरा किया था। भारत ने कैरेबियाई जमीन पर कुल 10 सीरीज खेली हैं जिनमें उसने तीन सीरीज जीती हैं और सात सीरीज गंवाई हैं। भारत ने वेस्टइंडीज में पिछली अपनी दोनों सीरीज जीती हैं और इस बार उसका लक्ष्य माैजूदा सीरीज जीतकर कैरेबियाई जमीन पर सीरीज जीत की हैट्रिक बनाना है। टीम इंडिया ने 2006 में वेस्टइंडीज को चार मैचों की सीरीज में 1-0 से और 2011 में तीन मैचों की सीरीज में 1-0 से हराया था। इससे पहले भारत ने 1971 की ऐतिहासिक सीरीज में अजीत वाडेकर की कप्तानी में पांच मैचों की सीरीज 1-0 से जीती थी।

वर्ष 2006 की सीरीज में विश्वसनीय बल्लेबाज राहुल द्रविड़ भारतीय टीम के कप्तान थे जबकि 2011 में कप्तानी महेन्द्र सिंह धोनी के हाथों में थी। धोनी अब टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं अौर टेस्ट टीम की बागडोर विराट कोहली के हाथों में है। भारत ने इसके अलावा 1975-76 में चार टेस्टों की सीरीज में और वर्ष 2002 में पांच टेस्टों की सीरीज में वेस्टइंडीज में एक-एक मैच जीता था। वर्ष 1971 में छह से दस मार्च तक पोर्ट ऑफ स्पेन में खेले गये दूसरे टेस्ट में भारत ने सात विकेट से ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी। इस मैच में महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने अपना पदार्पण किया था। ऑफ स्पिनर श्रीनिवास वेंकटराघवन ने दूसरी पारी में 95 रन पर पांच विकेट लेकर भारत की जीत का मार्ग प्रशस्त किया था। इस सीरीज के चार टेस्ट ड्रा रहे थे। भारत ने इसके बाद 1975-76 में पोर्ट ऑफ स्पेन में ही तीसरे टेस्ट में 403 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुये चार विकेट पर 406 रन बनाकर ऐतिहासिक जीत हासिल की थी। इस जीत में गावस्कर ने 102, गुंडप्पा विश्वनाथ ने 112, मोहिन्दर अमरनाथ ने 85 और बृजेश पटेल ने नाबाद 49 बनाये थे। इस ऐतिहासिक जीत के 27 साल बाद जाकर भारत को 2002 में वेस्टइंडीज में अपनी तीसरी टेस्ट जीत नसीब हुयी। सौरभ गांगुली की कप्तानी में भारत ने पोर्ट ऑफ स्पेन में ही वेस्टइंडीज को दूसरे टेस्ट में 37 रनों से हराया। भारत की पहली पारी में सचिन तेंदुलकर ने शानदार 117 रन बनाये। कप्तान गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण ने दूसरी पारी में क्रमश: नाबाद 75 और 74 रन बनाये। लक्ष्मण ने पहली पारी में भी नाबाद 69 रन बनाये थे। जवागल श्रीनाथ और आशीष नेहरा ने तीन-तीन विकेट लेकर भारत को शानदार जीत दिलाई।

वर्ष 2006 में किंग्स्टन के सबीना पार्क में भारत ने चौथा और आखिरी टेस्ट 49 रन से जीतकर सीरीज अपने नाम की। कप्तान द्रविड ने पहली पारी में 81 और दूसरी पारी में 68 रन बनाये। मौजूदा कोच अनिल कुंबले ने उस मैच की दूसरी पारी में 78 रन पर छह विकेट लेकर भारत को जीत दिलाई। इस मैच की पहली पारी में ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने 13 रन पर पांच विकेट झटके थे। वर्ष 2011 में भारत ने सबीना पार्क में ही पहला टेस्ट 63 रन से जीत लिया जो सीरीज जीत के लिये निर्णायक साबित हुआ। सुरेश रैना ने पहली पारी में 82 अौर द्रविड ने दूसरी पारी में 112 रन बनाये। प्रवीण कुमार और इशांत शर्मा ने मैच में कुल छह-छह विकेट लेकर भारत को जीत दिलाई। उस मैच में मौजूदा भारतीय कप्तान विराट कोहली ने अपना टेस्ट पदार्पण किया था। पहली पारी में पांचवे नंबर पर उतरे विराट ने चार रन और दूसरी पारी में 15 रन बनाये थे। उस सीरीज के पांच साल बाद विराट कप्तान के रूप में वेस्टइंडीज की जमीन पर पहुंच चुके हैं और उनका नाम आज दुनिया के दिग्गज बल्लेबाजों में शुमार होता है। विराट पर भारी जिम्मेदारी रहेगी कि वह अपनी कप्तानी में टीम इंडिया को वेस्टइंडीज में सीरीज जीत की हैट्रिक दिलायें। 

तिरंगे के अपमान पर विजेन्दर के खिलाफ शिकायत दर्ज

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नयी दिल्ली,19 जुलाई, भारत के स्टार मुक्केबाज विजेन्दर सिंह के खिलाफ डब्ल्यूबीए एशिया पैसिफिक सुपर मिडलवेट चैंपियनशिप के खिताबी मुकाबले के दौरान राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करने के मामले में शिकायत दर्ज कराई गई है। सूत्रों के अनुसार राजधानी के वसुंधरा इन्क्लेव निवासी उल्हास पी आर ने न्यू अशोक नगर थाने में 30 वर्षीय स्टार मुक्केबाज के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। शिकायतकर्ता ने कहा“त्यागराज स्टेडियम में हुए इस मुकाबले में विजेन्दर ने जो शॉर्ट्स पहना था,उसके पीछे की तरफ तिरंगा झंडा बना हुआ था। यह स्पष्ट तौर पर राष्ट्रीय झंडा अधिनियम का उल्लंघन है।” उल्हास के अनुसार दिल्ली उच्च न्यायालय ने उन्हें राष्ट्रीय सम्मान से जुड़े मामले में पुलिस में शिकायत दर्ज करने का निर्देश दिया था। विजेन्दर ने शनिवार को आस्ट्रेलिया के कैरी होप को 10 राउंड के बेहद जबर्दस्त और कांटेदार मुकाबले में हराकर डब्ल्यूबीए एशिया पैसिफिक सुपर मिडलवेट चैंपियनशिप का खिताब जीता था। 

बिंद्रा पांचवां और नारंग ,योगेश्वर खेलेंगे चौथा ओलंपिक

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नयी दिल्ली,19 जुलाई, रियो अोलंपिक में भारतीय दल के ध्वजवाहक निशानेबाज अभिनव बिंद्रा जहां रियो में पांचवां ओलंपिक खेलने उतरेंगे वहीं लंदन ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता निशानेबाज गगन नारंग और पहलवान योगेश्वर दत्त अपना चौथा ओलंपिक खेलेंगे । टेनिस लीजेंड लिएंडर पेस अपना रिकार्ड सातवां ओलंपिक और भारतीय दल के ध्वजवाहक अभिनव बिंद्रा पांचवां ओलंपिक खेलने जा रहे हैं। बिंद्रा देश के एकमात्र व्यक्तिग ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता हैं और रियो उनका आखिरी ओलंपिक है। नारंग के साथ योगेश्वर और डिस्कस थ्रोअर विकास गौड़ा अपना चौथा ओलंपिक खेलेंगे। विकास के कंधे में हालांकि चोट है लेकिन भारतीय एथलेटिक्स संघ आखिरी समय तक उनकी फिटनेस का इंतजार करेगा। चार साल पहले लंदन में कांस्य पदक जीत चुके नारंग रियो में तीन स्पर्धाओं में 10 मीटर एयर राइफल, 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन और 50 मीटर राइफल प्रोन में उतरेंगे। योगेश्वर दत्त 65 किग्रा फ्री स्टाइल वर्ग में अपनी चुनौती रखेंगे। योगेश्वर ने भी लंदन में कांस्य पदक जीता था और रियो में उन पर पदक उम्मीदों का भारी दारोमदार रहेगा। लंदन में कांस्य पदक जीतने वाली बैडमिंटन स्टार सायना नेहवाल और महिला तीरंदाज बोम्बायला देवी अपना तीसरा ओलंपिक खेलेंगी। सायना महिला एकल में उतरेंगी जबकि बोम्बायला देवी व्यक्तिगत और टीम रिकर्व स्पर्धा में खेलेंगी। 

स्टार तीरंदाज दीपिका कुमारी ,निशानेबाज हीना सिद्धू, बैडमिंटन युगल जोड़ी ज्वाला गुट्टा और अश्विनी पोनप्पा तथा मुक्केबाज शिवा थापा अपना दूसरा ओलंपिक खेलेंगे। दीपिका व्यक्तिगत और टीम रिकर्व स्पर्धा में खेलेंगी। हीना सिद्धू 10 मीटर एयर पिस्टल और 25 मीटर स्पोर्ट्स पिस्टल स्पर्धा में अपनी चुनौती रखेंगी। ज्वाला-अश्विनी युगल में खेलेंगी। शिवा थापा मुक्केबाजी के 56 किग्रा वर्ग में अपना दावा पेश करेंगे। रियो ओलंपिक में कई खिलाड़ी पदार्पण भी करने जा रहे हैं। निशानेबाज जीतू राय , अपूर्वी चंदीला, अयोनिका पाल, चैन सिंह, गुरप्रीत सिंह,प्रकाश नंजप्पा और कीनन चेनाई ,तीरंदाज लक्ष्मीरानी मांझी, बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू और पैदल चाल एथलीट संदीप कुमार पहली बार ओलंपिक में उतरेंगे। देश की पदक उम्मीद जीतू राय 10 मीटर एयर पिस्टल और 50 मीटर फ्री पिस्टल में निशाने साधेंगे। अपूर्वी चंदीला 10 मीटर एयर राइफल , अयोनिका पाल 10 मीटर एयर राइफल, चैन सिंह 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन, गुरप्रीत 10 मीटर एयर पिस्टल और 50 मीटर रैपिड फायर पिस्टल, चेनाई ट्रैप स्पर्धा और नंजप्पा 50 मीटर फ्री पिस्टल में उतरेंगे। लक्ष्मीरानी मांझी व्यक्तिगत और टीम रिकर्व स्पर्धा में, सिंधू बैडमिंटन एकल में और संदीप कुमार 50 मीटर पैदल चाल में उतरेंगे। 

तुर्की से 54 पदक जीतकर सुरक्षित लौटे भारतीय स्कूली खिलाड़ी

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नयी दिल्ली,19 जुलाई, भारत का 149 सदस्यीय स्कूली दल तुर्की के ट्रैबजोन में आयोजित विश्व स्कूली खेलों (अंडर 18)में 10 स्वर्ण सहित कुल 54 पदक जीतकर सुरक्षित स्वदेश लौट आया। भारतीय खिलाड़ी तुर्की में तख्ता पलट के प्रयासों के कारण फंस गये थे लेकिन ये सभी खिलाड़ी मंगलवार सुबह दो अलग अलग फ्लाइट से सुरक्षित स्वदेश लौट आये। भारतीय स्कूली खेल महासंघ के मुख्य संरक्षक महाबली सतपाल ने इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर इन बच्चों की अगवानी की जिन्होंने तुर्की में विषम परिस्थितियों में शानदार प्रदर्शन करते हुये 10 स्वर्ण, 19 रजत और 25 कांस्य सहित कुल 54 पदक जीते हैं। महाबली सतपाल ने बताया कि यह बड़ी खुशी की बात है कि सभी बच्चे सुरक्षित स्वदेश लौट आये हैं और साथ ही उनका हर दो साल में होने वाले इन खेलों में बेहतरीन प्रदर्शन भी रहा। उन्होंने कहा“ बच्चों के वहां सुरक्षित रहने और स्वदेश लौटने में भारत सरकार, विदेश मंत्रालय, खेल मंत्रालय और तुर्की स्थित भारतीय राजदूत ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। बच्चों पर खासकर ध्यान दिया गया ताकि उन्हें ऐसी परिस्थितियों में किसी परेशानी का सामना न करना पड़े।” भारत ने इन खेलों में ओवरऑल पदक तालिका में तीसरा स्थान हासिल किया और कुश्ती में चैंपियनशिप अपने नाम की। भारत ने कुश्ती में सात स्वर्ण, चार रजत और पांच कांस्य सहित कुल 16 पदक जीते। भारत ने कुश्ती में 18 में से 16 पदक अपने नाम किये।

कुश्ती में स्वर्ण जीतने वाले खिलाड़ियों में गुजरात के अमीन 46 किग्रा फ्री स्टाइल, दिल्ली के नवीन 55 फ्री स्टाइल, दिल्ली के राजकुमार 55 ग्रीको रोमन, महाराष्ट्र के पूरब पाटिल 60 फ्री स्टाइल, दिल्ली के सागर 60 ग्रीको रोमन, दिल्ली के विशाल 66 फ्री स्टाइल और हरियाणा के मोहित 120 फ्री स्टाइल शामिल हैं। चार पहलवानों नरेश, नितेश चिकारा, अर्जुन और आनंद ने रजत पदक जीते जबकि संजीत ,कुश सहरावत , मनदीप ,आदर्श और सागर ने कांस्य पदक जीते। छत्रसाल स्टेडियम के पहलवान कुश सहरावत ने 120 किग्रा वजन वर्ग में कांस्य जीता। दिल्ली के पहलवानों की सफलता में छत्रसाल स्टेडियम के कोचों वीरेन्दर, ललित और अशोक शर्मा का महत्वपूर्ण योगदान रहा। दिल्ली सरकार ने भी दिल्ली के खिलाड़ियों को इन खेलों के लिये भेजने में अहम भूमिका निभाई। भारतीय स्कूल खेल महासंघ के उपाध्यक्ष अंडमान निकोबार के रंजीत , तमिलनाडु के जैकब और मध्यप्रदेश के एसके सक्सेना इन खिलाड़ियों के साथ तुर्की गये थे। महासंघ के महासचिव राजेश मिश्रा ने भी खिलाड़ियों की सफलता में महत्वपूर्ण योगदान दिया। 

गुजरात में जुझारू दलित आंदोलन का माले ने किया समर्थन

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गुजरात में दलितों के साथ अमानवीय व्यवहार ने भाजपा के ब्राह्मणवादी चरित्र को एक बार फिर से किया पुष्ट, मायावती के प्रति भाजपा नेता का दिया गया बयान स्त्री व दलित विरोधी यौन कंुठित मानसिकता का परिचायक. 26 जुलाई को पटना में मार्च, काॅ. दीपंकर लेंगे भाग. अरवल व नवादा में गुजरात दलित आंदोलन के समर्थन में मोदी का पुतला दहन, अन्य जगहों पर भी लिये जायेंगे कार्यक्रम. 

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पटना 20 जुलाई 2016, माले राज्य सचिव कुणाल, पोलित ब्यूरो सदस्य काॅ. धीरेन्द्र झा और पूर्व सांसद रामेश्वर प्रसाद ने आज संयुक्त प्रेस बयान जारी कर कहा है कि गुजरात में दलित उत्पीड़न की भयावह घटना ने एक बार फिर से भाजपा के असली चरित्र को तार-तार कर दिया है. गुजरात के उना शहर में मरी हुई गाय के खाल को लेकर जिस बर्बर तरीके से चार दलित युवकों को पीटा गया, गाड़ी में बांधकर घसीटा गया और गांव से लेकर शहर तक घुमाया गया, उसने फासिस्ट संघ गिरोह व गुजरात की भाजपा सरकार के दलित व मानवद्रोही चरित्र को पूरी तरह बेनकाब किया है. गोरक्षा के नाम पर सक्रिय असामाजिक तत्वों पर कार्रवाई की बजाय सरकार उन्हें बचाने में लगी है. यही वजह है कि आज अपने मान-सम्मान व हक-अधिकार की लड़ाई में बड़ी संख्या में दलित समुदाय के लोग सड़कों पर उतर आये हंै और आज उन्होंने गुजरात बंद का आह्वान किया है. भाकपा-माले गुजरात में दलित समुदाय के नवजागरण का स्वागत करती है, उसका समर्थन करती है और दलितों के साथ बर्बर व्यवहार की कड़ी निंदा करती है.

माले नेताओं ने कहा कि न केवल गुजरात में जबरदस्त आंदोलन फूट पड़ा है, बल्कि मुंबई में भी डाॅ. भीमराव अंबेडकर भवन तोड़े जाने के खिलाफ हजारों की संख्या में दलित समुदाय के लोग, लोकतंत्र पसंद आवाम सड़कों पर उतरकर अपना प्रतिवाद दर्ज कर रहा है. हम इसका भी स्वागत करते हैं. भाजपा एक तरफ संविधान दिवस मनाती है, और दूसरी ओर अंबेडकर भवन तोड़ रही है. यही वजह है कि आज पूरे देश में भाजपा के खिलाफ आंदोलनकारी ताकतों की एकजुटता लगातार बढ़ते जा रही है.  मायावाती पर उत्तरप्रदेश के भाजपा उपाध्यक्ष द्वारा की गयी टिप्पणी बेहद अपमानजनक, दलित विरोधी और यौन कुंठा से प्रेरित है. हम इसकी कड़ी भत्र्सना करते हैं. और ऐसे भाजपाइयों को जिसने मायावती के लिए ‘वेश्या’ शब्द का उपयोग किया है, अविलंब गिरफ्तार कर जेल में डालने की मांग करते हैं. कश्मीर से लेकर मायावती के प्रसंग में यही साबित होता है कि भाजपा एक सिरे से अल्पसंख्यक, दलित व स्त्री विरोधी पार्टी है.

गुजरात में उठ खड़े हुए दलित आंदोलन के समर्थन में माले ने बिहार के जिला व प्रखंड मुख्यालयों पर प्रतिवाद का कार्यक्रम लिया है. आज गुजरात बंद के समर्थन में अरवल व नवादा में प्रधानमंत्री का पुतला दहन किया गया. आने वाले दिनों में अन्य जिला व प्रखंड मुख्यालयों पर भी कार्यक्रम होंगे. खेग्रामस, आइसा, इनौस, ऐपवा आदि जनसंगठन भी अपने बैनर से विरोध-प्रदर्शन का काम जारी रखेंगे. 26 जुलाई को पटना में गुजरात में बर्बर दलित उत्पीड़न के खिलाफ दलितों के मान-सम्मान के सवाल पर मार्च निकाला जाएगा, जिसमें माले महासचिव काॅ. दीपंकर भट्टाचार्य भी भाग लेंगे.

पटना लाॅ काॅलेज के छात्रों का विश्वविद्यालय मुख्यालय पर जोरदार प्रदर्शन

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  • एलएल॰बी॰ प्रथम सेमेस्टर परीक्षा का परिणाम घोषित करान सत्र 2015-16 में हो रहे देरी के खिलाफ छात्रों का फूटा गुस्सा

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पटना, आज दिनांक 20.07.2016 को पटना लाॅ काॅलेज के छात्रों ने विश्वविद्यालय मुख्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया। एलएल॰बी॰ प्रथम सेमेस्टर परीक्षा का परिणाम विश्वविद्यालय द्वारा घोषित नहीं किये जाने तथा एलएल॰बी॰ द्वितीय सेमेस्टर की परीक्षा तिथि घोषित नहीं किये जाने को लेकर छात्र आक्रोशित थे। आक्रोशित छात्र वि॰वि॰ प्रशासन के लापरवाही के खिलाफ जोरदार नारा लगाते हुए विश्वविद्यालय मुख्य गेट पर पहुँचा। छात्रों द्वारा पहले से दिये सूचना के बावजूद कोई भी अधिकारी छात्रों से वार्ता नहीं की जब छात्र जुलूस के शक्ल में वि॰वि॰ गेट पर पहुँचे तो गेट बन्द कर दिया गया छात्र वार्ता की मांग कर रहे थे। जब वि॰वि॰ प्रशासन वार्ता के लिए नहीं बुलाई तो छात्र गेट पर ही जमें रहे जिससे वि॰वि॰ के काम-काज पर असर पड़ा। छात्र वहीं पर सभा की जिसकी अध्यक्षता ए॰आई॰एस॰एफ॰ जिला उपाध्यक्ष पुष्पेन्द्र प्रणय ने की। सभा को संबोधित करते हुए ए॰आई॰एस॰एफ॰ राज्य परिषद् सदस्य सह लाॅ काॅलेज के छात्र सुशील उमाराज ने कहा कि वि॰वि॰ प्रशासन छात्रों के भविष्य के साथ अन्याय कर रही है जो कहीं से भी उचित नहीं लगता।

उन्होंने कहा कि 6 महीने से ऊपर हो गये एलएल॰बी॰ प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा दिए हुए। परीक्षा परिणाम के लिए वि॰वि॰ प्रशासन अभी तक कोई पहल नहीं की है। जबकि छात्र लगातार आवेदन के माध्यम से वि॰वि॰ प्रशासन को अवगत कराते रहा है। प्रशासन समय रहते समस्या नहीं सुलझा पाती है तो छात्रों का एक साल बर्बाद हो जाएगा। जिस पर वि॰वि॰ प्रशासन चुप्पी तोड़े। सभा को संबोधित करते हुए लाॅ काॅलेज की छात्रा सोनी कुमारी ने कहा कि हम छात्रों की क्या गलती है वि॰वि॰ प्रशासन के लापरवाही के चलते 355 छात्रों का भविष्य को बर्बाद करने पर उतारू है। उन्होंने कहा कि वि॰वि॰ प्रशासन हमारी समस्या को अनदेखी करती है तो आंदोलन तेज किया जाएगा जिसकी जवाबदेही वि॰वि॰ प्रशासन की होगी। छात्र कल दिनांक 21.07.2016 को लाॅ काॅलेज परिसर में बैठक कर आगे आंदोलन की रणनीति तय करेंगे। प्रदर्शन में उपस्थित छात्र सुमन सौरभ, अनुरंजन, शेखर यादव, सुधा कुमारी, रुचि कुमारी, सोनी कुमारी, राजन कुमार, कुणाल कुमार, गुरुदयाल, अनुराग शुक्ला, विपिन, प्रियरंजन देव आदि दर्जनों छात्र मौजूद थे।

80 दिन बाद ख,ुला प्राचार्य कक्ष का ताला, कुल सचिव ने अट्र्स काॅलेज पहुंच खोलवाया ताला

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  • वि.वि. इंजीनियर ने काॅलेज व छात्रावास का लिया जायजा, क्लासेस हुए शुरु, छात्रों के निलंबन वापसी तथा परीक्षाआंे की अधिसूचना जारी।

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पटनाः-पटना आट्र्स काॅलेज में 80 दिनों बाद आज प्राचार्य कक्ष का ताला खुला। पटना वि.वि. कुलसचिव संजय कुमार सिन्हा ने आट्र्स काॅलेज पहुंच ताला खोलवाया तथा नये प्राचार्य प्रो. अरुण कमल को प्राचार्य कक्ष में प्रवेश दिलवाया। कुल सचिव ने काॅलेज के निलंबित 8 निर्दोष छात्रों के निलंबन वापसी की अधिसूचना पी.यू. प्रशासन द्वारा जारी करने की भी बात कही। उन्होंने प्राचार्य व शिक्षकों के साथ बैठक कर काॅलेज मंे नियमित कक्षाआंे का संचालन व अन्य छात्र समस्याओं की जानकारी ली तथा छात्र-छात्राओं को विश्वास में लेकर चलने की बात कही। 

कुल सचिव के निर्देश पर वि.वि. अभियंता सचिन दयाल ने छात्रावास व महाविद्यालय का जायजा लिया। इंजीनियर ने छात्रावास में बिजली की वायरिंग, पानी की टंकी, बाथरूम की जर्ज स्थिति में बदलाव के लिए कल गुरुवार को नोटिफिकेशन जारी कराने की बात कही। छात्र के 80 दिन आंदोलन के समाप्ति के बाद आज पहली बार क्लासेज शुरु हुए तथा वाईफाई का कनेक्शन शुरु हुआ। छात्र-छात्रायें ई-लाईब्रेरी में बैठे। गौरतलब है कि पूर्व प्राचार्य चन्द्रभूषण श्रीवास्तव 25 अप्रैल के बाद से ही गायब है। मौके पर मौजूद ए.आई.एस.एफ. व एस.सी. एस.एफ. के छात्र नेताआंे ने कुल सचिव को किये गये वायदे को पूरा कराने के लिए ध्न्यवाद किया। और एकैडमिक गतिविधि को पूरा कराने में हरसभंव सहयोग का भरोसा दिलाया। मौके पर उपस्थित ए.आई.एस.एफ. के राज्य सचिव सुशील कुमार, राज्य परिषद् सदस्य अभिषेक आनन्द, जिला सह सचिव-साजन झा, एस.सी. एस. एफ. के संयोजक वीरचन्द कुमार, अध्यक्ष गौरव कुमार, सचिव मुकेश कुमार, बिपिन कुमार, प्रीति कुंमारी, सुनील कुंमार, विक्की कुमार, दीवाकर, मन्टू आदि सैकड़ों छात्र उपस्थित थे।

धमाकेदार फीचर्स के साथ आया जोपो स्मार्टफोन स्पीड 8

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नई दिल्ली। उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद बनाने वाली कंपनी शेंजेन जोपो कम्यूनिकेशन इक्विपमेंट कंपनी लिमिटेड ने युवाओं को आकर्षित करने के लिए एंड्राइड स्पीड 8 को लांच करने की घोषणा की, जो कि विश्व का पहला बेहद तेज डेकाकोर स्मार्टफोन है। यह डिवाइस बाजार में 29,999 रुपए के आकर्षक मूल्य पर बेचा जाएगा।

कंपनी के संस्थापक केविन जु ने इसे पेश करते हुये कहा कि ‘जोपो स्पीड 8 हेलिओ एक्स 20 में सोनी आईएमएक्स 230 कैमरा मे ं21.0 एमपी का रियर और  मेगापिक्सल का है और 8.0एमपी का रियर कैमरा के अलावा,एलईडी फ्लैश और फ्रंट फ्लैश,64 बिट डेकाकोर सीपीयू,4 जीबी रैम और 32 जीबी का इंटरनल स्टोरेज है। ब्रांड मेटल का लुक, कर्व्ड बॉडी, डिजाइन किया गया। 3600 एमएएच की बैटरी है। 

उन्होंने कहा, ‘विश्व के पहले डेकाकोर सीपीयू प्रोसेसर वाला स्मार्टफोन होने के अलावा, स्पीड 8 के कैमरे में लगा 2.45 सीमॉस इमेज सेंसर चित्रों को ज्यादा बेहतर बनाता है। इसके साथ ही, इस सेंसर में पीडीएएफ तकनीकी भी शामिल है, कि आप बेहद तेज फोकस के साथ बेहतरीन चित्र लेने में सक्षम होंगे। ‘

शर्मनाक बयान, ''मायावती को बताया वेश्या से बद्तर''

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पहले पोस्टर वार और अब जुबान का तंग हो जाना...दरअसल संकेत हैं सूबे में सियासी सरगर्मियों के बढ़ने का। उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह ने बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती पर आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग किया है। 

संवादाता सम्मेलन के दौरान दिया बयान
मऊ में आयोजित एक संवादाता सम्मेलन के दौरान दयाशंकर सिंह ने यह कह डाला कि मायावती जी एक वेश्या से भी बद्तर चरित्र की हो गई हैं। इसके साथ ही उन्होंने बसपा सुप्रीमों पर पैसे की खातिर टिकट देने और टिकट काटने का आरोप भी लगाया। 

पैसों पर तय होता है टिकट
दयाशंकर सिंह ने कहा कि मायावती जी टिकटों की बिक्री कर रही हैं। मायावती जी किसी को एक करोड़ रुपए में टिकट देती हैं लेकिन एक घंटे बाद कोई दो करोड़ रुपए देने वाला मिलता है, तो वो उसको टिकट दे देती हैं। शाम को कोई तीन करोड़ देने वाला मिलता है तो वो टिकट काट कर उसे दे देती है।

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा हमारी जानकारी में नहीं
उत्तर प्रदेश में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्या ने दयाशंकर के इस बयान पर कहा कि उन्हें अभी तक इस मामले की जानकारी नहीं है। हां यदि कुछ आपत्तिजनक है तो उस पर पार्टी विचार जरूर करेगी। 

47 लाख की लागत से बन रहे साहेब बाँध में व्यापक पैमाने पर घोटाले की आशंका,

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  • संवेदक के विरुद्ध डीसी दुमका से कार्रवाई की ग्रामीणों ने की मांग 

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अमरेन्द्र सुमन (दुमका) झारखण्ड विभागीय पदाधिकारी, संवेदक व इंजीनियर की आपसी मिलीभगत से रानेश्वर प्रखण्ड के आसनबनी पंचायत में 47 लाख रुपये की लागत से तैयार हो रहे साहेब बाँध के निर्माण कार्यों में राशियों की भारी लूट की संभावना नजर आ रही है।  आसनबनी व धनबासा पंचायत के गाँव चापुड़िया में रबी व खरीफ फसल उत्पादन के लिये सिंचाई के रुप में पिछले कई वर्षों से संजीवनी का काम कर रहे साहेब बाँध का जबरन निर्माण कार्य दिखाकर पूरी राशि हजम करने का प्रयास लगातार जारी है। संवेदक के असंतोषप्रद कार्यों व विभागीय पदाधिकारियों के मनमानेपन के विरुद्ध ग्रामीणों की लगातार शिकायतों के बावजूद संबंधित विभाग के कार्यपालक अभियंता ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की। ग्रामीणों के साथ वार्ता करने के वायदे भी कार्यपालक अभियंता भूल गए। स्थल का निरीक्षण तो उन्होनें किया किन्तु एक भी ग्रामीण से राय-मशवरा नहीं किया। ग्रामीणांे का आरोप है कि कार्य0 अभि0, सहायक व कनीय अभियंता व संवेदकों की आपसी मिलीभगत के तहत साहेब बाँध निर्माण कार्यों के लिये आवंटित 47 लाख रुपये की राशि हजम करने का प्रयास किया जा रहा है। 

इसी तरह दो अन्य तालाब निर्माण कार्यों में भी भारी अनियमितताएँ बरती जा रही हैं। भाजपा सरकार में भाजपाई कार्यकर्ताओं द्वारा ब्यूरोक्रेटस के विरुद्ध लगाए जा रहे आरोपों पर जिला प्रशासन भी खामोश है। विदित हो लघु सिचाई विभाग, दुमका द्वारा जिले के अलग-अलग प्रखण्डों में करोड़ों रुपये के तालाब निर्माण कार्य करवाए जा रहे हैं। जिले के रानेश्वर प्रखण्ड के आसनबनी व धनवासा पंचायत के ग्रामीणों द्वारा आसनबनी में तैयार हो रहे साहेब बांध में संवदेकों व पदाधिकारियों के विरुद्ध डीसी दुमका को आवेदन देकर काम रुकवाने का अनुरोध किया गया है। उपरोक्त पंचायतों के ग्रामीणों यथा-दिनेश, मंडल, तापस मंडल, गजपति पाल, लालू मंडल, दयामय मंडल, षष्टी मंडल, केदारनाथ मंडल, विभूति बास्की, बिरसा बास्की, दुर्गा टुडू, प्रीतम कुमार गोस्वामी, बाल मोहन मिस्त्री, जितेन्द्र मिस्त्री, रुबी मुर्मू, मुन्ना मुर्मू, सुबल मुर्मू, दीपक मंडलज, शिवलाल हेम्ब्रम, जितेन टुडू, सुनिराम टुडू, लखीन्द्र मुर्मू, गंगा हांसदा, आलीम अंसारी, सुकुमार मंडल, अताउल अंसारी, प्रहलाद मंडल, विनोद मंडल, मिथुन मंडल, मनोज मंडल, विश्वजीत मंडल, बासुदेव पाल, राजेश पाल, निरज, काजल मंडल, नारायण पाल, सुभाष पाल, गौर मंडल, हेमन्त पाल, समरेश मिर्धा राजेश चन्द्र दास व अन्य के हस्ताक्षरित आवेदन में कहा गया है कि न तो कार्यस्थल पर प्राक्कलित राशि, संवेदक का नाम, स्थल से संबंधित न तो कोई जानकारी से संबंधित कोई बोर्ड ही लगाया गया है और न ही ग्रामीणों को ही इसकी कोई जानकारी दी जाती है। ग्रामीणांे का कहना है 29 मई को तालाब निर्माण कार्य का शुभारम्भ किया गया था। कुछ दिन तक धीमी गति से फोकलेन मशीन के द्वारा मिट्टी की कटाई कर काम किया गया। बाद में कार्य और भी धीमी कर दी गई। इधर लगातार वर्षा से लगातार तालाब में पानी भरता जा रहा है। 

संवेदकों व विभागीय पदाधिकारियों की मंशा साफ झलकती है। संवेदक व पदाधिकारीगण लगातार वर्षा की ओर नजर गड़ाए हुए हैं। विदित हो बारिस के मौसम में तालाब की खुदाई असंभव है ऐसी स्थिति में आधे-अधुरे कार्य कर पूरी राशि गड़क जाने की चाल चली जा रही है। दूसरी अहम बात यह है कि साहेब बांध पर स्नान व साफ-सफाई से संबंधित ग्रामीणों का कार्य पूरी तरह अवरुद्ध कर दिया गया है। स्नान व कपड़ों की सफाई के लिये ग्रामीणों को काफी दूर की यात्रा करनी पड़ रही है।  ग्रामीणों का यह भी आरोप है कि 10 एकड़ के क्षेत्र में साहेब बांध मौजूद है। संवेदक द्वारा बाँध के कुछ ही हिस्सों की खुदाई की जा रही है। मिट्टी की जो भी खुदाई की जा रही है उसे मेड पर रख दिया जा रहा है। तेज बारिस की स्थिति में मेड पर रखी मिट्टी पुनः बाँध में गिरकर बराबर हो जा रही है। ग्रामीणों का यह भी आरोप है कि 125 एकड़ जमीन पर फसलों को जीवन देने वाले इस बाँध की जो स्थिति इन दिनों संवेदकों व पदाधिकारियों ने आपसी मिलीभगत से कर दिया है उससे हजारों ग्रामीणांे का जीवन कष्टप्रद हो जाएगा। मानवीय जरुरतों को पूरा करने व सिंचाई के लिये एकमात्र गहरे पानी वाले इस बाँध का मूल अस्तित्व ही नष्ट कर दिया जा रहा है। 

सदस्य पंचायत संमिति आसनबनी प्रदीप कुमार मंडल, वार्ड सदस्य गंुगा हांसदा, अध्यक्ष बिहार/झारखण्ड भ्रष्टाचार निरोध अभियान, शाखा रानेश्वर नीलकमल राय, लाल बहादुर शास्त्री किसान विकास समिति, आसनबनी, रानेश्वर सत्यपद मंडल ने कड़ा विरोध जताते हुए विभागीय कार्यपालक अभियंता, सहायक अभियंता, कनीय अभियंता व संवेदक के विरुद्ध त्वरित कार्रवाई की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है हजारों आदमी के जीवन को संवार रहे साहेब बांध के हो रहे कार्यों पर कार्रवाई नहीं की गई तो लोग सड़क पर उतरने को मजबूर होगें।ें विभाग के आला अधिकारी से फोन व अन्य संचार माध्यमों से लगातार शिकायतों के बाद भी उनकी ओर से कोई रिस्पाॅन्स नहीं लिये जाने के परिणामस्वरुप अंततः ग्रामीणों ने उपायुक्त से अपनी शिकायत की है। विदित हो, दुमका में 10 प्रखण्ड हैं। इस विभाग की ओर से प्रत्येक प्रखण्ड में तालाब निर्माण कार्य करवाए जा रहे हैं। प्रत्येक प्रखण्डों में हो रहे कार्यों के विरुद्ध ग्रामीणांे का गुस्सा सातवंे आसमान पर देखा जा सकता है। 

नप गए भाजपा नेता दयाशंकर सिंह

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बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमों मायावती के खिलाफ अपशब्द इस्तेमाल करने को लेकर बीजेपी नेता दयाशंकर सिंह को पार्टी ने यूपी बीजेपी उपाध्यक्ष पद से हटा दिया है। दयाशंकर की टिप्पणी के बाद उनका विरोध सोशल मीडिया से लेकर सत्ता के गलियारों में भी हो रहा था। 

आपको बताते चलें कि यूपी बीजेपी के उपाध्यक्ष दया शंकर सिंह ने मायावती पर टिकट बेचने का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ बेहद आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया था। दयाशंकर सिंह की मायावती के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी ने भारतीय जनता पार्टी के लिए संसद सत्र के बीच असहज स्थिति पैदा कर दी, जिसके बाद पार्टी को कार्रवाई के लिए मजबूर होना पड़ा।

बसपा प्रमुख मायावती ने भी इस बयान पर तीखे तेवर दिखाते हुए हिदायत दी थी कि अब लोग किस तरह से विरोध करते हैं, और सड़क पर उतरेंगे उसके लिए वे जिम्मेवार बिलकुल भी नहीं होंगी। जबकि अरूण जेटली ने कहा कि वे निजी तौर पर आहत हुए हैं। 

विशेष आलेख : नाइक पर प्रतिबंध इस समस्या का अंतिम समाधान नहीं

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भारत के विवादास्पद मुस्लिम धर्म प्रचारक जाकिर नाइक के उपदेशों पर भारत सहित सम्पूर्ण विश्व में शुरू हुआ बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है । इस विषय पर पक्ष और विपक्ष के वक्तव्यों से माहौल निरन्तर गर्म होता जा रहा है । उल्लेखनीय है कि इस विषय पर बहस तब शुरू हुई, जब यह तथ्य प्रकाश में आया कि ढाका में 20 लोगों की ह्त्या करने वाले आतंकियों का मुख्य प्रेरणास्त्रोत इस्लामी उपदेशक जाकिर नाइक था । इस तथ्य के प्रकाश में आने के बाद भारत सहित सम्पूर्ण विश्व में बसने वाले मुसलमानों के लिए यह अत्यावश्यक हो गया है कि वे ऐसे तत्वों का न केवल बहिष्कार करें, बल्कि अपने धर्म से प्रेरित आतंकवाद के खिलाफ एक स्पष्ट स्टैंड लेना शुरू करें। अब यह कहने भर से काम नहीं चलने वाला कि आतंक का कोई धर्म नहीं होता या आतंक और इस्लाम का कोई सम्बन्ध नहीं है । बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना वाजिद ने ढाका में 20 लोगों की ह्त्या पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि रमजान के पवित्र महीने में बेगुनाह मेहमानों पर हमला करने वाले इस्लाम को मानने वाले नहीं हो सकते। लेखिका तस्लीमा नसरीन का कहना था कि आतंकियों ने लोगों को कलमा पढ़वाया और जिन्हें कलमा याद था उन्हें बख्श दिया और दूसरों की गर्दन रेत दी। उनके अनुसार ऐसे कट‌्टरपंथ और क्रूरता की शिक्षा धर्म से ही आती है। किंतु ऐसी सोच रखने वाले उन तमाम लोगों को क्रूर साबित कर देते हैं जो इस्लाम को मानते हुए भी कट्‌टपंथियों के शिकार हो रहे हैं। शिवसेना ने जिस समय नाइक पर पाबंदी लगाने की मांग की उसी समय मक्का से नाइक का संदेश आया कि ढाका में जो कुछ हुआ वह गैर-इस्लामी था। उनकी दलील है कि फेसबुक पर उनके डेढ़ करोड़ फॉलोअर हैं और पीस टीवी पर उनके उपदेशों को बीस करोड़ लोग सुनते हैं। जरूरी नहीं कि उनमें से सारे लोग महज उन्हीं की बातें सुनते हों। वे किसी और को सुनकर भी प्रभावित हो सकते हैं और हिंसा कर सकते हैं। 

इस मामले के सामने आने के बाद नाइक के समर्थकों का तर्क है कि उसने आतंकवाद की वकालत कभी नहीं की, लेकिन उसका सर्वाधिक कुख्यात भाषण कुछ और कहानी कहता है, जिसमें उसने कहा कि – अगर मुसलमानों को आतंकित किया जाता है तो सभी मुसलमानों को आतंकवादी हो जाना चाहिए । जो मुसलमान भारत या अमेरिका या यूरोप जैसे धर्मनिरपेक्ष देशों में रह रहे हैं, उनके सामने आगे चलकर देर सबेर एक ही रास्ता शेष रहेगा और वह है इस्लामी आतंक के खिलाफ अधिकतमवादी और स्पष्ट रीति, नीति और स्थिति । इसका सीधा सा कारण है, इस्लामी विचार से होने वाला आतंक का पोषण । एक अन्य वक्तव्य में आतंकवाद का पृष्ठपोषण करते हुए नाइक ने कहा था कि अगर ओसामा बिन लादेन इस्लाम के दुश्मनों से लड़ रहां है, तो मैं उसके साथ हूँ। अगर वह अमेरिका जैसे सबसे बड़े आतंकवादी को आतंकित कर रहा है तो मैं उसके साथ हूं। इसी संदर्भ में उसने कहा कि सभी मुसलमानों को आतंकवादी होना चाहिए । इस खुल्लमखुल्ला अभिव्यक्ति के बाद भी किसी मुसलमान ने उससे नहीं पूछा कि उसने कैसे फैसला कर लिया कि अमेरिका एक आतंकवादी और इस्लाम के खिलाफ है ? यहाँ यह भी स्मरणीय है कि नाइक ने मक्का और मदीना में गैर मुसलमानों पर लगे प्रतिबंध का किस प्रकार बचाव किया था - ये इस्लाम के गढ़ हैं, अत: यहाँ अन्यों का प्रवेश वर्जित है। नाइक के इस प्रकार के वक्तव्यों से गैरमुस्लिमों में भारी रोष व्याप्त है और वे नाइक की गिरफ्तारी की मांग तक करने लगे हैं लेकिन नाइक है कि विदेश में मजे कर रहा है । 

उधर नाइक ने एक वीडियो जारी कर फिर से अपने ऊपर लगे आरोपों को खारिज किया है। नाइक ने भारतीय मीडिया को तथ्यों की जांच को लेकर चैलेंज किया है। साथ ही कहा कि बांग्लादेश सरकार ने उन्हें घटना के लिए दोषी नहीं माना। उसने कहा कि वह यह नहीं मानते कि आतंकियों को मुझसे प्रेरणा मिली। यह एक अलग बात हो सकती है कि आतंकी मेरे फैन हों, लेकिन इससे यह साबित नहीं होता कि निर्दोष लोगों की हत्या करने के लिए मैंने उन्हें प्रेरित किया। इस बीच बांग्लादेश के उद्योग मंत्री आमीर हुसैन अमू की अध्यक्षता में संपन्न एक बैठक में ये फैसला लेकर भारत के विवादास्पद इस्लामिक उपदेशक ज़ाकिर नाइक के टीवी चैनल पीस टीवी पर बांग्लादेश ने प्रतिबंध लगा दिया है ।पीस टीवी पर बैन का फैसला इन ख़बरों के लिया गया है कि ढाका में पिछले दिनों होली आर्टिसन बेकरी नामक एक कैफे में हुए हमले में 28 लोगों की मौत की घटना को अंजाम देने वालों में कुछ जाकिर नाइक से प्रेरित थे । जनता की भारी मांग और बढ़ते बवाल के बीच भारत सरकार ने भी शनिवार को सभी राज्यों से ये सुनिश्चित करने को कहा है कि जिन टीवी चैनलों को भारत में प्रसारण की मंज़ूरी नहीं दी गई है उन्हें केबल ऑपरेटर न दिखाएं । सूचना प्रसारण मंत्रालय ने कहा है कि टीवी पर सुरक्षा के लिए ख़तरनाक सामग्री प्रसारित किए जाने की रिपोर्टें हैं, जिनसे सांप्रदायिक तनाव और चरमपंथी हिंसा भड़क सकती है । केंद्र सरकार के परामर्श में कहा गया है, कई निजी सैटेलाइट टीवी चैनलों जैसे कि पीस टीवी पर इस तरह की सामग्री प्रसारित किए जाने की रिपोर्ट हैं जिसे मंत्रालय डाउनलिंक करने की इजाज़त नहीं देता । राज्यों की ज़िम्मेदारी है कि केबल ऑपरेटरों को ऐसे चैनल दिखाने से रोकें । आठ जुलाई की शाम सूचना एवं प्रसारण मंत्री वेंकैया नायडू के द्वारा इस संदर्भ में बुलाई गई बैठक के समाप्ति के बाद केंद्रीय मंत्री राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़ ने कहा कि गृह मंत्रालय से भी कहा गया है कि सोशल मीडिया पर अगर कुछ दिखे तो उसे रिपोर्ट किया जाए, ताकि तत्काल कार्रवाई हो सके। कनाडा, यूके और मलेशिया में जाकिर नाइक को बैन किए जाने के प्रक्रिया के सम्बन्ध में विदेश मंत्रालय को जानकारी जुटाने के लिए कहा गया । मॉनिटरिंग के बाद जिला अधिकारियों के द्वारा केबल ऑपरेटरों के खिलाफ आगे की कार्रवाई की जा सकती है। सरकार का इरादा यूट्यूब पर पीस टीवी के यूआरएल को भी ब्लॉक करने का भी है । इसके लिए यूट्यूब जैसी वेबसाइट्स से बात की जाएगी, क्योंकि पीस टीवी बहुत चालाकी से काम करता है। वह एक साथ सैकड़ों क्लिप यूट्यूब पर डाल देता है।

चैनलों और सोशल मीडिया की आक्रामक खबरों और धार्मिक असहिष्णुता की सोच के प्रभाव में हमें धार्मिक विमर्श की आजादी और आतंक के फर्क को नहीं भूलना चाहिए। जो लोग पीस टीवी पर धार्मिक उपदेश देने वाले डॉ. जाकिर नाइक को इसलिए प्रतिबंधित करने की मांग कर रहे हैं कि ढाका के आतंकी उनके इस्लामी संदेशों से बहुत प्रभावित थे, वे उसी फर्क को भूल रहे हैं। खैर कुछ भी हो नाइक पर प्रतिबंध समस्या का तात्कालिक समाधान भले ही दीख पड़ता हो , लेकिन प्रतिबंध इस समस्या का अंतिम समाधान नहीं है। वास्तविकता यह है कि उस पर प्रतिबन्ध लगाने से वह अन्य मुसलमानों के लिए एक नायक बन जाएगा। यह मुसलमानों को तय करना है कि वे उसके बताये इस्लाम की ओर जाना पसंद करते हैं, या धर्मनिरपेक्ष भारत द्वारा दिए गए अधिकारों की कद्र करते हैं । इस समय भारतीय मुसलमानों को विचार करना चाहिए और इस बात की चिंता करनी चाहिए कि एक बदमाश उपदेशक, लोगों को उपदेश देने के नाम पर कितनी बड़ी तबाही को आमंत्रित कर सकता है । आपको बड़ी संख्या में लोगों को मारने के लिए किसी अबू-बकर अल-बगदादी जैसे तथाकथित खलीफा की आवश्यकता नहीं है। धर्म निरपेक्ष अक्सर यह कहते देखे जाते हैं कि आतंकवादी मुसलमान ही नहीं हैं, लेकिन यह फिजूल का तर्क है। जब आतंक का पूरा खाका ही काफिरों से लडऩे के लिए कुरान में दिए गए विशिष्ट प्रोत्साहन से तैयार किया जाता है, तो यह कहना आतंकवादी मुस्लिम नहीं हैं, एक सफ़ेद झूठ है। कुछ अन्य यह कहते देखे जाते हैं कि कुरान के अनुसार आतंकवाद न्याय संगत नहीं है। यह बहाना भी सत्य से आँख चुराने जैसा ही है । केवल कुरान ही नहीं, बल्कि इस्लाम का लगभग हर धार्मिक लेख निर्दोष लोगों के खिलाफ हिंसा का सन्देश देता है । अगर हम इन धार्मिक मान्यताओं को सच के रूप में स्वीकार करते हैं, अगर मुसलमान यह मानते हैं कि पवित्र कुरान की हर बात भगवान के अंतिम शब्द है, तो यह कहना पूरी तरह भ्रामक है कि आतंकवादियों ने पुस्तक की गलत व्याख्या की है। मुसलमानों के पास भारत या अमेरिका या यूरोप जैसे धर्मनिरपेक्ष देशों में रहने के लिए आगे एक ही रास्ता है, और वह है इस्लामी आतंक के खिलाफ एक अधिकतम स्पष्ट स्थिति । इस आतंक का एक महत्वपूर्ण घटक है वैचारिक इस्लामवाद । अत: यह आवश्यक है कि जिहाद पर बहस के दौरान किसी अन्य का विरोध करते समय कुरान की आयतों का उपयोग बंद हो। इन सबसे बढक़र आदर्श स्थिति तो यह होगी कि जिन देशों में धर्मनिरपेक्षता पूर्व से ही प्रचलन में है, इस्लामी देशों में भी उसे सिद्धांत रूप में स्वीकार किया जाए ।






-सुवर्णा सुषमेश्वरी-

पत्नी और प्रेमिका के बीच फंसा : ऋषांक तिवारी

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हिंदी फिल्म लव के फंडे में पत्नी और प्रेमिका के बीच फंसा एक युवा ऋषांक तिवारी अपने किरदार को लेकर खासे उत्साहित है। ऋषांक अपने किरदार के बारे मे कहते हैं कि ‘मेरे किरदार का नाम मनन है वह एक शादीशुदा शख्स है और उसकी पत्नी का किरदार समीक्षा भटनागर कर रही हैं। मनन को एक दूसरी लड़की रितिका गुलाटी से प्यार हो जाता है। अब मनन कैसे बीवी ऑर गर्लफ्रेंड दोनो बीच मे दोहरी जिंदगी जीने वाला आदमी बन जाता है इसे रोचक ढंग से दिखाया गया है। 

ऋषांक इसके अलावा एक कन्नड़ फिल्म मे एक इंस्पेक्टर का चरित्र निभा रहे है। ऋषांक ने बताया कि ‘इन दिनों कई फिल्मों में काम कर रहा हॅू,जैसे ‘यह है इंडिया’मे मैंने एक ड्रग सप्लायर का रोल किया  है। निर्देशक समीर सिद्दीकी की फिल्म ‘चक्कर सी डी का‘ लीक से हटकर एक पत्रकार की भूमिका निभा रही हॅू जबकि एक फिल्म ‘डार्कनेस’मे भी में शीर्ष किरदार है।  

ऋषांक तिवारी इंजीनियर है लेकिन लेकिन उन्होंने रिस्क लिया और वह एक्टर बनने मायानगरी चले आये। ऋषांक  कहते है कि ‘मुम्बई मे मैंने सबसे पहले थिएटर ज्वाइन किया।  पिछले चार वर्षो के दौरान मैंने बेशुमार ऑडिशन दिए लेकिन मुझे सफलता तब हासिल हुई जब मुझे बतौर अभिनेता गीतकार निर्माता-फैज अनवर की फिल्म ‘लव के फंडे’मिली ।  इस फिल्म के निर्देशक हैं इंदरवेश योगी। ’

विवादित बाबरी मस्जिद के मुद्दई हासिम अंसारी का निधन

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अयोध्या, 20 जुलाई, विवादित बाबरी मस्जिद के मुद्दई मोहम्मद हासिम अंसारी का आज यहां निधन हो गया। करीब 96 वर्षीय श्री अंसारी के एक पुत्र है। उन्होंने तडके पांच बजे आपने आवास पर अंतिम सांस ली। गत 22/ 23 दिसम्बर 1949 को विवादित ढांचे में में रामलला की मूर्ति प्रकट होने के बाद फैजाबाद की कचहरी में बाबरी मस्जिद की तरफ से मुकदमा दायर करने वाले वह पहले पैरोकार थेे। ‘ चचा’ के नाम से लोकप्रिय श्री अंसारी की मृत्यु की खबर सुनते ही उनके घर पर लोगों का तांता लगना शुरू हो गया। लम्बे समय से बीमार चल रहे श्री अंसारी के निधन पर अयोध्या के कई संतो महंतो ने भी शाेक व्यक्त किया।

एनएसजी मामले में नहीं हुई हमारी कूटनीतिक हार: सुषमा

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नयी दिल्ली 20 जुलाई, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने आज कहा कि परमाणु आपूर्तिकर्ता देशों के समूह (एनएसजी) में शामिल होने के भारत के प्रयास की विफलता को कूटनीतिक हार नहीं माना जाना चाहिए। श्रीमती स्वराज ने आज लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान कहा कि एनएसजी ग्रुप में शामिल होने का भारत का प्रयास विफल हुअा है लेकिन इसे कूटनीतिक हार नहीं कहा जा सकता है। यह हमारी कूटनीतिक रणनीति का ही परिणाम है कि हम एनएसजी ग्रुप में शामिल होने के दरवाजे तक पहुंचे। इसे हमारी विजय माना जाना चाहिए क्योंकि इससे आगे के रास्ते खुल गए हैं । उन्होंने कहा कि इस संबंध में चीन के साथ बातचीत की प्रक्रिया खत्म नहीं हुई है । उसे मनाने की कोशिश जारी है और कोई न कोई हल अवश्य निकलेगा। एनएसजी ग्रुप में भारत को शामिल कराने के मेक्सिको के प्रयासों के सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि उसी के कहने पर एनएसजी ग्रुप का पूर्ण सत्र बुलाया गया था। श्रीमती स्वराज ने कहा कि यह भी बड़ी बात है कि भारत परमाणु अप्रसार संधि में शामिल न होने के बावजूद परमाणु के मामले में अपनी प्रतिबद्धता के कारण एनएसजी ग्रुप में शामिल होने के करीब पहुंचा है।

संघ के बारे में बयान को लेकर राहुल मुकदमा लड़ेंगे : आनंद

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नयी दिल्ली, 20 जुलाई, कांग्रेस ने कहा है कि राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की हत्या के लिए राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) को जिम्मेदार ठहराने संबंधी अपने बयान को लेकर पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गाँधी अदालत में मुकदमा लड़ेंगे। राज्यसभा में कांग्रेस के उप नेता आनंद शर्मा ने आज यूनीवार्ता से कहा कि श्री गाँधी इस मामले में अपने बयान से पीछे नहीं हटेंगे और जरूर मुकदमा लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की हत्या के बाद तत्कालीन गृह मंत्री सरदार बल्लभ भाई पटेल ने आरएसएस. पर प्रतिबंध लगाया था और यह कैबिनेट का फैसला था। उन्होंने कहा कि उस मंत्रिमंडल में श्यामा प्रसाद मुखर्जी भी शामिल थे। इसलिए राहुल गाँधी ने कोई गलत बयान नहीं दिया है। 

गौरतलब है कि कल पार्टी के प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भी कहा था कि श्री गाँधी इस मामले में माफी नहीं मांगेंगे। उच्चतम न्यायालय ने कल इस मामले पर सुनवाई के दौरान टिप्पणी की थी कि श्री गाँधी अपने बयान के लिए माफी मांगे या मुकदमे का सामना करें। अदालत का कहना था कि श्री गांधी को एक संगठन की सार्वजनिक निंदा नहीं करनी चाहिए थी अगर उन्होंने खेद नहीं जताया तो उन्हें मानहानि के मुकदमे का सामना करना पड़ेगा। श्री गांधी पर आरोप है कि उन्होंने गत वर्ष 06 मार्च को महाराष्ट्र के ठाणे में एक चुनावी रैली में कहा था कि संघ के लोगों ने गाँधी जी की हत्या की थी। उनके इस बयान के विरोध में संघ के राजेश कुंटे ने भिवंडी के मजिस्ट्रेट कोर्ट में मुकदमा दायर किया था। इस पर श्री गांधी इस अपराधिक मानहानि के मुकदमे को खारिज कराने की मांग को लेकर उच्चतम न्यायालय गए थे।

नहीं रहे हॉकी के जादूगर मोहम्मद शाहिद

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नयी दिल्ली, 20 जुलाई, हॉकी के सुपरस्टार खिलाड़ी मोहम्मद शाहिद का गुड़गांव के एक अस्पताल में बुधवार सुबह निधन हो गया। 56 वर्षीय पूर्व खिलाड़ी पिछले कुछ समय से वह लीवर की बीमारी से जूझ रहे थे। शाहिद हाल ही में अपनी बीमारी और आर्थिक तंगी के कारण इलाज नहीं करा पाने के कारण सुर्खियाें में आये थे जिसके बाद सरकार की ओर से उन्हें आर्थिक मदद दी गई और गुड़गांव के एक अस्पताल में उपचार के लिये लाया गया था। अस्सी के दशक के बेहतरीन हॉकी खिलाड़ियों में शुमार शाहिद की हालत गंभीर चल रही थी और उन्हें वेंटीलेटर पर रखा गया था जहां बुधवार सुबह करीब 10 बजकर 45 मिनट पर उनका निधन हो गया। शाहिद के पार्थिव शरीर को वापिस उनके गृहनगर वाराणसी ले जाया जाएगा जहां उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। मॉस्को में हुये 1980 ओलंपिक में भारतीय टीम को स्वर्ण पदक दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले शाहिद को दुनिया के बेहतरीन ड्रिबलरों में गिना जाता है।

काफी अर्से से लीवर की बीमारी से जूझ रहे शाहिद को गंभीर हालत के बाद जून में ही गुड़गांव के एक अस्पताल में बेहतर उपचार के लिये भर्ती कराया गया था। रेलवे में खेल अधिकारी के रूप में कार्यरत शाहिद को वर्ष 1986 में पद्मश्री से भी सम्मानित किया गया था। शाहिद से रियो में देश का प्रतिनिधित्व करने जा रही भारतीय हॉकी टीम और खेल मंत्री विजय गोयल ने भी हाल ही में मुलाकात की थी। वर्ष 1982 और 1986 में देश को एशियाई खेलों में पदक दिलाने वाले शाहिद का जन्म वर्ष 1960 में 14 अप्रैल को उत्तर प्रदेश के वाराणसी में हुआ था। उन्होंने मात्र 19 वर्ष की आयु में ही वर्ष 1979 में अंतरराष्ट्रीय हॉकी में अपना पदार्पण कर लिया था। वह पहली बार जूनियर विश्वकप में फ्रांस के खिलाफ उतरे। इसके बाद उन्होंने मलेशिया में चार राष्ट्रों के टूर्नामेंट के दौरान वाहवाही बटोरी। देश के बेहतरीन ड्रिब्लर शाहिर अपनी इसी प्रतिभा के दम पर वर्ष 1980 की ओलंपिक टीम का हिस्सा बने और भारत को ओलंपिक हॉकी में आखिरी स्वर्ण पदक है। उनके इस प्रदर्शन के लिये वर्ष 1980-81 में अर्जुन अवार्ड और फिर 1986 में पद्मश्री से नवाजा गया। शाहिद के साथ टीम के अन्य खिलाड़ी जफर इकबाल को बेहतरीन जोड़ी माना जाता था। खासतौर पर एशियाई खेलों के दौरान दोनों खिलाड़ियों का प्रदर्शन काबिलेतारीफ रहा था।

शाहिद से कुछ दिन पहले अस्पताल मिलने पहुंचे जफर ने भी इस खबर पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा“ मैं शाहिद के निधन की खबर से बहुत दुखी हूं। वह मेरे सबसे करीबी टीम साथी थे और हमने मिलकर कई वर्ष साथ खेला है।” भारतीय टीम का रियो ओलंपिक में नेतृत्व करने जा रहे गोलकीपर पी आर श्रीजेश , राष्ट्रीय बैडमिंटन टीम के कोच पुलेला गोपीचंद और देश के खिलाड़ियों ने हाॅकी के इस जादूगर के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। गोपीचंद ने कहा“ मुझे यह खबर सुनकर गहरा झटका लगा है। यह हमारे लिये ही नहीं बल्कि पूरे खेल जगत के लिये बड़ी क्षति है। शाहिद हॉकी के बेहतरीन खिलाड़ियों में से एक थे और उन्होंने अपने खेल से देश को गौरवान्वित किया था।” श्रीजेश ने कहा“मेरे पास तो शब्द ही नहीं है। हमने हाल ही में उनसे मुलाकात की थी और उस समय उनकी हालत बहुत गंभीर थी। भारतीय हॉकी के लिये यह बहुत बड़ी क्षति है।” 

15 साल से पुराने डीजल वाहनों का पंजीकरण रद्द हो :एनजीटी

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नयी दिल्ली, 20 जुलाई, राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण (एनजीटी)ने राष्ट्रीय राजधानी में चरणबद्ध तरीके से डीजल वाहनों का पंजीकरण रद्द करने के आज आदेश दिए,जिसके अंतर्गत 15 साल या इससे पुराने डीजल वाहनों का पंजीकरण पहले रद्द किया जाएगा। एनजीटी की खंडपीठ ने कहा कि उन सभी डीजल वाहनों को जो 15 साल पुराने हैं और जो बीएस-1 और बीएस -2 मानकों के साथ चल रहें हैं उन्हें तत्काल सड़कों से हटाया जाए। दो दिन पहले एनजीटी ने सड़क परिवहन कार्यालय (आरटीओ) से 10 वर्ष से ज्यादा पुराने डीजल वाहनों के पंजीकरण तत्काल प्रभाव से रद्द करने को कहा था । . 

खंडपीठ ने आरटीओ को सभी रद्द पंजीकरण वाले वाहनों को अनापत्ति प्रमाणपत्र जारी करने के भी निर्देश दिए ताकि इन्हें उन क्षेत्रों में ले जाया जा सके, जहां पर वाहनों की आवाजाही कम है। खंडपीठ ने राज्यों से एेसे क्षेत्रों के विस्तृत विवरण मांगे हैं जहां इन्हें रखा अथवा बेचा जा सके। एनजीटी ने दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) को इन वाहनों को पार्क करने के लिए दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) को स्थान और पुलिस मुहैया कराने के भी निर्देश दिए हैं साथ ही आरटीओ को ऐसे वाहनों की सूची ट्रैफिक पुलिस को सौंपने के निर्देश दिए हैं। एनजीटी के आदेश के अंतर्गत आने वाले राष्ट्रीय परमिट प्राप्त डीजल वाहनों को दिल्ली में आने की अनुमति नहीं दी जाएगी। न्यायाधिकरण ने यह फैसला याचिकाकर्ता वर्द्धमान कौशिक की याचिका पर सुनाया है।

घाटमपुर ताप विद्युत परियोजना को मंजूरी

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नयी दिल्ली 20 जुलाई, केंद्रीय मंत्रिमंडल ने उत्तरप्रदेश के घाटमपुर में 17 हजार 237.8 करोड़ रुपए की लागत वाली 1980 मेगावाट की ताप विद्युत परियोजना को मंजूरी दे दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति की आज यहां हुई बैठक में इस आशय के प्रस्ताव का अनुमोदन किया गया। इस परियोजना के तहत 660 मेगावाट की तीन ईकाइयों का निर्माण किया जाएगा और इसके लिए नैवेली उत्तरप्रदेश पावर लिमिटेड कंपनी की स्थापना की जाएगी। इस परियोजना का प्रस्ताव नैवेली लिग्नाइट निगम लिमिटेड ने किया है। परियोजना की लागत 17 हजार 235.8 करोड़ रुपए होगी और इसमें 3202.42 करोड़ रुपए का ब्याज भी शामिल होगा। परियोजना की पहली इकाई 52 महीने, दूसरी इकाई 58 महीने और तीसरी इकाई 64 महीने में तैयार हो जाएगी। इससे मुख्यत रुप से उत्तरप्रदेश को बिजली आपूर्ति की जाएगी। इस परियोजना के लिए झारखंड में पचवाडा दक्षिण कोयला खंड आवंटित किया गया है।

गुजरात में दलितों पर अत्याचार के मामले को लेकर लोकसभा में हंगामा

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नयी दिल्ली 20 जुलाई, गुजरात में दलित युवकों पर अत्याचार की घटना को लेकर आज लोकसभा में कांग्रेस सहित विपक्षी सदस्यों ने जमकर हंगामा किया जिसके कारण प्रश्नकाल के दौरान सदन की कार्यवाही में व्यवधान पड़ा। कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सदस्यों ने इस घटना को लेकर हंगामा शुरू कर दिया और सरकार से वक्तव्य देने की मांग करते हुए नारेबाजी करने लगे। इस बीच, विपक्ष के कई सदस्य अध्यक्ष के आसन के सामने आ गए और इस बारे में एक अखबार में छपी खबर की प्रतियां लहराते हुए जोर-जोर से नारे लगाने लगे। कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खडगे, दीपेन्द्र सिंह हुडा और के सी वेणुगोपाल, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के पी करुणाकरण तथा तृणमूल कांग्रेस के सौगत राय सहित विपक्ष के सदस्यों ने अध्यक्ष से इस मुद्दे पर लाए गए अपने स्थगन नोटिस पर चर्चा की मांग की लेकिन अध्यक्ष ने उन्हें आश्वासन दिया कि शून्यकाल के दौरान उन्हें बोलने का मौका दिया जाएगा। उनका यह आचरण उचित नहीं है लेकिन विपक्षी सदस्यों का हंगामा जारी रहा। श्रीमती सुमित्रा महाजन ने हंगामे के बावजूद सदन की कार्यवाही जारी रखी और मंत्रियों ने शोर शराबे के बीच ही सदस्यों के प्रश्नों के जवाब दिए।
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