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बिहार में पुनपुन सहित सभी तटबंध सुरक्षित; बाढ़ का खतरा नहीं : मंत्री

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पटना 15 सितंबर, बिहार सरकार ने आज दावा किया और कहा कि पुनपुन नदी के जल स्तर में बढ़ोतरी होने के बावजूद बाढ़ के खतरे की कोई आशंका नहीं है तथा सभी नदियों के तटबंध पूरी तरह से सुरक्षित हैं। जल संसाधन मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा,“पुनपुन नदी के जलग्रहण क्षेत्र झारखंड के पलामू और चतरा तथा बिहार के औरंगाबाद, गया, अरवल, जहानाबाद और पटना जिले में छह से आठ सितंबर के बीच हुई भारी बारिश के कारण नदी के जल स्तर में अचानक वृद्धि हुई है। जलस्तर में वृद्धि होने के कारण पुनपुन खतरे के निशान से 268 सेंटीमीटर (सेमी) ऊपर है। तटबंधों को सुरक्षित रखने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाये गये हैं और इसलिए खतरे की कोई बात नहीं है।” श्री सिंह ने कहा कि अप्रत्याशित जलश्राव के कारण पुनपुन के बायें तटबंध के बकरपुर गांव के निकट स्थित स्लुईस गेट से 13 सितंबर को पानी का रिसाव शुरू हुआ था लेकिन सूचना मिलते ही प्रधान सचिव, प्रधान अभियंता एवं अन्य अधिकारी वहां पहुंचकर रिसाव स्थल के कंट्री साइड में वेल बनवाकर तथा रिवर साइड में नायलॉन क्रेटिंग करवाकर रिसाव को बंद किया गया। रिसाव वाले स्थल पर बाढ़ संघर्षात्मक कार्य पूरा कराने से स्थित अब पूरी तरह से नियंत्रण में है। 

मंत्री ने बताया कि इसके अलावा पुनपुन के बायें तटबंध के कोली गांव के पास जिला प्रशासन द्वारा निर्मित सुरक्षा बांध के 14 सितंबर को क्षतिग्रस्त हो जाने के कारण स्लुईस गेट के ऊपर से जल का बहाव शुरू हो गया था। हालांकि विभाग के अभियंताओं ने इस पर त्वरित कार्रवाई करते हुये इसे सील कर दिया और अब यह स्थल पूरी तरह से सुरक्षित है। वहीं, पुनपुन के भारी जलश्राव के कारण जाहिदपुर से मनौरा के बीच, सुल्तानचक, अलावलपुर, शहबाजपुर और मनौरा के पास सुरक्षा बाँध या सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं लेकिन बाढ़ संघर्षात्मक कार्यों को युद्ध स्तर पर किये जाने से स्थिति नियंत्रण में है। श्री सिंह ने कोसी नदी में आये उफान की खबर पर चुटकी लेते हुये कहा कि 13 सितंबर को कोसी नदी का जलस्तर इस साल के उच्चतम स्तर दो लाख 98 हजार 215 क्यूसेक पर था लेकिन आज यह घटकर एक लाख 46 हजार 85 क्यूसेक रह गया है। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि कोई यह बताये कि कोसी नदी को लेकर खतरा कहां है। मंत्री ने कहा कि पूर्वी चम्पारण जिले में मरधर नदी में अधिक जलश्राव के कारण घोड़ासहन नहर चार स्थानों पर क्षतिग्रस्त हुआ था लेकिन अभियंताओं द्वारा तीन स्थलों की मरम्मत करा दी गई है जबकि शेष एक भाग का मरम्मत कार्य चल रहा है। उन्होंने कहा, “सरकार और अधिकारियों की चौकसी, युद्धस्तर पर जारी बाढ़ संघर्षात्मक कार्य और निरंतर निगरानी की बदौलत राज्य की नदियों के जलस्तर को लेकर आशंकित होने की जरूरत नहीं है। सभी नदियों के तटबंध सुरक्षित हैं और बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न होने का खतरा नहीं है।” 

बिहार की माटी का कर्ज नहीं चुका सकता: रवि किशन

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पटना 15 सितंबर, भोजपुरी फिल्मों के सुपरस्टार रवि किशन का मानना है कि बिहार की माटी ने उन्हें काफी कुछ दिया है , जिसका कर्ज वह ताउम्र नहीं चुका सकते हैं। रवि किशन ने यहां बिहार शार्ट एवं डॉक्‍यूमेंट्री फिल्‍म महोत्‍सव 2016 में हिस्‍सा लेते कहा कि बिहार की माटी का उन पर बहुत कर्ज है। रवि किशन ने कहा कि बिहार ने ही उन्‍हें संजीवनी दी ह‍ै। सुपरस्‍टार का तमगा दिया और देश फिर से मुझे जानने लगा। उन्‍होंने कहा है कि बिहार मे जो डॉक्‍यूमेंट्री महोत्‍सव शुरू हुआ है, वह अद्भुत है। रवि किशन ने उम्‍मीद जताई कि अगले साल जब फिर से महोत्‍सव आयोजित होगा तो उनका प्रोडक्‍शन हाउस भी एक फिल्‍म लेकर आयेगा ।उन्‍होंने कहा कि बिहार में बहुत सारे ऐसे विषय हैं, जिन पर डॉक्‍यूमेंट्री और शॉर्ट फिल्‍म बनायी जा सकती है । उन्होंने बिहार राज्‍य फिल्म विकास एवं वित्त निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक गंगा कुमार का आभार व्‍यक्‍त करते हुए कहा कि बिहार में बहुत सारे प्रतिभाशाली लोग हैं जो आज बड़े- बड़े निर्देशक, कैमरामैन और उनके सहायक के रूप में हैं। जब उन्हें पता चलेगा कि इस तरह का फेस्टिवल बिहार में सरकार करने लगी है, तब बहुत सारे लोग अच्‍छी-अच्‍छी फिल्‍में लेकर आएंगे। 

महागठबंधन के नेता संयम बरतें : लालू

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पटना 15 सितम्बर, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के पूर्व सांसद मो.शहाबुद्दीन के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के संबंध में दिये गये बयान के बाद सत्तारूढ़ महागठबंधन के घटक दलों में मचे घमासान के बीच आज फिर राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने नेताओं को संयम बरतने के साथ ही बेवजह बयान से बचने की नसीहत दी है । श्री यादव ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि घटक दल के नेता संयम से रहें ,सभी विवाद हल कर लिया जायेगा । पुरानी बातों को भूलकर वर्तमान पर ध्यान देने की जरूरत है ।उन्होंने अपने ही अंदाज में कहा कि ..इंडिया ब्याकुल ..है । राजद अध्यक्ष ने कहा कि राज्य में महागठबंधन की सरकार बेवकूफी में नहीं बल्कि बहुत ठोक ठठा कर बनी है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) लड़वाना चाहती है । उन्होंने कहा कि अब किसी भी मुद्दे पर महागठबंधन के घटक राजद ,जनता दल यूनाईटेड (जदयू) और कांग्रेस के नेता संयुक्त रूप से संवाददाता सम्मेलन करेंगे । घटक दलों को एक फोरम पर दिखने की जरूरत है । श्री यादव ने कहा कि तीनों दलों को मिलकर रहना है । शीघ्र ही पार्टी के शिकायत कोषांग का गठन किया जायेगा और जिसे जो कहना है वह पार्टी में ही कहें । उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों में घटक दल के नेताओं की ओर से जो बयानबाजी हुई उससे भाजपा ने लाभ उठाया है । राजद अध्यक्ष ने फिर स्पष्ट किया कि महागठबंधन के नेता नीतीश कुमार बनाये गये हैं । सरकार को मजबूती से चलाना है । उन्होंने कहा कि सरकार के पास कई अहम काम हैं जिसे अभी करना है ।

मुक्तिधाम गया में विश्वप्रसिद्ध पितृपक्ष मेला शुरू

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गया 15 सितम्बर, मुक्तिधाम गया में प्रत्येक वर्ष आश्विन मास के कृष्ण पक्ष प्रतिपदा से अमावस्या तक चलने वाला विश्वप्रसिद्ध पितृपक्ष मेला आज से आरंभ हो गया। राज्य के भूमि सुधार एवं राजस्व मंत्री डा. मदन मोहन झा ने यहां पितृपक्ष मेले का औपचारिक उद्घाटन करने के बाद विष्णुपद मंदिर प्रांगण में आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए कहा, “विश्वप्रसिद्ध मेले के दौरान दूर दराज के तीर्थयात्री गयाजी आते हैं ऐसे में गयाजी का महत्व और अधिक बढ़ जाता है। हमें तीर्थयात्रियों के साथ अच्छा व्यवहार करना चाहिए और साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों को कहा कि हरसंभव मदद मुहैयया करायें ताकि गयाजी से एक अच्छा संदेश देश दुनिया में जाये। सरकार की ओर से मेला को लेकर हर स्तर पर मदद दी गयी है और आगे भी यदि कोई जरूरत होगी तो सरकार की तरफ से मदद दी जायेगी।” इस मौके पर पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री अवधेश नारायण सिंह समेत कई विधायक मौजूद थे। ऐसी मान्यता है कि आश्विन कृष्ण पक्ष का पखवाड़ा सिर्फ पितरों अर्थात पूर्वजों के पूजन और तर्पण के लिए सुनिश्चित होता है। पितृपक्ष या महालय पक्ष में पिंडदान अहम कर्मकांड है। इस अवधि के दौरान लोग पिंडदान करते हैं। बिहार का गया पिंडदान के लिए सर्वोत्तम स्थल माना जाता है। प्रत्येक साल देश -विदेश से लाखों लोग पितरों की तृप्ति की कामना लिये गया आते हैं और पिंडदान करते हैं। 

रियेलिटी डांस शो देखना सर्कस देखने जैसा : सोनल

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पटना 15 सितंबर, प्रसिद्ध नृत्यांगना सोनल मानसिंह ने नृत्य के स्तर में लगातार आ रही गिरावट पर दु:ख व्यक्त करते हुये आज कहा कि ‘रियेलिटी डांस शो देखना सर्कस देखने जैसा है।’ सुश्री मानसिंह ने यहां बिहार शॉर्ट एवं डॉक्यूमेंट्री फिल्म महोत्सव के कार्यक्रम से इतर संवाददाता सम्मेलन में कहा, “देश में शास्त्रीय नृत्य की समृद्ध परम्परा रही है। इसे सदैव से एक संस्कार और साधना की तरह माना जाता रहा है। लेकिन, नृत्य के क्षेत्र में लगातार आ रही गिरावट को देखकर दुख होता है। नृत्य (डांस) के नाम पर रियेलिटी शो में जो दिखाया जा रहा है वह सर्कस देखने की तरह है। यह शो कला प्रदर्शन का अच्छा मंच हो सकता है लेकिन इससे शास्त्रीय कला का संवर्द्धन होगा इसकी उम्मीद करना बेमानी होगी।” उन्होंने बिहार को कला की धरती बताया और कहा कि इस धरती ने कई नामी गिरामी कलाकारों को जन्म दिया है। यहां नृत्य, गायन-वादन और साहित्य का काफी विकास हुआ है। उन्होंने मोतिहारी, आरा, छपरा और राजगीर महोत्सव के साथ उनके जुड़ाव का उल्लेख करते हुये कहा कि इन महोत्सवों में शामिल होना सदैव सुखद रहा है। उन्होंने बिहार को अपना घर बताते हुये कहा, “मैंने जो साड़ी पहनी है वह भी बिहार (मधुबनी कला शैली आधारित) की है और मेरे घर में जो भगवान की मूर्तियां रखी हुई हैं वह भी बिहार की हैं।” 

पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड की जांच सीबीआई ने शुरू की

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पटना 15 सितम्बर, बिहार के एक राष्ट्रीय हिन्दी दैनिक के पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड में आज केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने औपचारिक रूप से मामला दर्ज करने के साथ अनुसंधान शुरू कर दिया । आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पत्रकार हत्याकांड की जिम्मेवारी संभालने के तत्काल बाद यहां पहुंची सीबीआई की टीम ने सीवान समेत कई स्थानों पर जांच शुरू कर दी है । टीम ने सबसे पहले सीवान पुलिस से पत्रकार हत्याकांड में अब तक हुई प्रगति के संबंध में जानकारी हासिल की और साक्ष्य समेत सभी दस्तावेज की मांग की । सीबीआई के अधिकारी अलग-अलग टीमों में बटकर घटनास्थल सीवान रेलवे स्टेशन के साथ ही अन्य जगहों पर छानबीन करने में जुटे हुए है। गौरतलब है कि पत्रकार राजदेव रंजन इस वर्ष 13 मई की रात सीवान स्थित अपने कार्यालय से जब घर जा रहे थे तभी रेलवे स्टेशन के निकट अपराधियों ने उनकी गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस मामले में सीवान जेल में बंद राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के बाहुबली पूर्व सांसद मो. शहाबुद्दीन पर पत्रकार की हत्या का षड्यंत्र रचने का आरोप लगा था जिसके बाद उन्हें कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच भागलपुर केन्द्रीय कारा स्थानांतरित कर दिया गया था । 

पत्रकार की हत्या में पूर्व सांसद के खासमखास गुर्गे लड्डन मियां समेत कुछ अन्य पर आरोप लगा था । इसके बाद लड्डन पुलिस से बचने के लिए भूमिगत हो गया । लगभग 20 दिनों तक भूमिगत रहने के बाद कुख्यात लड्डन ने दो जून को सीवान के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया । लड्डन के आत्मसमर्पण करने से पूर्व पुलिस ने इस मामले में चार अपराधियों को गिरफ्तार किया था जबकि अभी भी मो.कैफ उर्फ बंटी और मो.जावेद उर्फ खेमू पुलिस से बचते फिर रहे हैं। मो. शहाबुद्दीन के जेल से जमानत पर छूटने के बाद भागलपुर में मो.कैफ उर्फ बंटी को उनके (शहाबुद्दीन) करीब देखा गया था । मो. शहाबुद्दीन और मो.कैफ का वीडियो वायर होने के बाद राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) ने आरोप लगाया कि मो. शहाबुद्दीन की पत्रकार हत्याकांड में संलिप्तता है । उनके बाहर आने से इस मामले की जांच प्रभावित होगी इसलिए उन्हें फिर से गिरफ्तार कर जेल भेजा जाये । वैसे पत्रकार राजदेव की हत्या के तीन दिन बाद ही बिहार सरकार ने इस मामले की सीबीआई से जांच के लिए अनुशंसा कर दी थी । करीब चार माह बीत जाने के बावजूद जब सीबीआई ने मामले को जांच के लिए अपने हाथ में नहीं लिया तब पत्रकार की पत्नी आशा रंजन ने केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात कर इस संबंध में आग्रह किया । इसी के बाद सीबीआई ने इस मामले को अपने हाथ में ले लिया । 

नीतीश ने चम्पारण पदयात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया

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पटना 15 सितंबर, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ‘नशामुक्ति और संघ से मुक्ति’ लक्ष्य को हासिल करने के उद्देश्य से लोगों को जागरूक बनाने के लिए युवा राष्ट्रीय जनता यूनाइटेड (जदयू) की चम्पारण पदयात्रा को आज हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। श्री कुमार ने यहां गांधी मैदान से शुरू हुई पदयात्रा को संबोधित करते हुय कहा कि वर्ष 2017 में महात्मा गांधी के चंपारण सत्याग्रह के सौ साल पूरे होने के मद्देनजर देश को ‘नशामुक्ति और संघ से मुक्ति’ दिलाने के लिए यह यात्रा शुरू की गई है। समाज को बांटने वाले और सहिष्णुता समाप्त करने वाले विचार को फलने-फूलने से रोकना होगा और इस उद्देश्य को हासिल करने में पदयात्रा की महती भूमिका होगी। मुख्यमंत्री ने कहा, “हमारा उद्देश्य न्याय के साथ विकास है। अंतिम पायदान पर खड़े लोगों तक विकास पहुंचे यही हमारा प्रयास है और बापू की शिक्षा का भी यही सार है। समाज में अमन-चैन और कानून का राज स्थापित करने के लिए निरंतर प्रयास करने की जरूरत होगी। इस दिशा में आगे बढ़ते हुये हमारी सरकार कई कल्याणकारी योजनाएं चला रही है।” उन्होंने कहा कि इस पदयात्रा से शराबबंदी के खिलाफ हो रहे दुष्प्रचार के असर को कम करने में भी मदद मिलेगी। जदयू युवा के प्रदेश अध्यक्ष संतोष कुशवाहा के नेतृत्व में रवाना हुई पदयात्रा का समापन चंपारण के भितिहरवा में होगा। दक्षिण अफ्रीका से वापस आने के बाद वर्ष 1917 में महात्मा गांधी ने भारत में अपना पहला सत्याग्रह (चंपारण सत्याग्रह) भितिहरवा में ही शुरू किया था।

शिवपाल ने मंत्री और प्रदेश अध्यक्ष पद से दिया इस्तीफा, अखिलेश ने किया नामंजूर

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लखनऊ, 15 सितम्बर, उत्तर प्रदेश में सत्तारुढ समाजवादी पार्टी(सपा) में राजनीतिक संकट आज उस समय और गहरा गया जब शिवपाल सिंह यादव ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया । मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है। इससे पहले शिवपाल यादव ने मुलायम सिंह यादव से उनके आवास पर जाकर करीब एक घंटे बात की थी।  श्री शिवपाल यादव मुलायम सिंह यादव से मुलाकात के बाद सीधे मुख्यमंत्री आवास गए और वहां उन्होंने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को अपना इस्तीफा सौंप दिया। दूसरी ओर, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शिवपाल यादव का इस्तीफा तत्काल नामंजूर कर दिया। पार्टी के मौजूदा संकट के सिलसिले में शिवपाल यादव ने कल दिल्ली में मुलायम सिंह यादव से मुलाकात की थी। दोनों में करीब तीन घंटे बैठक चली थी। इसके बाद माना जा रहा था कि समस्या का हल निकल आया है लेकिन शिवपाल सिंह के इस्तीफे से स्पष्ट है कि विवाद ज्यों का त्यों बना रह गया। पार्टी में यह विवाद गत 12 सितम्बर से ही शुरु हो गया था। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने खनन मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति और पंचायती राज मंत्री राजकिशोर सिंह को बर्खास्त कर दिया था। इसके दूसरे ही दिन मुख्य सचिव दीपक सिंघल को हटा दिया गया था। इसके बाद मुलायम सिंह यादव ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाकर शिवपाल यादव को नया प्रदेश अध्यक्ष बना दिया था। इससे नाराज मुख्यमंत्री ने शिवपाल यादव के सिंचाई, लोक निर्माण विभाग, राजस्व और सहकारिता जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालय छीन लिये थे। संकट गहराता ही गया। मुलायम सिंह यादव ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और शिवपाल यादव को दिल्ली बुलाया। शिवपाल यादव दिल्ली गये और मुलायम सिंह से लम्बी बातचीत की। 

पार्टी के सियासी संकट को टालने के लिए महासचिव और सांसद प्रो0 रामगोपाल यादव आज पूर्वान्ह लखनऊ आये। उन्होंने पूरे विवाद का ठीकरा अमर सिंह पर फोड दिया। प्रो0 यादव ने कहा कि परिवार के बाहर का व्यक्ति सारे विवाद की जड है। रामगोपाल यादव के दिल्ली से आने के बाद शिवपाल यादव और मुलायम सिंह यादव भी दोपहर बाद लखनऊ आ गये। इससे लगा कि समस्या का समाधान हो गया है। अखिलेश यादव, शिवपाल यादव और प्रो0 रामगोपाल यादव ने एक स्वर से कहा कि नेताजी का निर्णय सबको मान्य होगा लेकिन अचानक आये शिवपाल के इस्तीफे ने संकट को और गहरा कर दिया। इस्तीफे से साफ है कि बातचीत विफल रही है। समस्या का हल निकालने के लिए प्रो0 रामगोपाल यादव ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से दो बार मुलाकात की। दूसरी ओर, पार्टी के वरिष्ठ सूत्रों के अनुसार श्री शिवपाल सिंह यादव छीने गये सभी विभागों को वापस चाहते थे लेकिन मुख्यमंत्री इसके लिए तैयार नहीं थे। सत्तारुढ पार्टी में अचानक आये सियासी संकट को लेकर विपक्ष भी सक्रिय हो गया। भारतीय जनता पार्टी(भाजपा), बहुजन समाज पार्टी(बसपा) और कांग्रेस ने अपने-अपने ढंग से इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त की है। मौजूदा राजनीतिक संकट के बीच विपक्ष की प्रतिक्रिया के दौरान शिवपाल सिंह यादव के घर के बाहर उनके समर्थकों की भीड जमा हो गयी है। वे शिवपाल सिंह यादव जिन्दाबाद के नारे लगा रहे हैं। भीड में ज्यादातर नवयुवक दिखायी पडे। शिवपाल सिंह यादव से मिलने विधान परिषद सदस्य अक्षय प्रताप सिंह और कुछ अन्य विधायक भी पहुंचे हैं।

इस राजनीतिक घटनाक्रम पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि सपा के अन्दरुनी झगडे की वजह से प्रदेश का बहुत नुकसान हो रहा है। इस झगडे से साफ हो गया है कि सपा चुनावी दौड से अपने आप बाहर हो गयी है। श्री मौर्य ने कहा कि मुलायम सिंह यादव को विवाद को जल्द से जल्द निपटाना चाहिए ताकि प्रदेश इसका खामियाजा न भुगते। बसपा अध्यक्ष मायावती ने कहा कि मुलायम सिंह यादव पुत्रमोह में फंसे हुए हैं। उन्हें पुत्रमोह से उबरकर राजनीति से सन्यास ले लेना चाहिए। कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता सुरेन्द्र राजपूत ने कहा कि सपा का अंदरुनी झगडा प्रदेश के विकास में बाधक हो गया है क्योंकि सपा सत्तारुढ पार्टी है। 

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर 15 सितम्बर)

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मोटे अनाज के उपार्जन के लिए पंजीयन 9 सितम्बर से 30 सितम्बर तक

झाबुआ । शासन द्वारा धान एवं अन्य मोटे अनाज की खरीदी के लिए पूर्व से पंजीकृत किसानो के पंजीयन में संशोधन करने एवं नवीन पंजीयन में संशोधन करने एवं किसानो के नवीन पंजीयन के लिए 9 सितम्बर से 30 सितम्बर तक तिथि निर्धारित की गई है एवं जिला आपूर्ति अधिकारियों को नियमानुसार कार्यवाही करने के लिए निर्देशित किया गया है। झाबुआ में मोटे अनाज मक्का की शासकीय दर पर खरीदी एवं पंजीयन के लिए 10 केन्द्र निर्धारित किये गये है।

इन केन्द्रो पर होगा पंजीयन
अ0जा0सेवा सहकारी संस्था कालीदेवी,अ.जा.सेवा सहकारी संस्था खवासा, अ.जा.सेवा सहकारी संस्था झकनावदा, अ.जा.सेवा सहकारी संस्था झाबुआ, अ.जा.सेवा सहकारी संस्था थान्दला, अ.जा.सेवा सहकारी संस्था पेटलावद, अ.जा.सेवा सहकारी संस्था बामनिया, अ.जा.सेवा सहकारी संस्था मेघनगर, अ.जा.सेवा सहकारी संस्था रानापुर, अ.जा.सेवा सहकारी संस्था सारंगी में किसानो के पंजीयन संबंधी जानकारी अपटेड करने एवं नवीन किसानो का पंजीयन करने संबंधी कार्य किया जाएगा। कृषक पंजीयन के समय निर्धारित फार्म में आवेदन के साथ बैंक खाता आधार नंबर एवं ऋणपुस्तिका की छायाप्रति संलग्न करे। यदि कृषक द्वारा भूमि शिकमी पर ली गई है तो शिकमी अनुबंध -पत्र की प्रति भी प्रस्तुत करना होगी । किसानों के पंजीयन में उल्लेखित रकबा एवं बोई गई फसल के सत्यापन हेतु उपार्जन संस्था द्वारा साप्ताहिक रूप से प्रिन्ट निकालकर संबंधित क्षेत्र के सहायक /कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी को उपलब्ध कराया जाएगा। तदुपरांत सहायक/कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी संबंधित अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) के माध्यम से राजस्व विभाग से सत्यापन कराकर पुनः उपार्जन संस्था को उपलब्ध कराएंगे। समस्त किसानो के पंजीयन में उल्लेखित धान एवं मक्का के बोई गए रकबे का सत्यापन पटवारी द्वारा एवं तहसीलदार द्वारा 10 प्रतिशत एवं एसडीएम द्वारा 05 प्रतिशत का फील्ड वेरीफिकेशन अनिवार्यत करवाकर आवश्यकतानुसार पुनः संशोधित जानकारी की एन्ट्र्री ई-उपार्जन साफटवेयर में कराई जाएगी । कलेक्टर श्री आशीष सक्सेना ने जिला आपूर्ति अधिकारी एवं राजस्व अधिकारियो को नियमानुसार कार्यवाही करने के लिए निर्देशित किया है।

निःशक्त विवाह प्रोत्साहन योजनान्तर्गत 4 लाख 50 हजार स्वीकृत
    
झाबुआ । निःशक्त विवाह प्रोत्साहन योजनान्तर्गत कलेक्टर श्री आशीष सक्सेना ने जिले में सम्पन्न निःशक्त विवाह अंतर्गत निःशक्त दम्पत्तियों को कुल राशि 450000/- की प्रोत्साहन राशि स्वीकृत की है। श्री काना पिता जामसिंह भाबोर निवासी ग्राम झेर (गेलर छोटी ) ज,पं, झाबुआ का विवाह  काजल पिता रामर भूरिया निवासी ग्राम भोयरा से होने पर ,श्री दिवान पिता बच्चुसिह भाबोर निवासी ग्राम मोद (कुण्डला )ज,पं, झाबुआ का विवाह रमदा कल्ल बबेरिया निवासी ग्राम बावडी ज,पं, झाबुआ के साथ होने पर ,श्री नानसिह पिता थावरिया भूरिया निवासी कालापिपल का विवाह हुमा पिता हरसिंह निवासी ढेबर बडी ज,पं, झाबुआ के साथ होने पर ,श्री कानु पिता तोलिया पारगी निवासी ग्राम काकनवानी ज,पं, थांदला का विवाह शरमा पिता हकउ निवासी सजवानी ज,पं, झाबुआ के साथ होने पर, श्री दिपक पिता बाबु डामोर निवासी,ग्राम बाटया बयडी ज,पं, झाबुआ का विवाह अनीता पिता गाब्रियल निवासी ग्राम उदयपुरिया ज,पं झाबुआ, के साथ होने पर, श्री अमरसिंह पिता दितिया परमार निवासी ग्राम रताम्बा ज,पं झाबुआ का विवाह हुकली पिमा मेडा निवासी ग्राम मोहनकोट ज,पं, पेटलावद के साथ होने पर प्रोत्साहन राशि स्वीकृत की गई है। निःशक्त विवाह प्रोत्साहन योजनान्तर्गत निःशक्तजनो को विवाह करने पर दम्पत्ति में से दोनो के निःशक्त होने पर राशि 100000/- तथा दोनो में से किसी एक के निःशक्त होने पर रूपये 50000/- प्रोत्साहन स्वरूप प्रदाय किए जाने का प्रावधान है ।

ग्राम पंचायत में बैंकर्स की उपस्थिति का दिन नियत कर पेंशन का वितरण करवाये...कलेक्टर

jhabua news
झाबुआ । ग्रामीण क्षेत्रों में चैपाल के दौरान यह बात ध्यान में आई है कि सामाजिक सुरक्षा वृद्धा अवस्था एवं अन्य पेंशन योजना की राशि के वितरण में परेशानी आ रही है। लोगो को छोटी छोटी राशि लेने के लिए परेशान होना पड़ता है। जनपद द्वारा हितग्राही के खाते में राशि डाल दी जाती है किन्तु कियोस्क सेन्टर से थम्बइम्प्रेशन नहीं आ पाने की वजह से हितग्राही को भुगतान नहीं किया जाता है। इस वजह से हितग्राही बैंक के चक्कर लगाकर परेशान होते है। इसके लिए सभी जनपद सीईओ यह सुनिश्चित करे कि बैंक प्रतिनिधि का हर ग्राम पंचायत में उपस्थिति का दिन नियत कर ,उनकी उपस्थिति सुनिश्चित करे ताकि मनरेगा की मजदूरी एवं पेंशनरों को गाॅव में ही पेंशन का भुगतान हो जाये। उक्त निर्देश कलेक्टर श्री आशीष सक्सेना ने विगत 14 सितम्बर को कलेक्टर कार्यालय सभाकक्ष मे संपन्न बैठक मे दिये। बैठक मे सीईओ जिला पंचायत श्री अनुराग चैेधरी सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

अधिकारी जनचैपाल मे योजनाओ का प्रभावी क्रियान्वयन करे
  • ग्राम पंचायतों मंे 16 से 30 सितम्बर के मध्य जनचैपाल का आयोजन होगा

झाबुआ । जिले की समस्त ग्राम पंचायतों में 16 सितम्बर 2016 से 30 सितम्बर 2016 तक जनचैपाल आयोजित की जाएगी। जनचैपाल मे गांव मंे पेंशन का वितरण, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की समस्त योजना में समय पर भुगतान सुनिश्चित किया जावेगा, हितग्राही मुलक कार्यो की अद्यतन स्थिति एवं उत्तरदायित्व का निर्धारण जिसमंे कपिलधारा कूप, आवास योजना, आदि मुख्य रूप से रहेगी। ग्राम विकास से संबंधित योजना जिनमंे महिला बाल विकास, स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा, कर्मकार मण्डल, उचित मुल्य की दुकान पर राशन का समय पर वितरण, आदि लाभ अन्तिम स्तर तक पहुॅचाना है। इसके अतिरिक्त आगामी वर्षो मंे हितग्राहियों का पारदर्शी स्तर पर चयन एवं सूचि का वाचन भी जनचैपाल मंे होगा।  जनचैपाल मे मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत एवं जिला अधिकारियो द्वारा कार्यवाही की जाएगी। 16 सितम्बर को रामा ब्लाक के ग्राम डोकरवानी,रसोडी,पाडलघाटी, मुण्डत,खेडा काकडकुआ में,रानापुर ब्लाकके ग्राम कुन्दनपुर,लम्बेला,रेतालुंजा,धामनीनाना,भाण्डाखेडा में एवं 17 सितम्बर को झाबुआ ब्लाकके ग्राम कल्याणपुरा,बरखेडा,बिसौली,आमलीपठार ,लोहारिया,संदला,बरोड,नवापाडा नवीन,गोपालपुरा,फुटिया में, जनचैपाल का आयोजन किया जाएगा।

सीविल सर्जन ,तहसीलदार थांदला एवं  सीईओ जनपद रामा को ल¨क सेवा गारंटी के तहत प्राप्त समस्याअ¨ं पर समयावधि मे कार्यवाही नही करने पर कलेक्टर श्री आशीष सक्सेना ने नोटिस जारी किया

झाबुआ । सीविल सर्जन जिला चिकित्सालय झाबुआ ,तहसीलदार थांदला एवं सीईओ जनपद रामा को ल¨क सेवा गारंटी अधिनियम के तहत प्राप्त समस्याअ¨ं पर समयावधि मे कार्यवाही नही करने पर कलेक्टर श्री आशीष सक्सेनाने नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है। कलेक्टर श्री आशीष सक्सेना ने ल¨क सेवा गारंटी अधिनियम के तहत स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत प्रदायित सेवाओ के 2 प्रकरण सीविल सर्जन जिला चिकित्सालय झाबुआ द्वारा निर्धारित समयसीमा मे निराकरण नही करने के कारण सीविल सर्जन जिला चिकित्सालय झाबुआ को नोटिस जारी किया एवं 3 दिवस मे समक्ष मे उपस्थित होकर जवाब प्रस्तुत करने के लिए निर्देशित किया है। जवाब प्रस्तुत नही करनें की दशा मे एक पक्षीय कार्यवाही की जाएगी। सीईओ जनपद रामा को ल¨क सेवा गारंटी अधिनियम के तहत 1 प्रकरण मे निर्धारित समयावधि के पश्चात भी निराकरण नही करने के कारण कारण नोटिस जारी किया एवं 3 दिवस मे समक्ष मे उपस्थित होकर जवाब प्रस्तुत करने के लिए निर्देशित किया है। जवाब प्रस्तुत नही करनें की दशा मे एक पक्षीय कार्यवाही की जाएगी। तहसीलदार थांदला को ल¨क सेवा गारंटी अधिनियम के तहत 52 प्रकरणो मे निर्धारित समयावधि के पश्चात  निराकरण करने के कारण नोटिस जारी किया एवं 3 दिवस मे समक्ष मे उपस्थित होकर जवाब प्रस्तुत करने के लिए निर्देशित किया है। जवाब प्रस्तुत नही करनें की दशा मे एक पक्षीय कार्यवाही की जाएगी।

छेडछाड का अपराध पंजीबद्ध
    
झाबुआ । फरियादिया ने बताया कि वह अपने खेत पर बैल व भैंस को चराने गयी थी। आरोपी गुलाब सिंह पिता कलसिंह मेंडा, निवासी बेडावा का आया मैं तुझे अपनी औरत बनाउंगा कहकर बुरी नियत से हाथ पकडकर मो0सा0 पर बिठाने लगा। प्रकरण में थाना थांदला में अपराध क्र0 392/16 धारा 354-क(1) व 7/8 पास्को एक्ट का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

मारपीट के पांच अपराध पंजीबद्ध 
         
झाबुआ । आरोपी मलसिंह ने फरियादी रायसिंह को टेम्पो की चाबी निकालने की बात को लेकर, आरोपी विक्रम ने फरियादी मनिष को शराब पिने की बात को लेकर, आरोपी राकेश ने फरि0 दिनेश को बैल बांधने की बात को लेकर, आरोपी विनेश ने फरि0 सुरज को तु गांव में क्यों आया कहकर, आरोपी सागु ने सोभना को तु हमारे कर्मकार के पैसे खा गई कहकर अश्लील गालियां देकर मारपीट कर चोंट पहुंचाई व जान से मारने की धमकी दी। प्र्रकरण में थाना काकनवानी, मेघनगर, थांदला में अपराध क्रमांक 201,258,393,394,395/16, धारा 294,323,325,506,341,34 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

दुर्घटना के तीन अपराध पंजीबद्ध
  
झाबुआ । आरोपी स्कूल बस के चालक ने हरीओम को, आरोपी मो0सा0 चालक ने प्रकाश को, आरोपी मोहन ने बदीबाई को तेज गति व लापरवाही पूर्वक चलाकर लाया व टक्कर मार कर चोंट पहंुचाई। प्रकरण में थाना रायपुरिया, कोतवाली, कालीदेवी में अपराध क्र0 321,598,191/16 धारा 279,337 भादवि में पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

दिल्ली स्थित जीवी मोबाइल्स की फैक्ट्री में काम शुरू

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा चलाये अभियान ‘मेक इन इंडिया’ को सफल बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए ,जीवी मोबाइल्स, मैजिकाॅन इम्पेक्स प्राइवेट लिमिटेड के मोबाइल डिविज़न ने स्वदेशी कारोबार को बढावा  देने के मकसद से दिल्ली स्थित महिपालपुर में अपनी पहली फैक्ट्री चालू कर कारोबार में पैर जमाते हुए काम शुरू किया। और कंपनी अलग-अलग चरणों में 200 करोड़ रु. के निवेश से दो निर्माण संयंत्र लगाएगी। इसकी पहली फैक्ट्री नई दिल्ली के महिपालपुर में 16000 वर्गफुट में फैली है। जीवी की पहली फैक्ट्री में प्रति माह 7 लाख फोन बनाने की क्षमता है। वर्तमान में फैक्ट्री में 300 से अधिक लोग और 8 असेम्बली लाइनें कार्यरत हंै। जीवी बहुत जल्द भारत में बैट्री, चार्जर और मोबाइल बनाएगी। पंकज आनंद बताते हैं। ‘‘जीवी के मोबाइल इतने सस्ते हैं कि सभी ले सकते हैं। केवल 699रु. से 1999रु. के मोबाइल के साथ कम्पनी आने वाले कुछ समय में फीचर फोन के विषाल भारतीय बाजार पर दबदबा कायम कर लेगी

समसामयिकी : कैसे रुकें “मंदसौर” जैसी घटनायें

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हाल के दिनों में गौरक्षा के नाम पर दलितों और अल्पसंख्यकों पर हमले और उन्हें आतंकित के मामले बढ़े हैं. इसी कड़ी में पिछले दिनों मध्यप्रदेश के मंदसौर रेलवे स्टेशन पर तथाकथित गौरक्षकों की बेलगाम गुंडई एक बार फिर देखने को मिली जहाँ गौ-मांस  ले जाने के आरोप में दो मुस्लिम महिलाओं को सरेआम पीटा गया इस दौरान पब्लिक और पुलिस प्रशासन के लोग तमाशाई बने रहे. बाद में हुई जांच में पाया गया कि इन महिलाओं से  बरामद किया मांस ह गोमांस नहीं बल्कि भैंस का गोश्त था. इस पूरे मामले में पुलिस का भूमिका और राज्य के गृह मंत्री के रवैये पर सवाल उठ रहे हैं. मोबाइल कैमरे में कैद हुई इस घटना में साफ़ देखा जा सकता है कि जब इन दोनों महिलाओं को पीटा जा रहा था तो वहां पुलिस मौजूद थी लेकिन उनकी तरफ से इसे रोकने का गंभीर प्रयास नहीं किया गया. उलटे इन महिलाओं के खिलाफ  मामला दर्ज करते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. मध्यप्रदेश के गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह का पूरा जोर इस घटना को “छोटी- मोटी धक्कामुक्की” साबित करने पर रहा उके अनुसार यह  एक “स्वाभाविक जनाक्रोश” था और इसे इंटेशनली नहीं किया गया था. यही नहीं उन्होंने बिना किसी जांच के यह बयान भी दे दिया कि  इस मामले में कोई भी व्यक्ति हिंदू संगठनों से नहीं जुड़ा है. जबकि पीड़ित महिलाओं का आरोप है कि उनके साथ मारपीट करने वाले बजरंग दल के लोग थे. मंदसौर से बीजेपी विधायक यशपाल सिसोदिया ने तो और आगे बढ़ते हुए इसे क्रिया की प्रतिक्रिया बता डाला. 

मध्यप्रदेश में मंदसौर जैसी घटनायें नयी नहीं हैं. यहाँ इस तरह की घटनायें होती रही हैं. सुरेन्द्र सिंह राजपुरोहित जैसे लोग अपने “गौ रक्षा कमांडो फोर्स” के माध्यम से गौरक्षा के नाम पर आतंक का साम्राज्य चलाते रहे है. लेकिन स्थानीय मीडिया और विपक्षी पार्टियां इनको लेकर उदासीन बनी रहती है. मंदसौर की घटना भी मवयावती द्वारा राज्यसभा में उठाये जाने के बाद ही चर्चा में आ सकी.

बीते 13 जनवरी 2016 को  खिरकिया रेलवे स्टेशन पर ट्रेन में एक मुस्लिम दंपति के साथ इसलिए मारपीट की गयी थी क्‍योंकि उनके बैग में बीफ होने का शक था. मोहम्मद हुसैन अपनी पत्नी के साथ हैदराबाद किसी रिश्तेदार के के यहाँ से अपने घर हरदा लौट रहे थे इस दौरान खिरकिया स्टेशन पर गौरक्षा समिति के कार्यकर्ताओं ने उनके बैग में गोमांस बताकर जांच करने लगे विरोध करने पर इस दम्पति के साथ मारपीट शुरू कर दी गयी.इस दौरान दम्पति ने खिरकिया में अपने कुछ जानने वालों को फ़ोन कर दिया और वे लोग स्‍टेशन पर आ गये और उन्हें बचाया. इस तरह से कुशीनगर एक्सप्रेस के जनरल बोगी में एक बड़ी वारदात होते–होते रह गयी.खिरकिया में ही इससे पहले 19 सितम्बर 2013 को गौ हत्या के नाम पर दंगा हुआ हो चूका है जिसमें करीब 30 मुस्लिम परिवारों के घरों और सम्पतियों को आग के हवाले कर दिया गया था. कई लोग गंभीर रूप से घायल भी हुए थे, बाद में पता चला था कि जिस गाय के मरने के बाद यह दंगे हुए थे उसकी मौत पॉलिथीन खाने से हुई थी. इस मामले में भी  मुख्य आरोपी गौरक्षा समिति का सुरेन्द्र राजपूत था.यह सब करने के बावजूद  सुरेन्द्र सिंह राजपूत कितना बैखौफ है इसका अंदाजा उस ऑडियो को सुन कर लगाया जा सकता है जिसमें उसने  हरदा के एसपी को फ़ोन पर धमकी देकर कहा था कि अगर मोहम्मद हुसैन दम्पति से मारपीट के मामले में उसके संगठन से जुड़े कार्यकर्ताओं पर से केस वापस नहीं लिया गया तो खिरकिया में 2013 को एक बार फिर दोहराया जाएगा.  

इसी साल 6 से 9 जनवरी के बीच धार जिले में स्थित मनावर में जो साम्प्रदायिक झडपें हुई थीं उसमें अपने “बाग प्रिंट” के लिए पूरी दुनिया में मशहूर खत्री परिवार को भी निशाना बनाया बनाते हुए उनके कारखाने में आग लगा दी गई थी. खत्री परिवार द्वारा इसकी शिकायत पुलिस में भी की गयी थी लेकिन इसपर कोई कार्रवाई नहीं हुई, इन सब से तंग आकर यह परिवार जो बाग प्रिंट के लिए 8 नेशनल और 7 यूनेस्को अवॉर्ड जीत चुका है को यह कहना पड़ा कि उनको लगातार धमकियाँ दी जा रही हैं, वे असुरक्षित महसूस कर रहे हैं और डरे हुए हैं इसलिए अगर हालत नहीं सुधरे तो आने वाले कुछ महीनों वे देश छोड़कर अमेरिका में बसने को मजबूर हो जायेंगें. इस पूरे हंगामे को लेकर हाई कोर्ट में एक दायर जनहित याचिका भी दायर की गयी थी इस याचिका धार प्रशासन को अक्षम बताते हुए कहा गया था कि जिले में कानून व्यवस्था पूरी तरह से बिगड़ चुकी है और प्रशासन अल्पसंख्यक, दलित और आदिवासियों को सुरक्षा मुहैया कराने में असफल साबित हो रहा है, यहाँ तक कि बाग प्रिंट के जरिए विश्व में भारत को प्रसिद्धि दिलाने वाले मोहम्मद यूसुफ खत्री का परिवार भी असुरक्षित है.

सूबे में ईसाई समुदाय भी लगातार निशाने पर रहा है जहाँ धर्मांतरण का आरोप लगाकर उन्हें प्रताड़ित किया जाता हैं. सबसे तजा मामला रीवा जिले के मऊगंज का हैं जहाँ बीते जुलाई माह में बजरंग दल के कुछ कार्यकर्ता ईसाई समाज के एक पास्टर और उसके एक साथी पर धर्म परिवर्तन कराने का आरोप लगाते हुए उन्हें जबरदस्ती पास के  जंगल में ले गए और वहां उनके साथबुरी तरह से  मारपीट करने के बाद वहीँ पेड़ पर बांध कर चले आये. बाद में उन्हें  पुलिस वहां से वापस लायी. इसी तरह की एक और घटना बीते  14 जनवरी की है जिसमें धार जिले के देहर गांव में धर्मांतरण के आरोप में एक दर्जन ईसाई समुदाय के लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया था गिरफ्तार किये गये लोगों में नेत्रहीन दंपति भी शामिल थे. इन आरोपियों का कहना था कि  उन्होंने किसी का धर्म परिवर्तन नहीं करवाया उन पर यह कार्रवाई हिन्दुतत्ववादी  संगठनों के इशारे की गयी है, उनका यह भी आरोप था  कि पुलिस द्वारा उनके घर में घुसकर तोड़फोड़ और महिलाओं के साथ बदसलूकी की गयी.

दरअसल मध्यप्रदेश में धर्मांतरण के नाम पर ईसाई समुदाय लगातार निशाने पर रहा है .वर्ष 2013 में राज्यसरकार द्वारा  धर्मांतरण के खिलाफ क़ानून में संशोधन कर उसे और ज्‍यादा सख़्त बना दिया गया था जिसके बाद अगर कोई नागरिक अपना मजहब बदलना चाहे तो इसके लिए उसे सबसे पहले जिला मजिस्‍ट्रेट की अनुमति लेनी होगी. यदि धर्मांतरण करने वाला या कराने वाला ऐसा नहीं करता है तो वह दंड का भागीदार होगा.इसी तरह ने नए संसोधन के बाद “जबरन धर्म परिवर्तन” पर जुर्माने की रकम दस गुना तक बढ़ा दी गई है और कारावास की अवधि भी एक से बढ़ाकर चार साल तक कर दी गई है. हिन्दुतत्ववादी संगठनों द्वारा ईसाई समुदाय पर धर्मांतरण का आरोप लगाकर प्रताड़ित किया जाता रहा है, अब कानून में परिवर्तन के बाद से उनके लिए यह और आसन हो गया है । इन सब के खिलाफ ईसाई समुदाय के तरफ से आवाज भी उठायी जाती रही है, आर्कबिशप लियो कॉरनेलियो ने कह चुके हैं कि है कि मध्‍य प्रदेश में धर्मांतरण विरोधी कानून का गलत इस्‍तेमाल हो रहा है और ईसाईयों के खिलाफ जबरन धर्मांतरण के फर्जी केस थोपे जा रहे हैं।


मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भले ही अपने आप को नरमपंथी दिखाने का मौका ना चूकते हों लेकिन उनके राज में जिस तरह से अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया जा रहा है उसे नजरअंदाज नहीं किया सकता है. मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान दावा करते हैं कि जबसे उन्होंने मुख्यमंत्री का पद संभाला है तब से मध्यप्रदेश की धरती पर एक भी दंगा भी नहीं हुआ. लेकिन आंकड़े कुछ और ही बयान करते हैं. वर्ष 2012 और 2013 में दंगों के मामले में मप्र का तीसरा स्थान रहा है.जबकि 2014 में पांचवे स्थान पर था इसी तरह से साल 2015 में जनवरी से दिसंबर के बीच करीब 41 सांप्रदायिक दंगे और तनाव की घटनाएं हुई हैं.

इन सबके बीच मध्यप्रदेश में “गाय” और “धर्मांतरण” ऐसे हथियार है जिनके सहारे मुस्लिम और ईसाई अल्पसंख्यकों को निशाना बनाना बहुत आसन और आम हो गया है. हिन्दुतत्ववादी संगठन इनका भरपूर फायदा उठा रहे हैं जिसमें उन्हें सरकार और प्रशासन में बैठे लोगों का शह भी प्राप्त है. ऐसे में इन घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो ऐसी उम्मीद कैसे की जाए ?


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जावेद अनीस 
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javed4media@gmail.com

व्यंग : परसाई के जबलपुर में शक्तिपुंज ...!!

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प्रख्यात व्यंग्यकार स्व. हरिशंकर परसाई  , चिंतक रजनीश और फिल्मों के चरित्र अभिनेता रहे प्रेमनाथ के गृह शहर जबलपुर जाने का अवसर मिला तो मन खासा रोमांचित हो उठा। अपने गृह प्रदेश उत्तर प्रदेश में रोजी - रोजगार के सिलसिले में महाकौशल के जबलपुर और आस - पास के जिलों में बस चुके अनेक लोगों से इस शहर का नाम सुना था। लेकिन कभी वहां जाने का संयोग बनेगा, ऐसा सोचा न था। कार्यक्रम तय होने के बाद पड़ताल की तो मालूम हुआ  कि रेलनगरी कहे जाने वाले अपने खड़गपुर से कोई सीधी ट्रेन जबलपुर नहीं जाती, हालांकि प्रदेश  की राजधानी कोलकाता से केवल दो ट्रेनें हावड़ा - मुंबई मेल और हावड़ा - जबलपुर शक्तिपुंज एक्सप्रेस ही जबलपुर जाती है।लिहाजा हमने इसी विकल्प को चुना। समय की सुविधा के लिहाज से आवागमन के लिए हमने हावड़ा - मुंबई मेल के बजाय शक्तिपुंज एक्सप्रेस को चुना और आने - जाने का आरक्षण भी करा लिया। यह जान कर अच्छा लगा कि  इस ट्रेन का अावागमन  हमारे दो गंतव्यों के बीच ही होना है। स्वतंत्रता दिवस की गहमागहमी के बीच  हमने हावड़ा से यात्रा की शुरूआत की। अनुमान के विपरीत  हमारे डिब्बे में वैसी भीड़ - भाड़ और मारा - मारी नहीं थी, जैसा साधारणतः हिंदी प्रदेशों की ओर जाने वाली ट्रेनों में होता है। किसी हिंदी प्रदेश के बड़े शहर की ओर जाने वाली ट्रेनों में तो साधारणतः यही देखने को मिलता है कि आरक्षित डिब्बों में आरक्षण वालों से ज्यादा यात्री वेटिंग लिस्ट और आरएसी वाले  मिलते हैं। या फिर जवाब मिलता है... अरे भाई साहब, बस दो घंटे की बात है...। बस फलां स्टेशन पर उतर जाएंगे। लेकिन इस ट्रेन में कुछेक यात्री  थे भी तो ज्यादातर दो - चार घंटे बाद आने वाले स्टेशनों में उतरने वाले थे। 

ट्रेन बिल्कुल समय से रवाना हुई। इस बीच बूंदाबादी भी जारी रही।थोड़ी देर में बारिश की बुंदे डिब्बे में इधर - उधर बिखरने  लगी।  हालांकि मैं अपने क्षेत्र के बर्द्धवान , दुर्गापुर , आसनसोल और धनबाद जैसे परिचित शहरों को रेलवे की खिड़की से झांक लेने को आतुर था। अंधेरा घिरने के साथ बारिश तेज होने लगी और इसी के साथ डिब्बे में पानी भी बढ़ने लगा। भूख लगने पर हमने भोजन की तलाश की तो पता चला कि इस ट्रेन में पेंट्री कार की व्यवस्था नहीं है। लिहाजा चाय - पान आदि बेचने वाले हॉकर चीजों की दोगुनी - तिगुनी कीमत यात्रियों से वसूल रहे थे। थोड़ी - थोड़ी देर में किन्नरों की फौज भी डिब्बे में आती और यात्रियों से वसूली करती रही। यात्रियों के यह कहने पर कि अरे भैया.. थोड़ी देर पहले ही तो तुम्हारे साथी आकर रुपए ले गए हैं, आगंतुकों का जवाब होता  वे जरूर नकली होंगे। आपने नकली किन्नरों को दान दिया है, इस दान का कोई फायदा आपको मिलने वाला नहीं।कुछ देर में यह भान भी हो गया कि  डिब्बे के हमारे तरफ के टॉयलट में एक का दरवाजा और नल टूटा हुआ है। इससे मन में उठे कोफ्त के बीच हम सो गए । सुबह नींद खुली तो डिब्बे का पूरा फर्श पानी से लबालब हो चुका था। समझ में नहीं आ रहा था कि पानी बारिश की बूंदों से जमा हो रहा था या टूटे नलों की वजह से। स्वतंत्रता दिवस से चंद दिन पहले जब दिल में देशभक्ति का ज्वार उठ रहा था, अपने देश की बदहाल रेल - व्यवस्था मन में कोफ्त पैदा कर रही थी। क्योंकि हर यात्री इस पर अपना रोष जाहिर करते हुए कह रहा था... हुंह जो है वो तो संभलता नहीं... बूलेट ट्रेन चलाएंगे। बहरहाल अपने निर्धारित समय से करीब तीन घंटे विलंब से जबलपुर पहुंची शक्तिपुंज एक्सप्रेस प्लेटफार्म पर पहुंच गई तो हम ने राहत की सांस ली। मन में यही उथल - पुथल था कि 15 अगस्त की रात जब हमारी इसी ट्रेन से वापसी है तो इस तरह का बुरा अनुभव हमें न हो। लेकिन होनी कुछ और ही थी। 

जबलपुर से हावड़ा के लिए यह ट्रेन देर रात 11.50 पर छूटती है। स्टेशन पर हमें मालूम हुआ कि यह ट्रेन प्लेटफार्म नंबर दो या तीन से छूटती है। उद्घोषणा प्लेटफार्म संख्या दो से छूटने की हुई। भारी बारिश के बीच हम प्लेटफार्म पर पहुंच गए और ट्रेन आने का इंतजार करने लगे। इस बीच डिस्प्ले बोर्ड और उद्घोषणा में ट्रेन के प्लेटफार्म संख्या दो से छूटने की होती रही। तय समय पर एक ट्रेन प्लेटफार्म पर पहुंची। लेकिन यह क्या ये तो हबीबपुर - जबलपुर जनशताब्दी एक्सप्रेस थी। फिर शक्तिपुंज का क्या। तेज बारिश के बीच सैकड़ों यात्री परेशान होते रहे। लेकिन किसी के कुछ समझ में नहीं आ रहा था। क्योंकि ट्रेन छूटने का समय हो चुका था। कुछ देर बाद शक्तिपुंज के प्लेटफार्म संख्या तीन पर आने की घोषणा हुई। लेकिन देर तक इंतजार के बाद भी ट्रेन का अता - पता न था।  बेसब्री के बीच एक बार फिर ट्रेन के प्लेटफार्म संख्या चार पर आने की नई घोषणा हुई। तेज बारिश के बीच भागमभाग की स्थिति में यात्री जब सारा माल - आसबाब समेट कर उक्त  प्लेटफार्म की ओर जाने लगे तो फिर शक्तिपुंज  एक्सप्रेस के प्लेटफार्म संख्या तीन पर आने की घोषणा हुई। आपाधापी और संशय के बीच ट्रेन करीब चालीस  मिनट बाद इसी प्लेटफार्म पर आई। लेकिन तब तक शक्तिपुंज एक्सप्रेस हमें शक्तिहीन कर चुकी थी।  स्वतंत्रता दिवस की वर्षगांठ के मौके पर हमारा दिल देश की रेल व्यवस्था के प्रति क्षोभ से भर चुका था। अमूमन हर यात्री इसे कोस रहा था। एक बार फिर यात्री मुंह बिचकाते हुए कहने को मजबूर थे... हूंह ... जो है वो तो संभलता नहीं ... बूलेट ट्रेन चलाएंगे..। 



तारकेश कुमार ओझा,
खड़गपुर ( प शिचम बंगाल)
संपर्कः 09434453934, 9635221463
लेखक पश्चिम बंगाल के खड़गपुर में रहते हैं और वरिष्ठ पत्रकार हैं।

सत्ताधारी की बयानबाजी मुद्दों से भटकने का प्रयास : भाकपा

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पटना, 16 सितम्बर। राजद के पूर्व सांसद मो॰ शहाबुद्दीन की जमानत पर जेल से रिहाई तथा उनके कथित बयान को लेकर महागठबंधन के सत्ताधारी दलों सहित भाजपा की ओर से जो बयानबाजी हो रही है, उससे उन दलों की व्यक्ति केन्द्रित राजनीति का  पर्दाफाष तो हुआ ही है, बिहार की जनता को भी निराषा हुई है। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने इन दलों के नेताओं की बयानबाजी को राज्य की जनता की मूल समस्याओं से उनका ध्यान भटकाने का एक गैर जरूरी प्रयास बताया है। आज यहां जारी एक बयान में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव सत्य नारायण सिंह ने कहा कि मो॰ शहाबुद्दीन की जमानत और उन पर अदालत में चल रहे मुकदमें न्यायिक मामले हैं। उन सभी मामलों को न्यायालय में ही निपटाया जाना चाहिए, उनमें राजनीतिक हस्तक्षेप नहीं किया जाना चाहिए। सीवान के एक पत्रकार राजदेव रंजन की हत्या के मामले को सी.बी.आई. को सौंपा गया है। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी उसका स्वागत करती है। 
सत्य नारायण सिंह ने कहा कि सत्ताधारी गठबंधन में शामिल दल - राजद, जदयू, और कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं, जिनमें कई वरिष्ठ मंत्री भी हैं, के द्वारा एक को महामंडित करने और दसूरे को अपमानित करने की जो अषोभनीय बयानबाजी हो रही है, उसे बिहार की जनता देख रही है। आज बिहार के 25 जिले बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित है और एक करोड़ से ज्यादा लोग बाढ़ से पीड़ित है। राज्य की जनता सरकार से यह आषा कर रही है कि बाढ़ पीड़ित जनता को पर्याप्त राहत मिले, उन्हें आवष्यक दवाएं मिले, पीने के लिए शुद्ध पानी मिले, रहने के लिए जल्द आश्रय मिले। जनता यह भी चाहती है कि आकाष छूती महंगाई पर रोक लगे। राज्य की बिगड़ती विधि व्यवस्था में सुधार हो। अपने इन सवालों को लेकर जनता सड़कों पर आन्दोलन कर रही है। ऐसी विषम स्थिति से मुंह मोड़कर सरकार चला रहे मंत्री अपनी अपनी हैसियत बढ़ाने की लड़ाई आपस में ही लड़ रहे हैं। उनकी यह कार्रवाई राज्य की जनता के साथ धोखा है क्योंकि बिहार के मतदातओं ने महागठबंधन को भारी बहुमत से इसलिए जिताया था कि उनकी समस्याओं का समाधान होगा, देष में बढ़ती सांप्रदायिकता के खतरे को पीछे धकेला जायेगा, दलितों, महिलओं, अल्पसंख्यकों और अन्य कमजोर वर्गों के लोगों को न्याय और सुरक्षा मिलेगी। मगर सत्ताधारी दलों का सारा समय व्यक्तिगत उठापटक में बीत रहा हे और राज्य की जनता उपेक्षित है।

सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर 16 सितम्बर)

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जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक आज, विभागीय लक्ष्य एवं उपलब्धि की होगी समीक्षा

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सीहोर, 16 सितम्बर,2016, कलेक्टर एवं अध्यक्ष जिला स्वास्थ्य समिति डाॅ. सुदाम खाडे़ की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक 17 सितंबर 2016 को कलेक्टेªट सभाकक्ष में अपरान्ह 3 बजे आयोजित की गई है। कलेक्टर द्वारा स्वास्थ्य विभाग के समस्त राष्ट्रीय कार्यक्रमों के लक्ष्य एवं उपलब्धि की ब्लाॅकवार एवं पीसीपी एण्ड डीटी एक्ट व रोगी कल्याण समिति के कार्याें की समीक्षा की जाएगी। राष्ट्रीय कार्यक्रमों के समस्त नोडल अधिकारियों, जिला स्वास्थ्य समिति के सभी सदस्यों सिविल सर्जन तथा जिले के समस्त ब्लाॅक मेडिकल आॅफिसर्स को बैठक मंे विभागीय लक्ष्य एवं उपलब्धि की समस्त जानकारी के साथ उपस्थित रहने के निर्देष दिए गए है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ.आर.के.गुप्ता ने बताया बैठक कि माह अगस्त 2016 तक के राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों की लक्ष्य एवं उपलब्धि की समीक्षा कलेक्टर द्वारा बैठक में की जाएगी। जिले के सभी बीएमओ तथा समस्त नोडल अधिकारियों को निर्देषित किया गया कि आगामी शेष 07 माह के लक्ष्य एवं उपलब्धि की सूक्ष्म कार्ययोजना बनाकर तथा माह अगस्त 2016 तक की लक्ष्य एवं उपलब्धि की विस्तृत जानकारी के साथ बैठक में अनिवार्य रूप से उपस्थित रहें। 

प्रातः 11.00 बजे होगी नोडल अधिकारियों एव ंबीएमओ की बैठक
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ.आर.के.गुप्ता ने बताया कि 17 सितंबर,16 को अपरान्ह 3.00 बजे जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में कलेक्टर डाॅ. सुदाम खाडे़  द्वारा विभागीय कार्याें की समीक्षा के मद्देनजर माह अगस्त 2016 तक लक्ष्य एवं उपलब्धि एवं आगामी 07 माह के माइक्रांे प्लान को लेकर चर्चा के लिए एवं जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक की पूर्व तैयारियों के लिए सीएमएचओ कार्यालय में सुबह 11 बजे बैठक आयोजित की है जिसमें समस्त नोडल अधिकारियों एवं समस्त बीएमओ को बैठक में उर्पिस्थति के निर्देष दे दिए गए है।

राष्ट्रीय स्काॅलरशिप परीक्षा के आवेदन हेतु अंतिम तिथि 30 सितम्बर

सीहोर, 16 सितम्बर 2016, प्रदेश में राष्ट्रीय प्रतिभा ख¨ज परीक्षा अ©र राष्ट्रीय मींस-कम-मेरिट छात्रवृत्ति परीक्षा 2016-17 के लिये आॅनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि 15 सितम्बर क¨ बढ़ाकर अब 30 सितम्बर निर्धारित कर दी गयी है। राष्ट्रीय प्रतिभा ख¨ज परीक्षा 6 नवम्बर क¨ ही ह¨गी। विभिन्न संस्था एवं पालक¨ं के अनुर¨ध पर राष्ट्रीय प्रतिभा ख¨ज परीक्षा (एनटीएसई) के आवेदन में समग्र आई.डी. की अनिवार्यता क¨ शिथिल किया गया है। राज्य शिक्षा केन्द्र ने द¨न¨ं ही परीक्षा के आवेदन के लिये एम.पी. आॅनलाइन के किय¨स्क पर विद्यार्थिय¨ं क¨ निरूशुल्क आवेदन की सुविधा दी है। स्कूल के प्राचार्य एवं संकुल प्राचार्य द्वारा प्रमाणीकृत प्रपत्र¨ं के आधार पर विद्यार्थी एम.पी. आॅनलाइन के अधिकृत किय¨स्क से निरूशुल्क आॅनलाइन आवेदन कर सकेंगे। इन परीक्षाअ¨ं के आवेदन करने के लिये विद्यार्थिय¨ं क¨ किसी भी प्रकार की फीस नहीं देनी ह¨गी।

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर 16 सितम्बर)

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पारा की लडकी ने क्रिकेट मे कमाया नाम प्रदेश टीम मे करेगी सहभागीता, राष्ट्रीय टिम मे चयन की उम्मीद

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पारा---विगत दिनो निमच मे हुई राज्य स्तरीय शालेय खेल टेनिश बाल प्रतियोगीता मे  पारा के शासकिय कन्या उच्चतर माध्यमिक विधालय की तीन बालीकाओ ने भाग लिया था। जिसमे से एक बालीका ने तुफानी प्रदर्शन कर प्रदेश की टीम मे अपना स्थान बनाया हे आगामी दिनो उक्त बालीका कश्मीर मे प्रदेश की टीम के साथ अपना प्रदर्शन करेगी। उक्त जानकारी देते हुए कन्या स्कुल के प्राचार्य ने बताया की विगत दिनो निमच हुई राज्य स्तरीय खेल प्रतियोगीता मे पारा कन्या स्कुल की तीन छात्रा कु ललीता डावर, कु प्रियंका डावर व मनीषा डावर ने भाग लिया था व अपने शानदार प्रदर्शन के आधार पर आदीवासी विभाग ने तीसरा स्थान प्राप्त किया था।जिसमे से स्कुल की एक छात्रा ललीता डावर पिता रेमसिह डावर ग्राम नवापडा पार ने टेनीस बाल क्रिकेट प्रतियोगीता मे अपना आलराउण्ड प्रदर्शन करते हुए नो ओवर मे 32 रन देकर 10 विकेट चटकाए व शानदार बेटिग करते हुए 29 रन भी बनाए। इस प्रकार के हरफन मोला प्रदर्शन पर ललीता को मध्य प्रदेश की शालेय टिम मे शामिल किया गया हे आगामी दिनो मे कश्मीर मे होने जा रही राष्र्टीय शालेय खेल प्रतियोगीता मे राष्ट्रीय टिम की संभावित उम्मीदवार के रुप मे ललीता का चयन हो सकता हे। ललीता के इस शानदार प्रदर्शन व संभावित चयन पर सहायक आयुक्त श्रीमति शुकंतला डामोर,जिला क्रिडा अधिकारी कुलदीप धबाई,प्राचार्य गुलाबसिह डावर,पीटीआर्द नरेश पुरोहीत,श्रीमति सागरी निंगवाल,जुवानसिह सिगांड,प्रताप डावर,कलमसिह बघेल,चम्पु कन्नोजे,रामचन्द्र प्रजापत,कलसिह डावर,आशिष पण्डया सहीत समस्त स्टाफ व इष्ट मित्रो ने बालीका के उज्जवल भविष्य की कामना की  हे।

रक्तदान शिविर का आयोजन 46 युनिट रक्त हुआ एकत्रीत

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पिटोल - बाल गणेष मण्डल पिटोल व स्थानीय निजी चिकित्सक संगठन के सामुहिक प्रयास से आयोजित रक्तदान षिविर में बुधवार को युवकों के उस जज्बे ने ‘‘ कि हमारे खुन का एक एक कतरा किसी को जीवन दान देगा’’ एक मिसाल कायम कर दी। युवकों ने तीन घंटे में रक्तदाताओं का अर्ध षतक लगा दीया। पंचायत भवन में लगे रक्तदान षिविर की सुचना पर स्व प्रेरणा से युवकों में रक्तदान करने की होड सी मच गई एवं 46 युनिट ब्लड एकत्रित हो गया। पांच ऐसे लोग थे जिनका रक्त विषेष श्रेणी में आता है जो आसानी से उपलब्ध नहीं होता उन्हें रोका गया। षिविर में 06 महिलाओं ने भी हिस्सा लेते हुवे रक्तदान किया। झाबुआ सरकारी जिला चिकित्सालय से रक्त एकत्रित करने यहां पहुंचे लेब टेक्निषियन जगदीषचन्द्र सरतलीया व सहयोगी मुकेष बामनीया ने बताया कि छोटे से गांव ने बडा काम कर दीया जो पहले कभी षहरों के ब्लड डोनेषन केम्पों में भी नहीं देखा।

इनके रक्त से मिलेगा किसी को जीवन
महेन्द्रसिंह ठाकुर, बदनसिंह नायक, हर्षवर्धन सोनी, प्रीतम पंवार, विनोद षर्मा, मनमीत षुक्ला, नीरज सोनी, हर्षित पंचाल, कमलेष नायक, अली अजगर बोहरा, रवि मेवाड, रमेष थावरीया मेवाड, नीतेष नागर, सुरेष पंचाल, भंवरलाल पडीयार, विजेष बिलवाल, अल्केष बडदवाल, षेलेन्द्र ठाकुर, मेहुल पेचाल, मनीष पंचाल, जसवंत मेवाड, अनिल नायक, राजेष पाटीदार, अरविंद पंचाल, नीरमल पंचाल, लक्की भटेवरा, रमेष मेवाड, मनोज कुमावत, सुनिल नायक, पंकज पंचाल, हितेष नायक, महेष जामुनिया, विक्रम नायक, विनोद खतेडीया, मनोज यादव, कपिल मोदी, हितेष प्रजापत, एवं हनी सोनी ने रक्त दान किया।
  
इन महिलाओं ने भी दीखाई जिंदादिली किया रक्तदान ......
श्रीमति किरण सोनी, श्रीमति गिरिजा ठाकुर, श्रीमति प्रतिभा षुक्ला, कु. बरखा सोनी, कु. हितांषी ठाकुर व कु. कल्याणी ठाकुर।
         
इनका था खास ब्लड ग्रुप...
किसन नागर, सुनिल खतेडीया, विजय नायक मनोज पंचाल, हाजी हन्नान भाई बोहरा, राहुल सोनी व सत्यदेव जो कि एबी व एबी नेगेटिव्ह ब्लड गु्रप के धनी है जो आसानी से नहीं मिलता।
       
इनके प्रयासों ने दिया षिविर को मूर्तरुप ...
डाॅ.गजराजसिंह खतेडीया, डाॅ. राहुल नागर, सीएचएमओ डाॅ. भारतसिंह बघेल, अरविन्द बडदवाल, कमल नायक, देवेन्द्र नायक, हर्षु सोनी, विनय पंचाल, प्रीतम पंवार, डाॅ. लोकेष दवे व डाॅ. अरविन्द दातला।
       
होगा सम्मान ....
डाॅ. राहुल नागर ने बताया कि निजी चिक्सिक संगठन की ओर से सभी ब्लड डोनेटरों का बालगणेष मण्डल के मंच पर स्वागत व सम्मान किया जाऐगा। जिसमें गांव के वरिष्ठजनों सहित मेडीकल ओफिसर उपस्थित रहेंगे।
         
खास बातें .....
- सोनी व ठाकुर दो परिवारों के पूरे सदस्यों ने किया रक्तदान।
- मनमीत षुक्ला ने अपने 18 वर्ष के पूरे होते ही किया पहलीबार रक्तदान।
- कुछ उत्साहित बच्चों को समझाना पडा कि अभी 18 वर्ष के हो जाओ फिर करना रक्तदान।

ग्राम पंचायत तोरनिया पाडलघाटी सहित अन्य ग्राम पंचायतो मंे लगी जनचैपाल, अधिकारियो ने जनचैपाल मे पहुॅचकर किया समस्याओ का निराकरण
  • कोटवार एवं तडवी/पटेल समक्ष मे पेंशन वितरण करवाये....कलेक्टर

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झाबुआ । जिले की ग्राम पंचायतों आज 16 सितम्बर को रामा ब्लाक के ग्राम डोकरवानी,रसोडी,पाडलघाटी, मुण्डत,खेडा काकडकुआ में,रानापुर ब्लाक के ग्राम कुन्दनपुर,लम्बेला,रेतालुंजा,धामनीनाना,भाण्डाखेडा में एवं मेघनगर ब्लाक के ग्राम तोरनिया मे जनचैपाल का आयोजन किया गया। कलेक्टर श्री आशीष सक्सेना, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री अनुराग चैधरी एवं प्रशासनिक अधिकारियों ने मेघनगर ब्लाक के ग्राम तोरनिया एवं रामा ब्लाक के ग्राम पाडलघाटी में चैपाल लगाकर ग्रामीणो से समस्याएॅ सुनी एवं समस्याओं के निराकरण के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। ग्राम तोरनिया मे जनचोैपाल में ग्रामीणो ने चर्चा के दौरान कलेक्टर को बताया कि गांव में पेंशन के पात्र हितग्राहियों को पेंशन का भुगतान बैंक से नहीं मिल रहा है। मुख्यमंत्री आवास योजना की किश्त हितग्राही के खाते में जमा नहीं हो पाई, तालाब निर्माण की राशि का भुगतान नहीं हुआ।

समक्ष मे बॅटवाई पेंशन
गांव में पेंशन के पात्र हितग्राहियों को पेंशन राशि का भुगतान बैंक द्वारा नहीं किये जाने पर कलेक्टर श्री आशीष सक्सेना ने बैंक प्रतिनिधि को फटकार लगाई एवं समक्ष मे पेंशन बॅटवाई। कोटवार एवं तडवी/पटेल को निर्देशित किया कि भविष्य मे ग्रामिणो को पेंशन का वितरण समक्ष मे करवाये। गांव के सभी मिस्त्रियों की सेवाएॅ शौचालय निर्माण कार्य में लेने के लिए सीईओ जनपद को निर्देशित किया। कोटवार के निर्धारित यूनिफार्म मे उपस्थित नही होने पर फटकार लगाई एवं भविष्य मे निर्धारित यूनिफार्म मे नही रहने पर सेवा समाप्त करने के लिए चेतावनी दी। कुपोषण निवारण के लिए गाॅव के अति कम वजन के सभी बच्चो को स्वस्थ करने के लिए गाॅव के ग्रामीणे को जिम्मेदारी लेने की बात कलेक्टर श्री आशीष सक्सेना ने ग्रामीणो से कही। कलेक्टर श्री आशीष सक्सेना ने कहाॅ कि शासन    द्वारा कुपोषण निवारण के लिए हर संभव प्रयास किये जा रहे किंतु आपके सहयोग के बिना कुपोषण का निवारण संभव नही है। आपको यह बात पता होना चाहिए कि बच्चो के लिए सही पोषण आहार कितना जरूरी है। अति कम वजन के सभी बच्चो को स्वस्थ करने के लिए शासन द्वारा बच्चो को पोषण पुनर्वास केन्द्र मे भर्ती कर 14 दिन तक उन्हे आवश्यक पोषण आहार दिया जाता है एवं बच्चे की माॅ को भी 14 दिन की मजदूरी का भुगतान किया जाता है। आप अपने अति कम वजन के सभी बच्चो को पोषण पुनर्वास केन्द्र मे भर्ती कर उन्हे स्वस्थ करवाये। गाॅव मे ही बच्चो को दूध फल दाल सब्जी इत्यादि का नियमित सेवन करवाकर उन्हे स्वस्थ रखे।

उज्जवला योजना अंतर्गत 3 बीपीएल महिलाओ को गैस कनेक्शन वितरित
प्रधानमंत्री उज्जवला योजना अंतर्गत ग्राम तोरनिया ब्लाक मेघनगर की 3 बीपीएल महिलाओ मे नूरी पति रजूल ,तोली पति तानसिंह ,काकु पति तूफान को गैस कनेक्शन वितरित किये गये।

17 को यहा लगेगी जनचैपाल
17 सितम्बर को झाबुआ ब्लाक के ग्राम कल्याणपुरा,बरखेडा,बिसौली,आमलीपठार ,लोहारिया,संदला,बरोड,नवापाडा नवीन,गोपालपुरा,फुटिया में, मेघनगर ब्लाक के ग्राम गुवाली मे, 18 सितम्बर को मेघनगर ब्लाक के ग्राम आमलीयामाल मे, 19 सितम्बर को झाबुआ ब्लाक के ग्राम भगोर, गुन्दिपाडा, मानपुरा, नवापाडा भ, कल्लीपुरा, बिजलपुर में ,रामा ब्लाक के ग्राम साढ, हत्यादेली, छापरी (कालीदेवी) सदावा, धामन्दा,दुधी (खेडा) में ,रानापुर ब्लाक के ग्राम सुरडिया, बुधाशाला, कालापान, गवसर, नागनखेडी में एवं मेघनगर ब्लाक के ग्राम माण्डली मे जनचैपाल का आयोजन किया जाएगा।

डेंगू से बचने के लिए मच्छरो को पनपने से रोके

झाबुआ । कलेक्टर श्री आशीष सक्सेना ने आमजन से अपील की है कि डेंगू, चिकनगुनिया,मलेरिया इत्यादि वैक्टर जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए मच्छरो को पनपने से रोक इसके लिए रूके हुए पानी की निकासी करे। घर की टंकी, मटकी, कूलर, बाल्टी इत्यादि का पानी सप्ताह में एक बार जरूर बदले, सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करे,टूटे फुटे टायर ,नांद, नारियल के खोल इत्यादि मे पानी जमा नही होने दे। बुखार आने पर जनदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पर रक्त की जाॅंच अवश्य करवाये।

बुरी नियत से हाथ पकडा
    
झाबुआ । फरियादीया ने बताया कि वह देवझीरी जंगल में बकरिया चरा रही थी आरोपी पारू पिता बदिया डामोर निवासी देवझीरी पिछे से आया व बुरी नियत से दोनो हाथ पकड लिये व छेड़छाड करने लगा चिल्लाने पर जान से मारने की धमकी दी। प्रकरण में थाना कोतवाली में अपराध क्र0 600/16 धारा 354-क(1),506 भादवि व 7/8 लै.अप.बा.सरं.अधि. 2012 में पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

फसल नष्ट करने का अपराध पंजीबद्ध

झाबुआ ।  फरियादी बालु पिता कन्हैयालाल जैन, निवासी झकनावदा ने बताया कि अज्ञात बदमाश ने खेत में सोयाबीन फसल को नष्ट करने की दवाई छिटक दिया जिससे सोयाबीन की फसल मुरझा कर पीली पड़ गयी। प्रकरण में थाना रायपुरिया में अपराध क्रं. 322/16 धारा 447,427 भादवि में पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

मारपीट के तीन अपराध पंजीबद्ध 

झाबुआ । आरोपी गुमानसिंह ने रामचन्द्र को, अज्ञात 03 आरोपीयों ने फरि. के भाई रमेश को, आरोपी मोहन ने प्रेमचंद को, तुम हमारी लडकी ममताबाई को नुक्ते में क्यों नही ले गये कहकर, रास्ता रोककर शराब पीने के लिये पैसे मांगे मना करने पर, चारा काटने की बात को लेकर अश्लील गालियां देकर मारपीट कर चोंट पहुंचाई व जान से मारने की धमकी दी। प्र्रकरण में थाना रायपुरिया, मेघनगर, रानापुर में अपराध क्रमांक 323,260,353/16, धारा 294,323,341,506,34 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

दुर्घटना मे एक की मोत सात घायल

झाबुआ । आरोपी ट्रक क्रं. एमपी-45 एचएच-8584 के चालक ने तेज गति व लापरवाही पूर्वक वाहन को चलाकर लाया व फरि. की महिन्द्रा पिकप गाडी को टक्कर मार दी जिससे पिकप वाहन पलट गया व ट्रक का पहिया चड जाने से गोलू  पिता राकेश उम्र 12 वर्ष नि0 सांदला की मृत्यु हो गयी तथा 07 अन्य को चोंट आयी। प्रकरण में थाना पेटलावद में अपराध क्र0 340/16 धारा 279,337,304-ए भादवि में पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

बिजल गीरने से मोत
        
झाबुआ । मृतक धुलिया पिता नक्का मेडा 60 साल नि0 सातेर की आकाशीय बिजली गिरने से मृत्यु हो गयी। प्रकरण में थानना पेटलावद में मर्ग क्रं. 74/16 धारा 174 जाफौ में कायमी की गई।

दुकानदारों, ग्राहकों के हितों की रक्षा करेगा क्रांतिकारी ऐप प्राइसमैप

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नई दिल्ली| स्थानीय दुकानदारों और ऑनलाइन खरीददारी करने वालों के बीच की खाई को पाटने के लिए मंगलवार को दिल्ली-एनसीआर में प्राइसमैप नाम का ऐप लांच किया गया। इस ऐप का मकसद खरीददारों को उन वस्तुओं की कॉम्पेटिटिव कीमत जानने की आजादी देना है, जो वे खरीदना चाहते हैं। ई-कॉमर्स प्लेटफार्म्स के आने के बाद स्थानीय और खुदरा व्यापार पर काफी असर पड़ा है। ऐसे स्थानीय खुदरा छोटे और बड़े व्यवसायिक प्रतिष्ठानों की संख्या 1.6 करोड़ के करीब है और ये देश के 60 अरब डॉलर के खुदरा व्यापार में बड़े हिस्सेदार हैं। साथ ही ये सबसे अधिक रोजगार भी प्रदान करते हैं। स्थानीय खुदरा व्यापारियों ने अपने हितों की रक्षा के लिए कई बार आवाज भी उठाई है लेकिन अब तक इस दिशा में ज्यादा कुछ किया नहीं गया है। ऐसे में प्राइसमैप को खुदरा व्यापारियों और खरीददारों के बीच शॉपिंग के 'गूगल'के तौर पर पेश किया गया है। इसी लिए इसका पंच लाइन-'देख के लो'रखा गया है।

स्थानीय खुदरा बाजार के लिए 'प्रॉडक्ट और प्राइस डिस्कवरी ऐप'होने के नाते प्राइसमैप लोगों को ऑनलाइन रहकर अपने मनमाफिक कीमत पर पास की दुकानो से चीजें खरीदने की सुविधा और आजादी प्रदान करता है। सबसे अहम बात यह है कि यह उपयोग में लाने के लिहाज से खुदरा व्यापारियों और उपभोक्ताओं के लिए बड़ा आसान है। एक दुकानमालिक को सिर्फ करना यह है कि ऐप डाउनलोड करना है और खुद को वहां रजिस्टर करना है। रजिस्टर करने के बाद उन्हें ऑनलाइन उपभोक्ताओं की ओर से स्पेसिफिक प्रोडक्ट पर क्वेरी आने लगेंगे। इस दौरान दुकानदार को अपनी दुकान पर रखे सामान को ब्लॉक करने या फिर ऑनलाइन अपलोड करने की जरूरत नहीं है। दूसरी ओर, सभी उपभोक्ताओं को ऑनलाइन सर्च करके पसंद किए गए प्राडक्ट का लिंक ऐप पर शेयर करना है। इसके बाद प्राइसमैप के जरिये उन्हें पता चल जाएगा की पास में किन किन दुकानों में वह प्रोडक्ट है और कौन ऑनलाइन से भी सस्ता बेच रहा है।

एक प्राइसमैप यूजर को शहरी ट्रैफिक और पाकिर्ंग की समस्याओं से जूझते हुए इस बाजार से उस बाजार या फिर इस दुकान से उस दुकान जाने की जरूरत नहीं है। उन्हें बस यह पता चलने की जरूरत है कि वह जिस वस्तु या प्रॉडक्ट की तलाश है वह सबसे अच्छी कीमत पर किस दुकान पर मौजूद है। प्राइसमैप उन्हें यह पता करके देता हैे। ग्राहक को बस उस दुकान से कुछ तस्वीरें और कीमत प्राप्त करने की देरी है और वह अपने करीबी दुकान पर जाकर उस वस्तु को देख सकता है और खरीद सकता है। इस क्रांतिकारी ऐप के लांच के अवसर पर प्राइसमैप के संस्थापक और सीईओ सुरेश काबरा ने कहा, "ऐसे में जबकि बड़े व्यवसायिक प्रतिष्ठान हल्ला मचा रहे हैं, हमने एक बड़ी समस्या का समाधान किया है। दूसरी ओर जबकि छोटे दुकानदारों को नुकसान हो रहा था, हमने उपभोक्ताओं को यह यह यकीन दिलाने की कोशिश की कि उन्हें वस्तुएं सस्ती दरों पर पास की दुकानो से मिल रही हैं। हमने एक शोध में पाया है कि 10 वस्तुओं में से आठ बार ऑनलाइन शॉपिंग की वस्तु करीबी दुकान पर सस्ती कीमत पर उपलब्ध हो रही है पर उपभोक्ताओं को यह पता ही नहीं है। ऊपर से ई-कॉमर्स कम्पनियां कितनी गलत और दोषपूर्ण वस्तुएं लोगों तक पहुंचाती हैं। इसने प्राइसमैप ऐप को जन्म दिया।" प्राइसमैप ने आने वाले दिनों में दिल्ली के सभी बड़े बाजारों में इवेंट्स आयोजित कराने का फैसला किया है, जिससे कि इस ऐप को लेकर दुकानदारों और खरीददारों के बीच जागरुकता पैदा की जा सके।

सदर अस्पताल मधुबनी में मरीजों को मिलेगी दही और मिठाई

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मधुबनी : सदर अस्पताल सहित जिले के सभी अनुमंडलीय अस्पताल, पीएचसी में भर्ती मरीजों के पथ्य(बीमारी के दौरान दिया जाने वाला आहार) को लेकर निविदा की प्रक्रिया पूरी कर ली गयी है.  इस साल ज्ञान भारती शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान नामक संस्था मरीजों को पथ्य उपलब्ध करायेगी. विगत दिनों सरकार के निर्देशानुसार निविदा प्रकाशित की गयी और इसमें कई संस्थाओं ने भाग लिया. जिसमें न्यूनतम दर रहने के कारण उक्त संस्था को यह स्वीकृति दी गयी. सिविल सर्जन डाॅ अमरनाथ झा ने कहा कि मरीजों को मेनू के अनुसार बेहतर खाना उपलब्ध कराया जायेगा. इसमें कोताही बरते जाने पर संबंधित संस्था पर कार्रवाई भी की जायेगी.

74 रुपये का मिलेगा पथ्य  
सरकारी अस्पतालों में पथ्य उपलब्ध कराने के लिये सरकार ने 100 रुपये प्रति दिन प्रति मरीज के दर से पथ्य उपलब्ध कराने के लिये निविदा प्रकाशित हुई थी. पर ज्ञान भारती शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान ने इससे कम दर दिये. जानकारी के अनुसार सदर अस्पताल में 74 रुपये का पथ्य मरीजों को उपलब्ध करायी जायेगी. जबकि अनुमंडलीय अस्पताल में 75 रुपये, पीएचसी, सामुदायिक एवं रेफरल अस्पताल में 79 रुपये का पथ्य निर्धारित किया गया है. 

मरीजों को अब नाश्ता, चाय, के साथ साथ खाने में फल, दही व मिठाई अंडा भी दिया जायेगा.  बच्चों के लिए अलग मीनू है. हालांकि इसमें विशेष मरीज, जैसे डायबिटिज व बच्चों  के लिये अलग मीनू निर्धारित किया गया है.   यह  खाना सभी सरकारी अस्पतालों में मिलेगा 

सुबह का नाश्ता ( 8 बजे )
पाव रोटी                :   200ग्राम 
दूध                      :  200 ग्राम 
केला                    :  2 नग 

दोपहर का खाना 
चावल                   :  250 ग्राम 
दाल                     :  50  ग्राम 
हरी सब्जी               :  100 ग्राम 
दही                      :  50 ग्राम 
मौसमी फल या मिठाई : 1 नग 

चाय (3 बजे )
चाय                     : 150 एम एल 
बिस्किट                 : 4 पीस 

रात का खाना  
आटा                     :  150 ग्राम 
दाल                      :  50 ग्राम 
हर सब्जी                 :  100 ग्राम 
दही                       :  50 ग्राम 

कश्मीर हिंसा : एक और युवक की मौत ,मृतकों संख्या 82 हुई

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श्रीनगर,16 सितंबर, जम्मू कश्मीर में हिंसा की एक घटना में गंभीर रूप से घायल एक युवा की कल रात मौत हो जाने से अब तक मरने वालों की संख्या बढ़कर 82 हो गई है। आधिकारिक सूत्रों ने आज बताया कि डोलीपोरा निवासी युवक बासिप मुख्तार पांच सिंतबर को पुलवामा में विरोध प्रदर्शन में शामिल था आैर प्रदर्शनकारियों को तितर बितर करने के लिए सुरक्षा बलों की ओर से की गई गोलीबारी में गंभीर रूप से घायल हो गया था। श्रीनगर के एक अस्पताल में भर्ती मुख्तार की कल रात मौत हो गई। युवक की मौत के बाद किसी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए पुलवामा में आज कर्फ्यू लगा दिया गया है। पुलवामा और जिले के अन्य शहरों में कर्फ्यू को कड़ाई से लागू करने के लिए सैकड़ों की संख्या में सुरक्षाबलों और राज्य पुलिस बल को तैनात किया गया है। यहां रात को ही लोग सड़कों पर उतर आए थे अौर उन्होंने सुरक्षाबलों के खिलाफ तथा आजादी के समर्थन में नारे लगाए थे। गौरतलब है कि हिजबुल मुजाहिदीन के शीर्ष कमांडर बुरहान वानी के मुठभेड में मारे जाने के बाद से ही राज्य भर में दो महीने से भी अधिक समय से हालात बिगड़े हुए हैं। हिंसा की कई घटनाओं में अब तक 82 लोग मारे गए हैं।

रोग निगरानी तंत्र को दुरुस्त करे भारत: डब्ल्यूएचओ

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नयी दिल्ली,16 सितंबर, राजधानी दिल्ली समेत भारत के कई राज्यों में मच्छरजनित रोग चिकनगुनिया और डेंगू के बढ़ते प्रकोप और इसके कारण हो रही मौताें को लेकर चल रहे विवाद के मद्देनजर विश्व स्वास्थ्य संगठन(डब्ल्यूएचओ) ने भारत से रोग निगरानी तंत्र को दुरुस्त बनाने की अपील की है। भारत में डब्ल्यूएचओ के प्रतिनिधि हेंग बेकेडम ने कहा है कि इसके लिए सरकार को निजी स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र से मदद लेनी चाहिए। डब्ल्यूएचओ का मानना है कि निजी क्षेत्र की भागीदारी से चिकनगुनिया और डेंगू के ज्यादा विश्वसनीय आंकड़े जुटाए जा सकेंगे। उसके अनुसार दुरुस्त निगरानी व्यवस्था, शुरुआती चरण में रोग की पहचान, सही समय पर उपचार और जन जागरुकता चिकनगुनिया और डेंगू जैसी बीमारियों को नियंत्रित करने के प्रभावी उपाय हैं। डब्ल्यूएचओ का कहना है कि भारत की आबादी को देखते हुए ऐसी बीमारियों के संक्रमण से निबटने के लिए निजी स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र से मदद अवश्य ली जानी चाहिए ताकि सरकारी तंत्र पर से बोझ कम किया जा सके। संगठन के अनुसार डेंगू और चिकनगुनिया जैसे रोगों से निबटने के लिए अभी तक कोई टीका ईजाद नहीं किया गया है हालांकि इसके लिए अनुसंधान हो रहे हैं, ऐसे में रोगों से निबटने का एकमात्र प्रभावी उपाय मच्छरों से बचाव और उन्हें नियंत्रित करना है। इस बीच दिल्ली में चिकनगुनिया से हुई मौताें की संख्या 35 पार कर गई है और इससे संक्रमित लोगों की तादाद 2800 से ज्यादा हो चुकी है। हालात की समीक्षा के लिए दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन ने आज केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री जे पी नड्डा से मुलाकात कर उन्हें इन रोगों से निबटने के लिए राजधानी में किए जा रहेउ पायों की जानकारी दी।

ब्राजील में भारतीय दलहनों का होगा फील्ड ट्रायल

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नयी दिल्ली 16 सितम्बर, ब्राजील सरकार भारत के अनुरोध पर अपने यहां भारतीय दलहनों का फील्ड ट्रायल करने पर सहमत हो गयी है । खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री राम विलास पासवान ने आज यहां संवाददाताओं को बताया कि सरकार ने देश में दालों की कमी से निपटने के लिये दूसरे देशों में भारतीय दलहनों की खेती करने का निर्णय लिया है और इसके तहत ब्राजील से भी अनुरोध किया गया था । इस पर ब्राजील सरकार भारतीय दलहनों के फील्ड ट्रायल करने देने पर सहमत हो गयी है । भारत जिस किस्म की दाल की खेती कराना चाहता है, उस किस्म का बीज ब्राजील को दिया जायेगा और फील्ड ट्रायल के दौरान देखा जायेगा कि उसका स्वाद भारतीय दालों की तरह है या नहीं तथा उसकी खेती का असर वहां की फसलों की जैव विविधता पर तो नहीं पड़ता है । श्री पासवान ने कहा कि भारतीय जमीन की गुणवत्ता ब्राजील के समान है और वहां अरहर, चना या अन्य किस्मों की दलहनी फसलों की पैदावार आसानी से की जा सकती है । कृषि विशेषज्ञाें का भी मामना है कि ब्राजील में भारतीय दलहनी फसलों की पैदावार आसानी से हो सकती है ।
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