Quantcast
Channel: Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)
Viewing all 74302 articles
Browse latest View live

सोनपुर के हरिहर नाथ मंदिर में पेंटिंग करते हैं शमीम अहमद

$
0
0
सोनपुर 22 नंवम्बर, वर्तमान दौर में साम्प्रदायिक ताकतें जहां हिन्दुओं और मुसलमानों के बीच विभाजन की लकीर खींचने में लगी है वहीं हिन्दू-मुस्लिम एकता और समन्वय की शक्तियां भी काम कर रही है शायद यही वजह है कि भारत की गंगा-जमनी तहजीब में पले-बढ़े शमीम अहमद जैसे लोग भी हैं जो समाज को बांटने वाली ताकतों को सफल होने नहीं देना चाहते हैं। 

बिहार के सारण जिले के सोनपुर में हिंदुओं के प्रसिद्ध हरिहर नाथ मंदिर के गर्भगृह तक पहुंचने में आम हिन्दू भक्तों को भले ही परेशानियों का सामना करना पड़े लेकिन मुस्लिम पेंटर शमीम अहमद और उनके शागिर्द मोहम्मद शमीम की पहुंच गर्भगृह तक है। शमीम यहां के मंदिर गुंबज, धर्मशाला और कमरे की पेंटिंग श्रद्धा भाव के साथ करते हैं। 

सारण जिले के सोनपुर थाना के आदम गांव निवासी 45 वर्षीय शमीम अहमद ने बताया कि उनके पिता नूर मोहम्मद सोनपुर में ही उत्तर-पूर्व रेलवे में पेंटर का काम करते थें और उन्ही की शागिर्दी में उन्होंने भी पेटिंग का काम सीखा है। उन्होंने बताया कि वह 14 साल की उम्र से पेटिंग का काम कर रहे हैं। हरिहर नाथ मंदिर में वह बीस से अधिक साल से श्रद्धा पूवर्क पेंटिंग का काम कर रहे हैं। एक सवाल के जवाब में श्री शमीम ने बताया कि इसके लिये उन्हें आज तक किसी तरह के विरोध का सामना नही करना पड़ा है। वह एक कारीगर हैं और कारीगर का कोई धर्म या मजहब नही होता है। वह पेशे के तौर पर मंदिर की पेटिंग करते हैं। 

श्री शमीम ने बताया कि पेटिंग के काम में उनके शागिर्द मोहम्मद शमीम और मुकेश मदद करते हैं। काम के बदले उन्हें प्रतिदिन 400 रुपये मजदूरी दी जाती है। उन्होंने बताया कि मंदिर प्रशासन के आग्रह पर वह साल में दो बार सावन और कार्तिक महीने में मंदिर में 15-15 दिन तक पेंटिंग करते हैं। पेटिंग के काम में उनके साथ अतहर हुसैन और फख़रुद्दीन भी जुड़े हुये हैं। बक्सर जिला निवासी और वर्ष 2006 से हरिहर नाथ मंदिर के मुख्य पुजारी के तौर पर काम कर रहे सुशील चंद्र शास्त्री ने बताया कि शमीम श्रद्धा पूर्वक मंदिर के गर्भगृह, गुंबजों तथा धर्मशाला एवं कमरे की पेंटिंग के काम में लगे हुए हैं। उन्होंने बताया कि शमीम करीब दो दशक से मंदिर का पेंटिंग का काम कर रहे हैं। हिन्दू मंदिर में मुसलमान पेंटर की सेवा लिए जाने की बात पर श्री शास्त्री ने बताया कि कर्म का कोई मजहब नही होता है। यदि एक धर्म के लोग दूसरे धर्म के प्रति आस्था रखते हैं तो यह बहुत अच्छी बात है। भारतीय समाज में यह कोई नई बात नहीं है। 

लुधियाना के कारखाने में मजदूरी करने वाले शमीम अहमद के चचेरे भाई मुर्तुजा अली ने बताया कि कारीगर का कोई धर्म नही होता है। शमीम केवल अपना काम करता है जिसके लिये उसे पैसे दिये जाते हैं। मंदिर हो या फिर मस्जिद या दोनों जगह सभी धर्म के लोग काम करते हैं। शमीम मंदिर में भक्ति भाव से पेंटिग करता है यह अच्छी बात है। 

गौरतलब है कि सोनपुर के हरिहर नाथ मंदिर में हरि (विष्णु) और हर (महादेव) की मूर्तियों की पेंटिंग के बाद ही इनकी पूजा अर्चना शुरू होती है। सोनपुर की इस धरती पर हरिहरनाथ मन्दिर दुनिया के अकेला ऐसा मन्दिर है जहां हरि (विष्णु ) तथा हर (शिव) की एकीकृत मूर्ति है। 

सीबीआई ने पूछताछ के लिए टाईटलर काे जारी किया समन

$
0
0
नयी दिल्ली. 22 नवम्बर, केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने 1984 के सिख विरोधी दंगे के संबंध में पूछताछ के लिए कांग्रेस नेता जगदीश टाईटलर को आज समन जारी किया। इससे पूर्व रिपोर्टाें के मुताबिक गृह मंत्रालय ने 1984 में राष्ट्रीय राजधानी में हुए सिख विरोधी दंगे से जुड़े और मामलों की फिर से जांच करने का विशेष जांच दल (एसआईटी) को निर्देश दिया। 

एसआईटी द्वारा चिन्हित आठ और नये मामले राष्ट्रीय राजधानी में दर्ज किए गए हैं हाल ही में जांच एजेंसी ने इस मामले में एक क्लोंजर रिपोर्ट दाखिल की थी जिसमें टाईटलर को सभी आरोपों से बरी कर दिया गया। हालांकि इसे दंगे के दौरान विधवा हुई लखविंदर कौर ने इसे चुनौती दी थी। गत एक नवम्बर 1984 को उत्तरी दिल्ली के गुरूद्वारा पुलबंगश इलाके में दंगे के दौरान लखविंदर के पति की हत्या कर दी गई थी। इस मामले को दिल्ली की एक अदालत में ले जाया गया जिसने मामले को बंद करने के सीबीआई के निर्णय को खारिज कर दिया। अदालत ने दंगे में टाईटलर की भूमिका की फिर से जांच करने का आदेश दिया।

रेलवे टिकटों पर केडिट/डेबिट/कैश कार्ड से भुगतान पर सेवा प्रभार में छूट

$
0
0
नयी दिल्ली 22 नवंबर, भारतीय रेलवे ने अाईअारसीटीसी के जरिए ई-टिकट अौर आई टिकट बुक कराने पर 23 नवंबर से 31 दिसंबर तक सेवा प्रभार नहीं लगाने का फैसला किया है। रेलवे बोर्ड ने आज यहां जारी एक वक्तव्य में कहा है कि यात्रियों की मदद और क्रेडिट/डेबिट/कैश कार्ड से किए जाने वाले भुगतान को बढ़ावा देने के लिए 23 नवंबर से 31 दिसंबर तक आरक्षित किए जाने वाले ई-टिकटों पर सेवा प्रभार नहीं लिया जायेगा। 

नोटबंदी के कारण लोगों के पास नकदी की समस्या को देखते हुए तथा इंटरनेट के जरिए टिकटाें की बुकिंग को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने यह कदम उठाया है।

नोटबंदी के खिलाफ दिल्ली से पटना तक हंगामा, पटना में पीएम मोदी का पुतला दहन

$
0
0
  • हंगामे के कारण दोनों सदन स्थगित

protest-against-demonetization
पटना। आज बुधवार विपक्षी दलों का रहा। पीएम नरेन्द्र दमोदर मोदी द्वारा घोषित 8 नवम्बर से 500 और 1000 रू0 का चलन रोकने के कारण विपक्षी एक हो गये हैं। विपक्षी दलों ने संसद से सड़क तक बवाल किये। इसके कारण लोकसभा और राज्यसभा स्थगित कर देना पड़ा। विपक्षी दल पीएम मोदी को सदन में रहने और वक्तव्य देने पर बल दे रहे थे। जिसे सत्तारूढ़ मानने को तैयार नहीं थे। इसके कारण हंगामा होता रहा। कई बार सदन की कार्रवाही रोकी गयी। पटना में बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी द्वारा कारगिल चैक से लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी की प्रतिमा तक मार्च और प्रदर्शन किया गया। इसका नेतृत्व बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष और सूबे के शिक्षा मंत्री डाॅ0 अशोक चैधरी ने किया। कांग्रेसी हाथों में नारा लिखित तख्तियां ले चल रहे थे। जनता त्रस्त मोदी मस्त,  कांग्रेस पार्टी जिन्दाबाद लिखित नारा था। सिसिल साह, संतोष श्रीवास्तव, मनजीत साहु, सुमन कुमार मल्लिक,एच0के0वर्मा,सत्येन्द्र बहादुर, विधायक आनंद शंकर,विधायक मन्ति चैधरी, धनंजय शर्मा, पूर्व विधायक संजीव टोनी आदि कांग्रेसी बढ़चढ़कर मोदी के खिलाफ आक्रोश व्यक्त कर रह थे। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा समक्ष 300 एमपी धरना और प्रदर्शन किये। कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी, शरद यादव आदि थे। जंतर-मंतर पर टीएमटी द्वारा धरना दिया गया। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बानर्जी आदि प्रमुख रहे।

वाम दलों ने किया 24-30 नवम्बर तक नोटबंदी के खिलाफ राष्ट्रव्यापी प्रतिरोध का फैसला.

$
0
0
  • 31 दिसबंर तक 500 व 1 हजार रु. के पुराने नोटों को सभी कानूनी ट्रांजेक्शन मंे मान्यता दी जाए.
  • किसानों के सारे कर्ज माफ किये जाएं और बैंकों द्वारा पूंजीपतियों-उद्योगपतियों को दी गयी 11 लाख करोड़ की लोन माफी रद्द करो.

left-protest-against-demonetization
पटना 23 नवम्बर 2016, भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने कहा है कि राष्ट्रीय स्तर पर 6 वाम दलों की संयुक्त बैठक में 24 से 30 नवम्बर तक नोटबंदी के खिलाफ राष्ट्रव्यापी प्रतिरोध के तहत बिहार में भी जोरदार अभियान चलाने का निर्णय लिया गया है.उन्होंने कहा कि नई दिल्ली में 6 वाम दल क्रमशः सीपीआई, सीपीआई(एम), भाकपा-माले, आरएसपी, आॅल इंडिया फारवर्ड ब्लाॅक और एसयूसीआई(सी) की संयुक्त बैठक में यह फैसला लिया गया है. उन्होंने कहा कि वाम दलों ने कहा है कि नोटबंदी ने आम लोगों, खासकर हाशिए केे लोगों पर बेहद बुरा असर डाला है. अबतक 70 लोगों की मौत हो चुकी है. मिहनकतश जनता, दिहाड़ी मजदूर, खेत मजदूर, किसान, मछलीउत्पादक, मनरेगा मजदूरों आदि समुदाय के पास विनिमय का एक मात्र साधन कैश था, लेकिन सरकार ने एक झटके में इसे तबाह कर दिया है. वे बेहद कष्ट और अनकही पीड़ा से गुजर रहे हैं. अब यह भी पूरी तरह साफ हो गया है कि सरकार ने बिना होमवर्क और यथोचित तैयारी के बिना यह कदम उठाया है. बैठक में केंद्र सरकार से मांग की गयी है कि सभी कानूनी व वैध ट्रांजेक्शन में 500 व 1 हजार रु. के नोट को 31 दिसंबर तक चालू रखने की अनुमति प्रदान की जाए.

राष्ट्रव्यापी प्रतिवाद के तहत किसानों के सभी कर्जे माफ करने और बैंकों द्वारा पूंजीपतियों-उद्योगपतियों को दी गयी 11 लाख करोड़ की लोन माफी तत्काल खत्म करने की मांग की जाएगी. वाम दलों ने पनामा लीक में आए विदेशों में काला धन रखने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई, सहारा बिड़ला डायरी के अनुसार अवैध धन लेने वालों की जांच करके आपराधिक मुकदमा चलाने, नोटबंदी के कारण मारे गए लोगों के परिजनों को मुआवजा देने व जिनकी रोजी-रोटी प्रभावित हुई उन्हें वाजिब राहत देने, सहकारी बैंकों को तत्काल चालू करने आदि की भी मांग की है.

जहानाबाद में भाकपा-माले की राज्यस्तरीय सांगठनिक कार्यशाला

$
0
0
cpi-ml-workshop-jahanabad
भाकपा-माले की बिहार राज्य कमिटी ने आज 23 नवम्बर को जहानाबाद जिले के किनारी बाजार में एकदिवसीय राज्यस्तरीय सांगठनिक कार्यशाला का आयोजन किया है. बढ़ते सामंती-सांप्रदायिक फासीवादी खतरे का मुकाबला करने के लिए कम्युनिस्ट पार्टी के संगठन को मजबूत करने के उद्देश्य से यह कार्यशाला आयोजित की गयी है. कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए भाकपा-माले केंद्रीय कमिटी के सदस्य व कंट्रोल कमीशन के चेयरमैन काॅ. रामजतन शर्मा ने कहा कि देश में फासीवाद का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है. भाजपा व संघ गिरोह ने राष्ट्रवाद की आड़ में आम जनता पर हमला बोल दिया है. दलितों-अल्पसंख्यकों-महिलाओं-छात्र-नौजवानों को खासकर निशाना बनाया जा रहा है. अब सरकार ने नोटबंदी के जरिए देश में आर्थिक आपातकाल थोप दिया है. उन्होंने कहा कि इस नोटबंदी से कालाधन वापस नहीं आने वाला है, बल्कि इससे केवल आम जनता को ही परेशानी हो रही है. संघ गिरोह के फासीवादी अभियान का मुकाबला कम्युनिस्ट पार्टी का मजबूत संगठन ही कर सकता है. इसलिए आज कम्युनिस्ट पार्टी के संगठन को एक बार फिर से चुस्त-दुस्स्त करने, व्यापक और मारक बनाने की आवश्यकता है. कार्यशाला में भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल, पोलित ब्यूरो सदस्य अमर, भोजपुर के जिला सचिव जवाहर लाल सिंह, सिवान जिला सचिव नईमुद्दीन अंसारी सहित सभी जिलों के सचिव और सांगठनिक सेल के सदस्य भाग ले रहे हैं.

समुदाए की सशक्त भागेदारी से ही शिक्षा का अधिकार सफल बनेगा : खुशवंत

$
0
0
community-makes-india-educated
लखनऊ,23 नवम्बर। अंकुर युवा चेतना षिविर व एक्षन एड लखनउ के द्वारा जय षंकर प्रसाद सभागार,कैसरबाग में मुस्कान परियोजना के तहत षिक्षा का अधिकार कानून 2009 के मानको के अनुरूप ब्लाॅक स्तर पर बाल मैत्रिक विद्यालय की पैरवी करने के लिए विद्यालय प्रबंधन समिति प्रेरकों व षिक्षा स्वयंसेवको का एक दिवसीय सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यषाला के उददेष्य पर चर्चा करते हुए  अंकुर युवा चेतना षिविर की निदेषक सुश्री ज्योति खरे ने उपस्थित प्रतिभागियों को मुस्कान परियोजना पर चर्चा करते हुए बताया कि विद्यालय प्रबंधन समिति प्रेरक व षिक्षा स्वयंसेवक, विद्यालय प्रबंधन समितियाॅ ,प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों के प्राधानाचार्य व षिक्षक,पंचायतेें,षिक्षा स्वयंवको,समुदाय आधारित संगठन तथा स्वयंसेवी संस्थाएॅ मिलकर ब्लाॅक स्तर पर षिक्षा का अधिकार कानून 2009 के मानको के अनुरूप बाल मैत्रिक विद्यालय की पैरवी कर सकते है।  इस अवसर पर एक्षन एड लखनउ के प्रतिनिधि नाजिष ने कहा कि यह परियोजना यूनिसेफ के सहयोग से प्रदेष के 5 अन्य जिलो में भी चल रही है। इसमें हमने काफी सफलता भी अर्जित की है पर अभी ओर प्रयासो की आवष्यकता है।

इस अवसर पर संस्था के सचिव डाॅ0 खुषवन्त सिंह ने षिक्षा का अधिकार कानून 2009, को सफल बनाने के लिए समुदाय एवं जनभागीदारी के लिए आवाहन करते हुए कहा कि समुदाय की सषक्त भागेदारी से ही षिक्षा का अधिकार सफल बनेगा। उन्होने बाल मैत्रिक विद्यालय व विद्यालय प्रबंधन समितियों को बेहतर बनाने की रणनीति पर एक प्रस्तुतिकरण भी किया। इस अवसर पर विद्यालय प्रबंधन समिति प्रेरकों व षिक्षा स्वयंसेवको ने गत तिमाही में किए के प्रयासों को साझा किया। साथ ही इस बात पर जोर दिया कि इस कार्य के लिए समन्वित प्रयासो की आवष्यकता है व हमें नियमित अंतराल पर इसकी समीक्षा करनी चाहिए हम इस दिषा में कितना आगे बढे है। इस अवसर पर आये प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों के प्राध्यानचार्यो व षिक्षको ने अपनी बात रखते हुए कहा कि यह एक सराहनीय प्रयास है व इससे उन्हें भी अपना कार्य करने में समुदाय से सहयोग प्राप्त होगा। कार्यक्रम में लखनऊ जनपद के सभी 9 ब्लाॅको से विद्यालय प्रबंधन समितियों के सदस्यों, प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों के प्राधानाचार्य व षिक्षको,पंचायत के सदस्यों,षिक्षा स्वयंवको ने प्रतिभाग किया। 

सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर 23 नवम्बर)

$
0
0
त्रि.स्तरीय पंचायतों के आम /  उप निर्वाचन 2016,  उत्तरार्द्ध हेतु निर्वाचन कार्यक्रम घोषित
     
sehore map
राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा त्रि.स्तरीय पंचायतों में 30 सितम्बर,16 की स्थिति में रिक्त स्थानों / सीटों की पूर्ति के लिए आम / उप चुनाव कार्यक्रम घोषित किया गया है। घोषित कार्यक्रम अनुसार निर्वाचन की सूचना का प्रकाशन और नाम निर्देशन पत्र प्राप्त करने एवं स्थानों /  सीटों के आरक्षण के संबंध में सूचना का प्रकाशन तथा मतदान केन्द्रों की सूची का प्रकाशन 19 नवम्बर को किया गया है। नाम निर्देशन पत्र प्राप्त करने की अंतिम तारीख 26 नवम्बर,16 प्रातः 10.30 बजे से अपरान्ह 3.00 बजे तक नाम निर्देशन पत्रों की संवीक्षा 28 नवम्बर,16 को प्रातः 10.30 बजे से की जाएगी । अभ्यर्थिता से नाम वापस लेने की अंतिम तारीख 30 नवम्बर अपरान्ह 3.00 बजे तक तथा अभ्यर्थिता से नाम वापसी के ठीक बाद निर्वाचन लडने वाले अभ्यर्थियों की सूची तैयार करने एवं निर्वाचन प्रतीकों का आवंटन किया जायेगा। मतदान 10 दिसम्बर,16  को प्रातः 7.00 बजे से अपरान्ह 3.00 बजे तक होगा तथा मतदान समाप्ति के तुरन्त पश्चात केवल पंच पद के लिए मतदान केन्द्र पर मतगणना की जाएगी । 

सरकारी खर्च पर अब होगा चालक.परिचालक का बीमा

परिवहन विभाग द्वारा परिवहन यान चालक व परिचालकों को शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और सामाजिक सुरक्षा के क्षेत्र में सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से मोटरयान चालक.परिचालक कल्याण योजना.2015 संचालित की गई है। इस योजना का उद्देश्य मध्यप्रदेश में पंजीकृत परिवहन यान लायसेंस धारक चालकों और परिचालकों के समग्र कल्याण एवं पुनर्वास के उद्देश्य से स्वास्थ्य सुविधायें, कौशल उन्नयन, जीवन बीमा, दुर्घटना में स्थाई अपंगता होने पर पुनर्वासित करना, स्वरोजगार हेतु स्वयं का वाहन खरीदने में मदद करना, सामाजिक सुरक्षा योजनाएँ जैसे विवाह, छात्रवृत्ति, अनुग्रह सहायता आदि लाभ प्रदान करना और राज्य के श्रेष्ठ चालकों को पुरूष्कृत करना है। पात्रता के लिये आवेदक मध्यप्रदेश का स्थायी निवासी होकर उसके पास मध्यप्रदेश में व्यावसायिक चालक. परिचालक की जीवित अनुज्ञप्ति लाइसेंस होना तथा आवेदक का नाम समग्र पोर्टल में अंकित होना आवश्यक है। योजना के अन्तर्गत प्राप्त होने वाली सहायता संबंधित प्रशासकीय विभागों के माध्यम से विद्यमान योजना में पात्रतानुसार प्रदान की जायेगी। योजना की विस्तृत जानकारी आवेदक अपने जिले के परिवहन कार्यालय से प्राप्त कर सकते हैं तथा योजना के अंतर्गत सहायता हेतु आवेदन.पत्र अपने जिले के परिवहन कार्यालय में प्रस्तुत कर सकते हैं।

विशेष : मोदी की माया ने काला धन निकलवाया

$
0
0
modi-and-black-money
प्रद्योत कुमार,बेगूसराय।जब कला धन बढ़ जाता है और देश की अर्थव्यवस्था के लिए ख़तरा बन जाता है तो इस खतरे से बचने के लिए विमुद्रीकरण की विधि,नीति अपनाई जाती है,इसके अंतर्गत सरकार पुरानी मुद्रा को ख़त्म कर देती है और बाज़ार में नई मुद्रा ले आती है इससे काला धन स्वयं ही नष्ट हो जाता है,ये नीतिगत एवं परिभाषित बातें हैं लेकिन अब सवाल ये उठता है कि क्या सरकार ने सबके साथ सामान्य रूप से व्यवहार किया है?मोदी सरकार के विमुद्रीकरण का असर बाज़ार और देश पर पड़ा अवश्य है लेकिन सबसे ज़्यादा असर पड़ा है उच्च मध्यवर्गीय परिवार या व्यापारी और निम्न उच्च वर्गीय परिवार या व्यापारी पर, जिनकी आमदनी 20 लाख से लेकर 4-5 करोड़ प्रति वर्ष है ऐसे लोगों की पहुँच सरकार तक नहीं होता है और ना ही सरकार बनवाने में इनका कोई सहयोग होता है,इस तरह के लोग क़ानूनी चक्रव्यूह में हमेशा फंसते है ऐसे ही लोग और इनकी बेचारगी इनके सामने दांत निपोरे खड़ी हो जाती है।

वैसे भी इस देश में हर एक क़ानून का "एंटीडोट"कानून बनने से पहले तैयार हो जाता है कारण सरकार सबके लिए सामान्य रूप से कार्य नहीं करती है।यही सत्ता परिवर्त्तन का सबसे बड़ा कारण भी हो सकता है क्योंकि मोदी समर्थकों की भाषा बदलने लगी है।एक बड़ा व्यापारिक वर्ग जो कल तक कट्टर मोदी समर्थक हुआ करते थे अचानक उनके सरकार विरोधी तेवर हो गए हैं या हो रहे हैं क्योंकि सरकार दोहरी नीति पर कार्य कर रही है।यही रोष सरकार परिवर्तन के मुख्य कारक होंगे तय है क्योंकि बड़े - बड़े औद्योगिक घराना सिर्फ राजनितिक दलों को चुनाव के समय आर्थिक मदद ही कर सकते हैं ना कि वोट दिलवाने में सहायक सिद्ध होंगे।क्या इस कदम से देश का सारा काला धन वापस आ गया?क्या राजनीतिज्ञों के चंगुल में फंसा कला धन वापस आ गया?

क्या सरकार की क़ानून व्यवस्था इतनी मजबूत है कि सारा काला धन निकलवाने में सरकार सक्षम है?हाँ एक बात निश्चित है कि रिश्वत में लिए गए रुपयों का धन  सफ़ेद नहीं हो पायेगा कुछ हद तक।ऐसे ढेरों सवाल हैं करती है मोदी सरकार की दिखावटी व्यवस्था।नरेंद्र मोदी हर हाल में सत्ता में चिपके रहने के लिए देश के विकास को छोड़ कर सत्ता में बने रहने के लिए सारे हथकंडे अपनाते रहते हैं।इनकी सरकार के द्वारा,इनकी देख रेख में बनाया गया हर एक व्यवस्था घुमावदार एवं पेंचीदा है जिसमें आपको समस्या का सामाधान नहीं बल्कि एक और समस्या आपके सामने खड़ी मिलेगी।आप देख लेंगे कि 2019 में लोकसभा चुनाव से पहले 2017 के अंत से देश के आम लोगों के लिए जनहित सम्बंधित कार्य शुरू हो जाएगा ताकि सत्ता में फिर से वापसी हो जाय,लेकिन,मोदीजी ये जो जनता है सब जानती है...अंदर क्या है, बाहर क्या है सब पहचानती है.........????

ममता ने मोदी को दी नोटबंदी मुद्दे पर चुनाव कराने की चुनाैती

$
0
0
mamata-challenges-modi-to-held-midterm-poll
नयी दिल्ली,23 नवंबर, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने नोटबंदी के खिलाफ संघर्ष को ‘आजादी की दूसरी लड़ाई’ करार देते हुए आज मोदी सरकार को इस मुद्दे पर चुनाव कराने की चुनौती दी। सुश्री बनर्जी ने नोटबंदी के खिलाफ संसद से सड़क तक की लड़ाई के तहत तृमूकां की अगुवाई में यहां जंतर-मंतर पर आयोजित एक दिन के धरने में आये लोगों को संबोधित कर रहीं थीं। धरने में तृमूकां के सांसदों के अलावा जनता दल यूनाइटेड के नेता शरद यादव, लोकसभा में समाजवादी पार्टी के उप नेता धर्मेंद्र यादव और सांसद जया बच्चन, राष्ट्रवादी कांगेस पार्टी के सांसद माजिद मेनन , आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता राघव चड्ढा और कुछ अन्य नेता भी शामिल हुए । सुश्री बनर्जी ने नोटबंदी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा हमला बोलते हुए उनके इस कदम को तानाशाहीपूर्ण करार दिया जिससे मेहनतकश मजदूर, किसान, छोटे व्यापारी, महिलाएं और नौजवान परेशान हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि ‘अच्छे दिन लाने’ का वादा करके वोट लेने वाले मोदी स्विस बैंक से तो एक भी पैसा नहीं ला सके उल्टे जनता का नोट छीन लिया । मोदी को हिटलर से भी ज्यादा तानाशाह और अहंकारी करार देते हुए तृमूकां प्रमुख ने कहा कि वह विपक्षी दलों ,महिलाओं और मीडिया सबको धमकी दे रहे हैं । उन्होंने कहा कि नोटबंदी को लेकर सरकार का छिपा एजेंडा जल्द ही सामने आ जायेगा। इस कदम से सरकार की विश्वसनीयता खत्म हो गयी है । ऐसे में सभी दलों और समाज के हर वर्ग को नोटबंदी के खिलाफ आजादी की दूसरी लड़ाई के लिए कमर कस लेनी चाहिए । सुश्री बनर्जी ने कहा कि नोटबंदी पर विज्ञापन देकर जनता की राय सामने नहीं आयेगी । सरकार में अगर हिम्मत है तो चुनाव कराकर देखे । उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश और पंजाब के आगामी विधानसभा चुनावों में श्री मोदी को जनता का जवाब मिल जाएगा ।

नोटबंदी के खिलाफ संसद परिसर में विपक्षी दलों ने किया प्रदर्शन

$
0
0
opposition-parties-protest-against-notbandi-in-parliament
नयी दिल्ली, 23 नवंबर, नोटबंदी के मुद्दे को लेकर पिछले चार दिनों से संसद की कार्यवाही नहीं चलने दे रहे विपक्षी दलों ने आज इस मामले पर एकजुटता दिखाते हुये संसद भवन परिसर में अपनी मांगों के समर्थन में धरना प्रदर्शन किया। 10 से अधिक विपक्षी दलाें के करीब 200 सांसद संसद की कार्रवाही शुरु होने से पहले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष एकत्र हुये और उन्होंने काफी देर तक अपनी मांगों के समर्थन में प्रदर्शन किया। उन्हाेंने नोट बंदी पर दोनों सदनों में चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मौजूद रहने के साथ ही इस मुद्दे पर लोकसभा में नियम 56 के तहत काम रोको प्रस्ताव के माध्यम से चर्चा करने की मांग दोहराई। विपक्षी दल अपनी इन मांगों को लेकर पिछले चार दिन से भारी हंगामा कर रहे हैं जिसके कारण दोनों सदनों में कोई कामकाज नहीं हो पाया है। धरना प्रदर्शन में शामिल नेताओं में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी , राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद, लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंदोपाध्याय तथा डेरेक ओ ब्रायन के अलावा जनता दल यू के शरद यादव,सपा के रामगोपाल यादव, बहुजन समाज पार्टी के सतीश चंद्र मिश्रा, द्रमुक के त्रिचिशिवा,राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के तारिक अनवर के अलावा,वाम दलों, राष्ट्रीय जनता दल आदि के सांसद शामिल थे।

संसद में आने से क्यों डर रहे हैं प्रधानमंत्री: राहुल गांधी

$
0
0
why-pm-is-afraid-about-attending-parliament-rahul
नयी दिल्ली, 23 नवम्बर,  कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने सरकार के नोटबंदी के फैसले के बाद देश में उपजे हालात को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को घेरते हुए आज सवाल किया कि कहीं कोई गड़बडी है जिसके कारण प्रधानमंत्री संसद में आने से डर रहे हैं। श्री गांधी ने कहा “नोटबंदी का फैसला प्रधानमंत्री ने लिया है। यह भी कहा जा रहा है कि इसकी जानकारी वित्त मंत्री अरुण जेटली तथा सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यम को भी नहीं दी गयी। यह वित्त मंत्री का नहीं प्रधानमंत्री का फैसला है जिसके कारण देश को भारी नुकसान हुआ है। प्रधानमंत्री संसद में आएं और देश को बताएं कि उन्होंने यह फैसला क्यों लिया है। कहीं तो कोई कारण है जिससे वह डर रहे हैं।” संसद भवन परिसर में इस मुद्दे पर विपक्ष के संयुक्त धरने के दौरान और लोकसभा की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित होने के बाद श्री गांधी ने संसद भवन परिसर में पत्रकारों से कहा कि प्रधानमंत्री को इस मुद्दे पर संसद में चर्चा के दौरान सदन में रहना चाहिए। इस दौरान श्री गांधी ने नोटबंदी की घोषणा से पहले भारतीय जनता पार्टी के सांसदों को इसकी जानकारी दी गयी थी या नहीं, इसकी जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के गठन की अपनी मांग भी दोहरायी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के साथ ही सभी विपक्षी दल काले धन के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं इसलिए सवाल काले धन का नहीं है बल्कि सवाल यह है कि देश की सवा अरब आबादी को आर्थिक अराजकता में किस वजह से धकेला गया है।

भारतीय महिला टीम के अंक कटे, बीसीसीआई नाराज

$
0
0
icc-awards-pak-women-full-points-for-ind-series
नयी दिल्ली,23 नवंबर, भारतीय महिला क्रिकेट टीम को पाकिस्तान के साथ पहले से तय द्विपक्षीय क्रिकेट सीरीज रद्द करने के कारण छह अंकों का नुकसान उठाना पड़ा है जिसके बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड(बीसीसीआई) और शशांक मनोहर की अध्यक्षता वाली अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद(अाईसीसी) के बीच विवाद पैदा हो गया है। भारत और पाकिस्तान महिला क्रिकेट टीमों को एक अगस्त से 31 अक्टूबर के बीच द्विपक्षीय सीरीज खेलने का कार्यक्रम था लेकिन दोनों देशों के बीच मौजूदा तनावपूर्ण रिश्तों के बाद इस सीरीज को भारत ने रद्द कर दिया। द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेलने के परिणामस्वरूप भारतीय महिला टीम के छह अंक काट लिये गये हैं। आईसीसी के इस कदम ने भारतीय बोर्ड को काफी नाराज कर दिया है और उसने वैश्विक संस्था के समक्ष अपना विरोध भी दर्ज कराया है। दिलचस्प है कि ऐसा तब हुआ जब वैश्विक संस्था की कमान बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष मनोहर के हाथों में है। भारतीय बोर्ड ने अपनी दलील में कहा है कि पाकिस्तान के साथ सीरीज के लिये सरकार की अनुमति चाहिये ऐसे में टीम को इसके लिये दंडित नहीं किया जा सकता है। उल्लेखनीय है कि बीसीसीआई के अध्यक्ष और सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के प्रमुख अनुराग ठाकुर कई बार दोहरा चुके हैं कि सीमा पर चल रहे तनाव और भारतीय सैनिकों की लगातार शहादत के बीच पाकिस्तान के साथ क्रिकेट संभव नहीं है। इस बीच माना जा रहा है कि महिला क्रिकेट टीम के साथ हुये इस भेदभाव के विरोधस्वरूप पुरूष टीम चैंपियंस ट्राफी से भी हट सकती है।

कुरियन ने लगायी सत्ता पक्ष को फटकार

$
0
0
kurien-rebuked-treasury-benches
नयी दिल्ली 23 नवम्बर, नोटबंदी के मुद्दे पर हंगामे के कारण खिन्न हुए राज्यसभा के उपसभापति पी जे कुरियन ने आज सत्ता पक्ष के सदस्यों को कड़ी फटकार लगायी और पंजाब से भारतीय जनता पार्टी के सदस्य श्वेत मल्लिक के खिलाफ कार्रवाई करने की भी चेतावनी दे डाली। समाजवादी पार्टी के नरेश अग्रवाल और कांग्रेस के उपनेता आनंद शर्मा ने व्यवस्था का प्रश्न उठाते हुए जब नोटबंदी पर चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सदन में बुलाने की मांग की तो सत्ता पक्ष के सदस्यों ने विपक्ष पर चर्चा से भागने का आरोप लगाते हुए सदन में नारेबाजी शुरू कर दी । सत्ता पक्ष के सदस्यों के व्यवहार पर श्री कुरियन उत्तेजित हो गये और उन्होंने सदस्यों को शांत रहने को कहा । लेकिन भाजपा के श्वेत मलिक नहीं माने और वह बार-बार शोर करते रहे,इस पर श्री कुरियन बेहद गुस्से में आ गये और उन्होंने सीट से खड़े होकर कहा,“ सत्ता पक्ष के सदस्यों का यह आचरण बर्दाश्त नहीं किया जायेगा और यदि आप नहीं मानेंगे तो आपके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।” श्री कुरियन ने बाद में श्री अग्रवाल और श्री शर्मा के व्यवस्था के प्रश्नों को खारिज कर दिया।

नोटबंदी मामला : मुकदमों पर रोक से सुप्रीम कोर्ट का इन्कार

$
0
0
notbandi-case-supreme-court-refuses-to-stop-prosecutions
नयी दिल्ली.23 नवम्बर, उच्चतम न्यायालय ने नोटबंदी मामले में देशभर की विभिन्न अदालतों में चल रहे मुकदमों पर फिलहाल रोक लगाने से आज इनकार कर दिया है। शीर्ष अदालत ने हालांकि केंद्र सरकार की स्थानांतरण याचिका पर विभिन्न अदालतों के याचिकाकर्ताओं से जवाब तलब किया है। इस मामले की अगली सुनवाई अगले शुक्रवार को होगी। मुख्य न्यायाधीश तीरथ सिंह ठाकुर की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने केंद्र से देश के हालात के बारे में पूछा। उन्होंने एटर्नी जनरल मुकुल रोहतगी से पूछा कि अब तक कितने रुपये जमा हुए हैं। अगर दस लाख करोड़ रुपये जमा हो जाएं तो क्या सरकार इसे अपनी सफलता मानेगी? न्यायालय ने किसानों को लेकर बीज आदि के लिए उठाये गये कदमों के बारे में भी श्री रोहतगी से पूछा। श्री रोहतगी ने न्यायालय को बताया कि हालात अब बेहतर हो रहे हैं। बैंकों में लाइन कम हो गई है। पिछले दस दिनों में ही 16 लाख करोड़ रुपये में से छह लाख करोड़ रुपये जमा हो चुके हैं। उन्होंने 10 लाख करोड़ रुपये जमा होने की उम्मीद भी जतायी। एटर्नी जनरल ने दलील दी कि बैंकों के पास ज्यादा पैसा होगा और ऋण दर कम होगी। देश के हर हिस्से में डिजिटल मनी का इस्तेमाल हो रहा है। उन्होंने कहा कि हालात सामान्य होने में 20 से 30 दिन लगेंगे। उन्होंने बताया कि दिक्कत नकदी की नहीं है, बल्कि उसे ट्रांसपोर्ट करने की है। सरकार हालात पर रोजाना नहीं, बल्कि हर घंटे नजर रख रही है। श्री रोहतगी ने कहा कि उच्च न्यायालय में चल रहे मामलों पर रोक लगानी चाहिए, लेकिन न्यायमूर्ति ठाकुर ने कहा कि अलग-अलग मांगों को लेकर लोग उच्च न्यायालय पहुंचे हैं, लिहाजा वह उस पर रोक लगाना नहीं चाहते। अगली सुनवाई दो दिसंबर को होगी।

सैन्य संचालन महानिदेशक ने संघर्ष विराम उल्लंघन पर विरोध दर्ज कराया

$
0
0
india-s-dgmo-protests-ceasefire-violations
नयी दिल्ली 23 नवम्बर, नियंत्रण रेखा और अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर संघर्ष विराम उल्लंघन की बढती घटनाओं के कारण उपजे तनाव और सुरक्षाकर्मियों के शहीद होने के बीच सैन्य संचालन महानिदेशक लेफ्टीनेंट जनरल रणबीर सिंह ने आज अपने पाकिस्तानी समकक्ष से बात कर संघर्ष विराम उल्लंघन की घटनाओं पर अपना विरोध दर्ज कराया। मचैल सेक्टर से लगती सीमा पर हुए हमले में सेना के तीन जवानों के मंगलवार को शहीद होने के एक दिन बाद सैन्य संचालन महानिदेशकों की हाट लाइन पर बातचीत हुई । सूत्रों के अनुसार पाकिस्तानी सैन्य संचालन महानिदेशक ने बातचीत की पेशकश की है।

नोटबंदी सर्वेक्षण में मोदी के निर्णय मिला भारी समर्थन

$
0
0
modi-s-demonetization-got-overwhelming-support-in-survey
नयी दिल्ली 23 नवंबर, नोटबंदी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ऐप के माध्यम से मांगी गयी राय में अब तक पांच लाख में से 93 प्रतिशत लोगों ने इस फैसले को सही कदम बताया है। नाेटबंदी पर राजनीतिक बवाल मचने के बाद श्री मोदी ने कल एक मोबाइल ऐप के माध्यम से आम जनता से इस बारे में राय देने को कहा था। उन्होंने इस संबंध में दस सवालों के जवाब देने का अनुरोध किया था। प्रधानमंत्री के ट्विटर पर आज जारी सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार अब तक पांच लाख लोगों ने अपनी राय भेजी है जिसमें 93 प्रतिशत से अधिक ने 500 और 1000 रुपए के नोट प्रचलन से बाहर करने निर्णय का समर्थन किया है और केवल दो प्रतिशत ने इसे अनुचित बताया है। सर्वेक्षण में भाग लेने वाले 86 प्रतिशत लोगों का मानना है कि कुछ कथित भ्रष्टाचार विरोधी कार्यकर्ता ही अब काला धन, भ्रष्टाचार और आतंकवाद को की जा रही फंडिग का समर्थन कर रहे हैं। इसके अलावा 73 प्रतिशत से अधिक का मानना है कि काले धन पर लगाम लगाने के लिए सरकार का यह कदम बेहद सराहनीय है जबकि 90 प्रतिशत से अधिक का मानना है कि यह अच्छा कदम है। भ्रष्टाचार के खिलाफ चलाई जा रही इस मुहिम को 57 प्रतिशत ने बहुत अच्छा और 90 प्रतिशत अच्छा बताया है।

प्रधानमंत्री को बुलाने की मांग पर अड़ा रहा विपक्ष,पांचवें दिन भी संसद ठप

$
0
0
pm-must-come-to-parliament-opposition-parliament-paralyzed-on-the-fifth-day
नयी दिल्ली 23 नवम्बर, संसद में नोटबंदी के मुद्दे पर चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मौजूद रहने की मांग पर विपक्ष आज भी अड़ा रहा, जिसके कारण लगातार पांचवें दिन दोनों सदनों में कोई कामकाज नहीं हो पाया,  राज्यसभा और लोकसभा,दोनों ही सदनों में विपक्षी सदस्यों ने अपनी मांगों को लेकर सुबह से ही हंगामा शुरू कर दिया था । विपक्ष ने लोकसभा में नोटबंदी पर नियम-56 के तहत कामरोको प्रस्ताव के माध्यम से चर्चा कराने की मांग फिर से उठाते हुए पर शोरशराबा किया, जिसके कारण प्रश्नकाल नहीं हो सका और सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक और फिर लगभग 40 मिनट बाद पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गयी। विपक्षी सदस्यों की यह भी मांग थी कि चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री सदन में मौजूद रहें। राज्यसभा में भी विपक्षी सदस्यों ने बैठक शुरू होते ही प्रधानमंत्री को सदन में बुलाने की मांग उठायी। इस पर हंगामा होने के कारण शून्यकाल और प्रश्नकाल नहीं हो पाया और दो बार के स्थगन के बाद भोजनावकाश के उपरांत कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी गयी। इस दौरान सत्ता पक्ष के सदस्याें ने विपक्ष पर चर्चा से भागने का आरोप लगाते हुए नारेबाजी की। हंगामे से खिन्न उपसभापति पी जे कुरियन ने शोर शराबा करने पर सत्ता पक्ष के सदस्यों को फटकार भी लगायी।

एक रन की रोमांचक जीत से श्रीलंका फाइनल में

$
0
0
sri-lanka-beat-west-indies-by-one-run
बुलावायो, 23 नवम्बर, श्रीलंका ने रोमांच की पराकाष्ठा पर पहुंचे मुकाबले में नुवान प्रदीप के बेहतरीन आखिरी ओवर की बदौलत वेस्टइंडीज को बुधवार मात्र एक रन से हराकर त्रिकोणीय एकदिवसीय सीरीज के फाइनल में प्रवेश कर लिया। श्रीलंका और वेस्टइंडीज के बीच यह मुकाबला एकदिवसीय क्रिकेट के सबसे रोमांचक मुकाबले में गिना जायेगा। श्रीलंका ने 50 ओवर में सात विकेट पर 330 रन का मजबूत स्कोर बनाया जबकि कैरेबियाई टीम ओपनर एविन लुइस (148) के पहले शतक के बावजूद नौ विकेट पर 329 रन ही बना सकी। श्रीलंका की चार मैचों में यह दूसरी जीत रही और अब वह 11 अंकों के साथ फाइनल में पहुंच गयी है। वेस्टइंडीज को फाइनल की अपनी उम्मीदों के लिए मेजबान जिम्बाब्वे के खिलाफ 25 नवम्बर को होने वाले आखिरी लीग मुकाबले में जीत हासिल करनी हाेगी। वेस्टइंडीज और जिम्बाब्वे के बीच वह मुकाबला एक तरह से सेमीफाइनल होगा और जो टीम जीतेगी वह 27 नवम्बर को होने वाले फाइनल में श्रीलंका से भिड़ेगी। वेस्टइंडीज के लिए लुइस ने 122 गेंदों में 15 चौकों और चार छक्कों की मदद से 148 रन की लाजवाब पारी खेली। लुइस टीम के 262 के स्कोर पर रन आउट हो गये। कप्तान जैसन होल्डर ने 46 गेंदों में एक चौके और एक छक्के की मदद से नाबाद 45 रन बनाकर वेस्टइंडीज की उम्मीदों को कायम रखा। प्रदीप ने आखिरी ओवर में वेस्टइंडीज को जीत से वंचित कर दिया। वेस्टइंडीज को आखिरी तीन गेंदों पर तीन रन चाहिये थे लेकिन प्रदीप ने सुलेमान बेन को आउट किया और अंतिम गेंद पर सिर्फ एक रन दिया। प्रदीप ने 65 रन पर एक विकेट लिया जबकि नुवान कुलशेखरा और सुरंगा लकमल को दो-दो विकेट मिला। श्रीलंका की पारी में निरोशन डिकवेला ने 94, कुशल मेंडिस ने 94 और धनंजय डीसिल्वा ने 58 रन बनाये। होल्डर ने 57 रन देकर तीन विकेट लिये। 

बम्बई हाईकोर्ट ने रिया की याचिका स्वीकार की

$
0
0
ria-pillai-appeal-accepted-in-court
मुंबई, 23 नवंबर, बम्बई उच्च न्यायालय ने देश के अनुभवी टेनिस खिलाड़ी लिएंडर पेस के साथ लिव-इन मामले में सत्र अदालत के आदेश के खिलाफ रिया पिल्लै की याचिका सुनवाई के लिए स्वीकार कर ली है। रिया ने सत्र अदालत के उस फैसले की समीक्षा के लिए उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था, जिसमें उसने लिव इन में पेस के साथ रह रही रिया को पत्नी का दर्जा देने से इन्कार कर दिया था। हालांकि न्यायमूर्ति ए एम बदर ने 10 वर्षीया पुत्री की कस्टडी को लेकर पारिवारिक अदालत में चल रहे मुकदमे में अंतरिम राहत देने से इन्कार कर दिया। पेस और रिया पिछले लंबे समय से अपनी बेटी की कस्टडी को लेकर कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं। पेस ने अपनी बेटी की पूर्ण अभिरक्षा (कस्टडी) मांगी है, जबकि रिया ने अपनी बेटी को अपने पास रखने के निर्देश देने की अदालत से गुहार लगायी है। बॉलीवुड अभिनेता संजय दत्त के साथ तलाक के बाद रिया और पेस लिव-इन में रह रहे थे। पेस ने दावा किया है कि उन्होंने कभी रिया से विवाह नहीं किया और ऐसे में वह उनकी पत्नी नहीं है। ऐसे में रिया किसी तरह के गुजारा भत्ते की हकदार नहीं है। उच्च न्यायालय ने रिया की याचिका सुनवाई के लिए स्वीकार कर ली है जिसमें इस बात पर निर्णय होगा कि क्या रिया का दर्जा पत्नी का था या नहीं। रिया ने पेस और उनके पिता के खिलाफ घरेलू हिंसा का मामला मजिस्ट्रेट कोर्ट में दर्ज कराया था, जिसने व्यवस्था दी थी कि यद्यपि दोनों ने शादी नहीं की थी, लेकिन रिया पेस के साथ उसकी पत्नी के रूप में रह रही थी, इसलिए मामले की सुनवाई की जा सकती है। हालांकि पेस ने इस फैसले को सत्र अदालत में चुनौती दी थी, जिसने टेनिस खिलाड़ी के पक्ष में अपना फैसला सुनाया था। इस आदेश को रिया ने उच्च न्यायालय में चुनौती दी है। 
Viewing all 74302 articles
Browse latest View live




Latest Images