Quantcast
Channel: Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)
Viewing all 74327 articles
Browse latest View live

जनभागिदारी से शिक्षा की गुणवतता में सुधार सम्भव

$
0
0
education-quality
लखनऊ। शिक्षा के अधिकार अधिनियम 2009 को सही ढंग से लागू करने के लिए नियमित पैरवी कर जनभागिदारी सुनिश्चित करने के लिए समुदाय के हर तपके के लोगो को मिल कर कार्य करना होगा तभी तभी शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाया जा सकता है। उक्त विचार ए0बी0आर0सी0,काॅकोरी, लखनऊ डाॅ ऊषा तिवारी ने जयशंकर प्रसाद सभागार, राय उमानाथ बली प्रेक्षागृह,कैसरबाग, लखनऊ में जिला बाल मैत्रीक संगठन की एक दिवसीय सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए ब्यक्त किया । उन्होने ने परियोजना के सफल क्रियान्वयन के हर सम्भव सहयोग का आश्वासन दिया। संस्था की निदेशका सुश्री ज्योति खरे ने मुस्कान परियोजना का परिचय देते हुए कहा कि शिक्षा के अधिकार अधिनियम 2009 को जमीन पर सही मायनों में उतारनें में यह योजना बहुत महत्वपूर्ण है।  एक्शन एड से श्री नाजिश ने इसे एक महत्वाकांक्षी योजना बताते हुए कहा कि इसमें सबसे साथ मिलकर कार्य करने का आग्रह किया। इस अवसर पर डाॅ0 खुशवंत सिंह ने अब तक परियोजना के अंर्तगत पाई गई उपल्बिधियों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि सब संस्थाओं को मिलकर नियमित रूप से शिक्षा के अधिकार अधिनियम 2009 के अंर्तगम जिले में किये जा रहे कार्य की समीक्षा करनी चाहिए।उन्होने बताया कि मुस्कान परियोजना का उदद्ेश्य प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में दी जा रही शिक्षा की गुणवत्ता और संचालन की स्थिति में स्थानीय समुदाय के माध्यम से आवश्यक परिवर्तन लाना है। इस परियोजना का यह भी उदद्ेश्य है कि स्थानीय समुदाय शिक्षा को लेकर इस हद तक जागरूक हो कि वह राज्य सरकार की जवाबदेही सुनिश्चिित करने की भाूमिका में आ जाये। परियोजना की अवधारणा पर चर्चा करते हुए बताया कि 2010 में लाये गये शिक्षा के अधिकार अधिनियम 2009,इन विधालयों में पूरी तरह लागू हों और इसी के माध्यम से इन समस्त विद्यालयों को बाल मैत्रीक बनाया जा सकें और साथ ही विद्यालयों की आधारभूत संरचना को भी बेहतर बनाया जा सकें। इस मौके पर लक्ष्मी संस्था से सुश्री राजलक्ष्मी कक्कड ने भी शिक्षा के अधिकार अधिनियम 2009 को सही ढंग से लागू करने के लिए नियमित पैरवी की वकालत की। इस अवसर पर प्राथमिक शिक्षक संध के श्री प्रशान्त ने शिक्षक संध की ओर से पूर्ण समर्थन का वादा किया। इस अवसर पूरे जिले से आये विद्यालय प्रबंधन समितियों के सदस्यो, ग्राम प्रधान व पंचायतो के सदस्यों, शिक्षको  व अन्य प्रतिभागियों ने भी अपने विचार रखें। 

आलेख : अर्थक्रांति और राष्ट्रवाद की और देश

$
0
0
बाज़ारू शक्तियों की चूलें हिल गयी हैं और तथाकथित वैश्विक अर्थव्यवस्था के दुकानदारों की भी चूलें हिल गयीं हैं। जी हां, देश में नरेंद्र मोदी की नोट वापसी की घोषणा और अमेरिका में राष्ट्रपति चुनावों में रिपब्लिकन डोनाल्ड ट्रम्प की जीत ने विश्व बाज़ारवादियों और उदारवादियों को सकते में डाल दिया है। बड़े नोटों की वापसी के मोदी सरकार के निर्णय ने पूरे देश में तूफ़ान ला दिया है। पिछले 6-7 वर्षों से देशभर में यूपीए सरकार के भ्रष्टाचार और कालेधन के खिलाफ आंदोलित देश की जनता की अपेक्षाएं अब मूर्त रूप ले रही हैं। देश में आठ नवंबर से भ्रष्टाचारियों, कालाबाजारियों और देशद्रोहियों में भयंकर हड़कंप और बदहवासी मची है। ऐसा पहली बार हुआ है जब पूरा देश सरकार के किसी फैसले से सीधा प्रभावित हो सड़क पर आ गया है। लोग बैंको के बाहर पंक्तिबद्ध हैं, परेशान हैं, थोड़े से आक्रोशित भी, किंतु मान रहे हैं कि एक युग परिवर्तनकारी निर्णय ले चुका देश का नया महानायक नरेंद्र मोदी जो कुछ कर गुजरा है उसमें उनका और उनकी अगली पीढ़ी का सुरक्षित और स्वर्णिम भविष्य संभव हो सकता है। एक जगे और आंदोलित देश को अब न तो कोई हरा सकता है और न ही मुग़ालते में रख सकता है। इसी कारण बौखलाए और झटका खाये विपक्ष की लाख भड़काने और उकसाने वाली कोशिशों के बाद भी जनता शांत है और लाख परेशानियों के बाद भी सरकार के साथ खड़ी है। देश की जनता देश में नेताओं, नौकरशाहों, न्यायाधीशों, उद्योगपतियों, व्यापारियों, बिल्डरों, मीडिया, शिक्षा, स्वास्थ्य और धार्मिक माफियाओं की बेलाग लूट से तंग आ चुकी है और मोदी का अत्यंत साहसिक बल्कि दु:साहसी निर्णय जनता के लिए घनघोर अंधेरे में उजाले की एकमात्र किरण है। अब देश में नकद में खरीद कम होती जायेगी और काली अर्थव्यवस्था सिकुडऩा निश्चित है। यद्यपि देश में एक बड़ा उद्योग व्यपार से जुड़ा तबका खुद को चौराहे पर खड़ा पा रहा है। आजादी से अब तक जब स्वयं सरकारें भ्रष्ट तरीक़ों से उद्योग चलाने और व्यापार करने वालों की करतूतों से कमीशन लेकर आंखे मूंद लेती हैं, ऐसे में भ्रष्ट तरीकों और नकदी के माध्यम से काम करने वाले कैसे एक रात में चोर हो गए? अगर इनकी कमाई को जाली नोटों व हथियारों के तस्करों, ड्रग्स और शराब माफिया, हवाला, सट्टा, जुआ, मटका आदि अवैध कार्य करने वालों की श्रेणी में रखा जायेगा तो यह घोर नाइंसाफी होगी। इस दिशा में सरकार को तुरंत सोचना होगा। देश को नकद मुक्त अर्थव्यवस्था की ओर न ले जाकर छोटी करेंसी वाली अर्थव्यवस्था की ओर ले जाना ज्यादा व्यावहारिक होगा। सरकार की क्रमिक रूप से प्लास्टिक मनी और चेक, ड्राफ्ट, आरटीजीएस/ एनआईएफ़टी आदि के माध्यम से भुगतान बढ़ाने की योजना है और शीघ्र ही बड़ा कर सुधार जीएसटी लागू कर करने जा रही है अब आयकर में भी बड़ी छूट और कम दर करने का समय है। किंतु यह इसके साथ ही हर गांव तक बैंक, प्रत्येक नागरिक का बैंक खाता और आधार कार्ड, हर दुकान पर ऑनलाइन भुगतान की सुविधा को बहुत ही कम समय में पहुंचाना होगा। फिलहाल तो नयी करेंसी का प्रवाह हर घर तक करने के लिए घोर परिश्रम करना होगा और बैंकों में जमा हुई धनराशि और रद्दी हुए कालेधन के बदले में मिलने वाले लाखों करोड़ रुपयों को कृषि, पशुपालन, कृषि आधारित उद्योगों, सहकारिता, सूक्ष्म, लघु और मध्यम श्रेणी के उद्योगों में लगाना होगा ताकि अधिकतम लोगों को रोजगार मिल सके, देसी उत्पादन बढ़े, आयात रुके और पर्यावरण पूरक विकास हो सके। साथ ही भ्रष्टाचार में डूबे व्यवस्था के सारे खंभों (कार्यपालिका, विधायिका, न्यायपालिका और मीडिया) की जवाबदेही तय करने के साथ ही बड़े कारपोरेट घरानों में कारपोरेट गवर्नेंस लागू करना जरुरी है।
अब यह निश्चित है कि अगले कुछ समय में देश की जनता अधिक राष्ट्रवादी, स्वदेशी परक और अपनी संस्कृति और भाषा के प्रति अधिक भावनात्मक लगाव महसूस करती जायेगी और बहुराष्ट्रीय कंपनियों द्वारा प्रायोजित अन्तर्राष्ट्रीयवाद, मानवतावाद, विश्व बाज़ार, अन्तर्राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था से उसी प्रकार विमुख होती जायेगी जैसा अमेरिकी जनता पिछले कुछ वर्षों में विशेषकर सन् 2008 की आर्थिक मंदी के झटके खाकर महसूस कर रही है और अपने सुरक्षित भविष्य के लिए रिपब्लिकन ट्रम्प के पीछे एकत्र हो गयी है। राष्ट्रवादी होती दुनिया राष्ट्र राज्यों के उदय के बाद पूरी दुनिया के लिए एक नयी करवट है। उम्मीद है अन्तत: यह प्रयोग मानवीय हितों में ही होगा।

तो मत करो काम, छोड़ दो देश 
नोटबंदी के बाद देशभर से सेकड़ो उद्योगपतियों, व्यापारियों, बिल्डरों और आयत- निर्यात से जुड़े लोगों से मेरी बात हो रही है। सब घबराए हुए हें और बदहवास भी। 10-20-50 लाख से लेकर 10 -20-50 करोड़ तक का और कुछ पर इससे भी ज्यादा कालाधन था, जिसे ठिकाने लगाने की कोशिशें वो कर रहे हें। किसी ने अपनी फर्मो और कंपनियो में, किसी ने कर्मचारियों के वेतन में या उन्हें नकद देकर बेंको की लाइनों में लगा, किसी ने पेट्रोल पंप वाले दोस्त की मदद से, किसी ने रिश्तेदार बैंककर्मी की सहायता से, किसी ने मित्रों और रिश्तेदारों के खातों में, किसी ने सोने और डॉलर की खरीद के माध्यम से अपने कालेधन को किसी हद तक ठिकाने लगा दिया है। यद्धपि अभी तक उनके पास 10% भी नयी करेंसी नहीं आयी है। वो धीरे धीरे एक से छ महीनो में अलग अलग तरीके से ही आएगी और कुछ उसमे से मारी भी जायेगी। किंतू 20 से 50 प्रतिशत तक कमीशन देने के और देर से आने के बाद भी यह कालेधन के रूप में ही रहेगी यानि उनके ऊपर कानून की तलवार लटकी ही रहेगी। नेताओं और सरकारी अधिकारियों की मिलीभगत से इन सभी ने नकद में कारोबार किया और अपने टैक्स नहीं चुकाए। नेता और अधिकारी भी सरकारी योजनाओ में गबन, घोटालों और कमीशन का पैसा अपनी पत्नी, बच्चों , मित्रों और रिश्तेदारों के माध्यम से इधर उधर करते रहे ओर अब सकते में हें। अगर ये सब लोग चोरी नहीं करते तो सरकार के पास वर्तमान 15-16 लाख करोड़ रूपये प्रतिबर्ष की जगह पांच गुना टैक्स आता यानि लगभग 90-95 लाख करोड़ रूपये प्रतिबर्ष तक। तक सरकार इतना टैक्स भी नहीं वसूलती और बहुत कम टैक्स दरों के साथ जीवन जीना बहुत सरल होता। इसके साथ ही सरकारी योजनाएं भी व्यवहार में जमीन पर उतरती और देश में गरीबी, भुखमरी और अराजकता का कोई बोलबाला नहीं होता और देश के प्रत्येक नागरिक की रोटी, कपड़ा, मकान, शिक्षा, स्वास्थ्य और न्याय की मुलभुत आवश्यकताएं आराम से पूरी हो रही होती। किंतू इन लम्पटों की वजह से ऐसा नहीं हो रहा। इन्होंने उपरोक्त छ मुलभुत जरूरतों को बाजार के हवाले कर दिया और हर व्यक्ति को अंधी होड़ में शामिल कर दिया। दुःखद यह भी है कि सभी धर्मो में धार्मिक गुरु और संसथान भी इन्हीं रक्त पिपासुओं के दुष्चक्र का हिस्सा बन आमजन को लूट रहे हें। इसके बाद नशे, शराब, ड्रग्स, जुआ, सट्टा, लॉटरी,पोर्न, जाति, धर्म, भाषा, आतंक, नक्सल और क्षेत्रवाद की अफीम अलग से। 

देश का करोड़ो पढ़ा लिखा युवा बेरोजगार पड़ा है किंतू इनको फर्जी डिग्री बेचने वालो के पास इनके लिए कोई रोजगार नहीं, आंकड़े बता रहे हें कि पिछले 10-12 सालो में घटिया और मिलावटी सामान के कारण 10 करोड़ से ज्यादा लोग बीमार और गरीब बन चुके हें। देश में एक करोड़ से ज्यादा ख़ाली मकान पड़े हुए हें और 10 करोड़ लोग स्लमो में रहने को मजबूर हें। देश की अदालतों में 3-4 करोड़ मुकदमे लटके हें किंतू अब न्याय खुद उत्पाद बन बाजार में है। इन सबके बीच मुझसे विमर्श करने वाले अनेक उच्च वर्गीय लोगो का कहना था कि मोदी के नोट वापसी के फैसले के बाद वे निराश हें और या तो काम करना बंद कर देंगे अथवा विदेश चले जायेंगे। मेरा उनसे कहना है कि अगर वो ऐसा करते हें तो इस देश पर अहसान ही होगा क्योकि वो देश में कमाते भी हें तो टैक्स चोरी कर कालाधन विदेश भेज देते हें या विदेशो से नकद में आयात कर देश के उद्योगों की कमर तोड़कर युवा पीढ़ी को बेकार कर रहे हें। कृपया अपने साथ लंपट नेताओ और नोकरशाहों को भी ले जाइयेगा और जल्द हमें बताइये कि किस देश में आप बिना कानून माने और टैक्स दिए बिना अय्याशी कर रहें हें। हमारी करोड़ो प्रतिभावान और बेकार पड़ी युवा पीढ़ी आपसे हाथ जोड़कर अनुनय विनय कर रही है कृपया ऐसे ही काम करना है तो न ही कीजिये यह देश अगर कल छोड़ना है तो आज ही छोड़ दीजिये। हमे बख्श दो प्लीज। हमें कुछ बर्ष दो, हम दिखा देंगे कैसे बनता है मौलिक भारत।

महाबचत ही नहीं जीवन का आनन्दोत्सव मनाने का समय भी 
जीवन सरल हो चूका है और मन प्रफुल्लित। नोटबंदी ने सन् 1991 के खुले बाज़ार और आर्थिक उदारवाद के बाद उलझते और बदहवास भागते जीवन को ठहराव सा दे दिया है। अब अमीर हो, मध्यम वर्ग हो या गरीब सब महसूस कर रहे हें कि उनके जीवन में किये जाने वाले खर्च का एक बड़ा हिस्सा बेफिजूल था और बहुत कम खर्च करके भी वो ज्यादा सुखी रह सकते हें।सरकार की नीतियों और अपनी जीवन शैली को पलटकर देखने का यह अच्छा मौका है। सुख और सम्पन्नता का लालच दिखा गाँवो से शहर की ओर भगाया वो युवा जो अब अधेड़ होने को आया है उसके लिए गहराई से सोचने का समय नियति ने दिया है। बाज़ार ने उसे मशीन बना दिया। फ्लैट, गाड़ी ,फ्रिज, टी वी, लेपटोप और बच्चों की शिक्षा एवं शादी या रोजगार के इंतज़ाम में लगी एक मशीन। जो 24 घंटे काम करने के बाद भी अपनी सारी कमाई ईऍमआई की भेंट चढ़ाकर तनाव और हताशा में खुद को डॉक्टर और वकीलों के हवाले कर देता है क्योकि बाजार ने उसके फ्लैट के पैसे गबन कर लिए हें और सालोंसाल पजेशन देने का वादा कर लटका रखा है। गाड़ी के खर्च से वो बेहाल है और जो भी इलेक्ट्रॉनिक सामान बाज़ार उसे देता है, उसकी क्वालिटी से भी। मिलावटी सामान लेना उसकी मजबूरी है , वह भी जमाखोरों की दया से उसे महंगा ही मिलता है। थोड़ी सी तनख्वाह के लिए 12 घंटे काम करने के बाद भी उसकी बीबी गहने और लक्जरी सामान न होने के कारण मुँह फूलाये रहती है। बेटी आवारा हो चुकी है और बेटा घटिया कॉलेज की फर्जी डिग्री लिए नोकरी ढूंढ रहा है और नशेडी होकर मोबाईल पर पोर्न देख देख अधपगला सा हो चूका है। गाँव में उसका भाई परेशान है। उसकी आधी जमीन का अधिग्रहण हो गया है और बाकी जमीन और मुआवजे से परिवार का पेट नहीं भरता। न ही भतीजे को सरकारी विभाग में वादे के अनुरूप नोकरी मिली (तो अब जुए और लॉटरी में पड़ गया) और न ही माँ - पिताजी को रिश्वत देने के बाद भी वृद्धावस्था पेंशन।

देश के 60 प्रतिशत किसानों , 35 प्रतिशत छोटे दुकानदारों और नोकरीपेशा लोगो के लिए तो नोटबंदी वरदान बनकर आयी है और तथाकथित 5 प्रतिशत उच्च मध्यम और उच्च बर्ग के लिए आत्म चिंतन का एक मौका लेकर। इस 5-7 करोड़ लोगो ने देश के लोगो को विकास के नाम पर और नेताओं ने GDP के नाम पर किस कदर लूटा है यह समझ तो सबको आता था किंतू अब स्वीकार्य हो गया है। देश का संपन्न वर्ग कपटी और ठरकी हो चूका है। उसकी दिशाहीन और अय्याश जीवन शैली और पैसे से ही सबकुछ खरीद लेने की मानसिकता खतरनाक रूप ले चुकी है और समाज के लिए खतरा बन चुकी है। इसमें मानवीय संवेदनाओ और जीवंत मूल्यों की कोई जगह नहीं। यह खोखली, छद्म और दिखावे वाली जीवन शैली मात्र तनाव, कुंठा,वितृष्णा और होड़ पैदा कर रही है। नोटबंदी से मिली फुरसत और अवसर एक सबक की तरह है कि अगर बाज़ारवाद को ही देश में जारी रखना है तो इसमें पर्याप्त संशोधन करने ही होंगे, यह लूटवाद नहीं चलेगा। समाज के सभी वर्गों का कल्याण,न्यूनतम जरूरतों की निर्बाध आपूर्ति, जबाबदेही, पारदर्शिता, कारपोरेट गवर्नेंस,और ह्यूमन हैप्पीनेस इंडेक्स न की जीडीपी इसका मापदंड हो।  इसलिए जरूरी है इस महाबचत के पलों को खोये हुए आपसी प्यार, सहभागिता, सहयोग और भाईचारे के पुनर्वास का पर्व मनाएं और ध्यान, योग आध्यात्म की और मुड़े या जीवनसाथी के साथ प्रकृति की गोद में जाएं ताकि आंतरिक जीवन भी प्रफुल्लित हो और जीवन आनन्दोत्सव में बदलता जाए।

यह आत्मकेंद्रित शिखर और लाचार जन 

कुछ ही महीनों पुरानी बात है, मेँ नोयडा में एक आयोजन में गया जिसमे एक पूज्य संत का संबोधन हुआ। उनके कुछ वचन मुझे खासा हतोत्साहित कर गए जब उन्होंने उपस्थित उद्योगपतियो और व्यापारियों से कहा कि चूँकि हमारे नेता, नोकरशाह और सरकारें स्वयं ही भ्रष्टाचार को बढ़ावा देती हें और बेईमानो को प्रोत्साहित करती हें, इसलिए आप लोगों को भी ईमानदारी से काम करने की जरूरत नहीं। भारतीय वैदिक परम्परा के एक संत के ऐसे समझोतेवादी शब्द मुझे कचोट गए। मुझे लगा था कि संत भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने के लिए जनसमूह की प्रेरित करेंगे किंतू ऐसा करने से उनके शिष्यो और समर्थक नाराज हो चंदा पानी और सत्कार बंद कर सकते थे और नेता उनका सम्मान करना बंद कर सकते थे, इसलिए वे अपने कर्तव्य पथ से हट गए। किंतू अब जब नोटबंदी की सरकार की घोषणा के बाद उनके शिष्य और समर्थको पर ही सबसे बड़ी गाज गिर गयी। काश वे अपने भक्तो को सुशासन, कानून का पालन करने और अपने कर सरकार को देने के लिए प्रेरित करते तो आज उनके भक्त सड़क पर नही होते। हम चाहे किसी भी धर्म से हो हमारे धार्मिक गुरुओं ने अपार धन संपदा बनायी है और इसका अधिकांश हिस्सा उन्हें सरकारी खजाने और गरीबों के लिए बनी योजनाओं में लूट और घोटाले करने वाले नेता और नोकरशाहों ने दिया है या उद्योग - व्यापार में कई गुना लाभ लेने वाले और घटिया माल बेचने वाले कर चोर ने या किसानो से बहुत कम दामो पर जमीन हड़पकर लोगो को कई गुना रेट पर घटिया मकान बेचने वाले बिल्डर, ठेकेदार और इंजीनियर आदि ने। अब धार्मिक गुरुओ को जैसा अन्न मिलेगा वैसा ही उनका मन और विचार हो जायेंगे। पिछले तीन सप्ताह में देश के विपक्षी दल और मीडिया नोटबंदी पर जनता के समर्थन को वैसे ही दबा गया जैसे अमेरिकी चुनावों में रिपब्लिकन ट्रम्प के उभार को दबा गया था। नकद लेने देन में कमी और कालेधन पर रोक से अब मीडिया को पेड़ न्यूज की जो रोज की नकद कमाई हो रही थी उसको बड़ा झटका लग चूका है और इस कारण वह सकते में है और एक अच्छे फैसले के विरुद्ध खड़ा है। जबकि हॉल ही में देश में अनेक उपचुनावों में भाजपा को मिली जीत और विपक्ष के भारत बंद का बुरी तरह विफल होना स्पष्ट करता है कि लाख मुसीबतों के बाद भी आम जनता मोदी सरकार के इस फैसले के साथ है।सच्चाई यह है कि आगामी एक दो बर्षों में देश के आधे न्यूज़ चैनल और अखबारों का बंद होना तय है और अनेक राजनीतिक दलो के नेताओं का सूपड़ा साफ़ होना भी, क्योकि ये दोनों आपसी मिलीभगत और कालेधन से एकदूसरे को प्रमोट करते रहे थे।

न ही देश के बुद्धिजीवी, अर्थशास्त्री और न ही मीडिया देश की जनता को यह समझा पा रहा है कि बुरे समय में सोना और जमीन का निवेश एक सीमा से ज्यादा काम नहीं आता। बेहतर है कि अपने अतिरिक्त धन को उद्योग और व्यापार में लगाएं। नोटबंदी के बाद अब आगामी कुछ महीनो की मंदी के बाद कृषि, ग्रामीण क्षेत्रो, बैंकिंग, आई टी और सूक्ष्म, मध्यम व लधु उद्योगों में सरकार खासा निवेश करने और ऋण देने जा रही है जिससे अगले वित्त बर्ष से एक करोड़ रोजगार प्रतिबर्ष आराम से पैदा होने लगेंगे। ऐसे में बेरोजगार पढ़े करोड़ो लोगो को तो रोजगार मिलेगा ही साथ ही नशे, सट्टे, लॉटरी, मटके, दलाली, नक्सल और आतंक के धंधो में लगे और अब बेरोजगार हुए लोगो का भी पुनर्वास हो सकेगा। बेहतर होता मीडिया, राजनीतिक दल और सरकार इस बिषय पर गंभीर चिंतन और बहस करते ताकि नयी पीढ़ी को बिना गलती किये बेहतर भविष्य मिल पाता। साथ ही देशवासियो को कानून का पालन करने और अपने करो का भुगतान करने की प्रेरणा देने का समय है, किंतू शिखर पर बैठे लोगो की अपनी दुकान ही उजड़ गयी है और सच्चाई यह भी है कि ज्ञानी होने के बाद भी उनमेँ नैतिक बल ही नहीं है, वे तो पुर्णतः आत्मकेंद्रित हो गए हें। ऐसे में जबकि धर्मसत्ता, राजसत्ता और अर्थसत्ता अपना कर्तव्य भूल चुके हों समाजसत्ता बिशेषकर युवा शक्ति को आगे बढ़कर कमान लेनी होगी।



liveaaryaavart dot com

अतुल अग्रवाल
पत्रकार 

उच्चतम न्यायालय ने बजट स्थगित करने की याचिका पर तुरंत सुनवाई से इंकार किया

$
0
0
नयी दिल्ली 06 जनवरी, उच्चतम न्यायालय ने पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव से पहले 2017-18 का आम बजट पेश नहीं किए जाने संबंधी याचिका पर तुरंत सुनवाई से आज इन्कार कर दिया। मुख्य न्यायाधीश जगदीश सिंह खेहर ने बजट को स्थगित किए जाने की दायर याचिका पर कहा “हम इस पर उचित समय आने पर विचार करेंगे, किन्तु अभी नहीं।” चुनाव आयोग ने उत्तरप्रदेश, पंजाब और उत्तराखंड समेेत पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों की घोषणा बुधवार को की है। इन चुनावों के लिए मतदान चार फरवरी से आठ मार्च के बीच कराया जायेगा। नरेन्द्र मोदी सरकार ने आम बजट एक फरवरी को पेश किए जाने की घोषणा की है। 

कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने आम बजट विधानसभा चुनावों के बाद पेश किए जाने की मांग की है। दलों का कहना है कि सरकार मतदाताओं को लुभाने के लिए बजट में लोकलुभावनी घोषणाएं कर सकती है। अधिवक्ता एम एल शर्मा की याचिका पर सुनवाई करते हुए पीठ ने कहा “इस मामले में सुनवाई तुरन्त करने की कोई जरूरत नहीं है, जब यह याचिका हमारे सामने आयेगी तो हम कानून के मुताबिक विचार करेंगे। गुरूवार को विपक्षी दलों ने बजट चुनाव बाद पेश किए जाने की अपनी मांग को लेकर चुनाव आयोग का दरवाजा भी खटखटाया था। संसद का बजट सत्र 31 जनवरी से आहूत किया गया है और एक फरवरी को बजट पेश किया जाना है। विपक्ष इस संबंध में राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी से भी आग्रह कर चुका है। 

राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कल चुनाव आयोग से मिलने के बाद संवाददाताओं से कहा था कि प्रतिनिधिमंडल ने बजट को चुनावों के बाद पेश किए जाने का आग्रह किया है और आयोग ने इस पर विचार करने का आश्वासन दिया है। तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओब्रेन ने भी कहा था कि बजट विधानसभा चुनाव के बाद पेश किया जाये। उधर केन्द्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बजट पेश करने को लेकर विपक्ष की आपत्तियों पर कहा कि यह कोई मुद्दा नहीं है। भाजपा का कहना है कि विपक्ष सरकार के संवैधानिक कर्तव्यों को लेकर राजनीति कर रहा है। पार्टी का कहना है कि बजट पेश करना सरकार का संवैधानिक दायित्व है और यह किसी एक राज्य से जुड़ा हुआ नहीं है। बजट पेश करने का निर्णय कोई अचानक नहीं लिया गया है। सभी पक्षों को सूचित करने के बाद यह निर्णय लिया गया है।

एमजीआर जन्म शताब्दी:स्मारक सिक्का जारी करने की मांग

$
0
0
चेन्नई 06 जनवरी, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम और अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्ना द्रमुक) की महासचिव वी के शशिकला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर अन्ना द्रमुक के संस्थापक एम जी रामचन्द्रन के जन्म शताब्दी के अवसर पर स्मारक सिक्के एवं विशेष डाक टिकट जारी करने का आग्रह किया है। 


श्री मोदी को लिखे पत्र में श्री पन्नीरसेल्वम ने कहा कि एमजीआर का जन्म शताब्दी वर्ष 17 जनवरी से शुरू हो रहा है। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु के लोगों के दिलों मे वास करने वाले प्रेरणादायक नेता को श्रद्धांजलि देने का यह उचित समय है। उन्होंने कहा कि इस मौके पर अगर केंद्र सरकार ने स्मारक सिक्के और विशेष डाक टिकट जारी किये तो केंद्र सरकार के इस कदम की न सिर्फ तमिलनाडु बल्कि देश एवं विश्व के सभी क्षेत्रों के लोगों से सराहना मिलेगी । 



श्रीमती शशिकला ने अपने पत्र में कहा कि एमजीआर ने अपने कार्यकाल में कई परियोजनायें संचालित की। उनके पौष्टिक मध्याह्न भोजन योजना से लाखों स्कूली बच्चे लाभान्वित हुए । एमजीआर तमिलनाडु में पूजे जाते थे। वह एक अनुभवी, लोकप्रिय एवं प्रतिष्ठित राजनेता थे। उन्होंने सभी जाति,धर्म और सम्प्रदाय से उठकर कमजोर वर्गों के लोगों खासकर महिलाओं के लिये काफी काम किया । श्रीमती शशिकला ने एमजीआर को करोड़ो लोगों खासकर युवाओं का आदर्श बताते हुये कहा कि उनके दृष्टिकोण और नेतृत्व क्षमता से अाज भी लाखों लोग सीख ले रहे हैं।

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर 06 जनवरी)

$
0
0
सत्य ही आदमी को क्रांति की ओर ले जाता है- स्वामी प्रणवानंद जी
  • पदयात्रा के पांचवे दिन तीर्थनगरी तारखेडी पहूंचे स्वामीजी

jhabua news
झाबुआ । सत्य,कर्म,वचन एवं निष्ठा भाव के कारण ही आदमी में क्रांतिकारी परिवर्तन आते है । ज्ञान से समझ एवं समझ से ही स्वाभिमान जागता है बार बार सत्संग करने से अनपढ व्यक्ति में भ्सी समझ विकसित होती हे । उक्त बात स्वामी प्रणवानंद सरस्वती ने अपने पांचवे दिन की जनजागरण यात्रा के दौराना तारखेडी गा्रम में कहीं । स्वामीजी ने कहा कि हम सभी को जीवन में ऐसा कोई कारर्य करना चाहिये जिससे स्वाभिमान में बढोत्तरी हो सकें । यदि हम ऐसा करने मे सफल रहे तो निश्चित ही समाज मे एक बडा परिवर्तन दृष्टिगोचर होगा । सनतन हिन्दू धर्म गौरवपूर्ण चरित्र की शिक्षा देता हे । मानव मात्र के प्रति भेदभाव रहित प्रेम और सहयोग ही हिन्दूधर्म की आत्मा है । स्वामजी ने आगे कहा कि सभी हिन्दू जागरूक हो जाए तो भारत को विश्वगुरू बननेू से कोई नही रोक सकता । ज्न जागरण यात्रा पांचवे दिन बन्नी, बोलासा, होती हुई गा्रम तारखेडी पहूंची । यहां ग्रामवासियों ने इस यात्रा का गर्मजोशी से स्वागत किया । सभा में अमेरिका से यात्रा में मधारे विनायकजी ने कहा कि किसी भी परिस्थिति मे धर्मान्तरण नही होना चाहिये  क्योकि ऐसेा होने से समाज टूटता है । झाबुआ युवराज कमलेन्द्रसिंह ने कहा कि गरीब और भोले भाले आदिवासियों को गुमराजह कर जिले में धर्मान्तरण करया जाता है तो उचित नही है । ठस अवसर पर क्षेत्रीय विधायक सुश्री निर्मला भूरिया, पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष सुरेन्द्रसिंह मोटापाला, सीसीबी अध्यक्ष गौरसिंह वसुनिया, दिलीपसिंह डावर, धर्मरक्षक वालसिंह सहित बडी संख्या में धर्मरक्षक एवं गा्रमवासी उपस्थित थे । स्वामी प्रणवानंद ने तारखेडी भ्रमण कर विश्वमंगल हनुमान जी महाराज के दर्शन भी किये । संचालन कुलदीप ने किया । छटवें दिन यात्रा तारखेडी से शुरू होकर उमरकोट होती हुई गा्रम झीरी पहूंचेगी ।

नोटबंदी के विरोध में कांग्रेस का जंगी प्रदर्शनए रैली एवं आम सभा
  • क्षेत्रीय सांसद भूरिया ने भाजपा को लिया आडे हाथों

झाबुआ । नोटबंदी की अव्‍यवस्‍थाओं से उपजे आम लोगों की कठिनाईयों को मद्देनजर रख राष्‍ट्रीय कांग्रेस एवं प्रदेश कांग्रेस के निर्देश पर झाबुआ में आज दिनांक 06 जनवरी को जिला अध्‍यक्ष कार्यालय पर जंगी प्रदर्शन एवं धरना आंदलोन हुआ वहीं नगर के प्रमुख मार्गों से निकली प्रभावी रैली से जन.जन प्रभावित होते देखा गया। हजारों.हजार के जनसैलाब ने आगे होकर कांग्रेस के इस आंदलोन में अपनी भूमिका निभाई। किसानोंए मजदूरोंए लघु एवं सिमांत व्‍यवसार्इयों के साथ छोटे.छोटे उधमियों तथा श्रमिक एवं महिलाओं ने अपनी भागीदारी कर मोदी सरकार द्वारा लिये गए नोटबंदी के निर्णय का विरोध करने के लिए आज आम लोग सड़कों पर उतर आए जिसमें बड़ी संख्‍या में कांग्रेस के पदाधिकारियोंए कार्यकर्ताओंए सरपंच.पंच आदि ने अपनी भागीदारी दशाई। पूर्व केन्‍द्रीय मंत्री एवं क्षेत्रीय सांसद कांतिलाल भूरिया की अगुवाई में राष्‍ट्रीय कांग्रेस के समन्‍वयक एवं गुजरात के पूर्व प्रदेश अध्‍यक्ष मा‍नसिंह डोडिया के मुख्‍य आतिथ्‍य में तथा जिला कांग्रेस अध्‍यक्ष निर्मल मेहता की अध्‍यक्षता में तथा विशेष अतिथि के रूप में जिला पंचायत की अध्‍यक्षा सुश्री कलावती भूरिया की उपस्थिति में झाबुआ जिला कांग्रेस कार्यालय पर प्रभावी सभा आयोजित की गई जो बाद में रैलीए धरना प्रदर्शन के रूप में तबदील होकर कलेक्‍टर कार्यालय पहुंची जहां उक्‍त नेताओं ने संयुक्‍त रूप से महामहीम राष्‍ट्रपति के नाम कलेक्‍टर आशीष सक्‍सेना को ज्ञापन प्रस्‍तुत किया गया। सांसद भूरिया ने अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी द्वारा नोटबंदी करने से पिछले 2 माह से जिन अव्‍यवस्‍थाओं का शिकार आम लोगों को होना पड़ा उसमें किसानए मजदूरए व्‍यवसयी एवं छोटे.छोटे उद्योगों से आय प्राप्‍त करने वाले लोग काफी प्रभावित हुए। वहीं बैंकों की लाईन में खड़ा आदमी काल का ग्रास बन गया। दूसरी ओर बैंकों में खुले रूप से भ्रष्‍टाचार का सिलसिला देखा गया। भाजपा के उद्योगपतियों उनके समर्थकोंए कार्यकर्ताओं तथा बाहुबली नेताओं ने अपने पद का दुरूपयोग कर देश के खजाने को दिन.दहाडे लुट लिया ओर गरीबकिसान देखते ही रह गया। आपने कहा कि आरबीआई के दिशा.निर्देशों एवं नियमों को अनदेखा कर नोटबंदी का जो निर्णय प्रधानमंत्री मोदी द्वारा लिया गया उससे देश की अर्थव्‍यवस्‍था पूरी तरह ओंधे मुंह गिर गई है। देश के अर्थशास्‍त्री भी केन्‍द्र की भाजपा सरकार के इस निर्णय से आवक रह गए। राष्‍ट्रीय कांग्रेस एक जनआंदलोन है और 136 साल पूराना देश के विकास में उसका इतिहास रहा है। प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधीए राजीव गांधी तथा नेहरू एवं राष्‍ट्रपिता महात्‍मा गांधी के नाम से जो योजनाएं देश में गरीबों के हित में व उनकों रोजगार उपलब्‍ध कराए जाने की दिशा में चलाए जा रहे थे उसके विकास का चक्‍का पूर्ण रूप से जाम हो गया है और केन्‍द्र की तथा प्रदेश की भाजपा सरकार अपने आप को महिमामंडित करने में तथा देश को लुटने में मसगुल है। राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी तथा उपाध्‍यक्ष राहुल गांधी के प्रति आम लोगों का विश्‍वास बडा है वहीं कांग्रेस को देश की बागडोर सोंपने के लिए प्रतिक्षारत है। मुख्‍य अतिथि मानसिंह डोडिया ने मोदी को आडे हाथ लेते हुए कहा कि गुजरात राज्‍य के हजारों.हजार उद्योग या तो बंद हो चुकें है या मोदी की नितियों का शिकार हुए हैं। कांग्रेस को चुनोती देने वाले भाजपा कि केन्‍द्र एवं राज्‍य सरकार अब सने.सने अपना आस्तित्‍व खोने जा रही है। देश को लुटने वाली ऐसी सरकार का जवाब देने के लिए मतदाताओं ने अपना निर्णय सुरक्षित कर लिया है। इस अवसर पर युवा नेता डॉण्विक्रांत भूरिया ने मोदी का मुखोटा पहन कर व्‍यंग्‍यातमक एवं असरदार भाषा में अपना उद्बोधन दिया जो तालियों की गडगडाहट एवं कांग्रेस जिंदाबाद के नारों के शंखनाद के साथ कांग्रेस के झंडे लेहराते देखे गए। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्‍यक्षा कलावती भूरिया ने आदिवासी भाषा में प्रभावी उद्बोधन देकर महिलाओं एवं क्षेत्र के आदिवासियों एवं मध्‍यमवर्गीय परिवार की समस्‍याओं से अवगत कराते हुए भाजपा पर निशाना साधा। पूर्व विधायक रतन सिंह भाभरए वीरसिंह भूरियाए वालसिंह मेडाए के अतिरिक्‍त कैलाश डामोरए हेमचंद डामोरए पारसिंह डिंडोरए आशीष भूरियाए चंद्रवीरसिंह लालाए विनय भाबोरए रूपसिंह डामोरए बंटु अग्निहोत्रीए गेंदाल डामोर आदि ने संबोधित किया। इस अवसर पर महिला कांग्रेस ने थालियों की घनघनाहट से मोदी सरकार की नीतियों का विरोध किया जिससे दर्शकों की भीड उमड पडी। साथ ही कलेक्‍टरेट कार्यालय पर चूल्‍हा रोटी बनाते हुए बडती हुई महंगाई एवं बडती मुल्‍य वृद्धि के विरोध में केन्‍द्र एवं राज्‍य की भाजपा सरकार को रो‍टीराम सरकार की संज्ञा दी। इस अवसर पर सभा का संचालन कांग्रेस सेवादल मुख्‍य संगठक राजेश भट्ट ने किया तथा आभार जिला कांग्रेस प्रवक्‍ता आचार्य नामदेव ने किया। इस अवसर पर वरिष्‍ठ कांग्रेस नेता रमेश डोसीए महिला नेत्री शायरा बानोए मालू डोडिरयारए कलावती गेहलोदए शायदा भाबोरए कलावती मेडाए कांग्रेस नेता हीरालाल डाबीए मन्‍नालाल हामडए नगीनलालजी शाहए जसवंत भाबोरए राजेश डामोरए अक्षय भट्टए यामीन शेखए नंदलाल मेडए शंकर भूरियाए कमलेश पटेलए आनंदीलाल पडियारए वीरेन्‍द्र मोदीए जितेन्‍द्र प्रसाद अग्निहोत्रीए चंदुलाल पडियारए विजय भाबोरए ऋषी डोडियारए बबलु कटाराए जय मुनियाए नाथु मिस्‍त्रीए दिव्‍येश अम्लियारए कान्‍हा गुंडियाए ललित शर्माए गोपाल शर्माए मनीश अहिरवारए सलेल पठानए कालुसिंह रेहंदाए केमता डामोरए फतेह सिंहए पार्षद वरूण मकवानाए अविनाश डोडियारए धुमा भाबोरए गौरव सक्‍सेनाए विशाल राठौरए कालम शेख आदि कांग्रेस पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे।

राज्य स्तरीय मिशन इन्द्रधनुष अभियान तृतीय चरण, (07 जनवरी से 14 जनवरी) अन्तर्गत जन जागरूकता रैली आयोजित की गई

jhabua news
झाबुआ । राज्य स्तरीय मिशन इन्द्रधनुष अभियान का तृतीय चरण 07 से 14 जनवरी 2017 हेतु जन-जागरूकता रैली का आयोजन आज 6 जनवरी को किया गया। रैली को सीएमएचओं डाॅ. अरूण कुमार शर्मा व जिला टीकारकण अधिकारी डाॅ. राहुल गणावा द्वारा हरी झंडी दिखा कर रवाना किया गया एवं समस्त जनता से आग्रह किया गया कि अपने घर परिवारों में कोई भी गर्भवती महिला एवं 0-2 वर्ष के बच्चें किसी भी टीको से वंचित है, तो अभियान दिवसों में अपने निकटतम स्वास्थ्य केन्द्र में जाकर टीकें लगवाकर 08 जानलेवा बीमारियों से बचाव करे। इस मौके पर सिस्टर टयूटर कुमारी रश्मी गणावा व जीएनएम प्रशिक्षाणार्थी व शहरी सुपरवाईजर श्री एसएनसोनी, टीकाकरण डाटा प्रबंधक श्री अनिल चैहान, श्री वाजिद सुपरवाईजर  श्री मण्डलोई सुपरवाईजर व अन्य कर्मचारी उपस्थित थे।

बोर्ड परीक्षा का परिणाम शत-प्रतिशत हो, जिनके माता-पिता नहीं है ऐसे बच्चों को आश्रम/छात्रावासों में भर्ती करवायें

jhabua news
झाबुआ । कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में आज प्राचार्यो की बैठक आयोजित की गई। बैठक में संयुक्त संचालक शिक्षा विभाग श्री मण्डलोई ने कहा कि बोर्ड कक्षा 10 वी एवं 12 वी का परीक्षा परिणाम शत-प्रतिशत रहे, इसके लिए सभी प्राचार्य प्रयास करे, बच्चों को पूर्व वर्षो के पेपर हल करवाये जो बच्चे कमजोर है उनके लिए पृथक से पढाई के लिए अतिरिक्त कक्षाएॅ लगाई जाये। ऐसे बच्चे जिनके माता-पिता नहीं है, ऐसे बच्चों को आश्रम/ छात्रावासों में भर्ती कर अध्यापन कार्य करवाये। विगत वर्षो में कक्षा 10 वी में अनुर्तीण होकर पढाई छोड चुकी छात्राओं के फार्म ओपन से भरवाकर, स्कूलों में अध्यापन करवाकर परीक्षा में सम्मिलित करवाये। बैठक में प्राचार्यो द्वारा बताया गया कि जिले में लगभग 1481 ऐसी छात्राएॅ चिन्हित की गई है, जो विगत वर्षो में कक्षा 10 वी में अनुर्तीर्ण हुई है। बैठक में सभी प्राचार्यो को निर्देशित किया गया कि सभी स्कूली विद्यार्थियों को यह संकल्प दिलाये कि लड़किया 18 वर्ष से पूर्व व लडके 21 वर्ष की आयु पूर्ण कर के पहले विवाह ना करें। बैठक की अध्यक्षता इन्दौर से आये संयुक्त संचालक श्री मण्डलोई ने की। बैठक में सहायक आयुक्त आदिवासी विकास श्रीमती शकुन्तला डामोर जिला शिक्षा अधिकारी श्री सोलंकी, परियोजना समन्वयक समेकित छात्रवृति योजना श्री ओझा सहित बीईओ एवं स्कूलों के प्राचार्य उपस्थित थे। बेैठक में सभी प्राचार्यो को आगामी 12 जनवरी को आयोजित होने वाले सामूहिक सूर्य नमस्कार कार्यक्रम के संबंध में भी आवश्यक निर्देश दिये गये।

तडवी सम्मेलन में हुई सामाजिक सुधार पर बात

jhabua news
झाबुआ। जिले में सामाजिक कुरीतियो जैसे दहेज दापा, नशा बाल विवाह, अनावश्यक खर्च, डाकन प्रथा, इत्यादि पर रोक लगाने के लिए सामाजिक सोच में बदलाव करने के लिए आज झाबुआ एवं रामा ब्लाक के पटेल/तडवी का सम्मेलन आयोजित किया गया। सम्मेलन में तडवी पटेल एवं सामाजिक कार्यकत्ताओं से समाज में व्याप्त बुराईओं को दूर करने के लिए विचार आमंत्रित किये गये। और उन्हें कैसे लागू किया जा सकता है इस बारे में निर्णय लिये गये। सम्मेलन में कलेक्टर श्री आशीष सक्सेना, एसडीएम झाबुआ श्री बालोदिया, नायब तहसीलदार श्री हाडा, समाज सेवी श्री यशंवत भण्डारी सहित तडवी पटेल उपस्थित थे।

सम्मेलन में तडवी/पटेल ने स्वयं रखी सुधार की बात
पैलेस गार्डन झाबुआ में आयोजित तडवी/पटेल सम्मेलन में तडवी/पटेलो ने समाज में सुधार करने के लिए स्वयं अपनी बात रखी और कलेक्टर आशीष सक्सेना द्वारा सामाजिक सुधार के लिए की जा रही पहल की मुक्त कण्ठ से प्रशंसा की। कलेक्टर की पहल से समाज में हो रहे सुधार के संबंध में मरगारूण्डी ब्लाक रामा के तडवी श्री वेलसिंह पिता मानसिंह ने बताया कि साहब आपकी पहल से हमारे गाॅव में अब बिना दहेज/दापा के विवाह होने लगे है। मेरे भाई की लडकी के विवाह में दहेज/दापा नहीं लिया गया और डीजे व शराब पर होने वाला व्यय भी बचा। इससे भाई को विवाह के लिए किसी भी साहूकार से कर्ज नहीं लेना पड़ा। वर पक्ष ने भी किसी भी साहूकार से कर्ज नहीं लिया। सम्मेलन में कलेक्टर श्री आशीष सक्सेना ने कहां कि गाॅव में यदि आप पांच लडकियांे का सामूहिक विवाह सम्मेलन आयोजित करेगे तो शासन द्वारा 25 हजार रूपये दिये जायेगे। पच्चीस हजार में से 17 हजार रूपये लडकी के बैंक खाते में जमा किये जायेगे एवं शेष राशि विवाह समारोह पर व्यय करने के लिए प्रदान की जाएगी। आप सामूहिक विवाह का आयोजन करवाकर शासन की योजना का लाभ ले। गाॅव के तडवी/पटेल को गाॅव की हर समस्या की जानकारी रहती है, यदि गाॅव की कोई गंभीर समस्या हो, तो मुझे मो. न. 7222915551 पर एवं एसडीएम झाबुआ को मो. न. 9425460500 पर मैसेज करके बताये। गाॅव के विकास के काम जनभागीदारी से करने के लिए पहल करे इस योजना में काम की लागत का 25 प्रतिशत आप लोग इक्टठा करे। शेष राशि शासन द्वारा दी जाएगी। इससे आपके गाॅव के विकास के कार्यो के लिए आपकों शासन की योजना का इंतजार नहीं करना पडेगा और शासन के सहयोग से आपका काम भी हो जाएगा।

तडवी/पटेल को दिये गये परिचय पत्र व बिल्ले
सम्मेलन में आये तडवी/पटेल को पहचान के लिए परिचय-पत्र एवं पगडी अथवा टोपी पर लगाने के लिए बिल्ले प्रदाय किये गये। तडवी व पटेल को शासकीय योजनाओं में शासन का सहयोग करने के लिए शासन की योजनाओं की जानकारी देकर पात्र लोगो को योजनाओं का लाभ दिलवाने के लिए आहवान किया गया।

अपहरण का प्रकरण दर्ज

झाबुआ । फरियादी फुलसिंह पिता कालिया बारिया, निवासी उदयगढ ने बताया कि लडकी चम्पा उम्र 15 साल घर से बिना बताये कहीं चली गयी थी, जिसको आरोपी किशन पिता अंदरू वसुनिया, निवासी उदयगढ़ का बहला फुसलाकर भगा करके ले गया। प्रकरण में थाना थांदला मे अपराध क्रं. 07/17, धारा 363, 366 भादवि, 7/8 पास्को एक्ट का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

मर्ग के दो प्रकरण कायम

झाबुआ । फरि. अनिल पिता कलसिंह भाबर, निवासी मियाटी ने बताया कि मृतक ओलेसिंह पिता हिमचंद भाबर, उम्र 30 वर्ष निवासी मियाटी चक्कर आने से गिरने पर मृत्यु हो गयी। प्रकरण में थाना थांदला में मर्ग क्रं. 02/16 धारा 174 जाफौ मर्ग कायम किया गया। फरियादी बाबु पिता परमसिंह गेहलोत, निवासी काकनवानी ने बताया कि मृतिका संगीता पति बाबु गेहलोत, उम्र 30 वर्ष निवासी काकनवानी की मृत्यु पर प्रकरण में थाना काकनवानी में मर्ग क्रं. 01/16 धारा 174 जाफौ मर्ग कायम किया गया।

स्व० प्रमोद कु० लाल मेमोरियल टी-20 क्रिकेट टूर्नामेंट 15 जनवरी से होगा प्रारंभ-विनोद कु0 लाल

$
0
0
t20-in-dumka
उप राजधानी दुमका के ऐतिहासिक गाँधी मैदान में 15 फरवरी से 22 जनवरी 2017 तक स्व० प्रमोद कु० लाल मेमोरियल टी-20 क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन किया जाऐगा। इस प्रतियोगिता का फाइनल मुकाबला 23 जनवरी को खेला जाएगा। स्व0 प्रमोद कु0 लाल मेमोरियल टी-20 क्रिकेट टूर्नामेंट के मुख्य संयोजक व क्रिकेट प्रेमी विनोद कुमार लाल ने उपरोक्त आशय की जानकारी दी। श्री लाल ने कहा वृहत आकार के इस टूर्नामेंट में झारखण्ड, बिहार व बंगाल की कुल 16  टीमें बतौर प्रतिभागी हिस्सा लेंगी। प्रतियिगिता नॉक आउट आधार पर खेला जाएगा। तीन राज्यों के इस वृहत टी-20 क्रिकेट टूर्नामेंट में विजेता टीम को पुरस्कार स्वरुप एक लाख रुपये की राशि दी जाएगी, जबकि उपविजेता टीम को पचास हजार रुपए की राशि दी जाएगी। टूर्नामेंट का आयोजन गांधी मैदान, दुमका में किया जाएगा। उक्त से संबंधित सारी तैयारी अंतिम चरण में है। उपरोक्त तमाम राज्यों की क्रिकेट संस्थाओं से संपर्क स्थापित किया जा चुका है। विदित हो स्व0 प्रमोद कु0 लाल खुद एक खिलाड़ी तथा क्रिकेट के काफी गंभीर जानकार थे। क्रिकेट के प्रति उनकी इन्ही अभिरुचियों का प्रतिफल है कि दुमका में पहली दफा इस तरह के टूर्नामंेट का आयोजन किया जा रहा है। टूर्नामंेट के सर्वेसर्वा व मुख्य संयोजक तथा नगर परिषद्, दुमका के उपाध्यक्ष विनोद कु0 लाल ने कहा एक छोटे से जगह पर इस तरह के क्रिकेट टूर्नामेंट के आयोजन से दुमका सहित आसपास के युवा क्रिकेट खिलाड़ियों को जहाँ एक ओर काफी कुछ सीखने को मिलेगा, वहीं दूसरी ओर क्रिकेट के प्रति उनका रुझान व उत्साह बना रहेगा। 

एक महीनें के अन्दर कैशलेस ट्रान्जेक्शन वाला राज्य होगा झारखण्ड : मुख्यमंत्री

$
0
0

देश की आजादी के 70 वर्षो बाद भी आमजनों की हालत में बहुत ज्यादा परिवर्तन नही आया, इसका सबसे बड़ा कारण भ्रष्टाचार व कालाधन की समानान्तर अर्थव्यवस्था, टैक्सों की हेरा-फेरी, आंतकवाद व उग्रवाद है। राज्य की सरकार ने 5 हजार रुपये मूल्य तक के स्मार्ट फोन को वैट मुक्त कर दिया है। स्मार्ट फोन के जरिये रुपयों को ट्रान्सफर व रिसिव किया जा सकता है। केन्द्र की केशलेस ट्रान्जेक्शन योजना को फाॅलो करने वाला झारखण्ड पहला राज्य होगा। 



cashleshh-jharkhand-cm
दिसम्बर के अन्त तक झारखण्ड को कैशलेस बनाने के लिये सबको सामने आना होगा। इससे जहाँ एक ओर सभी सुरक्षित रहेगें वहीं दूसरी ओर लेन-देन में उन्हें किसी तरह की परेशानी नहीं होगी। इंडोर स्टेडियम, दुमका में दिन शनिवार को आहुत बजट पूर्व संगोष्ठी के बाद आयोजित कार्यक्रम में उपरोक्त बातें मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कही। उन्होनें कहा  प्रधानमंत्री के कैशलेस भारत अभियान में बढ़-चढ़ कर योगदान दें। अपने परिवार समाज व राष्ट्र की बेहतरी के लिए कुछ करने का अवसर जीवन में कुछ ही सौभाग्यशाली लोगो को ही प्राप्त होता है। आइये हम सब मिलकर डिजिटल व कैशलेस झारखण्ड के निर्माण में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें। दुमका में डिजीटल कैशलेस झारखण्ड निर्माण महा अभियान के दूसरे दिन अपने संबोधन में श्री दास ने कहा देश की आजादी के 70 वर्षो बाद भी आमजनों की हालात में बहुत ज्यादा परिवर्तन नही आया है। इसका सबसे बड़ा कारण भ्रष्टाचार व कालाधन की समानान्तर अर्थव्यवस्था, टैक्सों की हेरा-फेरी, आंतकवाद व उग्रवाद प्रमुख कारण रहा है। उन्होनें कहा 8 नवम्बर को प्रधानमंत्री ने  500 व 1000 रुपये के बड़े नोटो को चलन से विस्थापित कर दिया। देश की प्रगति में बाधक समस्यों से एक साथ निज़ात पाई जा सकती है। मुख्यमंत्री ने नोटबंदी के बाद आमजनों को नकदी की समस्या से निजात दिलाने में बैंक अधिकारियों की भूमिका की सराहना की। उन्होंने कहा हम ज्ञान आधारित तकनीकि युग में जी रहे है। दुनिया बड़ी तेजी से बदल रही है, यदि इन बदलावों के साथ कदम से कदम मिलाकर नही चला गया तो काफी पीछे छूट जायेगें। 

कैशलेस झारखण्ड बनाने में स्मार्ट फोन की भूमिका महत्वपूर्ण होगी, इसलिए राज्य की सरकार ने 5 हजार रुपये मूल्य तक के स्मार्ट फोन को वैट मुक्त कर दिया है। इस अवसर पर मुख्य सचिव राजबाला वर्मा ने कहा कि 2 दिसम्बर से एक साथ राँची में कैम्प लगाकर 3 हजार बैंक शाखों में कैशलेस झारखण्ड निर्माण महा अभियान की शुरुआत की गई। उन्होंने कहा कि अब मोबाइल ही हमारा बैंक व बटुआ होगा।  इसीे बटुए से राशि ट्रान्सफर व रिसिव हो सकेगा। इस महा अभियान में 40 हजार आंगनबाड़ी सेविकाएँ, इतनी ही संख्या में सहायिकाओं व सखी मंडल सहित कुल 5 लाख जागरूक महिलाओं के साथ हजारों की तादाद में अधिकारी, कर्मचारी, शिक्षक, छात्र, डाॅक्टर, नर्स, एएनएम इत्यादि मास्टर ट्रेनर के रूप में अन्य लोगों को डिजिटल झारखण्ड, मोबाईल बैंकिंग व अन्य से संबंधित ज्ञान की ट्रेनिंग देगंे। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि एक माह के अन्दर कैशलेस राज्य बनने वाला झारखण्ड देश का पहला राज्य होगा। इससे पूर्व विकास आयुक्त सह अपर मुख्य सचिव अमित खरे ने कैशलेस झारखण्ड महा अभियान कार्यक्रम की महत्ता पर विस्तार से प्रकाश डाला। झारखण्ड स्टेट बैंक के प्रतिनिधि राजीव कुमार ने इस बात की जानकारी दी कि किस प्रकार मोबाईल एप व  सामान्य मोबाईल के माध्यम से बैंकिंग लेनदेन सम्भव हो सकेगा। डीसी, दुमका राहुल कुमार सिन्हा ने धन्यवाद ज्ञापित किया। मंच संचालन का कार्य क्षेत्रीय उप निदेशक जनसम्पर्क अजय नाथ झा ने संपादित किया। 

भ्रष्टाचारमुक्त शासन, शांति, विकास व बदलाव सरकार की प्राथमिकता : रघुवर दास

$
0
0
भ्रष्टाचार किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाऐगा।  जो लोग राजनीतिक गुडागर्दी से अस्थिरता पैदा करना चाहते हैं, उसे समाप्त करके ही दम लूँगा। आने वाले समय में शेष 30 लाख घरों में बिजली उपलब्ध सरकार की प्रतिबद्धता है। एक महीनें के अन्दर इस राज्य को देश का प्रथम केशलेस राज्य बनाना है। सभी का सहयोग महत्वपूर्ण। 




corruption-free-jharkhand-priority-raghubar-das
इस राज्य के नागरिक शांति, विकास व बदलाव चाहते हैं। शांति शासन की पहली प्राथमिकता है। जो लोग राजनीतिक गुडागर्दी से इस राज्य में अस्थिरता पैदा करना चाहते हैं, उसे समाप्त करके ही दम लूँगा। भ्रष्टाचार किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाऐगा। जिन जिलों से गड़बड़ी की शिकायतें प्राप्त होगीं उस जिले के डीसी, एसपी उसके लिये जिम्मेवार होगें। इंडोर स्टेडियम, दुमका में दिन शनिवार (03. दिसम्बर 2016) बजट पूर्व प्रमंडल स्तरीय संगोष्ठी में झारखण्ड के मुख्यमंत्री रघुवर दास बोल रहे थे। उन्होनें कहा जो संवैधानिक व्यवस्था है उसी के तहत हमंे कार्य करना है, संविधान से इतर कोई कार्य स्वीकार्य नहीं होगा। संविधान प्रदत्त सभी अधिकार झारखण्ड की जनता को मिलना चाहिए। बजट पूर्व संगोष्ठी सरकार के इसी उद्देश्य का एक पड़ाव है। मुख्यमंत्री श्री दास ने कहा 03 दिसम्बर का दिन देश व राज्य के लिये काफी अहम व ऐतिहासिक है। इसी दिन भारत के प्रथम राष्ट्रपति देशरत्न डाॅ0 राजेन्द्र प्रसाद का जन्म वर्ष 1884 को हुआ था। बंग्लादेश को पाकिस्तान से आजाद कराने के लिये वर्ष 1971 में लड़ी गई लड़ाई के अमर योद्धा व झारखण्ड के सपूत  एलबर्ट एक्का की पुण्यतिथि भी इसी दिन है। मुख्यमंत्री ने कहा झारखण्ड में हो रहे अवैध कार्यो को बन्द करना सरकार की पूर्व से ही योजना रही है। उन्होनें कहा झारखण्ड में 68 लाख घर हैं, जिसमें 38 लाख घरों में बिजली है। आने वाले समय में शेष 30 लाख घरों में बिजली उपलब्ध कराना सरकार की प्रतिबद्धता है। झारखण्ड से गरीबी दूर करने के लिये सरकार लगातार प्रयासरत है। सरकार की नीति व नियत गरीबो पर केन्द्रित है। आने वाले समय में झारखण्ड के बच्चे तेजी से विकास चाहते है,ं इसलिए विकास के रास्ते में जो भी बाधायें आऐगीं उसे दूर करूंगा। जनता मालिक है और सरकार व  अधिकारी सेवक हैं। हमें ऐसी व्यवस्था करनी है कि अंतिम पंक्ति में बैठे लोगों के चेहरे पर भी मुस्कान हो। श्री दास ने कहा कि झारखण्ड में 40 हजार स्कूल हैं जिसमें 10 हजार स्कूल में ही बैंच डेस्क है। हमें शेष 30 हजारी स्कूलों में बैंच डेस्क की व्यवस्था करनी है। इसके लिए राशि की व्यवस्था कर दी गई है। यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि स्थानीय कार्पेन्टर  के द्वारा ही उपस्करों का निर्माण हो।ं इससे रोजगार में भी वृद्धि होगी व आर्थिक रूप से वे सक्षम होंगे। झारखण्ड की महिलाओं को स्कील्ड करना भी हमारा लक्ष्य है। हमें सखी मंडल को समृद्ध करना होगा। सखी मंडल द्वारा ही कम्बल, चादर, तौलिया आदि बनाया जायेगा। इसके लिए डिजाईनरों की भी मदद ली जायेगी। मीडिया की ओर मुखातिब होते हुए मुख्यमंत्री ने  कहा कि मीडिया लोकतंत्र का चैथा स्तंम्भ है, सही तथ्यों को जनता के समक्ष मीडिया की प्राथमिकता होनी चाहिए।  मुख्यमंत्री ने दिग्घी स्थित एसकेएमयू के लिये दुमका से बस सेवा प्रारंभ करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि झारखण्ड के विज्ञान स्नातक छात्रों को बेसिक मेडिकल कोर्स कराया जायेगा ताकि गांवांे में भी प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधा लोगों को मिल सके। दो वर्ष के अन्दर प्रत्येक जिले में नर्सिंग बीएड काॅलेज खोला जायेगा। उन्हांेने कहा कि झारखण्ड प्रकृति की गोद में बसा है। पर्यावरण रक्षा करते हुए उद्योग को बढ़ावा देना है। पहाड़ जंगल हमारे धरोहर हैं इन्हें नष्ट नहीं किया जायगा। पर्यटन से राज्य की किस्मत बदली जा सकती है। पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देष्य से देवघर एवं बासुकिनाथ धाम में उच्चस्तरीय धर्मशाला का निर्माण शीघ्र ही कराया जाएगा।  बजट पूर्व प्रमण्डल स्तरीय संगोष्ठी में अपना विचार रखते हुए समाज कल्याण, महिला एवं बाल विकास मंत्री डाॅ0 लोईस मरांडी ने कहा कि मसानजोर डैम के पानी का लाभ बंगाल को मिलता है। ऐसी व्यवस्था हो कि मसानजोर का पानी का लाभ दुमका जिले के किसानों को भी मिले। लड़कियों की शिक्षा के लिए पर्याप्त प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाय। दुमका में टिचर्स ट्रेनिंग काॅलेज व एसकेएमयू में जिन विषयों की पढ़ाई नहीं होती है उन विषयों की पढ़ाई सुनिश्चित करवाई जाए।  दुमका में हाईकोर्ट के बैंच की स्थापना हेतु आवश्यक प्रयास किया जाय। सरकारी अस्पताल को बेहतर बनाने के लिए पीपीपी मोड पर चलाया जाय। झारखण्ड सरकार के कृषि मंत्री रणधीर सिंह ने अपने सम्बोधन मंे कहा कि कृषि विभाग की ओर से प्रत्येक जिले में कोल्ड स्टोरेज बनाने का कार्य किया जाय। बीज वितरण सुचारू रूप से किया जाय। कृषि विश्वविद्यालय की स्थापना हेतु आवश्यक प्रयास किये जाएँ। 
                                            
राज्य की मुख्य सचिव राजबाला वर्मा ने कहा कि बजट एक अहम दस्तावेज है। इससे हमारी योजनाओं, प्राथमिकताओं का पता चलता है। बजट आवश्यकता आधारित, संतुलित एवं समावेशी होना चाहिए। उन्होनें कहा बजट पूर्व इस संगोष्ठी में अच्छे सुझाव आये हैं जिसका समावेश आगामी बजट में किया जाएगा। बजट लोक निधि से बनती है। अतः हम सबका दायित्व है कि बजट की राशि का पूर्ण सदुपयोग हो। उन्होंने कहा कि संताल परगना की अर्थव्यव्स्था कृषि आधारित है। इस हेतु कृषि एवं सिंचाई व्यवस्था को उन्नत करना सरकार की सर्वोच्च प्रथमिकता है। उन्होंने राज्य में बेरोजगारी को दूर करने हेतु कौषल एवं उद्यमिता विकास को बढ़ावा दिये जाने की बात कही। उन्होने कहा कि संताल परगना में चीनी मिट्टी बने सामानों का उद्योग स्थापित करने की अपार संभावना है। सरकार इसे बढ़ावा दिये जाने हेतु हर संभव प्रयास करेगी। विधायक अनन्त ओझा ने अपने सम्बोधन में कहा कि संताल परगना में षिक्षण संस्थानों का अभाव है। शिक्षण संस्थान खोलने हेतु जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया को सरलीकृत किया जाय। गंगा जल को पाईप लाईन से खेतों में लाने की व्यवस्था की जाय। विधायक अमित मंडल ने कहा कि झारखण्ड मंे मोबाईल चिकित्सा वैन की व्यवस्था हो। सुखाड़ से बचने का उपाय सुनिश्चित किया जाय। बालु का अवैध खनन रोका जाय। विकास आयुक्त सह अपर मुख्य सचिव अमित खरे ने कहा कि बजट प्रत्येक वर्ष बनाया जाता है। झारखण्ड में पिछले वर्ष से बजट को एडवांस कर दिया है। इस वर्ष भी 26 जनवरी 2017 से पूर्व बजट बनाने की योजना है। ताकि समय पर योजनायें स्वीकृत हो एवं समय पर कार्यान्वयन हो। इससे राषि का सदुपोग होगा। उन्होंने जनजातीय भाई बहन व्यवसाई षिक्षकगण किसान आदि को बजट में सहभागी बनने का आह्वान किया। उन्होने माईगोर्वनमेंट वेबसाईट पर माईबजट सेक्सन द्वारा भी बजट के लिए प्रस्ताव देने को कहा। आपके सुझाव की समीक्षा की जाएगी एवं आवश्यकतानुसार इसे बजट में शामिल किया जाएगा। दिव्यांगों के लिए भी स्कूलों को अपग्रेड किया गया है।

अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य सुधीर त्रिपाठी ने कहा कि झारखण्ड में पारा मेडिकल षिक्षण संस्थान बनाये जायेंगे। स्वास्थ्य संबंधी आधारभूत संरचनाओं को सुदृढ किया जायेगा। एवं उनके माध्यम से बेहतर स्वास्थ्य सेवा भी दी जायेगी। प्रधान सचिव ग्रामीण विकास विभाग एन.एन. सिन्हा ने अपने सम्बोधन में कहा कि राज्य में मनरेगा के अन्तर्गत और 62 हजार डोभा बनाने की योजना है। संताल परगना में 942 आंगनबाड़ी केन्द्र बनाया जायेगा। प्रोजेक्ट लाईव के अन्तर्गत झारखण्ड के लोगों को पूरे वर्ष रोजगार उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है। राज्य में 77 हजार इन्दिरा आवास एवं 20 हजार सखी मंडल भी बनाया जायेगा। प्रधान सचिव जल संसाधन विभाग सुखदेव सिंह ने कहा कि झारखण्ड में पूर्व से जो जलाशय उपलब्ध हैं। उसे समृद्ध किया जायेगा। संताल परगना में 5 नई जलाषय योजना की भी स्वीकृति दी जा रही है। छोटे तालाब का गहरीकरण किया जायेगा। संताल परगना में 84 तालाब की गहरीकरण की योजना है। प्रधान सचिव पेयजल एवं स्वच्छता विभाग अमरेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि संताल परगना के साहबगंज एवं जामाताड़ा जिला ओडीएफ के लिए चिन्हित है। देवघर जिला भी ओडीएफ की ओर बढ़ रहा है। दुमका का दो प्रखंड दिसम्बर माह में ही ओडीएफ हो जायेगा। सरकार द्वारा दिनांक 2 अक्टूबर 2018 तक झारखण्ड को ओडीएफ घोषित करने का लक्ष्य दिया गया है। हम इसके क्रियान्वयन की ओर अग्रसर हैं। दुमका एवं मसलिया मंे एक माह मंे पाईप वाटर सप्लाई प्रारंभ हो जायेगा। ओडीएफ प्रखंड में उज्जवला योजना लागू की जायेगाी। 

सचिव उच्च एवं तकनीकी षिक्षा ने कहा कि झारखण्ड के 11 जिलों में मल्टीपर्पस हाॅल की व्यवस्था की जा रही है। ग्राॅस इनराॅलमेंट रेसियो 10.1 से बढ़कर 15.4 हुआ है। काॅलेजों में द्वितीय पाली मंे पढ़ाई हो रही है। पाकुड़ एवं साहेबगंज में महिला महाविद्यालय खोले जायेंगे तथा संताल परगना में 8 डिग्री महाविद्यालय खोलने की भी योजना है। अगले वर्ष दुमका में महिला पोलिटेकनिक भी खोली जायेगी। सचिव स्कूली षिक्षा एवं साक्षरता विभाग आराधना पटनायक ने कहा कि चरणबद्ध तरीके से षिक्षकों की नियुक्ति की जायेगी। अगले वर्ष 69 उच्च विद्यालय को $2 विद्यालय में उत्क्रमित करते हुए पढ़ाई प्रारंभ कर दी जायेगी। षिक्षकों की उपस्थिति सुनिष्चित करने हेतु सभी विद्यालयों में बायोमेट्रिक्स पद्धति से उपस्थिति बनाना अनिवार्य कर दिया गया है एवं अगले वर्ष इसे कोषागार से भी जोड़ दिया जायेगा। 26 जनवरी 2017 तक सभी विद्यालयों में पर्याप्त बैंच डेस्क की व्यवस्था कर दी जायेगी। खाद्य आपूर्ति सचिव विनय चैबे ने कहा कि धान बीच प्राप्ति हेतु कम्प्यूटरीकृत प्रणाली अपनायी जा रही है। इसके लिए सभी किसानों को पंजिकृत होना अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि किसान अपने प्रखंड के प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी से सम्पर्क कर अपना निबंधन करा लें। इस वर्ष सरकार द्वारा धान की खरीद में 130 रुपये बोनस देते हुए 1600 रुपया प्रति क्विंटल धान की खरीद की जाएगी और किसानों को 7 दिनों के अन्दर बैंक खाता के माध्यम से भुगतान कर दिया जायेगा। 

सचिव विद्युत विभाग राहुल पुरवार ने कहा कि संताल परगना में 10302 गांव हैं जिसमें मात्र 62 गांव में बिजली की सुविधा नहीं है इसे 3 से 4 माह के अन्दर पूरा कर लिया जायेगा। फ्री कनेक्षन के लिए अटल योजना लागू की गई है। कृषि के लिए दीनदयाल योजना लागू है। प्रत्येक सर्किट को डबल किया जा रहा है ताकि लोगों को अबाधित बिजली मिल सके। इस अवसर पर संताल परगना प्रमंडल से आये विभिन्न प्रतिनिधि मंडल द्वारा भी बजट के लिए सुझाव दिये गये। देवघर के षिक्षाविद् निखिल चन्द्र झा ने रोजगारपरक एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षण के लिए षिक्षकांे के रिक्त पदो को भरने एवं नये पदों के सृजन एवं नियुक्ति का प्रस्ताव दिया। देवघर के व्यवसायी प्रदीप बाजला ने कहा कि पाकुड़ एवं गोड्डा में औद्योगिक भूमि उपलब्ध करायी जाय बाई पास रोड बनाया जाय। पंकज मिश्रा ने कहा कि उच्च संस्थानों में शोघ को बढ़ावा दिया जाय। संताल परगना में भाषायी एवं सांस्कृतिक शोध संस्थान खोला जाय। देवघर के कृषक प्रतिनिधि जयराम प्रसाद सिंह ने कहा कि किसान की मुख्य समस्या सिंचाई है इसकी व्यवस्था की जाय पूराने तालाब का जीर्णाेद्धार किया जाय। 90 प्रतिषत अनुदान पर छोटी मषीन किसानों को उपलब्ध कराया जाय। जामताड़ा की बबीता झा ने बताया कि जामताड़ा में बालिकाओं को खेलकूद में बढ़ावा देने हेतु तीरंदाजी, क्रिकेट आदि खेलों की व्यवस्था की जाय। नारी सुधार गृह बनाया जाय। जामताड़ा के रंजीत कुमार ने कहा कि जामताड़ा में $2 की स्थिति दयनीय है इसमें भी सुधार की आवष्यकता है। चैम्बर आॅफ काॅमर्स के संजय अग्रवाल ने कहा कि जीएसटी पंजियन का समय बढ़ाया जाय तथा शुरू के पांच वर्षों में दण्डात्मक कर्रवाई न की जाय। पाकुड़ की आदिवासी महिला लाली मड़ैया ने कहा कि आदिवासी को सब्जी की उन्नत खेती हेतु आवष्यक प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाय। कुटीर उद्योग स्थापित किया जाय। पाकुड़ के षिक्षाविद डाॅ प्रसेनजीत मुखर्जी ने कहा कि पाकुड़ का साक्षरता दर काफी कम है उच्च षिक्षा की व्यवस्था सुदृढ़ किया जाय। पाकुड़ के स्वंय सेवी संस्था के ओम प्रकाष सिंह ने कहा कि पाकुड़ में जल प्रबंधन की व्यवस्था पर जोर दिया। मधुमक्खी, रेषम कीट के पालन हेतु आवष्यक प्रषिक्षण की व्यवस्था की जाय। साहेबगंज के रामनिवास ओझा ने कहा कि विगत वर्षों से फसल बीमा लम्बित है बीमा का भुगतान हो बीज की व्यवस्था सुदृढ़ हो। साहेबगंज की एमीकार्ला हांसदा ने कहा कि विषेष कुटीर उद्योग की व्यवस्था हो। हर गांव के सड़क को जिला मुख्यालय से जोड़ा जाय तथा दुरूह क्षेत्र के लिए पुल की व्यवस्था हो। साहेबगंज के चेतन भारतिया ने कहा कि साहेगंज में औद्योगिक क्षेत्र का विकास किया जाय। काॅमर्स काॅलेज खोला जाय। गोड्डा की अभिसारिका ने कहा कि डिजिटल झारखण्ड बनाने के लिए आवष्यक उपाय किये जाय महिला की सुरक्षा सुनिष्चित की जाय। गोड्डा के पी्रतम कुमार ने कहा कि व्यापारियांे के लिए बीमा योजना लागु हो बायपास रोड बनाया जाय। व्यापारियों की सुरक्षा सुनिष्चित की जाय। गोड्डा के कृषक अवधेष कुमार मंडल ने सुझाव दिया कि किसान के जमीन का स्वास्थ्य कार्ड बनाया जाय एवं किसानों को मुफ्त बीज भी दिया जाय। दुमका की दिव्या लक्ष्मी ने कहा कि छात्राओं के लिए स्कूल बसों की व्यवस्था हो सभी परीक्षाओं के लिए एक बड़ा परीक्षा हाॅल बनाया जाय। निपूण अध्यापकों की बहाली की जाय। दुमका की बिटिया मुर्मू ने कहा कि सिंगल वूमन के लिए सरकारी व्यवस्था हो। महिलाओं को किसान का दर्जा दिया जाय। 

दुमका के शिक्षाविद सुधीर कुमार ने कहा कि दुमका मंे दो महाविद्यालय ही अंगिभूत हैं। अतः संबद्ध महाविद्यालयों को अंगिभूत किया जाय। सिदो कान्हु मुर्मू विष्वविद्यालय को केन्द्रीय विष्वविद्यालय का दर्जा दिया जाय। दुमका के किसान बुधन देवी ने कहा कि मनरेगा के अन्तर्गत गांव में ही वर्ष में 100 से 150 दिन का काम मिले इससे महाजनी प्रथा से मुक्ति मिलेगी एवं पलायन भी रूकेगा। दुमका की जिला परिषद अध्यक्षा जाॅयेस बेसरा ने कहा कि आदिम जनजाती के लिए कस्तुरबा विद्यालय की भांति विद्यालय बनाया जाय। हर बीपीएल परिवार से एक एक बच्चों को अनिवार्य षिक्षा दी जाय। पषुपालन हेतु 100 प्रतिषत अनुदान दिया जाय। दुमका नगर पर्षद अध्यक्षा अमिति रक्षित ने कहा कि कचरा प्रबंधन, नगर सौन्दर्यीकरण, विवाह भवन के लिए निविदा निकाली गई पर कार्य नहीं हुआ राषी वापस चली गई। उन्होंने कहा कि नगर पर्षद अध्यक्ष को 1 करोड़ से अधिक की राषि का टेंडर करने की शक्ति प्रदान की जाय। नन सेलेबुल जमीन पर मकान बनाने की व्यवस्था की जाय। जामताड़ा की जिला परिषद अध्यक्ष ने कहा कि जामताड़ा में बीएड काॅलेज खोला जाय। गोड्डा के नगर पर्षद अध्यक्ष ने कहा कि गोड्डा के कझिया नदी पर बांध बनाया जाय इससे 100 गांव को पीने का पानी एवं सिंचाई की सुविधा मिलेगी। पूर्व सांसद अभय कान्त प्रसाद ने कहा कि संताल परगना में यदि डायमंड बोरिंग करा दिया जाय तो इतने फसल का उत्पादन होगा कि उससे पूरा झारखण्ड को खिलाया जा सकेगा। श्रावणी मेला में प्रतिवर्ष अरक्षी बलों को ठहरने के लिए स्कूल को लिया जाता है अच्छा होता कि पुलिस बल के ठहरने के लिए स्थाई आवासन की व्यवस्था कर दी जाय। इसके लिए जमीन भी उपलब्ध है। धन्यवाद ज्ञापन दुमका के उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा के द्वारा किया तथा कार्यक्रम का संचालन क्षेत्रीय उप निदेषक जनसम्पर्क दुमका अजय नाथ झा के द्वारा किया गया। प्रमंडल के कई जिलों के उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक, जिला परिषद अध्यक्ष, नगर पर्षद अध्यक्ष एवं उप विकास आयुक्त सहित समाज के विभिन्न क्षेत्रों के गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। 





(अमरेन्द्र सुमन)

बिहार : महादलित परिवारों को पुनः बसाने और दोषियों को दंडित करने की मांग

$
0
0
cpi logo
पटना, 06 जनवरी। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के बिहार राज्य सचिवमडल सदस्य रामबाबू कुमार ने राज्य के मुख्यमंत्री और डी.जी.पी. को ई-मेल भेजकर सहरसा जिल में कल रात अपराधकर्मियों व पुलिस की मिलीभगत से उजाड़े गये सैकड़ों महादलित परिवारों को पुनः बसाने और दोषियों को दंडित करने की मांग की  है. 5 जनवरी, 2017 की मध्यरात्रि में सहरसा जिले के सलखुआ अंचल अंतर्गत चिरैया ओपी से चंद गज की दूरी पर बिहार सरकार की भूमि पर घर बनाकर रह रहे करीब 150 महादलित परिवारों को अपराधकर्मियों के गिरोह ने स्थानीय ओ.पी. प्रभारी राजीव लाल पंडित से सांठगांठ कर हथियारों से लैस होकर उजाड़-पजाड़ दिया और आग लगा दी, सामान लूट लिए और महिलाओं के साथ बदसूकी की, उन्हें मारपीटा भी। लूट का सामान ट्रैक्टर पर लादकर ले गये तथा जमीन को जोतकर पशुचारा बो दिया। बगल में अवस्थित ओ.पी. के प्रभारी और पुलिसकर्मी अपराध को अंजाम देते समय चुपचाप तमाषवीन बने देखते रहे। स्मरणीय है कि विगत 24 दिसम्बर, 2016 को अंचलाधिकारी जब भाकपा जिला सचिव ओम प्रकाष नारायण (जिला पार्षद) के संग उक्त जमीन का निरीक्षण करने गये थे तब शीघ्र वासगीत का पर्चा देने का आष्वासन दिया था। परंतु विडंबना यह कि पर्चा देने की बात तो दूर, उल्टे डेढ़ सौ महादलित परिवारों को उजाड़ दिया गया। पुलिस ओ.पी. के निकट इस प्रकार की आपराधिक कार्रवाई पुलिस की संलिप्तता और मेलजोल से की गयी, जो और भी गंभीर मामला है। चिरैया ओ.पी. प्रभारी को तत्काल मुअत्तलकर उनके विरूद्ध आपराधिक मामला चलाया जाए, महादलितों को उजाड़ने, लूटपाट मचाने, मारपीट करने, महिलाओं से दुव्र्यवहार करने और जबरिया सरकारी जमीनजोत लेने वाले अपराधकर्मियों के विरूद्ध कठोर कार्रवाई की जाए, उजाड़े गये महादलित परिवारों को अविलंब पर्चा देकर बसाया जाए। मनरेगा के मार्फत जमीन को भरवाकर उस पर सभी परिवारों के लिए इंदिरा आवास की व्यवस्था की जाए। आषा है, सुषासन और न्याय के साथ विकास के अपने संकल्प को पूरा करने की दिषा में एक ठोस कदम उठाते हुए इस मामले में आप त्वरित कार्रवाई करेंगे।

सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर 06 जनवरी)

$
0
0
राष्ट्रीय मतदाता दिवस 25 जनवरी को

राष्ट्रीय मतदाता दिवस 25 जनवरी को मनाया जायेगा । मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस दिन जिले एवं राज्य के अधिकारियों कर्मचारियों को पुरस्कार भी दिये जायेंगे । इस संबंध में प्रदेश के संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने सभी कलेक्टर/जिला निर्वाचन अधिकारियों को मापदण्डों के अनुसार राज्य स्तरीय पुरस्कारों और जिला स्तर पर पुरस्कृत होने वाले पदाधिकारियों या प्रतिभागियों का नाम मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को भिजवाने को कहा गया है।

प्रतिभा पर्व मूल्यांकन 18 जनवरी से

जिले की समस्त शासकीय प्राथमिक एवं माध्यमिक शालाओं में प्रतिभा पर्व 2016-17 का आयोजन 18, 19 एवं 20 जनवरी को किया जाएगा। प्रतिभा पर्व अंतर्गत शालेय संचालन की स्थिति एवं कक्षा एक से 8 तक बच्चों की शैक्षणिक उपलब्धियों का आंकलन होगा। प्रतिभा पर्व मूल्यांकन को अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप बनाने की दृष्टि से यूनिसेफ के सहयोग से प्रतिभा पर्व  में कक्षा 3, 5 एवं 8 हेतु नेशनल एचिवमेंट सर्वे के मापदण्डों के अनुसार मूल्यांकन कार्य किया जा रहा है। इस मूल्यांकन के आधार पर बच्चों व शिक्षकों की वास्तविक अकादमिक आवश्यकताओं को पता किया जा सकेगा। कक्षा 3, 5 एवं 8 में हिन्दी, गणित, पर्यावरण, विज्ञान विषय के प्रश्नों के स्वरूप में बदलाव किया गया है, शेष कक्षाओं में प्रतिभा पर्व मूल्यांकन गत वर्षानुसार ही होगा। प्रतिभा पर्व अंतर्गत प्रथम व द्वितीय दिवस विषय आधारित मूल्यांकन किया जाएगा। प्रतिभा पर्व के तृतीय दिवस बालसभा को आनंद उत्सव के रूप में मनाया जाएगा। आनंद उत्सव विद्यालय का वार्षिक उत्सव होगा, जिसमें साहित्यिक, सांस्कृतिक एवं खेल गतिविधियों का आयोजन कराया जाएगा। 

वृद्ध आश्रम में रहने वाले के वृद्धों को पेंशन मिलेगी

शासन के निर्देश अनुसार  वृद्धाश्रम रहने वाले सभी वृद्धों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन दी जाएगी। वृद्धावस्था पेंशन सितंबर 2016 से प्रारंभ की गई है। अब वृद्ध आश्रम में रहने वाले सभी वृद्धों को 300 रुपए प्रतिमाह की दर से पेंशन मिलेगी।

उद्यानिकी योजनाओं में किसानों को पौने दो लाख रूपये तक का अनुदान

sehore news
खेती को लाभ का धंधा बनाने तथा किसानों की आमदनी दुगना करने के उद्देश्य से मध्यप्रदेश शासन उद्यानिकी विभाग द्वारा किसानों के लिए अनेक योजनायें चलाई जा रही है । इन योजनाओं में किसानों को एक लाख 75 हजार तक अनुदान सीधा बैंक खाते में देने का प्रावधान है । किसानों को उचेिजेण्उचण्हवअण्पद पोर्टल पर ऑनलाईन पंजीयन करने के उपरांत योजना का लाभ दिया जाता है। अधिकारिक जानकारी अनुसार राष्ट्रीय कृषि विकास योजना में 50 मीट्रिक टन का प्याज भण्डारण गृह बनाने पर अधिकतम एक लाख 75 हजार जबकि 25 टन का प्याज गोदाम बनाने पर 87 हजार 500 रूपये अनुदान है। ड्रिप योजना में चैथाई हैक्टेयर से चार हैक्टेयर तक के किसानों को ईकाई लागत का 40 प्रतिषत अधिकतम 36 हजार अनुदान है। सब्जी क्षेत्र विस्तार में बीज वाली फसलों पर 10 हजार तथा कंद वाली फसलों पर 30 हजार अनुदान है। मसाला विकास में 50 हजार रूपये तक अनुदान है। पुष्प क्षेत्र विस्तार में लघु सीमांत कृषकों को 16 हजार व अन्य कृषकों को 10 हजार का अनुदान है। 

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 06 जनवरी)

$
0
0
जिला चिकित्सालय का निरीक्षण

vidisha news
नगरपालिका अध्यक्ष श्री मुकेश टण्डन, कलेक्टर श्री अनिल सुचारी ने आज संयुक्त रूप से जिला चिकित्सालय एवं वार्डो का जायजा लिया और मरीजों को उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं के संबंध में उनके द्वारा पूछताछ की गई। कलेक्टर श्री सुचारी ने कहा कि जिला चिकित्सालय मेें साफ सफाई पर और अधिक बल देने की बात कही। जिला चिकित्सालय के ओपीडी के लिए पृथक से गेट की व्यवस्था करने पर भी विचार विमर्श किया गया। गहन चिकित्सक कक्ष में मरीजों के स्वास्थ्य में नजर रखने के लिए आवश्यक आधुनिक उपकरणों की उपलब्धता की पूर्ति पर भी चर्चा की गई। निरीक्षण के दौरान एसडीएम श्री आरपी अहिरवार, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ बीएल आर्य, सिविल सर्जन सह अधीक्षक डाॅ शेखर जालवणकर, चिकित्सक संजय खरे मौजूद थे।

जिला स्तरीय लोक कल्याण शिविर ग्राम खामखेडा में आज

जिला स्तरीय लोक कल्याण शिविर विदिशा तहसील के ग्राम खामखेडा के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय परिसर में शनिवार की प्रातः 11 बजे से आयोजित किया गया है। कलेक्टर श्री अनिल सुचारी ने समस्त विभागों के जिलाधिकारियों को समय पर शिविर में उपस्थित होने के निर्देश दिए है। उन्होंने संबंधित विभागों के अधिकारियों से कहा कि शिविर स्थल पर विभागीय योजनाओं की जानकारी ग्रामीणजनों को देते हुए सुपात्र हितग्राहियों को लाभांवित कराने का प्रयास करें। वही विभाग से संबंधित प्राप्त आवेदनों का निराकरण शिविर स्थल पर करना सुनिश्चित करेंगे। जिला स्तरीय लोक कल्याण शिविर में पशु चिकित्सा विभाग और स्वास्थ्य विभाग द्वारा रोगोपचार केम्प का भी आयोजन किया जाएगा। वही विभिन्न विभागों के द्वारा विभागीय योजनाओं को रेखांकित करने वाली प्रदर्शनी का भी आयोजन किया जाएगा। रोजगार विभाग के द्वारा शिक्षित बेरोजगार युवाओं के लिए रोजगार मेला का भी आयोजन किया गया है। जिसमें निजी कंपनियों के द्वारा विभिन्न पदों के लिए युवाओं का चयन किया जाएगा। शिविर स्थल पर विभिन्न विभागों के द्वारा क्रियान्वित हितग्राहीमूलक योजनाओं का साहित्य का वितरण शिविर स्थल पर किया जाएगा।

गेहूं उपार्जन के लिए किसानों का पंजीयन 14 से

रबी विपणन वर्ष 2017-18 में गेहूं उपार्जन की तैयारी जिला प्रशासन द्वारा की जा रही है। जिले के समस्त खरीदी केन्द्रों पर 14 जनवरी से पंजीयन कार्य प्रारंभ हो जाएगा जो 14 फरवरी तक जारी रहेगा। जिला आपूर्ति अधिकारी श्री मोहन मारू ने बताया कि समर्थन मूल्य पर गेहूं विक्रय करने के इच्छुक सभी किसानों को नया पंजीयन कराना होगा। पूर्व वर्षो का पंजीयन मान्य नही किया जाएगा। जिले के 133 केन्द्रों पर समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी कार्य किया जाएगा। पंजीयन प्रक्रिया खरीदी संस्था द्वारा निःशुल्क आॅन लाइन सम्पादित की जाएगी। नवीन पंजीयन के लिए संबंधित किसान भाई को आधार नम्बर, समग्र परिवार आईडी, मोबाइल नम्बर एवं जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक की शाखाओं अथवा राष्ट्रीयकृत बैंक में खोले गए बैंक खातों की जानकारी देना अनिवार्य होगा। यदि किसी किसान के पास आधार पंजीयन नही है तो संबंधित किसान द्वारा आधार पंजीयन कराकर ई-आईडी उपलब्ध करानी होगी। आवेदक के साथ किसान द्वारा स्वप्रमाणित भू-अधिकार एवं ऋण पुस्तिका, सिग्मी/पट्टे की भूमि का प्राधिकार पत्र भी देना होगा। किसानों के पंजीयन का सत्यापन पटवारी द्वारा 21 जनवरी से 21 फरवरी की अवधि में किया जाएगा और किसानो से समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी का कार्य 27 मार्च से 27 मई की अवधि में किया जाएगा।
अवैध संग्रहित फर्सी पत्थर का विनिष्टीकरण विदिशा, दिनांक छह जनवरी 2017 पठारी तहसील के ग्राम 

रामगढ और पटरा में अवैध उत्खनन संग्रहित लगभग 50 ट्रक फर्सी पत्थर को आज राजस्व, पुलिस और खनिज विभाग की संयुक्त टीम के सामने नष्ट किया गया है। टीम में एसडीएम, तहसीलदार, टीआई, मायनिंग इंस्पेक्टर शामिल थे। जिला खनिज अधिकारी श्री आरके परमार ने बताया कि अवैध उत्खनित गडढो को जेसीव्ही मशीन से भरवाने की कार्यवाही की गई है। इस दौरान अवैध परिवहन करते हुए एक ट्रक फर्सी पत्थर को जप्त कर पठारी थाने में रखवाने की कार्यवाही की गई है।

पेंशन लेने के लिए जरूरी हुआ आधार

$
0
0
aadhar-becames-mandatoryfor-pension-withdrawal
नयी दिल्ली 06 जनवरी, केंद्र सरकार ने कर्मचारी पेंशन योजना तथा सरकारी सहायता प्राप्त योजनाओं का लाभ लेने वाले पेंशनभोगियों के लिए आधार कार्ड अनिवार्य कर दिया है । श्रम एवं रोजगार मंत्रालय द्वारा जारी गजट अधिसूचना के अनुसार, “केंद्र सरकार के अंशदान एवं योजना के अंतर्गत कर्मचारी पेंशन योजना की पेंशन एवं सदस्यता लाभ जारी रखने के इच्छुक ...सदस्यों एवं पेंशनभाेगियों से अपेक्षा है कि वे उनके आधार कार्ड होने का प्रमाण दें या कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) द्वारा जारी प्रक्रिया के अनुरूप अपना आधार प्रमाणन करायें।” जिन पेंशनभाेगियों के पास आधार कार्ड नहीं है उन्हें भी आधार कार्ड के लिए आवेदन करना होगा तथा 31 जनवरी तक आवेदन की पावती रसीद देकर यह सूचित करना हाेगा कि उन्होंने इसके लिए आवेदन कर दिया है। ऐसे पेंशनभोगी उनका आधार कार्ड बनने तक नियोक्ता या ईपीएफओ के फील्ड अधिकारी द्वारा यूनीक अकाउंट नंबर के साथ जारी पहचान पत्र, आधार आवेदन की पावती रसीद या किसी अन्य मान्य पहचान पत्र जैसे मतदाता पहचान पत्र, पैन कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस आदि दिखाकर पेंशन लेना जारी रख सकते हैं। किसी गजेटेड अधिकारी या तहसीलदार द्वारा जारी फोटो युक्त प्रमाणपत्र भी इस उद्देश्य के लिए मान्य प्रमाणपत्र होंगे। ईपीएफओ को निर्देश दिया गया है कि यदि किसी प्रखंड, तहसील या ताल्लुक में आधार पंजीकरण केंद्र नहीं है तो वह सुविधाजनक स्थानों पर इसके लिए व्यवस्था करे। साथ ही उससे कहा गया है कि वह आधार कार्ड की इस अनिवार्यता की मीडिया तथा अन्य माध्यमों से प्रचार करे और उन पेंशनभोगियों को उनके निकटस्थ आधार पंजीकरण केंद्र के बारे में बतायें जिन्होंने अब तक इसके लिए आवेदन नहीं किया है।

चुनाव आयोग ने मीडिया के लिए जारी किये दिशा निर्देश

$
0
0
ec-warns-media-against-exaggerated-biased-reporting-of-elections
नयी दिल्ली. 06 जनवरी, चुनाव आयोग ने पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के दौरान मीडिया को धर्म, संप्रदाय और जाति के नाम पर भाषणों को कवर न करने तथा पेड न्यूज पर रोक लगाने के निर्देश जारी किये हैं। इसके साथ ही चुनावी सर्वेक्षणों को भी सावधानीपूर्वक जारी करने की सलाह दी है। आयोग ने उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर विधानसभा चुनावों को देखते हुए आज मीडिया के लिए विशेष तौर पर जारी किये गए दिशा-निर्देशों में कहा है कि जनप्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 126 में उल्लिखित नियमों के तहत साम्प्रदायिक या जाति के आधार पर चुनाव अभियान पर प्रतिबंध है। इसलिए प्रेस को ऐसी रिपोर्ट नहीं पेश करनी चाहिए, जो धर्म, वंश, जाति, सम्प्रदाय या भाषा के आधार पर जनता के बीच नफरत या दुश्मनी की भावना को बढ़ावा देती हो। प्रेस को चुनाव में किसी उम्मीदवार की संभावनाओं पर प्रतिकूल प्रभाव डालने के लिए उम्मीदवार या उसके संबंधी के चरित्र और व्यक्तिगत आचरण या किसी उम्मीदवार की नाम वापसी या उसकी उम्मीदवारी के संबंध में कोई झूठा या आलोचनात्मक बयान प्रकाशित करने से बचना चाहिए । 

जनप्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 126 में निर्वाचन क्षेत्र में मतदान के लिए तय समय से 48 घंटे पूर्व अवधि के दौरान टेलीविजन या इसी प्रकार के उपकरण के साथ-साथ किसी अन्य माध्यम द्वारा चुनाव सामग्री को प्रदर्शित करने की मनाही है। कोई भी व्यक्ति अगर इन प्रावधानों का उल्लंघन करते हुए पाया जाता है तो उसे दो वर्ष का कारावास या जुर्माना या फिर दोनों होगा। इस धारा में ‘चुनाव सामग्री’ की अभिव्यक्ति का अर्थ है, किसी चुनाव परिणाम को प्रभावित करने के आशय वाली सामगी नहीं होनी चाहिये। आयोग एक बार फिर यह दोहराता है कि टीवी /रेडियो चैनल और केबल नेटवर्क यह सुनिश्चित करें कि धारा 126 में निर्दिष्ट 48 घंटे की अवधि के दौरान टेलीकास्ट/प्रसारित/प्रदर्शित कार्यक्रमों की विषयवस्तु में पैनल व्यक्तियों/प्रतिभागियों के विचार / अपील सहित ऐसी कोई सामग्री नहीं होनी चाहिए, जो किसी पार्टी विशेष या उम्मीदवार की संभावनाओं को प्रोत्साहित करने वाली / पक्षपातपूर्ण या चुनाव के परिणाम को प्रभावित करती हो। इस संबंध में जन-प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 126-अ की ओर ध्यान आकर्षित किया जाता है, जिसमें उल्लिखित अवधि के दौरान पहले चरण में मतदान शुरू होने के लिए निर्धारित समय में और सभी राज्यों में आखिरी चरण में मतदान समाप्त होने के लिए निर्धारित समय के आधे घंटे बाद एक्जिट पोल आयोजित करने और उनके परिणाम प्रसारित करने पर प्रतिबंध है। धारा 126 या धारा 126-अ के अंतर्गत आने वाली अवधि के दौरान संबंधित टीवी/ रेडियो/केबल/एफएम चैनल प्रसारण संबंधित घटनाओं को आयोजित करने के लिए राज्य/जिला/स्थानीय पदाधिकारियों से आवश्यक अनुमति प्राप्त करने के लिए स्वतंत्र हैं, लेकिन वे घटनाएं शालीनता, साम्प्रदायिक सद्भाव बनाए रखने के संबंध में सूचना और प्रसारण मंत्रालय द्वारा केबल नेटवर्क (विनियम) अधिनियम के अधीन उल्लिखित आचरण एवं व्यवहार के मॉडल कोड के प्रावधानों की भी पुष्टि करें। उन्हें पेड़-न्यूज एवं संबंधित मामलों के संबंध में आयोग के दिनांक 27 अगस्त 2012 के दिशा निर्देशों के प्रावधानों के अंतर्गत बने रहना भी अपेक्षित है। संबंधित मुख्य निर्वाचन अधिकारी / जिला निर्वाचन अधिकारी ऐसी अनुमति देते समय कानून एवं व्यवस्था सहित सभी संबंधित पहलुओं को ध्यान में रखेंगे। समस्त प्रिंट मीडिया का ध्यान चुनाव के दौरान भारतीय प्रेस परिषद द्वारा जारी निम्नलिखित दिशा निर्देशों के अनुपालन की ओर आकर्षित किया जाता है-चुनाव और उम्मीदवारों के बारे में उद्देश्यपूर्ण रिपोर्ट देना प्रेस का कर्तव्य है। चुनाव के दौरान समाचार पत्रों से गलत चुनाव अभियान, किसी व्यक्ति/पार्टी या घटना के बारे में अतिश्‍योक्तिपूर्ण रिपोर्ट प्रकाशित करने की उम्मीद नहीं है । प्रचलन के अनुसार नजदीकी मुकाबले के दो या तीन उम्मीदवार मीडिया का ध्यान आकर्षित करते हैं। वास्तविक अभियान की रिपोर्ट करते समय समाचार पत्र को उम्मीदवार द्वारा उठाए गए मुख्य मुद्दे को नहीं छोड़ना चाहिए और उसके विरोधी पर हमला नहीं बोलना चाहिए।

उच्चतम न्यायालय ने काटजू की बिना शर्त माफी स्वीकारी

$
0
0
sc-accepts-unconditional-apology-by-markanday-katju
नयी दिल्ली, 06 जनवरी, उच्चतम न्यायालय ने सौम्या मामले में न्यायाधीशों के फैसले की आलोचना करने संबंधी मसले में न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) मार्कंडेय काटजू का बिना शर्त माफीनामा आज स्वीकार कर लिया । न्यायमूर्ति रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने न्यायमूर्ति काटजू के बिना शर्त माफीनामा को स्वीकार कर लिया । अदालत ने उनके खिलाफ अवमानना के मामले को खारिज भी कर दिया । उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति काटजू ने अपने फेसबुक ब्लॉग में सौम्या बलात्कार एवं हत्या मामले में शीर्ष अदालत के फैसले और संबंधित न्यायाधीशों की आलोचना की थी।

विराट को वनडे और ट्वंटी-20 की कप्तानी,युवी की वापसी

$
0
0
virat-named-odi-and-t-20-captain-yuvraj-recalled
मुंबई ,06 जनवरी, राष्ट्रीय चयनकर्ताओं ने सफलता के घोड़े पर सवार टेस्ट कप्तान विराट कोहली को भारत की वनडे और ट्वंटी-20 टीमों का भी शुक्रवार को कप्तान नियुक्त कर दिया और आलराउंडर युवराज सिंह की एक बार फिर टीम इंडिया में वापसी हो गयी। देश के सबसे सफल कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी के बुधवार को सीमित ओवरों की टीमों की कप्तानी छोड़ने के बाद अब विराट को आधिकारिक रूप से इन दोनों फार्मेट में भारतीय कप्तान बना दिया गया है। विराट वनडे और ट्वंटी-20 टीमों के एकसाथ कप्तान के रूप में अपनी पहली जिम्मेदारी इंग्लैंड के खिलाफ 15 जनवरी से शुरु होने वाली दोनों सीरीज में संभालेंगे। विराट अब इस तरह खेल के तीनों प्रारूप में भारत के कप्तान बन गये हैं।

प्रधानमंत्री के नीतीश की प्रशंसा से अटकलें तेज, लालू के मंच पर नहीं होने से भी विवाद

$
0
0
speculation-over-on-appreciation-to-nitish-by-pm-modi
पटना 06 जनवरी, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का बिहार दौरा और राज्य में पूर्ण शराबबंदी के मुद्दे पर उनका मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सराहना करने से जहां राजनीतिक गलियारे में अटकले तेज हो गयी हैं, वहीं राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के मंच पर जगह नहीं मिलने से विवाद भी उत्पन्न हो गया है। सिखों के दसमेश गुरू श्री गुरू गोविंद सिंहजी महाराज के 350 प्रकाशोत्सव कार्यक्रम में शिरकत करने आये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत अन्य केन्द्रीय मंत्रियों का मंच साझा करना और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के मंच पर होने की बजाए अन्य महत्वपूर्ण लोगों के साथ मंच से कुछ ही दूरी पर नीचे बैठने से पूरे विवाद की शुरुआत हुई। प्रधानमंत्री के साथ मंच साझा करने वालों में मुख्यमंत्री श्री कुमार के अलावा केन्द्रीय मंत्री रामविलास पासवान , रविशंकर प्रसाद और पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल शामिल रहे। राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को मंच पर स्थान नहीं दिये जाने पर नाराजगी जताते हुए पार्टी उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा कि श्री यादव राज्य में सत्तारूढ महागठबंधन सरकार में शामिल पार्टी के अध्यक्ष हैं और इस कारण उन्हें मंच पर जगह मिलनी चाहिए थी। उन्होंने यहां तक कहा कि मंच पर राजद अध्यक्ष को स्थान नहीं दिये जाने से जनता में गलत संदेश गया है और राज्य के लोगों ने भी इसे पसंद नहीं किया।

भाजपा कार्यकारिणी की बैठक में भी नाराज दिखे आडवाणी

$
0
0
advani-looks-angry-at-bjp-executive-meeting
नयी दिल्ली, 06 जनवरी, भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में पार्टी के वयोवृद्ध नेता लालकृष्ण आडवाणी ने दीप प्रज्वलित करके कार्यक्रम का उद्घाटन तो किया लेकिन वह नाराज दिखे और मंच पर भी आसीन नहीं हुए , श्री आडवाणी पहले तो सभागार में समारोह शुरू होने से पहले नीचे अपनी सीट पर बैठे थे। जब दीप प्रज्वलन के लिए उनका नाम पुकारा गया तो वह मंच पर नहीं आये। इसके बाद संगठन महासचिव रामलाल उन्हें मनाते दिखे। इसके बाद श्री आडवाणी मंच पर आये और उन्होंने दीप जलाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया । उस समय मंच पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ,पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के अलावा वित्त मंत्री अरुण जेटली भी मौजूद थे और उन्होंने भी दीप प्रज्वलन में हिस्सा लिया । इसके बाद श्री आडवाणी मंच से नीचे उतर गये और सभागार से बाहर निकलते हुए दिखे जबकि श्री मोदी , श्री शाह अपनी सीटों पर बैठ गये । इसके बाद श्री जेट, श्री आडवाणी के पीछे -पीछे जाते दिखे । ऐसा प्रतीत हुआ वह श्री आडवाणी को मनाने के लिए गये थे । कुछ देर बाद श्री जेटली वापस मंच पर लौट आये । इसके बाद मंच से यह घोषणा की गयी कि श्री आडवाणी अभी विश्राम कर रहे हैं । कार्यकारिणी की बैठक के बाद प्रेस ब्रीफिंग के दौरान केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से यह पूछे जाने पर कि श्री आडवाणी सभागार में देर से भी आये और पीछे ही बैठे रहें ,क्या वह नाराज थे, उन्होंने (श्री जावड़ेकर) कहा कि ऐसा कुछ नहीं था। श्री जावड़ेकर ने कहा कि क्या आप लोग नहीं चाहते कि कोई ‘जनसुविधा’ के लिए भी बाहर जाये । गौरतलब है कि संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान सदन की कार्यवाही लगातार ठप रहने पर भी श्री आडवाणी ने अपनी नाराजगी जतायी थी और कहा था कि संसद को सुचारू रूप से चलाना सरकार और लोकसभा अध्यक्ष की जिम्मेदारी है ।

नोटबंदी और सर्जिकल स्ट्राइक मोदी सरकार के ऐतिहासिक कदम: शाह

$
0
0
demonetization-and-surgical-strike-historic-steps-of-modi-govt-shah
नयी दिल्ली, 06 जनवरी, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने आज जहां नोटबंदी और सर्जिकल स्ट्राइक को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से उठाये गये ऐतिहासिक कदम बताया वहीं विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि इन दोनों ही मुद्दों पर वह पूरी तरह बेनकाब हो गया है । श्री शाह ने पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की दो दिवसीय बैठक का उद्घाटन करते हुए यह बात कही । बैठक के बाद केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने पत्रकारों को बताया कि श्री शाह ने कहा कि मोदी सरकार को प्रचंड जनादेश सिर्फ सरकार चलाने के लिए नहीं बल्कि गरीबों का कल्याण करने के लिए मिला है इसलिए सरकार ने नोटबंदी जैसा दीर्घकालिक एवं जनहितकारी कदम उठाया । श्री शाह ने कहा कि पहले 18 लाख करोड़ रुपये के कुल बजट आवंटन में से विकास कार्याें के लिए सिर्फ चार से पांच लाख करोड़ रुपये मिलते थे लेकिन अब नोटबंदी और डिजिटल लेनदेन से राजस्व बढेगा और सरकार के पास नयी विकास योजनाओं के लिए पर्याप्त पैसा होगा ।

आप हमेशा मेरे कप्तान रहेंगे : विराट

$
0
0
virat-salyut-dhoni
नयी दिल्ली ,06 जनवरी,  टीम इंडिया के टेस्ट कप्तान विराट कोहली ने महेन्द्र सिंह धोनी की तारीफ करते हुये भावुक अंदाज में कहा कि आप मेरे लिये हमेशा कप्तान के रूप में प्रेरणादायी रहेंगे। धोनी के सीमित ओवरों के लिये टीम की कप्तानी छोड़ने के बाद विराट का तीनों प्रारूपों में भारतीय टीम का कप्तान बनना तय है। अपनी नयी भूमिका संभालने जा रहे विराट ने धोनी की तारीफ करते हुए कहा कि वह हमेशा उनके कप्तान रहेंगे। विराट ने शुक्रवार को ट्विटर पर लिखा,“ हमेशा एक ऐसा कप्तान रहने के लिए आपको धन्यवाद जैसा कि युवा खिलाड़ी चाहते हैं। आप हमेशा मेरे कप्तान रहेंगे धोनी भाई।” इससे पहले सचिन तेंदुलकर समेत तमाम दिग्गज़ों ने धोनी के नेतृत्व की सराहना करते हुये उनकी तारीफ की थी। उल्लेखनीय है कि 2008 में अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण के बाद से ही विराट धोनी की कप्तानी में खेले हैं। वह टेस्ट कप्तान पहले ही बन चुके थे और अब वनडे तथा ट्वंटी-20 में भी टीम की जिम्मेदारी संभालेंगे। 

जिस चाचा के घर पले-बढ़े उनके ही विरोधी हो गए : अमर सिंह

$
0
0
amar-pain-against-akhilesh
लखनऊ, 06 जनवरी, ‘यादव परिवार’ में मचे घमासान को सुलझाने के चल रहे प्रयासों के बीच अमर सिंह ने आज कहा कि जिन चाचा (शिवपाल सिंह यादव) के घर मुख्यमंत्री पले-बढे अब उन्हीं के धुर विरोधी हो गए हैं। अखिलेश यादव खेमा अमर सिंह को विवाद की जड मानता है। अखिलेश यादव, प्रो0 रामगोपाल यादव और मो0 आजम खां श्री अमर सिंह की आलोचना करते रहते हैं। सपा के एक और सांसद नरेश अग्रवाल ने भी आज उन्हें खरी खोटी सुनायी जबकि समाजवादी पार्टी(सपा) में जारी कलह के लिए खुद को जिम्मेदार ठहराए जाने के आरोपों पर अमर सिंह ने सफाई देते हुए कहा कि उनके ऊपर लगे सभी आरोप बेबुनियाद हैं। श्री सिंह ने कहा कि वह बैकडोर की राजनीति नहीं करते, जो करते हैं सामने से करते हैं। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की जिंदगी में उनके योगदान को हर कोई जानता है, इसे छिपाया नहीं जा सकता। अमर सिंह ने कहा कि उनका आशीर्वाद हमेशा अखिलेश यादव के साथ रहेगा और वह उन्हें भरोसा दिलाते हैं कि वह उनके विकास के खिलाफ नहीं हैं।

नरेश अग्रवाल का नाम लिये बगैर श्री सिंह ने कहा, “एक नेता राजनाथ सिंह की सरकार में मंत्री रहे हैं। बहुजन समाज पार्टी(बसपा) और कांग्रेस में भी रहे हैं। सर्वदलीय अनुभव लेने के बाद उन्हें भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) का एजेंट बता रहे हैं।” इससे पहले समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद नरेश अग्रवाल ने विवाद का ठीकरा अमर सिंह पर फोड़ते हुए कहा था, अगर अमर सिंह कल लखनऊ नहीं आते तो बात सुलझ जाती। पर अब वह आ गए हैं तो सुलह मुश्किल है। नरेश अग्रवाल ने अमर पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि वह भाजपा के एजेंट की तरह काम कर रहे हैं। मुलायम सिंह यादव को विवाद के निपटारे की सलाह देते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी के हित में उन्हें अपने बेटे की ओर आ जाना चाहिए। गौरतलब है कि मुलायम सिंह यादव ने शाम को चार बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस कर किसी बड़े एलान का फैसला लिया था, लेकिन बाद में पत्रकार सम्मेलन के निरस्त होने की सूचना दी गई। सुलह की कोशिशों के बीच आजम खां और शिवपाल यादव में लम्बी मंत्रणा हुई। श्री खां के आवास पर दोनों नेताओं की बातचीत का ब्यौरा तो नहीं मिल सका लेकिन माना जा रहा है कि वरिष्ठ नेतागण पिता और पुत्र को एक मंच पर लाने के लिए लगातार प्रयासरत हैं। इससे पहले कल रात मुलायम सिंह ने सैफई (पैतृक गांव) में रहने वाले अपने भाइयों को भी यहां बुलाया था। परिवार के लोगों में बातचीत हुई लेकिन उसका नतीजा अभी फिलहाल सामने नहीं आया। 
Viewing all 74327 articles
Browse latest View live




Latest Images