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मधुबनी : मानव श्रृंखला निर्माण से संबंधित बैठक

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आज डी.आर.डी.ए. सभा कक्ष मंें जिला पदाधिकारी मधुबनी श्री गिरिवर दयाल सिंह ने मद्य निषेध अभियान (द्वितीय चरण) के अंतर्गत मानव श्रृंखला निर्माण से संबंधित बैठक की। मानव श्रृंखला का निर्माण 21 जनवरी, 17 को किया जाना है। जिले में दो मुख्य मार्ग तथा 6 उप मार्ग में लगभग 350 कि.मी. में मानव श्रृंखला बनाई जाएगी। जिला पदाधिकारी ने इसके लिए आज विभिन्न निर्देश दिए! मानव श्रृंखला के प्रत्येक किलोमीटर के लिए एक काॅडिनेटर की प्रतिनियुक्ति अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा की जाएगी। 2 जनवरी, 17 तक एस.डी.ओ. इसकी सूची तैयार कर लें। इसमें प्रधानाध्यापक,  कोई योग्य शिक्षक आदि रह सकते है। प्रत्येक किलोमीटर के लिए लगभग 2000 व्यक्तियों की व्यवस्था करनी है। हर काॅडिनेटर को पोलियो कर्मी का पीला जैकेट दिया जाएगा। मानव श्रृंखला में कक्षा 5 से उपर के बच्चों को लगाया  जाएगा। मुख्यमार्ग पर 4 किलोमीटर तथा उपमार्ग पर 2 किलोमीटर के दायरे के अन्तर्गत के लोगों को सम्मिलित कराना है। प्रत्येक किलोमीटर पर एक सेक्टर आॅफिसर रहेंगे। पंचायत सचिव, इंदिरा आवास सहायक, हल्का कर्मचारी आदि  सेक्टर आॅफिसर रहेंगे। प्रत्येक रूट पर एंबुलेंस एवं पेयजल की व्यवस्था की जाएगी। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए संबंधित स्कूल में शिक्षक एवं अभिभावकों की बैठक 10 जनवरी,17 एवं 18 ज नवरी, 17 को की जाएगी। प्रत्येक विघालय में बच्चों के माध्यम से मुख्यमंत्री जी की अपील तथा संकल्प पत्र उनके अभिभावकों के यहाॅ भेजा जाएगा। जो अनुमंडल/प्रखंड सबसे अच्छा प्रदर्शन करेगा वहाॅ के कर्मियों को पुरस्कृत किया जाएगा। मानव श्रृंखला से निर्माण से संबंधित सभी महत्वपूर्ण निदेश जिला के बेबसाइट पर उपलब्ध रहेगा। पंचायत स्तरीय संचालन समिति की बैठक 31.12.16 तक तथा प्रखंडस्तरीय संचालन समिति की बैठक शीध्र संपन्न कराये। सभी एस.डी.ओ. प्रखंड स्तर पर प्रमुख की अध्यक्षता में मुखिया, पंचायत समिति के सदस्यों की बैठक सुनिश्चित कराये। 31.12.16 को जिला परिषद के सभी सदस्य, प्रमुख, उपप्रमुख, जीविका के ब्लाॅक मैनेजर के साथ जिला पदाधि कारी बैठक करेंगे। इस कार्यक्रम को सफल बनाने की जिम्मेवारी सभी प्रखंड के प्रभारी वरीय उप समाहत्र्ता तथा अनुमंडल पदाधिकारी की है। कार्यक्रम के वरीय प्रभार में अपर समाहत्र्ता, मधुबनी है  उपस्थिति- सिविल सर्जन, एम.ओ.आई.सी., अपर समाहत्र्ता, जिला लोक निवारण पदाधिकारी, एस.डी.ओ., एस.डी.पी.ओ., वरिय उपसमाहत्र्ता सभी जिला स्तरीय पदाधिकारी, शिक्षा विभाग के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी आदि उपस्थित थे।

दखल-देहानी अभियान बेदखली अभियान में तब्दील हुआ: माले

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पटना 7 जनवरी 2016, भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल और अखिल भारतीय खेत व ग्रामीण मजदूर सभा के राष्ट्रीय महासचिव काॅ. धीरेन्द्र झा ने संयुक्त बयान जारी करके कहा है कि बिहार सरकार की दखल-देहानी का बहुप्रचारित अभियान का नतीजा बिलकुट उलटा निकला है. यह अभियान जमीन पर गरीबों को बसाने की बजाए बसे-बसाए जमीन से गरीबों की बेदखली का अभियान साबित हो रहा है. हम इसकी कड़ी भत्र्सना करते हैं.
नेताओं ने कहा कि पिछले 1 हफ्ते में अररिया व सहरसा में सामंती-दबंगों ने प्रशासन के संरक्षण में न केवल दलित-गरीबों को कई जगह पर जमीन से बेदखल किया है, बल्कि मौत का खूनी खेल भी खेला है. इन सामंतों-दबंगों को भाजपा से लेकर राजद-जदयू का खुलेआम संरक्षण हासिल है. प्रशासन इन सामंती-अपराधियों के समक्ष बिलकुल नतमस्तक है. उन्होंने आगे कहा कि भूमि अधिकार की लड़ाई लड़ते हुए हमारी पार्टी के अररिया जिला सचिव सत्यनारायण सिंह यादव व कमलेश्वरी ऋषिदेव की हत्या की गयी, कुछ दिन पहले सहरसा में चमरखला की जमीन को लेकर चानो राम व वकील राम की हत्या कर दी. सबसे ताजा हमले में सहरसा के सलखुआ में सैंकड़ों महादलित परिवार के घर उजाड़ दिए गए हैं. सलखुआ अंचल के चिरैया ओपी में बिहार सरकार की जमीन पर घर बनाकर रह रहे महादलित परिवारों के सामान लूट लिए गए, उनपर बर्बरता से जुल्म ढाया गया और घरों में आग लगा दी गयी. उन्होंने कहा कि दलित-गरीबों पर लगातार बढ़ता हमला बेहद चिंताजनक है. लालू-नीतीश सामाजिक न्याय का ढोंग करते नहीं अघाते, लेकिन हकीकत में आज बिहार में वंचित समुदाय पर सामंतों-दबंगों का हमला एक बार फिर से तेज हो गया है. सामाजिक न्याय की तथाकथित सरकार ने पूरी तरह घुटने टेक दिए हैं. 

51 दिव्यांग एवं निर्धन जोड़े बनेंगे हमसफर

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नई दिल्ली। जिन दिव्यांग युवक-युवतियों ने अपनी निःशक्तता को दुर्भाग्य मानते हुए दाम्पत्य जीवन निर्वहन की कभी कल्पना भी नहीं की थी,  उनके इस सपने को नारायण सेवा संस्थान आगामी 22 जनवरी को दिल्ली में साकार करेगा। संस्थान संस्थापक-चेयरमैन पदम्श्री कैलाश ‘मानव‘ ने बताया कि ‘दिल्ली के पंजाबी बाग जन्माष्टमी पार्क में देश के विभिन्न भागों के 51 दिव्यांग जोड़े विवाह सूत्र में बंधेंगे। संस्थान की ओर से आयोजित होने वाला यह 28 वां निःशुल्क सामूहिक विवाह होगा। संस्थान अध्यक्ष श्री प्रशान्त अग्रवाल ने बताया कि विवाह समारोह में राजस्थान, गुजरात, मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश, ओड़िशा आदि राज्यों के ऐसे जोड़े एक-दूसरे के पूरक बनेंगे, जो जन्मजात अथवा दुर्घटनावश निःशक्तता का दंश झेलते हुए जीवन में सूनापन महसूस कर रहे हैं। जबकि ज़िदंगी की इस जंग में परस्पर विश्वास की डोर को थाम कर चलने वाले जीवनसाथी की सहारे के रूप में जरूरत होती है। लेकिन अग्नि के सात फेरे लेने के बाद ये सभी एक-दूसरे के पूरक बनकर खुशहाल गृहस्थी की इबारत लिखेंगे। अग्रवाल ने बताया कि दिव्यांग एवं निर्धन निःशुल्क विवाह समारोह  वर्ष में 2 बार आयोजित किया जाता है। दिल्ली में होने वाला यह तीसरा विवाह है। इससे पूर्व 15 जून 2014 को रामलीला मैदान में 92 जोडों व जनवरी 2016 में इसी  पंजाबी बाग में 101 निर्धन एवं दिव्यांग जोड़े एक-दूसरे के हमसफर बने थे। विवाह स्थल पर 51 विवाह वेदियां और वृंदावन के 51 पंडित मुख्य आचार्य के मार्गदर्शन में विवाह की विधि संपन्न करवाएंगे। दोपहर 12ः15 बजे शुभ मुर्हूत में पाणिग्रहण संस्कार आरम्भ होगा। समारोह में देशभर से बड़ी संख्या में संस्थान सहयोगी व अतिथि भाग लेंगे। इस दौरान चयनित दिव्यांगों को ट्राइसाईकिल, व्हील चेयर, नारायण मोड्यूलर आर्टीफिशियल लिम्ब, बैसाखी, कैलिपर, श्रवण यंत्र, ब्रेल स्टिक व अन्य उपकरण निःशुल्क प्रदान किए जाएंगे। 

दिल्ली बनी रोप स्किपिंग की ओवरऑल चैम्पियन

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नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में नेशनल स्कूल फेडरेशन इण्डिया के तत्वाधान में शिक्षा निदेशालय खेल शाखा द्वारा आयोजित 62वें राष्ट्रीय स्कूल खेलों आयोजन दिल्ली में हो रहा है। दिल्ली के त्यागराज खेल परिसर में आयोजित राष्ट्रीय स्कूल खेलों के रोप स्किपिंग के मुकाबले आयोजित किये गए जिसमें दिल्ली ने बालक एवं बालिका वर्ग में ओवरऑल प्रतियोगिता जीत कर दिल्ली का दबदबा कायम रखा। इस बार दिल्ली के स्किपर्स खिलाडी अंकित 30 सेकण्ड स्पीड में नया राष्ट्रीय रिकार्ड कायम किया।बालिका वर्ग में पांच स्वर्ण,एक रजत और एक कांस्य पदक जीत कर दिल्ली को बढत दिलायी।  इस प्रतियोगिता के आयोजन अवसर पर खिलाडियों का उत्साह बढ़ाने और पदक से सम्मानित करने पदमश्री,द्रोणाचार्य एवं अर्जून पुरस्कार विजेता महाबली सतपाल पहलवान,दिल्ली नगर निगम में खेल निदेशक डॉ.सुरेंद्र राय भंडोरिया,केंद्रीय विद्यालय संगठन की सहायक आयुक्त श्रीमती शील बाला,रोप स्किपिंग एसोसिएशन दिल्ली ने अध्यक्ष भीम सेन वर्मा,रोप स्किपिंग फेडरेशन इंडिया के महासचिव एवं अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी श्री निर्देश शर्मा,मीडिया सलाहकार एवं वरिष्ठ खेल पत्रकार अशोक कुमार निर्भय भी उपस्थित रहे। खिलाडियों का हौंसला बढ़ाते हुए महाबली सतपाल ने अपने आतिथ्य संबोधन में कहा कि स्कूली स्तर पर राष्ट्रीय प्रतियोगिता के माध्यम से खिलाड़ी की क्षमता,परिश्रम,लगन का पता लगाकर हम भविष्य खिलाड़ी तैयार करते हैं. आज मुझे ख़ुशी हो रही है की दिल्ली समेत अनेक राज्यों में रोप स्किपिंग तेजी से लोकप्रिय खेल बन रहा यही इसकी खूबी है की  खेल का स्टेमिना बढ़ाने रोप स्किपिंग अनिवार्य है लेकिन खेल के रूप में विकसित होने के बाद इसकी अहमियत अधिक बढ़ गयी है। मैं निर्देश शर्मा जी को बधाई देता हूँ दिनरात इस खेल के प्रचार और प्रसार के आप अपना योगदा954044761  देते हैं। आपकी पूरी तकनिकी टीम,कोच,टीम मैनेजर सभी खिलाडियों  शुभकामनायें  देता हूँ। आयोजन प्रभारी निर्देश शर्मा, विवेक सोनी ने बताया कि इस प्रतियोगिता में बालक वर्ग में दिल्ली ने 7 स्वर्ण और बालिका वर्ग में 5 स्वर्ण,1 रजत और 1 कांस्य पदक जीत कर चैंपियनशिप का ख़िताब भी जीत लिया है। दूसरे स्थान पर महाराष्ट्र रहा जिसने 2 स्वर्ण,2 रजत पदक जीते वहीं मध्यप्रदेश 1 स्वर्ण,4 रजत,1 कांस्य  तीसरे स्थान  पर रहा। दिल्ली टीम  खिलाड़ी अंकित,ऋषभ मुदगिल,करण सुवासिया,सूरज,मुकेश राजेश सोलात्री के पदक जीते जबकि बालिका वर्ग में सोनिया,मोनी शर्मा,जान्हवी सिंह ,रवीना,मन्नू ,तमन्ना के सिंगल और टीम इवेंट पदक जीते। इस प्रतियोगिता में जज एवं रेफरी की भूमिका में विवेक सोनी,देवेश मडोतिया ,दिनेश नवाल,हरीश,तरुण तिवारी,कुमारी अंकिता (म.प्र),आरती,नेहा त्यागी,हेमलता, डॉ.पंकज शुक्ला,फिरोज आदि ने प्रतियोगिता को संम्पन कराया।

कैशलैस पर जनजागरूकता अभियान

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नई दिल्ली। पश्चिमी दिल्ली स्थित मंगोलपुरी इलाके में लोगों को कैशलैेस लेनदेन के प्रति जागरूक करने के मकसद से टारगेट सामाजिक संस्था, सशक्त फाऊॅडेशन व परी चैरीटेबल ट्रस्ट  के तत्वाधान में एक जागरूकता दो दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में सुधीर परेवा,समाजसेवी,सुनील लाम्बा, राजबाला लाम्बा(हरेवली),प्रेमबाबू शर्मा पत्रकार,संजय ग्रोवर,हेमन्त कुमार,पवन कुमार,समाजसेवी,डा.रत्न कुमार,राघव अरोड़ा आदि ने भी शिरकत की। क्षेत्रीय पार्षद पूनम परेवा ने जनता को डिजिटल लेनदेन हेतु प्रोत्साहित किया। इसके अलावा पूनम परेवा ,संजीव सिंघल व प्रवीन अरोड़ा ने लोगों को कैसलेस के बारे में जानकरी दी,भारी संख्या में लोगों ने पूर्ण उत्साह के साथ कार्यक्रम में सहभागिता दिखाई। नैतिक फाऊडेशन से संजय चैधरी,परवाह फाऊॅडेशन से दीपाली पांडे व सैफ अहमद व अन्य समाजसेवियों की भूमिका अत्यन्त सराहनीय रही।  

प्रधानमंत्री मोदी का सहानीय कदम है,नोटबंदी : पूनम परेवा

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नई दिल्ली। पश्चिमी दिल्ली स्थित मंगोलपुरी इलाके में लोगों को कैशलैेस लेनदेन के प्रति जागरूक करने के मकसद से टारगेट सामाजिक संस्था, सशक्त फाऊॅडेशन व परी चैरीटेबल ट्रस्ट  के तत्वाधान में दो दिवसीय जनजागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया।  समाजसेवी सुधीर परेवा ने प्रधानमंत्री मोदी द्वारा नोटबंदी की सराहना करते हुए कहा कि ‘इससे आम जनता को लाभ मिलेगा। उन्होंने डिजिटल पेमेंट के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए कहा‘ इससे आम जनता को लाभ मिलने के साथ साथ व्यापारियों को भी राहत मिलेगी। ’पत्रकार प्रेमबाबू शर्मा ने कहा कि‘ डिजिटल पेमेंट पर सरकार छूट दे रही है,हमे उसका लाभ लेना चाहिए। ’सुनील लाम्बा ने कहा कि‘ नोटबंदी से आमजन को दिक्कतें हो हुई लेकिन धैर्य से काम लिया। राजबाला लाम्बा(हरेवली) ने अपने संबोधन में कहा‘ यह एक हर्ष का विषय है,कि प्रधानमंत्री जी योजनाएं रंग ला रही है,और आज कैशलेस हर वर्ग में लोकप्रिय हो रहा है।’ कार्यक्रम में संजय ग्रोवर,हेमन्त कुमार,पवन कुमार,समाजसेवी,डा.रत्न कुमार,राघव अरोड़ा आदि ने अपने विचार रखे। क्षेत्रीय पार्षद पूनम परेवा ने भी जनता को डिजिटल लेनदेन हेतु प्रोत्साहित किया और संजीव सिंघल व प्रवीन अरोड़ा ने लोगों को कैसलेस के बारे में जानकारी दी। नैतिक फाऊडेशन से संजय चैधरी,परवाह फाऊॅडेशन से दीपाली पांडे व सैफ अहमद व अन्य समाजसेवियों की भूमिका अत्यन्त सराहनीय रही।  

सरकार महिलाआें की अस्मिता की रक्षा के लिए प्रतिबद्व: सिद्वरमैया

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बेंगलुरू 08 जनवरी, कर्नाटक के मुख्यमंत्री एस सिद्वरमैया ने कहा है कि राज्य सरकार महिलाआें की सुरक्षा आैर उनकी अस्मिता की रक्षा के लिए प्रतिबद्व है। 


श्री सिद्वरमैया ने अाज यहां 14 वें प्रवासी भारतीय दिवस का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा उद्घाटन किए जाने के मौके पर कहा कि हाल ही में बेंगलूरू में महिलाओं के प्रति हुई अशोभनीय घटनाआें को सरकार ने काफी गंभीरता से लिया है और सरकार ऐसे जघन्य अपराधों को अंजाम देने वालाें के खिलाफ कडी कार्रवाई करेगी। 


उन्हाेंने कहा कि महिलाआें की अस्मिता की रक्षा और उनकी सुरक्षा राज्य सरकार की प्राथमिकता है और इस तरह के मामलों में दोषियों को सजा देने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। 



गौरतलब है कि राज्य में नव वर्ष के जश्न के दौरान महिलाआें के साथ छेडखानी अौर एक लडकी के साथ अशाेभनीय बर्ताव की घटना में राज्य सरकार की काफी किरकिरी हुई थी और विपक्षी दलाें ने अारोप लगाया था कि राज्य सरकार महिलाआें की सुरक्षा सुनिश्चत करने में नाकाम रही है।

काले धन के ‘राजनीतिक पुजारी’ हमारे प्रयासों को जनता विरोधी दर्शा रहे हैं-मोदी

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बेंगलुरु 08 जनवरी, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भ्रष्टाचार एवं काले धन के खिलाफ मुहिम में समर्थन देने के लिये प्रवासी भारतीयाें का आभार व्यक्त करते हुए आज कहा कि काले धन के “राजनीतिक पुजारी” उनके प्रयासों को जनता का विरोधी दर्शा रहे हैं। 



श्री मोदी ने यहां 14वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन का उद्घाटन करने के बाद समारोह को संबोधित करते हुए यह कटाक्ष किया। इस मौके पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरामैया भी मंच पर विराजमान थे। उन्होंने कहा, “सरकार ने भ्रष्टाचार और काले धन के खिलाफ एक बहुत बड़े अभियान का बीड़ा उठाया है। काला धन राजनीति, देश, समाज एवं शासन को धीरे-धीरे खोखला कर देता है। यह दुर्भाग्य है कि काले धन के राजनीतिक पुजारी हमारे प्रयासों को जनता का विरोधी दर्शा रहे हैं।” उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार और काले धन को खत्म करने के हमारे प्रयासों का प्रवासी भारतीयों ने समर्थन किया है इसके लिये वह उन्हें तहेदिल से धन्यवाद देते हैं। 




प्रधानमंत्री ने प्रवासी भारतीय समुदाय के हजारों लोगों के साथ देशवासियों को भी संबोधित किया। उन्होंने कहा, “देशवासियो, आपने जो सपने संजो रखे हैं वो हमारा संकल्प है। हम सब मिलकर उन्हें साकार करेंगे। उसके लिये अगर व्यवस्था में कानून एवं नियम में बदलाव करने या कोई साहसिक कदम उठाने की जरूरत होगी तो उसे सबको साथ में लेकर उठायेंगे।” उन्होंने कहा कि वह विश्वास के साथ कहते हैं कि 21 वीं सदी हिन्दुस्तान की सदी होगी।

गणतंत्र दिवस की परेड से वंचित किये जाने पर अर्ध सैनिक बलों में आक्रोश

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नयी दिल्ली 08 जनवरी, अवकाश प्राप्त अर्धसैनिक बल कल्याण महासंघ ने इस बार गणतंत्र दिवस की परेड में सीमा सुरक्षा बल, शास्त्र सेवा बल, भारत तिब्बत सीमा पुलिस के जवानों के दस्तों को शामिल न किये जाने पर तीखा आक्रोश व्यक्त किया है और देश के लिए उनकी कुर्बानी को देखते हुए इसे उनके साथ गहरा भेदभाव बताया है। 


महासंघ के महासचिव रणबीर सिंह ने आज यहाँ जारी एक बयान में इस बात पर गहरा क्षोभ व्यक्त किया है कि सीमा की दिन रात चौकसी करने वाले इन वीर जवानों के दस्ते को गणतंत्र दिवस की परेड में शामिल होने से वंचित किया गया है। 

श्री सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री ने पिछले साल इन हिमवीरों के साथ दीवाली मनाई थी लेकिन देश की 15 हज़ार किलोमीटर की सीमा पर 24 घंटे चौकीदारी करने वाले वीर इस बार गणतंत्र दिवस के अवसर पर परेड में राजपथ से नहीं गुजरेंगे क्या प्रधानमंत्री ने यह सोचा है कि उन वीरों पर क्या गुजरेगी। 



उन्होंने कहा कि देश में 12 लाख अर्धसैनिक अभी भी कार्यरत है और अाठ लाख सेवा निवृत हैं। उन्हें सेना की तरह पेंशन भी नहीं मिलती बल्कि सातवें वेतन आयोग में उनकी तनख्वाह चपरासी के बराबर कर दी गयी और उन्हें सोची समझी सजिश के तहत सिविलियन का दर्जा दे दिया गया और अब उन्हें परेड से भी वंचित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले साल केन्द्रीय रिज़र्व पुलिस बल के दस्ते को परेड से वंचित किया गया था और फ्रांस के दस्ते को शामिल किया गया था लेकिन इस बार तो बीएसएफ, आईटीबीपी और एसएसबी को भी इस से वंचित किया गया। 


उन्होंने कहा कि पिछले दो जनवरी को हमारे संगठन ने पेंशन के मुद्दे पर जंतर मंतर पर धरना दिया था और गत साल रक्षा मंत्री तथा गृह मंत्री से भी मुलाकात की थी लेकिन आज तक कुछ नहीं हुआ उलटे गणतंत्र दिवस की परेड से भी उन्हें दूर कर दिया गया। उन्होंने कहा कि हाल ही में उरी सेक्टर में हमारे तीन जवानों ने कुर्बानी दी इसलिए उन वीरों की याद में उन्हें परेड में शामिल किया जाना चाहिए था। उन्होंने कहा कि जिस तरह उनके साथ भेदभाव किया जा रहा है उससे सरकार के इन फैसलों को लेकर उनके जवानों में गहरा रोष एवं असंतोष व्याप्त है।

ई-गवर्नेंस राष्ट्रीय सम्मेलन कल से विशाखापत्तनम में होगा शुरू

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नयी दिल्ली 08 जनवरी, ई-गवर्नेंस पर दो दिवसीय बीसवें राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन कल से आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में शुरू होगा, जिसमें वरिष्ठ सरकारी अधिकारी, तकनीकी विशेषज्ञ, शिक्षा जगत से जुड़ी हस्तियां, उद्याेगों और गैर सरकारी संगठन के एक हजार से अधिक प्रतिनिधियों के भाग लेने की संभावना है। 

केन्द्र सरकार का प्रशासनिक सुधार और जन शिकायत विभाग इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय तथा आंध्र प्रदेश सरकार के सहयोग से आयोजन कर रहा है। सम्मेलन में उद्घाटन सत्र के बाद डिजिटल रूपांतरण विषय पर एक सत्र का आयोजन किया जाएगा। ई-गवर्नेंस के विभिन्न पहलुओं से जुड़े बारह वर्गों में वर्ष 2016-17 के लिए राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस पुरस्कार प्रदान किये जाएंगे, जिसमें पूर्ण सत्र के लिए विशेष उप विषयों पर विचार विमर्श किया जाएगा। इन उप विषयों में सरकारी प्रक्रियाओं और सेवा आपूर्ति में बदलाव लाने के लिए सूचना एवं प्रौद्योगिकी के प्रयोग और आंकड़ों के विश्लेषण, साइबर सुरक्षा गवर्नेंस, मौद्रिक लेन देन और रक्षा के संदर्भ में भारत की क्षमताओं के निर्माण, आधार के जरिये कैशलेस भुगतान तथा नकदी को चरणबद्ध ढंग से हटाने आदि विषयों पर विचार-विमर्श किया जाएगा और इनसे निकाले गये निष्कर्षों के आधार पर देश के डिजिटल रूपांतरण के लिए अनुशंसाएं की जाएंगी। 

सम्मेलन में ई-गवर्नेंस के विभिन्न पहलुओं से जुड़े बारह वर्गों में वर्ष 2016-17 के लिए राष्ट्रीय ई- गवर्नेंस पुरस्कार भी प्रदान किये जाएंगे। इनमें प्रत्येक वर्ग के लिए स्वर्ण और रजत पदक पुरस्कार प्रदान करेंगे। इसके साथ ही प्रदर्शनी, सांस्कृतिक कार्यक्रम और अन्य कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाएगा। 

सम्मेलन में सूचना एवं प्रसारण मंत्री वेंकैया नायडू, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू, केन्द्रीय नागर विमानन मंत्री अशोक गजपति राजू, प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री जितेन्द्र सिंह, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री पी पी चौधरी तथा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी और पृथ्वी विज्ञान राज्यमंत्री वाई एस चौधरी समेत कई अन्य केन्द्रीय मंत्री, राज्य के मंत्री, सांसद और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहेंगे।

रामगोपाल को सपा का अधिवेशन बुलाने का अधिकार नहीं:मुलायम

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नयी दिल्ली 08 जनवरी, समाजवादी पार्टी के एक गुट के प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने आज कहा कि रामगोपाल यादव को पार्टी से पहले ही निष्कासित किया जा चुका है, इसलिए उन्हें नौ जनवरी को पार्टी का अधिवेशन बुलाने का कोई अधिकार नहीं है। श्री यादव ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पार्टी के अध्यक्ष अब भी वही हैं । 

श्री अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं तथा श्री शिवपाल यादव पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष हैं। संवाददाता सम्मेलन में अमर सिंह भी मौजूद थे लेकिन वह इस दौरान चुप रहे। उल्लेखनीय है कि श्री अखिलेश यादव और रामगोपाल यादव गुट द्वारा बुलाये गये राष्ट्रीय सम्मेलन में मुलायम सिंह यादव को राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से हटा दिया गया था और उसने चुनाव आयोग से पार्टी के चिह्न साइकिल पर अपना दावा किया था। श्री मुलायम सिंह यादव इस मामले को लेकर कल चुनाव आयोग जा सकते हैं।

नोटबंदी से देश का विकास 25 साल पिछड़ा: राकांपा

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नयी दिल्ली 08 जनवरी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी(आरसीपी) ने आज मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि उसने नोटबंदी से देश के विकास को पच्चीस साल पीछे धकेल दिया है और इससे देश को चालीस लाख करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।  पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष रमेश गुप्ता ने कहा कि नोटबंदी के कारण लोगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी। इसके कारण खेती तथा छोटे उद्योग-धंधों को बहुत नुकसान हुआ और रोजगार खत्म हो गये हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा ने नोटबंदी के दौरान लाइन में लगे रहे आम आदमी का मजाक उड़ाया और सिनेमा में लोगों के लाइन लगाने से इसकी तुलना की लेकिन इस दौरान जिन लोगों की मौत हुई, उनके परिवारों को मुआवजा देने के लिए अभी तक कुछ नहीं किया है। श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार एक तरफ तो काले धन और भ्रष्टाचार को खत्म करने की बात कर रही है और दूसरी तरफ उसने अम्बानी और अडाणी जैसे उद्योगपतियों के कर्ज माफ कर दिए, जिससे देश को हर साल सोलह हजार करोड़ रुपए का नुकसान हो रहा है जबकि इस धनराशि से देश में विकास के कितने ही काम किये जा सकते थे। उन्होंने बताया कि रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन के अनुसार नोटबंदी से देश को चालीस लाख करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 08 जनवरी)

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वरिष्ठ पत्रकार श्री अषोक मानोरिया का हुआ लोक अभिनंदन
  • समारोह को सुविख्यात पत्रकार श्री महेष श्रीवास्तव तथा श्री विजयदत्त श्रीधर ने किया संबोधित

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विदिशा -8 जनवरी 2017/ विदिषा की पावन धरा के सपूत वरिष्ठ पत्रकार श्री अषोक मानोरिया द्वारा पत्रकारिता के 50 वर्ष पूर्ण किए जाने के उपलक्ष्य में लोक अभिनन्दन समिति द्वारा आयोजित श्री मानोरिया के अभिनंदन तथा उनके द्वारा रचित दस्तावेजी किताब ‘‘विदिषा‘‘ सहित इस अवसर पर प्रकाषित स्मारिका की विमोचन समारोह में लब्ध प्रतिष्ठ पत्रकार तथा सुविख्यात लेखक श्री महेष श्रीवास्तव ने मुख्य अतिथि तथा मुख्य वक्ता के रूप में अपना उद्बोधन देते हुए कहा कि विष्वविख्यात शाल भंजिका मूर्ति के कारण विदिषा की पहचान की भांति ही श्री मानोरिया के कारण आसपास की पत्रकारिता की वैसी ही पहचान बनी है। इस अवसर पर ‘‘मध्यप्रदेष गान’’ रचियता स्वनाम धन्य संपादक श्री महेष श्रीवास्तव ने कहा कि नव भारत के संपादको द्वारा तत्कालीन संवाददाता श्री मानोरिया की समय-समय पर प्रषंसा, श्री मानोरिया की गर्वोन्नत उपलब्धि रही है और इसी उपलब्धि ने उन्हें ऊँचाईयों तक पहुंचाया है। उन्होंने कहा कि संपादक और संवाददाता के बीच के संबंधों पर ही पत्रकारिता की सफलता निर्भर होती है। श्री मानोरिया द्वारा लिखित पुस्तक ‘‘विदिषा‘‘ क्षेत्र पर बड़ा उपकार है, क्योंकि इसमें इस क्षेत्र के प्रागैतिहासिक काल से निकटवर्ती इतिहास पर तथ्य संगत प्रकाष डाला गया है। 

आज की पत्रकारिता परतंत्र
इस अवसर पर श्री महेष श्रीवास्तव ने अपने पत्रकारिता अनुभव के आधार पर कहा कि आज की पत्रकारिता में जो कुछ भी हो रहा है उससे वे बड़े दुखी हैं। आज पत्रकारिता मिषन के स्थान पर व्यवसाय बन गई है। पहले पत्रकार का मुख्य दायित्व निष्पक्ष पत्रकारिता कर्म होता था और पत्रकार व्यापक जनहित, राष्ट्रहित में सत्कर्म करने समर्पित रहता था। लोकतंत्र का चतुर्थ स्तंभ अब स्वतंत्र नहीं रहा है। पत्रकार ही आज सर्वाधिक परतंत्र है। पत्रकाारिता की ऐसी परतंत्रता देष की आजादी की रक्षा कैसे कर सकते हैं ? जो पत्रकारिता सत्ता को प्रभावित कर अपनी स्वार्थसिद्धि करे उससे समाज और राष्ट्र का भला नहीं हो सकता। 

सत्य से दूर होती पत्रकारिता
पत्रकारिता की पहली शर्त, सत्यनिष्ठा तथा सत्याचरण होता है, उद्देष्य सत्य की साधना और लक्ष्य व्यापक जनहित होता है, पर जमाना ऐसा आ गया है कि सत्य ही सर्वाधिक उपेक्षित हो गया है। समाचार पत्रों और न्यूज चैनलों की संख्या जितनी ज्यादा बढ़ती जा रही है, सत्य उतना ही पिछड़ता जा रहा है। पत्रकारिता उतनी ही अपनी गरिमा खोती जा रही है। श्री श्रीवास्तव ने कहा कि आज पत्रकार अपने आपको नियंता मानने लगा है, जबकि पत्रकार को नियंता बनने की बात सोचना तक नहीं चाहिए। उसे तो सत्य आधारित, तथ्यसंगत तथा तर्क सम्मत निष्पक्ष समाचार देकर निर्णय पाठकों अर्थात जनता-जनार्दन पर छोड़ देना चाहिए। उन्होंने कहा कि अपने आपको नियंता मानने वाला व्यक्ति पत्रकार हो ही नहीं सकता। 

पत्रकारिता और संघर्ष
इस अवसर पर समारोह के अध्यक्ष तथा लोक अभिनंदन समिति के संयोजक प्रदेष के वरिष्ठ पत्रकार तथा माधवराव सप्रे समाचार पत्र संग्रहालय के संस्थापक संयोजक पद्मश्री अलंकृत श्री विजयदत्त श्रीधर ने कहा कि छोटी जगह पत्रकाारिता में ज्यादा संघर्ष करना पड़ता है। श्री अषोक मानोरिया ने 5 दषक तक ऐसा भारी संघर्ष किया है। प्रारंभ के वर्षों में संघर्ष सर्वाधिक होता है। श्री मानोरिया के इस संघर्ष में उनके लिए सबसे बड़ा संबल उनकी धर्मपत्नी श्रीमती सरिता मानोरिया रही हैं। इसीलिए आज उनका भी सम्मान किया जा रहा है। श्री श्रीधर ने कहा कि इस समारोह में इतनी बड़ी संख्या में उपस्थिति तथा दर्जनों संस्थाओं द्वारा श्री मानोरिया के अभिनंदन से उनकी लोकप्रियता सुस्पष्ट है। यही उनकी सबसे बड़ी पूंजी है और यह ऐसी पूंजी है जो जितनी खर्च करो उतनी बढ़ती है। उन्होंने कहा कि श्री मानोरिया युवा पत्रकारों के लिए प्रेरणा स्त्रोत तथा आदर्ष हैं। 

नगराध्यक्ष ने किया लोक अभिनंदन
समारोह में विदिषा नगरपालिका अध्यक्ष श्री मुकेष टण्डन ने नगरपालिका की ओर से श्री मानोरिया का शाल, श्रीफल, स्मृति चिह्न तथा अभिनंदन पत्र भेंटकर भव्य स्वागत तथा आत्मीय अभिनंदन किया। इस अवसर पर श्री टण्डन ने श्री मानोरिया को बड़े व्यक्तित्व के बावजूद अति सहज, सरल, उत्कृष्ट व्यक्ति तथा सर्वथा सफल पत्रकार निरूपित करते हुए कहा कि श्री मानोरिया की सेवाओं की तुलना में यह समारोह बहुत छोटा है। लोक अभिनंदन समिति के संयोजक श्री मुकेष टण्डन ने कहा कि मानोरिया के निर्भीक लेखन से क्षेत्र को दिषा प्राप्त होती रही है। समारोह को पूर्व सांसद श्री प्रतापभानु शर्मा, सिरोंज विधायक श्री गोवर्धन उपाध्याय तथा वरिष्ठ इंका नेता श्री हृदय मोहन जैन ने भी संबोधित करते हुए श्री मानोरिया से संबंधित संस्मरण सुनाए। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ समाजसेवी तथा लोक अभिनंदन समिति के सचिव गोविन्द देवलिया तथा सहसचिव प्रो. संदीप सराफ ने किया। 

कलेक्टर द्वारा छात्रावासों का औचक निरीक्षण, व्यवस्थाओं मेें सुधार लाने के निर्देश

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कलेक्टर श्री अनिल सुचारी ने आज रविवार को गुलाबगंज में संचालित आदिम जाति कल्याण विभाग की तीनों छात्रावासों का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने छात्रावासी विद्यार्थियों से संवाद स्थापित कर शासन द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं का जायजा लिया। छात्रावासों मेें मीनू के आधार पर भोजन बच्चों को नही देने के संबंध में उन्हें शिकायत प्राप्त हुई। संबंधित छात्रावास अधीक्षकों को निर्देशित किया गया कि वे बच्चों को मीनू के अनुसार सुबह नाश्ता और दोनो टाईम खाना दें। छात्रावासों में उपस्थिति कम परलिक्षित होने पर अधीक्षकों को खिलाफ कार्यवाही करने के निर्देश उन्होंने दिए।  जूनियर कन्या छात्रावास की छात्राओं ने बताया कि संस्था की महिला चैकीदार बबली बाई द्वारा समय-समय पर अपशब्दों का उपयोग किया जाता है। कलेक्टर श्री सुचारी ने संस्था की अधीक्षिका कलावती धुव्रे को सख्त हिदायत दी और महिला चैकीदार का स्थानांतरण करने के निर्देश जिला संयोजक को दिए। कलेक्टर श्री सुचारी ने छात्रावास में गंदगी असंतोष जाहिर करते हुए हर रोज साफ-सफाई कराने और छात्रावासी परिसर के पुताई कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिन कक्षो में बच्चियां रह रही है उनमें पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था की जाए। खिड़कियों के टूटे हुए कांचों की मरम्मत दो दिवस के भीतर में कराने के निर्देश दिए गए। कलेक्टर श्री सुचारी ने बालिका सीनियर छात्रावास का भी निरीक्षण किया। उन्होंने बच्चियों से पढ़ाई के संबंध में पूछताछ की। संस्था की बच्चियों द्वारा बताया गया कि कोचिंग पढाने के लिए आने वाले दोनो शिक्षकों को राशि हम संग्रह कर देते है। ततसंबंध में जिला संयोजक को आवश्यक कार्यवाही हेतु निर्देश दिए गए है। कलेक्टर श्री सुचारी ने बालक सीनियर छात्रावास का भी निरीक्षण किया। यहां बच्चों द्वारा खेल सामग्री और कम्प्यूटर दिलाए जाने की मांग की गई। कलेक्टर श्री सुचारी ने छात्रों का आश्वस्त कराते हुए कहा कि खेल सामग्री दो दिवस के भीतर उपलब्ध करा दी जाएगी। उन्होंने कम्प्यूटर का भी शीघ्र प्रबंधन कराए जाने की भी बात कही। 

पुलिस परिवार के लिए सांस्कृतिक और खेल-कूद कार्यक्रम का आयोजन हुआ

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पुलिस अधीक्षक श्री धर्मेन्द्र चैधरी ने बताया कि आज रविवार को पुलिस लाइन में पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों की महिलाओं और बच्चों के लिए सांस्कृतिक और खेल-कूद गतिविधियों का आयोजन किया गया था। बच्चोें के लिए दौड़ प्रतियोगिता आयोजित की गई वही महिलाओं के लिए नींबू रेस, सुई-धागा, रस्साकसी, कुर्सी दौड़ का आयोजन किया गया था। इन प्रतियोगिताओं में पुलिस परिवार के तीन सौ बच्चो एवं महिलाओं ने भाग लिया। विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। सायंकाल सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें बच्चों और महिलाओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया और अपनी प्रतिभाओं को उजागर किया। कार्यक्रम के दौरान पुलिस परिवार के 45 ऐसे बच्चे जो हाई स्कूल एवं हायर सेकेण्डरी परीक्षाओं तथा अन्य क्षेत्रों मंे उच्च स्थान हासिल किया है। उन्हें दो लाख 25 हजार रूपए की छात्रवृत्ति प्रदाय की गई।आयोजन स्थल पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री संजीव सिन्हा, सीएसपी श्री नागेन्द्र पटेरिया समस्त अन्य पुलिस अधिकारी, कर्मचारी और उनके परिवारजन मौजूद थे।

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर 08 जनवरी)

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आचार्य श्री ने पांच हजार रुपये देकर सब से निधि लेकर मन्दिर निर्माण का संकल्प दिलाया

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झाबुआ । धर्म रक्षक सेवा समिति द्वारा झाबूआ जनजागरण पद यात्रा के सातवे दिन पूज्य आचार्य श्री प्रणवानन्द महाराजने कहा- अपने भीतर मानवीय भाव जगावो। एक दूसरे की मदद करो। सब मिलकर  गाव में प्रेम से रहो। कोई आदमी आप को बीमार दिखे उसकी मदद करो। कोई भूखा मिले उसको भोजन कराओ। अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत करो। अपनी कमाई को बचाकर रखो। जीवन में धन की बहुत आवश्यकता है।आप के पास धन हो तो आप के काम आएगा। शराब जैसी बुराइयों में अपने धन को व्यर्थ में बर्बाद मत करो। धर्म बुराईयों से बचाकर हमे आर्थिक मजबूती प्रदान करता है। धर्म हमे व्यर्थ की बुराइयों से बचाकर विकास के रास्ते पर ले जाता है। पूज्य आचार्य श्री ने कहा व्यक्ति को अपने धर्म को छोड़ना नही चाहिए। गुरु गोविंदसिंहजी महाराज के छोटे छोटे बच्चोंने प्राण दिए लेकिन अपना धर्म नही छोड़ा। शिवाजी महाराज के पुत्र संभाजी ने भी प्राण देकर अपने धर्म की रक्षा की। पूज्य आचार्य श्री ने ग्राम बियाडाबरा में भील के घर में रोटी खाई और वही पर निवास किया।विशाल धर्म सभा को संबोधित करते हुए स्वामी जी महाराज ने कहा- हिन्दुधर्म महान परम्पराओं धर्म है।  इसमें करुणा, दया , समत्व आदि गुणों का समावेश है। इन में जातियां अनेक है परन्तु सब का धर्म एक है। यही एकत्व का भाव राष्ट्रिय एकता में बदल जाता है। सभा को पूज्य संत कानुराम जी महाराज, झाबुआ राजकुँवर कमलेन्द्र जी, अमेरिका के विनायक जी, जानूभाई , वालसिंह जी ने सभा को संबोधित किया। विशाल समुदाय के साथ सरपंच फतेह सिंह जी ने आचार्य का स्वागत किया।

हमारे पुरखों ने जो मिल का पत्थर स्थापित किये वे तमाम झंझावातों के बाद भी अक्षुण -सोहन सोलंकी
  • गुरू गोविन्दसिंह के प्रकाशोत्सव पर विश्व हिन्दू परिषद ने आयोजित किया व्याख्यान

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झाबुआ । विश्व हिन्दू परिषद द्वारा  स्थानीय पैलेस गार्डन पर रात्री में गुरू गोविन्दसिंहजी के 350 वे प्रकाश पर्व पर व्याख्यान का अभिनव आयोजन किया गया ।  इसमें बजरंग दल के राष्ट्रीय सह संयोजक बजरंग दल श्री सोहन सोलंकी मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे । आयोजन गुरू गोविन्दसिंह जी के चित्र पर दीप प्रज्वलन के साथ प्रारंभ हुआ । इस अवसर पर क्षेत्रीय संगठन मंत्री विहिप बृजकिशोर भार्गव, राणाजी गिल  एवं दिनेश भूरिया जिलाध्यक्ष विहिप उपस्थित थे । कार्यक्रम का संचालन निखील पंड्या विभाग संयोजक विहिप उपस्थित थे । नगर के बुद्धिजीवियों को मुख्य वक्ता सोहन सोलंकी ने अपने तेजस्वी उदबोधन में कहा कि  गुरू गोविन्दसिंह ने किस प्रकार से अपने देश घर्म और समाज के लिये अपने बेटो का बलिदान किया । उन्होने आगे कहा कि समाज को देश राष्ट्र एवं घर्म की सेवा के लिये सर्दव तत्पर रहना चाहिये  । गुरू गोविन्दसिंह जी ने कभी भी अन्याय के सामने धर्म रक्षा के लिये अपना सिर नही झुकाया ।  श्री सोंलकी ने कहा कि 5118 वर्ष पहले भगवान श्रीकृष्ण ने गीता का सन्देश सुनाते हुए अर्जुन से कहा कि कि हे पार्थ जब जब धर्म की हानि होगी, अन्याय बढेगा तब तब वे किसी ने किसी रूप  में इस धरा पर अवतरित होगें । भारत भूमि वह पवित्र धरा है जहां पर अवतारों के अंश अवतरित होते रहे है । दुनिया का ऐसा कोई भी देश नही है  जो संघर्षो के बाद भी अपने धम्र एवंु स्कृति के लिये हमेशा खडा रहा औ र अपने अस्तित्व को बनाये रखा । भारत ही एक ऐसा देश है जहां  धर्म की रक्षा एवं संस्कृति के लिये लोगो ने संघर्ष कर इसे अक्षुण बनाये रखा । श्री सोलंकी ने कहा कि आज से 1200 साल पहले गुरू मोहम्मद कासिम के आक्रमण के समय सर्दव लोगों ने धर्म की रक्षा के लिये  बलिदान दिया है । दुर्भाग्य है कि आज इतिहास में ऐसे महापुरूषो ं को छिपाया गया है , उनकी गौरव गाथाओं से हमे वंचित रखा गया है । उन्होने आगे कहा कि हमारे पुरखों ने जो मिल का पत्थर स्थापित किया था वह तमाम झंझावातों के बाद भी आज भी अक्षुण है । सिकंदर रहा हो या मुगल ऐसे समय में चाणक्य, चंद्रगुप्त, राणा प्रताप,शिवाजी, जो हमारे प्रेरणा स्त्रोत रहे है उन्हे इतिहास में भुलाने का प्रयचास हुआ है और अग्रेजों के गाडे पत्थरों की लिक पर ही हम चल रहे थे । अब समय की मांग है कि हमारे ऐसे महा पुरूषों को स्मरण करने के लिये उनकी जीवन गाथाओं की जनज न तक जानकारी हो । उन्होने आगे कहा कि इतिहास पढने पर हमे गर्व हो ऐसा वातावरण बनाने की अब जरूरत है  औ र इस पर प्रत्येक हिन्दू को गर्व होना चाहिये । गुरू गोविन्द्रसिंह जी 350 वी जयंती पर हमारा सन्देष यही है कि पाश्चात इतिहास की बजाय देश के स्वर्णीम इतिहास से प्रेरणा लेकर धर्म रक्षा के लिये प्रत्येक भारतीय तत्पर रहे । कार्यक्रम का संचालन करते हुए निखील पण्ड्या ने कार्यक्रम की रूपरेख प्रगस्तु की । विहिप के जिलाध्यक्ष दिनेश भूरिया ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए हिन्दु स्कृति को अक्षुण बनाये रखने के लिये सभी से आव्हान किया । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि का स्वागत  जिला उपाध्यक्ष सुनील भट्ट, कृष्णालाल शाह द्वारा किया किया । आभार जिला मंत्री अन्तिम शर्मा द्वारा व्यक्त किया गया ।

धर्मान्तरण को रोकने के लिये  सेवा कार्यो के माध्यम से पूरे मनोवेग से करे कार्य

  • विष्वहिन्दू परिषद की मालवा प्रांत  बैठक का हुआ आयोजन
झाबुआ । विश्व हिन्दू परिषद के पचास बरसों के इतिहास में मालवा प्रांत की बैठक शगुन गार्डन में प्रथम बार आयोजित की गई । जिसमें केन्द्रीय , क्षेत्रीय एवं प्रांतीय स्तर के अधिकारी उपस्थित रहे । इस मालवा प्रांत बैठक में 27 जिलों के जिला समिति के अपेक्षत पदाधिकारी उपस्थित रहें । विहिप के  पदाधिकारियों द्वारा आगामी कार्यक्रमो की योजना की जानकारी दी गई तथा विगत वर्ष हुए विहिप के कार्यक्रमों की रूपरेखा की विस्तार से जानकारी दी । तथा संगठन के सुदृढीकरण के लिये  आवश्यक मार्गदर्शन दिया गया । इस अवसर पर जगन्नाथ साही केन्द्रीय उपाध्यक्ष विहप, खुमसिंह महाराज,, क्षेत्र संगठन मंत्री दिनेश उपाध्याय, बजरंग दल के राष्ट्रीय संयोजक सोहन सोलंकी, क्षेत्रीय सगठन मंत्री बृज किशोर भार्गव, तथा कार्यक्रम के संचालनकर्ता प्रांतीय संगठन मंत्री नंदकिशोर उपाध्याय विशेष रूप  से  उपस्थित थे । बैठक में संगठनात्म गतिविधियों प8र विस्तार से चर्चा की गई थी,विहिप धार-झाबुआआलीराजपुर के विभागीय संगठन मंत्री दीपक मकवाना ने जिले में चल रही गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी । इस अवसर पर दिनेश उपाध्याय ने अपने उदबोधन में केन्द्रीय गतिविधियों के बारे मे विस्तार से जानकारी देते हुूए सभी से पूरे मनोवेग के साथ कार्य करने का आव्हान किया । जगन्नाथ साही ने अपने प्रेरक ओजस्वी उदबोधन में विश्व हिन्दू परिषद द्वारा झाबुआ जिले में बृहद योजना के माध्यम से कार्य करने की जानकारी देते हुए जिले में धर्मान्तरण को स?रोकने के लिये  एक जूटता के साथ सेवा कार्यो के माध्यम से कार्य करने के लियें आव्हान किया ।

निकाय चुनाव में भाजपा की जीत पर की आतिषबाजी

झाबुआ। अमरकंटक, हरदा और मांडू नगर निकाय में भारतीय जनता पार्टी को मिली भारी जीत पर भारतीय जनता पार्टी जिला झाबुआ ने खुषी व्यक्त करते हुए राजवाडा चैक पर आतिषबाजी कर मिठाई बांटी। भाजपा जिलाध्यक्ष दौलत भावसार ने कहा कि हरदा में 35 में से 30 वार्ड, मांडव में 15 में से 11 वार्ड और अमरकंटक में 15 में से 11 वार्ड के साथ साथ तीनों ही स्थानों पर भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जीताकर जनता ने भारतीय जनता पार्टी के विकास कार्यो को भरपूर आशीर्वाद दिया है। यह जीत कांग्रेस के उस दुष्प्रचार को भी तगड़ा झटका है जिसमें वह नोटबंदी सहित अन्य विषयों को लेकर देश भर में वातावरण खराब करने का प्रयास कर रही है। नगरीय निकायों के इन चुनाव परिणामों के बाद भी यदि कांग्रेस में थोड़ी बहुत नैतिकता बची हो तो उसे अपने कार्यकलापों पर आत्ममंथन जरूर करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार के प्रति जनता के बढ़ते विश्वास और पार्टी के कार्यकर्ताओं के कठोर परिश्रम का ही प्रतिफल है कि हम निरंतर एक के बाद दूसरा चुनाव जीत रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चैहान के नेतृत्व में देष व मध्यप्रदेश निरंतर चहुंमुखी विकास की ओर अग्रसर है। इस अवसर भाजपा जिला उपाध्यक्ष ओमप्रकाष राय, नगर मंडल प्रभारी एवं जिला मंत्री गोपाल सिंह पंवार, जिला मंत्री सावित्री मेड़ा, वरिष्ठ नेता रमेश शर्मा, ओमप्रकाष शर्मा, भंवर बिलवाल, नगर मंडल महामंत्री विनोद मेड़ा, नगर मंत्री राजा ठाकुर, योगेश नाहर, नगर मंडल उपाध्यक्ष अंकुर पाठक, विशाल शर्मा, श्रीमती निर्मला अजनार, श्रीमती रमिला निनामा, आईटी सेल जिला प्रभारी नयन टवली आदि उपस्थित थे। 

विधायक श्री बिलवाल ने किया तीन दिवसीय वार्षिकोत्सव का शुभारम्भ  

पिटोल । प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी पिटोल हायर सेकेण्ड्रªी स्कुल के वार्षिकोत्सव में मुख्य अतिथी झाबुआ विधानसभा क्षैत्र के लोकप्रिय विधायक श्री शांतिलाल बिलवाल के मुख्य आतिथ्य में हुआ। सर्वप्रथम स्कुल कि बालिकाओ के द्वारा अतिथीयो को तिलक लगााकर स्वागत किया गया।इसके पश्चात् माॅ शारदा के स्वरूप पर माल्यापर्ण एवं दिप प्रजवल्लीत कर कार्यक्रम का विधीवत शुभारम्भ किया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथी श्री शांतिलाल बिलवाल विधायक , श्री दौलत भावसार भाजपा जिलाध्यक्ष , श्री शैलेष दुबे बाल कल्याण समिती के अध्यक्ष के साथ पिटोल के सरपंच श्री काना गुण्डीया महेद्र सिह ठाकुर मण्डल अध्यक्ष हुरू भुरीया , मण्डी सदस्य बहादूर हटीला , स्कुल प्राचार्य वर्षा चोरे , प्रभारी प्रार्चाय महेश जैन , छात्र संघ अध्यक्ष कु़. गीता बबेरीया ने मंच पर अपना स्थान ग्रहण किया इसके पश्चात् अतिथीयो का पुष्प मालाओ से स्कुल स्टाफ के द्वारा स्वागत किया गया एवं छात्र संघ के सदस्यो के द्वारा अतिथीयो को बेच लगाया गया। वही स्वागत भाषण प्राचार्य वर्षा चोरे द्वारा दिया गया। स्कुल का वार्षिक प्रतिवेदन प्रभारी प्राचार्य महेश जैन द्वारा किया गया जिसमें वर्ष 2016-2017 में हायर सेकेण्ड्रªी का परिणम 95 प्रतिशत एवं हाईस्कूल का परिणाम 93 प्रतिशत रहा साथ ही वर्ष 2017 में 100 प्रतिशत स्कुली परिणाम देने कि बात कहि गयी । वही 2016 के स्कुल के बच्चो का चयन श्रम्म् कि परिक्षा में हूआ। स्कुल के दोनो छात्र राजु पानसिंह एवं पंकज मन्नुसिंह का चयन इन्दौर इन्जीनीयरींग कालेज मंे हो गया , वही स्कुल के छात्र खेल गतिविधीयो में राष्ट्रªीय स्तर के खीलाडी तैयार हुए जिसमें संस्था के छात्र विनेश कमेश का चयन राज्य स्तरीय कबड्डी एवं मुख्यमंत्री ट्रªाफी में संभाग स्तर पर हुआ एवं अंकित तोलसिंग भाभर का चयन किक बाॅक्सिंग प्रतियोगीता में राज्य स्तर पर चयन हुआ , वही अलकेश भाभर का राज्य स्तरीय खेल प्रतियोगीता में चयन हुआ इन उपल्बधीयो के साथ प्रभारी प्राचार्य द्वारा विधायक के सामने हायर सेकेण्ड्रªी भवन पुर्णत; जर्जर होकर गीर ने कि स्थिती में है जिससे कभी भी जान माल नुकसान हो सकता है इसलिए नवीन भवन माॅग रखी।

अतिथीयो ने बच्चो को किया सम्बोधित -
सर्वप्रथम श्री दौलत भावसार ने बच्चो कि प्रतियोगियो के साथ बच्चो , बलीका शिक्षा पर जोर देते हुए आगे बढने के लिए प्रोत्साहीत किया , वही शैलेष  दुबे द्वारा कठीन परिस्थीतीयो में पढाई कर आगे बढनंे कि प्ररणा दी , मुख्य अतिथी श्री शांतिलाल बिलवाल द्वारा बच्चो को पढने एवं आगे बढने का उद्बोधन दिया तथा स्कुल भवन कि माॅग को तुरंत पुरा करने का आश्वासन के साथ ही तुरंत लोक निर्माण विभाग के इन्जीनीयर श्री यादव सा. को तुरंत भवन के मुआयने के लिए बुलाया एवं श्री यादव द्वारा पिटोल आकर स्कुल भवन देखकर स्थीति बनायी , वही पिटोल सरपंच काना गुण्डीया द्वारा सबको साथ मिलकर आगे बढने का कहा। वही दूसरे दिन  दिनांक 8 जनवरी को स्कुल में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमो की प्रस्तुती दि गई जिसमें स्कुल के बालक , बालिकाओ के द्वारा एक से बढकर एक रंगारग प्रस्तुती दि गई जिसमें स्कुल के सभी छात्र छात्राओ में काफी उत्साह रहा इस कार्यक्रम का संचालन श्रीमति प्रियंका नायक द्वारा किया गया एवं आभार मुख्य परामर्श दाता पुरणसिंह केवडा द्वारा किया।

तीनो बालको को ट्रªाफी से सम्मानित किया गया -  
विधायक बिलवाल ने स्कुल के खेल शिक्षक श्री चेतन परमार के अनुुरोध पर अंकित , अजकेश एवं विनेश का मंच अतिथीयो के द्वारा ट्रªाफी के साथ सम्मान किया एव विधायक द्वारा विधायक निधी से तीनो खीलाडीयो को 5-5 हजार रूपये देने कि घोषणा कि गई।

गौरव सक्सेना शहर कांग्रेस कमेटी के कार्यवाहक अध्यक्ष नियुक्त

झाबुआ। पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं क्षेत्रीय सांसद कांतिलाल भूरिया ने आज क्षेत्र के वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं की अनुशंसा पर जिला कांग्रेस अध्यक्ष निर्मल मेहता ने गौरव सक्सेना को शहर कांग्रेस कमेटी का कार्यवाहक अध्यक्ष नियुक्त किया। उनसे अपेक्षा कि है कि आप अपने क्षेत्र में शहर कांग्रेस पदाधिकरी एवं विभिन्न मोर्चा संगठन के पदाधिकारियों, नेताओं, कार्यकर्ताओं से आपसी समन्वय स्थापित कर झाबुआ शहर में शहर कांग्रेस संगठन को मजबूत बनाये जाने में पूर्ण योगदान देंगे। उनकी नियुक्ति पर जिला कांग्रेस अध्यक्ष निर्मल मेहता, कार्यवाहक अध्यक्ष सुश्री कलावती भूरिया, युवा नेता डाॅ0विक्रांत भूरिया, वरिष्ठ कांग्रेस नेता रमेश डोशी, प्रवक्ता हर्ष भट्ट, आचार्य नामदेव, ब्लाॅक कांग्रेस अध्यक्ष हेमचंद्र डामोर, शहर कांग्रेस अध्यक्ष बंटु अग्निहोत्री, लोकसभा युथ कांग्रेस अध्यक्ष आशीष भूरिया, जिला पंचायत उपाध्यक्ष चंद्रवीरसिंह लाला, जनपद सदस्य शंकर भूरिया, एनएसयूआई जिलाध्यक्ष विनय भाबोर, कांग्रेस नेता जितेन्द्र प्रसाद अग्निहोत्री, अलीमुद्दीन सैयद, विजय भाबोर, जय मुनिया, ऋषी डोडियार, वसीम सैयद, बबलु कटारा, प्रशांत बामनिया, गोपाल शर्मा, महिला नेत्री शायरा बानो, मालू डोडियार, शीला मकवाना, पार्षद वरूण मकवाना, अविनाश डोडियार, धुमा डामोर, राशिद खाॅन, कालम शेख, आदि ने हर्ष व्यक्त करते हुए शुभकामनाएं दी।

दुमका : 15 से 23 जनवरी 2017 तक स्व0 प्रमोद कुमार लाल मेमोरिलय टी-20 क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन

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  • पहली दफा उप राजधानी दुमका में पूरी भव्यता के साथ आयोजित होगा त्रिराज्यीय टी-20 क्रिकेट टूर्नामेंट

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दुमका (अमरेन्द्र सुमन ), पहली दफा दुमका के गाँधी मैदान में झारखण्ड, बिहार व प0 बंगाल की टी-20 क्रिकेट टूर्नामेंट के लिये युवा क्रिकेट टीमों का जमावड़ा 15 जनवरी 2017 से देखने को मिलेगा। स्वर्गीय प्रमोद कुमार लाल मेमोरियल टी-20 क्रिकेट टूर्नामेंट के सफल संचालन के लिये दुमका के गांधी मैदान में पिछले 1 सप्ताह से मैदान समतलीकरण के साथ-साथ अन्य निर्माण कार्य युद्धस्तर पर जारी है। टूर्नामेंट की तैयारियों के बाबत दिन रविवार (08 जनवरी 2017) को  क्षेत्रीय उपनिदेशक जनसम्पर्क की अध्यक्षता में सूचना भवन, दुमका में एक बैठक आहूत की गई थी। उक्त अवसर पर  खिलाड़ियों के आवासन सहित भोजन, आवागमन, मैदान की तैयारी, पुरस्कार वितरण इत्यादि विविध मसलों पर विस्तार से चर्चा की गई। टूर्नामेंट को भव्य व सफल बनाने के लिये इससे जूड़े सदस्यों से बेहतर से बेहतर प्रयास की अपील की गई।  बाहर से आने वाले खिलाड़ियों को बेहतर से बेहतर सुविधायें मुहैया करवाई जा सके इसके लिये विभिन्न स्तरों पर गंभीर चर्चाएँ की गई। 9 दिनों तक चलने वाले इस टूर्नामेंट के प्रचार-प्रसार की व्यापक व्यवस्था पर भी सदस्यों के बीच एकमत बनाने का प्रयास किया गया। टूर्नामेंट में झारखण्ड, बिहार व पश्चिम बंगाल की कुल सोलह टीमें भाग लेगीं। अन्य प्रमुख  टीमों में दुमका, जामताड़ा, देवघर, साहेबगंज, गोड्डा, पाकुड़, जमशेदपुर, रांची, धनबाद, बोकारो, गिरिडीह, कोलकाता, आसनसोल, बर्धमान व  भागलपुर शामिल है। स्व0 प्रमोद कुमार लाल मेमोरियल टी-20 क्रिकेट टूर्नामेंट के आयोजन के मद्देनजर जिला खेलकूद संघ के सचिव उमाशंकर चैबे ने कहा कि टूर्नामेंट में विजेता टीम को बतौर सम्मान 1 लाख की राशि व उप विजेता टीम को 51 हजार रुपये की नकद राशि से पुरस्कृत किया जायेगा। उन्होंने यह भी कहा कि मैन आॅफ द सिरिज को 10 हजार व  बेस्ट बाॅलर, बेस्ट बैट्समैन तथा फाइनल के मैन आॅफ द मैच को 5-5 हजार रुपये सम्मानस्वरुप नकद दिया जायेगा। 15 जनवरी को मैच उद्घाटन के दिन व 23 जनवरी को मैच समापन के दिन एक-एक मैच व शेष दिनों में दो-दो 20-20 ओवरों के मैच आयोजित किये जायेंगे। उद्घाटन समारोह में भारतीयम सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया जायेगा। इस अवसर पर टूर्नामेंट के सफल संचालन हेतु एक अयोजन समिति गठित की गई। उद्घाटन एवं समापन समिति में बी.बी. गुहा, रंजन कुमार पाण्डेय एवं मो0 अकबर को जिम्मेवारी सौंपी गई है। पुरस्कार वितरण समिति में वरूण कुमार, निमाय कान्त झा एवं उज्जवल कुमार को रखा गया है। मीडिया का काम मदन कुमार संभालेगें। स्वागत समिति में जटाशंकर झा, बंशीधर पंडित व राजीव को जिम्मेवारी दी गई है। आवासन समिति में गोविन्द प्रसाद व अरविन्द कुमार को रखा गया है।  वित्त समिति में राजकिशोर साह व बादल चक्रवर्ती कार्यों का दायित्व संभालेगें। खेल संचालन समिति में ललित पाठक, रविकान्त झा, विद्यापति झा व दीपक कुमार झा। मैदान निर्माण समिति में दीपक कुमार सिंह, मो0 मुकिम अंसारी, मो0 शहनवाज, मोहसीन, राजा बाबु एवं राजीव। भोजन समिति में अशोक कुमार राउत, विभीषण राउत, मिट्ठु यादव व मो0 अन्जुम, अम्पायर समिति में बादल चटर्जी है। बैठक में क्षेत्रीय उप निदेशक जनसम्पर्क अजय नाथ झा, जिला खेलकूद संघ के सचिव उमाशंकर चैबे, जिला पर्षद के उपाध्यक्ष बिनोद कुमार लाल, गोविन्द प्रसाद, जटाशंकर झा, रविकान्त झा, बरूण कुमार, ललित पाठक, मदन कुमार विद्यापति झा, विपिन जायसवाल, निमाय कांत झा, दीपक कुमार झा, बंषीधर पंडित, विभिषण राउत, मो0 मुकिम अंसारी, मो0 शहनवाज, उज्जवल कुमार, महेशराम चंद्रवंशी, राजकिशोर गुप्ता इत्यादि उपस्थित थे।

विशेष आलेख : चुनावी राजनीति बनाम भारतीय लोकतंत्र

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जिस रोज भारत का सर्वोच्च न्यायालय फैसला दे रहा था कि धर्म, जाति, समुदाय, भाषा के नाम पर वोट मांगना गैरकानूनी है उसी दिन लखनऊ में बीजेपी की रैली थी और वहां उत्तर प्रदेश के बीजेपी अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य "जय श्री राम"का नारा लगाते हुए नजर आ रहे थे. उसके अगले दिन बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस में उत्तरप्रदेश के मुसलामानों को गणित समझा रही थीं कि उन्हें बसपा को क्यों वोट देना चाहिए.इस हफ्ते के अन्दर ही अपने जहरीले बयानों के लिए कुख्यात भाजपा सांसद साक्षी महाराज का बयान भी आ गया जिसमें उन्होंने कहा कि ‘जनसंख्या में बढ़ोतरी हिंदुओं की वजह से नहीं हो रही है. यह उस समुदाय की वजह से हो रही है, जो चार पत्नियां और 40 बच्चे पैदा कर सकते हैं.’ दरअसल भारतीय राजनीति की यही हकीकत है, समस्या सिर्फ राजनीति में धर्म और जाति के उपयोग का नहीं है बल्कि हमारी पूरी चुनावी राजनीति ही जाति और धर्म के आधार पर परिभाषित होती है.

भारत विविधताओं से भरा एक पुरातन सभ्यता है. इस महादेश में कई भाषाएं, धर्म और क्षेत्र हैं. जातिगत व्यवस्था तो जैसे इस देश की आत्मा ने आत्मसात कर लिया है.लेकिन इन सबके साथ ही भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्रिक देश भी है. 26 जनवरी 1950 को जब भारत का संविधान लागू हुआ तो इसने नागरिक होने के आधार पर सभी भारतीयों को बराबरी का दर्जा दिया, असमानताओं से पटे इस पुरातन देश में शायद ऐसा पहली बार हुआ था. अब अलग-अलग धर्म,जाति,उपजाति,लिंग,वर्ग और क्षेत्र के होने के बावजूद सभी भारतीय एक नागरिक के तौर पर सामान थे जिसकी गारंटी कोई और नहीं बल्कि भारत का संविधान देता है. आजादी के बाद भारत के निर्माताओं द्वारा आधुनिक और बहुलतावादी लोकतान्त्रिक शासन व्यवस्था को अपनाया गया लेकिन जिस भारतीय समाज में इसे अपनाया गया वह सामंती,अलोकतांत्रिक और गैरबराबरी आधारित पुराने मूल्यों में रचा बसा समाज था. नतीजे के तौर पर हमें आधुनिक भारतीय राज्य और समाज के बीच अंतर्विरोध देखने को मिलते हैं. आजादी के जिस परम्परावादी भारतीय समाज में आधुनिक राजनीतिक संस्थाओं की स्थापना की गयी थी उसने कई मामलों में आधुनिक लोकतान्त्रिक संस्थाओं के सामने हथियार डालते हुए समझौता कर लिया है और कुछ मामलों में खुद को उनके अनुसार ढाल लिया है जैसे अब सत्ता के लिए चुनाव तो होते हैं लेकिन चुनावी राजनीति का तरीका और व्यवहार पुराना है. 

आजादी के सत्तर सालों के बाद भी हमारे देश में नागरिकता का दायरा बहुत सीमित है और इस पर जाति, धर्म, लिंग जैसी परम्परागत पहचानें हावी हैं. लोकतंत्र का यह खालिश भारतीय माडल है जहाँ एक तरफ लोकतान्त्रिक व्यवस्था में खुदमुख्तार संसदीय व्यवस्था, चुनाव आयोग,स्वतंत्र न्यायपालिका जैसी संस्थायें अपनी जड़ें जमा चुकी है और दूसरी तरफ समाज में जातीय-धार्मिक समूह और संगठनों का बोलबाला है जो जाहिर है राजनीति को भी प्रभावित करते हैं. 

इसलिए हम देखते हैं कि भारतीय राजनीति अपने स्वरूप में तो आधुनिक है लेकिन व्यवहार में पुरातन. ‘जब बड़ा पेड़ गिरता है तो धरती हिलती है’ और 'हर क्रिया की विपरीत प्रतिक्रिया होती है'जैसे बात कहने वाले लोग प्रधानमंत्री पद तक पहुँच जाते हैं. एक राजनीतिक पार्टी द्वारा समाज में धार्मिक आधार पर समाज के ध्रुवीयकरण के लिए पूरे देश में “रथ यात्रा” निकला जाता है जो आगे चलकर आजाद भारत का सबसे बड़ा आन्दोलन बनता है. यही पार्टी खुले आम अपने चुनावी घोषणा पत्र में मंदिर बनाने का वादा करती है. एक दूसरा राष्ट्रीय दल शाहबानों का फैसला पलटने और बाबरी मस्जिद का ताला खुलवाने का कारनामा एक साथ ही अंजाम दे डालता है. चुनाव में नागरिकों के जीवन से जुड़े हुए आम मुद्दे नहीं बल्कि मंदिर-मस्जिद, 'लव जेहाद', गौरक्षा, हिन्दू राष्ट्रवाद जैसे मुद्दे हावी रहते हैं, चुनावों के दौरान नफरती भाषणों की बाढ़ सी आ जाती है, बाकायदा जातीय हिंसा और दंगे कराए जाते हैं. शाही इमामों द्वारा वोटो का सौदा किया जाता है और सियासतदान सत्ता प्राप्त करने के लिए जातीय संगठनों का उपयोग करते हैं. इसकी कीमत नागरिक चुकाते हैं इसलिए जब किसी खाप पंचायत या मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड द्वारा नागिरकों के व्यक्तिगत अधिकारों का हनन होता है तो सत्ता में बैठे लोग इन्हें संरक्षण देते हैं.  

इस सन्दर्भ में सुप्रीम कोर्ट का हालिया फैसला बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है जिसमें कहा गया है कि ‘चुनाव एक धर्मनिरपेक्ष अभ्यास है और धर्म, जाति, भाषा के आधार पर वोट नहीं मांगा जा सकता है.’ दरअसल सुप्रीम कोर्ट में इस संबंध में एक याचिका द्वारा सवाल उठाया गया था कि धर्म और जाति के नाम पर वोट मांगना जन प्रतिनिधित्व कानून के तहत गलत चलन है या नहीं. वैसे जनप्रतिनिधित्व कानून की धारा 123 (3) पर बहस पुरानी है. साल 1995 में जस्टिस जे.एस. वर्मा की अध्यक्षता वाली 3 जजों की बेंच का एक फैसला आया था जिसमें हिंदुत्व को एक जीवनशैली बताते हुए कहा था कि हिंदुत्व के नाम पर वोट मांगने को हिन्दू धर्म से नहीं जोड़ा जा सकता. 

बहरहाल लोकतंत्र केवल राजनीतिक व्यवस्था नहीं है. मजबूत लोकतंत्र के लिए समाज का लोकतांत्रिकरण भी उतना ही जरूरी है. समाज में संविधान के इस मूलभूत विचार का स्थापित होना जरूरी है कि भले ही देश में जाति, धर्म, वर्ण, वंश, धन, लिंग आदि के आधार पर भिन्नता होने के बावजूद एक भारतीय नागरिक के तौर पर सभी को सामान अधिकार मिले हुए हैं. तमाम टकराहटों के बावजूद अगर भारत में लोकतंत्र की जडें मजबूत हो सकी हैं तो इसका प्रमुख कारण इसके बहुलवाद सवरूप का होना है. जो अपने आप में सभी भारतीयों को समेत लेता है. यही विचार हमें एक कामयाब लोकतंत्र बनाये हुए हैं. 

पिछले सत्तर सालों में हम दुनिया के सामने यह साबित करने में कामयाब रहे हैं कि एक निरक्षरता,ग़रीबी के शिकार, विविधता भरे देश में लोकतंत्र चल सकता है. आज हमारी चुनौती लोकतंत्र के राह पर अपनी गति बनाये रखने और आगे बढ़ने की है. सुप्रीम कोर्ट की हालिया टिपण्णी को इसी नजर से देखना चाहिए. बाबा साहेब अम्बेडकर ने कहा था कि ‘सामाजिक स्‍वतंत्रता के बिना संविधान द्वारा नागिरकों को दिए गये कानूनी हक बेमानी रहेंगें.’ हमेशा की तरह वे सही थे हमें समाज के लोकतांत्रिकरण की दिशा में आगे बढ़ना होगा. 





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जावेद अनीस 
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उत्तर प्रदेश : यूपी वालों, चाहो तो देश बचा लो!

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नोटबंदी के खिलाफ राजनीतिक मोर्चाबंदी का चेहरा ममता बनर्जी का रहा है।नोटबंदी के खिलाफ शुरु से उनके जिहादी तेवर हैं।हम शुरु से चिटफंड परिदृश्य में दीदी मोदी युगलबंदी के तहत 2011 से बंगाल में तेजी से वाम कांग्रेस के सफाये के साथ आम जनता के हिंदुत्वकरण के परिप्रेक्ष्य में चेताते रहे हैं कि संघ परिवार के दोनों हाथों में लड्डू है।हिंदुत्व के कारपोरेट एजंडा के लिए सत्ता पक्ष का नेतृ्तव संघी है तो विपक्ष का चेहरा भी नख से शिख तक केसरिया है।केसरिया देशभक्ति ,भ्रष्टाचार विरोधी नोटबंदी के जरिये डिजिटल कैसलैस इंडिया में कंपनी कारपोरेट राज का सफाया है तो नोटबंदी के खिलाफ यह फर्जी जिहाद भी संगीन की नसबंदी है।दीदी ने आखिरकार साबित कर दिया कि उन्हें तकलीफ सिर्फ संघ परिवार की सरकार के मौजूदा मुखिया से है,संघपरिवार या उसके हिंदुत्व एजंडे का लवे किसी भी स्तर पर विरोध नहीं करती।उनने कारपोरेट वकील अरुण जेटली या संघ के संगठन सिपाहसालार राजनाथ सिंह या राममंदिर आंदोलन के महाप्रभु लौहपुरुष लालकृष्ण आडवाणी को प्रधानमत्री बनाने की पेशकश की है।अमित शाह को शिकायत हो सकती है कि दीदी ने उनका नाम क्यों नहीं लिया। इसीतरह अरविंद केजरीवाल भी मोदी के बजाय खुद प्रधानमंत्री या अमित शाह के बजाय खुद संघ परिवार की राजनीति का चेहरा बन जायें तो हिंदुत्व के एजंडे से उऩके आरक्षण विरोधी मुक्तबाजारी राजनीति को कोई परहेज नहीं है।

नीतीश कुमार,बीजू पटनायक या चंद्रबाबू नायडु के मौसम चक्र का जलवायु समझना बहुत मुश्किल है और वे अपनी अपनी राजनीतिक मजबूरियों के बावजूद संघ परिवार से नत्थी हैं।सिर्फ लालू प्रसाद यादव का संग परिवार से कभी कोई तालमेल नहीं है। मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव ने संघ परिवार के हर फैसले को यूपी में संघ परिवार के सूबों की सरकारों से ज्यादा मुश्तैदी से लागू किया है।समाजवादी और बहुजन पार्टी की सर्वोच्च प्राथमिकता यूपी की सत्ता पर काबिज होना है।चुनाव से पहले गठबंधन हुआ नहीं है,लेकिन जरुरत पड़ी तो उन्हें संघ परिवार की मदद से सरकार बनाने में कोई हिचक नहीं होगी। हम बार बार लिख रहे हैं कि राजनीति आम जनता के खिलाफ लामबंद है और राजनीति में आम जनता के हकहकूक की लड़ाई की कोई गुंजाइश नहीं है।न आम जनता की निरंकुश सत्ता और फासिज्म के राजकाज के किलाफ अपनी कोई राजनीतिक मोर्चाबंदी है।सर्वदलीय सहयोग और सहमति से नरसंहार संस्कृति का यह वैश्विक मुक्तबाजार है।इस पर तुर्रा यह कि बहुजन पढ़े लिखे लोगों को इस कारपोरेट हिंदुत्व के नरसंहार कार्यक्रम से कोई ऐतराज नहीं है।वे जैसे मुक्तबाजार के खिलाफ खामोश रहे हैंं, वैसे ही वे नोटंबदी के खिलाफ भी खामोश हैं। गौरतलब है कि यूपी के किसानों ने भारत के महामहिम राष्ट्रपति से मौत की भीख मांगी है।किसानों को अब इस देश में मौत ही मिलने वाली है।तो कारोबारियों को भी मौत के अलावा कुछ सुनहला नहीं मिलने वाला है।

हमने पहले ही लिखा हैः
नोटबंदी का नतीजा अगर डिजिटल कैसलैस इंडिया है तो समझ लीजिये अब काले अछूतों,पिछड़ों,आदिवासियों और अल्पसंख्यकों का अब कोई देश नहीं है।वे आजीविका,उत्पादन प्रणाली और बाजार से सीधे बेदखल है और यह कैसलैस या लेस कैश इंडिया नस्ली गोरों का देश है यानी ऐसा हिंदू राष्ट्र है जहां सारे के सारे बहुजन अर्थव्यवस्था से बाहर सीधे गैस चैंबर में धकेल दिये गये है। इधर यूपी के विभिन्न हिस्सों से रोजाना पाठकों के फोन आने लगे हैं।समाजवादी महाभारत के बावजूद पिछले दिनों हमें यूपी के मित्रों ने आश्वस्त किया है कि पहले जो हुआ सो हुआ,अब यूपी की जमीन पर हिंदुत्व का एजंडा कामयाब होने वाला नहीं है।उनके मुताबिक मीडिया के सर्वेक्षण में भले ही निरंकुश सत्ता की बढ़त दीख रही हो,दरअसल जमीन के चप्पे चप्पे पर तानाशाह को हराने की पूरी तैयारी है और आम जनता यूपी की सरजमीं पर नोटबंदी नरसंहार का मुंहतोड़ जवाब देगी। गोरखपुर के एके पांडे ने कल बाकायदा चुनौती दी कि अगर छप्पन इंच का सीना है तो यूपी का चुनाव नोटबंदी के मुद्दे पर लड़कर देख लें तो डिजिटल इंडिया का हाल मालूम हो जायेगा। इतना बड़ा कलेजा है तो एक लाख स्वयंसेवकों को उतारकर गाय भैंसों को आधार नंबर काहे बांट रहे हैं,यूपी वाले सवाल कर रहे हैं। फर्क बस यही है कि ढोर डंगरों के वोट नहीं होते और मनुष्यों के सींग नहीं होते।गायभैंसों के आधार नंबर से हिंदुत्व के वोट नहीं बड़ने वाले हैं और गनीमत है कि सींग नहीं हैं तो आम जनता के धारदार सींग से राजनेताओं के लहूलुहान हो जाने की भी आशंका नहीं है। यूपी से मिले फोन पर आसंका यही जताई जा रही है कि अगले चुनाव में बहुमत किसी को नहीं मिलने वाला है।ऐसे में समाजवादी और बहुजन पार्टी में जिसे भी सीटें ज्यादा मिलेंगी,उसे समर्थन देकर यूपी पर इनडायरेक्ट राज करेगा संघ परिवार।

हम सबसे यही कह रहे हैंः

यूपी वालों चाहो तो देश बचा लो!
कांग्रेस और भाजपा के सत्ता से बाहर हो जाने से यूपी में राममंदिर और हिंदुत्व की राजनीति की हवा निकल गयी है।दंगा कराने में सियासत को कामयाबी नहीं मिल रही है।

हम यूपी वालों से कह रहे हैंः
दंगाबाजों को सत्ता से बाहर धकेलो।
मैं उत्तराखंडवासी हूं लेकिन जनमजात मैं भी यूपी वाला हूं।यूपी बोर्ड से हमने हाईस्कूल और इंटर की परीक्षाएं पास की हैं।हमारे कोलकाता चले आने के बाद उत्तराखंड अलग बना है।यूपी की राजनीतिक ताकत सबसे बड़ी है।

यूपी का दिल भी सबसे बड़ा है।
हम अपने अनुभव से ऐसा कह रहे हैं।यह कोई हवा हवाई बात नहीं है।नैनीताल और पीलीभीत,रामपुर बरेली,बहराइच,लखीमपुर खीरी,बिजनौर,मेरठ,बदायूं,कानपुर जैसे यूपी के जिलों में दंडकारण्य के बाद सबसे ज्यादा विभाजनपीड़ित बंगालियों कहीं भी यूपी में को बसाया गया है।कहीं भी यूपी में बंगाली शरणार्थियों से भेदभाव की शिकायत नहीं मिली है।बल्कि उत्तराखंड बनने के बाद वहां पहली बार सत्ता में आते ही भाजपा की सरकार ने बंगाली शरणार्थियों को बारत का नागरिक मानने से इंकार कर दिया था।वहां भी उत्तराखंड की जनता ने शरणार्थियों का कदम कदम पर साथ दिया है। यूपी में ही सामाजिक बदलाव की दिशा बनी है।यूपी ने ही बदलाव के लिए बाकी देश का नेतृत्व किया है तो अब यूपी के हवाले है देश।देश का दस दिगंत सर्वनाश करने के लिए सिर्प यूपी जीतने की गरज से अर्थव्यवस्था के साथ साध करोड़ों लोगों को बेमौत मारने का जो चाकचौबंद इंतजाम किया है संघ परिवार ने,उसके हिंदुत्व एजंडे का प्रतिरोध यूपी से ही होना चाहिेए।यूपी वालों के पास ऐतिहासिक मौका है प्रतिरोध का।

यूपी वालों,देश आपके हवाले हैं।





(पलाश विश्वास)

कपिल के शो में दिखेगा ‘रियल दंगल गल्र्स का धाकड़ अंदाज’..

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कपिल के शो में दिखेगा ‘रियल दंगल गल्र्स का धाकड़ अंदाज’..सख्ती दिखाने वाले बापू भी होंगे संग। कपिल को उम्मीद थी कि अपनी फिल्म के प्रमोशन के लिए अमीर खान उसके सेट पर आएंगे। जब ऐसा नही हुआ तो उनको झटका लगा। कपिल भी कम नही है,वो जानते है,कि हाथी नही सही,उसकी पूछ से भी चल सकता है।  भले ही आमिर खान कपिल के शो में अपनी फिल्म प्रमोट करने ना पहुंचे हो लेकिन जल्द ही शो में नजर आयेंगी रियल फोगट सिस्टर्स वह भी अपने सख्त बापू के साथ... कपिल शर्मा के शो में दर्शको ने कई सारे फिल्मी सेलेब्स को अपनी फिल्म प्रमोट करते हुए देखा। ऐसे में उम्मीद थी कि फिल्म स्टार आमिर खान भी कपिल के शो में अपनी फिल्म दंगल प्रमोट करने पहुंचेगे। हालांकि ऐसा नहीं हुआ। भले ही कपिल के शो में फिल्म दंगल की छोरियां और हानिकारक बापू ना पहुचें हो। लेकिन जल्द ही कपिल के शो में असल हानिकारक बापू और उनकी छोरियां शिरकत करते हुए नजर आयेंगे।

सलमान खान. अक्षय कुमार से नाराज हो सकते हैं अजय देवगन!

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बालीवुड में एक बात अक्सर देखने को मिलती है,कि जब भी कोई निर्माता निर्देशक किसी विषय पर फिल्म निर्माण कार्य की शुरूआत करता है,उसी विषय को दूसरे निर्माता भी भुनाते हुए फिल्म का निर्माण कर देते है,और नतीजा आपसी क्लेश या फिर कहो कि सुर्खियों में रहने का एक फंडा भी है। खबर है, कि सलमान खान, अक्षय कुमार की फिल्म ‘सारागढ़ी की लड़ाई’ पर बन रही है। बता दें, इसी युद्ध पर अजय देवगन की फिल्म भी आ रही है। अजय देवगन ने लगभग एक साल पहले ही इस बात की घोषणा कर दी थी कि वे सारागढ़ी की युद्ध पर एक फिल्म बना रहे हैं। जो 2017 में रिलीज होगी।  खैर, इसी टॉपिक को लेते हुए राजकुमार संतोषी ने भी रणदीप हुडा को लेकर फिल्म की घोषणा कर दी।  वहीं, अब ताजा खबर आ रही है कि सलमान खान- करण जौहर प्रोडक्शन की अक्षय कुमार स्टारर फिल्म भी सारागढ़ी की लड़ाई पर ही बनने वाली है। दरअसल, इसकी कहानी सलमान खान को बहुत भा गई है।  बहरहाल, यदि यह अफवाह सच साबित होती है तो कोई शक नहीं कि अजय देवगन सलमान, अक्षय से काफी नाराज हो सकते हैं। वहीं, ऐ दिल है मुश्किल क्लैश के बाद करण जौहर से नाराजगी बिल्कुल ही साफ है।  

बहरहाल, यहां जानें किन किन फिल्मों से जुड़े हैं अजय देवगन-  बादशाहो अजय देवगन की अगली फिल्म बादशाहो की रिलीज के लिए तय किया गया है गुड फ्राईडे का दिन। 25 मार्च 2016 को अजय देवगन मिलन लूथरिया निर्देशित इस फिल्म से परदे पर दिखेंगे। सन्स ऑफ सरदार अजय देवगन की फिल्म ‘सन्स ऑफ सरदार’ सारागढ़ी की ऐतिहासिक लडाई पर बन रही है, जो 12 सितंबर 1897 में सिक्ख रेजिमेंट के 4जी बैटेलियन के 21 सिक्खों ने लड़ी थी। गोलमाल 4 अजय देवगन और रोहित शेट्टी की जोड़ी एक बार फिर गोलमाल सीरिज के साथ वापस आ रहे हैं। फिल्म 2017 अगस्त में रिलीज होगी।  रेमो डिसूजा की फिल्म मार्च से अजय अपनी नई फिल्म की शूटिंग शुरू करेंगे जिसका निर्देशन कर रहे हैं रेमो डिसूजा। यह एक धमाकेदार एक्शन फिल्म होगी..फिल्म को अजय देवगन ही प्रोड्यूस करेंगे और इसमें उनके साथ सूरज पंचोली होंगे। फिल्म एकदम टिपिकल एक्शन - डांस फिल्म होगी। सिंघम 3 गोलमाल अगेन के बाद रोहित शेट्टी ने सिंघम सीक्वल भी लाइन में रखा है। फिल्म में अजय देवगन ही होंगे।  कबीर अजय देवगन और अमिताभ बच्चन की इस फिल्म का नाम ‘कबीर’ कहा जा रहा है। फिल्म का निर्देशन पहलाज निहलानी करेंगे। फिल्म बाबरी मस्जिद कांड पर बनेगी।

नई जोडियों के साथ नजर आएंगे बालीवुड स्टार

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shahrukh khan
2017 में सलमान,शाहरूख,अक्षय कुमार सहित अनेक कलाकार कुछ विदेशी तो कुछ बालीवुड अभिनेत्रियों के साथ नई जोडी में पजर आएंगें। इस साल कीजिए इनका इंतजार..पहली बार दिखेंगे साथ-साथ बॉलीवुड में कई स्टार्स हैं जो इस बार पहली बार साथ में दिखाई देंगे।  नया साल का सप्ताह शुरू हो चुका है और अब सबको इस साल की फिल्मों का इंतजार है। 2016 में भी एक से बढ़कर फिल्में आईं। कुछ को लोगों ने काफी पसंद की तो कुछ को नकार दिया। 2016 में भी कई नई जोड़ियां परदे पर दिखी थी जैसे सलमान अनुष्का, रणबीर-ऐश्वर्या, रणवीर-वाणी कपूर। इस साल 2017 में भी कई स्टार्स पहली बार साथ में दिखेंगे।     2017 का पहला महीना ही धमाकेदार..हर फ्राइडे एक ब्लॉकबस्टर फिल्म, ‘काश’ सलमान खान के साथ मेरी फिल्म ईद पर रिलीज हो.... क्या आमिर, क्या सलमान.. 2016 में इस स्टार ने किया सबको पीछे!  ‘दंगल’ की धमाकेदार कमाई जारी.. ‘बजरंगी भाईजान’ भी पीछे! शाहरुख खान से लेकर सलमान खान अक्षय कुमार तक इस बार नई एक्ट्रेसेस के साथ स्क्रीन शेयर करते दिखेंगे। तो वहीं आलिया भट्ट, रणबीर कपूर भी इस लिस्ट में शामिल हैं।

सलमान खान Zhu Zhu
सलमान खान ट्यूबलाइट में इस बार चीन की एक्ट्रेर्स Zhu Zhu के साथ पहली बार स्क्रीन शेयर करते दिखेंगे। अब फैन्स सलमान खान को इस एक्ट्रेस के साथ पसंद करते हैं या नहीं ये तो फिल्म रिलीज के बाद ही पता चलेगा। 

शाहरुख खान-माहिरा खान 
शाहरुख खान और पाकिस्तानी एक्ट्रेस माहिरा खान पहली बार रईस में स्क्रीन शेयर करते दिखीं। फिल्म के रिलीज के पहले ही दोनों को साथ में काफी ज्यादा पसंद किया जा रहा है। 

अनुष्का-दिलजीत दोसांज 
2016 में दिलजीत दोसांज और करीना कपूर पहली बार साथ में दिखे तो इस साल दिलजीत दोसांज के साथ अनुष्का शर्मा फिलौरी में पहली बार दिखाई देंगी।  

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अक्षय कुमार-भूमि पेडनेकर 
टॉयलेट एक प्रेम कथा में अक्षय कुमार और भूमि पेडनेकर साथ में पहली बार नजर आएंगे। अभी तक फिल्म की सिर्फ एक तस्वीर सामने आई है लेकिन उस में भी साथ में अक्षय कुमार और भूमि पेडनेकर बहुत ही अच्छे लग रहे हैं। 

आयुष्मान खुराना-परिणीति चोपड़ा 
आयुष्मान खुराना और परिणीति चोपड़ा यश राज फिल्मस की मेरी प्यारी बिंदू में साथ दिखाई देंगे। परिणीति चोपड़ा की लगभग ढाई साल बाद कोई फिल्म आएगी। 

ऋतिक रोशन-यामी गौतम 
ऋतिक रोशन और यामी गौतम पहली बार काबिल में साथ में नजर आएंगे। फिल्म 25 जनवरी को रिलीज हो रही है। 

रणबीर कपूर-आलिया भट्ट
रणबीर कपूर आलिया भट्ट इस साल अयान मुखर्जी के ड्रेगन में साथ नजर आएंगे। रणबीर और आलिया दोनों के ही फैन्स इस फिल्म का बेसब्री से इंतजार कर रहे। 

शाहिद-कंगना 
शाहिद कपूर और कंगना रनौत साथ में पहली बार दिखाई देंगे। सैफ अली खान भी कंगना रनौत के साथ पहली बार स्क्रीन शेयर करते दिखेंगे।
  
अर्जुन कपूर-श्रद्धा कपूर 
हाफ गर्लफ्रेंड में अर्जुन कपूर और श्रद्धा कपूर साथ में पहली बार नजर आएंगे और इसमें कोई शक नहीं है।

सिद्धार्थ मल्होत्रा-जैकलीन फर्नांडिस

सिद्धार्थ मल्होत्रा अपनी अगली फिल्म फ्रेंड्स में जैकलीन के साथ रोमांस करते नजर आएंगे। अब इनकी जोड़ी को लोग कितना पसंद करते हैं ये तो फिल्म रिलीज के बाद ही पता चलेगा।  
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