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सन्दर्भ : चुनावों की तैयारी मतदाता भी करें

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चुनाव आयोग द्वारा पांच राज्यों उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, मणिपुर व गोवा का चुनावी कार्यक्रम घोषित करने के बाद चुनावी सरगर्मियां तेज हो गयी है। चुनाव आयोग ने 4 फरवरी से लेकर 8 मार्च तक मतदान का कार्यक्रम विभिन्न चरणों में घोषित किया है। इसके साथ ही इन राज्यों में चुनाव आचार संहिता भी लागू हो गई है। अब मतदाताओं के हाथ में राजनीतिक दलों और नेताओं के भाग्य की कुंजी आ गई है। पांच राज्यों के चुनाव महत्वपूर्ण है और यही कारण है कि राजनीतिक दल अपने-अपने ढंग से चुनावों की तैयारियों में जुट गये हैं। गठबंधनों की बातें ही नहीं हो रही, गठबंधनों की रणनीतियां तैयार होने लगी। विभिन्न राजनीतिक दल समीकरण बनाने-बिठाने की जोड़तोड़ में जुट गये हैं। कुछ राष्ट्रीय दलों में घमासान मचा हुआ है, तो कुछ राजनीति दलों के लिये ये चुनाव प्रतिष्ठा का प्रश्न बने हुए हैं। इन स्थितियों के बीच मतदाता को भी जागरूक होना है। आने वाले चुनाव में मतदाता इतने सशक्त रूप में अपनी भूमिका को प्रस्तुत करें कि राजनीतिक दल चुनाव के बाद उसकी अनदेखी करने का दुस्साहस न कर सके। यहां तक कि मतदाता को लुभाने की कोशिशें और उसे भरमाने के प्रयासों से भी राजनैतिक दल उपरत हों, यही वर्तमान की सबसे बड़ी अपेक्षा और एक सशक्त संदेश है।

राजा और प्रजा, शासक और शासित की यह व्यवस्था सदैव रही है और सदैव रहेगी। पद्धतियां बदलती रहती हैं। पहले राजा रानी के पेट से पैदा होता था और अब ‘मत पेटी’ से पैदा होता है। इसीलिये जनतंत्र में सबसे महत्वपूर्ण पहलू चुनाव है। यह राष्ट्रीय चरित्र का प्रतिबिम्ब है। जनतंत्र में स्वस्थ मूल्यों को बनाये रखने के लिए चुनाव की स्वस्थता और उसमें आम मतदाता की सक्रिय भागीदारी अनिवार्य है। राजनीतिक दलों से पहले मतदाता को जागना होगा। सभी राजनीतिक दल तो अपने घोषणा-पत्र प्रकाशित करते हैं- जनता को पांच वर्षों में अमीर बना देंगे, हर हाथ को काम मिलेगा, सभी के लिए मकान होंगे, सड़कें, स्कूल-अस्पताल होंगे, बिजली और पानी होगा। जनता मीठे स्वप्न लेती रहती है। कितने ही पंचवर्षीय चुनाव हो गये और कितनी ही पंचवर्षीय योजनाएं पूरी हो गईं पर यह दुनिया का आठवां आश्चर्य है कि कोई भी लक्ष्य अपनी समग्रता के साथ प्राप्त नहीं हुआ। मतदाता हर बार ठगा गया, भरमाया गया। फिर भी उसकी आंखें क्यों नहीं खुलती?

एक युग था जब सम्राट, राजा-महाराजा अपने राज्य और प्रजा की रक्षा अपनी बाजुओं की ताकत से लड़कर करते थे और इस कत्र्तव्य एवं आदर्श के लिए प्राण तक न्यौछावर कर देते थे। आज नारों और नोटों से लड़ाई लड़ी जा रही है, चुनाव लड़े जा रहे हैं- सत्ता प्राप्ति के लिए। जो जितना लुभावना नारा दे सके, जो जितना धन व्यय कर सके, वही आज मतदाता को भरमा सकता है। मतदाता हर बार ठगा जाता रहा है, भरमाया जाता रहा है, लेकिन कब तक?

इसलिये चुनावों की तैयारी सिर्फ राजनीतिक दलों को नहीं करनी है, मतदाता को भी करनी होगी। पर क्या हम कोई तैयारी करते हैं? अथवा कोई तैयारी कर रहे हैं? राजनीतिक जोड़तोड़ और रेवड़ियां बांटने के खेल राजनीतिक दलों को ही मुबारक हों, लेकिन मतदाता की जागरूकता ही राष्ट्र को और लोकतंत्र को शुद्ध सांसे दे सकती है और इसके लिये व्यूह-रचना तो मतदाता को भी करनी होगी। मेरा वोट किसी को क्यों मिले? जिसे मैंने वोट दिया था, क्या वह मेरी अपेक्षाओं पर खरा उतरा है? वोट देने के मेरे निर्णय को गलत बातों ने तो प्रभावित नहीं किया था? जिसे मैंने वोट नहीं दिया था, क्या उसने अपनी कमियों को दूर करने की कोई कोशिश की है? ये और ऐसे अनेक सवाल हैं, जो मतदाता को लगातार खुद से पूछने होंगे। हमारा दुर्भाग्य यह है कि मतदाता की उदासीनता और उपेक्षा राजनीतिक भ्रष्टाचार एवं अपराधीकरण का सबसे बड़ा कारण है। मतदाता को सोचना होगा कि अपराधी हमारा वोट कैसे पा लेते हैं? राष्ट्र की धन-सम्पदा से खिलवाड़ करने वाले भ्रष्टाचारी हमारे आदर्श कैसे बन जाते है? क्यों हम भ्रष्टाचारियों, अवसरवादियों और अपराधियों को वोट देते हैं और फिर वे हम पर राज करते हैं? हम इन स्थितियों को चुपचाप स्वीकार किए रहते हैं। लेकिन आखिर कब तक? कब तक हम ठगे जाते रहेंगे? कब तक मूक दर्शक बनकर राष्ट्र को लूटता हुआ देखते रहेंगे?

सच बात तो यह है कि मतदाता का काम सिर्फ विवेकपूर्ण ढंग से वोट देना ही नहीं होता, इस बात की लगातार जांच करते रहना भी होता है कि उसके वोट का सही उपयोग हो रहा है या नहीं। सवाल राजनीतिक दलों के स्वार्थों का ही नहीं है, सवाल मतदाता के साथ अक्सर होने वाले विश्वासघात का है। और इस बात का भी है कि मतदाता स्वयं को जनतंत्र के योग्य बनाने के लिए क्या कर रहा है? विकास के नाम पर लम्बे-चैड़े बजट के बावजूद क्यों सूखे के हालात, अशिक्षा, बेरोजगारी, कुपोषण की स्थिातियां देखनी पड़ती हैं? ऐसे सवालों का एक लम्बा सिलसिला मतदाता के दिमाग में उठना चाहिए। सवाल यह भी है कि राजनीतिक स्वार्थ अक्सर समाज और देश के हितों से बड़े क्यों हो जाते हैं? सवाल यह भी है कि देश में नोटबंदी जैसी स्थितियां क्यों आती है? सवाल यह भी है कि भ्रष्टाचार एवं कालेधन पर लम्बे समय से नारेबाजी करने वाले दलों के सामने जब इनके खिलाफ सशक्त वातावरण बन रहा था तो ये दल क्यों इस मुहिम से मुंह चुरा रहे थे? वे क्या देश में गरीब जनता की चिन्ता मिटायेंगे जिन्हें अपनी सत्ता बनाए रचाने की चिन्ताओं से उबरने की भी फुरसत नहीं है। ऐसे राजनीतिक दल का क्या भ्रष्टाचार मुक्त राष्ट्र का निर्माण करेंगे जिन पर रोज भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे हैं।

 आने वाले चुनावों में मतदाता को दोहरी भूमिका निभानी होगी- घर के मालिक की भी और घर के पहरेदार की भी। मालिक के नाते उसका कर्तव्य होगा कि वह जनता के हितों के ठेकेदार कहलाने वालों को ठोक बजाकर देखे-परखे। और घर के पहरेदार के नाते उसका कर्तव्य बनता है कि वह सिर्फ जागता ही नहीं रहे, सतत सावधान भी रहे। इसी जागरूकता और सावधानी का तकाजा है कि वह सत्ता में  बैठने के इच्छुक लोगों की कथनी-करनी को विवेक के तराजू पर तोलेे। चूंकि उसे ही सबसे अधिक खोना और सबसे अधिक पाना है, इसलिए सबसे बड़ी जिम्मेदारी भी उसी की है। इस जिम्मेदारी को मतदाता वैयक्तिक स्तर पर भी निभाएं- अपने आप से यह पूछकर कि उसके वोट देने का आधार क्या होगा। पहला निर्णय तो मतदाता को यह करना होगा कि उसे वोट देना ही है। फिर यह तय करना होगा कि वह ‘गलत’ के पक्ष में वोट नहीं देगा। 

सच यह है कि हमारा पूरा का पूरा सिस्टम ही अंग्र्रेजों के जमाने की याद दिलाने वाला बना हुआ है। उस जमाने में सरकारी कर्मचारी का काम सिर्फ अपनी सरकार को संतुष्ट रखना होता था। उसे जनता के लिए जवाबदेही की कोई परवाह नहीं होती थी। कमोबेश यही सिलसिला आज भी चला आ रहा है। चुनकर आने वाली सरकारें और राजनेता उसी ढर्रे पर चल रहे हैं। जनतंत्र में सबसे बड़ा अंकुश राजनीति का नहीं, जनमत का होना चाहिए। राजनीतिक दलों को यह अहसास होना जरूरी है कि उनकी पहली और अंतिम जवाबदेही इस देश के नागरिकों के प्रति है। उन्हें यह अहसास जनता ही करा सकती है। चुनाव एक अवसर होता है यह अहसास कराने का, लेकिन एकमात्र अवसर नहीं। हर मंच पर, हर संभव तरीके से अपने प्रतिनिधियों को यह बताना जरूरी है कि हमने उन्हें मर्यादाहीन और स्वार्थी आचरण का अधिकार नहीं दिया है।

एक बात बार-बार सामने आती रही है कि भारत के मतदाता राजनीतिज्ञों से ज्यादा अक्लमंद हैं। जहां नेताओं की अक्ल काम करना बन्द कर देती है वहां इन्हीं अनपढ़ और गरीब कहे जाने वाले मतदाताओं की अक्ल चलनी शुरू हो जाती है और ये देश की राजनीतिक दिशा तय कर देते हैं एवं राजनेताओं का भविष्य बना या बिगाड़ देते हैं। ऐसा एक बार नहीं कई बार हो चुका है। राजनीतिक दलों की यह सोच अब बेमानी बनती जा रही है कि चुनावों से पहले मुफ्त में खैरात बांटकर या रियायतें देने से वोट पक्के हो जाते हैं। अब मतदाता जागरूक हो चुका है। फिर भी राजनीतिक दल राजसी या सामन्ती मानसिकता को छोड़ नहीं पा रहे हैं और वे मतदाताओं को लुभाने एवं ठगने का प्रयास करते हैं जो प्रत्यक्ष रूप से मतदाताओं के अपमान के अलावा और कुछ नहीं है। लोकतन्त्र में मतदाता राजनीतिक दलों का मालिक होता है। सत्ता पर सीधे उसका अधिकार होता है। इन पांच राज्यों का चुनाव एक नजीर बन जाये कि बिना भय, प्रलोभन या झूठे आश्वासनों के भी चुनाव हो सकते हैं। अच्छे आदमी भी नेतृत्व से जुड़ सकते हैं। 



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(ललित गर्ग)
ई-253, सरस्वती कुंज अपार्टमेंट
25, आई0पी0 एक्सटेंशन, पटपड़गंज, दिल्ली-92
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गुजरात में एयर शो के दौरान गिरने से वायुसेना का पैराट्रूपर घायल

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गांधीनगर 09 जनवरी गुजरात की राजधानी गांधीनगर में आज मुख्यमंत्री विजय रूपाणी समेत कई गणमान्य लोगों तथा बडी संख्या में दर्शकों की मौजूदगी में आयाेजित भारतीय वायु सेना के एक एयर शो के दौरान एक हेलीकाप्टर से छलांग लगा रहे तीन पैराट्रूपर में से एक पैराशूट में गडबडी के कारण नीचे गिर कर घायल हो गया। 


यहां सेक्टर 11 के स्वर्णिम पार्क में आयोजित इस शो के दौरान सुखोई 30 लडाकू विमानों ने भी सूर्य किरण प्रदर्शन किया और कई करतब दिखाये। 

इसके बाद जब एयरफोर्स के पैराट्रूपर यानी पैराशूट के साथ छलांग लगाने वाले जांबाजों की आकाशगंगा टीम के तीन सदस्यों ने एमआई 17 वी5 हेलीकॉप्टर से तिरंगे के तीन अलग रंगों की पैराशूट के साथ छलांग लगायी तो जमीन से करीब एक सौ फुट की ऊंचाई पर हरे रंग के पैराशूट में कुछ गडबडी के कारण यह असंतुलित हो गया और इसके साथ उतर रहा जवान नीचे गिर कर घायल हो गया। पैराशूट में आग भी लग गयी। घायल जवान को अस्पताल में भर्ती कराया गया। शेष दो पैराट्रूपर सही ढंग से नीचे उतर गये। यह शो यहां आयोजित वाइब्रैंट गुजरात ग्लोबल समिट के पूर्व आयोजित किया गया था।

असम से 17 बंगलादेशियों को उनके देश भेजा

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गुवाहाटी 09 जनवरी, असम की सिलचर केंद्रीय जेल में बंद 17 बंगलादेशी नागरिकाें को आज उनके देश भेज दिया गया। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि बंगलादेशी नागरिकों को कुछ समय के लिए सिलचर जेल में रखा गया था और उन्हें स्वदेश भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी थी । 

उन्हें करीमगंज पुलिस को सौंप दिया गया था। जहां से उन सभी को सुतारकांडी सीमा प्वाइंट ले जाकर सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों के सुपुर्द कर दिया । बीएसएफ के जवानों ने उन्हें सीमा पार बंगलादेश रेंजर्स को सौंप दिया। उन्होंने बताया कि यह बंगलादेशी नागरिकों का दूसरा समूह है जिसे हाल के महीनों में औपचारिक प्रक्रिया के जरिये उनके देश भेजा गया है। इससे पहले गत अक्टूबर में 10 बंगलादेशी नागरिकों को उनके देश भेजा गया था।

कांग्रेस का वादा, पंजाब को बनाएंगे नशामुक्त और बेरोजगारों को देंगे भत्ता

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नयी दिल्ली 09 जनवरी, कांग्रेस ने पंजाब को नशामुक्त बनाने, बिजली दरों में कमी करने, किसानों को ऋण में राहत देने तथा ‘हर घर में नौकरी’ जैसे वादे के साथ आज विधानसभा चुनाव के लिए घोषणापत्र जारी कर दिया। घोषणापत्र में चार माह में पंजाब को मादक पदार्थों से मुक्ति दिलाने के साथ ही पानी के बंटवारे, बेरोजगारी और महिलाओं को आरक्षण जैसे मुद्दों को प्रमुखता से उठाया गया है और औद्योगिक, सेवा क्षेत्र, बुनियादी संरचना और कृषि विकास को विशेष तरजीह देने का वादा किया गया है। 

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह, पंजाब कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष राजिंदर कौर भट्टल, कांग्रेस चुनाव प्रचार समिति की प्रमुख अम्बिका सोनी, पार्टी की पंजाब प्रभारी आशा कुमारी तथा कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीपसिंह सुरजेवाला ने यहां कांग्रेस मुख्यालय में घोषणा पत्र जारी किया। घोषणा पत्र एक साथ पांच जगह से जारी किया गया है। दिल्ली में डॉ. सिंह तथा कैप्टन अमरेंदर ने और चंडीगढ में पार्टी की प्रदेश उपाध्यक्ष ने यह घोषणा पत्र जारी किया। इसके साथ ही जालंधर, लुधियाना, बठिंडा, अमृतसर और पटियाला में भी घोषणा पत्र जारी किया गया। राज्य विधानसभा की 117 सीटों के लिए चार फरवरी को एक ही चरण में मतदान होगा।

कार्ड भुगतान पर शुल्क नहीं लगेगा : प्रधान

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नयी दिल्ली 09 जनवरी, तेल एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने आज स्पष्ट किया है कि डिजिटल लेन-देन के जरिये पेट्रोल और डीजल खरीदने पर पेट्रोल पम्पों और ग्राहकों से किसी प्रकार का अतिरिक्त प्रभार नहीं वसूला जायेगा। श्री प्रधान ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि पेट्रोल पंपों और बैंकों के बीच इस मुद्दे को सुलझा लिया जायेगा। 

डिजिटल लेन-देन पर पेट्रोल पंपों से खरीद करने पर प्रभार को लेकर पेट्रोल पंप मालिकों ने आज से कार्ड के जरिये भुगतान नहीं लेने की घोषणा की थी, किन्तु प्रधानमंत्री की पहल पर सरकारी तेल विपणन कंपनियों के हस्तक्षेप के बाद इसे टाल दिया था। नोटबंदी के बाद सरकार डिजिटल लेन-देन को बढ़ावा देने में जुटी है। श्री प्रधान ने कहा कि सरकार फरवरी 2016 के उन दिशा-निर्देशों का पूरा तरह पालन करेगी जिसमें डिजिटल लेन-देन पर ग्राहक पर किसी प्रकार का अतिरिक्त बोझ नहीं डालने की बात कही गयी थी। पेट्रोल पम्पों पर डिजिटल लेन-देन में शुल्क के मसले पर श्री प्रधान ने कहा कि यह मामला तेल विपणन कंपनियों और बैंकों के बीच कारोबारी मॉड्यूल का है जिसे सुलझा लिया जायेगा। बैंकों ने फिलहाल इसे टालते हुये कहा है कि इस संबंध में सभी संबंधित पक्षों से विचार-विमर्श के बाद ही कोई फैसला लिया जायेगा।

प्रवासी, भारतवंशी समुदाय भारतीय विदेश नीति का अहम अंग- सरकार

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बेंगलुरु 09 जनवरी,  कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में तीन दिन तक चला 14वें प्रवासी भारतीय सम्मेलन दुनिया भर में भारतवंशियों से ‘खून के रिश्तों’ को मज़बूत करने और प्रवासी भारतीय कामगारों को प्रशिक्षित करके उनके सुरक्षित प्रवास को सुनिश्चित करने के संकल्प के साथ संपन्न हो गया। 

विदेश राज्य मंत्री जनरल वी के सिंह और कर्नाटक के वृहद उद्योग मंत्री आर वी देशपांडे ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए इस सम्मेलन में शामिल करीब दो हज़ार विदेशियों सहित 7200 से अधिक प्रतिनिधियों के साथ दस संवाद सत्रों के नतीजों को सार्थक एवं फलदायी करार दिया और उम्मीद जतायी कि भारत की सांस्कृतिक विरासत के ये वैश्विक प्रतिनिधि देश के आर्थिक विकास का साझीदार भी बनेंगे। 



विदेश मंत्रालय में सचिव (प्रवासी भारतीय मामले) ध्यानेश्वर मुले ने कहा कि इस सम्मेलन का परिणाम यह रहा कि भारत के विकास कार्यक्रमों से अधिक निकटता से जोड़ने का रास्ता मिला। प्रधानमंत्री ने पासपोर्ट के रंग की बजाय खून के रिश्तों पर ध्यान देने की बात कह कर सम्मेलन का केन्द्र बिन्दु तय कर दिया। उन्होंने प्रवासी भारतीय कामगारों के लिये प्रवासी कौशल योजना के माध्यम से प्रशिक्षित जाने सुरक्षित जाने एवं विश्वास के साथ जाने की बात कह कर संदेश दिया। 



श्री मुले ने कहा कि प्रवासी भारतीय समुदाय के लोग सांस्कृतिक एवं सामाजिक रूप से ही नहीं अपितु भारत के आर्थिक विकास से भी जुड़ेंगे। केन्द्र सरकार और राज्य सरकारें एक सामंजस्य से काम करेंगी। उन्होंने कहा कि इस सम्मेलन से दुनिया को यह स्पष्ट संदेश गया है कि भारत की विदेश नीति में प्रवासी एवं भारतवंशी समुदाय एक बहुत अहम अंग बन चुके हैं। उन्होंने कहा कि भारत ने सूरीनाम के उपराष्ट्रपति माइकल अश्विन अधिन को युवा प्रवासी भारतीय दिवस का मुख्य अतिथि बना कर युवा प्रवासी भारतीय राजनीतिक नेतृत्व को उनके पुरखों की मिट्टी से जोड़ने की अनूठी पहल की है।

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 09 जनवरी)

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शिकायतकर्ता से त्वरित संवाद स्थापित करें-कलेक्टर श्री सुचारी

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कलेक्टर श्री अनिल सुचारी ने आज सोमवार को लंबित आवेदनों की समीक्षा बैठक मेें मुख्यमंत्री हेल्पलाइन के चारो लेबल पर दर्ज शिकायतों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि जैसे ही एल-1 पर शिकायत दर्ज होती है वैसे ही एल-1 अधिकारी को एसएमएस के माध्यम से सूचित किया जाता है। अतः शिकायतकर्ता से त्वरित दिए गए मोबाइल नम्बर सम्पर्क करना सुनिश्चित करेंगे। कलेक्टर श्री सुचारी ने कहा कि एल-1 पर ही निराकरण हो जाने से शिकायतें आगे के लेबल तक नही पहुंच पाती हैै। जिले में अभी भी एल-1, एल-2, एल-3 और एल-4 की लगभग तीन हजार चार सौ शिकायतें दर्ज है। अतः एल-1 पर दर्ज सभी शिकायतों का निराकरण संबंधित विभागों के अधिकारी हल करना सुनिश्चित करेें। सर्वाधिक लंबित तीन-तीन विभागों के अधिकारी हर रोज अपर कलेक्टर को निराकरण की जानकारी प्रस्तुत करेंगे। टीएल बैठक में जिला खनिज अधिकारी श्री आरके परमार ने बताया कि नई गाइड लाइन के अनुसार अब तक 90 खदानों के चारो ओर मुनादे और तार फेंसिंग का कार्य किया जा चुका है। वही 35 खदानों के उत्खननकर्ताओं के द्वारा अब तक तारफेंसिंग और मुनादे स्थापित करने की कार्यवाही नही करने के कारण इन सभी को शोकाॅज नोटिस जारी किए गए है। बीस खदाने बंद पड़ी है। ऊर्जा विभाग के अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री स्थायी पंप अनुदान योजना के तहत किसानों को स्थायी बिजली कनेक्शन देने का प्रावधान किया गया है। जिसमें कुल लागत का चालीस प्रतिशत खर्चा संबंधित किसान को वहन करना होगा। कलेक्टर श्री सुचारी ने समस्त एसडीएमों को निर्देश दिए कि कार्यक्षेत्रों की छात्रावासों का औचक निरीक्षण कर छात्रावासी विद्यार्थियो को दी जा रही सुविधाएं शासन की मापदण्ड अनुसार है कि नही का पता जरूर लगाएं। टीएल बैठक में आधार पंजीयन, जाति प्रमाण पत्र, सार्वजनिक वितरण प्रणाली की अद्यतन प्रगति की भी समीक्षा की गई। इसके अलावा बैठक में मुख्यमंत्री हेल्प लाइन, मानव अधिकार आयोग, पीजी सेल, समाधान आॅन लाइन और जन शिकायत निवारण के प्राप्त आवेदनों के साथ-साथ पेपर कंटिग पर अब तक संबंधित विभागों के अधिकारियों द्वारा की गई कार्यवाहियों की बिन्दुवार जानकारियां प्रस्तुत की गई। कलेक्टेªट के सभाकक्ष मंे हुई इस बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्री दीपक आर्य, अपर कलेक्टर श्री एचपी वर्मा समेत समस्त एसडीएम और विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे। 

गणतंत्र दिवस समारोह आयोजन की तैयारियांे के संबंध में दिशा निर्देश

गणतंत्र दिवस 26 जनवरी समारोह आयोजन पूर्व की जाने वाली तैयारियों की समीक्षा आज कलेक्टर श्री अनिल सुचारी ने की। उन्होंने संबंधित विभागों के अधिकारियों को आवश्यक जबावदेंही सौंपते हुए कहा कि जिम्मेदारियों का क्रियान्वयन समय सीमा में करना सुनिश्चित करें। जिला मुख्यालय पर मुख्य समारोह गतवर्ष की भांति इस वर्ष भी पुलिस परेड ग्राउण्ड पर आयोजित किया जाएगा। पुलिस परेड ग्राउण्ड पर की जाने वाली तमाम व्यवस्थाओं के परिपेक्ष्य में बिदुंवार चर्चा की गई और अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। स्कूली विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत किए जाने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम देशभक्ति भावना से ओतप्रोत हो। कार्यक्रमों के चयन हेतु एसडीएम श्री आरपी अहिरवार की अध्यक्षता में समिति गठित की गई है। बैठक में बताया गया कि सांस्कृतिक कार्यक्रम का पूर्वाभ्यास 15 से 23 जनवरी तक और फायनल रिहर्सल 24 जनवरी को पुलिस परेड ग्राउण्ड पर आयोजित किया जाएगा जिसका जायजा कलेक्टर और एसपी के द्वारा संयुक्त रूप से लिया जाएगा।बैठक में आमंत्रण कार्ड छपवाने, वितरण, के अलावा शासकीय अधिकारी, कर्मचारी जिनके द्वारा उल्लेखनीय प्रगति हासिल की गई है। उन्हें पुरस्कृत करने के प्रस्ताव 18 जनवरी तक अपर कलेक्टर को प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए है। जिला मुख्यालय के साथ-साथ तहसील, जनपद स्तर, सभी शैक्षणिक संस्थाओं में गणतंत्र दिवस कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। 

झांकियां
जिला मुख्यालय पर आयोजित होने वाले गणतंत्र दिवस के मुख्य समारोह कार्यक्रम में 15 विभागों के द्वारा विभागीय योजना, कार्यक्रम और अन्य उपलब्धियों को रेखांकित करने वाले झांकियों का प्रदर्शन किया जाएगा। 
रोशनी
कलेक्टर श्री अनिल सुचारी ने बताया कि गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर सभी शासकीय स्मारको, कार्यालयों प्रकाश (रोशनी) की जाएगी। इसके लिए झालर लगाने का कार्य 25 जनवरी तक पूरा कर लिया जाए। 

भारत पर्व
गणतंत्र दिवस की संध्या पर भारत पर्व का भी आयोजन किया जाएगा। जिसमें स्थानीय कलाकारों के द्वारा अपनी कलाओं का प्रदर्शन सांस्कृतिक, देशभक्ति गीतो के माध्यम से किया जाएगा। आयोजन स्थल पर जनसम्पर्क विभाग के द्वारा छाया प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी। 

आनंद विभाग की तैयारियों का जायजा लिया

जिले में आनंद उत्सव कार्यक्रमों का आयोजन 14 से 21 जनवरी के मध्य किया जाएगा के परिपेक्ष्य में अब तक की गई तैयारियांे और कार्यवाहियों की समीक्षा वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से आज की गई थी। आनंद उत्सव कार्यक्रम के क्रियान्वयन हेतु जिले में नियुक्त नोड्ल अधिकारी श्री रामप्रसाद अहिरवार ने बताया कि आनंद उत्सव प्रारंभ होने के पूर्व गठित समितियों को प्रशिक्षित किया जा चुका है। सप्ताह अवधि में जिला मुख्यालय से लेकर ग्राम स्तर तक चयनित गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। आयोजन में शामिल होने वाले आनंदको क लिए प्रमाण पत्र और मेडल प्रदाय किए जाएंगे। जिसकी पूर्ति जिले में की जा चुकी है। अब तक जिले में 192 समितियां गठित कर समिति के सदस्यों का प्रशिक्षित किया जा चुका है। नोड्ल अधिकारी श्री अहिरवार ने जिले में हुए नवाचारों का रेखांकित करते हुए बताया कि आनंद कथा, आनंद चैपाल के अलावा समर्पण आनंदम दल गठित किए गए है जो सप्ताह अवधि में अपने-अपने कार्यक्षेत्रों के ऐसे बच्चे जो अतिकम वजन के है उनके अभिभावकों से मुलाकात कर उन्हें अभिप्रेरित करेंगे और आवश्यकता हुई तो अतिकम वजन के बच्चों को एनआरसी में भर्ती करवाएंगे।

सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर 09 जनवरी)

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दिव्यांगजनों से समग्र पोर्टल पर निःशक्तता प्रमाणपत्र,
  • आधार, बैंक खाता और मोबाइल नंबर दर्ज कराने की अपील

sehore news
राज्य शासन के निर्देशानुसार जिले में निवासरत दिव्यांगजनों के निःशक्तता प्रमाणपत्र, आधार नंबर, फोटोग्राफ, मोबाइल नंबर, बैंक खाता नंबर समग्र पोर्टल पर दर्ज किये जा रहे हैं। दिव्यांगजनों की आगामी सुविधाएं इसी जानकारी के आधार पर निर्धारित की जायेगी। उन्होंने ऐसे दिव्यांगजनों से जो अपना निःशक्तता प्रमाणपत्र, आधार नंबर, फोटोग्राफ, मोबाइल नंबर, बैंक खाता नंबर की जानकारी समग्र पोर्टल पर दर्ज नहीं करा पायें है, उनसे अपील की है कि वे उपरोक्त जानकारी समग्र आई डी के साथ अपने क्षेत्र की जनपद पंचायत, नगर पालिका, नगर परिषद, नगर निगम कार्यालय अथवा संयुक्त संचालक सामाजिक न्याय एवं निरूशक्तजन कल्याण के कार्यालय में एक सप्ताह के अंदर जमा करें। 

ग्यारहवीं का परीक्षा कार्यक्रम घोषित

कक्षा 11वीं की परीक्षा के लिए परीक्षा कार्यक्रम घोषित किया गया है । परीक्षा कार्यक्रम के अनुसार 1 मार्च,20107 को विशिष्ट भाषा हिन्दी (व्होकेशनल के छात्रों सहित), 3 मार्च  को विशिष्ट भाषा अंग्रेजी (व्होकेशनल के छात्रों सहित), 4 मार्च  विशिष्ट भाषा संस्कृत, 7 मार्च  को द्वितीय भाषा सामान्य हिन्दी, अंग्रेजी, संस्कृत, ऊर्दू, मराठी, बंगाली, गुजराती, तेलगू, तमिल, पंजाबी, सिन्धी, मलयालम, परशियन, अरेबिक, फ्रेंच, रशियन, कन्नड एवं उडिया (व्होकेशनल के छात्रों सहित), 8 मार्च  को भारतीय संगीत, 9 मार्च  को अर्थशास्त्र प्रथम प्रश्न-पत्र व्होकेशनल कोर्स, 11 मार्च को इतिहास, फिजिस्क, व्यावसाय अध्ययन, एली. ऑफ साईंस एण्ड मैथमैटिक्स यूजफुल फॉर एग्रीकल्चर, ड्राइंग एण्ड पेंटिंग, गृह प्रबंध पोषण एवं वस्त्र विज्ञान, 16 मार्च को बायोलाजी, 18 मार्च को हायर मैथमेटिक्स, 20 मार्च को राजनीति शास्त्र, एनिमल हसबेण्ड्री मिल्कट्रेड पोल्ट्रीफार्मिंग एण्ड फिसरीज, भारतीय कला का इतिहास, व्यवसायिक अर्थशास्त्र, द्वितीय प्रश्न-पत्र व्होकेशनल कोर्स, 21 मार्च को बायोटेक्नोलॉजी, 23 मार्च को भूगोल, केमिस्ट्री, क्रॉप प्रोडक्शन एण्ड हार्टिकल्चर, स्टील लाईफ एण्ड डिजाइन, शरीर रचना क्रिया विज्ञान एवं स्वास्थ्य तथा तृतीय प्रश्न-पत्र व्होकेशनल कोर्स, 25 मार्च को बुक कीपिंग एण्ड एकाउन्टेंसी, 27 मार्च को ड्राइंग एण्ड डिजाइनिंग, 28 मार्च को इन्फोरमेटिक्स प्रेक्टिस, 30 मार्च को समाज शास्त्र, मनोविज्ञान, कृषि (मानविकी), होम साइंस (कला समूह), इनवायरमेंटल एज्यूकेशन एण्ड रूरल डेवलपमेंट, इन्टरप्रेनुअरशिप-फाउन्डेशन कोर्स तथा 31 मार्च,2017 को विशिष्ट भाषा ऊर्दू की परीक्षा होगी। 

गंभीर बीमारियों के इलाज हेतु अ.जा. एवं अ.ज.जा. वर्ग के व्यक्तियों चिकित्सा सहायता दी जाएगी

डॉ. अम्बेडकर चिकित्सा सहायता योजना के अन्तर्गत अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति वर्ग के व्यक्तियों को चिकित्सा सहायता प्रदान की जाएगी। यह चिकित्सा सहायता उस आवेदक को दी जाएगी, जिसके परिवार की वार्षिक आय 2.50 लाख रूपये से कम होगी। इस योजना के तहत इन वर्गों के रोगी, जो गुर्दे, हृदय, लीवर, कैंसर और मस्तिष्क या जीवन को खतरा करने वाले अन्य गंभीर रोगों से पीडित तथा अंग प्रत्यारोपण और स्पाईनल सर्जरी के लिए चिकित्सा सहायता प्रदान की जाएगी। इस योजना के अन्तर्गत चिकित्सा प्राप्त करने के लिए निर्धारित प्रपत्र पर आवेदन करना होगा, जिसके साथ आय प्रमाण-पत्र, जाति प्रमाण-पत्र, राशन कार्ड और चिकित्सा के लिए संबंधित अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक द्वारा उपचार के लिए प्रमाणित की गई अनुमानित राशि पत्र के साथ लगाकर अपने क्षेत्र के चिकित्सा अधीक्षक को आवेदन करना होगा। यह चिकित्सा सहायता चिन्हित अस्पतालों के माध्यम से प्रदान की जाएगी।
जियो मनरेगा मे उत्कृष्ट कार्य करने पर एपीओ एवं रोजगार सहायक हुये पुरूष्कृत

महात्मा गांधी नरेगा अंतर्गत प्रयोग किये जा रहे जियो मनरेगा साफ्ट वेयर मे योजना अंतर्गत सर्वाधिक परिसम्पत्तियो के फोटो ग्राफ अपलोड करने वाले अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी एवं ग्राम रोजगार सहायक को राज्य रोजगार गांरटी परिषद भोपाल मे आयोजित कार्यक्रम मे आयुक्त मनरेगा श्री रघुराज राजेन्द्रन द्वारा सम्मानित किया गया। जिसमे विकास खण्ड आष्टा के एपीओ श्री अंकुर शर्मा को विकास खण्ड स्तर पर सर्वाधिक जियो टैग फोटो अपलोड करने पर सम्मानित किया गया वही विकास खण्ड बुधनी की ग्राम पंचायत जैत के ग्राम रोजगार सहायक श्री मनोहर सिंह चैहान तथा जनपद पंचायत इछावर की ग्राम पंचायत कनेरिया के ग्राम रोजगार सहायक मेहरवान सिंह को जिले मे सर्वाधिक फोटो अपलोड करने के लिए आयुक्त मनरेगा द्वारा सम्मानित किया गया।

महात्मा गांधी नरेगा से प्रत्येक आदिवासी परिवार को मिले,  शतप्रतिशत रोजगार -सीईओ जि.पंचा.
  • निर्माण कार्यो की समीक्षा बैठक हुई आयोजित

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जिला पंचायत सभा कक्ष मे महात्मा गांधी नरेगा अंतर्गत किये जा रहे कार्यो एवं मानव दिवस सृजन की प्रगति के संबंध में समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। बैठक मे मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत डा. केदार सिंह ने मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत, सहायक यंत्री, अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी एवं उपयंत्रियो की उपस्थिति मे ग्राम पंचायतवार निर्माण कार्यो की समीक्षा की  बैठक मे डा. सिंह ने निर्देशित किया की ऐसी ग्राम पंचायतो का चिन्हांकन किया जावे जहां खेल मैदान एवं शांतिधाम उपयोजनाओ के कार्य नही हुये है वहां पर शीघ्र कार्य का प्राक्कलन तैयार करते हुये कार्य प्रारंभ किया जावे। कपिलधारा कूप के नवीन निर्देशो अनुसार हितग्राहियो के खेतो मे उपयंत्री तकनीकी परामर्श देते हुये कार्य प्रारंभ कराये। मार्च 2015 से पूर्व के स्वीकृत कार्यो को शतप्रतिशत पूर्ण कराने के निर्देश बैठक मे दिये वही निर्देशित किया की जिले मे हाई स्कूल एवं हायर सेकण्डी स्कूल जहां खेल मैदान की आवश्यकता है साथ ही 2000 तक की जनसंख्या वाली ग्राम पंचायत तथा शतप्रतिशत आदिवासी ग्रामोें मे खेल मैदान का निर्माण कार्य प्रारंभ किया जावे। समस्त विकास खण्ड स्तरीय अधिकारियो को निर्देशित करते हुये डा. केदार सिंह ने कहां की जनपदो द्वारा 2839 वनाधिकार पत्र धारको का पंजीयन मनरेगा पोर्टल पर किया गया है। जिन्हे शतप्रतिशत रोजगार उपलब्ध कराने के लिए शीघ्र कार्य प्रारंभ किये जावे। कपिलधारा कूप, सुदूर ग्राम सम्पर्क सडक, शांतिधाम एवं ग्रामीण क्रीडांगन उपयोजना का कार्य प्रारंभ करने हुये आदिवासी परिवारो को लाभांवित किया जावे। 

लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण पर कार्यक्रम आयोजित

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लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम 2012 के बारे मे जानकारी देने हेतु जिला मुख्यालय पर शासकीय मनुबेन कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मण्डी मे कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमे जिला महिला सषक्तिकरण सीहोर की सामाजिक कार्यकर्ता श्रीमती शषि राठौर , श्रीमती उषा शर्मा सहायक ग्रेड 3, प्राचार्य श्रीमती शोभा गुप्ता, श्रीमती पूनम खन्ना वरिष्ठ अध्यापक, श्रीमती ज्योति भदोरिया, श्रीमती सविता सक्सैना, श्रीमती निलम सीठा, श्रीमती अंतिम भगत, श्रीमती उषा शर्मा , श्रीमती उमा शर्मा, श्रीमती शानू शर्मा, श्रीमती अनसूईया, श्री भोजराज परमार आदि के साथ विद्यालय की समस्त छात्राऐ उपस्थित रहें। सर्वप्रथम कार्यक्रम की शुरूआत छात्रावास की बालिकाओं द्वारा सरस्वती वंदना गाकर की गई। इसके पष्चात सभी प्रतिभागीयों को सामग्री आदि वितरित किये गये।  श्रीमती उषा शर्मा ने लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम 2012 के बारे मे जानकारी देते हुए बताया की यह अधिनियम 0 से 18 वर्ष तक की आयु के बालक बालिकाओं को लैेंगिक अपराधों से सुरक्षा प्रदान करता है। बालकों के शरीर के चार भाग (मुह, छाती, टांगो के बीच एवं पिछले हिस्से नितम्ब) पर केवल माता पिता ही छु सकते है। एवं डाक्टर भी माता पिता के सामने ही छु सकता है। अन्य कोई छुता है तो वह असूरक्षित स्पर्ष है, इसका विरोध करें, अपने माता पिता को बताए। साथ ही चाईल्ड लाईन 1098, महिला हेल्प लाईन 1090, पुलिस डायल 100 आदि के बारे मे भी विस्तार से जानकारी दी।
श्रीमती शषि राठौर द्वारा लैंगिक अपराध के प्रकार, सजा व एक्ट के बारे मे विस्तृत जानकारी दी गई एवं पिडिता को किस प्रकार से न्याय मिले व शासकीय इकाईया जैसे विषेष किषोर पुलिस इकाई, बाल कल्याण समिति, किषोर न्याय बोर्ड, आदि किस प्रकार से आपकी सहायता करेंगी आदि के बारे मे भी जानकरीया प्रदान की। कार्यक्रम मे उपस्थित छात्रों द्वारा विषय से संबंधित प्रष्न भी पूछे गये जिनका उत्तर भी अतिथियो द्वारा दिया गया। आभार स्कूल प्राचार्य द्वारा व्यक्त किया गया।  

जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, मधुबनी भूकंप सुरक्षा सप्ताह मनायेगा

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मधुबनी, 9 जनवरी,17; जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, मधुबनी द्वारा 15 जनवरी से 21 जनवरी, 17; तक भूकंप सुरक्षा सप्ताह मनाया जाएगा। एस.डी.आर.एफ. की टीम द्वारा 16 जनवरी, को 11 बजे दिन में वाटसन उच्च विद्यालय, मधुबनी के प्रांगण में, 17; जनवरी को 11 बजे दिन में श्रीकृष्ण़़$2 उच्च विघालय, सिसवा बरही, फुलपरास में, 18 जनवरी को केजरीवाल उच्च विद्यालय, झंझारपुर में , 19 जनवरी को लीलाधर उच्च विद्यालय, बेनीपटट्री तथा, 20 जनवरी को उच्च विद्यालय, जयनगर में भूकंप सुरक्षा से संबंधित माॅक ड्रील का प्रदर्शन किया जाएगा। जिला पदाधिकारी, मधुबनी श्री गिरिवर दयाल सिंह द्वारा जिला शिक्षा पदाधिकारी, मधुबनी को निदेश दिया गया है कि बच्चों एवं समुदाय में जागरूकता हेतु भूकंप सुरक्षा  सप्ताह के दौरान सभी विद्यालय/महाविद्यालय स्तर पर प्रभातद्य फेरी का आयोजन, विद्यार्थियो के बीच भूकंप सुरक्षा विषय पर नारा लेखन, निबंध, चि़त्रांकण, आदि प्रतियोगिता का आयोजन किया जाए। उन्होने विद्यार्थियों के बीच भूकंप के समय क्या करें,क्या न करें से संबंधित माॅक ड्रिल का भी आयोजन करने का निदेश दिया है। दिनांक 20 जनवरी, को 11 बजे पूर्वा0 वाटसन उच्च विद्यालय मधुबनी में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा मधुबनी एवं आस-पास के विद्यालय से आए छात्र-छात्रओं के बीच भूकंप विषय पर नारा लेखन, निबंध लेखन, बाद-विवाद, चित्रांकण प्रतियोगिता करायी जाएगी तथा पारितोषिक का वितरण भी किया जाएगा। प्ुलिस अधीक्षक, मधुबनी को प्रत्येक थाना स्तर पर भूकंप सुरक्षा विषय पर गोष्ठी, सिविल सर्जन, मधुबनी को प्रत्येक चिकित्सालय में कार्यक्रम आयोजित करने का निदेश दिया गया है। रेड क्राॅस सोसाइटी, मधुबनी तथा ईच्छुक एन.जी.ओ.से इस विषय पर जागरूकता कार्यक्रम करने का अनुरोध किया गया है।

वैशाली में छात्रा की हत्या की उच्चस्तरीय जांच कराये सरकार: माले-ऐपवा

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  • हत्या के साथ-साथ रेप की की जा रही आशंका,. दोषियों को तत्काल गिरफ्तार किया जाए.
  • माले-ऐपवा-आइसा की टीम ने किया घटनास्थल का दौरा.

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पटना 9 जनवरी 2016, भाकपा-माले की केंद्रीय कमिटी सदस्य व ऐपवा की महासचिव काॅ. मीना तिवारी ने वैशाली जिले के दौलतपुर में राजकीय अंबेदकर कन्या आवासीय उच्च विद्यालय की दसवीं कक्षा की छात्रा की निर्मम हत्या की कड़ी भत्र्सना की है. उन्होंने कहा कि छात्रा के साथ हत्या के पहले गैंगरेप की आशंका जाहिर की जा रही है, इसलिए प्रशासन इस मामले में लीपापोती का प्रयास कर रही है. हम  घटना की उच्चस्तरीय जांच कराने तथा दोषियों की अविलंब गिरफ्तारी की मांग करते हैं. अपने बयान में उन्होंने कहा कि बिहार में महिलाओं-छात्राओं पर अन्याय व दमन की घटनाओं में कोई कमी नहीं आ रही है. अपराधी लगातार बेलगाम होते जा रहे हैं और स्कूलों की छात्राओं को भी निशाना बनाया जा रहा है. काॅ. मीना तिवारी ने बताया कि भाकपा-माले-ऐपवा व आइसा की संयुक्त टीम ने घटनास्थल का दौरा करके पूरे मामले की जानकारी ली है. इस जांच टीम में वैशाली के पार्टी नेता काॅ. दीनबंधु प्रसाद, ऐपवा की नेता शीला देवी, आइसा नेता ज्वाला प्रसाद आदि शामिल थे. जांच टीम के सदस्यों ने छात्राओं से मुलाकात व बातचीत करके स्थिति का जायजा लिया. जांच टीम ने कहा है कि छात्राओं ने कल्याण पदाधिकारी को इस घटना के लिए जिम्मेवार बताया है. जिस छात्रा की हत्या की गयी, वह अक्सर छात्रावास में व्यवस्था संबंधी समस्याओं के खिलाफ आवाज उठाते रहती थी. छात्रा की मां से भी जांच टीम ने बातचीत की, जिन्होंने अपनी बेटी के साथ गैंगरेप की आशंका व्यक्त की है. जांच टीम ने इस घटना की उच्चस्तरीय जांच की मांग करते हुए सभी दोषियों की अविलंब गिरफ्तारी की मांग की है. साथ ही, छात्रावास में तमाम तरह की सुविधाओं को बहाल करने का भी सवाल उठाया है. इस घटना को लेकर आज माले-ऐपवा व आइसा ने हाजीपुर में पुतला दहन भी किया. 

मधुबनी : सड़क सुरक्षा सप्ताह बैठक

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मधुबनी, 9 जनवरी,; आज समाहरणालय सभा कक्ष में जिला पदाधिकारी, मधुबनी श्री गिरिवर दयाल सिंह की अध्यक्षता में सड़क सुरक्षा सप्ताह से संबंधित बैठक हुई। 28 वाॅ सड़क सुरक्षा सप्ताह दिनांक 9जनवरी से 15 जनवरी,17; तक पूरे देश में मनाया जा रहा है। सड़क दुर्घटना के मामले में मधुबनी जिला बिहार में अव्वल है। राज्य के पिछले 10 वर्ष की सबसे बड़ी सड़क दुर्घटना,2016 में बसैठ, बेनीपटट्री में घटी। जिसमंे 23 लोगों की मृत्यु हुई थी। राज्य में प्रतिदिन 40 मौत सड़क दुर्घटना में होती है उसमें 3-4 सिर्फ मधुबनी जिले में होती है। बैठक में कलेक्टर ने निम्नलिखित निर्देश दिए,

(1) जहाॅ भी सड़क किनारे तालाब, पोखर, मोईन है वहाॅ सड़क किनार बैरिकेटिंग लागाई जाएगी।
(2)जिला मुख्यालय, अनुमंडल, प्रखंड सतर पर जागरूतकता कार्यक्रम चलाया जाए।
(3)बिना हेल्मेट के गाड़ी चालने वालों पर जुर्माना करे।
(4)गाड़ी चलाते वक्त मोबाइल का इस्तेमाल करना मोटर वाहन अधिनियम केे तहत गैर कानूनी है। यदि पकड़ाए तो जुर्माना करंे।
(5)ड्राइविंग लाइसेंस देते बक्त ही दूर्घटना से सुरक्षा की जानकारी लोगो को दें।
(6)व्यवसयिक वाहनों के चालको के लिए मेडिकल चेकअप केैंप आयोजित करें।
(7)शहर के महव्तपूर्ण चैराहों पर नगर निकाय द्वारा सी0सी0टी0वी0 कैमरा लगाया जाऐगा।
(8)रात्रि मेें पुलिस पेट्रोलिंग करें।
(9)18 से कम उम्र के बच्चे किसी भी परिस्थिति में वाहन न चलाये। कम उम्र के बच्चे यदि वाहन चला रहे हेै तो वाहन जब्त कर अभिभावक पर कारवाई करें। महाविद्यालय र्,इंटर विद्यालय में इसकी जांच. करें।
(10)सभी विद्यालय में बच्चों को सड़क सुरक्षा के प्रति जगरूक करंे।

नौ मार्च से होगी सीबीएसई बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षा, देखें डेट शीट

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केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने साल 2017 के लिए 10वीं और 12वीं परीक्षा की तारीखों का एलान कर दिया. दोनों कक्षाओं की परीक्षा 9 मार्च से शुरू होगी. पांच राज्यों में होनेवाले विधानसभा चुनावों की वजह से इन तारीखों को आगे बढ़ाकर एलान करने की खबर है. इससे पहले माना जा रहा था कि परीक्षा 1 मार्च से शुरू होगी. लेकिन अब इसे एक सप्ताह आगे बढ़ाया गया है.। सीबीएसई 12वीं बोर्ड परीक्षा के लिए करीब 15 लाख विद्यार्थियों ने आवेदन किया है. इसमें 6 लाख के करीब छात्राएं और लगभग 8 लाख शामिल हैं. 12वीं बोर्ड परीक्षा की डेट शीट के मुताबिक 9 मार्च को अंग्रेजी, 10 मार्च को डांस/ सिंधी/ बैंकिंग, 15 मार्च को फिजिक्स/ अकाउंटिंग, क्लिनिकल बायो-केमेस्ट्री, 16 मार्च को बिजनेस स्टडीज, बेसिक होर्टिकल्चर की परीक्षा होगी. उसके बाद 20 मार्च को गणित/ माइक्रो बायोलॉजी, 23 मार्च को शॉर्टहैंड इंग्लिश/ फैशन स्टडीज, 23 मार्च को हिस्ट्री/बिजनेस ऑपरेशन, 24 मार्च को फूड प्रोडक्शन, 25 मार्च को केमेस्ट्री/बायोलॉजी ऑप्थेलमिक की परीक्षा होगी.। 

27 मार्च को कम्प्यूटर साइंस/बेसिक पैटर्न डवलपमेंट, 29 मार्च को अकाउंटेंसी, 30 मार्च को फूड प्रोडक्शन, 31 मार्च को इंजीनियरिंग ग्राफिक्स/अन्य भाषाएं/मार्केटिंग, 1 अप्रैल को हेल्थ एजुकेशन/टेक्सटाइल, 3 अप्रैल को पॉलिटिकल साइंस, फाइनेंशियल अकाउंटिंग -2, 5 अप्रैल को बायोलॉजी, 6 अप्रैल को जियोग्राफी, 10 अप्रैल को फिजिकल एजुकेशन की परीक्षा होगी. बीते साल यानी 2016 में सीबीएसई ने 10वीं और 12वीं बोर्ड की परीक्षाएं एक साथ एक मार्च से ही शुरू की गई थी. 10वीं बोर्ड की परीक्षाएं 28 मार्च 2016 तक और 12वीं कक्षा की 22 अप्रैल 2016 तक संचालित गई थी. सीबीएसई 10 वीं और 12वीं बोर्ड की परीक्षाएं करवाने के साथ साथ देश में कई अन्य परीक्षाओं का आयोजन भी करता है, जिसमें यूजीसी नेट और टीचर्स टेस्ट वगैरह शामिल है.।

बोपन्ना 28 वें स्थान पर कायम ,पेस 64 वें स्थान पर खिसके

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नयी दिल्ली, 09 जनवरी, चेन्नई ओपन का युगल ख़िताब पहली बार जीतने वाले रोहन बोपन्ना सोमवार को जारी ताज़ा विश्व टेनिस रैंकिंग में अपने 28 वें स्थान पर कायम हैं जबकि पहले राउंड में बाहर होने वाले 43 वर्षीय लिएंडर पेस पांच स्थान गिरकर 64 वें नंबर पर खिसक गए हैं । रोहन बोपन्ना और जीवन नेदुनचेझियन की भारतीय जाेड़ी ने हमवतन पूरव राजा और दिविज शरण को रविवार को लगातार सेटाें में 6-3, 6-4 से पीटकर 447480 डाॅलर की पुरस्कार राशि वाले चेन्नई ओपन टेनिस टूर्नामेंट का युगल खिताब जीता था। बोपन्ना और जीवन ने पहली बार यह खिताब जीता है। इस ख़िताब को जीतने के बाद बोपन्ना रैंकिंग में अपने 28 वें स्थान पर बने हुए हैं । उनके अब 2980 अंक हो गए हैं। जीवन को करियर के अपने पहले ख़िताब से 14 स्थान का फायदा हुआ और वह अब 86 वें स्थान पर पहुँच गए हैं ।

जीडीपी पर अनुमान से भी ज्यादा होगा नोटबंदी का असर: मनमोहन

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नयी दिल्ली, 09 जनवरी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने आज कहा कि सरकार ने नोटबंदी के कारण सकल घरेलू उत्पाद(जीडीपी) की दर घटने का जो अनुमान व्यक्त किया है यह उससे भी कम रहेगी। डॉ. सिंह ने पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस का घोषणापत्र जारी करने के बाद संवाददाताओं के सवाल के जवाब में कहा कि सांख्यिकी विभाग ने पिछले सप्ताह जीडीपी की दर 0.5 प्रतिशत कम रहने का अनुमान व्यक्त किया है लेकिन नोटबंदी के कारण अर्थव्यवस्था को इससे बहुत ज्यादा नुकसान हुआ है इसलिए विकास दर इस अनुमान से भी कम रहेगी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के सांख्यिकी विभाग ने आंकड़ा जारी करके कहा है कि विकास दर 7.6 प्रतिशत से घटाकर 7.1 प्रतिशत रहेगी और इससे साफ है कि नोटबंदी का जीडीपी पर इससे भी ज्यादा असर होगा।

सेना के अमले में भारी कटौती की सिफारिश

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नयी दिल्ली 09 जनवरी, सेना में कटौती के चीन के निर्णय का अनुसरण करते हुए रक्षा मंत्रालय की एक समिति ने थल सेना के अमले में भारी कटौती की सिफारिश की है जिसमें बेवजह के खर्चों को कम कर कुछ सैन्य संस्थाओं को बंद करने तथा कुछ अन्य का आकार छोटा करने की बात कही गयी है जिससे सेना को चुस्त-दुरूस्त और कुशल बनाया जा सके। रक्षा मंत्रालय ने लेफ्टीनेंट जनरल डी बी शेकतकर की अध्यक्षता में गठित समिति को सशस्त्र सेनाओं के विभिन्न अंगों के काम काज की विस्तार से समीक्षा की जिम्मेदारी दी गयी थी। समिति को सेना की युद्ध क्षमता तथा कौशल बढ़ाने के उपाय सुझाने को भी कहा गया था। सूत्रों के अनुसार समिति ने पिछले महीने के अंत में रक्षा मंत्रालय को अपनी रिपोर्ट सौंपी थी। यदि समिति की सभी सिफारिशों को पूरी तरह लागू किया जाता है तो इससे अगले पांच वर्षों में 25 से 30 हजार करोड़ रुपये की बचत होगी। उल्लेखनीय है कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने सेना में बिना जरूरत की संस्थाओं को बंद कर भारी भरकम कटौती की घोषणा की थी। समिति ने साथ ही यह भी सिफारिश की है कि कटौती के कारण होने वाली बचत का उपयोग सेना की क्षमता बढाने में की जानी चाहिए। समिति ने रक्षा मंत्रालय के तहत काम करने वाली गैर लड़ाकू संस्थाओं जैसे रक्षा संपदा , रक्षा लेखा विभाग , डीजी क्यू ए , आर्डिनेंस फैक्ट्री बोर्ड , रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन और राष्ट्रीय कैडेट कोर के कामकाज की समीक्षा की भी सिफारिश की है। तीनों सेनाओं में समन्वय के मुद्दे पर शेकतकर समिति ने मध्यम श्रेणी के अधिकारियों के प्रशिक्षण के लिए संयुक्त सेवा युद्ध कालेज की स्थापना की जरूरत बतायी है। अभी सेना , वायु सेना और नौसेना के अधिकारियों के प्रशिक्षण के लिए तीन अलग अलग युद्ध कालेज हैं। समिति ने यह भी कहा है कि पुणे स्थित सैन्य खुफिया स्कूल को तीनों सेनाओं के खुफिया प्रशिक्षण केन्द्र की जिम्मेदारी दी जानी चाहिए। इसके अलावा रक्षा मंत्रालय और सशस्त्र सेनाओं के बीच समन्वय के लिए एक नोडल केन्द्र बनाने पर भी जोर दिया है। इसके लिए चीफ आफ डिफेंस स्टाफ या परमानेंट चेयमैन चीफ आफ स्टाफ कमेटी को यह भूमिका निभाने के लिए कहा गया है।

सरकार बनी तो अखिलेश यादव ही होंगे मुख्यमंत्री: मुलायम

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लखनऊ, 09 जनवरी, समाजवादी पार्टी(सपा) के दो फाड होने से बचाने के लिए पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने आज सपा सरकार बनने पर अखिलेश यादव को ही मुख्यमंत्री बनाने की घोषणा की। इससे पहले मुलायम सिंह यादव ने कई बार कहा है कि पार्टी का बहुमत आने पर विधायक दल नेता चुनेगा लेकिन पार्टी में मचे घमासान को रोकने के लिए श्री यादव ने यह एलान किया है। उन्होंने कहा कि पार्टी की एकता के लिए वह कुछ भी करने को तैयार हैं। पार्टी टूटने नहीं दी जाएगी और सरकार बनने पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ही होंगे। श्री यादव ने कहा कि पार्टी या पिता-पुत्र में कोई विवाद नहीं है। थोडा बहुत मतभेद है जिसे एक-दो दिन में सुलझा लिया जाएगा। प्रो0 रामगोपाल यादव समेत किसी का नाम लिये बगैर उन्होंने कहा कि पार्टी में एक-दो ऐसे लोग हैं जो अखिलेश यादव को गलत राय दे रहे हैं। अखिलेश यादव मेरे बेटे हैं। मुझमें और उनमें मतभेद होने का सवाल ही नहीं पैदा होता। गौरतलब है कि मुलायम सिंह यादव ने आज ही राज्यसभा के सभापति को पत्र लिखकर रामगोपाल को पार्टी के नेता पद से हटाने की जानकारी दी। श्री यादव ने अपने पत्र में प्रो0 रामगोपाल यादव को सदन में पीछे की सीट आवंटित करने का भी आग्रह किया है।

साइकिल पर फैसला जल्द करने की अखिलेश ने की अपील, मुलायम ने जताया हक

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नयी दिल्ली, 09 जनवरी, समाजवादी पार्टी(सपा) के अखिलेश गुट ने चुनाव आयोग से मिलकर चुनाव चिह्न ‘साइकिल’ और पार्टी के नाम के बारे में जल्दी से जल्दी फैसला करने का आ्रग्रह किया जबकि मुलायम गुट ने आयोग से दूसरी मुलाकात में भी इन पर अपना हक जताया और दावे के समर्थन में हलफनामा पेश किया । अखिलेश गुट के नेताओं ने तो आयोग से मुलाकात के बाद मीडिया के सामने अपना पक्ष रखा जबकि मुलायम गुट के नेता इस मुलाकात के बाद चुपचाप चले गए । इस बीच श्री मुलायम सिंह यादव ने राज्यसभा के सभापति मोहम्मद हामिद अंसारी को पत्र लिखकर श्री राम गोपाल यादव को सदन में सपा के नेता के पद से हटाने का अनुरोध किया है । उन्होंने कहा कि श्री रामगोपाल यादव को पार्टी से निष्कासित किया जा चुका है । पार्टी के दोनों गुटों ने चुनाव आयोग से अलग-अलग मुलाकात कर यह दावा किया कि वे ही असली समाजवादी पार्टी हैं और वे ही चुनाव चिह्न के हकदार हैं । पहले मुलायम गुट ने चुनाव आयोग से दोपहर पौेने एक बजे मुलाकात कर हलफनामा दिया । इसके करीब डेढ़ घंटे बाद अखिलेश गुट ने भी चुनाव आयोग से मुलाकात की और इस विवाद का जल्दी निपटारा करने का अनुरोध किया । मुलायम गुट चुनाव अायोग से मिलने के बाद बिना मीडिया से मिले चुपचाप खिसक गया । लेकिन आयोग से मुलाकात के बाद अखिलेश गुट के नेता रामगाेपाल यादव ने संवाददाताओं को बताया कि आयोग से पार्टी के चुनाव चिह्न एवं नाम पर विवाद को जल्दी से जल्दी से समाप्त करने का आग्रह किया गया है । उन्होंने कहा कि 17 जनवरी को राज्य विधानसभा चुनाव के पहले चरण की अधिसूचना जारी हो जाएगी । इसलिए चुनाव आयोग से आग्रह किया गया है कि इस विवाद पर जल्दी से जल्दी से फैसला किया जाना चाहिए ।

नोटबंदी के बावजूद कर वसूली में खासा इजाफा : जेटली

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नयी दिल्ली 09 जनवरी, केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने नोटबंदी की वजह से अर्थव्यवस्था पर बड़ा असर पड़ने को लेकर विपक्ष और अन्य द्वारा उठाये जा रहे सवालों पर जवाब देते हुये आज कहा कि नोटबंदी के बाद करों की वसूली में अच्छी खासी बढोत्तरी हुई है। श्री जेटली ने यहाँ मीडिया से बातचीत में नोटबंदी के बाद करों की वसूली में बढ़ोत्तरी के आँकड़े देते हुये कहा कि सीमा शुल्क में मामूली गिरावट के अलावा अन्य क्षेत्रों में खासा इजाफा हुआ है। उन्होंने कहा कि करों की वसूली के संबंध में अभी यह त्वरित अनुमान है और 2017-18 के बजट में वास्तविक आँकड़े रखे जायेंगे। सरकार 01 फरवरी को 2017-18 का आम बजट पेश करेगी। श्री जेटली ने बताया कि दिसम्बर महीने में सोने का आयात घटने से सीमा शुल्क की प्राप्ति में छह प्रतिशत की कमी आयी है। देश में सोने का बड़ी मात्रा में आयात होता है और इसके घटने की वजह से सीमा शुल्क पर असर पड़ा है। उन्होंने कहा कि नोटबंदी के बाद ज्यादातर राज्यों के मूल्यवर्द्धित कर संकलन में बढ़ोत्तरी हुई है। चालू वित्त वर्ष के पहले नौ माह में पहले की इसी अवधि की तुलना में प्रत्यक्ष कर वसूली 12.01 प्रतिशत अधिक रही। सेवा कर और अप्रत्यक्ष कर की प्राप्ति में क्रमश: 23.9 और 25 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी दर्ज की गयी। इस दौरान सीमा शुल्क 4.1 प्रतिशत और उत्पाद शुल्क 43 प्रतिशत अधिक रहा। दिसम्बर 2016 में उत्पाद शुल्क 31.6 प्रतिशत, अप्रत्यक्ष कर 2.8 प्रतिशत और सेवा कर 12.4 प्रतिशत अधिक रहा। गौरतलब है कि चालू वित्त वर्ष के लिये सकल घरेलू उत्पाद के पिछले सप्ताह जारी आँकड़ों में वृद्धि दर पहले के अनुमानित 7.6 प्रतिशत की तुलना में 7.1 प्रतिशत रह जाने का अनुमान व्यक्त किया गया है। विपक्षी दल नोटबंदी की वजह से लोगों को हो रही दिक्कतों और अर्थव्यवस्था पर इसके कुप्रभाव को लेकर लगातार आंदोलनरत हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 08 नवम्बर को पाँच सौ और एक हजार रुपये के नोटों को बंद किये जाने की घेाषणा की थी। पेट्रोल पम्पों पर कार्ड भुगतान को लेकर उठे विवाद पर श्री जेटली ने कहा कि इस मसले को जल्दी सुलझा लिया जायेगा। उन्होंने कहा कि वह इस मसले पर पेट्रोलियम मंत्रालय और बैंकों के संपर्क में हैं। पेट्रोल डीलर्स ने कार्ड के जरिये भुगतान पर बैंकों द्वारा एक प्रतिशत प्रभार की वसूली के फैसले की बजह से आज से इसे स्वीकार करने से मना कर दिया था किन्तु सरकारी तेल विपणन कंपनियों के हस्तक्षेप के बाद फिलहाल यह मामला टल गया है।

रेवडी बांटने के लिए इस्तेमाल होता रहा है रेल मंत्रालय : मोदी

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गांधीनगर, 09 जनवरी, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि उनकी सरकार देश भर में रेलवे स्टेशनों के ऊपर होटलों और मॉल आदि का निर्माण करने की महत्वकांक्षी योजना तथा इसके तकनीकी उन्नयन और विकास के लिए काम कर रही है जबकि पूर्व में गठबंधन सरकारों के दौरान रेलवे मंत्रालय का ‘मलाईदार’ विभाग के तौर पर इस्तेमाल किया गया था। श्री मोदी ने आज यहां गांधीनगर के नये रेलवे स्टेशन भवन के शिलान्यास के बाद अपने संबोधन में कहा कि रेलवे आम लोगों से जुडी संस्था है तथा गरीब से गरीब लोगों को सहारा देती है लेकिन इसे ही दुर्भाग्य से इसके नसीब पर छोड दिया गया था। खास कर उस दौर में जब दिल्ली में मिली जुली सरकारे रहती थी तो इसे समर्थन के एवज में साथी दलों को रेवडी के तौर पर दे दिया जाता था। पूर्व रेल मंत्री लालू यादव का नाम लिये बिना उन्होने कहा कि ऐसे रेल मंत्रालय पाने वाले दल फिर इसका क्या करते थे यह बताने की जरूरत नहीं। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने पिछले ढाई साल में रेलवे का बजट दोगुना कर दिया है। पटरी के दोहरीकरण, आमान परिवर्तन और विद्युतीकरण आदि के काम में तेजी लायी गयी है। रेलवे में डीजल और कोयला के इस्तेमला को कम से कम किया जा रहा है। इसके चलते स्वतंत्रता के बाद सबसे अधिक प्रत्यक्ष विदेशी निवेश रेलवे में आया है। सरकार रेलवे के जरिये माल ढुलाई के प्रतिशत को बढाने के लिए भी काम कर रही है ताकि चीजे सस्ते ढंग से एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचे1 रेलवे के जाल का बंदरगाहों, खदानों और दूर दराज के इलाकों आदि तक विस्तार किया जा रहा है। इसी कडी में रेलवे ने नमक की ढुलाई के लिए हल्के कंटेनर की डिजायन तैयार की है। उन्होंने कहा कि रेलवे स्टेशन आर्थिक दृष्टि से शहरों के मुख्य इलाकों यानी हार्ट आफ द सिटी में होते हैं जिनके ऊपर के आसमान का इस्तेमाल पटरी के ऊपर होटल, मॉल आदि का निर्माण कर रेलवे की आय बढायी जा सकती है और इसके लिए खासा निवेश आकर्षित किया जा सकता है। गुजरात में पीपीपी के जरिये यह पहला सफल प्रयोग हो रहा है जिसे आने वाले समय में देश के हजारों स्टेशनों तक लागू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि रेलवे स्टेशन के आधुनिकीकरण का आम लोगों का फायदा हो रहा है। 70 प्रतिशत लोग टिकट की ऑनलाइन खरीदी कर रहे हैं और छात्र वाई फाई सेवा का इस्तेमाल अध्ययन के लिए भी कर पा रहे हैं। गांधीनगर रेलवे स्टेशन के नये भवन की परियोजना 250 करोड की है जिसके तहत पटरियों के ऊपर फाइव स्टार होटल भी बनेगा। शिलान्यास के मौके पर रेल मंत्री सुरेश प्रभु भी उपस्थित थे। उन्होने कहा कि सरकार हवाई अड्डे और रेलवे स्टेशन की सुविधाओं के फर्क को मिटाने के लिए काम कर रही है।

गुजरात की इतिहास पर और मुम्बई की 42 वें ख़िताब पर नज़र

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इंदौर, 09 जनवरी, भारत ने जब अपनी पहली टेस्ट जीत हासिल नहीं की थी तब गुजरात ने रणजी के फाइनल में जगह बनाई थी। उसके 66 साल बाद जाकर गुजरात अब रणजी फाइनल खेल रहा है। मंगलवार से यहाँ शुरू होने वाले रणजी फाइनल में गुजरात और इतिहास के बीच 41 बार के चैंपियन मुम्बई की बाधा होगी। रणजी ट्रॉफी में पहला खिताब जीतने की कवायद में लगे गुजरात को रिकार्ड 41 बार के चैम्पियन मुंबई से कड़ी चुनौती का सामना करना होगा। सेमीफाइनल में मुंबई ने तमिलनाडु को और गुजरात ने झारखंड को हराया था। मुंबई को खिताब का प्रबल दावेदार माना जा रहा है लेकिन वह गुजरात की चुनौती को कतई नज़रअंदाज़ नहीं कर सकता। गुजरात जब 1950-51 में रणजी फाइनल में पहुंचा था तब पॉली उमरीगर उसके कप्तान थे। उसके बाद से गुजरात ने एक लंबा सफर तय किया और 66 साल बाद जाकर फाइनल में जगह बनाई। इसके मुक़ाबले मुम्बई की टीम 45 बार रणजी के फाइनल में पहुंची और 41 बार ख़िताब अपने नाम किया। आखिरी बार जब मुम्बई जब फाइनल में हारी तो वह वर्ष 1990-91 था और मुम्बई के कप्तान दिलीप वेंगसरकर दो रन की हार के बाद रो पड़े थे। इस बार गुजरात के पास ख़िताब जीतने का अच्छा मौका है। पिछले कुछ समय में गुजरात की टीम में काफी सुधार हुआ है। टीम ने पिछले सत्र में विजय हजारे ट्राफी जीती जबकि 2012-03 में सैयद मुश्ताक अली चैम्पियन बना। गुजरात की टीम यदि टूर्नामेंट में अब तक के अपने प्रदर्शन को दोहराने में सफल रहती है तो उसके पास गत चैम्पियन मुंबई को एक और खिताब जीतने से रोकने का अच्छा मौका रहेगा । 

पार्थिव पटेल की अगुवाई वाली गुजरात की टीम को हालांकि इस मैच में अपने शीर्ष तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के बिना उतना होगा जो राष्ट्रीय टीम के साथ व्यस्त हैं। बुमराह ने सेमीफइनल में झारखण्ड के खिलाफ दूसरी पारी में छह विकेट लेकर मैच विजयी प्रदर्शन किया था। बुमराह ने दूसरी पारी में करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 29 रन देकर छह विकेट चटकाए जिससे टीम पहली पारी में पिछड़ऩे के बावजूद 123 रन से जीत दर्ज करने में सफल रही। मुम्बई के लिए सेमीफाइनल में हीरो रहे थे 17 वर्षीय पृथ्वी शॉ जिन्होंने दूसरी पारी में निर्णायक शतक ठोक कर मुम्बई को पांचवे दिन जीत दिलाई थी। मुम्बई की खिताबी उम्मीदों को दारोमदार अखिल हेरवदकर,श्रेयस अय्यर,सूर्यकुमार यादव ,कप्तान आदित्य तारे और सिद्धेश लाड पर निर्भर करेगा। वैसे आंकड़े मुम्बई के पक्ष में हैं जिसने गुजरात के खिलाफ 61 मैचों में से सिर्फ दो मैच गंवाये हैं। लेकिन अब जब गुजरात के पास इतिहास बनाए का अभूतपूर्व मौका है तो गुजरात के खिलाड़ी इसे खोना नहीं चाहेंगे। 
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