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तमोली गांव के लोगों ने भी किया मुलायम से किनारा

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आज़मगढ़, 17 जनवरी, उत्तर प्रदेश में सत्तारुढ समाजवादी पार्टी (सपा) में चले घमासान के बाद चुनाव आयोग द्वारा चुनाव चिह्न ‘साइकिल’ मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को दिये जाने के बाद मुलायम सिंह यादव के गोद लिये तमौली गांव के लोगों ने भी पाला बदल लिया है। तमौली गांव के लोगों से जब पूछा गया कि आप उस व्यक्ति का साथ देना चाहेंगे जिसने आप के गांव को गोद लेकर विकसित करने का प्रयास किया या मुख्यमंत्री अखिलेश के साथ। गांव के सभी बुजुर्ग, नौजवान,बच्चे एवं महिलाओं ने एक स्वर से कहा की हम ‘अखिलेश’ के साथ है । उन्होंने आग्रह कर संदेश दिया की मुलायम सिंह को भी बेटे का साथ देकर उन्हे राजनीति में उच्च शिखर पर पहुंचने का आशीर्वाद देना चाहिए। गांव के बुजुर्गो का कहना है कि राजनीतिक सफर की लंबी पारी खेलने वाले पिता को बेटे से शिकस्त खाने में दर्द नहीं खुशी होनी चाहिए कि उनका वारिस उनकी सत्ता को संभालने के योग्य हो गया है। गांव की प्रधान उषा देवी ने आज ‘यूनीवार्ता’ से कहा कि अखिलेश प्रदेश नहीं देश के भविष्य है । पूर्व प्रधान कहते है कि मुलायम को बेटे का साथ देकर उनकी राजनीतिक जडें मजबूत करनी चाहिए। युवा मुख्यमंत्री अखिलेश की छवि साफ सुथरी और बेदाग है ,राजनीति के उनमें सभी गुण है। एक दिन वह देश के प्रधानमंत्री बनेंगे। 

गांव के ही 80 वर्षीय अवधनारायन यादव ने कहा,“ हर बाप का सपना होता है की बेटा दिनोंदिन शिखर पर पहुंचे। मुलायम सिंह यादव को भी यही सोचना चाहिए।” उन्होंने उम्मीद जताई और दावा भी किया कि श्री मुलायम सिंह यादव अखिलेश से दूर भले हों लेकिन एक दिन वह भी आयेगा जब वह अखिलेश के साथ हाेंगे। गांव के चंद्रजीत यादव,निर्मल यादव,मुसाफिर यादव ,खरपत्तू यादव समेत सभी ने अपना विश्वास अखिलेश के प्रति दर्शाया है। गौरतलब है कि मुलायम सिंह यादव के मुख्यमंत्रित्व एवं रक्षामंत्रित्व काल में आज़मगढ़ का काफी विकास हुआ। वर्ष 2014 में लोकसभा चुनाव में आजमगढ सीट को चुनकर उन्होंने विपक्षी पार्टियों को अचंभित कर दिया था। चुनाव में गांव के लोगों ने उनके चुनाव में शत-प्रतिशत वोट किया था। सांसद चुने जाने के बाद उन्होंने सदर विधानसभा के तमौली गांव को गोद लिया। उन्होंने इस गांव में डेरी उद्योग की स्थापना की स्टेडियम का शिलान्यास किया और गांव को आदर्श गांव बनाने में जुटे रहे। 

नवीनगर ताप विद्युत परियोजना में बिजली उत्पादन शुरू

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औरंगाबाद 17 जनवरी, बिहार के औरंगाबाद जिले में रेलवे और सार्वजनिक क्षेत्र की सबसे बड़ी ताप विद्युत कंपनी एनटीपीसी लिमिटेड के संयुक्त उपक्रम भारतीय रेल बिजली कम्पनी (बीआरबीसीएल) की नवीनगर ताप विद्युत परियोजना में आज से बिजली का व्यावसायिक उत्पादन शुरू हो गया। कम्पनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सी. शिवकुमार ने यहां बताया कि परियोजना की पहली इकाई से 250 मेगावाट बिजली का व्यावसायिक उत्पादन शुरू हो गया है। यहां उत्पादित बिजली की पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन के पुसौली ग्रिड के माध्यम से भारतीय रेल और बिहार सरकार को आपूर्ति की जायेगी। उन्होंने बताया कि इस परियोजना की पहली इकाई में व्यावसायिक स्तर पर विद्युत उत्पादन के लिए केंद्र और राज्य सरकार के सभी मान्य संस्थानों से अनुमति प्राप्त कर ली गयी है। श्री कुमार ने बताया कि परियोजना की दूसरी इकाई से 250 मेगावाट बिजली का व्यावसायिक उत्पादन जून माह तक शुरू हो जायेगा। उन्होंने बताया कि दूसरी इकाई के कमीशनिंग का काम मार्च 2017 तक पूरा कर लिया जायेगा। गौरतलब है कि इस परियोजना में 250-250 मेगावाट बिजली उत्पादन क्षमता वाली कुल चार इकाइयां स्थापित की जा रही है, जहां से रेलवे और बिहार सरकार को बिजली दी जायेगी। मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने बताया कि इस परियोजना के निर्माण पर अब तक 6,000 करोड़ रुपये खर्च किये जा चुके हैं और इसकी कुल लागत करीब आठ हजार करोड़ रुपये है। उल्लेखनीय है कि इस परियोजना की आधारशिला तत्कालीन रेल मंत्री नीतीश कुमार और तत्कालीन ऊर्जा मंत्री अनंत गंगाराम गीते ने संयुक्त रूप से 18 फरवरी 2004 को रखी थी। 

सीएनटी और एसपीटी अधिनियम में संशोधन का निर्णय ऐतिहासिक : राज्यपाल

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रांची 17 जनवरी, झारखंड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने आज विधानसभा में बजट सत्र के पहले दिन विपक्ष की टीका-टिप्पणी के बीच अपने अभिभाषण में सरकार की उपलब्धियों की चर्चा करते हुये कहा कि राज्य की रघुवर सरकार का छोटानागपुर काश्तकारी अधिनियम (सीएनटी) और संथालपरगना काश्तकारी अधिनियम (एसपीटी) में संशोधन करने का निर्णय अभूतपूर्व, ऐतहासिक और दूरगामी है। श्रीमती मुर्मू ने अपने अभिभाषण में कहा कि विगत वर्ष में राज्य सरकार द्वारा कई महत्वपूर्ण और लोकहित के निर्णय लिये गये, जिनमें सीएनटी 1908 और एसपीटी 1949 अधिनियमों में संशोधन शामिल है। सरकार का यह निर्णय अभूतपूर्व, ऐतिहासिक और दूरगामी है। उन्होंने कहा कि इससे न सिर्फ राज्य में बल्कि पूरे देश में एक सकारात्मक संदेश का सृजन हुआ है। राज्यपाल ने कहा कि राज्य सरकार ने अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति का परिचय देते हुए यह स्पष्ट कर दिया है कि चाहे राज्य के विकास की बात हो या आदिवासियों-मूलवासियों के हितों की रक्षा का सवाल, सरकार इस बारे में कोई समझौता करने के पक्ष में नहीं है। हालांकि मुख्य विपक्षी दल झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के विधायकों ने अभिभाषण के दौरान सदन से वाकआउट कर अपना विरोध जताया। विधानसभा की कार्यवाही पूर्वाह्न 11 बजे शुरु होने पर विधानसभा अध्यक्ष दिनेश उरांव ने अपने प्रारंभिक वक्तव्य में कहा कि संसदीय लोकतंत्र में राज्यपाल की सदन में उपस्थिति के दिन को व्यापक सम्मान और श्रद्धा की दृष्टि से देखा जाता है और इस अवसर पर राज्यपाल अपना अभिभाषण सदन में देते है। उन्होंने कहा कि राज्य के अभिभाषण को व्यापक संवैधानिक महत्व प्राप्त है और देश के विधि आयोग समेत अनेक उच्च न्यायालयों ने भी इसे स्वीकार किया है। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि सदन की कार्यवाही में व्यवधान, अभिभाषण में रुकावट की कोशिशें और समानान्तर भाषण के प्रयास संसदीय व्यवस्था में निन्दनीय मानी गयी है। 

श्रीमती मुर्मू ने कहा कि विगत दो सत्रों में जिस तरह सदन की कार्यवाही को बाधित किया गया है उसे उचित नहीं कहा जा सकता है। उन्होंने कहा कि झारखंड विधानसभा का यह गरिमामयी सदन राज्य की सर्वोच्च प्रतिनिधि संस्था तथा जनता की समस्याओं के समाधान के लिए सबसे बड़ा मंच है। उन्होंने कहा कि किसी भी समस्या का समाधान संवाद से ही संभव है। इस मंच पर जनता के हितों और सरोकारों से संबंधित विषयों पर प्रत्यक्ष रूप से विचार-विमर्श कर व्यापक परिप्रेक्ष्य में निर्णय लिये जाते हैं। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष मानसून और शीतकालीन सत्र में जनहित से जुड़े अल्पसूचित प्रश्न, तारांकित प्रश्न, निवेदन, ध्यानाकर्षण एवं शून्यकाल के प्रश्न जिनका उत्तर सदन में दिया जाना था अनुत्तरित रह गये। यहां तक कि प्रश्नकाल के दौरान जनहित से जुड़े मुद्दों पर भी मुख्यमंत्री का उत्तर नहीं सुना गया। राज्यपाल ने कहा कि यह स्वस्थ लोकतंत्र के लिए शुभ संकेत नहीं है तथा इस पर गंभीरतापूर्वक विचार किये जाने की आवश्यकता है। राज्यपाल ने अपने अभिभाषण में सिंचाई, स्वास्थ्य, शिक्षा सड़क, पेयजल आपूर्ति, बिजली और अन्य आधारभूत संरचनाओं के विकास के लिए किये जा रहे कार्यों का जिक्र किया। इसके अलावा विभिन्न विभागों में नियुक्तियां, युवाओं के कौशल विकास, स्वरोजगार, कानून व्यवस्था की सुदृढ़ स्थिति, राजधानी को वाई-फाई सिटी बनाने, श्रमिक कानून के सरलीकरण, मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना, अटल योजना और राज्य कर्मचारियों को सातवां वेतनमान दिये जाने समेत कई निर्णयों का जिक्र किया। 

राज्यपाल का अभिभाषण समाप्त होने और विधानसभा परिसर से उनके प्रस्थान कर जाने के बाद सदन की कार्यवाही फिर से शुरु हुई। विधानसभा अध्यक्ष श्री उरांव ने बजट सत्र के लिए पीठासीन पदाधिकारियों के रुप में झारखंड मुक्ति मोर्चा के स्टीफन मरांडी भाजपा के अशोक कुमार फूलचंद मंडल कांग्रेस के आलमगीर आलम और जय भारत समानता पार्टी की गीता कोड़ा मनोनयन किया। कार्यमंत्रणा समिति के सदस्य के रुप में मुख्यमंत्री रघुवर दास, नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन, संसदीय कार्यमंत्री सरयू राय, आजसू पार्टी विधायक दल के नेता और मंत्री चंद्रप्रकाश चौधरी, कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम, झारखंड विकास मोर्चा (झाविमो) विधायक दल के नेता प्रदीप यादव और विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में मंत्री सी.पी. सिंह, नीलकंठ सिंह मुंडा, सत्तारुढ़ दल के मुख्य सचेतक राधाकृष्ण किशोर, विरोधी दल के मुख्य सचेतक नलिन सोरेन, झामुमो के स्टीफन मरांडी, कांग्रेस के सुखदेव भगत, झामुमो के रवींद्रनाथ महतो, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सत्येंद्र तिवारी और विरंची नारायण, मासस के अरूप चटर्जी, जय भारत समानता पार्टी की गीता कोड़ा, भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा-माले) के राजकुमार यादव और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के कुशवाहा शिवपूजन मेहता को मनोनीत किया। इस मौके पर राष्ट्रपति से अनुमति प्राप्त विधेयक कारखाना (झारखंड संशोधन विधेयक 2016) और राज्यपाल से अनुमत विधेयक झारखंड विनियोग विधेयक 2016, पिछड़े वर्गों के लिए राज्य आयोग (संशोधन विधेयक 2016), झारखंड मूल्यवर्द्धित कर (संशोधन विधेयक 2016) और झारखंड निजी साहूकारी (निषेध विधेयक 2016) की विवरणी सभा पटल पर रखी गयी। बजट सत्र के पहले दिन विगत सत्र से अब तक की अवधि में अनेक महत्वपूर्ण राजनेता, वैज्ञानिक, अर्थशास्री, कलाकार और शिक्षा से जुड़े लोगों के निधन पर विधानसभा अध्यक्ष दिनेश उरांव ने शोक व्यक्त किया। झामुमो के पूर्व विधायक सालखन सोरेन, मध्यप्रदेश के पूर्व राज्यपाल रहे भाई महावीर, मध्य प्रदेश के राज्यपाल रहे राम नरेश यादव, तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे. जयललिता, जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल एस. के. सिन्हा, पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री तथा तमिलनाडु के पूर्व राज्यपाल सुरजीत सिंह बरनाला, पूर्व सांसद किशोरी सिन्हा, प्रख्यात वैज्ञानिक तथा पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रो. एम. जी. मेनन, पूर्व केंद्रीय मंत्री जयवन्ती वेन मेहता, अभिनेता ओमपुरी, वरिष्ठ पत्रकार दिलीप पडगांवकर, पर्यावरणविद् अनुपम मिश्र, अर्थशास्री सौमित्र चटर्जी समेत अन्य घटनाओं में मारे गये लोगों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की गयी। दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए कुछ पल मौन रखने के बाद सभा की कार्यवाही बुधवार पूर्वाह्न 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी। 

दरभंगा संस्कृत विवि के बर्खास्त कुलपति की पुन: बहाली का आदेश

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पटना 17 जनवरी, पटना उच्च न्यायालय ने कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के बर्खास्त कुलपति डॉ. देवनारायण झा को पुनः बहाल करने का आदेश दिया है। न्यायमूर्ति ज्योति शरण ने यहां मामले में सुनवाई के बाद विश्वविद्यालय के बर्खास्त कुलपति डॉ. झा की पुन: बहाली का आदेश दिया है। इससे पूर्व 16 अगस्त 2016 को कुलाधिपति कार्यालय के आदेश पर डाॅ. देवनारायण झा को उनके पद से बर्खास्त कर दिया गया था। देवनारायण झा पर कुलपति बनने के लिए निर्धारित दस वर्ष बतौर प्रोफेसर के पद का अनुभव नहीं होने का आरोप था। वहीं, प्रार्थी श्री झा ने अदालत को बताया कि साल 2001 में उन्हें प्रोफेसर के पद पर प्रोन्नति दी गयी थी और कुलपति बनने से पूर्व वर्ष 2014 तक उन्हें करीब 13 वर्ष का अनुभव था। 

बिहार में शराब की बॉटलिंग करने वाली इकाइयों के लाइसेंस का नहीं होगा नवीनीकरण

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राजगीर 17 जनवरी, पूर्ण नशामुक्ति के निश्चय पर अटल बिहार की नीतीश सरकार ने आज एक और साहसिक कदम उठाते हुये अगले वित्त वर्ष से राज्य में शराब की बॉटलिंग करने वाली इकाइयों के लाइसेंस का नवीनीकरण नहीं करने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में यहां इंटरनेशनल कंवेशंन सेंटर में आयोजित मंत्रिमंडल की बैठक में इस आशय का निर्णय लिया गया। मंत्रिमंडल सचिवालय एवं समन्वय विभाग के प्रधान सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा ने बैठक के बाद संवाददाताओं को बताया कि मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग के अन्तर्गत बिहार मद्य निषेध और उत्पाद अधिनियम, 2016 की धारा-24 में राज्य सरकार को प्रदत्त शक्तियों के आलोक में अनाज आधारित आसवनी से ई०एन०ए० निर्माण, विदेशी शराब विनिर्माणशाला/बोटलिंग प्लांट की अनुज्ञप्ति का वित्तीय वर्ष 2017-18 से नवीकरण नहीं करने की स्वीकृति दी गई। उन्होंने बताया कि राज्य में 21 ऐसी इकाइयां हैं, जिनके लाइसेंस का नवीनीकरण नहीं किया जाएगा। हालांकि इथेनॉल बनाने वाली छह ऐसी इकाई है जिन पर सरकार का यह निर्णय लागू नहीं होगा। उल्लेखनीय है कि शराबबंदी के बारे में जागरुकता फैलाने के लिए 21 जनवरी को मानव श्रृंखला निर्माण अभियान के चार दिन पहले सरकार ने शराब बनाने वाली इकाइयों के लाइसेंस का नवीनीकरण नहीं करने का फैसला किया है। 

श्री मेहरोत्रा ने बताया कि सरकार ने सर्व शिक्षा अभियान योजना के अन्तर्गत कार्यरत शिक्षकों के वित्त वर्ष 2016-17 के बकाए वेतन (नवंबर 2016 से फरवरी 2017 तक) के भुगतान के लिए 2100 करोड़ रुपये (केन्द्रांश मद में राशि की प्राप्ति की प्रत्याशा में 1470.1880 करोड़ रुपये तथा राज्यांश मद में 629.8120 करोड़ रुपये) की विमुक्ति एवं व्यय को मंजूरी दी है। बैठक में शिक्षा विभाग (माध्यमिक शिक्षा) के ही तहत माध्यमिक शिक्षा के सार्वजनीकरण के लिए सभी पंचायतों में एक उच्च माध्यमिक विद्यालय की स्थापना संबंधी नीति के अन्तर्गत शौच मुक्त पंचायत को प्राथमिकता देने की स्वीकृति दी गई है। सूचना प्रावैधिकी (आईटी) विभाग के तहत राज्य में आईटी आधारित आधारभूत संरचना को विकसित एवं आईटी आधारित उद्योगों में निवेश को प्रोत्साहन प्रदान किये जाने के निमित्त राज्य की राजधानी पटना में डाकबंगला चौराहा पर रियायती के माध्यम से आईटी के निर्माण किए जाने के संबंध में स्वीकृति दी गई। प्रधान सचिव ने बताया कि पथ निर्माण विभाग के अन्तर्गत भारत-नेपाल सीमा के समानान्तर बिहार में पश्चिम चम्पारण जिले के उत्तर प्रदेश राज्य सीमा पर राष्ट्रीय उच्च पथ-28 बी० के गोबरहिया ग्राम (मदनपुर के निकट) से प्रारंभ होकर पूर्वी चम्पारण, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया होते हुए किशनगंज जिला के पश्चिम बंगाल राज्य सीमा पर गलगलिया तक, कुल 552.293 किलोमीटर दो लेन पथ एवं पुल-पुलिया निर्माण कार्य, भू-अर्जन और पर्यावरण मंजूरी जैसे कार्य के लिए कुल 3935.1304 करोड़ रुपये की मंजूरी प्रदान की गई है। 

दरभंगा एवं बरौनी से दिल्ली के लिए चलेंगी एसी स्पेशल रेलगाड़ियां

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पटना 17 जनवरी, पूर्व मध्य रेलवे ने रंगो के त्योहार होली एवं ग्रीष्मकालीन छुट्टियों के दौरान यात्रियों की भारी भीड़ के मद्देनजर उनकी सुविधा के लिये दरभंगा- नई दिल्ली और बरौनी-नई दिल्ली के बीच दो वातानुकूलित विशेष रेलगाड़ियों के परिचालन का निर्णय लिया है। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी अरविंद कुमार रजक ने आज यहां बताया कि गाड़ी संख्या 04404/04403 नई दिल्ली-बरौनी एसी स्पेशल एक्सप्रेस का तीन मार्च 2017 से एक जुलाई 2017 तक सप्ताह में दो दिन परिचालन किया जायेगा । गाड़ी संख्या 04404 नई दिल्ली-बरौनी एसी एक्सप्रेस स्पेशल दिनांक तीन मार्च से तीस जून 2017 तक सप्ताह में दो दिन शुक्रवार एवं मंगलवार को नई दिल्ली से 19:25 बजे खुलकर अगले दिन 18:50 बजे बरौनी पहुंचेगी। वापसी में, यह ट्रेन गाड़ी संख्या 04403 बनकर बरौनी से नई दिल्ली जायेगी। उन्होंने बताया कि इस विशेष ट्रेन का परिचालन चार मार्च से शुरू होगा जो एक जुलाई तक जारी रहेगा। यह ट्रेन सप्ताह में दो दिन शनिवार एवं बुधवार को बरौनी से 21:35 बजे खुलकर अगले दिन 22:10 बजे नई दिल्ली पहुंचेगी । श्री रजक ने बताया कि यह विशेष गाड़ी बरौनी और नई दिल्ली के बीच अप एवं डाउन दिशा में समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर, हाजीपुर, छपरा, सीवान, देवरिया सदर, गोरखपुर, बस्ती, गोंडा, बाराबंकी, लखनऊ, बरेली एवं मुरादाबाद स्टेशनों पर रूकेगी । इस ट्रेन में एसी टू टीयर के 05 कोच, थ्री टीयर के 08 कोच, पैंट्री कार का 01 कोच एवं एसएलआर के 02 कोच सहित कुल 16 कोच होंगे । 

इसी तरह दिल्ली और दरभंगा के बीच दिनांक दो मार्च 2017 से तीस जून 2017 तक सप्ताह में दो दिन एसी एक्सप्रेस का परिचालन किया जायेगा । गाड़ी संख्या 04406 दिल्ली-दरभंगा एसी एक्सप्रेस स्पेशल दो मार्च 2017 से 29 जून 2017 तक सप्ताह में दो दिन गुरूवार एवं सोमवार को नयी दिल्ली से 11:15 बजे खुलकर अगले दिन 09:30 बजे दरभंगा पहुंचेगी । वापसी में, यह ट्रेन गाड़ी संख्या 04405 दरभंगा-दिल्ली एसी एक्सप्रेस स्पेशल बनकर तीन मार्च 2017 से 30 जून 2017 तक सप्ताह में दो दिन शुक्रवार एवं मंगलवार को दरभंगा से 12:00 बजे खुलकर अगले दिन 12:40 बजे दिल्ली पहुंचेगी । यह विशेष ट्रेन दरभंगा और दिल्ली के बीच अप एवं डाउन दिशा में समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर, हाजीपुर, छपरा, सीवान, देवरिया सदर, गोरखपुर, बस्ती, गोंडा, बाराबंकी, लखनऊ, बरेली एवं मुरादाबाद स्टेशनों पर रूकेगी । इस ट्रेन में भी एसी टू टीयर के 05 कोच, थ्री टीयर के 08 कोच, पैंट्री कार का 01 कोच एवं एसएलआर के 02 कोच सहित कुल 16 कोच होंगे । 

देश के विकास में भागीदार बने युवा : नीतीश

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जमुई 17 जनवरी, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने युवाओं से देश के विकास में भागीदार बनने का आह्वान करते हुए कहा कि युवा आगे बढ़ेंगे तो देश को आगे बढ़ने से कोई रोक नहीं सकता। श्री कुमार ने आज यहां जीविका दीदीयों की एक सभा को संबोधित करते हुये कहा कि राज्य सरकार के सात निश्चयों में से दो निश्चय के केन्द्र में युवा है। बिहार में युवाओं की आबादी सर्वाधिक है। राज्य के युवा 12वीं के बाद बहुत कम पढ़ पाते हैं। स्नातक एवं स्नातकोतर करने वाले युवाओं की संख्या मात्र 13 प्रतिशत है। 12वीं से आगे पढ़ने वाले युवाओं को चार लाख रूपये तक का स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड दिया जायेगा ताकि वे दूसरों पर बोझ बने बिना अपनी पढ़ाई कर सकें। उन्होंने कहा कि कुछ युवा ऐसे हैं जो आगे नहीं पढ़ना चाहते हैं और रोजगार की तलाश कर रहे हैं। बीस से पच्चीस साल के ऐसे युवाओं को सरकार दो साल तक एक हजार रूपये प्रतिमाह स्वयं सहायता भता देगी। श्री कुमार ने कहा कि राज्य के युवा रोजगार तलाशते हैं लेकिन बेहतर रोजगार तभी मिलेगा, जब उन्हें कम्प्यूटर का ज्ञान हो। उन्होंने वर्तमान दौर को कम्प्यूटर युग बताया और कहा कि आज के दौर में कम्प्यूटर का ज्ञान, संवाद कौशल, व्यवहार कौशल जरूरी है। इसके लिये कुशल युवा कार्यक्रम लाया गया है, जो शुरू भी हो गया है। उन्होंने कहा कि कुछ युवा ऐसे हैं, जो स्वयं अपना रोजगार करना चाहते हैं, ऐसे उद्यमी युवाओं की सहायता के लिये पांच सौ करोड़ रूपये का वेंचर कैपिटल फंड बनाया गया है। बिहार में सबसे अधिक आबादी युवाओं की है। युवा आगे बढ़ेंगे तो देश आगे बढ़ेगा और देश की प्रगति में उनका योगदान होगा।

मुख्यमंत्री ने सात निश्चय की चर्चा करते हुए कहा कि राज्य में महागठबंधन सरकार बनने के बाद के साझा कार्यक्रम में इसे शामिल किया गया था। सरकार बनने के बाद सात निश्चय के कार्यक्रमों को लागू करने के लिये योजनायें बनायी गयी। सात निश्चय को सरकारी कार्यक्रम के रूप में स्वीकार किया गया। सात निश्चय योजना को किस प्रकार लागू करना है, इस संदर्भ में विभिन्न पहलुओं पर गहन चिंतन कर योजनाओं का सूत्रण किया गया है। श्री कुमार ने कहा कि सात निश्चय में से एक निश्चय को पूरे तौर पर लागू भी कर दिया गया है। यह निश्चय महिलाओं को सभी सरकारी सेवाओं में 35 प्रतिशत आरक्षण देने का था जिसे सरकार बनने के दो महीने के अंदर पूरी तरह लागू कर दिया गया। उन्होंने कहा कि बिहार ऐसा पहला राज्य है, जहां पंचायती राज संस्थाओं एवं नगर निकायों में महिलाओं को पचास प्रतिशत आरक्षण दिया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन तीन निश्चयों के अलावा चार अन्य निश्चय सभी के लिये है। राज्य के गांव हो या शहर, हर वर्ग के लोगों को इसका लाभ मिलना है। इसके तहत हर घर नल का जल, हर घर शौचालय, हर घर बिजली, हर गांव में पक्की गली-नाली का निर्माण होना है। उन्होंने कहा कि सरकार का निश्चय है कि चार साल के अंदर हर घर नल का जल, हर गांव में पक्की गली-नाली का निर्माण करा देंगे। 

श्री कुमार ने शराबबंदी की चर्चा करते हुए कहा कि राज्य में पूर्ण शराबबंदी ने सामाजिक क्रांति का सूत्रपात किया है। शराबबंदी का बिहार में काफी अच्छा प्रभाव पड़ा है। जिस घर में तबाही थी, आज शांति है। माहौल बदला-बदला सा लग रहा है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग आरोप लगाते हैं कि शराबबंदी से पांच हजार करोड़ रूपये के राजस्व की हानि हुयी है लेकिन मेरा मानना है कि बिहार के लोगों का दस हजार करोड़ रूपये बच रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा , “ हम शराबबंदी से आगे नशामुक्ति की ओर जा रहे हैं। अब नशामुक्ति की ओर समाज को ले जाना है। जन जागरूकता के लिये दो महीने का अभियान चलेगा। यह अभियान 21 जनवरी से 22 मार्च तक चलेगा। 21 जनवरी को पूरे बिहार में 12:15 बजे अपराह्न से 01:00 बजे अपराह्न तक मानव श्रृंखला बनेगी। दुनियां में इतनी बड़ी मानव श्रृंखला नहीं बनी है। सभी बिहारवासी 21 जनवरी को अपनी एकजुटता प्रदर्शित करेंगे। ” श्री कुमार ने मानव श्रृंखला में अधिक से अधिक लोगों से शामिल होने की अपील करते हुए कहा कि एक-एक व्यक्ति तैयार होकर 12:15 बजे अपराह्न तक पहुंच जायें। दो करोड़ लोग इस मानव श्रृंखला में भाग लेंगे। मानव श्रृंखला का संदेश दूर तक जायेगा कि बिहार नशामुक्ति एवं शराबबंदी के लिये एकजुट है। मानव श्रृंखला के बाद सामाजिक परिवर्तन की बुनियाद मजबूत होगी और बिहार आगे बढ़ेगा। इससे पूर्व निश्चय यात्रा के आठवें चरण के तहत जमुई पहुंचे श्री कुमार ने सबसे पहले लच्छुआर गांव पहुंचे और प्रसिद्ध जैन मंदिर जाकर पूजा अर्चना की । बाद में मुख्यमंत्री ने हेलीकॉप्टर से मंदिर का एरियल सर्वेक्षण भी किया। 

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर 17 जनवरी)

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आनंद उत्सव मे गांव वासीयो ने खुब लिया आनंद

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पारा । राज्य सरकार द्वारा 14 से 21 जनवरी तक मनाए जा रहे आनंद उत्सव का आयोजन मंगलवार को कलस्टर ग्राम पारा मे किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद रामा एम एल टांक , अध्यक्ष समाज सेवी प्रकाश छाजेड व विशेश अतिथी राकेश कटारा, पत्रकार अमृत लाल जेन व अनिल श्रीवास्तव थे। अतिथीयो ने मां सरस्वती के चित्र पर पुश्पमाला अर्पित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम के दोरान श्री टांक ने बताया की आज मंगलवार को रामा जनपद के परिक्षेत्र मे ग्राम पारा सहीत रजला,चुडेली,पलासडी व खयडुबडी मे भी आनंद उत्सव का आयोजन किया जा रहा हे। आनंद उत्सव का आयोजन पारा कलस्टर मे सात पंचायत पारा सहीत बलोला,रातिमाली,झुमका,नरसिंगपुरा,दोलतपुरा व महुडीपाडा को शामील कर बुनियायदी प्राथमिक शाला मे किया गया हे। जहा पर कबड्डी,खेाखो,रस्साकसी,व्हालीबाल आदी खेलो का आयोजन किया गया।जिसे रेफरी राकेश परमार व श्री पुरोहीत जी के निर्देश मे खेला गया। जिसमे सभी पंचायतो के ग्राम वासीयो ने उत्साह पुर्वक भाग लिया साथ ही महिलाओ ने पारंपरिक आदिवासी गीत भी प्रस्तुत किए। कार्यक्रम के दोरान उपायुक्त आदिवासी विभाग शंकुन्तला डामोर ने भी शिरकत की व आयोजन का जायजा लिया। इस अवसर पंचायत पारा सरपंच ,मण्डी डायरेक्टर ओकारसिह डामोर, केमता भाई डामोर पर सभी पंचायतो के सरपंच सचिव रोजगार सचिव,सहायक माडल अधिकारी जामसिह डामोर ,नोडल अधिकारी दशरथ निगवाल,आंगनवाडी सुपरवायजर कमला पंवार सहीत आगनवाडी कार्यकर्ता सहायिका दर्शक व ग्रामवासी उपस्थित थे।

सत्ता व संगठन के जनप्रतिनिधि विकास कार्यों पर निगरानी रखे - श्रीमती बघेल
  • राणापुर में भाजपा जिला कार्यसमिति की वृहद बैठक सम्पन

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झाबुआ । भाजपा सरकार और संगठन से जुड़े सभी जन प्रतिनिधि और पदाधिकारी आपस में बेहतर समन्वय बनाकर प्रत्येक नगरीय निकाय और ग्रामीण क्षैत्रों में यह सुनिश्चित करे  की मुख्यमंत्री  श्री शिवराजसिंह चैहान द्वारा विकास के लिए प्रदत्त की जा रही राशि सही रूप में विकास कार्यों में उपयोग में की जा रही है या नहीं ।भाजपा अगर प्रत्येक मतदान केंद्र तक सशक्त है तो फिर कोई शक्ति हमें कभी पराजित नहीं कर सकती। गम्भीर बीमारियों के मरीजो को प्राथमिकता से स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराना भाजपाजनों की समाज सेवा का प्रमुख अंग बने। उक्त विचार भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष , मनावर विधायक और झाबुआ जिला प्रभारी श्रीमती रंजना बघेल ने राणापुर में आयोजित भाजपा जिला कार्यसमिति की वृहद बैठक में व्यक्त किए।उन्होंने कहा 1990 के दशक में इस क्षैत्र में भाजपाजनों की स्थिति यह थी की किसी - किसी  गाँव में रात में विपक्षी दल के लोग विरोध जताने के लिए हम भाजपाजनों पर पत्थरों से भी हमला करने से नहीं चुकते थे।कर्मठ समर्पित कार्यकर्ताओं की पीढ़ी के बल पर और लगातार जारी प्रयासो से अब स्थितियाँ और परिस्थितयाँ पूर्ण रूप से अनुकूल बन गई है।संगठन के विस्तार के लिए ग्रामीण क्षैत्रों में संचालित समितियॉ महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।अतः सत्ता और संगठन दोनों ही स्तर से समितियों के जरिये सेवा व संपर्क कार्य पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए।प्रदेश में ग्रामीण और नगरीय क्षैत्रों में गंभीर बिमारियों से ग्रस्त कई व्यक्ति है , जिन्हें समुचित स्वास्थ्य सेवा की जरूरत है। ऐसे व्यक्तियों को भाजपा पदाधिकारी व जनप्रतिनिधि चिन्हित कर शासन की स्वास्थ्य सेवाओं से लाभावान्वित करे।बैठक में जिला प्रभारी श्रीमती बघेल ने जिले के सभी भाजपा मण्डल अध्यक्षों से मण्डलवार विगत दिनों में किए गए  कार्यों की जानकारी प्रतिवेदन वृत्त के रूप में ली।उन्होंने सभी मंडल अध्यक्षों को विशेष रूप से निर्देशित करते हुए आगामी चुनावों के मद्देनजर संगठन के दिशा - निर्देश दिए साथ ही आगामी आयोजनों में शामिल 25 जनवरी को राजमाता विजयाराजे सिंधिया की पुण्यतिथि पर मंडल स्तर पर वृहद बैठक आयोजित कर प्रभारियों की नियुक्ति करने , 11 फरवरी को समर्पण दिवस और 06 अप्रैल को भाजपा का स्थापना दिवस मनाए जाने को लेकर क्षेत्रवासियों को इन आयोजनों में बड़ी संख्या में शामिल हो ऐसे सतत प्रयास करने के निर्देश दिए। भाजपा जिलाध्यक्ष श्री दौलत भावसार ने बैठक को संबोधित करते हुए सभी कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों से संगठन को लगातार मजबूती प्रदान करते हुए अपने - अपने क्षैत्र में भाजपा के जनहितैषी सिद्धान्तों को जन - जन तक पहुँचाने का सन्देश दिया।उन्होंने कहा सामाजिक जीवन के प्रत्येक क्षैत्र से जुडी भाजपा सरकारो की विविध कल्याणकारी योजनाओं का लाभ कार्यकर्ता अगर अपने - अपने क्षेत्रवासियों तक तेजी से पहुँचाने में सक्रिय भूमिका निभाए तो संगठन का और तेजी से विस्तार होना तय है।उन्होंने जिला प्रभारी श्रीमती बघेल को आश्वस्त किया कि संगठन की रीती - नीति और दिशा - निर्दशों का धरातल पर लगातार पालन किया जा रहा है।इस दिशा में अड़चन डालने वाले तत्वों को संगठन की कार्य शैली अनुरूप उदासीन करने की प्रक्रिया आरम्भ की जा चुकी है।जिसे संगठन और अनुशासन के तहत बिना पक्षपात किए लगातार जारी रखी जाएगी। इससे पूर्व बैठक का शुभारंभ दिप प्रज्वलन , कन्या पूजन और वंदे मातरम् गान के साथ किया गया।स्वागत भाषण राणापुर नगर पंचायत उपाध्यक्ष श्रीमती सुनीता अजनार ने देते हुए कहा यह पहला अवसर है जब राणापुर में भाजपा जिला कार्यकारिणी की बैठक आयोजित की गई है , जिला संगठन की इस पहल के प्रति उन्होंने हर्ष व्यक्त किया।उन्होंने कहा महिला सशक्तिकरण भाजपा के महत्वपूर्ण  कार्यो में प्राथमिक कार्य रहा है फलस्वरूप आज नगर सहित विशेष रूप से ग्रामीण क्षैत्रों की महिलाए तेजी से राष्ट्र विकास में अपना योगदान कर पा रही है।राणापुर प्रभारी व जिला उपाध्यक्ष श्री लक्ष्मणसिंह नायक ने पूर्व मुख्यमंत्री श्री सुन्दरलाल पटवा सहित जिले के भाजपा परिवारों में दिवंगत हुए परिजनों के प्रति शोक संवेदना व्यक्त की। बैठक में शामिल भाजपाजनो द्वारा दो मिनिट का मौन रखा गया।जिला महामंत्री श्री दिलीप कुशवाह ने आरम्भ में बैठक से जुड़े मुख्य बिंदुओं से भाजपा कार्यकर्ताओं का परिचय कराया।पेटलावद विधायक सुश्री निर्मला भूरिया ने सागर में सम्पन्न हुई भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी बैठक में पारित किए गए राजनीतिक प्रस्ताव का वाचन कर भाजपाजनो का मार्गदर्शन किया।इस अवसर पर झाबुआ विधायक शांतिलाल बिलवाल ,थांदला विधायक कलसिंह भाबर , जिला महामंत्री थावरसिंह भूरिया ,अजजा मोर्चा प्रदेश महामंत्री कल्याणसिंह डामोर , राणापुर मंडल अध्यक्ष सूरसिंह हटीला , प्रदेश कार्यसमिति सदस्य शैलेष दुबे , जिला उपाध्यक्ष ओमप्रकाश राय , अजय पोरवाल , हेमंतटी भट्ट , फकीरचंद राठौड़ , सुनीता अजनार , सुनीता वसावा , जिला मंत्री गोपालसिंह पँवार , माया सोलंकी , सावित्री मेड़ा , जिला कार्यालय मंत्री पंडित महेंद्र तिवारी , जिला मीडिया प्रभारी अंबरीष भावसार , जिला कोषाध्यक्ष विनोद भंडारी , भाजयुमो जिलाध्यक्ष भानू भूरिया , गोविंद अजनार , मेगजी अमलियार , राजेन्द्र उपाध्याय , छगनलाल प्रजापति , डॉ. भगवानदास काबरा , छीतूसिंह मेड़ा सहित बड़ी संख्या में भाजपा पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित थे।बैठक का संचालन राणापुर नगर मंडल महामंत्री ललित बंधवार ने किया व आभार जिला महामंत्री थावरसिंह भूरिया ने माना।

कटनी के हवाला कांड को लेकर भोपाल में प्रदर्शन कर रहे कांग्रेसियों पर पुलिस ने किया बर्बरतापूर्वक लाठीचार्ज,
  • प्रदेष कांग्रेस अध्यक्ष सहित सैकड़ों प्रदर्शनकारी बुरी तरह घायल
  • सांसद कांतिलाल भूरिया एवं जिला कांग्रेस ने की कडे षब्दों में निदंा

झाबुआ। मध्यप्रदेष कांग्रेस कमेटी के प्रदेषाध्यक्ष अरूण यादवजी की अगुवाई में भ्रश्ट षिवराज सरकार के खिलाफ षांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्षन कर रहे प्रदेष कांग्रेस अध्यक्ष अरूण यादवजी एवं प्रदेष कांग्रेस कार्यालय पर बर्बर तरीके से लाठीचार्ज कर गंभीर घायल करने एवं षिवराज सरकार जो भोपाल में 500 करोड़ रूपयों के हवाला कांड में घिरे भाजपा मंत्री संजय पाठक को बचाने के लिए किए गए इस लाठीचार्ज की सांसद कांतिलाल भूरिया एवं जिला कांग्रेस ने कडे षब्दों में निंदा की है। सांसद भूरिया एवं जिला कांगे्रस अध्यक्ष निर्मल मेहता, जिला कांग्रेस कार्यवाहक अध्यक्ष सुश्री कलावती भूरिया, युवा नेता डाॅ.विका्रंत भूरिया, प्रवक्ता हर्श भट्ट एवं जिला कांग्रेस के वरिश्ठ कांग्रेस पदाधिकारियों ने संयुक्त विज्ञप्ति जारी कर कहा कि हवाला कांड में पुलिस की शुरूआती जांच में साफ तौर पर फंस चुके शिवराज कैबिनेट के सदस्य संजय पाठक के खिलाफ कार्यवाही के बजाय मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान और उनकी पूरी सरकार राज्यमंत्री संजय पाठक को बचाने में जुटी है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के पुत्र और कई अन्य नामी-गिरामी चेहरे पूरे मामले में उजागर होते देख मुख्यमंत्री श्री चैहान कटनी एसपी गौरव तिवारी को बदल दिया गया। सांसद कांतिलाल भूरिया ने आरोप लगाया गया है कि मुख्यमंत्री श्री चैहान और उनकी सरकार सही बात उठाने वाली कांग्रेस की आवाज दबाने के लिये दमनकारी नीति पर आमादा हो गई है। सरकार के इशारे पर सुनियोजित तरीके से पुलिस वालों ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री यादव को जमकर निशाना बनाया। सरकार का इशारा होने की वजह से ही पुलिस प्रोटोकाॅल तक को भूल गई। श्री यादव के सिर पर डंडे मारने के अलावा हाथ-पैरों और पूरे शरीर पर पुलिस ने जमकर लाठियां भांजी। जो कि बहुत ही निंदनीय और षर्मनाक कृत्य है। भूरिया ने आगे कहा कि सोमवार कि इस घटना को प्रदेष के लोकतंत्र के इतिहास में काले दिन के रूप में जाना जाएगा। प्रदेषाध्यक्ष एवं अन्य कांगे्रस नेताओं पर किए गए प्राणघातक हमले को भाजपा को सोची समझी एवं सुनियोजित साजिष करार दिया। श्री भूरिया ने आगे कहा कि लोकतंत्र के इतिहास में किसी भी राजनैतिक दल के कार्यालय के अंदर घुस कर कार्यकर्ताओं पर इस तरह बर्बरता पूर्वक हमला आज तक नहीं किया गया। यह कृत्य षिवराज सरकार का एक दमनकारी नीतियों को ही दर्षाता है। षिवराज सरकार का यह कृत्य साफ तौर पर जनता की आवाज को दबाने का प्रयास साबित करता है। कटनी एवं भोपाल की घटनाओं ने यह पूरी तरह दर्षा दिया है कि लोकतंत्र का गला घोटने वाली भाजपा भ्रश्टाचारियों को संरक्षण देकर उन्हें बचाने में लगी हुई है। किंतु कांग्रेस पार्टी हर किमत पर भाजपा सरकार की दमनकारी नीतियों का प्रबल विरोध करेगी।

नोटबंदी के कारण किसानों को हो रहे नुकसान की भरपाई हेतु जिला कांग्रेस ने की केन्‍द्र एवं राज्‍य सरकार से मांग

झाबुआ । जिला कांग्रेस ने भाजपा की केन्‍द्र एवं राज्‍य सरकार द्वारा नोटबंदी के कारण एवं उनकी किसान विरोधी नीतियों के कारण आज किसान दर.दर की ठोकर खाने को मजबूर है। नोटबंदी के कारण सोयाबीनए कपासए टमाटरए प्‍याजए आलुए मटर एवं अन्‍य फसलों का भी उनको लागत मूल्‍य नही मिल पा रहा है। किसान अपनी फसलों को सड़कों पर फैकने पर मजबूर होना पड़ रहा है किंतु प्रदेश एवं देश की सरकार आंखे मूंदे बैठी है। तथा किसान का पूरा परिवार खुन के आंसुओं पीकर रोने को मजबूर है। उक्‍त आरोप जिला कांग्रेस अध्‍यक्ष निर्मल मेहताए कार्यवाहक अध्‍यक्ष सुश्री कलावती भूरियाए युवा नेता डॉण्विक्रांत भूरियाए जिला किसान कांग्रेस अध्‍यक्ष नंदलाल मेणए जिला पंचायत उपाध्‍यक्ष चंद्रवीर सिंह राठौरए जिला पंचायत सदस्‍य रूपसिंह डामोरए अकमाल सिंह डामोरए शारदा भाबोरए शंकर तेरसिंहए कलावती गेहलोदए रमिला कैलाश डामोरए शांति राजेश डामोरए प्रवक्‍ता हर्ष भट्टए सहित किसान कांग्रेस के पदाधिकारियों एवं जिला कांग्रेस के पदाधिकारियों ने लगाए। जिला अध्‍यक्ष मेहता ने भाजपा सरकार को आडे हाथों लेते हुए कहा‍ कि प्रदेश एवं देश की सरकार किसानों के बर्बाद फसलों के लिए कोई भी कदम नहीं उठा रही है। आज किसान बड़ी मेहनत कर अपनी फसलों को बजार में ला रहा है किंतु नोटबंदी के चलते उनको लागत मूल्‍य भी नहीं प्राप्‍त हो रही है। तथा मजबूर होकर किसानों को अपना माल वहीं पर छोड़ कर जाना पड रहा है। किंतु प्रदेश सरकार एवं भाजपा के जनप्रतिनिधि पूरी तरह से मौन व्रत धारण किए हुए है। जिला कांग्रेस कार्यवाहक अध्‍यक्ष सुश्री कलावती भूरिया ने भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अच्‍छें दिन देने का वादा करने वाली भाजपा के नेता को क्‍या अब भी शर्म नहीं आ रही है कि देश का अन्‍नदाता आज अपनी फसलों का दाम नहीं मिलने के कारण उसे फैकने का मजबूर है। किंतु सरकार कोई भी कदम नही उठा रही है। किसानों को आए दिन आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। उन्‍हें गेहुं व अन्‍य खडी फसलों को संभालने की समस्‍या पैदा हो रही है। तथा भाजपा के नेतागण एक जुट होकर कालेधन को सफेद करने में लगे हुए है किंतु मंत्री से लेकर संत्री तक किसानों की परवाह करने वाला कोई नहीं है। जिला कांग्रेस ने मांग की है  कि नोटबंदी के कारण किसानों को हो रहे नुकसान की भरपाई बैंकों से कृषि एवं अन्‍य ऋण भी दिलवाए जाएं एवं केन्‍द्र सरकार बैंक से किसानों के कर्ज की वसुली रूकवाए एवं किसानों को ठंड एवं पाला पडने की वजह से हो रहे नुकसान का मुआवजा दिया जाए साथ ही सरकार अपने स्‍तर पर किसानों की फसलों को उचित दाम देकर खरीदने की व्‍यवस्‍था करे। जिला कांग्रेस ने कहा कि यदि किसानों को उनकी बर्बाद फसलों का उचित मुआवजा नहीं दिया गया तो कांग्रेस किसानों के साथ उनके हित के लिए सड़कों पर आंदोलन करने से भी नहीं चुकेगी।

परख वीडियों कांफ्रेस 19 जनवरी को

झाबुआ । प्रभारी कलेक्टर एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री अनुराग चैधरी ने टी.एल बैठक में बताया कि परख वीडियों कांफ्रेस 19 जनवरी को प्रातः 11 बजे से होगी सभी संबंधित अधिकारी एनआईसी के वीडियों कांफ्रेस कक्ष में तैयारी कर उपस्थित रहे। विडियों कांफ्रेस में खनिज विभाग अवैध उत्खनन एवं परिवहन की पुलिस विभाग की गंभीर सनसनी खेज अपराधो की, स्वास्थ्य विभाग की जिले में टीकाकरण, ग्रामीण क्षेत्र में बीमारियों की स्थिति, शिशु जन्म एवं शिशु मृत्यु की स्थिति विवाह पंजीयन एवं मृत्यु पंजीयन, आशा कार्यकत्र्ताओ एवं डीपो होल्डर के पास दवाओं की उपलब्धता, उप स्वास्थ्य केन्द्रो के संचालन की स्थिति, में प्राथमिक/सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रो के संचालन की स्थिति, जिले में प्रसव पूर्व जांच एवं प्रसव हेतु पंजीयन की स्थिति, आदिवासी विकास विभाग की अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत राहत प्रकरणो के निराकरण की स्थिति, स्कूलों में नकल रोकने तथा परीक्षा की अन्य व्यवस्था, नगर उदय अभियान की, जिले के 0 से 5 वर्ष तक के सभी बच्चों का आधार पंजीयन की समीक्षा की जाएगी। संबंधित अधिकारी परख कार्यक्रम में जानकारी के साथ उपस्थित रहे।

31 मार्च तक आधार सीडिंग शत-प्रतिशत करवाये

झाबुआ । समयावधि पत्रों की समीक्षा बैठक आज कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में संपन्न हुई। बैठक में प्रभारी कलेक्टर श्री अनुराग चैधरी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया। बैंक खातों का आधार सीडिंग एवं आईएफसी कोड की सीडिंग 31 मार्च तक पूर्ण करवाये। मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में विवाह का आयोजन करवाये। स्वरोजगार योजनाओं में हितग्राहियों को ऋण वितरण करवाना सुनिश्चित करे, गणतंत्र दिवस के संबंध में सौपे गये कार्यो को समयावधि में पूर्ण करे एवं 26 जनवरी को शाम को होने वाले भारत पर्व की सभी तैयारियां सुनिश्चित करे। बैठक में नगर उदय अभियान के दोनो चरणो में की गई कार्यवाही एवं तृतीय चरण में की जाने वाली कार्यवाही का पावर पाईंट प्रेजेन्टेसन बनाने के लिए सीएमओं नगर पालिका को निर्देशित किया गया।

26 जनवरी के दिन बने विशेष भोज
बैठक में प्रभारी कलेक्टर श्री चैधरी ने सहायक आयुक्त आदिवासी विकास एवं डीपीसी को निर्देशित किया कि छात्रावास आश्रम एवं स्कूलों में 26 जनवरी के दिन खीर पूडी, सब्जी, लडडू मिठाई भोजन में दिये जाये। प्रभारी मंत्री आकस्मिक रूप से किसी भी स्कूल छात्रावास में भोजन करने जा सकते है। बैठक में सी.एम हेल्पलाइन, जनशिकायत, जनसुनवाई, समयावधि पत्रों की विभागवार समीक्षा की गई एवं आवश्यक निर्देश दिये गये।  बैठक में एडीएम श्री दिलीप कपसें सहित जिला अधिकारी एवं शासकीय सेवक उपस्थित थे।

हेल्पलाइन के प्रकरणो में कलेक्टर भी करेगे शिकायतकत्र्ता से बात
अधिकारी सी.एम.हेल्प लाइन के प्रकरणो में शिकयत कत्र्तां से बात करने के बाद ही उत्तर वेबसाइड पर अपलोड करवाये। बैठक में प्रभारी कलेक्टर ने कहा कि सी.एम.हेल्पलाइन के प्रकरणो में शिकायत करने वाले शिकायत कत्र्ता से वे स्वयं भी बात करेगे। यदि एल-1 व एल-2 अधिकारी द्वारा शिकायत कत्र्ता से बात किये बगैर ही यदि शिकायत का निराकरण करना पाया जाएगा, तो संबंधित अधिकारी के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी।

जिला योजना समिति की समीक्षा बैठक 27 जनवरी को

झाबुआ । श्री विश्वास सारंग राज्यमंत्री म.प्र. शासन, सहकारिता, भोपाल गैस त्रासदी राहत तथा पुर्नवास पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग एवं प्रभारी मंत्री जिला झाबुआ की अध्यक्षता में जिला योजना समिति की बैठक 27 जनवरी को दोपहर 1.00 बजे कलेक्टोरेट के सभा कक्ष में आयोजित की जाएगी। बैठक में नगर उदय अभियान, समग्र स्वच्छता अभियान, कल्याण योजनाएं पंजीयन एवं योजनाओं का लाभ दिलवाना, मुख्यमंत्री मजदूर सुरक्षा योजना, म.प्र. कर्मकार मंडल की हितग्राही मुलक योजनाऐं, मुख्यमंत्री केश शिल्पी कल्याण योजना, मुख्यमंत्री हाथ ठेला एवं सायकल रिक्श चालक योजना, मुख्यमंत्री घरेलू कामकाजी महिला कल्याण योजना, मुख्यमंत्री पथपर विक्रय कल्याण योजना, मुख्यमंत्री हम्माल एवं तुलावटी सहायता योजना-2008, चालक परिचालक कल्याण योजना 2015, लाडली लक्ष्मी एवं सुपोषण अभियान, महिलाओं की सुरक्षा की स्थिति, राज्य बीमारी सहायता एवं राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम कृषि आय को दो गुना करने की कार्ययोजना एवं डिजिटल भुगतान कार्यक्रम की समीक्षा की जाएगी। बैठक में नियत दिनांक एवं समय पर अपने विभाग की समस्त जानकारी सहित उपस्थित होने एवं समीक्षक विभाग को अपने विभाग की अद्यतन जानकारी पांवर पाईंट साफ्ट कापी में एवं ए-4 साईज स्केप कर्मचारी के हस्तें जिला योजना कार्यालय के उपलब्ध कराने के लिए प्रभारी कलेक्टर श्री चैधरी ने निर्देशित किया है।

लेखापाल बसंत कुमार को नोटिस जारी

झाबुआ । श्री लक्ष्मणसिंह चैहान सेवा निवृत प्रधान पाठक मा.वि.सिलखोदरी खण्ड शिक्षा अधिकारी विकास खण्ड रामा द्वारा जनसुनवाई अंतर्गत आवेदन पत्र प्रस्तुत करते हुए उल्लेख किया है कि उनके द्वारा सामान्य भविष्य निधि खाते से पार्ट फाईनल राशि रूपये 83000/- आहरण हेतु आवेदन पत्र प्रस्तुत किया था। आवेदन पत्र प्रकरण अनुसार व महालेखाकार म.प्र. ग्वालियर से प्राप्त वार्षिक लेखा विवरण 2009 अनुसार श्री चैहान के सामान्य भविष्य निधि के खाता क्रमांक एम.डी.49693 में अंतशेष 18102 ही थे। समस्त प्राचार्य एवं खण्ड शिक्षा अधिकारियों व आहरण संवितरण अधिकारियों को निर्देशित किया गया था कि सामान्य भविष्य निधि खाते में राशि ऋणात्मक होने की स्थिति में प्रकरण महालेखाकार म.प्र. ग्वालियर को सुधार हेतु प्रेषित किये जावे व कार्यालय को जी0पी0एफ0पार्ट फाईनल स्वीकृति के लिए प्रस्तुत नहीं किये जावे। संबंधित के खाते में पर्याप्त राशि न होने के बाद भी 80000/- स्वीकृति के लिए प्रकरण प्रस्तुत किया जाकर श्री लक्ष्मणसिंह चैहान सेवा निवृत प्र0पा0 मा0वि0सिलखोदरी को राशि रूपये 80000/- की स्वीकृति प्रदाय की गई। वरिष्ठ के आदेशो व निर्देशो की अवहेलना करने के कारण श्री बसंत कुमार मीणा लेखापाल क0उ0मा0वि0पारा को सहायक आयुक्त आदिवासी विकास श्रीमती शकुन्तला डामोर ने सुचना पत्र जारी कर पत्र प्राप्ति के तीन दिवस में योग्य माध्यम से के लिए निर्देशित किया है। नियत समयावधि में उत्तर प्राप्त न होने की दशा में अनुशासनात्मक कार्यवाही की जावेगी।

आनंद उत्सव में महिलाओं ने पकड़ा माईक और खीची रस्सी, आनंद उत्सव के दौरान जिले में आनंद का माहौल

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झाबुआ । जिले में ग्राम पंचायत स्तर पर चल रहे आनंद उत्सव में सहभागिता करने से महिलाओं को उनका घूंघट भी नहीं रोक पाया। घूंघट करके आदिवासी अंचल की महिलाओं ने कुर्सी दौड, रस्साकसी, भजन गायन एवं अन्य प्रतियोगिताओं में अपनी सहभागीता की। ग्राम पंचायत स्तर पर आयोजित आनंद उत्सव के दौरान गांव के बुजुर्ग, महिला एवं बच्चों ने उत्साह के साथ भाग लिया। ग्राम स्तर पर स्थानीय खेल कबड्डी, खो-खो, 100 एवं 200 मीटर की दौड, तीन पैर की दौड, कुर्सी दौड, भजन, गायन, संगीत एवं नृत्य प्रतियोगिताएॅ आयोजित की गई। गाॅव में आनंद उत्सव के समापन के बाद सामूहिक भोज का आयोजन भी किया गया।

महिलाओं में हुई भजन व रस्साकसी प्रतियोगिता
जिले में आयोजित आनंद उत्सव के दौरान महिलाओं की भजन कुर्सी दौड़, रस्साकसी, प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। भजन प्रतियोगिता में महिलाओं ने स्थानीय भाषा में भजन गाये रस्साकसी में रस्सी खिंचकर टीम की ताकत को प्रदर्शित किया और आयोजित आनंद उत्सव के दौरान प्रतियोगिता में बढ-चढ कर हिस्सा लेकर आनंद की अनुभूति की। पुरूषो के बीच भजन गायन कबडफडी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। पुरूषो ने एक से बढकर एक भजन गाये और आसपास ने वातावरण को आनंदमय किया।

बच्चों ने खो-खो, कबड्डी खेली एवं लगाई दौड
आनंद उत्सव के दौरान बच्चों ने कबड्डी,खो-खो जैसे स्थानीय खेल खेले। उत्सव के दौरान 100 एवं 200 मी. की दौड के साथ ही कुर्सी दौड का आयोजन किया गया। बच्चों ने उत्साह पूर्वक प्रतियोगिताओं में भाग लिया।

सामूहिक भोज का हुआ आयोजन
आनंद उत्सव कार्यक्रम में भाग लेने आये ग्रामीणों ने प्रतियोगिताओं के आयोजन के बाद बच्चो महिलाओ एवं पुरूषो ने सामूहिक भोज किया।

जनसुनवाई में प्रभारी कलेक्टर श्री अनुराग चैधरी ने लिये आवेदन

झाबुआ । आज 17 जनवरी को शासन के निर्देशानुसार जनसुनवाई कार्यक्रम आयोजित किया गया। जनसुनवाई में आवेदन प्रभारी कलेक्टर श्री अनुराग चैधरी ने लिये। आवेदको से आवदेन प्राप्त कर संबधित कार्यालय प्रमुखो को निराकरण के लिये आवश्यक निर्देश दिये। जनसुनवाई में श्रीमती पदमा कटकानी निवासी कालीदेवी ने श्री शांतिलाल पारगी छात्रावास अधीक्षक बालक छात्रावास कालीदेवी द्वारा राशन के सामान के 27 हजार रूपये का भुगतान नहीं करने की शिकायत की एवं भुगतान करवाने के लिए आवेदन दिया। दिना पिता भंतर निवासी डामोर फलिया ग्राम उमरीया वज्रयंत्री ब्लाक झाबुआ ने आंगनवाडी केन्द्र नहीं खुलने की शिकायत की एवं आंगनवाडी केन्द्र की सेवाएं सुचारू करवाने के लिए आवेदन दिया। जोहर सिंह सहायक शिक्षक प्राथमिक विद्यालय ढोल्यावाड ब्लाक राणापुर ने रोकी गई एक वेतन वृद्धि बहाल करवाने के लिए आवेदन दिया। सूरज पिता कैलाश निवासी नवापाडा तहसील झाबुआ ने उच्च शिक्षा ऋण स्वीकृत करवाने के लिए आवेदन दिया। दिव्यांग दिनेश पिता समीर निवासी ग्राम गोला छोटी ब्लाक झाबुआ ने नवीन उपस्वास्थ्य केन्द्र में कार्य दिलवाने के लिए आवेदन दिया। नंदराम दास बैरागी निवासी खवासा ब्लाक थांदला ने गरीबी रेखा का कुपन बनवाने के लिए आवेदन दिया। भगवान ओझा निवासी झाबुआ ने स्टाम्प पेपर विक्रेता द्वारा स्टाम्प पेपर कीमत से दुगुनी कीमत पर बेचने की शिकायत की। पिस्तादेवी पति बसंतीलाल पटवा निवासी पेटलावद ने ब्लास्ट में नष्ट हुए मकान का मुआवजा दिलवाने के लिए आवेदन दिया। श्रीमती बुची पति धनसिंह निनामा ने पति धनसिंह निनामा सहायक शिक्षक के पद पर रहते हुए असामायिक निधन हो जाने से पूर्व का लंबित वेतन भुगतान व जीपीएफ राशि के प्रकरण के निराकरण के लिए आवेदन दिया। रामा पिता जावरिया निवासी लम्बेला तहसील राणापुर ने कुन्दनपुर से गुजरात सीमा तक 3 कि.मी. की डामरीकरण सड़क उखड जाने से पुनः डामरीकरण करवाने के लिए आवेदन दिया। जनसुनवाई में आने वाले आवेदको के आवेदनो का पंजीयन करवाने के लिए कलेक्टर कार्यालय के तल स्तर पर व्यवस्था की गई आवेदकों के आवेदनों का पंजीयन तल स्तर पर किया गया एवं आवेदकों के बैठने के लिए व्यवस्था की गई। जनसुनवाई में पूर्व में आवेदन दे चुके आवेदकों को समस्या के निराकरण की स्थिति से भी अवगत करवाया गया।

धर्म परिवर्तित करवाने के प्रयास का अपराध पंजीबद्ध
   
झाबुआ । आरोपी बदहिंग पिता मिठिया व अन्य 06 नि. गण पिपलोदा बडा ने फरि. नाहरसिंह पिता मंगू सेहलात नि. पिपलोदा बडा हिंदू धर्म से क्रिश्चियन धर्म बहुत अच्छा है कहकर हिंदू धर्म के विषय में अपशब्द कहकर आलोचना की गई व लालच देकर जबरदस्ती धर्म परिवर्तन कराने का प्रयास किया गया। प्रकरण में थाना मेघनगर में अरापध क्रं. 21/17 धारा 153-क भादवि व 3/4 म.प्र. धार्मिक स्वतत्रंता अधि. 1968 का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

अपहरण के दो अपराध पंजीबद्ध
   
झाबुआ । फरि. थावरीबाई पति मांगु उर्फ मांगीलाल कामलीया नि. सागवा धनपुरा की लडकी लीला पिता मांगु, उम्र 16 वर्ष कपडे लेने खवासा गई थी कोई अज्ञात व्यक्ति बहला फुसलाकर अपहरण कर ले गया, फरि. हकरीबाई पति जोसफ मण्डोरिया नि. नरवेलिया की लडकी सुशीला पिता जोसफ उम्र 17 साल घर से हेण्डपंप पर पानी भरने गयी थी जो वापस नही आयी। शंका है कि आरोपी संदेही सुभाष पिता पोल गवारिया नि. इसगढ पिपलिया ने फरि. की लडकी सुशीला को बहला फुसलाकर अपहरण कर ले गया। प्रकरण में थाना थांदला, कल्याणपुरा में अपराध क्रं. 17,19/17 धारा 363 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

सट्टा खेलते रंगे हाथों गिरफ्तार 6350 रूपये जप्त

झाबुआ । थाना थांदला की पुलिस टीम ने आरोपी भुरसिंह पिता कालु मकवाना नि. परवलिया व अन्य 02 को हार जीत का सटटा लिखते रंगे हाथांे पकडा। आरोपियों के कब्जे से सटटा पर्ची लीडपेन व नगदी 6350/-रू. व एक इंटेक्स कंपनी का मोबाईल सिम नंबर जप्त कर उन्हे गिर. किया गया। प्रकरण में थाना थादंला में अपराध क्रं. 18/17 धारा 4-क धुत अधि. का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर 18 जनवरी)

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पॉचवी व आठवीं के स्वाध्यायी छात्र 25 फरवरी तक कर सकेंगे आवेदन

कक्षा पॉचवीं एवं आठवीं में स्वाध्यायी रूप से सम्मिलित होने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए आवेदन पत्र भरवाने की प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है। इन परीक्षाओं के लिए आवेदन वितरण करने एवं जमा करने हेतु विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी आवेदन अग्रेषणकर्ता अधिकारी होंगे। आवेदन पत्र बीईओ कार्यालय में जमा करवाने की अंतिम तिथि 25 फरवरी,17 निर्धारित की गई है। आवेदक को म.प्र. का निवासी होना अनिवार्य है। परीक्षा शुल्क कक्षा पॉचवी के लिए 30 रूपये एवं कक्षा आठवीं के लिए 50 रूपये निर्धारित है। आवेदन पत्र का मूल्य 10 रूपये पृथक से देय होगा। स्वाध्यायी परीक्षार्थियों की परीक्षा नियमित विद्यार्थियों के साथ ही होगी। परीक्षा कार्यक्रम पृथक से जारी किया जाएगा। अधिक जानकारी किसी भी विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय से प्राप्त की जा सकती है।

पाले से बचाव के लिये कृषकों को सलाह

संभाग के जिलों में तापमान तेजी से कम होने की संभावना बताई गई है। तापमान में होने वाली इस गिरावट का असर फसलों पर पाले के रूप में होने की आशंका रहती है। आसमान साफ होने, हवा का बहाव कम होने के साथ तापमान में गिरावट से पाला पड़ने की संभावना रहती हैं। किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग ने किसानों के लिये विशेष सलाह जारी करते हुए प्रभावित क्षेत्रों के समस्त मैदानी अमले को पाले से बचाव के उपायों के व्यापक प्रचार-प्रसार के निर्देश दिए हैं। किसानों को समझाईश दी जा रही है कि रात्रि में खेत के आसपास कचरा तथा खरपतवार आदि जलाकर विशेष रूप से उत्तर-पश्चिमी छोर से धुंआ करें, जिससे धुंए की परत फसलों के ऊपर अच्छादित हो जाए। फसलों में खरपतवार नियंत्रण करना भी आवश्यक है क्योंकि खेतों में उगने वाले अनावश्यक तथा जंगली पौधे सूर्य की उष्मा भूमि तक पहुँचाने में अवरोध उत्पन्न करते हैं। इस प्रकार तापमान के असर को कुछ हद तक नियंत्रित किया जा सकता है। इस संबंध में भारत सरकार कृषि मंत्रालय द्वारा अनुशंसित सलाह के अनुसार शुष्क भूमि में पाला पड़ने का जोखिम अधिक होता है। अतः फसलों में स्प्रिंकलर के माध्यम से हल्की सिंचाई करें। थायो यूरिया की 500 ग्राम मात्रा का एक हजार लीटर पानी में घोल बनाकर 15 - 15 दिन के अंतर से छिड़काव भी पाले के विरूद्ध उपयोगी उपाय है। लगभग 8 से 10 किलोग्राम सल्फर डस्ट प्रति एकड़ का बुरकाव अथवा वेटेबल या घुलनशील सल्फर 3 ग्राम प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करने से भी पाले के असर को नियंत्रित किया जा सकता है। 

ऑनलाईन पंजीयन कराकर प्राप्ति करें कृषि एवं सिंचाई यंत्र

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समस्त किसान भाई शासन द्वारा कृषि यंत्र एवं सिंचाई उपकरणों की ऑनलाईन पंजीयन व्यवस्था अंतर्गत पंजीयन कराकर अनुदान का लाभ प्राप्त करें। किसान भाईयों को यंत्रों का वितरण फार्म पोर्टल ूूू.उचेिजे.उच.हवअ.पद पर ऑनलाईन पंजीयन कराकर वरीयता अनुसार एवं लक्ष्य की सीमा में किया जाएगा।किसान भाई ऑनलाईन पंजीयन कराते समय पासपोर्ट साइज का फोटोग्राफ, खसरा खतौनी की प्रति, बैंक पासबुक की प्रथम पृष्ठ् की प्रति, ट्रैक्टर चलित कृषि यंत्रों में ट्रैक्टर रजिस्ट्रेशन की प्रति तथा अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए जाति प्रमाण पत्र आदि अभिलेखों को स्केन कराकर पंजीयन के समय अपलोड कराना होगा। पूर्व में शासन द्वारा ट्रैक्टर, पावर टिलर तथा रोटावेटर के ऑनलाईन पंजीयन को बंद किया गया था जिसे वर्तमान में पुनः प्रारंभ कर दिया गया है वर्तमान समय में समस्त कृषि यंत्र एवं संचाई उपकरणों (स्प्रिकलर, पाईपलाइन, डीजलपंप तथा रेनगन आदि) का ऑनलाईन पंजीयन जारी है। ऑनलाईन पंजीयन व्यवस्था के साथ ही शासन द्वारा विभाग अंतर्गत संचालित योजनाओं में डी.बी.टी. (डायरेक्ट बेनीफिट ट्रांसफर) योजना लागू की गई है। डी.बी.टी. योजनांतर्गत अनुदान का बीज, हस्तचलित स्प्रेपंप, शक्तिचलित स्प्रे पंप आदि आदान सामग्री पर कृषकों द्वारा शासकीय या संचालक कृषि अभियांत्रिकी से अनुमोदित निजी विक्रेता से क्रय करने पर अनुदान का लाभ कृषकों के बैंक खाते में दिया जाएगा। 

जमशेदपुर व गोड्डा की टीम पहुँची सेमी फाईनल में

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  • जमशेदपुर टीम के निखिल भारती व गोड्डा टीम के ऋषिकान्त को प्रदान किया गया मैन आॅफ द मैच का पुरस्कार                          

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अमरेन्द्र सुमन ( दुमका)उप राजधानी दुमका के ऐतिहासिक गांधी मैदान में पिछले 15 जनवरी से चल रहे स्वर्गीय प्रमोद कु0 लाल टी 20 क्रिकेट टूर्नामेंट के दो रोमांचक मुकाबले में दिन बुधवार को जमशेदपुर की टीम ने दुमका-1 को 27 रनों से व गोड्डा की टीम ने भागलपुर को 10 रनों के अन्तर से हराकर सेमी फाइनल में अपनी जगह सुनिश्चित कर ली। जमशेदपुर की ओर से निखिल भारती व गोड्डा की ओर से ऋषिकान्त को मैन आॅफ द मैच घोषित किया गया। उपरोक्त को अधीक्षण अभियंता पथ प्रमंडल दुमका अमरेन्द्र कुमार सिंह व वन संरक्षक, संपप्र, दुमका नवल किशोर सिंह ने नकद राशि व स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया। पहले क्वार्टर फाइनल मैच में जमशेदपुर की टीम ने निर्धारित 20 ओवर में 8 विकेट खोकर 173 रन बनाये। निखिल भारती ने आक्रामक खेल का प्रदर्शन करते हुए 89, भानु ने 37 व चंदन ने 11 रनों का योगदान दिया।  जवाबी पारी खेलने उतरी दुमका की टीम में आनन्द दुबे के धैर्यपूर्ण खेले गए 48 रनों, संजय सुरीन के 23 रन, आनन्द कश्यप के 29 रन, अमित रंगराजन के 16 रन व मो0 उमर के 10 रनों की मदद से 18.3 ओवर में मात्र 146 रन ही बना सकी। जमशेदपुर की ओर से गेंदबाजी करते हुए भानु ने 4 विकेट हासिल किये जबकि सौरभ तिवारी ने 2, जितेन्द्र व आजाद ने क्रमशः 1-1 विकेट चटकाए। दो खिलाड़ियों को रन आउट घोषित किया गयां दुमका की ओर से सिकन्दर, अमित रंगराजन व संजन सुरीन ने 2 दो विकेट चटकाए। दूसरे क्वाटर फाईनल में गोड्डा की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निधारित 20 ओवर में 7 विकेट पर 137 रन बना डाले। जवाबी पारी खेलने उतरी भागलपुर की टीम निर्धारित ओवरों में 9 विकेट खोकर मात्र 127 रन ही बना सकी। गोड्डा की ओर से ऋषिकान्त ने 45, विराट सिंह व राजेश ने 13-13 तथा शेखर ने 11 रनों का योगदान दिया। भागलपुर की ओर से बासुकिनाथ ने 27, अमन ने 18, समीर व खालिद ने 14-14 रनों व मधुकर ने 13 रनों का योगदान दिया। गोड्डा की ओर से अब्दुल, मनिन्दर तथा सिटू ने 2-2 विकेट लिये जबकि ऋषिकान्त ने 1-1 विकेट लिया। एक खिलाड़ी रन आउट हुए। भागलपुर की ओर से अभी ने 3 तथा रोहित, खालिद और अमन ने 1-1 विकेट लिया। 19 जनवरी 2017 को गांधी मैदान में 2 मैच आयोजित किये जायेंगे। पहला मैच 8ः30 बजे पूर्वा0 से दुमका-2 और देवघर-1 के बीच होगा। जबकि दूसरा मैच अपराह्न 12ः30 बजे से रांची और साहेबगंज के बीच खेला जायेगा। आयोजन को सफल करने में उमाषंकर चैबे, साहेबगंज काॅलेज के व्याख्याता रंजीत कुमार सिंह, बिनोद कुमार लाल, विमल भूषण गुहा, राहुल दास, जटाशंकर झा, हैदर हुसैन, वरूण कुमार, मदन कुमार, रंजन कुमार पाण्डेय, निमाय कान्त झा, बंषीधर पंडित, राजीव, गोविन्द प्रसाद, अरविन्द कुमार, राजकिशोर साह, ललित पाठक, रविकान्त झा, विद्यापति झा, दीपक कुमार झा, उज्जवल कुमार, दीपक कुमार सिंह, मो0 मुकिम अंसारी, मो0 शहनवाज, मोहसीन, राजा बाबु, अशोक कुमार राउत, विभीषण राउत, मिट्ठु यादव, मो0 अन्जुम, बादल चटर्जी, मो0 अकबर, मो0 मोईम, कुणाल, विपिन जायसवाल, गोविन्दा तिवारी, महेषराम चंद्रवंषी आदि के साथ साथ हजारों की संख्या में नगर के गणमान्यजन एवं खेल प्रेमी उपस्थित थे। 

ब्रह्मा बाबा की 48 वीं पुण्य तिथि विश्व शांति दिवस के रूप में मनाई गई

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  • विश्व शांति दिवस के रूप में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के संस्थापक , प्रजापिता बाबा ब्रह्मा की मनायी गई 48 वीं पुण्यतिथि

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अमरेन्द्र सुमन (दुमका), प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय दुमका के तत्वावधान में दिन बुधवार को ओम् शांति भवन में संस्था के  संस्थापक बाबा ब्रह्मा प्रजापिता की 48 वीं पुण्यतिथि विश्व शांति दिवस के रूप में मनाई गई। इस अवसर पर संपूर्ण विश्व के कल्याणार्थ प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। संस्था की बहनों बीके जयमाला, बीके रेखा, बीके जूही बीके लीला व अन्य उपस्थित माताओ-भाईयों ने श्रद्धा सुमन अर्पित करते उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित किया। बाबा के बताए गए मार्ग पर चलकर विश्व में शांति स्थापित करने का सबों ने इस अवसर पर संकल्प भी लिया। विश्व शांति दिवस के रुप में आयोजित इस कार्यक्रम में संस्था की संचालिका बी0 के0 जयमाला ने कहा कि ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के स्थानीय सेवा केंद्र दुमका में मन की शांति, एकाग्रता व तनाव रहित जीवन के लिए राजयोग का प्रशिक्षण प्रातः 7 बजे से 10 बजे तक व संध्या 4 से 8 बजे तक निःशुल्क दिया जाता है। सुविधानुसार मात्र आधा घंटा समय देकर लोग अलौकिक ज्ञान प्राप्त कर जीवन को एक नई दिशा दे सकते हैं। उन्होनें कहा आप भला तो जग भला, इसलिए पहले हम सब अपने आप को हर दृष्टिकोण से ठीक कर लें तभी तो अपने परिवार-समाज के लिए एक उदाहरण बन नई दिशा दे सकते हैं। उन्होनें कहा शरीर तो नश्वर है किन्तु हमारे द्वारा किया गया कार्य हमें अमरत्व प्रदान करता है, इसलिए ऐसा कार्य करना चाहिए जिससे हम दूसरों के लिए आदर्श बनें। प्रजापिता ब्रह्मा की पुण्यतिथि को प्रतिवर्ष विश्व शांति दिवस के रूप में 18 जनवरी को मनाया जाता है।  पिताश्री ब्रह्मा बाबा का दैहिक जन्म हैदराबाद के सिंध प्रांत में एक साधारण घराने में हुआ था। इनका लौकिक नाम दादा लेखराज कृपलानी था।  इनके पिता निकट गाँव में ही प्रधानाध्यापक थे। दादा लेखराज अपनी विशेष बौद्धिक क्षमता, व्यापारिक कुशलता, व्यवहारिक शिष्टता, अथक परिश्रम, श्रेष्ठ स्वभाव एवं ज्वाहरात की अचूक परख के बल पर सफल व प्रसिद्ध जौहरी बने।  इनका मुख्य केंद्र कोलकाता था।  प्रभावशाली व्यक्तित्व, मधुर स्वभाव, भक्ति भावना और नियम के पक्के बाबा ने इस विश्वविद्यालय की स्थापना सन् 1937 में हैदराबाद के सिंध में किए, जब परमपिता परमात्मा ने इनके तन का आधार लिया था।  14 वर्ष के बाद सन् 1951 में संस्था का मुख्यालय राजस्थान के माउंट आबू कर दिया गया।  इसकी 138 देशों में 10 हजार शाखाएँ हैं।  22 लाख छात्र-छात्राएँ प्रतिदिन अध्यात्मिक मूल्यों का क्लास करते हैं।  यहाँ की शिक्षा के अनुसार परमात्मा एक तथा निराकार एवं अनादि है और ये विश्व सर्वशक्तिमान सत्ता है, ज्ञान के सागर है।  इस संस्था के शिक्षा को वैश्विक स्वीकृति और अंतराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त है।  इसे संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा अंतर्राष्ट्रीय शांति पदक और विभिन्न देशों द्वारा 5 राष्ट्रीय स्तर का शांतिदूत पुरस्कार प्राप्त हुआ है।  कार्यक्रम के समाप्ति पर आए हुए सभी बहनांे एवं श्रद्धालुओें द्वारा सबों के लिए नववर्ष की हार्दिक शुभकामना के साथ शांति एवं सुखमय जीवन के लिए मंगलकामनाओं का आह्वान किया गया।  और साथ ही बाबा का मुख्य संदेश को ग्रहण कर जन-जन तक पहुँचाने का संकल्प लिया गया।

आलेख : बेरोजगारी, अशांति एवं असन्तुलन की आशंकाएं

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संयुक्त राष्ट्र अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन (आईएलओ) ने ‘2017 में वैश्विक रोजगार एवं सामाजिक दृष्टिकोण’ पर हाल ही में अपनी रिपोर्ट जारी की। रिपोर्ट के अनुसार रोजगार की जरूरतों के कारण आर्थिक विकास पिछड़ता प्रतीत हो रहा है और इसमें पूरे 2017 के दौरान बेरोजगारी बढ़ने तथा सामाजिक असामनता की स्थिति के और बिगड़ने की आशंका जताई गई है। इस रिपोर्ट में दुनिया में अशांति की संभावनाओं को उजागर किया गया है और इसका मूल कारण बढ़ती बेरोजगारी, असमानता और अच्छी नौकरियों की कमी को माना है। विशेषतः दुनिया की युवापीढ़ी के जीवन में जबर्दस्त उथल-पुथल होने वाली है, उनका जीवन भयावह एवं त्रासद बन सकता है। नीति बनाने वाले लोग और सरकारें चलाने वाले अगर इस समस्या के समाधान की दिशा में यदि सक्रिय नहीं होंगे मामला ज्यादा बिगड़ सकता है। बेरोजगारी और असमानता का एक बड़ा कारण दुनिया के लगभग सभी देशों में व्याप्त राजनीतिक और आर्थिक अस्थिरता है। रिपोर्ट के मुताबिक सबसे ज्यादा दिक्कत अरब और अफ्रीकी देशों को उठानी पड़ेगी, जहां पहले से ही अशांति का माहौल है।  इस रिपोर्ट के मुताबिक बेरोजगार और अपनी मौजूदा नौकरियों से असंतुष्ट लोग बड़ी संख्या में माइग्रेशन के लिए तैयार हैं। पिछली मंदी से बेरोजगार हुए लोगों को ही अभी सिस्टम में ठीक से वापसी नहीं हो पाई है, फिर नए लोगों को मनमाफिक रोजगार कहां से मिलेंगे, रिपोर्ट कहती है कि पिछले चार दशक में सबसे ज्यादा अशांति पिछले दो सालों में बढ़ी है। इस रिपोर्ट के पहले वल्र्ड इकनॉमिक फोरम भी कह चुका है कि 2017 में दुनियाभर में लोगों की आय में असमानता बढ़ने जा रही है, जिसकी वजह से समाज का ध्रूवीकरण और तेज होगा। इसका एक कनेक्शन ब्रिटेन के यूरोपियन यूनियन से अलग होने और अमेरिका में हुई डॉनल्ड ट्रंप की प्रेसिडेंसी से भी जोड़ा जा रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक जो लोग फिलहाल स्थिर जीवन जी रहे हैं, उनके मन में भी दुनिया में व्याप्त अस्थिरता से एक भय घर कर गया है, जिसका समय से समाधान जरूरी है। भारत भी इन बदलावों से अछूता नहीं है। 

युवा यानी ऊर्जा से लबरेज शख्स, जो छोटी-छोटी बातों पर उत्तेजित होता है, मित्र के सम्मान से ईष्र्या करता है, समाज से क्षणिक प्रतिष्ठा की मांग करता है। और जब न्याय की जिद करता है, तो अंतिम सांस तक उसे पाने के लिए संघर्ष करता है। ऐसे ही युवाओं की भीड़ जब कैरो के सेंट्रल तहरीर चैक पर इकट्ठी हुई, तो इजिप्ट से होस्नी मुबारक की 30 वर्ष पुरानी सत्ता उखड़ गई। अव्यवस्था के खिलाफ टयूनिशिया से बही इस बयार ने लीबिया समेत मिडिल ईस्ट के कई देशों में सत्ता परिवर्तन का अभियान शुरू करा दिया। इन देशांे के युवा करप्शन के खिलाफ सड़कों पर उतरे थे। इन आंदोलनों ने भारत जैसे लोकतांत्रिक देश को भी सबक दिया है, जहां की 50 फीसदी आबादी (15 से 35 वर्ष) युवा है। और इसी युवा शक्ति के भरोसे हम गाहे-बगाहे विश्व की सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति बनने की दावेदारी करते हैं। जंतर-मंतर पर शुरू हुए अन्ना हजारे के अनशन के पीछे तेजी से उमड़ी इस युवा भीड़ ने सरकार को तुरंत घुटने टेकने पर मजबूर किया था। मगर यह सिक्के का एक सुनहरा पहलू है। इसके दूसरे हिस्से में जिंदगी की समस्याओं से परेशान युवाओं की भी एक बड़ी फौज खड़ी दिखाई देती है। आने वाले 20 वर्षों में जब यहां युवाओं की तादाद में करीब 24 करोड़ का इजाफा होगा, तब समाज और सरकार के पास उसे रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य और मौलिक अधिकार देने की चुनौती बहुत बड़ी होगी।

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आज भारत में करीब 67.2 प्रतिशत बेरोजगार हैं। सरकारी दफ्तरों और मल्टी नेशनल कंपनियों में उनके लिए रोजगार नहीं है। दरअसल, नौकरी देने वाली संस्थाओं और सरकारी मानकों के अनुरूप शिक्षित नहीं होने के कारण एंप्लायर उन्हें नौकरी के लायक नहीं मानते। यही कारण है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को कौशल विकास पर बल देना पड़ा है। छात्र संगठनों एवं युवापीढ़ी ने समाज के लिए कोई रचनात्मक भूमिका नहीं निभाई, उनसे जुड़े युवा बस राजनीतिक दलों के मोहरे बनते रहे। इसी कारण युवापीढ़ी गुमराह होती रही है और भटकाव की शिकार बनी है। यह समझना होगा कि आज कश्मीर में पत्थर फेंकने वाले और नाॅर्थ ईस्ट में हथियार उठाने वाले अधिकांश हाथ युवाओं के ही हैं। मणिपुर, नागालैंड, असम और मेघालय में युवाओं के बीच आईवी ड्रग्स के सबसे बड़े खरीददार युवक और युवतियां हैं। नशे की तस्करी के कारण म्यांमार का बाॅर्डर गोल्डन टैंªगल बन चुका है। यूनीसेफ की 2011 की रिपोर्ट के अनुसार यहां ज्यादातर युवा बदलती हुए आर्थिक परिदृश्य अपनी जगह नहीं तलाश पाने के कारण डिप्रेशन के शिकार हो रहे हैं। वर्ष 2011-12 में, जब दुनिया मंदी से उबरने की प्रक्रिया में थी, तब भारत समेत कई देशों में जबर्दस्त उथल-पुथल देखी जा रही थी। तब ऐसा माना जा रहा था कि समय बीतने के साथ चीजें नॉर्मल होती जाएंगी। लेकिन ऐसा हुआ नहीं। इससे पहले कि दुनिया को बेहतर बनाने की तरफ बढ़ा जाता, खासकर पश्चिम एशिया और उत्तरी अफ्रीका में, मामला दूसरी तरफ बढ़ गया और वहां लोकतंत्र की गुंजाइश पहले से भी कम हो गई। एक तरफ दुनिया में अच्छा जीवन जीने की जगहें कम होती जा रही हैं और इन स्थितियों की सबसे ज्यादा शिकार युवापीढ़ी हो रही है। इनमें कहा गया है कि बेरोजगारों में 10वीं या 12वीं तक पढ़े युवाओं की तादाद 15 फीसदी है. यह तादाद लगभग 2.70 करोड़ है. तकनीकी शिक्षा हासिल करने वाले 16 फीसदी युवा भी बेरोजागारों की कतार में हैं। इससे साफ है कि देश के तकनीकी संस्थानों और उद्योग जगत में और बेहतर तालमेल जरूरी है। 

अर्थशास्त्रियों का कहना है कि बेरोजगार युवाओं की तेजी से बढ़ती तादाद देश के लिए खतरे की घंटी है और नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार को तुरंत इस मुद्दे पर ध्यान देना चाहिए। भारी तादाद में रोजगार देने वाले उद्योग नई नौकरियां पैदा करने में नाकाम रहे हैं। इसी से यह हालत पैदा हुई है। अर्थशास्त्री प्रोफेसर डीके भट्टाचार्य कहते हैं, ‘बेरोजगारों को नई सरकार से काफी उम्मीदें हैं। इस समस्या के समाधान के लिए कौशल विकास और लघु उद्योगों को बढ़ावा देना जरूरी है। वे कहते हैं कि युवाओं को नौकरी के लायक बनाने के लिए वोकेशनल ट्रेनिंग के जरिये कौशल विकास (स्किल डेवलपमेंट) बढ़ाने पर ध्यान देना चाहिए। इसके साथ ही उद्योगों व तकनीकी संस्थानों में बेहतर तालमेल जरूरी है. विशेषज्ञों का कहना है कि मोदी सरकार ने सत्ता में आने के बाद कौशल विकास को लेकर बड़े-बड़े दावे जरूर किए थे लेकिन अब तक उसका कोई ठोस नतीजा सामने नहीं आ सका है। आनलाइन व्यवसाय की उभरती शख्सियत एवं स्काईकेण्डल के संस्थापक गौरव गर्ग का कहना है कि देश की युवापीढ़ी को नौकरी लेने वाला नहीं, देना वाला बनना है, ऐसा संभव भी हो सकता है। जरूरत है सरकार की नीतियां बदले, कोरी योजनाएं न बने, बड़े-बडे़ फण्ड की घोषणाएं ही न हो, बल्कि ये योजनाएं और फण्ड जरूरतमंद एवं जज्बे वाले युवकों तक पहुंचे। ऐसा होने से ही देश की युवापीढ़ी भारत को शक्तिशाली बना सकेंगे और अशांति की संभावनाओं को उलट देगी। कोई भी व्यक्ति, प्रसंग, अवसर अगर राष्ट्र को एक दिन के लिए ही आशावान बना देते हैं तो वह महत्वपूर्ण होते हैं। पर यहां तो निराशा और भय की लम्बी रात की काली छाया व्याप्त है। हमारा राष्ट्र नैतिक, आर्थिक, राजनैतिक और सामाजिक सभी क्षेत्रों में मनोबल के दिवालिएपन के कगार पर खड़ा है। और हमारा नेतृत्व गौरवशाली परम्परा, विकास और हर विपरीत स्थिति से मुकाबला करने के लिए तैयार है, का नारा देकर अपनी नेकनीयत का बखान करते रहते हैं। पर अच्छा इरादा, अच्छे कार्य का विकल्प नहीं होता।

भारत में बेरोजगारी की समस्या का हल आसान नहीं है, फिर भी प्रत्येक समस्या का समाधान तो है ही। इस समस्या के समाधान के लिए मनोभावना में परिवर्तन लाना आवश्यक है। मनोभावना में परिवर्तन का तात्पर्य है किसी कार्य को छोटा नहीं समझना और हर कार्य में राजनीतिक लाभ नहीं देखना। नैतिक मूल्यों का हर क्षेत्र में तीव्रता से ह्रास हो रहा है और विशेषतः सरकारी योजनाओं पर इसका सर्वाधिक दुष्प्रभाव देखने को मिलता है। हम कब तक छले जायंेगे, यह भय हर समय बना रहता है। गर्दन के पास गर्म सांसें हर कोई महसूस करता है। हर कदम पर उसे ”श्री झूठ“, ”श्री सत्य“ के कपडे़ पहने मिलता है। जहर नागिन की जीभ में होता तो उसे गिरफ्त में लिया जा सकता है, पर जहर सरकारी योजनाओं के शरीर में हो गया है। आज राष्ट्र के पास बहुत कुछ होते हुए भी ”राष्ट्रीय चरित्र“ के अभाव में हमारे 120 करोड़ युवा हाथ ताकत नहीं, कमजोरी साबित हो रहे हैं। सरकारी नीतियों के दोगलेपन के कारण हमारा वजन राष्ट्र ढो रहा है, जबकि राष्ट्र का भार हमारे कंधों को उठाना चाहिए था। हर राष्ट्र के सामने चाहे वह कितना ही समृद्ध हो, विकसित हो, कोई न कोई चुनौती रहती है। चुनौतियों का सामना करना ही किसी राष्ट्र की जीवन्तता का परिचायक है। चुनौती नहीं तो राष्ट्र सो जायेगा। नेतृत्व निष्क्रिय हो जायेगा। वही हारा जो लड़ा नहीं-चुनौतियां अगर हमारी नियति है, तो उसे स्वीकारना और मुकाबला करना हमें सीखना ही होगा।

इसके लिए सरकारी अथवा नौकरियों की ललक छोड्कर उन धंधों को अपनाना चाहिए, जिनमें देश की तरक्की छिपी है। आज हम चीन जैसे देशों से आयात करके उन्हें समृद्ध बना रहे हैं, क्यों नहीं हम भारत में ही उत्पाद शुरू करें। इस अर्थ में घरेलू उद्योग- धंधों को पुनर्जीवित करना तथा उन्हें विकसित करना आवश्यक है। शिक्षा नीति में परिवर्तन लाकर इसे रोजगारोम्मुखी बनाने की भी आवश्यकता है। केवल डिग्री ले लेना ही महत्त्वपूर्ण नहीं, अधिक महत्त्वपूर्ण है योग्यता और कार्यकुशलता प्राप्त करना। युवा वर्ग की यह स्वाभाविक प्रवृत्ति होनी चाहिए कि वह शिक्षा प्राप्त कर स्वावलंबी बनने का प्रयास करे। सरकार को भी चाहिए कि योजनाओं में रोजगार के साथ-साथ उत्पाद को विशेष प्रश्रय दिया जाए। भारत सरकार इस दिशा में विशेष प्रयत्नशील है। परन्तु सरकार की तमाम नीतियाँ एवं कार्यान्वयण नाकाफी ही साबित हुए हैं। मतलब साफ है कि सरकार की नीतियों में कहीं-न-कहीं कोई व्यावहारिक कठिनाई अवश्य है। अतः सरकार को चाहिए कि वह इसके निराकरण हेतु एक व्यावहारिक दृष्टिकोण अपनाए और समस्या को और अधिक बढ़ने न दे 





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(ललित गर्ग)
ई-253, सरस्वती कुंज अपार्टमेंट
25, आई0पी0 एक्सटेंशन, पटपड़गंज, दिल्ली-92
फोन: 22727486 मोबाईल: 9811051133

और मुझे उसी वक्त शाहरूख खान से प्यार हो गया : करण जौहर

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करण जौहर और शाहरूख खान के रिश्तों के लेकर अक्सर चर्चा होती रहती है,लेकिन करण जौहर  उनको अपने परिवार का हिस्सा मानते है,लोग उनके रिश्तों को किस नजर से देखते है,उनको कोई फर्क नही पडता यह बात  करण जौहर ने अपनी बॉयोग्राफी लांच करने के दौरान कई बातों का खुलासा किया है। काजोल से लेकर शाहरूख खान का जिक्र किया गया। 16 जनवरी को शाहरूख खान ने अपने दोस्त करण जौहर की बॉयोग्राफी द अनसुटेबल बाॅय लांच किया। इस मौके पर करण जौहर ने मीडिया के सामने खुद से जुड़ी कई दिलचस्प बातों का खुलासा किया। शाहरूख खान से अपनी दोस्ती, काजोल से तकरार और फिल्मी दुनिया से कई बातें उन्होंने शेयर किया। 

उसने शाहरूख खान जितनी फीस मांगी.. तो मैंने फिल्म से निकाल दिया.. 
करण जौहर की इस किताब में बॉलीवुड से जुड़ी कई कड़ियां खुलने वाली हैं, यह तो फाइनल हो चुका है। बहरहाल, शाहरूख ने भी करण जौहर पर बात करते हुए कहा कि इस किताब का नाम इमोशनल बॉय या इंटेलिजेंट बॉय होना चाहिए था। इस इवेंट पर शाहरूख खान के अलावा आलिया भट्ट, सिद्धार्थ मल्होत्रा, गौरी खान जैसे सेलिब्रिटी भी मौजूद रहे। यहां जानें करण जौहर और शाहरूख खान ने इस मौके पर क्या क्या दिलचस्प बातें शेयर कीं। 

शाहरूख खान से दोस्ती
जब मैं और पापा पहली बार शाहरूख से मिलने गए.. तो जिस तरह शाहरूख ने मेरे पिता की इज्जत की.. मुझे उसी वक्त शाहरूख से प्यार हो गया था। 

हक जताते हैं
लोग मेरी सेक्सुएलिटी को लेकर इतना बोलते हैं क्योंकि वह मुझ पर अपना हक समझते हैं.. क्योंकि मैं टीवी के लिए हमेशा उनके रूम में होता हूं। 

काजोल से लड़ाई
काजोल से अपनी लड़ाई की बात पर करण ने कहा- चेपटर एंड बुक एंड रिलेशन .. मैं अब सिर्फ अच्छी बातें याद रखना चाहता हूं।

शाहरूख परिवार है
करण जौहर ने कहा कि मैं शाहरूख की पूरी फैमिली से बहुत प्यार करता हूं और हमेशा करता रहूंगा। 

कभी अलविदा ना कहना
करण ने एक किस्सा शेयर किया- फिल्म प्रिव्यू के दौरान मैं ‘कभी अलविदा ना कहना’ देख रहा था। शाहरूख- रानी की लव मेकिंग सीन के दौरान मेरे बगल में बैठे कपल बातें कर रहे थे कि ये ड्रीम सीक्वेंस है.. लेकिन जब वह रियल निकला तो.. वे दोनों उठकर चले गए। 

शाहरूख खान ने कहा
शाहरूख ने कहा- इस किताब का नाम द गुड बॉय, या द इंटेलिजेंट बॉय होना चाहिए था। करण एक खूबसूरत इंसान है और उसे सही इंसान की बहुत समझ है। 

बेहतरीन सफर
करण जौहर ने कहा कि फिल्म इंडस्ट्री में मेरा अब तक का सफर बेहतरीन रहा है। रिश्ते बनते हैं, टूटते हैं। लेकिन जो रिश्ते मैंने यहां बनाएं हैं, उन्हें मैं हमेशा अपने साथ रखना चाहता हूं।

मधुबनी : मानव-s को सफल बनाने के लिए

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मधुबनी,18 जनवरी;21 जनवरी; 17, को बनने वाली मानव-श्रंृखला को सफल बनाने के लिए बेनीपट्रटी प्रखण्ड एवं रहिका प्रखण्ड में आयोजित कार्यक्रम में जिला पदाधिकारी, मधुबनी श्री गिरिवर दयाल सिंह तथा पुलिस अधीक्षक, मधुबनी श्री दीपक बरनवाल ने हिस्सा लिसा। बेनीपट्रटी प्रखण्ड का कार्यक्रम बच्चा झा जनता़+2 विद्यालय, अड़ेर में तथा रहिका प्रखण्ड का कर्यक्रम रहिका उच्च विद्यालय, परिसर में आयोजित था। उपस्थित जनसमुदाय को संबंधित करते हुए ,डी0एम0 कहा गया कि ...

(1)21जनवरी को आप एक ऐसा कार्य करने जा रहे है जो आने वाले पीढ़ी की दिशा एवं दशा बदल देगा।
(2)महिलाओं  के प्रयास से ही बिहार में शराबबंदी लागू हुई है। पहले सिर्फ गाॅव में शराब बंदी हुई थी, किंतु महिलाओं के प्रभाव के कारण पूरे बिहार मंे शराबबंदी लागू हूई।
(3)21 जनवरी को आप ऐसा कार्य करने जा रहे है। जो आपको तथा आने वाली पीढ़ी को गैरवान्वित करेगा।
(4)शराब समाज का कोढ़ है। कोई नहीं चाहता है कि उसकी बेटी की शादी किसी शराब पीने वाले से हो। 
(5)21 जनवरी को शराबबंदी के विरूद्ध लगभग बारह हजार किलोमीटर लंबी मानव श्रंृखला बनाकर हम बिहारवासी  विश्व रिकार्ड बनाऐंगे। आपकी भी उसमें हिस्सेदारी होनी चाहिए।
(6)सेटेलाइट, बिहार के उपर से 12ः15 से 1ः00 अप के बीच गुजरेगा। आप सब लोग 11ः00 बजे पूर्वा तक खाना खाकर  सपरिवार लाइन में लग जाएंगे। 
(7)सेटेलाइट के माध्यम से मानव श्रंृखला को न सिर्फ देश बल्कि संपूर्ण विश्व में देखा जाएगा।
(8)प्रत्येक दो सौ मीटर पर जो चार सौ लोग आएंेगे। कोर्डिनेटर, पंचायत प्रतिनिधि इसकी जानकारी लोगो को दे दें।
(9)उस दिन सभी लोग जिला पदाधिकारी की भूमिका में रहें तथा कम से कम एक सौ लोगों को लायें।
(10)28 जनवरी के बाद मानव श्रंृखला में सम्मिलित  सभी लोगों को प्रमाण पत्र दिया जाएगा। काॅर्डिनेटर के रजिस्टर में सभी सहभागियों का नाम, पता, हस्ताक्षर दर्ज रहना चाहिए।
(11)ड्रोन कैमरा से श्रंृखला की फोटोग्राफी की जाएगी। फोटोग्राफी की सी0डी0,बी0डी0ओ0 सभी मुखिया को उपलब्ध करा देंगे।
(12)जो प्रखण्ड सबसे अच्छा करेगा, उसे सम्मानित किया जाएगा। सभा को दोनों जगह पुलिस अधीक्षक ने भी संबोधित किया। रहिका की सभ को संबोधित करते हुए मा0विघान पार्षद श्री सुमन कुमार महासेठ ने कहा कि 01 अप्रेल,17 से बिहार में शराब का उत्पादन बंद हो जाएगा, हम उसका स्वागत करते हैं तथा बिहार के मुख्यमंत्री को इसके लिए धन्यवाद देते है।


दोनों जगह शराबबंदी की तख्ती लगा हुआ गुब्बारा उड़ाया गया । कार्यक्रम में एस0डी0ओ0, एस0डी0पी0ओ0, डी0डी0पी0, ए0सी0 डी0सी0एम (जीविका) अन्य पदाधिकारी गण तथा पंचायत के सम्मानित प्रतिनिधिगण आदि ने हिस्सा लिया !!

विशेष : फिर नंदीग्राम,दीदी की पुलिस ने किसानों पर बरसायीं गोली!

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  • छात्र सड़क पर उतरे तो उन्हें माओवादी घोषित करके गिरफ्तारी का फरमान जारी कर दिया मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने!

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मां माटी मानुष की सरकार बनी नंदीग्राम और सिगुर में जमीन आंदोलन के खिलाफ जनप्रतिरोध का ज्वालामुखी फूटने की वजह से।नंदीग्राम के मुसलमान बहुल इलाके में जबरन जमीनअधिग्रहण के नतीजतन मुसलमान वोटबैंक ने एकमुश्त वामपक्ष छोड़कर ममता दीदी की ताजपोशी कर दी। आदरणीया महाश्वेता देवी के नेतृत्व में साहित्यकारों, कवियों, रंगकर्मियों,कलाकारों और बुद्धिजीवियों का भद्रसमाज फिल्मी सितारों के साथ दीदी के साथ हुआ तो बंगाल में भारी बहुमत से जीतकर सत्ता में आयी बुद्धदेव भट्टाचार्य की सरकार को अंधाधुंध शहरीकरण और औद्योगीकरण के लिए,पूंजीपतियों के हितों के मुताबिक जबरन भूमि अधिग्रहण की कीमत चुकानी पड़ गयी और 35 साल के वाम शासन का पटाक्षेप हो गया। दीदी के राजकाज में भूमि अधिग्रहण का काम अबतक रुका हुआ था।तैयारी बहुत पहले से थी।नंदीग्राम इलाके में भी भूमि अधिग्रहण की तैयारी थी।लेकिन नये कोलकाता के पास दक्षिण 24 परगना के भांगड़ में पावरग्रिड के लिए भूमि अधिग्रहण के खिलाफ जारी किसानों के आंदोलन के दमन के लिए दीदी ने अचानक सत्ता की पूरी ताकत झोंक दी है। गौरतलब है कि  नया कोलकाता बसाने के लिए भी भारी पैमाने पर जमीन अधिग्रहण हुआ।वह स्थगित आंदोलन भी ज्वालामुखी की तरह फूट पड़ा है,जिसे छात्रों युवाओं का भारी समर्थन है। नंदीग्राम नरसंहार के करीब एक दशक बाद फिर बंगाल में जमीन अधिग्रहण के लिए पुलिस ने गोली चला दी।बंगाल के यादवपुर विश्विद्यालय समेत तमाम विश्वविद्यालयों के छात्र आंदोलनकारियों के समर्थन में हैं और कोलकाता की सड़कों पर छात्र उतरने लगे हैं.जिन्हें मुख्यमंत्री ने माओवादी करार दिया है। अंधाधुंध पुलिसिया चांदमारी में तीन ग्रामीणों को गोली लगी है,जिनमें से एक की मौत हो गयी है।तीन लोगों की हालत गंभीर है।

माकपा छोड़कर दीदी की सरकार में कैबिनेट मंत्री माकपाई किसान सभा के पर्व राष्ट्रीय नेता  रेज्जाक अली मोल्ला के गृहक्षेत्र में किसानों के भूमि अधिग्रहण विरोधी आंदोलन केखिलाफ सत्ता के तौर तरीके अब भी वे ही हैं,जो वाम शासन के ट्रेडमार्क रहे हैं।कुल 21 गावों के किसान मोर्चाबंद हैं।गांवों ,खेतों और सड़कों में मोर्चाबंदी है।
दीदी ने मोल्ला को आंदोलन से निबटने की जिम्मेदारी सौंपी थी लेकिन अब किसान उनके साथ नहीं हैं।किसान उसीतरह विरोध कर रहे हैं जैसे उन्होंने नंदीग्राम और सिंगुर में किया है। करीब चालीस हजार किसानों के जमावड़े से निबटने के लिए दीदी की पुलिस ने गोली चला  दी और अब आंदोलन का समर्थन कर रहे तमाम छात्रों को माओवादी घोषित करके उन्हें गिरफ्तार करने का उन्होंने फरमान भी जारी कर दिया है। किसानों  का आरोप है कि पॉवर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (PGCIL) के प्रोजेक्ट के लिए 16 एकड़ कृषि भूमि का 'जबरन'अधिग्रहण किया गया है।खेतों से इलेक्ट्रिक लािन कनेक्ट करने का आरोप भी है,जिससे खेतों में न जाने की वजह से किसानों में भारी गुस्सा फैल गया है और वे किसीकी सुन नहीं रहे हैं। गौरतलब है कि नंदीग्राम की तरह यह इलाका भी मुसलमानबहुल है। अबाध कारपोरेट पूंजी के ​दूसरे चरण के आर्थिक सुधारों का एजंडा राजनीतिक बवंडर के बावजूद खूब अमल में है। शहरों और कस्बों तक बाजार का विस्तार का मुख्य लक्ष्य हासिल होने के करीब है, जिसके लिए सरकारी खर्च बढ़ाकर सामाजिक सेक्टर में निवेश के जरिए ग्रामीणों की खरीद क्षमता बढ़ाने पर सरकार और नीति निर्धारकों का जोर रहा है। नोटबंदी से तहस नहस अर्थव्यवस्था और उत्पादन प्रणाली के मद्देनजर साफ है कि अर्थ व्यवस्था पटरी पर लाना प्रथमिकता है ही नहीं। होती तो वित्तीय और मौद्रक नीतियों को दुरुस्त किया​ ​ जाता। खेती और देहात को तबाह करके बाजार का विस्तार ही सर्वोच्च प्राथमिकता है।

विडंबना यह है कि नोटबंदी के खिलाफ का चेहरा बनकर दीदी प्रधानमंत्री को तानाशाह कहकर रोज नये सिरे से जिहाद का ऐलान करके खुद जनवादी होने का दावा कर रही है तो दूसरी ओर उनके ये तानाशाह अंदाज हैं।हाथी के दांत खाने के और,दिखाने के और होते हैं,साफ जाहिर है। आज दिनभर भांगड़ अग्निगर्भ रहा है।ममता दीदी जिन महाश्वेता देवी को अपनी कैली में उनकी मौजूदगी में जनआंदोलनों की जननी कहती रही हैं,जल जंगल जमीन के हकहकूक पर केंद्रित उनका मशहूर उपन्यास का शीर्षक भी अग्निगर्भ है।वहां कई दिनों से आंदोलनकारियों और सत्ता दल के कैडरों में मुठभेड़ का सिलसिला चला है। बाहुबल से जब जनांदलोन रोका न जा सका,तो मां माटी मानुष की सत्ता ने पुलिस और रैफ के जवानों को मैदान में उतार दिये।नतीजतन नया कोलकाता से सटे तमाम गांवों में आग सी लग गयी है।दक्षिण 24 परगना जिले के इस इलाके में  पॉवर सब स्टेशन प्रोजेक्ट का विरोध कर रहे ग्रामीणों का पुलिस के साथ यह हिंसक टकराव हुआ। दक्षिण 24 परगना के भांगड़ में 21 गांवों के लैंड ऐक्टिविस्ट ने पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन के खिलाफ सोमवार को धरना प्रदर्शन किया। इलाके में उस वक्त हिंसा भड़क गई जब पुलिस ने भूमि अधिग्रहण का विरोध कर रहे 2 कार्यकर्ताओं गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद ट्रैफिक रोकने के लिए स्थानीय लोगों ने लकड़ी के बड़े-बड़े टुकड़ों और बालू की बोरियों का इस्तेमाल कर सड़क को जाम कर दिया। हालांकि बाद में गिरफ्तार किए गए दोनों कार्यकर्ताओं को छोड़ दिया गया। लेकिन प्रशासन का कहना है कि भांगड़ में चल रहा प्रॉजेक्ट का काम तब तक बंद रहेगा जब तक झगड़ा सुलझ नहीं जाता। सरकार के इस फैसले के बाद स्थानीय लोगों और जमीन के कार्यकर्ताओं ने अपनी जीत की एक रैली निकालने की कोशिश की जिसे पुलिस ने रोक दिया। नतीजतन इलाके में एक बार फिर हिंसा भड़क गई और वहां RAF यानी रैपिड ऐक्शन फोर्स की तैनाती करनी पड़ी। 

गौरतलब है कि PGCIL की ओर से राजरहाट में 400/220KV के गैस संचालित सब स्टेशन का निर्माण किया जा रहा है। ये 953 किलोमीटर हाईवोल्टेज ट्रांसमिशन लाइन का हिस्सा है जिसके जरिए सरकार का दावा है कि पश्चिम बंगाल के फरक्का से बिहार के कहलगांव तक पॉवर की आपूर्ति होगी। जीवन जीविका परिवेश बचाओ मंच के तहत नया साल शुरू होने के साथ ही क्षेत्र में किसान जमीन अधिग्रहण के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं।उन्हें छात्रों का पूरा समर्थन है।  नाराज ग्रामीणों का कहना है कि जमीन को जबरन छीना गया है। साथ ही प्रोजेक्ट से स्थानीय लोगों के स्वास्थ्य को भी बड़ा खतरा है. किसानों का साफ दो टुक कहना है, 'ममता बनर्जी ने वादा किया था कि कोई भी जमीन जबरन अधिग्रहीत नहीं की जाएगी। लेकिन आज उनकी पार्टी के व्यक्ति बंदूक की नोक पर हमारी जमीन छीन रहे हैं और वे मुंह बंद किए बैठी हैं।'हालांकि वे चुप कतई नहीं है और उन्होंने आंदोलन के समर्थन में खड़े तमाम छात्रों को माओवादी करार देकर उन्हें गिरफ्तार करने का फरमान जारी कर दिया है।इन छात्रों में जयादवपुर विश्वविद्यालय के वे छात्र भी हैं,जो मनुस्मृति दहन कर रहे थे और रोहित वेमुला की संस्थागत हत्या के खिलाफ जाति उन्मूलन का नारा लगा रहे थे।ये छात्र ही होक कलरव आंदोलन चला रहे थे। तब संघ परिवार और भाजपा ने इन छात्रों को राष्ट्रविरोधी और माओवादी कहा था।वे यादवपुर विश्वविद्यालय में घुसकर हमला कर रहे थे।अब वे ही छात्र जब किसानों के हरकहकूक की लड़ाी में शामिल हैं तो लालकृष्ण आडवानी,जेटली या राजनात सिंह को मोदी के बदले प्रधानमंत्री बनाने की अपील करने वाली देश दुनिया में किसानों के लिए मर मिट जानेवाली हमारी दीदी मनुस्मृति विरोधी उन्हीं छात्रों को माओवादी करार देकर उनकी गिरफ्तारी का हुकक्मनामा जारी कर रही हैं।

इसी बीच पश्चिम बंगाल के ऊर्जा मंत्री और मशहूरट्रेड यूनियन नेता शोभनदेब चटर्जी ने मंगलवार को दोहराया कि राज्य सरकार ग्रामीणों की मांग के अनुरूप प्रोजेक्ट साइट पर काम बंद कराने के निर्देश पहले ही जारी कर चुकी है।वे ताज्जुब इस बात पर जता रहे हैं कि काम बंद है तो आंदोलन फिर क्यों हो रहा है।किसानों के किलाफ मोर्चाबंद कैडरों ,पुलिस औररैफ की भूमिका पर वे खामोश हैं उसीतरह जैसे जूटमिलों और चायबागानों के बंद होने पर उनकी सत्तानत्थी यूनियनों के होंठ फेवीकाल और यूकोप्लास्ट से बंदहै। बहरहाल मंत्री मजदूर नेता चटर्जी ने कहा, 'मैं आश्वस्त हूं कि अगर कोई तार्किक शिकायतें हैं तो हम मुद्दे का समाधान शांतिपूर्वक ढूंढ लेंगे। लेकिन अगर कोई अनावश्यक तौर पर हिंसा को हवा देना चाहते हैं तो हम असहाय है।'इससे पहले इस महीने के शुरू में नाराज ग्रामीणों का विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस से टकराव हुआ था। तब जिला प्रशासन ने नाराज ग्रामीणों के साथ आपातकालीन बैठक कर इस मुद्दे पर मकर सक्रांति के बाद समाधान ढूंढने का वायदा किया था। इसके उल्टे  मंगलवार सुबह फिर जब सीआईडी ने एक किसान कार्यकर्ता को बीती रात हुए प्रदर्शन की वजह से पकड़ा तो किसानों का गुस्सा फूट पड़ा। 21 गांवों के करीब चालीस हजार किसानों  ने श्यामनगर-हड़ोआ मार्ग पर जाम लगा कर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। पुलिस और RAF के बड़े दस्ते को जाम हटाने के लिए मौके पर भेजा गया तो प्रदर्शनकारियों ने पथराव शुरू कर दिया।प्रदर्शनकारियों ने कुछ वाहनों में तोड़फोड़ की और एक वाहन में आग लगा दी। ग्रामीणों के हिंसक प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस को गांव से लौटने को मजबूर होना पड़ा।
 पुलिस के मुताबिक भीड़ पर नियंत्रण पाने के लिए लाठी-चार्ज और आंसूगैस के गोलों का सहारा लेना पड़ा,पिर पुलिस ने गोली भी चला दी।

इसके विपरीतदावा यह है कि ममता बनर्जी ने प्रशासन को किसी भी सूरत में फायरिंग नहीं करने के निर्देश दिए हैं। ममता बनर्जी ने ये भी कहा है कि अगर लोग जमीन नहीं देना चाहते तो कोई जमीन अधिगृहीत नहीं की जाएगी। अगर जरूरत पड़ी तो पॉवर प्रोजेक्ट को दूसरी जगह पर शिफ्ट कर दिया जाएगा।  इस बीच, PGCIL ने प्रोजेक्ट पर काम रोक दिया है।  सरकार का कहना है कि प्रदर्शन के हिंसक होने के बाद राज्य प्रशासन ने पुलिस को क्षेत्र से हटाने का फैसला किया। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने स्थानीय विधायक और मंत्री रज्जाक मोल्ला को स्थिति को शांत करने के लिए मौके पर भेजा है।




(पलाश विश्वास)

गंगासागर पुण्य स्नान पर विशेष, मोक्ष का महासागर गंगासागर

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अंग्रेजों ने भी इस देश को साधु-संतों का देश कहा है। भारत की धरती ही एक मात्र जगह है जहां आस्था सिर चढ़कर बोलती है। यहां डुबते सूर्य को भी अर्घ्य प्रदान किया जाता है। पश्चिम बंगाल की जिस पावन भूमि में गंगा व सागर का संगम होता है उसे गंगासागर कहते हैं। जिसे सागरद्वीप भी कहा जाता है। गंगासागर मेला देश में आयोजित होने वाले तमाम बड़े मेलों में से एक है। इसकी ख्याती यहां वर्ष में एक बार लगने वाले मेले के तौर पर कम बल्कि मोक्षनगरी के तौर पर ही है जहां दुनिया भर से श्रद्धालु एक डुबकी में मोक्ष की कामना लेकर आते हैं। भगवान विष्णु के अवतारों में एक कपिल मुनि का यहां आश्रम है जो अब भव्यता के साथ संस्कार-निर्माण की ओर है। लगभग तीन वर्ष से मंदिर के संस्कार का काम चल रहा था जो कि लगभग समापन की ओर ही है।  यह मेला विक्रम संवत के अनुसार प्रतिवर्ष पौष माह के अन्तिम दिन लगता है। जिसे हम मकर संक्राति का दिन कहते हैं। बर्फ से धके हिमालय से आरम्भ होकर गंगा नदी धरती पर नीचे उतरती है और कलकल करती मां गंगा हरिद्वार से मैदानी स्थानों पर पहुँचती है। जो कि क्रमशा आगे बढ़ते हुए उत्तर प्रदेश के बनारस, प्रयाग से  प्रवाहित होती हुई बंगाल की खाड़ी में मिल जाती है। यहीं पवित्र पावनी गंगा सागर  से मिल जाती है। इस जगह को  गंगासागर यानी  'सागर द्वीप'कहा जाता है।

यह क्षेत्र दक्षिण चौबीस परगना जिले में है और यहां जिला प्रशासन के द्वारा गंगा सागर मेले का आयेजन किया जाता है। प्रतिवर्ष इस मेले में लगभग दस लाख श्रद्धालु पुण्यस्नान के लिये आते हैं।वैसे जिले के डीएम पी.बी सलीम और कपिलमुनि मंदिर के महंत ज्ञानदास के उत्तराधिकारी ने हमे बताया कि इस वर्ष  मकर संक्राति पर कम से कम 20 लाख श्रद्धालु पुण्यस्नान कर सकते हैं। यह स्थान हिन्दुओं के एक विशेष पवित्र स्थल के रूप में जाना जाता है। मान्यता है कि कि, गंगासागर की पवित्र तीर्थयात्रा सैकड़ों तीर्थ यात्राओं के समान है। शायद इसलिये ही कहा जाता है कि "हर तीर्थ बार–बार, गंगासागर एक बार।"लेकिन अब सागर तीर्ययात्रा काफी सुगम हो गई जिससे कहा जा सकता है कि, गंगा सागर तीर्थ यात्रा अब बार-बार। मान्यता है कि गंगासागर का पुण्य स्नान अगर विशेष रूप से मकर संक्राति के दिन किया जाए तो उसकी महत्ता और भी बढ़ जाती है और पुण्यार्थी को इस स्नान का विशेष पुण्य मिलता है। कारण मकर संक्रान्ति के दिन सूर्य धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करते हैं। जिसका वैज्ञानिक आधर भी है। गंगासागर में हर देश के तामम जगहों से तीर्य यात्रियों के साथ ही साधु-सन्न्यासी आते हैं और संगम में स्नान कर ये लोग सूर्य देव को अर्ध्य देते हैं। कपिल मुनि के साथ ही विशेष रुप ये यहां सूर्य देव की पूजा की जाती है। तिल और चावल सह यहां तेल का इस त्यौहार पर विशेष महत्व है जिसका दान किया जाता है। यहां साधु समाज की एक अलग दुनिया ही बस जाती है और नगा से लेकर बाल व महिला सन्यसियों के संसार व माहौल को देख कुंभ मेले का भान होता है। 

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गंगासागर के संगम पर श्रद्धालु जहां समुन्द्र देवता को नारियल अर्पित करते हैं वहीं गउदान भी करते हैं। कहते हैं कि भवसागर को पार करने के लिये गउ की पूंछ का ही सहारा आत्मा को लेना पड़ता है तभी मोक्ष की प्राप्ति होती है। यही वजह है कि यहां पंडे भाड़े की गाय लेकर उसे श्रद्धालु को बेचते है और फिर उसी गउ को वापस दान में लेते हैं। इसके उपरांत ही बाबा कपिल मुनि के दर्शन व पूजा- अर्चना की जाती है। गंगासागर में स्नान–दान का महत्व शास्त्रों में विस्तार से बताया गया है। इसे जनश्रुति कहे या फिर मान्यता। कहते है कि जो युवतियाँ यहाँ पर स्नान करती हैं, उन्हें अपनी इच्छानुसार वर तथा युवकों को इच्छित वधु प्राप्त होती है। अनुष्ठान आदि के पश्चात् सभी लोग कपिल मुनि के आश्रम की ओर प्रस्थान करते हैं तथा श्रद्धा से उनकी मूर्ति की पूजा करते हैं। मन्दिर में गंगा देवी, कपिल मुनि तथा भागीरथी की मूर्तियाँ स्थापित हैं। तमाम ग्रंथों सह पुराणों में मां गंगा के धरती पर अवतरण की जानकारी मिलती है। भगवान श्री राम के कुल के राजा सगर ने अश्वमेघ यज्ञ कर घोड़ा छोड़ा। अश्वमेघ यज्ञ के घोड़े की सुरक्षा का जिम्मा उन्होंने अपने 60 हज़ार पुत्रों को दिया। देवराज इंद्र ने वह घोड़ा चुराकर कपिल मुनि के आश्रम में बाँध दिया। घोड़े को खोजते हुए जब राजकुमार वहाँ पर पहुँचे तो कपिल मुनि को भला–बुरा कहने लगे और घोड़ा चोर समझा। मुनि को राजपुत्रों के इस क्रिया कलाप पर क्रोध आ गया और सभी 60 हज़ार सगर पुत्र मुनि की क्रोधाग्नि में जलकर भस्म हो गये। ऐसे में सगर के पुत्र अंशुमान ने मुनि से क्षमा–याचना की तथा राजकुमारों की मुक्ति का उपाय पूछा। मुनि ने कहा-स्वर्ग से मां गंगा को धरती पर लाना होगा और गंगा की जलधारा के स्पर्श भष्मिभूत60 हज़ार सगर पुत्रो का उद्धार होगा। राजपुत्र अंशुमान को तप में सफलता नही मिली। फिर उन्हीं के कुल के भगीरथ ने तप करके स्वर्ग से गंगा को पृथ्वी पर उतारा। भगीरथ जैसे-जैसे जिस रास्ते से होकर गुजरे मां गंगा की अविरल धारा भी गुजरी। चुकि राजपुत्रों को ऋषि के श्राप से मुक्त करना था अतएवं भगीरथ के साथ गंगा सागरद्वीप में आई। कपिल आश्रम श्रेत्र में आयीं गंगा का स्पर्श जैसे ही  सागर के साठ हजार मृत मृत पुत्रों की राख से हुआ सभी राजकुमार मोक्ष को प्राप्त हुए। कहते हैं कि राजपुत्रों को मकर संक्राति के दिन ही मुक्ति मिली थी।

भगवान विष्णु के छठे अवतार कपिल मुनि
भागवत पुराण में वर्णन है कि कपिलमुनि भगवान विष्णु के छठे अवतार हैं। कपिलमुनि की माता का नाम देवहूति व पिता का नाम कर्दम ऋषि था। देवहूति को ब्रह्म जी की पुत्री बताया जाता है। कपिलमुनि ने अपनी मां देवहूति को बाल्यावस्था में सांख्य-शास्त्र का ज्ञान दिया था। उनकी मां मनु व शतरूपा की पुत्री भी कहा जाता है। शास्त्र ग्रंथ बताते हैं कि जब प्रजापति ब्रह्मा ने सृष्टि की रचना की तो उन्होंने अपने शरीर के आधे हिस्से से नारी का निर्माण किया। इन्हें मनु तथा शतरूपा कहा गया। देवहूति के पति थे ऋषि कर्दम।  कपिल मुनि अपने माता-पिता की दसवीं संतान थे। उनसे पहले उनकी नौ बहनें थीं।  कपिल मुनि महाराज ने जब सांख्य शास्त्र की रचना की थी तब बाल्यावस्था में ही कपिल मुनि महाराज ने अपनी माता को सृष्टि व प्रकृति के चौबीस तत्वों का ज्ञान प्रदान किया था। कहते हैं कि सांख्य दर्शन के माध्यम से जो तत्व ज्ञान मुनि महाराज ने अपनी माता देवहूति के सामने रखा था वही श्रीकृष्ण ने अर्जुन को गीता के उपदेश के रूप में सुनाया था। कपिलमुनि का श्रीमद्भगवत गीता में वर्णन इस प्रकार से है अक्षत्थ: अश्रृत्थ: सर्ववृक्षाणां देवर्षीणां च नारद:।
गन्धर्वाणां चित्ररथ: सिद्धानां कपिलो मुनि:॥
अर्थात् भगवान श्री कृष्ण अर्जुन को बता रहे हैं कि हे अर्जुन जितने भी वृक्ष हैं उनमें सबसे उत्तम वृक्ष पीपल का है और वो मैं हूं, देवों में नारद मैं हूं, सिद्धों में कपिल मैं हूं,ये मेरे ही अवतार हैं।मुनि महाराज ने माता को बताया था कि मनुष्य का शरीर देवताओं की भांति ही होता है।

कोलकाता से सागरद्वीप कैसे जाये
महानगर कोलकाता के हावड़ा, सियालदा, आउटराम घाट और इस्पालानेड से 98 किलो मिटरी की दूरी बस द्वारा लाट न. 6 तक तय की जा सकती है।वैसे आप सियालदा से ट्रेन द्वारा काकद्वीप स्टेशन जा सकते हैं। लेकिन बाकी का सफर मुड़़ीगंगा नदी को पार करना होगा। नदी पार करने के बाद भी बसे से सागरद्वीप की ओर रवाना होना पड़ेगा।

यात्रा में क्या नहीं करें
खुले में शौंच या लघुशंका नहीं करें। कारण लगभग 10 हजार शौचालय बनाये गये हैं। मेले को स्वच्छ रखना ही सरकार की प्राथमिकता है इसलिये खुद गंदगी नहीं फैलाए और ना ही दुसरों को मेला परिसर गंदा करने दें। सागर तट पर कपड़े नहीं धोएं और पूजन सामग्री संगम में नहीं फेंके। किसी भी रुप में प्लास्टीक को निषेध किया गया है अतएवं इसका ध्यान रखें। हुगला सह अन्य अस्थायी यात्री निवास में आग नहीं जलाएं।  किसी अंजान का खाना नहीं खायें और अपने सामानों के प्रति सतर्क रहें।

यात्रा में क्या करें
पीले रंग के शौचालय का इस्तेमाल करें। कूड़े के लिये कूड़ेदान का उपयोग करें। प्लास्टीक को निषेध किया गया है इसलिये प्लास्टीक के कप और कैरी बैग का इस्तेमाल आपके परेशानी का कराण बन सकता है। परेशानी पर स्वंयसेवकों की मदद लें और किसी के गुम होने पर बजरंग परिषद की मदद लें। बीमार होने पर सागर मेला ग्राउण्ड अस्थायी अस्पताल (03210-213997), चेमागुड़ी अस्थायी अस्पताल(03210-222411), कचुबेरिया अस्थायी अस्पताल ( 03210-247108), लाट न.8अस्थायी अस्पताल (03210-257984), नामखाना अस्थायी अस्पताल( 03210-244985), रुद्रनगर ब्लाक अस्पताल( 03210-242301)  को फोन किया जा सकता है या फिर खुद जाएं।


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जगदीश यादव       
लेखक अभय बंग पत्रिका के सम्पादक व पं.बंगाल भाजपा ओबीसी मोर्चा के मीडिया प्रभारी हैं।

भाभी जी घर पर हैं’ से पहचान मिलीः सौम्या टंडन

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जिंदगी कितनी भी उतार-चढ़ाव के बीच से गुजरे लेकिन इंसान को अपने मकसद को पूरा करने के लिए लगातार आखिरी दम तक मेहनत करनी चाहिए क्योंकि हिम्मत हारने वालों की तो भगवान भी साथ छोड़ देता है, इसलिए मैं मेहनत करने में पूरा विश्वास करती हूं क्योंकि मेरे लिए कर्म ही पूजा है। यह कहना है एण्ड टीवी पर प्रस्तुत चर्चित हास्य धारावाहिक ‘‘भाभी जी घर पर है‘‘ में अनिता की भूमिका निभा रही स्लिम-ड्रिम खूबसूरत और चंचल हसीना सौम्या टंडन का। आजकल अलग-अलग टीवी चैनलों पर चल रहे हास्य धारावाहिकों में से प्रसिद्ध ‘भाभी जी घर पर है’’ में गौरी मेडम के नाम से चर्चित सौम्या टंडन ने 2007 में 9 साल पहले अपने फिल्मी कैरियर की शुरूआत‘जब वी मेट’ फिल्म से की थी जिसमें इन्होंने करीना कपूर की बहन ‘रूप’ की भूमिका निभाई थी, हालांकि सौम्या 2006 में भी टीवी के लिए एक ‘ऐसा देश है मेरा‘ नाम से धारावाहिक भी कर चुकी थी लेकिन इससे सौम्या कोई खास पहचान दर्शकों के बीच बना नहीं पाई। तत्पश्चात खूबसूरती की मल्लिका सौम्या ने जी टीवी पर नृत्य पर आधारित रियलटी शो ‘डांस इंडिया डांस’ में जय भानुशाली के साथ पहले 3 सीजन को-होस्ट किये थे, जिसकी काफी सराहना भी की गई थी। सौम्या को इस दौरान दो महत्वपूर्ण पुरस्कार भी मिले जिसमें टीवी में सर्वश्रेष्ठ महिला व्यक्तित्व पुरस्कार भी शामिल है। ये सौम्या के फिल्मी केरियर के लिए एक नया रास्ता बनकर सामने आया था जो इनके जीवन के लिए उनकी एक नई यात्रा के समान थी। इसके अलावा तत्कालीन प्रतिष्ठित क्विज शो ‘बाॅर्नविटा प्रश्नोत्तरी प्रतियोेगिता’ और  2011 में सोनी टीवी पर प्रस्तुत ‘काॅमेडी सर्कस के तानसेन’ में भी सौम्या ने एंकरिंग कर अपनी कला के हुनर दिखाये, जिसको दर्शकों ने पसंद तो किया लेकिन सौम्या को इससे एक अलग पहचान नहीं मिल सकी।

टीवी की दुनिया में नृत्य पर आधारित चर्चित रियलटी शो ‘डांस इंडिया डांस’ के लिए भी सौम्या ने अपनी भूमिका बखूबी निभाई थी और देखते ही देखते टीवी पर कई रियलटी शो में एंकरिंग कीलेकिन सौम्या को ‘भाभी जी घर पर हैं’’ से ही असली पहचान और वाहवही मिल पाई। असल में ये फिल्म नगरी ही कुछ इस तरह की है जहां पता ही नहीं चलता कि ये कब किसको सातवें आसमान पर ले जाकर बैठा दे और कब किसको खाक में मिला दे जबकि मेहनत तो हर कोई कामयाबी पाने के लिए ही करता है। सौम्या टंडन ने उज्जैन के सेंट मैरीस काॅनवेंट स्कूल से पढ़ाई की तत्पश्चात दिल्ली के स्कूल आॅफ मेंजेमेंट से एमबीए की पढ़ाई पूरी की। माता-पिता की इकलौती संतान सौम्या को एक्टिंग और एंकरिंग करने के साथ-साथ लिखने और पढ़ने का भी बहुत शौक है, जिसके चलते इन्होंने कविताओं पर आधारित ‘मेरी भावनाएं’ नाम कर एक बुक भी लिखी जो कि अवार्ड के लिए भी नाॅमिनी हुई थी। सौम्या ने 2006 में फैमिना फेव भी जीता है। सौम्या ने अभी ंतक शादी इसलिए नहीं की क्योंकि उनका पूरा ध्यान अभी अपने करियर पर है और सही समय आने पर वह यह काम भी जरूर करेंगी। भोपाल में 3 नवंबर को जन्मी और 5 फिट 8 इंच लंबी सौम्या टंडन हिन्दू परिवार से ताल्लुक रखती है और खाने-पीने में पूरी तरह से वैजिटेरियन है। आधुनिकता के इस दौर में भी सौम्या काफी सहनशील और व्यवहारिक नैचर की हैं। ग्रे आंखें और ब्राउन बालों वाली सौम्या टंडन के पिता बी.जी.टंडन भी एक प्रोफेसर और लेखक हैं जिन्होंने इंगलिश में कई बुक लिखी हैं।  सौम्या को खाने में आलू-पूरी, बेसन के लडडू और रसगुल्ला बहुत पसंद हैं। इनका पसंदीदा अभिनेताओं में अमिताभ बच्चन, टाॅम क्रिस, शाहरूख खान और अमीर खान है। सौम्या ने अभी तक शादी इसलिए नहीं की है क्योंकि अभी उनको बहुत काम करना है और फिल्मी दुनिया में अपना एक मुकाम हासिल करना है।

सौम्या का कहना है कि उनको अबला नारी की भूमिकाओं वाले धारावाहिकों में काम करना पसंद नहीं है बल्कि दमदार और पाॅजिटिव भूमिका वाले रोल पसंद है इसलिए वह इसी तरह के सिरियल ही ज्यादा पसंद है जिनमें ‘भाभाजी’का एक प्रयोग आपके समक्ष है और यह कामयाब भी हो चुका है। आज अलग-अलग चैलनों पर जितने भी इस तरह के परिवारिक व काॅमेडी सिरियल आ रहे हैं इनके सबसे ज्यादा प्रभावशाली और दबंग भाभी का करैक्टर ‘भाभी जी घर पर हैं’ में ही नजर आता है, जिसको दर्शकों ने भी खूब सराहाया है, बाकियों में तो दर्शक उनका रोना-धोना देखकर बोर हो चुके है। आज की इस भागदौड़ की जिंदगी में इंसान को घर आकर अपने परिवार के साथ कुछ हंसने-हंसाने मन करता है इसलिए वह टीवी चैनल पर ज्यादातर काॅमेडी सिरियल ही देखना पसंद करता है और यही कारण है कि आज दर्शकों में काॅमेडी सिरियलों की मांग लगातार बढ़ रही है। सौम्या का कहना है कि ‘भाभी जी घर पर है’ एक लबा चलने वाला काॅमेडी सिरियल है और दर्शकों की पसंद के कारण यह अभी काफी लंबा चलेगा इसलिए अन्य फिल्म व सिरियल को साइन करना मेरे लिए काफी मुश्किल है। मैं चाहकर भी दूसरे नये काम को नहीं कर सकती हूं। आॅफर लगातार फिल्मों और सिरियलों के मिल रहे हैं लेकिन मेरी मजबूरी है कि मैं इनमें काम नहीं कर पा रही हूं। सौम्या टंडन आगामी 14 दिसंबर को दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में रूमिल आर्ट गु्रप के तत्वाधान में होने वाले एक मेधा शो ‘जीना यहां’ को भी होस्ट करेंगी।

इंदौर ऑडिशन के साथ हुआ "टैलेंट के बाप"का आगाज, 16 राज्यों के 52 शहरो में होंगे ऑडिशन

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इंदौर : डांसिंग, सिंगिंग, एक्टिंग के सबसे अलग और सबसे बड़े रियलिटी शो "टैलेंट के बाप"का इंदौर के क्रिएटिव विज़न फिल्म स्टूडियो USA में मालवा के सैकड़ो प्रतिभाओ के साथ आगाज हुआ. आयोजक विनायक ए जैन लुनिया ने बताया संगीत मार्तण्ड पदमविभूषण पंडित जसराज जी एवं लीजेंड तबला प्लेयर पंडित स्वपन चौधरी जी के शुभाशीर्वाद से इस रियलिटी शो "टैलेंट के बाप"का आयोजन हुआ. श्री लुनिया के अनुसार आज के ऑडिशन में भाग लेने के लिए आये प्रतिभाओ को देख कर हैरान है की मालवा की धरा पर उम्मीद से ज्यादा कला का वास है, आयोजक शुभ सोनी ने बताया की इंदौर से टैलेंट के बाप का शुभारम्भ कर 3 माह में 16 राज्यों के 52 शहरो से टैलेंट के धुरंधरो को चुन- चुन कर देश के सामने रियल टैलेंट को परोसा जायेगा. इंदौर ऑडिशन में ज्यूरी संगीत मार्तण्ड पदमविभूषण पंडित जसराज के मेवाती घराना से पंडित दिलीप मुंगी, फिल्म निर्देशक - निर्माता अमिताभ सिंह चौहान एवं माइकल पॉल थे, तो वहीँ मास्टरसैफ मंच के हैप्पी सिंग फ़ूड एक्सप्रेस के हैप्पी सिह और यश चतुर्वेदी, उज्जैन प्रज्ञा कला मंच से श्रीमती विनीत कासलीवाल एवं जैन मीडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष सचिन कासलीवाल आदि विशेष रूप मौजूद थे. 

मानव श्रृंखला पर पटना हाइकोर्ट सख्त, सरकार से 24 घंटे में मांगा जवाब

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पटना : पटना उच्च न्यायालय ने शराबबंदी के पक्ष में 21 जनवरी को पूरे राज्य में बनने वाले मानव श्रृंखला को लेकर सरकार से जवाब तलब किया है. कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश जस्टिस हेमंत गुप्ता और जस्टिस सुधीर सिंह की कोर्ट ने बुधवार को अधिवक्ता सुशील कुमार की जनहित याचिका पर सरकार से चौबीस घंटे के भीतर जवाब देने को कहा. इस मामले में पूरी रिपोर्ट के साथ गुरुवार को फिर सुनवाई होगी. कोर्ट ने कहा कि आखिर किस कानून के तहत 21 जनवरी को सभी नेशनल हाइवे पर पांच घंटे आवागमन को बंद कर दिया गया है. किस कानून के तहत स्कूली बच्चों को सड़क पर उतरने को कहा गया. कोर्ट ने तल्ख टिप्पणी भी की. सुनवाई के दौरान कहा कि क्या सरकार बच्चों को शराब के बारे में जानकारी देना चाहती है. 

याचिकाकर्ता  ने कोर्ट से कहा कि मानव श्रृंखला के नाम पर सरकार ने तमाशा मचा रखा है. स्कूली बच्चों को मानव श्रृंखला में शामिल होने का आदेश दिया गया है. सभी सरकारी कामकाज काे बंद कर मानव श्रृंखला में शामिल होने को कहा गया है. पांच घंटे तक पूरा प्रदेश ठप रहेगा. इस दौरान किसी की मौत हो गयी या इलाज के लिए बाहर निकलना पड़ा तो इसके लिए  सरकार  ने क्या प्रबंध किया है. कोर्ट ने इन बिंदुओं पर  सरकार से जवाब मांगा है. इस मामले की सुनवाई गुरुवार को होगी. गौरतलब है कि नशामुक्ति के पक्ष में सरकार 21 जनवरी को दुनिया की सबसे बड़ी मानव श्रृंखला बनाने जा रही है. इसमें दो करोड़ लोग शामिल हाेंगे. सेटेलाइट रिकार्डिंग के लिए इसरो और नासा से संपर्क किया जा रहा है.

एनडी तिवारी के पुत्र रोहित शेखर बीजेपी में शामिल

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उत्तराखंड विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के दिग्गज नेता नारायण दत्त तिवारी के पुत्र रोहित शेखर बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल हो गए. उन्होंने नई दिल्ली में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के आवास पर उनकी मौजूदगी में बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की. सूत्रों के मुताबिक एनडी तिवारी ने कहा है कि उनका समर्थन बीजेपी को रहेगा लेकिन वह खुद बीजेपी में शामिल नहीं हुए हैं. रोहित शेखर को हलद्वानी सीट से बीजेपी का टिकट दिए जाने की संभावना है. 91-वर्षीय नारायण दत्त तिवारी दो राज्यों - उत्तर प्रदेश तथा उत्तराखंड - के मुख्यमंत्री रहे हैं, केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं तथा आंध्र प्रदेश के राज्यपाल भी रहे हैं, हालांकि राज्यपाल के रूप में उन्हें कार्यकाल के बीच में ही सेक्स स्कैंडल की वजह से इस्तीफा देना पड़ा था. रोहित शेखर को नारायण दत्त तिवारी ने तीन साल पहले ही पुत्र स्वीकार किया था, जब छह साल की कानूनी लड़ाई के बाद उनका पितृत्व साबित हो गया था.

रोहित शेखर ऐसे वक्‍त में बीजेपी में शामिल हुए हैं उत्‍तराखंड में अगले माह होने जा रहे विधानसभा चुनाव के मद्देनजर इस पहाड़ी राज्य में बीजेपी पहले से ही विद्रोह से जूझ रही है, क्योंकि पार्टी ने लगभग 15 ऐसे नेताओं को प्रत्याशी घोषित कर दिया है, जो हाल ही में पार्टी में शामिल हुए हैं, और उन नेताओं में कांग्रेस के वे पूर्व विधायक भी शामिल हैं, जिन्होंने पिछले साल मौजूदा मुख्यमंत्री हरीश रावत के खिलाफ विद्रोह कर उन्हें विश्वासमत हासिल करने के लिए मजबूर कर दिया था. भारतीय जनता पार्टी 70 सीटों वाले राज्य उत्तराखंड में फिलहाल 64 सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर चुकी है. नारायण दत्त तिवारी उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रह चुके हैं. उससे पहले वह तीन बार अविभाजित उत्तर प्रदेश के भी मुख्यमंत्री रहे हैं, जब उत्तराखंड का गठन नहीं हुआ था. नारायण दत्त तिवारी दो साल के लिए आंध्र प्रदेश के गवर्नर भी रहे, लेकिन वर्ष 2009 में उन्हें सेक्स स्कैंडल के चलते कांग्रेस पार्टी के लिए शर्मिन्दगी का बायस बनने की वजह से इस्तीफा देना पड़ा था. नारायण दत्त तिवारी उस वक्त 84 वर्ष के थे, और उन्होंने अपने खराब स्वास्थ्य को इस्तीफे की वजह बताया था. वैसे राजनैतिक हलकों में दिग्गज राजनेता के रूप में सम्मानित रहे नारायण दत्त तिवारी को '90 के दशक की शुरुआत में प्रधानमंत्री पद के संभावित प्रत्याशी के रूप में भी देखा गया था. लेकिन बाद में वर्ष 1994 में उन्होंने कांग्रेस छोड़कर एक अन्य दिग्गज कांग्रेसी नेता अर्जुन सिंह के साथ मिलकर अपनी खुद की पार्टी कांग्रेस (तिवारी) का गठन किया था, लेकिन जब सोनिया गांधी ने कांग्रेस की कमान संभाली, तो दोनों नेता कांग्रेस में लौट आए थे.
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