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आरक्षण को कोई खतरा नहीं: आठवले

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नयी दिल्ली, 21 जनवरी, रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आरपीआई-आठवले) के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने अाज कहा कि देश में दलितों, आदिवासियों और अन्य पिछड़े वर्ग के आरक्षण को कोई खतरा नहीं है तथा इस पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के रुख से केंद्र सरकार सहमत नहीं है । श्री आठवले यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि आरक्षण की व्यवस्था जाति व्यवस्था के साथ है और समाज के वंचित तथा पिछड़े वर्ग के लोगों को संविधान के तहत आरक्षण मिला है । इसे कोई भी उनसे नहीं छीन सकता । श्री आठवले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रवक्ता मनमाेहन वैद्य के इस बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे थे जिसमें उन्होंने कहा है कि समाज में समानता के लिए आरक्षण समाप्त किया जाना चाहिए । केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री श्री आठवले ने कहा कि आरक्षण समाप्त करने का विचार संघ का हो सकता है लेकिन केंद्र सरकार इससे सहमत नहीं है । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले ही साफ कर चुके हैं कि दलितों, आदिवासियों और पिछड़े वर्ग के लोगों के लिए आरक्षण व्यवस्था समाप्त नहीं की जाएगी बल्कि इसे प्रभावी तरीके से लागू किया जाएगा । उन्होंने कहा कि दलितों, आदिवासियों और पिछड़े वर्ग के लोगों के अधिकार प्रधानमंत्री के हाथों में सुरक्षित है और अगर कोई इन्हें कमजोर करने या छीनने का प्रयास करता है तो आरपीआई इसे बर्दाश्त नहीं करेगी और इसका पुरजोर विरोध करेगी ।

जाति आधारित नहीं बल्कि धर्म आधारित आरक्षण का विरोध : संघ

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अहमदाबाद, 21 जनवरी, आरक्षण पर अपने प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य के हालिया विवादास्पद बयान पर घिरे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने आज कहा कि यह अनुसूचित जाति और जनजाति तथा पिछडे वर्ग को जाति आधारित आरक्षण देने के खिलाफ नहीं है बल्कि धर्म आधारित विघटनकारी आरक्षण का पुरजोर विरोध करता है। श्री वैद्य की मौजूदगी में संघ की आज से यहां शुरू हुई एक बैठक के बाद संघ के गुजरात प्रवक्ता विजय ठाकर ने पत्रकारों से कहा, ‘हम एससी एसटी और ओबीसी जातियों को आरक्षण देने का पूर्ण समर्थन करते हैं। हम इसके कभी खिलाफ नहीं रहे। पर हम धर्म आधारित आरक्षण की मांग के पूरी तरह विरोध में है। यह गैर संवैधानिक है तथा विभाजनकारी ताकतों को मजबूत करने वाली और देश के लिए खतरनाक है। श्री वैद्य ने भी यही बात कही है।’ उन्होंने कहा कि वर्ष 1985 के संघ के एक पारित प्रस्ताव में भी यह बात साफ तौर पर कही गयी है। ज्ञातव्य है कि श्री वैद्य तथा सह प्रचार प्रमुख नंदकुमार और संघ के सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले के की मौजूदगी मेंं यहां हो रही बैठक के आयोजन स्थल के बाहर काले झंडे के साथ विरोध प्रदर्शन करने वाले पिछडी जाति के संगठन ठाकोर सेना के 10 कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। उन्हें बाद में छोड दिया गया। जयपुर के एक साहित्य सम्मेलन में श्री वैद्य ने कथित तौर पर लंबे समय तक चलने वाले आरक्षण का विरोध किया था हालांकि बाद में वह इस बयान से पलट गये थे।

उत्तर प्रदेश में भाजपा के होंगे मोदी सहित 40 स्टार प्रचारक

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नयी दिल्ली/लखनऊ, 21 जनवरी, उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित 40 वरिष्ठ नेताओं को स्टार प्रचारक बनाया है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त को विधानसभा चुनाव के प्रथम चरण तथा द्वितीय चरण के लिए पार्टी के इन स्टार प्रचारकों की सूची सौंप दी है । स्टार प्रचारक इस प्रकार हैं:- 1. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 2. श्री अमित शाह 3. श्री राजनाथ सिंह 4. श्री नितिन गडकरी 5. श्री अरुण जेटली 6. श्री एम. वेंकैया नायडू 7. श्री रामलाल 8. श्रीमती स्मृति जुबिन ईरानी 9. श्री ओम प्रकाश माथुर 10. श्री केशव प्रसाद मौर्य 11. श्री कलराज मिश्र 12. सुश्री उमा भारती 13. श्री शिवराज सिंह चौहान 14. श्रीमती वसुन्धरा राजे सिंधिया 15. श्री पीयूष गोयल 16. डा0 महेश शर्मा 17. योगी आदित्यनाथ 18. डॉ संजीव बालियान 19. श्री राम बिलास पासवान 20. श्री मुख्तार अब्बास नकवी 21. श्रीमती हेमा मालिनी 22. जनरल वी के सिंह 23. साध्वी निरंजन ज्योति 24. श्री संतोष गंगवार 25. श्री शिव प्रकाश 26. श्री सुनील बंसल 27. श्री राजवीर सिंह 28. श्री कौशल किशोर 29. श्री मनोज तिवारी 30. श्री स्वामी प्रसाद मौर्य 31. श्री एस पी सिंह बघेल 32. श्री हुकुम सिंह 33. डाॅ रामशंकर कठेरिया 34. श्री रविकांत गर्ग 35. श्री भूपेन्द्र सिंह 36. श्री बी एल वर्मा 37 श्रीमती मेनका गांधी 38. श्री नरेन्द्र कश्यप 39. श्री अवतार सिंह भड़ाना 40. श्री लोकेश प्रजापति पार्टी की स्टार प्रचारकाें की सूची में रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर और केन्द्रीय संचार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) एवं रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा, सांसद जगदंबिका पाल, विनय कटियार, वरुण गांधी के नाम नहीं होने से राजनीतिक हलकों में आश्चर्य व्यक्त किया जा रहा है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का नाम संभवत: उनके बीमार होने के कारण नहीं जोड़ा गया है। उल्लेखनीय है कि सर्जिकल स्ट्राइक को राजनीतिक रूप से भुनाने की तैयारी के बीच श्री पार्रिकर का नाम नहीं होने पर कई तरह के कयास लगाये जा रहे हैं। दूसरे दलों से आये नेताओं में श्री स्वामी प्रसाद माैर्य,श्री नरेन्द्र कश्यप और श्री अवतार सिंह भड़ाना के नाम शामिल किये गये हैं लेकिन श्रीमती रीता बहुगुणा जोशी का नाम नहीं है।

केजरीवाल को चेतावनी, भविष्य में आचार संहिता का उल्लंघन करने पर कड़ी कार्रवाई: आयोग

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नयी दिल्ली 21 जनवरी (वार्ता) गोवा में चुनाव रैली के दौरान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस से पैसे लेकर वोट आम आदमी पार्टी (आप) को देने की दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अपील पर चुनाव आयोग ने संज्ञान लेते हुए कड़ी चेतावनी दी है कि यदि वह चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन जारी रखते हैं तो आयोग उनके और उनकी पार्टी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगा। आयोग ने श्री केजरीवाल के रिश्वत संबंधी टिप्पणी पर उन्हें कड़ी फटकार लगाई । आयोग ने कहा है कि भविष्य में चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन जारी रहा तो मुख्यमंत्री और उनकी पार्टी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी, जिसमें पार्टी की मान्यता को निलंबित या खत्म करने जैसे कड़े कदम भी शामिल हैं। दो पृष्ठों की लंबी नोटिस में आयोग ने श्री केजरीवाल को फटकार लगाते हुए भविष्य में चुनाव भाषणों के दौरान संयम बरतने की सलाह दी है। आयोग ने श्री केजरीवाल से कहा,“ भविष्य में वह यह भी ध्यान रखें कि यदि चुनाव आचार संहिता का फिर उल्लंघन किया गया तो चुनाव चिह्र आदेश कानून के पैरा 16 के अंतर्गत आपके और आपकी पार्टी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगा। ” श्री केजरीवाल ने आयोग के इस आदेश पर ट्वीट कर कहा, “ चुनाव आयोग का मेरे खिलाफ आदेश पूरी तरह गलत है। निचली अदालत ने मेरे पक्ष में आदेश दिया है। चुनाव आयोग ने अदालत के आदेश को नजरअंदाज किया है। हम आयोग के नवीनतम आदेश को न्यायालय में चुनौती देंगे।” आयोग ने मुख्यमंत्री को भेजे आदेश में कहा है कि चुनाव चिह्न आदेश कानून के पैरा 16 के अंतर्गत चुनाव आयोग को यह अधिकार मिला हुआ है कि चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करने की किसी भी स्थिति में किसी पार्टी की मान्यता को खत्म या निलंबित किया जा सकता है। गोवा रैली के दौरान श्री केजरीवाल के रिश्वत संबंधी भाषण पर चुनाव आयोग ने 16 जनवरी को कारण बताओ नोटिस भेजा था। श्री केजरीवाल ने गोवा विधानसभा चुनाव के लिए आयोजित रैली में भाजपा और कांग्रेस से पैसे लेकर वोट आप पार्टी को देने की अपील की थी। पिछले साल दिल्ली विधानसभा के चुनाव में भी श्री केजरीवाल ने इसी तरीके की अपील की थी। गोवा रैली में श्री केजरीवाल ने कहा था कि भाजपा और कांग्रेस के लोग उन्हें पैसे देने के लिए आयेंगे। पैसे लेने से वे मना न करें बल्कि महंगाई का वास्ता देकर पांच हजार की जगह 10 हजार रुपये मांगने चाहिए। यह राशि भी लोगों को नए नोटों में मांगनी चाहिए । गौरतलब है कि पिछले साल आठ नवम्बर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पांच सौ और एक हजार रुपये के नोटों को बंद किए जाने की घोषणा की थी। नोटबंदी के बाद से नकदी की समस्या उत्पन्न हो गयी थी।

नशामुक्ति पर मानव श्रृंखला की सफलता से गदगद हुए नीतीश, राज्यवासियों को दी बधाई

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पटना 21 जनवरी, बिहार से पूरी दुनिया को नशामुक्त समाज का संदेश देने के उद्देश्य से प्रदेश में 11292 किलोमीटर में दो करोड़ से अधिक प्रदेशवासियों ने अभूतपूर्व उत्साह के साथ 45 मिनट तक एक दूसरे का हाथ थाम विराट मानव श्रृंखला बनाकर नया इतिहास रच डाला। पटना , गया , भागलपुर , सहरसा, पूर्णिया, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, भोजपुर, रोहतास समेत राज्य के सभी जिलों में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच निजी एवं सरकारी विद्यालयों के बच्चे, शिक्षक, राजनेता, व्यापारी समेत समाज के विभिन्न वर्ग के लोग नशामुक्ति का संदेश लिए सवा बारह बजे से एक बजे तक एक दूसरे का हाथ पकड़ कर संभवत: विश्व की सबसे बड़ी मानव श्रृंखला का निर्माण कर रिकार्ड बना दिया। इस बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मानव श्रृंखला निर्माण की सफलता पर खुशी जाहिर करते हुये कहा, “मैं नशामुक्ति अभियान में पक्ष में उमड़े जनसैलाब के लिए राज्य की जनता को धन्यवाद देता हूं। इतना व्यापक जनसमर्थन दिखाकर बिहारवासियों ने केवल देश में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में नशामुक्ति के पक्ष में सशक्त संदेश दिया है।”

सरकार तमिलों की सांस्कृतिक आकांक्षाओं को पूरा करेगी : मोदी

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नयी दिल्ली 21 जनवरी, जल्लीकट्टू पर तमिलनाडु सरकार के अध्यादेश के मसौदे को कल केन्द्र की मंजूरी मिलने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि तमिल लोगों की सांस्कृतिक आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए सभी प्रयास किये जा रहे हैं। श्री मोदी ने ट्वीट करके कहा, “ हमें तमिलनाडु की समृद्ध संस्कृति पर गर्व है। तमिल लोगों की सांस्कृतिक आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए सभी प्रयास किये जा रहे हैं।” एक दूसरे ट्वीट में उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार तमिलनाडु की प्रगति के लिए पूरी तरह वचनबद्ध है और यह सुनिश्चित करने के लिए वह हमेशा प्रयास करेगी कि राज्य प्रगति की नयी ऊंचाइयों को छुये। उन्होंने कहा कि पर्यावरण, कानून और गृह मंत्रालय से अध्यादेश को मंजूरी मिलने के बाद इसे राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी को स्वीकृति के लिए भेजा गया है ।

कांग्रेस और समाजवादी पार्टी का प्रस्तावित गठबन्धन फिलहाल नहीं

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लखनऊ 21 जनवरी, उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले और दूसरे चरण के कांग्रेस उम्मीदवारों की कल घोषणा किये जाने के एलान के साथ ही समाजवादी पार्टी(सपा) का उसके साथ प्रस्तावित बहुचर्चित गठबन्धन फिलहाल अब नहीं होगा। कांग्रेस के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने ‘यूनीवार्ता’ को बताया कि पार्टी कल पहले और दूसरे चरण में होने वाले चुनाव के लिए सभी सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर देगी। इस एलान के बाद अब यह लगभग तय हो गया है कि कांग्रेस और सपा में चुनाव पूर्व गठबंधन नहीं होगा। उधर, सपा सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस विधानसभा की कुल 403 सीटों में से 120 की मांग कर रही है जबकि उसके लिए करीब 80 सीटों को छोड़ने का मन बना लिया गया है। उनका कहना था कि कायदे से देखा जाये तो कांग्रेस को सिर्फ 54 सीटें ही मिलनी चाहिए, इसके बावजूद सपा 80 सीटें छोड़ने को तैयार है लेकिन कांग्रेस अपने हठ पर अड़ी हुई है। उन्होंने कहा कि सपा तो चाहती है कि कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ा जाय ताकि साम्प्रदायिक ताकतों को सत्ता में आने से हरहाल में रोक दिया जाये। दोनो पार्टियों के अपने अपने रुख पर अडे रहने की वजह से प्रस्तावित गठबंधन खटायी में पड गया है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि गठबंधन से कांग्रेस और सपा दोनो को फायदा होता लेकिन अलग अलग लडने से मतों का बंटवारा ही होगा।

धोनी के नेतृत्व में टीम ने किया अभ्यास

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कोलकाता, 21 जनवरी, भारतीय क्रिकेट टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ रविवार को हाेने वाले तीसरे और आखिरी वनडे से पहले अपने कप्तान विराट कोहली की गैर मौजूदगी में शनिवार को यहां ईडन गार्डन में पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व में अभ्सास सत्र में हिस्सा लिया। दूसरे वनडे में 134 रन की शानदार शतकीय पारी खेलकर भारत को सीरीज में 2-0 की अपराजेय बढ़त दिलाने वाले पूर्व कप्तान धाेनी ने अभ्यास सत्र के दौरान पिच का भी मुआयना किया जबकि कप्तान विराट ने खुद को अभ्यास सत्र से दूर रखा। धोनी ने एक कप्तान की तरह ही सबसे पहले पिच का मुआयना किया। उसके बाद पिच के बारे में जानकरी ली और फिर अपने टीम साथियों से चर्चा की। विराट के अलावा मुख्य कोच अनिल कुंबले भी अभ्यास सत्र में नजर नहीं आए। पिच का मुआयना करने के बाद अनुभवी धोनी ने बल्लेबाजों को यह जानकारी दी कि इस पिच पर कैसे बल्लेबाजी की जा सकती है। उनके साथ बल्लेबाजी काेच संजय बांगड़ भी अभ्यास सत्र में मौजूद थे और उन्होंने भी पिच को लेकर धाेनी से बातचीत की। अपनी चोट को लेकर शुक्रवार को अस्पताल जाने वाले ओपनर शिखर धवन भी बिना किसी परेशानी के अभ्यास करते नजर आए। टीम के अधिकारी ने कहा,“ शिखर पूरी तरह से ठीक है।” उन्होंने स्पष्ट करते हुए कहा कि वह तीसरे वनडे के लिए टीम चयन के समय मौजूद रहेंगे।

विराट कोहली की निगाहें क्लीन स्वीप पर

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कोलकाता, 21 जनवरी, सीरीज में पहले ही अपराजेय बढ़त बना चुकी विराट कोहली की टीम इंडिया रविवार को इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे और आखिरी वनडे में जीत के साथ कोलकाता के ईडन गार्डन मैदान पर क्लीन स्वीप के लिये उतरेगी। भारत ने टेस्ट सीरीज जीतने के बाद वनडे सीरीज के पहले दोनों मैच पुणे और कटक में जीते थे और वह सीरीज में 2-0 की अपराजेय बढ़त बना चुका है। तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार ने भी मैच से पूर्व यह बात दोहराई कि टीम अब क्लीन स्वीप के लक्ष्य के साथ उतरेगी। भुवी ने कहा“ अब हमारी टीम पर कोई दबाव नहीं है और हम ज्यादा बेहतर और खुलकर खेलने के लिये उतरेंगे क्योंकि हर कोई देश के लिये अच्छा करना चाहता है।” भारतीय टीम के अधिकतर खिलाड़ियों ने परिणाम के लिहाज से अब अहम नहीं रहे तीसरे मैच के लिये वैकल्पिक अभ्यास सत्र में भी हिस्सा लिया और सुबह अभ्यास किया। इसके बाद इंग्लैंड की टीम ने मैदान पर पसीना बहाया जो अब तक भारतीय जमीन पर जीत से दूर है। मेहमान टीम के ओपनर एलेक्स हेल्स भी शेष मैचों से चोट के कारण बाहर हो गये हैं। हेल्स ने कटक वनडे में महेंद्र सिंह धोनी का कैच लपकने के चक्कर में हाथ पर चोट लगा ली थी। पहली बार तीनों प्रारूपों के कप्तान के तौर पर टीम का नेतृत्व कर रहे विराट की टीम सीरीज पर कब्जा कर चुकी है और उनका लक्ष्य अब अपनी कप्तानी में टेस्ट में 4-0 की जीत के बाद वनडे में 3-0 की जीत का लक्ष्य है। विराट के लिये इस लक्ष्य को पाना मुश्किल भी नहीं है क्योंकि मेजबान टीम कमाल की फार्म में है और उसके बल्लेबाजों ने पिछले दोनों वनडे मैचों में 350 से अधिक का स्कोर बनाया है। 

इंग्लैंड के बल्लेबाज भी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं और उन्होंने दूसरे वनडे में भारत के छह विकेट पर 381 के पहाड़ जैसे स्कोर के सामने भी 366 का बढ़िया स्कोर बनाया और केवल 15 रन के करीबी अंतर से ही मैच हारा था। दोनों टीमों के बल्लेबाज कमाल कर रहे हैं लेकिन दोनों के लिये ही गेंदबाजी चिंता की बात है। भारतीय कप्तान विराट इस बात से अच्छी तरह वाकिफ हो गये हैं कि टीम की डैथ ओवरों में गेंदबाजी सबसे अधिक चिंता का विषय है। तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या ने दूसरे मैच में केवल छह ओवरों में 60 रन लुटाकर कोई विकेट नहीं निकाला। विराट ने दूसरे मैच में जीत के बाद कहा था कि टीम इन परिणामों से एक बेहतर संयोजन को भी तलाश रही है जो उसे चैंपियंस ट्राफी में मदद करेंगे। ऐसे में पांड्या के लिये तीसरे मैच में बेहतर करने का अच्छा मौका रहेगा। वहीं अन्य युवा तेज गेंदबाज भुवनेश्वर को भी उमेश यादव की जगह कटक में अंतिम एकादश का हिस्सा बनाया गया था जिन्होंने डैथ ओवरों में बेहतर खेल दिखाया। जसप्रीत बुमराह ने भी दो विकेट निकाले थे लेकिन साथ ही 81 रन भी लुटाये। हालांकि अनुभवी ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने पहले मैच की भरपाई कर दी और 65 गेंदों पर तीन विकेट लेकर सबसे सफल रहे। पुणे में अश्विन ने 63 रन लुटाकर कोई विकेट नहीं लिया था। पिछले दोनों ही वनड में गेंदबाजों ने खूब रन लुटाये और इन मैचों में दोनों पारियों में बड़े स्कोर बने। साफ है कि गेंदबाजों को कोलकाता में ज्यादा मेहनत करनी होगी। 

भारत की तरह इंग्लैंड के गेंदबाज भी बल्लेबाजों पर मेहरबान रहे। बल्ले से अच्छा प्रदर्शन करने वाले बेन स्टोक्स ने दोनों ही मैचों में काफी रन लुटाये। उन्होंने दूसरे मैच में नौ ओवरों में 79 रन पर कोई विकेट नहीं लिया तो जेक बॉल ने 80 रन देकर कोई विकेट नहीं लिया। साथ ही आदिल राशिद की जगह आये लियाम प्लेंकेट भी महंगे रहे हालांकि उन्हाेंने दो विकेट लिये लेकिन 10 ओवर में 91 रन भी लुटा दिये। मेजबान टीम के लिये यदि गेंदबाजी चिंता की बात है तो बल्लेबाजी में उसके लिये ओपनिंग जोड़ी शिखर धवन और लोकेश राहुल चिंता का सबब हैं जिन्होंने पिछले दोनों मैचों में निराश किया। राहुल ने दोनों मैचों में 08 और 05 तथा धवन ने 01 अौर 11 रन बनाये हैं जिससे शेष बल्लेबाजों पर दबाव बना। लेकिन विराट, केदार जाधव , युवराज सिंह और धोनी पुणे और कटक दोनों मैचों में टीम के लिये खड़े रहे अौर इन शतकवीरों ने मुश्किल स्थिति में टीम को संभाला भी और जीत तक भी पहुंचाया। साथ ही निचले क्रम में पांड्या, रवींद्र जडेजा और अश्विन अच्छे बल्लेबाज हैं। दूसरी ओर इंग्लैंड को एक बार फिर जेसन रॉय, कप्तान मोर्गन, जो रूट, मोइन अली से अपने पिछले प्रदर्शन को दोहराने की उम्मीद रहेगी। वहीं जॉनी बेयरस्टो से भी अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद रहेगी जो चोटिल हेल्स की जगह शामिल किये गये हैं। 

मैक्ग्रा ने सचिन पर लगाया स्लेजिंग का अारोप

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चेन्नई, 21 जनवरी, विश्व के सर्वश्रेष्ठरों क्रिकेटरों में शामिल रहे आस्ट्रेलिया के पूर्व मध्यम गति के तेज गेंदबाज ग्लैन मैक्ग्रा ने मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर पर अपने साथ स्लेजिंग करने का आरोप लगाया है। मैक्ग्रा ने शनिवार को कहा, “ विश्व की सभी टीमें ऐसा करती हैं, लेकिन जब ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी करते हैं तो यह सुर्खियां बन जाती है। जब दूसरी टीमें हमारे साथ स्लेजिंग करती हैं तो हम चुप रहते हैं। एक ऑस्ट्रेलियन को हारा हुआ और धोखेबाज कहने से ज्यादा बड़ा अपमान नहीं हो सकता। सचिन तेंदुलकर ने भी मेरे साथ स्लेजिंग की थी।” पूर्व तेज गेंदबाज ने न सिर्फ विदेशी खिलाड़ियों को स्लेजिंग करने वाला बताया कि बल्कि उन्होंने यह भी कहा कि उनके टीम के खिलाड़ी भी उनके साथ स्लेजिंग करते थे। मैक्ग्रा ने इस कड़ी में पूर्व आस्ट्रेलियाई सलामी बल्लेबाज मैथ्यू हैडन का नाम लेते हुए कहा,“ संभवत: हैडन सबसे ज्यादा स्लेजिंग करता था, लेकिन गली और स्लीप में क्षेत्ररक्षण करने के कारण वह सबकी नजरों से बच जाता था।” 

स्कूल छोड़ने वाली किशोरियों के मामले में देश के आला तीन प्रदेशों में शामिल हुआ मध्यप्रदेश

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भोपाल, 21 जनवरी, 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ'का नारा बुलंद करने वाली मध्यप्रदेश की सरकार के लिए ये खबर निश्चित ही बेहद खराब है। पिछले दिनों नई दिल्ली में विमोचित 11वीं एन्युअल स्टेट्स ऑफ एजुकेशन रिपोर्ट (एएसईआर) के आंकड़ों के मुताबिक मध्यप्रदेश में वर्ष 2016 में 11 से 14 वर्ष की किशोरियों के स्कूल छोड़ने के मामलों में वर्ष 2014 की तुलना में लगभग 2.3 फीसदी का इजाफा हुआ है। वर्ष 2014 में ऐसी किशोरियों का प्रतिशत 6.2 था, जो 2016 में बढ़कर 8.5 हो गया है। इनमें उन किशोरियों की संख्या भी शामिल है, जो आज तक कभी स्कूल ही नहीं गईं। एएसईआर वर्ष 2008 में प्रथम नेटवर्क के तहत स्थापित एक स्वायत्तशासी सर्वे एवं आंकलन शोध इकाई है, जो देश के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में सामाजिक सरोकारों जैसे स्वास्थ्य, पोषण एवं शिक्षा को लेकर शोध करता है। 'प्रथम'की मध्यप्रदेश इकाई के प्रमुख सज्जन शेखावत ने यूनीवार्ता को बताया कि 2016 की रिपोर्ट में देश के कई प्रदेशों में 'स्कूल से बाहर लड़कियों'का प्रतिशत आठ फीसदी से ज्यादा रहा है। इन प्रदेशों में उत्तरप्रदेश (9.9), राजस्थान (9.7) और मध्यप्रदेश (8.5) फीसदी के साथ सबसे ऊपर हैं। मध्यप्रदेश इसी वर्ष इन प्रदेशों की सूची में शामिल हुआ है। वहीं रिपोर्ट के मुताबिक कई राज्यों में दो साल में स्कूल नहीं जाने वाले छह से 14 साल के बच्चों के प्रतिशत में भी इजाफा हुआ है। मध्यप्रदेश भी उनमें शामिल है। प्रदेश में इस बार ऐसे बच्चों की संख्या 4.4 फीसदी हो गई है, जो 2014 में 3.4 फीसदी थी। हालांकि रिपोर्ट के मुताबिक राष्ट्रीय स्तर पर पिछले दो साल में सभी अायु वर्ग के बच्चों के स्कूल में नामांकनों की संख्या बढ़ी है। एएसईआर हर वर्ष ग्रामीण भारत में स्कूल जाने वाले बच्चों की संख्या, उनके सरल पाठ पढ़ सकने और बुनियादी गणितीय क्षमता आंकता है। वर्ष 2015 में ये सर्वे नहीं हो पाया था, जिसके चलते इस बारे के आंकड़ों की तुलना 2014 से की गई है।

शिवराज ने किया शहीद भीमा नायक स्मारक का लोकार्पण

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बड़वानी, 21 जनवरी, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज बड़वानी जिले के ग्राम धाबाबावड़ी पहुंचकर स्वतंत्रता सेनानी शहीद भीमा नायक के स्मारक का लोकार्पण किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने जनजाति क्षेत्र के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भीमा नायक के क्रांतिकारी जीवन वृत्त को दर्शाने वाले 42 चित्रो के संग्रह को भी देखा। शहीद भीमा नायक के स्मारक कार्यक्रम में आए श्री चौहान ने बड़वानी जिले के सबसे दुर्गम पहाड़ी क्षेत्र रोसर की लगभग 4 सौ पहाड़ियों की चढ़ाई कर 200 से अधिक बिखरी हुई बस्तियो के प्रत्येक घर-घर जाकर बच्चों एवं गर्भवती महिलओ का शतप्रतिशत टीकाकरण में महत्वपूर्ण योगदान देने वाली 103 नर्स बहनों के प्रयासों को सराहते हुए उनके साथ फोटो भी खिंचवाई। साथ ही इन नर्स बहनों पर आधारित ‘ग्रीन कमाण्डो‘ कैलेण्डर का भी विमोचन किया। मुख्यमंत्री ने भीमा नायक स्मारक लोकार्पण के दौरान उपस्थित एनसीसी, एनएसएस, माॅडल स्कूल, नर्मदा कान्वेंट स्कूल, माँ तुझे प्रणाम यात्रा में जाने वाले 300 से अधिक स्वयं सेवकों के साथ भी फोटो खिंचवाया। साथ ही युवाओं को भी प्रोत्साहित किया कि देश-राज्य-क्षेत्र की आन-बान-शान के लिए वे भी कुछ ऐसा करें, जिससे उनका नाम भी इतिहास के सुनहरे पन्नों में दर्ज हो सके। श्री चौहान ने भीमा नायक स्मारक परिसर में आदिम जाति अनुसंधान एवं विकास संस्थान भोपाल द्वारा लगाई गई ‘‘आदिबिम्ब‘‘ प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया। इस प्रदर्शनी में जनजाति की संस्कृति एवं उनके द्वारा उपयोग किये जाने वाले संसाधनो को प्रस्तुत किया गया था। इस दौरान उन्होंने कांता विकलांग ट्रस्ट झाकर के उपस्थित 20 से अधिक दिव्यांग बच्चों से भी मुलाकात कर उनकी संस्था में आने का आश्वासन दिया। 

सभी प्राथमिक-माध्यमिक स्कूलों में 28 को 'मिल बांचें मध्यप्रदेश'कार्यक्रम

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भोपाल, 21 जनवरी, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज यहां “मिल बांचें मध्यप्रदेश” कार्यक्रम में ऑनलाइन पंजीयन करवाया। यह कार्यक्रम प्रदेश की सभी प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों में आगामी 28 जनवरी को किया जाएगा। आधिकारिक जानकारी के अनुसार 28 जनवरी को श्री चौहान किसी एक विद्यालय में बच्चों से पुस्तक वाचन के संबंध में संवाद करेंगे। राज्य शासन द्वारा मिल बाँचें मध्यप्रदेश कार्यक्रम स्कूली बच्चों में ज्ञानपरक साहित्य पढ़ने और समझने के प्रति अभिरूचि विकसित करने के लिए शुरू किया जा रहा है। इसमें जन-प्रतिनिधि, शासकीय सेवक, 'स्कूल चलें हम'अभियान के प्रेरक, समाज के सफल व्यक्ति, निजी क्षेत्र में कार्यरत डॉक्टर, इंजीनियर, वकील, शाला के पूर्व छात्र स्कूल में पहुंचकर पाठ्य-पुस्तक या शाला पुस्तकालय में उपलब्ध पुस्तकों में से किसी एक के अंश या पाठ्य का वाचन बच्चों के बीच करेंगे। वाचन के बाद कक्षा में उपस्थित बच्चों से परिचर्चा और संवाद कर उन्हें पढ़ने की कला से परिचित करवायेंगे। अभियान में पंजीयन का कार्य 18 जनवरी से शुरू हो गया है, जो 25 जनवरी तक चलेगा। इच्छुक व्यक्ति वेबसाइट पर पंजीयन करा सकते हैं। इस अवसर पर राज्य शिक्षा केन्द्र की आयुक्त दीप्ति गौड़ मुखर्जी और निदेशक लोकेश जाटव भी उपस्थित थे। 

25वीं बार चुनाव मैदान में उतरने को तैयार है 72 साल के महेश

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फिरोजाबाद, उम्र के 72वें पडाव पर पहुंच चुके सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी के चुनाव लडने के जुनून ने अाम से खास तक सभी को हैरत में डाल दिया है। बदायूं में पुलिस उपाधीक्षक पद से सेवानिवृत्त महेश चन्द्र शर्मा उत्तर प्रदेश राज्य विधानसभा चुनाव में किस्मत आजमाने की तैयारी कर रहे हैं जो उनका 25वां चुनाव होगा। इससे पहले वह देश के तमाम दिग्गजों के सामने ताल ठोंक चुके है। इतना ही नही वह राष्ट्रपति चुनाव में भी दो बार अपना भाग्य आजमा चुके हैं। कानपुर के तिलक नगर निवासी श्री शर्मा नामांकन पत्र खरीदने आज जिला मुख्यालय पहुंचे। वह अकेले ही बैरीकेडिंग पार करने लगे तो पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोक लिया। अंदर आने का कारण पूछा तो उन्होंने बताया कि वह नामांकन पत्र खरीदने जा रहे हैं। हैरान सुरक्षाकर्मियों ने प्रवेश के लिए आईडी मांगी तो वोटर कार्ड खोजने में उन्हें दस मिनट लग गए। आईडी की खोजबीन के दौरान वे अपनी दास्तान भी सुनाते रहे। बोले आप आईडी मांग रहे हैं हालांकि इसकी जरूरत नहीं होती। जब ये कहा कि मैं 24 बार चुनाव लड़ चुका हूं। अब 25वें की तैयारी कर रहा हूं तो सुरक्षाकर्मियों की हैरानी बढ गई। महेश चंद्र यहीं नहीं रुके। बोले कि वह बनारस में प्रधानमंत्री के खिलाफ, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी व उपाध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ भी चुनाव मैदान में उतरे थे। इस बार सोचा था कि 200 जगहों से चुनाव लड़ूंगा, लेकिन आयोग ने ऐसा नियम बना दिया है कि दो जगह से ही चुनाव लड़ पाऊंगा। उन्होंने कहा कि वह दो बार राष्ट्रपति का चुनाव लड़ चुके हैं। परिवार में उनका एक पुत्र अमेरिका में इंजीनियर है जबकि दूसरा पुत्र कानपुर में कारोबारी है। उन्होंने बताया कि वह फिरोजाबाद में राजबब्बर के खिलाफ भी चुनाव लड़ चुके हैं। उनका कहना है कि भ्रष्टाचार और देश में राजनीतिक हालातों को देखकर मैं चुनाव मैदान में उतरता हूं। 

संघ और भाजपा की सोच हमेशा रही है दलित विरोधी : तुल कुमार अंजान

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मऊ 21 जनवरी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के सचिव अतुल कुमार अंजान ने आज कहा कि राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ की विचारधारा का अनुसरण करने वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) हमेशा से दलित, पिछड़ा और कमजोर तबके के खिलाफ रही है। श्री अंजान ने यहां ‘यूनीवार्ता’ से कहा “ आरक्षण के सम्बन्ध में कल संघ के बड़े पदाधिकारी मनमोहन वैद्य ने जो कुछ भी कहा, उसमे कुछ भी नया नही है। दरअसल, हमेशा से संघ की यही सोच रही है। संघ संस्थापक गोलवलकर जी ने खुद आरक्षण को समाज में अलगाववाद को बढ़ावा देने वाला कारक बताते हुए इसका विरोध किया था, ऐसे में मनमोहन वैद्य का बयान उनकी मानसिकता को ही उजागर करता है। ” प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा आरक्षण के समर्थन को सोची समझी चाल बताते हुये श्री अंजान ने कहा कि भाजपा और संघ ‘बोलो बम व तोलो कम’ के सिद्धांत पर काम करते है। भाजपा के नेता चुनाव से पहले वादों और घोषणाओं की झड़ी लगा देते है वही जब देने की बारी आती है तो ठेंगा दिखा जाते हैं। चुनाव प्रक्रिया के दौरान केंद्र सरकार द्वारा बजट पेश करने की तैयारी को असंवैधानिक बताते हुए उन्होने चुनाव आयोग अौर न्यायपालिका से तत्काल रोक लगाने की अपील की और कहा इससे संविधान की मर्यादा भंग हो सकती है। विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं द्वारा किये जा रहे दलबदल को लोकतंत्र के लिए उन्होंने घातक बताते उन्होने हुए कहा कि अपने व्यक्तिगत हित के लिए दलबदल करना अथवा राजनैतिक वसीयत बदल देना विचारधारा का जनाजा निकल जाने के समान है। जरूरत इस बात की है कि चुनाव की पूर्व सन्ध्या तक दलबदल करने वालो पर चुनाव आयोग स्वयं संज्ञान में लेकर कार्यवाही करे। 

अखिलेश कल जारी करेंगे सपा का चुनाव घोषणापत्र

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लखनऊ 21 जनवरी, उत्तर प्रदेश में सत्तारुढ समाजवादी पार्टी(सपा) आगामी राज्य विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कल घोषणापत्र जारी करेगी। पार्टी अध्यक्ष और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में कल 11 बजे सपा कार्यालय में घोषणापत्र जारी करेंगे। इस मौके पर पार्टी के संस्थापक अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव के रहने पर संशय बना हुआ है। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अपने पिता मुलायम सिंह यादव और चाचा शिवपाल सिंह यादव से चुनाव घोषणापत्र जारी होने के समय मौजूद रहने का आग्रह कर रहे हैं। अब देखना है कि दोनो उनके आग्रह को मानते हैं या नहीं। पार्टी का मानना है कि मुलायम सिंह यादव और शिवपाल सिंह यादव के मौजूद रहने पर परिवार और पार्टी एक रहने का संदेश जायेगा।

भाजपा और संघ आरक्षण खत्म करने की फिराक में : मायावती

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लखनऊ 21 जनवरी, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर अारक्षण खत्म करने की साजिश करने का आरोप लगाया है। सुश्री मायावती ने आज यहां पत्रकारों से कहा कि संघ और उसके अनुषांगिक संगठन काफी दिनों से आरक्षण खत्म करने की फिराक में हैं। संघ प्रवक्ता तथा प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य के बयान को वह इसी नजरिये से देखती हैं। उनका कहना था कि उत्तर प्रदेश में यदि भाजपा की सरकार बनी तो उनका मनोबल बढ जायेगा और वे आरक्षण खत्म कर देंगे , जिससे बचने के लिए अब बसपा को वोट देना जरुरी हो गया है। उन्होंने दोहराया कि मुसलमानों और उच्च वर्ग के गरीब को भी आरक्षण मिलना चाहिए। उनका कहना था कि आरक्षण दलितों और पिछडों का संवैधानिक अधिकार है। इसे भाजपा या संघ के लोग नहीं छीन सकते। इसके लिए संसद से कानून पारित करवाना पडेगा और ऐसी कोशिश करने वालों को पिछडे अौर दलित मिलकर दिन में ही तारे दिखा देंगे। आरक्षण खत्म करने की बात करने वालों को पिछडों और दलितों की आबादी का भी ध्यान रखना चाहिये। आरक्षण खत्म करने की धमकी देने वालों को जनता सबक सिखायेगी। 

सुश्री मायावती ने कहा कि सपा शासनकाल में उत्तर प्रदेश में व्याप्त अराजकता, भ्रष्टाचार आैर साम्प्रदायिक दंगों की भरमार रही है। मुजफ्फरनगर समेत पांच सौ छोटे-बडे दंगे हुये हैं। सूबे में असुरक्षा और आतंक का माहौल रहा और उस पर पर्दा डालने के लिए मुलायम सिंह यादव ने पार्टी और परिवार में विवाद का राजनीतिक ड्रामा किया ताकि सपा सरकार की विफलताओं से जनता का ध्यान बांटा जाये। बसपा अध्यक्ष ने कहा कि सोची समझी साजिश के तहत मुलायम सिंह यादव ने भाई शिवपाल यादव को बलि का बकरा बना दिया। वैसे, मुलायम सिंह यादव के स्वभाव से यही उम्मीद भी की जा सकती है। पुत्र मोह में मुलायम ने शिवपाल को अपमानित किया। जनता की नजरों में गिराने की कोशिश की। शिवपाल खेमे के लोग चुनाव में सपा को मजा चखायेंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को सपा से चुनावी गठबंधन करने के बारे में सौ बार सोचना चाहिए। सपा से गठबंधन की बात सोचकर कांग्रेस ने साबित कर दिया कि वह उत्तर प्रदेश में आक्सीजन पर है। उन्होंने कांग्रेस को छोटे दलों से समझौता करने का सुझाव भी दिया। बसपा अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि सपा भाजपा से मिली हुई है। दोनों की नैया चुनाव में डूबने जा रही है, इसलिए मुस्लिम मतदाता बसपा को वोट करे ताकि साम्प्रदायिक तत्वों को सत्ता में आने से रोका जाये। उन्होंने कहा कि नोटबंदी से नब्बे फीसदी जनता बेहद नाराज है। मोदी सरकार ने जनता को मुसीबत में ला खडा किया। 2014 में किये गये वायदों में से एक चौथाई भी पूरा नहीं किया। पेट्रोल-डीजल के दाम आये दिन बढाये जा रहे हैं। सुश्री मायावती ने अपील की कि कानून द्वारा कानून का राज लाने के लिये बसपा को वोट दें। 

मानव श्रृंखला का हिस्सा बनने जा रही छात्रा की ट्रक से कुचल कर मौत

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girls-killed-going-to-attend-human-chainहाजीपुर 21 जनवरी, बिहार में वैशाली जिले के जनदाहा थाना के कुशवाहा चौक के समीप आज मानव श्रृंखला में हिस्सा लेने जा रही एक स्कूली छात्रा की ट्रक से कुचल कर मौत हो गयी । पुलिस सूत्रों ने यहां बताया कि जनदाहा थाना के उरनियां गांव की रहने वाली और कक्षा नौ की छात्रा विद्या कुमारी नशामुक्ति के लिए आज दोपहर आयोजित होने वाली मानव श्रृंखला में भाग लेने के लिए अपने स्कूल जा रही थी तभी कुशवाहा चौक के समीप एक तेज रफ्तार ट्रक ने उसे रौंद दिया । इस दुर्घटना में छात्रा की मौके पर ही मौत हो गयी । इसबीच घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोगों ने उग्र हो गये और मुख्यमार्ग को जाम कर दिया । आक्रोशित लोगों द्वारा आगजनी किये जाने की भी सूचना है । मामले की जानकारी मिलने के बाद पुलिस के वरीय अधिकारी मौके पर पहुंचकर लोगों को समझाने की प्रयास कर रहे हैं । 

तेजस्वी ने परिवारवाद के मुद्दे पर भाजपा को फटकारा

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पटना 21 जनवरी, बिहार के उप मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव ने परिवारवाद के मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए कहा कि इस देश में सबसे ज्यादा परिवारवाद को बढ़ावा देने वाला परिवार तो भाजपा का जन्मदाता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) परिवार है। श्री यादव ने सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक पर दिल की बात श्रृंखला के तहत लिखा कि अक्सर दूसरे राजनीतिक दलों पर परिवारवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाने वाली भाजपा का जन्मदाता ही देश में परिवारवाद को सर्वाधिक बढ़ावा देने वाला "आरएसएस"परिवार है। इस परिवार मात्र जुड़ने से भाजपा के लिए कोई भी व्यक्ति या उम्मीदवार तुरन्त योग्य, कर्मठ, देशप्रेमी और अनुभवी कहलाने लगता है। उप मुख्यमंत्री ने आगे लिखा कि दूसरों पर परिवारवाद का आरोप लगाने वालों को ना तो परिवार आधारित पार्टी जैसे शिव सेना, लोक जनशक्ति पार्टी, शिरोमणि अकाली दल, पीडीपी इत्यादि से चुनावी गठबंधन से कोई परहेज़ है और ना ही अपने ही दल में पनप रहे परिवार केंद्रित महत्वाकांक्षा से कोई तकलीफ़ है। दोहरे चाल, चरित्र और चेहरे वाली पार्टी भाजपा अपने पल्लू में नहीं झाँकती जिसमें अनगिनत परिवार जैसे कल्याण परिवार, राजनाथ परिवार, बहुगुणा परिवार, आर्य परिवार, मुंडे परिवार, महाजन परिवार, धूमल परिवार, वर्मा परिवार, गोयल परिवार, मिश्र परिवार, टण्डन परिवार, रमन परिवार, येदुर्रप्पा परिवार, बेल्लारी परिवार, जसवंत परिवार, सिन्हा परिवार, ठाकुर परिवार, चौबे परिवार इत्यादि अनेकों अनेक परिवार नहीं दिखते है। श्री यादव ने कहा कि भाजपा का संकीर्ण लक्ष्य तो बस दूसरों के जनसमर्थन को देखकर, किसी भी विषय पर विवाद खड़ा कर हंगामा करना और कराना होता है। ताकि मूल मुद्दों से ध्यान भटकाया जा सके। भाजपाई गौबेल्स के इतने बड़े भक्त हैं कि उसकी कही हर बात को ब्रह्मवाक्य मान, पूरी निष्ठा से उसका अनुकरण करते हैं। भाजपा के लोग वादों और नारों की कलई ये स्वयं खोलते है। गौबेल्स की भाँति भाजपा का मानना है कि प्रोपगेंडा, झूठ को सच बता निरन्तर दोहराने, चोरी कर सीनाजोरी करने से अपने हर दोष को छुपाया जा सकता है, हर झूठ को सच साबित किया जा सकता है। 

उप मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव में परिवारवाद के मुद्दे पर राज्य के लोगों से जवाब मिलने के बावजूद भाजपा में वंशवाद का मुद्दा आज भी जस का तस बना है। भाजपा में वंशवाद के बावजूद भी ये दूसरे पर अँगुली उठाने से बाज नहीं आ रहे हैं। पांच राज्यों में होने जा रहे विधानसभा चुनाव में ऐसे लगभग सैंकड़ो भाजपा नेता हैं जो अपने बच्चों को टिकट दिलवाने के होड़ में लगे हैं। श्री यादव ने कहा, “ वैश्विक विश्व में यदि भारत को आगे बढ़ना है तो यह अत्यंत महत्वपूर्ण है कि भारतीय युवाओं की सोच व्यापक और सभी के साथ भिन्नता को आदरपूर्वक स्वीकार करके आगे बढ़ने वाला हो, ना कि संकीर्ण बनकर अपने ही देश को लोगों में सांस्कृतिक और धार्मिक भिन्नता के आधार पर भेद करने वाला हो। तभी हमारा युवा देश की पैठ पूरे विश्व में जमाने में मददगार साबित हो सकता है।” श्री यादव ने आगे लिखा , “ राजनीति में किसी के किसी राजनीतिक परिवार से होने से भले प्रारम्भिक लाभ मिल सकता है लेकिन उसे अपने काम और काबिलियत से लोगों के हृदय में स्थान बनाने की पहल स्वयं ही करनी पड़ती है। यदि उनकी पार्टी या परिवार बार-बार उन्हें जनता के सम्मुख रख भी दें, तो भी उन्हें स्वीकार या अस्वीकार करने का अधिकार जनता के पास ही रहता है। यह राजशाही नहीं जो अयोग्य वारिस भी स्वयं को जनता पर थोप सकता हो। मतदाता का मत जिसके पास हो, वही देश के नागरिकों की सेवा करने का अधिकार पाता है, और वह भी सीमित समय के लिए। अतः परिवारवाद का मुद्दा किसी भी लोकतंत्र के लिए बेमानी है, क्योंकि इसे बढ़ावा देने या नकारने का अधिकार अंत में जनता के हाथ में ही होता है। 

झारखंड विधानसभा में प्रश्नोत्तरकाल की कार्यवाही बाधित

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रांची 21 जनवारी, झारखंड विधानसभा में छोटानागपुर काश्तकारी अधिनियम (सीएनटी) और संतालपरगना काश्तकारी अधिनियम (एसपीटी) में हुये संशोधन को वापस लेने की मांग को लेकर प्रश्नोत्तरकाल की कार्यवाही आज भी पूरी तरह से बाधित रही जबकि झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) विधायकों के शोर-शराबे के बीच ही राज्य के संसदीय कार्यमंत्री सरयू राय ने झारखंड आर्थिक सर्वेक्षण 2016.17 की प्रति सभा पटल पर रखी। भोजनावकाश के बाद सदन ने चालू वित्त वर्ष के तृतीय अनुपूरक व्यय विवरिणी को बिना चर्चा के कुछ ही मिनटों में ध्वनिमत से पारित कर दिया गया। बजट सत्र के पांचवें दिन सभा की कार्यवाही आज पूर्वाह्न 11 बजे शुरु होने के साथ ही झारखंड विकास मोर्चा (झाविमो) विधायक दल के नेता प्रदीप यादव ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रवक्ता मनमोहन वैध के आरक्षण पर दिये गये बयान का जिक्र करते हुए सदन में इसके खिलाफ निन्दा प्रस्ताव पारित करने की मांग की। उन्होंने कहा कि संविधान में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़े वर्ग को जो अधिकार प्राप्त हैं उसे भी छीनने की कोशिश की जा रही है। श्री यादव ने कहा कि सामाजिक-आर्थिक जरूरतों के मुताबिक आज भी इन वर्गों को शैक्षणिक और सरकारी नौकरियों की जरूरत है। इसलिए आरक्षण को लेकर आरएसएस की ओर से जो बयान आया है उसके खिलाफ विधानसभा से निन्दा प्रस्ताव पारित किया जाना चाहिए। वहीं, श्री राय ने इस टिप्पणी पर आपत्ति व्यक्त करते हुए कहा कि इस तरह का बयान देने के पहले माननीय सदस्य को पूरी खबर पढ़नी चाहिए। इस संबंध में पहले ही स्थिति स्पष्ट की जा चुकी है। इस बीच झामुमो के चंपई सोरेन समेत कई विधायक सीएनटी-एसपीटी अधिनियम में संशोधन को वापस लेने की मांग को लेकर वेल में आ गये। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन ने कहा कि सीएनटी-एसपीटी अधिनियम पर हमला बर्दास्त नहीं किया जाएगा। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अनंत ओझा ने सीएनटी-एसपीटी अधिनियम के मुद्दे पर दोहरा चरित्र अपनाने का आरोप लगाया। इस दौरान झामुमो के कई सदस्य वेल में आकर नारेबाजी करने लगे। 

संसदीय कार्यमंत्री ने सीएनटी-एसपीटी अधिनियम में संशोधन के मसले पर चर्चा कराने और मतदान कराने के लिए तैयार होने की बात कही। विधानसभा अध्यक्ष दिनेश उरांव ने भी हंगामा कर रहे सदस्यों से इस प्रस्ताव पर गौर करने की बात की और प्रश्नकाल शुरू करते हुए झाविमो के प्रदीप यादव से अल्पसूचित प्रश्न पर पूरक प्रश्न पूछने को कहा लेकिन श्री यादव ने पहले सदन के व्यवस्थित होने की बात उठायी। झामुमो सदस्यों के नारेबाजी के बीच विधानसभा अध्यक्ष श्री उरांव के निर्देश पर संसदीय कार्यमंत्री ने झारखंड आर्थिक सर्वेक्षण 2016-17 की प्रति सभा पटल पर रखी। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही भोजनावकाश दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी। भोजनावकाश बाद सदन की कार्यवाही शुरू होने के साथ ही सीएनटी-एसपीटी अधिनियम में संशोधन को वापस लेने की मांग को लेकर झामुमो के कई विधायक वेल में आकर नारेबाजी करने लगे। इस बीच झाविमो के प्रदीप यादव ने तृतीय अनुपूरक बजट पर रखे गये कटौती प्रस्ताव चर्चा की शुरुआत करते हुए सरकार से मांग की कि यदि उनकी नौ शर्तें पूरी कर दी जाए तो वह कटौती प्रस्ताव को वापस लेने के लिए तैयार हैं। उन्होंने नौ सूत्री मांगों में सीएनटी-एसपीटी अधिनियम में संशोधन को वापस लेने, स्थानीयता की परिभाषा को पुनः परिभाषित करने, लौह अयस्क खनन पट्टों में नियमों की अनदेखी की सीबीआई जांच कराने और पिछड़ों के आरक्षण की सीमा को बढ़ाकर 27 प्रतिशत करने की मांग की। 

भाजपा के राधाकृष्ण किशोर ने भी चर्चा में भाग लेते हुए अपनी बातें रखने की कोशिश की लेकिन झामुमो सदस्यों के शोर-शराबे के कारण विधानसभा अध्यक्ष ने संसदीय कार्यमंत्री को तृतीय अनुपूरक बजट पर सरकार की ओर से उत्तर रखने का निर्देश दिया गया। श्री राय ने बताया कि वित्त वर्ष 2016-17 के लिए 2069.67 करोड़ रुपये के तृतीय अनुपूरक बजट को सरकार की ओर से पेश किया गया है। उन्होंने बताया कि अनुपूरक बजट से राज्य सरकार पर कोई अतिरिक्त वित्तीय बोझ नहीं पड़ेगा बल्कि केंद्र सरकार से प्राप्त होने वाले अनुदान तथा विभागों के बीच राशि के प्रत्यार्पण के तहत ही राशि का उपबंध किया जाना है। अनुपूरक बजट में सबसे अधिक 310.51 करोड़ रुपये पथ निर्माण और 301 करोड़ रुपये ऊर्जा विभाग के लिए प्रावधान किये गये है। श्री राय ने सभा पटल पर रखे गये आर्थिक सर्वेक्षण का जिक्र करते हुए बताया कि इस वर्ष राज्य की आर्थिक विकास दर 8.8 प्रतिशत है जो राष्ट्रीय औसत से दो प्रतिशत अधिक है। विकास दर का राष्ट्रीय औसत अभी 6.8 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि विकास की रफ्तार यही रही तो अल्पविकसित प्रदेश की श्रेणी में शामिल झारखंड विकास के मामले में 18 वर्षाें में राष्ट्रीय औसत को प्राप्त कर लेगा। उन्होंने बताया कि झारखंड की विकास दर में यदि एक प्रतिशत और वृद्धि हासिल कर ली जाए तो वर्ष 2030 तक प्रदेश विकसित राज्यों की श्रेणी में शामिल हो सकता है। तृतीय अनुपूरक बजट व्यय विवरिणी को झामुमो सदस्यों के हंगामे के बीच ही ध्वनिमत से पारित कर दिया गया। साथ ही झारखंड विनियोग संख्या-01 विधेयक 2017 को भी स्वीकृति देने के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को सोमवार को पूर्वाह्न 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। 
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