नयी दिल्ली 25 जनवरी, सामाजिक कार्य से लेकर खेल और कला तक विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान से समाज को नयी दिशा देने वाली कई असाधारण प्रतिभाओं को पद्म श्री से सम्मानित किया जायेगा।गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर सरकार द्वारा आज घोषित इन पद्म पुरस्कारों में ऐसे शख्स शामिल हैं जिन्होंने त्याग और समर्पण तथा जन सेवा की भावना से बेहतर राष्ट्र के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और कई तरह के कीर्तिमान भी कायम किये हैं।
इनमें भारतीय नेत्रहीन क्रिकेट टीम के कप्तान शेखर नायक, पैरा ओलंपिक में ऊंची कूद स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने वाले मरियप्पन थांगलू और रियो ओलंपिक में चौथे स्थान पर रहने वाली जिमनास्ट दीपा करमाकर से लेकर एक करोड़ पेड़ लगा कर रिकाॅर्ड बनाने वाले तेलंगाना के ‘वृक्षपुरूष’के रूप में मशहूर दारीपल्ली रमैया और पिछले 68 वर्षों से गर्भवती महिलाओं का मुफ्त इलाज कर रही ‘डाॅ़ दादी’ के रूप में मशहूर 91 वर्षीय भक्ति यादव, नेपाल की हजारों महिलाओं को देह व्यापार से बचाने वाली अनुराधा कोइराला तथा ‘एंबुलेंस दादा’के रूप में मशहूर पश्चिम बंगाल के करीमुल हक भी शामिल हैं।
इन बीस असाधारण प्रतिभाआें में मार्शल आर्ट की देश की सबसे वृद्ध महिला कलाकार केरल की मीनाक्षी अम्मा , पोच्चमपल्ली सिल्क साड़ी बनाने की तकनीक में क्रांतिकारी बदलाव लाने वाली तेलंगाना की चिंताकिंदी मल्लेशम , अपनी जान जोखिम में डालकर अागजनी की घटनाओं में लोगों की जान बचाने वाले पश्चिम बंगाल के ‘अग्नि रक्षक ’के रूप में मशहूर सामाजिक कार्यकर्ता बिपिन गंतरा , एड्स की रोकथाम में तीन दशक से जुटी तमिलनाडु की डाॅ़ सुनीती सोलोमन , देश के राष्ट्रीय राजमार्गों पर होने वाली सडक दुर्घटनाओं में लोगों की जान बचाने वाले लाइफ लाइन फाउंडेशन के संस्थापक और ‘हाईवे मसीहा’ के रूप में जाने जाने वाले डाॅ़ सुब्रत दास शामिल हैं।
इसके अलावा देश के दूर दराज के इलाकों में सौ से अधिक सस्ते और टिकाऊ पर्यावरण अनुकूल संस्पेशन ब्रिज बनाने वाले एवं ‘सेतु बंधु’ के नाम से मशहूर कर्नाटक के गिरीश भारद्वाज , स्वच्छ भारत मिशन शुरू होने से 5 दशक पहले से ही सफाई अभियान में लगे महाराष्ट्र के स्वच्छता दूत डाॅ़ मापूसकर , पंजाब में सीवर प्रणाली के विकास के लिए फंड जुटाने और कार्यकर्ताओं को आंदोलित करने वाले इको बाबा बलबीर सिंह सीचेवाल , गुजरात के सूखा प्रभावित जिलों में अनार का सर्वाधिक उत्पादन करने वाले दिव्यांग किसान अनार दादा जेनाभाई दर्गाभाई पटेल , निशुल्क मूक्स प्रणाली के जरिये हारर्वड और एमिटी विश्वविद्यालयों के पाठयक्रमों को विभिन्न भाषाओं में दुनिया भर में फैलाने वाले भारतीय मूल के अमेरिकी अनंत अग्रवाल , पिछले छह दशकों से आदिवासी लोक संगीत को लोकप्रिय बनाने वाली कर्नाटक की गायिका सुकरी बोम्मागौडा , ओडिशा के लोकप्रिय लोक गायक जितेन्द्र हरिपाल और बाल साहित्य तथा स्त्री विमर्श साहित्य को समर्पित असम की 81 वर्षीय लेखिका इली अहमद को भी पद्म पुरस्कार के लिए चुना गया है।