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अमिताभ के साथ फिर से काम करना चाहते हैं शत्रुघ्न

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मुंबई 28 जनवरी, बॉलीवुड में अपनी संवाद अदायगी के लिये मशहूर शत्रुघ्न सिन्हा महनायक अमिताभ बच्चन के साथ फिर से काम करना चाहते है। 

अमिताभ और शत्रुघ्न ने ‘बांबे टू गोवा’ ‘रास्ते का पत्थर’ ‘ काला पत्थर’ ‘नसीब’ ‘दोस्ताना’ और शान जैसी कई फिल्मों में काम किया है। इन दोनों की जोड़ी ने 80 के दशक में लोगों का दिल जीत लिया था जिसे दर्शक आज भुला नहीं पाए। अमिताभ और शत्रु के बीच अंतर की कई खबरें आई लेकिन आज शत्रुघ्न अमिताभ बच्चन की तारीफ करते नहीं थकते। 
शत्रुघ्न ने अमिताभ बच्चन के साथ फिर से स्क्रीन साझा करने की बात कही है। उन्होंने अमिताभ के साथ अपने संबंधों के बारे में कहा कि,“हमारे बीच कई अंतर थे, लेकिन वह (अमिताभ) हमेशा एक केयरिंग और दूसरों का ख्याल रखने वाले को-स्टार रहे हैं। आज हम दोनों अनुभवी, परिपक्व और समझदार हो चुके हैं। 

किसी को हम दोनों के लिए फिल्म लिखनी चाहिए। बशर्ते वह हम दोनों की उपस्थिति को सार्थक करे।”

देशव्यापी शराबबंदी से ही शराब माफिया पर अंकुश संभव :मेघा पाटकर

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भरतपुर 28 जनबरी, सामाजिक कार्यकर्ता मेघा पाटकर ने कहा कि देश में शराब माफिया के हावी होने के कारण आमजन नशे की गिरफ्त में आ रहा है जिस पर अंकुश लगाने के लिये देशव्यापी शराब बंदी होनी चाहिये। नशा मुक्ति भारत आंदोलन की राष्ट्रीय यात्रा पर यहां पहुंची सुश्री पाटकर ने कहा कि राजनेताओ, पुलिस तथा शराब माफियाओ के गठबन्धन से आमजन लगातार नशे की गिरफ्त में जकड़ता जा रहा है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक लोग अपने स्वार्थो के लिए शराब माफिया का दुरूपयोग कर रहे है। उन्होंने राजस्थान की मुख्यमंत्री पर संवादहीन होने का आरोप लगाते कहा कि वह आमजन से जुडी किसी भी समस्या पर बात ही नही करना चाहती है। उन्होंने देश में लागू की गई नोटबंदी की भी कड़ी आलोचना की और कहा कि इससे देश का 60 प्रतिशत आमजन त्रस्त है और छोटे-छोटे काम धंधो में लगे लोग इससे बर्बाद हो गए है। उन्होंने कहा कि कालेधन को निकाले जाने के नाम पर की गयी नोटबंदी के बावजूद उसका कही कोई अतापता तक नहीं है और प्रधानमंत्री इस बारे में कोई जवाब देने को तैयार नही है।




विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 28 जनवरी)

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शहीदो की स्मृति में मौन धारण तीस को

भारत के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान देने वाले शहीदो की स्मृति में 30 जनवरी को दो मिनिट का मौनधारण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी। अधिकारी, कर्मचारियों के द्वारा कलेक्टेªट प्रागंण में प्रातः 11 बजे से दो मिनिट का मौन धारण  शहीदों को श्रद्धांजलियां अर्पित की जाएगी। दो मिनिट का मौन धारण शुरू होने तथा समाप्त होने की सूचना जहां कही व्यावहारिक हो, सायरन बजाकर दी जाएगी और नागरिकों से आग्रह किया गया कि सायरन की आवाज सुनकर प्रत्येक व्यक्ति अपने कमरे में अथवा उस स्थान पर जहां वह हो, अकेले खडे़ होने की बजाए सभी व्यक्ति एक ही स्थान पर इकटठे होकर मौन के लिए खडे हो सके तो यह और भी कारगर तथा प्रभावशाली होगा। स्कूलों और महाविद्यालयों में सायरन की जगह घंटी बजाकर संबंधितों को मौन धारण हेतु उपयुक्त अनुदेश दिए जा सकते है। कलेक्टर श्री सुचारी ने आमजनों से आग्रह किया कि वे स्वतंत्रता सेनानियों को दो मिनिट का मौन धारण कर अपनी श्रद्धांजलि जरूर अर्पित करें।

एडीआर सेन्टर भवन का लोकार्पण आज, कार्यक्रम प्रातः 11 बजे से

जिला मुख्यालय पर नवनिर्मित एडीआर सेन्टर भवन (वैकल्पिक विवाद समाधान केन्द्र) का लोकार्पण कार्यक्रम 29 जनवरी रविवार की प्रातः 11 बजे से आयोजित किया गया है। जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्रीमती विभावरी जोशी ने बताया कि न्यायमूर्ति सुश्रुत धर्माधिकारी पोर्टफोलियो जज के मुख्य आतिथ्य में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय जबलपुर के रजिस्ट्रार जनरल श्री मनोहर ममतानी, राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर के सदस्य सचिव श्री दिनेश कुमार नायक के अलावा विदिशा कलेक्टर श्री अनिल सुचारी, पुलिस अधीक्षक श्री धर्मेन्द्र चैधरी, अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष श्री महेन्द्र जैन सहित अन्य अधिवक्तागण मौजूद रहेंगे।

संविदा शिक्षकों के लिए कोचिंग एक फरवरी से 

संविदा शाला शिक्षक वर्ग पद पर जिले के अधिक से अधिक शिक्षित बेरोजगार युवक चयनित हो इसके लिए नई रोशनी एक पहल में विशेष कोचिंग की व्यवस्था की गई है। विदिशा एसडीएम श्री आरपी अहिरवार ने बताया कि नई रोशनी एक पहल में विषय विशेषज्ञों द्वारा संविदा शाला शिक्षक वर्ग-दो एवं तीन की प्रतियोगी परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों को निःशुल्क कोचिंग की सुविधा एक फरवरी से शुरू की जाएगी। पंजीयन हेतु बरईपुरा स्कूल में संचालित नई रोशनी एक पहल में सम्पर्क किया जा सकता है। 

सफलता की कहानी : कुपोषण से विमुक्ति में स्नेह सरोकार  

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जिले में कुपोषित बच्चों को स्नेह सरोकार कार्यक्रम के तहत जनप्रतिनिधि और गणमान्य नागरिकों के द्वारा गोद लिया गया है जिसके आशातीत परिणाम परलिक्षित होने लगे है।  ग्राम पंचायत बिछिया के सचिव मचल सिंह ने ग्राम मंे संचालित आंगनबाडी में दर्ज हेमन्त सिंह की दो बेटियां नेहा और निधि को स्नेह सरोकार कार्यक्रम के तहत गोद लेकर उनकी देखरेख और उन्हें विशेष पोषण आहार स्थानीय संसाधनों के माध्यम से गोदकर्ता द्वारा उपलब्ध कराया गया। गोदकर्ता मचल सिंह के प्रयासों से दोनो कुपोषित बच्चियां आंगनबाडी केन्द्र पर नियमित आने लगी उनकी देखभाल और खानपान पर विशेष ध्यान दिया जाने लगा। कुपोषित बच्चियों को एनआरसी में भर्ती कराने हेतु बच्चियों के मां-बाप को समझाईंश दी गई किन्तु तैयार नही होने के कारण ग्राम के सचिव श्री मचल सिंह ने अपने स्तर पर हेमन्त सिंह को समझाया और उन्हें एनआरसी मंे मिलने वाली सुविधाओं को बताया। इसके पश्चात् मचल सिंह के प्रयास सार्थक हुए और हेमन्त सिंह अपनी दोनो बच्चियों को एनआरसी में भर्ती कराया। लगातार देखरेख के परिणाम परिलिक्षित हुए और दोनो बच्चियां सामान्य वजन की श्रेणी में आ गई। मचल सिंह के प्रयासों के परिणाम स्वरूप दोनो बच्चियां सामान्य श्रेणी में आ जाने पर आंगनबाडी केन्द्र में मचल सिंह का सम्मान विभाग के द्वारा किया गया।  

एक मुश्त समझौता योजना फरवरी तक

जिला सहकारी कृषि और ग्रामीण विकास बैंक में एक मुश्त समझौता योजना लागू की गई है जो 28 फरवरी तक जारी रहेगी। इस योजना मेें बैंक के ऋणी कृषकों से मूलधन की राशि जमा करने को कहा गया है। नियत अवधि तक यदि मूलधन की राशि जमा कराई जाती है तो सम्पूर्ण ब्याज एवं वसूली प्रभार की छूट दी जा रही है। जिला सहकारी कृषि और ग्रामीण विकास बैंक मर्यादित विदिशा के महाप्रबंधक श्री एमके जैन ने बताया कि भूमि विकास बैंक के ऋणधारी आठ हजार सात सौ छह कृषक उक्त योजना का लाभ समय सीमा में उठा सकते है। पूर्व उल्लेखित कृषकों से 4983.42 लाख मूल राशि की वसूली की जानी है।

आर्थिक मदद जारी

कलेक्टर श्री अनिल सुचारी ने नटेरन तहसील के दो प्रकरणों में आर्थिक मदद के आदेश जारी कर दिए है। ग्राम सोमवारा की श्रीमती शाहिदाबी की मृत्यु खदान से मिट्टी खोदते समय मिट्टी में दबने से हो जाने कारण मृतिका के पति श्री पीरअली को चार लाख रूपए की तथा ग्राम खैरई के मनमोहन की सड़क दुर्घटना मेें अज्ञात वाहन से मृत्यु हो जाने पर मृतक की पत्नी श्रीमती अनीता शर्मा को 25 हजार रूपए की आर्थिक मदद तोषण स्कीम के तहत जारी कर दी है।

पल्स पोलियो अभियान आज

राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान का प्रथम चरण 29 से 31 जनवरी के मध्य आयोजित किया गया है। अभियान के दौरान शून्य से पांच वर्ष के 235973 बच्चों का लक्ष्य निर्धारित किया गया हैै। जिले में कुल 1695 बूथ बनाए गए है। 3390 टीकाकरणकर्मी नियुक्त किए गए है। पहले दिन बूथों पर दवा पिलाई जाएगी शेष रहे बच्चों को घर-घर जाकर दवा पिलाई जाएगी। अभियान के निरीक्षण के लिए 193 पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए है। राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान का शुभांरभ कार्यक्रम रविवार की प्रातः आठ बजे जिला चिकित्सालय में आयोजित किया गया है।




सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर 28 जनवरी)

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राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान 29 जनवरी को जागरूकता साईकिल रैली का आयोजन संपन्न 

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शासकीय उत्कृष्ट माध्यमिक विधालय से स्कूली छात्र/छात्राओं द्वारा आज राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान 29 जनवरी 2017 जागरूकता साईकिल रैली निकाली गई जिसे मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा.आर.के.गुप्ता द्वारा झण्डी दिखाकर रवाना किया गया। इस अवसर पर डा.एम.के.चंदेल जिला टीकाकरण अधिकारी, डा.आर.के.प्राचार्य शासकीय उत्कृष्ट माध्यमिक विधालय श्री.डी.केे.राय प्रभारी एन. एस.एस.सुश्री उषा अवस्थी मीडिया अधिकारी, श्री आर.के.तुली उपस्थित थे। इससे पूर्व विधालय के सभाकक्ष में छात्र/छात्राओं को डा.गुप्ता द्वारा अपने परिवार एवं मोहल्ले के 0 से 5 वर्ष तक के सभी बच्चों को पोलियों की दवा पोलियो बूथ पर लाकर पिलवाने हेतु सहयोग करने बाबत आव्हान किया । डा. चंदेल ने छात्र/छात्राओं को अधिक से अधिक बच्चों को बूथ पर लकर दवा पिलवाने हेतु सामूहिक शपथ दिलवाई। रैली शहर के स्लम ऐरिया कस्बा, लूनिया चैराहा, मंडी,एवं गंज से होते हुवे शहर के मुख्य बाजार से निकलकर जिला चिकित्सालय सीहोर में समाप्त की गई। समापन समारोह पर डा. आनंद शर्मा सिविल सर्जन सीहोर ने रैली के बच्चों एवं उपस्थित जन समूह को अधिक से अधिक बच्चों को पोलियो बूथ पर दवा पिलाने हेतु अपील की ।    





RPM महाविद्यालय पटना सिटी में छात्राओं का हंगामा

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  • नामांकन शुल्क लिए जाने का किया विरोध,  छात्राओं ने किया RPM प्राचार्या का घेराव।

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पटना सिटी. आज दिनांक 28 जनवरी 2017 को RPM महाविद्यालय, पटना सिटी में आॅल इण्डिया स्टूडेन्ट्स फेडरेशन के बैनर तले छात्राओं ने हंगामा प्रदर्शन कर RPM प्राचार्या सुशीला दास का घेराव किया। ज्ञात हो कि राज्य सरकार द्वारा पूरे बिहार में छात्राओं छात्रों का निःशुल्क नामांकन बिहार के सभी विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय में होना है। जबकि RPM महाविद्यालय, मगध विश्वविद्यालय के अन्तर्गत ग्रेजुएशन पार्ट-I II एवं III के नामांकन में 1652 रु॰ नामांकन शुल्क वसूला जा रहा था। घेराव प्रदर्शन के बाद छात्रों का प्रतिनिधिमंडल प्राचार्या सुशीला दास से मिला जिसमें कि काउण्टर पर बैठे कर्मचारी भोला जी द्वारा गड़बड़ी की बात सामने आई। उन्हांने तत्काल नोटिस निकालकर नामांकन निःशुल्क लेने का निर्देश दिया तथा जिन छात्राओं से पैसा वसूला गया है उन सभी छात्राओं को 15 फरवरी 2017 से पैसा लौटाया जाएगा। सभी छात्रा रसीद लेकर आयेंगे, इसके बाद पैसा वापस किया जाएगा। वार्ता के बाद छात्राओं ने बैठक कर 15 सदस्यीय त्च्ड काॅलेज इकाई का गठन किया जिसमें प्रियंका कुमारी को सचिव, रंजना कुमारी को अध्यक्ष तथा रासदा को कोषाध्यक्ष चुना गया। कमिटी में प्रीति, ज्योति कुमारी, पूजा, गुड़िया, प्रिया, निशा, जूली आदि प्रदर्शन में मुख्य रूप से ।प्ैथ् के राष्ट्रीय छात्रा सह संयोजक आरती कुमारी, जिला सचिव सुशील उमाराज, जिला सह सचिव साजन झा, महानगर इकाई के बिरजुन भारती, हरेन्द्र कुमार, के साथ सैकड़ों छात्राएँ मौजूद थे।




17 वीं राष्ट्रीय रोप स्किपिंग चैंपियनशिप दिल्ली वर्चस्व कायम

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नई दिल्ली। रोप स्किपिंग फेडरेशन ऑफ़ इंडिया के तत्वाधान में राष्ट्रीय रोप स्किपिंग चैंपियनशिप -2017 का आयोजन महाराष्ट्र के नासिक स्थित डिविजनल स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स  में किया गया। रोप स्किपिंग एसोसिएशन महाराष्ट्र द्वारा आयोजित इस चैंपियनशिप का उद्घाटन रोप स्किपिंग फेडरेशन ऑफ़ इंडिया के अध्यक्ष सरदार हरपाल सिंह फ़्लोरा एवं वाईस चेयरमैन भीम सैन वर्मा,उपाध्यक्ष संदीप गाड़े और कोषाध्यक्ष विपिन कुमार ने संयुक्त रूप से दीप जलाकर कर किया। इस मौके पर वाईस चेयरमैन भीम सैन वर्मा ने अपने संबोधन में सभी खिलाडियों को शुभकामनायें देते हुए कहा कि शरीर और दिमाग को स्वस्थ रखने के साथ साथ देश का नाम खेल माध्यम से रोशन करने का दूसरा नाम रोप स्किपिंग है। उन्होंने आयोजन समिति के सचिव संदीप गाड़े को इस आयोजन के लिए बधाई देते हुए कहा कि वीर छत्रपति शिवाजी महाराज की भूमि पर यह आयोजन आने वाले दिनों में खेल के लिए मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने रेफरी और स्किपिंग जज के परीक्षार्थियों को कहा कि स्किपिंग को आगे ले जाने का काम आपके कंधों पर है। आगे चलकर देश का नाम रोशन करने वाले खिलाडियों को तैयार आप लोगों ने ही करना है। इस मौके पर आयोजन सचिव संदीप गाड़े ने कहा कि इस प्रतियोगिता में श्रेष्ठ खिलाड़ी अपना शत प्रतिशत परिणाम दें रहे हैं। आगे चलकर इन्ही खिलाडियों को अंतरष्ट्रीय स्पर्धाओं में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। पहले दिन से ही दिल्ली के खिलाडियों ने पदकों पर कब्जा जमाकर दिल्ली का दबदबा अंत तक कायम रखा। इस मौके पर दिल्ली के मीडिया मैनेजर अशोक कुमार निर्भय, मुख्य प्रशिक्षक विवेक सोनी,अज़ीम खान,मुकुल गुप्ता,राहुल शर्मा,देवेश मांडोतिया,दिनेश नवाल,प्रिंयका शर्मा,अंकिता शर्मा,जितेंद्र यादव,दिशांत रावल,हरीश कुमार,कुमारी फलक खान समेत इस मौके खेल जगत से जुड़े प्रबुद्धजन उपस्थित थे। 




मधुबनी : कर्मचारी चयन आयोग परीक्षा के लिए कड़े इन्तेजाम

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मधुबनी,28 जनवरी; कर्मचारी चयन आयोग, बिहार द्वारा ओयोजित इंटरस्तरीय प्रतियोगिता परीक्षा मधुबनी अनुमंडल स्थित 18 परीक्षा केंन्द्र पर दिनांक 29 जनवरी,17, 05 फरवरी,17, 19 फरवरी,17 तथा 26 फरवरी,17 को आयोजित की जा रही हैै। जिला पदाधिकरी, मधुबनी श्री गिरिवर दयाल सिंह ने सभी केंद्र धीक्षको एवं दंडाधिकरियों को कदाचारमुक्त एवं पारदर्शी परीक्षा संचालन के लिए सख्त निदेश दिया हैं। जिला पदाधिकारी के निदेशानुसार परीक्षा तिथियों को परीक्षा केंद्र के आस-पास के सभी फोटो स्टेट की दुकानें बंद रहेंगी। अनुमंडल दंडाधिकारी, मधुबनी श्री शाहीद परवेज के आदेशानुसार परीक्षा की तिथि को परीक्षा कंेद्र के पाॅच सौ गज की परिधि में दंड प्रक्रिया संहिता की धारी 144 के तहत निषेघाज्ञा लागू की गई है। कदाचार मुक्त् परीक्षा के लिए आयोग के निदेशानुसार प्रत्येक 25 अभ्यर्थी पर एक वीक्षक तथा एक सौ अभ्यर्थी पर वीडियोग्राफर की व्यवस्था की गई है। परीक्षार्थियों की सुविधा के लिए मधुबनी रेलवे स्टेशन तथा मधुबनी बस अड़ड़े पर में आई हेल्प यू काउंटर की स्थापना की गई। जिसकी दूरभाषा सं0-06276-222201 है। नियंत्रण कक्ष के प्रभारी पदा0 डी0सी0एल0आर0 मधुबनी श्री अविनाश कुमार सिंह बनाए गए है। जिला प्रशासन ने स्वच्छ एवं कदाचारमुक्त परीक्षा संचालन की सारी व्यवस्था कर ली हेै।





परीक्षा केन्द्रों की सूची
सेंटर कोडपरीक्षा केेंद्र का नाम
10,301अनूप लाल प्रोजेक्ट हाई स्कूल,पंडौल
10,302आर0एन0काॅलेज, पंडौल
10,303देलही पब्लिक स्कूल, मधुबनी
10,304भारती मंडन काॅलेज, रहिका
10,305अमीर हसन,शकूर अहमद काॅलेज, मधुबनी
10,306एम0ओ0एन0$2 उच्च विद्यालय, शंभूआर
10,307शिवगंगा बालिका उच्च विद्यालय, मधुबनी
10,308जे0एम0डी0पी0एल0महिला महाविद्यालय,मधुबनी
10,309श्री कामेश्वर$2 उच्च विद्यालय, पंडौल
10,310मिल्लत ट्रेनिंग काॅलेज, मधुबनी
10,311जे0एम0एस0एस0हाई स्कूल,मधुबनी
10,312पोल स्टार, मधुबनी
10,313जे0एन0काॅलेज,मधुबनी
10,314मिथिला टीचर्स ट्रेनिंग काॅलेज, मधुबनी
10,315इंडियन पब्लिक स्कूल, मधबनी
10,316डी0एन0वाई काॅलेज, मधुबनी
10,317रीजनल सेकेंडरी स्कूल,जीवछ चैक, मधुबनी
10,318आर0के0कॅालेज, मधुबनी

परीक्षा एक ही पाली में होगी जिसका समयः- 11ः00 बजे पूर्वा0 से 1ः15 अप0 है।

बीज उत्पादन के लिए किसानों से समझौता हो :रूपाला

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नयी दिल्ली 28 जनवरी, कृषि राज्य मंत्री परषोत्तम रूपाला ने देश में बीजों की कमी को दूर करने के लिए बीज उत्पादक क्षेत्रों और किसानों की पहचान करने तथा उनके साथ समझौता करने की आवश्यकता पर बल दिया है ताकि स्थानीय स्तर पर ही बीजों की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके। श्री रूपाला ने इंडियन सोसाइटी आफ सीड टेक्नोलाॅजी की ओर से आज यहां आयोजित 14 वें राष्ट्रीय बीज सम्मेलन को सम्बोधित करते हुये कहा कि जलवायु परिवर्तन के कारण बीज उत्पादन के लिए नये नये क्षेत्रों की पहचान करने की जरूरत है और बीज उत्पादन के इच्छुक किसानों की पहचान करने की भी जरूरत है ताकि वे खेती के साथ ही विभिन्न किस्मों के उन्नत बीज तैयार कर सके। उन्होंने कहा कि निश्चित मात्रा में हर साल बेहतरीन किस्म के बीजों के उत्पादन को सुनिश्चित करने के लिए किसानों के साथ समझौते किये जाने चाहिये। बीज उत्पादन से फसलों की तुलना में किसानों की आय में वृद्धि होगी तथा स्थानीय स्तर पर ही बीज उपलब्ध हो सकेगा।





दो सप्ताह के निचले स्तर से उबरे सोना-चाँदी

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नयी दिल्ली 28 जनवरी, दिल्ली सर्राफा बाजार में दो सप्ताह से ज्यादा के निचले स्तर से उबरते हुये आज सोना 250 रुपये की तेजी के साथ 29,380 रुपये प्रति दस ग्राम पर पहुँच गया। चाँदी भी 850 रुपये चमककर 41,800 रुपये प्रति किलोग्राम बोली गयी। शुक्रवार को भारतीय बाजार बंद होते समय अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गिरावट में रहे दोनों कीमती धातु इसके बाद अमेरिका में अर्थव्यवस्था की उम्मीद से कमजाेर आँकड़े आने से अचानक बढ़त में पहुँच गयी। आज स्थानीय बाजार खुलने पर उसका असर देखा गया। लंदन तथा न्यूयॉर्क से मिली जानकारी के अनुसार, सोना हाजिर अंतत: 2.82 डॉलर की मजबूती के साथ 1,190.85 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुआ। फरवरी का अमेरिकी सोना वायदा भी 1.20 डॉलर की तेजी में 1,191 डॉलर प्रति औंस पर रहा। बाजार विश्लेषकों ने बताया कि अमेरिकी में चौथी तिमाही में विकास पूर्वानुमानों से कहीं ज्यादा सुस्त पड़ गयी। इस कारण निवेशकों ने सुरक्षित निवेश मानी जाने वाली पीली धातु का रुख किया जिससे सोने के दाम बढ़े हैं। हालाँकि, मजबूत डॉलर तथा चीन में नववर्ष के अवकाश के कारण बाजार बंद होने से इस पर दबाव अभी बना हुआ है। सप्ताहांत पर लंदन में सफेद धातु में दो फीसदी से ज्यादा की रही। चाँदी हाजिर 0.35 डॉलर चढ़कर 17.10 डॉलर प्रति औंस पर पहुँच गयी।




देश में सांस्कृतिक माहौल निर्मित करे लेखक : जावड़ेकर

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गुवाहाटी, 28 जनवरी, मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने लेखकों और शिक्षाविदों से देश में सांस्कृतिक माहौल के निर्माण में योगदान का आह्वान करते हुये कहा कि सरकार अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की सुनिश्चितता के लिये प्रयासरत है। श्री जावड़ेकर ने यहां प्रथम ब्रह्मपुत्र साहित्य महोत्सव का उद्घाटन करते हुए कहा कि विविधता और बहुलतावाद देश को परिभाषित करता है और ‘विविधता में एकता’ ही देश की मजबूती का आधार है। उन्होंने प्राचीनकाल से कायम देश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का उल्लेख करते हुए कहा कि सांस्कृतिक महानता ही भारत को एक राष्ट्र के रूप में बरकरार रखा है और इसकी फलने-फूलने की संभावना में बढ़ोतरी की है। उन्होंने लेखकों को सामयिक सच्चाईयों को प्रदर्शित करते हुए अपने कार्याें के माध्यम से देश में सांस्कृतिक और बौद्धिक समाज के निर्माण सोसाइटी निर्मित करने को कहा। उन्होंने बच्चों और युवा पीढ़ी से भी अध्ययन की आदतों को अपने में समाहित करने को कहा और इस संबंध में पुस्तकालयों की महत्ता को समझने का अनुरोध किया। उन्होंने आपातकाल के समय अपने छात्र जीवन को याद करते हुए कहा कि वर्तमान सरकार देश में वाक और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के संरक्षण को लेकर प्रतिबद्ध है। साहित्यिक महोत्सव के प्रयासों पर बल दते हुए उन्हाेंने कहा कि इस तरह का महोत्सव ‘सांस्कृतिक निवेश सम्मेलन’ है और इसे जरूर बढ़ावा दिया जाना चाहिये। असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने अपने संबोधन में उम्मीद जताई कि महोत्सव में आये अतिथि लेखक राज्य और यहां की महान नदियां ब्रह्मपुत्र अौर बराक को जरूर उद्धृत करेंगे। इस मौके पर अंतरराष्ट्रीय लेखकों रैंडी तागुची, ममांग दाई और दामोदर मौजो और नेशनल बुक ट्रस्ट के अध्यक्ष बल्देव भाई शर्मा सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे। महोत्सव में 10 देशों से 16 लेखकों सहित देश के 150 से अधिक लेखक हिस्सा ले रहे हैं। महोत्सव का आयोजन मानव संसाधन विकास मंत्रालय और असम सरकार के सहयोग से एनबीटी और असम प्रकाशन बोर्ड की ओर से किया जा रहा है।




राष्ट्रपति ने की पल्स पोलिया अभियान की शुरूआत

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नयी दिल्ली 28 जनवरी, राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने आज राष्ट्रपति भवन में पांच वर्ष से कम आयु के कुछ बच्चों को पोलियो की दवा पिलाकर वर्ष 2017 के लिए ‘पल्स पोलियो अभियान’ की शुरुआत की। इस अवसर पर केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा, राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते तथा श्रीमती अनुप्रिया पटेल तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। कल राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस के अवसर पर देश से पोलियो के उन्मूलन के अभियान के तहत पांच वर्ष से कम आयु के 17 करोड़ बच्चों को पोलियों की दवा पिलाई जाएगी। राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस की पूर्व संध्या पर आयोजित इस कार्यक्रम में श्री नड्डा ने कहा कि दक्षिण पूर्व एशिया क्षेत्र को विश्व स्वास्थ्य संगठन से ‘पोलियो मुक्त क्षेत्र’ का प्रमाणपत्र मिलना एक बड़ी उपलब्धि है लेकिन पाकिस्तान, अफगानिस्तान अौर नाईजीरिया में इसके संकेत मिलने से खतरा बरकरार है। उन्होंने कहा कि सीमाई इलाकों में पाेलियो की दवा पिलाने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है और सभी ट्रेवल एजेंसियों को इस संबंध में निर्देश जारी किए गए हैं। इसके अलावा पोलियो का कोई भी मामला सामने आने पर तुरंत कार्रवाई करने के लिए विशेष दलों का गठन किया गया है।




पंजाब को बदलने का चुनाव : राहुल

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धूरी, 28 जनवरी, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने पंजाब विधानसभा चुनाव को विशेष करार देते हुये कहा कि यह राज्य की तस्वीर को बदलने वाला चुनाव होगा। श्री गांधी ने आज यहां एक रैली में लोगों को संबोधित करते हुए बादल परिवार को आड़े हाथों लेते हुये कहा कि पंजाबियत दूसरों की मदद करना तथा सिख धर्म सेवा भावना सिखाता है लेकिन बादल परिवार ने इस परिभाषा को बदल दिया है। उन्होंने कहा कि बादल परिवार ने गुरु नानक देव की विचारधारा को ही बदल दिया है। सिख धर्म, जो कुछ है सो तेरा सिखाता है और बादल परिवार ने इसे..जो कुछ है सो मेरा ..में बदल दिया है। आज पंजाब के हर व्यवसाय पर बादल परिवार का कब्जा है। इसने लोगों के लिये कुछ नहीं छोड़ा। श्री गांधी ने कहा कि विदेशों से पंजाब मेें उद्योग लगाने आते हैं तो बादल परिवार सबसेे पहले उसमें से अपना हिस्सा मांगते हैं। नौकरी पाने के लिये रिश्वत देनी पड़ती है। किसानों की कपास को सफेद मक्खी खा गयी। बादल परिवार ने जो नकली पेस्टीसाइड दिया उससे किसान बर्बाद हो गया। कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि इस सबके बावजूद बादल कहते हैं कि वे गुरुनानक की विचारधारा पर चल रहे हैं। नशे के कारोबार को अकाली संक्षण प्राप्त है। यह सच है कि नशे का नेटवर्क एक दिन में खत्म नहीं हो सकता लेकिन अमरिंदर सरकार आने पर पहला काम नशे पर सख्त कानून बनाना, नशे की सामाग्री बेेचने वालों से लेकर बनाने वाले बिना सुनवायी के जेल में जायेगा और उसकी सारी संपत्ति जब्त की जायेगी। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में समय तथा जनता की मदद की जरूरत होती है। कांग्रेस किसान, मजदूर, गरीब सहित सभी वर्गों का हित करती है और जो कहती है वह करके दिखाती है।




मन की बात को चुनाव आयोग की मंजूरी

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नयी दिल्ली 28 जनवरी, चुनाव आयोग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मासिक ‘मन की बात’ कार्यक्रम के कल रविवार को प्रसारण की अनुमति दे दी है। सूत्रों के अनुसार सरकार ने इस नियमित रेडियो कार्यक्रम के लिए मंजूरी प्राप्त करने के लिए चुनाव आयोग से संपर्क किया था क्योंकि उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में आदर्श आचार संहिता लागू है।” इन राज्यों में चार फरवरी और आठ मार्च के बीच विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि आयोग ने इस कार्यक्रम को मंजूरी दे दी है। सरकार विधानसभा चुनावों के दौरान इस रेडियो कार्यक्रम के लिए मंजूरी लेने के लिए चुनाव आयोग से संपर्क करती रही थी। इस बार मन की बात कार्यक्रम कक्षा दसवीं और बारहवीं की परीक्षा पर केंद्रित होगा। ये परीक्षाएं नौ मार्च को शुरू होगी।




हिमस्खलन में फंसे पांच सैनिक बचाये गये

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श्रीनगर, 28 जनवरी, जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती कुपवाड़ा जिले के माछिल सेक्टर में गश्त के दौरान हिमस्खलन में दबे सेना के पांच जवानों काे आज सुरक्षित निकाल लिया गया। इससे पहले इन जवानों के शहीद होने की खबर आयी थी लेकिन आधिकारिक सूत्रों ने यूनीवार्ता को यहां बताया कि गश्त के दौरान हिमस्खलन की चपेट में आये 56वीं राष्ट्रीय राइफल्स के पांचों सैनिकों को बचा लिया गया है। इन जवानों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उनका इलाज चल रहा है। उन्होंने बताया, “बचाये गये सैनिकों को अस्पताल ले जाया गया है जहां उनकी स्थिति स्थिर बनी हुई है।” इन जवानों का दल नियंत्रण रेखा के समीप नियमित गश्त पर था। इसी दौरान भारी हिमपात के कारण बर्फ की चट्टान जवानाें पर गिर गयी। खराब मौसम और भारी बर्फबारी के बीच कई घंटों की मशक्कत के बाद उन्हें सुरक्षित बचा लिया गया।




एनसीसी कैडेट स्वच्छता और डिजिटल अर्थव्यवस्था के अग्रदूत बनें: मोदी

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नयी दिल्ली 28 जनवरी, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी ) के कैडेटों से स्वच्छता मिशन और नकदी रहित अर्थव्यस्था को एक आंदोलन के रूप में देश भर में फैलाने का आह्वान करते हुए आज कहा कि वे ज्यादा से ज्यादा लोगों को डिजिटल अर्थव्यवस्था से जोड़ने में एक कडी का काम करें। श्री मोदी ने गणतंत्र दिवस समारोह के तहत दिल्ली छावनी के परेड ग्राउंड में देश की दूसरी रक्षा पंक्ति कहे जाने वाली एनसीसी कैडेटों की रैली को संबोधित करते हुए कहा कि वह जब भी इन कैडेटों को देखते हैं तो उन्हें विश्वास होता है कि भारत का भविष्य सुरक्षित है और उन्हें देश की युवा शक्ति पर गर्व है। सरकार की ‘स्वच्छ भारत मिशन’ और ‘नकदी रहित’ अर्थव्यवस्था जैसी योजनाओं में एनसीसी कैडेटों के योगदान की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि इन योजनाओं को एक आंदोलन के रूप में देशभर में फैलाने में एनसीसी कैडेटों को उत्प्रेरक की भूमिका निभानी होगी। उन्होंने कहा कि भारत के लोग और विशेष रूप से युवा प्रौद्योगिकी को बहुत जल्दी और तेजी से अपनाते हैं। एनसीसी कैडेटों को इस बात को ध्यान में रखते हुए ‘भीम’ जैसी डिजिटल एप के जरिये लोगों को जागरूक बनाना होगा।





हिन्दुओं, मुसलमानों की कमज़ोर नसों पर रखा भाजपा ने हाथ

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लखनऊ, 28 जनवरी, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में हिन्दुओं और मुसलमानों दोनों समुदायों की कमज़ोर नस को स्पर्श करते हुए ‘तीन तलाक’ तथा गोहत्या बंदी एवं अयोध्या में श्री राम मंदिर निर्माण के लिये उनकी भावनाओं के अनुरूप सक्रियता से आगे बढ़ने का वादा किया। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने आज पार्टी के चुनावी पत्र “लोक कल्याण संकल्प पत्र -2017” को जारी करते हुए ऐलान किया कि उत्तर प्रदेश में भाजपा के सत्ता में आने पर सरकार ‘संवैधानिक तरीकों से’ राममंदिर निर्माण जल्द से जल्द कराने के लिये प्रयत्नशील रहेगी। श्री शाह ने मुसलमान महिलाआें के लिये संवेदनशील तीन तलाक के मुद्दे को छूते हुए घोषणा की कि भाजपा की सरकार बनने पर मुसलमान महिलाओं की इच्छा जानने के लिये सर्वेक्षण करायेगी और उनकी राय के अनुसार ही उच्चतम न्यायालय में पक्षकार बनकर जायेगी। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि उत्तर प्रदेश के इस विधानसभा चुनाव में भाजपा जातिवाद और परिवार की राजनीति को ‘मृत्युदंड’ देकर ‘पॉलिटिक्स विद परफॉर्मेन्स’ का आगाज़ करेगी और 300 से अधिक सीटें जीत कर अब तक की सबसे मज़बूत सरकार बनायेगी। उन्होंने हिन्दु शब्द का प्रयोग किये बिना कैराना एवं पश्चिमी उत्तर प्रदेश से लोगों के पलायन और जनसंख्या में बदलाव का मुद्दा भी उठाया और कहा कि राज्य में भाजपा की सरकार बनने पर इस बारे में एक श्वेत पत्र भी लाया जायेगा जिसमें बताया जायेगा कि अब तक कितना और किस प्रकार से पलायन हुआ है। उन्होंने यह भी कहा कि इसे रोकने की जिम्मेदारी जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक पर डाली जायेगी। भाजपा ने लोक कल्याण संकल्प पत्र में बिना नाम लिये ‘गो-हत्या प्रतिबंध’ के एजेंडे को भी शामिल कर लिया। उसमें कृषि विकास के बिन्दुओं में उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने पर सभी अवैध कत्लखानों को बंद करने और सभी यांत्रिक कत्लखानों पर प्रतिबंध लगाने का भी ऐलान किया। उन्होंने दूध व्यवसायी यादव समाज पर भी डोरे डालते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में भगवान कृष्ण के युग के समान घी और दूध की नदियां बहेंगी तथा हर चार जिलों में अमूल की तर्ज पर बड़ी डेयरी स्थापित की जायेगी। सामाजिक, ग्रामीण एवं कृषि विकास पर केन्द्रित लोक कल्याण संकल्प पत्र के साथ ही राममंदिर के मुद्दे को जोड़े जाने संबंधी एक सवाल पर श्री शाह ने कहा कि राम मंदिर एवं विकास दोनों ही बातें एक साथ चलेंगी।




विराट के सामने सीरीज बचाने की चुनौती

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नागपुर ,28 जनवरी, कप्तानी की अपनी नयी पारी में इंग्लैंड के खिलाफ भारतीय टीम को टेस्ट और वनडे सीरीज जिताने वाले कप्तान विराट कोहली के सामने यहां रविवार को मेहमान टीम के खिलाफ होने वाले दूसरे ट्वंटी-20 में हर हालत में जीत हासिल कर सीरीज को बचाने की चुनौती होगी। टीम इंडिया पहला मैच गंवाने के बाद तीन ट्वंटी-20 मैचों की सीरीज में 0-1 से पिछड़ी हुयी है। मेहमान इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट और वनडे सीरीज फतह करने वाली टीम इंडिया को कानपुर में हुये पहले ट्वंटी-20 में हार का सामना करना पड़ा था और इससे कहीं न कहीं मेजबान टीम तथा उसके कप्तान विराट का मनोबल डगमगाया होगा। टीम इंडिया ने तमाम दावों के बावजूद पहले मैच में जिस तरह का प्रदर्शन किया था वह एक बार खुद की तैयारियों को जांचने के लिये मजबूर कर देता है। यदि सीरीज तीन मैचों की हो तो पहला मुकाबला हारने वाली टीम के लिये चुनौती और कड़ी हो जाती है। भारतीय टीम के साथ भी कुछ ऐसा ही है। टीम इंडिया में स्टार खिलाड़ियों की भरमार है और ऐसे में टीम के प्रत्येक खिलाड़ी को अपनी जिम्मेदारी समझते हुये महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी। टीम को अपने स्टार बल्लेबाज विराट पर निर्भरता भी कम करनी होगी। विराट ने पहले मुकाबले में अच्छी शुरुआत के बाद अपना विकेट गंवाया। उन्हें अपने विकेट की कीमत समझनी होगी। टीम में युवराज वापसी के बाद बेहतरीन लय में हैं। वह पुराने अंदाज में गेंदों पर प्रहार कर रहे हैं। सुरेश रैना की वापसी को भी संतोषजनक कहा जा सकता है। पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी सदाबहार हैं जबकि निचले क्रम में हार्दिक पांड्या उपयोगी पारियां खेलते हुये खुद को आलराउंडर के रूप में विकसित कर रहे हैं।

यदि पिछले मैच में नजर डालेें तो भारतीय बल्लेबाजी तथा गेंदबाजी दोनों में ही विश्वास की कमी नजर आयी। मेहमान बल्लेबाज जहां कमजोर गेंदों पर निर्मम प्रहार करते हुये आसानी से रन बना रहे थे वहीं भारतीय बल्लेबाजों का अपने खेल पर कोई नियंत्रण नहीं दिख रहा था। भारतीय ओपनरों को भी अपनी भूमिका समझनी होगी। लोकेश राहुल को अपने प्रदर्शन में सुधार लाना होगा ताकि टीम को एक अच्छी शुरुआत मिल सके। उन्हें कमजोर गेंदों का इंतजार करना चाहिये और स्ट्राइक रोटेड करने पर भरोसा जताना चाहिये। लंबे समय बाद वापसी कर रहे रैना ने कुछ अच्छे हाथ दिखाते हुये फार्म में होने के संकेत दिये। उन्हें अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में बदलना होगा। पहले ट्वंटी-20 से पदार्पण कर रहे परवेज रसूल ने भी खासा निराश किया। हालांकि युवा युजवेन्द्र चहल ने अपने खेल से जरूर प्रभावित किया। अनुभवी अश्विन और जडेजा की अनुपस्थिति में इन दोनों खिलाड़ियों के पास शानदार मौका है कि वे यहां बेहतरीन प्रदर्शन कर अपना स्थान सुरक्षित करें। 

गेंदबाजी में वनडे सीरीज में भारत की 2-1 से जीत में प्रभावित करने वाले ऑलराउंडर पांड्या और बुमराह के प्रदर्शन को खराब तो नहीं कहा जा सकता लेकिन उन्हें विकेट निकालने वाली गेंदें डालनी होंगी। अनुभवी आशीष नेहरा पहले मैच में जरूर कुछ मंहगे साबित हुये लेकिन वह कभी भी वापसी करने में सक्षम हैं और उनकी मौजूदगी मनोबल बढ़ाने वाली रहेगी। कामचलाऊ गेंदबाज के रूप में रैना हमेशा से हिट रहे हैं और कप्तान विराट को उनका पूरा उपयोग करना होगा। दूसरी तरफ मेहमान इंग्लिश टीम के लिये पिछली दोनों सीरीज गंवाने के बाद ट्वंटी-20 सीरीज में जीत के साथ शुरुआत करना निश्चित रूप से मनोवैज्ञानिक बढ़त लेने वाला रहा। हालांकि टीम के खिलाड़ियों की चोटों ने भी उसकी मुसीबत बढ़ा भी दी है। ओपनर एलेक्स हेल्स चोट के चलते सीरीज से बाहर हो गये है वहीं लेफ्टआर्म स्पिनर डेविड विली को कंधे में चोट है। भारतीय गेंदबाजों को मेहमान कप्तान इयोन माेर्गन ,जेसन रॉय ,जो रूट ,मोइन अली से जहां सावधान रहने की जरूरत है वहीं मैच अपने कब्जे में करने के लिये इनके विकेट जल्द निकालने की कोशिश करनी होगी। मोर्गन ने पिछले मैच में कप्तानी पारी खेलते हुये शानदार अर्धशतक जड़ा था। मेहमान गेंदबाज भी शानदार लय में हैं और गेंदबाज क्रिस जार्डन और टाइमल मिल्स अहम रहेंगे। टीम इंडिया को आलराउंडर बेन स्टोक्स से भी अतरिक्त रूप से सावधान रहना होगा। 




आस्ट्रेलियन ओपन : सेरेना को रिकॉर्ड 23 वें ग्रैंड स्लेम के साथ नंबर वन ताज

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मेलबोर्न, 28 जनवरी, अमेरिका की विलियम्स बहनों के बीच आस्ट्रेलियन ओपन के खिताबी मुकाबले में छोटी बहन सेरेना ने बड़ी बहन वीनस विलियम्स को शनिवार को लगातार सेटों में 6-4, 6-4 से पराजित करने के साथ ही रिकाॅर्ड 23 वां ग्रैंड स्लेम खिताब अपने नाम कर लिया और इसके साथ ही वह फिर से दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी बन गईं। दूसरी सीड सेरेना ने 13वीं सीड वीनस को एक घंटे 21 मिनट तक चले मुकाबले में 6-4, 6-4 से पराजित किया। वीनस और सेरेना नौवीं बार किसी ग्रैंड स्लेम टूर्नामेंट के खिताबी मुकाबले में आमने सामने हुई थीं जहां छोटी बहन सेरेना ने बाजी मारते हुए रिकॉर्ड 23 वीं बार ग्रैंड स्लेम खिताब जीत लिया और टेनिस के अाेपन युग के इतिहास का नया रिकाॅर्ड बना दिया। 35 वर्षीय सेरेना का यह सातवां आस्ट्रेलियन ओपन खिताब है और इसके साथ ही वह जर्मनी की स्टेफी ग्राफ (22) को पीछे छोड़कर टेनिस के 1968 में प्राेफेशनल बनने के बाद से सबसे ज्यादा ग्रैंड स्लेम खिताब जीतने वाली खिलाड़ी बन गई। सोमवार को जब नई विश्व रैंकिंग जारी होगी तो सेरेना फिर से नंबर एक खिलाड़ी बन जाएंगी। सेरेना जर्मनी की एंजेलिक केर्बर से नंबर का ताज छीन लेंगी। सेरेना ने खिताबी मुकाबले में 10 एस और 27 विनर्स लगाते हुए 36 वर्षीय वीनस की चुनौती को काबू कर लिया। सेरेना ने 2015 में भी यह खिताब जीता था लेकिन गत वर्ष वह जर्मनी की केर्बर से हार गई थी। सेरेना ने गत वर्ष अपनी नंबर एक रैंकिंग भी केर्बर को गंवाई थीं। लेकिन साल के पहले ग्रैंड स्लेम में सेरेना ने जबर्दस्त खेल का प्रदर्शन किया।  टेनिस के ओपन युग के इतिहास में सेरेना के नाम 23 ग्रैंड स्लेम हो गए हैं जबकि ग्राफ के 22, अमेरिका मार्टिना नवरातिलोवा और क्रिस एवर्ट के 18-18 तथा आस्ट्रेलिया की मारग्रेट कोर्ट के 11 ग्रैंड स्लेम खिताब है।  सेरेना ने इन 23 ग्रैंड स्लेम खिताबों में सात आस्ट्रेलियन ओपन (2003, 2005, 2007, 2009, 2010, 2015, 2017), तीन फ्रेंच ओपन (2002, 2013, 2015), सात विंबलडन (2002, 2003, 2009, 2010, 2012, 2015, 2016), और छह यूएस ओपन (1999, 2002, 2008, 2012, 2013, 2014) खिताब शामिल है। 

विलियम्स बहनों के बीच ओवरआॅल यह 28 वां मुकाबला था जिसमें सेरेना के नाम 17 जीत हो गई हैं। वीनस ने इनमें से 11 मुकाबले जीते हैं। दोनों के बीच यह नौंवां ग्रैंड स्लेम फाइनल था जिनमें से सेेरेना ने अब सात मुकाबले जीत लिए हैं।  पूर्व नंबर एक वीनस 2008 के विंबडलन के बाद अपने पहले ग्रैंड स्लेम खिताब की तलाश में थीं लेकिन छोटी बहन सेरेना ने उनका यह सपना पूरा नहीं होने दिया। वीनस ने अपने करियर में पांच विंबडलन और दो यूएस ओपन खिताब जीते हैं। वीनस 2003 के फाइनल में भी सेरेना से पराजित हुई थी। सेरेना ने तब वीनस को 7-6, 3-6, 6-4 से पराजित किया था। दोनों के बीच 2009 के बाद यह पहला ग्रैंड स्लेम फाइनल था जबकि मेलबोर्न पार्क में उनकी 14 साल के लंबे अंतराल के बाद खिताबी भिड़ंत थीं। वीनस और सेरेना ने पहले सेट की शुरुआत एक दूसरे की सर्विस तोड़ी लेकिन नंबर दो सीड ने फिर सेट पर नियंत्रण बनाते हुए सात एस और 16 विनर्स झोंककर पहला सेट 6-4 से जीत लिया। दर्शकों ने वीनस का हौसला बढ़ाने की पूरी कोशिश की लेकिन सेरेना ने दूसरे सेट में भी अपनी बड़ी बहन को कोई मौका नहीं दिया। उन्होंने दूसरे सेट के सातवें गेम में वीनस की सर्विस ताेडी और फिर 6-4 से यह सेट निपटाते हुए रिकाॅर्ड 23 वां खिताब अपने नाम कर लिया। सेरेना की ग्रैंड स्लेम टूर्नामेंटों में यह 316 वीं जीत थी और उन्होंने अपने ही विश्व रिकाॅर्ड में सुधार कर लिया। वीनस का पिछले सात वर्षाें में किसी ग्रैड स्लेम में यह सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था जिसकी बदौलत वह टॉप टेन में लौटने की करीब पहुंच गई हैं। वीनस को हराने के बाद सेरेना कोर्ट पर गिर गईं और उन्होंने अपने हाथ हवा में उठा लिए। सेरेना ने अपनी बड़ी बहन को उन्हें प्रेरित करने के लिए बधाई भी दी। नंबर एक बनने जा रही सेरेना ने विजेता ट्राफी उठाने के बाद कहा,“ वीनस एक शानदार इंसान है। उनके बिना मैं 23 वें खिताब तक नहीं पहुंच पाती। वह हमारे लिए एकमात्र कारण है जिनकी बदौलत विलियम्स बहनें टेनिस में मौजूद हैं। मैं वीनस को मुझे प्रेरित करने के लिए धन्यवाद देती हूं।” ओपन युग में मेलबोर्न पार्क में सबसे उम्रदराज फाइनलिस्ट वीनस ने भी चहकते हुए कहा,“ यह मेरी छाेटी बहन है सेरेना विलियम्स। तुम्हें 23 वां खिताब जीतने के लिए बहुत बहुत बधाई। मैं हमेशा तुम्हारे साथ खड़ी रहूंगी। तुमहारी जीत, मेरी जीत है। मुझे तुम पर गर्व है।” 




आस्ट्रेलियन ओपन : ‘फेडाल’ फाइनल पर होंगी दुनिया की निगाहें

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मेलबोर्न, 28 जनवरी, टेनिस इतिहास के सबसे प्रबल प्रतिद्वंद्वियों स्विट्जरलैंड के रोजर फेडरर और स्पेन के राफेल नडाल के बीच रविवार को होने वाले आस्ट्रेलियन ओपन के पुुरुष एकल खिताबी मुकाबले पर पूरी दुनिया की निगाहें लगी रहेंगी। नाैंवीं सीड नडाल ने बुल्गारिया के ग्रिगोर दिमित्रोव को सेमीफाइनल में 6-3,5-7,7-6,6-7,6-4 से और 17 वीं सीड फेडरर ने हमवतन स्टेनिसलास वावरिंका को 7-5 6-3 1-6 4-6 6-3 से हराया था। फेडरर और नडाल जब आमने-सामने होंगे तो यह उनके बीच नौवां ग्रैंड स्लेम फाइनल और नडाल के 2009 में यहां खिताब जीतने के बाद मेलबोर्न पार्क में पहला फाइनल होगा। टेनिस इतिहास में कुल 31 ग्रैंड स्लेम खिताब अपने नाम रखने वाले फेडरर और नडाल का खिताबी मुकाबला हर लिहाज से विस्फोटक होगा। फेडरर अपने 18वें ग्रैंड स्लेम से अब एक कदम दूर हैं जबकि नडाल 15 वें ग्रैंड स्लेम की तलाश में उतरेंगे। सोशल मीडिया पर इस बहुप्रतीक्षित मुकाबले को ‘फेडाल’ का नाम दिया गया है। आस्ट्रेलियन ओपन का इस बार जब ड्रा निकाला गया था तो दोनों के बीच फाइनल होने की संभावना तो थी लेकिन किसी को उम्मीद नहीं थी कि ये दोनाें दिग्गज खिलाड़ी फाइनल में पहुंच जाएंगे। लेकिन पिछले वर्ष के अपने निराशाजनक प्रदर्शन और फिटनेस की समस्याओं से उबरते हुए इन दोनों दिग्गजों ने तमाम भविष्यवाणियों को झुठला दिया।





टेनिस के इन दोनों दिग्गजों को लंबे समय से एक अदद ग्रैंड स्लेम खिताब की तलाश है। फेडरर ने अपना आखिरी ग्रैंड स्लेम खिताब 2012 में विंबलडन के रूप में जीता था। उसके बाद से लगभग साढ़े चार साल गुजर चुके हैं फेडरर के हाथ कोई और ग्रैंड स्लेम नहीं लगा है। नडाल ने अपने 14 ग्रैंड स्लेम खिताबों में आखिरी ग्रैंड स्लेम 2014 में फ्रेंच ओपन के रूप में जीता था। फेडरर जहां चार बार (2004, 2006, 2007 और 2010)आस्ट्रेलियन ओपन में चैंपियन रह चुके हैं वहीं नडाल ने अपना एकमात्र आस्ट्रेलियन ओपन खिताब 2009 में जीता था। करियर मुकाबलों में नडाल स्विस मास्टर पर भारी पड़ते हैं। नडाल का फेडरर के खिलाफ 23-11 का शानदार रिकार्ड है। नडाल का साथ ही हार्ड कोर्ट पर फेडरर के खिलाफ 9-7 का रिकॉर्ड भी है। दोनों खिलाड़ी आखिरी बार एक वर्ष से अधिक समय पहले स्विस इंदौर के फाइनल में भिड़े थे और फेडरर ने तब तीन सेटों में जीत दर्ज की थी। नडाल ने आस्ट्रेलियन आेपन में फेडरर के खिलाफ सभी तीन मुकाबले जीते हैं। उन्होंने फेडरर को 2012 और 2014 के सेमीफाइनल में तथा 2009 के पांच सेटों के मैराथन फाइनल में हराया था। फेडरर रविवार को जब फाइनल में उतरेंगे तो यह आस्ट्रेलियन ओपन में उनका 100वां मैच होगा जिसका जश्न वह 18वें ग्रैड स्लेम खिताब के साथ मनाना चाहेंगे। स्पेन के दिग्गज खिलाड़ी का यह 21 वां ग्रैंड स्लेम फाइनल है जबकि फेडरर 28 वां ग्रैंड स्लेम फाइनल है। दोनों ही खिलाड़ी अपनी प्रतिद्वंद्वीता को आगे बढ़ाते हुए इस फाइनल को यादगार बनाने के लक्ष्य के साथ उतरेंगे। 

भारतीय टीम विश्व की सर्वश्रेष्ठ फील्डिंग टीम : सचिन

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कोलकाता, 28 जनवरी, मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने कहा है कि मौजूदा समय में भारतीय टीम विश्व की सर्वश्रेष्ठ फील्डिंग टीम है। सचिन ने रविवार को हाेने वाली आईडीबीआई फेडरल लाइफ इन्श्योरेंस मैराथन की पूर्वसंध्या पर कहा,“ भारतीय टीम को क्षेत्ररक्षण करते देखना बड़ा अानंद आता है।” उन्होंने कहा कि 20 साल पहले टीम के लिए फिटनेस एक बड़ा मुद्दा था। लेकिन आज के समय में यह बिलकुल ही बदल गया है और इस समय भारतीय टीम विश्व की सर्वश्रेष्ठ फील्डिंग टीम बन गई है। पूर्व दिग्गज बल्लेबाज ने कहा कि खेल के प्रति जागरुकता और फिटनेस आजकल लोगों का प्राथमिकता बन गया है और क्रिकेटर भी एथलीटों की तरह खुद को फिट रख रहे हैं। सचिन ने 1993 में ईडन गार्डन में हुए हीरो कप के सेमीफाइनल मैच को याद करते हुए कहा,“ वह मेरे लिए काफी यादगार मैच था क्योंकि मेरे लिए वह पहला डे-नाइट मैच था।” 




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