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ई. अहमद की हालत नाज़ुक, वेंटीलेटर पर रखे गये

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नयी दिल्ली 31 जनवरी, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के अध्यक्ष ई. अहमद को दिल का दौरा पड़ने के बाद उनकी हालत नाज़ुक बनी हुई है और उन्हें जीवनरक्षक प्रणाली (वेंटीलेटर) पर रखा गया है, श्री अहमद आज संसद के दाेनों सदनों की संयुक्त बैठक में राष्ट्रपति के अभिभाषण के दौरान अचानक अपनी सीट से अचेत होकर गिर पड़े जिसके बाद उन्हें तुरंत एम्बुलेंस से डाक्टरों की देख रेख में राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले जाया गया । चिकित्सकों ने बताया कि श्री अहमद को दिल का दौरा पड़ा है और उनकी स्थिति काफी नाज़ुक है तथा उन्हें गहन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू) में जीवन रक्षक प्रणाली पर रखा गया है। उन्होंने बताया कि श्री अहमद को हर संभव उपचार दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी हासिल की है। इस बीच, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा और जितेन्द्र सिंह ने अस्पताल जाकर उनकी सेहत का जायजा लिया। केरल के अन्य नेता एवं सांसद भी अस्पताल पहुंचे। केरल में कन्नूर के रहने वाले श्री अहमद पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के कार्यकाल में विदेश एवं मानव संसाधन विकास मंत्रालयों में राज्यमंत्री रहे हैं। वह पहली बार 1991 में लोकसभा के लिये चुने गये और मई 2014 में केरल की मणप्पुरम से सातवीं बार सांसद निर्वाचित हुए। उनकी पत्नी का पहले ही निधन हो चुका है। उनके परिवार में दो पुत्र और एक पुत्री है।





आंतकवाद पर विश्वसनीय कार्रवाई करे पाकिस्तान: भारत

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नयी दिल्ली 31 जनवरी, भारत ने आतंकवादी संगठन जमात उद दावा के प्रमुख हाफिज सईद को नजरबंद किए जाने के एक दिन बाद पाकिस्तान से आज कहा कि इस तरह के तमाशे पहले भी हुए हैं और आतंकवाद के बारे में उसकी गंभीरता को तभी माना जाएगा, जब वह मुम्बई आतंकवादी हमले के साजिशकर्ता सईद और सीमा पार से आतंकवाद में शामिल आतंकवादी संगठनों के खिलाफ भरोसेमंद कार्रवाई करेगा। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने जमात उद दावा और फलाह ए इंसानियत फाउंडेशन को पाकिस्तान की निगरानी सूची में रखे जाने की खबरों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि पाकिस्तान ने हाफिज सईद और अन्य के खिलाफ कल जिस तरह का आदेश दिया है, इस तरह की बातें पहले भी होती रही हैं लेकिन आतंकवाद के बारे में पाकिस्तान कितना गंभीर है, इसका प्रमाण तभी मिलेगा, जब वह मुम्बई आतंकवादी हमले के इस मास्टमाइंड और सीमा पार से आतंकवाद में शामिल आतंकवादी संगठनों के खिलाफ भरोसेमंद कार्रवाई करेगा।




रोजगार पर राहुल ने साधा सरकार पर निशाना, भाजपा का पलटवार

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नयी दिल्ली 31 जनवरी, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आज जहां मोदी सरकार पर युवकों के लिए राेजगार के अवसर पैदा करने में विफल रहने का अारोप लगाया वहीं भारतीय जनता पार्टी ने पलटवार करते हुए कहा कि ‘राजनीतिक बेरोजगारी ’ का सामना कर रहे श्री गांधी कुंठा में इस तरह के बयान दे रहे हैं । राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के संसद में दिये गये अभिभाषण पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए श्री गांधी ने कहा, ‘‘ देश के लिए रोजगार का सृजन सबसे अहम मुद्दा है लेकिन सरकार इस मोर्चे पर पूरी तरह नाकाम साबित हुई है ।’’ श्री गांधी के इस बयान पर भाजपा नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उनपर जवाबी हमला किया । कौशल विकास मंत्री राजीव प्रताप रूडी ने कहा कि इस समय श्री गांधी की ‘राजनीतिक बेरोजगारी ’बढ गयी है इसलिए उनका इसतरह का बयान स्वाभाविक है । उन्होंने श्री गांधी को प्रधानमंत्री कौशल विकास केंद्र जाने की सलाह देते हुए कहा कि वहां जाकर उन्हें पता लग जाएगा कि सरकार इस दिशा में क्या काम कर रही है । उन्होंने कहा कि देश में रोजगार की नहीं बल्कि कौशल की कमी है इसलिए सरकार कौशल विकास पर ध्यान दे रही है । प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह ने श्री गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी सोच देश की 125 करोड जनता की सोच से जुदा है । सूक्ष्म ,लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री कलराज मिश्र ने कहा कि श्री गांधी की सोच नकारात्मक है इसलिए उन्हें हर चीज नकारात्मक दिखायी देती है । उन्होंने कहा कि सिर्फ सरकारी नौकरी ही रोजगार नहीं है । मोदी सरकार निजी कंपनियों के सहयोग से रोजगार पैदा कर रही है ।




आम बजट कल, सबको खुश करने की चुनौती

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नयी दिल्ली 31 जनवरी, कालेधन पर प्रहार के उद्देश्य से की गयी नोटबंदी के बाद पाँच राज्यों में विधानसभा चुनाव से ऐन पहले मोदी सरकार बुधवार को अपनी तीसरा पूर्ण एवं ऐतिहासिक आम बजट पेश करेगी जिसमें हर वर्ग को खुश करने, रोजगार सृजन और अर्थव्यवस्था में तेजी बनाये रखने की बड़ी चुनौती होगी। रेल बजट भी 92 वर्ष बाद आम बजट हिस्सा बनेगा। वित्त मंत्री अरूण जेटली कल मोदी सरकार का पूर्ण तीसरा बजट पेश करेंगे। पहले बजट 28 फरवरी को पेश करने की परंपरा थी, लेकिन मोदी सरकार ने बजट में की जाने वाली घोषणाओं को 01 अप्रैल से लागू करने के उद्देश्य से इसे करीब एक महीना पहले पेश करने की शुरुआत की है। इसमें रेल बजट को समाहित कर दिया गया है और अब अलग से रेल बजट पेश नहीं किया जायेगा। नोटबंदी के कारण हर वर्ग सरकार से बहुत उम्मीद लगाये हुये है। गरीब, किसान, उपेक्षित एवं नौकारीपेशा के साथ ही उद्योग जगत को भी इस बजट से बड़ी उम्मीदें हैं। नौकरीपेशा लोग जहाँ आयकर छूट की सीमा में बढ़ोतरी का सपना संजाेये बैठे हैं, वहीं किसानों को ऋण माफी एवं कृषि उपकरण तथा बीज सस्ता होने के उम्मीद है। गरीबों की हिमायती होने का दावा कर रही मोदी सरकार से इस वर्ग को सबसे अधिक तव्वजो देने का अनुमान जताया जा रहा है। नोटबंदी के कारण देश के आर्थिक विकास पर भारी दबाव है। सरकार ने इसकी वजह से अगले वित्त वर्ष में आर्थिक विकास 6.75 प्रतिशत से 7.5 प्रतिशत के बीच रहने का अनुमान जताया है। हालाँकि, इसके लिए उसने वैश्विक घटनाक्रम को भी जिम्मेदार ठहराया है। आर्थिक गतिविधियों में तेजी लाने के लिए तंत्र में तरलता बढ़ाने के साथ ही शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में भी उपभोग में बढ़ाये बिना औद्योगिक गतिविधियों को रफ्तार नहीं दी जा सकती है।




पाकिस्तान में हाफिज को नजरबंद करने के खिलाफ प्रदर्शन

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लाहौर/करांची, 31 जनवरी, मुंबई हमले के मास्टरमाइंड और आतंकवादी संगठन लश्कर ए तैयबा के पूर्व सरगना हाफिज सईद को नजरबंद करने के खिलाफ उसके समर्थकों ने पाकिस्तान में आज प्रदर्शन किया। पाकिस्तान पुलिस की ओर से हाफिज सईद को नजरबंद किये जाने से भारत पाकिस्तान के बीच तनाव को कम करने में मदद मिल सकती है लेकिन भारत की ओर से इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी है। मुंबई में आतंकवादी हमले में 166 लोगों की मौत हो गयी थी। हमले के बाद सईद ने लश्कर ए तैयबा से खुद को अलग कर लिया तथा एक अन्य संगठन जमात उद दावा का संचालन शुरू कर दिया। पाकिस्तान पुलिस ने कल रात लाहौर में संगठन के मुख्यालय में हाफिज सईद नजरबंद किया तथा आज तड़के सईद को उसके घर में नजरबंद किया जिसके बाद समर्थकों ने घर के बाहर उनकी नजरबंदी के खिलाफ प्रदर्शन किया। जमात उद दावा के प्रवक्ता नदीम अवान ने कहा कि पाकिस्तान की सरकार अमेरिका के दवाब में काम कर रही है। एक अन्य प्रवक्ता फारुक आजम ने करांची में नजरबंदी के खिलाफ प्रदर्शन करने की घोषणा की है। यह अभी साफ नहीं है कि पाकिस्तान ने हाफिज सईद के खिलाफ कार्रवाई क्यों की है। पाकिस्तान के रक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी का कहना है कि इस्लामाबाद का अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ कोई संपर्क नहीं हुआ है लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि अमेरिका के दवाब में कार्रवाई की गयी है। 




पत्नी की गर्दन काटकर हत्या, सिर थाने लेकर आ रहा पति गिरफ्तार

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उज्जैन, 31 जनवरी, मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले के इंगोरिया थाना क्षेत्र के बुधेडी गांव में आज एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी की धारदार हथियार से गर्दन काट दी, जिससे उसकी मौत हो गयी। घटना के बाद आरोपी अपनी पत्नी का कटा सिर थाने की ओर ला रहा था तभी रास्ते में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस सूत्रों के अनुसार बुधेडी गांव निवासी नारायण सिंह (38) सुबह अपनी पत्नी धनाकुमरबाई को लेकर खेत पर गया। वहां दोनों खेत पर सरसो की फसल की कटाई पर लग गये। इस बीच पति ने धारदार हथियार से पत्नी पर हमलाकर उसकी गर्दन काट दी, जिससे उसकी मृत्यु हो गयी। घटना के बाद आरोपी पति पत्नी का सिर हाथ में लेकर थाने की ओर आ रहा था तभी पुलिस को सूचना लगी और उसे रास्ते में गिरफ्तार कर लिया। बताया गया है कि नारायण सिंह अपनी पत्नी के चरित्र पर संदेह करता था। इसके चलते ही उसने इस घटना को अंजाम दिया। पुलिस प्रकरण दर्ज कर आरोपी से पूछताछ कर रही है। 




मध्यप्रदेश में साक्षर भारत योजना में अब तक 40 लाख व्यक्ति बने साक्षर

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भोपाल, 31 जनवरी, मध्यप्रदेश में साक्षर भारत योजना चलायी जा रही है। योजना के जरिये 15 वर्ष से अधिक आयु समूह के व्यक्तियों को कार्यात्मक साक्षरता प्रदान की जा रही है। प्रदेश में 80 प्रतिशत साक्षरता दर प्राप्त किये जाने के प्रयास किये जा रहे हैं। योजना में अब तक करीब 40 लाख व्यक्तियों को साक्षर किया जा चुका है। आधिकारिक जानकारी के अनुसार साक्षरता कार्यक्रम के क्रियान्वयन के लिये ग्राम पंचायत स्तर पर अब तक करीब 26 हजार प्रेरक नियुक्त किये जा चुके हैं। प्रदेश में 17 हजार 350 प्रौढ़ शिक्षा केन्द्र संचालित किये जा रहे हैं। इन केन्द्रों के माध्यम से साक्षरता कक्षाएं नियमित रूप से लगायी जा रही हैं। योजना प्रदेश के 31 सांसद आदर्श ग्राम में भी संचालित है। इन सभी ग्रामों को पूर्ण साक्षर कर लिया गया है। चयनित ग्राम पंचायत में लोक शिक्षा समिति अधिक से अधिक जन-भागीदारी के लिये निरंतर काम कर रही है। ग्राम पंचायत में महिला साक्षरता दर का प्रतिशत बढ़ाने के लिये महिलाओं को कक्षाओं में लाने के लिये प्रेरित किया जा रहा है। 




उत्तर प्रदेश में उडन दस्तों ने की 90 करोड़ 98 लाख की नगदी जब्त

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लखनऊ, 31 जनवरी, उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के मद्देनजर निर्वाचन आयोग के निर्देश पर गठित उड़नदस्तों, पुलिस और आयकर विभाग द्वारा की कार्रवाई में आज दो करोड़ 47 लाख रुपये बरामद किए गये। अब तक कुल 90 करोड़ 98 लाख रूपये जब्त किए गये हैं। राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी टी0 वेंकटेश ने यहां संवाददाताओं को बताया कि विधानसभा चुनाव के तहत  आदर्श आचार संहिता के अनुपालन के तहत उड़न दस्ते (फ्लाइंग स्क्वाड) पुलिस और आयकर विभाग द्वारा कार्रवाई करते हुए आज प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से चेकिंग के दौरान दो करोड़ 47 लाख रूपये की नगदी बरामद की गई । उन्होंने बताया कि अब तक 90 करोड 98 लाख रूपये जब्त किये गये। उन्होंने बताया कि प्रदेश भर में अब तक वॉल राइटिंग, पोस्टर, बैनर्स आदि हटाने की कार्रवाई करते हुए 763 मामले दर्ज कराये गये । इसके अलावा लाल, नीली बत्ती, झण्डे एवं लाउडस्पीकर के विरूद्ध चलाये गये अभियान के तहत 31493 प्रकरणों में 1443 लोगाें के विरूद्ध मामले दर्ज कराये गये। श्री वेंकटेश ने बताया कि प्रदेश भर में अब तक 801313 लाइसेन्सी हथियार जमा कराये गये और 708 असलहों के लाइसेन्स निरस्त किए गये। भारतीय दण्ड विधान की धारा 107/116 के तहत कुल 29.30 लाख व्यक्ति पाबन्द किए गये। इसके अलावा 17289 व्यक्तियों को गैर जमानती वारंट जारी करते हुए 16302 को वारण्ट तामीला कराये गये। इसी प्रकार बिना अनुमति के भाषण, रैली, पार्टी कार्यालय खोलने एवं मतदाताओं को प्रलोभन देने के 397 मामलों में कार्रवाई करते हुए अब तक 285 लोगों के विरूद्ध एफआईआर दर्ज करायी गयी। उन्होंने बताया कि लाल, नीली बत्ती, लाउडस्पीकर, अवैध मीटिंग, भाषण करने एवं मतदाता को प्रभावित करने तथा अन्य मामलों में अब तक कुल 49589 मामलों में कार्रवाई करते हुए 2777 लोगों के विरूद्ध मुकदमें दर्ज कराये जा चुके हैं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि प्रदेश में निष्पक्ष एवं शांति पूर्ण मतदान कराने तथा कानून व्यवस्था पर पैनी नजर बनाए रखने के तहत अवैध मदिरा के आवागमन के विरूद्ध आबकारी विभाग द्वारा चलाये जा रहे छापा मार अभियान में अब तक 24.89 करोड़ रूपये मूल्य की 967421 बल्क ली0 देशी विदेशी शराब एवं बीयर जब्त की गयी है। आबकारी विभाग द्वारा आज 11068 देशी, 1422 विदेशी शराब एवं 31 बल्क लीटर बियर के साथ ही पुलिस विभाग द्वारा 16302 बल्क लीटर मदिरा जब्त की गयी है। उन्होंने बताया कि अब तक कुल 801313 लाइसेन्सी हथियार जमा कराये गये जिसमें 699 हथियार जब्त करते हुए 708 लाईसेन्स निरस्त किये गये तथा 162 असलहों के कारखानों को सीज किया गया है। उन्होंने बताया कि 7205 संवेदनशील मतदान केन्द्र तथा मतदान को प्रभावित एवं समस्या पैदा करने वाले 24125 व्यक्तियों की पहचान करते हुए 24088 लोगों के विरूद्ध निरोधात्मक कार्रवाई की गयी है। 





अनुसेवक ने अर्जित की करोड़ों की सम्पत्ति, न्यायालय ने मांगा पत्नी की दस साल की सम्पत्ति का ब्यौरा

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इलाहाबाद, 31 जनवरी, इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिला खाद्य सुरक्षा एवं औषधि कार्यालय में तैनात औषधि अनुसेवक भागीरथी सिंह की पत्नी अर्चना सिंह की दस सालों की अर्जित सम्पत्ति एवं आय के स्रोतों के ब्यौरे के साथ हलफनामा मांगा है और पूछा है कि अकूत सम्पत्ति अर्जित करने के मामले में जांच रिपोर्ट पर क्या कार्रवाई की जा रही है। अनुसेवक के खिलाफ आय से अधिक सम्पत्ति अर्जित करने के आरोप में कार्रवाई की मांग को लेकर इलाहाबाद उच्च न्यायालय में याचिका दाखिल की गयी है। न्यायालय ने अनुसेवक की पत्नी अर्चना सिंह की दस सालों की अर्जित सम्पत्ति एवं आय के स्रोतों के ब्यौरे के साथ हलफनामा मांगा है और पूछा है कि अकूत सम्पत्ति अर्जित करने के मामले में जांच रिपोर्ट पर क्या कार्रवाई की जा रही है। न्यायालय ने कहा है कि चुनाव आयोग की अनुमति लेकर अनुसेवक को बिजनौर से बाहर अन्य जिले में तैनात किया जाए। याचिका की अगली सुनवाई छह फरवरी को होगी। मुख्य न्यायाधीश डी.बी.भोसले तथा न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा की खण्डपीठ ने डिस्टिंक्ट केमिस्ट एण्ड डंगिस्ट एसोसिएशन की याचिका पर आज यह आदेश दिया है। याचिका में कहा गया है कि औषधि अनुसेवक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी है लेकिन उसने भ्रष्ट तरीके से करोड़ों रूपये अर्जित किये है। न्यायालय ने अनुसेवक की पत्नी की तीन साल की सम्पत्ति का ब्यौरा मांगा था। जिलाधिकारी के हलफनामे को संतोषजनक न पाते हुए पत्नी की दस साल की सम्पत्ति का ब्यौरा मांगा है। न्यायालय ने कहा है कि जो अकूत सम्पत्ति है उसकी आय का स्रोत बताए। साथ ही इस मामले में की गयी कार्रवाई की जांच रिपोर्ट की जानकारी दे और बताये कि सरकार आगे क्या कार्रवाई करने जा रही है।




कैराना में पलायन बनेगा मुद्दा,सपा भाजपा में होगी कडी टक्कर

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शामली, 31 जनवरी, पलायन की वजह से देश और विदेश में चर्चाओं में रहे शामली जिले की कैराना विधानसभा सीट पर इस बार चुनाव में सत्तारुढ़ समाजवादी पार्टी (सपा) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच कडा मुकाबला होने की संभावना है। राजनीतिक विश्लेषकों की नजर भी कैराना सीट पर गड़ी है। भाजपा ने कैराना सीट से सांसद हुकुम सिंह की पुत्री मृगांका सिंह को चुनाव मैदान में उतारा है जबकि सपा ने पूर्व सांसद मरहूम मुनव्वर हसन के पुत्र एवं वर्तमान सपा विधायक नाहिद हसन पर फिर से भरोसा जताते हुए टिकट दिया है। इनके अलावा राष्ट्रीय लोक दल(रालोद) ने भी हुकुम सिंह के परिवार के अनिल चौहान को चुनाव लड़ने का मौका दिया है। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने दिवाकर कश्यप को कैराना सीट से चुनाव मैदान में उतारा है। भले ही इस सीट पर सभी दलों के प्रत्याशी अपनी जीत का दावा कर रहे हैं लेकिन मुख्य रुप से सपा और भाजपा के बीच ही मुकाबला देखा जा रहा है। इस सीट पर इसके पहले भाजपा, बसपा और सपा के बीच मुकाबला रहा और वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के हुकुम सिंह और बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी पूर्व सांसद मरहूम मुनव्वर हसन के भाई हाजी अनवर हसन के बीच था। उस मुकाबले में मात्र 16 हजार मतों से हुकुम सिंह को विजयी रहे थे । उस समय हुकुम सिंह को करीब 80 हजार वोट मिले थे जबकि दूसरे स्थान पर रहे बसपा के हाजी अनवर हसन को करीब 64 हजार वोट मिले थे। इस सीट पर सपा प्रत्याशी अयूब जंग को करीब 20 हजार वोट ही मिले थे। 

वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा विधायक हुकुम सिंह को कैराना लोक सभा से टिकट दिया था। समाजवादी पार्टी ने नाहिद हसन को टिकट दिया था और बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी के रूप में नाहिद हसन के चाचा कंवर हसन ने चुनाव लड़ा था। रालोद और कांग्रेस गठबंधन के प्रत्याशी खतौली से विधायक करतार सिंह भड़ाना ने चुनाव लड़ा था। लोकसभा चुनाव में हुकुम सिंह को मोदी लहर के चलते करीब साढ़े पांच लाख वोट मिले थे और दूसरे स्थान पर रहे नाहिद हसन को तीन लाख 25 हजार वोट मिले थे। बसपा के कंवर हसन को एक लाख 20 हजार, रालोद-कांग्रेस गठबंधन के प्रत्याशी करतार सिंह भड़ाना को मात्र 42 हजार मत मिले थे। इस चुनाव में दो लाख 36 हजार वोटों से हुकुम सिंह को विजय प्राप्त हुई थी। हुकुम सिंह के सांसद चुने जाने पर कैराना विधानसभा सीट के लिए हुए उप चुनाव में भाजपा ने श्री सिंह के भतीजे अनिल चौहान को टिकट दिया लेकिन वह सपा प्रत्याशी नाहिद हसन से चुनाव हार गये थे और इस बार अनिल चौहान भाजपा छोड रालोद के टिकट पर इस सीट से अपना भाग्य आजमा रहे हैं। देश भर में सुर्खियों में रहे कैराना विधानसभा उपचुनाव में समाजवादी पार्टी ने नाहिद हसन के समर्थन में पूरी ताकत झोंक दी थी और नाहिद हसन को 83 हजार वोट मिले और भाजपा से कैराना सीट छीनकर कब्जा किया था। दूसरे स्थान पर रहे भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी अनिल चौहान को करीब 82 हजार वोट मिले थे। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा के लिए प्रथम चरण का मतदान शामली समेत 15 जिलों में 11 फरवरी को होगा। 




उत्तर प्रदेश : नतीजे तय करेंगे चौधरी अजित और जयन्त का राजनीतिक भविष्य

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बुलन्दशहर 31 जनवरी, उत्तर प्रदेश राज्य विधानसभा के इस बार के चुनाव में राष्ट्रीय लोकदल(रालोद) ने दमदार प्रत्याशियों को मैदान में उतारकर बहुजन समाज पार्टी(बसपा), भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) और समाजवादी पार्टी(सपा) कांग्रेस गठबंधन को पश्चिमी इलाके में कड़ी चुनौती दे रखी है। राजनीति के गलियारों में यह यक्ष प्रश्न चर्चा में है कि सूखे नल से यदि इस बार पानी निकला तो इससे तीनों दलों की मुश्किलें बढेंगी। ये चुनाव चौधरी अजित व चौधरी जयन्त का राजनीतिक भविष्य भी तय करेगा। किसानों के मसीहा चौधरी चरण सिंह के समय में पहले बीकेडी फिर भारतीय लोक दल जिले की राजनीति की धुरी थी। समय बदला और पार्टी के नेतृत्व में भी बदलाव आया। पार्टी की चाल भी बदली जिसके चलते जिले की राजनीति मेें रालोद हाशिये पर आ गया। कई चुनाव के बाद यह पहला मौका है कि चौधरी अजित सिंह के नेतृत्व में रालोद जिले की सभी सात सीटों पर मजबूती के साथ चुनाव लड़ रहा है। वैसे रालोद ने पहली बार पूरे प्रदेश में दमदार उम्मीदवार उतारे हैं। 

प्रत्याशियों में 22 पूर्व विधायक व तीन वर्तमान विधायक हैं। यह बात दीगर है कि रालोद के वर्तमान नौ विधायकों में से छह विधायक पाला बदलकर दूसरे दलों के टिकट पर मैदान में हैं। बीते कई चुनावों से साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण के चलते लोकदल का पराम्परागत वोटर कहे जाने वाला मतदाता भाजपा के पाले में रहा है। मुजफ्फरनगर जिले के कवाल कांड ने इसे और हवा दी। भाजपा इस चुनाव में कैराना से पलायन के मुद्दे को भी हवा दे रही है। यही कारण है कि चौ0 अजित सिंह ने इस बार बड़ी होशियारी से चुनावी बिसात बिछायी है।उनके सामने रालोद को मिलने वाले वोटों के प्रतिशत में इजाफा करना, अधिक से अधिक सीटों पर अपने उम्मीदवारों को विजयी कराना सबसे बड़ा लक्ष्य है। यदि वोट प्रतिशत कम रह गया तो रालोद की राज्य स्तरीय मान्यता पर खतरा आयेगा। अपेक्षित संख्या में सीटों पर विजय मिली और विधानसभा त्रिशंकु बनी तो अपने विधायकों के अच्छी संख्या के दम पर छोटे चौधरी सत्ता के लिये मनमाफिक डील कर सकेंगे। इसी सोच के चलते उन्होंने ऐसे लोगों को टिकट दिया है जो चुनाव घोषणा के पूर्व तक किन्हीं अन्य दलों में थे। बुलन्दशहर में स्याना, बुलन्दशहर, सिकन्द्राबाद, शिकारपुर, अनूपशहर ऐसी सीट हैं जहां जाट मतदाता परिणाम को इधर-उधर करने की स्थिति मेें हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में अभी भी अनेक मतदाता ऐसे हैं जिनका चौधरी चरण सिंह व उनकी पार्टी से भावनात्मक लगाव रहा है। ये मतदाता 2014 के लोकसभा चुनाव में चौ0 अजित व जयन्त की हार से दुखी हैं और नहीं चाहते कि विधानसभा के चुनाव में भी छोटे चौधरी की हार का मुंह देखना पड़े। इस बार के चुनाव में रालोद समर्थक अपने मतदाताओं के सामने जाकर यही प्रचार कर रहे हैं कि यदि रालोद के प्रत्याशियों की खस्ता हालत रही तो यह चौधरी साहब की पार्टी का आखिरी चुनाव हो सकता है। राज्यस्तरीय पार्टी की मान्यता भी चली जायेगी। समर्थक अपने मतदाताओं को पार्टी व प्रत्याशी से भावनात्मक ढंग से भी जोड़ने की कोशिश में लगे हैं। कहा जा रहा है कि त्रिशंकु विधानसभा होने पर रालोद के समर्थन के बिना कोई सरकार नहीं बन पायेगी, और रालोद के समर्थन से बनने बाली सरकार में चौ0 चरण सिंह के पौत्र जयन्त चौधरी कम से कम उप मुख्यमंत्री जरूर बनेंगे लेकिन यह तभी सम्भव होगा जब चौधरी साहब के अनुयायी रालोद के उम्मीदवारों को वोट देंगे। 




चुनाव बाद बनायेंगे नयी पार्टी: शिवपाल

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इटावा, 31 जनवरी, समाजवादी पार्टी (सपा) संरक्षक मुलायम सिंह यादव द्वारा पार्टी उम्मीदवारों के पक्ष में प्रचार नहीं करने का कल एलान करने के बाद आज उनके अनुज शिवपाल सिंह यादव ने राज्य विधानसभा चुनाव के बाद नयी पार्टी बनाने की घोषणा कर दी। श्री शिवपाल सिंह यादव ने जसवन्तनगर सीट से सपा उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद कहा,“ मैं 11 मार्च के बाद नई पार्टी बनाऊंगा। मुझे कमजोर करने के लिए ‘नेताजी’ के लोगों का टिकट काटा गया। मेरा कद जान बूझकर छोटा किया गया।” इससे पहले पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शिवपाल यादव के पुत्र आदित्य यादव को जसवन्तनगर से प्रत्याशी बनाया था लेकिन बाद में उन्हें ही उम्मीदवार घोषित कर दिया गया। आदित्य यादव कहीं से चुनाव नहीं लड रहे हैं। उन्होंने कहा कि सपा से टिकट नहीं मिलने की स्थिति में वह निर्दलीय चुनाव लडते। हमें कमजोर करने के लिए जन्मजात समाजवादियों के भी टिकट काटने से गुरेज नहीं किया गया। सपा के स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल नहीं किये जाने के बावजूद उन्होंने कहा कि 19 फरवरी के बाद सच्चे समाजवादियों के पक्ष में प्रचार करने का एलान किया लेकिन अपने भतीजे अखिलेश यादव के पक्ष में प्रचार करने से इंकार किया।

श्री यादव ने कहा,“ मेरी गलती हो तो मुझे माफ करना, मेरे ऊपर पहले की तरह मेहरबानी बनाये रखना। मैं सदैव आपका रहूंगा।” उन्होंने कहा कि नेताजी (मुलायम सिंह यादव) का अपमान किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं करूंगा। मरते दम तक नेताजी के साथ रहूंगा। नेता जी का हर आदेश मानूंगा। उन्होंने सभा में मौजूद लोगों से कहा कि गांव गांव जाना मेरी आवाज बन जाना। गौरतलब है कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने पैतृक जिले की दो सीटों इटावा सदर से रघुराज सिंह शाक्य और भरथना की विधायक रमादेवी वर्मा का टिकट काट दिया। दोनो ही शिवपाल के समर्थक माने जाते हैं। श्री शाक्य ने अपने समर्थकों के साथ सपा से इस्तीफा दे दिया है, लेकिन उन्होंने चुनाव में शिवपाल के समर्थन का एलान किया है। इससे पहले शिवपाल के दो समर्थक विधायक अम्बिका चौधरी और नारद राय बहुजन समाज पार्टी(बसपा) में शामिल होकर बलिया के फेफना और बलिया सदर सीट से चुनाव लड रहे हैं। 




भाजपा की गिरती लोकप्रियता बचाने का प्रयास कर रहें हैं मोदी : जयन्त चौधरी

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मेरठ, 31 जनवरी, राष्ट्रीय लोकदल के महासचिव जयन्त चैधरी ने आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भड़काऊ भाषणों की राजनीति करके भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) की गिरती लोकप्रियता को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। श्री चौधरी आज यहां पूर्व सिंचाई मंत्री डा मेराजउद्दीन अहमद को लोकदल में शामिल करने के बाद पत्रकारों से कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने पद संभालने के बाद से ही भड़काऊ भाषणों की राजनीति करनी शुरु कर दी थी। श्री चौधरी ने कहा कि हालांकि श्री मोदी एक सोची समझी रणनीति के तहत साक्षी महाराज जैसे कुछ खास लोगों को इस काम में लगा रखा है, जो भड़काऊ भाषण देकर इस देश में रहने वाले विभिन्न धर्मों के लोगों के दिलों में आपसी दूरियां बढ़ाने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुछ महीने चुप्पी साध लेने के बाद श्री मोदी मरहम लगाने का काम कर देते हैं लेकिन तब तक तीखे बयान अपना काम कर चुके होते हैं। नोटबंदी की चर्चा करते हुए श्री चौधरी ने कहा कि इसका प्रभाव विधानसभा चुनावों पर पड़ना तय है क्योंकि इसका सबसे ज़्यादा असर किसान और व्यापारियों पर पड़ा है। उन्होंने कहा कि भाजपा ऐसा प्रचार कर रही है जिससे लोग नोटबंदी के गहरे नुकसान को समझ ही न सकें लेकिन जब तक लोग इसकी वास्तविकता को समझेंगे तब तक चुनाव हो चुके होंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में भी ऐसी ही भड़काऊ भाषण की राजनीति की जा रही है, लेकिन प्रदेश की जनता यह खेल समझ चुकी है इसलिये यह सब चुनावों को प्रभावित नहीं करने वाला। उन्होंने कहा कि लोकदल फिर से मुस्लिम और किसान वोटों के सहारे चुनावों में अपने उम्मीदवार उतार रहा है। इसके तहत अब तक पार्टी 220 टिकटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है जिसमें मुस्लिम की संख्या किसी भी दूसरी पार्टी के मुकाबले सब से ज्यादा है। इस मौके पर पूर्व सिंचाई मंत्री डा मेराजुद्दीन अहमद ने कहा कि जिस विश्वास के साथ उन्हें लोकदल में शामिल किया गया है वह पार्टी के लिये कड़ी महनत से कसौटी पर खरा उतरने की पूरी कोशिश करेंगे। इस अवसर पर लोकदल के स्थानीय कार्यकर्ता व पदाधिकारी मौजूद रहे। 




उत्तर प्रदेश : रामगोपाल यादव की अपने ही क्षेत्र में देनी पड सकती है अग्निपरीक्षा

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फिरोजाबाद, 31 जनवरी, उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले में पांच विधानसभा सीटों पर चुनावी संग्राम के चलते राजनीतिक सरगर्मियां बढती जा रही हैं और इस संग्राम में समाजवादी पार्टी(सपा) महासचिव रामगोपाल यादव को अग्निपरिक्षा का सामना करना पडेगा। इस समय तीन विधानसभा सीटों पर सपा का कब्जा है वहीं सपा के विद्रोहियों और आपसी खींचतान में चुनावी नुकसान होने के आसार नजर आ रहे हैं। समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव शिकोहाबाद सीट से वर्ष 1993 में विजयी होकर मुख्यमंत्री बने थे। उनके साथ ही चारों विधानसभा सीटों पर सपा ने अच्छी जीत हासिल की थी जबकि वर्ष 1996 के चुनाव जसराना सीट पर सपा के रामवीर सिंह यादव ही जीत हासिल कर सके थे। वहीं, वर्ष 2002 के चुनाव में सपा ने चारों सीटों पर कब्जा कर लिया था। वर्ष 2007 के चुनाव में सपा को किसी सीट पर जीत नही मिल सकी थी। फिरोजाबाद सीट पर वर्ष 2009 में अखिलेश यादव सपा से लोकसभा का चुनाव जीत कर भारी मतों से विजयी हुए थे। बाद में उन्होंने इस्तीफा दे दिया था। उसके बाद हुए उपचुनाव में डिम्पल यादव वर्ष 2014 में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी राजबब्बर के सामने हार का सामना करना पडा था। प्रो0 रामगोपाल यादव द्वारा फिरोजाबाद चुनाव में अपनी कर्मस्थली बनाकर अपने पुत्र अक्षय यादव के लिए राजनीतिक जमीन तैयार की गई। अक्षय यादव ने चुनाव जीतकर अपनी राजनीतिक पाली की शुरूआत फिरोजाबाद से की है। 

रामगोपाल यादव और उनके बेटे अक्षय यादव फिरोजाबाद जिले की समाजवादी पार्टी की कमान संभाले हुए हैं। बिना उनकी मर्जी के कोई पत्ता भी यहां नही हिल सकता है। सपा में चली खींचतान के बाद प्रो0 रामगोपाल यादव का पलडा भारी जरूर रहा है। उन्होंने विधानसभा के चुनावी मैदान में टुन्डला-शिकोहाबाद और जसराना से नये चेहरों को प्रत्याशी बनाया है जिससे पार्टी में बगावत के स्वर उठ रहे हैं। जसराना सीट से चार बार के विधायक और सैफई परिवार के रिश्तेदार रामवीर सिंह यादव का टिकट काट कर शिवप्रताप सिंह को सपा प्रत्याशी बनाया है। रामवीर सिंह यादव सपा से बगावत कर राष्ट्रीय लोकदल(रालोद) से चुनाव मैदान में आ गये हैं। शिकोहाबाद सीट पर ओमप्रकाश वर्मा विधायक का टिकट काटकर संजय यादव को नये चेहरे के रूप में चुनाव मैदान में पहली बार उतारा गया है। शिकोहाबाद सीट पर सैफई परिवार के रिश्तेदार शिकोहाबाद नगर परिषद चेयरमैन रामप्रकाश यादव भी बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड रहे हैं। टुन्डला सीट पर पुराने दावेदारों की उपेक्षा कर भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) के पूर्व विधायक शिवसिंह चक्र को सपा ने प्रत्याशी बनाया है। 

सपा के पूर्व विधायक मोहनदेव शंखवार तथा सत्यपाल वर्मा ने सपा से नाराज होकर भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया है, जिसकी वजह से सपा का वोटबैंक प्रभावित होने की संभावना है। वहीं सपा ने पहले महाराज सिंह धनगर को टून्डला से प्रत्याशी बनाने की घोषणा की थी। बाद में महाराज सिंह का टिकट कटने से नाराज धनगर समाज के मतदाता भाजपा के समर्थन में जा सकते हैं। सिरसागंज सीट पर जरूर वर्तमान सपा विधायक हरीओम यादव चुनाव लड रहे हैं लेकिन पार्टी के अन्दरूनी भितरघात के कारण उनकी स्थिति भी काफी कशमकश पूर्ण मानी जा रही है। जिले में रामगोपाल यादव की व्यक्तिगत पकड होने के कारण समाजवादी प्रत्याशियों के साथ उनकी अपनी प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी हुई है। इसके चलते वह रूठे हुए लोगों को मनाने के प्रयास में भी लगे हुए हैं। फिलहाल भारतीय जनता पार्टी(भाजपा), बहुजन समाज पार्टी(बसपा) तथा राष्ट्रीय लोकदल(रालोद) प्रत्याशी समाजवादी पार्टी के प्रत्याशियों को कडी टक्कर देने की स्थिति में हैं। जिसके चलते समाजवादी पार्टी की जीत आसानी से मिलने के आसार नजर नही आ रहे हैं। 




सपा ने लखनऊ मध्य से अपना प्रत्याशी हटाया, कांग्रेस प्रत्याशी ने ठोंकी ताल

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लखनऊ, 31 जनवरी, उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस गठबंधन के खिलाफ पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव के खुले विद्रोह के बीच महत्वपूर्ण लखनऊ मध्य सीट से पार्टी ने अपने प्रत्याशी को हटाकर यह सीट कांग्रेस को दे दी। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने देर रात इस सीट से अपने प्रत्याशी प्रदेश के परिवार कल्याण मंत्री रविदास मेहरोत्रा का टिकट काट दिया। यह सीट कांग्रेस को दे दी गयी है। कांग्रेस ने मारूफ खान को टिकट दिया है। श्री रविदास मेहरोत्रा ने कल गाजे-बाजे के साथ सपा के टिकट पर अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था। श्री मारूफ ने आज यहां यूनीवार्ता को बताया कि कांग्रेस महासचिव गुलाम नवी आजाद ने आधी रात को उन्हें फोन कर आज नामांकन दाखिल करने के लिए कहा। नामांकन दाखिल करने का आज अंतिम दिन है। लखनऊ( कैन्टोनमेन्ट) सीट पर पहले कांग्रेस की प्रत्याशी सुश्री रीता बहुगुण जोशी हुआ करती थी। उनके हाल ही में भाजपा में शामिल होने के बाद कंग्रेस ने इस सीट की मांग की थी। भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशी सुश्री रीता बहुगुणा के खिलाफ सपा ने इस सीट से अपर्णा यादव को मैदान में उतारा है। श्री मारूफ ने निर्वाचन क्षेत्र में चुनाव प्रचार किया था लेकिन गठबंधन की घोषणा के बाद वह तनाव में थे। उन्हें अब सपा सदस्य मेहरोत्रा के विद्रोही का मुकाबला करना होगा। श्री मेहरोत्रा अब या तो निर्दलीय के रूप में या किसी अन्य चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ सकते हैं। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के संयुक्तरूप से पिछले रविवार को लखनऊ (मध्य) निर्वाचन क्षेत्र के मध्य से रोड शो की सफलता के बाद प्रत्याशी बदलने का निर्णय लिया गया।





बिहार में भारी मात्रा में विदेशी शराब बरामद , छह गिरफ्तार

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पटना 31 जनवरी, बिहार शराबबंदी के बाद चौकस रोहतास , भोजपुर और दरभंगा की पुलिस ने आज भारी मात्रा में शराब बरामद कर छह तस्करों को गिरफ्तार कर लिया । सासाराम से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसारसूचना के आधार पर पटना से आयी आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) की टीम ने मॉडल थाने की पुलिस के सहयोग से फजलगंज मुहल्ला में एक ट्रक से उतारे जा रहे 300 कार्टन विदेशी शराब बरामद किया । पुलिस ने मौके पर से चालक , उप चालक और एक तस्कर को गिरफ्तार कर लिया । सूत्रों ने बताया कि ट्रक का चालक और उप चालक हरियाणा का निवासी है जबकि तस्कर सासाराम का रहने वाला है । बरामद शराब हरियाणा निर्मित है । भोजपुर जिले के कोईलवर थाना क्षेत्र के कोईलवर पुल के निकट से पुलिस ने एक ट्रक से 133 कार्टन विदेशी शराब बरामद किया । इस दौरान पुलिस ने इसी थाना क्षेत्र के बरिसवन गांव निवासी बिट्टू तिवारी और जिले के शाहपुर थाना क्षेत्र के सोनवर्षा गांव निवासी राजू यादव को गिरफ्तार कर लिया । सूत्रों ने बताया कि पुलिस ने ट्रक से एक पिस्तौल और कुछ कारतूस भी बरामद किया है । छापेमारी के दौरान ट्रक का चालक फरार हो गया। पूछताछ में तस्करों ने बताया कि वे झारखंड से शराब लेकर आ रहे थे । पुलिस ने ट्रक को जब्त कर लिया है । दरभंगा से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार जिले के मनीगाछी थाना क्षेत्र के पठान कवई गांव में सूचना के आधार पर पुलिस ने छापा मारकर 83 बोतल विदेशी शराब बरामद किया । पुलिस ने इस दौरान एक तस्कर जितेंद्र कामती को गिरफ्तार कर लिया है । मौके पर से एक मोटरसाकिल भी बरामद किया गया है । 




विधायक के खिलाफ भाजपा के प्रत्याशी उतारे जाने पर नाराजगी

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पटना 31 जनवरी, राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटक लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) ने मणिपुर में हो रहे विधानसभा के चुनाव में पार्टी के निवर्तमान विधायक के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रत्याशी उतारे जाने पर कड़ी आपत्ति जतायी है । बिहार लोजपा के अध्यक्ष और पूर्व मंत्री पशुपति कुमार पारस ने आज यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मणिपुर के लन्गथा बल विधानसभा क्षेत्र से पार्टी के विधायक करम श्याम के खिलाफ भाजपा ने अपना प्रत्याशी खड़ा किया है । भाजपा द्वारा लोजपा को तरजीह नहीं दिये जाने से पार्टी में नाराजगी है । श्री पारस ने कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केन्द्रीय मंत्री रामविलास पासवान उत्तर प्रदेश में हो रहे विधानसभा के चुनाव में प्रचार करने नहीं जायेंगे । हालांकि उन्होंने कहा कि श्री पासवान अस्वस्थ हैं जिसके कारण वे चुनाव प्रचार नहीं करेंगे । राजग के एक अन्य घटक हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने भी भाजपा के इस रवैये पर नाराजगी जतायी है । उन्होंने कहा कि सहयोगी दल के खिलाफ भाजपा का प्रत्याशी खड़ा करना ठीक नहीं है । भाजपा गठबंधन धर्म नहीं निभा रही है । उन्होंने कहा कि लोजपा ने मणिपुर में भाजपा द्वारा उम्मीदवार दिये जाने पर नाराजगी जतायी है । वहीं लोजपा के खिलाफ भाजपा के मणिपुर में प्रत्याशी दिये जाने पर बिहार में सत्तारुढ़ जनता दल यूनाइटेड के वरिष्ठ नेता और खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री मदन सहनी ने भाजपा को मतलबी पार्टी बताया है । उन्होंने कहा कि भाजपा को जनता और सहयोगी दलों से कोई लेना-देना नहीं है । श्री सहनी ने कहा कि भाजपा अपने सहयोगियों को औकात बताते रहती है । उन्होंने कहा कि भाजपा यूज एंड थ्रो के सिद्धांत पर चलती है। वहीं महागठबंधन के बड़े घटक राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के वरिष्ठ नेता एवं अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री अब्दुल गफूर ने भाजपा को ..फासीवादी.. शक्तियों का जमात बताया । उन्होंने कहा कि भाजपा के आचरण में धोखा देना है । 




झारखंड विधानसभा में प्रश्नोत्तर काल की कार्यवाही लगातार नौवें दिन भी बाधित रही

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रांची 31 जनवरी, झारखंड विधानसभा में छोटानागपुर काश्तकारी अधिनियम (सीएनटी) और संतालपरगना काश्तकारी अधिनियम (एसपीटी) में संशोधन वापसी और चार विधायकों के निलंबन के मुद्दे को लेकर विपक्षी सदस्यों के शोर-शराबे के कारण प्रश्नोत्तर काल की कार्यवाही आज लगातार नौवें दिन भी बाधित रही। विधानसभा की कार्यवाही आज पूर्वाह्न 11 बजे शुरु होने के साथ ही झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के स्टीफन मरांडी ने चार विधायकों के निलंबन के मसले को उठाते हुए कहा कि विधानसभा अध्यक्ष दिनेश उरांव से नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस विधायक दल के नेता की ओर से इस मामले में पुनर्विचार का निवेदन किया गया था। उन्होंने चार विधायकों के निलंबल के मसले पर पुनर्विचार को लेकर फैसला सुनाने का आग्रह किया। श्री उरांव ने कहा कि निलंबन का विषय आसन के संज्ञान में है और इस विषय पर सदन गंभीर है। उन्होंने कहा कि सदन की स्थिति का सभी लोगों को ज्ञान है। आसन और सदन की मर्यादा का ख्याल रखा जाना चाहिए। कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने कहा कि निलंबन के मसले पर उनकी और नेता प्रतिपक्ष की ओर से लिखित रूप में खेद व्यक्ति किया गया है लेकिन सदन व्यवस्थित रूप से चले इसकी कोई गारंटी नहीं दे सकता है। झारखंड विकास मोर्चा (झाविमो) विधायक दल के नेता प्रदीप यादव ने कहा कि विधानसभा को सुचारू रुप से चलाना अलग विषय है और निलंबन का मसला अलग है। उन्होंने कहा कि निलंबन को लेकर पार्टी नेताओं ने खेद व्यक्त किया है इसलिए इस फैसले पर पुनर्विचार होना चाहिए। भाजपा के रामकुमार पाहन और जानकी प्रसाद यादव द्वारा विपक्षी सदस्यों द्वारा किये जा रहे हंगामे पर चिंता व्यक्त की गई। भाजपा नेता जानकी प्रसाद यादव ने कहा कि विपक्षी सदस्यों के रवैये के कारण सदन में गरीबों के सवाल नहीं आ पा रहा है। उन्होंने कहा कि झामुमो सदस्यों का नकली हल कुदाल के साथ प्रदर्शन मात्र दिखावा है। 

नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन ने कहा कि आसन की ओर से न तो चार विधायकों के निलंबल के मसले पर पुनर्विचार का फैसला लिया जा रहा है और न ही सीएनटी-एसपीटी अधिनियम में संशोधन वापसी पर कोई फैसला हो पा रहा है। उन्होंने कहा कि इतिहास में ऐसा भी देखा गया है कि विरोध प्रदर्शन के बाद सदस्य स्ट्रेचर पर बाहर निकले हैं लेकिन ऐसा फैसला नहीं लिया गया। श्री सोरेन ने कहा कि सदन के बाहर सीएनटी-एसपीटी अधिनियम के मुद्दे पर आवाज उठाने पर जेल भेजा जा रहा है वहीं सदन के अंदर आवाज उठाने पर निलंबन हो रहा है। ऐसी स्थिति में अपने अधिकार के लिए लोग कहां जाएंगे। उन्होंने कहा कि अब अदालत का दरवाजा खटखटाने का रास्ता ही बचा है लेकिन क्या सदन से न्यायिक व्यवस्था ऊपर है। इस बीच झामुमो के कई विधायक नारेबाजी करते हुए वेल में आ गये जिसके कारण विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को अपराह्न 12 बजकर 45 मिनट तक के लिए स्थगित कर दी। सदन की कार्यवाही पुनः शुरु होने पर भाजपा के नारायण दास ने देवघर में बाबा वैद्यनाथ धाम मंदिर में सरदार पंडा के रूप में अचिदानंद की ताजपोशी को लेकर अब तक अधिसूचना जारी नहीं होने का मामला उठाया। उन्होंने बताया कि अदालत द्वारा 07 दिसंबर 2016 को अचिदानंद को सरदार पंडा के रूप में मान्यता दे दी गयी है लेकिन ताजपोशी की अधिसूचना जारी नहीं होने से तरह-तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं और श्राइन बोर्ड के उपाध्यक्ष भी कह रहे हैं कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। उन्होंने बताया कि सरदार पंडा नहीं होने के कारण पिछले 46 वर्षों से बाबा वैद्यनाथ धाम मंदिर में महाशृंगार की पूजा नहीं हो रही है। इस बीच मंत्री राजपलिवार ने बताया कि इस संबंध में मुख्यमंत्री से बात हो चुकी है और अदालत के फैसले के अनुरूप 60 दिन होने पर इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी जाएगी। 

झाविमो के प्रदीप यादव ने गोड्डा जिला मुख्यालय में पिछले 36 घंटे से बिजली नहीं रहने का मुद्दा उठाया। वहीं, नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन ने फिर से चार विधायकों के निलंबन का मसला उठाते हुए कहा कि आसन इस पर पुनर्विचार का फैसला सुना दे। झामुमो के स्टीफन मरांडी ने भी फैसले पर पुनर्विचार का आग्रह करते हुए कहा कि ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो, इस संबंध में लिखित भरोसा पार्टी नेताओं की ओर से दिलाया गया है। वहीं, भाजपा के मनीष जायसवाल ने कहा कि निलंबित विधायकों द्वारा सोशल मीडिया पर इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति की बात दुहरायी जा रही है इसलिए उनकी ओर से पहले खेद व्यक्त किया जाना चाहिए। सदन में आज विभिन्न समितियों के सभापति की ओर से एक-एक प्रतिवेदन सभा पटल पर रखा गया। वहीं, ग्रामीण विकास विभाग के प्रभारी मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा ने वर्ष 2016-17 के लिए 59.99 अरब रुपये की अनुदान मांग सभा पटल पर रखा और झाविमो के प्रदीप यादव ने कटौती प्रस्ताव रखा। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को भोजनावकाश दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी। भोजनावकाश के बाद दोपहर दो बजे सभा की कार्यवाही शुरू होने पर झामुमो के कई विधायकों ने अपनी पुरानी मांग को लेकर नारेबाजी शुरू कर दी। झामुमो सदस्यों की सरकार द्वारा परिभाषित स्थानीय निवासी नीति में संशोधन की मांग पर मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि 14 वर्षों तक स्थानीय नीति के मसले पर झारखंड नामधारी पार्टियों ने सिर्फ राजनीति की और आदिवासियों एवं मूलवासियों को अपने पीछे घूमाने का काम किया लेकिन उनकी सरकार ने इस मसले पर सभी पक्षों से विचार-विमर्श के बाद स्थानीय नीति तय कर दी जिसके बाद 35 हजार पदों के लिए नियुक्तियां हो चुकी है। इसमें से 80 प्रतिशत लोग आदिवासी और मूलवासियों की नियुक्ति हुई है। वहीं, 45 हजार सरकारी पदों पर जल्द ही नियुक्ति प्रक्रिया पूरी की जाएगी। विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को अपराह्न 3 बजे दिन तक स्थगित करते हुए अपने चेंबर में कार्यमंत्रणा समिति की बैठक बुलायी। दुबारा कार्यवाही शुरु होने पर नेता प्रतिपक्ष के नेतृत्व में झामुमो विधायक नेता सदन का बहिर्गमन कर चले गये। इसके बाद अनुदान मांगों पर चर्चा हुई और वाद-विवाद के बाद झाविमो के प्रदीप यादव के कटौती प्रस्ताव को अमान्य करते हुए ग्रामीण विकास विभाग की अनुदान मांग को ध्वनिमत से पारित कर दिया गया। इसके साथ ही विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को 02 फरवरी पूर्वाह्न 11 बजे दिन तक के लिए स्थगित कर दी। 




बिहार के आठ विश्वविद्यालयों में नये कुलपति नियुक्ति किये गये

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पटना 31 जनवरी, बिहार के राज्यपाल सह कुलाधिपति राम नाथ कोविंद ने प्रदेश के आठ विश्वविद्यालयों के लिए नये कुलपतियों की नियुक्ति कर दी है । राजभवन से आज यहां जारी विज्ञप्ति के अनुसार राज्यपाल ने बिहार राज्य विश्वविद्यालय अधिनियम 1976 (यथा अद्यतन संशोधित) तथा नालंदा खुला विश्वविद्यालय अधिनियम,1995 (यथा अद्यतन संशोधित) में अन्तर्निहित अपनी शक्तियों का प्रयोग करते हुए प्रदेश के आठ विश्वविद्यालयों में वर्तमान में कार्यरत कुलपतियों के कार्यकाल की समाप्ति की तिथियों के प्रभाव से नए कुलपतियों की नियुक्ति कर दी है । नियुक्ति आदेश में कहा गया है कि यह एक अस्थाई व्यवस्था होगी। पटना विश्वविद्यालय में प्रो0 सुधीर कुमार श्रीवास्तव की नियुक्ति तत्काल प्रभाव से, मुजफ्फरपुर स्थित बाबा साहेब भीमराव अम्बेदकर बिहार विश्वविद्यालय में प्रो. रविन्द्र कुमार वर्मा रवि की नियुक्ति 03 फरवरी से, बोधगया स्थित मगध विश्वविद्यालय में प्रो0 कुसुम कुमारी की नियुक्ति 10 फरवरी से, दरभंगा स्थित ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में प्रो0 राजकिशोर झा की नियुक्ति 05 फरवरी से कुलपति के पद पर की गयी है । इसी तरह भागलपुर स्थित तिलका मांझी विश्वविद्यालय में प्रो0 क्षेमेन्द्र कुमार सिंह की नियुक्ति 07 फरवरी से, दरभंगा स्थित कामेश्वर सिंह संस्कृत विश्वविद्यालय में प्रो0 विद्याधर मिश्रा की 02 फरवरी से, पटना स्थित मौलाना मजहरुल हक अरबी एवं फारसी विश्वविद्यालय में प्रो0 रमेश चन्द्र सिंह की एक फरवरी से तथा पटना स्थित नालन्दा खुला विश्वविद्यालय में प्रो0 शिवाकान्त झा की एक फरवरी से कुलपति के पद पर नियुक्ति की गयी है । 




07 फरवरी को नहीं होगी बैंकों की राष्ट्रव्यापी हड़ताल

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पटना 31 जनवरी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोटबंदी के फैसले से उत्पन्न समस्याओं के समाधान और लगातार बढ़ रही गैर निष्पादित परिसंपत्ति (एनपीए) की रिकवरी जैसे मांगों को लेकर तीन बैंक यूनियनों की 07 फरवरी को देश के सभी सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्र के बैंकों के साथ ही विदेशी और सहकारी बैंकों में प्रस्तावित एक दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल टल गई है। इसके स्थान पर 28 फरवरी को हड़ताल होगी। बैंक इम्प्लॉईज फेडरेशन (बिहार) के अध्यक्ष बी. प्रसाद ने आज यहां बताया कि तीन बैंक यूनियनों ऑल इंडिया बैंक इम्प्लाॅईज एसोसिएशन (एआईबीईए), ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन (एआईबीओए) और बैंक इम्प्लॉईज फेडरेशन ऑफ इंडिया (बीईएफआई) ने नोटबंदी के बाद नकदी की हुई किल्लत को देखते हुये सभी क्षेत्रों की बैंक शाखाओं में नकदी की उपलब्धता बढ़ाने, सभी एटीएम को चालू करने, धन निकासी पर लगे सभी प्रतिबंधों के साथ ही कुछ लोगों के पास नये नोटों की भरमार की केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) जांच कराने जैसी मांगों को लेकर 07 फरवरी की प्रस्तावित हड़ताल को टालने का फैसला लिया गया है। श्री प्रसाद ने कहा कि इसके स्थान पर देश के नौ बैंक यूनियनों के शीर्ष संगठन यूनाईटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन ने 28 फरवरी को राष्ट्रव्यापी हड़ताल करने का निर्णय लिया है। हड़ताल की रूपरेखा तैयार करने के लिए सभी बैंक यूनियन की पांच फरवरी को मुंबई में बैठक होगी। उन्होंने कहा कि 28 फरवरी को होने वाली हड़ताल में सार्वजनिक क्षेत्र एवं निजी क्षेत्र के बैंक समेत विदेशी और सहकारी बैंकों के करीब 10 लाख कर्मचारी और अधिकारी शामिल होंगे। 




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