दीनदयाल वनांचल सेवाओं का लाभ आदिवासियों को मिलने लगा
वनों क्षेत्र में पदस्थ वन विभाग का अमला दीनदयाल वनांचल सेवाओं का लाभ रहवासी आदिवासियों को दिलाने के लिए वन विभाग के माध्यम से नवाचार किया गया है। जिसका प्रथम कार्यक्रम आज जिले की सीमावर्ती पंचायत किशनपुर में आयोजित किया गया था। उद्यानिकी तथा खाद्य प्रसंस्करण (स्वतंत्र प्रभार), वन राज्यमंत्री श्री सूर्यप्रकाश मीणा ने अपने उद्बोधन में कहा कि वनों क्षेत्रों में रहने वालों को शासन की योजनाओं का लाभ त्वरित मिल सकेें इसके लिए वन विभाग के अमले को भी जिम्मेदारी सौंपी गई है इसके पीछे शासन की मंशा है कि वन क्षेत्रों में जनकल्याणकारी योजनाओं का त्वरित क्रियान्वयन कराना है विभाग का अमला आवश्यकता पड़ने पर स्कूलों में शैक्षणिक कार्यो का भी सम्पादन करेगा। वनों क्षेत्रों में रहने वालो के स्वास्थ्य परीक्षण हेतु प्रथम उपचार केम्प का आयोजन किया गया है। चिकित्सकों ने बताया कि अधिकांश मरीज त्वचा रोग से पीड़ित पाए गए है जिन्हें रोगोपचार दवाईयां निःशुल्क प्रदाय की गई है। राज्यमंत्री श्री मीणा ने कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में वनवासी पिछड़ ना पाए इसके लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने शासन की योजनाओं की जानकारियों को प्रदर्शित करने वाली आगे आएं लाभ उठाएं पुस्तिका का अध्ययन कर तमाम विभागों की योजनाओं से अवगत होने की अपील उनके द्वारा की गई। उन्होंने कहा कि गांव का कौन व्यक्ति किस योजना से लाभांवित हो सकता है कि बखूबी जानकारी प्राप्त करने में यह पुस्तक सार्थक सिद्व होगी। उन्होंने सुपात्रों को लाभ दिलाने में किसी भी प्रकार की कोताही ना बरती जाए का विशेष ध्यान रखने के निर्देश अधिकारियों को दिए। राज्यमंत्री श्री मीणा ने नवगठित आनंद विभाग का उल्लेख करते हुए कहा कि हमारे पास उपयोग से अधिक सामग्री को हम जरूरतमंदो के मध्य वितरित कर स्वंय आनंदित हो सकते है और ऐसे ही आनंद की प्राप्ति सामग्री प्राप्तकर्ता को होगी। कलेक्टर श्री अनिल सुचारी ने कहा कि स्वास्थ्य शिविर मेें चर्म रोग के अधिक मरीज पाए गए है जो इस बात के लिए प्रेरित करते है कि हम स्वच्छता पर अधिक ध्यान दें। उन्होंने खुले में शौच की परम्परा को समाप्त करने की अपील की। हर घर में शौचालय बने और उसका उपयोग हो के लिए जिले में विशेष अभियान क्रियान्वित है अतः ऐसे घर अथवा परिवार जिनके घरों में अब तक शौचालय का निर्माण नही कराया गया है वे इस कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता से पूरा कराएं। शौचालय निर्माण के लिए हर संभव मदद प्रशासन द्वारा की जाएगी और शासन के दिशा निर्देशानुसार हितग्राहियों को साढे बारह हजार रूपए की राशि दी जाएगी। कलेक्टर श्री सुचारी ने ग्रामीणों से आव्हान किया कि वे शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन पर भी नजर रखें। समय पर आंगनबाडी, स्कूल और उचित मूल्य दुकाने खुल रही है की नही और इनके माध्यम से दी जाने वाली सेवाओं में किसी भी प्रकार की त्रुटि तो नही हो रही है पर विशेष नजर रखने की बात उन्होंने इस अवसर पर की। वन संरक्षक श्री रविन्द्र सक्सेना ने विभाग के माध्यम से किए जा रहे नवाचार को रेखांकित करते हुए कहा कि वन विभाग का अमला नई जिम्मेदारी को पूर्ण ईमानदारी से निर्वहन करेगा। उन्होंने कहा कि जहां कही किसी भी प्रकार की परेशानी ग्रामीणजनों को लगती है तो वे जिला प्रशासन के साथ-साथ वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत करा सकते है। स्वास्थ्य उपचार केम्प में 235 मरीजों का परीक्षण चिकित्सकों ने किया और उन्हें निःशुल्क दवाईयां वितरित की गई। आयोजन स्थल पर जनसम्पर्क विभाग के द्वारा प्रकाशित आगे आएं लाभ उठाएं, मुख्यमंत्री जी के 11 वर्ष के कार्यकाल की उपलब्धियों पर आधारित फोल्डर, निरंतर होता समावेशी विकास और लोक सेवाओं के प्रदान की गारंटी अधिनियम पर आधारित पुस्तिका का वितरण ग्रामीणजनों को किया गया।
लोकार्पण
उद्यानिकी तथा खाद्य प्रसंस्करण (स्वतंत्र प्रभार), वन राज्यमंत्री श्री सूर्यप्रकाश मीणा ने 14 लाख 85 हजार रूपए की लागत से शमशाबाद में नवनिर्मित कार्यालय वन परिक्षेत्र भवन का तथा आठ लाख रूपए की लागत से ग्राम किशनपुर में नवनिर्मित पंचायत भवन का लोकार्पण फीता काटकर किया। कार्यक्रम स्थलोें पर जनप्रतिनिधियों के अलावा विभिन्न विभागों के अधिकारी, कर्मचारी और ग्रामीणजन मौजूद थे।
पथरिया को उप तहसील (टप्पा) का दर्जा
कलेक्टर श्री अनिल सुचारी ने बताया कि जन साधारण की मांग पर राजस्व प्रशासन के द्वारा सिरोंज तहसील के ग्राम पथरिया को उप तहसील (टप्पा) खोले जाने का निर्णय लिया गया है। अनुविभागीय अधिकारी, सिरोंज को ततसंबंध में निर्देशित किया गया है कि अधीनस्थ नायब तहसीलदार को सप्ताह में दो या तीन दिन के लिए ग्राम पथरिया में उप तहसील (टप्पा) संचालित करने हेतु निर्देशित करें।
विधायक कप प्रतियोगिता का समापन आज
विधायक कप अंतर्गत कबड्डी प्रतियोगिता का जिला स्तर पर समापन कार्यक्रम रविवार पांच फरवरी को आयोजित किया गया है। उक्त कार्यक्रम जिला खेल परिसर स्टेडियम में प्रातः 10 बजे से आयोजित किया गया है। जिला खेल और युवा कल्याण अधिकारी श्रीमती वाणी साहू ने जानकारी देते हुए बताया कि विधायक कप के अंतर्गत कबड्डी प्रतियोगिता बालक और बालिका वर्ग में आयोजित की गई थी।
कार्यशाला का आयोजन सोमवार को
किशोर न्याय अधिनियम के तहत बालकों की देखरेख एवं संरक्षण पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन छह फरवरी सोमवार को जिला पंचायत के सभागार कक्ष में प्रातः दस बजे से आयोजित की गई है। एकीकृत बाल विकास सेवा की जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के प्राप्त निर्देशों के परिपालन में आयोजित कार्यशाला में आयोग की पूर्व सदस्य विभांशु जोशी भी मौजूद रहेंगे। कार्यशाला में किशोर न्याय अधिनियम, किशोर न्याय बोर्ड के प्रावधानो, बाल कल्याण समिति के कार्य, समेकित बाल संरक्षण योजना, दत्तक ग्रहण अधिनियम के अलावा अन्य जानकारी दी जाएगी।
हर पंचायत में मजदूरों को काम मिलें-कलेक्टर
कलेक्टर श्री अनिल सुचारी ने शुक्रवार को लटेरी जनपद पंचायत के सभाकक्ष में शासकीय योजनाओं एवं कार्यक्रमों की समीक्षा की। उन्होंने कहा प्रत्येक पंचायत एवं उनके आश्रित गांव में मनरेगा के तहत श्रममूलक कार्यो को शीघ्र शुरू किया जाए। इसके लिए तालाब गहरीकरण, कूप उत्खनन, ग्रेवल सड़क के अलावा नए तालाबों का निर्माण कार्य शीघ्रतिशीघ्र शुरू किया जाए ताकि मजदूरों का पलायन ना हो। कलेक्टर श्री सुचारी ने कहा कि ऐसी पंचायत जिनके द्वारा अब तक मनरेगा के तहत कार्य शुरू नही कराए गए है उन पंचायतों के सबइंजीनियरों को शोकाॅज नोटिस तथा जेआरएस को सेवा से पृथक का चेतावनी पत्र जारी किया जाए। इसी प्रकार मनरेगा के कार्य शुरू करने में यदि सरपंचों द्वारा रूचि नही जी जाती है तो उनके खिलाफ धारा-44 के तहत नोटिस जारी करने के निर्देश एसडीएम को दिए गए। कलेक्टर श्री सुचारी ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत जिन हितग्राहियों को आवास स्वीकृत किए गए है और प्रतीक्षा में शामिल की सूची पंचायतों की दीवारो पर अंकित कराई जाए। कलेक्टर श्री सुचारी ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत लटेरी क्षेत्र में प्रगति अत्यन्त कम है। जैसा कि सभी जानते है मार्च तक शत प्रतिशत शौचालयों का निर्माण कराया जाना है किन्तु सात हजार शौचालयों में से चार हजार शौचालयों का ही निर्माण कराया गया हैै। श्रमिकों के कल्याण हेतु संचालित योजनाओं का लाभ उन्हें एवं उनके परिवारिक सदस्यों को मिले इसके लिए लटेरी क्षेत्र में विशेष अभियान चलाने के निर्देश उनके द्वारा दिए गए। क्षेत्र में अब तक मुख्यमंत्री कन्या अभिभावक योजना का एक भी प्रकरण दर्ज नही होने पर उन्होंने असंतोष जाहिर करते हुए पंचायत सचिवों को सख्त हिदायत दी कि वे शीघ्रतिशीघ्र प्रकरण पंजीबद्व कराना सुनिश्चित करे और ऐसे अभिभावक जिनकी दो लड़कियां है और दोनो का विवाह हो चुका है और उनके माता-पिता की आयु 60 वर्ष की है तो उन्हें हर माह पांच-पांच सौ रूपए की राशि देने का प्रावधान शासन द्वारा किया गया है जिसका लाभ उन्हें दिलाया जाए। कलेक्टर श्री सुचारी ने लटेरी क्षेत्र के समस्त पंचायत सचिवों, जेआरएस, सबइंजीनियर और एई को स्पष्ट निर्देश दिए कि दस दिवस के भीतर आशातीत प्रगति परलिक्षित नही हुई तो संबंधितों के खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने जेआरएसो की सेवाएं समाप्त करने और अन्य की वेतन वृद्वि एवं निलंबित करने की कठोर चेतावनी दी है।
बैंकर्स
कलेक्टर श्री सुचारी ने लटेरी क्षेत्र में संचालित बैंको के प्रतिनिधियों से भी संवाद स्थापित किए और उनसे कहा कि वे स्वरोजगारमूलक योजनाओं में शत प्रतिशत वित्त पोषण कराने की कार्यवाही शीघ्र करें। जिला पंचायत सीईओ श्री दीपक आर्य ने बैंकर्सो से कहा कि जिन निर्माण कार्यो में हितग्राहियों के लिए राशि बैंकों के माध्यम से जारी की जानी है वे बैंको के चक्कर ना लगाए इसके लिए प्रत्येक गुरूवार का दिन निर्धारित किया गया है इस दिन समग्र स्वच्छता अभियान के हितग्राहियों को बैंको के माध्यम से राशि जारी करने का कार्य किया जाएगा।
सरपंचों से संवाद
कलेक्टर श्री सुचारी और जिला पंचायत सीईओ श्री आर्य ने लटेरी की ग्राम पंचायतों के सरपंचों से भी संवाद स्थापित किया और उन्हें समग्र स्वच्छता अभियान के तहत शौचालयों के निर्माण में तेजी लाने की बात कही।कलेक्टर श्री सुचारी ने कहा कि सरपंच गांव की प्रगति की मुख्य धूरि है सरपंच की रूचि और जागरूकता पर योजनाओं के क्रियान्वयन और हितग्राहियों को लाभांवित कराने में आशातीत सफलता संभव है। उन्होंने प्रत्येक पंचायत में श्रममूलक कार्य अधिक से अधिक शुरू कराने की बात कही। समीक्षा बैठक में लटेरी एसडीएम डाॅ राकेश शर्मा, तहसीलदार समेत समस्त पंचायतों के सचिव, जेआरएस मौजूद थे।
टेम मध्यम परियोजना के निर्माण स्थल का जायजा
भोपाल, गुना और विदिशा इन तीन जिलों की सीमाओ पर टेम मध्यम सिंचाई परियोजना का निर्माण जल संसाधन विभाग के माध्यम से कराया जाना है इसके लिए सर्वे कार्य पूर्ण हो चुका है। कलेक्टर श्री अनिल सुचारी ने शुक्रवार को लटेरी के दपकन गांव में पहुंचकर इस परियोजना के निर्माण स्थल का जायजा लिया। जल संसाधन विभाग के लटेरी अनुविभागीय अधिकारी श्री व्हीपी अहिरवार ने बताया कि 1265 हेक्टेयर भूमि डूब क्षेत्र में आएगी। टेम नदी पर बनने वाले इस डेम की ऊंचाई 23.10 मीटर होगी। डेम से कुल 1040 परिवार प्रभावित होगे जिसका सर्वे कार्य पूर्ण किया जा चुका है इन परिवारों को शासन के मापदंड अनुसार शिफ्ट कराने की कार्यवाही क्रियान्वित की जाएगी। डेम से बैरागढ़, दपकन, भीलाखेडी, धीरगढ़ और मुडैंला ग्राम प्रभावित होंगे। कलेक्टर श्री सुचारी ने स्थानीय रहवासियों से संवाद स्थापित कर उन्हें मध्यम सिंचाई परियोजना के निर्माण प्रक्रिया से अवगत कराते हुए कहा कि आप लोगो को किसी भी प्रकार से परेशान नही होने दिया जाएगा। भूमि अधिग्रहण प्रकिया के तहत शासन के मापदण्डों के अनुसार राशि दी जाएगी।
कलेक्टर द्वारा औचक निरीक्षण
कलेक्टर श्री अनिल सुचारी ने गुरूवार को बासौदा अनुविभाग क्षेत्र के स्कूलों और आंगनबाड़ी केन्द्रों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान स्कूली छात्रों ने गुणवत्तापूर्ण मध्यान्ह भोजन नही देने की शिकायत की।कलेक्टर श्री सुचारी ने छात्रों से संवाद स्थापित कर उनकी शैक्षणिक गुणवत्ता को परखा। शासकीय प्राथमिक शाला मूडरी के विद्यार्थियों द्वारा दिए गए हाजिर जबाबों पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए कलेक्टर ने उनसे कहा कि वे इसी प्रकार पढ़ाई करते रहें। ग्राम बरमढी के स्कूल और आंगनबाडी केन्द्रों के बच्चों को भोजन नही मिलने की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर ने एकता स्व-सहायता समूह को निरस्त करने के निर्देश दिए। आंगनबाडी केन्द्र में बच्चे ना होने पर उन्होंने अप्रसन्नता जाहिर करते हुए परियोजना अधिकारी को शोकाॅज नोटिस देने के निर्देश दिए और आंगनबाड़ी केन्द्र की सहायिका और कार्यकर्ता को हटाने के निर्देश दिए है।
कुपोषण विमुक्ति में राजस्व अमले की सहभागिता
बासौदा अनुविभाग क्षेत्र के ग्राम सायरा में कुपोषित बच्चों के लिए राजस्व विभाग के द्वारा विशेष प्रयास किए जा रहे है अनुविभाग क्षेत्र के राजस्व अधिकारियों और कर्मचारियों ने कुपोषित बच्चों को स्नेह सरोकार कार्यक्रम के तहत गोद लिया है। कलेक्टर श्री अनिल सुचारी ने गुरूवार को कार्यक्रम के दौरान कुपोषित बच्ची पार्वती को गोद लिया। इसी प्रकार एसडीएम तृप्ति श्रीवास्तव ने राधिका को इसी प्रकार अन्य अधिकारी, कर्मचारियों सहित कुल 30 कुपोषित बच्चों को गोद लिया गया है। कलेक्टर श्री सुचारी ने इस दौरान ग्रामवासियों से कहा कि वे स्वच्छता की ओर विशेष ध्यान दें। कुपोषण होेने मंे अस्वच्छता की भी भूमिका है। उन्होंने आंगनबाडी केन्द्रों के माध्यम से दी जा रही सुविधाओं का अधिक से अधिक दोहन करने का आग्रह करते हुए कहा कि वे अपने बच्चों को आंगनबाडी केन्द्र जरूर भेजे और बच्चो के लिए दिए जाने वाले पोषण आहार को अपने हाथो से बच्चो को खिलाएं। कलेक्टर श्री सुचारी ने कहा कि सस्ते पोषक तत्व घर में ही उपलब्ध होते है। ततसंबंध में उन्होंने उल्लेख करते हुए कहा कि मूंगफली, चना, गुड़, दाल, मुनगा की फली, हरी सब्जियां आदि बच्चों को हर रोज दी जाए तो बच्चे कुपोषित नही हो सकते है। उन्होंने खून की कमी एनीमिया की रोकथाम के लिए दी जाने वाली गोलियो का सेवन करने का आग्रह किया। इसी प्रकार कृमिनाश्क गोलियों का भी समय-समय पर सेवन करने से पेट की अनेक बीमारियों से बच्चों को निजात मिलेगी। एसडीएम श्रीमती तृप्ति श्रीवास्तव ने कहा कि अनुविभाग क्षेत्र में कुपोषण के खिलाफ जंग हेतु अभियान को मूर्तरूप दिया जा रहा है। उन्होंने बच्चियों की शिक्षा, स्वास्थ्य, परिवार नियोजन, स्वच्छता और बच्चों के बीच अंतराल की महत्वता को रेखांकित किया। कार्यक्रम के दौरान कुपोषित बच्चों के अभिभावकों को सामग्री प्रदाय की गई।
मदिरा दुकानो की नीलामी लाॅटरी पद्वति से
जिले की 18 एकल समूह में शामिल 44 देशी और 16 विदेशी मदिरा दुकानो के लिए नवीनीकरण हेतु आवेदन आमंत्रित किए गए है। प्रक्रिया लाॅटरी के माध्यम से क्रियान्वित की गई है। जिला आबकारी अधिकारी श्री विनोद कुमार खटीक के द्वारा उपलब्ध कराई गई जानकारी के अनुसार नवीनीकरण के आवेदन पत्र क्रय करने के इच्छुक व्यक्ति आठ फरवरी की दोपहर तीन बजे तक जिला आबकारी कार्यालय से आवेदन पत्र क्रय कर सकते है। आवेदन पत्र जमा करने के लिए तीन कार्यालय निर्धारित किए गए है जनकी तिथियां अलग-अलग है। तदानुसार कार्यालय उपायुक्त आबकारी संभागीय उडनदस्ता भोपाल में सात फरवरी की सांय 5.30 बजे तक, आबकारी आयुक्त कार्यालय मोती मार्ग ग्वालियर में छह फरवरी तक तथा जिला आबकारी कार्यालय विदिशा में आठ फरवरी की सायं 5.30 बजे तक जमा कर सकते है। लाॅटरी आवेदनों का जिला समिति द्वारा नौ फरवरी की प्रातः 10.30 बजे से परीक्षण कर निराकरण किया जाएगा।
तीन प्रकरणों में जिला बदर की कार्यवाही
जिला दण्डाधिकारी श्री अनिल सुचारी ने तीन प्रकरणों में जिला बदर के आदेश जारी कर दिए है पुलिस अधीक्षक श्री धर्मेन्द्र चैधरी के प्रतिवेदन पर जिन प्रकरणों में जिला बदर की कार्यवाही की गई है उनमें अनावेदक अमित चैकसे पुत्र बाबूलाल चैकसे उम्र 28 वर्ष निवासी लुंहागी मोहल्ला विदिशा इसी प्रकार अनावेदक हर्ष राजपूत पुत्र सुरेन्द्र सिंह राजपूत उम्र 19 साल निवासी गुप्तेश्वर मंदिर के पीछे किला अन्दर विदिशा तथा अनावेदक शमीम उर्फ शम्मू कसाई पुत्र अब्दुल शकूर कुरैशी निवासी हम्मालपुरा लोहा बाजार विदिशा शामिल हैं तीनो प्रकरणों में अनावेदकों को विदिशा एवं समीपवर्ती जिले रायसेन, भोपाल, गुना, अशोकनगर, सागर, राजगढ की राजस्व सीमा से एक-एक वर्ष की कालावधि के लिए निष्काशित किया गया है।