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निवेशक तभी आयेंगे जब नीतियां अच्छी होंगी : रघुवर

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रांची 14 फरवरी, झारखंड मुख्यमंत्री रघुवर दास ने निवेश के लिए अच्छी नीतियों की जरूरत पर बल देते हुए आज कहा कि किसी भी राज्य में निवेशक तभी निवेश के लिए आयेंगे जब राजनीतिक स्थिरता के साथ-साथ सकारात्मक और अच्छी नीतियां होंगी। श्री दास ने आज यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि किसी राज्य में निवेशक तभी निवेश करने आएगा जब नीतियां अच्छी हो , राजनीतिक स्थिरता हो और अर्थव्यवस्था सुदृढ़। उन्होंने राजधानी रांची में 16-17 फरवरी को आयोजित होने वाले ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट की चर्चा करते हुए कहा कि समिट में देश-विदेश के 9525 प्रतिनिधियों ने आने की स्वीकृति दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिना किसी धूम-धड़ाके के पिछले दो वर्षां के उनके कार्यकाल में राज्य में करीब 26 हजार करोड़ रूपये का निवेश हो चुका है। उन्होंने कहा कि बार-बार सवाल उठते हैं कि 14 वर्षां में कई करार (एमओयू) हुए लेकिन अपेक्षित रुप से धरातल पर नहीं उतर सके। पिछली सरकार में जितने भी एमओयू हुए सभी के इरादे नेक थे लेकिन अपेक्षित परिणाम नहीं मिल पाया। इसका मुख्य कारणों में राज्य में राजनीतिक अस्थिरता भी रही। श्री दास ने कहा कि कंपनियों के साथ होने वाले एमओयू को लेकर कोई खिल्ली न उड़ाये,इसलिए कोशिश होगी कि उतने ही एमओयू किये जाए, जो धरातल पर उतरे। उन्होंने कहा कि कोई निवेशक तभी किसी राज्य में निवेशक करने आएगा जब नीतियां अच्छी और सकारात्मक होंगी। उन्होंने कहा कि झारखंड पिछले दो सालाें में देश के पूर्वाेत्तर राज्यों के लिए व्यापारिक दृष्टिकोण का केंद्र बिन्दु बनकर उभरा है । 


श्री दास ने बताया कि सत्ता में आने के बाद उनकी सरकार ने पहाड़, नदी, वन संपदा और अन्य प्राकृतिक संसाधनों को लेकर सबसे पहले स्पष्ट नीति बनाने का काम किया। इसके बाद नई औद्योगिक पूंजी निवेश नीति बनायी गयी ताकि विभिन्न क्षेत्रों में निवेश आ सके। इसके बाद आईटी, ऑटोमोबाइल, टेक्सटाइल, फूड प्रोसेसिंग समेत अन्य क्षेत्रों के लिए नीतियां बनायी गयी। देश-विदेश में जाकर निवेशकों को नीतियां बताने का काम शुरु किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट को लेकर एक वर्ष पहले से ही काम शुरु कर दिया गया था। इस दौरान कई देशों की यात्रा की गयी। इस यात्रा का औचित्य घूम-घूम कर निवेशकों को सिर्फ आमंत्रित करने ही उद्देश्य नहीं था बल्कि कुछ सीखना भी मकसद था। उन्होंने बताया कि सिंगापुर की यात्रा के दौरान उन्होंने देखा कि वहां के पिछले शासक ने 20-25वर्षां में सिंगापुर को भ्रष्टाचार मुक्त देश बनाया और अब उनके पुत्र वहां के प्रधानमंत्री है। सिंगापुर की सरकार स्वच्छता के मामले में भी दुनिया के लिए उदाहरण है। श्री दास ने कहा कि सिंगापुर से अधिक प्राकृतिक सुन्दरता झारखंड में है। इसे विकसित किया जा सकता है ताकि देश-विदेश के पर्यटकों को यहां आकर्षित किया जा सके। उन्होंने कहा कि झारखंड में निवेश के लिए अनुकूल माहौल है पूंजी निवेश करने वालों को राज्य सरकार हर संभव सहायता और सुरक्षा उपलब्ध करायेगी । मुख्यमंत्री ने कहा कि 16 फरवरी को समिट के उदघाटन समारोह में केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित रहेंगे जबकि प्रधानमंत्री वीडियो कॉन्फेसिंग के माध्यम से संदेश देंगे। वहीं 17 फरवरी को समापन समारोह में राज्यपाल द्रौपदी और केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण समेत अन्य अतिथि मौजूद रहेंगे। 

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर 14 फरवरी

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आलीराजपुर जिले की सीमा प्रवेष पर नर्मदा सेवा उपयात्रा का हुआ भव्य स्वागत
  • बच्चों को अपनी पढाई पर अधिक ध्यान देना होगा- श्री बिलवाल

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झाबुआ। गुप्त नर्मदा देवझिरी से प्रकट नर्मदा ककराना तक की नर्मदा सेवा उपयात्रा विधायक शांतिलाल बिलवाल, प्रदेश भाजपा कार्यसमिति सदस्य शैलेष दुबे, नगरपालिका अध्यक्ष धनसिंह बारिया के नेतृत्व में तीसरे दिन रानापुर से  बिदा हुईं । रानापुर में बडी संख्या में नगरवासियों एवं भाजपा कार्यकर्ताओं ने नर्मदे हर के गगन भेदी नारों एवं भजनों की संगीतमय स्वर लहरियों के बीच यात्रा को बिदाई दी । झाबुआ जिले के अन्तिम छोर बन में नर्मदा सेवा उपयात्रा के पहूंचने पर गा्रमीणजनों ने गर्मजोशी से पुष्पवर्षा कर स्वागत किया गया । बन मे थोडी देर के लिये  रूकी यात्रा के दोरान विधायक शांतिलाल बिलवाल, शैलेष दुबे,, नपा अध्यक्ष धनसिंह बारिया स्कूल के बच्चों के बीच गये और उनसे सौहार्द्रपूर्ण वातावरण में चर्चा कर उनकी पढाई, के बारे मे चर्चा की । बच्चों को संबोधित करते हुए विधायक श्री बिलवाल ने कहा कि बच्चों को अपना पूरा ध्यान अपनी पढाई पर केन्द्रीत करना चाहिये । बच्चे देश के भविष्य है और देश निर्माण में उनकी अहम भूमिका रहती है । श्री बिलवाल ने बच्चों को अच्छे नम्बरों से पास होकर अपनी संस्था, तहसील, जिले एवं प्रदेश का नाम रोशन करने की सीख दी । श्री दुबे ने भी बच्चों से मुखातिब होते हुए नमामि देवी नर्मदे कार्यक्रम के बारे में बताते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चैहान द्वारा स्कूली बच्चों के लिये शासन द्वारा संचालित कल्याणकारी योजनाओं के बारे मे जानकारी दी । आलीराजपुर जिले के उदयगढ मे नर्मदा सेवा उपयात्रा के पहूंचे के पूर्व जोबट विधायक माधौसिंह डावर, जिला भाजपाध्यक्ष राकेश अग्रवाल, युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष इन्द्रसिंह चैहान,? राजू मोयल,मंडल अध्यक्ष उदयगढ से बडी संख्या में पार्टी कार्यकर्ताओं ने यात्रा का पुष्पमालाओं से भव्य स्वागत किया । भाण्डाखापर में यात्रा का भव्य स्वागत किया गया । यात्रा के दौरान गा्रम गा्रम में गा्रमीण जन भी आगे आकर यात्रा का गर्मजोशी से स्वागत कर रहे है । मंगलवार को यात्रा ने आलीराजपुर के उदयगढ में रात्री कालीन पडाव किया । आज बुधवार को नर्मदा सेवपा उपयात्रा जोबट के लिये प्रस्थान करेगी ।


उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद मुख्यमंत्री नैतिकता के आधार पर इस्तिफा दें - सांसद भूरिया

झाबुआ । देश की शीर्ष अदालत द्वारा मध्ययप्रदेश के व्याकम महाघोटाले में पीएमटी में भ्रष्टा्चार के माध्यम से चयनित करीब 634 छात्रों का प्रवेश रद्द किए जाने के पारित महत्वापूर्ण फैसले के बाद मध्यआप्रदेश के मुख्यटमं‍त्री शिवराजसिंह चैहान को जो अपने आप को प्रदेश के छात्रों का मामा बताते हैं नैतिकता के आधार पर उनसे इस्तिफा देने की बात कही है। श्री भूरिया ने कहा कि सभी छात्र का भविष्य अंधकारमय हो गया है। तथा कईयों के परिवार उजड़ गए हैं। श्री भूरिया ने आगे कहा कि यह सभी छात्र जान-बुझ कर नकल नहीं कर रहे थे बल्कि इनसे सरकार चिकित्सा , शिक्षा माफिया, दलालों और वयापम से जुड़े भ्रष्ट अधिकारीगण एक बड़ी रकम लेकर उनके चयन हेतु नकल करवा रहे थे। ज्ञातव्य है कि पीएमटी घोटाले की एक महत्वरपूर्ण कड़ी डॉ.यूसी उपरित के धारा 164 में दिए गए उस बयान कि भी याद दिलाई है जिसमें उपरित ने कहा कि हम चिकित्साद, शिक्षा मंत्री बनते ही उन्हें् दस करोड़ रूपया भिजवा देते थे। आज आए इस महत्व पूर्ण फैसले में जिस अवधी (2008-2012) का जिक्र किया गया है उस अवधी में चिकित्सा  शिक्षा मंत्रालय मुख्य मंत्री शिवराजसिंह चैहान के पास ही था। क्यात बच्चोंस के मामा इस घोर अपराध से मुक्त हो सकते है। शायद नहीं। लिहाजा उन्हेंस नैतिक जिम्मेडदारी लेकर अपना इस्तिफा राज्यौपाल को सोंप देना चाहिए साथ ही इस पुरे कांड की विशेष सीबीआई से जांच कराकर अन्य सभी आरोपियों को भी सजा दिलाने हेतु ईमानदारी से प्रयास करने चाहिए तभी इस देश में सही न्यादय लोगों को प्राप्त होगा। श्री भूरिया जी ने कहा कि भाजपा की राज्य सरकार और भाजपा के मुख्य्मंत्री व्या।पम में अपने आप को निर्दोश बताने का निरंतर जाप कर रहे हैं। श्री भूरिया ने चिंता व्यिक्त करते हुए कहा कि व्याापम महाघोटाले में लिप्त माफिया, दलालों और भ्रष्ट अधिकारीगण को सजा दिलाने के लिए इस सरकार ने अभी तक क्याए कार्य किया। श्री भूरिया ने कहा कि कई रसुखदार और सरकार से जुड़े भ्रष्ट नेता और मंत्री अब भी कानुन की पहुंच से बाहर है तथा जिन बड़े लोगों के बच्चोंश को एडमिशन दिया गया था वे भाजपा सरकार की ढिल-पोल एवं तथाकथित लोगों को संरक्षण देने एवं लापरवाही की वजह से हाईकोर्ट से बरी हो गए थे जिनके खिलाफ मध्य प्रदेश सरकार ने कोई अपील नहीं कर अपना पक्षपात पूर्ण रवैया अपनाया है। जिला कांग्रेस अध्यणक्ष निर्मल मेहता, कार्यवाहक अध्यरक्ष सुश्री कलावती भूरिया, युवा नेता डॉ. विक्रांत भूरिया, कांग्रेस नेता रमेश डोशी एवं प्रवक्ताअ हर्ष भट्ट, आचार्य नामदेव, आदि ने इस व्या्पम घोटाले से नए सिरे से सीबीआई द्वारा जांच कर दोषियों के खिलाफ जांच करवाकर कडी कार्रवाई करने की मांग की है ताकि भविष्य में इस तरह के घोटाले की पुनरार्वति ना हों।

जिला कांग्रेस ने भाजपा के कार्यक्रमों में शासकीय म‍शीनरी का दुरूपयोग कर स्‍वार्थ सिद्ध करने का आरोप लगाया

झाबुआ । तीर्थ स्‍थल गुप्‍त नर्मदा देवझिरी से ककराना तक की भाजपा पार्टी द्वारा नमामी देवी नर्मदे के तहत नर्मदा उपसेवा यात्रा मंगलवार को राणापुर से वन के लिए भाजपा जनप्रतिनिधियों और पदाधिकारियों के नेतृत्‍व में पार्टी के झंडे एवं बैनर तले निकाली गई। इस कार्यक्रम में शिक्षा से जुड़े विद्दालयों, छात्रावासों, एवं शासकीय सेवकों का खुल कर दुरूपयोग कर अपनी यात्रा को सफल बनाने का कुसित प्रयास किया जा रहा है। जो पूरी तरह से अनैतिक है। उक्‍त आरोप जिला कांग्रेस कार्यवाहक अध्‍यक्ष सुश्री कलावती भूरिया, युवा नेता डॉ. विक्रांत भूरिया, ब्‍लॉक कांग्रेस अध्‍यक्ष कैलाश डामोर सहित जिला कांग्रेस एवं ब्‍लॉक कांग्रेस के पदाधिकारियो ने संयुक्‍त विज्ञपितजारी कर लगाते हुए कहा कि प्रदेश में भाजपा के शाख निरंतर गीरती जा रही है तथा वे डेमेज कंट्रोल करने के लिए नित नए प्रयोग करने में लगे हैं तथा सरकारी व्‍यवस्‍थाओं का अपनी पार्टी की शाख बनाने का कुसित प्रयास कर रहें है। जिला कांग्रेस ने जिला कलेक्‍टर एवं सहायक आयुक्‍त से प्रेस माध्‍यम से सवाल किए है कि भाजपा की इस यात्रा में किसके आदेश से सरकारी कर्मचारी, शिक्षक, एवं छात्र-छात्राएं भाजपा के द्वारा आयोजित यात्रा में बड़-चड कर हिस्‍सा ले रहें है। सुश्री कलावती भूरिया ने कलेक्‍टर से यह भी पुछा की राणापुर में बीओ, बीआरसी, सीएससी, कन्‍या आश्रम अधीक्षक, राणापुर हॉस्‍टल की छात्र-छात्राओं को इस कार्यक्रम में स्‍वागत करवाने के लिए किसने बाध्‍य किया। वहीं वन में सरकारी स्‍कुलों में यात्राओं में सम्मिलित लोगों को विश्राम करने एवं वहां पर प्रतिदिन पढाई कर रहे छात्र-छात्राओं को क्‍यों पढाई से वंचित किया गया और यह भी किसकी अनुमति से किया गया। छात्र एवं छात्राएं भुखे-प्‍यासे रह कर कडी धुप में यात्रा का इंतजार कते रहे देश के प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने अपने मन की बात में छात्रो का जबरन किसी कार्यक्रम में शामिल नहीं करने की बात की भी धजिया उडाई जा रही है। जिला कलेक्‍टर इस संबंध में तत्‍काल कार्यवाही कर दोशियों के खिलाफ कडी कार्यवाही करें अन्‍यथा जिला कांग्रेस उग्र आंदोलन करने से भी नहीं हिचकेगी।

सुनवाई में प्रभारी कलेक्टर श्री अनुराग चैधरी ने लिये आवेदन

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झाबुआ । आज 14 फरवरी को शासन के निर्देशानुसार जनसुनवाई कार्यक्रम आयोजित किया गया। जनसुनवाई में आवेदन प्रभारी कलेक्टर श्री अनुराग चैधरी ने लिये। आवेदको से आवदेन प्राप्त कर संबंधित कार्यालय प्रमुखो को निराकरण के लिये आवश्यक निर्देश दिये गये। जनसुनवाई में जानीबाई पति गोपाल एवं यशोदा बाई पति मांगीलाल निवासी ग्राम रायुपरिया तहसील पेटलावद ने आवास स्वीकृति के लिए आवेदन दिया। नंदलाल मैणे ने खवासा, थांदला मार्ग गड्डों व धूल भरा होने की शिकायत की एवं रोड का पेचवर्क करवाने के लिए आवेदन दिया। दीवान पिता वालसिग, पुनिया पिता कलसिंग, मुकेश पिता वालसिंग निवासी ग्राम नागनखेडी तहसील मेघनगर ने भाई एवं भाभी की सिलिकोसिंस बीमारी से मृत्यु हो जाने के कारण मुआवजा राशि का भुगतान करवाने के लिए आवेदन दिया। भोदरिया पिता मलजी निवासी चरपोटीपाडा तहसील थांदला ने तालाब निर्माण कार्य में डूब में आ रही भूमि का मुआवजा दिलवाने के लिए आवेदन दिया। ग्राम पंचायत महुडीपाडा ब्लाक पेटलावद के ग्रामीणों ने सरंपच एवं सचिव द्वारा खेत सड़क निर्माण कार्य की मजदूरी का भुगतान नहीं किये जाने की शिकायत की एवं भुगतान करवाने के लिए आवेदन दिया। अन्ना पति बालू निवासी ग्राम आम्बा पिथनपुर तहसील झाबुआ ने पति की मृत्यु के बाद जनधन बीमा योजना की राशि का भुगतान करवाने के लिए आवेदन दिया। अन्ना ने जनसुनवाई में बताया कि पति ने कियोस्क बैंकिंग शाखा पारा में जन धन योजना में खाता खुलवाया था। मनीषा भूरिया निवासी 13, मारूति नगर झाबुआ ने प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत गैस कनेक्शन दिलवाने के लिए ओवदन दिया। रामस्वरूप शर्मा पिता सीताराम निवासी चैतन्य मार्ग उदयपुरिया वार्ड नं. 16 झाबुआ ने मानवेल कटारा पिता नागजी कटारा द्वारा पेड काटे जाने की शिकायत की एवं दोषी के विरूद्ध कार्यवाही करने तथा आर्थिक हानि की क्षतिपूर्ति करवाने के लिए आवेदन दिया। जनपद पंचायत सदस्य रामा श्रीमती गवरा वरसिंह भूरिया ने ग्राम पंचायत भूतेडी के अंतर्गत बीट नवापाडा/माछलिया में वन विभाग की भूमि में तालाब निर्माण कार्य स्वीकृत करवाने के लिए आवेदन दिया। सुरेश निवासी ग्राम पंचायत भाण्डाखेडा ने अधूरे पंचायत भवन का कार्य पूर्ण करवाने के लिए आवेदन दिया।

मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन यात्रा में भाग लेने के लिए आवेदन 16 फरवरी तक करे

झाबुआ । मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना अंतर्गत तीर्थयात्रा शासन द्वारा प्रस्तावित की गई है। झाबुआ जिले हेतु तीर्थयात्रा 4 मार्च 2017 से 9 मार्च 2017 तक रामेश्वर यात्रा प्रस्तावित है। यात्रा में यात्रियों की संख्या 110 एवं 3 अनुरक्षक शामिल होगे। यात्रा का लाभ लेने के लिए आवेदक 16 फरवरी 2017 तक एसडीएम कार्यालय, में आवेदन कर सकते है। जिले के यात्री यात्रा में मेघनगर से सम्मिलित हो सकते है। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत झाबुआ द्वारा अनुविभागीय स्तर पर आवेदन प्राप्त कर सुक्षमता से निरीक्षण करने के उपरांत अंतिम तिथी के पूर्व हार्ड एवं साॅफ्ट काॅपी में पात्र तीर्थयात्रियों की सूची ई.मेल बमव्रचरीं/उचण्हवअण्पद एवं पेन ड्राईव में आवेदन दो प्रतियों में जिला पंचायत कार्यालय को भेजने के लिए सभी एसडीएम को निर्देशित किया गया है।

दिव्यांगजनों हेतु सामूहिक विवाह हेतु परिचय सम्मेलन संपन्न

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झाबुआ । सामाजिक न्याय विभाग द्वारा निःशक्तजनो हेतु निःशक्तजन विवाह प्रोत्साहन योजना 2008 तथा मुख्यमंत्री कन्यादान योजना संचालित है। निःशक्तजनों के विवाह करवाने के लिए दिव्यांगजनों का सामूहिक विवाह सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। इस हेतु दिव्यांगजन परिचय सम्मेलन सभी विकासखण्डों में एक साथ 9 फरवरी 2017 को आयोजित किया गया। जिला स्तर पर आज 14 फरवरी 2017 को दिव्यांगजन परिचय सम्मेलन विकलांग पुर्नवास केन्द्र झाबुआ में आयोजित किया गया। जिला स्तर पर आयोजित सम्मेलन में प्रभारी कलेक्टर श्री अनुराग चैधरी ने कहां कि विवाह कार्यक्रम में सम्मिलित होने वाले जोडो को शासन के मापदण्ड अनुसार योजना का लाभ भी पात्रतानुसार दिया जावेगा, निःशक्त विवाह प्रोत्साहन योजनान्तर्गत निःशक्त जोडो मे से एक के निःशक्त होने पर रूपये 50000/- तथा दोनो के निःशक्त होने पर रूपये 100000/- मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में 22 हजार की सहायता राशि, 3 हजार की घरेलू सामग्री दी जायेगी। अन्र्तजातिय विवाह योजना पति अथवा पत्नि में से कोई भी एक यदि अनुसूचित जाति का हो तो विवाह करने पर 2 लाख का प्रावधान है। जिन हितग्राहियों के पास आवास नहीं है उन्हे मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत राशि रूपये 1 लाख 20 हजार, का आवास दिया जाएगा, जिसके पास भूमि है उन्हें सिंचाई हेतु कपिलधारा कुआ अंतर्गत रूपये 1 लाख 55 हजार तक का कुंआ एवं मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत स्वरोजगार हेतु लोन 50 हजार न्यूनतम एवं अधिकतम 2 लाख 25 हजार रूपये दिया जाएगा। जो दिव्यांग पढे-लिखे है उन्हें प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए भी सहायता की जाएगी। जो दिव्यांग 10 वी कक्षा से कम पढे लिखे है उन्हे इच्छा अनुसार स्वरोजगार हेतु सक्षम बनाने के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रभारी कलेक्टर श्री अनुराग चैधरी ने परिचय सम्मेलन में विवाह हेतु बने दिव्यांग जोडो का पुष्पहार भेंट कर स्वागत किया।

जिला स्तरीय लोक कल्याण शिविर 17 फरवरी को

झाबुआ । जिला स्तरीय लोक कल्याण शिविर ग्राम पंचायत जुनागांव जनपद पंचायत रानापुर में 17 फरवरी शुक्रवार को आयोजित किया जायेगा। शिविर में अधिकारी उपस्थित होकर शासकीय योजनाओं की जानकारी देगें एवं प्राप्त आवेदनों का निराकरण करेगेे।

आंगनवाडी कार्यकर्ता/सहायिका/मिनी कार्यकत्र्ता की अनअंतिम सूची जारी

झाबुआ । एकीकृत बाल विकास सेवा परियोजना मेघनगर अंतर्गत रिक्त, आंगनवाडी कार्यकत्र्ता/सहायिका/मिनी कार्यकत्र्ता के पदो की पूर्ति के लिए आवेदन आमंत्रित कर खण्ड स्तरीय चयन समिति द्वारा अनअंतिम सूची जारी की गई है। यदि किसी भी पद के विरूद्ध किसी को आपत्ति है तो वह अपनी आपत्ति 21 फरवरी 2017 तक कार्यालयीन समय में आई.सी.डी.एस. कार्यालय मेघनगर में आपत्ति दर्ज करा सकते है।

निःशुल्क मेगा स्वास्थ्य परीक्षण शिविर 15 फरवरी को

झाबुआ । गेल इण्डिया लिमिटेड की निगमित सामाजिक दायित्व के अंतर्गत वाक्हार्ड फाॅउडेशन के संयुक्त तत्वाधान में शासकीय माध्यमिक विद्यालय ईसगढ पिपलिया में निःशुल्क मेगा स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का आयोजन 15 फरवरी 2017 को प्रातः 9.30 बजे से दोपहर 2 बजे तक किया जाएगा।

कट्टे फायर कर किया हत्या का प्रयास 

झाबुआ । आरोपी मलखान पिता जोसफ अमलियार नि. पिपलिया, आरोपी कमजी पिता कालु मेंडा नि. अमरपुरा, आरोपी विपुल पिता जसवंत माची, आरोपी संदीप पिता राजु माची नि.गण सुरत गुजरात ने आरोपी मलखान के साथ होकर एफआरवी 08 के द्वारा पीछा करने पर जान से मारने की नीयत से कटटे से फायर किया। प्रकरण में थाना कल्याणपुरा में अपराध क्रं. 45/17 धारा 307,34 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

प्रताड़ना का अपराध पंजीबद्ध

झाबुआ । आरोपी रसुल पिता टिटीया चारेल, नि. मेघनगर ने फरि. के साथ चरित्र पर लांछन लगाकर आये दिन मारपीट कर मानसिक व शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया। प्रकरण में थाना मेघनगर में अपराध क्रं. 53/17 धारा 498-क भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

गुमशुदगी का प्रकरण कायम 

झाबुआ । गुमशुदा माया बसोड घर से ड्रेस सिलवाने मेघनगर बाजार जाने का बोलकर गई थी, जो वापस घर नही आयी। प्रकरण में थाना मेघनगर में गुम इंसान क्रं. 6/17 धारा 174 जाफौ में कायमी की गयी।

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 14 फरवरी

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जन सुनवाई में 195 आवेदन प्राप्त हुए 

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कलेक्टर श्री अनिल सुचारी के द्वारा मंगलवार को आहूत की गई जनसुनवाई कार्यक्रम में 195 आवेदकों ने अपने आवेदन प्रस्तुत कर व्यक्तिगत और सार्वजनिक समस्याओं की ओर ध्यान आकर्षित कराया। कलेक्टर श्री सुचारी के द्वारा मौके पर 120 आवेदनों का निराकरण किया गया है शेष लंबित आवेदनों पर समय सीमा में कार्यवाही करने के निर्देश संबंधित विभागोें के अधिकारियों को उन्होंने दिए है। निःशक्त आवेदिका विमला शर्मा ने बताया कि उन्होेंने निःशक्तता पेंशन के लिए विदिशा नगरपालिका मंे आवेदन दिया था किन्तु अब तक पेंशन स्वीकृत नही हुई है। कलेक्टर श्री सुचारी ने मुख्य नगरपालिका अधिकारी को मोबाइल पर निर्देश दिए और आवेदिका के लिए निःशक्तता पेंशन स्वीकृत कराई है। आवेदक श्री मिथुन कुशवाह ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास दिलाए जाने हेतु आवेदन प्रस्तुत किया। आवेदक को अवगत कराया गया कि सामाजिक आर्थिक जनगणना 2011 की पात्रता सूची के आधार पर प्रथम चरण मेें प्रधानमंत्री आवासों का आवंटन हितग्राहियों को किया गया है इसके पश्चात् अन्य पात्रों को आवंटित किए जाएंगे। कलेक्टर श्री सुचारी द्वारा आवेदन का परीक्षण करने हेतु जनपद सीईओ को निर्देश दिए गए। आवेदिका जानकीबाई ने बताया कि उन्हेें पूर्व मंें निःशक्तता पेंशन मिलती थी किन्तु अब मिलना बंद हो गई है। सामाजिक न्याय विभाग के माध्यम से आवेदिका की समस्या का निराकरण कराया गया और बैंक खाते की पासबुक प्राप्त कर खाते मंे तीन दिवस के भीतर राशि जमा कराने का आश्वासन दिया गया। पिचहत्तर वर्षीय श्री श्यामलाल दुबे ने बताया कि उन्हें वृद्वावस्था पेंशन नही मिल रही हैै। आवेदक से आधार कार्ड जमा कराने की बात कही गई ताकि पोर्टल पर आधार कार्ड दर्ज होते ही पेंशन की स्वीकृति प्राप्त हो सकें। जगमोहन सिंह ने बिजली बिल अधिक आने की शिकायत की। ऊर्जा विभाग के अधिकारी को परीक्षण करने हेतु निर्देशित किया गया। श्री कंछेदी लाल ने बताया कि उन्हें पात्रता पर्ची का राशन नही मिल रहा है। आवेदक को अवगत कराया गया कि आधार कार्ड पोर्टल पर लिंक कराएं तभी उन्हें पात्रता पर्ची जनरेट होगी।  जनसुनवाई कार्यक्रम में अधिकांश आवेदन बीपीएल राशन कार्ड जारी करने के प्राप्त हुए है। संबंधित आवेदकों को कलेक्टर श्री सुचारी ने अवगत कराया कि बीपीएल मापदण्डो की पात्रता का परीक्षण उपरांत बीपीएल सूची में नाम जोड़े जाने की कार्यवाही क्रियान्वित की जाएगी। उन्होंने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत चिन्हित बिन्दुओं के तहत यदि कोई आवेदक पात्र पाया जाता है तो उसे एक रूपए प्रति किलो के मान से खाद्यान्न प्रदाय करने के लिए पात्रता पर्चियां जारी की जाएगी।जनसुनवाई कार्यक्रम में अपर कलेक्टर श्री एचपी वर्मा, एसडीएम श्री आरपी अहिरवार, डिप्टी कलेक्टर श्री चन्द्रप्रताप गोहल समेत विभिन्न विभागोेें के अधिकारी मौजूद थे। नई रोशनी एक पहल में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्र-छात्राओं के द्वारा आवेदकों के आवेदन लिखने की कार्यवाही सम्पादित की गई।


अनंतिम चयन सूची जारी 

जिला विकलांग पुर्नवास केन्द्र के संचालन हेतु आठ पदों पर अभ्यर्थियों के चयन उपरांत अनंतिम चयन सूची जारी की गई है। सामाजिक न्याय एवं निःशक्त कल्याण विभाग के उप संचालक ने बताया कि अनंतिम जारी चयन सूची के संबंध में दावे आपत्तियां 28 फरवरी की सायं पांच बजे तक कार्यालय में जमा कराई जा सकती है।

सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर 14 फरवरी

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जिले की समस्त प्राथमिक तथा माध्यमिक शालाओं में ‘‘मिल बाॅंचे मध्यप्रदेष’’ कार्यक्रम 18 फरवरी को 

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बच्चों में पढ़ने हेतु प्रोत्साहित करने की दृष्टि से 18 फरवरी 2017 को मध्यप्रदेष की समस्त प्राथमिक तथा माध्यमिक षालाओं में ‘‘मिल बाॅंचे मध्यप्रदेष’’ कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है जिसका उद्देष्य बच्चों में पाठ्य पुस्तकों के अतिरिक्त अन्य पुस्तकों के पढ़ने एवं समझने की रूचि विकसित करना है तथा षासकीय षालाओं में प्रबुद्धजनों एवं समुदाय की सहभागिता बढ़ाते हुये बच्चों के व्यक्तित्व विकास में सहायता करना है। सीहोर जिले में इस हेतु 3409 लोगों ने इस कार्यक्रम में सहभागिता हेतु पंजीयन कराया है जिसमें 764 षासकीय सेवक तथा 2645 अषासकीय जनों ने जिनमें अधिवक्ता, इंजीनियर, डाक्टर, जनप्रतिनिधि, स्वव्यवसायी, निजी क्षेत्र में कार्यरत लोग, स्वैच्छिक संगठन आदि षामिल हैं, ने पंजीयन कराया है। 14 फरवरी को अषासकीय व्यक्तियों का तथा 15 फरवरी को 2017 को षासकीय व्यक्तियों का इस हेतु विकासखण्ड स्तर पर उन्मुखीकरण किया जा रहा है। प्रषिक्षण में सहभागिता हेतु सभी वालेन्टियर्स को षासन द्वारा एस0एम0एस0 द्वारा सूचना दी जा चुकी है। जिले में 2024 षास0 प्राथमिक तथा माध्यमिक षालायें संचालित हैं। जिनमें वालेन्टियर्स द्वारा कार्यक्रम में सहभागी द्वारा हिन्दी पाठ्यपुस्तक अथवा षाला पुस्तकालय में उपलब्ध रूचिकर पुस्तकों में से किसी पुस्तक के एक अंष/पाठ का वाचन किया जायेगा। वाचन के उपरान्त कक्षा में उपस्थित बच्चों से रूचिकर प्रष्न, सामूहिक चर्चा, संवाद एवं पढ़ने की कला से परिचित कराया जायेगा। षासकीय सेवकों द्वारा प्रतिभापर्व में मूलभूत दक्षताओं पर आधारित मूल्यांकन अन्तर्गत उपलब्ध जानकारी का सत्यापन भी निर्धारित प्रपत्र पर किया जायेगा। सत्यापन प्रत्येक कक्षा से कम से कम पाॅंच बच्चों की संकलित जानकारी का किया जायेगा। सहभागी को इस हेतु फीडबैक प्रपत्र दिया गया है जिसे भरकर उन्हें राज्य षिक्षा केन्द्र को भेजना होगा। जो अधिकारी/जनप्रतिनिधि जिस विकासखण्ड की षालाओं में वालिन्टियर्स के रूप में पंजीकृत हुये हैं वे उस विकासखण्ड के बी0आर0सी0सी0 कार्यालय में प्रातः 11ः00 बजे उपस्थित होने की अपील जिला परियोजना समन्वयक श्री सी0बी0 तिवारी ने की है।  


“सारथी - ”श्री” पुरस्कार हेतु आवेदन की अंतिम तिथि आज

चालक, परिचालक कल्याण योजना के तहत सारथी श्री पुरस्कार योजना राज्य सरकार द्वारा प्रारंभ की गई है। पुरस्कार के लिए आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 15 फरवरी नियत की गई है। सारथी श्री पुरस्कार योजना के अंतर्गत सर्वश्रेष्ठ परिवहन यान चालकों में से किसी एक को सारथी श्री पुरस्कार से पुरस्कृत किया जाएगा। पुरस्कार के रूप में एक लाख रूपए की राशि चालक को प्रदाय की जाएगी। आवेदनकर्ता परिवहन कार्यालय में अंतिम तिथि 15 फरवरी,2017 तक निर्धारित प्रारूप में आवेदन कर सकते है। 

मधुबनी : सतर्कता एवं निगरानी समिति की बैठक

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मधुबनी,14 फरवरी; आज डी.आर.डी.ए. सभा कक्ष में सतर्कता एवं निगरानी समिति की बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता सांसद श्री हुकुमदेव नारायण यादव ने की। इस अवसर पर सांसद श्री वीरेंद्र चौधरी भी उपस्थित थे। बैठक में अध्यक्ष ने निम्न निर्देश जारी किये.


1)प्रधानमंत्री सड़क योजना में मिसिंग लिंक्ड तथा तालाब, पोखर के किनारे सुरक्षा दीवार बनाने से संबंधित सर्वे ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यपालक अभियंता करें तथा विभाग को प्रतिवेदित करें।

(2)जहाॅ भी बाॅस- बल्लें के सहारे विद्युत आपूर्ति की जा रही है, उसे हटाकर सीमेंट का पोल लगायें।
(3)जिस गाॅव में आध-अधूरा विद्युतीकरण हुआ है, वहाॅ विद्युतीकरण कार्य को पूरा किया जाए।
(4)जीविका, मनरेगा, प्रधानमंत्री आवास योजना, शौचालय निर्माण योजना में तेजी लायी जाए।
(5)रोगी कल्याण समिति की बैठक में प्रखंड प्रमुख को विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में आमंत्रित किया जाए।
(6)स्वास्थ्य संस्थान में दुबारा अतिक्रमण न हो, इसके लिए सिविल सर्जन हर माह समीक्षा बैठक करे।
(7)सदर अस्पताल के प्रसव कक्ष के बाहर सी.सी.टी.वी. कैमरा संस्थापित है। इसी तरह की व्यवस्था जिले के सभी अस्पताल में हो।
(8)रेफरल हाॅस्पीटल, अंधराठाढ़ी के नए भवन निर्माण के लिए सिविल सर्जन विभाग से आवंटन की मांग करें।

बैठक में डी.एम., डी.डी.सी., विधायक श्री रामप्रीत पासवान, श्री सुधांषु शेखर, श्री लक्ष्मेश्वर राय, श्री सीताराम यादव, श्रीमति गुलाजर देवी, जिला परिषद अध्यक्ष सभी प्रमुख गण, सभी संबंधित विभाग के पदाधिकारी गण आदि उपस्थित थे !

एसकेएमयू पीजी सिलेबस में शीघ्र शामिल होने जा रही है डा0 हनीफ की पुस्तक अरुण कोलात्कर ’’जेजुरी’’ ए क्रिटिकल स्टडी

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अमरेन्द्र सुमन (दुमका),एसकेएमयू, दुमका के पीजी सिलेबस में जल्द ही शामिल होने जा रही है डा0 (मो0) हनीफ ’अकेला’ की पुस्तक अरुण कोलात्कर ’’जेजुरी’’ ’ए क्रिटिकल स्टडी’। अंग्रेजी साहित्य के पुरोधा महाराष्ट्र के एक छोटे से गाँव में एक साधारण परिवार में जन्में अरुण बालकृष्ण कोलेत्कर द्वारा रचित काव्य संग्रह ’जेजुरी’ का आलोचनात्मक अध्य्यन डॉ (मो0) हनीफ अकेला का एक बेहतर प्रयास है। अरुण कोलात्कर ’’जेजुरी’’ ’ए क्रिटिकल स्टडी’ पुस्तक में डॉ (मो0) हनीफ अकेला बड़ी बारीकी से उनकी तमाम कविताओं का क्रिटिकल ंएप्रिसिऐशन (तुलनात्मक अध्ययन) किया है। आधुनिक काल के अति यथार्थवाद के प्रणेता कवि अरुण बालकृष्ण कोलेत्कर (1932-.2004) ने वर्तमान समाज व सामाजिक परिवेश में व्याप्त अंधविश्वास व मिथ्यापरक मानसिकता की वास्तविकताओं को जहाँ एक ओर बड़े ही सहज ढंग से प्रस्तुत करने का प्रयास किया है, वहीं पूजा-पाठ के नाम पर महंतवादी दृष्टिकोण व लोगों को ठगने की मानसिकता का खुलासा किया है। अंग्रेजी साहित्य में एक मुकाम हासिल कर चुके युवा लेखक व उपन्यासकार डा0 (मो0) हनीफ अकेला ने अपनी काव्यात्मक शैली से उपरोक्त कवि की रचनाओं को मूल भाव के साथ प्रकट करने का सफल प्रयास किया है। 

लेखक डा0 (मो0) हनीफ अकेला के अनुसार जेजुरी एक धार्मिक स्थल है, जो पुणे (महाराष्ट्र) से 50 किलोमीटर की दूरी पर अवस्थित है। झारखण्ड की उप राजधानी दुमका में मलूटी व प0 बंगाल में प्रसिद्ध शक्तिपीठ तारापीठ की तरह ही इस स्थान पर खंडोवा एक स्थल है, जो मंदिरों से भरा पड़ा है। खंडोवा को मंदिरों का गाँव भी कहा जाता है। इस स्थल पर मंदिरों के अवशेष जीर्ण-शीर्ण अवस्था में मौजूद है। मंदिरों के भग्नावशेषों की आँखों में तड़प, और मस्तिष्क में कराह कविता की प्रकृति को ही धरातल पर रख देती है। यह रुग्ण है, लाचार है, स्तब्ध खड़ा है, लोगों की भीड़ में भी यह अकेलापन महसूस कर रहा है। यत्र-तत्र गोबर का ढेर है। बछड़े टहल रहे हैं। अपने बच्चों को जन्म देकर भविष्य की चिंताओं से बिल्कुल आश्वस्त है कुतिया। ,चारों तरफ मंदिर ही मंदिर है, धार्मिक आस्थावानों के रूपये का दोहन हो रहा है। पुजारी ने मंदिर को अपने कब्जे में कर रखा है। मंदिर पुजारी के लिये लाभदायक वार्षिक फसल वाला खेत बन चुका हे। जेजुरी खण्डहर में परिणत हो रहा है। ,किसी को इसका कोई ख्याल नहीं रह गया है। पत्थरों को किसी न किसी रूप में देवी-देवताओं से जोड़ रखा गया। विचित्र स्थिति है। गन्दी नालियों का दुर्गन्ध चहुँओर फैला हुआ है। नलियों मे कीड़ों की भरमार है। लगातार वे  बढ़ते ही जा रहे हैं। ,बिजली-पानी की व्यवस्था बिल्कुल लचर है। भीख माँगने वाले कतार में हैं। स्टेशन से लेकर मंदिर तक किसी न किसी रूप में लोग अपनी जेबें भरने की फिराक में दिख जा रहे हैं।  तीर्थयात्रियों का ताँता लगा हुआ है। कवि कोलेत्कर अपनी सूक्ष्म दृष्टि से इन सारी गतिविधियों व यथार्थ देख, सुन व पढ़ रहे हंै। अंधविश्वास की जड़ों को कवि पूरी तरह समझ रहा है, कि किस तरह पुजारी ने भगवान को गुलाम बना रखा है।  


उनका मकसद केवल लूटना है, उनका ध्यान मंदिर के पतन से नहीं है। रुदन और चीख से नही है। है केवल लोगों को बेवकूफ बनाकर अपनी रोटी सेंकना। कवि को अफसोस है कि हमारी संस्कृति किस कदर धूमिल हो रही है। अपने को धार्मिक कहनेवाले किस तरह शोषण कार्य में व्यस्त हैं। डॉ हनीफ ने यहाँ क्रिटिकल स्टडी में कोलेटकर की कविताओं का विस्तारपूर्वक अध्ययन व विश्लेषण किया है। कठिन शब्दों का अािर्थकरन भी किया है। कविता में चरित्रों  के साथ-साथ प्रत्येक कविता का अलग अलग ढंग से व्यक्त किया है । पोएटिक थॉट, फीलिंग्स, इमोशन्स, और स्टाइल के साथ-साथ शब्दों के चयन का विस्तारपूर्वक विश्लेषण किया है, जो अभूतपूर्व एवम समीचीन है। धर्म और साइंस, विश्वास और संस्कृति ,समय और परिस्थिति , पुरोहित-पुजारी और तीर्थयात्री, यथार्थ और मिथ्या, रूढ़िवादिता और सामाजिक मान्यता के साथ जीवन के वास्तविक पुट का साहित्यिक अध्ययन इस स्टडी का मूल है। डॉ हनीफ ने अपनी विशिष्ट अंदाज में इस पुस्तक को बहुआयामी बनाने का भरपूर प्रयास किया है जो स्तुत्य है । कोलेटकर के जीवन से लेकर उनकी आर्थिक तंगी का भी वर्णन किया है कि किस प्रकार एक साधारण सी कृति भी किसी को असाधारण बना देती है, यदि उसमें यथार्थ के ताने बाने हों । डॉ हनीफ की यह छठी रचना है ।

उत्तर प्रदेश : यूपी में ‘काम बोलता‘ है या ‘कारनामा‘

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कुछ घपले-घोटाले व कमीशन के लिए किए गए विकास कार्यो को छोड़ दिए जाएं तो यूपी में पांच साल में सिर्फ और सिर्फ अपराध यानी लूट, हत्या, डकैती, बलातकार, दंगे, अपहरण के सिवाय कुछ भी नहीं हुआ है। इसकी गवाही खुद पुलिस के रोजनामचे ही दे रहे हैं। खास यह यह है कि इन वाकयों में या तो सपा के मंत्री-विधायक या अन्य जनप्रतिनिधि शामिल है या वाकयों को अंजाम देने वालों पर इनका संरक्षण है। ताजा मामला सुल्तानपुर का है जहां सपा विधायक अरुण कुमार वर्मा पर हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ है। मनमाफिक खबर न छापने पर पत्रकार को जिंदा जलाकर मार डालने की धमकी के मामले में राज्यमंत्री राधेश्याम सिंह के खिलाफ रपट दर्ज है। अगर, अखिलेश यादव का काम बोलता है, के नारे का सच यही है तो बड़ा सवाल यही है कि क्या यूपी में विकास के दावों के बीच लोकतंत्र पर गुंडातंत्र हावी है? यूपी में काम बोलता है या कारनामा। क्या दागी विधायकों, मंत्रियों, माफियाओं, भ्रष्ट पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के साथ यूपी का विकास करेंगे अखिलेश यादव 





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बेशक, इन वाकयों के बीच 11 फरवरी को मतदान खत्म होते ही बागपत में एक मतदाता के घर के दीवार पर लिख दिया गया कि बीजेपी को वोट देना का अंजाम भुगतान होगा, क्योंकि अखिलेश यादव फिर से मुख्यमंत्री बन रहे हैं। फिरहाल वह मुख्यमंत्री बनेंगे या नहीं, यह तो 11 मार्च को पता चलेगा लेकिन पूरे यूपी में दहशत का माहौल है। यह सब तब हो रहा है जब यूपी विधानसभा चुनाव पूरे शवाब पर है। लाॅ एंड आर्डर को लेकर प्रदेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रही भाजपा व बसपा को चुनाव ऐलान के बाद हुई घटनाओं ने और आक्रामक होने का मौका दिया है। खास बात यह है कि बिजनौर से सुल्तानपुर तक हो रही घटनाओं का असर चुनावी मैदान व मतदाताओं में दिखने लगा है। 4 जनवरी को चुनाव कार्यक्रमों का निर्धारण होने के बाद राजधानी लखनउ सहित सूबे के कई जनपदों में बलातकार, लूट, हत्या, डकैती की घटनाओं की बाढ़ आ गयी है। जबकि आयोग का दावा था कि उसके कमान संभालने के बाद हालात बदलेंगे। हालांकि आयोग अब तक अभी अपना हनक नहीं दिखा सका है। असर यह है कि अब इन घटनाओं को सियासत की हाड़ी में पकाने की कोशिशे शुरु हो चुकी है। 

हौसलाबुलंद सपा संरक्षित गुंडे, माफिया, डकैत, बलातकारी इस कदर घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं कि उन्हें चुनाव आयोग का भी खौफ नहीं है। लखनउ में श्रवण हत्याकांड हो या मेरठ में व्यापारी की हत्या का मसला बीजेपी ने इसे मुद्दा बनाने के लिए पूरा दम लगा दिया है। श्रवण साहू हत्याकांड पर जनता की निगाहे इसलिए भी है क्योंकि इसमें लखनउ पुलिस की भूमिका पर सीधे सवाल उठे हैं। धमकी मिलने के बाद हत्या होने से लाॅ एंड आर्डर संदेह के घेरे में हैं। दुसरी ओर नोटबंदी से नाराज व्यापारियों को वापस लाने के लिए बीजेपी ने इसे सुरक्षा के सवाल से सीधे जोड़ दिया है। मेरठ में भी अमित शाह ने अपने पैदल मार्च को भी इससे जोड़ा था। सुरक्षा का सवाल आम आदमी से सीधे जुड़ा है इसलिए यह अपील भी करता है। वेस्ट यूपी में जाटों की नाराजगी की खबरों के बीच बिजनौर में जाट युवक की हत्या ने भी समीकरण बदले हैं। पहले चरण की वोटिंग के एक दिन पहले पेदा में विशाल की हत्या कर दी गयी। उसे बचाने में भी पिता भी गंभीर रुप से घायल हो गए। इस घटना को साम्प्रदायिक रंग इसलिए मिल गया क्योंकि दो अलग समुदायों के लोग इसमें शामिल थे। साथ ही पिछले साल 16 सितम्बर को पेदा में ही लड़की से छेड़छाड़ के बाद फैले साम्प्रदायिक तनाव से भी उसे जोड़ा जा रहा है। इस मामले में बीजेपी नेता चैधरी जेल में हैं। बीजेपी ने बिजनौर के सदर सीट से उनकी पत्नी शुचि चैधरी को टिकट दिया है। 

12 फरवरी की रात सुल्तानपुर के चोरमा में घर के पास ही गैंगरेप पीडिता का शव मिला था। इस मामले में पीडिता लड़की के परिवार ने जयसिंहपुर विधानसभा से चुनाव लड़ रहे अखिलेश के चहेते एवं विधायक अरुण वर्मा चुनाव लड़ रहे है। नजदीकियां इतनी अधिक है कि अखिलेश यादव ने अपने प्रचार अभियान की शुरुवात आरोपी विधायक के क्षेत्र से ही की। बता दें कि साल 2013 में पीड़िता ने अरुण वर्मा समेत 8 लोगों पर गैंगरेप का आरोप लगाया था। इस मामले में आगामी 21 फरवरी को सुनवाई होनी थी। उसके पहले ही पीड़िता की हत्या कर दी गयी। पीड़िता के पिता के मुताबिक घटना से पहले घर के सामने से गुजरने वाले रास्ते से विधायक का काफिला गुजरा था। लेकिन, विधायक के मुताबिक ये सब राजनीतिक साजिश है। शुरुआती जांच के मुताबिक सुल्तानपुर के जयसिंहपुर इलाके के गांव चोरमा में लड़की की गला दबाकर कर हत्या की गई है। जबकि सत्ता के धौंस में पुलिस ने जांच में विधायक समेत तीन लोगों को क्लीनचिट दे दी थी। इसी की 21 फरवरी को सुनवाई होनी थी। दो महीने पहले ही हाईकोर्ट के आदेश पर मिली सुरक्षा भी पीड़िता से हटा ली गई थी। जबकि कोर्ट ने पुलिस को हिदायत दी थी कि अगर विवेचना मे कोई खामी नजर आई तो जांच सीबीआई को सौंप दी जाएगी। इस बीच कोर्ट ने रानी लक्ष्मीबाई सम्मान कोष से पीड़िता को 7 लाख रुपए सहायता राशि भी दिए जाने का आदेश भी दिया था। 

कोर्ट के आदेश पर सख्त सुरक्षा के बीच अन्य आरोप‍ियों के खिलाफ चल रहे विचारण में पीड़िता ने 27 मई 2016 के अपने पहले के कलम बंद बयान का समर्थन किया। इसमें उसने विधायक अरूण वर्मा का नाम लिया था। पीड़िता ने बयान में विधायक के अलावा पूनम यादव, धीरेंद्र, आशुतोष सिंह, मोनू खान, अंजुम खान, गुड्डू लाला और अनिता सिंह के भी घटना मे शामिल होने की बात कही। इसके बाद भी पुलिस ने जांच मे 2 फरवरी 2014 को विधायक अरूण वर्मा, पूनम यादव और धीरेंद्र का नाम निकाल दिया। बाकी लोगों के खिलाफ आरोपपत्र कोर्ट भेज दिया, जहां अपर सत्र न्यायाधीश सप्तम सुल्तानपुर की कोर्ट मे उनका विचारण चल रहा है। पीड़िता ने विधायक और उनके दो साथियों को मिली क्लीन चिट के खिलाफ प्रोटेस्ट पिटीशन दायर किया था। इस पर निचली अदालत ने अग्रिम विवेचना का आदेश दे दिया, जिस पर अमल नहीं हुआ। इसके बाद पीड़िता के पिता हाईकोर्ट गए। 

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यूपी के अपराध को ही चुनावी मुद्दा बनाया है। सभाओं में मोदी ने कहा, यूपी सोने की चेन पहनकर घूमने वाली महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। जिस यूपी में हर दिन रेप, 12, 15, 17 हत्याएं होती हों, जेल में बंद लोग गैंग चला रहे हैं, जहां रोज निर्दोषों की हत्याएं, रेप, अपहरण होते हों, उसे आप अखिलेश के काम कहेंगे कि कारनामे। अगर यही रवैया रहा तो कुछ सालों में हिंदुस्तान का सबसे बड़े प्रदेश को गुंडों के हवाले कर दिया जाएगा। यूपी में पहले चरण का मतदान खत्म होने के बाद अब सूबे की जंग जीतने के लिए बड़े-बड़े दावों का दौर शुरू हो गया है। तय हो गया कि कितने ही गठबंधन कर लो, पाप धुलने वाले नहीं हैं। “अखिलेश यादव सरकार उत्तर प्रदेश का विकास करने की जगह गठबंधन करने में लगी है।” 11 फरवरी को सूबे के राज्यमंत्री राधेश्याम सिंह पर एक पत्रकार को जिंदा जलाने की धमकी देने के आरोप में रपट दर्ज है। पुलिस के अनुसार कुशीनगर की हाटा सीट से सपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे चिकित्सा शिक्षा राज्यमंत्री राधेश्याम सिंह के खिलाफ एक राष्ट्रीय दैनिक अखबार के स्थानीय प्रतिनिधि मनोज गिरि ने जिंदा जलाने की धमकी देने की शिकायत रपट दर्ज कराई है। गिरि का आरोप है कि मंत्री राधेश्याम सिंह ने उन्हें फोन करके कहा, ‘‘तुम मेरे बारे में गलत खबरें लिखकर अफवाहें फैलाते हुए जिससे मुझे चुनाव में नुकसान होगा। अगर तुम नहीं मानोगे तो 4 मार्च को अपने यहां मतदान के बाद तुम्हें मिट्टी का तेल डालकर आग लगा दूंगा।’’

हो जो भी, यूपी में एक के बाद एक ताबड़तोड़ हो रही हत्याएं, लूटपाट, डकैती, योजनाओं में बंदरबाट, यादव सिंह जैसे भ्रष्ट अफसरों को बचाने, जवाहरबाग की तर्ज पर जगह-जगह जमीन हथियाने, सरकारी नौकरियों के भर्ती में धांधली एवं मानक में अनदेखी, न्याय के लिए सड़क पर उतरे लोगों को लाठियां, सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों की सपाई गुंडो द्वारा सरेराह कत्लेआम, पेड़ों पर फलों की जगह लटकती बहन-बेटियों की लाशे, हाईवे पर दरिंदगी का तांडव, करोड़ों-अरबों की लागत से बनी सड़कों का छह माह में ही उखड़ जाना, मुजफ्फरनगर समेत 200 से अधिक दंगों में कत्लेआम, आगजनी व खून-खराबा तथा आरोपियों को छोड़ निर्दोषों पर फर्जी मुकदमें दर्ज कर प्रताड़ना और कार्य पूरा हुए बगैर उद्घाटन की संस्कृति, दिन-रात बिजली की अघोषित कटौती, साफ पानी को तरसते शहर, ,अपनी किस्मत पर रोता बुंदेलखंड, बालीवुड के ठुमको पर झूमता सैफई, कश्मीर बनता कैराना ही अगर आपकी उपलब्धियों है तो कोई बात नहीं, लेकिन काम बोलता है, के नारे का जवाब देने के लिए जनता ब्रेशब्री से इंतजार कर रही है। मतलब साफ है आपकी नाकामियां ही आपको बेदखल करने के लिए काफी है।  



(सुरेश गांधी)

वैलेंटाइन डे के इतिहास को कन्या पूजन दिवस में बदला

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  • मति की स्वच्छता से ही जीवन जीने का आनन्द प्राप्त हो सकता है

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नौगांव [   छतरपुर ]-अंग्रेजी सभ्यता का परिचायक वैलेंटाइन डे के इतिहास को हम सभी को मिलकर बदलना होगा अन्यथा आने बाला समय भारतीय संस्कृति को नष्ट कर देगा।  बर्तमान समय हिंदुस्तान के इतिहास को बदलने की साजिश को नाकाम करने के लिए भारत सरकार , प्रदेश सरकारों के साथ -साथ स्थानीय संस्थाओ को अपनी नैतिक जुम्मेदारी के साथ प्रत्येक सामाजिक समरसता के आयोजनों के माध्यम से अंग्रेजो की परम्पराओ और रीति रिवाजो को समाप्त करने के लिए बिशेष जागरूकता अभियान चलाना होगें। आज आम व्यक्ति को अपनी मति की स्वच्छता को पवित्र बनाना होगा तभी जीवन जीने का आनंद हम आप को प्राप्त हो सकेगा।  


उपरोक्त विचार नौगांव  के समाज सेवी श्री संतोष गंगेले ने वैलेंटाइन डे के इतिहास को बदलने के लिए 14 फरबरी को सुबह अपने बड़े बुजुर्ग का आशीर्वाद लेकर शासकीय हाई स्कूल और  माध्यमिक शाला करारगंज के सैकड़ो भैया -बहनों के बीच बेटियो का कन्या पूजन के साथ उनका पुष्प मालाओ से स्वागत किया , भैया छात्रों ने अपनी संस्था में अध्ययनरत बहनो बेटियो के चरणों पर पुष्प अर्पित कर पैर पखार कर बहनो का आशीर्वाद लिया।  इसी प्रकार आलीपुरा ,पुतरया -पचवारा की शिक्षण संस्थो में श्री संतोष गंगेले ने सामाजिक समरसता के आयोजन कर वैलेंटाइन डे के इतिहास को बदलने की पहल की जिसका हर आम -खास नागरिक ने स्वागत किया !  

उत्तर प्रदेश : पश्चिम उत्तर प्रदेश में फूट गया नोटबंदी का बम!

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किसानों के गुस्से ने केसरिया मजहबी सियासत को शिकस्त दे दी,असर पूरे यूपी पर होना है।दलित मुसलमान एकता से बदलने लगी है फिजां तो मजहबी सियासत पस्त है। मुसलमानों के बेहिचक  बसपा के साथ हो जाने से साइकिल के दोनों पहिये भी पंक्चर!



खास खबर यह है कि पश्चिम उत्तर प्रदेश में  नोटबंदी का बम फूट गया है। अजित संह की मौकापरस्ती की वजह से पहली बार पश्चिम उत्तर प्रदेश के  किसानों पर चौधरी चरण सिंह की विरासत का कोई असर नहीं हुआ है।यूपी में आज पहले चरण का मतदान खत्म हो गया है।पश्चिम उत्तर प्रदेश में आज 15 जिलों की 73 सीटों पर मतदान हुआ है।  उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के पहले चरण में 15 जिलों की कुल 73 सीटों पर आज छिटपुट घटनाओं के बीच औसतन करीब 64 प्रतिशत वोट पड़े। खास बात यह है कि  इसबार महिलाओं ने बढ़ चढ़कर जोश दिखाया जिसकी वजह से करीब 3 करोड़ लोगों ने वोट डाला है। पिछली बार 61 प्रतिशत मतदान हुआ था। 839 उम्मीदवारों की किस्मत EVM में आज बंद हो गई है। यूपी से आ रही खबरों का लब्बोलुआब यही हैकि छप्पन इंच के सीने के लिए ऐन मौके पर राम की सौगंध खाकर राममंदिर निर्माण के संकल्प के बावजूद अबकी दफा फिर यूपी की जनता ने वानरसेना बनने से इंकार कर दिया है और किसानों के नरसंहार के ऩसरसंहार के चाकचौबंद इंतजाम की कीमत संघ परिवार को चुकाना ही होगा। पश्चिम उत्तर प्रदेस में दंगाई सियासत के जरिये यूपी जीतने और नोटबंदी से यूपी जीतने का कारपोरेट हिंदुत्व एजंडा मतदान के पहले ही चरण में बुरीतरह फेल है और बढ़त दलित मुसल्मान एकता को है,जिसकी जरुरत पर बहुजन बुद्धिजीवी एचएल दुसाध ने हस्तक्षेप पर लगे अपने आलेख में खास जोर दिया है।

बिना किसी सोरगुल के मायावती ने नये सिरे से सोशल इंजीनियरिंग करके अखिलेश के अल्पसंख्यक उत्पीड़न,कांग्रेस क मौकापरस्ती और संघ परिवार की दंगाई सियासत को करारा जबाव दिया है।बामसेफ ने भी अलग पार्टी बनाकर लोकसभा चुनाव लड़ने के बाद इसबार बाजपा को हराने वाले उम्मीदवार को जिताने की मुहिम चलाकर भाजपा के खिलाफ दलित मुसलमान गढबंधन फिर खड़ा करने में मददगार है। अजित सिंह सत्ता के लिए सौदेबाजी के माहिर खिलाड़ी है तो अखिलेश के साथ कड़क मोलभाव में वे गच्चा खा गये।वैसे भी वे पश्चिम उत्तर प्रदेश के किसानों के नेता अजित सिंह अब अब रहे नहीं है और न किसानों के हितों से उन्हें कुछ लेना देना नहीं है। इसके उलट,अजित सिंह ने चौधरी साहब की विरासत का जो गुड़ गोबर किया,उसकी वजह से उत्तर भारत के किसानों और खास तौर पर जाटों को चौधरी साहेब के अवसान के बाद भारी नुकसान उठाना पड़ा है। मुजफ्फर नगर में संघ परिवार को खुल्ला खेलने देकर अजित सिंह ने जो भारी गलती की है,उसके लिए उन्हें पश्चिम उत्तर प्रदेश के हिंदू मुसलमान किसान कभी माफ नहीं करेंगे।भाजपा को हराने के लिए सपा के आत्मघाती मूसलपर्व की वजह से और कांग्रेस के दंगाई इतिहास की वजह से मुसलमानों ने बसपा को वोट देने का फैसला करके यूपी में केसरिया अश्वमेधी अभियान के सारे सिपाहसालारों को चित्त कर दिया है।बाकी यूपी में भी इसका असर होना है। 

दूसरी तरफ, उत्तराखंड में भी भूमि माफिया से नत्थी भाजपा ने अपने तमाम पुराने नेताओं को किनारे लगाकर जैसे एक के बाद एक भ्रष्ट नेताओं को टिकट बांटे हैं,वहां भी पश्चिम उत्तर प्रदेश की तरह पांसा बदल जाये तो कोई अचरज की बात नहीं होगी।वैसे पश्चिम यूपी के वोट औरभाजपा विरोधी हवा का उत्तराखंड की तराई में भी असर होना है। मुश्किल यह है कि उत्तराखंड जीतने में कांग्रेस की कोई दलचस्पी नहीं है।छोटा राज्य होने की वजह से कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व के लिए उत्तराखंड में खास दिलचस्पी नहीं है तो दसों दिशाओं में गहराते संकट के बादल की वजह से संघ परिवार कमसकम उत्तराखंड जीतने के लिए पूरी ताकत झोंक रही है।कांग्रेस के नेता खासकर हरदा के खासमखास वफादारलोग उन्हें हरामने में कोई कसर छोड़ नहीं रहे हैं। गौरतलब है कि किसान सभा और वाम किसान आंदोलनों के दायरे से बाहर उत्तर भारत और बाकी देश में चौधरी चरण सिंह के किसान आंदोलन का असर अब इतिहास है।फिरभी उत्तर भारत के किसानों खासकर पंजाबियों,सिखों और जाट गुज्जरों और मुसलामनों में सामाजिक तानाबाना सत्तावर्ग की दंगाई मजहबी सियासत के बावजूद अब भी अटूट है। खासकर आगरा से लेकर बरेली तक और मेरठ गाजियाबाद से लेकर हरियाणा और उत्तराखंड के हरिद्वार जिले तक किसानों में नाजुक बिरादाराना रिश्तेदारी रही है जाति धर्म नस्ल भाषा  के आर पार,जिसपर  मेऱठ,अलीगढ़,मुरादाबाद ,आगरा  के दंगों ने और बाबरी विध्वंस के बाद पूरे उत्तर प्रदेश में दंगाई फिजां बने जाने का भी कोई असर नहीं हुआ था।

पिछले लोकसभा चुनाव से पहले मुजफ्फरनगरके देहात में दंगा भड़काकर किसानों और खासकर जाटों का जो केसरियाकरण किया संघ परिवार ने,उसके आधार पर यूपी में हिंदुत्व के नाम राममंदिर आंदोलन के बाद धार्मिक ध्रूवीकरण हो गया था और पूर्वी उत्तर प्रदेश में अपना दल के साथ गंठबंधन के जरिये भाजपा को लोकसभा चुनाव में बसपा, कांग्रेस और सपा के सफाया करने में कामयाबी मिली है।अब सिरे से पांसा पलट गया है। संजोग से नोटबंदी का असर खेती पर जिस भयानक तरीके से हुआ और जाटों को आरक्षण के नाम जिस तरह धोखा केंद्र सरकार ने गुजरात के पटेलों और राजस्थान के गुज्जरों की तरह दिया,उससे हालात सिरे से बदल गये हैं। मेरे पिताजी चौधरी साहेब के भारतीय किसान समाज के राष्ट्रीय कार्यकारिणी में थे,तब मैं अपने गांव के बगल में गांव हरिदासपुर में प्राइमरी स्कूल में था।तराई में चौधरी नेपाल सिंह 1958 के ढिमरी ब्लाक आंदोलन के दौरान पिताजी के कामरेड हुआ करते थे,जिनसे हमारे पारिवारिक संबंध बने हुए रहे हैं। तराई के जाटों को हम शुरु से अपने परिजन पंजाबी,सिखों,पहाड़ियों,देशी और बुक्सा-थारु गावों के लोगों की तरह मानते रहे हैं।मुसलमान आबादी हमारे इलाके में उतनी नहीं रही है।फिर हमारे बचपन के दौरान साठ के दशक में विभाजन के जख्म सभी शरणार्थियों में इतने गहरे थे कि मुसलमान गांवों से रिश्ते बनने से पहले हम नैनीताल पढ़ने को निकल गये। 1984 से 1990 तक मैं बाहैसियत पेशेवर पत्रकार रहा हूं और बिजनौर में सविताबाबू का मायका है।तब से लेकर अब तक पश्चिम उत्तर प्रदेश से हमारा नाता टूटा नहीं है।टिकैत के किसान आंदोलन के बाद साबित हो गया है कि पश्चिम उत्तर प्रदेश के किसान चाहें तो सारा राजनीतिक समीकरण की ऐसी तैसी कर दें। राजस्थान और  हरियाणा के जाट नेतृत्व और उनकी ताकत भी हम जान रहे हैं।जाटों ने भाजपाको हराने की कसम खायी है तो संघ परिवार यूं समझो कि यूपी की सियासत से बाहर है।





liveaaryaavart dot com(पलाश विश्वास)

प्रधानमंत्री के पीए को यह याद दिलाते रहना चाहिये की साहेब आप देश के पीएम है....

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प्रधानमंत्री संविधान का वो पद जो किसी देश के शासनाध्यक्ष होता है। उस पद कि एक अलग ही गरिमा होती है ।जब भक्त कोई नेता किसी संविधान के पद पर बैठे तो उसे पता होना चाहिये की वो पद की गरिमा क्या है? कल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा राज्यसभा में दिया गया भाषण बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण और गैर शालीन था । इस बयान के बाद भाजपा के अनेक नेता इसे अभिव्यक्ति से जोड़कर बताने में लगे है । लेकिन वो शायद यह भूल गये है कि नरेन्द्र मोदी एक आम आदमी नहीं एक संवेधानिक पद पर बैठा एक पीएम है ।जो एक राष्ट्र का नेतृत्व कर्ता होता  है । जिसका बयान राष्ट्र का बयान माना जाता है । प्रधानमंत्री के पिए को यह बात याद दिलाते रहना चाहिये की साहब आप भाजपा के नेता नहीं राष्ट्र के नेता है । और आपका बयान राष्ट्र को नीचे दिखलाने का काम कर सकता है। जहाँ तक प्रधानमंत्री कि बात है तो सन् 1985-86 कि बात है देश के प्रधानमंत्री राजीव गांधी थे। उनके श्रीलंका दौरे के दौरान वहां के चरमपंथी संगठन लिट्टे के द्वारा प्रधानमंत्री राजीव गांधी पर हमला कर दिया गया। जब राजीव गांधी वापस देश लौटें तो तात्कालिन राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह प्रोटोकाॅल तोड़ कर उनको लेने दिल्ली एयरपोर्ट गये । जब पत्रकारों ने उनसे इस बाबत् सवाल किया तो ज्ञानी जैल सिंह जी के जवाब थे कि मैं किसी राजीव को लेने यहाँ नहीं आया हूँ बल्कि 70 करोड़ लोगों के नेता को लेने आया हूँ । यही बात प्रधानमंत्री को आत्मज्ञान कर लेना चाहिये....और साथ उनके पीए को हमेशा यह याद दिलाते रहना चाहिये कि साहब आप देश के नेता है, देश के पीएम है ना कि स्टार प्रचारक..!!





(अविनीश मिश्रा)
लेखक माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय में अध्ययनरत है।

विशेष : दंड एवं सजामुक्त हो स्कूली परिवेश

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देश के स्कूलों में शारीरिक दंड पर रोक के बावजूद स्कूली बच्चों के साथ पिटाई का सिलसिला नहीं रुक रहा है। देश में सख्त कानून बन जाने के बावजूद किसी-न-किसी हिस्से में हर दिन ऐसी घटनाओं का घटित होना चिन्तनीय है। हाल ही में दिल्ली में तीसरी कक्षा में पढ़ने वाले एक छात्र के होमवर्क पूरा नहीं करने पर उसकी आंख पर शिक्षिका द्वारा घूंसा मारने की घटना हो या जम्मू में एक अध्यापक द्वारा नौंवी क्लास के बच्चे के पेट में लात मारने से उसकी किडनी के खराब हो जाने की घटना न केवल शर्मनाक हैं बल्कि समूची शिक्षा व्यवस्था के लिए शर्मसार करने वाली त्रासदियां है। स्कूल के हिंसक होने की घटनाएं तो और भी भयावह है जिनमें बच्चों के कान तक ब्लेड से काटे गए हैं और कई बार तो बच्चों की जान भी इस प्रकार की मार पिटाई से जा चुकी है। इन विडम्बनापूर्ण वीभत्स घटनाओं पर नियंत्रण जरूरी है और इसके लिये उचित कदम उठाये जाने चाहिए। मनुष्य को मनुष्यता का भान कराने, अहिंसा-करुणा-प्रेम का पाठ पढ़ाने एवं जीवन के समग्र विकास में शिक्षा ही सशक्त माध्यम है तथा सभ्यता और संस्कृति से परिचित कराने का यही दर्पण है। लेकिन शिक्षा के मन्दिरों में आज जिस तरह की छोटे-छोटे बच्चों के साथ मारपीट एवं हिंसा की घटनाएं हो रही है, उससे यही प्रतीत होता है कि आज की शिक्षा में कोई खामी है, त्रुटि है या अधुरापन है, इसमें आधारभूत सुधारों की आवश्यकता है। इस पर वर्षों से राष्ट्रीय स्तर पर चर्चाएं, सम्मेलन होते रहते हैं तथा अनेक शिक्षा-शास्त्रियों के आयोग भी बनाए गए। पर हमारी शिक्षा प्रणाली अभी तक उपयुक्त दिशा नहीं पा सकी, भारतीयता के मूल्यों की पटरी से उतरी हुई है।


इसका प्रमाण है कि राजधानी के एक स्कूल होमवर्क न होने पर तीसरी कक्षा के छात्र की निर्मम एवं बेरहमी से की गयी पिटाई। सुदूर क्षेत्रों में नहीं बल्कि राजधानी दिल्ली में कुछ निजी स्कूलों में ही नहीं सरकारी स्कूलों में भी कायदे कानून का पालन नहीं होता। उन्हें यह भी नहीं पता कि अभिभावक अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा और बेहतर भविष्य के लिए स्कूल भेजते हैं। उनके साथ मारपीट करने की छूट किसी भी हालत में नहीं दी जा सकती। शिक्षा निदेशालय को चाहिए कि वह इस तरह के मामलों की गहनता से जांच करे और दोषी शिक्षिका और स्कूल प्रशासन के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे। ऐसा इसलिए भी जरूरी है कि निजी स्कूलों के साथ-साथ सरकारी स्कूलों पर इस तरह बच्चों पर बेरहमी से पिटाई के आरोप लगते रहे हैं। 

विडम्बनापूर्ण तो यह है कि प्राइवेट स्कूलों में इस तरह की हिंसक एवं त्रासद घटनाएं अधिक देखने में मिल रही है, इससे इन महंगे स्कूलों की साख गिरती ही है साथ ही बच्चों का विकास भी अवरुद्ध होता है। ज्यादातर निजी स्कूलों में छोटे बच्चों को पढ़ाने की जिम्मेदारी शिक्षिकाओं को यह सोचकर सौंपी जाती है कि वे मां की तरह बच्चों का ख्याल रखेंगी, लेकिन यह घटना यह बताती है कि शिक्षिकाएं किस तरह से लापरवाही बरतती हैं। इस मामले में आरोपों को देखें तो यह पता चलता है कि स्कूल प्रशासन ने भी कोई सहृदयता नहीं दिखाई। बल्कि स्कूल प्रबंधन तो ऐसे मामलों को छिपाने में लगे रहते हैं। दरअसल ज्यादातर निजी स्कूल रसूखदार लोगों के हैं। इनका मकसद उन्नत शिक्षा से ज्यादा अधिकतम फायदा कमाना होता है। ऐसे में ये प्रशिक्षित शिक्षकों के बजाय किसी को भी काम पर रख लेते हैं। ऐसा माना जाता है कि कम धन देने वाले सरकारी स्कूलों में सुविधा नहीं मिलती, लेकिन ज्यादा धन देने के बावजूद अगर लोगों के बच्चे सुरक्षित नहीं हैं तो फिर रास्ता क्या बचता है? 

हजारों की तादाद में देश में अंग्रेजी और मिशनरी स्कूल चल रहे हैं जहां अनेक सजा देने की घटनाएं इसलिये होती है क्योंकि बच्चे भारतीय संस्कृति और उससे जुडे़ संस्कारों को अपनाने की भूल कर जाते हैं। इन स्कूलों में पाठ्यक्रम से लेकर प्रार्थनाएं तक अंग्रेजी मंे होती हैं। हम हैं कि एक दीवानगी पाले हुए हैं कि हमारा बच्चा अंग्रेजी मंे धड़ल्ले से बोले। इन स्कूलों में पढ़कर बच्चा हिन्दी में भी बोलेगा तो भी इंगलिश स्टाइल में। सोचेगा तो इंगलिश में और हिन्दी में बोलेगा तो लगेगा कि अनुवाद कर रहा है। आश्चर्य तो इस बात का है कि अध्यापक (नहीं, सर और मैडम) भारतीय होकर भी विदेशी भाषा और संस्कृति के गुलाम बने हुए हैं। हमारी संस्कृति पर केवल विदेशी टी.वी. के चैनल ही हमला नहीं कर रहे बल्कि असली धारदार हथियार तो ये स्कूल हैं, जो जड़ें ही काट देते हैं। विदेशी भाषा का हम भाषा और साहित्य की दृष्टि से आदर कर सकते हैं, कुछ अंशों में विदेशी संस्कृति के अच्छे पक्षों को भी स्वीकार सकते हैं पर भारतीय भाषा और भारतीय संस्कृति की कीमत पर कत्तई नहीं। ऐसे स्कूल में एक बार एक लड़के को इसलिए अपमानित होना पड़ा कि रक्षा बन्धन के पवित्र त्यौहार पर राखियां बांधे स्कूल चला गया। एक दूसरे कान्वेंट स्कूल में एक लड़की को इसलिए कक्षा में नहीं घुसने दिया गया क्योंकि उसके हाथों पर मेहंदी रची हुई थी। यह जानकर मेरा ही नहीं मेरे सुधी पाठकों! आपको भी धक्का लगेगा। लेकिन यह सच्चाई है। इस प्रवाह में केवल मिशनरी ही नहीं अनेक भारतीय संचालक भी बह रहे हैं। स्कूलों के नाम भी अंग्रेजी, ड्रेसें भी अंग्रेजी। उद्देश्य केवल अर्थलाभ। संस्कृति को मिटाकर, सबकुछ भुलाकर। हमारे यहाँ की शिक्षा प्रणाली की विसंगति का ही परिणाम है कि हमें अहिंसा नही,ं हिंसा प्रेरणा मिलती है। आधुनिक जीवनशैली में एक और बात भी आपने देखी होगी जो मारते पीटते नहीं भी हैं वो भी अपनी जबान से जरूर कहेंगे बच्चों को “पिटाई लगेगी” अथवा हाथों से मार लगाने वाला इशारा ही करेंगे, जैसे कि ये बहुत आवश्यक हो और इसके बिना काम चल ही नहीं सकता। सवाल यह उठता है कि हमारी भारतीय संस्कृति में हिंसा को सर्वत्र त्याज्य माना गया है तो फिर मार पिटाई का इतना महत्व क्यों है और क्यों वो इतना रच बस गई है यहाँ के जीवन में?

मेरी दृष्टि में बच्चों के प्रति की गई हिंसा कदापि भी उचित नहीं है क्योंकि वो छोटा है, नासमझ है, कमजोर है तथा प्रतिकार करने में असमर्थ है, आखिर उसको समझाने या सुधारने के लिए मारने की ही आवश्यकता क्यों है? क्या और कोई उपाय नहीं? मार का ही डर क्यों? मार से बच्चा और ज्यादा निष्ठुर, निर्दयी, बेहया और ढीठ हो जाता है, सोच लेता है कि चलो एकाध थप्पड़ या डंडा और खा लेंगे। यदि ये तरीका उचित होता तो आज क्यों दुनिया भर और भारत में भी इसके खिलाफ कानून बनता? इस प्रकार के हिंसक और निर्मम तरीके स्वीकार्य नहीं है। तभी दुनिया के बहुत से देशों में दण्ड इस तरह की प्रथाएं खत्म की गईं और पढ़ाने के नए तरीकों का विकास किया गया और ऐसा नहीं है कि उन देशों में बच्चे पढ़ लिख कर उच्च योग्यता नहीं प्राप्त करते हों। हमारे देश में भी कानून तो बन गया परन्तु उसे प्रभावी तरीके से लागू किया जाना जरूरी है। शिक्षकों को प्रशिक्षित करने की जरूरत है कि वे बिना मारे-पीटे एवं हिंसक हुए किस तरह से पढ़ा सके?



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(ललित गर्ग)
ई-253, सरस्वती कुंज अपार्टमेंट
25, आई0पी0 एक्सटेंशन, पटपड़गंज, दिल्ली-92
फोन: 22727486 मोबाईल: 9811051133

आमिर खान 400 करोड़ी फिल्म की धमाकेदार तैयारी में

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यशराज बैनर के साथ आमिर खान की अगली फिल्म ‘ठग्स ऑफ हिंदुस्तान’ काफी चर्चा बटोर रही है। जबकि फिल्म 2018 दिवाली पर रिलीज होगी। खैर, आमिर खान अपनी हर फिल्म से दर्शकों को हैरान करते आए हैं, लिहाजा ठग्स ऑफ हिंदुस्तान से भी कुछ वैसी ही उम्मीद की जा रही है। फिल्म की सेट से आमिर खान की पहली तस्वीर शेयर की है और इस तस्वीर से ही साफ है कि फिल्म धमाकेदार होगी। फिल्म में आमिर का लुक अन्य फिल्मों के मुकाबले अलग है,और देखकर लगता ही नहीं, यह वहीं है जिन्हें हमने फिल्म दंगल में देखा था। आमिर खान भी इस फिल्म को लेकर बेहद उत्साहित हैं।   ‘ठग्स ऑफ हिंदुस्तान’ से बॉक्स ऑफिस ने भी काफी उम्मीदें लगा रखी है। माना जा रहा है कि फिल्म 400 करोड़ क्लब की शुरूआत करेगी।  दंगल के साथ आमिर खान ने बॉक्स ऑफिस पर 350 करोड़ क्लब की शुरूआत तो कर ही दी है। अब आमिर 400 करोड़ क्लब की शुरूआत करने वाले हैं.. ऐसी उम्मीद जताई जा रही है।  ज्यादा स्क्रीन.. ज्यादा कमाई ...दंगल महज 4300 स्क्रीन पर रिलीज की गई थी। लेकिन ठग्स ऑफ हिंदुस्तान यशराज फिल्म्स बैनर तले बन रही है। लिहाजा, गारंटी है कि फिल्म 5000 स्क्रीन से ऊपर ही रिलीज होगी।


आमिर- अमिताभ
ठग्स ऑफ हिंदुस्तान में पहली बार आमिर खान और अमिताभ बच्चन एक साथ आ रहे हैं। जाहिर सी बात है धमाका तो होगा ही। माना जा रहा है कि ये फिल्म यशराज फिल्म्स का काफी महंगा प्रोजेक्ट है।
  
दिवाली रिलीज
क्रिसमस से हटकर अब आमिर खान दिवाली पर अपनी फिल्म रिलीज करने वाले हैं। कोई शक नहीं कि फेस्टिवल सीजन का फायदा तो फिल्म को मिलेगा ही मिलेगा।
  
ब्लॉकबस्टर जोड़ी
इससे पहले आमिर खान ने निर्देशक विजय कृष्णा आचर्या और यशराज बैनर के साथ फिल्म धूम 3 किया है। यह फिल्म ब्लॉकबस्टर रही थी। और 250 करोड़ क्लब की शुरुआत की थी।

350 करोड़ पार
दंगल से आमिर खान ने 350 करोड़ क्लब की शुरुआत कर दी है। बता दें, इससे पहले आमिर ने ही 100, 200, 300 करोड़ क्लब की शुरुआत की है। लिहाजा, कोई शक नहीं कि 400 करोड़ कमाने की उम्मीद हम आमिर से ही कर सकते हैं।
  
प्रमोशन
यशराज फिल्म्स अपनी फिल्मों की पब्लिसिटी और प्रमोशन में कोई कमी नहीं छोड़ती। जब प्रोडक्शन से यशराज का नाम जुड़ जाए.. तो प्रमोशन का फायदा तो फिल्म को मिलता ही है।
  
हॉलीवुड फिल्म से प्रेरित
माना जा रहा था यह फिल्म पाइरेट्स ऑफ कैरेबियन से प्रेरित है। हालांकि इस लेकर अभी तक कोई खुलासा नहीं किया गया है। लेकिन यदि ऐसा है तो फिल्म को लेकर फैंस का आर्कषण दुगुना हो सकता है।

अमेरिका ने उ.कोरिया के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय एकजुटता की मांग की

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जिनेवा ,15 फरवरी, उत्तर कोरिया के बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण से बौखलाये अमेरिका ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से एकजुट होकर उसके खिलाफ सामूहिक कार्रवाई करने की मांग की। यहां निरस्त्रीकरण पर कल आयोजित एक सम्मेलन में अमेरिकी राजदूत राबर्ट वुड ने उत्तर कोरिया के इस कदम को अंतरराष्ट्रीय कानून की उपेक्षा बताया और इसके खिलाफ पूरे विश्व को एकजुट होने और कदम उठाने की सलाह दी। श्री वुड का यह बयान उत्तर कोरिया के उस स्पष्टीकरण के बाद आया जिसमें उसने कहा था कि उसकी ओर किए गए विभिन्न मिसाइल परीक्षण उसकी अपनी राष्ट्रीय संप्रभुता को बचाने और अपने लोगों की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम है । श्री वुड ने कहा कि उत्तर कोरिया के परमाणु हथियार और बैलिस्टिक मिसाइल क्षमताओं संबंधी सभी प्रयासों पर अग्रिम रूप से प्रतिबंध लगा देना चाहिये। इसके अलावा यदि ऐसी स्थिति आती है तो उत्तर कोरिया को रोकने के लिये तथा आपसी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिये सामूहिक प्रयास करने पड़े तो विश्व के सभी देशों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सामूहिक कार्रवाई करना चाहिये।

दक्षिण कोरिया ने किम के भाई की मौत पर बुलायी सुरक्षा बैठक

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सोल, 15 फरवरी, दक्षिण कोरिया के प्रधानमंत्री ने उत्तर कोरिया के सर्वोच्च नेता किम जोंग उन के सौतेले भाई किम जोंग नाम की मलेशिया में हुई संदिग्ध हत्या के बारे में चर्चा के लिए आज सुबह राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक बुलायी है। दक्षिण कोरिया की संवाद समिति योनहाप ने कल अपनी एक रिपोर्ट में सरकारी सूत्रों के हवाले से बताया कि किम जोंग नाम पर जहरीली सुई से हमला हुआ था। हालांकि सूत्र ने इस संबंध में कोई अतिरिक्त जानकारी नहीं दी। योनहाप ने एक अन्य सूत्र के हवाले से दावा किया है कि उत्तर कोरिया की जासूसी एजेंसी ने हवाई अड्डे पर जोंग नाम के अंगरक्षकों और मलेशियाई पुलिस के बीच सुरक्षा खामियों का लाभ उठा कर इस हत्या को अंजाम दिया। दक्षिण कोरियाई टीवी चैनल चोसुन के अनुसार दो महिला एजेंटों ने कुआलालंपुर के एक हवाई अड्डे पर जहर की सुई का उपयोग कर 46 वर्षीय जोंग-नाम की हत्या की। टीवी चैनल ने दावा किया है कि दोनों महिलाएं एक कार से फरार हो गईं। मलेशियाई पुलिस ने कल बताया था कि उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन के सौतेले भाई किम जोंग नाम यहां मृत पाये गये हैं।

संरा ने शांति अभियान के लिए की नए प्रमुख की नियुक्ति

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संयुक्त राष्ट्र, 15 फरवरी, संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने शांति और सुरक्षा कार्यक्रम में सुधार के अपने अभियान के तहत संगठन के शांति अभियान के नए प्रमुख को नियुक्त किया है तथा तीन वरिष्ठ अधिकारियों को बहाल रखा है। गत दिसम्बर में पद भार संभालने वाले श्री गुटेरस ने एक बयान में बताया कि फ्रांस के राजनयिक जीन पियरे लेक्रोइक्स एक वर्ष के कार्यकाल के लिए संरा के शांति अभियान के प्रमुख होंगें। उनके पूर्ववर्ती हेर्वे लेडसोयूस ने कार्यकाल बढ़ाने के आमंत्रण को अस्वीकार कर दिया था। श्री लेक्रोइक्स एक अप्रैल से पदभार संभालेंगे। श्री गुटेरस ने कहा,“मैंने सचिवालय में शांति और सुरक्षा रणनीति में सुधार की घोषणा की है। कामकाज और वास्तुकला प्रमुख प्राथमिकता होगी। इस महत्वपूर्ण काम में सभी स्टाफ सदस्यों की विशेषज्ञता और अनुभव की आवश्यकता होगी” इसके अलावा संरा के शांति स्थापना समर्थन के सहायक महासचिव ऑस्कर फर्नांडीज टरांको, फील्ड समर्थन के प्रमुख अतुल खरे और राजनीतिक मामलों के प्रमुख जेफरी फेल्टमान ने भी अप्रैल 2018 तक कार्यकाल बढाने के श्री गुटरेस के अनुरोध को स्वीकार कर लिया है।


अमेरिका ने रूस पर नई मिसाइल तैनात करने का लगाया आरोप

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वाशिंगटन, 15 फरवरी, रूस ने हथियार नियंत्रण संधि इंटरमीडिएट रेंज न्यक्लियर फोर्सेज (आईएनएफ) संधि के उल्लंघन की अमेरिकी अधिकारियों की शिकायतों के बावजूद एक नये क्रूज मिसाइल को तैनात किया है। इस संधि के तहत अमेरिका और रूस पर जमीनी स्तर पर मध्यम दूरी की मिसाइलों को तैनात करने पर पाबंदी है। ट्रम्प प्रशासन के एक अधिकारी ने आज यह जानकारी दी। रूस ने गुप्त रूप से एसएससी-8 नामक क्रूज मिसाइल को तैनात किया है जिसका पिछले कई वर्षाें से विकास और परीक्षण किया जाता रहा है। अधिकारी ने इस संबंध में सबसे पहले न्यूयॉर्क टाइम्स में प्रकाशित रिपोर्ट की पुष्टि करते हुए कहा कि रूस द्वारा 1987 के मध्यम दूरी के आईएनएफ के उल्लंघन की अमेरिका की शिकायतों के बावजूद इसे तैनात कर दिया गया। अधिकारी ने अपना नाम नहीं प्रकाशित करने की शर्त पर कहा,“हमें मालूम है कि यह पुराना मुद्दा है। ओबामा प्रशासन के समय हुई आईएनएफ संधि का उल्लंघन कर रूस इन चीजों का विकास और परीक्षण करता रहा है।” अधिकारी ने कहा,“मुद्दा अब मिसाइल की तैनाती को लेकर है और यह आईएनएफ संधि का और भी बड़ा उल्लंघन है।” टाइम्स की रिपोर्ट पर रूस के रक्षा मंत्रालय की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की गई है। हालांकि रूस ने पूर्व में संधि के उल्लंघन के आरोपों को साफ नकार दिया था।

आत्मसमर्पण के लिए अधिक समय देने की शशिकला की अर्जी नामंजूर

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नयी दिल्ली, 15 फरवरी, आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक सम्पत्ति अर्जित करने के मामले में दोषी अन्नाद्रमुक महासचिव वी के शशिकला को आज उच्चतम न्यायालय से उस वक्त एक और झटका मिला, जब उसने आत्मसमर्पण के लिए अधिक समय देने की उनकी अर्जी ठुकरा दी। शशिकला की ओर से मामले का विशेष उल्लेख किया गया, लेकिन शीर्ष अदालत ने यह कहकर उनकी अर्जी ठुकरा दी कि वह फैसले में कोई संशोधन नहीं करेगी। न्यायालय ने कहा कि शशिकला को तत्काल आत्मसमर्पण करना होगा। न्यायालय ने कल इस मामले में शशिकला एवं दो अन्य आरोपियों (इलावारसी और सुधाकरन) को दोषी ठहराते हुए निचली अदालत द्वारा मिली चार-चार साल की सजा और 10-10 करोड़ रुपये का जुर्माना बरकरार रखा।

इसरो ने किया पीएसएलवी-सी37 का प्रक्षेपण

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श्रीहरिकोटा, आंध्र प्रदेश, 15 फरवरी, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से आज रिकाॅर्ड 104 उपग्रहों को लेकर जा रहे ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान पीएसएलवी-सी37 का प्रक्षेपण किया। मिशन में मुख्य उपग्रह 714 किलोग्राम वजन वाला कार्टोसैट-2 सीरीज उपग्रह है जो इसी सीरीज के पहले प्रक्षेपित अन्य उपग्रहों के समान है। इसके अलावा इसरो के दो तथा 101 विदेशी अति सूक्ष्म (नैनो) उपग्रहों का भी प्रक्षेपण किया जाना है जिनका कुल वजन 664 किलोग्राम है। इस अभूतपूर्व मिशन में एक साथ 104 उपग्रहों का प्रक्षेपण किया जाना है जबकि अब तक किसी देश ने 50 उपग्रह भी एक साथ नहीं छोड़े हैं। रूस ने एक साथ सर्वाधिक 33 उपग्रह छोड़े हैं।

शहाबुद्दीन को तिहाड़ जेल भेजने का आदेश

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नयी दिल्ली, 15 फरवरी, च्चतम न्यायालय ने बिहार के बाहुबली पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन को सीवान जेल से दिल्ली की तिहाड़ जेल में स्थानांतरित करने का आज आदेश दिया। न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा और न्यायमूर्ति अमिताभ रॉय की पीठ ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के बाहुबली नेता को एक सप्ताह के भीतर तिहाड़ भेजने का आदेश दिया। पीठ के लिए न्यायमूर्ति मिश्रा ने आशा रंजन एवं चंद्रकेश्वर प्रसाद उर्फ चंदा बाबू की याचिकाओं पर फैसला सुनाते हुए कहा कि शहाबुद्दीन के खिलाफ निचली अदालत में सुनवाई तिहाड़ जेल से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये की जाएगी। आशा रंजन एक हिन्दी दैनिक के सीवान ब्यूरो प्रमुख राजदेव रंजन की पत्नी हैं, जिनकी हत्या दिनदहाड़े कर दी गयी थी, जबकि चंदा बाबू के दो बेटों की हत्या करके तेजाब में डाल दिया गया था और घटना के चश्मदीद गवाह तीसरे बेटे को गवाही देते जाते वक्त गोलियों से भून डाला गया था। दोनों ने स्वतंत्र एवं निष्पक्ष सुनवाई के लिए शहाबुद्दीन को सीवान जेल से तिहाड़ भेजने का न्यायालय से अनुरोध किया था। शहाबुद्दीन के खिलाफ 45 आपराधिक मामले लंबित हैं।

शशिकला ने भतीजे को बनाया अन्नाद्रमुक का उप महासचिव

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चेन्नई, 15 फरवरी, अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्ना द्रमुक) की महासचिव वी के शशिकला ने आज अपने भतीजे एवं पूर्व सांसद टीटीवी दिनाकरण को पार्टी में एक नये पद का सृजन करके उप महासचिव बना दिया। श्री दिनाकरण और सुश्री शशिकला के एक अन्य भतीजे एस वेंकटेश ने अपनी गतिविधियों के लिए क्षमा मांगते हुए पार्टी को एक पत्र लिखा था और उन्हें पार्टी में दोबारा शामिल करने की अपील की थी। इसके कुछ ही मिनटों बाद श्री दिनाकरण को पार्टी का उप महासचिव नियुक्त कर दिया गया। गौरतलब है कि दिसंबर 2011 में तत्कालीन मुख्यमंत्री दिवंगत जे जयललिता ने सुश्री शशिकला, उनके पति नटराजन, भतीजे दिनाकरण और अन्य रिश्तेदारों समेत 14 लोगों को पार्टी से निकाल दिया था। बाद में सुश्री शशिकला ने माफी मांग ली थी और कहा था कि उन्हें पार्टी में कोई पद या शक्ति की दरकार नहीं है, वह केवल सुश्री जयललिता की सहायक बनकर रहना चाहती हैं। इसके बाद उन्हें पार्टी में दोबारा शामिल कर लिया गया था। सुश्री शशिकला ने एक बयान जारी करके कहा “उन दोनों की अपील स्वीकार करते हुए उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता दे दी गयी है।” उच्चतम न्यायालय ने सुश्री शशिकला और दो अन्य कोआय के ज्ञात स्रोतों से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में कल दोषी करार देते हुए निचली अदालत द्वारा मिली चार-चार साल की सजा और 10-10 करोड़ रुपये का जुर्माना बरकरार रखा। उन्हें आज उच्चतम न्यायालय से उस वक्त एक और झटका मिला, जब उसने आत्मसमर्पण के लिए अधिक समय देने की उनकी अर्जी ठुकरा दी। सुश्री शशिकला की ओर से मामले का विशेष उल्लेख किया गया, लेकिन शीर्ष अदालत ने यह कहकर उनकी अर्जी ठुकरा दी कि वह फैसले में कोई संशोधन नहीं करेगी। न्यायालय ने कहा कि उन्हें तत्काल आत्मसमर्पण करना होगा।

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