पटना 23 फरवरी, बिहार विधानमंडल का बजट सत्र आज शुरू हो गया और सत्र के पहले दिन राज्यपाल रामनाथ कोविंद ने दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में सरकार की उपलब्धियां तथा भविष्य के कार्यक्रमों की चर्चा करते हुए कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के चम्पारण सत्याग्रह के शताब्दी वर्ष में इस वर्ष 10 अप्रैल से अगले वर्ष 21 अप्रैल तक अनेक कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे । श्री कोविंद ने यहां विधानमंडल की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के चम्पारण सत्याग्रह के शताब्दी वर्ष को यादगार बनाने के लिये 10 अप्रैल 2017 से 21 अप्रैल 2018 तक अनेक कार्यक्रम आयोजित करने के लिये रूप रेखा तैयार कर ली है । उन्होंने कहा कि इस आयोजन का शुभारंभ “ राष्ट्रीय विमर्श ” से किया जायेगा, जिसमें प्रख्यात गांधी विचारकों को आमंत्रित कर उनके विचारों को साझा किया जायेगा । राज्यपाल ने कहा कि शताब्दी वर्ष में बापू के व्यक्तित्व , कृत्य और विचारों को घर-घर तक पहुंचाया जायेगा तथा गांव-गांव तक ऑडियो विजुअल वाहनों के माध्यम से भी इनका प्रचार -प्रसार किया जायेगा । साथ ही स्वतंत्रता सेनानी समारोह का भी आयोजन किया जायेगा । उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त गांधी जी के चम्पारण सत्याग्रह से जुड़े महत्वपूर्ण स्थलों पर टावर , स्मृति पार्क , स्मारक और स्मृति पट्टिका का भी निर्माण कराया जायेगा ।
श्री कोविंद ने कहा कि सिखो के दसवें गुरू श्री गुरूगोविंद सिंह महाराज के 350 वें प्रकाश पर्व का राज्य सरकार ने सफल आयोजन किया जिससे राज्य गौरवान्वित है । इस पावन पर्व के अवसर पर देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु और पर्यटक यहां आये । इसी दौरान बोधगया में कालचक्र पूजा का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया । इसमें बौद्ध धर्म गुरू दलाइ लामा की अगुवायी में लाखों श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया । उन्होंने कहा कि राज्य में वर्ष 2016 में घरेलू पर्यटकों की संख्या दो करोड़ 85 लाख रही जबकि दस लाख ग्यारह हजार विदेशी पर्यटकों का आगमन हुआ । राज्यपाल ने सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि बिहार में लागू की गयी पूर्ण शराबबंदी से समाज अधिक सशक्त , स्वस्थ और सयंमी हो रहा है जिसका अतुल्य प्रभाव बिहार की प्रगति में परिलक्षित हो रहा है । शराबबंदी के कारण परिवारों की आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है तथा पारिवारिक हिंसा , घरेलू कलह और सामाजिक अपराध में कमी आयी है । उन्होंने कहा कि अप्रैल 2015 से जनवरी 2016 के आंकड़ों की तुलना अप्रैल 2016 से जनवरी 2017 से की जाये तो हत्या में 22 प्रतिशत , लूट में 18 , डकैती में 23 , गंभीर दंगा में 33 , फिरौती के लिये अपहरण में 42 और सड़क दुर्घटना में 17 प्रतिशत कमी आयी है । श्री कोविंद ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता राज्य के सभी लोगों को न सिर्फ पेयजल , शौचालय और बिजली जैसी मूलभूत सुविधा उपलब्ध कराने की है बल्कि सड़क , गली -नाली और पुल आदि आधारभूत संरचनाओं का विस्तार करना भी है । राज्य सरकार युवाओं और महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के साथ उनके लिये उच्च , व्यावसायिक एवं तकनीकी शिक्षा की व्यवस्था कर रही है । उन्होंने कहा कि सरकार ने इन्हीं बिन्दुओं को समाहित करते हुए विकसित बिहार के सात निश्चय की रूप -रेखा तैयार की तथा उन्हें सुशासन के कार्यक्रम 2015-20 में शामिल किया ।
राज्यपाल के अभिभाषण के बाद विधानसभा में वित्त मंत्री अब्दुलबारी सिद्दिकी ने वित्तीय वर्ष 2016-17 का आर्थिक सर्वेक्षण प्रतिवेदन सदन पटल पर रखा । इसके साथ ही वित्त मंत्री ने भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक की ओर से राज्यपाल को भेजे गये वित्त वर्ष 2015-16 का प्रतिवेदन “ वित्त लेखे (खंड एक एवं दो )” तथा “विनियोग लेखे ” की एक-एक प्रति को सदन पटल पर रखा । बाद में सदन ने ध्वनिमत से दोनों प्रतिवेदनों को लोक लेखा समिति द्वारा विचार किये जाने के पूर्व जनता में बिक्री के लिये उपलब्ध होने के संबंध में अनुमति दे दी । इससे पूर्व सभाध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने अपने प्रारंभिक संबोधन में सदस्यों का स्वागत करते हुए कहा कि वर्तमान सत्र में कुल 23 बैठकें निर्धारित है और इस दौरान वित्तीय वर्ष 2017 -18 का बजट के अलावा अन्य वित्तीय कार्य , राजकीय विधेयक और गैर सरकारी संकल्प लिये जायेंगे । श्री चौधरी ने कहा कि सभा सचिवालय ने एक मोबाइल एप्लीकेशन बिहार विधानसभा के नाम से जारी किया है जो सभी स्मार्ट फोन पर क्रियाशील रहेगा । इसमें मंत्री परिषद के सदस्यों समेत सभी विधायकों के प्रोफाइल, समिति की बैठकों , सभा सचिवालय के महत्वपूर्ण कार्यक्रमों और दिन प्रतिदिन की अन्य गतिविधियों की जानकारी सभी सदस्यों को मोबाइल फोन पर मिलती रहेगी । उन्होंने कहा कि एक अन्य ऐप का नाम “स्वास्थ्य समीक्षा एंड्रायड एप्लीकेशन (एसएस एपीपी)” है । इससे सदस्य अपने इलाके की महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य संबंधी आंकड़ों , सरकार की योजनाओं तथा स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता के संबंध में सूचनाएं अपने मोबाइल फोन पर प्राप्त कर सकते है । सभाध्यक्ष ने इसके साथ ही विधानसभा की प्रक्रिया तथा कार्य संचालन नियमावली के तहत अध्यासी सदस्य के तौर पर सर्वश्री नरेन्द्र नारायण यादव, इलियास हुसैन, अशोक कुमार, राम नारायण मंडल और श्रीमती लेसी सिंह का मनोनयन किया । सभाध्यक्ष ने कार्य संचालन समिति का भी गठन किया जिसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार , उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव , संसदीय कार्यमंत्री श्रवण कुमार , वित्त मंत्री अब्दुलवारी सिद्दिकी , उर्जा मंत्री विजेन्द्र प्रसाद यादव , प्रतिपक्ष के नेता प्रेम कुमार, कांग्रेस के सदानंद सिंह सदस्य जबकि भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) के अरूण सिन्हा , भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माक्सवादी लेननिवादी के महबूब आलम , राष्ट्रीय लोक समता पार्टी(रालोसपा) के ललन पासवान और लोक जनशक्ति पार्टी(लोजपा) के राजकुमार साह विशेष आमंत्रित सदस्य हैं । बाद में सदन में पूर्व सांसद किशोरी सिन्हा , पूर्व विधायक शांति देवी और प्रमोद कुमार शर्मा, पूर्व मंत्री सुरेन्द्र कुमार तरूण , रामनंदन सिंह और मोहम्मद एजाजुल हक के निधन पर शोक व्यक्त किया गया । सभी सदस्यों ने दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्माओं की शांति के लिये प्रार्थना की । इसके बाद सभाध्यक्ष ने सभा की कार्यवाही सोमवार 11 बजे दिन तक के लिये स्थगित कर दी।