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अंसारी का पैरोल रद्द, जेल ही चुनाव लड़ना होगा

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नयी दिल्ली 27 फरवरी, दिल्ली उच्च न्यायालय ने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी का पैरोल रद्द कर दिया है और उन्हें अब जेल में रहकर ही चुनाव लड़ना पड़ेगा। 

चुनाव आयोग ने अंसारी को पैरोल दिये जाने के खिलाफ दिल्ली उच्च न्यायालय में याचिका दायर की थी। अंसारी पूर्वांचल के बाहुबली नेताअों में शामिल है और मऊ से बसपा के टिकट पर विधानसभा का चुनाव लड़ रहे है। अंसारी भारतीय जनता पार्टी विधायक कृष्णानंद राय की हत्या के आरोपी हैं। आयोग ने अपनी याचिका में कहा था कि उनके पैरोल पर बाहर आने से कानून व्यवस्था पर बुरा असर पड़ेगा और वे गवाहों को भी प्रभावित कर सकते है। आयोग की याचिका को स्वीकार करते हुए न्यायालय ने अंसारी का पैरोल रद्द कर दिया।

बिहार विप में भाजपा सदस्यों के हंगामे के कारण कार्यवाही तीन बार स्थगित

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पटना 27 फरवरी, बिहार विधान परिषद में आज घोटालों को लेकर मुख्य विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्यों के भारी हंगामे और शोरगुल के कारण सदन की कार्यवाही भोजनावकाश से पूर्व तीन बार स्थगित करनी पड़ी ।उप सभापति हारुण रसीद के आसन ग्रहण करते ही भाजपा के लाल बाबू प्रसाद ने सबौर कृषि विश्वविद्यालय में हुए नियुक्ति घोटाले के दोषी तत्कालीन कुलपति और जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के निलंबित विधायक मेवालाल चौधरी , दलित छात्रा से दुष्कर्म के मामले में इस्तीफा कर चुके कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष ब्रजेश पांडेय समेत अन्य नामजद अभियुक्तों की अबतक गिरफ्तारी नहीं किये जाने का मामला उठाया । उन्होंने कहा कि दोनों मामलों में सरकार लीपापोती का प्रयास कर रही है ।

श्री प्रसाद ने कहा कि सरकार की ओर से कार्रवाई नहीं किये जाने के कारण इतने बड़े मामलों के अभियुक्त खुलेआम घुम रहे हैं । सरकार मूक दर्शक बनी हुयी है । इसी दौरान भाजपा के मंगल पांडेय ने कहा कि सबौर कृषि विश्वविद्यालय में हुए नियुक्ति घोटाले में कुलाधिपति के निर्देश पर गठित जांच कमेटी की रिपोर्ट के बाद भी श्री चौधरी खुलेआम घुम रहे हैं । बाहर रहकर श्री चौधरी साक्ष्यों को प्रभावित कर सकते हैं । इसपर उप सभापति ने कहा कि इस मामले पर प्रश्नकाल के बाद चर्चा होगी । उनके इतना कहते ही भाजपा के सदस्य अपनी-अपनी सीटों के समक्ष खड़े होकर जोर-जोर से बोलने लगे ।

इसी दौरान परिषद में प्रतिपक्ष के नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा कि जब राज्यपाल ने कमेटी का गठन कर दिया और इस मामले में अवकाश प्राप्त न्यायमूर्ति की जांच रिपोर्ट भी आ गयी है तो अबतक श्री चौधरी को क्यों नहीं गिरफ्तार किया गया । रिपोर्ट में यह स्पष्ट हो गया है कि गलत तरीके से सहायक प्रोफेसरों की नियुक्ति की गयी है । श्री मोदी ने कहा कि इस मामले में प्राथमिकी दर्ज हुए पांच दिन हो गये हैं लेकिन सत्तारुढ़ दल के विधायक होने के कारण श्री चौधरी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है । वहीं कांग्रेस के दलित नेता एवं पूर्व मंत्री की पुत्री के साथ बलात्कार के मामले में अभी तक कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष रहे ब्रजेश पांडेय को अबतक गिरफ्तार नहीं किया गया है ।

इसी दौरान भाजपा के सदस्य शोरगुल और नारेबाजी करते हुए सदन के बीच में आ गयें । भाजपा सदस्य दलित उत्पीड़न बंद करो , मेवालाल को गिरफ्तार करो का नारा लगाने लगे । सदन को अव्यवस्थित होते देख उप सभापति ने कार्यवाही को सात मिनट बाद ही 1230 बजे तक के लिए स्थगित कर दी ।

सदन की कार्यवाही एक बार फिर शुरु होते ही भाजपा के श्री प्रसाद ने इस मामले को फिर से उठाया और कहा कि बिहार में दो ज्वलंत मुद्दे हैं जिसपर सरकार को जवाब देना चाहिए । इसी दौरान प्रतिपक्ष के नेता श्री मोदी ने कहा कि विपक्ष के लोग जब सदन के बीच में हैं तो ऐसे में कार्यवाही को तत्काल स्थगित कर देना चाहिए । कार्यवाही चलाना उचित नहीं है ।
इसपर सत्तारुढ़ दल के नीरज कुमार ने कहा कि विपक्ष सदन में दिये गये नियमन के खिलाफ काम कर रहे हैं । सरकार विपक्ष के हर बात का जवाब देगी । श्री कुमार के कहने के बावजूद भाजपा सदस्य नहीं माने और फिर से सदन के बीच में नारेबाजी करने लगे । उप सभापति के आग्रह के बावजूद जब विपक्षी सदस्य शांत नहीं हुए तो सदन की कार्यवाही को पांच मिनट बाद दुबारा स्थगित कर दी गयी ।

तीसरी बाद जब एक बजे कार्यवाही शुरु हुयी तो भाजपा के श्री प्रसाद ने इस मुद्दे को फिर से उठाया । इसके बाद भाजपा सदस्य सदन के बीच में फिर से आ गये और नारेबाजी करने लगें । उप सभापति ने पांच मिनट बाद ही कार्यवाही को भोजनावकाश तक के लिए स्थगित कर दी । बाद में परिषद में प्रतिपक्ष के नेता श्री मोदी ने अपने कक्ष में संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि बिहार राज्य कर्मचारी चयन आयोग (बीएसएससी) के अध्यक्ष सुधीर कुमार की गिरफ्तारी के लिए जो विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है उसपर भारतीय प्रशासनिक सेवा संघ की बिहार इकाई सवाल खड़ा कर रहा है । संघ को एसआईटी जांच पर भरोसा नहीं है इसलिए इस मामले की केन्द्रीय जांच ब्यूरो से जांच की मांग की जा रही है । 

श्री मोदी ने कहा कि इसी को लेकर संघ कल राजधानी पटना के सड़कों पर उतरा । संघ के अधिकारियों का सड़कों पर उतरना अपने-आप में सवाल खड़ा करता है । उन्होंने कहा कि जब संघ सीबीआई जांच की मांग कर रहा है तो एैसे में मुख्यमंत्री को सीबीआई जांच की अनुशंसा करनी चाहिए । उन्होंने कहा कि सत्तारुढ़ दल के विधायक होने के कारण मेवालाल चौधरी की गिरफ्तारी नहीं हो पा रही है । इसी तरह कांग्रेस नेता ब्रजेश पांडेय खुलेआम घुम रहे हैं और उन्हें भी सरकार गिरफ्तार नहीं कर रही है।

‘वीरेंद्र यादव न्‍यूज’ की वेबसाइट लांच

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युवा संवाद कार्यक्रम में हुई वेबसाइट की लांचिंग, फेसबुक पर कार्यक्रम का हुआ सीधा प्रसारण

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पिछले 15 महीनों से प्रकाशित हो रही मासिक पत्रिका ‘वीरेंद्र यादव न्‍यूज’ अब वेब जर्नलिज्‍म की दुनिया में प्रवेश कर गयी है। अब प्रिंट, फेसबुक और ईमेल के साथ वीरेंद्र यादव न्‍यूज वेबसाइट पर भी उपलब्‍ध है। इसकी वेब साइट की लांचिंग 26 फरवरी को गांधी संग्रहालय में आयोजित ‘युवा संवाद’ कार्यक्रम में की गयी। युवा संवाद का विषय था- सोशल मीडिया का बढ़ता दायरा और हस्‍तक्षेप। युवा संवाद का आयोजन वीरेंद्र यादव न्‍यूज की ओर से किया गया था। युवा संवाद का फेसबुक पर सीधा प्रसारण किया गया। इसका अच्‍छा रिस्‍पॉस भी मिला। युवा संवाद को संबोधित करते हुए वीरेंद्र यादव न्‍यूज के संपादक वीरेंद्र यादव ने कहा कि बीवाइएन की वेबसाइट खबरों को नये अंदाज में पेश करने का प्रयास करेगा। हम खबरों की भीड़ से अलग खास खबर पर फोकस करेंगे। खबरों को नयी शैली में प्रस्तुत करने का प्रयास करेंगे। मासिक पत्रिका वीरेंद्र यादव न्‍यूज की चर्चा करते हुए उन्‍होंने कहा कि पत्रिका ने अपने सोलह अंकों में खबरों को लेकर अपनी नयी पहचान बनायी है। आठ पन्‍ने की इस पत्रिका अपने कंटेंट को लेकर चर्चित रही है और इसका हर अंक चर्चा में रहा है। बिहार की समसामयिक विषयों और राजनीतिक घटनाओं का अनूठा संग्रह पत्रिका में होता है। श्री यादव ने कहा कि पत्रिका का अपना कोई कोष नहीं है। हर अंक शुभेच्‍छुओं से प्राप्‍त आर्थिक मदद से प्रकाशित होती है। पत्रिका का नि:शुल्‍क वितरण किया जाता है। इसका कोई ग्राहक नहीं हैं, सिर्फ पाठक हैं। उन्‍होंने कहा कि पत्रिका का नियमित और निर्बाध प्रकाशित होने में कई लोगों का सहयोग होता है।


सोशल मीडिया का हस्‍तक्षेप की चर्चा करते हुए भाजपा नेता इंजी अजय यादव ने कहा कि सोशल मीडिया खासकर फेसबुक और टि्वटर ने खबरों की गति बढ़ा दी है। उसका दायरा बढ़ा दिया है। फालोअर्स बढ़ाने की होड़ मच गयी है। उन्‍होंने कहा कि सोशल मीडिया का सकारात्‍मक पक्ष भी है और नकारात्‍मक पक्ष भी। हमें इसके इस्‍तेमाल में सतर्कता बरतने की जरूरत है। जदयू के प्रवक्‍ता नवल शर्मा ने कहा कि सोशल मीडिया की बढ़ती ताकत का असर है कि अरविंद केजरीवाल कम समय से नेता बन कर उभरते हैं और दिल्‍ली जैसे राज्‍य में अपनी सरकार बनाने में सफल होते हैं। मीडिया मोर्चा की संपादक लीना ने कहा कि सोशल मीडिया ने अभिव्‍यक्ति का नया विकल्‍प दिया है। हम अपनी बातों को कम समय में अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचा सकते हैं। इस माध्‍यम का अधिकाधिक इस्‍तेमाल लोगों को करना चाहिए। नौकरशाहीडॉटकॉम के संपादक इर्शादुक हक ने सोशल मीडिया की तकनीकी पक्ष की चर्चा करते हुए कहा कि इसमें शेयर और लाइक का मजबूत गणित है। हमारा पोस्‍ट जितना लाइक या शेयर होगा, उसकी उतनी ही पहुंच बढ़ेगी। उन्‍होंने सोशल मीडिया के आर्थिक पक्ष पर भी प्रकाश डाला। चितरंजन प्रसाद ने भी सोशल मीडिया के सकारात्‍मक इस्‍तेमाल पर जोर दिया। बिहार राज्‍य महिला आयोग की पूर्व सदस्‍य चौधरी मायावती ने कहा कि सोशल मीडिया के माध्‍यम से कई तरह की चीजें और जानकारी हमलोगों तक पहुंचती है। सूचनाओं का प्रवाह बढ़ा है और इसके साथ दुरुपयोग का खतरा भी बढ़ गया है। इसको लेकर सचेत रहने की जरूरत है। पटना विश्‍वविद्यालय के छात्र नेता राज सिन्‍हा ने कहा कि सोशल मीडिया ने आमलोगों तक पहुंच आसान बना दिया है। इसका आज सभी लोग इस्‍तेमाल कर रहे हैं। इसका उपयोग अपने हित में ज्‍यादा से ज्‍यादा करना चाहिए।

पटना विश्‍वविद्यालय की सीनेट की सदस्‍य अनु प्रिया ने कहा कि सभी तरह के कार्यों के लिए सोशल मीडिया का इस्‍तेमाल किया जा रहा है। मीडिया में खबरें भी प्‍लांट हो रही है। इस खतरे से भी सोशल मीडिया हमें बचाता है। छात्र नेता आजाद चांद ने कहा कि सोशल मीडिया ने छोटे-छोटे आंदोलनों को भी ताकत दे रहा है। नवनीत यादव ने कहा कि सोशल मीडिया इमेज बिल्डिंग में भी मददगार साबित हो रहा है। छात्र नेता लव कुमार यादव ने कहा कि सोशल मीडिया का सकारात्‍मक इस्‍तेमाल किया जाना चाहिए। वेब साइट डेवलपर दुर्गेश यादव ने कहा कि सोशल मीडिया हमारी सामाजिक गतिविधियों को भी प्रभावित कर रहा है। युवा संवाद में मनीष सिंह, शाकिब, अभिषेक राज, विष्‍णु भारद्वाज, शशांक शेखर, सौरभ जयसवाल, सुधीर कुमार, हिमांशु यादव, शिवनंदन, संजय कुमार,  प्रियदर्शी भी मौजूद थे।

विशेष : जहां कण-कण में बिखरी है ऋषि वाल्मिकी की स्मृतियां

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  • -- सीता ने व्यतीत किया था अज्ञातवास 
  • -- लव-कुश का हुआ था जन्म 

tapowan
आधुनिकता के उच्चतम शिखर पर जहां आज भी मानव जीवन के चिह्न नदारद हो वहां सदियों पहले मानवीय दिनचर्या की उपस्थिति किसी को भी देवत्व प्रदान करने के लिए पर्याप्त है, क्योंकि अत्यंत दुर्गम क्षेत्र में सामान्य जीवन यापन व सात्विक क्रियाकलाप कोई सहज कार्य नहीं। हम बात कर रहे हैं पश्चिम मेदिनीपुर जिला अंतर्गत नयाग्राम के तपोवन की। इस अत्यंत दुर्गम वन क्षेत्र में कुछ ऐसे अवशेष अब भी बचे हैं जो त्रेता युग की स्मृतियां प्रस्तुत करती है। लोक आस्था व जनश्रुति है कि भगवान श्रीराम द्वारा परित्याग किए जाने के बाद देवी सीता ने इसी तपोवन में अज्ञातवास व्यतीत किया था। वाल्मिकी की देख-रेख में लव-कुश यहीं पले-बढ़े थे। कभी माओवादियों के चंगुल में रहे नयाग्राम के वनाच्छादित तपोवन को देख कर पहली नजर में लगता है मानो यह शाल, सागवान व विशाल बरगद पेड़ों का कोई देश है। आज भी निर्जन से नजर आने वाले इस घने जंगल में बीच-बीच में नजर आने वाला "हाथियों के गुजरने का मार्ग'लिखा बोर्ड संकेत देता है कि आज भी यहां मानव जीवन सहज सरल नहीं है। इसी जंगल के बीच स्थित है तपोवन का वाल्मिकी आश्रम। जिसे देख कर आश्चर्यचकित हो जाना पड़ता है। जनश्रुति के अनुरूप ही परिसर के भीतर लव-कुश मंदिर, वाल्मिकी समाधि और हवन कुंड आदि नजर आता है। सदियों पहले आखिर कौन रहता था यहां और किसके लिए संभव थी उपासना। आश्रम के पास ही सीता नाला स्थित है। अत्यंत क्षीण हो चुकी इस जलधारा का पानी इतना साफ है कि नीचे की मिट्टी भी साफ दिखाई पड़ती है। यही नहीं इस जलधारा का पानी हल्का पीलापन लिए हुए हैं। 


ऐसी मान्यता है कि अज्ञातवास के दौरान देवी सीता लव-कुश को इसी जलधारा में हल्दी का लेप लगा कर स्नान कराया करती थीं। इसी वजह से इस जलधारा का पानी आज भी पीला है। स्थानीय लोग बताते हैं कि इसकी बड़ी विशेषता यह है कि इसका पानी जहां पीलापन लिए हुए हैं, वहीं भीषण गर्मी में भी जब दूसरे नदी-नाले सूख जाया करते हैं, इसका पानी अजस्त्र रूप में बहता ही रहता है। जो प्रतिकूल परिस्थितियों में भूखे प्यासे असंख्य जीव-जंतुओं की तृष्णा को शांत करता है। इस स्थान पर वाल्मिकी हवन कुंड है। स्थानीय पुजारी काशीनाथ दास बताते हैं कि यह हवन कुंड सदियों से अविराम रूप से प्रज्जवलित है। यही नहीं आश्रम परिसर से महज तीन किलोमीटर दूर हनुमानधुनी है। जनश्रुति है कि सीता के अज्ञातवास के दौरान भगवान हनुमान यहां ध्यान किया करते थे। हाथियों व जहरीले सांपों के आतंक के चलते यह स्थान आज भी इतना दुर्गम है कि दिन के वक्त भी कोई वहां जाने का साहस नहीं कर पाता। यहीं नहीं इस स्थान पर कभी दूध कुंड भी हुआ करता था। 

लोग बताते हैं कि यहां मिट्टी से दूध निकलता था। जिसे ध्यान करने आने वाले योगी पान भी करते थे। पिछले कुछ वर्षों से मिट्टी से दूध निकलना बंद हो गया है। समझा जाता है कि हाथियों के आने-जाने के फलस्वरूप भारी वजन से दब जाने से ऐसा हुआ। जनश्रुति तपोवन के नजदीक ही लव-कुश द्वारा अश्वमेघ का घोड़ा रोके जाने का दावा भी करती है। यही नहीं तपोवन में कई ऐसी चीजें है जिनके सीता व लव-कुश के अज्ञातवास का साक्षी होने का दावा किया जाता है। वर्ष 2008 से 2011 तक यह क्षेत्र पूरी तरह से माओवादियों के कब्जे में रहा था। वाल्मिकी आश्रम की पवित्रता जस की तस कायम रही।





तारकेश कुमार ओझा,
खड़गपुर (पशिचम बंगाल)
संपर्कः 09434453934, 9635221463
लेखक पश्चिम बंगाल के खड़गपुर में रहते हैं और वरिष्ठ पत्रकार हैं।

विशेष आलेख : मूर्ख परंपरा और समर्पित मूर्ख

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मैं बचपन से मूर्ख रहा हूँ पर कभी इस पर गर्व नहीं किया, करता भी क्यों आखिर, गर्व मनुष्य द्वारा स्वअर्जित चीज़ों पर किया जाना चाहिए, प्रकृतिप्रदत्त वस्तुओ पर कैसा गुमान, वो तो आपके पूर्व जन्म में किये गए कर्मो का ही फल होता है, जो कभी बासी नहीं होता है। प्रकृति के इस “फल” को सहेज कर ग्लोबल वार्मिंग के युग में बिना किसी बल के “सेव-नेचर” अभियान में आप अपना योगदान दे सकते है। मूर्ख होने का सबसे बड़ा फायदा ये है की विद्वता की तरह, अपनी मूर्खता मनवाने के लिए आपको ज़्यादा प्रयास नहीं करने पड़ते है। लोग खुद ही आकर आपको बता देते है । विद्वता साबित करने के लिए आपको बार बार मेहनत करनी पड़ती है,फिर भी शक्कीनुमा लोग संतुष्ट नहीं होते है और आपकी विद्वता को संदेह की दृष्टि से देखते रहते है। मूर्खता को ऐसे किसी भी खतरे से जेड श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त होती है। बस एक बार आप मूर्ख साबित हो जाये तो लोग खुद ही बिना किसी कमीशन के , सामाजिक मिशन के तहत, इसके प्रचार की एजेंसी ले लेते है और जीवन भर कभी आपके मूर्खतारूपी धन पर संदेह का छापा नहीं डालते है। कहने का तात्पर्य है कि मूर्खता की ब्रांडिंग सरल है।


विद्वता का निवास केवल दिमाग में होता है जबकि मूर्खता के साथ ऐसा कोई संकट नहीं है, उसका स्वभाव लचीला होता है वो कही भी गुजर-बसर कर लेती है, दिल में, दिमाग में , और जब मूर्खताओं का सीजन आता है तो चेहरे से भी टपकने लगती है जिसका सबसे बड़ा लाभ ये होता है की लोग आपके संपर्क आये बिना, आपका फ़ोटो देखकर ही आपका परिचय जान लेते है। मूर्खता की एक विशेषता होती है कि इसे सीमाओ में नहीं बांधा जा सकता है,मूर्खता अपने प्रवाह में सारी इंसानी अनुमानों को बहा ले जा सकती जबकि बुद्धिमता इस मामले में पंगु ही साबित होती है,उसका कार्यक्षेत्र सीमित होता है। इंसान कितना भी प्रतिभावान क्यों ना हो अपने जन्म जात गुणों को लेकर थोडा “पजेसिव” और “इनसिक्योर” हो ही जाता है इसलिए मुझे लगता था की अगर किसी को मुझसे मिलकर, बात करके और मुझे देखकर भी अगर मेरी मूर्खता का भान न हुआ तो मैं किसी को मुँह दिखाने लायक नहीं रहूँगा इसलिए मैं इस लेख के ज़रिये अपनी मूर्खता की सार्वजनिक मुनादी कर रहा हूँ क्योंकि आज के प्रतियोगी युग में मूर्ख होने के साथ-साथ मूर्ख लगना भी आवश्यक है।

मूर्खता के बाकि फायदों के इतर सबसे बड़ा फायदा ये है की आप मूर्ख होने की वजह से “अपेक्षाओं” को जन्म नहीं देते है और इस तरह से आप प्रसव पीड़ा से तो बचते ही है साथ ही अपेक्षाए पूरी ना कर पाने की ग्लानि से भी पार पा लेते है। मूर्खता की चादर ओढ़ कर आप अपने आपको मेहनत की सर्द ठंडी हवाओ से बचा सकते है और समाज से नज़रे चुराकर ,आराम से “येड़ा बनकर पेड़ा” खा सकते है। दुनिया में दो तरह के मूर्ख होते है। एक होते है,मेरी तरह जन्म-जात मूर्ख और दूसरे जो बनाये जाते है। जन्म-जात मूर्ख होने के नाते, मैं दूसरे प्रकार के मूर्खो को कमतर आँकता हूँ क्योंकि ये मूर्ख अस्थायी प्रकृति के होते है, इनकी मूर्ख बने रहने की अवधि बहुत कम होती है, जन्म-जात मूर्खो की तुलना में इनमे “मैन्यूफैक्टरिंग डिफेक्ट” ज़्यादा  होते है,और तो और मूर्ख बनने के बाद भी ये अपनी मूर्खता को “own” करने में शर्मिंदगी महसूस करते है। ऐसे ही धूर्त और चालक मूर्खो की वजह से ही, मूर्खता की महान परंपरा कलंकित होती है, उस पर लांछन लगता है। बस इन्ही नकली मूर्खो की वजह से मैं भयभीत हो जाता हूँ, असुरक्षा की भावना “यू आर अंडर अरेस्ट” कहके मुझे घेर लेती है, मुझे कभी कभी लगता है कि  मैं अपने सर पर एक तख्ती टाक कर, उस पर  “नक्कालों से सावधान, हमारी कोई शाखा नहीं है” लिखवा कर अपनी मूर्खता का जीवन बीमा करवा लू।

लेकिन मेरे जैसे,पहले प्रकार के जन्म-जात मूर्ख इतने बड़े देश के लिये मूर्खता का कोटा पूरा नहीं कर सकते है इसलिए दूसरे प्रकार के मूर्खो का भी अपना व्यापक महत्व है। अपने देश में हर पाँच साल बाद बड़े तौर पर “मूर्खिकरण अभियान” चलाया जाता है जिसे चुनाव की संज्ञा दी जाती है। जनता चुनाव के समय वोट डालते वक़्त अपने आप को बहुत समझदार मानकर वोट डालती है लेकिन उसे पता ही नहीं चलता कि वोट डालकर उसने अगले पाँच साल के लिए अपनी मूर्खता का नवीनीकरण कर लिया है। मूर्खता की भूख, पेट की भूख से भी बड़ी होती है इसलिए मूर्खता अपनी क्षुधा मिटाने के लिए नए नए साधन तलाशती है। कभी वो टीवी विज्ञापनों की तरफ आशाभरी नज़रो से देखती है , तो कभी बाबाओ की शरण में जाती है तो कभी “चेहरा देखो-इनाम जीतो” का नंबर मिलाती है। हमारे देश में मूर्खता का व्यवहार और व्यापार,बहुत व्यापक है, नोटबंदी या और किसी भी प्रकार की बंदी,इसमें मंदी नहीं ला सकती है। मूर्खता के लिए केवल एक दिन समर्पित करना ,हम जैसे समर्पित मूर्खो के साथ बड़ा अन्याय होगा जो सतत और नित्य मूर्खता का उत्पादन कर “मूर्ख परंपरा” को  “धरोहर” के रूप में जीवित रखे हुए है।



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---अमित कुमार---

बाजार और कारपोरेट के खिलाफ जुबान खोलने में जिनकी औकात तक नहीं है,वे हारे या जीते तो उससे हमें क्या लेना देना?

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कोई अंक मिस किये बिना महिला पत्रिका   उत्तरा के सत्ताइस साल पूरे हो गये!महिला आंदोलन का सिलसिला भी उत्तराखंड में कभी  थमा नहीं है.निरंतर जारी है। बाकी देश में भी जितनी जल्दी हो सके, महिला नेतृ्त्व की खोज हम करें क्योंकि महिलाओं के आंदोलन और जन प्रतिरोध में उनके नेतृत्व से ही इस अनंत गैस चैंबर की खिड़कियां खुली हवा के लिए खुल सकती हैं।



market-corporate-and-democracyइन दिनों राजीव दाज्यू लातिन अमेरिका में हैं।आज
अरसे बाद शेखरदा (शेखर पाठक)से बात हो सकी।शेखरदा के मुताबिक राजीवदाज्यू अगले हफ्ते तक नैनीताल वापस आ जायेंगे।रिओ से राजीवदाज्यू ने फेसबुक पर कर्णप्रयाग में मतदान टल जाने से इंद्रेश मैखुरी को जिताने के लिए एक अपील जारी की है तो शेखर ने भी बताया कि यह विधानसभा में जनता की आवाज बुलंद करने का आखिरी मौका है। इस बारे में शेखरदा से मैंने पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि तमाम लोग कर्णप्रयाग जा रहे हैं।हमने जीत की संभावना के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि चुनाव जीतने की तैयारियां कुछ अलग किस्म की होती हैं,जिसमें बड़े दलों की ताकत का मुकाबला करके सही आदमी को जितना बेहद मुश्किल होता है। वे एकदम जमीन पर खड़े बिना भावुक हुए हकीकत बता रहे थे। शेखर दाज्यू सही बता रहे हैं।चुनाव जीतने के लिए,चुनाव जीतकर सत्ता हासिल करने के लिए बाजार और कारपोरेट पूंजी का सक्रिय समर्थन अनिवार्य हो गया है।सारे के सारे राजनीतिक दल कारपोरेट फंडिंग से चलते हैं।बाजार और कारपोरेट हितों के खिलाफ कोई इसीलिए बोलता नहीं है। अब तमाम बुनियादी सेवाएं और जरुरतें,आम जनता खास तौर पर मेहनतकशों के हक हकूक,भुखमरी,शिक्षा, चिकित्सा ,बिजली पानी जैसी अनिवार्य सेवाएं,जल जंगल जमीन और पर्यावरण के मुद्दे,भुखमरी,बेरोजगारी,मंदी वित्तीय प्रबंधन और अर्थव्यवस्था से जुड़े कारपोरेट हित और मुनाफाकोर बाजार की शक्तियों के हितों से टकराने वाले मुद्दे हैं।सुधार का मतलब है संसाधनों की खुली नीलामी ,निजीकरण और बेइंतहा बेदखली ,छंटनी और कत्लेआम। जाहिर है कि इनसे चूंकि टकरा नहीं सकते,परस्पर विरोधी आरोप प्रत्यारोप, किस्से,सनसनी,जुमले,फतवे से लेकर तमाम रंग बिरंगी पहचान,बंटवारे चुनावी मुद्दे हैं।

बुनियादी मसलों पर बोलने वाले लोग चूंकि बाजार और कारपोरेट, प्रोमोटर, बिल्डर, माफिया और उनके हितों के प्रवक्ता मीडिया के खिलाफ खड़े हैं तो इन हालात में इंद्रेश जैसे किसी शख्स को जिताकर किसी विधानसभा या लोकसभा में जनता की चीखेों के बुलंद आवाज में गूंज बन जाने की कोई संभावना फिलहाल नहीं है। भारतीय लोकतंत्र की विडंबना यही है कि संविधान निर्माताओं के सपनों के भारत के आर्थिक सामाजिक सांस्कृतिक धार्मिक नस्ली समानता,विविधता,बहुलता पर बात करना,मेहनतकशों के हकहकूक की आवाज बुलंद करना,बुनियादी मुद्दों पर बात करना,कानून के राज और भारतीय संविधान के प्रावधानों,नागरिक मानवाधिकारों की बात करना,संघीय ढांचे के मुताबिक  जनपदों और अस्पृस्य भूगोल की बात करना,जल जंगल जमीन पर्यावरण जलवायु मौसम के बारे में बात करना देशद्रोह है। भारतीय लोकतंत्र की विडंबना यही है कि उत्पीड़न,दमन और अत्याचार के निरंकुश माफियाराज औन फासिज्म के नस्ली राजकाज के खिलाफ आवाज उठाना राष्ट्रद्रोह हैं।यही अंध राष्ट्रवाद है तो यही हिंदुत्व का कारपोरेट ग्लोबल एजंडा है,जिसके खिलाफ मेहनतकशों की मोर्चाबंदी अभी शुरु हुई नहीं है और हवा हवाई तलवार भांजते रहने से इस प्रलयंकर सुनामी के ठहर जाने के आसार नहीं है। ऐसे विषम पर्यावरण में चुनावी मौसम से कयामत की फिजां बदल जाने की संभावना के बारे में उम्मीद न ही करें तो बेहतर। अब यूपी के चुनाव के लिए पांचवें दौर का मतदान होना है और बाकी दो चरणों के मतदान भी जल्दी निबट जायेंगे।

बंगाल में हर कहीं लोग यूपी में क्या होने वाला है,जानना चाहते हैं।मैं उन्हें यही बता रहा हूं कि जुमलों और पहचान की राजनीति में मतदाता किसी भी धारा में बह निकल सकते हैं और अब  2014 की सुनामी और उसके बाद के छिटपुट झटकों के अनुभवों के मद्देनजर कहा जा सकता है कि हालात खास बदलने वाले नहीं है क्योंकि आर्थिक मुद्दों पर बात करने के लिए भारतीय लोकतंत्र में कोई बात करने को तैयार नहीं है और बाजार और कारपोरेट के खिलाफ जुबान खोलने में जिनकी औकात तक नहीं है,वे हारे या जीते तो उससे हमें क्या लेना देना?
सामंतवाद,साम्राज्यवाद,पूंजीवाद,विनिवेश,निजीकरण,बजट,रोजगार,रक्षा व्यय,संसाधनों की लटखसोट और नीलामी पर अब कोई विमर्श नहीं है। जाहिर है कि आम जनता के हितों की परवाह किसी को नहीं है ,सबको चुनावी समीकरण साध कर सत्ता हासिल करने की पड़ी है।विचारधारा गायब है। जाहिर है कि चाहे कोई भी जीते,जीतकर वे फासिज्म के राजकाज को मजबूत नहीं करेंगे, इसकी कोई गारंटी नहीं है।इतिहास गवाह है कि किसी सूबेदार की हुक्म उदुली की नजीरें बेहद कम है।चुनाव से पहले और चुनाव के दौरान सूबेदारी का जलवा यूपी की जनता ने भी कम नहीं देखा है।चेहरा बदल जाने से हालात नहीं बदलेंगे। संघीय ढांचे की अब कारपोरेट राजनीतिक दलों को भी परवाह नहीं है।जाहिर है कि राष्ट्र में सत्ता के नई दिल्ली में लगातार केंद्रीयकरण और निरंतर तेज हो रहे आर्थिक सुधारों के बाद किसी राज्य में केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ राजकाज या कानून के राज की कोई संभावना नहीं है।

यूपी जैसे,बिहार जैसे,महाराष्ट्र जैसे,बंगाल और तमिलनाडु,मध्यप्रदेश जैसे घनी आबादीवाले राज्यों के लिए भी विकास के बहाने केंद्रे सरकार के जनविरोधी कारपोरेट हिंदुत्व के एजंडे से नत्थी हो जाने के अलावा कोई दूसरा विकल्प सत्ता में बने रहने का नहीं है।छोटे राज्यों की तो बात ही छोड़ दें।इसीलिए केसरियाकरण इतना तेज है। जनता के हक में राजनीति खड़ी नहीं हो रही है तो जनता को हक है कि वे चाहे जिसे जिताये।इससे अब कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है। बंगाल में हम परिवर्तन का नजारा देख रहे हैं तो दक्षिण भारतीय राज्यों और पूर्वोत्र में खुल्ला खेल फर्रूखाबादी है। बहरहाल नैनीताल जब भी जाता रहा हूं ,शेखरदा या उमा भाभी के बाहर ही रहने से मुलाकात हो नहीं सकी है।आज पहाड़ के ताजा अंक के बारे में पूछताछ के सिलसिले में दिल्ली में फिल्मवाले प्राचीन दोस्त राजीव कुमार से बात हुई तो उनने एसएमएस से शेखर दा का नंबर भेज दिया।फटाक से नंबर लगाया तो पता चला दा अभी अभी नैनीताल पधारे हैं।लंबी बातचीत हुई है। अभी अभी शंकरगुहा नियोगी पर डा.पुण्यव्रत गुण की किताब का अनुवाद किया है तो छत्तीसगढ़,उत्तराखंड और झारखंड के पुराने तमाम साथी खूब याद आते रहे। शेखर ने बताया कि उत्तरा के सत्ताइस साल पूरे हो गये।उत्तरा की शुरुआत से पहले उमा भाभी मेरठ में हमारे डेरे पर चर्चा के लिए आयी थीं।उस वक्त कमला पंत भी मेरठ में ही थीं।उमा भाभी रुपीन के साथ आयी थी।रुपीन टुसु से छोटी है।दोनों उस वक्त शिशु ही थे।शेखर दा ने बताया कि रुपीन भी नैनीताल आयी है और उसने पीएचडी की थीसिस जमा कर दी है।सौमित्र कैलिफोर्निया में है। उत्तरा के बिना किसी व्यवधान बिना कोई अंक मिस किये लगातार सत्ताइस साल तक निकलने की उपलब्धि वैकल्पिक मीडिया और लघु पत्रिका आंदोलन दोनों के लिए बेहद बुरे दिनों के दौर में उम्मीद की किरण है। उत्तराखंड की जनपक्षधर महिला आंदोलनकारियों की पूरी टीम अस्सी के दशक से सक्रिय हैं और उनकी सामाजिक बदलाव के लिए रचनात्मक सक्रियता का साझा मंच उत्तरा है।गीता गैरोला,शीला रजवार,बसंती पाठक,नीरजा टंडन,कमला पंत, डा.अनिल बिष्ट जैसी अत्यंत प्रतिभाशाली मेधाओं की टीम के नेतृ्त्व में उत्तराखंड के कोने कोने में  ने निरंतर सक्रियता जारी रखकर बुनियादी मुद्दों और मसलों को लेकर मेहनतकशों की हक हकूक की लड़ाई,जल जंगल जमीन की लड़ाई,शराबबंदी आंदोलन, पर्यावरण आंदोलन,पृथक राज्य आंदोलन,रोजगार आंदोलन,भूकंप,भूस्कलन,बाढ़ जैसे आपदाकाल में राहत और बचाव अभियान में उत्तराखंड का नेतृत्व किया है।

मणिपुर और आदिवासी भूगोल के अलावा सामाजिक बदलाव के लिए निरंतर पितृसत्ता की चुनौतियों का बहादुरी से मुकाबला करके निरंतर सक्रियता और निरंतर आंदोलन से जुड़ी इन दीदियों और वैणियों से मेरे निजी पारिवारिक संबंध रहे हैं,इसलिए यह मेरे लिए बेहद खुश होने का मामला है। इसके साथ बोनस यह है कि पहाड़ के अंक भी लगातार निकल रहे हैं और तमाम आशंकाओं को धता बताकर नैनीताल समाचार का प्रकाशन अभी जारी है। बंगाल में ममता बनर्जी के लाइव शो के बाद रोज निजी अस्पतालों के लूट खसोट के बर्बर किस्से सामने आ रहे हैं।लेकिन इसके खिलाफ कोई जन आंदोलन असंभव है क्योंकि कारपोरेट पूंजी के खिलाफ  मैदान में डट जाने वाला कोई राजनीतिक दल अभी बचा नहीं है।बंगाल में मजदूर आंदोलन भी बंद कल कारखानों की तरह अब खत्म है।महिला,छात्र युवा आंदोलन भी तितर बितर है। अमेरिका में राष्ट्रपति ट्रंप की ताजपोशी के दिन दुनियाभर में और अमेरिका के शहरों में महिलाओं ने जो अभूतपूर्व मार्च किया और अमेरिका में नस्ली राजकाज के खिलाफ जन प्रतिरोध का नेतृत्व जिस तरह महिलाएं कर रही हैं, मणिपुर और आदिवासी भूगोल की तरह उत्तराखंड में जन पक्षधर महिला सामाजिक कार्यकर्ताओं की निरंतर सक्रियता और उनकी पत्रिका उत्तरा के लगातार सत्ताइस साल पूरे हो जाने से उम्मीद की किरण नजर आती है। बाकी देश में भी जितनी जल्दी हो सके,महिला नेतृ्त्व की खोज हम करें क्योंकि महिलाओं के आंदोलन और जन प्रतिरोध में उनके नेतृत्व से ही इस अनंत गैस चैंबर की खिड़कियां खुली हवा के लिए खुल सकती हैं।




(पलाश विश्वास)

बिहार : माले की राज्य कमिटी की एक दिवसीय बैठक संपन्न.

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  • अधिकार रैली के आह्वान के आलोक में आंदोलन तेज करने का निर्णय.
  • माले महासचिव काॅ. दीपंकर सहित शामिल हुए वरिष्ठ नेता.

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पटना 27 फरवरी 2017, भाकपा-माले की एक दिवसीय बिहार राज्य कमिटी की बैठक आज पटना के श्रीरामकृष्णानगर के कमलेश उत्सव हाॅल में संपन्न हुई. बैठक में पार्टी महासचिव काॅ. दीपंकर भट्टाचार्य सहित राज्य सचिव कुणाल, धीरेन्द्र झा, अमर, केडी यादव, राजाराम सिंह, मीना तिवारी, सरोज चैबे, शशि यादव, रामेश्वर प्रसाद, महबूब आलम, रामजतन शर्मा आदि नेताओं ने भाग लिया. बैठक की अध्यक्षता काॅ. अमर, अनीता सिन्हा, रणविजय कुमार, कृष्णमोहन आदि नेताओं ने किया. बैठक को संबोधित करते हुए माले महासचिव काॅ. दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि 19 फरवरी को संपन्न अधिकार रैली ने हमारे सामने अनेक कार्यभार दिए हैं. इन कार्यभारों को पूरा करने में अब हमें लग जाना है. रैली में जनता की जबरदस्त गोलबंदी ने साबित कर दिया है कि उनके भीतर केंद्र की मोदी सरकार और बिहार की नीतीश सरकार के खिलाफ जबरदस्त आक्रोश है. उन्होंने कहा कि नोटबंदी की मार और शिक्षा, रोजगार, भूमि सुधार के एजेंडे से रहित सामाजिक न्याय की अवधारणा के खोखलेपन पर हमने अपनी रैली के जरिए करारी चोट की है. जनता के न्याय व अधिकार के लिए जारी विभिन्न तबकों के संघर्ष के महासंगम के बतौर आयोजित रैली ने बिहार मे ंजारी अन्याय के खिलाफ एक वाममंथी विकल्प की जरूरत को उजागर किया है. 


राज्य सचिव कुणाल ने कहा कि शानदार रैली के आयोजन के उपरांत रैली के आह्वान के आलोक में बैठक में आगामी आंदोलनों पर चर्चा हुई. पूरे राज्य में खेत मजदूर सभा की सदस्यता बनाने, टोला सेवकों, विकास मित्र व तालिमी मर्कजों तथा आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका का संगठन बनाने की दिशा में बैठक में सकारात्मक बातचीत हुई. दलित-गरीबों की शिक्षा के अधिकार पर हो रहे हमले व अंबेदकर-कस्तूरबा विद्यालय की कुव्यवस्था, उपेक्षा, साधनहीनता के खिलाफ आइसा-इनौस द्वारा राज्यव्यापी आंदोलन चलाने पर भी चर्चा हुई. उन्होंने आगे कहा कि खासकर दलित-महादलित छात्राओं के सम्मान, सुरक्षा व शिक्षा के सवाल पर आगामी 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर राज्यस्तरीय गोष्ठी और गांव-गांव में दलित छात्राओं की शिक्षा, सुरक्षा व सम्म्मान के विषय पर छोटी-छोटी सभायें आयोजित करने का एजेंडा भी बैठक का एक मुख्य एजेंडा था.

ऐक्टू का राज्य सम्मेलन आगामी 25- 26 मार्च को पटना में होने जा रहा है. निर्माण मजदूरों व असंगठित कामगारों को संगठित करने पर ध्यान देतेे हुए ठेका-मानदेय-प्रोत्साहन राशि पर कार्यरत कर्मियों का राज्यस्तरीय बड़े कन्वेंशन के प्रस्ताव पर भी बैठक में गंभीरता से बातचीत हुई. बैठक में भूमि आंदोलन को नीचे से तेज करने,ं चास-वास की जमीन की मांग, भूमि संकेन्द्रण के जिलों में विशेष भूमि न्यायाधिकरण के गठन, बटाईदरों के लिए कानून निर्माण व शिकमीदारों के पुश्तैनी हक के लिए आंदोलन को तेज करने पर सहमति बनी. सारण, पीरो, बिहारीगंज के दंगों पर बुकलेट निकालकर पटना में अल्पसंख्यकों के प्रति नीतीश सरकार के रुख के खिलाफ एक बड़ा अभियान चलाने का भी निर्णय लिया गया है.

वेजिटेबल मार्ट ने एनसीआर में रखा कदम, 100 करोड़ निवेश की योजना

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नई दिल्ली। देश में 50 रिटेल स्टोर खोलने के बाद वेजिटेबल मार्ट ने अब नेशनल कैपिटल रीजन (एनसीआर) में कदम रख दिया है। कंपनी ने एनसीआर में अपना पहला स्टोर गाजियाबाद के इंद्रापुरम में  खोला है। कंपनी की भविष्य में नोएडा, गुडगांव, फरीदाबाद के साथ ही जयपुर, आगरा जैसे स्थानों पर इस तरह के वेजिटेबल मार्ट खोलने की योजना है। कंपनी फ्रेंचाइजी मॉडल पर भी मार्ट खोलने का अवसर दे रही है। इसके लिए कंपनी हब और रिटेल आउटलेट दो तरह के ऑप्शन उपलब्ध करा रही है। कंपनी फ्रेंचाइजी देने के बाद  भी उसका प्रंबंधन अगले 10 साल तक अपने पास रखेगी। इसके पीछे कंपनी का लक्ष्य रिटेल स्टोर के बेहतर प्रबंधन के साथ ग्राहकों को वाजिब कीमत में सही चीज उपलब्ध करना है। कंपनी ने अपने रिटेल स्टोर ऑपरेशन को एनसीआर में विस्तार देने के लिए करीब 100 करोड़ रुपए का बजट तय किया है। कंपनी का दावा है कि वेजिटेबल मार्ट में ताजी सब्जियों की कीमत दूसरे पहले से स्टोर बिग बॉस्केट या बिग बाजार से काफी कम होगी। कंपनी का दावा है कि वह अगले छह महीनों में इस मार्केट की दिशा बदल देगी। इसके लिए वह फ्रेंचाइजी पर रिटेल स्टोर देने के बाद भी अपने कर्मियों से उसका प्रबंधन कराएगी। एनसीआर में पहला स्टोर खोलने के अवसर पर कंपनी के एमडी सुभाशिष राहा ने कहा कि हम एनसीआर में अपना पहला स्टोर खोलकर काफी खुश हैं। हम एनसीआर के मार्केट के लिए भले ही नए हैं लेकिन हम यहां के लोगों की जरूरत को भली-भांति समझते हैं। हम अपने ग्राहकों को उनकी जरूरत के हिसाब से ता फलजे, सब्जियों, दूध इत्यादि मार्केट से कम कीमत में उपलब्ध कराएंगे। हमरा पहला प्रयास है कि हम अपने ग्राहकों को बेहतर सेवाएं मुहैया कराएं। 


राजभवन मार्च पर निकले छात्रों पर लाठीचार्ज,

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पुलिस दर्जनों चोटिल, पुलिस की कोशिशों को विफलकर छात्रों ने निकाला मार्च 18 छात्र- छात्राएँ गिरफ्तार, शाम में हुए रिहा, राजभवन में सात सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल से वार्ता, 2 मार्च को राज्यव्यापी चक्का जाम मुफ्त शिक्षा को लागू कराने एवं बी॰एस॰एस॰सी॰ परीक्षा में धांधली पर फूटा गुस्सा।




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पटना, आॅल इण्डिया स्टूडेन्ट्स फेडरेशन ;।प्ैथ्द्ध के छात्र-छात्राओं पर राजभवन मार्च के दरम्यान पुलिस ने बर्बर लाठीचार्ज की। लाठीचार्ज से दर्जनों छात्र-छात्राएं चोटिल हो गए। पुलिस ने 18 छात्र-छात्राओं को गिरफ्तार कर पीरबहोर थाना में बन्द कर दिया। जिन्हें शाम में रिहा किया गया। इससे पहले पटना काॅलेज से जुलूस निकलने के पूर्व ही पुलिस और छात्र नेताओं में कई बार तीखी झड़प हुई। ए॰आई॰एस॰एफ॰ नेतृत्वकर्ताओं ने फोन पर टाऊन डी॰एस॰पी॰ कैलाश प्रसाद से बात की। डी॰एस॰पी॰ ने पटना काॅलेज गेट तक जुलूस निकालने का प्रस्ताव दिया। जिसे छात्र नेताओं ने खारिज कर पुलिस को चकमा देकर मछुआटोली चैराहा पहुंच गये। मछुआटोली चैराहा से जुलूस निकाल पुलिस की कोशिशों को धत्ता बता गांधी मैदान स्थित जे॰पी॰ गोलंबर पहुंच गये। सभी छात्राओं एवं अनुसूचित जाति/जनजाति के छात्रों को पी॰जी॰ तक निःशुल्क शिक्षा के राज्य सरकार के आदेश का पालन और बी॰एस॰एस॰सी॰ परीक्षा में धांधली की सी॰बी॰आई॰ जांच कराने, स्नातक स्तरीय परीक्षा रद्द करने, धांधली में शामिल राजनेताओं व अफसरों का नाम उजागर करने व दोषियों को सजा देने की मांग को लेकर ए॰आई॰एस॰एफ॰ के बैनर तले सूबे के कई हिस्सों से पहुंचे छात्र-छात्राओं ने राजभवन मार्च निकाला। उस समय स्थिति विस्फोटक हो गयी जब पुलिस ने तितर- बितर करने के इरादे से लाठीचार्ज किया। मौके पर जिला नियंत्रण कक्ष के दण्डाधिकारी, टाऊन डी॰एस॰पी॰ कैलाश प्रसाद, गांध्ी मैदान थानाध्यक्ष प्रियरंजन, कदमकुआं थानाध्यक्ष गुलाम सरवर, बुद्धा काॅलोनी थानाध्यक्ष मनोज मोहन के नेतृत्व में सैकड़ों की संख्या में पुलिसकर्मी तैनात थे। लाठीचार्ज से आक्रोशित छात्र-छात्राएं बीच-बचाव के बाद जिला नियंत्रण कक्ष के दण्डाधिकारी एम॰एस॰ खान एवं सत्यानंद यादव के साथ सात सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल राजभवन पहुंचा।
प्रतिनिधिमंडल मेें शामिल ए॰आई॰एस॰एफ॰ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद वली उल्लाह कादरी, राज्य सचिव सुशील कुमार, राष्ट्रीय छात्रा सह संयोजिका आरती कुमारी, राज्य कार्यकारिणी सदस्य विकास झा, मणि कुमार, मनीषा कुमारी एवं पल्लवी कुमारी की मुलाकात राज्यपाल के संयुक्त सचिव विनय कुमार से हुई। प्रतिनिधिमंडल में राज्यपाल के संयुक्त सचिव से कहा कि राज्य सरकार ने सभी छात्राओं एवं अनुसूचित जाति/ जनजाति के छात्रों की पी॰जी॰ तक मुफ्त शिक्षा घोषित किया है। सरकार के फैसले का अनुपालन की जाए अधिकांश काॅलेज इसे माने से इंकार कर रहे हैं। सरकार के पत्र, पत्रांक-1457 में जिक्र है कि हर वर्ष काॅलेजों के होनेवाली आर्थिक क्षति का आकलन कर सरकार पैसा भेजेगी। जबकि सरकार ने पैसा रिटर्न नहीं किया है। प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि बी॰एस॰एस॰सी॰ परीक्षा धांधली की सूक्ष्मता से जाँच एवं दोषी राजनेताओं व अफसरों पर कार्रवाई एस॰आई॰टी॰ के बूते संभव नहीं है। इसके लिए सी॰बी॰आई॰ से जांच कराना जरूरी है। साथ ही 2014 में सम्पन्न स्नातक स्तरीय परीक्षा की रद्द धांधली को देखते हुए करना जरूरी है। प्रतिनिधिमंडल ने छात्रसंघ चुनाव कराने, गर्दनीबाग में धरना पर बैठे मदरसा शिक्षकों की समस्याओं पर कार्रवाई और मगध वि॰वि॰, पटना शाखा कार्यालय के कर्मियों के राजभवन के आदेश के बावजूद नहीं बहाल करने का मसला भी उठाया। प्रतिनिधिमंडल ने कुलपतियों की बहाली में राजभवन की वजह से देरी का मसला भी उठाया। राज्यपाल के संयुक्त सचिव श्री विनय कुमार ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल के उठाए गए हर पहल से वह महामहिम से अवगत करायेंगे। उन्होंने राजभवन द्वारा ठोस कार्रवाई का भरोसा दिलाया। जे॰पी॰ एवं वीर कुँअर सिंह के बाद आज बी॰आर॰ए॰ वि॰वि॰ मुजफ्फरपुर में कुलपति की बहाली की जानकारी देते हुए शीघ्र अन्य वि॰वि॰ में कुलपति बहाल करने की बात कही।
लाठीचार्य में खगड़िया जिला सचिव रजनीकांत कुमार, पटना जिलाध्यक्ष पुष्पेन्द्र प्रणय, बिट्टू कुमार सहित दर्जनों छात्र घायल हो गए। वहीं जे॰पी॰ गोलंबर पर अध्यक्षता संगठन के राज्य उपाध्यक्ष अमीन हमजा की अध्यक्षता में सभा हुई। सभा को राज्य अध्यक्ष परवेज आलम, राज्य कार्यकारिणी सदस्य किशोर कुमार, गयासुद्दीन, पटना जिला सचिव सुशील उमाराज, मधेपुरा जिलाध्यक्ष वसीमुद्दीन, बक्सर जिला सचिव विमल कुमार, शंकर कुमार, सहरसा जिला अध्यक्ष चैसन कुमार ने भी संबोधित किया। वहीं गिरफ्तारी देने वालों में राज्य कार्यकारिणी सदस्य रणजीत पंडित, राज्य पार्षद् सह पटना वि॰वि॰ सचिव संदीप कुमार, पिंकी कुमारी, जन्मेजय कुमार, आदित्य राज, कुंदन कुमार, सूरज, आनन्द आदि 18 छात्र-छात्राएँ शामिल हैं।

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 27 फरवरी

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स्कूलों हेतु भूमि का शीघ्र करें चिन्हांकन

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कलेक्टर श्री अनिल सुचारी ने आज टीएल बैठक में बताया कि जिला मुख्यालय पर दो नए स्कूल खुलेंगे। इन स्कूलों के लिए आवश्यकतानुसार भूमि का शीघ्र चिन्हांकन करने के निर्देश एसडीएम को दिए। कलेक्टर श्री सुचारी ने कहा कि दिव्यांग विद्यार्थियों के लिए एवं वेद विद्यालय की स्थापना जिले में की जानी है। उन्होंने मुख्यमंत्री हेल्पलाइन के तहत विभागों को जिस दिन आवेदन प्राप्त होते है उसी दिन ही आवेदनकर्ता के मोबाइल नम्बर पर एल-वन अधिकारी बात कर आवेदनकर्ता को संतुष्ट करेंगे। कलेक्टर श्री सुचारी ने बताया कि जिला विकास समन्वय और निगरानी समिति (दिशा) की बैठक कार्यवाही विवरण अब बेवसाइट पर अपलोड की जाएगी ताकि आमजन दिशा बैठक में लिए निर्णयों का अवलोकन सुगमता से कर सकें। कलेक्टर श्री सुचारी ने कहा कि जिन वर्गो के छात्रों को छात्रवृत्ति दी जानी है उन्हें वित्तीय वर्ष समाप्ति के पूर्व तमाम कागजी कार्यवाही पूर्ण कर ली जाए ताकि उन्हें समय सीमा में छात्रवृत्ति मिल सकें। जिला शिक्षा अधिकारी ने इस दौरान बताया कि छात्रवृत्ति के लिए 78 प्रतिशत विद्यार्थियों के बैंक खातों को अपडेट किया जा चुका है। जिले के कुल 34 हजार विद्यार्थियों को विभिन्न प्रकार की छात्रवृत्ति इस वर्ष दी जानी है जिसमें से 28 हजार खाते अपडेट किए जा चुके है। शेष छह हजार खाते होल्ड, जन-धन के खाते अथवा पालक के बैंक खाते होने के कारण इन खातों को अपडेट नही किया जा सका है संबंधित विद्यार्थियों से नवीन खाते खुलवाने की कार्यवाही क्रियान्वित है। कलेक्टर श्री सुचारी ने मध्यप्रदेश मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड के अधिकारी से कहा कि बिजली की शिकायते बहुत अधिक प्राप्त हो रही हेै अतः निराकरण हेतु बडे-बडे कस्बों में शिविरों का आयोजन करें। उन्होंने कहा कि बिजली के कारण एक भी नल-जल योजना बंद नही होना चाहिए। कलेक्टर श्री सुचारी ने कहा कि जीवाजीपुर और ग्राम बरखेडामाखू के लोगों के द्वारा शिकायत दर्ज कराई गई है कि नल-जल योजना का ट्रांसफार्मर ऊर्जा विभाग के अधिकारियों द्वारा हटाया गया है। अतः दोनो गांव में शीघ्र ही ट्रांसफार्मर रखने की कार्यवाही की जाए।कलेक्टर श्री सुचारी ने जिला खनिज अधिकारी को निर्देश दिए कि जिन खनिज खदानों के चारो ओर तार फेंसिग और सीमा निर्धारण के लिए मुनारे स्थापित नही कराई गई उन खदान उत्खननकर्ताओं के ऊपर अर्थदंड आरोपित करने की कार्यवाही शीघ्र की जाए। कलेक्टर श्री सुचारी ने कहा कि नवीन कलेक्टेªट कम्पोजिट भवन में एलईडी लाइट ओर पंखे लगाए जाएं के निर्देश दिए। इसी प्रकार जिन निकाय क्षेत्रों में हस्तचलित रिक्शा चलते है उनकी जगह उन्हें ई-रिक्शा देने की कार्यवाही शीघ्र क्रियान्वित की जाए। बैठक में बताया गया कि समर्थन मूल्य पर तुअर खरीदी हेतु बासौदा में एक केन्द्र बनाया गया है इस केन्द्र पर अब तक 57 क्ंिवटल तुअर की खरीदी की जा चुकी है। जिले के परिवहन कार्यालय में पंजीकृत हेवी 650 वाहन चालक एवं परिचालकों का पंजीयन किया गया है जिन्हें शासन के मापदण्ड अनुसार योजनाओं का लाभ दिलाये जाने की कार्यवाही प्रचलित है। इस वर्ष समर्थन मूल्य पर गेहूं क्रय का कार्य 137 केन्द्रों पर संपादित होगा। इन केन्द्रों पर पर्याप्त मात्रा मंे वारदाने, तौल कांटे एवं किसानों के लिए छाया और पानी की व्यवस्थाएं करने के निर्देश बैठक में संबंधितों को दिए गए। टीएल बैठक में आधार पंजीयन, जाति प्रमाण पत्र, सार्वजनिक वितरण प्रणाली की अद्यतन प्रगति की भी समीक्षा की गई। इसके अलावा बैठक में मानव अधिकार आयोग, पीजी सेल, समाधान आॅन लाइन और जन शिकायत निवारण के प्राप्त आवेदनों के साथ-साथ पेपर कंटिग पर अब तक संबंधित विभागों के अधिकारियों द्वारा की गई कार्यवाहियों की बिन्दुवार जानकारियां प्रस्तुत की गई। कलेक्टेªट के सभाकक्ष मंे हुई इस बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्री दीपक आर्य, एसडीएम श्री आरपी अहिरवार, डिप्टी कलेक्टर द्वय श्री चन्द्रप्रताप गोहल, श्री एके मांझी समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।



आयुष मेगा स्वास्थ्य उपचार शिविर आज

जिला चिकित्सालय परिसर के आयुष विंग कक्षो में विशाल निःशुल्क स्वास्थ्य उपचार केम्प का आयोजन मंगलवार 28 फरवरी की प्रातः आठ बजे से किया गया है। जिला आयुष अधिकारी डाॅ नरेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि शिविर में आयुर्वेद, यूनानी और होम्योपैथिक चिकित्सक अपनी सेवाएं देंगे। शिविर के सुव्यवस्थित आयोजन हेतु तमाम प्रबंध सुनिश्चित किए गए है। आयुष विंग के चिकित्सकों सहित कुल 30 कर्मचारी मौके पर मौजूद रहेंगे और मरीजों के उपचार मंे सहयोग करेंगे। शिविर हेतु डाॅक्टर चेतन कुमार टिक्कस को नोड्ल अधिकारी का दायित्व सौंपा गया है।

सीपीसीटी प्रशिक्षण हेतु आवेदन आमंत्रित

ई-दक्ष केन्द्र विदिशा में कम्प्यूटर दक्षता प्रमाणीकरण परीक्षा (सीपीसीटी) हेतु प्रशिक्षण कार्यक्रम पहले आएं पहले पाएं के आधार शीघ्र ही संचालित किया जा रहा है लगातार तीस दिन तक चलने वाले उक्त प्रशिक्षण में शामिल होने वाले प्रशिक्षणार्थियों को एक हजार रूपए शुल्क देय होगी। सीपीसीटी परीक्षा में सम्मिलत होने की पात्रता रखने वाले आवेदकों को जिला ई-गवर्नेंस सोसायटी विदिशा के द्वारा ई-दक्ष केन्द्र में प्रशिक्षित किया जाएगा। प्रशिक्षण में कम्प्यूटर प्रशिक्षण, बेसिक कम्प्यूटर ज्ञान, आईटी स्किल, हिंदी एवं अंग्रेजी टायपिंग का भी प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण में शामिल होने के इच्छुक आवेदक कार्यालयीन दिवसों अवधि में ई-दक्ष केन्द्र में पदस्थ वरिष्ठ प्रशिक्षक श्री बद्री पटेल का मोबाइल नम्बर 9165111289 एवं प्रशिक्षक श्री चंद्रजीत रघुवंशी के मोबाइल नम्बर 9755816980 अथवा जिला ई-गवर्नेंस सोसायटी, कलेक्टर कार्यालय विदिशा में सम्पर्क कर प्राप्त कर सकते है।

अमानक उर्वरक प्रतिबंधित

उर्वरक गुण नियंत्रण प्रयोगशाला को भेजे गए सेम्पल के परीक्षण उपरांत अमानक स्तर का पाया जाने पर अनुज्ञापन अधिकारी उर्वरक श्री पीके चैकसे द्वारा जिले में उर्वरक निर्माता कंपनी वाक्सो लाजिस्टक इंडिया प्रायवेट लिमिटेड मुबंई का उर्वरक एनपीके लाट व बेंच नम्बर एनपीएकेबी-160561 को तत्काल प्रभाव से प्रतिबंधित किया गया है। अमानक उर्वरक स्कंध लाट बेंच का जिले में क्रय विक्रय भण्डारण एवं परिवहन तत्काल प्रभाव से प्रतिबंधित किया गया है।

आर्थिक मदद जारी

कलेक्टर श्री अनिल सुचारी ने पांच प्रकरणों में आर्थिक मदद के आदेश जारी कर दिए है। हिट एण्ड रन के चार प्रकरणों में आर्थिक मदद जारी की गई है। ज्ञात वाहन से सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो जाने पर मृतक के परिजन को क्रमशः 15-15 हजार रूपए की आर्थिक मदद जारी की गई है उनमें बासौदा तहसील के ग्राम सूजामालूद टपरा की श्रीमती गुड्डीबाई अहिरवार की मृत्यु होने पर मृतिका के पति श्री अशोक अहिरवार को, सिरोंज तहसील के ग्राम पीराखार के श्री समन्दर सिंह यादव की मृत्यु होने पर मृतक की पत्नि श्रीमती प्रभादेवी को तथा ग्राम बाचाखेडी के श्री नासिर खां की मृत्यु उपरांत मृतक की पत्नी श्रीमती अनीसाबी को आर्थिक मदद जारी की गई है। वही सड़क दुर्घटना में घायल हो जाने पर विदिशा के अयोध्या बस्ती निवासी श्री आनंद कुशवाह को साढे सात हजार रूपए की मदद जारी की गई है। सर्पदंश से ग्राम खेरूआहाट की कुमारी रूकमणी की मृत्यु हो जाने के कारण मृतिका के पिता श्री दशरथ सिंह कोरी को आरबीसी के प्रावधानों के तहत चार लाख रूपए की आर्थिक मदद जारी की गई है।

उद्यानिकी सेमीनार, कृषक संगोष्ठी का आयोजन

मिशन फाॅर इन्ट्रीगेटेड डब्लपमेंट आफ हार्टिकल्चर योजना के अंतर्गत दो दिवसीय जिला स्तरीय सेमीनार कृषक संगोष्ठी का आयोजन चार एवं पांच मार्च को किया गया है उक्त सेमीनार विदिशा विकासखण्ड के ग्राम बर्रो में प्रातः 11 बजे से शुरू होगा। उद्यानिकी विभाग के सहायक संचालक श्री केएल व्यास ने बताया कि संगोष्ठी में किसानबंधुओं को रोपित की जाने वाली मुख्य फसलों, उनमें होने वाली कीट बीमारियों के उपचार, रोकथाम और बागवानी में संरक्षित खेती का महत्व खासकर, पाॅली हाउस की वनावट व विकास, हाईटेक नर्सरी, उच्च मूल्य वाली फसलों का उत्पादन, फल व सब्जियों का कैनोपी प्रबंधन सहित अन्य जानकारियां दी जाएगी। सेमीनार में कृषि महाविद्यालय गंजबासौदा के अलावा, भोपाल, सांची विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों द्वारा कृषकों को नई तकनीकी की जानकारी दी जाएगी। श्री व्यास ने जिले के कृषकों से आव्हान किया है कि वे संगोष्ठी में शामिल होकर उद्यानिकी क्षेत्र में हुए नवाचार से अवगत होकर उनका उपयोग अपने खेतों में करें।

षिवरात्री पर विषेष प्रभात फेरी निकाली गई ा


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विदिषा में विगत दो वर्षों से श्री राम नाम कीर्तन के नाम से प्रभात फेरी निकाली जा राही हे ा इसी कड़़़़़़़़ी में आज षिवरात्री कें अवसर पर श्री राम नाम कीर्तन प्रभात फेरी सुबह 5 बजे स्थानीय काॅच मन्दिर में पहॅची एवं वहां षंकर जी का अभिषेक किया एवं अस्पताल रोड नीमताल बसस्टेण्ड बाॅसकुली बडे गणेष मन्दिर होते हुए नामदेव समाज के रामजनकी मन्दिर पहुॅची एवं वहाॅ भी भगवान षिव का अभिषेक किया तथा मन्दिर में षंकर जी के भजन एवं कीर्तन कर प्रसादी वितरित की गई ा इस प्रभात फेरी में बांसुरीवादक श्री रमेष सिलावट एढोलक वादक डांेगरासिहं व रविषंकर सक्सेना व मजीरा वादक गोपालासिहं जादावंषीए नर्बदा प्रसाद एवं सुनील सक्सेना का विषेष सहयोग रहता हेै ा इस प्रभात फोरी के आयोजक एवं विषष ंसहयोगी श्री विषणु नामदेव हैं तथा प्रभात फेरी के अध्यक्ष श्री अरूण सरवैया हंेै।      

सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर 27 फरवरी

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विषाल निःषुल्क आयुष चिकित्सा षिविर आज

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आयुष विभाग द्वारा 28 फरवरी, 2017 को विषाल निःषुल्क आयुष चिकित्सा षिविर का आयोजन आयुषविंग चिकित्सालय गुरूद्वारा के सामने गंगा आश्रम सीहोर में किया जा रहा है। शिविर में सभी तरह की पुरानी (जीर्ण) व्याधियाॅ जैसे- अर्ष (बवासीर), भगन्दर (फिषर) फिष्चुला, मधुमेह, पाण्डु (एनिमिया), आमवात, संधिवात, जोड़ों की बीमारियाॅ सभी तरह की वात रोग, उच्च रक्त चाप, हृदय रोग, मानसिक रोग जैसे अवसाद (डिप्रेसन), स्मृतिहीनता (याददाष्त कम होना) अम्लपित्त (एसिडिटी) यकृत विकार, सभी तरह के उदर रोग, मूत्र विकार, चर्मरोग, थायराइड संबंधी रोग, जीर्ण ज्वर, जैसी समस्त बीमारियों का निःषुल्क स्वास्थ्य परीक्षण कर निःषुल्क औषधि वितरित की जावेंगी। विषाल (मेगा) चिकित्सा षिविर में आयुर्वेद, होम्योपैथी, यूनानी एवं योग चिकित्सा पद्धतियों के द्वारा रोगियों को आवष्यक चिकित्सा परामर्ष दिया जावेगा। विषेष रूप से पंचकर्म चिकित्सा से भी उपचार की व्यवस्था रहेगी। षिविर में महिला रोगियों के उपचार हेतु महिला चिकित्सक उपलब्ध रहेंगीं। श्वििर में विषेष रूप से मधुमेह, संधिवात, आमवात, जोड़ों के दर्द, एनिमिया (रक्ताल्पता), उच्च रक्तचाप का उपचार व पंचकर्म से रोगों का उपचार किया जावेगा। मधुमेह रोग से पीड़ित कृष (दुबले) रोगियों के लिए व मोटापा वाले मधुमेह रोगियों के लिए पृथक से औषधियाॅ तैयार कराई गई हैं जिससे रोगियों को अधिक लाभ मिल सकेगा। डाॅ. रामप्रताप सिंह जिला आयुष अधिकारी ने बताया कि षिविर में 11 आयुर्वेद चिकित्सक 3 यूनानी चिकित्साधिकारी व 3 होम्योपैथी चिकित्साधिकारी अपनी सेवायें देंगे इनमें दो आयुर्वेद के एम.डी. चिकित्साधिकारी जिसमें 1 पंचकर्म चिकित्सा विषेषज्ञ भी चिकित्सा हेतु उपलब्ध रहेंगे। रोगियों की सुविधा की दृष्टि से स्वास्थ्य परीक्षण एवं औषधि वितरण की पृथक-पृथक व्यवस्था की गई है। आयुर्वेद एवं योग व पंचकर्म चिकित्सा हेतु आयुषविंग चिकित्सालय में होम्योपैथी चिकित्सा हेतु धर्माश्रय भवन में व यूनानी चिकित्सा के लिए शासकीय यूनानी औषधालय जिला चिकित्सालय परिसर में व्यवस्था रहेगी। डाॅ. सिंह जिला आयुष अधिकारी ने रोगियों से चिकित्सा षिविर में लाभ उठाने की अपील की है।

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर 27 फरवरी

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पुलिस चौकी पर शांति समिति की बेठक, हथियार लेकर निकलने पर प्रतिबंध नही बिकेगी अवेध ताडी,शराब

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पारा---रविवार को पुलिस चैकी पारा पर आगामी आदिवासी अंचल का प्रसिद्ध पर्व होली व भागोरीया को लेकर शांति समिति की बेठक का आयोजन एसडीओपी एस आर परिहार व नायब तहसीलदार केसरसिह हाडा की उपस्थिति मे किया गया। बेठक मे एसडीओपी श्री परिहार ने उपस्थित नागरिको को होली व भगोरीया पर्व की बधाई देते हुए कहा की  आने वाले दिनो आदिवासी अंचल का प्रमुख विश्व प्रसिद्ध त्योहार भगोरीया व होली आने को हे एक सप्ताह तक चलने वाले इस त्योहार मे लगातार सात दिनो तक जगह जगह प्रतिदिन भागोरीया मेला तीन से चार जगहो पर हाट बाजार के दिन भरेगा। इस एक दिवसीय भगोरीया मेले मे कही भी किसी के साथ कोई अप्रिय घटना ना हो इसके लिए पुलिस तेयार पर पुलिस प्रशासन भी आम जन से सहयोग की अपील करता हे। श्री परिहार ने बताया की इस दोरान अकसर लडाई झगडे होते हे या पुरानी रंजिश निकालते हे। इसलिए प्रशासन ने सरेआम हथियार लेकर निकलने पर पुर्ण रुप से प्रतिबंध लगा दिया हे जो कोई भी इस दोरान हथीयार लेकर निकलेगा उसपर पुलिस सख्त कारवाही करेगी। आप लोग अपना त्योहार हंसी खुशी व मस्ती से मनाए पर शराब ताडी आदी नशे की वस्तुओ का उपयोग नही करे ओर नही कीसी अपने को करने दे। नशे की वजह से ही छेडछाड की घटनाए व लडाई झागडे होते हे। इसके लिए जिन जिन जगहो पर जिस दिन भगोरीया मेला रहेगा वहा पर उस दिन अवेध रुपसे ताडी व शराब खुले आम नही बिकने दी जावेगी। जो कोई भी बेचता पाया गया पुलिस उसके विरुद्ध सख्त कारवाही करेगी। इसके लिए आप सभी लोग अपने गांव मे अपने अपने फलिए मे यह बात सभी को विशेष रुप से बातए बाद मे कारवाही होने पर पुलिस कीसी की नही सुनंेगी। वही बाजार मे डीजे लेकर निकलने पर भी प्रतिबंध रहेगा। इस अवसर पर पारा चैकी प्रभारी अंजली श्रीवास्तव,जनपद सदस्य गजेन्द्र सिह राठोर,नरेश प्रतापसिह राठोर,समाजसेवी प्रकाश छाजेड, पारा उपसरपंच दिपेश जेन,दिलीप डावर,रणसिह खराडी,बसंत परमार, दिलीप किराडे,वालसिह मसानिया सहीत क्षेत्र के कई पंच,सरपंच,तडवी,कोटवार,गणमान्य नागरीक व पत्रकार गण उपस्थित थे।


नगर भाजपा मंडल ने मनाया अमर शहीद चन्द्रषेखर आजाद का बलिदान दिवस
  • आजाद चैक पर प्रतिमा पर माल्र्यापण कर व्यक्त किए विचार

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झाबुआ। देश के क्रांतिकारी अमर शहीद चन्द्रेशखर आजाद का 86 वां बलिदान दिवस जिला भाजपा नगर मंडल द्वारा सोमवार को दोपहर 12 बजे आजाद चैक पर मनाया गया। इस अवसर पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में मुख्य रूप से आजाद की प्रतिमा पर माल्र्यापण विधायक झाबुआ शांतिलाल बिलवाल, भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य शैलेष दुबे, भाजपा जिलाध्यक्ष दौलत भावसार, नगरपालिका अध्यक्ष धनसिंह बारिया द्वारा किया गया। बाद उनके द्वारा आजाद के जीवन पर प्रकाश डाला गया। आजाद अमर रहे के नारों के साथ आजाद की प्रतिमा पर उक्त अतिथियों द्वारा माल्यार्पण करने के साथ ही भाजपा जिला महामंत्री दिलीप कुशवाह, श्रीमती बंसती बारिया, नगर मंडल अध्यक्ष दीपेश बबलू सकलेचा, महामंत्री कीर्ति भावसार, अंकुर पाठक, मांगीलाल भूरिया, भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश महामंत्री कल्याणसिंह डामोर, वरिष्ठ भाजपा नेता ओपी राय, भील सेवा संघ के अध्यक्ष मुकेश अजनार,  विनोद मेडा, ताराचंद गादिया,संजय ढाबी,रमीला निर्मला अजनार, शरमा भूरिया, कन्हैयालाल लखेरी, अनील महोबिया, राकेश शर्मा, दिनेश बैरागी,दीप्तिन मकवाना, नानाभाई राठौड़, राजा ठाकुर सहित अन्य महिला पदाधिकारियों द्वारा भी उनकी प्रतिमा पर माल्र्यापण कर उन्हें नमन किया गया।

आजाद के जीवन से प्रेरणा लेने का दिया संदेष
सभा को संबोधित करते हुए भाजपा जिलाध्यक्ष दौलत भावसार ने कहा कि देश के वीर सपूत अमर शहीद चन्द्रश्ेाखर आजाद का देश की आजादी में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। आज उनके बलिदान दिवस पर हम उन्हें नमन कर काफी गौरवान्वित महसूस कर रहे है। आजाद का संपूर्ण जीवन काफी संघर्षशील रहा। भाजपा के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य शैलेष दुबे ने आजाद को जन-जन का प्रेरणा स्त्रोत बताया एवं उनसे विशेषकर युवाओं को प्रेरणा लेने का आव्हान किया। विधायक शांतिलाल बिलवाल ने अपने उद्बोधन में आजाद को एक महान क्रांतिकारी बताते हुए उनके देश की आजादी में विशेष योगदान को प्रतिपादित किया। श्रद्धांजलि सभा का संचालन भाजपा नगर मंडल महामंत्री कीर्ती भावसार नेतथा आभार बबलू सकलेचा ने  किया। ‘आजाद तेरा बलिदान याद रखेगा हिन्दूस्तान’ के नारों के साथ सभा का समापन हुआ।

अमर शहीद चन्द्रशेखर आजाद को 86 वी पुण्यतिथि, पर जिला कांग्रेस द्वारा किया गया नमन

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झाबुआ 27 फरवरी। अमर शहीद चन्द्रशेखर आजाद की 86वी पुण्यतिथि पर जिला कांग्रेस द्वारा भावभीनी श्रृद्वाजंली अर्पित कर उन्हे स्मरण किया गया। आज स्थानीय जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय पर प्रातः 11.30 बजे जिला कांग्रेस अध्यक्ष निर्मल मेहता (मुख्य अतिथि) द्वारा अमर शहीद चन्द्रशेखर आजाद के चित्र पर माल्यापर्ण कर द्वीप प्रज्जवलित किया तथा कांग्रेस जनों द्वारा चित्र पर पुष्प सुमन अर्पित कर बारी-बारी से अपनी श्रृद्वाजंली अर्पित की गई। सभी कांग्रेसजनों ने इस माटी के सपूत को शहीद चन्द्रशेखर आजाद के कार्यों को याद करते हुए उन्हे देश का महान कां्रतिकारी एवं राष्ट्र का महानायक बताया। मुख्य अतिथि जिला कांग्रेस अध्यक्ष निर्मल मेहता ने कहा कि शहीद चन्द्रशेखर आजाद की शहादत को हिन्दुस्तान हमेशा याद रखेगा। चन्द्रशेखर आजाद ने अकेले ही अंग्रेजों के दांत खटटे कर दिये थे हमे भी उनसे प्ररेणा लेकर आंतकबाद एव फासीस्टवाद से मुकाबला करना है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता मानसिंह मेडा ने कहा कि देश प्रेम की भावना से उत्प्रोत होकर हमेशा अंग्रेजो से लड कर उनके दांत खटटे किये व राष्ट्रसेवा में अपना पूरा जीवन बलिदान दिया। इस अवसर पर ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष हेमचंद्र डामोर ने अपने सम्बोधन में कहा कि आजाद का प्रारंभिक जीवन आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र भाबरा (आजाद नगर) ग्राम में गुजरा। वे बचपन से ही आदिवासीयों के साथ पले बढे हुए तथा उनके साथ खुब धनुष बाण चलाये। उन्होने बचपन से ही निशाना साधना सिख लिया। इस अवसर पर शहर कांग्रेस कार्यवाहक अध्यक्ष गौरव सक्सेना ने भाषण के माध्यम से शहीद चन्द्रशेखर आजाद के जीवन पर प्रकाश डाला तथा कहा कि ऐसा व्यक्ति युग में एक बार ही जन्म लेता है। जिला महामंत्री जितेन्द्र प्रसाद अग्निहोत्री ने अपने भाषण में कहा कि हमे उनके आर्दश पर चलकर राष्ट की सेवा में अपना योगदान देना चाहिए। इस अवसर पर कांग्रेस पार्षद अविनाश डोडियार ने शहीद चंद्रशेखर आजाद की पुण्यतिथि पर उन्हें नमन करते हुए उनके आदर्षो पर चलकर राष्ट्र की सेवा मंे युवाओं को आगे बड़कर आने का आव्हान किया। इस अवसर पर सुभाष व्यास द्वारा अपनी चिरपरिचित कविता द्वारा शहीद चंद्रशेखर आजाद को अपनी श्रद्वांजलि अर्पित की। कार्यक्रम का संचालन लोक सभा युवक कांग्रेस अध्यक्ष आशीष भूरिया ने किया एवं आभार जिला प्रवक्ता हर्ष भट ने माना। वहीं शहर कांग्रेस द्वारा प्रातः 10.30 बजे स्थानीय आजाद चैक पर शहीद चंद्रशेखर आजाद की प्रतिमा पर भी माल्यापर्ण कर उन्हें श्रद्वांजलि अर्पित की। इस अवसर पर जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष विजय पांडे, राजेन्द्र अग्निहोत्री, प्रदेश महिला सचिव शायरा बानो, एनएसयूआई जिलाध्यक्ष विनय भाबोर, जिला महामंत्री मनीष व्यास, ऋषी डोडियार, दीपक डोडियार, विजय भाबोर, बबलु कटारा, पार्षद रशीद कुरेशी, धुमा डामोर, कांग्रेस नेता रिंकु रूनवाल, हर्ष जैन, निखील सेठिया, मुकेश शर्मा, अब्दुल कालम, वसीम सैयद, अमरू, धर्मेन्द्र, प्रदीप परमार, रवि अजनार, निलेश मचार, किशन मचार, विक्की मुवेल, योगेन्द्र खराडी, निरज मकवाना, खेमराज वसुनिया, सहित अनेक कांग्रेस पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे।

पटवारियों ने तहसील को 108 अतिरिक्त हल्को के बस्ते सौपे, मांग पूरी होने तक जारी रहेगा क्रमबद्ध आन्दोलन - श्री मुलेवा

झाबुआ । पटवारियो की वर्षो से लम्बित मांगो का निराकरण न होने से व्यथित होकर    म.प्र. पटवारी संघ द्वारा सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में अतिरिक्त हल्को व खसरा संशोधन के नये साॅप्टवेयर वेब जी.आई.एस. का बहिष्कार  करने की मांग कालेकर प्रदेश पटवारी संघ के आव्हान पर तहसील कार्यालय में पटवारियों ने नारे बाजी के साथ प्रदर्शन करते हुए 108 अतिरिक्त हलकों के बस्ते उसोमवार को दोपहर 1 बजे तहसीलदार अंजली गुप्ता को जिला पटवारी संघ केजिला अध्यक्ष अखिलेख मुलेवा के नेतृत्व में सौपे गय। श्री मुलेवा ने बताया कि मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चैहान द्वारा वेतनमान में 2100 के स्थान पर 2800 रूपये संशोधित किये जाने का वादा आज तक पूरा नही हुआ है । अतिरिक्त हलकों के लिये निर्धारित  25 प्रतिशत अतिरिक्त मानदेय एवं स्टेशनरी भत्ता देने की मांग भी पूरी नही की गई है । पटवारियों के पदों को तकनीकी पद घोषित किये जाने  की मांग पर विचार नही हुआ है । पटवारियों को विभागीय परीक्षाऐ देने की सुविधा दिये जाने, पटवारी का पद जिला केडर का ही बनाये रखने आदि मांगों को लेकर पटवारियों का चरणबद्ध आन्दोलन मांगे पूरी होने तक जारी रहेगा । तहसील झाबुआ के 108 अतिरिक्त हल्कों के बस्ते तहसीलदार को जिलाध्यक्ष श्री मुलेवा के नेतृत्व में  सौपते समय तहसील अध्यक्ष नानूराम मेरावत, पटवारी रेखा बिलवाल, लक्ष्मी गणावा, गोविन्द हाडा, छतरसिंह मेरावत, अजितसिंह चैहान, प्रेमसिंह बघेल, हेमेन्द्र कटारा, अभय व्यास, बाबुलाल सोनी, दौलत डामोर, चन्दनसिंह कछोटिया, नटवरसिंह कछोटिया, दिवाकर त्रिवेदी आदि सहित बडी संख्या में पटवारीगण उपस्थित थे ।

कलेक्टर श्री सक्सेना ने प्रशिक्षण के बाद फिर संभाली जिले की कमान

झाबुआ 27 फरवरी 17/कलेक्टर श्री आशीष सक्सेना ने प्रशिक्षण से लौटने कें बाद आज 27 फरवरी को पुर्वान्ह में झाबुआ जिले का कार्यभार ग्रहण कर लिया है।

मोरझिरी में लोक कल्याण शिविर संपन्न

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झाबुआ । थांदला ब्लाक के ग्राम मोरझिरी में आज लोक कल्याण शिविर आयोजित कर ग्रामीणो को शासन की योजनाओं की जानकारी दी गई। शिविर में मंडी अध्यक्ष थांदला श्री मन्नु डामोर, प्रभारी उप संचालक सामाजिक न्याय श्री अली, एसडीएम श्री दर्रोह, जनपद सीईओ श्री वर्मा सहित जनप्रतिनिधि शासकीय सेवक एवं बडी संख्या में ग्रामीण जन उपस्थित थे। शिविर में अतिथियों ने ग्रामीणो को संबोधित करते हुए कहां कि यह शिविर आपकी समस्याओं के निवारण के लिए लगाया गया है। यदि शासन की योजनाओं का लाभ लेने में आपकों कोई समस्या आ रही है, तो बताये आपकी समस्याओं का निराकरण कर शासन की योजनाओं का लाभ आपको दिया जाएगा। शिविर में सीईओं जनपद एवं अन्य विभागीय अधिकारियों ने विभाग से संबंधित योजनाओं की जानकारी दी एवं प्राप्त आवेदनो का निराकरण किया।

शिविर में 27 आवेदन प्राप्त
शिविर में विभिन्न विभागों से संबंधित जनसमस्या से संबंधित 27 आवेदन प्राप्त हुए, जिसमें से अधिकांश का मौके पर ही निराकरण कर दिया गया। शेष  आवेदनो का निराकरण समय सीमा में करने के लिए संबंधित विभाग के अधिकारियो को निर्देशित किया गया।

आगजनी का  अपराध पंजीबद्ध

झाबुआ। अज्ञात व्यक्ति फरि. भगवतीलाल पिता आम्बाराम पाटीदार नि. रायपुरिया के बाडे में रखे बांस केे डंडे में आग लगा दी जिससे बांस के डंडे जल गये। प्रकरण में थाना रायपुरिया में अपराध क्रं. 73/17 धारा 435 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

अपहरण का अपराध पंजीबद्ध

झाबुआ । फरि. राधु पिता नरसिंह डामेार नि. रूण्डीपाडा की लडकी बोनिया उम्र 17 वर्ष घर से थांदला मजदुरी करने जाने का बोलकर गई थी जिसे आरोेेेपी रतन पिता नंदु निवासी बन्नी बहला फुसलाकर औरत बनाने की नियत से भगाकर ले गया। प्रकरण में थाना थंादला में अपराध क्रं. 78/17 धारा 363,366 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

सडक हादसे मे तीन की मोत

झाबुआ । माणिक पिता अंतरसिंह पाल, निर्मला पति माणिक पाल व सन्नी पिता माणिक पाल नि. गण थांदला की मृत्यु पर थाना थांदला में मर्ग क्रं. 20/17 धारा 174 जाफौ में कायमी की गयी।

मौलिक प्रश्नों से भाग खड़ी हुई है नीतीश सरकार, सात निश्चय की कर रही जुमलेबाजी: माले

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पटना 27 फरवरी 2017, भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने कहा है कि नीतीश कुमार की सरकार बिहार के विकास के मौलिक प्रश्नों से पूरी तरह भाग खड़ी हुई है और महज सात निश्चय की जुमलेबाजी करके जनता की आंखों में धूल झोंक रही है. सकल घरेलू उत्पाद में तेजी से वृद्धि का दावा करने वाली सरकार को बताना चाहिए कि रोजगार के अवसरों में कितनी वृद्धि हुई है? ठेका-मानेदय पर काम करने वाले कर्मियों का स्थायीकरण अब तक क्यों नहीं हुआ? उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार गरीबों के वास-चास की जमीन, भूमि सुधार, बटाईदार किसानों के कानूनी हक आदि सवालों पर एक शब्द बोलना उचित नहीं समझती. इसकी बजाए वह झूठे आंकड़ों के जरिए बिहार में विकास की जुमेलबजाी कर रही है. हर जगह शराबबंदी की जुगाली है, जबकि पुलिस संरक्षण में आज भी शराब उत्पादन का कार्य जोरों से चल रहा है. आज बिहार सरकार यह स्वीकार कर रही है कि नोटबंदी का गहरा असर जनता के जीवन पर पड़ा है. लेकिन नीतीश जी अब तक नोटबंदी के सवाल पर मोदी का समर्थन करते रहे हैं. नोटबंदी की मार से त्रस्त लोगों के लिए बिहार सरकार के बजट में कुछ नहीं है. बजट शिक्षा पर सबसे अधिक तरजीह देने की घेाषणा करती है. लेकिन यह सरकार दलित-गरीबों की छात्रवृत्तियंा काटने वाली सरकार हो गयी है. महिलाओं, बच्चों, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा और अति पिछड़ा वर्ग पर खर्च होने वाली राशि में भारी कटौती की गयी है, जबकि बजट में झूठे आंकड़ों के जरिए ‘न्याय के साथ विकास’ की लफ्फाजी की जा रही है. 

बिहार : असामाजिक तत्वों द्वारा कुर्जी कब्रिस्तान में प्रवेशकर क्रूस को तोड़ा

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  • विधायक कोष से चहारदीवारी को ऊंची करवाने का प्रयास जारी

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पटना। क्रिश्चियन समुदाय के लोग मर जाते हैं तो उनको निकटतम पल्ली में स्थित कब्रिस्तान में ही दफन कर दिया जाता है। उनके कब्र के सिरहाने में क्रूस लगाया जाता है। उस क्रूस पर मृतक का नाम, जन्मतिथि और मरनदिवस लिखा जाता है। क्रूस के ऊपरी हिस्से में लिखा जाता है ‘रेस्ट ऑफ पीस’। यहां उनको ‘पीस’ मिलता ही नहीं है। कब कब्र खोदकर दूसरे मृत परिजन को दफन कर दिया जाएगा। अगर ऐसा नहीं होता है तो असामाजिक तत्वों शांति में बाधक बन गये हैं। अब पहचान बचाना मुश्किल हो गया है। कब्र में लगे क्रूस को तोड़फोड़ दे रहे हैं। यह हाल प्रेरितों की रानी ईश मंदिर के बगल में स्थित कब्रिस्तान का है। वैसे तो राजधानी पटना में दो कब्रिस्तान है। प्रथम पीरमुहानी और द्वितीय कुर्जी में। बॉबी के मरने के बाद पीरमुहानी कब्रिस्तान चर्चा में आयी। तो दूसरी ओर जनसंख्या की बढ़ोतरी से उत्पन्न कुर्जी कब्र्रिस्तान में जगह नहीं रहने का रोना। कुर्जी क्षेत्र में विख्यात संत माइकल हाई स्कूल संचालित है। इस स्कूल के आसपास ही कार्यरत कर्मी रहा करते थे। सभी पश्चिम चम्पारण जिले से आये थे। बेतिया क्रिश्चियन क्वाटर से पास्काल मास्टर आये थे। प्रचारक का कार्य करते थे। पास्काल मास्टर के अनेक रिश्तेदार रहते हैं। कुर्जी कब्रिस्तान का इतिहास 1885 ईस्वी का है। 280 गुणा 150 फीट का कब्रिस्तान है। 8 फीट गुणा 10 फीट का 600 कब्र है। कयामत दिनों की इंतजारी में है। जिस प्रकार ईसा मसीह मृतकों में से जी उठे थे। यह ईसाई समुदाय का लोकआस्था है। पटना महाधर्मप्रांत के महाधर्माध्यक्ष स्व0 बेनेडिक्ट जौन ओस्ता, येसु समाजी ने अपने कार्यकाल में कुर्जी कब्रिस्तान की दीवारों में ‘पिंजन हॉल’ यानी कबूतर के घोंसले के अनुसार खंड्डा बनाने का प्रस्ताव लाया था। इसी में मृतकों की कब्र की मिट्टी रखकर पुर्नरूथान का इंतजार करना था। वहीं ईसाई समुदाय के बीच में चर्चा किया गया कि कब्रिस्तान में जगह नहीं है। क्यों न मृत शरीर को जलाकर राख को पिंजन हॉल में रखा जाये। यह भी प्रस्ताव आया कि एक कुआं निर्माण कर कब्र की हड्डियों को रखा जाये। जमीन के नीचे गड्डा खोंदकर कब्र बनाकर शव को गाढ़ा जाये और उसपर ढक्कन लगाकर अन्य लोगों को दफनाया जाये। जो नहीं हो सका। केवल मिशनरी सिस्टर और फादर निर्माण करवाने लगे। प्रेरितों की रानी ईश मंदिर के पीछे में सिस्टरों का कब्रिस्तान है। वहां पर भूतल कब्र निर्माण किया गया है। 


असामाजिक तत्वों द्वारा कुर्जी कब्रिस्तान में व्यापक तोड़फोड़ःकुर्जी कब्रिस्तान की चहारदीवारी नीची है। इसके कारण असामाजिक तत्वों कब्रिस्तान में हेल जाते हैं। शराबबंदी के बाद से गांजा और स्मैक का सेवन करने वाले अधिक हो गये हैं। शांत जगह की तलाश में कब्रिस्तान में आ जाते हैं। इसके बाद यहां पर मनमौजी हरकत करने लगते हैं। एक लाइन से ही कब्रों में लगे क्रूस को तोड़ दिये। इसके कारण मृतकों की पहचान असंभव हो गयी। इससे परिजनों की परेशानी बढ़ गयी है। 

अल्पसंख्यक मोर्चा बीजेपी बिहार के प्रदेश क्षेत्रीय प्रभारी राजन साह की पहलःकुर्जी कब्रिस्तान में व्यापक तोड़फोड़ करने पर चिंता प्रदेश क्षेत्रीय प्रभारी राजन साह ने व्यक्त की है। उनके ही प्रयास से भाजपाई विधायक डॉ0 सजीव चौरसिया बैठक में शिरकत किये। बैठक में शामिल होने वालों में कुर्जी पल्ली के प्रधान पुरोहित फादर जोनसन प्रमुख थे। बैठक में निर्णय लिया गया कि विधायक डॉ0 सजीव चौरसिया द्वारा कंटिला तार लगाया जाएगा। दीघा पुलिस द्वारा रात्रि गश्ती की जाएगी। नवयुवक संघ और राजन साह द्वारा चंदा संग्रह करके सीसीटीवी लगाया जाएगा। 

और मरने के बाद भी आलिशान कब्र नसीबः फादर और सिस्टर जीवनभर उपदेश देते हैं कि येसु के नाम पर ईसाई कलीसिया एक हैं। समतामूलक समाज निर्माण करने तथा उसे कायम रखने की वकालत करते हैं। येसु ख्रीस्त के नाम पर संयासी ग्रहण करने वाले पुरोहित एवं सिस्टर को याजकवर्ग कहा जाता है। अन्य को अयाजकवर्ग कहा जाता है। इन दोनों के बीच में एकरूपता लाने का प्रयास किया जाता है। वहीं जीवनभर विलासिता की जिदंगी जीने वाले याजकवर्ग को मरने के बाद भी आलिशान कब्र नसीब होता है। प्रेरितों की रानी ईश मंदिर के पीछे सिस्टरों के लिए आलिशान कब्र निर्माण किया गया है। भूतल कब्र में 8 खंड है। जो समयानुसार इस्तेमाल किया जाता है। एक्स0टी0टी0आई0 में पुरोहितों के लिए भूखंड कब्र निमार्ण किया गया है। यहां पर एक कब्र में 13 लोगों को दफन करने के लिए खंड तैयार किया गया है। एक को दफन करने के बाद दूसरे का आसानी से दफन कर दिया जाता है। ढक्कन लगाया जाता है।राज्य सभा सांसद आर 0 के0 सिन्हा भी हर संभव सहायता करने का आश्वासन दिया है। 

बिहार : घर में जन्म लेने वाले बच्चों का जन्म प्रमाण-पत्र बनवाने में दिक्कत

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दानापुर। नगर परिषद दानापुर निजामत अंतर्गत वार्ड नम्बर-36 की वार्ड पार्षद हैं किरण देवी। वार्ड पार्षद किरण देवी का सहयोग राउंड टेबल नगर,दानापुर,गाभतल में रहने वाले महादलितों को नहीं मिलता है। इसके कारण महादलित मुसहर समुदाय के लोगों में आक्रोश व्याप्त है। बुजुर्ग कुंज बिहारी मांझी और रामाशीष मांझी दिव्यांग को पेंशन नहीं मिलती है। जब महादलित मर जाते हैं तो उनका कबीर अत्येष्ठि योजना के तहत 14 रू0 नहीं मिलता है। इसका परिणाम यह होता है कि हिन्दू होने के बावजूद भी कब्र खोंदकर मृतक को दफनाया जाता है। खैर, यहां के 84 घरों के लोगों को बीपीएल में शामिल कर लिया गया। सभी विधवा महिलाओं को लक्ष्मीबाई सामाजिक सुरक्षा पेंशन से लाभ दिलवाया जा रहा है। वहीं अधिकांश लोगों को  आधार कार्ड बना है। इस क्षेत्र की आशा बहन सोनी सिंह ने कहा कि महादलित गर्भवती महिलाओं का सुरक्षित प्रसव करवाने के लिए अनुमंडलीय अस्पताल में लिया जाता है। उनको 1 हजार रू0 दिया जाता है। यहां की 4 गर्भवती महिलाओं का प्रसव हुआ है। बैंक पास बुक नहीं बनने से राशि नहीं मिली है। धानो देवी का कहना है कि बैंक में एकाउंट खोलवाने में 1 हजार रू0 लगता है। सुरक्षित प्रसव करवाने के बाद 1 हजार रू0 मिलता है। ले देकर साफ हो जाएगा। इसी लिए हमलोग दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं। आशा बहन ने बताया कि वार्ड नम्बर-36 में 2 आंगनबाड़ी केन्द्र है। एक की सेविका रश्मि कुमारी और सहायिका रेणु कुमारी हैं। दूसरी की सेविका अनिता कुमारी और सहायिका नीलम कुमारी हैं। यहां की महादलित महिलाएं आंगनबाड़ी केन्द्र से शिकायत करती हैं उनका कहना है कि एक किलो चावल और 500 ग्राम से कम दाल मिलता है।बच्चे टीकाकरण के लिए जाते हैं। हमलोग मां बनने के बाद प्रथम दूध को बच्चा को पिलाते हैं। मगर घर में प्रसव करवाने वाली माताओं का कहना है कि उनके बच्चों का जन्म प्रमाण-पत्र बनवाने में दिक्कत होती है। कोर्ट से शपथ-पत्र,घर का नवीनतम रशीद और प्रसव करवाने वाली दाई का हस्ताक्षरयुक्त अथवा अंगूठा निशान प्रमाण-पत्र चाहिए। इस ओर सरल तरीका अपनाने की व्यवस्था सरकार को करनी चाहिए। ऐसा करने से परेशानी कम होगी।


बिहार : महादलित मुसहर समुदाय परेशान

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पटना। पटना नगर निगम के वार्ड नम्बर-19 में है यारपुर अम्बेदकर कॉलोनी। महादलित मुसहर समुदाय के लोग रहते हैं। एकदम गंदगीपूर्ण माहौल है। जलनिकासी की व्यवस्था नहीं है। एक जगह जमा रहता है। इसी में नाला गिरता है। घर के कूड़ों को भी फेंका जाता है। एकदम सटसट कर घर रहने के कारण यक्ष्मा रोग का प्रभाव अधिक है। कई लोग परलोक सिधार चुके हैं। इसके आलोक में सुशासन बाबू के राज में मकान बनना शुरू हुआ है। बिहार शहरी आधारभूत संरचना विकास निगम लि0 बुडको द्वारा राजीव आवास योजनान्तर्गत मलिन बस्ती के लोगों के लिए आवास निर्माण कार्य हो रहा है। इस यारपुर अम्बेदकर कॉलोनी,पटना में 439 मकान बन रहा है। इसकी अनुमानित लागत 1602.29 लाख है। मकान का सपना देखने वाले महादलित मुसहर समुदाय का कहना है कि हमलोग परेशान हैं। मौसम के अनुसार गर्मी, बरसात और ठंडा से जूझना पड़ता है। जल्द से जल्द मकान निर्माण नहीं हो रहा है। इसके कारण खुले आकाश के नीचे रहने को बाध्य हैं। यहां के लोगों का कहना है कि कार्य मंथरगति से जारी है। सप्ताह में एक दिन ही कार्य हो रहा है। आप सोच सकते हैं कि इस रफ्तार से कब मकान निर्माण होगा। हमलोग 1000 की संख्या में हैं और मकान सिर्फ 439 ही बन रहा है। इसको लेकर मारपीट स्वाभाविक है।  इसी तरह का हाल दीघा मुसहरी का भी है। अधूरा मकान बना है। पटना नगर निगम द्वारा राशि विमुक्त ही नहीं हो रहा है। यहां पर प्रत्येक परिवार को पौने तीन लाख रू0 मिला है। इनको तीन किस्त में मिलना है। एक ही किस्त देकर बंद कर दिया गया है। इसको लेकर लोग दिक्कत महसूस कर रहे हैं। साड़ी और प्लास्टिक तानकर रहने को बाध्य हैं। यहां के लोगों का कहना है कि घर हथियाने का अभियान चल रहा है। एक व्यक्ति ने 5 घर हथिया लिया है। अनुसूचित जाति का नहीं रहने के कारण भी मुसहर जाति का प्रमाण-पत्र बनाकर मजा लुट रहा है। कुर्जी में बैठने वाले पटना अंचल के कर्मचारी को मोटी रकम चटाकर वंशावली तैयार किया जा रहा है। इस ओर ठोस कदम उठाने की जरूरत है। ऐसे लोगों को अधिकारियों को चाहिए लगाम लगाने के लिए। 

बिहार : जोरशोर से प्रयास जारी

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पटना। धीरे-धीरे त्रिस्तरीय ग्राम पंचायत का अस्तित्व खत्म कर दिया जा रहा है। इसका प्रमाण पटना सदर प्रखंड अन्तर्गत 5 ग्राम पंचायत है। दीघा क्षेत्र के पूर्वी दीघा ग्राम पंचायत और पश्चिमी ग्राम पंचायत। इसी तरह मैनपुरा क्षेत्र के पूर्वी मैनपुरा ग्राम पंचायत, पश्चिमी मैनपुरा ग्राम पंचायत और उत्तरी मैनपुरा ग्राम पंचायत। अब मुख्यिया और मुखिया पति का राज समाप्त हो रहा है। इसी तरह सरपंच और सरपंच पति का जमाना जाने वाला है। सदस्य और सदस्य पति। पंच और पंच पति का चलन समाप्त हो जाएगा।  इन 5 पंचायतों को 3 वार्ड में विभक्त कर दिया गया है। अब यह क्षेत्र पटना नगर निगम के नूतन राजधानी अंचल में चला गया है। नूतन राजधानी अंचल ने क्षेत्र को तीन वार्ड में विभक्त कर दिया है। वार्ड नम्बर-22 ए, वार्ड नम्बर-22बी और वार्ड नम्बर-22 सी। विजयी प्रत्याशी को वार्ड काउंसिलर (पार्षद) कहा जाएगा। ग्राम पंचायत से वार्ड बनते ही वार्ड काउंसिलरों की बाढ़ आ गयी है। अभी से ही कमर कस लिये हैं। अब वार्ड काउंसिलर चुनाव की तिथि घोषणा शेष है। भावी प्रत्याशी पोस्टर टांगने लगे हैं। खुद को योग्य प्रत्याशी मान रहे हैं। भले ही घोषित वार्ड के सदस्य भावी प्रत्याशियों को जातने और न ही पहचानते हैं। कुकुरमुत्ते की तरह लगे पोस्टरों में आने के बाद ही भावी वार्ड प्रत्याशियों को वार्ड सदस्य पहचानने लगे हैं। बताते चले कि त्रिस्तरीय ग्राम पंचायत के समय भी विजयी महिलाओं को घर के अंदर ही रहना पड़ता था। विजयी महिलाओं के विजयी पति कहकर शासन चलाते थे। सरकार और गैर सरकारी संस्थाओं के लोग चाहते हैं कि महिलाएं ही नेतृत्व करें। महिला वार्ड पार्षद को चाहिए कि खुद वे ही नेतृत्व करें। पति को किनारे ही रखे। मगर यह संभव नहीं दिख पड़ता है। अभी जितने भी महिलाएं प्रत्याशी बनी हैं उनमें अधिकांश महिलाओं के पति विजयी पत्नी का शासक बन चुके हैं। 

मेरू ने दिल्ली.एनसीआर में रेडियो टैक्सी किराये को घटाकर 16 रुपए प्रति किमी किया

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नयी दिल्ली, 27 फरवरी, टैक्सी सेवा प्रदाता कंपनी मेरू ने आज दिल्ली.एनसीआर में अपने ‘एप्प’ द्वारा बुक किये गये सभी वाहन के लिए अपने रेडियो टैक्सी किराये को घटाकर 16 रपये प्रति किमी किया है। इनकी मौजूदा सरकार द्वारा मंजूर की गई दर दिन के समय 23 रपये प्रति किमी और रात्रि के समय यात्रा करने के दौरान 28.75 रपये प्रति किमी थी जिसमें अब कमी की गई है। कंपनी ने एक बयान में कहा कि नया किराया दर विशेष रूप से मेर के मोबाइल एप्प पर उपलब्ध है जिसमें कोई बढ़ा मूल्य नहीं, कोई सवारी समय का शुल्क, कोई आधार किराया नहीं और कोई रात्रि शुल्क नहीं है। मेर के सीईओ निलेश संगोई ने कहा,  सस्ती कीमत पर विश्वसनीय टैक्सी सेवा देने के अपने वादे पर टिके रहते हुए मेर ने दिल्ली एनसीआर में हमारे ग्राहकों के लिए सस्ती सवारी की पेशकश की है। 

ईएसपीएनक्रिकइंफो पुरस्कार में वर्ष के सर्वश्रेष्ठ कप्तान चुने गये कोहली

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नयी दिल्ली, 27 फरवरी, भारतीय टेस्ट कप्तान विराट कोहली को 10वें सालाना ईएसपीएनक्रिकइंफो पुरस्कारों में ‘वर्ष का सर्वश्रेष्ठ कप्तान’ चुना गया। कोहली ने भारतीय टीम की अगुवाई करते हुए पिछले साल 12 टेस्ट में से नौ में जीत दिलायी। इंग्लैंड के बेन स्टोक्स ने केपटाउन में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 198 गेंद में 258 रन की शानदार पारी के लिये टेस्ट में ‘वर्ष का सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजी प्रदर्शन’ करने का पुरस्कार जीता। स्टोक्स के साथी स्टुअर्ट ब्राड के तीसरे टेस्ट में 17 रन देकर छह विकेट चटकाने वाले प्रदर्शन ने इंग्लैंड के लिये सीरीज में जीत सुनिश्चित की जिसकी बदौलत उन्हें लगातार दूसरे साल ‘वर्ष का सर्वश्रेष्ठ टेस्ट गेंदबाज’ चुना गया। पूर्व महान क्रिकेटरों, ईएसपीएनक्रिकइंफो के वरिष्ठ संपादकों, लेखकों और वैश्विक संवाददाताओं की स्वंतत्र ज्यूरी ने विजेताओं का चयन किया जिसमें इयान चैपल, माहेला जयवर्धने, रमीज राजा, ईसा गुहा, सम्बित बाल, कर्टनी वॉल्श, मार्क बुचर और साइमन टफेल शामिल हैं। सेंचुरियन में आस्ट्रेलिया के खिलाफ क्विंटन डि कॉक की 178 रन की पारी किसी दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी का दूसरा सर्वश्रेष्ठ व्यक्तिगत स्कोर है और इसे वर्ष का सर्वश्रेष्ठ वनडे बल्लेबाजी प्रदर्शन चुना गया।

दिवंगत भारतीय अभिनेता ऑस्कर में याद किए गए ओम पुरी

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लॉस एंजिलिस, 27 फरवरी, दिवंगत भारतीय अभिनेता ओम पुरी को 89वें ऑस्कर पुरस्कार समारोह में याद किया गया। पुरी का इसी साल जनवरी में 66 साल की उम्र में निधन हो गया था। पुरी ने ‘ईस्ट इज ईस्ट’, ‘गांधी’, ‘सिटी ऑफ जॉय’ और ‘वुल्फ’ जैसी फिल्मों में अपने शानदार अभिनय के दम पर अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी लोकप्रियता हासिल की थी। ओम पुरी के अलावा ‘स्टार वार्स’ की अभिनेत्री कैरी फिशर, डेबी रेनॉल्ड्स और बिल पेक्सटन को ऑस्कर समारोह में याद किया गया। इस दौरान अभिनेत्री जेनिफर एनिस्टन ने इन दिवंगत हस्तियों का जिक्र किया और पैक्सटन को श्रद्धांजलि देते समय वह भावुक हो गईं। पैक्सटन की मौत दो दिन पहले ही 25 फरवरी को हुई जिसके कारण श्रद्धांजलि वाले वीडियो में उनका जिक्र नहीं था। वीडियो में बिल नन, जॉर्ज केनेडी, जीन वाइल्डर, पेटी ड्यूक, गैरी मार्शल, एंटॅन याल्शिन, मेरी टेलर मूर, प्रिंस, जॉन हर्ट, नैन्सी रीगन, कर्टिस हैनसन आदि का जिक्र था। इसके अलावा स्क्रीन पर इन कलाकारों की तस्वीरें और क्लिप्स भी दिखाए गए। ऑस्कर अकादमी ने अपनी वेबसाइट पर 200 से ज्यादा फिल्म निर्माताओं और कलाकारों की फोटो गलरी बनाई है।

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