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बिहार : न्याय की तलाश में महाराणा प्रताप का परिवार, और मां का दूध भी नसीब नहीं हुआ गंगापुत्र को

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जहानाबाद। 12 नवम्बर 2016 को गंगापुत्र नामक शिशु का जन्म हुआ। आज 20 फरवरी को वह 90 दिनों का हो गया। उसे मां का प्यार और ममता का दूध नसीब नहीं हुआ। धरती के भगवान की लापरवाही के कारण गंगापुत्र की मां परलोक चली गयी। अब मां और बाप का प्यार महाराणा प्रताप को देना पड़ रहा है। पेश है सच्ची दिल विदारक खबर। 




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एक गलती ने गंगापुत्र का मां का दुलार छीन लिया। मास्टर ऑफ मेडिसीन (एम0डी0) की डिग्री धारक डाक्टर श्रीमती अनीता ने अबोध शिशु गंगापुत्र की मां पिंकी देवी का एल0एस0सी0एस0 किया। इस ऑपरेशन के दौरान डाक्टर अनीता से पिंकी देवी का नस कट गया। इसके कारण ऑपरेशन टेबल भी लेटी पिंकी का तीव्रगति से रक्तस्त्राव होने लगा। इस जहा में प्रचलित धरती के भगवान डाक्टर ने मौत के मुंह में चली गयी पिंकी देवी को मौत के जबरे से बाहर नहीं निकाल सका। अन्ततः ऑपरेशन टेबल पर ही पिंकी देवी का इहलीला समाप्त हो गयी। इस तरह महरूम पिंकी के एक साथ तीन बच्चे मां के प्यार से महरूम हो गये। अपने विश्वास के बल पर ही गरीबी रेखा के नीचे गुजर बसर करने वाले उमेश सिंह यादव ने पुत्रवधु पिंकी देवी की जांच की प्रक्रिया कोपल क्लिनिक में कराया। इसके पहले एक बच्ची का जन्म एल0एस0सी0एस0 से क्लिनिक में हुआ है। मगर इस बार भाग्य रूठ गया। दीघा पटना में गार्ड का काम करने वाले उमेश सिंह यादव के पुत्र हैं महाराणा प्रताप। महाराणा प्रताप की शादी पिंकी देवी के संग हुई है। तीन बच्चे है। प्रथम वाली लड़की शिवानी का जन्म एल0एस0सी0एस0 से हुआ। द्वितीय लड़की भगवानी का जन्म कोपल क्लिनिक में डाक्टर अनीता के हाथों एल0एस0सी0एस0 से हुआ। इसी कारण से तीसरे गर्भधारण में भी परिवार के लोग पिंकी देवी को कोपल क्लिनिक में ही ले गये। ऑपरेशन थियेटर में मौत के घाट उतारने के बाद रेफर किया। ऐसा करके सामान्य ढंग से मौत करा सके। मगर इस बार यहां विश्वास के साथ विश्वासघात हो गया। 

संपूर्ण कथा यह है कि जिला जहानाबाद,प्रखंड कुर्था, गांव धर्मपुर पौंदिल बड़का गांव में उमेश सिंह यादव और शांति देवी रहते हैं। इन दोनों के सहयोग से 2 बच्चे हुए। एक नवल किशोर और द्वितीय महाराणा प्रताप। यह परिवार गरीबी रेखा के दलदल में हैं। इनका 206 क्रमांक 12 है। उमेश सिंह यादव गार्ड का काम करते हैं और उनके पुत्र महाराणा प्रताप नौकरी की तलाश में पलायन करके अन्य प्रदेश में कार्य करते हैं। जब 24 साल का महाराणा प्रताप थे तो उनकी शादी 22 साल की पिंकी देवी के साथ हुई। दोनों का विवाह 2012 में हुआ। इस समय महाराणा प्रताप 28 साल और पिंकी देवी 26 साल की हैं। पिंकी देवी का घर पटना जिले के पालीगंज थानान्तर्गत मौरी गांव में है। दोनों दम्पति पिंकी और महाराणा के सहयोग से 3 बच्चे हुए।  2 लड़की और 1 लड़का। बड़ी पुत्र शिवानी कुमारी (3 साल), भवानी कुमारी (1 1/2साल) और गंगापुत्र (54 दिन)। तीनों बच्चे ऑपरेशन से ही हुए। भवानी और गंगापुत्र का जन्म कोपल क्लिनिक में हुआ।  कोपल क्लिनिक गया-पटना रोड पर कनौदी,जहानाबाद जिला में स्थित हैं। इस क्लिनिक में स्त्री एवं प्रसुति रोग विशेषज्ञ डाक्टर श्रीमती अनीता एम0डी0 सेवा प्रदान करती हैं। इन दिनों अरवल और जहानाबद जिले के क्षेत्र में कोपल क्लिनिक का नाम विख्यात है। डाक्टर अनीता के विश्वास के कारण ही लोग आंख बंद करके कोपल क्लिनिक में आ जाते हैं। यह आश्चर्यजनक खुलासा हुआ कि डाक्टर श्रीमती अनीता डाक्टर ऑफ मेडिसीन (एम0डी0) हैं। और वह मजे से महिलाओं का ऑपरेशन करती हैं। बावजूद इसके भोलेभाले लोग कोपल क्लिनिक में जाते हैं। उसी राह पर महाराणा प्रताप के परिजन भी चल पड़े। यहीं पर महाराणा प्रताप की द्वितीय बच्ची का ऑपरेशन से हुई थी। इसी विश्वास के साथ ही पिंकी देवी के तीसरे गर्भधारण की जांच करवाने के लिए कोपल क्लिनिक में ले गये। 

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पिंकी देवी के ससुर उमेश सिंह यादव कहते हैं कि उसे दर्द और योनि से रक्तस्त्राव होने लगा था। तब उसे 7 अक्टूबर 2016 को कोपल क्लिनिक लाया गया। डाक्टर अनीता ने जांच पड़ताल की। 2 प्रकार की दवा लिखकर कहा कि दवा का सेवन करें। जब कभी भी दर्द हो तो फौरन ही क्लिनिक में आ जाये। इसके बाद आवश्यक जांच कराने का परामर्श दी। उनके परामर्श अनुसार केदार मार्केट -हॉस्पीटल रोड, जहानाबाद में स्थित पाटलिपुत्र डिजिटल एक्स-रे एण्ड अल्ट्रासाउंड पाटलिपुत्र क्लर डॉपलर सेन्टर में अल्ट्रासाउंड ले गये। अल्ट्रासाउंड के कभर पेपर में लिखा है कि रेफरड बाई डा0 श्रीमती अनीता एम0डी0। वहां पर एफ0डब्लू0बी0 की जांच की गयी। उसी तरह अलग से खून जांच भी हुआ। जांचोपरांत रिपोर्ट को डाक्टर साहब को दिखा दिया गया। सभी रिपोर्ट सामान्य ही था।  आगे पिंकी देवी के ससुर उमेश सिंह यादव कहते हैं कि अचानक 12 नवम्बर 2016 को पिंकी देवी को प्रसव पीड़ा हुआ। यहां पर पहले से ही डाक्टर अनीता से जांच हो रहा था। इसी भरोसा पर डाक्टर साहब के पास गर्भवती को लिया गया। यहां पर पहले भी द्वितीय बच्ची का एल0एस0सी0एस0 से जन्म हुआ। श्री यादव कहते हैं कि इस बार तो अनर्थ ही हो गया। कोपल क्लिनिक के कारनामा और धरती के भगवान पर से विश्वास ही टूट गया । तथाकथित डाक्टर अनीता की खुल्लमखुला लापरवाही सामने आ गयी। गर्भवती के साथ महाराणा प्रताप और उसकी मां शांति देवी साथ थीं। महाराणा प्रताप कहते हैं कि मेरी पत्नी पिंकी देवी का कोपल क्लिनिक में 12 नवम्बर 2016 को एल0एस0सी0एस0 किया गया। लड़का बच्चा का जन्म हुआ। 

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ऑपरेशन थियेटर से जल्दी से नर्स ने पिंकी देवी का शिशु लेकर परिजनों के हाथ में सौंप दिया। शाम 6 से रात 9 बजे तक एल0एस0सी0एस0 हुआ। ऑपरेशन थियेटर जाने के क्रम में वह नर्स ने परिजनों को पिंकी देवी के बारे में और हालात की जानकारी नहीं दीं। हड़बड़ी में जाकर ऑपरेशन थियेटर को पानी से धोने लगी। रक्तस्त्राव वाला पानी बाहर बहने से परिजन हैरान होने लगे। इस बीच कोपल क्लिनिक के द्वारा मोबाइल कॉल करके एम्बुलेंस बुलाया गया। इस एम्बुलेंस में जीवन रक्षण करने वाले साधन नहीं थे। ऑक्सीजन सिलेंडर नहीं है और न ही सेक्शन मशीन ही था। इस बीच कोपल क्लिनिक के तमाम लेनदेन 10 हजार 850 रू0 जमा करवा लिये।  ओ0टी0चार्ज 9500रू0, बेड चार्ज 400 रू0, नर्सिग चार्ज 500 रू0 बी0एल0टी0एल0 500 रू0। अलग से दवा खरीदी गयी। पिंकी देवी को ग्लुकोस वाटर चढ़ रहा था। वह भी बोतल में पानी नहीं था। कंडुला से रक्त भी नहीं दिखायी और बहाव नहीं हो रहा था। 10 बजकर 45 मिनट पर कहा गया कि पिंकी देवी को सेंट्रल हॉस्पीटल में रेफर किया जा रहा है। यह हॉस्पीटल बाईपास में है। इसका मतलब साधनहीन कोपल क्लिनिक के पास और तो और कुशल डाक्टर भी नहीं है। जो आपातकाल में स्थिति को काबू में ला सके। साबित होता है कि न ही डाक्टर अनीता सक्षम डाक्टर है जो आपातकालीन स्थिति की सामना कर सके। वह केवल नोट खींचना जानती है। लापरवाही से किसी का परिवार उजड़ जाए। उसकी चिंता नहीं करती हैं। डाक्टर अनीता ने पिंकी देवी को सेंट्रल हॉस्पीटल, बाईपास में रेफर कर दी। डाक्टर साहब ने खुब चतुराई की। कोपल क्लिनिक में होने वाले संभावित हंगामा को टालने में सफल हो गयी। सेंटल हॉस्पीटल, बाईपास की ओर एम्बुलेंस सरसराकर जाने लगी। एम्बुलेंस में बेसुध पिंकी देवी के पति महाराणा प्रताप भी साथ थे। इनके अलावे मालती देवी नामक नर्स के पति अरविंद यादव भी साथ चले। इस बीच महाराणा प्रताप ने अपने पिताश्री उमेश सिंह यादव के पास फोन करके संपूर्ण दास्तान बयान कर दिये। पिता उमेश ने पुत्र महाराणा से कहा कि सड़क के किनारे ही एम्बुलेंस रोक देना। तबतक दीघा से आते हैं। टेम्पू पकड़कर बाईपास की ओर चले । एक घंटा इंतजार करने के बाद एम्बुलेंस आयी। चिकित्सा के बारे में कुछ जानकारी रखने वाले पिंकी देवी के ससुर उमेश सिंह यादव ने सर्वप्रथम पुत्रवधु पिंकी देवी के शरीर को स्पर्श किया। और जोर जोर से कहने लगे कि बहू का शरीर तो ठंडा पड़ गया है। अब बहू इस दुनिया में नहीं रही। रोना शुरू हो जाता है। सेंन्ट्रल हॉस्पीटल जाने के पूर्व ही डाक्टर अनीता की चतुराई का भंडाफौर हो गया। तबतक 13 नवम्बर की सुबह हो गयी। तड़के ही मोबाइल से पिंकी देवी के घर वालों को जानकारी दे दी गयी। पिंकी के परिजन अपने घर मौरी गांव, थाना पालीगंज और जिला पटना से आये। तब जाकर गुलबीघाट में पिंकी देवी का अंतिम संस्कार किया गया। 

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इस बीच पिंकी देवी के ससुर उमेश सिंह यादव ने कोपल क्लिनिक के कम्पाउंडर सत्येन्द्र कुमार के हवाले से कहते हैं कि एल0एस0सी0एस0 करने के दरम्यान ही पिंकी देवी का नस कट गया। इस पर नवजात शिशु के पिता महाराणा प्रताप ने सीधे डाक्टर अनीता पर आरोप लगाते हुए कहा कि इसकी जांच होनी चाहिए। ऑपरेशन टेबल पर नाइफ से जान लेने वाली डाक्टर अनीता पर कानूनी कार्रवाई हो। पिंकी देवी के परिजनों को बतौर 10 लाख रू0 मुआवजा दिया जाए।  कोपल क्लिनिक के कम्पाउंडर सत्येन्द्र कुमार के मोबाइल नम्बर 9939089214 पर संपर्क साधा गया तो उनका कहना था कि 10 हजार रू0 में एलएससीएस को जाएगा। डाक्टर अनीता ऑपरेशन करती हैं। महरूम पिंकी देवी के ससुर उमेश सिंह यादव ने बिहार मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष महोदय के पास आवेदन देकर आग्रह किया है कि निम्नलिखित कदम उठाया जायेः-

  • 1पिंकी देवी की मौत की जांच हो।
  • 2डाक्टर श्रीमती अनीता की डिग्री की जांच हो।
  • 3कोपल क्लिनिक के साधनों की जांच हो।
  • 4कोपल क्लिनिक के क्रियाकलापों की पारदर्शिता हो।
  • 5महरूम पिंकी देवी को बतौर 10 लाख रू0 मुजावजा दिया जाये।
  • 6डाक्टर श्रीमती अनीता पर कानूनी कार्रवाई हो।
  • 7सभी मरीजों को कागजात उपलब्ध करवायी जाये।

पटना विश्वविद्यालय मुख्यालय पर ए॰आई॰एस॰एफ॰ का रोषपूर्ण प्रदर्शन

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  • पुलिस छावनी में तब्दील हुआ पी॰यू॰ मुख्यालय, पहुँचे जिला नियंत्रण कक्ष के दंडाधिकारी, कुलसचिव ने छात्रों के बीच आकर की वार्ता, सेन्ट्रल लाइब्रेरी खोलने, आर्ट काॅलेज, वीमेंस काॅलेज, नेत्रहीन छात्रावास की समस्याओं को लेकर फूटा आक्रोश।


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पटना वि॰वि॰ः-आॅल इण्डिया स्टूडेन्ट्स फेडरेशन ;।प्ैथ्द्ध के छात्रों का गुस्सा आज पुनः फूट पड़ा। छात्रों के प्रदर्शन की जानकारी पाकर पी॰यू॰ मुख्यालय में भारी संख्या में पुलिस बल को बुला लिया गया। छात्रों के उग्र तेवर को देख जिला नियंत्रण कक्ष के दंडाधिकारी एम॰एस॰ खान ने छात्रों की समस्याओं को सुना एवं पी॰यू॰ कुलसचिव जी॰के॰ पील्लई को छात्रों के समस्याओं से अवगत कराया। दंडाधिकारी एम॰एस॰ खान के साथ ही पी॰यू॰ कुलसचिव के छात्रों के बीच आकर समस्याओं को बिन्दुवार सुना। ए॰आई॰एस॰एफ॰ के नेताआंे ने कुलसचिव को अपनी माँगों से अवगत कराया। पी॰यू॰ सेन्ट्रल लाइब्रेरी यथाशीघ्र खोल 24 घंटे खोलने की गारंटी, पटना आर्ट काॅलेज के छात्र-छात्राओं एवं पटना वीमेंस काॅलेज की 27 छात्राओं का मनमाने तरीके से परीक्षाफल रोकने, पटना काॅलेज स्थित नेत्रहीन छात्रावास में मूलभूत सुविधाओं की बहाली, छात्रसंघ चुनाव कराने, एलएल॰एम॰ के आधारभूत संरचना विकसित कर सीटों की संख्या में वृद्धि करने, एम॰बी॰ए॰ के कोर्स मोडिफाई कर स्मार्ट कोर्स लांच करने, आदि माँगों से अवगत कराया। कुलसचिव से बातचीत में ए॰आई॰एस॰एफ॰ के नेताओं ने कहा कि पी॰यू॰ सेन्ट्रल लाइब्रेरी 20 माह से बन्द है वि॰वि॰ प्रशासन यथाशीघ्र 24 घंटे खोलने की गारंटी करें, अन्यथा छात्र चरणबद्ध आन्दोलन को मजबूर होंगे। पटना आर्ट काॅलेज के छात्रों का परीक्षाफल शिक्षकांे के लापरवाही की वजह से पेंडिंग में चला गया है। जबकि वीमेंस काॅलेज की 27 छात्राओं का परीक्षाफल मनमाने तरीके से वि॰वि॰ ने रोक रखा है। वहीं पटना काॅलेज स्थित नेत्रहीन छात्रावास में मूलभूत सुविधाओं की घोर कमी है। बी॰एन॰ काॅलेज स्थित नेत्रहीन छात्रावास लंबे दिनों से बंद कर दिया गया है। 4 मार्च के सीनेट में चुनाव की तिथि घोषित की जाए।
कुलसचिव जी॰के॰ पिल्लई ने कहा कि लाइब्रेरी को आधारभूत संरचना निगम ने वि॰वि॰ को नहीं लौटाया है। इसको लेकर निदेशक से बात कर शीघ्र खोलवायेंगे। वहीं पटना आर्ट काॅलेज एवं वीमेंस काॅलेज के विद्यार्थियों के परीक्षाफल रोकने के मसले पर कल गुरुवार को 1ः00 बजे दिन में अपने कार्यालय में परीक्षा नियंत्रक एवं आर्ट काॅलेज प्राचार्य के ए॰आई॰एस॰एफ॰ नेताओं को बैठक में बुलाया है। प्रदर्शन में ए॰आई॰एस॰एफ॰ के राज्य सचिव सुशील कुमार, जिला सचिव सुशील उमाराज, पीयू सचिव संदीप कुमार, पीयू अध्यक्ष राकेश कुमार, विद्यानन्द कुमार, दिनेश कुमार, सुभाष पासवान, विजय कुमार विमल, रिषु कुमारी, शुभम, बिट्टू कुमार, राजीव कुमार आदि दर्जनों छात्र मौजूद थे।

बिहार : झूठे आंकड़ों के जरिए बिहार में ‘सुशासन का दावा हास्यास्पद,

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पटना। अधिकार रैली ने पीएम नरेन्द्र मोदी व सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ जनता के विभिन्न तबकों के आक्रोश का किया अभिव्यक्त। झूठे आंकड़ों के जरिए बिहार में ‘सुशासन का दावा हास्यास्पद,आंदोलनकारियों की लगातार हो रही हत्या। बजट में शिक्षा,कृषि आदि महत्वपूर्ण मदों में सरकार द्वारा की गयी है कटौती। मौलिक प्रश्नों की अनदेखी। राज्य कमिटी की बैठक के लिए कई आंदोलनात्मक निर्णय। चंपारण आंदोलन की विरासत के साथ मजाक कर रही नीतीश सरकार।  भारत की कम्युनिस्ट पार्टी ( माक्सवादी-लेनिनवादी) लिबरेशन का मानना है कि हमारी पार्टी द्वारा आयोजित अधिकार रैली को राज्य के दलित-गरीबों, महिलाओं, अल्पसंख्यकों, अन्य कामकाजी हिस्से व बुद्धिजीवियों का व्यापक समर्थन मिला, जो दिखलाता है कि जनता का विभिन्न हिस्सों में केन्द्र व राज्य सरकार की नीतियों के खिलाफ बेहद आक्रोश है। रैली ने जनता के अधिकारों की आवाज बुलंद की। उसने हमारे सामने अनेक कार्यभार भी दिए। बिहार राज्य कमिटी की बैठक में जन अधिकारों के सवाल पर धारावाहिक आंदोलन चलाने का निर्णय लिया गया है और कई कार्यक्रम तय किए गए हैं। आज जब पूरे बिहार में भूमि अधिकार के लिए संघर्ष माले नेताओं व अन्य आंदोलनकारियों की बर्बर हत्याये हो रही है।महादलित छात्राओं की सांस्थानिक बलात्कार-हत्याकांड को अंजाम दिया जा रहा है, अम्बेदकर-कस्तूरबा आवासीय विघालयों को कत्लगाह बना दिया गया है, ऐसी स्थिति में नीतीश सरकार द्वारा बिहार में ‘सुशासन का दावा राज्य की जनता से घोर मजाक है। स्थित ठीक इसके उलटी है। सत्ता के संरक्षण में सामंती-अपराधियों का मनोबल बढ़ा है और जनता के अधिकारों पर हमला व प्रतिरोध करने पर उनकी हत्या आम बात हो गयी है। इन प्रश्नों पर यह सरकार एकदम खामोश है। 


एक तरफ नीतीश सरकार आज गरीबों-महादलितों को उनकी पुश्तैनी जमीन व उनके परंपरागत अधिकारों तक से वंचित कर रही है, तो दूसरी ओर गांधी जी के नेतृत्व में चले ऐतिहासिक चंपारण सत्याग्रह के अंतर्य को नष्ट कर उसे पर्यटन तक सीमित करने का प्रयास कर रही है। जबकि हर कोई जानता है कि चंपारण सत्याग्रह नीलहों के जुल्म के खिलाफ किसानों के अधिकारों की लड़ाई थी। यह आंदोलनों के प्रति नीतीश सरकार की मानसिकता को स्पष्ट रूप से जाहिर करता है। नीतीश सरकार द्वारा पेश बजट में शिक्षा, कृषि,कल्याण आदि तमाम मदों में भारी कटौती की गयी है। रोजगार सृजन की भी घोर उपेक्षा की गयी है। विकास के मौलिक प्रश्नों से सरकार पूरी तरह भाग खड़ी हुई है और महज सात निश्चय की जुमलेबाजी कर जनता की आंखों में धूल झोंक रही है। सकल घरेलू उत्पाद में तेजी से वृद्धि का दावा करने वाली सरकार को बताना चाहिए कि रोजगार के अवसरों में कितनी वृद्धि हुई है? ठेका-मानदेय पर काम करने वाले कर्मियों का स्थायीकरण अब तक क्यों नहीं हुआ? नीतीश सरकार गरीबों के वास-चास की जमीन, भूमि सुधार,बटाईदार किसानों के कानूनी हक आदि सवालों पर एक शब्द बोलना उचित नहीं समझती। इसकी बजाए वह झूठे आंकड़ों के जरिए बिहार में विकास की जुमलेबाजी कर रही है। हर जगह शराबबंदी की जुगाली है,जबकि पुलिस संरक्षण में आज भी शराब उत्पादन का कार्य जोरों से चल रहा है। आज बिहार सरकार यह स्वीकार कर रही है कि नोटबंदी का गहरा असर जनता के जीवन पर पड़ा है। लेकिन नीतीश जी अबतक नोटबंदी के सवाल पर मोदी का समर्थन करते रहे हैं। नोटबंदी की मार से़ त्रस्त लोगों के लिए बिहार सरकार के बजट में कुछ नहीं है। बजट में शिक्षा पर सबसे अधिक तरजीह देने की घोषणा करती है लेकिन यह सरकार दलित-गरीबों की छात्रवृत्तियां काटने वाली सरकार हो गयी है। महिलाओं , बच्चों , अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति,पिछड़ और पिछड़ा वर्ग पर खर्च होने वाली राशि में भारी कटौती की गयी है। जबकि बजट में झूठे आंकड़ों के जरिए ‘न्याय के साथ विकास’ की लफ्फाबाजी की जा रही है।

छात्राओं की शिक्षा-सम्मान-सुरक्षा के सवाल पर 20 मार्च को ऐपवा का विधानसभा के समक्ष प्रदर्शन
बिहार में छात्राओं और खासकर महादलित छात्राओं की शिक्षा-सम्मान व सुरक्षा को केन्द्र करते हुए ऐपवा द्वारा पूरे राज्य में अभियान चलाया जाएगा। वैशाली में घटित डीका कुमारी बलात्कार-हत्याकांड के बावजूद महादलित छात्राओं का उत्पीड़न कम होने का नाम नहीं ले रहा है। आरा में अम्बेदकर कल्याण छात्रावास में कुव्यवस्था के कारण नीतू और समस्तीपुर में कृष्णा की मौत हो गयी। आए दिन दलित बच्चियों के साथ रेप की घटनायें घट रही है। लेकिन सरकार चुप है। 8 मार्च को इन सवालों पर गांव -गांव में सभायें आयोजित की जाएंगी और 20 मार्च को विधानसभा के समक्ष प्रदर्शन किया जाएगा। 7 मार्च को पटना में कन्वेंशन भी किया जाएगा। 

शिक्षा -परीक्षा में घोटाले के राजनीतिक संरक्षण की सीबीआई जांच के सवाल पर आइसा-इनौस द्वारा राज्यव्यापी अभियान चलाते हुए 28 मार्च को विधानसभा का घेराव किया जाएगा। इन शैक्षणिक घोटालों में सरकार केवल छोटी मछलियों को ही पकड़  रही है और शिक्षा व्यवस्था से खिलवाड़ करने वाले असली गुनहगारों पर अब भी नकेल नहीं कसी जा रही है।

25-31 मार्च तक के बीच भूमि अधिकार सत्याग्रह- 25 से 31 मार्च के बीच भूमि अधिकार के सवाल पर अनुमंडल कार्यालय पर भाकपा-माले,किसान महासभा व खेमस द्वारा एक से सात दिवसीय सत्याग्रह किया जाएगा। अररिया के माले जिला सचिव सत्यनारायण सिंह यादव व कलेश्वरी ऋषिदेव के हत्यारों की गिरफ्तारी के सवाल पर 8 मार्च से अररिया में डीएम के समक्ष अनिश्चितकालीन ‘घेरा डालो-डेरा डालो’ कार्यक्रम किया जाएगा। भाकपा-माले के महासचिव दीपकर भट्टाचार्य ने कहा कि शिक्षा- परीक्षा के मसले सीबीआई से जांच करवानी चाहिए। कुछ लोगों को पकड़कर प्रताड़ित किया जा रहा है। असली पकड़ से बाहर है। ऐसे लोगों को सरकार बचाने में लगी है। जिस प्रकार मध्य प्रदेश के सीएम करते हैं। सीएम नीतीश कुमार ने शराबबंदी, प्रकाश उत्सव को इंवेंट करके पेश किया है। अब चंपारण सत्याग्रह को कर रही है। गांधी जी के आदर्श को हाशिए पर रख दिया गया है। आगे कहा कि पीएम नरेन्द्र मोदी 29 बार मन की बात कर चुके हैं। महरूम सैनिक की बेटी गुरमेहर कौर ने 1 बार मन की बात की है तो बीजेपी और एबीवीपी उतावले होकर गुरमेहर को अपमानित करने लगे। सोशल बेवसाइट पर अनाप-शनाप लिखा जा रहा है। उसे धमकी दी जा रही है। भाकपा-माले के राज्य सचिव कुणाल भी प्रेस वार्ता को संबोधित किया। मौके पर पोलित ब्यूरो के सदस्य धीरेन्द्र झा उपस्थित रहे।

कल 2 मार्च को होगा ए॰आई॰एस॰एफ॰ का राज्यव्यापी चक्का जाम

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पटना:-एस॰सी॰/एस॰टी॰ के छात्रों और सभी छात्राओं को निःशुल्क शिक्षा की गारंटी, नामांकन के नाम पर वसूले गये राशि को शीघ्र वापस करने एवं बी॰एस॰एस॰सी॰ में व्याप्त धांधली एवं फर्जीवारी की सी॰बी॰आई॰ जांच कराने, 27 फरवरी को हुए राजभवन मार्च के दौरान छात्र-छात्राओं पर लाठी चार्ज, दिल्ली वि॰वि॰ के रामजस महाविद्यालय में छात्र-छात्राओं, शिक्षक एवं पत्रकारों पर ABVPएवं RSS के गुंडों के द्वारा जानलेवा हमला को लेकर पूरे राज्य में के कार्यकत्र्ता सड़कों पर उतड़कर राज्यव्यापी चक्का जाम करेंगे।

जीडीपी के तिमाही आंकड़ों के बेहतर रहने से शेयर बाजार में उछाल

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market-up-after-gdp-resultमुंबई, एक मार्च, दो दिन की गिरावट के बाद आज शुरूआती कारोबार में बंबई शेयर बाजार (बीएसई) के सेंसेक्स में 230 अंक का उछाल देखा गया। इसका कारण अनुकूल एशियाई संकेतों के बीच अक्तूबर-दिसंबर तिमाही के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) आंकड़ों का सकारात्मक रहना है जिसके चलते शेयरों में ताजा खरीद को बल मिला है। इसी प्रकार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी भी 8,900 अंक के आंकड़े को पार कर गया है। तीस कंपनियों के शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 229.56 अंक यानी 0.80 प्रतिशत चढ़कर 28,972.88 अंक पर खुला है जिसका कारण रीयल एस्टेट, बैंक और धातु इत्यादि कंपनियों के शेयरों का तेज होना है। पिछले दो सत्र के कारोबार में सेंसेक्स में 149.65 अंक की गिरावट आई थी। निफ्टी आज 61.80 अंक यानी 0.70 प्रतिशत सुधरकर 8,941.40 अंक पर खुला। कल केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा तीसरी तिमाही के जीडीपी आंकड़ों में सात प्रतिशत की वृद्धि रहना दिखाए जाने से खरीदारों की जोखिम लेने की क्षमता बढ़ी है, साथ ही इसने नोटबंदी के अर्थव्यवस्था पर प्रभाव को लेकर सभी डरों को खत्म भी किया है। इसके अलावा एशियाई बाजारों की स्थिरता का असर भी भारतीय शेयर बाजार पर दिखा है।

पिछले साल के चैंपियन चौरसिया इंडिया ओपन का खिताब बचाने को प्रतिबद्ध

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नयी दिल्ली, एक मार्च, स्थानीय दावेदार और पिछले साल के चैंपियन एसएसपी चौरसिया अगले सप्ताह से शुरू होने वाले हीरो इंडियन ओपन के अपने खिताब का बचाव करने के लिये प्रतिबद्ध हैं और उन्होंने कहा कि वह इस प्रतिष्ठित खिताब को फिर से हासिल करने के लिये सकारात्मक उर्जा से भरे हुए हैं। पांच बार के एशियाई टूर विजेता को इसकी परवाह नहीं है कि इस साल यह टूर्नामेंट दूसरे स्थल पर खेला जाएगा। इस बार टूर्नामेंट नौ से 12 मार्च के बीच गैरी प्लेयर द्वारा नये सिरे से डिजाइन किये गये गुड़गांव के डीएलएफ गोल्फ एंड कंट्री क्लब में होगा। पिछले साल तक इसका आयोजन दिल्ली गोल्फ क्लब में होता रहा है। चौरसिया ने कहा, ‘‘इस बार यह टूर्नामेंट भिन्न कोर्स में होगा और यह अलग तरह का अहसास हो सकता है। हालांकि मैं तब भी काफी उत्साहित हूं और अपने खिताब का बचाव करने के लिये तैयार हूं। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं इसस पहले भी डीएलएफ में खेल चुका हूं और अब इसका पूरा खाका बदल चुका है। यह सभी के लिये नया होगा और मुझे पूरा विश्वास है कि नया ढांचा अच्छा होगा। मैंने सुना है कि यह बहुत मुश्किल कोर्स है। ’’ चौरसिया का 2016 का अभियान अच्छा रहा था जिसमें उन्होंने दो बार एशियाई टूर खिताब जीते और आर्डर आफ मेरिट में छठे स्थान पर रहे थे लेकिन नये सत्र में अभी तक वह अनुकूल प्रदर्शन नहीं कर पाये हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन पर्थ में रहा था जहां वह संयुक्त 35वें स्थान पर रहे थे। उन्होंने कहा, ‘‘मैं चार बार दूसरे स्थान पर रहा और आखिर में पिछले साल चैंपियन बना। मैं वास्तव में खुश था कि आखिरकार इंडियन ओपन चैंपियन बना। यह खास है क्योंकि यह हमारी राष्ट्रीय प्रतियोगिता है। जब मैं इस टूर्नामेंट में हिस्सा लेता हूं कि हमेशा काफी सकारात्मक उर्जा बनी रहती है। मैंने हमेशा इसमें खेलते हुए अच्छा महसूस किया और उम्मीद है कि इस बार भी ऐसा ही होगा।’’

ट्रंप ने कांग्रेस के समक्ष अपने संबोधन में भारतीय इंजीनियर की हत्या की निंदा की

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वाशिंगटन, एक मार्च, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कंसास में हुई गोलीबारी पर आज अपनी चुप्पी तोड़ते हुए इस घटना को ‘‘बुराई’’ एवं ‘‘घृणा’’ करार दिया। इस गोलीबारी में एक भारतीय इंजीनियर की मौत हो गई थी। ट्रंप ने अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को पहली बार संबोधित करते हुए कहा, ‘‘यहूदी सामुदायिक केंद्रों को निशाना बनाकर हाल में दी गई धमकियां और यहूदी कब्रिस्तानों में तोड़ फोड़ की घटना के अलावा कंसास शहर में पिछले सप्ताह हुई गोलीबारी की घटना हमें याद दिलाती हैं कि हम नीतियों के मामले में भले ही बंटे हुए हो लेकिन हम घृणा एवं बुराई के सभी रूपों की निंदा के लिए एकजुट होकर खड़े हंै।’’ पूर्व नौसैन्य कर्मी एडम पुरिन्टन ने एक रेस्त्रां में गोली मार कर श्रीनिवास कुचिभोटला :32: की हत्या कर दी थी और एक अन्य भारतीय आलोक मदसानी :32: को घायल कर दिया था। पुरिन्टन ने उन पर गोलीबारी करने से पहले उन्हें ‘‘आतंकवादी’’ कहा था। उसने कहा था, ‘‘मेरे देश से बाहर निकल जाओ।’’ इस दौरान 24 वर्षीय अमेरिकी इयान ग्रिलॉट भी बीच बचाव करने की कोशिश करते हुए घायल हो गया था। पुरिन्टन :51: ने इन भारतीयों को स्पष्ट रूप से गलती से पश्चिम एशिया से आए प्रवासी समझ लिया था। ट्रंप के बयान से पहले व्हाइट हाउस ने गोलीबारी को ‘‘नस्लवाद से प्रेरित घृणा’’ बताकर इसकी निंदा की थी।

कंसास में भारतीय की हत्या ‘‘नस्लवाद से प्रेरित’’ थी : व्हाइट हाउस

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वाशिंगटन, एक मार्च, व्हाइट हाउस ने अमेरिका के एक पूर्व नौसैन्य कर्मी द्वारा कंसास शहर में एक भारतीय इंजीनियर की हत्या किए जाने की निंदा करते हुए इस घटना को ‘‘नस्लवाद से प्रेरित’’ बताया है। व्हाइट हाउस की उप प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘जैसे कि और तथ्य प्रकाश में आ रहे हैं, ’’ ऐसा प्रतीत होता है कि कंसास में पिछले सप्ताह की गई गोलीबारी ‘‘नस्लवाद से प्रेरित घृणा’’ की घटना है। सैंडर्स ने दोहराया कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इसकी और नस्लवाद से प्रेरित इस प्रकार के अन्य हमलों की कड़े शब्दों में ‘‘निंदा करते हैं। इन घटनाओं का इस देश में कोई स्थान नहीं है।’’ पूर्व नौसैन्य कर्मी एडम पुरिन्टन ने गोलीबारी करके श्रीनिवास कुचिभोटला :32: की हत्या कर दी थी और एक अन्य भारतीय आलोक मदसानी :32: को घायल कर दिया था। पुरिन्टन ने उन पर गोलीबारी करने से पहले उन्हें ‘‘आतंकवादी’’ कहा था। उसने कहा था, ‘‘मेरे देश से बाहर निकल जाओ।’’ इस दौरान 24 वर्षीय अमेरिकी इयान ग्रिलॉट भी बीच बचाव करने की कोशिश करते हुए घायल हो गया था। पुरिन्टन :51: ने इन भारतीयों को स्पष्ट रूप से गलती से पश्चिम एशिया से आए प्रवासी समझ लिया था। व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव सीन स्पाइसर ने भी कल इस घटना को ‘‘चिंताजनक’’ बताया।


बलात्कार पीड़ितों को मुआवजा देना सरकार का दायित्व है, परोपकार नहीं : उच्च न्यायालय

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मुंबई, एक मार्च, बंबई उच्च न्यायालय ने बलात्कार पीड़ितों को लेकर महाराष्ट्र सरकार के रवैये को ‘निष्ठुर’ करार देते हुए कहा कि ऐसे लोग याचक नहीं हैं और महिला पीड़ितों को मुआवजा देना सरकार का दायित्व है, परोपकार नहीं। मुख्य न्यायाधीश मंजुला चेल्लूर और न्यायमूर्ति जी एस कुलकर्णी की खंडपीठ एक 14 वर्षीय बलात्कार पीड़िता की याचिका पर सुनवाई कर रही थी, जिसने सरकार के ‘मनोधर्य योजना’ के तहत तीन लाख रूपये के मुआवजे की मांग की है। उपनगरीय बोरीवली की रहने वाली लड़की ने आरोप लगाया है कि एक व्यक्ति ने शादी का झांसा देकर उसके साथ बलात्कार किया। उच्च न्यायालय की पीठ को बताया गया कि लड़की के पिछले साल अक्तूबर में याचिका दायर करने के बाद उसे सरकार की ओर से एक लाख रूपये की मुआवजा राशि दी गयी। अंतिम सुनवाई के दिन सरकार ने कहा कि वह लड़की को केवल दो लाख रूपये का मुआवजा देगी क्योंकि यह घटना ‘सहमति’ से जुड़ी प्रतीत हो रही है। इस पर नाराजगी जाहिर करते हुए उच्च न्यायालय ने आज कहा कि 14 वर्षीय लड़की से इस तरह की समझदारी और परिपक्व निर्णय लेने की उम्मीद नहीं की जा सकती है। मुख्य न्यायाधीश चेल्लूर ने कहा, ‘‘सरकार जिस तरह से इस मामले पर काम कर रही है, वह हमें पसंद नहीं है। यह बहुत ही निर्दयी और निष्ठुर रवैया है। ऐसे मामलों पर सरकार जब तक दिल से सोचना और निर्णय करना नहीं शुरू करेगी तब तक कुछ भी नहीं होगा।’’ अदालत में उपस्थित मुंबई के उपनगरीय उप समाहर्ता से उच्च न्यायालय ने कहा कि अगर इस तरह की चीज आपके परिजन के साथ हो, तो आपको कैसा महसूस होगा। न्यायाधीशों ने कहा, ‘‘ऐसे मामलों में आपको :सरकार को: दिल से सोचने की जरूरत है। इस तरह का असंवेदनशील रवैया नहीं होना चाहिए। ऐसे पीड़ितों की मदद करना सरकार का दायित्व है। वे :पीड़ित: याचक नहीं हैं और यह परोपकार का काम नहीं है। ये उनका :पीड़ितों का: अधिकार है।’’

पटना में गंगा के प्रदूषण को रोकने के लिए 1050 करोड़ रुपए की परियोजनाओं को मंजूरी

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नयी दिल्ली, 1 मार्च, बिहार के पटना में गंगा को स्वच्छ रखने के प्रयास के तहत शहर में सक्षम जलमल शोधन ढांचा तैयार करने के लिए ‘नमामि गंगे’ कार्यक्रम के तहत 1050 करोड़ रुपए की विभिन्न परियोजनाओं को मंजूरी देने का फैसला किया गया है। जल संसाधन मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि यह राशि दो जलमल शोधन संयंत्र :एसटीपी: बनाने, मौजूदा एसटीपी के नवीनीकरण, दो पंपिंग स्टेशनों के निर्माण और लगभग 400 किलोमीटर तक का नया भूमिगत जलमल नेटवर्क बिछाने पर खर्च की जाएगी। नमामि गंगे कार्यक्रम गंगा को निर्मल और अविरल बनाने की मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना है। बिहार के मु़ख्यमंत्री नीतीश कुमार भी पटना में गंगा की स्वच्छता के विषय को उठाते रहे हैं और इस बारे में उनकी कुछ समय पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से भी चर्चा हुई थी। मंत्रालय की विज्ञप्ति के अनुसार, पटना शहर के सैदपुर क्षेत्र में 60 एमएलडी क्षमता वाले एसटीपी बनाने और 227 किलोमीटर के नए भूमिगत जलमल नेटवर्क बिछाने के लिए कुल 600 करोड़ रुपए लागत का ठेका दिया जा चुका है। इसके साथ ही मौजूदा एसटीपी के नवीनीकरण और लगभग 180 किलोमीटर का नया भूमिगत जलमल नेटवर्क बिछाने की अलग-अलग परियोजनाओं के लिए 450 करोड़ रुपए आवंटित होंगे।

उच्चतम न्यायालय का पुलिस सुधारों से जुड़ी याचिका पर तत्काल सुनवाई से इनकार

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नयी दिल्ली, एक मार्च, उच्चतम न्यायालय ने देश में पुलिस सुधारों के लिये दायर जनहित याचिका पर यह कहते हुए शीघ्र सुनवाई से आज इनकार कर दिया कि ‘हमारे आदेशों को कोई नहीं सुनता।’’ प्रधान न्यायाधीश जी एस खेहर, न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति एस के कौल की पीठ ने कहा, ‘‘माफ कीजिए। अनुरोध अस्वीकार किया जाता है।’’ अधिवक्ता और दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता अश्विनी कुमार उपाध्याय ने याचिका पर शीघ्र सुनवाई का आग्रह किया था। इसके बाद पीठ ने कहा, ‘‘पुलिस सुधार लगातार जारी है। हमारे आदेशों को कोई नहीं सुनता है।’’ उपाध्याय ने इस याचिका में वरिष्ठ अधिकारियों का कार्यकाल निर्धारित करने सहित व्यापक पुलिस सुधार लागू करने का केंद्र और राज्यों को निर्देश देने का अनुरोध किया है।

जीडीपी के आंकड़ों से दिखा हार्वर्ड और हार्ड वर्क वालों की सोच का फर्क : मोदी

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महराजगंज, एक मार्च, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नोटबंदी के बाद आये सकल घरेलू उत्पाद :जीडीपी: सम्बन्धी आंकड़ों को विरोधियों के दुष्प्रचार का करारा जवाब करार देते हुए आज कहा कि देश के ईमानदार लोगों, किसानों और नौजवानों ने जीडीपी में सुधार के जरिये ‘हार्वर्ड और हार्ड वर्क’ वालों की सोच के बीच फर्क जाहिर कर दिया है। मोदी ने यहां भाजपा प्रत्याशियों के समर्थन में आयोजित रैली में कहा कि नोटबंदी के बाद विपक्ष के लोगों ने आर्थिक विकास चौपट होने, उद्योग धंधे बंद होने और देश के पूरी तरह पिछड़ने का दुष्प्रचार किया था। हार्वर्ड और आक्सफोर्ड विश्वविद्यालयों के बड़े-बड़े विद्वानों ने नोटबंदी के कारण जीडीपी में दो से चार प्रतिशत की गिरावट का दावा किया था, लेकिन कल आये आंकड़ों में जीडीपी में बढ़ोतरी ने साबित कर दिया है कि ‘हार्वर्ड और हार्ड वर्क’ में कितना फर्क है। उन्होंने कहा ‘‘देश ने हार्वर्ड वालों और हार्ड वर्क वालों की सोच का फर्क देख लिया। एक ओर हार्वर्ड के विद्वान हैं और दूसरी ओर एक गरीब मां का बेटा है जो हार्ड वर्क से देश की अर्थनीति बदलने में लगा हुआ है। देश के ईमानदारों ने दिखा दिया है कि हार्वर्ड से ज्यादा दम हार्ड वर्क में है।’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि कल जीडीपी के आंकड़े बता रहे हैं कि देश के ईमानदारों, किसानों और नौजवानों ने देश की विकास यात्रा को कोई आंच नहीं आने दी। मैं सिर झुकाकर नमन करना चाहता हूं कि उन्होंने झूठी बातों के बीच खेल करने वालों को परास्त कर दिया है। देश को अर्थनीति का यही माडल चाहिये। यह हमने करके दिखाया है। उन्होंने कहा कि कल जो आंकड़े आये हैं, उससे विरोधियों को परेशानी हो रही है। वे अब कह रहे हैं कि आंकड़े कहां से आये। वे आंकड़े सच्चे हैं या झूठे। दरअसल, सभी सरकारों में जहां से आंकड़े आते हैं, वहीं से हमारे यहां भी आते हैं।

विशेष : आतंक से पनपता है आतंकवाद

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प्रद्योत कुमार,बेगूसराय।आज तकरीबन पूरा विश्व आतंकवाद से परेशान है,आतंकवाद का आतंक किसी ना किसी रूप में हर जगह फ़ैल चुका है या फ़ैल रहा है।इससे निपटने की कोशिश में हर सरकार अपने - अपने तरीके से लगा हुआ अवश्य है लेकिन इसका स्वरूप घटने के बजाय लगातार बड़ा रूप लेता जा रहा है हर पल बढ़ता ही जा रहा है,कुछ तो वजह होगी इसके बढ़ने का,ये एक अहम सवाल है?इस समस्या का समाधान कैसे होगा?इसके पीछे क्या वजह हो सकती है?किसी देश ने इसके पीछे झांकने की कोशिश नहीं की है क्यों?इसके पीछे प्रत्येक राष्ट्र की राजनीति ज़िम्मेदार है,कैसे?अब सवाल ये उठता है कि आतंकवाद है क्या?हिंसा और आतंक का सहारा लेने वाली राजनीति या विचारधारा आतंकवाद है,आतंक क्या है?ऐसा भय जिसमें निरंतर यह अनुभूति बनी रहे कि कहीं कोई अनहोनी ना घट जाय,आतंक है और आतंकी क्या है?आतंक फैलाने वाला या उसको समर्थन देने वाला आतंकी है एवं आतंक वाद की विचारधारा का अनुयायी आतंकवादी है।उक्त शाब्दिक परिभाषा के इर्द-गिर्द तमाम देश की राजनीति करवट लेती रहती है और आतंकवाद को जन्म देती है।कहीं ना कहीं अपने शासनाध्यक्ष के प्रति मन में उत्पन्न विकृति या रोष से ही आतंकवाद का जन्म होता है।अब अपने देश को ही लीजिये,अपने देश के आंतरिक सुरक्षा कर्मी के प्रति या सरकार की घिनौनी आतंरिक व्यवस्था के प्रति आम लोगों में जो आक्रोश है कहीं ना कहीं वह आतंकवाद को जन्म देगा या दे रहा है और इसके पीछे निरंकुश राजनीति एवं राजनीति में घटिया मानसिकता के लोगों का प्रवेश।अपने देश की पुलिस से  हर पल आम जनता को ख़तरा है और हमेशा अनहोनी का संकेत मिलते रहता है,एक पुलिसिया भय के साए में लोग जीते हैं,यही तो आतंक है और इसको प्रश्रय देने वाला सिस्टम आतंकवादी है।अब आप ही सोचिये कि आतंकवादी के इस आतंक से कैसे मुक्ति मिलेगी?आतंकवाद के ख़िलाफ़ जंग एक स्वांग है,छलावा है मित्रों।किसी भी सरकार की घिनौनी कार्य शैली ही आतंकवाद को जन्म देता है।

दिल्ली गुरुद्वारा चुनाव में अकाली दल बादल का फिर से कब्जा

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नयी दिल्ली, 01 मार्च, पंजाब विधान सभा के 11 मार्च को आने वाले नतीजों से पहले शिरोमणि अकाली दल (बादल) को आज दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (डीएसजीएमसी) के चुनावों में शानदार सफलता मिली, बादल गुट ने समिति के 46 वार्डों के लिए हुए चुनावों में 35 वार्डों पर जीत हासिल की। परमजीत सरना की अगुवाई वाला गुट केवल सात सीटाें पर जीत हासिल कर सका। चार निर्दलीय विजयी हुये हैं। समिति के वर्तमान अध्यक्ष बादल गुट के मंजीत सिंह जीके ग्रेटर कैलाश से फिर विजयी हुये हैं जबकि सरना गुट के प्रमुख परमजीत सिंह सरना चुनाव हार गये हैं। समिति के लिए 26 फरवरी को मतदान हुआ था। पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले आये इन नतीजों से बादल गुट में खुशी की लहर है। चुनाव में कुल 335 उम्मीदवार खड़े हुये थे और 45.76 सिख मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था। चुनाव में खड़े दो अन्य दल पंथिक सेवा दल और सिख सद्भावना दल का खाता भी नहीं खुल सका है। पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने समिति के चुनावों पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि सिख समुदाय ने आम आदमी पार्टी(आप) और कांग्रेस को पूरी तरह नकार दिया है। उन्होंने समिति के चुनाव में अपने गुट की शानदार विजय पर कहा कि नतीजों ने यह साबित कर दिया है कि दिल्ली के सिख समुदाय ने पार्टी द्वारा राष्ट्रीय राजधानी और पंजाब में किये गये कार्यों को सराहा है। अकाली दल अध्यक्ष ने कहा कि दिल्ली समिति के प्रमुख मंजीत सिंह जीके ने शानदार काम किया और उनके कार्यों का नतीजा दिल्ली के सिख समुदाय ने जीत के रूप में दिया है। सरना गुट के प्रमुख परमजीत सिंह सरना को पंजाबी बाग वार्ड में वरिष्ठ अकाली दल नेता मनजिन्दर सिंह सिरसा ने 382 मतों से पराजित किया। श्री सिरसा को 1849 और श्री सरना को 1467 वोट मिले। श्री जीके ने अपनी पार्टी की जीत पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि यह सिख समुदाय के लोगों के कल्याण के लिये किये गये कार्यों का नतीजा है। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि दिल्ली की सिख संगत ने शिरोमणि अकाली दल बादल की नीतियों और कार्यों पर पिछले चार वर्षों के दौरान किये गये कार्यों पर मुहर लगायी है। उन्होंने कहा कि उनकी टीम ने अपने कार्यकाल के दौरान दिल्ली के सिख समुदाय के मसलों को विभिन्न मंचों के माध्यम से सरकार के समक्ष उठाया। उन्होंने कहा कि उनके ऊपर लगाये गये झूठे आरोपों को दिल्ली के सिख संगतों ने नकार दिया। यह जीत इस बात की परिचायक है कि पंथ मामलों की हित रक्षक केवल शिरोमिण अकाली दल बादल है। जंगपुरा से कांग्रेस के पूर्व विधायक तरविन्दर सिंह मारवाह 1250 वोटों से जीते हैं। सिविल लाइन से बादल गुट के जसबीर सिंह जस्सी, चन्दर बिहार से निसान सिंह मान, कनाट प्लेस अमरजीत सिंह पिंकी, फतहनगर से अमरजीत सिंह, शाम नगर से हरजीत सिंह , विष्णुगार्डन से मंजीत सिंह औलख, रविनगर से गुरमीत सिंह, तिलक नगर से दलजीत सिंह, संतगढ़ से चमन सिंह, तिलक बिहार से आत्मा सिंह लुबाना, कृष्णा पार्क से जगदीप सिंह कहलो, जनकपुरी से कुलतरण सिंह, शिवनगर से ओंकार सिंह थापर , सरिता बिहार से हरजीत सिंह जीके, सफदरजंग इन्कलेव से कुलदीप सिंह साहनी और कालकाजी से हरमीत सिंह कालका विजयी हुए है।

अफगानिस्तान में आतंकी हमलों में 15 लोगों की मौत

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काबुल 01 मार्च, अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में आज पुलिस,सैन्य और खुफिया अधिकारियों के कार्यालयाें को निशाना बना कर किए गए दो आतंकवादी हमलों में कम से कम 15 लोगों की मौत हाे गई और 50 लाेग घायल हाे गए। गृह मंत्रालय के सूत्राें ने बताया कि पश्चिमी काबुल में पुलिस मुख्यालय के समीप एक जोरदार कार विस्फोट हुआ । इसके बाद अज्ञात बंदूकधारियों ने वहां अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी जिसका सुरक्षा बलों ने करारा जवाब दिया। इस कार विस्फोट में 11 नागरिकों समेत 15 लोगों की मौत हाे गई । गृह मंत्रालय के प्रवक्ता नजीब दानिश ने बताया कि इसके तुरंत बाद पूर्वी काबुल में खुफिया एजेंसी के कार्यालय के बाहर एक और हमला किया गया। सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दाे अांतकवादी इस विभाग की इमारत मे घुसे आैर एक ने खुद को विस्फोट से उड़ा दिया जबकि दूसरे अातंकी को सेना ने मार गिराया। इन दोनोें हमलों में 11 नागरिकों समेत 15 लाेग घायल हुए और महिलाओं तथा बच्चों समेत 50 लोग घायल हो गए। इस बीच तालिबान के एक प्रवक्ता ने मीडिया को जारी बयान में इन हमलोें की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि इनमें पुलिस सैन्य तथा खुफिया विभाग के अनेक कर्मचारियों की मौत हुई है। प्रवक्ता ने इसी तरह के और हमले करने की धमकी भी दी है। गाैरतलब है कि पिछले हफ्ते काबुल में सुप्रीम काेर्ट में एक आत्मघाती हमले में कम से कम 20 लोगों की माैत हो गई थी 1 उस हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट ने ली थी।


ट्रम्प प्रशासन के साथ होगी भारत की पहली राजनयिक वार्ता

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वाशिंगटन 01 मार्च, अमेरिका में श्री डोनाल्ड ट्रम्प के राष्ट्रपति बनने के बाद भारत और अमेरिका के बीच पहली राजनयिक बैठक के तहत विदेश सचिव एस जयशंकर ट्रम्प प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ वार्ता करेंगे। डाॅ. जयशंकर अमेरिका की चार दिवसीय यात्रा पर आज यहां पहुंचे। विश्व के दोनों पुराने और सबसे बड़े लोकतांत्रिक देशों के अधिकारियों के बीच बैठक के दौरान परस्पर द्विपक्षीय संबंधों को विस्तार देने एवं अन्य मुद्दों पर चर्चा की जायेगी। संभावना है कि हाल में अमेरिका में एक भारतीय इंजीनियर की हत्या का मुद्दा सबसे अहम रहेगा। अमेरिकी राष्ट्रपति कार्यालय व्हाइट हाउस ने इस मामले को नस्लीय हमला निरुपित किया है। डॉ. जयशंकर के अमेरिका पहुंचने के कुछ घंटे पहले श्री ट्रम्प ने अपने एक बयान में भारतीय इंजीनियर की हत्या की तीखी निंदा की और कहा कि उनके देश में ऐसी घटनाओं का कोई स्थान नहीं है। इसके अलावा बैठक में एच-1बी वीजा सहित विभिन्न क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर भी चर्चा की जायेगी।

सरकार समाज के सभी वर्गों को सस्ती शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध : नकवी

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नयी दिल्ली, 01 मार्च, केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य राज्यमंत्री श्री मुख्तार अब्बास नकवी ने आज कहा कि देश में अल्पसंख्यकों की शिक्षा सबसे ज्यादा उपेक्षित रही थी लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने अब युद्धस्तर पर अभियान चलाया हुआ है जिससे अल्पसंख्यकों सहित समाज के सभी तबकों को सस्ती,सुलभ और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके। श्री नकवी ने यहां “माइनॉरिटी कम्युनिटी टीचर्स एसोसिएशन” के राष्ट्रीय सेमिनार में कहा कि अध्यापकों की कमी एक चिंता का विषय है। इस दिशा में भी केंद्र सरकार ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाये हैं लेकिन राज्यों को भी इसके लिए काम करना होगा। उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक मंत्रालय अल्पसंख्यकों को बेहतर पारंपरिक एवं आधुनिक शिक्षा मुहैया कराने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर के पांच शिक्षण संस्थानों की स्थापना करेगा तथा तकनीकी, मेडिकल, आयुर्वेद और यूनानी सहित विश्वस्तरीय कौशल विकास की शिक्षा देने वाले संस्थान देश भर में स्थापित किये जायेंगे। उन्होंने बताया कि इसके लिए एक उच्चस्तरीय कमेटी का गठन किया गया है, जो शिक्षण संस्थानों की रूपरेखा-स्थानों आदि के बारे में चर्चा कर रही है और जल्द ही अपनी विस्तृत रिपोर्ट देगी और यह कोशिश है कि ये शिक्षण संस्थान 2018 से काम करना शुरू कर दें। इन शिक्षण संस्थानों में 40 प्रतिशत आरक्षण लड़कियों के लिए किये जाने का प्रस्ताव है। श्री नकवी ने कहा कि अल्पसंख्यक मंत्रालय का पूरा जोर इस बात पर है कि अल्पसंख्यकों को बेहतर शिक्षा के साथ ही विभिन्न कौशल प्रशिक्षण भी दिया जाये जिससे छात्र रोजगार के योग्य बन सकें। अल्पसंख्यकों को बेहतर शिक्षा दिलाने और बेहतर रोजगारपरक प्रशिक्षण देने के लिए अल्पसंख्यक मंत्रालय विभिन्न योजनाएं चला रहा है। उन्होंने कहा कि 2017-18 में 35 लाख से ज्यादा छात्रों को विभिन्न छात्रवृत्तियां दी जाएंगी। इसके अलावा 2 लाख से अधिक युवाओं को रोजगारपरक प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि 16 से ज्यादा “गुरुकुल” प्रकार के आवासीय स्कूलों को स्वीकृति दी गई है। साथ ही जो मदरसे मुख्यधारा की शिक्षा भी दे रहे हैं, उन्हें भी मदद दी रही है। 

माल्या के कर्ज माफ करने से ज्यादा प्रधानमंत्री जरूरी बन्द पडी चीनी मिल चालू करायें: राहुल गांधी

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कुशीनगर, 01 मार्च, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि वह विजय माल्या का 1200 करोड रूपये का कर्ज माफ कर सकते लेकिन किसानों के दर्द की उन्हें कोई परवाह नहीं हैं । श्री गांधी ने आज पडरौना नगर स्थित उदित नारायण स्नातकोत्तर महाविद्यालय के मैदान पर आयोजित जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री को अगर किसानों के दर्द की परवाह होती तो वे जिले की बन्द पडी चीनी मिल को चालू करवा देते। जनसभाओं में किसानों के हित में अच्छे-अच्छे भाषण करने से बेहतर हो उसे धरातल पर साकार करें। उन्होंने सवाल किया कि किस आधार पर मोदी सरकार ने विदेश भाग गये विजय माल्या का 1200 करोड रूपये कर्ज माफ किया लेकिन 20 करोड के अभाव में बन्द पडी चीनी मिल को चालू नहीं करवा सके। विजय माल्या का कर्ज माफ करना उतना जरूरी नहीं था जितना जरूरी जिले की बन्द पडी चीनी मिल। बन्द पडी मिल के चालू होने से हजारों परिवार को रोजगार के अवसर प्राप्त होते। उन्होंने कहा कि मोदी जी किसानों के एक लाख चालीस हजार परिवार का ही कर्ज माफ कर सकते हैं जबकि उनकी सरकार बनी तो सभी किसानों के कर्ज माफ किये जायेंगे। श्री गांधी ने कहा कि 40 करोड रूपये खर्चकर कुशीनगर की तस्वीर बदली जा सकती है। उनकी सरकार बनने पर सबसे पहले कुशीनगर की चीनी मिल चालू करवाया जायेगा। किसानों का दर्द दिखा तभी तो पिछली सरकार ने 70 हजार करोड़ कर्ज माफ कर दिया। उन्होंने नोटबन्दी पर मोदी सरकार को घेरते हुए कहा कि लाखों युवाओं के पैर पर कुल्हाड़ी मारा है। युवाओं द्वारा चलाये जा रहे तमाम कुटीर उद्योग बन्द हो गये। गरीबों का पैसा खींचो, अमीरो को सींचो की नीति भाजपा सरकार ने अपनायी। देश को लाइन में लगा दिया।

अब भाजपा करने लगी गठबंधन की बात : अखिलेश

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देवरिया 01 मार्च, समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर कटाक्ष करते हुए कहा कि राज्य विधानसभा चुनाव में 300 सीटों पर जीत का दावा करने वाली भाजपा अब गठबंधन की बात करने लगी है, श्री यादव ने आज देवरिया जिले में चुनावी जनसभाओं को संबोधित करते हुए कहा कि चुनाव से पहले भाजपा 300 सीट जीतने का दावा कर रही थी। मऊ में श्री मोदी के बयान से स्पष्ट हो गया है कि भाजपा रेस से बाहर हो गयी है। उन्होने कहा कि कांग्रेस के साथ गठबंधन दो कुनबों का नहीं बल्कि युवा नेताओं का है जो प्रदेश को विकास के पथ पर आगे ले जायेगे । गठबन्धन सांप्रदायिकता से लडने के लिये किया गया है। श्री यादव ने कहा कि श्री मोदी विकास के मसले पर प्रदेश में कहीं बहस कर सकते है। प्रधानमंत्री को जनता से बताया चाहिए कि केन्द्र सरकार ने क्या किया है। श्री मोदी की सरकार बने करीब तीन साल हो रहे हैं,विकास का जब कोई काम ही नहीं किया तो उसका ब्यौरा क्या देंगे।

नौकरी के लिए इंटरव्यू खत्म करें राज्य : जितेन्द्र सिंह

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नयी दिल्ली 01 मार्च, प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री जितेन्द्र सिंह ने राज्यों से नौकरी में उन पदों पर चयन के लिए साक्षात्कार की प्रक्रिया को खत्म करने करने का सख्त निर्देश दिया है, जहां इसकी जरूरत नहीं है। डॉ. सिंह ने विभिन्न राज्यों को इस संबंध में लिखे पत्र में उनसे कहा है कि वे इस दिशा में हुई प्रगति के बारे में कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग को अवगत करायें। उन्होंने आज यहां पत्रकारिता के छात्रों के साथ संवाद कार्यक्रम में कहा कि ये युवा लड़के और लड़कियां उभरते पत्रकार के रूप में युवाओं के लिए मोदी सरकार द्वारा शुरू की गयी क्रांतिकारी नयी पहलों के संवाहक हैं। डॉ. सिंह ने कहा कि पत्रकार बिरादरी के इन युवा सदस्यों को न केवल इन नयी पहलों के संदेश को आगे ले जाना है बल्कि यह भी सुनिश्चित करना है कि देश के सभी भागों में इन पहलों को उनकी सच्ची भावना के साथ कार्यान्वित किया जाए।

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