Quantcast
Channel: Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)
Viewing all 74285 articles
Browse latest View live

ट्रंप ने ओबामा पर फोन टैपिंग का आरोप लगाया, ओबामा ने खंडन किया

$
0
0
trump-blame-obama-to-phone-taping
वाशिंगटन, 4  मार्च, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आज आरोप लगाया कि पिछले साल चुनाव से ठीक पहले तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा ने उनके न्यूयॉर्क स्थित कार्यालय में फोन टैपिंग करवाई थी और उन्होंने इसकी तुलना ‘वाटरगेट’ मामले से की। ओबामा के प्रवक्ता केविन लेवाइस ने आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति ने किसी अमेरिकी नागरिक के सर्विलांस का कभी कोई आदेश नहीं दिया। लेवाइस ने कहा, ‘‘ओबामा प्रशासन में एक कार्डिनल नियम था कि व्हाइट हाउस का कोई अधिकारी विधि विभाग की स्वतंत्र जांच में कोई हस्तक्षेप नहीं करेगा। इसके तहत, न तो राष्ट्रपति ओबामा ने और न ही व्हाइट हाउस के किसी अधिकारी ने किसी अमेरिकी नागरिक के सर्विलांस का कोई आदेश दिया। इसके अलावा कोई भी बात बस झूठ है।’’ ट्रंप ने ट्वीट के जरिए ये आरोप लगाए, हालांकि उन्होंने अपने दावों को लेकर कोई ठोस सबूत पेश नहीं किया। ट्रंप ने कहा, ‘‘यह डरावना है..अभी यह पता चला कि ओबामा ने हमारी जीत से ठीक पहले ट्रंप टावर में फोन टैप कराया था। कुछ नहीं मिल।’’ उन्होंने कहा, ‘‘क्या चुनाव से पहले राष्ट्रपति उम्मीदवार की फोन टैपिंग कराना निवर्तमान राष्ट्रपति के लिए वैध है? ’’


विशेष : माता गांधारियों, जीजीजीजीजी क्रांति की संतानें अब इस कुरुक्षेत्र में क्या करेंगी?

$
0
0
liveaaryaavart dot comअमेरिकी संसद कानून बना रही है आउटसोर्सिंग खत्म करने के लिए और हमारे बच्चों ने ज्ञान की खोज के बदले तकनीक अपना ली है,26 साल से तकनीक के अलावा कुछ नहीं सीखा! लड़ाई अब हावर्ड बनाम हार्ड वर्क है और बंगाल में स्कूल के दाखिले के लिए डोनेशन एक करोड़ से ज्यादा है!
WASHINGTON: A bipartisan Bill was on Thursday reintroduced in the US Congress to make companies that move call centres overseas ineligible for grants or guaranteed loans from the government, a move aimed at curbing the transfer of jobs to nations like India.

राष्ट्रपति डान डोनाल्ड ट्रंप मुसलमानों के खिलाफ नस्ली जिहाद का ऐलान करके इस ग्लोब पर काबिज हैं और ग्लोबल विलेज में आबाद आदम हव्वा की संताने उनके रहमोकरम पर जिंदा हैं।बाकी फिजां कयामत है।यह कयामती फिजां इन दिनों ग्लोबल हिंदुत्व है।उनकी ताजपोशी के बाद मुसलमानों के सफाया हुआ हो या न हुआ हो,अमेरिका में और अमेरिका से बाहर अश्वेत नस्लों के लिए आपदाएं सुनामी में तब्दील है और तीसरा विश्वयुद्ध शुरु हो गया है। राम की सौगंध लेकर जिनलोगों ने इस देश को अमेरिकी उपनिवेश बनाने में कोई कसर नहीं छोडी,उनके धर्म कर्म का नतीजा यह है कि श्वेत अश्वेत विश्वयुद्ध में हिंदुओं का भी बेड़ा गर्क हो रहा है। बहरहाल अमेरिका में कुक्लाक्स क्लान राजकाज में  चुनाव से पहले हिदुओं के बारे में डान के बयानों के उलट हिंदुओं के प्रति मुसलमानों की तुलना में कोई नरमी बरतने वाली है,इसका सबूत अभी तक नहीं मिला है।


इसके उलट गौरतलब है कि अमेरिका में पिछले सप्ताह एक भारतीय इंजीनियर की हत्या के बाद अब एक भारतीय मूल के 43 वर्षीय कारोबारी की हत्या कर दी गयी है। मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि साउथ कैरोलीना के घर में भारतीय मूल के एक बिजनेस मैन की हत्या गोली मार कर कर दी गयी। शनिवार को भारतीय मूल के व्यापारी हरनीश पटेल रात 11.24 बजे अपनी दुकान बंद की और मात्र उसके 10 मिनट बाद लैंकेस्टर स्थित उनके घर के बाहर उनकी गोली मार कर हत्या कर दी गयी। इस पर खास तौर पर गौर करें कि पटेल की हत्या अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा 32 वर्षीय भारतीय इंजीनियर श्रीनिवास कुचिभोटला की हत्या की निंदा किये जाने के दो बाद ही की गयी है। 22 फरवरी को कैंसस में श्रीनिवास कुचिभोटला की हत्या गोली मार कर दी गयी थी। भारत को वीसा देने के मामले में ओबामा जनमाने की छूट और रियायतें खत्म हैं।कैंसस में भारतीय इंजीनियर की हत्या के बाद हम सदमे से उबर भी नहीं सके हैं कि ताजा खबर यह है कि अमेरिकी संसद कानून बना रही है आउटसोर्सिंग खत्म करने के लिए और हमारे बच्चों ने ज्ञान की खोज के बदले तकनीक अपना ली है,26 साल से तकनीक के अलावा कुछ नहीं सीखा!

संवैधानिक पद से ज्ञान,उच्च शिक्षा,शोध और विश्वविद्यालयों के हावर्ड के खिलाफ मुक्तबाजारी तकनीकी हार्डवायर साफ्टवायर का रोजगार है और उत्पादन प्रणाली में श्रम की कोई भूमिका नहीं है। उत्पादन संबंध तमाम खत्म है और स्वदेश में रामंदिर निर्माण के हिंदुत्व एजंडे के तहत भारत में देहात और जनपदों का सफाया है और सत्ता वर्ग की तकनीक समृद्ध क्रयक्षमता के मुकाबले बहुसंख्य जनता जीजीजीजीजी क्रांति के तहत मोबाइल नेटवर्क और इंटरनेट से जुड़ने के बावजूद तकनीक के तमाम जोखिम से निबटने में अक्षम और अदक्ष हैं और नकदी पर अभूतपूर्व नियंत्रण की वजह से क्रय क्षमता से वंचित होने के साथ साथ अब रोजगार और आजीविका से भी वंचित है। देश में 15 अगस्त 1947 को मौजूदा सत्ता वर्ग को सत्ता हस्तातंरण के बाद विकास का सोवियत माडल 1991 कत सुधारों के ईश्वर डा. मनमोहन सिंह के आविर्भाव से पहले तक जारी रहा है,जिसे इंदिरा गांधी समाजवादी व्यवस्था बताती रहीं। गौरतलब है कि सोवियत  माडल में सार्वजनिक उपक्रमों के साथ साथ संसाधनोें के राष्ट्रीयकरण पर जोर था। 1991 से अमेरिकी माडल पहले खाड़ी युद्ध के तुरंत बाद सोवियत संघ के विघटन के बाद से हमारे यहां विकास का माडल है और हमारी अर्थव्यवस्था और देश दोनों मुक्तबाजार है। सार्वजनिक तमाम उपक्रमों, सेवाओं,राष्ट्रीय संसाधनों,बुनियादी जरुररतों और समूची उत्पादन प्रणाली देशी विदेशी एकाधिकार पूंजी के हवाले है और इस एकाधिकार वर्चस्व के लिए देश अब नोटबंदी जुबांबंदी के साथ डिजिटल कैसलैस है।

उत्पादन के बदले सेवाओं के बाजार बन जाने से हम और हमारे बच्चे अब पूरी तरह आउट सोर्सिंग पर निर्भर है और चूंकि हमारी अर्थ व्यवस्था डालर वर्चस्व के उपनिवेश में तब्दील है और भारत अमेरिकी परमाणु संधि से लेकर आतंकवाद के खिलाफ युद्ध तक हम लगातार अमेरिकी हितों से नत्थी हो रहे हैं,हमने अपने बच्चों को 1991 से अमेरिका के प्रजाजन बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। डिजिटल कैसलैस जुबांबंद इंडिया में किसानों,मेहनतकशों,खेती और कारोबार के नस्ली सफाये के कारपोरेट बजरंगी अभियान में ज्ञान,शोध, उच्चशिक्षा और विश्वविद्यालयों के सफाये के साथ साथ आुटसोर्सिंग की जो नालेज इकोनामी बन गयी है,उसके बाद अब आईआईटी और आईआईएम में लाखों खर्च करने के बाद वहां से निकले बच्चों के लिए देश में रोजगार आउटसोर्सिंग के अलाव कुछ और कास नहीं है। बड़ी पगार पर इनमें से जो एक दो फीसद लोग विदेश जाते हैं,अमेरिकी आप्रवास विरोधी नीति निर्धारण और अश्वेतों के खिलाफ अमेरिकी विश्वयुद्ध में बिनालड़े ही उन्हें जिंदा धफनाने की तैयारी है। नई उत्पादन प्रणाली,जहां श्रम या उच्चशिक्षा,शोध या ज्ञान के लिए कोई जगह नहीं है,वहां आउटसोर्सिंग के बिना हमारे तकनीक विजार्ड बच्चों के लिए कोई जगह नहीं है। स्त्री चेतना और स्त्री शिक्षा में तेज प्रसार के बावजूद देश में स्त्री के लिए सुरक्षित रोजगार और आजीविका उनकी शिक्षा के अनुपात में एक पीसद भी नहीं है।वे भी ज्यादातर तकनीक निर्भर रोजगार से जुतने को मजबूर है। फिर इस प्रणाली के लिए अमेरिकी संस्कृति के मुताबिक मुक्तबाजार के वारिशान बनाने की अंधी दौड़ में शिक्षा का जो बाजारीकरण हुआ है,वहां शिक्षा न सिर्फ तकनीक है बल्कि उसके लिए असीम क्रयक्षमता जरुरी है। मसलन बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हेस्थ बिजनेस की निरंकुश जनविरोधी अराजकता और शोषण पर लगाम के लिए कल विधानसभा में नया कानून बनाने के लिए बिल पेश करने के बाद अपने भाषण में नालेज इकोनामी पर भी लगाम लगाने का इरादा जताया है।इस पर यह तथ्य सामने आया है कि बंगाल में स्कूल में दाखिला के लिए भी एक एक करोड़ का डोनेशन देना पड़ता है।

अति धनाढ्य तबके की बात  छोड़ भी दें तो लाखों का डोनेशन आम है।जाहिर है कि बहुसंख्य आम जनता के बच्चों के लिए सिर्फ मेधा के दम पर इस नालेज इकोनामी के जरिये अति धनाढ्य और नव धनाढ्य सत्ता वर्ग के बच्चों के मुकाबले रोजगार और आजीविका के बाजार में टिकना मश्किल है। ऐसे गरीब साधनहीन बच्चे मामूली अंग्रेजी स्कूलों में हजारों लाखों की फीस और चंदा देकर जो तकनीकी शिक्षा अर्जित करते हैं या जो सरकारी स्कूलों से निकलकर आते हैं,उनके लिए लाखों करोड़ की पगार नहीं होती। सरकारी नौकरियां खत्म हैं तो निजी और असंगठित क्षेत्र में बिना काम के घंटे बिना श्रम कानून वे बंधुआ मजदूर बनने को मजबूर है।उनकी दो हजार से लेकर तीस हजार तक की पगार की नौकरियां अब खतरे में हैं। गौरतलब है कि बिज़नेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग (BPO) एक प्रकार की आउटसोर्सिंग (Outsourcing) प्रकिया है जिसमेंं कि एक तीसरे पक्ष सेवा प्रदाता को संचालन और एक विशिष्ट व्यवसाय प्रक्रिया (या कार्य) की ज़िम्मेदारियों का करार दिया जाता है | मीडिया के मुताबिक अब हालात ऐसे हैं कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की वीजा नीतियों से देश के बीपीओ सेक्टर पर बुरा असर पड़ सकता है। जिसको देखते हुए भारतीय कंपनियों ने यूरोप और ऑस्ट्रेलिया में बाजार की तलाश शुरू कर दी है। दरअसल दुनिया का करीब 56 फीसदी बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग का कारोबार भारतीय बीपीओ के हाथों में है। देश के आठ शहरों के अलावा अमेरिका और ब्रिटेन में बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग का कारोबार करनेवाली साईफ्यूचर के सीईओ अनुज बैराठी पिछले कुछ दिनों से परेशान हैं। करीब 1500 हाईली स्किल्ड कर्मचारियों को रोजगार देने वाली साईफ्यूचर कंपनी का 72 फीसदी कारोबार अमेरिका से आता है। डोनल्ड ट्रंप की नई एच1बी वीजा नीति लागू हो गई तो साईफ्यूचर के कारोबार को 50 फीसदी तक नुकसान हो सकता है। 

ट्रंप वीजा कानून में जिस बदलाव की बात कर रहे हैं उसके चलते करीब 110 बिलियन डॉलर की इंडियन आउटसॉर्सिंग इंडस्ट्री पर खतरो के बादल मंडरा रहे हैं। प्रस्तावित वीजा नीति से अमेरिका में कंपनियों को अमेरिका में अपने कर्मचारियों की सेलेरी में 60-70 फीसदी बढ़ानी होगी। इससे कंपनियों की ऑपरेश्नल कॉस्ट बढ़ जाएगी और मार्जिन 10 फीसदी तक गिर जाएंगे। इंडियन सॉफ्टवेयर इंडस्ट्री बॉडी नैस्कॉम ने ब्रेक्सिट और यूएस इलेक्शन के नतीजों के बाद पहले से ही आईटी इंडस्ट्री का ग्रोथ 2 से 3 फीसदी कम रहने का अनुमान दिया है। ऐसे में सरकार भी अब ट्रंप नीति लागू होने से पहले ही इससे निबटने के तरीकों पर सोच विचार कर रही है। गौरतलब है कि निजी अस्पतालों व नर्सिंग होम पर लगाम लगाने के लिए विधानसभा में ‘द वेस्ट बंगाल क्लीनिकल इस्टेहब्लिस्मेंट्स (रेजिस्ट्रेशन, रेग्यूलेशन एंड ट्रांसपेरेंसी) बिल, 2017’ ध्वनिमत से पारित हो गया। विरोधी दलों ने विधेयक को स्थायी कमेटी को भेजने की मांग की, जिसे मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने खारिज कर दिया। इसके साथ ही बेलगाम निजी अस्पतालों व नर्सिंग होम पर लगाम लगाने के लिए कानून बनाने के बाद अब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अत्यधिक डोनेशन व शुल्क लेनेवाले निजी शिक्षण संस्थाओं पर लगाम लगाने की घोषणा की है। मीडिया के मुताबिक दीदी ने शुक्रवार को विधानसभा में घोषणा की : कई निजी स्कूल, निजी कॉलेज और निजी विश्वविद्यालय हैं, जो बहुत ही अच्छे काम कर रहे हैं, लेकिन कभी-कभी बहुत अधिक मांग करते हैं, अधिक शुल्क लेते हैं और अधिक डोनेशन  लेते हैं। जो दे पाता है, वह ठीक है। उन्होंने कहा : मेरा मानना है कि इस पर नियंत्रण लगना चाहिए। निजी शिक्षण संस्थानों के अधिकार में हस्तक्षेप नहीं करना चाहती हैं। शिक्षण संस्थान सेवा का कार्य करते हैं। योग्य मानव तैयार करते हैं। वे खुद ही इस बाबत प्लानिंग करें। जब परीक्षाएं समाप्त हो जायेंगी, तो वे शिक्षा मंत्री से कहेंगे कि वह निजी शिक्षण संस्थाओं के साथ एक बैठक सुनिश्चित करें। उसमें इन पर चर्चा हो।

मुख्यमंत्री ने निजी अस्पतालों से अाह्वान करते हुए कहा कि : ट्रीट विथ स्माइल, सेवा विथ स्माइल’ का पालन करें।मानवीयता के आधार पर कार्य करें। जो गलती किये हैं, वे सुधार लें। अन्यथा कानून जैसे उनके लिए (मुख्यमंत्री) है, वैसा ही उनके लिए होगा। उन्होंने कहा कि इस विधेयक का उद्देश्य लापरवाही पर लगाम लगाना है। बेलगाम खर्च पर लगाम लगाना है। अन्याय और अनैतिकता को रोकना है। वह शीघ्र ही जिलों में प्रशासनिक बैठक के दौरान जिला के नर्सिंग होम व अस्पतालों के साथ बैठक करेंग। यदि वे गलती कर रहे हैं, तो उसमें सुधार लें। अन्यथा कानून अपना काम करेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह ऐतिहासिक कानून है। यह पूरे देश के लिए मॉडल बनेगा। उन्होंने कहा कि निजी अस्पतालों का केवल बंगाल में नहीं बेलगाम पैसे नहीं लिये जा रहे हैं, बल्कि पूरे देश में यह चल रहा है। आम लोगों को इस कानून को समर्थन मिला है। विरोधी दलों के स्थायी समिति में भेजने की मांग को खारिज करते हुए कहा कि और अधिक समय नष्ट नहीं किया जा सकता है. इसे तुरंत ही लागू करना होगा।

गौर करेंः
Reps. Gene Green (D-TX 29th District) and David McKinley (R-WV 1st District) on Thursday reintroduced a bipartisan bill in the US Congress against outsourcing jobs, PTI reported. The US Call Center and Consumer Protection Act makes companies that move call centers overseas ineligible for grants or guaranteed loans from the government. “Being on the list would make these actors ineligible for federal grants or guaranteed loans, would require overseas call centers to disclose their locations to customers, and would require them to comply with US consumers’ request to be transferred to a service agent physically located in the US,” the lawmakers said in a joint statement, the news agency reported. Earlier in 2013, a similar bill was introduced that would have required disclosure of a call center’s location to consumers, along with the option to transfer to a domestic call center. “It is important that American workers continue to have access to good service sector jobs and receive a livable wage,” Green said. He said that there are 54,000 call center jobs in the Greater Houston area alone and 2.5 million nationwide. “Unfortunately, we have seen call center jobs moved overseas to India, the Philippines, and other countries. This bipartisan legislation will protect call center workers in Texas and throughout the country, and American consumers from unfair treatment,” he said.
       
The congressmen observed that there has been an increase in companies relocating call centers overseas where foreign worker are often paid cheaper wages and exposed to dismal labor conditions. “Our number one priority in Congress is protecting and creating American jobs,” said McKinley, the news agency reported. “Plain and simple, we should not be rewarding companies for moving jobs offshore. This bill does not mandate that companies keep call centers here in America, but simply says if you move call center jobs offshore, you don’t receive funding from the government. This should be common sense,” he added.







(सबिता विश्वास)

भाकपा ने छेना प्रसाद की मौत की कड़ी निन्दा की

$
0
0
cpi logo
पटना, 5 मार्च। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने भोजपुर जिला के बड़हारा पुलिस कस्टडी मेें पुलिस प्रताड़ना से स्थानीय नागरिक छेना प्रसाद की मौत की कड़ी निन्दा की है तथा बड़हारा थाना प्रभारी को अविलंब बर्खास्त करने की मांग की है।  आज यहां जारी अपने बयान में पार्टी के राज्य सचिव सत्य नारायण सिंह ने कहा कि बड़हारा पुलिस ने छेना प्रसाद की बेटी द्वारा थाने में दर्ज कराये गये एक मामले के सिलसिले में कल छेना प्रसाद को उनके घर से गिरफ्तार किया था। थाना में पुलिस ने बड़ी बेरहमी से छेना प्रसाद की पिटाई की जिससे उसकी मौत थाने में ही हो गई। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी बड़हारा पुलिस की बर्बर कार्रवाई की निन्दा करती है तथा मांग करती है कि बड़हारा के थाना प्रभारी तथा थाना के अन्य संबंधित पुलिस अधिकारियों को अविलंब गिरफ्तार किया जाय। श्री सत्य नारायण सिंह ने कहा कि प्रथमदृष्टया यह हत्या का मामला है। इसलिए संबंधित पुलिस अधिकारियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करते हुए उन्हें अविलंब गिरफ्तार किया जाय तथा उन्हें पद से बर्खास्त किया जाय। कम्युनिस्ट नेता ने अपने बयान में कहा कि पुलिस की इस बर्बर कार्रवाई से स्थानीय लोगों में काफी आक्रोष है। पुलिस अधिकारी इस मामले को गलत दिषा की ओर मोड़ने का षड़यंत्र कर रहे हैं। इसलिए हमारी मांग है कि इस हत्याकांड की न्यायिक जाँच हो तथा छेना प्रसाद के परिवार को दस लाख रुपये बतौर मुआवजा दिया जाय। 

महिला के साथ सामूहिक बलात्कार मामले को रफा-दफा करने की कोशिश में है प्रशासन: कुणाल

$
0
0

  • 6 मार्च को पूरे पटना जिले में होगा प्रतिवाद, पीड़िता व उसके परिजन पर दबाव बनाने की बजाए सुरक्षा प्रदान करे प्रशासन.

cpi-ml-kunal
पटना 5 मार्च 2017, माले राज्य सचिव कुणाल ने फुलवारी के गोनपुरा-धुपारचक मुसहरी में मांझी जाति की महिला से सामूहिक बलात्कार की घटना के संदर्भ में अखबारों में आए सिटी एसपी के बयान की कड़ी निंदा की है, जिसमें एसपी ने बलात्कार की घटना से इंकार किया है. उन्होंने कहा कि जदयू संरक्षित बलात्कारियों-अपराधियों के दबाव में प्रशासन मामले को रफा-दफा करने और सामूहिक बलात्कार की घटना को मार-पीट की घटना में बदल देने की कोशिश कर रहा है. इसका जोरदार विरोध किया जाएगा. उन्होंने आग कहा कि पीड़िता व उसके पति को पिछले दो दिनों से लगातार फुलवारी थाने के लाॅकअप में बंद रखना पूरी तरह गलत है. यह वर्मा कमिटी की सिफारिशों का भी घोर उल्लंघन है तथा गैरकानूनी है. थाने में पुलिस पीड़िता व उसके परिजन को सुरक्षा देने की बजाए उत्पीड़ित करने में लगा हुआ है. प्रशासन पीड़िता को महिला थाना अथवा किसी अन्य जगह सुरक्षित जगह पर तत्काल भेजने और उनकी सुरक्षा की ठोस गारंटी करे, ताकि पीड़िता दबावमुक्त हो सके. उन्होंने यह भी कहा कि हमें इस बात की पूरी आशंका है कि प्रशासन पीड़िता व उसके पति पर तरह-तरह का दबाव बनाकर बयान बदलवाने की कोशिश कर रहा है.


उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार महादलित महिलाओं के उत्पीड़न पर पहले चुप थी, अब उसके ही सामाजिक आधार के लोग हमले कर रहे हैं. इससे साबित होता है कि नीतीश शासन में सामंती-अपराधियों का मनोबल आज आसमान छूने लगा है और सरकार ने उनके सामने पूरी तरह आत्मसमर्पण कर दिया है. उपरोक्त महिला के साथ ही कुछ दिन पहले भाजपाई गुंडों ने गर्दनीबाग धरनास्थाल पर मारपीट व छेड़खानी की थी. नीतीश सरकार आज दलित-गरीबों, महिलाओं पर दमन-अत्याचार के मामले में भाजपा के साथ जुगलबंदी कर रही है. उन्होंने यह भी कहा कि बलात्कार मामले को रफा-दफा करने के खिलाफ कल 6 मार्च को पूरे पटना जिले में विरोध-प्रदर्शन किया जाएगा.

ईसाई समुदाय : फादर से बिशप तक

$
0
0
father-to-bishop
पटना। ईसाई समुदाय में याजक वर्ग और अयाजक वर्ग है। धार्मिक कार्यों का नेतृत्व करने का दायित्व याजक वर्ग पर है। पुरूषों को फादर और महिलाओं को सिस्टर कहा जाता है। धार्मिक बंधन के कारण फादर और सिस्टर विवाह नहीं कर सकते हैं। वहीं विशेष शिक्षा हासिलकर ‘फादर’ बनते हैं। जो फादर से बिशप तक बनते हैं। योग्यतानुसार आर्क बिशप,कार्डिनल आदि बन सकते हैं। पटना महाधर्मप्रांत के आर्क बिशप विलियम डिसूजा हैं। कार्डिनल तेलेस्फोर पी टोप्पों हैं। इनलोगों की सहायता में ‘सिस्टर’ रहती हैं। संवैधानिक अधिकार के तहत याजक वर्ग शिक्षा-चिकित्सा आदि क्षेत्र में कार्य करते हैं। केन्द्र और राज्य से संस्थाओं को पंजीकृत कराकर समाज कार्य करते हैं। ऐसा करने से सरकारी मान्यता प्राप्त हो जाता है। अल्पसंख्यक होने के कारण विशेष अधिकार प्राप्त हो जाता है।


दूसरी ओर अयाजक वर्ग विवाह कर सकते हैं। याजक वर्ग को देखादेखी केन्द्र और राज्य सरकार से संस्थाओं को पंजीकृत करवा रहे हैं। संस्था पंजीकृत करने के बाद स्कूल और संस्था खोल रहे हैं। सरकारी मान्यता प्राप्त होने के बाद स्कूल और समाज सेवा करने का संवैधानिक अधिकार प्राप्त कर लेते हैं। इनको भी अल्पसंख्यक होने के नाते विशेष अधिकार प्राप्त हो जाता है। जबतक अयाजक वर्ग अल्फाबेटिक के अनुसार ‘ए’ फोर आया, ‘बी’ फोर बावर्ची, ‘सी’ फोर कारपेंटर, ‘डी’ फोर ड्राइवर, ‘ए’ फोर्स, ‘इ’ फोर इलेक्टीशियन आदि थे। तबतक साहब लायक नहीं थे उस समय अयाजक वर्गों के मिलने वाले अधिकारों को भी याजक वर्ग लूट ले जा रहे थे। अब अयाजक वर्ग लायक हैं ‘जे’ फोर जर्नलिस्ट, ‘टी’ फोर टीचर, ‘एन’ फोर नर्स, ‘एस’ फोर सेक्रेटरी आदि हो गये हैं। तक भी याजक वर्ग अधिकारों को छीनने पर अमादा है। इसको लेकर याजक वर्ग और अयाजक वर्ग में संघर्ष व्याप्त है। जो समय-समय पर विस्फोटक धारण कर जाता है। यह भी जगजाहिर है कि याजक वर्ग अपने हित कामना के लिए अयाजक वर्ग के बीच में अनबन पैदा करने से बाज नहीं होते हैं। ऐसे लोगों के बल पर अयाजक वर्गों के अधिकारों को लेने में सफल हो रहे हैं। ऐसे ही लोगों के मनसुबे को पर्दापाश करना है। अयाजक वर्ग के नाम पर खुलने वाले स्कूल, काॅलेज, चर्च, संस्था आदि में अयाजक वर्ग का अधिकार है। मगर अयाजक वर्ग को याजक वर्गों के पास जाकर गिड़गिड़ाना पड़ता है। जो बंद होना चाहिए। बपतिस्मा प्रमाण-पत्र के आधार पर स्कूलों में नामांकन और नौकरी से निकालने के खिलाफ आवाज बुलंद करनी चाहिए।

प्रारंभ में भी अयाजक वर्गों के बीच में कशमकश था। अपनी आवाज को लिपीबद्ध करते थे। काफी पर्चाबाजी किया करते थे। कुछ बुद्धिजीवि मिलकर ‘पर्दा उठता है’शीर्षक से पम्पेलेट प्रकाशित किये थे। पर्चाबाजी और पम्पेलेट प्रकाशित कर भागना भी पड़ जाता था। आज परिस्थिति विपरित है। आप आजादी से समस्याओं को रख सकते हैं। अखबारों में प्रकाशित कर सकते हैं। कलम में शक्ति है तो आपके लेखन में चर्च में उपदेश दे सकते हैं। पटना से प्रकाशित अमृतवर्षा में बपतिस्मा प्रमाण-पत्र के बारे में विस्तार से प्रकाशित किया गया था। इसके आलोक में कुर्जी चर्च में पुरोहित भाषण देने लगे। उसी पर आधारित था। पटना महाधर्मप्रांत के महरूम महाधर्माध्यक्ष बी.जे.ओस्ता ने आदेश निर्गत किये थे। गैर ईसाइयों की तरह हाॅस्पिटल से प्राप्त जन्म प्रमाण-पत्र, नगर निगम से प्रमाण-पत्र,शपथ-पत्र भी मान्य होगा। मगर बपतिस्मा प्रमाण-पत्र और पल्ली पुरोहित की अनुशंसा पत्र देना ही होगा। यह दुख की बात है कि निर्गत प्रमाण-पत्र की छाया प्रति नहीं है। जो नामांकन के समय पेश आदेश पत्र दिखाया जा सके। मगर स्कूल के सूचना पत्र में सूचित कर दी जाती है।

बिहार : ईसाई समुदाय भी इस्तेमाल करने लगे हैं सोसल मीडिया फेसबुक

$
0
0
bihar-christian-using-facebook
पटना। ईसाई समुदाय भी इस्तेमाल करने लगे हैं सोसल मीडिया फेसबुक। हां, सोसल वर्क करने वाले याजकवर्ग विस्तार से फेसबुक पर लिखने और पेस्ट करने का काम कर पा रहे हैं।  वहीं लोकधर्मीवर्ग ‘आमेन’ और लाइक से काम निकालने का काम कर रहे हैं। याजकवर्ग में मोकामा की नगरी में कार्यरत मोकामा पल्ली पुरोहित फादर एंड्रू राजा हैं। जो 9 दिनों तक नोवेना के बारे में लिखे और फोटो अपलाॅड किये। वहीं कोन्सटंट लीवन्स अस्पताल सह रिसर्च सेन्टर ( सी एल एच आर सी ) मांडर में कार्यरत चिकित्सा विभागाध्यक्ष सिस्टर आइरिन कुजूर हैं जो अपने समाज और हाॅस्पिटल के बारे में लिखती रहती हैं। उसी तरह सिस्टर लीमा रोज हैं। जो घरेलू कामगार यूनियन के कार्य को उल्लेख करती रहती हैं। आप लोगों से निवेदन है कि क्रिश्चियन कम्युनिटी फोरम में न्यूज पेस्ट करें। ऐसा करने से न्यूज को साप्ताहिक विवरण टाइम्स में और अनेकों ब्लाॅग में प्रेषित किया जाएगा। अगर बहुत ही स्तरीय न्यूज रहा तो राष्ट्रीय पत्रिका सरस सलिल में भी भेजा जा सकता है। अगर आप चाहते हैं कि आपके संस्थान और कार्यस्थल के बारे में लिखे तो टी.ए./डी.ए.पर आवाजाही किया जा सकता है। 


यह बहुत ही अच्छा अवसर है कि हम अपनी बातों को सहज ढंग से व्यक्त कर सकें। इसमें याजकवर्ग और लोकधर्मी वर्ग फायदा उठा सकते हैं। सकारात्मक और नकारात्मक न्यूज को बेहतर ढंग से सुधारात्मक कदम उठाने के लिए सरकार और मिशनरी सरकार के समक्ष रखा जा सकता है। इसमें संकोच करने की आवश्यकता नहीं है। कुछ लोग समझते हैं कि राजनीतिक दलों में जाना चाहिए। आप किधर भी जा सकते हैं। अपने दल के बारे में पक्ष रख सकते हैं। मगर मर्यादा में रखकर बातों को रखे। यह ख्याल रखना चाहिए। आपस में विवाद करने की जरूरत नहीं है। अखबारों में भी तरह-तरह की खबर प्रकाशित होती है। झूठ और अफवाहों पर आधारित खबर न प्रेषित करें। 

यह जगजाहिर है कि हमलोग अल्पसंख्यक समुदाय हैं। जनसंख्या के अनुसार मुस्लिम के बाद ईसाइयों की जनसंख्या है। राजनीति तुष्टिकरण के कारण मुस्लिम समुदाय को सुप्रीम समझा जाता है। वहीं सरकार सोचती है कि ईसाई समुदाय को मिशनरी संरक्षक है। इसके कारण ईसाई समुदाय पर विशेष ध्यान नहीं देते हैं। आप भलीभांति अवगत है कि मिशनरी देते नहीं हैं चंदा के सहारे ईसाई समुदाय से बटोर रहे हैं। हमलोगों के समाज में गरीबी रेखा के नीचे ईसाई समुदाय रह रहे हैं। इनको बीपीएल कार्ड मिलना चाहिए। खैर, अब बीपीएल का सवाल नहीं है। अब परिवार में जनसंख्या के अनुसार राशन-किरासन मिलता है। फेयरफील्ड में रहने वाली अनु बिलासियुस विक्टर का कहना है कि राशन कार्ड है परन्तु राशन-किरासन मिलता नहीं है। इसके खिलाफ जानकारी लेकर अधिकारियों के पास पत्र लिखना चाहिए। आजकल सूचना का अधिकार, शिक्षा का अधिकार, लोक शिकायत का अधिकार है। इसका उपयोग किया जा सकता है। समाज में आवासीय भूमिहीन है। सर्वें करके सीओ/बीडीओ को आवेदन दिया जा सकता है। सीएम को भी लिखा जा सकता है। अगर सारी जानकारी मिलते रहे तो समस्याओं को उठाया जा सकता है। अगर सुनवाई न हो तो गांधी,विनोबा,जेपी,राजगोपाल के बताये मार्ग पर अहिंसक आंदोलन किया जा सकता है। आवासीय भूमि, इंदिरा आवास योजना, राजीव गांधी आवास योजना, सामाजिक सुरक्षा पेंशन, कबीर अंत्येष्ठि योजना, मातृत्व लाभ योजना आदि। जन्म से लेकर योजनाएं हैं जो गरीबी के दलदल में पड़े लोगों को मिलता है।

बिहार : चालीसा काल 2017 के लिए संत पिता फ्रांसिस का संदेश

$
0
0
pope-francis-message
पटना। चालीसे एक नई शुरूआत है,यह एक रास्ता है। जिसका निश्चित लक्ष्य है पास्का, अर्थात मृत्यु पर ख्रीस्त की विजय।इस अवधि की अत्यावश्यक मांग है परिवर्तन। ख्रीस्तीयों से मांगा जाता है कि ये अयोग्यता के साथ ईश्वर के पास लौट आएं एवं प्रभु की घनिष्टता में आगे बढ़े। ( योब 2ः12)  येसु वह विश्वास मित्र हैं जो कभी भी हमें नहीं छोड़ते हैं। जब हम पाप करते हैं, वे धैर्यता से हमारे वापस आने की प्रतिज्ञा करते हैं।इस तरह वे हमें बताते हैं कि वे क्षमा देने के लिए सदैव तैयार हैं। चालीसा एक उपयुक्त अवधि है जिससे कलीसिया से प्रस्तावित पवित्रीकरण के उपायों जैसे कि -प्रार्थना,उपवास तथा भिक्षाटन द्वारा हम अपने आध्यात्मिक जीवन को उन्नत कर सकते हैं। सब कुछ बा आधार ईश्वर का वचन है। इस अवधि में हमें ईशवचन पढ़ना , उसे सुनना और उसपर मनन चिंतन करना चाहिए। अब मैं अमीर और लाजरूस के दृष्टांत पर ध्यान आकर्षित करना चाहता हूं। ( लूकस 18ः19-) हम इस अर्थपूर्ण कहानी से प्रेरणा पाएं क्योंकि वह बताती है कि सच्चा आनंद और अनन्त जीवन प्राप्त करने के लिए हमें क्या करना है। यह हमें सच्चे परिवर्तन के लिए प्रोत्साहित करती है।


प्रत्येक व्यक्ति ईश्वर का दान हैः
दृष्टांत के आरंभ में मुख्य दो व्यक्तियों का परिचय दिया गया है। कंगाल की स्थिति विस्तार से दी जाती है। वह शक्तिहीन होने के कारण अमीर व्यक्ति के फाटक के सामने लेट क रमेज से गिरे टुकड़े खाता है। उसका शरीर फोड़ों से भरा हुआ है और कुत्ते आकर उसके घावों को चाटा करते है। वह दृश्य बहुत ही दुःखदायी है। इसमें हम कंगाल व्यक्ति को देखते है जो अपमानित और दयनीय स्थिति में है। यदि हम कंगाल के नाम पर ध्यान देंगे तो दृश्य अधिक प्रभावशाली है। उसका नाम लाजरूस है, जिसका अर्थ है ईश्वर सहायता करते हैं। इस व्यक्ति का परिचय अज्ञात नहीं है। इसकी रूपरेखा स्पष्ट है। यह एक व्यक्ति है जिसकी अपनी कहानी है। पर अमीर के लिए उसका कोई अस्तित्व नहीं है, पर हम उसको जानते एवं पहचानते हैं। वह एक ईश्वर का दान, एक अमूल्य निधि,एक मनुष्य जिसे ईश्वर प्यार करते हैं और उस का दयनीय स्थिति पर भी ध्यान देते हैं। लजरूस हमको सिखाता है कि प्रत्येक व्यक्ति ईश्वर का दान है। जब हम दूसरे लोगों का महत्व समझते है तब उनसे सही संबंध स्थापित होता है। अमीर के द्वार पर पड़ा हुआ वह गरीब व्यक्ति तंग करने वाला नहीं, पर मन परिवर्तन एवं बदलाव का संदेश है। वह दृष्टांत सबसे पहले हम से मांगता है कि हम अपने हृदय का द्वार दूसरों के लिए खोल दें क्योंकि हर व्यक्ति दान है चाहे वह हमारा पड़ोसी हो या कंगाल। चालीसा उपयुक्त समय है कि हम सब जरूरतमंद लोगों के लिए अपना द्वार खोलें और उनमें ख्रीस्त का चेहरा पहचानें। रोज-रोज इस प्रकार के लोगों से हमारी भेंट होती है। हर जीवन, जो हमारे रास्ते में आता है, एक दान है जिसे हम आदर तथा प्यार से स्वीकार करें। ईश्वर का वचन हमारी सहायता करता है कि हम अपनी आंखें खोलें और जीवन को स्वीकारें और प्यार करें, विशेषकर जब यह जीवन कमजोर और असुरक्षित है। इसको करने के लिए हमें अमीर के विषय में सुसमाचार का कथन गंभीरता से समझना चाहिए।

पाम हमें अंधा बनाता हैः
यह दृष्टांत अमीर व्यक्ति के जीवन में विरोधाभाष स्पष्ट रूप से प्रकट करता है। कंगाल का नाम लाजरूस है पर अमीर व्यक्ति का नाम नहीं है। वह केवल एक व्यक्ति के रूप में दिखाया जा रहा है। उसका पहनावा बताता है कि धनी व्यक्ति है और उसका बैंगनी कपड़ा सोना -चांदी से भी मूल्यवान है। उसके सफेद मलमल का कपड़ा शुद्धता दिखाता है। इस तरह वह अपनी पहचान देवता या राजा के रूप में प्रकट करता है। वह अपने धन का प्रदर्शन करते हुए रोज-रोज मौत मस्ती करता है और इस तरह से उसमें पाप की भ्रष्टता स्पष्ट रूप से झलकने लगती है। यह भ्रष्टता तीन कदमों में आगे बढ़ती हैः धन का प्रेम, मिथ्याभिमान और घमंड। स्ंात पौलुस हम बताते हैं कि पैसे का मोह सभी बुराइयों की जड़ है। ( 1 तिमथीः10) यह भ्रष्टाचार का मूल कारण है और ईष्या-झगड़े तथा शक का स्त्रोत है। पैसा जब हमारा मालिक बनता है तो वह हमें निरंकुश बना देता है। पैसा का प्रलोभन हमारे अच्छे कार्यों को करने में बाधा पहुंचाती है। वह हमें स्वार्थी एवं लोभी बना देता है जिससे हमारे जीवन में प्यार एवं शांति का स्थान खत्म हो जाता है। दृष्टांत तब हमें बताता है कि अमीर का लालच उसमें मिथ्याभिमान पैदा करता है और उसका स्वभाव दिखावा प्रकट करता है। वह दूसरों को बताता है कि वह क्या कर सकता है। लेकिन बाहरी प्रकटीकरण भीतरी खालीपन छिपाता हैं। उसका जीवन बाहरी प्रकटीकरण से उसके जीवन के खालीपन और क्षणभंगुर पहलुओं को जकड़े हुए है। घमंड मान- सम्मान प्रवृति को समाप्त करता है। अमीर व्यक्ति राजा के समान कपड़ा पहनता है और देवता के समान व्यवहार करता है। वह भूल जाता है कि वह मरणशील है। जो धन के प्रेम से भ्रष्ट हो गये है उनके लिए अहम को छोड़ और कोई दिखाई नहीं देता है। पैसे की आशक्ति का नतीजा एक प्रकार का अंधापन है। वह कंगाल जो भूखा, पीड़ित और असहाय उसके द्वार पर पड़ा हुआ है अमीर उसे नहीं देख पाता है। अमीर व्यक्ति के चरित्र को देखकर हम समझ सकते हैं कि क्यों सुसमाचार इतना स्पष्ट शब्दों में पैसे का प्रेम दोषपूर्ण बताता है। ‘कोई भी दो स्वामियों की सेवा नहीं’ कर सकता है। वह या तो एक से बैर और दूसरे प्रेम करेगा या एक का आदर और दूसरे का तिरस्कार करेगा। तुम ईश्वर और धन-दोनों की सेवा नहीं कर सकते। (मत्तिः6ः24)

ईश-वचन दान हैः
अमीर लाजरूस का सुसमाचार पास्का पर्व के लिए अच्छी तैयारी है। राख बुध की पूजन पद्धति हमे एक मौका देती है कि हम वही अनुभव करें जिसे अमीर ने यंत्राणाएं सहते हुए किया। हम हमारे सिर पर राख लगाते समय पुरोहित कहता है कि ‘याद रखो कि तुम मिट्टी हो और मिट्टी में मिल जाओंगे।’ अमीर और कंगाल दोनों मर जाते हैं। दृष्टांत का मुख्य भाग मृत्यु के बाद के पहलुओं पर प्रकाश डालता है। दोनो ने समझा कि हम इस संसार में कुछ भी नहीं लाये हैं और ना ही हम इस संसार से कुछ लेकर जाएंगे। (1 तिमथि 6ः7) इस दृष्टांत में हम यह भी देखते हैं कि इस जीवन के बाद क्या होता है। वहां अमीर इब्राहीम से, जिसे वह पिता कहता है, बातें करता है मानो जैसे वह ईश्वर की प्रजा है। यह बात उसके जीवन के चरित्र से बिलकुल विपरित ह। वास्तव में उसके जीवन में ईश्वर का कोई स्थान नहीं था। वह अपने जीवन का एकमात्र ईश्वर स्वयं था। इस संसार के जीवन के बाद यातनाओं में वह लाजरूस को पहचानता है। वह चाहता है कि कंगाल एक बुंद पानी से उसका कष्ट कम करे। जो वह लाजरूस से मांग रहा है वही उसे करना था पर वह कभी नहीं किया। इब्राहीम उसको बताते है ‘ याद करो कि तुम्हे यंत्रणा।’ इस जीवन के बाद एक प्रकार की न्यायसंगति आती है जो जीवन की विपत्तियों को अच्छाई से संतुलित की आती है। यह दृष्टांत सब ईसाइयों के लिए एक संदेश देता है अमीर इब्राहीम से निवेदन करता है कि वह लाजरूस को उसके भाइयों के पास भेजें कि वह उनको चेतावनी दें। इब्राहीम उत्तर देता हैः‘ उनके पास मूसार और नबियों की पुस्तकें हैं, वे उनकी सुनें।’ अमीर कहता है कि वे नहीं सुनते। तब इब्राहीम कहता है, ‘ जब वे मूसरा और नबियों की नहीं सुनते, तब कोई मृतकों में से जी उठें, तब भी वे नहीं सुनेंगे।’ अमीर की वास्तविक समसया अब स्पष्ट होती है। उसकी सब कठिनाइयों का जड़ था कि वह ईश्वर का वचन नहीं सुनता था। इसका नतीजा हुआ कि वह ईश्वर को प्यार करना भूल गया है ओर अपने पड़ोसी का तिरस्कार करने लगा। ईश्वर का वचन जीवित और शक्तिशाली ह। वह हृदय को बदल सकता है और उनको ईश्वर के पास वापस ला सकता है। जब हम ईश वचन के लिए अपने हृदय बंद करते हैं तो उसका नतीजा यह होता है कि हम अपने भाई-बहनों के लिए जो हमारे लिए दान है, बंद कर देते हैं। चलीसा एक उपयुक्त अवधि है जब हम पुनः ख्रीस्त से मिलते हैं जो अपने वचन में , संस्कारों में और हमारे पड़ोसियों में जीते हैं। प्रभु जिसने मरूभूमि में चालीस दिनों तक शैतान के छल-कपट पर विजय पायी, हम को रास्ता दिखाते हैं। परिवर्तन की सच्ची यात्रा में,पवित्र आत्मा हमारा मार्गदर्शक हो ताकि हम ईश्वर के वचन का दान फिर पहचानें, अंधा बनानेवाले पाप से शुद्ध हो जाएं और आवश्यकता में पड़े हुए अपने भाई-बहनों की सेवा कर सके। दुनिया के विभिन्न स्थानों पर कलीसिया के संस्थाओं द्वारा नवीनीकरण का आयोजना होता है। सब विश्वासियों को प्रोत्साहित करता हूं कि उन अभियानों में भाग लेकर अपनी आध्यात्मिक नवीनीकरण करें और मानव परिवार में मेल-मिलाप की संस्कृति का समर्थन करें। हम एक दूसरे के लिए प्रार्थना करें ताकि ख्रीस्त के विजय में सहभागी होकर हम अपने दरवाजों को कमजोरों और गरीबों के लिए खोलें। तब हम पूरी तरह पास्का पर्व के आनंद का अनुभव कर सकेंगे और उसमें भाग ले सकेंगे।

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 05 मार्च

$
0
0
मुख्यमंत्री जी ने अपने जन्म दिन पर, श्री बाढ़ वाले गणेश मंदिर  में पहुंचकर सपत्नी पूजा अर्चना की।

vidisha-news
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान सपत्नी पांच मार्च रविवार को अल्पप्रवास पर विदिशा आए। उन्होंने यहा बेतवा नदी के किनारे स्थित श्री बाढ़ वाले गणेश मंदिर में पहुंचकर पूजा अर्चना की। मंदिर परिसर में जारी सुन्दरकांड में भाग लेकर उन्होंने दोहा चैपाईयों का गान किया। 

हवन
मुख्यमंत्री श्री चैहान ने सपत्नीक श्री बाढ वाले गणेश मंदिर में चल रहे हवन यज्ञ में शामिल होकर पूर्णाहूतियां दी। 


शुभकामनाएँ
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान को उनके जन्म दिन पर आज अनेक जनप्रतिनिधियों, गणमान्य नागरिकों ने शुभकामनाएँ दी। इस अवसर पर प्रभारी मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह, लोक निर्माण विभाग मंत्री श्री रामपाल सिंह राजपूत, उद्यानिकी मंत्री श्री सूर्यप्रकाश मीणा, सागर सांसद श्री लक्ष्मीनारायण यादव, विदिशा विधायक श्री कल्याण सिंह ठाकुर, विदिशा नगरपालिका अध्यक्ष श्री मुकेश टण्डन, कुरवाई विधायक श्री वीर सिंह पवार, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री तोरण सिंह दांगी, काॅ-आपरेटिव बैंक के अध्यक्ष श्री श्यामसुन्दर शर्मा समेत अन्य जनप्रतिनिधियों के अलावा कलेक्टर श्री अनिल सुचारी, उच्च शिक्षा विभाग के आयुक्त श्री एमबी ओझा के अलावा अपर कलेक्टर श्री एचपी वर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री संजीव सिन्हा समेत अन्य अधिकारी, कर्मचारियों तथा गणमान्य नागरिकांे ने जन्म दिन की शुभकामनाएं देते हुए गुलदस्तें भेंट किए।

भण्डारा
श्री बाढ़ वाले गणेश मंदिर में मुख्यमंत्री जी के जन्म दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित भण्डारे मंे अनेक जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिकों के साथ-साथ अन्य सभी ने भोजन प्रसादी ग्रहण की। मुख्यमंत्री श्री चैहान ने स्वंय कन्याओं को भोजन प्रसादी वितरित की। 

मीडिया संवाद कार्यशाला आज

जनसम्पर्क संचालनालय के द्वारा जारी दिशा निर्देशों के अनुपालन में विदिशा जिला मुख्यालय पर जिला स्तरीय एक दिवसीय मीडिया संवाद कार्यक्रम (कार्यशाला) का आयोजन छह मार्च सोमवार को किया गया है। कार्यशाला जालोरी गार्डन में दोपहर 12.15 बजे से प्रारंभ होगी। कार्यशाला को भोपाल के वरिष्ठ पत्रकार श्री शिव अनुराग पटेरिया और श्री महेश दीक्षित भी सम्बोधित करेंगे। कार्यशाला के उपरंात सहभोज का भी आयोजन किया गया है। जिला मुख्यालय के सभी मीडिया बंधुओं से आग्रह किया गया है कि कार्यशाला में उपस्थित होने का कष्ट करंे।

शंाति समिति की बैठक आज

आगामी त्यौहारोें के परिपेक्ष्य में शांति समिति की बैठक छह मार्च सोमवार को आयोजित की गई है। कलेक्टर श्री अनिल सुचारी की अध्यक्षता में उक्त बैठक कलेक्टेªट के सभाकक्ष में अपरान्ह पांच बजे से शुरू होगी। 

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर 05 मार्च

$
0
0
भाजपा नगर मंडल ने मुख्यमंत्री का जन्म दिवस सेवा प्रकल्प दिवस के रूप में सदगुरू गौषाला में मनाया ।
  • संगठन की एकता के लिये दिया गया जोर

jhabua news
झाबुआ । प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चैहान का 58 वां जन्म दिवस भाजपा नगर मंडल द्वारा सेवा प्रकल्प दिवस के रूप  में मनाया गया । स्थानीय सदगुरू गौशाला में विधायक शांतिलाल बिलवाल , जिला भाजपाध्यक्ष दौलत भावसार, प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य शैलेष दुबे, जिला भाजपाध्यक्ष दौलत भावसार, नगरपालिका अध्यक्ष धनसिंह बारिया, प्रदेश अजजा मोर्चे के पदेश महामंत्री कल्याणसिंह डामोर,नगर मंडल अध्यक्ष बबलु सकलेचा, अल्प संख्यक मोर्चा जिहलाध्यक्ष इरशाद कुर्रेशी, गोपोलसिंह पंवार, ओपी राय, दिलीप कुश्वाह, पार्षद जमुना वाखला, नंदलाल रेड्डी, श्रीमती बंसती बारिया, श्रीमती सावित्री मेडा,, कीर्ति भावसार ,भूपेश सिंगोड सहित बडी संख्या में जिला संगठन एवं नगर मंडल के पदाधिकारी एवं कार्यकर्तागण उपस्थित थे । इस अवसर पर प्रदश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चैहान के 58 जन्म दिवस पर उनके दीघायु होने की शुभकामनायें देते हुए जिला भाजपाध्यक्ष दौलत भावसार ने  गौशाला मे गोमाता की सेवा कार्य के इस प्रकल्प को अनुठा एवं अनुकरणीय बताते हुए सभी भाजपा कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों को मनोमालिन्य भुला कर एकजूट होकर संगठन को मजबुतीप्रदान करने में अपनी सक्रिय भूमिका निभावे । आगामी नगरपालिका चुनाव को लेकर हमे नगरपालिका द्वारा किये गये अनुकरणीय कार्यो को जनता के बीच ले जाकर भाजपा को फिर से नगरीय निकाय मे भाजपा को विजयश्री दिलाना है। उन्होने नगरपालिका अध्यक्ष धनसिंह बारिया की प्रसंशा करते हुए कहा कि कांग्रेस के सांसद कांतिलाल भूरिया को सार्वजनिक रूप  से पलटवार के माध्यम से अपनी दबंगता का जो परिचय दिया उसके लिये वे प्रसंशा के पात्र है ।भाजपा के हर कार्यकर्ता को धनसिंह बारिया की तरह कांग्रेसियों को मुहतोड जवाब देना चाहिये । कैसेेी है यह जगजाहिर हो गई है  । श्री बिलवाल ने कहा कि कांग्रेसी शासनकाल में जिला मुख्यालय पर आयोजित हिन्दू संगम के अवसर पर कांग्रेसियों ने टापरो टापरों में बांटे गये हनुमानजी के चित्रों तक को निकलवा दिया था ।आज कांग्रेस को नर्मदा माता याद आरही है ।श्री बिलवाल ने मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चैहान के जन्म दिवस की बधाईया देते हुए कहा कि प्रदेश की साढे सात करोड जनता का वे प्रतिनिधित्व करते है औरे हर वर्ग के उत्थान के लिये सेवा भावना से काम करके  विश्वस्तरीय स्थान बनाया है । श्री बिलवाल ने उनके जन्म दिन की शुभकामनायें देते हुए मध्यप्रदेश में आगामी समय में भी लगातार उनका नेतृत्व प्रदेश को प्राप्त होते रहने की कामना की । प्रदेश भाजपा कार्यसमिति के सदस्य शैलेष दुबे ने भी संबोधित करते हुए कहा कि जहां बस्ती में, अस्पतालों में, जरूरतमंदों, को सेवा करने का भाव जागृत हो वही सेवा प्रकल्प होता है और मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चैहान का जन्म दिवस आज गौमाता के बीच सदगुरू गौशाला में नगर मंडल की ओर से आयोजित किये जाने पर बधाई देते हुए मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चैहान को कोटिश शुभकामनाये एवं उनके नेतृत्व में बरसो बरस तक प्रदेश उन्नति के शिखर पर उत्तरोत्तर बढता रहें । मुख्यमंत्री के जन्म दिवस के अवसर पर भाजपा नगर मंडल की ओर गायो को हरी घासे एवं चारा खिलाया गया तथा गौशाला परिसर में विधायक शांतिलाल बिलवाल, शैलष दुबे, नपा अध्यक्ष धनसिंह बारिया, एवं भाजपा जिलाध्यक्ष दौलत भावसार द्वारा वृक्षारोपण किया गया । इसके बाद नगरमंडल एवं जिला  भाजपा के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने रंगपुरा स्थित विकलांग पुनर्वास केन्द्र के बच्चों को नवीन वस्त्रों  एवं पढाई के लिये चार्ट का वितरण किया ।कार्यक्रम का संचालन कीर्ति भावसार ने किया तथा आभार विनोद मेडा ने माना


वार्ड 16 में 50 लाख की लागत से 13 रोंड निर्माण का किया भूमि पूजन

jhabua news
झाबुआ ।नगरपालिका झाबुआ द्वारा मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चैहान के जन्म दिवस पर  समुचे वार्ड क्रमांक 16 में एक साथ 13 सीसी रोडों के निर्माण के कार्य का शुभारंभ किया जाना एक सुखद संयोग है । प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चैहान का लक्ष्य पूरे प्रदेश का विकास करना है, उसी तरह नगर के विकास के लिये नगरपालिका अध्यक्ष धनसिंह बारिया एवं पार्षदगणों के सहयोग के चलते नगर द्रुत गति से विकास कीक ओर बढ रहा है । उक्त बात विधायक शांतिलाल बिलवाल ने नगर के वार्ड क्रमांक 16 में एक साथ 50 लाख की लागत से बनने  वाले 13 सीसी रोडों के निर्माण कार्य का भूमिपूजन के अवसर पर गेती चला कर कार्य के  शुभारंभ करते हुए कहीं । नगरपालिका अध्यक्ष धनसिंह बारिया ने  स्वागत भाषण देते हुए बताया कि नगरपालिका बिना किसी भेदभाव के हर वार्ड के विकास के लिये पूरी परिषद के सहयोग से नगर विकास के प्रकल्प को पूरा करने में अपनी महती भूमिका निभारही है । उन्होने स्वागत भाषण देते हुए बताया कि बरसों से इस वार्ड की मांग साकार हो रही है और आगामी दिनों में भी नगरपालिका नगर के विकास के लिये सौगाते देगी । उन्होने नगरपालिका द्वारा अभी तक किये गये करोडो विकास कार्य, उत्कृष्ठ सडक निर्माण, पेयजल योजना के साकार करने मे मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चैहान द्वारा दिये गये सहयोग के लिये धन्यवाद ज्ञापित किया । प्रदेश  भाजपा कार्य समिति के सदस्य शैलेष दुबे ने भी  नगरपालिका के द्वारा किये जारहे नगर विकास के कार्यो का जिक्र करते हुए झाबुआ नगर को आदर्श नगर बनाने की दिशा मे किये जारहे कार्यो का जिक्र किया । इस अवसर पर जिला भाजपाध्यक्ष दौलत भावसार ने भी नगरपालिका अध्यक्ष़्ा धनसिंह बारिया  की प्रसंशा करते हुए टीम वर्क के साथ नगर विकास में निभाई जारही उनकी भूमिका का जिक्र किया । वार्ड 16 में  50 लाख की लागत के 13 सीसी रोड निर्माण कार्यो के शुभारंभ के अवसर पर विधायक श्री बिलवाल, श्री शैलेष दुबे, नपा अध्यक्ष धनसिंह बारिया, जिला भाजपाध्यक्ष श्री भावसार के अलावा दिलीप कुश्वाह, कल्याणसिंह डामोर, वार्ड पार्षद अविनाश डोडियार, जमुना वाखला, गोपोलसिंह पंवार, भूपेश सिंगोड, बसंती बारिया, सावित्री मेडा, मनोहर भंडारी, मुकेश अजनार,सहित बडी संख्या में पार्षदगण,पार्टी पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं ने स्वर्गीय दिलीपसिंह भूरिया की प्रतिमा पर माल्र्यापण कर उन्हे नमन किया ।

सांसद भूरिया के नेतृत्‍व में निकाली गई नर्मदा शुद्धिकरण यात्रा में हजारों की संख्‍या में श्रद्धालुओं के शामिल होने पर एवं कार्यक्रम को सफल बनाने पर जिला कांग्रेस ने आभार व्‍यक्‍त किया

झाबुआ। शनिवार को झाबुआ निकट स्थित प्रसिद्ध तीर्थस्‍थल देवझिरी स्थित भूतभावन महादेव मंदिर परिसर से ककराना तक कांग्रेस एवं आमजनों द्वारा निकाली जाने वाली नर्मदा शुद्धीकरण यात्रा के सफल क्रियान्‍वयन पर एवं यात्रा में शामिल हजारों की संख्‍या में श्रद्धालु एवं आमजनों द्वारा शामिल होकर कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए जिला कांग्रेस ने शामिल हुए लोगों के प्रति आभार व्‍यक्‍त किया है। जिला कांग्रेस अध्‍यक्ष निर्मल मेहता, कार्यवाहक अध्‍यक्ष सुश्री कलावती भूरिया, अलीराजपुर जिला कांग्रेस अध्‍यक्ष सरदारसिहं पटेल, कार्यवाहक अध्‍यक्ष महेश पटेल, विधानसभा युवक कांग्रेस अध्‍यक्ष मुकेश पटेल, लोकसभा युवक कांग्रेस अध्‍यक्ष आशीष भूरिया, जिला प्रवक्‍ता हर्ष भट्टएवं झाबुआ अलीराजपुर जिले के समस्‍त कांग्रेस पदाधिकारियों ने इस यात्रा को प्रत्‍यक्ष एवं अप्रत्‍यक्ष रूप से सफल बनाने में नर्मदा श्रद्धालुओं, साधु-संतो का जो आशिर्वाद इस यात्रा को मिला है उनके प्रति भी जिला कांग्रेस क्रतज्ञ है। वहीं इस यात्रा को सुचारू रूप से कवर करने के लिए समस्‍त इलेक्‍ट्रानिक एवं प्रिंट मीडिया के प्रति भी आभार व्‍यक्‍त किया है। साथ ही प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन द्वारा यात्रा में व्‍यवसथा बनाए रखने के लिए भी आभार व्‍यक्‍त किया है।

देवझिरी मंदिर से मेन रोड़ तक खरंजा रोड निर्माण का सांसद भूरिया ने किया भूमि पूजन

झाबुआ । सांसद कांतिलाल भूरिया ने शनिवार 4 मार्च को प्रातरू 8 बजे देवझिरी ग्राम में स्थित प्रसिद्ध तीर्थस्‍थल भूतभावन महादेव मंदिर परिसर से मेन रोड तक खरंजा रोड़ का निर्माण कराए जाने हेतु भूमि पूजन किया। सरपंच भूरजी अमलियार एवं स्‍थानीय निवासियों ने सांसद श्री भूरिया का आत्‍मीय स्‍वागत किया तथा विधी विधान से भूमि पूजन किया गया। श्री भूरिया ने इस अवसर पर कहा कि इस खरंजे निर्माण से इस क्षेत्र में आवागमन की सुविधा ओर भी अधिक सुलभ हो जाएगी तथा बारिश के समय में होने वाली गंदगी से छुटकार मिलेगा। सरपंच एवं मंदिर पुजारी माताराम द्वारा मुझे इस रोड के निर्माण के लिए आवेदन दिया गया था। मुझे खुशी है कि इस निर्माण से मंदिर तक पहुंचना और सुलभ हो जाएगा तथा लोगों को श्रद्धा से महादेव के दर्शन को आ सकेंगे। श्री भूरिया ने भाजपा के मुख्‍यमंत्री पर कटाक्ष करते हुए कहा कि मुख्‍यमंत्री ने भी यहां रोड निर्माण किए जाने की घोषणा की थी किंतु अभी तक इस संबंध में कोई भी कार्यवाही नहीं की गई। सरपंच भूरजी अमलीयार एवं मंदिर पूजारी माताराम ने कहा कि सांसद कांतिलाल भूरिया ने अपनी सांसद निधि से घाट एवं शेड निर्माण के लिए राशि स्‍वीकृत की थी जो पूरी होकर आम लोगों को सुविधा पहुंचा रही है। इस अवसर पर महिला कांग्रेस नेत्री श्रीमती कल्‍पना भूरिया , जिला कांग्रेस अध्‍यक्ष निर्मल मेहता, जिला पंचायत एवं कांग्रेस कार्यवाहक अध्‍यक्ष सुश्री कलावती भूरिया, युवा नेता डॉ. विक्रांत भूरिया, उपाध्‍यक्ष प्रकाश रांका, जिला पंचायत सदस्‍य रूप सिंह डामोर, जिला कांग्रेस प्रवक्‍ता हर्ष भट्ट, आचार्य नामदेव, जिला महामंत्री जितेन्‍द्र प्रसाद अग्निहोत्री, सेवादल संगठक राजेश भट्ट, कांग्रेस नेता सलेल पठान, नाथुभाई ठेकेदार, शंकर सिंह भूरिया, सहित बडी संखया में सरपंच, पंच, तडवी एवं देवझिरी के गणमान्‍य नागरिक उपस्थित थे।

नर्मदा शुद्धिकरण यात्रा का सफल आयोजन

jhabua news
झाबुआ। सांसद भूरिया के नेतृत्‍व में आज देवझिरी से ककराना तक नर्मदा शुद्धीकरण यात्रा प्रारंभ हुई। शनिवार प्रातरू 7.30 बजे झाबुआ समिप‍स्‍थ स्थित प्रसिद्ध तीर्थस्‍थल देवझिरी के भूतभावन महादेव मंदिर परिसर में बडी संख्‍या में नर्मदा शुद्धिकरण यात्रा मे शामिल होने के लिए सैकड़ो की संख्‍या में लोग इकट्ठे हुए। सर्वप्रथम सांसद कांतिलाल भूरिया, श्रीमती कल्‍पना भूरिया, यूवा नेता डॉ.विक्रांत भूरिया, सुश्री कलावती भूरिया द्वारा विधि विधान एवं मंत्रोचार द्वारा भगवान महादेव  की पूजा अर्चना की गई तथा उनका दुध एवं जल से अभिषेक किया गया। तथा परिसर में बहने वाली मॉ नर्मदा की अविरल धारा का जल कलश में भरकार पूजन किया गया तथा महाआरती कर देवझिरी से ककराना के लिए रवाना हुए। वहां से यह यात्रा प्रातरू 8.30 बजे राजगढ नाके पर पहुंची जहां पर कांग्रेसजनों एवं श्रद्धालुओं ने नर्मदा मैया के कलश यात्रा पर फुल बरसाए तथा अपन-अपनी ओर से रथ में स्थि‍त कोठी में नर्मदा शुद्धिकरण के लिए दुध डाला। इस अवसर पर जिला कांग्रेस के पदाधिकारी निर्मल मेहता, प्रकाश रांका, वालसिंह मेडा, वीरसिंह भूरिया, गौरव सक्‍सेना, आशीष भूरिया, राजेश भट्ट, जितेन्‍द्रप्रसाद अग्निहोत्री, गेंदाल डामोर, रूपसिंह डामोर, विरेन्‍द्र मोदी, विजय भाबोर, अविनाश डोडियार, वरूण मकवाना, धुमा डामोर, राशिद खॉन, गोपाल शर्मा, विनय भाबोर, नाथुभाई ठेकेदार, कालम शेख, विशाल राठौर, मुकेश बैरागी, प्रशांत बामनिया, बबलु कटारा, ऋषी डोडियार, मालु डोडियार, मुकेश शर्मा आदि उपस्थित थे। इसी तरह कांग्रेस की नर्मदा शुद्धिकरण यात्रा का शिवगंगा चैराहे पर एनएसयूआई कार्यकर्ताओं द्वारा स्‍वागत किया गया। इसी तरह ढेकल, राणापुर, कानाकाकड फाटक, उदयगढ, जोबट, आंबुआ, अलीराजपुर, वालपुर, सोंडवा, कुलवट, होती हुई ककराना रथ्‍ यात्रा पहुंची। जगह-जगह पर यात्रा का श्रद्धालुओं का स्‍वागत किया गया तथा कांरवा जुडता चला गया व ककराना पहुंचने पर स्थिति हजारों की संख्‍या में पहुंच गई जहां पर मॉ नर्मदा की पूरी विधि-विधान से पंडितों एवं साधुसंतो के सानिध्‍य में मंत्रोंचार के साथ पूजा अर्चना की गई। तथा सवा पांच क्विंटल दुध से मॉ नर्मदा का अभिषेक किया गया। इस दौरान बडी संख्‍या में महिलाओं द्वारा भी कलश धारण कर मॉ नर्मदा के तट पर पहुंची व दुध से अभिशेक किया। इसी दौरान सभा का आयोजन किया गया। जिसमें सांसद भूरिया सहित झाबुआ, अलीराजपुर व अन्‍य जिलों के पदाधिकारीयों द्वारा संबोधित किया गया।

पिटोल में प्रदेश मुखिया का जन्मदिन सेवा संकल्प दिवस के रुप में ...

jhabua news
पिटोल । प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह के जन्मदिन को कार्यकर्ताओं ने सेवा व संकल्प दिवस के रुप में मनाया । इस अवसर पर ग्रामीण मण्डल द्वारा पिटोल उप स्वास्थ केन्द्र मंे भर्ती व इलाज करवाने आऐ मरीजों को फल वितरीत किये।  मरीजों को फल वितरण के अवसर पर मण्डल अध्यक्ष हरु भुरिया, मण्डी अध्यक्ष बहादूर हटीला, महेन्द्रसिंह ठाकुर, उपसरपंच दिनेश मेवाड, बलवंत मेडा, मकनसिंह गुण्डिया, जगदीश बडदवाल, सरपंच जोगडा भाई, तानसिंग वसुनिया, मेजिया कटारा, प्रतीकशाह, नरपत भाबोर, सामजी भाई सहित कार्यकर्ता उपस्थित थे।

हत्या का अपराध पंजीबद्ध

झाबुआ । रमेश पिता शंकर निनामा नि. बखतपुरा को संदेही कमलेश पिता संकरू डामर नि. बखतपुरा ने पैसे की लेन देन की बात को लेकर मारपीट कर हत्या कर दी व साक्ष्य छुपाने की नियत से लाश को कुएं में फैक दी, मर्ग क्रं. 08/17 मर्ग जांच से कायमी की गयी। प्रकरण में थाना रायपुरिया में अपराध क्रं. 81/17 धारा 302,201 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

बलात्कार के दो अपराध पंजीबद्ध

झाबुआ । आरोपी बद्रीलाल पिता पुंजा गरवाल नि. बेंगनबर्डी न फरि. के साथ ईच्छा के विरूद्ध कई बार खोटा काम किया, बहला‘फुसलाकर भगाकर ले गया। प्रकरण में थाना पेटलावद मे अपराध क्रं.117/17, धारा 363,366,376(2)एन,506 भादवि का प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।  आरोपी सम्पल उर्फ सुरमल पिता धुमा भाभोर नि. टोडी पिटोल ने फरि. के साथ शादी का झासा देकर जबरन कई बार इच्छा के विरूद्ध खोटा काम किया। प्रकरण में थाना कल्याणपुरा मे अपराध क्रं. 66/17, धारा 376बी एन, 506 भादवि व 5/6 लै.अप बा.संर.अधि. का प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

अपहरण का अपराध पंजीबद्ध
     
झाबुआ । फरि. हकरिया पिता पांगला उम्र 50 वर्ष नि. छोटा गोसलिया का लड़का मंागीलाल की शादी, आरोपी मेहताब की लड़की से हुई थी जिसमें दहेज में 65,000 रू. बाकी थे रूपये की मंाग कर आरोपी ने फरि. के लड.के मांगीलाल को जबरन बस से उतार कर ले गये। प्रकरण थाना कोतवाली मे अपराध क्रं. 143/17, धारा 365 भादवि का प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

लूट का अपराध पंजीबद्ध
     
झाबुआ । फरि. कमलेश उर्फ पप्पु पिता सोहनलाल जी कटारिया, उम्र 38 वर्ष, नि. उमरकोट के साथ मो.सा. से साप्ताहिक हाट होने से कालीदेवी बाजार कपास खरीदने जा रहे थे, गुलरपाडा खजुरखेा के बीच पुलिया के पास रोड़ के दाहिने तरफ बैठे अज्ञात 03 से 04 बदमाशों ने अचानक लट्ठ से फरि. पर हमला कर दिया, जिससे मो.सा. सहीत तीनेां गिर गये बाद आरोपीयो ने मारपीट कर दीपक की जेब में रखे नगदी 50,000 रू. व नोकिया कंपनी का मोबाईल जिसमें सिम लगी व फरि. के बैग मे रखे 3700 रू. व स्पाइश कंपनी का मोबाईल लुटपाट कर भाग गये। प्रकरण थाना कालीदेवी मे अपराध क्रं. 33/17, धारा 394 भादवि का प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

मर्ग की दो कायमी 

झाबुआ । थावरीबाई पति दरिया आमलीयार नि. काकरादरा की मृत्यु पर थाना रानापुर में मर्ग क्रं. 06/17 धारा 174 जाफौ में कायमी की गयी, मडिया पिता बदरिया बारिया नि. हत्यादेहली की मृत्यु पर थाना थादंला में मर्ग क्रं. 25/17 धारा 174 जाफौ में कायमी की गयी।   

जुए के दो अपराध पंजीबद्ध   

झाबुआ । आरोपी गोंविद पिता पल्लुजी नि. कल्याणपुरा को अवैध रूप् से हारजीत का सटटा अंक लिखते कब्जे से सटटा सामग्री व नगदी 1080/-रू. जप्त कर गिर. किया गया। प्रकरण में थाना कल्याणपुरा में अपराध क्रं. 65/17 धारा 4-क, जुआ एक्ट का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया।  आरोपी संजु पिता पुखराज व अन्य-2 नि.गण पेटलावद को अवैध रूप से हारजीत का जुआ खेलते कब्जे से तास के पत्ते व नगदी 10,650/-रू जप्त कर गिर. किया गया। प्रकरण में थाना पेटलावद में अपराध क्रं. 118/17 धारा  13-ए जुआ एक्ट का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया। 

अवैध शराब के पांच प्रकरण मे लाखो की शराब जब्त 
   
झाबुआ ।  अज्ञात आरोपी तुफान वाहन क्रं. एमपी-09 बीएम-1535 में अवैध रूप् से परिवहन करते कब्जे से  11 पेटी इम्पीरियल ब्लू, 11 पेटी मैकडावल नंबर वन अंग्रेजी किमती 1,37,280/-रू. व तुफान सहित जप्त किया गया, आरोपी वाहन छोडकर भाग गया। प्रकरण में थाना रानापुर में अपराध क्रं. 72/17, धारा 34-2,36,46 आबकारी एक्ट का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।  आरोपी विरेन्द्र के कब्जे से 1600/-रू0 की, आरेापी बब्बु के कब्जे से 1000/-रू. की , आरोपी सजन के कब्जे से 150/-रू. की, आरोपी सुरेश के कब्जे से 4820/-रू. की, शराब जप्त कर गिर. किया गया। प्रकरण में थाना कोतवाली में अपराध क्रं.141,142,144,147/17 धारा 34-ए आबकारी एक्ट का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

नोटबंदी से पहले जेटली से मशविरा हुआ या नहीं, बता नहीं सकते

$
0
0
cant-not-disclose-demonetization-and-fm-involvement-ministry
नयी दिल्ली, 5 मार्च, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आठ नवंबर 2016 को नोटबंदी की घोषणा से पहले वित्त मंत्री अरूण जेटली से विचार-विमर्श किया था या नहीं, इस बारे में वित्त मंत्रालय ने जानकारी देने से मना कर दिया। इससे पहले प्रधानमंत्री कार्यालय और भारतीय रिजर्व बैंक ने भी इस तरह का दावा किया है कि नोटबंदी की घोषणा से पहले वित्त मंत्री और मुख्य आर्थिक सलाहकार से मशविरा करने की जानकारी देना सूचना के अधिकार कानून (आरटीआई) के तहत ‘सूचना’ के दायरे में नहीं आता है। सूचना का अधिकार कानून के तहत ‘सूचना’ से आशय ‘किसी भी रूप में उपलब्ध ऐसी जानकारी’ से है जो सार्वजनिक प्राधिकार के नियंत्रण में है। वित्त मंत्रालय से आरटीआई के जरिये इस संबंध में जानकारी मांगी थी जिसके जवाब में कहा गया है कि इस प्रश्न के संबंध में दस्तावेज हैं लेकिन इन्हें सूचना का अधिकार कानून के तहत सार्वजनिक नहीं किया जा सकता है। वित्त मंत्रालय ने आरटीआई कानून की धारा 8(1)(ए) के तहत इस संबंध में जानकारी देने से मना कर दिया। हालांकि, उसने यह बताने से मना कर दिया कि यह सूचना इस धारा के तहत किस तरह आती है।

महंगाई भत्ता बढ़ सकता है दो प्रतिशत, एक जनवरी से होगा लागू

$
0
0
2percent-da-increse
नयी दिल्ली, 5 मार्च, केंद्र सरकार इस महीने महंगाई भत्ते में दो प्रतिशत वृद्धि कर सकती है। महंगाई भत्ता दो प्रतिशत बढ़ाकर चार प्रतिशत किया जा सकता है। केन्द्र सरकार अपने 50 लाख कर्मचारियों तथा 58 लाख पेंशनभोगियांे के लिए एक जनवरी 2017 से महंगाई भत्ते में वृद्धि की घोषणा कर सकती है। महंगाई भत्ता और महंगाई राहत कर्मचारियों और पेंशनभोगियांे को उनकी आय पर मुद्रास्फीति के प्रभाव को कम करने के लिए दी जाती है। श्रमिक यूनियनें, हालांकि, इस प्रस्तावित वृद्धि से खुश नहीं हैं। उनका मानना है कि इससे मूल्यवृद्धि के वास्तविक असर की भरपाई करने में मदद नहीं मिलेगी। कन्फेडरेशन ऑफ संेट्रल गवर्नमेंट एंपलायीज के अध्यक्ष के. के. एन. कुट्टी ने कहा, ‘‘केंद्र सरकार के साथ सहमति वाले फार्मूला के तहत महंगाई भत्ते में दो प्रतिशत वृद्धि होगी। यह वृद्धि एक जनवरी, 2017 से प्रभावी होगी।’’ हालांकि, कुट्टी ने इस संभावित मामूली वृद्धि पर निराशा जताते हुए कहा कि महंगाई भत्ता बढ़ाने के मामले में औद्योगिक श्रमिकों के उपभोक्ता मूल्य सूचकांक को बेंचमार्क माना जाना वास्तविकता से दूर है। उन्होंने कहा कि जिंस कीमतों में कितनी बढ़ोतरी हुई है उसको लेकर श्रम ब्यूरो और कृषि मंत्रालय में मतभेद हैं। सहमति वाले फॉर्मूले के तहत कंेद्र महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी खुदरा मुद्रास्फीति के 12 माह के औसत के आधार पर करता है। सरकार दशमलव बिंदु के बाद के अंकों पर विचार नहीं करती है। एक जनवरी से 31 दिसंबर 2017 के दौरान औद्योगिक कर्मचारियों के उपभोक्ता मूलय सूचकांक के औसत के मुताबिक डीए में 4.95 प्रतिशत वृद्धि होनी चाहिये। सरकार ने पिछले साल अक्तूबर में पहले ही दो प्रतिशत डीए बढ़ा दिया है, जो कि एक जुलाई 2016 से लागू किया गया। अब इसमें दो प्रतिशत की वृद्धि और होगी।

चीन ने 2017 की जीडीपी वृद्धि का लक्ष्य 6.5 फीसदी तय किया

$
0
0
china-set-6-5-percent-gdp
बीजिंग, 5 मार्च , निया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था चीन ने 2017 के लिए सकल घरेलू उत्पाद वृद्धि का लक्ष्य आज करीब 6.5 फीसदी रखा। चीन ने पिछले वर्ष 6.5 से 7 फीसदी का लक्ष्य रखा था। चीन की शीर्ष विधायिका नेशनल पीपुल्स कांग्रेस:एनपीसी: के वाषिर्क सत्र के उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री ली क्विंग द्वारा पेश की गयी रिपोर्ट के अनुसार, ‘‘चीन वास्तविक आर्थिक कार्य में बेहतर परिणाम देगा।’’ रिपोर्ट में सकल घरेलू उत्पाद में वृद्धि का 6.5 फीसदी का लक्ष्य तय किया गया है।

‘एक्जिट पोल’ से मिलेगी शेयर बाजार को दिशा

$
0
0
exit-poll-will-up-shere-market
नयी दिल्ली, 5 मार्च, राज्यों के चुनावों के नतीजे आने वाले दिनों में शेयर बाजार को दिशा देंगे और उससे पहले मतदान समाप्त होने के बाद ‘एक्जिट पोल’ के नतीजे शेयर बाजार के कारोबार पर अपना असर डालेंगे। विशेषज्ञांे ने यह राय जताई है। शेयर बाजार सोमवार को फेडरल रिजर्व की प्रमुख जैनेट येलेन के भाषण के प्रति अपनी प्रतिक्रिया देगा जहां उन्होंने कहा कि यदि अर्थव्यवस्था मजबूती में बनी रहती है तो इस माह के उत्तरार्ध में ब्याज दर में वृद्धि की जा सकती है। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के निजी ग्राहक समूह :पीसीजी: के प्रमुख वी के शर्मा ने कहा कि 10 मार्च को जब शेयर बाजार का कारोबार खत्म होगा तब तक राज्यों के चुनावों के नतीजे ज्ञात नहीं होंगे और ये परिणाम शनिवार को ही आयेंगे इसलिए चुनाव नतीजांे का असर आगामी सप्ताहांे में ही दिखाई देगा। उन्होंने कहा कि बाजार इन नतीजों के बारे में 14 मार्च को ही अपनी प्रतिक्रिया देगा जब बाजार होली के बाद खुलेगा।


श्रम मंत्रालय ने शेयरों में निवेश 15 प्रतिशत तक करने के लिए सीबीटी की बैठक बुलाई

$
0
0
labour-ministry-call-meeting-to-increase-15-percent-cbt
नयी दिल्ली, 5 मार्च, श्रम मंत्रालय जल्द कर्मचारी भविष्य निधि संगठन :ईपीएफओ: के कोष का 15 प्रतिशत तक शेयरों में निवेश करने के लिए केंद्रीय न्यासी बोर्ड :सीबीटी: की बैठक बुलाएगा। फिलहाल यह सीमा 10 प्रतिशत की है। सीबीटी श्रम मंत्री की अगुवाई वाले ईपीएफओ के निर्णय लेने वाला शीर्ष निकाय है। कंेद्रीय श्रम मंत्री बंडारू दत्तात्रेय ने कहा, ‘‘अभी तक हमने 10 प्रतिशत का निवेश किया है। एक्सचेंज ट्रेडेड कोष :ईटीएफ: में हमने 17,000 करोड़ रपये डाले हैं। अब हम इसे बढ़ाकर 15 प्रतिशत करने जा रहे हैं। मैं सीबीटी से इस बारे में 10-12 दिन में बात करूंगा।’’ सीबीटी में कंेद्र सरकार की ओर से श्रम मंत्रालय, ईपीएफओ, राज्य सरकारांे के सदस्य के अलावा नियोक्ताओं और ट्रेड यूनियनांे के प्रतिनिधि शामिल होते हैं। दत्तात्रेय ने कहा कि पूंजी बाजार में निवेश से उंचा रिटर्न मिल रहा। वित्त वर्ष 2014-15 में श्रम और वित्त मंत्रालयांे में 5 से 15 प्रतिशत कोष चरणबद्ध तरीके से शेयर बाजारों में लगाने का फैसला किया था। ईपीएफओ अंशधारकांे को आठ प्रतिशत से अधिक रिटर्न देने को लेकर वित्त मंत्रालय के साथ मतभेदांे के बारे में पूछे जाने पर दत्तात्रेय ने कहा कि ईटीएफ निवेश से शानदार रिटर्न मिल रहा है। यही वजह है कि हम अंशधारकों को अधिक रिटर्न दे पा रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘वित्त मंत्रालय ने हमें ईटीएफ में निवेश बढ़ाने की सलाह दी है। हम सब कुछ वित्त मंत्रालय की सलाह से कर रहे हैं और इसके अच्छे नतीजे मिल रहे हैं।’’

मोदीमय हुआ ‘बाबा विश्वनाथ‘ की नगरी काशी, काशी की सड़कों का उमड़ा भगवाधारियों का शैलाब

$
0
0
modi-roadshow-varanasi
वाराणसी। भगवान भोलेनाथ के त्रिशूल पर टिकी काशी में रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा प्रत्याशियों के पक्ष में ‘रोडशो‘ किया। इस दौरान सड़कों पर भगवाधारियों का जनसैलाब उमड़ पड़ा। हर हाथ में भगवा लहर रहा था, तो जुबान पर हरहर महादेव के बीच ‘मोदी-मोदी‘। मोदी के गगनभेदी नारों के चलते पूरा शहर मोदीमय हो गया। उनकी एक झलक पाने के लिए सड़क हो या फिर घरों के छत सिर्फ और सिर्फ नरमुंड ही दिख रहे थे। जैसे ही उनके सामने मोदी का काफिला पहुंचा, लोगों का उत्साह सातवें आसमान पर था। लोगों को दोनों हाथों से मोदी पर फूल-मालाएं बरसाते देखे गए। मोदी भी उमड़ी भीड़ का अभिवादन करते दोनों हाथे हिलाकर करते रहे। तीन घंटे देर से पहुचे मोदी की एक झलक पाने के लिए लोग भूख-प्यास व धूप की परवाह किए बगैर सड़क पर डटे रहे। माना जा रहा है कि अगर यह भीड़ भाजपा के पक्ष में वोटिंग किया तो प्रत्याशियों की जीत लगभग तय है। 


बता दें, मोदी को दोपहर दो बजे पहुंचना था। लेकिन वह पांच बजे तीन हेलीकाप्टर से पुलिस लाइन पहुंचे। इसके बाद खुली कार में सवार होकर पांडेयपुर चैराहा पहुंचे। वहां हजारों की संख्या में मौजूद कार्यकर्ताओं ने मोदी का फूल मालाओं के साथ गर्मजोशी से स्वागत किया। इसके बाद काफिला पांडेयपुर चैराहा से हुकूलगंज रोड, चैका घाट होते हुए धीरे-धीरे आगे बढ़ता रहा। रास्ते में, छतों से फूलों की बारिश कर लोगों ने उनका जोरदार स्वागत किया। जगह-जगह पार्टी के छोटे-बड़े पदाधिकारियों की फौज मौजूद थी। युवा जोश हिलोरे लेता नजर आया। हुजूम के साथ-साथ पूरी सड़क झंडे से अटा पड़ा था। छतों-चबूतरों से लेकर खिड़की बालकनी तक ठसाठस और इसमें महिलाओं के भावों ने विभोर कर दिया। इस दौरान फूलों के साथ ही इत्र-गुलाल व गुलाब जल की वर्षा से पूरा वातावरण गमक उठा। वेद मंत्रोच्चार, शंखनाद व जोशीले नारों से इलाके गूंजते रहे। जनता के स्वागत से अभिभूत मोदी ने उसी अंदाज में आभार जताया। हाथ में आए फूल उनपर बिखेर दिए, हाथ हिलाए तो बुजुर्गो-महिलाओं को करबद्ध प्रणाम भी किया। बीच-बीच में समर्थकों से संवाद करते, सावधानी से चलने की ताकीद करते मोदी ने लोगों पर फूल की पंखुड़िया फेंकी। ऐसा लगा कि पीएम काशी की जनता के साथ किए गए वादों को याद किए हुए चल रहे थे। ‘मोदी-मोदी’ के कोलाहल के बीच तब तक सब कुछ मोदीमय हो चुका था। हाथों में पार्टी का झंडा और सिर पर केसरिया टोपी और सड़क के दोनों ओर लगे गुब्बारों से इलाका केसरिया समंदर में तब्दील हो चुका था। अत्यधिक भीड़ के चलते पीएम का वाहन रेंगता हुआ बढ़ा। 




(सुरेश गांधी)

उत्तर प्रदेश : रोड शो में उमड़ी भीड़ वोटिंग की तो प्रत्याशियों की बमबम

$
0
0
तीन घंटे देर से पहुचे मोदी की एक झलक पाने को बेताब एवं भूख-प्यास व धूप की परवाह किए बगैर जिस तरह सड़कों पर हुजूम डटा रहा, उससे कहा जा सकता है अगर यह भीड़ भाजपा के पक्ष में वोटिंग किया तो प्रत्याशियों की जीत लगभग तय है 

roadshow-and-vote-in-uttar-pradesh

वाराणसी। शहर में बीजेपी की जीत का झंडा गाड़ने के लिए मोदी का रविवार को शहर में दुसरे चरण का रोड शो हैं। इस दौरान लोगों का जनसैलाब सड़कों पर दिखा। शहर की सड़कों पर हुजूम का दबाव इस कदर रहा कि  राणसी की रफ्तार थम गई। जगह-जगह ट्रैफिक जाम हो गया। लोग पीएम मोदी की एक झलक पाने के लिए सड़कों पर उमड़ पड़े। मोदी का काफिला जहां जहां से गुजरा, घरों से महिलाएं, बच्चे और युवा खूब पुष्पवर्षा की। खास यह है कि रविवार की रात मोदी बनारस में ही गुजारेंगे। सुबह से शाम तक मिलने-मिलाने, सभाओं के दौर के अलावा रोड शो भी करेंगे। हुकूलगंज के बाद काफिला जैसे ही चैकाघाट पहुंचा, कई मुस्लिम महिलाओं ने भी मोदी का फूल-मालाओं से स्वागत किया। पीएम ने इनका हाथ जोड़कर अभिवादन किया। हालांकि, सिक्युरिटी के चलते मोदी इनके करीब नहीं पहुंचे। बता दें, यूपी में सारा चुनाव प्रचार खत्म होने में सिर्फ एक दिन बचा है। पीएम मोदी ने बनारस समेत पूरे पूर्वांचल यानी जिन जिलों में सातवें चरण का चुनाव होना है, उसे हरहाल में जीतना चाहते हैं। यह अलग बात है कि वह कार्यकर्ताओं से यह कह रहे हैं कि आप दिन रात मेहनत कर रहे हैं इसलिए मैं काशी को ज्यादा से ज्यादा वक्त देना चाहता हूं, मैं आपके साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करना चाहता हूं। इसलिए तीन से आपके शहर में हूं। हालांकि उनकी निगाह अंतिम चरण के चालीस सीटों पर हैं। वैसे भी वाराणसी में जीत नाक का सवाल बना हुआ है तो बनारस के बहाने पूर्वांचल के बाकी जिलों पर भी असर डालने की कोशिश हो रही है। 2012 में पूर्वांचल की 40 में 4 सीटें जीतने वाली बीजेपी को 2014 में मोदी लहर में 38 सीटों पर बढ़त मिली थी। अब विधानसभा चुनाव में मोदी लहर के भरोसे बीजेपी है। इसलिए मोदी भी विपक्ष को कोई मौका देना नहीं चाहते। मोदी के रोड शो का ही असर है कि काशी की हर चट्टी, हर बाजार, हर चैराहे पर बस एक ही चर्चा सरगर्म हो गई -वोट किसे देना है। 

वाराणसी में प्रधानमंत्री मोदी का बाबा विश्वनाथ से पुराना नाता है। प्रधानमंत्री मोदी लोकसभा चुनाव जीतने के बाद जब पहली बार वाराणसी पहुंचे थे तब भी उन्होंने मंदिर में दर्शन किए थे। उस वक्त लोकसभा चुनाव में जीत की खुशी थी और अब विधानसभा चुनाव में जीत की आस है। खास बात यह है कि हार-जीत के इस जंग में भाजपा को भरोसा है कि वह मोदी के विकास कार्यो एवं लोकप्रियता के बूते पूर्वांचल की अधिकांश सीटे उसकी झोली में आएंगी। इसी वजह से मोदी सरकार ने पूर्वाचल की अहमियत को समझते हुए कई बड़ी परियोजनाएं दी हैं। बलिया से उज्ज्वला योजना का आगाज कर मोदी ने पूर्वाचल में चुनावी बिगुल फूंका था। पिछड़े वोट बैंक को साधने के लिए पिछड़ों व अति पिछड़ों की राजनीति करने वाले क्षेत्रीय दलों व प्रभावशाली नेताओं को गले लगया है। भाजपा को पूर्वाचल में योगी आदित्यनाथ जैसे फायरब्रांड नेता के होने का भी फायदा मिलने की उम्मीद है क्योंकि वह ध्रुवीकरण कराने की क्षमता रखते हैं। केंद्र बनाम राज्य के संघीय ढांचे में एक ही पार्टी की सरकार होने के क्या फायदे हैं, भाजपा ने इसे पूर्वाचल में अच्छे से स्थापित किया है। पार्टी को पता है कि औद्योगिक शून्यता की ओर बढ़ चले पूर्वाचल की दुखती रग है बिजली र्दुव्‍यवस्था..उद्योगों के लिए भी और लोगों के लिए भी। यही वजह है कि भाजपा ने विकास..और उसकी पहली शर्त, बिजली को बना दिया है पार्टी का सबसे बड़ा मुद्दा। स्वयं प्रधानमंत्री के साथ ही ऊर्जामंत्री भी इसका जिक्र अब पूरी प्रमुखता से करते चल रहे हैं कि अगर अबकी आपका मन (मत) चूका तो औद्योगिक पिछड़ेपन को फिर अभिशप्त होना पड़ेगा, अगले पांच सालों तक। 
फिरहाल, रोडशो से लेकर सभाओं आदि के जरिए चाहे जितनी भी शक्ति प्रदर्शन कर लें, लेकिन जीत का ताना-बाना तो जातिगत गुणा-गणित पर ही तय होते रहे है और आज भी किया जा रहा है। क्योंकि पूर्वाचल में जातीय ध्रुवीकरण की गणित और सियासी समीकरणों को बनाने व बिगाड़ने की दिलचस्पी पश्चिम से कहीं ज्यादा दिखती रही है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुकाबले पूर्वाचल में पिछड़ों की कई उपजातियां हैं जो अलग-अलग हिस्से में प्रभावी हैं। इनमें मौर्य, कुर्मी, लोध, राजभर, कुशवाहा, निषाद, बिंद, बढ़ई, कश्यप, केवट, सैथवार, नाई, नोनिया चैहान, लोहार जैसी 80 से ज्यादा जातियां शामिल हैं। दलितों की भी लगभग सभी उपजातियां पूर्वाचल में रहती हैं। इनमें पासी काफी प्रभावी हैं। इसके अलावा खटिक, वाल्मीकि व धोबी जैसी दलित जातियां प्रभावी संख्या में हैं। ये जातियां कभी गोलबंदी से वोट देती आई हैं तो कभी अलग-अलग रुझान पर लामबंद होती रही हैं। भूमिहार वोट के अलावा पूर्वाचल के कई जिलों में मुस्लिम आबादी भी सियासी हवा का रुख बदलने की ताकत रखती है। आजमगढ़, मऊ, कुशीनगर, महाराजगंज व वाराणसी जैसे जिलों में 20 से 30 फीसद तक मुस्लिम आबादी है। पिछले चुनाव में दर्जनभर मुस्लिम विधायक इन्हीं 89 सीटों में से चुने गए थे। ऐसे में समीकरण के लिहाज से दलित-पिछड़ा के साथ ही मुस्लिम फैक्टर तो है ही, विकास की कसौटी पर भी कसा जा रहा है। वोटिंग को लेकर चुप्पी इस कदर है कि कोई भी निश्चित तौर पर नही कह पा रहा कि हवा का रूख क्या है। 




(सुरेश गांधी)

आजसू के महाधिवेशन को लेकर बैठक,नई कमिटी का गठन

$
0
0
ajsu-meeting-kodarma
कोडरमा:झुमरी तिलैया स्थित यादव होटल के सभागार में मुख्य अतिथि  केंद्रीय सचिव व् पर्यवेक्षक संतोष सहाय  की अध्यक्षता में   एक बैठक की गयी जिसमे  विशिथ अतिथि के रूप में छात्र मोर्चा के अध्यक्ष श्री कान्त यादव  केंद्रीय सदस्य बल गोबिंद मोदी मौजूद थे ।संग़ठन की मजबूती व् नई नगर कमिटी का गठन किया गया।साथ ही 17 से 19 मार्च को होने वाले महाधिवेशन की तैयारी को लेकर भी चर्चा की गयी ।जंहा कार्यकर्ताओ को बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेने की  की अपील की गयी ।नगर कमिटी में अध्यक्ष आनंद बर्णवाल , उपाध्यक्ष रोहित कुमार ,सचिव दीपक कुमार ,महासचिव शशि कुमारकोषाध्यक्ष अंजनी एफव,सहकोषाध्यक्ष पप्पू राम नगर प्रवक्ता विक्रम कुमार सिंह  वही सुरेंद्र राम ,विककी रजक,श्याम प्रशाद,सम्मी कुमार  सहित अन्य 7सात को रखा गया है ।इस मौके पर संतोष सहाय ने कहा कि झारखण्ड निर्माण में आजसू की अहम भूमिका रही है वही छात्र मोर्चा के अध्यक्ष श्री कान्त यादव ने कहा कु आजसू युवाओ की पार्टी है आजसू जनमुद्दों को लेकर आगे बढ़ रही है । 

कोडरमा : शादी का झांसा देकर नाबालिक का यौन शोषण, युवक गिरफ्तार

$
0
0
minor-raped-jharkhand
कोडरमा:डोमचाच थाना अन्तर्गत बेहराडीह पंचायत के परमेश्वर मेहता पिता स्वर्गीय चुटन मेहता ने डोमचाच थाना मे रविवार को आवेदन देकर कहा की मेरी पुत्री सुमन कुमारी (काल्पनिक नाम)उम्र 16 वर्ष है जो बेहराडीह  हाई स्कूल में कक्षा आठ में पढ़ती है विगत 6 माह से संजय मेहता उम्र 21 पिता छोटी मेहता ग्राम नावाडीह  ने बहला फुसलाकर शादी का झांसा देकर मेरी पुत्री के साथ गलत काम छह माह से करते आ रहा था ,जब मेरी पुत्री शादी करने के लिए बोली तो शादी से इंकार कर दिया इस बात की जानकारी मेरी पत्नी मंजू देवी ने हमे बताया तो मै नावाडीह छोटी मेहता के घर गया और बताया की  आपका लड़का संजय मेहता ने मेरी बच्ची को शादी का प्रलोभन देकर उसके साथ छह माह से शारीरिक सम्बन्ध बना रखा है, जिसके बाद लड़के के पिता ने किया शादी से इनकार इसके बाद समाज के डर से बात को छुपाये रखा और अपनी पुत्री को बात करने पर रोक लगाया,जिसपर मेरी पुत्री मान गई 


 4 मार्च  को हम लोग खाना खा कर करीब 9:30 बजे सो गए थे हम बाहर वाले रुम में सोई थे मेरी पत्नी दूसरे रुम में सोई थी की अचानक रोने का आवाज आया तो मेरी पत्नी दौड़ कर बेटी के रूम में गए तो देखा कि एक लड़का जबरदस्ती मेरी पुत्री से बलात्कार कर रहा है तो तुरंत दरवाजा आगे से लगा दी और हमे आकर बतायी, फ़िर मै मुखिया राजेंद्र मेहता समाज के मंत्री शंकर भारती सरपंच निर्भय मेहता एवं छोटेलाल मेहता को मामले से अवगत कराया ,मेरी पत्नी तब तक रूम मे ताला लगकर लड़के को बँद कर रखी थी पुनः सभी लोग पहुँच कर मौके पर से प्रशासन डोमचाच थाना को सूचना दी गई प्रशासन दोनो को हिरासत मे लेकर कर लड़की के पिता के आवेदन पर मामला दर्ज कर लिया गया ।

निशानेबाजों के लिये प्रेरणा बन सकती है किम्बरले की उपलब्धियां

$
0
0
kimberli-motivate-shooter
नयी दिल्ली, 5 मार्च, किम्बरले रोड ने निशानेबाजी के इतिहास में किसी अन्य की तुलना में सबसे अधिक बार अपनी स्पर्धाओं को बदला और ऐसे समय में जबकि ओलंपिक से डबल ट्रैप को हटाने से निशानेबाज नाखुश हैं तब ओलंपिक में उनके छह पदक प्रेरणा का काम कर सकते हैं। रोड ने कहा, ‘‘निश्चित तौर पर यह ऐसा खेल है जिसमें पुरूष और महिला समान रूप से प्रतिस्पर्धा कर सकते हैं और यह इस खेल का सबसे महत्वपूर्ण पहलू है। यह मायने नहीं रखता कि आपका आकार और कद कैसा है। आप महिला हो या पुरूष। वर्ष 1992 तक महिला और पुरूषों में समान प्रतिस्पर्धा थी। एक महिला जीत हासिल करती थी। इसलिए यह संभव है। ’’ पांच महाद्वीपों में रिकार्ड लगातार छह पदक जीतनेवाली रोड भी अपनी ओलंपिक उपलब्धियों के कारण माइकल फेल्प्स की तरह महान खिलाड़ियों में शामिल होने का दावा कर सकती है लेकिन इस दिग्गज तैराक से इतर उन्हें अब भी दुनिया के अधिकतर हिस्सों में अपना परिचय देना पड़ता है। रोड स्कीट निशानेबाज हैं। अमेरिका में बंदूक नियंत्रण कानून की कड़ी आलोचक और डोनाल्ड ट्रंप की धुर समर्थक हैं।

अमेरिकी फुटबालरों को मिली हिदायत, राष्ट्रगान के समय खड़े होना जरूरी

$
0
0
usa-footballer-wrn-to-stand-in-national-anthem
शिकागो, 5 मार्च :  अमेरिकी फुटबाल महासंघ की नयी नीति के अनुसार उसके खिलाड़ियों को किसी भी अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान राष्ट्रगान के समय खड़े होना जरूरी होगा। यह घोषणा मेगान रैपिनो के थाईलैंड के खिलाफ महिला मैत्री मैच से पहले राष्ट्रगान के समय घुटनों के बल बैठे रहने के छह महीने बाद की गयी है। फोक्स स्पोर्ट्स और ईएसपीएन की रिपोर्ट के अनुसार अमेरिकी फुटबाल के निदेशक बोर्ड ने पिछले महीने इसे मंजूरी दी और अमेरिकी फुटबाल महासंघ की हवाई में वाषिर्क आम बैठक के दौरान इसका खुलासा किया गया। रैपिनो सामाजिक असमानता के विरोध में थाईलैंड के खिलाफ मैच से पहले राष्ट्रगान के समय खड़ी नहीं हुई और घुटनों के बल बैठी रही। इसके बाद ही राष्ट्रगान के समय अनिवार्य तौर पर खड़े होने का नियम बनाने का फैसला किया गया। 

Viewing all 74285 articles
Browse latest View live




Latest Images

<script src="https://jsc.adskeeper.com/r/s/rssing.com.1596347.js" async> </script>
<script src="https://jsc.adskeeper.com/r/s/rssing.com.1596344.js" async> </script>