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मणिपुर में आखिरी चरण के लिए मतदान शुरू

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इम्फाल 08 मार्च, मणिपुर विधानसभा के 22 सीटों के लिए आखिरी चरण का मतदान आज सुबह सात बजे शुरू हो गया। यह मतदान अपराह्न तीन बजे तक चलेगा। 

इस बीच, तामेंगलोंग जिले में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन में गड़बड़ी की शिकायतें मिली हैं। मौसम साफ है और लोग भारी संख्या में मतदान करने के लिए बाहर आ रहे हैं। इस चरण के चुनाव में मुख्यमंत्री ओकराम इबोबी सिंह, मानवाधिकार कार्यकर्ता इरोम शर्मिला, मुख्यमंत्री के पुत्र ओकराम सूर्जा कुमार, उप-मुख्यमंत्री गईखनगम के भाग्य का फैसला होना है। 

इस चरण में कुल 98 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं जिसमें चार महिला उम्मीदवार शामिल हैं। कांग्रेस और भाजपा के 22-22, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के दो, तृणमूल कांग्रेस के छह, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के एक और 12 अन्य राजनीतिक दलों से संबंधित उम्मीदवार हैं। इस चरण के चुनाव में तीन लाख 81 हजार 381 पुरूष मतदाता और तीन लाख 93 हजार 91 महिला मतदाता हैं। इसके लिए सुरक्षा व्यापक इंतजाम किये गये हैं। केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों की 250 टुकड़ियां तैनात की गयी है। इससे पूर्व चार मार्च को हुए पहले चरण के 38 सीटों पर हुए चुनाव में रिकॉर्ड 86.50 प्रतिशत मतदान हुआ था।

उप्र में सातवें और अंतिम चरण का मतदान शुरु, सुरक्षा के कडे बंदोबस्त

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लखनऊ 08 मार्च, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी समेत उत्तर प्रदेश के सात जिलों में राज्य विधानसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण का मतदान कडी सुरक्षा व्यवस्था के बीच आज सुबह सात बजे शुरु हो गया। लखनऊ में आतंकवाद निरोधक दस्ते(एटीएस) की आतंकवादी से कल हुई मुठभेड की वजह से मतदान केन्द्रों पर विशेष चौकसी बरती जा रही है। ज्यादातर मतदान केन्द्रों पर अर्धसैनिक बल के जवान तैनात हैं। 

मतदान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी और केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के गृह जिले चन्दौली समेत सात जिलों की 40 विधानसभा क्षेत्रों में हो रहा है। मतदान यूं तो पांच बजे शाम तक चलेगा लेकिन नक्सल प्रभावित सोनभद्र, मिर्जापुर और चन्दौली जिले के कई केन्द्रों पर मतदान चार बजे ही समाप्त हो जाएगा। उच्चतम न्यायालय के निर्देश पर पहली बार सोनभद्र में विधानसभा की दो सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित की गयी हैं। सोनभद्र, मिर्जापुर और चंदौली में खासतौर पर सुरक्षाबलों को चौकस रहने को कहा गया है। इस चरण में 1.41 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे, जिनमें 64.76 लाख महिलाएं हैं। कुल 14,458 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में इन 40 सीटों में से 23 सपा के खाते में गई थीं। बसपा को पांच, भाजपा को चार, कांग्रेस को तीन और अन्य को पांच सीटें मिली थीं।


इस चरण में गाजीपुर, वाराणसी, जौनपुर, चंदौली, मिजार्पुर, भदोही और सोनभद्र में मतदान चल रहा है। सबसे अधिक 24 उम्मीदवार वाराणसी कैंट सीट से मैदान में हैं जबकि सबसे कम छह प्रत्याशी केराकत सीट से हैं। चुनाव के आखिरी मुकाम में ‘करो या मरो’ की तर्ज पर राजनीतिक दलों ने प्रचार किया।

सात चरणों में हाेने वाले चुनाव में इससे पहले 11 ,15 ,19 ,23,27 फरवरी आैर चार मार्च को मतदान सम्पन्न हो चुका है। मतगणना 11 मार्च को होगी। अंतिम चरण के महत्व का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि खुद प्रधानमंत्री मोदी तीन दिनों तक वाराणसी में डटे रहे। उन्होंने रोड शो किया, लोगों से मुलाकात और जनसभाएं की।

श्री मोदी ने बाबा विश्वनाथ और काशी के कोतवाल कहे जाने वाले भैरवनाथ के दर्शन किये। इसके बाद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पत्नी डिम्पल यादव के साथ बाबा विश्वनाथ के दर्शन किये। बाबा विश्वनाथ से आशीर्वाद लेने वालों में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी शामिल थे।

सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने भी इस चरण में जौनपुर में एक जनसभा की। उन्होंने पल्हनी से सपा उम्मीदवार पारस नाथ यादव के समर्थन मेंं सभा को सम्बोधित किया। इससे पहले श्री यादव ने तीसरे चरण के चुनाव में जसवन्तनगर में अपने भाई शिवपाल सिंह यादव और लखनऊ कैंट से चुनाव लडीं छोटी बहू अपर्णा यादव के समर्थन में जनसभा को सम्बोधित किया था।

उधर, समाजवादी पार्टी(सपा) मुखिया प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और उनके गठबंधन सहयोगी कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने गत 04 मार्च को संयुक्त रूप से रोड शो किया। रोड शो में अखिलेश यादव की पत्नी सांसद डिम्पल यादव भी शामिल हुईं। पूर्वी उत्तर प्रदेश को सभी दल सरकार बनाने का दरवाजा मान रहे हैं। 

बहुजन समाज पार्टी(बसपा) सुप्रीमो मायावती की नजर विशेष तौर पर मुसलमान वोटरों पर रही। उन्हें यकीन है कि राज्य के पूर्वी हिस्से का मुसलमान बसपा के पक्ष में मतदान करेगा। उन्हें बहुचर्चित विधायक मुख्तार अंसारी के कुनबे से खासा उम्मीद है। गाजीपुर और उसके आस पास के क्षेत्रों में श्री अंसारी का एक सम्प्रदाय विशेष पर काफी प्रभाव माना जाता है। 

भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेता और केन्द्रीय मंत्री वाराणसी में डेरा डाले रहे। सपा-कांग्रेस और बसपा भी पीछे नहीं है। कुल मिलाकर इस चरण में चुनाव प्रचार काफी जोर शोर से हुआ। अन्तिम दौर में जखनियां (सु), सैदपुर (सु), गाजीपुर, जंगीपुर, जहूराबाद, मोहम्मदाबाद, जमनिया, पिंडरा, अजगरा(सु), शिवपुर, रोहनियां, वाराणसी उत्तरी, वाराणसी दक्षिणी, वाराणसी कैंट, सेवापुरी, मुगलसराय, सकलडीहा, सैयदरजा, चकिया(सु), छानबे(सु), मिर्जापुर, मझावां, चुनार, मडिहान, भदोही, ज्ञानपुर, औराई(सु), घोरावल, राबर्टसगंज, ओबरा(सु),दुद्धी(सु), बदलापुर, शाहगंज, जौनपुर, मल्हनी, मुंगराबादशाहपुर, मछलीशहर(सु), मडियाहूं, जफराबाद और केराकत(सु) क्षेत्रों में मतदान होगा

ट्रम्प के नये आदेश के खिलाफ हवाई स्टेट देंगे अदालत में चुनौती

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वाशिंगटन 08 मार्च, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सात मुस्लिम बहुल राष्ट्रों के नागरिकों को अमेरिका में प्रतिबंध लगाये जाने के नये कार्यकारी आदेश पर अस्थायी रोक की मांग को लेकर हवाई स्टेट ने अदालत में चुनौती देने का फैसला किया है। 

उल्लेखनीय है कि ट्रम्प प्रशासन ने सीटल कोर्ट द्वारा उनके रोक संबंधी आदेश को रद्द कर दिये जाने के बाद इसी हफ्ते एक नया कार्यकारी आदेश जारी कर दिया था। जिसे वाशिंगटन राज्य ने भी अदालत में चुनौती दिया।

मोदी ने किया नारी शक्ति को सलाम

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नयी दिल्ली 08 मार्च(वार्ता) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर नारी शक्ति के जज्बे को सलाम किया। श्री मोदी ने अपने बयान में कहा, “ अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर नारी शक्ति के अदम्य जज्बे , दृढ़ता और समर्पण को सलाम।” 

उन्होंने महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण, आत्मनिर्भरता और सामाजिक समानता की दिशा में केंद्र की ओर से उठाये गये कदमों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान में महिलाओं की अग्रणी भूमिका रही है।

तीन लोकसभा, 12 विधानसभा सीटों के उपचुनाव शीघ्र होंगे: चुनाव आयोग

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नयी दिल्ली 07 मार्च, चुनाव आयोग ने कहा है कि इस वर्ष होने वाले देश के राष्ट्रपति चुनाव के मद्देनजर तीन लोकसभा और 12 विधानसभा सीटों के उपचुनाव शीघ्र ही करवाये जायेंगे। 

राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी का कार्यकाल आगामी 24 जुलाई को समाप्त होने जा रहा है। चुनाव आयोग के एक प्रवक्ता ने बताया कि उपचुनाव की तिथि अगले एकाध दिनों में घोषित कर दी जायेगी तथा सभी सीटों पर अप्रैल के अंत तक उपचुनाव करा लिये जायेंगे। 

प्रवक्ता के मुताबिक जिन लोकसभा सीटों के लिये उपचुनाव होंगे, उनमें जम्मू-कश्मीर की अनंतनाग और श्रीनगर तथा केरल में मलप्पुरम सीट शामिल हैं, जबकि पंजाब में अमृतसर लोकसभा सीट के लिये उपचुनाव गत चार फरवरी को पंजाब विधानसभा चुनाव के साथ ही संपन्न हो चुका है।

लेखकों चित्रकारों की जीवनियों के लिए फेलोशिप

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नयी दिल्ली 08 मार्च, विश्वप्रसिद्ध चित्रकार सैय्यद हैदर रजा की स्मृति में गठित राजा फाउंडेशन हिन्दी के प्रख्यात लेखकों, चित्रकारों की जीवनियाें को लिखने के लिए फेलोशिप प्रदान कर रहा है। फाउंडेशन ने यशस्वी लेखक सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन अज्ञेय,प्रसिद्ध कवि शमशेर बहादुर सिंह ,जाने -माने कवि पत्रकार रघुवीर सहाय और मशहूर चित्रकार जे स्वामीनाथन की जीवनियां लिखने के लिए चार लोगों को फेलोशिप प्रदान की हैं।

 फाउंडेशन के संचालक एवं प्रसिद्ध कवि-संस्कृति कर्मी अशोक वाजपेयी ने यूनीवार्ता को बताया कि टाइम्स ऑफ़ इंडिया के पूर्व पत्रकार अक्षय मुकुल अज्ञेय की जीवनी लिख रहे हैं ,साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित कवि मंग्लेश डबराल शमशेर जी तथा शुक्रवार पत्रिका के पूर्व संपादक कवि विष्णु नागर रघुवीर सहाय की तथा प्रसिद्ध कला समीक्षक प्रयाग शुक्ल स्वामीनाथन की जीवनी लिख रहे हैं। 

इस योजना के तहत मैथिली के लेखक तारानंद नियोगी नागार्जुन तथा भारत यायावर रेणु की जीवनी और जयशंकर मुक्तीबोध की जीवनी लिख रहे हैं तो वसुधा डालमिया राजा की जीवनी लिख रही हैं । उन्होंने बताया कि वह जयशंकर प्रसाद,सुमित्रानंदन पन्त,महादेवी वर्मा, जैनेन्द्र त्रिलोचन, निर्मल वर्मा आदि की जीवनी भी लिखवाना चाहते हैं। इसी तरह मशहूर चित्रकार के जी सुब्रमनियन और भूपेन खक्कर की भी जीवनी लिखवाना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि इस योजना में दो साल के भीतर जीवनी लिखनी होती है और लेखक को तीन लाख रुपए की फ़ेलोशिप दी जाती है . श्री वाजपेयी ने बताया की हिन्दी में जीवनियों का नितांत आभाव है । प्रेमचंद की जीवनी उनके पुत्र अमृत राय ने लिखी जबकि निराला की जीवनी डॉ रामविलास शर्मा ने लिखी । इसके अलावा और कोई बेहतर जीवनी हिन्दी में नहीं लिखी गयी । अब समस्या यह भी है की जीवनी लिखनेवाले लोग भी नहीं मिलते हैं। राजा फाउंडेशन द्वारा कल अज्ञेय की जयन्ती के मौके पर आयोजित समारोह में श्री मंगलेश डबराल ने शमशेर पर लिखी जा रही जीवने के अंश पढ़कर सुनाये तो विष्णु नगर ने रघुबीर सहाय की जीवनी अक्षय मुकुल ने अज्ञेय और प्रयाग शुक्ल ने जे स्वामीनाथन पर लिखी जा रही जीवनी के कुछ अंश सुनाये।

आरबीआई की रुपये की संदर्भ दर

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मुंबई 08 मार्च, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीअाई) ने आज डाॅलर के मुकाबले रुपये की संदर्भ दर 66.6362 रुपये प्रति डॉलर निर्धारित की, जो पिछले कारोबारी दिवस 66.6347 रुपये प्रति डाॅलर थी। 

आरबीआई की आधिकारिक जानकारी के अनुसार रुपये की संदर्भ दर यूराे की तुलना में 70.4011 रुपये प्रति यूरो तय की गई, जो पिछले दिवस 70.5595 रुपये प्रति यूरो रही थी। 

पाउंड स्टर्लिंग के भाव 81.3162 रुपये प्रति पाउंड हो गये, जो पिछले दिवस 81.5342 रुपये प्रति पाउंड रहा था। येन के भाव 58.61 रुपये प्रति सैंकड़ा येन निर्धारित किये गये, जो पिछले दिवस 58.48 रुपये प्रति सैकड़ा येन रहा था।

अश्विन-जडेजा ‘नंबर वन’

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नयी दिल्ली 08 मार्च, भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार स्पिनर रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा को आस्ट्रेलिया के खिलाफ टीम की जीत में अहम भूमिका निभाने का तोहफा आईसीसी की ताजा जारी विश्व रैंकिंग में शीर्ष स्थान हासिल कर मिला है। यह पहला मौका भी है जब दो स्पिनरों ने संयुक्त रूप से टेस्ट गेंदबाजी रैंकिंग में नंबर एक स्थान हासिल किया है। 


भारत ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ पहला टेस्ट हारने के बाद दूसरे टेस्ट को चार दिनों के भीतर समाप्त करते हुये 75 रन से जीत अपने नाम की थी और सीरीज में भी 1-1 की बराबरी हासिल कर ली है। भारतीय खिलाड़ियों के प्रदर्शन का असर आईसीसी की ताजा टेस्ट रैंकिंग पर भी पड़ा है जिसमें दोनों स्टार स्पिनर अश्विन और जडेजा संयुक्त रूप से नंबर वन रैंकिंग पर पहुंच गये हैं। 

टेस्ट गेंदबाजी रैंकिंग में अनुभवी ऑफ स्पिनर अश्विन अपने पहले स्थान पर बने हुये हैं जबकि लेफ्ट अार्म स्पिनर जडेजा को बेंगलुरू टेस्ट में सात विकेट निकालने की बदौलत शीर्ष स्थान मिल गया है। टेस्ट से पूर्व दूसरी रैंकिंग के खिलाड़ी जडेजा की यह करियर की सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग है। 

जडेजा को अपने प्रदर्शन से 32 रेटिंग अंकों का फायदा हुआ है जबकि अश्विन को 14 रेटिंग अंकों का फायदा पहुंचा है और अब दोनों गेंदबाजों के एक बराबर 892 रेटिंग अंक हैं। अश्विन ने मैच में आठ विकेट लिये थे।

सभ्य समाज के लिए हिंसा किसी भी रूप में अस्वीकार्य-अंसारी

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नयी दिल्ली 08 मार्च (वार्ता) उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने कहा है कि सभ्य समाज के लिए किसी भी रूप में हिंसा अस्वीकार्य है और अब लोग यह समझने लगे हैं कि हिंसा का प्रतिरोध किया जाना चाहिए। 

श्री अंसारी ने जकार्ता में पहले हिन्द महासागर क्षेत्र के देशों के संघ-आईओआरए के शिखर सम्मेलन में भाग लेने के बाद विशेष विमान से कल स्वदेश पहुंचने के दाैरान आतंकवाद के सवाल पर संगठन मीडिया से बातचीत में कहा कि शिखर सम्मेलन में आतंकवाद को रोकने और उससे निपटने तथा हिंसक उग्रवाद पर एक घोषणापत्र पारित किया गया है, जिससे इस मामले में क्षेत्र के देशों के समान दृष्टिकोण का पता लगता है। अब यह विचार लगातार किनारे होता जा रहा है कि कोई आतंकवाद को बढ़ावा देकर बच सकता है। 

भारतीय मछुआरों पर श्रीलंका की नौसेना द्वारा की गयी कथित गोलीबार के सवाल पर उन्होंने कहा,“ शिखर सम्मेलन के दौरान श्रीलंका के राष्ट्रपति के सामने मैंने इस मामले को उठाया था और उन्होंने मुझे बताया कि उन्होंने श्रीलंका नौसेना के कमांडर से बात की है, जिन्होंने उन्हें बताया है कि श्रीलंका की ओर से इस तरह की कोई घटना नहीं हुई है। श्रीलंका के राष्ट्रपति ने इस मामले की पूरी जांच करने के आदेश दिये हैं। 

” आईओआरए के अस्तित्व के बारे में पूछे गये सवाल पर श्री अंसारी ने कहा कि 2011 में बेंगलुरु में हुई बैठक में हिन्द महासागर क्षेत्र पर फिर से ध्यान केन्द्रित किया गया है और इंडोनेशिया पहले पहचाने गये क्षेत्रों के लिए की गयी पहल को आगे बढ़ा रहा है। अब संगठन की गतिविधि पर फिर से जोर है और अब यह 21 देशों का एक संगठन है। अत्याधुनिक आईओआरए केन्द्र की स्थापना के भारत के प्रस्ताव के बारे में उन्होंने कहा कि सभी सदस्य देश समुद्री मुद्दों और हितों से जुड़े मामलों पर व्यापक कार्य कर रहे हैं। इंडोनेशिया को भारत का निर्यात बढ़ने के सवाल पर श्री अंसारी ने कहा कि इंडोनेशिया के राष्ट्रपति के साथ इस मुद्दे पर विचार विमर्श हुआ है और दोनों देशों के बीच व्यापार संबंध बढ़ाने की दिलचस्पी बढ़ी है। इंडोनेशिया के साथ दो क्षेत्रों विशेषकर रक्षा उपकरण खरीदने और दवा निर्माण के बारे में उल्लेखनीय प्रगति हुई है।

बिहार में शिक्षकों को वेतन मिलने में हुई देर के लिए केंद्र जिम्मेवार : मंत्री

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पटना 08 मार्च, बिहार के शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी ने राज्य में नियोजित शिक्षकों को वेतन मिलने में हुये विलंब के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेवार ठहराते हुये आज कहा कि सर्व शिक्षा अभियान के तहत पूरी राशि नहीं मिलने के कारण शिक्षकों के वेतन भुगतान की समस्या खड़ी हुई। 

श्री चौधरी ने विधानसभा में वित्त वर्ष 2017-18 के लिए शिक्षा विभाग के 251 अरब 51 करोड़ 38 लाख 80 हजार रुपये की अनुदान मांग पर हुई चर्चा का जवाब देते हुये कहा कि केंद्र सरकार के कार्यक्रम सलाहकार बोर्ड ने सर्व शिक्षा अभियान के तहत बिहार को 5799 करोड़ रुपये देने का वादा किया था लेकिन अभी तक केवल 2706 करोड़ रुपये ही प्राप्त हुए हैं। इस मद में केंद्र सरकार पर 3093 करोड़ रुपये बकाया होने के कारण पिछले साल नवंबर से नियोजित शिक्षकों के वेतन भुगतान की समस्या खड़ी हुई । श्री चौधरी ने राज्य की शिक्षा व्यवस्था की स्थिति बदतर होने के विपक्ष के आरोप पर कहा कि यदि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार अपने वादे के अनुरूप समय से पूरी राशि उपलब्ध करवा देती तो शिक्षकों के वेतन भुगतान की समस्या खड़ी नहीं होती। उन्होंने कहा कि इस परिस्थिति विशेष में राज्य सरकार ने पिछले साल नवंबर से फरवरी 2017 तक नियोजित शिक्षकों का वेतन भुगतान करने के लिए अपनी निधि से 2100 करोड़ रुपये उपलब्ध कराये हैं। शिक्षा मंत्री ने कहा कि शिक्षकों का वेतन भुगतान करने के लिए राज्य सरकार ने वर्ष 2016 में भी अपने संसाधन से 1137 करोड़ रुपये उपलब्ध कराये। लेकिन, केंद्र सरकार ने अभी तक इसकी प्रतिपूर्ति नहीं की है।

श्री चौधरी ने विपक्ष के टॉपर घोटाले को लेकर सरकार की आलोचना पर कहा कि परीक्षा प्रणाली में सुधार के लिए लगातार किये गये प्रयास की बदौलत बिहार ने वर्ष 2016 में स्वच्छ एवं कदाचार मुक्त परीक्षा कराने का उदाहरण प्रस्तुत किया है। यह सिलसिला वर्ष 2017 की इंटरमीडिएट और मैट्रिक की परीक्षा में भी जारी रहा। इससे छात्र-छात्राओं में स्पष्ट संदेश गया है कि कड़ी मेहनत करने वालों को ही अच्छे अंक प्राप्त होंगे। अभिभावक भी बच्चों की पढ़ाई के प्रति जागरूक और सचेत हुये हैं। उन्होंने कहा कि इस बार परीक्षाओं के लिए ऑनलाइन आवेदन लिये गये तथा उत्तर पुस्तिकाओं की बार कोडिंग कराकर पारदर्शी मूल्यांकन की व्यवस्था की गई है। हालांकि नई प्रणाली के कारण कुछ कठिनाइयां हुई हैं, जिसे पारदर्शिता के साथ दूर किया जा रहा है।

शिक्षा मंत्री ने कहा कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से 09 प्रमंडलों में परीक्षा केंद्र स्थापित किये जा रहे हैं और इन प्रमंडलों में क्षेत्रीय कार्यालय भी बनाया जा रहा ताकि छात्र-छात्राओं और उनके अभिभावकों को छोटे-छोटे कार्यों के लिए पटना का चक्कर न लगाना पड़े। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को अंक पत्र एवं प्रमाण पत्र तथा उनके सत्यापन में होने वाली समस्याओं से निजात देने के लिए वर्ष 2005 से अब तक मैट्रिक एवं इंटर के अंक पत्र एवं प्रमाण पत्र को ऑनलाइन कर दिया गया। इसके लिए आधार कार्ड से जोड़कर नि:शुल्क डिजिटल लॉकर की सुविधा दी गई है।

श्री चौधरी ने कहा कि वर्ष 2017 की मैट्रिक परीक्षा में 898256 छात्र एवं 867471 छात्राएं तथा इंटर की परीक्षा में 704868 छात्र और 556925 छात्राएं शामिल हुई हैं। इन परीक्षाओं में लड़कियों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। उन्होंने कहा कि मैट्रिक की परीक्षा में छात्राओं की भागीदारी 49 प्रतिशत और इंटर में 44 प्रतिशत रही जो दर्शाता है कि आधी आबादी अपनी आधी हिस्सेदारी प्राप्त करने जा रही है।

शिक्षा मंत्री ने प्राथमिक शिक्षा क्षेत्र को और बेहतर बनाने में सरकार की ओर से किये जा रहे प्रयासों का उल्लेख करते हुये कहा कि प्रत्येक बसावट क्षेत्र में प्राथमिक शिक्षा मुहैया कराने के लिए बीते वर्षों में करीब 21253 नये प्राथमिक विद्यालयों की स्थापना की गई है। उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2017-18 में मुख्यमंत्री पोशाक योजना एवं मुख्यमंत्री बालिका पोशाक योजना के लिए 608.85 करोड़ रुपये स्वीकृत किया गया है। इसमें प्रथम किस्त के रूप में 422 करोड़ रुपये आवंटित किया गया है। साथ ही सामान्य वर्ग के छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति देने के लिए 100 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत और आवंटित की गई है।

श्री चौधरी ने कहा कि वर्ग एक से आठ तक के बच्चों के लिए आंतरिक मूल्यांकन प्रणाली लागू की गई है। इसके तहत बिना किसी भय के ग्रेडिंग प्रणाली के आधार पर विद्यालय में मासिक, अर्द्धवार्षिक एवं वार्षिक परीक्षा ली जाएगी। इससे बच्चों के शैक्षणिक स्तर का मूल्यांकन हो सकेगा। इस प्रणाली की केंद्र सरकार ने भी सराहना की है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा पूर्णिया जिले के 100 विद्यालयों में किचेन गार्डेन विकसित किया जा रहा है, जिसका लाभ विद्यालय आने वाले बच्चों को मिलेगा।

शिक्षा मंत्री ने कहा कि माध्यमिक शिक्षा के सार्वभौमिकरण का लक्ष्य हासिल करने के लिए सरकार ने नवीन पहल करते हुये माध्यमिक विद्यालय विहीन क्षेत्रों में 4500 उच्च माध्यमिक विद्यालय की स्थापना का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि माध्यमिक विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से पांचवें चरण में शिक्षकों की शीघ्र नियुक्ति करना सरकार की प्राथमिकता है।

श्री चौधरी ने राज्य में उच्च शिक्षा के विकास का उल्लेख करते हुये कहा कि पूर्णिया, नालंदा और मुंगेर में तीन नये विश्वविद्यालयों की स्थापना की गई है। विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में व्याख्याताओं की शीघ्र नियुक्ति के लिए राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग का गठन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिन प्रखंडों में डिग्री कॉलेज नहीं है वहां के छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा का अवसर उपलब्ध कराने के लिए नालंदा ओपेन विश्वविद्यालय के माध्यम से ओपेन डिस्टेंस लर्निंग मोड के तहत लर्निंग सेंटर शुरू किये गये हैं। 

शिक्षा मंत्री ने कहा कि शिक्षा के साथ ही सामाजिक सुधार एवं सामाजिक परिवर्तन के लिए सरकार प्रयत्नशील है। साक्षरता अभियान से जुड़े कार्यकर्ताओं, महिलाओं एवं आम लोगों की भागीदारी के माध्यम से शिक्षा विभाग ने नशामुक्ति के समर्थन में जोरदार अभियान चलाया है। इस अभियान में बच्चों ने अपने अभिभावकों एवं परिवार के पुरुष सदस्यों को नशा से दूर रहने के लिए प्रेरित किया। पिछले वर्ष बच्चों की प्रेरणा से इसके लिए एक करोड़ 17 लाख अभिभावकों ने शपथ पत्र दिया। 

इस बीच शिक्षा मंत्री के जवाब से अंसतुष्ट होकर मुख्य विपक्षी भारतीय जनता पार्टी सदन से बहिर्गमन कर गई। इसके बाद वित्त वर्ष 2017-18 के लिए शिक्षा विभाग के 252 अरब 51 करोड़ 38 लाख 80 हजार रुपये की बजट मांग को ध्वनिमत से पारित कर दिया गया।

75 रुपये में मिलेगा 50 किलोग्राम कंपोस्ट

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नयी दिल्ली 08 मार्च, रसायन एवं उर्वरक मंत्री अनंत कुमार ने आज कहा कि शहरों में कूड़े से कंपोस्ट बनाने के लिए सरकार सब्सिडी दे रही है जिससे किसानों को 50 किलोग्राम कंपोस्ट सिर्फ 75 रुपये में मिलेगा। श्री कुमार ने यहाँ चौथे ‘ थ्री आर इंटरनेशनल साइंटिफिक कांफ्रेंस ऑन मटिरियल साइकिल्स एंड वेस्ट मैनेजमेंट’ को संबोधित करते हुये कहा कि देश के शहरों से हर साल साढ़े पाँच करोड़ टन कूड़ा निकलता है। इसमें मात्र दस लाख टन को ही कंपोस्ट में बदला जाता है जबकि आदर्श स्थिति में कम से 55 लाख टन को कंपोस्ट में बदला जाना चाहिये। उन्होंने कहा कि पहली बार मोदी सरकार कंपोस्ट बनाने के लिए सब्सिडी दे रही है जिससे किसानों को 50 किलोग्राम कंपोस्ट मात्र 75 रुपये में मिलेगा। वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) की प्रयोगशाला इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पेट्रोलियम द्वारा आयोजित इस सम्मेलन में उन्होंने कहा कि ‘तीन आर’ रिड्यूश, रिसाइकिल तथा रियूज को बढ़ावा देने के लिए उनका मंत्रालय सीएसआईआर के साथ मिलकर एक कार्यबल का गठन करेगा। उन्होंने कहा कि आज के समय में सबसे पर्यावरण के लिए सबसे बड़ी चिंता प्लास्टिक कूड़ा तथा खाने के सामानों की पैकेजिंग है जबकि सबसे हानिकारक कूड़ा दवा तथा चिकित्सा उपकरण उद्योगों से निकलता है। उन्होंने कहा कि हर साल 1.2 करोड़ टन प्लास्टिक को रिसाइकिल या उनका पुन: उपयोग किया जा सकता है। 



इससे पहले सम्मेलन का उद्घाटन करते हुये विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. हर्षवर्द्धन ने कहा कि विज्ञान से हर समस्या का समाधान हो सकता है। भारत प्रभावशाली कूड़ा प्रबंधन को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहा है। तीन दिन के इस सम्मेलन में जापान, दक्षिण कोरिया तथा जर्मनी के प्रतिनिधि भी हिस्सा ले रहे हैं। रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने भी सम्मेलन में हिस्सा लेते हुए कहा कि कृषि अपशिष्टों को जलाना नहीं चाहिये। वे खुद-ब-खुद मिट्टी में मिलकर खाद बन जाते हैं। सीएसआईआर इन विषयों पर ध्यान दे रहा है जो स्वागत योग्य है।

विधानसभा चुनाव शांतिपूर्ण सम्पन्न होने पर मोदी ने जतायी खुशी

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नयी दिल्ली 08 मार्च, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न होने पर आज खुशी जाहिर की और इसके लिए संबंधित राज्यों की जनता तथा चुनाव आयोग को बधाई दी। श्री मोदी ने इस संबंध में ट्वीट किया,“मैं पांच राज्यों की जनता तथा चुनाव आयोग को शांतिपूर्ण मतदान कराने तथा इसमें लोगों की बडी भागीदारी के लिए बधाई देता हूं।’’ गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, मणिपुर तथा गोवा में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान आज पूरा हो गया। इन राज्यों में विभिन्न चरणों में मतदान चार फरवरी से आठ मार्च तक चला। वोटों की गिनती 11 मार्च को होगी।

बदलाव लाने वाली महिलायें सम्मानित

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नयी दिल्ली 08 मार्च, नीति आयोग ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर ऐसी 12 महिलाओं को सम्मानित किया है जिन्होंने पंरपरा से हटकर समाज में बदलाव लाने की कोशिश की है। वूमेन ट्रांसफर्मिंग इंडिया के दूसरे संस्करण के तहत आयोग ने महिलाआें को सम्मानित किया है।  आयोग ने संयुक्त राष्ट्र और मायगोव के साथ यह दूसरा संस्करण शुरू किया है। आयोग ने ऑॅनलाइन प्रतियोगिता के जरिये विजेता महिलाओं का चयन किया है। 12 महिलाओं में छत्तीसगढ़ की 104 वर्षीय महिला भी शामिल है जिन्होंने अपने गांव में शौचालय बनाने के लिए अपनी बकरी बेची थी। इसी तरह से हिमाचल प्रदेश की एक विधवा शामिल है जिसने विधवाओं और उपेक्षित महिलाओं के अधिकार की लड़ाई लड़ रही है।

विशेष आलेख : खुद के संघर्ष से मिलेगा हक

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बात समानता की नहीं स्वीकार्यता की हो। बात समानता के अधिकार के बजाय सम्मान के अधिकार की हो। और इस सम्मान की शुरुवात स्त्री को ही करनी होगी स्वयं से। सबसे पहले वह अपना खुद का सम्मान करें, अपने स्त्री होने का उत्सव मनाएं। स्त्री समाज को अपने अस्तित्व का एहसास कराएं कि वह केवल एक भौतिक शरीर नहीं वरन एक भौतिक शक्ति भी हैं। एक स्वतंत्र आत्मनिर्भर व्यक्तित्व है जो अपने परिवार और समाज की शक्ति है न कि कमजोरी जो सहारा देने वाली है। सर्वप्रथम वह खुद को अपनी देह से उपर उठकर स्वयं स्वीकार करें तो ही वह इस देह से इतर अपना अस्तित्व समाज में स्वीकार करा पायेंगी। स्त्री समाज एवं परिवार का हिस्सा नहीं पूरक हैं 

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बेशक,स्त्री सशक्तिकरण का मतलब केवल बाहरी आक्रमण से स्वयं को बचाना नहीं हैं, बल्कि आतंरिक शक्ति से भी लैस होना है, जो आत्मविश्वास, आत्मसम्मान और अन्वेषण के माध्यम से प्रकट होता है। यानी अधिक उत्तरदायित्वों का वहन करना और घर-बाहर दोनों जगहों पर सामंजस्य बनाएं रखने में सफल होना। एक सही निर्णय लेकर एक बड़ी संख्या के हित में काम करने का हुनर स्त्रियों के पास नया नहीं हैं। बरसों से दबे हुए इस हुनर को बस उजागर करने की जरुरत हैं। संविधान में कई परिवर्तन किए गए और नियम-कानूनों में भी कई बदलाव लाएं गए, जिनसे स्त्रियां आज पुरुषों के समकक्ष खड़ी हो सके। शिक्षा और करियर में विशेष आरक्षण देने के बाद भी आशानुरुप उनकी स्थिति में बदलाव क्यों नहीं हो पाया है? मतलब साफ है, इन सभी प्रयासों में स्त्री ने सरकारों और समाज से अपेक्षा की पर स्वयं को बदलने के लिए कभी प्रयत्न नहीं किया। जिस दिन स्त्रियां अपनी लड़ाई स्वयं लड़ेगी, वे जीत जायेंगी। 

माना कि आज के दौर में तमाम दकियानुसी पंरपराओं को दरकिनार कुछ महिलाएं घर की ड्योढ़ी लांघकर बाहर निकल रही हैं। उन्हें अपनी क्षमता पर भरोसा है और वे चाहती हैं कि उन्हें बराबरी का हक मिले, लेकिन उन्हें हर क्षेत्र में पितृ सत्ता के बनाएं जालों से निकलने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। वह संघर्ष वास्तव में बराबरी का संघर्ष नहीं, बल्कि अपनी पहचान को बरकरार रखने का हैं। लेकिन यह कुछ के भवरजांल से मुक्ति पानी होगी। इसके लिए बड़ी संख्या में महिलाओं को आगे आना होगा। महिलाओं को अपनी शक्तियों और क्षमताओं का एहसास स्वयं कराना होगा। उन्हें समझना होगा कि शक्ति का स्थान शरीर नहीं हृदय होता है। शक्ति का अनुभव करना एक मानसिक अवस्था है। स्त्री की पुरुष से भिन्नता ही उसकी शक्ति हैं, उसकी खुबसूरती है। इसे उसे अपनी शक्ति के रुप में स्वीकार करना होगा, कमजोरी बनाकर नहीं। 


महिलाओं को पुरुषों के समान अधिकार दिलाने के लिए भारत समेत संपूर्ण विश्व में कानूनी तौर पर नौकरी और पढ़ाई के अलावा कई क्षेत्रों में आरक्षण मिले हुए हैं। शिक्षा और करियर में विशेष आरक्षण देने के बावजूद बड़ा बदलाव नहीं हो पा रहा है। आज भी कन्या भ्रूण हत्याएं हो रही हैं? आज भी हमारी बेटियां दहेजरुपी दानव की भेंट चढ़ रही हैं। कठोर से कठोर कानून भी महिलाओं पर होने वाले अत्याचार नहीं रोक पा रहे हैं। कहा जा सकता है सुविधाओं का कोई महत्व नहीं, जब तक सुविधा लेने वाला उसे स्वीकार करने के लिए तैयार न हों। प्रथम दृष्टया उन्हें यह सोचना होगा कि वे इतनी सक्ष्म है कि किसी भी समस्या को झेल सके और हल निकाल सके। अपने जीवन की कुंजी हमारे हाथ में हैं और इसे अपनी तरह से इस्तेमाल करने की आजादी भी। यह आवश्यक है कि हम अपना लक्ष्य पहचानें और इसे पाने का सुगम रास्ता निकालें। एक और अपनी कमजोरी और अपनी शक्ति स्वयं पहचानती है। दुसरों द्वारा बताएं रास्ते उसको जंच नहीं सकते। एक स्त्री अच्छी तरह जानती है कि वह स्त्रियों की कंपनी में रहना चाहती है या पुरुषों के बीच रहकर अपने काम निष्पादित कर सकती हैं। वह अपने निर्णय को प्राथ्मिकता देती है या समूह निर्णय को? जब वह यह सोचने लगेगी तो परिवर्तन अपने आप दिखेगा। क्योंकि इन सभी प्रयासों में स्त्री ने सरकारों और समाज ने अपेक्षा की, किन्तु जिस दिन वह खुद को बदलेगी, अपनी लड़ाई स्वयं लड़ेगी वह जीत जायेंगी। वस, जरुरत है तो उन्हें जानने की और स्वयं के सोच में थोड़े परिवर्तन की। क्योंकि सर्वविदित है स्त्री बाहर से फूल सी कोमल है लेकिन भीतर से चट्टान सी, इच्छाशक्ति से परिपूर्ण और सबसे महत्वपूर्ण, वह शक्ति जो एक महिला को ईश्वर ने दी है, वह है उसकी सृजनशक्ति। ईश्वर ने धरती पर जीवन के सृजन का जरिया स्त्री को बनाकर उस पर अपना भरोसा जताया है। उसने स्त्री और पुरुष दोनों को अलग-अलग बनाया है और वे अलग-अलग ही हैं। यह हर स्त्री के समझने का विषय है कि स्त्री की पुरुष से भिन्नता ही उसकी शक्ति है, उसकी खुबसूरती है उसे वह अपनी शक्ति के रुप में ही स्वीकार करें, अपनी कमजोरी न बनाएं। 

यह खबर वाकई परेशान करने वाली है कि देश में पिछले एक दशक में कामकाजी महिलाओं की संख्या घटी है। चैथे नैशनल फैमिली हेल्थ सर्वे के अनुसार 2005-06 में वेतनभोगी महिला कर्मचारियों की संख्या 28.6 फीसदी थी, जो 2015-16 में 24.6 प्रतिशत रह गई। चार प्रतिशत की गिरावट कोई मामूली बात नहीं है। यह ऐसे समय में हुआ है, जब महिलाओं के विकास और सशक्तीकरण की बड़ी-बड़ी बातें कही जा रही हैं और जोरशोर से यह दोहराया जा रहा है कि औरतें हर मोर्चें पर आगे आ रही है। पर जमीनी हकीकत कुछ और है। पिछले कुछ वर्षों में महिलाओं ने बड़ी संख्या में नौकरी छोड़ी भी है। खासकर दिल्ली के निर्भया कांड के बाद अनेक शहरों से महिलाओं के काम छोड़कर घर बैठ जाने की खबरें आईं। दरअसल सरकार ने निर्भया कांड के बाद महिला सुरक्षा को लेकर कई तरह के कदम उठाने की घोषणा की थी, पर तमाम घोषणाएं कागज पर ही रह गईं। महिलाओं के साथ अपराध में कोई कमी नहीं आई है। इसलिए शिक्षा का स्तर बढ़ने के बावजूद कामकाजी महिलाओं की संख्या नहीं बढ़ पा रही है। समाज में असुरक्षा के अलावा नौकरी की असुक्षा भी एक वजह है। आज भी देश के सरकारी या निजी तंत्र में स्त्री कर्मियों के प्रति सोच बदली नहीं है। 

आधुनिकता और समानता का राग अलापने वाले वाले कॉरपोरेट सेक्टर में भी महिलाओं को वह सब नहीं मिल पाया है, जिसकी वे हकदार हैं। आम तौर पर कंपनियां महिलाओं को टूरिंग सेल्स जॉब से दूर रखती हैं क्योंकि इसमें यात्रा करने की जरूरत पड़ती है। उन्हें निर्णायक पदों से वंचित होना पड़ता है और कई तरह के भेदभाव झेलने पड़ते हैं। अक्सर मैटरनिटी लीव लेने के बाद महिलाओं की नौकरी चली जाती है। और उनकी जगह किसी महिला से ही भरी जाए, यह जरूरी नहीं है। कई जगहों पर एक ही काम के लिए महिलाओं को पुरुषों के मुकाबले कम वेतन मिलता है। इन्हीं सब वजहों से जैसे-जैसे महिलाएं करियर में पायदान पर ऊपर जाती हैं, उनकी संख्या कम होती जाती है। आज ऊंची जगहों पर काम कर रही अनेक वरिष्ठ महिला प्रफेशनल्स ने स्वीकार किया है कि उन्हें नौकरी में भेदभाव सहना पड़ा है। साफ है कि अभी महिलाओं के लिए बहुत कुछ किया जाना बाकी है। नौकरीपेशा औरतों की संख्या में कमी हमारे विकास कार्यों पर एक प्रश्नचिह्न की तरह है। यह राष्ट्रीय चिंता का विषय होना चाहिए कि कैसे कामकाजी महिलाओं की तादाद बढाई जाए और हर तरह की नौकरियों में उन्हें बराबर की जगह मिले।  

बहरहाल, नैशनल फैमिली हेल्थ सर्वे के कुछ आंकड़े राहत भी देते हैं। जैसे महिलाओं की साक्षरता दर बढ़ी है। वर्ष 2005-06 में उनकी लिटरेसी 55.1 प्रतिशत थी, जो वर्ष 2015-16 में बढ़कर 68.4 फीसदी हो गई। कम उम्र में बेटियों की शादी कर देने की प्रवृत्ति में कमी आई है। वर्ष 2005-06 में 47.4 प्रतिशत लड़कियों की शादी 18 से कम उम्र में कर दी गई थी पर वर्ष 2015-16 में ऐसी लड़कियों की संख्या घटकर 26.8 रह गई। लेकिन बड़ा सवाल तो यह है कि इस आधुनिकता की चकाचैंध में हर रोज फैशन के साथ मोबाइल बदल रहे है। मगर, दुर्भाग्य है आजादी के 69 साल बाद भी हमारी करोड़ों माताएं-बहने शौच के लिए शाम ढ़लने का इंतजार करती है। कहीं खुले में शौच करने को विवश हैं, तो कहीं घंटों लाइन में लगकर अपनी बात की प्रतिक्षा। बात आंकड़ों की जाएं तो घरों में शौचालय न होने के नाते भारत में 29.2 करोड़ महिलाएं खुले में शौच करती है। 12.1 फीसदी ऐसी महिलाएं है जो घर से बाहर शौच के लिए निकली तो उनके साथ कोई न कोई वाकया हो गया। इनमें अधिकतर केस गांवों की है, जो पुलिस रिकार्ड में आई। जबकि ऐसे एक-दो नहीं अनगिनत मामले घर के ढ़योड़ी के भीतर सिर्फ इसलिए दफन हो गयी कि उन्हें लोकलाज का खतरा था। 

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वच्छता के प्रतीक राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के 150 वीं जयंती 2 अक्टूबर 2019 तक देश को संपूर्ण स्वच्छता समर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करना चाहते हैं। उनका दावा है वर्ष 2019 तक एक भी महिलाएं शौच के लिए शाम ढ़लने का इंतजार नहीं करेगी। यानि हर गांव का घर शौचालय युक्त हो जाएगा। लेकिन बड़ा सवाल तो यही है मोदी की सरकार को दो साल बीत गए है, लेकिन आंकड़ों में कमी नहीं आई है। दरअसल, स्वच्छता का संबंध सीधे तौर पर हमारे सामाजिक ताना-बाना से जुड़ा हुआ है। आज भी देश में एक लाख लोग सिर पर मैला ढ़ोने का काम करते हैं। इस सोच को बदलनी होगी। जिस देश में गांधी जी जैसे महान पुरूष पैदा हुए जो अपना मल खुद साफ करते थे, उस देश में यह प्रथा अब तक क्यों चल रही है। धन्य हैं मोदी जिसने संपूर्ण स्वच्छता का नारा देकर देश के हर गांव-घर में शौचालय उपलब्ध कराने को ठानी है। अब देखना है उनका यह हठ कहां तक सफल हो पाता है। 





(सुरेश गांधी)

स्काईकैण्डल की सीईओ अदिती जोशी ‘नारी शक्ति सम्मान 2017’ से सम्मानित

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नई दिल्ली, स्काई कैंडल की सह संस्थापक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुश्री अदिती जोशी को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस समारोह में ‘नारी शक्ति सम्मान 2017’ से सम्मानित किया गया है। यह अवार्ड उन्हें युवा व्यवसायी के रूप में विभिन्न कारोबारी क्षेत्रों में उनकी उपलब्धियों के लिए दिया गया है। उनका आॅनलाइन व्यवसाय में उल्लेखनीय योगदान है। एलटीजी सभागार, मंडी हाउस में श्री गीता जयंती समारोह समिति द्वारा आयोजित भव्य समारोह में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री श्याम जाजू ने यह सम्मान सुश्री जोशी को प्रदत्त किया। संस्था के अध्यक्ष श्री राजकुमार भाटी ने शाॅल और पुष्प गुच्छ भेंट कर सुश्री जोशी का सम्मान किया। समारोह की अध्यक्षता महापौर दिल्ली श्रीमती सत्या शर्मा ने की। श्री श्याम जाजू ने अपने विचार व्यक्त करते हुए देश के समग्र विकास में युवाशक्ति के योगदान को उल्लेखनीय बताया। उन्होंने प्रधानमंत्री के द्वारा व्यवसाय में युवा प्रतिभाओं एवं नारी शक्ति को आगे लाने और स्टार्टअप को प्रोत्साहित करने की दृष्टि से किये जा रहे प्रयत्नों को देश के विकास में उपयोगी बताया। उन्होंने आॅनलाइन बिजनेस में सुश्री अदिती जोशी की उल्लेखनीय उपलब्धियों के लिए उन्हें बधाई देते हुए कहा कि भारत मंे आॅनलाइन बिजनेस की व्यापक संभावनाएं हैं। विदित हो श्री गौरव गर्ग के द्वारा स्थापित स्काईकैण्डल डाॅट काॅम ने स्वल्प समय में उल्लेखनीय सफलताएं अर्जित की है जिसमें सुश्री अदिती जोशी का महत्वपूर्ण योगदान है। सुश्री अदिती जोशी 26 वर्ष की उम्र में स्टार्टअप के रूप में करीब 70 कर्मचारियों के संगठन का प्रभावी नेतृत्व कर रही हैं। उन्होंने सूचना प्रौद्योगिकी, प्रबंधन और संगठनात्मक परिवर्तन में लैंकेस्टर विश्वविद्यालय प्रबंधन स्कूल, यू.के. से एम.एस.सी. की है। इससे पहले उन्हें अनेक पुरस्कारों से सम्मानित होने का अवसर प्राप्त हुआ है। विदित हो पिछले एक साल से स्काईकैण्डलडाॅटकाॅम आनलाइन दुनिया में  मोमबत्ती, काॅरपोरेट उपहार, लालटेन एवं आम जरूरतों की एक अग्रणी उद्यमी वेबसाइट है। जिसने अल्प समय में आॅनलाइन व्यवसाय को भारत में प्रभावी ढंग से संचालित करने में सफलता पायी है। इस साइट के माध्यम से सभी आय स्तर के लोगों की जरूरतों के सामान को आॅनलाइन उपलब्ध कराने में नये कीर्तिमान स्थापित किये हैं। 


झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर 08 मार्च

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बोरी के भगोरियों में शामील हुए विधायक, 11 टेंकरों से पानी की व्यवस्था की ।

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झाबुआ । बुधवार को गा्रम बोरी में भगोरिया पर्व का उल्लास छाया रहा । भगोरिये में शिरकत करने झाबुआ विधायक शांतिलाल बिलवाल भी पहूंचे और उन्होने  गा्रमीणजनों को  भगोरिया पर्व की बधाईया दी । भगोरिया हाट में विधायक ने जन सुविधा को देखते हुए तथा गा्रमीणों को पेय जल उपलब्ध कराने के लिये 11 पानी के टंेकरों की व्यवस्था की । श्री बलवाल के साथ राजू राठौर, हरू भूरिया , शरमा भूरिया,, रामचंद्र भाबोर, जितेन्द्र पंवार रादुसिंह राठौर सहित बडी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता भी भगोरिया पर्व में शामील हुए । विधायक बिलवाल ने भगोरिया हाट में पानी के स्टाल लगवाकर स्वयं गा्रमीणजनों को शीतल पानी पीलाया । विधायक के इस कदम की बोरी क्षेत्र में काफी प्रसंशा की गई है ।


डा. सैयदना मुफद्दल आलीकदर सैफुद्दीन साहब ने गौषाला के लिये दिये 53 हजार

झाबुआ । दाउदी बोहरा समाज के धर्मगुरू डा. सैयदना मुफद्दल आलीकदर सैफुद्दीन साहब की सर्व समाज के हितार्थ तथा गौमाता के प्रति उनके आदरभाव व स्नेह का अनुकरणीय उदाहरण विगत दिनों धरमपुरी खुजवा में उनके दीव्य आगमन के समय दिखाई दिया । जब डा. सैयदना मुफद्दल आलीकदर सैफुद्दीन साहब बोहरा समाज के कार्यक्रम मे शामीमल होने पधारे तब धरमपुरी खुजावा की श्री केशव माधव बिल्वामृतेश्वर महादेव गौशाला समिति के सदस्यों के छोटे से निवेदन को सहजता से स्वीकार करते हुए उन्होने गौशाला के लिये अपनी और से 53 हजार की राशि आशीर्वाद स्वरूप नगद प्रदान करके जीव सेवा शिव सेवा के महामंत्र को साकार करते हफ अपनी उदारमना छबि को साकार किया । सर्वधर्म समभाव के प्रणेता बोहरा समाज के धर्मगुरू ने गौमाता के प्रति5  अपने नजरिये एवं दृष्टिकोण काक अनुपम उदाहरण पेश किया । गौशाला की ओर से डा. सैयदना मुफद्दल आलीकदर सैफुद्दीन साहब केा कृतज्ञता पत्र सौप कर गौसेवा के कार्य के लिये उनके द्वारा प्रदत्त राशि के लिये अन्तर्मन से धन्यवाद ज्ञापित करते हुए उनके सहयोग की गौरव गाथा का बखान किया 

सशक्त महिला से ही संपूर्ण विकास होता है, अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर अतिथियों ने रखे अपने विचार

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झाबुआ । अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च के अवसर पर आज महिला सशक्तिकरण विभाग द्वारा स्थानीय एम-2 हाॅटल में सम्मान समारोह आयोजित किया गया। महिला दिवस के अवसर पर प्रभारी कलेक्टर श्री अनुराग चैधरी, जिला पंचायत अध्यक्ष सुश्री कलावती भूरिया ने महिलाओं को संबोधित करते हुवे कहा कि आदिवासी प्रधान झाबुआ जिले में महिला सशक्तिकरण की दिशा में अनुकरणीय माहौल है, यहां जिला एडीसनल एस.पी. से लेकर जिले की विधायक सुश्री निर्मला भूरिया, जिले की जिला पंचायत अध्यक्ष सुश्री कलावती भूरिया, सहायक आयुक्त शकुंतला डामोर, उप संचालक जनसम्पर्क अनुराधा गहरवाल आदि ने अपने कर्तव्य के माध्यम से महिला सशक्तिकरण का उदाहरण प्रस्तुत किया है। प्रदेश के मंत्रीमंडल में भी महिला मंत्रीगणो ने प्रदेश के विकास में अहम भूमिका निभाई है। जिले में ग्राम पंचायतों में निर्वाचित हुई महिला सरपंचो को अपने पतियों पर आश्रित नहीं रहना पडे और सतत अपने क्षैत्र के विकास में अपनी सक्रिय भूमिका निभा सके इसके लिये ऐसा वातावरण निर्मित किया जावे कि उन्हें अपने कर्तव्य एवं अधिकारों की जानकारी हो और वे सशक्त महिला की रूप में उभरकर सामने आये। वे ये समझ सके कि वे किसी भी स्तर पर पुरूषो से कम नहीं है और वह भी मुख्याधारा में आकर प्रदेश एवं अंचल के विकास में सहभागी हो सकती है। मध्यप्रदेश की सरकार के प्रयास से महिलाओं ने समाज के विकास में अपना सशक्त योगदान प्रदर्शित किया है। देश का संपूर्ण विकास महिलाओं के विकास के साथ ही संभव है। समाज के विकास के लिए पुरूष एवं महिला दोनो का समन्वित विकास जरूरी है। कार्यक्रम को अन्य अतिथियों में श्री दौलत भावसार, एडीसनल एसपी श्रीमती रचना भदौरिया, भारती सोनी ने भी संबोधित करते हुए कहां कि नारी को ऊर्जा देने की जरूरत नहीं है वह आदिशक्ति स्वयं ऊर्जावान है एवं उन्होने जिले तथा प्रदेश में सरकार द्वारा नारी सशक्तिकरण के क्षेत्र में किये जा रहे कार्यो की जानकारी दी। आभार प्रदर्शन जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास श्री आर.एस जमरा ने किया। अतिथियों का स्वागत महिला सशक्तिकरण अधिकारी श्री बघेल ने किया। कार्यक्रम में अतिथियों द्वारा जिले में उत्कृष्ट कार्य करने वाली सशक्त महिलाओं को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में जिला अधिकारी ब्लाक स्तरीय अधिकारी एवं सभी विभागों की महिला शासकीय सेवक एवं शौर्यादल की महिलाएं उपस्थित थी। कार्यक्रम में, श्रीमती रचना भदोरिया ए0एस0पी, श्रीमती अनिता तोमर पुलिस विभाग, श्रीमती ममता चंगोड, जिला कोषालय अधिकारी, अनुराधा गहरवाल उप संचालक जनसम्पर्क, श्रीमती अन्नु भाबोर प्रौेढ शिक्षा झाबुआ, डाॅ. श्वेता जमरा सहायक अधीक्षक भू-अभिलेख, श्रीमती सविता सिघाडिया सरपंच नवापाडा, श्रीमती कालीबाई सरपंच सदावा, कु. मुनीता कानु मचार को स्वयं का बाल विवाह रूकवाने के लिए एवं सुश्री रूकमणी वर्मा इत्यादि को अपने क्षैत्र में सशक्त महिला के रूप में सम्मानित किया गया।

जमीन भू-खण्डो की भूमियों की दरे होगी बाजार मूल्य के समकक्ष
  • प्रभारी कलेक्टर की अध्यक्षता में जिला मूल्यांकन समिति की बैठक संपन्न

झाबुआ । जिला मूल्याकंन समिति की बैठक आज प्रभारी कलेक्टर श्री अनुराग चैधरी की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में निर्णय लिया गया कि जिले के बडे गांवांें जैसे पारा, कल्याणपुरा, कुंदनपुर, रामा, कालीदेवी, रायपुरिया, मदरानी, अगराल, रंभापुर, काकनवानी, सारंगी, बामनिया, थांदला नवापाडा, मछलई,माता, सुतरेटी, थांदला ग्रामीण, चैनपुरी, तलावली, नौगांवा, समोई, कंजावानी खास इत्यादि में गैर आदिवासी भूमियों भवनो एवं भूखण्डों की दरों को बाजार मूल्य के समकक्ष ले जाने की कार्यवाही की जाएगी। शहरी क्षेत्रो में मुख्य मार्गो एवं बाजार मार्ग पर स्थित अचल संपत्तियों की दरों में पर्याप्त वृद्धि की जाएगी। ग्रामीण क्षेत्र की कृषि भूमि एवं आदिवासी संपत्तियों पर वृद्धि कम की जाएगी। कुछ जगह दरे पूर्व से ही अधिक होने से यथावत रखी जाएगी। बैठक में पंजीयक श्री प्रभात वाजपेयी ई.ई. पी डब्ल्यू डी यादव, महाप्रबंधक उद्योग मोरे, एसडीएम, समस्त उप पंजीयक मेघनगर, थांदला, पेटलावद, झाबुआ उपस्थित थे।

पांचवी एवं आठवी की परीक्षा के लिए स्वाध्यायी, परीक्षार्थियों के आवेदन 15 मार्च तक आमंत्रित

झाबुआ । सहायक आयुक्त आदिवासी विकास श्रीमती शकुन्तला डामोर ने बताया कि राज्य शिक्षा केन्द्र म.प्र. भोपाल द्वारा प्रदाय निर्देश अनुसार जिले में कक्षा 5 वी एवं 8 वी स्वाध्यायी परीक्षार्थियों के आवेदन 15 मार्च 2017 तक भरे जायेगे। इच्छुक विद्यार्थी आवेदन खंण्ड शिक्षा अधिकारी विकास खण्ड कार्यालयों से प्राप्त कर निर्धारित परीक्षा शुल्क के साथ जमा कर सकते है। जिला स्तर पर स्थापित परीक्षा केन्द्र पर परीक्षा 24 मार्च 2017 से प्रारंभ होकर 3 अप्रैल 2017 तक सम्पन्न होगी।

जिले में कल्याणपुरा, मदरानी, माछलिया करवड, उमरकोट, ढेकल, बोडायता में आज भगौरिया पर्व मनाया गया
  • जिले वासियों ने भगौरिया हाट में झूला चकरी का लिया आनंद

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झाबुआ । होली के पूर्व साप्ताहिक हाट बाजार में सात दिनों तक लगने वाला परंपरागत पर्व भगोरिया झाबुआ जिले में अपने पूरे परवान पर है। जिले के कल्याणपुरा, ढेकल, उमरकोट, माछलिया, मदरानी, करवड एवं बोडायता में आज भगौरिया उत्साह व उमंग के साथ मनाया गया। सुबह से ही ग्रामीण अंचलों से युवक-युवतियां सजधज कर अपने परंपरागत वेशभूष के साथ आधुनिक परिधान में ढोल मांदल की थाप पर नाचते गाते शामिल होने लगे थे। भगोरिया मेले में आये युवक युवतियों ने पान कुल्फी आईस्क्रीम व शर्बत का जायका लिया। त्यौहार की तरह उत्साह पूर्वक अपने रिश्तेदारो को भी पान एवं आइस्क्रीम मिठाई खिला कर अभिवादन किया। सौन्दर्य प्रसाधन के सामान, कपडे आदी की दुकाने भी बडी मात्रा में लगी थी। दोपहर बाद भगोरिया मेला परवान चढा चारो और भीड ही भीड दिखी हर कोई भगोरिया की मस्ती में नाचते गाते कुर्राटी मारते हुए झुम रहा था। जिला प्रशासन द्वारा भगोैरिया उत्सव में शर्बत व ठण्डे पेयजल की व्यवस्था की गई। ग्रामीणों ने शर्बत का जायका भी लिया।

प्रदर्शनी व नुक्कड नाटक के माध्यम से दी गई शासन की योजनाओं की जानकारी
भगौरिया उत्सव में उत्सव का आनंद लेने आये ग्रामीणो को नुक्कड नाटक के माध्यम से स्वच्छ भारत मिशन, बाल विवाह रोकने, दहेज दापा रोकने, कन्यादान योजना की जानकारी दी गई एवं भगौरिया उत्सव स्थल पर जनसंपर्क विभाग द्वारा प्रदर्शनी लगाकर लाडली लक्ष्मी योजना, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना मुख्यमंत्री मजदूर सुरक्षा योजना, प्रधान मंत्री आवास योजना, मनरेगा योजना, कृषि संबंधी योजनाओं की जानकारी दी गई।

झूले चकरी एवं कुल्फी के ठेले पर उमडी भीड
भगोरिया मेले में झूले, चकरी, एवं कुल्फी के ठेले आदि विशेष आकर्षण का केन्द्र थे। इन स्थानों पर सुबह से ही भीड थी हर कोई झुलने के लिए लाईन में अपनी बारी का इंतजार कर रहा था। झुले में झुलने का उत्साह जबरजस्त देखने को मिला। बच्चों सहित युवक-युवतियांे ने हंसी ठिठोली के साथ झुलने का आंनद लिया 9 मार्च को जिले के पारा, समोई, हरिनगर, एवं सारंगी, में भगौरिया उत्सव मनाया जायेगा।

रिक्सा की टक्कर से एक की मोत अन्य एक घायल
   
झाबुआ । आरोपी अज्ञात त्रि चक्रिय रिक्सा चालक ने तेज गति व लापरवाही पूर्वक रिक्सा चलाकर लाया व मृतक मुकेश पिता मोहनसिंह मछार उम्र 25 वर्ष नि. ककरादरा की मो.सा. को टक्कर मार दी जिससे मुकेश की मृत्यु हो गयी व पीछे बैठा चिकु को चोंट आयी। प्रकरण में थाना राणापुर में अपराध क्रं. 77/17 धारा  279,337,304ए भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

छेड़छाड़ के दो अपराध पंजीबद्ध
        
झाबुआ ।  फरियादिया ने बताया कि वह स्कुल के बाहर रोड पर खडी थी आरोपी सुभाष पिता बल्लु नि. खोरिया मोटर सायकल लेकर आया और चल मो.सा. पर बैठ कहकर बुरी नियते से हाथ पकडा व बात किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी दी। प्रकरण में थाना पेटलावद में अपराध क्रं0 122/17 धारा 354,506 भादवि व 7/8 पास्को एक्ट का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। फरि‍यादिया ने बताया कि आरोपी सतिष पिता सोहन हेलोत नि. सजेली जोखनी सात पास आकर बोला चल तुझे अपनी औरत बनाकर रखुंगा कहकर बुरी नियत से हाथ पकडा  फरि. के चिल्लाने पर फरि. के पति व अन्य लोगो की मदद से आरोपी को पकड कर थाने लाया गया। प्रकरण में थाना थांदला में अपराध क्रं0 87/17 धारा 354ए भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

अन्तराष्ट्रीय महिला दिवस पर गृह मंत्री ने झाबुआ एसपी को किया पुरस्कृत

झाबुआ । अन्तराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर बालिका सशक्तीकरण के अन्तर्गत बालिकाओं को शिक्षा के लिए कम से कम 18 वर्ष तक पढने के लिए प्रेरित करना एवं बालिकाओं को सशक्त बनाने हेतु महाअभियान चलाया जा रहा है। उक्त उत्कृष्ठ कार्य हेतु माननीय गृह परिवहन मंत्री भुपेन्द्र सिंह जी के द्वारा पुलिस अधीक्षक, श्री महेश चन्द्र जैन को पुरस्कृत किया गया है।

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 08 मार्च

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अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय, कार्य करने वाली महिलाएं पुरस्कृत हुई
  • महिला उत्थान के बिना समाज का सर्वागणी विकास संभव नही-राज्यमंत्री श्री मीणा

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आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर नगरपालिका प्रागंण में कार्यक्रमों का आयोजन किया गया था। उक्त आयोजन में जिले की ऐसी महिलाएं जिनके द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय ख्याति अर्जित की गई है। उन्हें अतिथियों द्वारा सम्मानित किया गया। पूरे कार्यक्रम के दौरान महिलाएं ही आयोजन स्थल के मंच पर मंचासीन रही। उद्यानिकी राज्यमंत्री श्री सूर्यप्रकाश मीणा ने कहा कि महिलाओं के उत्थान के बिना समाज का सर्वागणी विकास संभव नही है। उन्होंने कहा कि महिला और पुरूष दोनो ही विकास के द्योतक है। एक पक्ष कमजोर होने से विकास प्रभावित होने लगता है। राज्यमंत्री श्री मीणा ने कहा कि बालिकाओं और महिलाओं के सर्वागीण विकास हेतु राज्य सरकार द्वारा विशेष प्रयास किए जा रहे है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान ने महिलाओं के लिए आरक्षण की व्यवस्थाएं क्रियान्वित की है। महिलाओं का राजनीति, शासकीय नौकरियों में अनुपात बढे इसके लिए पृथक से आरक्षण को लागू कराया गया है। प्रदेश में महिलाओ के लिए बनाई गई योजनाओं और उनके क्रियान्वयन के फलस्वरूप सिंगापुर की सरकार ने मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान को अपने देश का सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित किया है। राज्यमंत्री श्री मीणा ने महिलाओं से कहा कि वे शिक्षित होकर अपना और समाज दोनो का विकास कर सकती है। इससे पूर्व राज्यमंत्री श्री मीणा ने महिलाओं को गुलदस्ता भेंट कर उनका स्वागत किया।  विदिशा नगरपालिका अध्यक्ष श्री मुकेश टण्डन ने कहा कि वर्तमान युग में महिलाओं की प्रगति के बिना किसी भी समाज की प्रगति संभव नही है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान ने महिलाओं के कल्याण हेतु नई-नई योजनाओं का सूत्रपात किया है। समाज में सुधार लाने के दायित्वों को महिलाएं बखूबी निभा सकती है। उन्होंने कहा कि ऐेसे पुरूष जो नशे के आदी हो गए है उन्हें नशाविमुक्त करने में घरों की महिलाएं शुरूआत करंे और जहां कही शासन-प्रशासन की जरूरत होगी वहां पूर्ति कराई जाएगी। श्री टण्डन ने कहा कि महिलाएं अपनी बच्चियों को स्कूल जरूर भेजें। शासन द्वारा बच्चियों को शिक्षित करने के लिए निःशुल्क सुविधाएं मुहैया कराई जा रही है। जिसका वे अधिक से अधिक लाभ लें। एक बच्ची के पढ़ जाने से दो कुलों का नाम रोशन होता हैै। कलेक्टर श्री अनिल सुचारी ने कहा कि शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं का मुख्य उद्वेश्य गरीबों के साथ-साथ महिलाओं को आगे बढाना है। प्राचीनकाल से महिलाओं को बराबरी का हक प्राप्त रहा है। जिसे पुनः प्रतिस्थापित करना है। कोई भी क्षेेत्र का सम्पूर्ण विकास महिलाओं की अनुपस्थिति में संभव नही है। राज्य सरकार द्वारा महिलाओं के उत्थान हेतु किए जा रहे प्रयास परलिक्षित होने लगे है। अब महिलाएं सभी क्षेत्रों में अपनी ख्याति को प्रतिपादित कर रही है चाहे वे प्रशासनिक पद हो, खेल, राजनीति सहित अन्य क्षेत्र में शामिल है। कार्यक्रम को सीडब्ल्यूसी की अध्यक्ष श्रीमती मंजरी जैन समेत अन्य महिला जनप्रतिनिधियों ने भी सम्बोधित किया। इससे पहले एकीकृत बाल विकास सेवाएं की जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती विनीता कास्बा ने आयोजन के उद्वेश्यों को रेखंाकित किया। उन्होंने समाज में महिलाओ की भूमिका अति महत्वपूर्ण बताया। 


सम्मान
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर विभिन्न क्षेत्रों में ख्याति अर्जित करने वाली 81 महिलाओं को सम्मानित किया गया जिसमें पोषण जागरूकता, आर्थिक स्वालम्बन के क्षेत्र में, स्वच्छता, खेलकूद, समाजसेवा, बाल कल्याण, रोजगार क्षेत्र, स्वंयसेवी संस्था, राजस्व, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभागों में पदस्थ महिलाओं के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्यो को सम्पादित करने वाली महिलाओं को अतिथियों द्वारा सम्मानित किया गया है। 

लाइव प्रसारण
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के सम्बोधन का गुजरात के गांधीनगर से लाइव प्रसारण कार्यक्रम स्थल पर प्रसारित किया गया था जिसे अतिथियों के साथ-साथ उपस्थित जनप्रतिनिधि, महिलाओं, अधिकारी, कर्मचारी और गणमान्य नागरिकों ने देखा। 

उत्पादकों का प्रदर्शन
आयोजन स्थल पर महिला स्व-सहायता समूहो के माध्यम से तैयार की जाने वाली सामग्री का प्रदर्शन कर विक्रय किया गया। कुपोषित बच्चों को पौष्टिक दलिया एवं प्रोटीन नेस्ट पावडर का वितरण किया गया। क्ंिलटन फाउंडेशन माधवी पांडे एवं अमित राठौर ने लालिमा अभियान एवं फोर्टीफाइव फूड के बारे में विस्तृत जानकारी दी। शिविर स्थल पर 45 अति कम वजन के बच्चो को स्नेह सरोकार के माध्यम से सामग्री वितरित की गई । जिसमें पौष्टिक दलिया महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी, कर्मचारियों के द्वारा क्रय कर दिया गया। इसी प्रकार प्रोटीन नेस्ट पावडर मेडीकल ऐसोशिएशन के सहयोग से प्रदाय किया गया। 

आवासों के अधिकार पत्रों का वितरण

आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर ग्राम बमोरिया में आयोजित कार्यक्रम में उद्यानिकी तथा  खाद्य प्रसंस्करण (स्वतंत्र प्रभार), वन राज्यमंत्री श्री सूर्यप्रकाश मीणा ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत जिन हितग्राहियों को आवास स्वीकृत किए गए है उन्हें स्वीकृत पत्र प्रदाय किए गए। राज्यमंत्री श्री मीणा ने अपने उद्बोधन में कहा कि केन्द्र एवं राज्य सरकार की मंशा है कि हर परिवार के पास अपना स्वंय का अशियाना हो। इसके लिए केन्द्र और राज्य सरकार की योजनाओे के तहत आवासों का निर्माण कराया जा रहा है। ऐेसे हितग्राही जिनका नाम प्रथम सूची में शामिल नही है उनके नाम दूसरी सूची में शामिल करने की कार्यवाही क्रियान्वित की जा रही है।राज्यमंत्री श्री मीणा ने कहा कि गांव चहुंओर सड़कों से जुडे इसके लिए पृथक से कार्ययोजना बनाई गई है जिले के सभी गांव मुख्य सड़कों से जोडे जाएंगे। उन्होंने कहा कि गांव में महिलाएं पुरूषों की तुलना में अधिक कार्य करती है। उन्हें समाज राजनीति के साथ-साथ नौकरियों में स्थान हासिल हो सकें इसके लिए मुख्यमंत्री द्वारा महिलाओं के लिए आरक्षण की व्यवस्था लागू की गई है। कार्यक्रम के दौरान स्थानीय सरपंच के द्वारा मांग पत्र राज्यमंत्री को सौंपा गया। के परिपेक्ष्य में राज्यमंत्री श्री मीणा ने आश्वस्त कराया कि ग्र्राम को मुख्य सड़कों से जोडने के कार्यो को सर्वोच्च प्राथमिकता से किया जाएगा। उन्होंने गांव में स्वच्छता के लिए हर घर में शौचालय बनवाए जा रहे है जिसमें आप सब की सहभगिता अनिवार्य है। कार्यक्रम स्थल पर श्री रणवीर सिंह बघेल, श्री चंदन सिंह बघेल, श्री चंदन सिंह बघेल, श्री शैलेन्द्र सिंह बघेल, श्री लालाराम अहिरवार सहित अन्य गणमान्य नागरिक एवं ग्रामीणजन मौजूद थे

हड्डी एंव जोडरोग उपचार षिविर 12मार्च को
सेवाभारती भवन श्रीकृध्ण कालोनी दुर्गानगर में 12 मार्च को सुबह 11 बजे से हड्डी एंव जोड रोग से पीड.ीत मरीजों के उपचार के लिये षिविर आयोजित किया गया हैं। इस षिविर मे भोपाल के चिकित्सा विषेषज्ञ डाॅ, विषाल बंसल दृारा किया जायेगा। सेवा भारती के सचिव राजीव भार्गव ने ऐसे मरीज जो हड्डी के सभी प्रकार के रोगों से पीड.ीत हो, जोडो मेें दर्द रहता हो या घुटनो मे सूजन रहती हो कंधे मे दर्द साइटिका कमर दर्द बाले मरीज  षिविर का लाभ लेने के लिए अपना पंजीयन 12 मार्च को सुबह 10बजे से 12 बजे तक सेवा भारती भवन श्रीकृध्ण कालोनी दुर्गानगर में करा सकते हैं।

सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर 08 मार्च

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अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर समारोह का आयोजन संपन्न

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अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च के अवसर पर सम्मान समारोह का आयोजन स्थानीय शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय क्र. 1 सीहोर में महिला सषक्तिकरण विभाग द्वारा आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सदस्य राज्य महिला आयोग म.प्र. श्रीमती सूर्या चैहान उपस्थित थी एवं समारोह की अध्यक्षता कलेक्टर डाॅ सुदाम खाडे ने की। इस अवसर पर जिला महिला सषक्तिकरण अधिकारी श्रीमती रंजीता पटेल, जिला विधिक सहायता अधिकारी श्रीमती आरती शुक्ला पाण्डेय, श्री श्याम धूर्वे, जिला रोजगार अधिकारी,   श्री आर.के. बांगरे प्राचार्य उत्कृष्ट विद्यालय, बी.के. पंचषीला क्षेत्रीय संयोजिका ब्रम्हकुमारीज़ सीहोर, श्रीमती सुनीता शाक्य पार्षद वार्ड 14, श्रीमती नीता यादव, पार्षद वार्ड 24, श्रीमती ज्योति अग्रवाल अध्यक्ष अग्रवाल महिला मण्डल उपस्थित थी। सर्वप्रथम अतिथियों का स्वागत एवं सरस्वती वंदना कार्यक्रम किया गया। उसके पष्चात् उपस्थित प्रतिभागियों को महिला दिवस के बारे में संक्षिप्त जानकारी दी गई। कार्यक्रम में उल्लेखनीय कार्य करने वाली महिलाओं/बालिकाओं को भी आमंत्रित किया गया। समारोह को मुख्य अतिथि सदस्य राज्य महिला आयोग श्रीमती सूर्या चैहान ने अपने उद्बोधन में कहा कि महिलाओं को स्वप्रेरणा से आगे बढ़ना चाहिए और महिलाओं को हर दिन सम्मान मिलना चाहिए। देश की महिलाएं खेल, चिकित्सा, सैना, प्रषासन, राजनीति जैसे सभी क्षेत्रों आगे बढे़ और अपना व प्रदेष का नाम रोषन करें। समारोह के अध्यक्ष कलेक्टर डाॅ सुदाम खाडे ने अपने उद्बोधन में महिलाओं से संबंधित शासन की योजनाओं की जानकारी दी एवं महिलाओं को सषक्त बनकर समाज की मुख्य धारा से जुडने संबंधी बाते कही। जिला विधिक सहायता अधिकारी श्रीमती आरती शुक्ला,ने अपने उद्बोधन में महिलाओं एवं बालिकाओं को कानून एवं महिलाओं से संबंधित अधिनियमों की जानकारी दी। जिला रोजगार अधिकारी श्री श्याम धूर्वे ने अपने उद्बोधन में  उपस्थित छात्राओं को केरियर संबंधी जानकारियां दी कि छात्राएं किस प्रकार पाठ्यक्रमों का चयन करे एवं अपने उज्जवल भविष्य का निमार्ण करें। पा्रचार्य उत्कृष्ट विद्यालय सीहोर श्री आर.के बांगरे ने उद्बोधन में कहा कि, बच्चियों को भी समान षिक्षा का अधिकार प्राप्त है। हमारे विद्यालय में 85 प्रतिषत से अधिक अंक प्राप्त करने वालों में अधिकांष बालिकाएं है। जिला महिला सषक्तिकरण अधिकारी सीहोर श्रीमती रंजीता पटेल ने अपने उद्बोधन में महिलाओं को सषक्त होने एवं विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी दी। क्षेत्रीय संयोजिका ब्रम्हकुमारीज़ बी.के.पंचषीला ने अपने उद्बोधन में महिलाओं को आध्यात्मिक विषय पर आधारित जानकारियां दी एवं आज के युग में महिलाएं किस प्रकार से स्वयं को ढाले एवं भागदौड भरी जिन्दगी में सुकून पाने के लिए ध्यान एवं योग का सहारा लें। साथ ही प्रतिदिन ब्रम्हकुमारीज़ में संचालित होने वाले ध्यान योग कार्यक्रम में सहभागी बनने हेतु आमंत्रित किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री महिला सषक्तिकरण योजना के हितग्राही निर्मला लोधी, रेखा व्यास, चिंता मालवीय को कलेक्टर डाॅ सुदाम खाडे द्वारा प्रमाण-पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। श्रीमती ज्योति अग्रवाल को समाज सेवा के क्षेत्र में, श्रीमती छाया गुप्ता (षिक्षिका शा.क.उ.मा.वि. इछावर), श्रीमती सीमा मालवीय (षिक्षिका शा.मा.शा. बावडिया गोैसाई) को षिक्षा के क्षेत्र में एवं श्रीमती नसीम बानों इछावर को साहसिक कार्य, श्रीमती वसुधा दुबे व श्रीमती प्रीति मुद्गल को महिलाओं की कानूनी मदद करने एवं नीता सिंह को पारिवारिक परामर्ष हेतु अतिथियों द्वारा ट्राफी प्रदान कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर महिला सषक्तिकरण विभाग के समस्त अधिकारी/कर्मचारी श्री अमित दुबे (बाल संरक्षण अधिकारी), श्री आषीष तिवारी (लेखापाल), श्रीमती शशि राठौर (सामाजिक कार्यकर्ता), सुश्री रमा परते (विकासखण्ड महिला सषक्तिकरण अधिकारी सीहोर), श्रीमती गीता ठाकुर (विकासखण्ड महिला सषक्तिकरण अधिकारी आष्टा), श्रीमती ममता भट्टाचार्या        (विकासखण्ड महिला सषक्तिकरण अधिकारी इछावर) उपस्थित थी। कार्यक्रम का संचालन परामर्ष दाता श्री सुरेष पांचाल, एवं आभार श्रीमती उषा शर्मा ने व्यक्त किया।



अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का आयोजन संपन्न 

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सी. आर. डी. ई. कृषि विज्ञान केन्द्र, सेवनियाॅ, जिला सीहोर द्वारा अंगीकृत गोद ग्राम बिछिया, विकासखण्ड सीहोर में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का आयोजन किया गया। कार्यकम में मुख्यरूप से शारदा फोगाट, कार्यपालक संचालिका, कृषि विज्ञान केन्द्र, सीहोर, अभिनव फोगाट, प्रोजेक्ट डायरेक्टर, सी. आर. डी. ई. कृषि विज्ञान केन्द्र, सीहोर, अजित कृपाल साहू, वैज्ञानिक, फसल उत्पादन, संदीप चैहान, वैज्ञानिक, कृषि प्रसार, कृषि विज्ञान केन्द्र, सेवनियाॅ, सीहोर, गीताबाई/तीरथ सिंह, सरपंच, ग्राम बिछिया व ग्रामीण की अन्य महिलाओं ने भाग लिया। कार्यक्रम में शारदा फोगाट, कार्यपालक संचालिका, कृषि विज्ञान केन्द्र, सेवनियाॅ ने महिला शक्तिकरण, नारी सम्मान, स्वच्छता का जीवन में महत्व पर विस्तार से चर्चा की। अजित कृपाल साहू, वैज्ञानिक, फसल उत्पादन, कृषि विज्ञान केन्द्र, सीहोर ने फल व सब्जियों के प्रसंस्करण, पोषण में दालों की भूमिका, पोषण हेतु दुग्ध एवं दुग्ध उत्पादन का महत्व आदि पर विस्तार से जानकारी देते हुए इसे अपनाने हेतु प्रेरित किया। अभिनव फोगाट, प्रोजेक्ट डायरेक्टर, सी. आर. डी. ई. कृषि विज्ञान केन्द्र, सीहोर ने महिलाओं में पोषण का महत्व पर चर्चा करतु हुए कहा कि दैनिक जीवन में सब्जियों की भूमिका व महत्व पर विस्तार से जानकारी दी। कार्यक्रम में संदीप चैहान, वैज्ञानिक, कृषि प्रसार, कृषि विज्ञान केन्द्र, सीहोर ने अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस के उद्देष्य पर प्रकाया डालते हुए स्वच्छता का जीवन में महत्व, गृह वाटिका पोषण का आधार पर विस्तार से जानकारी दी। गीताबाई, सरपंच, बिछिया, विकासखण्ड सीहोर ने महिलाओं को स्वरोजगार हेतु प्रेरित करते हुए फल व सब्जी प्रसंस्करण व परिरक्षण पर चर्चा की। पोषण जागरूकता को दृष्टिगत रखते हुए कार्यक्रम में प्रदर्षनी लगाई गयी, जिसमें आॅवला मुरब्बा, आॅवला केण्डी, राजगिरा के लड्डू, आॅवला अचार, पौष्टिक सब्जियाॅ जैसे: पालक, धनियाॅ, सेम, बैंगन, मैथी, गाजर, चुकन्दर आदि, सोया नट्स, सोया पापड आदि की भी जानकारी दी गयी। कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं द्वारा लोकगीत भी प्रस्तुत किये गये। 

जिला पंचायत सीहोर एवं आईटीसी के संयुक्त तत्वाधान में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर महिलाओं का अभिनंदन

जिला पंचायत सीहोर एवं आईटीसी मिषन सुनहरा कल के संयुक्त तत्वाधान में सीहोर के क्रिसेंट ग्रीन ग्राउंड में अंतराष्ट्रीय महीला दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सीहोर विधायक श्री सुदेष राय उपस्थित थे तथा विषेष अतिथि के रूप में कलेक्टर डाॅ. सुदाम खाड़े और अन्य अतिथि के रूप में जिला पंचायत सी.ई.ओ. डाॅ. केदार सिह, आईटीसी से गिरीराज शाह, समर्थन एवं समस्त आईटीसी से अन्य साथी उपस्थित थेें। कार्यक्रम में आईटीसी के कार्यक्रम क्षेत्र व समस्त जिले से 450 महिलाओं ने भाग लिया । गौरतलब है कि आईटीसी मिषन सुनहरा कल सीहोर के ग्रामीण क्षेत्र में विषेष रूप से महिलाओं से संबंधित सुषासन एवं पंचायती राज व्यवस्था, स्वच्छता के क्षेत्र में व वित्तीय समावेष के द्वारा ग्रामीण महिलाओं को जागरूक करतें हुए उन्हें ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक - सामाजिक रूप से पूर्णरूपेण सषक्त रूप से कर रही है।इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सीहोर विधायक सुदेष राय ने महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि महिला सषक्ति के महत्व को जिले की तरक्की, खुषहाली व विकास से जोड़ा जए। उन्होंने उपस्थित सभी महिलाओं का अभिनंदन किया । इस अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित करतें हुए कार्यक्रम के विषेष अतिथि कलेक्टर डाॅ. सुदाम खाडें ने कहा कहा महिला दिवस वर्ष में एक दिन क्यों बनाया जाता हैं यह तो 365 दिन ही रहता है। साथ ही उन्होनें कहा कि आईटीसी मिषन सुनहरा कल जिले कि उन महिलाओं तक पहंुच गया है जहां तक पहुच पाना संभव नही हो पाता। इस अवसर पर विषेष अतिथि ने कहा कि आगामी वित्तीय वर्ष में महिलाओं से संबंधित कार्यक्रम किए जाएंगे। इस हेतु प्रत्येक कार्यालय में बैठक रखी जाएगी। कलेक्टर डाॅ खाडे ने कुछ महिलाओं को चिन्हित कर पुरूस्कृत किया। जिले के मुख्य कार्यालय अधिकारी डाॅ. केदार सिंह द्वारा उपस्थित महिलाओं को महिला दिवस की बधाई दी एवं उनके उज्जवल भविष्य की कामना की । कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमति उर्मिला मरेठा आईटीसी मिषन सुनहरा कल की सहयोगी संस्थाए ( सीपा, समर्थन, विभावरी, एन.सी.एच.एस.ई) बंधन व प्रथम संस्था के टीम सदस्यों ने भागीदारी की एवं परियोजना से संबंधित संक्षिप्त जानकारी प्राप्त की।

8 मार्च 2017 अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस

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8 मार्च 2017 अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर सम्मान समारोह का आयोजन स्थानीय शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय क्र. 1 में महिला सषक्तिकरण विभाग द्वारा आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि माननीय श्रीमती सूर्या चैहान, (सदस्य राज्य महिला आयोग म.प्र.) अध्यक्षता श्री सुदाम खाडे (कलेक्टर जिला सीहोर), जिला महिला सषक्तिकरण अधिकारी श्रीमती रंजीता पटेल, जिला विधिक सहायता अधिकारी श्रीमती आरती शुक्ला पाण्डेय, श्री श्याम धूर्वे, (जिला रोजगार अधिकारी), श्री आर.के. बांगरे (प्राचार्य उत्कृष्ट विद्यालय), बी.के. पंचषीला जी, (क्षेत्रीय संयोजिका ब्रम्हकुमारीज़ सीहोर), श्रीमती सुनीता, शाक्य पार्षद वार्ड 14, श्रीमती नीता यादव, पार्षद वार्ड 24, श्रीमती ज्योति अग्रवाल अध्यक्ष अग्रवाल महिला मण्डल आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहें। सर्वप्रथम अतिथियों का स्वागत एवं सरस्वती वंदना कार्यक्रम किया गया। उसके पष्चात् उपस्थित प्रतिभागियों को महिला दिवस के बारे में संक्षिप्त जानकारी दी गई। कार्यक्रम में उल्लेखनीय कार्य करने वाली महिलाओं/बालिकाओं को भी आमंत्रित किया गया। माननीय कलेक्टर महोदय ने अपने उद्बोधन में महिलाओं से संबंधित शासन की योजनाओं की जानकारी दी एवं महिलाओं को सषक्त बनकर समाज की मुख्य धारा से जुडने संबंधी बाते कही। श्रीमती सूर्या चैहान (सदस्य राज्य महिला आयोग) ने अपने उद्बोधन में महिलाओं को स्वप्रेरणा से आगे बढ़ने और महिलाओं को हर दिन सम्मान मिले एवं महिलाएं खेल, चिकित्सा, सैना, प्रषासन, राजनीति जैसे सभी क्षेत्रों आगे बढे़ और अपना व प्रदेष का नाम रोषन करें। श्रीमती आरती शुक्ला (जिला विधिक सहायता अधिकारी),ने अपने उद्बोधन में महिलाओं एवं बालिकाओं को कानून एवं महिलाओं से संबंधित अधिनियमों की जानकारी दी। श्री श्याम धूर्वे (जिला रोजगार अधिकारी), ने अपने उद्बोधन में  उपस्थित छात्राओं को केरियर संबंधी जानकारियां दी, छात्राएं किस प्रकार पाठ्यक्रमो का चयन करे एवं अपने उज्जवल भविष्य का निमार्ण करें। श्री आर.के बांगरे (प्रचार्य उत्कृष्ट विद्यालय सीहोर) ने उद्बोधन में कहा कि, बच्चियों को भी समान षिक्षा का अधिकार प्राप्त है। हमारे विद्यालय में 85 प्रतिषत से अधिक अंक प्राप्त करने वालों में अधिकांष बालिकाएं है। श्रीमती रंजीता पटेल (जिला महिला सषक्तिकरण अधिकारी सीहोर) ने अपने उद्बोधन में महिलाओं को सषक्त होने एवं विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी दी। बी.के.पंचषीला जी (क्षेत्रीय संयोजिका ब्रम्हकुमारीज़) ने अपने उद्बोधन में महिलाओं को आध्यात्मिक विषय पर आधारित जानकारियां दी। एवं आज के युग में महिलाऐं किस प्रकार से स्वयं को ढाले एवं भागदौड भरी जिन्दगी में सुकून पाने के लिए ध्यान एवं योग का सहारा लें। प्रतिदिन ब्रम्हकुमारीज़ में संचालित होने वाले ध्यान योग कार्यक्रम में सहभागी बनने हतु आमंत्रित किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री महिला सषक्तिकरण योजना के हितग्राही निर्मला लोधी, रेखा व्यास, चिंता मालवीय, को माननीय कलेक्टर द्वारा प्रमाण-पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। श्रीमती ज्योति अग्रवाल को समाज सेवा के क्षेत्र में, श्रीमती छाया गुप्ता (षिक्षिका शा.क.उ.मा.वि. ईछावर), श्रीमती सीमा मालवीय (षिक्षिका शा.मा.शा. बावडिया गोैसाई) को षिक्षा के क्षेत्र में एवं श्रीमती नसीम बानों ईछावर को साहसिक कार्य, श्रीमती वसुधा दुबे व श्रीमती प्रीति मुद्गल को महिलाओं की कानूनी मदद करने एवं नीता सिंह को पारिवारिक परामर्ष हेतु अतिथियों द्वारा ट्राफी प्रदान कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर महिला सषक्तिकरण विभाग के समस्त अधिकारी/कर्मचारी श्री अमित दुबे (बाल संरक्षण अधिकारी), श्री आषीष तिवारी (लेखापाल), श्रीमती शषी राठौर (सामाजिक कार्यकर्ता), सुश्री रमा परते (विकासखण्ड महिला सषक्तिकरण अधिकारी सीहोर), श्रीमती गीता ठाकुर (विकासखण्ड महिला सषक्तिकरण अधिकारी आष्टा), श्रीमती ममता भट्टाचार्या ( विकासखण्ड महिला सषक्तिकरण अधिकारी ईछावर) उपस्थित रहे। कार्यक्रम का सफल संचालन परामर्ष दाता श्री सुरेष पांचाल, एवं आभार श्रीमती उषा शर्मा ने व्यक्त किया।

बागमती बांध के निर्माण के रोक पर नीतीश सरकार किसानों-ग्रामीणों को दे रही धोखा: कुणाल

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  • डीएम ने की वादाखिलाफी, 9 मार्च का किया जाएगा मुजफ्फरपुर-दरभंगा फोर लेन जाम.

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पटना 8 मार्च, भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने कहा है कि दशकों पुरानी विनाशकारी बागमती बांध परियोजना पर बिहार सरकार और मुजफ्फरपुर जिला प्रशासन किसानों व ग्रामीणों को लगातार धोखा दे रही है. फरक्का बंाध पर बड़ी-बड़ी बातें करने वाली नीतीश सरकार का रवैया बागमती बांध परियोजना पर ठीक उलटा है. सरकार का यह तरीका बेहद निंदनीय है. उन्होंने कहा कि दशकों बागमती पर बांध को लेकर जन समुदाय में व्यापक आक्रोश है. लोग इस विनाशकारी परियोजना का लगातार विरोध कर रहें हैं और आंदोलनरत हैं. पिछले महीने बागमती बांध निर्माण कार्य को तत्काल रोकने, परियोजना का रिव्यू करवाने और आंदोलनकारियों पर लादे गए फर्जी मुकदमे को अविलंब वापस लेने के सवाल पर मुजफ्फरपुर में एक सप्ताह का सत्याग्रह चला था. आंदोलन के दबाव में जिला प्रशासन ने इन तीनों मसलों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया. लेकिन वात्र्ता में बनी सहमति से मुकरते हुए जिला प्रशासन ने बांध निर्माण के कार्य को जारी रखा. यह सीधे-सीधे ग्रामीणों व किसानों से धोखा है. उन्होंने आगे कहा कि 46 वर्ष पुरानी यह परियोजना आज की तारीख में कहीं से उपयुक्त नहीं है और इससे पूरे उत्तर बिहार का भारी नुकसान होगा. पिछले 50-60 वर्षांे में बागमती नदी की संरचना और बहाव में बड़ा परिवर्तन आया है, और इस तरह पुरानी योजना अप्रासंगिक हो गई है. मुजफ्फरपुर जिला में जिस बागमती पर तटबंध बनाये जा रहे हंै, उन तटबंधों के दोनो ओर बागमती की कई छारण धाराएं बह रही हंै। इस तरह से तटबंध लाभ पहुंचाने के बदले अतिरिक्त परेशानी पैदा करेंगे, क्यांेकि तटबंध के भीतर के लोग भी परेशान होेंगे और बाहर के भी. तटबंध के चलते दरभंगा और मुजफ्फरपुर की सैकड़ो बस्तियां उजड़ जाएंगी, और हजारो लोग विस्थापित होंगे. 


जिन इलाकों में तटबंध बन भी गए हंै, वहां भी लोग परेशान हैं, और उन्हें अभी तक पर्याप्त मुआवजा और पुनर्वास नहीं मिला है. लेकिन नीतीश सरकार बागमती परियोजना के खिलाफ चल रहे संघर्ष पर चुप्पी साधे हुए है. इससे स्पष्ट होता है कि नीतीश कुमार जल नीति के सवाल पर केवल अपनी राजनीति चमका रहे हैं. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन के विश्वासघात के खिलाफ कल 9 मार्च को चास-वास जीवन बचाओ, बागमती बचाओ संघर्ष मोर्चा के तहत मुजफ्फरपुर-दरभंगा फोरलेन एनएच 57 को बेनीबाद में जाम किया जाएगा. यदि बांध निर्माण की योजना पर तत्काल रोक नहीं लगायी जाती, तो और बड़ा आंदोलन खड़ा किया जाएगा.

बिहार : मगध वि॰वि॰ शाखा कार्यालय पर रोषपूर्ण प्रदर्शन

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प्रमोटेड विद्यार्थियों को फार्म भरने से रोकने एवं निःशुल्क शिक्षा को लेकर फूटा गुस्सा, शाखा कार्यालय प्रभारी ने की वार्ता, कुलपति एवं परीक्षा नियंत्रक से करायी बात, मांगों की पूर्ति नहीं होने की स्थिति में 10 मार्च को तालाबंदी की चेतावनी।
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पटना:- मगध वि॰वि॰ शाखा कार्यालय पर आज आॅल इण्डिया स्टूडेन्ट्स फेडरेशन के बैनर तले छात्र-छात्राओं ने रोषपूर्ण प्रदर्शन किया। स्नातक द्वितीय खंड के प्रमोटेड विद्यार्थियों को स्नातक तृतीय खंड के परीक्षा फार्म भरने से रोकने, सभी छात्राओं एवं अनुसूचित जाति/जनजाति के छात्रों को निःशुल्क शिक्षा के राज्य सरकार के आदेश का पालन, स्नातक द्वितीय एवं तृतीय खंड का लंबित परीक्षाफल जारी करने को लेकर आक्रोशित थे। आंदोलनकारी छात्रों का जुलूस काॅलेज आॅफ काॅमर्स गेट से निकला। मगध वि॰वि॰ पटना शाखा कार्यालय पर आंदोलनकारियों के उग्र तेवर देख शाखा कार्यालय प्रभारी प्रो॰ आशा सिंह ने आकर बात की। शाखा कार्यालय प्रभारी प्रो॰ सिंह ने कहा कि शाखा कार्यालय के नोडल अफसर श्यामल किशोर को छात्रों की समस्या को लेकर विश्वविद्यालय मुख्यालय भेजा गया है। आंदोलनकारी छात्रों के सात सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल से वार्ता के लिए शाखा कार्यालय प्रभारी ने बिंदुवार वार्ता की। प्रतिनिधिमंडल में ए॰आई॰एस॰एफ॰ के राज्य सचिव सुशील कुमार, राज्य पार्षद अभिषेक आनंद, जे॰एन॰एल॰ काॅलेज अध्यक्ष निशांत यादव, सुकन्या कुमारी, स्वाती मिश्रा, अलका कुमारी एवं तेजस्वी शामिल थे। वार्ता के दौरान ही ए॰आई॰एस॰एफ॰ के राज्य सचिव सुशील कुमार की बात फोन से मगध वि॰वि॰ कुलपति प्रो॰ कुसुम कुमारी एवं परीक्षा नियंत्रक से करायी। वि॰वि॰ अधिकारियों ने कहा कि पेंडिंग परीक्षाफल से बचने के लिए वि॰वि॰ ने कदम उठाया है। जबकि छात्रनेता ने इसे छात्रों का एक महत्वपूर्ण वर्ष बर्बाद होने को देखते हुए तत्काल फैसले वापसी की मांग की तथा मांगों की पूर्ति नहीं होने की स्थिति में चरणबद्ध आंदोलन की चेतावनी दी।

जबकि स्नातक द्वितीय खण्ड एवं तृतीय खण्ड का लंबित परीक्षाफल 15 मार्च तक जारी कराने का भरोसा शाखा कार्यालय प्रभारी ने दिया। वहीं संगठन के जिला सचिव सुशील उमाराज ने कहा कि प्रमोटेड विद्यार्थियों के मसले पर यदि वि॰वि॰ प्रशासन शीघ्र फैसला नहीं लेता है तो 10 मार्च को शाखा कार्यालय में तालाबंदी की जाएगी। अध्यक्षता जिला सहसचिव राजीव किशोर ने किया। प्रदर्शन में ए॰आई॰एस॰एफ॰ के राष्ट्रीय सहसंयोजिका आरती कुमारी, जिला उपाध्यक्ष जन्मेजय कुमार, जिला सह सचिव साजन झा, तौसीक आलम, विकास कुमार, राखी कुमारी, दीपिका, पारूल, श्रेया, रागिनी, पम्मी, पूर्णिमा, पल्लवी, इंजमाम, अंशु, साक्षी प्रिया, बिरजून भारती, अमरदीप, विकास कुमार, वैजयंती, राहुल, शुभम, सोनाली, श्वेता, अमन, चंदन, रितिक सहित सैकड़ों छात्र-छात्राएँ मौजूद थे।
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