भ्रष्टाचार निरोधी विधेयकों के मसले में राहुल गांधी पर तंज कसते हुए बीजेपी ने कहा कि नौ सौ चूहे खाकर बिल्ली हज को चली। बीजेपी ने सवाल उठाया कि राहुल तब क्यों नहीं बोले जब उनकी ही सरकार में घोटाले हो रहे थे। कांग्रेस ने पलटवार करते हुए बीजेपी पर बेवजह हंगामे का आरोप लगाया है।
लोकसभा चुनावों से पहले कांग्रेस पार्टी राहुल गांधी की भ्रष्टाचार विरोधी छवि चमकाने में जुटी है तो बीजेपी इस कोशिश की हवा निकालने में। शनिवार को बीजेपी ने भ्रष्टाचार विरोधी मुहिम में राहुल को लेटलतीफ बताया। बीजेपी ने सवाल उठाया कि राहुल तब क्यों नहीं बोले जब उनकी ही सरकार में टेलिकॉम स्पेक्ट्रम, कोयला ब्लॉक आबंटन, सीडब्लूजी, आदर्श सोसायटी और वीवीआईपी हैलिकाप्टर जैसे घोटाले सामने आ रहे थे।
बीजेपी नेता सुषमा स्वराज ने कहा कि राहुल ने संसद के आखिरी दिन भ्रष्टाचार निरोधी बिल पास करने को कहा, इसे कहते हैं 100 चूहे खाकर बिल्ली हज को चली। दरअसल शुक्रवार को राहुल गांधी ने संसद सत्र के दौरान भ्रष्टाचार निरोधी विधेयकों के पारित ना हो पाने के लिए विपक्ष को ज़िम्मेदार ठहराया था। राहुल बार-बार कहते रहे हैं कि भ्रष्टाचार के खिलाफ छह मजबूत बिल पास होने हैं। लेकिन विपक्ष ऐसा होने नहीं दे रहा। राहुल पर बीजेपी के वार के बाद कांग्रेस ने एक बार फिर उस पर संसद में अवरोध पैदा करने का आरोप लगाया।
कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला ने कहा कि विपक्ष का काम सिर्फ अवरोध पैदा करना है। हमने जनता के हित में 20 बिल पास किए। विपक्ष ने ये तो स्वीकार किया है कि राहुल गांधी भष्ट्राचार के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं।
भ्रष्टाचार की मुखालफत इन दिनों सियासत का नया चलन है और लोकसभा चुनावों की दहलीज पर बीजेपी और कांग्रेस इसे भुनाने में अपना हर मुमकिन दांव चल देना चाहते हैं। साफ है कि आने वाले दिनों में ये जुबानी जंग और तेज होगी।