केंद्रीय अध्ययन दल ने लिया फसल क्षति का जायजा, जिले के 1024 ग्राम ओलावृष्टि से प्रभावित
छतरपुर/14 मार्च/जिले में विगत् 22 फरवरी से 11 मार्च के मध्य हुई बैमौसम बरसात एवं ओलावृष्टि से गेहूं, चने की फसल व सब्जियों में हुये नुकसान का जायजा आज भारत सरकार द्वारा गठित केंद्रीय दल द्वारा लिया गया। दल में खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्रालय के अवर सचिव श्री संदीप सक्सेना, योजना आयोग में अनुसंधान अधिकारी श्रीमती अनुराधा बाटना, श्री बी एल मीणा एवं डाॅ. एम एन सिंह शामिल थे। टीम के भ्रमण के दौरान कमिश्नर सागर संभाग श्री आर के माथुर, कलेक्टर डाॅ. मसूद अख्तर, पुलिस अधीक्षक श्री ललित शाक्यवार, संयुक्त संचालक कृषि श्री कोरी, जिला पंचायत सीईओ डाॅ. सतेन्द्र सिंह सहित एसडीएम, तहसीलदार, कृषि एवं राजस्व विभाग के अधिकारी शामिल रहे। टीम द्वारा सबसे पहले गौरिहार तहसील के ग्राम प्रकाशबम्हौरी एवं मुड़ेहरा में खराब हुयी फसलों को देखा गया। इसके पश्चात् ग्राम चैका एवं खैरों में चने एवं गेहूं में हुई फसल क्षति का जायजा लिया गया। मातगुवां के हायर सेकण्डरी स्कूल में कमिश्नर श्री माथुर ने किसानों को राहत राशि शीघ्र प्रदान किये जाने का भरोसा दिलाया।
प्रेजेंटेशन के माध्यम से दी जानकारी
कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से सागर संभाग के प्रभावित पांचों जिलों के जिला कलेक्टरों ने भी अपने-अपने जिले में हुये फसल नुकसान की जानकारी दी। टीकमगढ़ कलेक्टर डा. सुदाम खाड़े ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा किसानों के फसल नुकसान की भरपाई की कोशिश की जा रही है। केंद्रीय दल की अनुशंसा पर राहत राशि मिल जाने के पश्चात् समय-सीमा के भीतर मुआवजा वितरित कर दिया जायेगा। दमोह कलेक्टर श्री स्वतंत्र कुमार सिंह ने कहा कि ओलावृष्टि से जिले में लगभग 23 हजार हेक्टेयर में चने की फसल को ज्यादा नुकसान हुआ है। केंद्रीय दल के सदस्यों के समक्ष पथरिया तहसील में हुये नुकसान को वीडियो क्लिप के माध्यम से दिखाया गया। सागर कलेक्टर श्री योगेंद्र शर्मा ने बताया कि मैंने 31 वर्ष की शासकीय सेवा में पहली बार ओलावृष्टि से इतना नुकसान देखा है। उन्होंने कहा कि सागर जिले में इससे 1148 ग्राम प्रभावित हुये हैं। पन्ना कलेक्टर श्री आर के मिश्रा ने भी जिले की वस्तुस्थिति से अवगत कराते हुये कहा कि 883 ग्राम ओलावृष्टि से प्रभावित हैं।