भाजपा ने आज दावा किया कि वित्त मंत्री पी़ चिदंबरम का आगामी लोकसभा चुनावों की दौड़ से अपने को अलग करना सत्तारूढ़ दल की बदहाली को बयां कर रहा है, जिसमें कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हार के डर से चुनाव लड़ने से कतरा रहे हैं।
भाजपा की प्रवक्ता निर्मला सीतारमण ने कहा कि संप्रग के 10 साल के शासन में से जो व्यक्ति 7 साल वित्त मंत्री रहा हो, वह भी चुनाव लड़ने से मना कर रहा है। वह चुनाव से भाग रहे हैं। वह मतदाताओं के इन सवालों का सामना करने को तैयार नहीं हैं कि उनकी उपलब्धियां क्या रही हैं। उन्होंने दावा किया कि चुनाव नहीं लड़ने का चिदंबरम का निर्णय प्रतीकात्मक है जो कांग्रेस की खराब स्थिति को दर्शा रहा है।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा, चिदंबरम जैसे नेता तक चुनाव का सामना करने भाग रहे हैं, ऐसा करके ये नेता वास्तव में अपनी हार चुनाव से पहले ही स्वीकार कर चुके हैं। चिदंबरम ने इस बार लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है और कांग्रेस ने उनके बेटे कार्ति चिदंबरम को तमिलनाडु के उनके चुनाव क्षेत्र शिवगंगा से उम्मीदवार बनाया है।
सीतारमण ने कहा कि भाजपा ने तमिलनाडु में व्यापक गठबंधन किया है जिससे अन्य दलों के कई नेता वहां से चुनाव नहीं लड़ने के बहाने ढूंढ रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन चुनावों में भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी की अगुवाई में पार्टी सत्तारूढ़ दल से पिछले 10 साल में देश में विकास और अर्थव्यवस्था की स्थिति का हिसाब मांग रही है, जिसका जवाब देने से कांग्रेस का हर नेता कतरा रहा है।