भारत ने बांग्लादेश में जारी राजनीतिक उथल-पुथल और अल्पसंख्यक समुदायों पर हो रहे हमले की घटनाओं को देखते हुए बांग्लादेश से लगी अपनी सीमा पर चौकसी बढ़ा दी है। एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक अधिकारी ने बताया कि हमने अपने जवानों से भारत-बांग्लादेश सीमा पर सुरक्षा और चौकसी बढ़ाने को कहा है। भारतीय राज्यों में संवेदनशील सीमाक्षेत्रों पर अतिरिक्त बलों की भी तैनाती की गई है।
अधिकारी ने कहा, ''हालांकि, हमें त्रिपुरा, असम, मिजोरम और मेघालय की सीमा से सटे बांग्लादेश के इलाके में किसी तरह की गड़बड़ी की गुप्त खबर नहीं मिली है, पश्चिम बंगाल की सीमा से सटे बांग्लादेशी इलाके में गड़बड़ी और अल्पसंख्यक समुदाय पर हमले की खबर है।''मीडिया में आई खबरों के मुताबिक बांग्लादेश में जस्सोर ओर दिनाजपुर जिलों के अलग अलग हिस्सों में अल्पसंख्यक हिंदू समुदायों के 200 घरों और दुकानों में जमात-ए-इस्लामी के कार्यकर्ताओं ने तोड़ फोड़ और लूट मचाई। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बांग्लादेश सरकार से देश के अल्संख्यकों की सुरक्षा के लिए उचित कार्रवाई करने का आग्रह किया है।
भाजपा के त्रिपुरा इकाई के अध्यक्ष सुधींद्र दासगुप्ता ने कहा, ''यदि बांग्लादेश सरकार तुरंत कार्रवाई कर सुरक्षा के लिए उचित कदम नहीं उठाती है, तो हालात नियंत्रण से बाहर हो जाएंगे।''त्रिपुरा के पुलिस महानिदेशक सी. बालासुब्रमण्यन ने संवाददाताओं को बताया, ''सरकार ने बीएसएफ के जवानों से सीमा पर कड़ी सतर्कता बरतने के लिए कहा है। हमने सीमावर्ती जिलों के पुलिस अधीक्षकों को हालात का सामना करने के लिए जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।''उन्होंने कहा, ''मोबाइल टास्क फोर्स के अधिकारी और सैनिक सीमा पार से किसी भी तरह की अप्रिय घटना से बचने के लिए सीमावर्ती इलाके में 24 घंटों निगरानी कर रहे हैं।''बीएसएफ प्रमुख और पुलिस महानिरीक्षक राजीब कृष्णा ओर अतिरिक्त महानिदेशक (पूर्व) बी. डी. शर्मा ने सीमा निरीक्षण के मुद्दे को लेकर लगातार बैठकें की हैं।