राजनयिक देवयानी खोबरागड़े की गिरफ्तारी को लेकर कुछ और जवाबी कदम उठाते हुए भारत ने अमेरिका से कहा कि वह यहां अपने दूतावास के परिसर में चलाई जा रही वाणिज्यिक गतिविधियों को 16 जनवरी तक रोक दे। भारत का यह फैसला न्यूयार्क में भारत की उप महावाणिज्य दूत खोबरागड़े को 13 जनवरी को न्यूयार्क में वीजा धोखाधड़ी मामले में अभ्यारोपित किए जाने से पहले आया है।
भारत सरकार ने सख्त कदम उठाते हुए दूतावास से कहा है कि वह अमेरिकन कम्युनिटी सपोर्ट एसोसिएशन :एसीएसए: के तत्वावधान में चलाई जा रही तमाम वाणिज्यिक गतिविधियों को रोक दे। इनमें रेस्टोरेंट:बार, वीडियो क्लब, बॉलिंग एले, स्विमिंग पूल, स्पोर्टस फील्ड, ब्यूटी पार्लर और जिम शामिल हैं। अन्य निर्देशों के अलावा अमेरिका से उसके द्वारा वाणिज्यिक गतिविधियों के लिए भारतीय अधिकारियों को दिए गए टैक्स रिटर्न भी देने को कहा गया है, जो एसीएसए के जरिए गैर राजनयिक व्यक्तियों, जिनमें निजी अमेरिकी नागरिक और उनके परिवार शामिल हैं, को प्रदान की जा रही थीं।
भारत ने गैर राजनयिकों को इस तरह की वाणिज्यिक गतिविधियों के प्रावधान को कूटनीतिक संबंधों पर 1961 की वियना संधि के अनुच्छेद 41:3: का उल्लंघन बताया है। यह भी समझा जाता है कि सरकार ने अमेरिका से कहा है कि इस महीने के बाद से वह सिर्फ अपने राजनयिक कर्मियों के लिए शराब से जुड़े उत्पाद और सिगरेट जैसा ड्यूटी फ्री सामान सीधे हासिल कर सकेंगे। इससे पहले वह दिल्ली स्थित अन्य विदेशी मिशनों के राजनयिक कर्मियों के हिस्से का सामान भी हासिल करते थे और इसके लिए तर्क यह दिया जाता था कि यह राजनयिक भी एसीएसए के सदस्य हैं।