बिहार में प्रथम चरण के लोकसभा चुनाव में छह सीटों के लिए गुरुवार को मतदान शांतिपूर्ण संपन्न हो गया। इसके साथ ही 80 प्रत्याशियों की किस्मत इवीएम में कैद हो गई जिसमें लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार और बिहार विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी, पूर्व राज्यपाल निखिल कुमार जैसे दिग्गज भी शामिल हैं। प्रथम चरण में 53 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया। मतदान शुरू होने के पूर्व नक्सलियों द्वारा किए गए एक बारूदी सुरंग विस्फोट में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ ) के दो जवान शहीद हो गए।
बिहार के प्रथम चरण के चुनाव के दौरान 53 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने-अपने मताधिकार का उपयोग किया। सासाराम संसदीय क्षेत्र में जहां सबसे अधिक 56 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया वहीं औरंगाबाद में 51 प्रतिशत, जमुई और नवादा में 52-52, गया में 54 प्रतिशत तथा काराकाट में 52़ 25 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मत दिए। पिछले लोकसभ चुनाव के दौरान बिहार में 44़ 4 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया था।
सुबह के समय कम मतदाता अपने घरों से निकले, लेकिन दिन चढ़ने के साथ मतदाताओं की संख्या मतदान केंद्रों पर बढ़ती गई। प्रथम चरण के चुनाव के साथ ही कई दिग्गजों का भाग्य ईवीएम में कैद हो गया। इस चरण में 10 महिला सहित 80 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं जिनमें कांग्रेस प्रत्याशी और लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार, केरल के पूर्व राज्यपाल निखिल कुमार, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के गिरिराज सिंह, छेदी पासवान, जनता दल (युनाइटेड) के उदय नारायण चौधरी, लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के चिराग पासवान, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की कांति सिंह शामिल हैं।
अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी आऱ लक्ष्मणन ने बताया कि छिटपुट घटनाओं को छोड़कर कहीं से कोई बड़ी घटना की सूचना नहीं है। बिहार के सासाराम (सुरक्षित), काराकाट, औरंगाबाद, गया (सुरक्षित), नवादा, और जुमई (सुरक्षित) संसदीय क्षेत्र में हो रहे मतदान के दौरान 93 लाख 29 हजार 760 मतदाताओं के लिए 10,215 मतदान केंद्र बनाए गए। सासाराम और काराकाट संसदीय क्षेत्र के कई मतदान केंद्रों पर विकास के नाम पर वोट बहिष्कार करने की भी खबर है। नवादा संसदीय क्षेत्र के एक मतदान केंद्र पर पुलिस और अपराधियों के बीच झड़प हुई। इस मामले में पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।
इस बीच सीआरपीएफ और पुलिस द्वारा चलाए जा रहे सर्च अभियान में नक्सलियों द्वारा लगाए गए बमों के मिलने का सिलसिला जारी है। गया जिले के विभिन्न इलाकों से पांच, औरंगाबाद से दो और जमुई के चकाई क्षेत्र से पांच बम बरामद किए जा चुके हैं, जिन्हें निष्किय कर दिया गया है। इस बीच सुरक्षा कारणों से जमुई और नवादा संसदीय क्षेत्र के 22 मतदान केंद्रों पर मतदान स्थगित कर दिया गया है। इधर, मतदान प्रारंभ होने के पूर्व नक्सलियों ने गुरुवार तड़के मुंगेर जिले के हवेली खड़गपुर थाना क्षेत्र में बारूदी सुरंग में विस्फोट कर दिया जिसमें सीआरपीएफ के दो जवान शहीद हो गए, जबकि सात अन्य जवान घायल हो गए।
सीआरपीएफ के जवान सुबह जमुई संसदीय क्षेत्र क्षेत्र में चुनाव कराने जा रहे थे, जैसे ही उनका वाहन भीमबांध जंगल में पहुंचा नक्सलियों ने बारूदी सुरंग में विस्फोट कर दिया। नक्सलियों ने लखीसराय जिले के कजरा थाना क्षेत्र के नरोत्तमपुर में एक स्कूल के भवन को उड़ा दिया जिसमें पुलिस का कैम्प था। इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि इस कैम्प के सभी जवान जमुई संसदीय क्षेत्र में मतदान कराने में गए हैं। उन्होंने कहा कि यहां से पुलिस ने तीन बम भी बरामद किए हैं।
प्रथम चरण के चुनाव को लेकर 46 हजार सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया तथा 486 मतदान केंद्रों पर लाइव वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गई है। नक्सल प्रभावित इलाकों में अपराह्न् चार बजे तक, जबकि सामान्य क्षेत्रों में छह बजे तक मतदान हुआ। उल्लेखनीय है कि नक्सलियों ने चुनाव बहिष्कार की घोषणा की थी।