भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली ने सोमवार को कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि गांधी परिवार चारों ओर से घिर गया है और पार्टी में हताशा नजर आ रही है। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की बहन प्रियंका गांधी वाड्रा के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता नरेंद्र मोदी के खिलाफ वाराणसी से चुनाव लड़ने की मीडिया की खबरों पर जेटली ने सोमवार को अपने ब्लॉग में लिखा कि गांधी परिवार का करिश्मा मद्धिम पड़ चुका है।
जेटली ने कहा, "गांधी परिवार चारों ओर से घिर गया है। यह स्थिति वैसी ही है जैसी 1977 के आम चुनाव के दौरान इंदिरा गांधी और संजय गांधी के साथ थी। सस्ती लोकप्रियता काम नहीं आती। परिवार का करिश्मा धुंधला पड़ गया है।"उन्होंने कहा, "बल्कि, सिर्फ एक परिवार के इर्द-गिर्द सिमटी पार्टी अब संभवत: यह महसूस करती है कि परिवार का मौजूदा नेता कारगर नहीं हो पाया है।"जेटली ने कांग्रेस को सुझाव दिया है कि इस समस्या का वास्तवित समाधान यह है कि पार्टी को अधिक रचनात्मक बनाया जाए।
उन्होंने कहा, "कांग्रेस पार्टी का समाधान यह है कि अगर परिवार में कोई एक असफल हो जाए, तो उसका विकल्प परिवार का दूसरा सदस्य हो सकता है। मेरी तो यह कामना है कि वाराणसी का हताशा भरा समाधान वास्तव में क्रियान्वित किया जाता।"मीडिया में ऐसी खबर है कि कांग्रेस ने इसके मुख्यमंत्रियों से कहा है कि वे चुनाव में जीत हासिल करें अन्यथा उन्हें हटा दिया जाएगा।
इस पर पार्टी को सुझाव देते हुए जेटली ने कहा, "दो राष्ट्रीय दैनिक पत्रों में खबर है कि कांग्रेस में क्या चल रहा है। पहली खबर में यह दिखाया गया है कि निराशा इतनी ज्यादा है कि मोदी को रोकने के लिए प्रियंका गांधी वाराणसी से उनके खिलाफ चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं। अन्य समाचार पत्र में खबर है कि कांग्रेस के मुख्यमंत्रियों से कहा गया है कि अगर वे नहीं जीत सकते तो उनकी कुर्सी किसी और को दे दी जाएगी।"जेटली ने कहा कि अगर पार्टी हारती है तो यह मुख्यमंत्रियों की वजह से नहीं, बल्कि सरकार की वजह से हारेगी।